लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
इंस्टॉल करें
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

मास्टर अमीर चंद

सूची मास्टर अमीर चंद

मास्टर अमीर चंद (१८६९ - ८ मई १९१५) भारत की स्वतंत्रता-संग्राम के क्रांतिकारी थे। अमीर चंद का जन्म 1869 में हैदराबाद की विधानसभा के सेक्रेटरी के घर हुआ था। उनके मन में देश भक्ति की मान्यता इतनी प्रबल थी कि स्वदेशी आंदोलन के दौरान हैदराबाद के बाजार में उन्होंने स्वदेशी स्टोर खोला जहां वह देशभक्तों की तस्वीरें तथा क्रांतिकारी साहित्य बेचते थे। 1919 में दिल्ली में भी स्वदेशी प्रदर्शनी लगाई। 1912 में दिल्ली में उस समय के वापसरोय लार्ड हार्डिग पर बम फेंकने की घटना में सक्रिय भूमिका निभाई। 1914 में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। 1915 में उन्हें तीन साथियों (अवध बिहारी, बाल मुकुंद, बसन्त कुमार बिस्वास) के साथ दिल्ली केंद्रीय जेल में फांसी दे दी गई। .

4 संबंधों: प्रतापसिंह बारहठ, लाला हनुमन्त सहाय, लाला हरदयाल, अमीर चंद बोम्बवाल

प्रतापसिंह बारहठ

प्रतापसिंह बारहठ (२४ मई १८९३ - २७ मई १९१८) भारत के स्वतंत्रता संग्राम के एक क्रांतिवीर थे। .

नई!!: मास्टर अमीर चंद और प्रतापसिंह बारहठ · और देखें »

लाला हनुमन्त सहाय

लाला हनुमन्त सहाय एक भारतीय क्रान्तिकारी थे। वे 1907 में सूफी अम्बा प्रसाद के नेतृत्व में बनी भारत माता सोसायटी के सक्रिय सदस्य थे। चाँदनी चौक दिल्ली में अंग्रेज वायसराय लार्ड हार्डिंग पर बम फेंकने के षड्यन्त्र में उन्हें भी सह-अभियुक्त बनाया गया। न्यायालय ने उन्हें आजीवन कालेपानी की सजा दी जो बाद में अपील किये जाने पर सात वर्ष के कठोर कारावास में बदल दी गयी। वे जाति के कायस्थ थे जिसके कारण सभी लोग उन्हें "लाला जी" कहकर सम्बोधित करते थे। उन्हें अन्तिम बार चाँदनी चौक, दिल्ली की एक सुनसान कोठरी में एक अंग्रेज लेखक आर० वी० स्मिथ ने 1965 की सर्दियों में देखा था। .

नई!!: मास्टर अमीर चंद और लाला हनुमन्त सहाय · और देखें »

लाला हरदयाल

लाला हरदयाल (१४ अक्टूबर १८८४, दिल्ली -४ मार्च १९३९) भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के उन अग्रणी क्रान्तिकारियों में थे जिन्होंने विदेश में रहने वाले भारतीयों को देश की आजादी की लडाई में योगदान के लिये प्रेरित व प्रोत्साहित किया। इसके लिये उन्होंने अमरीका में जाकर गदर पार्टी की स्थापना की। वहाँ उन्होंने प्रवासी भारतीयों के बीच देशभक्ति की भावना जागृत की। काकोरी काण्ड का ऐतिहासिक फैसला आने के बाद मई, सन् १९२७ में लाला हरदयाल को भारत लाने का प्रयास किया गया किन्तु ब्रिटिश सरकार ने अनुमति नहीं दी। इसके बाद सन् १९३८ में पुन: प्रयास करने पर अनुमति भी मिली परन्तु भारत लौटते हुए रास्ते में ही ४ मार्च १९३९ को अमेरिका के महानगर फिलाडेल्फिया में उनकी रहस्यमय मृत्यु हो गयी। उनके सरल जीवन और बौद्धिक कौशल ने प्रथम विश्व युद्ध के समय ब्रिटिश साम्राज्यवाद के विरुद्ध लड़ने के लिए कनाडा और अमेरिका में रहने वाले कई प्रवासी भारतीयों को प्रेरित किया। .

नई!!: मास्टर अमीर चंद और लाला हरदयाल · और देखें »

अमीर चंद बोम्बवाल

अमीर चन्द बोम्बवाल अमीर चंद बोम्बवाल (8 अगस्त 1893 - 10 फरवरी 1972) भारत के एक पत्रकार, स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी, खुदाई खिदमतगार, तथा पेशावर के भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक नेता थे। .

नई!!: मास्टर अमीर चंद और अमीर चंद बोम्बवाल · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

अमीर चंद, अमीरचंद

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »