सामग्री की तालिका
40 संबंधों: चटगाँव (शहर), चण्डीगढ़, एरीजोना, दिल्ली, दिल्ली पुलिस, नेपियर, पर्यावरण अभियांत्रिकी, पिट्सबर्ग, पेन्सिलवेनिया, फ़्लोरिडा, बरिशाल, बाली, हावड़ा, भारत में प्रकाशित होने वाले समाचार पत्रों की सूची, भारत से प्रकाशित होने वाले मराठी भाषा के समाचार पत्र, भारत के प्रशासनिक विभाग, भारत के सर्वाधिक जनसंख्या वाले शहरों की सूची, भारतीय सांख्यिकी संस्थान, मय़मनसिंह, मरीना बीच (चेन्नई), मिरांडा हाउस, राधेहरि राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय, लखनऊ, लखनऊ के बाजार, शहर, शिवानन्द गोस्वामी, सिकन्दरिया, सैटलाइट रेडियो, जयपुर, जयपुर जिला, जया बच्चन, जोधपुर, ईश्वर गुप्ता सेतु, विल्क्स-बेयर, विवेकानन्द सेतु, ग्रेटर क़ाहिरा, आचार्य नरेन्द्र देव कालेज, इन्दौर, कर्नाटक, कोच्चि, कोलकाता, कोल्लम।
चटगाँव (शहर)
चटगाँव या चटगांव (बांग्ला: চট্টগ্রাম चट्टोग्राम), बांग्लादेश का एक प्रमुख बंदरगाह और दूसरा सबसे बड़ा शहर है। चटगांव एक गहरे पानी का प्राकृतिक बंदरगाह है। बंगाल की खाड़ी के पूर्वी तट और कर्णफुली नदी के मुहाने पर स्थित यह शहर, देश के दक्षिणी विभाग में पड़ता है। 2011 में इसकी अनुमानित जनसंख्या 65 लाख से अधिक थी। दक्षिण एशिया में यह वाणिज्य, उद्योग और जहाजरानी (शिपिंग) का एक प्रमुख केंद्र है। यह दुनिया के सबसे तेजी से विकसित होते महानगरों में से भी एक है। सदियों से चटगाँव के इस प्राचीन प्राकृतिक बंदरगाह ने बंगाल और बंगाल की खाड़ी के प्रमुख व्यापारिक केंद्रों के लिए एक प्रवेश द्वार का कार्य किया है। इस बंदरगाह ने मध्य पूर्व, दक्षिण पूर्व एशिया, यूरोप और चीन के व्यापारियों को आकर्षित किया है। अरब अन्वेषक इब्न-बतूता, वेनिस के व्यापारी निकोलो डे' कोंटी और चीनी एडमिरल झेंग ही समेत कई ऐतिहासिक यात्री इस बंदरगाह से होकर गुजरे हैं। 16 वीं सदी के पुर्तगाली साम्राज्य में इसे पोर्टो ग्रांडे डी बेंगाला के नाम से जाना जाता था। ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंगाल के अंतिम स्वतंत्र नवाब को हराने के बाद 1760 में बंदरगाह का नियंत्रण प्राप्त किया। 19 वीं सदी में ब्रिटिश राज के तहत, आधुनिक चटगाँव बंदरगाह के विकास के लिए असम-बंगाल रेलवे का निर्माण किया गया। द्वितीय विश्व युद्ध में बर्मा अभियान के दौरान यह मित्र देशों की सेना के लिए एक महत्वपूर्ण आधार बना। 1947 में ब्रिटिश भारत के विभाजन के बाद, चटगाँव पूर्वी पाकिस्तान का हिस्सा बन गया। 1971 में बांग्लादेश मुक्ति युद्ध की शुरुआत में बांग्लादेश की स्वतंत्रता की घोषणा चटगाँव से की गयी। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और चटगाँव (शहर)
चण्डीगढ़
चण्डीगढ़, (पंजाबी: ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ), भारत का एक केन्द्र शासित प्रदेश है, जो दो भारतीय राज्यों, पंजाब और हरियाणा की राजधानी भी है। इसके नाम का अर्थ है चण्डी का किला। यह हिन्दू देवी दुर्गा के एक रूप चण्डिका या चण्डी के एक मंदिर के कारण पड़ा है। यह मंदिर आज भी शहर में स्थित है। इसे सिटी ब्यूटीफुल भी कहा जाता है। चंडीगढ़ राजधानी क्षेत्र में मोहाली, पंचकुला और ज़ीरकपुर आते हैं, जिनकी २००१ की जनगणना के अनुसार जनसंख्या ११६५१११ (१ करोड़ १६ लाख) है। भारत की लोकसभा में प्रतिनिधित्व हेतु चण्डीगढ़ के लिए एक सीट आवण्टित है। वर्तमान सोलहवीं लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी की श्रीमति किरण खेर यहाँ से साँसद हैं। इस शहर का नामकरण दुर्गा के एक रूप ‘चंडिका’ के कारण हुआ है और चंडी का मंदिर आज भी इस शहर की धार्मिक पहचान है। नवोदय टाइम्स इस शहर के निर्माण में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की भी निजी रुचि रही है, जिन्होंने नए राष्ट्र के आधुनिक प्रगतिशील दृष्टिकोण के रूप में चंडीगढ़ को देखते हुए इसे राष्ट्र के भविष्य में विश्वास का प्रतीक बताया था। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शहरी योजनाबद्धता और वास्तु-स्थापत्य के लिए प्रसिद्ध यह शहर आधुनिक भारत का प्रथम योजनाबद्ध शहर है।, चंडीगढ़ के मुख्य वास्तुकार फ्रांसीसी वास्तुकार ली कार्बूजियर हैं, लेकिन शहर में पियरे जिएन्नरेट, मैथ्यु नोविकी एवं अल्बर्ट मेयर के बहुत से अद्भुत वास्तु नमूने देखे जा सकते हैं। शहर का भारत के समृद्ध राज्यों और संघ शसित प्रदेशों की सूची में अग्रणी नाम आता है, जिसकी प्रति व्यक्ति आय ९९,२६२ रु (वर्तमान मूल्य अनुसार) एवं स्थिर मूल्य अनुसार ७०,३६१ (२००६-०७) रु है। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और चण्डीगढ़
एरीजोना
thumbnail एरीजोना (Arizona) संयुक्त राज्य अमेरिका के दक्षिणपश्चिमी हिस्से में स्थित राज्य है। इसका सबसे बड़ा शहर और राजधानी फ़िनक्स है। दूसरा सबसे बड़ा राज्य टक्सन है और उसके बाद फ़िनक्स के महानगर क्षेत्र स्थित शहर मेसा, ग्लेनडेल, चंदलर और स्कोत्ट्सडेल है। एरीजोना संयुक्त राज्यों में शामिल होने वाला ४८व राज्य था जिसे की इसमें १४ फरबरी १९१२ को समिलित किया गया। इसी दिन इस राज्य की देश में माने जाने वाली भूमि की वर्षागाठ भी थी। एरीजोना अपने रेगिस्तानी मौसम, भयंकर गर्मी और हल्की ठंड के लिए जाना जाता है। पर राज्य के उच्च इलाकों में बहुत पहाड़ व जंगल है, इसी कारण वहाँ का मौसम अन्य राज्य के मुकाबले ठंडा रहता है। जुलाई १ २००६ के अनुसार एरीजोना देश में आबादी के हिसाब से सबसे तेजी से बढ़ता राज्य है। इससे पहले यह दर्जा नेवादा के पास था। राज्य का एक-चौथाई इलाका मूल अमेरिकी आदिवासी के लिये संरक्षित है। राज्य की आधिकरिक भाषा अँग्रेजी है जिसे बोलने वाले जनसंख्या के 74 प्रतिशत है। स्पेनी 19.5 प्रतिशत द्वारा बोली जाती है। 2015 में राज्य की आबादी 68,28,065 अनुमानित की गई है। जिस हिसाब से उसका अमेरिकी राज्यों में 14वां स्थान है। Image:Tree, Canyon de Chelly, Apache County AZ.jpg Image:Sedona Arizona-27527-4.jpg Image:Lockett Meadow, 1996.jpg श्रेणी:संयुक्त राज्य अमेरिका के राज्य.
देखें महानगरीय क्षेत्र और एरीजोना
दिल्ली
दिल्ली (IPA), आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (अंग्रेज़ी: National Capital Territory of Delhi) भारत का एक केंद्र-शासित प्रदेश और महानगर है। इसमें नई दिल्ली सम्मिलित है जो भारत की राजधानी है। दिल्ली राजधानी होने के नाते केंद्र सरकार की तीनों इकाइयों - कार्यपालिका, संसद और न्यायपालिका के मुख्यालय नई दिल्ली और दिल्ली में स्थापित हैं १४८३ वर्ग किलोमीटर में फैला दिल्ली जनसंख्या के तौर पर भारत का दूसरा सबसे बड़ा महानगर है। यहाँ की जनसंख्या लगभग १ करोड़ ७० लाख है। यहाँ बोली जाने वाली मुख्य भाषाएँ हैं: हिन्दी, पंजाबी, उर्दू और अंग्रेज़ी। भारत में दिल्ली का ऐतिहासिक महत्त्व है। इसके दक्षिण पश्चिम में अरावली पहाड़ियां और पूर्व में यमुना नदी है, जिसके किनारे यह बसा है। यह प्राचीन समय में गंगा के मैदान से होकर जाने वाले वाणिज्य पथों के रास्ते में पड़ने वाला मुख्य पड़ाव था। यमुना नदी के किनारे स्थित इस नगर का गौरवशाली पौराणिक इतिहास है। यह भारत का अति प्राचीन नगर है। इसके इतिहास का प्रारम्भ सिन्धु घाटी सभ्यता से जुड़ा हुआ है। हरियाणा के आसपास के क्षेत्रों में हुई खुदाई से इस बात के प्रमाण मिले हैं। महाभारत काल में इसका नाम इन्द्रप्रस्थ था। दिल्ली सल्तनत के उत्थान के साथ ही दिल्ली एक प्रमुख राजनैतिक, सांस्कृतिक एवं वाणिज्यिक शहर के रूप में उभरी। यहाँ कई प्राचीन एवं मध्यकालीन इमारतों तथा उनके अवशेषों को देखा जा सकता हैं। १६३९ में मुगल बादशाह शाहजहाँ ने दिल्ली में ही एक चारदीवारी से घिरे शहर का निर्माण करवाया जो १६७९ से १८५७ तक मुगल साम्राज्य की राजधानी रही। १८वीं एवं १९वीं शताब्दी में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने लगभग पूरे भारत को अपने कब्जे में ले लिया। इन लोगों ने कोलकाता को अपनी राजधानी बनाया। १९११ में अंग्रेजी सरकार ने फैसला किया कि राजधानी को वापस दिल्ली लाया जाए। इसके लिए पुरानी दिल्ली के दक्षिण में एक नए नगर नई दिल्ली का निर्माण प्रारम्भ हुआ। अंग्रेजों से १९४७ में स्वतंत्रता प्राप्त कर नई दिल्ली को भारत की राजधानी घोषित किया गया। स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् दिल्ली में विभिन्न क्षेत्रों से लोगों का प्रवासन हुआ, इससे दिल्ली के स्वरूप में आमूल परिवर्तन हुआ। विभिन्न प्रान्तो, धर्मों एवं जातियों के लोगों के दिल्ली में बसने के कारण दिल्ली का शहरीकरण तो हुआ ही साथ ही यहाँ एक मिश्रित संस्कृति ने भी जन्म लिया। आज दिल्ली भारत का एक प्रमुख राजनैतिक, सांस्कृतिक एवं वाणिज्यिक केन्द्र है। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और दिल्ली
दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था में संलग्न एक संस्थान है। दिल्ली पुलिस विश्व की सबसे बड़ी महानगरीय पुलिस बलों में से एक है। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और दिल्ली पुलिस
नेपियर
नेपियर (जिसे माओरी भाषा में अहुरिरी कहा जाता है) न्यूजीलैंड का एक शहर है जहाँ उत्तरी द्वीप के पूर्वी तट पर होक्स बे में एक समुद्रतटीय बंदरगाह स्थित है। नेपियर की जनसंख्या लगभग है। नेपियर से तकरीबन 18 किलोमीटर दक्षिण हेस्टिंग्स का अंतर्देशीय शहर बसा है। इन दो पड़ोसी शहरों को अक्सर न्यूजीलैंड का "जुड़वां शहर (द ट्विन सिटीज)" या "खाड़ी शहर (द बे सिटीज)" कहा जाता है। नेपियर और हेस्टिंग्स के महानगरीय क्षेत्र की कुल आबादी लगभग 122,600 लोगों की है जो नेपियर-हेस्टिंग्स को न्यूजीलैंड का पाँचवां सबसे बड़ा महानगरीय क्षेत्र बनाता है जिसके काफी करीब तौरंगा (आबादी 116,000) और डुनेडिन (आबादी 115,000) है और अनुगामी हैमिल्टन (आबादी 169,000) शहर है। नेपियर न्यूजीलैंड की राजधानी वेलिंगटन से लगभग 320 किलोमीटर उत्तर-पूर्व की ओर स्थित है। नेपियर की आबादी हेस्टिंग्स की तुलना में कम है लेकिन इसके समुद्रतटीय बंदरगाह और हवाई अड्डे के कारण इसे मुख्य केंद्र के रूप में देखा जाता है, हालांकि हेस्टिंग्स में भी एक छोटा हवाई अड्डा मौजूद है। नेपियर दक्षिणी गोलार्द्ध के सबसे बड़े ऊन केंद्र का संपर्क सूत्र है और इसके पास पूर्वोत्तर न्यूजीलैंड के लिए एक मुख्य समुद्रतटीय निर्यात संबंधी बंदरगाह है - जो न्यूजीलैंड में सेब, नाशपाती और स्टोन फ्रूट का सबसे बड़ा उत्पादक है। नेपियर एक महत्वपूर्ण अंगूर और शराब उत्पादन का क्षेत्र भी बन गया है जहाँ अंगूर की खेती ज्यादातर हेस्टिंग्स के आसपास होती है जिन्हें निर्यात के लिए नेपियर के बंदरगाह से होकर भेजा जाता है। भेड़ के ऊन, फ्रोजन मांस, लकड़ी के लुगदी और लकडियाँ काफी मात्रा में स्टीमर जहाज़ों के जरिये निर्यात के लिए हर साल नेपियर से होकर गुजरती हैं। बेशक, इन सामग्रियों को छोटी मात्राओं में लॉरी और रेलवे के जरिये स्वयं न्यूजीलैंड के बड़े महानगरीय क्षेत्रों जैसे कि ऑकलैंड, वेलिंगटन और हैमिल्टन में भेजा जाता है। नेपियर एक लोकप्रिय पर्यटन संबंधी शहर है जहाँ 1930 के दशक की आर्ट डेको वास्तुकला का अनूठा संग्रह मौजूद है। तस्वीरों में सबसे अधिक प्रयोग किये गए देश के आकर्षक पर्यटन केन्द्रों में से एक यहाँ मौजूद है, मरीन परेड पर स्थित इस प्रतिमा को पैनिया ऑफ द रीफ कहा जाता है। हर साल फरवरी के महीने में हजारों लोग आर्ट डेको सप्ताहांत आयोजन के लिए नेपियर में जमा होते हैं, जो इसकी आर्ट डेको विरासत और इतिहास का एक भव्य समारोह है। मेहमानों को आकर्षित करने वाले अन्य उल्लेखनीय पर्यटन संबंधी आयोजनों में इस क्षेत्र का वाइन एंड फ़ूड फेस्टिवल (जिसका नाम हार्वेस्ट होक्स बे है) और नजदीकी टाउनशिप टाराडेल में मिशन एस्टेट वाइनरी में आयोजित होने वाला मिशन कॉन्सर्ट शामिल है। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और नेपियर
पर्यावरण अभियांत्रिकी
औद्योगिक वायु प्रदूषण के स्रोत पर्यावरण इंजीनियरिंग पर्यावरण (हवा, पानी और/या भूमि संसाधनों) में सुधार करने, मानव निवास और अन्य जीवों के लिए स्वच्छ जल, वायु और ज़मीन प्रदान करने और प्रदूषित स्थानों को सुधारने के लिए विज्ञान और इंजीनियरिंग के सिद्धांतों का अनुप्रयोग है। पर्यावरण इंजीनियरिंग में शामिल हैं जल और वायु प्रदूषण नियंत्रण, पुनरावर्तन, अपशिष्ट निपटान और सार्वजनिक स्वास्थ्य के मुद्दे और साथ ही साथ पर्यावरण इंजीनियरिंग कानून से संबंधित ज्ञान.
देखें महानगरीय क्षेत्र और पर्यावरण अभियांत्रिकी
पिट्सबर्ग, पेन्सिलवेनिया
पिट्सबर्ग पेन्सिलवेनिया राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर (लोक्संख्या ३,३४,५६३) और संयुक्त राज्य का २०वा बड़ा महानगरीय क्षेत्र (लोक्संख्या २3,५८,६९५) है। वह अल्लेघेनी जिले की राजधानी भी है। मध्य पिट्सबर्ग श्रेणी:संयुक्त राज्य अमेरिका के नगर.
देखें महानगरीय क्षेत्र और पिट्सबर्ग, पेन्सिलवेनिया
फ़्लोरिडा
फ्लोरिडा संयुक्त राज्य के दक्षिणपूर्वी क्षेत्र में स्थित एक राज्य है, जिसके उत्तर-पश्चिमी सीमा पर अलाबामा और उत्तरी सीमा पर जॉर्जिया स्थित है।संयुक्त राज्य में शामिल होने वाला यह 27वां राज्य था। इस राज्य के भूस्थल का अधिकांश भाग एक बड़ा प्रायद्वीप है जिसके पश्चिम में मैक्सिको की खाड़ी और पूर्व में अटलांटिक महासागर है। साधारणतया इसकी गर्म जलवायु की वजह से इसे "सनशाइन स्टेट" के रूप में उपनामित किया गया है। इसके उत्तरी और मध्य क्षेत्रों में उपोष्णकटिबंधीय एवं दक्षिणी भाग में उष्णकटिबंधीय जलवायु पाई जाती है। इस राज्य में चार बड़े शहरी क्षेत्र, कई छोटे-छोटे औद्योगिक नगर और बहुत से छोटे कस्बें हैं।संयुक्त राज्य के जनगणना विभाग (यूनाइटेड स्टेट्स सेंसस ब्यूरो) का अनुमान है कि 2008 में इस राज्य की जनसंख्या 18,328,340 थी और फ्लोरिडा, U.S.
देखें महानगरीय क्षेत्र और फ़्लोरिडा
बरिशाल
बरिशाल (বরিশাল; ऐतिहासिक नाम: बकला-चन्द्रद्वीप) बांग्लादेश का एक प्रमुख नगर है। यह नगर बांगलादेश के दक्षिण-मध्य भाग में कीर्तनखोला नदी के तट पर स्थित है। यह बरिशाल जिले तथा बरिशाल प्रभाग का सबसे बड़ा नगर तथा वहाँ का मुख्यालय है। यह अविभाजित भारत का सबसे पुराना नगरपालिका एवं नदी पत्तन है। बरिशाल नगरपालिका 1876 में बनी थी। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और बरिशाल
बाली, हावड़ा
बाली, उत्तर हावड़ा का एक क्षेत्र है। यह कोलकाता महानगर विकास प्राधिकरण के अधीन आता है।बाली नगर पूर्व बाली नगर पालिका का मुख्यालय भी था। यह ऐतिहासिक महत्व के एक शहर है।यह नगर हुगली के तट पर, हावड़ा जिले के उत्तर-पूर्वी छोर पर स्थित है। यह दक्षिणेश्वर काली मंदिर से नदी के दूसरे छोर पर विष्वप्रसिद्ध बेलूर मठ के निकट स्थित है। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और बाली, हावड़ा
भारत में प्रकाशित होने वाले समाचार पत्रों की सूची
भारत में प्रकाशित होने वाले समाचार पत्रों की सूची। भारत ने सर्वाधिक हिंदी भाषा के समाचार पत्र सर्कुलेट होते हैं उसके बाद इंग्लिश और उर्दू समाचारपत्रों का स्थान है। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और भारत में प्रकाशित होने वाले समाचार पत्रों की सूची
भारत से प्रकाशित होने वाले मराठी भाषा के समाचार पत्र
यह सूची भारत मे प्रकाशित होने वाले मराठी भाषा के समाचार पत्रों की है.
देखें महानगरीय क्षेत्र और भारत से प्रकाशित होने वाले मराठी भाषा के समाचार पत्र
भारत के प्रशासनिक विभाग
प्रशासनिक दृष्टि से भारत राज्यों या प्रान्तों में विभक्त है; राज्य, जनपदों (या जिलों) में विभक्त हैं, जिले तहसील (तालुक या मण्डल) में विभक्त हैं। यह विभाजन और नीचे तक गया है। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और भारत के प्रशासनिक विभाग
भारत के सर्वाधिक जनसंख्या वाले शहरों की सूची
यह सूचियों भारत के सबसे बड़े शहरों पर है। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और भारत के सर्वाधिक जनसंख्या वाले शहरों की सूची
भारतीय सांख्यिकी संस्थान
भारतीय सांख्यिकी संस्थान (आई. एस. आई) कोलकाता के उत्तर उपनगरी बरानगर में स्थित एक शोध संस्थान और विश्वविद्यालय है। इसकी स्थापना सन् १९३१ में प्राध्यापक प्रशान्त चन्द्र महलनोबिस ने की थी। इसका कार्य सांख्यिकी का शिक्षण, सांख्यिकी में अनुसंधान तथा अन्य वैज्ञानिक व सामाजिक विधाओं में सांख्यिकी का अनुप्रयोग करना है। इसको सन् १९५९ में भारतीय संसद के एक विधेयक द्वारा 'राष्ट्रीय महत्व की संस्था' का गौरव प्राप्त है। इसका मुख्यालय कोलकोता में है। इसके अतिरिक्त इसके दो उपकेन्द्र दिल्ली और बंगलुरू में स्थित हैं। शिक्षण का कार्य कोलकोता, दिल्ली और बंगलुरू में होता है जबकि भारत के अन्य सात शहरों में स्थित इसकी शाखायें 'स्टैटिस्टिकल क्वालिटी कन्ट्रोल' तथा 'आपरेशन्स् रिसर्च' के क्षेत्र में सलाह प्रदान करतीं हैं। वर्तमान निदेशक प्रोफेसर बिमल रॉय कुमार और अध्ययन के डीन प्रोफेसर भबानी प्रसाद सिन्हा है (2010 से)। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और भारतीय सांख्यिकी संस्थान
मय़मनसिंह
मय़मनसिंह या मैमेनसिंह (ময়মনসিংহ, मॉय़मोन्-शिङ्हो), आधिकारिक तौर पर शहर के मेमेन्सिंघ की राजधानी है मेमेन्सिंघ विभाजन की बांग्लादेश.
देखें महानगरीय क्षेत्र और मय़मनसिंह
मरीना बीच (चेन्नई)
मरीना बीच दक्षिण भारत का चेन्नै महानगर में एक बीच है। ये बीच विश्व के सबसे लम्बे तट (बीच) में से एक है। 500px श्रेणी:भारतीय तट श्रेणी:तमिलनाडु.
देखें महानगरीय क्षेत्र और मरीना बीच (चेन्नई)
मिरांडा हाउस
मिराण्डा हाउस (महाविद्यालय और उसके सामने का मैदान) मिरांडा हाउस दिल्ली विश्वविद्यालय का एक प्रतिष्ठित महिला महाविद्यालय है। इसकी स्थापना सन् 1948 में की गई थी। इस महाविद्यालय से निकलीं अनेकों महिलाएं देश-विदेश में महत्वपूर्ण पदों पर काम कर रही हैं। यह महाविद्यालय 2500 से अधिक छात्राओं को कला (आर्ट्स) और विज्ञान के क्षेत्र में शिक्षा प्रदान करता है। इसकी शिक्षक भी भी अपनी प्रतिभा और समर्पण के लिए प्रसिद्ध हैं। इंडिया टुडे-नीलसन भारत के बेस्ट कॉलेज सर्वे 2016 में मिरांडा हाउस को टॉप आर्ट्स कॉलेज की सूची में पांचवां स्थान दिया गया था। सुविधाएँ: मिरांडा हाउस में मिलने वाली सुविधाएं इस प्रकार है:- पुस्तकालय, छात्रावास, कैफेटेरिया, खेलकूद, प्लेसमेंट सेल। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और मिरांडा हाउस
राधेहरि राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय
राधेहरि राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय उत्तराखण्ड राज्य के काशीपुर नगर में स्थित कुमाऊं विश्वविद्यालय से संबद्ध एक कॉलेज है। यह काशीपुर शहर से लगभग 3 किमी दूर नैनीताल रोड पर स्थित है। यह कुमाऊं विश्वविद्यालय के सबसे बड़े कॉलेजों में एक है, जहां स्नातक तथा परास्नातक पाठ्यक्रमों का आयोजन वाणिज्य, मानविकी व विज्ञान संकायों के तहत किया जाता है। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और राधेहरि राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय
लखनऊ
लखनऊ (भारत के सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश की राजधानी है। इस शहर में लखनऊ जिले और लखनऊ मंडल के प्रशासनिक मुख्यालय भी स्थित हैं। लखनऊ शहर अपनी खास नज़ाकत और तहजीब वाली बहुसांस्कृतिक खूबी, दशहरी आम के बाग़ों तथा चिकन की कढ़ाई के काम के लिये जाना जाता है। २००६ मे इसकी जनसंख्या २,५४१,१०१ तथा साक्षरता दर ६८.६३% थी। भारत सरकार की २००१ की जनगणना, सामाजिक आर्थिक सूचकांक और बुनियादी सुविधा सूचकांक संबंधी आंकड़ों के अनुसार, लखनऊ जिला अल्पसंख्यकों की घनी आबादी वाला जिला है। कानपुर के बाद यह शहर उत्तर-प्रदेश का सबसे बड़ा शहरी क्षेत्र है। शहर के बीच से गोमती नदी बहती है, जो लखनऊ की संस्कृति का हिस्सा है। लखनऊ उस क्ष्रेत्र मे स्थित है जिसे ऐतिहासिक रूप से अवध क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। लखनऊ हमेशा से एक बहुसांस्कृतिक शहर रहा है। यहाँ के शिया नवाबों द्वारा शिष्टाचार, खूबसूरत उद्यानों, कविता, संगीत और बढ़िया व्यंजनों को हमेशा संरक्षण दिया गया। लखनऊ को नवाबों के शहर के रूप में भी जाना जाता है। इसे पूर्व की स्वर्ण नगर (गोल्डन सिटी) और शिराज-ए-हिंद के रूप में जाना जाता है। आज का लखनऊ एक जीवंत शहर है जिसमे एक आर्थिक विकास दिखता है और यह भारत के तेजी से बढ़ रहे गैर-महानगरों के शीर्ष पंद्रह में से एक है। यह हिंदी और उर्दू साहित्य के केंद्रों में से एक है। यहां अधिकांश लोग हिन्दी बोलते हैं। यहां की हिन्दी में लखनवी अंदाज़ है, जो विश्वप्रसिद्ध है। इसके अलावा यहाँ उर्दू और अंग्रेज़ी भी बोली जाती हैं। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और लखनऊ
लखनऊ के बाजार
लखनऊ के बाजारों में ये आते हैं:-.
देखें महानगरीय क्षेत्र और लखनऊ के बाजार
शहर
शहर बड़ी और स्थायी मानव बस्ती होती है। शहर में आम तौर पर आवास, परिवहन, स्वच्छता, भूमि उपयोग और संचार के लिए व्यापक सिस्टम होता हैं। ऐतिहासिक रूप से शहरवासियों का समग्र रूप से मानवता में छोटा सा अनुपात रहा है। लेकिन आज दो शताब्दियों से अभूतपूर्व और तेजी से शहरीकरण के कारण, कहा जाता है कि आज आधी आबादी शहरों में रह रही हैं। वर्तमान में शहर आमतौर पर बड़े महानगरीय क्षेत्र और शहरी क्षेत्र के केंद्र होते हैं। सबसे आबादी वाला उचित शहर शंघाई है। एक शहर अन्य मानव बस्तियों से अपने अपेक्षाकृत बड़े आकार के कारण भिन्न होता है। शहर अकेले आकार से ही अलग नहीं है, बल्कि यह एक बड़े राजनीतिक संदर्भ में भूमिका निभाता है। शहर अपने आसपास के क्षेत्रों के लिए प्रशासनिक, वाणिज्यिक, धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्रों के रूप में सेवा देता है। एक विशिष्ट शहर में पेशेवर प्रशासक, नियम-कायदे होते हैं और सरकार के कर्मचारियों को खिलाने के लिए कराधान भी। शहर शब्द फारसी से हिन्दी भाषा में आया है। पुराना संस्कृत शब्द नगर भी उपयोग किया जाता विशेषकर सरकारी कार्य में जैसे कि नगर निगम। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और शहर
शिवानन्द गोस्वामी
शिवानन्द गोस्वामी | शिरोमणि भट्ट (अनुमानित काल: संवत् १७१०-१७९७) तंत्र-मंत्र, साहित्य, काव्यशास्त्र, आयुर्वेद, सम्प्रदाय-ज्ञान, वेद-वेदांग, कर्मकांड, धर्मशास्त्र, खगोलशास्त्र-ज्योतिष, होरा शास्त्र, व्याकरण आदि अनेक विषयों के जाने-माने विद्वान थे। इनके पूर्वज मूलतः तेलंगाना के तेलगूभाषी उच्चकुलीन पंचद्रविड़ वेल्लनाडू ब्राह्मण थे, जो उत्तर भारतीय राजा-महाराजाओं के आग्रह और निमंत्रण पर राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और उत्तर भारत के अन्य प्रान्तों में आ कर कुलगुरु, राजगुरु, धर्मपीठ निर्देशक, आदि पदों पर आसीन हुए| शिवानन्द गोस्वामी त्रिपुर-सुन्दरी के अनन्य साधक और शक्ति-उपासक थे। एक चमत्कारिक मान्त्रिक और तांत्रिक के रूप में उनकी साधना और सिद्धियों की अनेक घटनाएँ उल्लेखनीय हैं। श्रीमद्भागवत के बाद सबसे विपुल ग्रन्थ सिंह-सिद्धांत-सिन्धु लिखने का श्रेय शिवानंद गोस्वामी को है।" .
देखें महानगरीय क्षेत्र और शिवानन्द गोस्वामी
सिकन्दरिया
सूर्यास्तकालीन सिकन्दरिया. सिकन्दरिया की सड़कें. सिकन्दरिया (अंग्रेजी:Alexandria; अरबी: الإسكندرية अल-इस्कंदरिया), मिस्र का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। यहां की जनसंख्या 41 लाख है और यह देश का सबसे बड़ा समुद्री बंदरगाह है जहां मिस्र का लगभग 80% आयात और निर्यात कार्य संपन्न होता है। सिकन्दरिया एक महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल भी है। सिकन्दरिया, उत्तर-मध्य मिस्र में भूमध्य सागर के तट के किनारे लगभग दूर तक फैला हुआ है। यह बिब्लियोथेका अलेक्जेंड्रिना (नया पुस्तकालय) का घर है। एक अन्य शहर, स्वेज, से अपने प्राकृतिक गैस और तेल की पाइपलाइनों की वजह से यह मिस्र का एक महत्वपूर्ण औद्योगिक केंद्र बन गया है। प्राचीन काल में, सिकन्दरिया दुनिया के सबसे प्रसिद्ध शहरों में से एक था। इसकी स्थापना सिकंदर महान (अलेक्जेंडर द ग्रेट) ने लगभग (c.) 331 ई.पू.
देखें महानगरीय क्षेत्र और सिकन्दरिया
सैटलाइट रेडियो
सैटलाइट रेडियो एक एनालॉग या डिजिटल रेडियो संकेत है जिसका प्रसारण एक या एक से अधिक सैटलाइट से किया जाता है और इसीलिए स्थानीय एफएम रेडियो स्टेशन की तुलना में काफी विस्तृत भौगोलिक क्षेत्र में इसे सुना जा सकता है। हालांकि यूरोप में मुख्य रूप से कई एफएम रेडियो स्टेशन एक अतिरिक्त अनइनक्रिप्टेड सैटलाइट फ़ीड प्रदान करते हैं, वहां कई चैनलों की सदस्यता आधारित डिजिटल संकुल भी स्थानीय प्रसारण नहीं करते हैं, जिसमें अमेरिका उल्लेखनीय है। यूरोप में, कई आपूर्तिकर्ताओं द्वारा एफएम रेडियो इस्तेमाल किया जाता है जिसमें कई स्थानीय एफएम पुनरावर्तक वृहद क्षेत्र में, आमतौर पर पूरे देश में एक एकल कार्यक्रम के प्रसारण के लिए एक नेटवर्क का प्रयोग करते हैं। उनमें से कई के पास एक अतिरिक्त सैटलाइट संकेत है जिसे महाद्वीप के कई भागों में सुना जा सकता है। इसके विपरीत, अमेरिका स्थलीय स्टेशन हमेशा स्थानीय होते हैं और उनमें से हर एक के पास अनूठा कार्यक्रम होता है, हालांकि वे कभी-कभी सिंडिकेटेड सामग्री के लिए जुड़े रहते हैं, लेकिन फिर भी प्रत्येक स्थानीय स्टेशन के पास अपने स्वयं के वाणिज्यिक और समाचार अंतराल होते हैं। इसका मतलब यह है कि सैटलाइट के माध्यम से मूल स्थानीय स्टेशनों की सामग्री का राष्ट्रीय वितरण अमेरिका में कोई वास्तविक अर्थ नहीं रखता, इसलिए वहां सैटलाइट रेडियो का एक अलग तरह से इस्तेमाल किया जाता है। सिरिअस, एक्सएम और वर्ल्डस्पेस जैसी मोबाइल सेवाएं, श्रोताओं को समस्त महाद्वीप में कहीं भी घूमने और जहां कहीं वे जाएं उसी श्रव्य कार्यक्रम को सुनने की सुविधा प्रदान करती हैं। म्यूज़िक चॉईस या म्यूज़ैक की सैटलाइट-संवितरित सामग्री जैसी अन्य सेवाओं के लिए एक स्थिर स्थान रिसीवर और डिश एंटेना की ज़रूरत होती है। सभी मामलों में, एंटेना का स्पष्ट चित्र सैटलाइट को दिखना चाहिए.
देखें महानगरीय क्षेत्र और सैटलाइट रेडियो
जयपुर
जयपुर जिसे गुलाबी नगर के नाम से भी जाना जाता है, भारत में राजस्थान राज्य की राजधानी है। आमेर के तौर पर यह जयपुर नाम से प्रसिद्ध प्राचीन रजवाड़े की भी राजधानी रहा है। इस शहर की स्थापना १७२८ में आमेर के महाराजा जयसिंह द्वितीय ने की थी। जयपुर अपनी समृद्ध भवन निर्माण-परंपरा, सरस-संस्कृति और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यह शहर तीन ओर से अरावली पर्वतमाला से घिरा हुआ है। जयपुर शहर की पहचान यहाँ के महलों और पुराने घरों में लगे गुलाबी धौलपुरी पत्थरों से होती है जो यहाँ के स्थापत्य की खूबी है। १८७६ में तत्कालीन महाराज सवाई रामसिंह ने इंग्लैंड की महारानी एलिज़ाबेथ प्रिंस ऑफ वेल्स युवराज अल्बर्ट के स्वागत में पूरे शहर को गुलाबी रंग से आच्छादित करवा दिया था। तभी से शहर का नाम गुलाबी नगरी पड़ा है। 2011 की जनगणना के अनुसार जयपुर भारत का दसवां सबसे अधिक जनसंख्या वाला शहर है। राजा जयसिंह द्वितीय के नाम पर ही इस शहर का नाम जयपुर पड़ा। जयपुर भारत के टूरिस्ट सर्किट गोल्डन ट्रायंगल (India's Golden Triangle) का हिस्सा भी है। इस गोल्डन ट्रायंगल में दिल्ली,आगरा और जयपुर आते हैं भारत के मानचित्र में उनकी स्थिति अर्थात लोकेशन को देखने पर यह एक त्रिभुज (Triangle) का आकार लेते हैं। इस कारण इन्हें भारत का स्वर्णिम त्रिभुज इंडियन गोल्डन ट्रायंगल कहते हैं। भारत की राजधानी दिल्ली से जयपुर की दूरी 280 किलोमीटर है। शहर चारों ओर से दीवारों और परकोटों से घिरा हुआ है, जिसमें प्रवेश के लिए सात दरवाजे हैं। बाद में एक और द्वार भी बना जो 'न्यू गेट' कहलाया। पूरा शहर करीब छह भागों में बँटा है और यह १११ फुट (३४ मी.) चौड़ी सड़कों से विभाजित है। पाँच भाग मध्य प्रासाद भाग को पूर्वी, दक्षिणी एवं पश्चिमी ओर से घेरे हुए हैं और छठा भाग एकदम पूर्व में स्थित है। प्रासाद भाग में हवा महल परिसर, व्यवस्थित उद्यान एवं एक छोटी झील हैं। पुराने शह के उत्तर-पश्चिमी ओर पहाड़ी पर नाहरगढ़ दुर्ग शहर के मुकुट के समान दिखता है। इसके अलावा यहां मध्य भाग में ही सवाई जयसिंह द्वारा बनावायी गईं वेधशाला, जंतर मंतर, जयपुर भी हैं। जयपुर को आधुनिक शहरी योजनाकारों द्वारा सबसे नियोजित और व्यवस्थित शहरों में से गिना जाता है। देश के सबसे प्रतिभाशाली वास्तुकारों में इस शहर के वास्तुकार विद्याधर भट्टाचार्य का नाम सम्मान से लिया जाता है। ब्रिटिश शासन के दौरान इस पर कछवाहा समुदाय के राजपूत शासकों का शासन था। १९वीं सदी में इस शहर का विस्तार शुरु हुआ तब इसकी जनसंख्या १,६०,००० थी जो अब बढ़ कर २००१ के आंकड़ों के अनुसार २३,३४,३१९ और २०१२ के बाद ३५ लाख हो चुकी है। यहाँ के मुख्य उद्योगों में धातु, संगमरमर, वस्त्र-छपाई, हस्त-कला, रत्न व आभूषण का आयात-निर्यात तथा पर्यटन-उद्योग आदि शामिल हैं। जयपुर को भारत का पेरिस भी कहा जाता है। इस शहर के वास्तु के बारे में कहा जाता है कि शहर को सूत से नाप लीजिये, नाप-जोख में एक बाल के बराबर भी फ़र्क नहीं मिलेगा। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और जयपुर
जयपुर जिला
- जयपुर (राजस्थानी: जैपर) जिसे गुलाबी नगर के नाम से भी जाना जाता है, भारत में राजस्थान राज्य की राजधानी है। आमेर के तौर पर यह जयपुर नाम से प्रसिद्ध प्राचीन रजवाड़े की भी राजधानी रहा है। इस शहर की स्थापना १७२८ में आंबेर के महाराजा जयसिंह द्वितीय ने की थी। जयपुर अपनी समृद्ध भवन निर्माण-परंपरा, सरस-संस्कृति और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यह शहर तीन ओर से अरावली पर्वतमाला से घिरा हुआ है। जयपुर शहर की पहचान यहाँ के महलों और पुराने घरों में लगे गुलाबी धौलपुरी पत्थरों से होती है जो यहाँ के स्थापत्य की खूबी है। १८७६ में तत्कालीन महाराज सवाई रामसिंह ने इंग्लैंड की महारानी एलिज़ाबेथ प्रिंस ऑफ वेल्स युवराज अल्बर्ट के स्वागत में पूरे शहर को गुलाबी रंग से आच्छादित करवा दिया था। तभी से शहर का नाम गुलाबी नगरी पड़ा है। शहर चारों ओर से दीवारों और परकोटों से घिरा हुआ है, जिसमें प्रवेश के लिए सात दरवाजे हैं। बाद में एक और द्वार भी बना जो न्यू गेट कहलाया। पूरा शहर करीब छह भागों में बँटा है और यह १११ फुट (३४ मी.) चौड़ी सड़कों से विभाजित है। पाँच भाग मध्य प्रासाद भाग को पूर्वी, दक्षिणी एवं पश्चिमी ओर से घेरे हुए हैं और छठा भाग एकदम पूर्व में स्थित है। प्रासाद भाग में हवा महल परिसर, व्यवस्थित उद्यान एवं एक छोटी झील हैं। पुराने शह के उत्तर-पश्चिमी ओर पहाड़ी पर नाहरगढ़ दुर्ग शहर के मुकुट के समान दिखता है। इसके अलावा यहां मध्य भाग में ही सवाई जयसिंह द्वारा बनावायी गईं वेधशाला, जंतर मंतर, जयपुर भी हैं। जयपुर को आधुनिक शहरी योजनाकारों द्वारा सबसे नियोजित और व्यवस्थित शहरों में से गिना जाता है। शहर के वास्तुकार विद्याधर भट्टाचार्य का नाम आज भी प्रसिद्ध है। ब्रिटिश शासन के दौरान इस पर कछवाहा समुदाय के राजपूत शासकों का शासन था। १९वीं सदी में इस शहर का विस्तार शुरु हुआ तब इसकी जनसंख्या १,६०,००० थी जो अब बढ़ कर २००१ के आंकड़ों के अनुसार २३,३४,३१९ हो चुकी है। यहाँ के मुख्य उद्योगों में धातु, संगमरमर, वस्त्र-छपाई, हस्त-कला, रत्न व आभूषण का आयात-निर्यात तथा पर्यटन आदि शामिल हैं। जयपुर को भारत का पेरिस भी कहा जाता है। इस शहर की वास्तु के बारे में कहा जाता है, कि शहर को सूत से नाप लीजिये, नाप-जोख में एक बाल के बराबर भी फ़र्क नही मिलेगा। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और जयपुर जिला
जया बच्चन
जया बच्चन (जया भादुरी, विवाह पूर्व) हिन्दी फिल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और जया बच्चन
जोधपुर
जोधपुर भारत के राज्य राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा नगर है। इसकी जनसंख्या १० लाख के पार हो जाने के बाद इसे राजस्थान का दूसरा "महानगर " घोषित कर दिया गया था। यह यहां के ऐतिहासिक रजवाड़े मारवाड़ की इसी नाम की राजधानी भी हुआ करता था। जोधपुर थार के रेगिस्तान के बीच अपने ढेरों शानदार महलों, दुर्गों और मन्दिरों वाला प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भी है। वर्ष पर्यन्त चमकते सूर्य वाले मौसम के कारण इसे "सूर्य नगरी" भी कहा जाता है। यहां स्थित मेहरानगढ़ दुर्ग को घेरे हुए हजारों नीले मकानों के कारण इसे "नीली नगरी" के नाम से भी जाना जाता था। यहां के पुराने शहर का अधिकांश भाग इस दुर्ग को घेरे हुए बसा है, जिसकी प्रहरी दीवार में कई द्वार बने हुए हैं, हालांकि पिछले कुछ दशकों में इस दीवार के बाहर भी नगर का वृहत प्रसार हुआ है। जोधपुर की भौगोलिक स्थिति राजस्थान के भौगोलिक केन्द्र के निकट ही है, जिसके कारण ये नगर पर्यटकों के लिये राज्य भर में भ्रमण के लिये उपयुक्त आधार केन्द्र का कार्य करता है। वर्ष २०१४ के विश्व के अति विशेष आवास स्थानों (मोस्ट एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी प्लेसेज़ ऑफ़ द वर्ल्ड) की सूची में प्रथम स्थान पाया था। एक तमिल फ़िल्म, आई, जो कि अब तक की भारतीय सिनेमा की सबसे महंगी फ़िल्मशोगी, की शूटिंग भी यहां हुई थी। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और जोधपुर
ईश्वर गुप्ता सेतु
ईश्वर गुप्ता सेतु या कल्याणी सेतु, हुगली और नदिया ज़िले के बीच, हुगली नदी पर निर्मित एक सेतु है। इस सेतु की कुल लम्बाई १.०४ किलोमीटर (०.६५ मील) है, जिसके पूर्वी छोर पे, पश्चिम बंगाल का कल्याणी शहर, और पशिमी छोर पर बाँसबेड़िया स्थित है। इस सेतु द्वारा, नदिया और उत्तर चौबीस परगना ज़िले के संग, बर्धमान, हुगली और बीरभूम ज़िले सड़कमार्ग द्वारा जुड़ते हैं। यह सेतु, कल्याणी गतिमार्ग द्वारा कोलकाता महानगर से जुड़ता है। यह, राष्ट्रीय राजमार्ग-३४ को राष्ट्रीय राजमार्ग-२ से जोड़ता है। इस पुल का उपयोग प्रतिदिन २००० वाहन करते हैं। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और ईश्वर गुप्ता सेतु
विल्क्स-बेयर
विल्क्स-बेयर (Wilkes-Barre) संयुक्त राज्य अमेरिका के पेंसिल्वेनिया प्रांत के उत्तर-पूर्व अंश का एक शहर है। 20वीं सदी के दौरान में यह स्थान कोयला खनन के लिए प्रसिद्ध था। स्क्रैंटन और हेज़लटन के साथ यह नगर वायोमिंग घाटी महानगरीय क्षेत्र का अंश है। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और विल्क्स-बेयर
विवेकानन्द सेतु
विवेकानंद सेतु(বিবেকানন্দ সেতু) (पुराना नाम: विनिंग्डन ब्रिज, Willingdon Bridge;अन्य लोकप्रिय नाम: बाली पुल व बाली ब्रिज) पश्चिम बंगाल राज्य में हुगली नदी पर बनाया गया एक पुल है। यह पश्चिम बंगाल की राजधानी, महानगर कोलकाता को हुगली के दूसरे तट पर स्थित हावड़ा नगर से जोड़ती है। इस सेतु का निर्माण सन् १९३२ में, कोलकाता बंदरगाह को उसके पृष्ठ क्षेत्रों(बंदरगाह से सटे वह आंतराक इलाके जिनके आयात-निर्यात की आवश्यकता कोलकाता बंदरगाह पूरा करता है) को रेलमार्ग व सड़क मार्ग से जोड़ने के लिये, हुआ था। यह पुल 2887 फ़िट(880m) लम्बा इस्पात और ईंट से बना एक स्तम्भ-युक्त पुल(निर्माण शास्त्र में एक स्तम्भ-युक्त पुल) है। यह हावड़ा के बाली उपनगर को कोलकाता में दक्षिणेष्वर क्षेत्र से जोड़ता है।Nanji Bapa ni Nondh-pothi published in Gujarati in year 1999 from Vadodara.
देखें महानगरीय क्षेत्र और विवेकानन्द सेतु
ग्रेटर क़ाहिरा
ग्रेटर काहिरा; Greater Cairo: ग्रेटर करो, (अरबी: القاهرة الكبرى अल क़ाहिरा अल कोबरा) मिस्र का सबसे बड़ा महानगरीय क्षेत्र और अफ्रीका का सबसे बड़ा शहरी क्षेत्र है। यह जकार्ता और कराची के बाद मुस्लिम दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा शहरी क्षेत्र है, और दुनिया का 16 वां सबसे बड़ा महानगरीय क्षेत्र है, कुल जनसंख्या के साथ 20,500,000 (2012 तक) का अनुमान है; क्षेत्र: 1,70 9 किमी2; घनत्व: 10,400 किमी2 है। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और ग्रेटर क़ाहिरा
आचार्य नरेन्द्र देव कालेज
दिल्ली विश्वविधालय चिह्न रिचर्ड स्तॉलमॅन ने कालेज मे भाषण दिया। आचार्य नरेन्द्र देव महाविद्यालय दिल्ली विश्वविद्यालय का संघटक है, जिसका नाम आधुनिक भारत के महान शिक्षाशास्त्री आचार्य नरेन्द्र देव के नाम पर रखा गया है। दिल्ली सरकार द्वारा 1991 में स्थापित एवं पूर्ण वित्तीय सहायता प्राप्त यह दिल्ली विश्वविद्यालय का एकमात्र ऐसा महाविद्यालय है जहाँ स्नातक स्तर पर मुख्य रूप से विज्ञान विषयों की शिक्षा दी जाती है। यह महाविद्यालय अपने प्रतिभावान, अनुशासनप्रिय एवं सामाजिक कर्तव्य के प्रति सजग रहने वाले विद्यार्थियों के लिये जाना जाता है। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और आचार्य नरेन्द्र देव कालेज
इन्दौर
इन्दौर (अंग्रेजी:Indore) जनसंख्या की दृष्टि से भारत के मध्य प्रदेश राज्य का सबसे बड़ा शहर है। यह इन्दौर ज़िला और इंदौर संभाग दोनों के मुख्यालय के रूप में कार्य करता है। इंदौर मध्य प्रदेश राज्य की वाणिज्यिक राजधानी भी है। यह राज्य के शिक्षा हब के रूप में माना जाता है। इंदौर भारत का एकमात्र शहर है, जहाँ भारतीय प्रबन्धन संस्थान (IIM इंदौर) व भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT इंदौर) दोनों स्थापित हैं। मालवा पठार के दक्षिणी छोर पर स्थित इंदौर शहर, राज्य की राजधानी से १९० किमी पश्चिम में स्थित है। भारत की जनगणना,२०११ के अनुसार २१६७४४७ की आबादी सिर्फ ५३० वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में वितरित है। यह मध्यप्रदेश में सबसे अधिक घनी आबादी वाले प्रमुख शहर है। यह भारत में के तहत आता है। इंदौर मेट्रोपोलिटन एरिया (शहर व आसपास के इलाके) की आबादी राज्य में २१ लाख लोगों के साथ सबसे बड़ी है। इंदौर अपने स्थापना के इतिहास में १६वीं सदी क डेक्कन (दक्षिण) और दिल्ली के बीच एक व्यापारिक केंद्र के रूप में अपने निशान पाता है। मराठा पेशवा बाजीराव प्रथम के मालवा पर पूर्ण नियंत्रण ग्रहण करने के पश्चात, १८ मई १७२४ को इंदौर मराठा साम्राज्य में सम्मिलित हो गया था। और मल्हारराव होलकर को वहाँ का सुबेदार बनाया गया। जो आगे चल कर होलकर राजवंश की स्थापना की। ब्रिटिश राज के दिनों में, इन्दौर रियासत एक १९ गन सेल्यूट (स्थानीय स्तर पर २१) रियासत था जो की उस समय (एक दुर्लभ उच्च रैंक) थी। अंग्रेजी काल के दौरान में भी यह होलकर राजवंश द्वारा शासित रहा। भारत के स्वतंत्र होने के कुछ समय बाद यह भारत अधिराज्य में विलय कर दिया गया। इंदौर के रूप में सेवा की राजधानी मध्य भारत १९५० से १९५६ तक। इंदौर एक वित्तीय जिले के समान, मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी के रूप में कार्य करता है। और भारत का तीसरा सबसे पुराने शेयर बाजार, मध्यप्रदेश स्टॉक एक्सचेंज इंदौर में स्थित है। यहाँ का अचल संपत्ति (रीयल एस्टेट) बज़ार, मध्य भारत में सबसे महंगा है। यह एक औद्योगिक शहर है। यहाँ लगभग ५,००० से अधिक छोटे-बडे उद्योग हैं। यह सारे मध्य प्रदेश में सबसे अधिक वित्त पैदा करता है। पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में ४०० से अधिक उद्योग हैं और इनमे १०० से अधिक अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के उद्योग हैं। पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र के प्रमुख उद्योग व्यावसायिक वाहन बनाने वाले व उनसे सम्बन्धित उद्योग हैं। व्यावसायिक क्षेत्र में मध्य प्रदेश की प्रमुख वितरण केन्द्र और व्यापार मंडीयाँ है। यहाँ मालवा क्षेत्र के किसान अपने उत्पादन को बेचने और औद्योगिक वर्ग से मिलने आते है। यहाँ के आस पास की ज़मीन कृषि-उत्पादन के लिये उत्तम है और इंदौर मध्य-भारत का गेहूँ, मूंगफली और सोयाबीन का प्रमुख उत्पादक है। यह शहर, आस-पास के शहरों के लिए प्रमुख खरीददारी का केन्द्र भी है। इन्दौर अपने नमकीनों व खान-पान के लिये भी जाना जाता है। प्र.म.
देखें महानगरीय क्षेत्र और इन्दौर
कर्नाटक
कर्नाटक, जिसे कर्णाटक भी कहते हैं, दक्षिण भारत का एक राज्य है। इस राज्य का गठन १ नवंबर, १९५६ को राज्य पुनर्गठन अधिनियम के अधीन किया गया था। पहले यह मैसूर राज्य कहलाता था। १९७३ में पुनर्नामकरण कर इसका नाम कर्नाटक कर दिया गया। इसकी सीमाएं पश्चिम में अरब सागर, उत्तर पश्चिम में गोआ, उत्तर में महाराष्ट्र, पूर्व में आंध्र प्रदेश, दक्षिण-पूर्व में तमिल नाडु एवं दक्षिण में केरल से लगती हैं। इसका कुल क्षेत्रफल ७४,१२२ वर्ग मील (१,९१,९७६ कि॰मी॰²) है, जो भारत के कुल भौगोलिक क्षेत्र का ५.८३% है। २९ जिलों के साथ यह राज्य आठवां सबसे बड़ा राज्य है। राज्य की आधिकारिक और सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है कन्नड़। कर्नाटक शब्द के उद्गम के कई व्याख्याओं में से सर्वाधिक स्वीकृत व्याख्या यह है कि कर्नाटक शब्द का उद्गम कन्नड़ शब्द करु, अर्थात काली या ऊंची और नाडु अर्थात भूमि या प्रदेश या क्षेत्र से आया है, जिसके संयोजन करुनाडु का पूरा अर्थ हुआ काली भूमि या ऊंचा प्रदेश। काला शब्द यहां के बयालुसीम क्षेत्र की काली मिट्टी से आया है और ऊंचा यानि दक्कन के पठारी भूमि से आया है। ब्रिटिश राज में यहां के लिये कार्नेटिक शब्द का प्रयोग किया जाता था, जो कृष्णा नदी के दक्षिणी ओर की प्रायद्वीपीय भूमि के लिये प्रयुक्त है और मूलतः कर्नाटक शब्द का अपभ्रंश है। प्राचीन एवं मध्यकालीन इतिहास देखें तो कर्नाटक क्षेत्र कई बड़े शक्तिशाली साम्राज्यों का क्षेत्र रहा है। इन साम्राज्यों के दरबारों के विचारक, दार्शनिक और भाट व कवियों के सामाजिक, साहित्यिक व धार्मिक संरक्षण में आज का कर्नाटक उपजा है। भारतीय शास्त्रीय संगीत के दोनों ही रूपों, कर्नाटक संगीत और हिन्दुस्तानी संगीत को इस राज्य का महत्त्वपूर्ण योगदान मिला है। आधुनिक युग के कन्नड़ लेखकों को सर्वाधिक ज्ञानपीठ सम्मान मिले हैं। राज्य की राजधानी बंगलुरु शहर है, जो भारत में हो रही त्वरित आर्थिक एवं प्रौद्योगिकी का अग्रणी योगदानकर्त्ता है। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और कर्नाटक
कोच्चि
कोच्चि, जिसे कोचीन भी कहा जाता था, लक्षद्वीप सागर के दक्षिण-पश्चिम तटरेखा पर स्थित एक बड़ा बंदरगाह शहर है, जो भारतीय राज्य केरल के एर्नाकुलम जिले का एक भाग है। कोच्चि को काफ़ी समय से प्रायः एर्नाकुलम भी कहा जाता है, जिसका अर्थ नगर का मुख्यभूमि भाग इंगित करता है। कोच्चि नगर निगम के अधीनस्थ (जनसंख्या ६,०१,५७४) ये राज्य का दूसरा सर्वाधिक जनसंख्या वाला शहर है। ये कोच्चि महानगरीय क्षेत्र के विस्तार सहित (जनसंख्या २१ लाख) केरल राज्य का सबसे बड़ा शहरी आबादी क्षेत्र है। कोच्चि नगर ग्रेटर कोच्चि क्षेत्र का ही एक भाग है, और इसे भारत सरकार द्वारा द्वितीय दर्जे वाला शहर वर्गीकृत किया गया है। नगर की देख-रेख व अनुरक्षण दायित्त्व १९६७ में स्थापित हुआ कोच्चि नगर निगम देखता है। इसके अलावा पूरे क्षेत्र के सर्वांगीण विकास का भार ग्रेटर कोचीन डवलपमेंट अथॉरिटी (GCDA) एवं गोश्री आईलैण्ड डवलपमेंट अथॉरिटी (GIDA) पर है। कोच्चि १४वीं शताब्दी से ही भारत की पश्चिमी तटरेखा का मसालों का व्यापार केन्द्र रहा है और इसे अरब सागर की रानी के नाम से जाना जाता था। १५०३ में यहां पुर्तगालियों का आधिपत्य हुआ और यह उपनिवेशीय भारत की प्रथम यूरोपीय कालोनी बना और १५३० में गोवा के चुने जाने तक ये पुर्तगालियों का यहां का प्रधान शक्ति केन्द्र रहा था।क्कालांतर में कोच्चि राज्य के रजवाड़े में परिवर्तित होने के क्साथ ही ये डच एवं ब्रिटिश के नियन्त्रण में आ गया। आज केरल में कुल अन्तर्देशीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटकों के आगमन संख्या में प्रथम स्थान बनाये हुए है। नीलसन कम्पनी के आउटलुक ट्रैवलर पत्रिका के लिये किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार कोच्चि आज भी भारत के सर्वश्रेष्ठ पर्यटक आकर्षणों में छठवें स्थान पर बना हुआ है। मैकिन्से ग्लोबल संस्थान द्वारा किये गए एक शोध के अनुसार, कोच्चि २०२५ तक के विश्व के सकल घरेलु उत्पाद में ५०% योगदान देने वाले ४४० उभरते हुए शहरों में से एक था। भारतीय नौसेना के दक्षिणी नौसैनिक कमान का केन्द्र तथा भारतीय तटरक्षक का राज्य मुख्यालय भी इसी शहर में स्थित है, जिसमें एयर स्क्वैड्रन ७४७ नाम की एक वायु टुकड़ी भी जुड़ी है। नगर के वाणिज्यिक सागरीय गतिविधियों से सम्बन्धित सुविधाओं में कोच्चि बंदरगाह, अन्तर्राष्ट्रीय कण्टेनर ट्रांस्शिपमेण्ट टर्मिनल, कोचीन शिपयार्ड, कोच्चि रिफ़ाइनरीज़ का अपतटीय (ऑफ़शोर) सिंगल बॉय मूरिंग (एस.पी.एम), एवं कोच्चि मैरीना भी हैं। कोच्चि में ही कोचीन विनिमय एक्स्चेंज, इंटरनेशनल पॅपर एक्स्चेंज भी स्थित हैं, तथा हिन्दुस्तान मशीन टूल्स (एच.एम.टी), सायबर सिटी, एवं किन्फ़्रा हाई-टेक पाक एवं बड़ी रासायनिक निर्माणियां जैसे फ़र्टिलाइज़र्स एण्ड कैमिकल्स त्रावणकौर (फ़ैक्ट), त्रावणकौर कोचीन कैमिकल्स (टीसीसी), इण्डियन रेयर अर्थ्स लिमिटेड (आई.आर.ई.एल), हिन्दुस्तान ऑर्गैनिक कैमिकल्स लिमिटेड (एच.ओ.सी.एल) कोच्चि रिफ़ाइनरीज़ के साथ साथ ही कई विद्युत कंपनियां जैसे टी.ई.एल.के एवं औद्योगिक पार्क भी बने हैं जिनमें कोचीन एपेशल इकॉनोमिक ज़ोन एवं इन्फ़ोपार्क कोच्चि प्रमुख हैं। कोच्चि में ही प्रमुख राज्य न्यायपीठ केरल एवं लक्षद्वीप उच्च न्यायालय एवं कोचीन युनिवर्सिटी ऑफ़ साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी भी स्थापित हैं। इसी नगर में केरल का नेशनल लॉ स्कूल, नेशनल युनिवर्सिटी ऑफ़ एडवांस्ड लीगल स्टडीज़ को भी स्थान मिला है। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और कोच्चि
कोलकाता
बंगाल की खाड़ी के शीर्ष तट से १८० किलोमीटर दूर हुगली नदी के बायें किनारे पर स्थित कोलकाता (बंगाली: কলকাতা, पूर्व नाम: कलकत्ता) पश्चिम बंगाल की राजधानी है। यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा महानगर तथा पाँचवा सबसे बड़ा बन्दरगाह है। यहाँ की जनसंख्या २ करोड २९ लाख है। इस शहर का इतिहास अत्यंत प्राचीन है। इसके आधुनिक स्वरूप का विकास अंग्रेजो एवं फ्रांस के उपनिवेशवाद के इतिहास से जुड़ा है। आज का कोलकाता आधुनिक भारत के इतिहास की कई गाथाएँ अपने आप में समेटे हुए है। शहर को जहाँ भारत के शैक्षिक एवं सांस्कृतिक परिवर्तनों के प्रारम्भिक केन्द्र बिन्दु के रूप में पहचान मिली है वहीं दूसरी ओर इसे भारत में साम्यवाद आंदोलन के गढ़ के रूप में भी मान्यता प्राप्त है। महलों के इस शहर को 'सिटी ऑफ़ जॉय' के नाम से भी जाना जाता है। अपनी उत्तम अवस्थिति के कारण कोलकाता को 'पूर्वी भारत का प्रवेश द्वार' भी कहा जाता है। यह रेलमार्गों, वायुमार्गों तथा सड़क मार्गों द्वारा देश के विभिन्न भागों से जुड़ा हुआ है। यह प्रमुख यातायात का केन्द्र, विस्तृत बाजार वितरण केन्द्र, शिक्षा केन्द्र, औद्योगिक केन्द्र तथा व्यापार का केन्द्र है। अजायबघर, चिड़ियाखाना, बिरला तारमंडल, हावड़ा पुल, कालीघाट, फोर्ट विलियम, विक्टोरिया मेमोरियल, विज्ञान नगरी आदि मुख्य दर्शनीय स्थान हैं। कोलकाता के निकट हुगली नदी के दोनों किनारों पर भारतवर्ष के प्रायः अधिकांश जूट के कारखाने अवस्थित हैं। इसके अलावा मोटरगाड़ी तैयार करने का कारखाना, सूती-वस्त्र उद्योग, कागज-उद्योग, विभिन्न प्रकार के इंजीनियरिंग उद्योग, जूता तैयार करने का कारखाना, होजरी उद्योग एवं चाय विक्रय केन्द्र आदि अवस्थित हैं। पूर्वांचल एवं सम्पूर्ण भारतवर्ष का प्रमुख वाणिज्यिक केन्द्र के रूप में कोलकाता का महत्त्व अधिक है। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और कोलकाता
कोल्लम
कोल्लम(मलयालम: കൊല്ലം, कॊल्लम्)केरल में अरब सागर के तट पर अष्टमुदी झील के निकट बसा एक बंदरगाह नगर है। व्यवसायिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस नगर का प्राचीन काल से विशेष महत्व रहा है। इब्न बतूता ने 14वीं शताब्दी में इसे भारत के पांच बड़े बंदरगाहों में शुमार किया था। माना जाता है कि इस शहर की स्थापना नौवीं शताब्दी में सीरिया के व्यापारी सपीर ईसो ने की थी। कोल्लम को यहां की प्राकृतिक खूबसूरती और विविधताओं के लिए जाना जाता है। समुद्र, झील, मैदान, पहाड़, नदियां, बैकवाटर, जंगल, घने जंगल आदि विविधताएं इसे अन्य स्थानों से पृथक करती हैं। .
देखें महानगरीय क्षेत्र और कोल्लम
महानगर के रूप में भी जाना जाता है।