सामग्री की तालिका
21 संबंधों: नुबिया, नील नदी का मैदान, नीलम्बो (कमल), पत्थरचूर, प्राचीन मिस्र, बाहुन, ब्राह्मण, भारत में कुपोषण, भारतीय उपनामों की सूची, महापरियोजना, मुहम्मद मुर्सी, यूनानी भाषा, शिक्षक दिवस, जनसंख्या घनत्व के अनुसार देशों की सूची, विश्व की मुद्राएँ, गंगा सिंह, क़ॉसर अल-नील पुल, उपनाम, २०१२, २८ नवम्बर, २९ अगस्त।
नुबिया
नुबिया (Nubia) नील नदी का तटवर्ती क्षेत्र है। सन् १९५६ से यह दक्षिणी मिश्र एवं उत्तरी सूडान में विभाजित है। सदियों पुरानी एक सभ्यता थी नुबिया। आज के मिस्र और सूडान के बीच ये लोग बसते थे। नोबा से नुबिया शब्द बनाया गया है। निलो-साहारन भाषा बोलने वाले ये लोग बंजारों जैसा जीवन बिताते थे। वैसे इनका इतिहास हजारों साल पुराना है। फिर भी चौथी सदी में मेरोए साम्राज्य खत्म होने के बाद ये लोग यहां बसे थे। इससे पहले इन्हें कुश कहा जाता था। इस इलाके से इनके बनाए बहुत से पिरामिड मंदिर और मूर्तियां मिली हैं। जिनसे इनके बारे में पता चलता है। दौलत से सजे ये पिरामिड्स सिर्फ राजाओं के नहीं हैं। इनमें से ज्यादातर बड़े धर्म गुरुओं के हैं। इनकी कई नस्लें रही हैं। 5000 ईसापूर्व तक इनका इतिहास मिलता है। इन लोगों के बनाए बहुत से मंदिर और पिरामिड्स हॉलीवुड फिल्म्स में भी दिखाए गए हैं। यूनेस्को ने इन्हें वर्ल्ड हैरिटेज साइट घोषित कर रखा है। बहुत से आर्किओलॉजिस्ट, इंजीनियर और जिओलॉजिस्ट इन पर रिसर्च करने में लगे हुए हैं। फिर भी अभी तक ये समझा नहीं जा सका है कि इतनी मजबूत सभ्यता कैसे खत्म हो गई। राज है गहरामिस्र और सूडान के बीच सदियों पहले नुबिया लोग बसते थे। उनके बनाए कई पिरामिड्स वहां मिले हैं। फिर भी ये सभ्यता कैसे खत्म हो गई यह राज है। .
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नील नदी का मैदान
यह मिश्र (अफ्रीका) में स्थित प्रमुख मैदान हैं। श्रेणी:विश्व के प्रमुख मैदान.
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नीलम्बो (कमल)
नीलम्बो नुसीफेरा नीलम्बो (Nelumbo) जलीय पादपों का एक 'जीनस' है जिनमें 'वाटर-लिली' जैसे बड़े फूल लगते हैं। इस जेनस में दो प्रजातियाँ हैं जिनमें से पहली, अधिक प्रसिद्ध 'पवित्र कमल' (N.
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पत्थरचूर
पत्थरचूर पत्थरचूर या पाषाणभेद (वानस्पतिक नाम: Plectranthus barbatus तथा Coleus forskohlii) एक औषधीय पादप है। कोलियस फोर्सकोली जिसे पाषाणभेद अथवा पत्थरचूर भी कहा जाता है, उन कुछ औषधीय पौधों में से है, वैज्ञानिक आधारों पर जिनकी औषधीय उपयोगिता हाल ही में स्थापित हुई है। भारतवर्ष के समस्त ऊष्ण कतिबन्धीय एवं उप-ऊष्ण कटिबन्धीय क्षेत्रों के साथ-साथ पाकिस्तान, श्रीलंका, पूर्वी अफ्रीका, ब्राजील, मिश्र, ईथोपिया तथा अरब देशों में पाए जाने वाले इस औषधीय पौधे को भविष्य के एक महत्वपूर्ण औषधीय पौधे के रूप में देखा जा रहा है। वर्तमान में भारतवर्ष के विभिन्न भागों जैसे तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक तथा राजस्थान में इसकी विधिवत खेती भी प्रारंभ हो चुकी है जो काफी सफल रही है। विभिन्न भाषाओं में पाषाणभेद के नाम-.
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प्राचीन मिस्र
गीज़ा के पिरामिड, प्राचीन मिस्र की सभ्यता के सबसे ज़्यादा पहचाने जाने वाले प्रतीकों में से एक हैं। प्राचीन मिस्र का मानचित्र, प्रमुख शहरों और राजवंशीय अवधि के स्थलों को दर्शाता हुआ। (करीब 3150 ईसा पूर्व से 30 ई.पू.) प्राचीन मिस्र, नील नदी के निचले हिस्से के किनारे केन्द्रित पूर्व उत्तरी अफ्रीका की एक प्राचीन सभ्यता थी, जो अब आधुनिक देश मिस्र है। यह सभ्यता 3150 ई.पू.
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बाहुन
बाहुन नेपाल के पहाडी खस समुदायके ब्राह्मण एवम् पुजारी जाति है। ये नेपालके दुस्रे सर्वाधिक जनसंख्या वाले समुदाय है। नेपाली साहित्यमे इस जातिके जोडदार योगदान है। नेपाली राजनीतिमे इस जातिके योगदान है। नेपाली खोजकर्ता एवम् इतिहासकार डोरबहादुर विष्ट और सूर्यमणि अधिकारीके अनुसार ये जाति अन्य खस जाति जैसे नेपालके पश्चिमी कर्णाली इलाकाके विभिन्न गाउँसे उत्पत्ति हुए है। ये हिन्द-आर्य भाषा परिवार के नेपाली भाषा बोल्ते है। .
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ब्राह्मण
ब्राह्मण का शब्द दो शब्दों से बना है। ब्रह्म+रमण। इसके दो अर्थ होते हैं, ब्रह्मा देश अर्थात वर्तमान वर्मा देशवासी,द्वितीय ब्रह्म में रमण करने वाला।यदि ऋग्वेद के अनुसार ब्रह्म अर्थात ईश्वर को रमण करने वाला ब्राहमण होता है। । स्कन्दपुराण में षोडशोपचार पूजन के अंतर्गत अष्टम उपचार में ब्रह्मा द्वारा नारद को द्विज की उत्त्पत्ति बताई गई है जन्मना जायते शूद्रः संस्कारात् द्विज उच्यते। शापानुग्रहसामर्थ्यं तथा क्रोधः प्रसन्नता। ब्राह्मण (आचार्य, विप्र, द्विज, द्विजोत्तम) यह वर्ण व्यवस्था का वर्ण है। एेतिहासिक रूप हिन्दु वर्ण व्यवस्था में चार वर्ण होते हैं। ब्राह्मण (ज्ञानी ओर आध्यात्मिकता के लिए उत्तरदायी), क्षत्रिय (धर्म रक्षक), वैश्य (व्यापारी) तथा शूद्र (सेवक, श्रमिक समाज)। यस्क मुनि की निरुक्त के अनुसार - ब्रह्म जानाति ब्राह्मण: -- ब्राह्मण वह है जो ब्रह्म (अंतिम सत्य, ईश्वर या परम ज्ञान) को जानता है। अतः ब्राह्मण का अर्थ है - "ईश्वर का ज्ञाता"। सन:' शब्द के भी तप, वेद विद्या अदि अर्थ है | निरंतारार्थक अनन्य में भी 'सना' शब्द का पाठ है | 'आढ्य' का अर्थ होता है धनी | फलतः जो तप, वेद, और विद्या के द्वारा निरंतर पूर्ण है, उसे ही "सनाढ्य" कहते है - 'सनेन तपसा वेदेन च सना निरंतरमाढ्य: पूर्ण सनाढ्य:' उपर्युक्त रीति से 'सनाढ्य' शब्द में ब्राह्मणत्व के सभी प्रकार अनुगत होने पर जो सनाढ्य है वे ब्राह्मण है और जो ब्राह्मण है वे सनाढ्य है | यह निर्विवाद सिद्ध है | अर्थात ऐसा कौन ब्राह्मण होगा, जो 'सनाढ्य' नहीं होना चाहेगा | भारतीय संस्कृति की महान धाराओं के निर्माण में सनाढ्यो का अप्रतिभ योगदान रहा है | वे अपने सुखो की उपेक्षा कर दीपबत्ती की तरह तिलतिल कर जल कर समाज के लिए मिटते रहे है | .
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भारत में कुपोषण
संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि भारत में हर साल कुपोषण के कारण मरने वाले पांच साल से कम उम्र वाले बच्चों की संख्या दस लाख से भी ज्यादा है.
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भारतीय उपनामों की सूची
भारतीय संस्कृति में उपनामों का बहुत महत्व है। ये किसी भी व्यक्ति के निवास स्थान, जाति या कार्य का परिचय देते हैं। प्रमुख भारतीय तथा दक्षिण एशियाई उपनामों की यह सूची वर्णानुक्रम में संयोजित है - .
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महापरियोजना
ऐसी परियोजना को महापरियोजना या मेगाप्रोजेक्ट (megaproject) कहते हैं जिसमें अत्यन्त बड़े स्तर निवेश (investment) करने की जरूरत पड़ती है। प्राय: एक बिलियन अमेरिकी डालर से भी अधिक खर्च वाले परियोजनाओं को महापरियोजना की श्रेणी में रखा जाता है। इन पर जनता का बहुत ध्यान भी आकर्षित होता है क्योंकि इनका आम जनता, पर्यावरण एवं देश की अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर पड़ने की सम्भावना रहती है। दूसरे शब्दों में महापरियोजना उस पहल (इनिशिएटिव) को कहते हैं जिनमें कुछ भौतिक चीज बनने वाली हो, जो बहुत खर्चीली हो और जो सार्वजनिक हो। पुल, सुरंग, राजमार्ग, रेलपथ, हवाई अड्डे, समुद्री पत्तन, उर्जा संयंत्र, बांध, विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ), तेल एवं प्राकृतिक गैस निकालना, वायु-अन्तरिक्ष परियोजना, अस्त्र-प्रणाली परियोजना आदि महापरियोजना की श्रेणी में आ सकतीं हैं। .
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मुहम्मद मुर्सी
मुहम्मद मुर्सी मिस्र के मुस्लिम ब्रदरहुड दल के प्रमुख राजनितिज्ञ हैं। वे मिश्र में हुए हाल के चुनाव में राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित हुए हैं। मिश्र के निर्वाचन आयोग ने लंबी मतगणना के बाद २४ जून २0१२ को की गई अपनी घोषणा में मिश्र में पहली बार हुए राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें ५१.७३% मत पाकर निर्वाचित घोषित किया। .
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यूनानी भाषा
यूनानी या ग्रीक (Ελληνικά या Ελληνική γλώσσα), हिन्द-यूरोपीय (भारोपीय) भाषा परिवार की स्वतंत्र शाखा है, जो ग्रीक (यूनानी) लोगों द्वारा बोली जाती है। दक्षिण बाल्कन से निकली इस भाषा का अन्य भारोपीय भाषा की तुलना में सबसे लंबा इतिहास है, जो लेखन इतिहास के 34 शताब्दियों में फैला हुआ है। अपने प्राचीन रूप में यह प्राचीन यूनानी साहित्य और ईसाईयों के बाइबल के न्यू टेस्टामेंट की भाषा है। आधुनिक स्वरूप में यह यूनान और साइप्रस की आधिकारिक भाषा है और करीबन 2 करोड़ लोगों द्वारा बोली जाती है। लेखन में यूनानी अक्षरों का उपयोग किया जाता है। यूनानी भाषा के दो ख़ास मतलब हो सकते हैं.
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शिक्षक दिवस
विश्व के कुछ देशों में शिक्षकों (गुरुओं) को विशेष सम्मान देने के लिये शिक्षक दिवस का आयोजन होता है। कुछ देशों में छुट्टी रहती है जबकि कुछ देश इस दिन कार्य करते हुए मनाते हैं। भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन (५ सितंबर) भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। .
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जनसंख्या घनत्व के अनुसार देशों की सूची
जनसँख्या घनत्व2006 के अनुसार जनसँख्या घनत्व के अनुसार देश एवं उनके निर्भर क्षेत्रों की सूची निवासी/वर्ग किमी में। स्त्रोत:.
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विश्व की मुद्राएँ
विश्व की कुछ प्रमुख मुद्राएँ निम्नलिखित हैं:-.
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गंगा सिंह
जनरल सर गंगासिंह(3 अक्टूबर 1880, बीकानेर – 2 फरवरी 1943, मुम्बई) १८८८ से १९४३ तक बीकानेर रियासत के महाराजा थे। उन्हें आधुनिक सुधारवादी भविष्यद्रष्टा के रूप में याद किया जाता है। पहले महायुद्ध के दौरान ‘ब्रिटिश इम्पीरियल वार केबिनेट’ के अकेले गैर-अँगरेज़ सदस्य थे। .
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क़ॉसर अल-नील पुल
क़ॉसर अल-नील पुल जिसका पुराना नाम खादिव इस्माईल पुल भी था मध्य काहिरा, मिश्र में नील नदी के उपर बना हुआ है। यह कहिरा नगर क्षेत्र को जज़ीरा द्वीप व ज़मालेक ज़िले से जोडता है। पुल के पूर्वी व पश्चिमी छोर पर शेरों की दो विशालकाय मूर्तियाँ हैं। इन्हें उन्नीसवीं शताब्दी में फ्राँसीसी मूर्तिकार हेनरी आल्फ्रेड जैकरमार्ट ने बनाया था। श्रेणी:पर्यटनश्रेणी:काहिरा.
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उपनाम
नाम के साथ प्रयोग हुआ दूसरा शब्द जो नाम कि जाति या किसी विशेषता को व्यक्त करता है उपनाम (Surname / सरनेम) कहलाता है। जैसे महात्मा गाँधी, सचिन तेंदुलकर, भगत सिंह आदि में दूसरा शब्द गाँधी, तेंदुलकर, सिंह उपनाम हैं। .
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२०१२
२०१२ (MMXII) ग्रेगोरियन कैलेंडर के रविवार को शुरू होने वाला एक अधिवर्ष अथवा लीप ईयर होगा। इस वर्ष को गणितज्ञ ट्यूरिंग, कंप्यूटर के अग्र-दूत और कोड -भंजक, की याद में उनकी सौवीं वर्षगांठ पर एलन ट्यूरिंग वर्ष नामित किया गया है। .
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२८ नवम्बर
28 नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 332वॉ (लीप वर्ष में 333 वॉ) दिन है। साल में अभी और 33 दिन बाकी है। .
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२९ अगस्त
29 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 241वॉ (लीप वर्ष मे 242 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 124 दिन बाकी है। .
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मिश्रा के रूप में भी जाना जाता है।