3 संबंधों: दहन ऊष्मा, मानक अभिक्रिया पूर्णोष्मा, हेस नियम।
दहन ऊष्मा
किसी तत्त्व या यौगिक की १ ग्राम-अणु मात्रा को ऑक्सीजन में स्थिर आयतन पर पूर्णतया जलाने से जितनी उष्मा निकलती है, उसे उस तत्व या यौगिक की दहन-उष्मा (Heat of combustion) कहते हैं। दहन ऊष्मा का मान निम्नलिखित इकाइयों में व्यक्त किया जा सकता है-.
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मानक अभिक्रिया पूर्णोष्मा
किसी निकाय में, किसी पदार्थ का एक मोल, मानक स्थितियों में रासायनिक अभिक्रिया द्वारा परिवर्तित होता है तो पूर्णोष्मा (enthalpy) में जितना परिवर्तन होता है उसे मानक अभिक्रिया पूर्णोष्मा (standard enthalpy of reaction; ΔHr⊖ द्वारा निरूपित) कहते हैं। किसी रासायनिक अभिक्रिया के लिये, अभिकारकों एवम उत्पादों के मानक अभिक्रिया पूर्णोष्मा (standard enthalpy of reaction) ΔHr⊖ मानक संभवन पूर्णोष्मा ΔHfo के बीच सम्बन्ध को निम्नलिखित समीकरण से दिया जा सकता है- \Delta H_\mathrm^\ominus .
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हेस नियम
thumb उष्मा-रसायन का सबसे प्रमुख नियम स्विस वैज्ञानिक जरमेन हेनरी हेस ने सन् १८४० में प्रतिपादित किया था। इस नियम के अनुसार, .
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