3 संबंधों: साध्वी कनकप्रभा, जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय, आचार्य महाप्रज्ञ।
साध्वी कनकप्रभा
साध्वी कनकप्रभा का जन्म भारत की पुरानी राजधानी कलकता में 22 जुलाई 1941 को हुआ। वो श्वेताम्बर तेरापंथ की साध्वी प्रमुखा हैं। .
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जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय
जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय भारत का एक समविश्वविद्यालय है। पहले इसका नाम 'जैन विश्व भारती संस्थान' था। इसकी स्थापना सन १९९१ में आचार्य तुलसी की प्रेरणा से किया गया था। .
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आचार्य महाप्रज्ञ
आचार्य श्री महाप्रज्ञ (14 जून 1920 – 9 मई 2010) जैन धर्म के श्वेतांबर तेरापंथ के दसवें संत थे। महाप्रज्ञ एक संत, योगी, आध्यात्मिक, दार्शनिक, अधिनायक, लेखक, वक्ता और कवि थे। उनकी बहुत पुस्तकें और लेख उनके पूर्व नाम मुनि नथमल के नाम से प्रकाशित हुई। उन्होंने दस वर्ष की आयु में जैन संन्यासी के रूप में विकास और धार्मिक प्रतिबिंब का जीवन आरम्भ किया। महाप्रज्ञ ने अनुव्रत आंदोलन में मुख्य भूमिका निभाई जो गुरु आचार्य तुलसी ने 1949 में आरम्भ किया था और 1995 के आंदोलन में स्वीकृत अधिनायक बन गए। आचार्य महाप्रज्ञ ने 1970 के दशक में अच्छी तरह से नियमबद्ध प्रेक्षा ध्यान तैयार किया और शिक्षा प्रणाली में "जीवन विज्ञान" का विकास किया जो छात्रों के संतुलित विकास और उसका चरित्र निर्माण के लिए प्रयोगिक पहुँच है। .
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