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भारतीय वायुसेना

सूची भारतीय वायुसेना

भारतीय वायुसेना (इंडियन एयरफोर्स) भारतीय सशस्त्र सेना का एक अंग है जो वायु युद्ध, वायु सुरक्षा, एवं वायु चौकसी का महत्वपूर्ण काम देश के लिए करती है। इसकी स्थापना ८ अक्टूबर १९३२ को की गयी थी। आजादी (१९५० में पूर्ण गणतंत्र घोषित होने) से पूर्व इसे रॉयल इंडियन एयरफोर्स के नाम से जाना जाता था और १९४५ के द्वितीय विश्वयुद्ध में इसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आजादी (१९५० में पूर्ण गणतंत्र घोषित होने) के पश्च्यात इसमें से "रॉयल" शब्द हटाकर सिर्फ "इंडियन एयरफोर्स" कर दिया गया। आज़ादी के बाद से ही भारतीय वायुसेना पडौसी मुल्क पाकिस्तान के साथ चार युद्धों व चीन के साथ एक युद्ध में अपना योगदान दे चुकी है। अब तक इसने कईं बड़े मिशनों को अंजाम दिया है जिनमें ऑपरेशन ''विजय'' - गोवा का अधिग्रहण, ऑपरेशन मेघदूत, ऑपरेशन कैक्टस व ऑपरेशन पुमलाई शामिल है। ऐसें कई विवादों के अलावा भारतीय वायुसेना संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन का भी सक्रिय हिसा रही है। भारत के राष्ट्रपति भारतीय वायु सेना के कमांडर इन चीफ के रूप में कार्य करते है। वायु सेनाध्यक्ष, एयर चीफ मार्शल (ACM), एक चार सितारा कमांडर है और वायु सेना का नेतृत्व करते है। भारतीय वायु सेना में किसी भी समय एक से अधिक एयर चीफ मार्शल सेवा में कभी नहीं होते। इसका मुख्यालय नयी दिल्ली में स्थित है एवं २००६ के आंकडों के अनुसार इसमें कुल मिलाकर १७०,००० जवान एवं १,३५० लडाकू विमान हैं जो इसे दुनिया की चौथी सबसे बडी वायुसेना होने का दर्जा दिलाती है। .

164 संबंधों: चबुआ एयर फ़ोर्स स्टेशन, चारबतीया एयर बेस, चुशूल, चेतक, चीता (बहुविकल्पी), एचएएल एचटी-2, एचएएल एचटीटी-40, एचएएल तेजस, एचएएल ध्रुव, एचएएल रुद्र, एचएएल लाइट यूटिलिटी हेलीकाप्टर, एचएएल लाइट कॉम्बैट हैलीकॉप्टर, एचएएल उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान, एचपीटी-32 दीपक, एनएएल सारस, ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम, ऐरोस्पैटियल अलौटे III, ऐंटोनोव एन-32, डसॉल्ट मिराज 2000, डिब्रुगढ़ विमानक्षेत्र, डीआरडीओ एंटी रेडिएशन मिसाइल, डीआरडीओ रुस्तम, डीआरडीओ लक्ष्य, डीआरडीओ स्मार्ट एंटी एयरफील्ड हथियार, डीआरडीओ ग्लाइड बम, डीआरडीओ इंपीरियल ईगल, दिनेश त्रिवेदी, दीपिका अमिन, नल विमानक्षेत्र, निर्मलजीत सिंह सेखों, परमवीर चक्र, पुणे अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, प्रथम भारतीय महिलाओं की सूची, पृथ्वी प्रक्षेपास्त्र, पूजा ठाकुर, फर्रुखाबाद विमानक्षेत्र, फलोदी एयर फ़ोर्स स्टेशन, फारखोर एयर बेस, फील्ड मार्शल (भारत), बठिंडा विमानक्षेत्र, बराक 8, बागडोगरा विमानक्षेत्र, बिहटा एयर फ़ोर्स स्टेशन, ब्रह्मोस प्रक्षेपास्त्र, बैरकपुर एयर फ़ोर्स स्टेशन, बीटिंग रिट्रीट, बीदर एयर फ़ोर्स स्टेशन, बीदर विमानक्षेत्र, भारत, भारत में सैन्य अकादमियाँ, ..., भारत सारावली, भारत का प्रधानमन्त्री, भारत के ध्वजों की सूची, भारतीय थलसेना, भारतीय नाम, भारतीय शांति रक्षा सेना, भारतीय सशस्‍त्र सेनाएँ, भारतीय सैन्य अभियान, भारतीय इतिहास की समयरेखा, भावना कंठ, भुज रुद्र माता वायुसेना बेस, मढ़ दुर्ग, मणिपुर में उग्रवाद, मालदीव, मिकोयान मिग-27, मिकोयान मिग-29, मिकोयान मिग-29एम, मिकोयान मिग-35, मिकोयान-गुरेविच मिग-21, मिकोयान-गुरेविच मिग-23, मिकोयान-गुरेविच मिग-25, मई 2015 नेपाल भूकम्प, म्यांमार में भारतीय सैन्य अभियान 2015, मौसम (2011 फ़िल्म), येलहंका विमानक्षेत्र, राममनोहर लोहिया, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (भारत), राकेश शर्मा, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग, रंग दे बसंती, रूसी वायु सेना, लॉकहीड मार्टिन सी-130जे सुपर हरक्यूलस, लोकप्रिय गोपीनाथ बारदोलोई अन्तरराष्ट्रीय विमानक्षेत्र, शारदा मुखर्जी, श्वेता मेनन, सतीश सरीन, सलुआ एयर फ़ोर्स स्टेशन, सितारा विमान, सियाचिन ग्लेशियर पदक, सिरसा, सिरसा एयर फ़ोर्स स्टेशन, सिल्चर विमानक्षेत्र, सुदर्शन लेजर निर्देशित बम, सुरिंदर मेहरा, सुरेश कलमाड़ी, सुखोई एसयू-30एमकेएम, सुखोई एसयू-7, सुखोई एसयू-३०, सुखोई एसयू-३० एमकेआई, सुखोई/एचएएल एफजीएफए, स्वतन्त्रता के बाद भारत का संक्षिप्त इतिहास, स्वायत्त मानव रहित विमान अनुसंधान, सैफ़ई, सैफ़ई हवाई पट्टी, सेपेकैट जैगुआर, सेंट पॉल कैथेड्रल (अम्बाला), सीसपाल सिंह, हरदोई, सैफ़ई, हरिता कौर देओल, हलवारा एयर फ़ोर्स स्टेशन, हल्वारा, हाशिमारा एयर फ़ोर्स स्टेशन, हिण्डौन एयर फ़ोर्स स्टेशन, हिंदुस्तान अर्ध्रा, हकिमपेट एयर फ़ोर्स स्टेशन, जगमोहन नाथ, जैसलमेर हवाई अड्डा, जेमिनी गणेशन, जोधपुर, वायु सेना पदक, वायु सेना संग्रहालय, नई दिल्ली, वायु सेना के मार्शल, वायुसेना, वारंट ऑफीसर चाको जोसफ, गणतन्त्र दिवस (भारत), ग्वालियर विमानक्षेत्र, गोवा मुक्ति संग्राम, ऑपरेशन मेघदूत, ऑपरेशन राहत, ओमप्रकाश मेहरा, आदमपुर, आदमपुर एयर फ़ोर्स बेस, आर्मी एविएशन कोर (भारत), आकाश प्रक्षेपास्त्र, इलाहाबाद विमानक्षेत्र, इल्यूशिन आईएल-७६, इंदिरा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, कलाईकुंड एयर फ़ोर्स स्टेशन, कामोव KA- 226T, कार निकोबार, कार निकोबार एयर फ़ोर्स बेस, कारगिल युद्ध, अनिल यशवंत टिपनीस, अपाचे हेलीकॉप्टर, अप्रैल 2015 नेपाल भूकम्प, अम्बाला एयर फ़ोर्स स्टेशन, अरुप राहा, अर्जन सिंह, अवनि चतुर्वेदी, अवन्तिपुर एयर फ़ोर्स स्टेशन, अइज़ोल, उत्तर भारत बाढ़ २०१३, उत्तरलाई, उत्तरलाई एयर फ़ोर्स स्टेशन, १९ अक्टूबर, १९६५ का भारत-पाक युद्ध, १९७०, १९७१ का भारत-पाक युद्ध, २०१६ पठानकोट हमले, २०१८ उत्तराखण्ड दावानल, ४४ स्क्वाड्रन भारतीय वायुसेना, ८ अक्तूबर, 2014 भारत - पाकिस्तान बाढ़, 2017 गुजरात बाढ़ सूचकांक विस्तार (114 अधिक) »

चबुआ एयर फ़ोर्स स्टेशन

चबुआ एयर फ़ोर्स स्टेशन (Chabua Air Force Station) एक भारतीय वायु सेना का विमानक्षेत्र है जो भारत के असम राज्य के डिब्रूगढ़ जिले के चबुआ क्षेत्र में स्थित है। वर्तमान में यह एयर फोर्स स्टेशन प्रशिक्षण के लिए ही प्रयोग में किया जा रहा है। एमआईजी - २१ के लड़ाकू और पायलट यही से प्रशिक्षण लेते है। .

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चारबतीया एयर बेस

चारबतिया एयर बेस (Charbatia Air Base) एक भारतीय वायु सेना का एक विमानक्षेत्र है जो भारतीय राज्य उड़ीसा के कटक जिले में स्थित है। यह विमानक्षेत्र लगभग १० किलोमीटर तक फैला हुआ है। इस विमानक्षेत्र की सतह एस्फाल्ट से बनाई हुई है जबकि इनको एविएशन रिसर्च सेंटर ऑपरेट करता है। .

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चुशूल

चुशूल (Chushul) भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य के लेह ज़िलेमें स्थित एक गाँव है। यह चुशूल घाटी में स्थित है। .

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चेतक

महाराणा प्रताप के सबसे प्रिय और प्रसिद्ध नीलवर्ण irani मूल के घोड़े का नाम चेतक था। चेतक अश्व गुजरातमे चोटीलाके पास भीमोरा गांवका था.

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चीता (बहुविकल्पी)

चीता एक प्राणी है।.

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एचएएल एचटी-2

हिंदुस्तान एचटी-2 (Hindustan HT-2) एक भारतीय दो सीट वाला प्राथमिक ट्रेनर है जिसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा डिज़ाइन और बनाया गया है। 1953 में भारतीय वायु सेना और नौसेना के लिए एचटी-2 प्रोडक्शन में प्रवेश करने वाला पहला कम्पनी डिज़ाइन था, जहां इसने डे हविललैंड टाइगर मॉथ की जगह ली थी। एचटी-2 एक निचला पंख वाला ब्रैकट मोनोपलेन है, जिसमें एक निश्चित रेलव्हील लैंडिंग गियर है। इसे 155 एचपी (116 किलोवाट) सिरस मेजर 3 पिस्टन इंजन द्वारा संचालित किया जाता था। सैन्य उपयोग के अलावा भारतीय उड़ान विद्यालयों द्वारा भी इस विमान का इस्तेमाल किया गया था। .

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एचएएल एचटीटी-40

एचएएल एचटीटी-40 हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) एक बेसिक ट्रेनर वायुयान है। इसका प्रयोग भारतीय वायुसेना रिटायर्ड एचपीटी-32 दीपक वायुयान के स्थान पर किया जायेगा। .

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एचएएल तेजस

तेजस भारत द्वारा विकसित किया जा रहा एक हल्का व कई तरह की भूमिकाओं वाला जेट लड़ाकू विमान है। यह हिन्दुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा विकसित एक सीट और एक जेट इंजन वाला, अनेक भूमिकाओं को निभाने में सक्षम एक हल्का युद्धक विमान है। यह बिना पूँछ का, कम्पाउण्ड-डेल्टा पंख वाला विमान है। इसका विकास 'हल्का युद्धक विमान' या (एलसीए) नामक कार्यक्रम के अन्तर्गत हुआ है जो 1980 के दशक में शुरू हुआ था। विमान का आधिकारिक नाम तेजस 4 मई 2003 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने रखा था। यह विमान पुराने पड़ रहे मिग-21 का स्थान लेगा। तेजस की सीमित श्रृंखला का उत्पादन 2007 में शुरू हुआ। दो सीटों वाला एक ट्रेनर संस्करण विकसित किया जा रहा है (नवम्बर 2008 तक उत्पादन के क्रम में था।), क्योंकि इसका नौसेना संस्करण भारतीय नौसेना के विमान वाहक पोतों से उड़ान भरने में सक्षम है। बताया जाता है कि भारतीय वायु सेना को एकल सीट वाले 200 और दो सीटों वाले 20 रूपांतरण प्रशिक्षक विमानों की जरूरत है, जबकि भारतीय नौसेना अपने सी हैरियर की जगह एकल सीटों वाले 40 विमानों का आदेश दे सकती है।जैक्सन, पॉल, मूनसौन, केनेथ; & पीकॉक, लिंडसे (एड्स.) (2005).

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एचएएल ध्रुव

ध्रुव हैलीकॉप्टर हिंदुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा विकसित और निर्मित भारत का एक बहूद्देशीय हैलीकॉप्टर है। इसकी भारतीय सशस्त्र बलों को आपूर्ति की जा रही है और एक नागरिक संस्करण भी उपलब्ध है। इसे पहले नेपाल और इज़रायल को निर्यात किया गया था फिर सैन्य और वाणिज्यिक उपयोग के लिए कई अन्य देशों द्वारा मंगाया गया है। सैन्य संस्करण परिवहन, उपयोगिता, टोही और चिकित्सा निकास भूमिकाओं में उत्पादित किये जा रहे हैं। ध्रुव मंच के आधार पर, एच ए एल हल्का लड़ाकू हेलीकाप्टर, एक लड़ाकू हेलीकाप्टर और एचएएल लाइट अवलोकन हेलीकाप्टर, एक उपयोगिता और प्रेक्षण हेलिकॉप्टर विकसित किए गए है। .

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एचएएल रुद्र

एचएएल रुद्र (HAL Rudra) एचएएल ध्रुव का एक सशस्त्र संस्करण है। रुद्र आधुनिक इन्फ्रारेड, थर्मल इमेजिंग जगह इंटरफ़ेस, 20 मिमी बुर्ज बंदूक, 70 मिमी रॉकेट पॉड, एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल से सुसज्जित है। .

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एचएएल लाइट यूटिलिटी हेलीकाप्टर

एचएएल लाइट यूटिलिटी हैलीकॉप्टर (HAL Light Utility Helicopter या LUH) भारत की हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा विकासाधीन एकल इंजन वाला हल्का हैलीकॉप्टर है। इसकी पहली उड़ान 6 सितंबर 2016 को बेंगलुरु में हुई। .

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एचएएल लाइट कॉम्बैट हैलीकॉप्टर

एचएएल हल्का लड़ाकू हेलीकाप्टर (एल सी एच) एक बहु भूमिका हेलीकाप्टर है जिसे हिंदुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा भारत में भारतीय वायु सेना और भारतीय थलसेना द्वारा इस्तेमाल के लिए विकसित किया जा रहा है। .

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एचएएल उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान

एचएएल उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (HAL Advanced Medium Combat Aircraft या HAL AMCA) एक पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान का भारतीय कार्यक्रम है। इसे वैमानिकी विकास संस्था द्वारा विकसित तथा हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा उत्पादित किया जायेगा। यह एक एकल सीट, जुड़वां इंजन, गुप्तता, सुपर पैंतरेबाज़ी, सभी मौसम में काम करने वाला मल्टी रोल लड़ाकू विमान है।.

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एचपीटी-32 दीपक

एचएएल एचपीटी-32 दीपक हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटिड एक प्राइमरी ट्रेनर है। विद्यार्थी और निर्देशक (इंस्ट्रक्टर) एक दूसरे की साइड में बैठते हैं। वायुयान में एक यात्री आ सकता है। .

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एनएएल सारस

एनएएल सारस (NAL Saras) राष्ट्रीय एयरोस्पेस प्रयोगशाला (एनएएल) द्वारा डिजाइन किए गए हल्का परिवहन विमान श्रेणी में पहला भारतीय बहुउद्देशीय नागरिक विमान है। जनवरी 2016 में, यह रिपोर्ट दी गई कि परियोजना रद्द कर दी गई है। लेकिन फरवरी 2017 में, इस परियोजना को पुनर्जीवित किया गया। .

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ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम

अबुल पकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम अथवा ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम (A P J Abdul Kalam), (15 अक्टूबर 1931 - 27 जुलाई 2015) जिन्हें मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति के नाम से जाना जाता है, भारतीय गणतंत्र के ग्यारहवें निर्वाचित राष्ट्रपति थे। वे भारत के पूर्व राष्ट्रपति, जानेमाने वैज्ञानिक और अभियंता (इंजीनियर) के रूप में विख्यात थे। इन्होंने मुख्य रूप से एक वैज्ञानिक और विज्ञान के व्यवस्थापक के रूप में चार दशकों तक रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) संभाला व भारत के नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम और सैन्य मिसाइल के विकास के प्रयासों में भी शामिल रहे। इन्हें बैलेस्टिक मिसाइल और प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी के विकास के कार्यों के लिए भारत में मिसाइल मैन के रूप में जाना जाने लगा। इन्होंने 1974 में भारत द्वारा पहले मूल परमाणु परीक्षण के बाद से दूसरी बार 1998 में भारत के पोखरान-द्वितीय परमाणु परीक्षण में एक निर्णायक, संगठनात्मक, तकनीकी और राजनैतिक भूमिका निभाई। कलाम सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी व विपक्षी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस दोनों के समर्थन के साथ 2002 में भारत के राष्ट्रपति चुने गए। पांच वर्ष की अवधि की सेवा के बाद, वह शिक्षा, लेखन और सार्वजनिक सेवा के अपने नागरिक जीवन में लौट आए। इन्होंने भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त किये। .

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ऐरोस्पैटियल अलौटे III

ऐरोस्पैटियल अलौटे III (Aérospatiale Alouette III) एक फ्रांसीसी हैलिकॉप्टर है। इसे भारतीय सेना में चेतक के नाम से जाना जाता है। इस हेलिकॉप्टर का पहला वर्ज़न 28 फरवरी सन् 1959 को उड़ाया गया। .

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ऐंटोनोव एन-32

ऐंटोनोव एन-32 (Antonov An-32 एक दो इंजन वाला सैन्य यातायात विमान है। .

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डसॉल्ट मिराज 2000

डसॉल्ट मीराज 2000 (Dassault Mirage 2000) एक फ्रांसिसी लडाकू विमान है। श्रेणी:लड़ाकू विमान श्रेणी:भारतीय वायुसेना के विमान.

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डिब्रुगढ़ विमानक्षेत्र

डिब्रुगढ़ विमानक्षेत्र (जिसे स्थानीय लोग मोहनबाड़ी भी कहते हैं) डिब्रुगढ़ में स्थित है। इसका ICAO कोडहै VEMN और IATA कोड है DIB। यह एक नागरिक हवाई अड्डा है। यहां कस्टम्स विभाग उपस्थित नहीं है। इसका रनवे पेव्ड है। इसकी प्रणाली यांत्रिक हाँ है। इसकी उड़ान पट्टी की लंबाई 6000 फी.

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डीआरडीओ एंटी रेडिएशन मिसाइल

डीआरडीओ एंटी रेडिएशन मिसाइल (DRDO Anti-Radiation Missile) रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा विकसित की जा रही एंटी रेडिएशन मिसाइल है। यह भारत की पहली एंटी रेडिएशन मिसाइल है। यह मिसाइल दुश्मन के राडार व ट्रांसिमट सिग्नलों को खराब कर देती है। जिससे दुसमन अपनी राडार व ट्रांसिमट सिग्नलों की क्षमता खो देता है। वर्तमान में यह टेक्नोलॉजी सिर्फ अमेरिका, रूस और जर्मनी के पास है। .

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डीआरडीओ रुस्तम

तापस २०१ या डीआरडीओ रुस्तम (DRDO Rustom) एक मध्यम ऊंचाई वाला मानवरहित लड़ाकू हवाई वाहन है जिसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा विकसित किया जा रहा है। यह भारत की तीनों सेनाओं द्वारा प्रयोग किया जायेगा। नवम्बर २०१६ में इसका सफल परीक्षण किया गया। परीक्षण बंगलुरू से करीब 250 किलोमीटर दूर चित्रदुर्ग में एयरोनॉटिकल टेस्ट रेंज में किया गया जो मानवरहित यानों एवं मानवविमानों के परीक्षण के लिए नवविकसित उड़ान परीक्षण स्थल है। तापस 201 का डिजाइन और विकास डीआरडीओ की बंगलुरू की प्रयोगशाला एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एस्टैब्लिशमेंट और एचएएल-बीईएल ने मिलकर किया है। यह 24 घंटे तक उड़ान भर सकता है और देश के सशस्त्र बलों के लिए टोही मिशन का काम कर सकता है। इस मानवरहित यान को अमेरिका के प्रिडेटर ड्रोन की भांति मानवरहित लड़ाकू यान के रूप में उपयोग में लाया जा सकता है। इसका वजन दो टन है। .

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डीआरडीओ लक्ष्य

डीआरडीओ लक्ष्य (DRDO Lakshya) रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा विकसित एक बिना पायलट वाला लक्ष्य विमान है। .

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डीआरडीओ स्मार्ट एंटी एयरफील्ड हथियार

डीआरडीओ स्मार्ट विरोधी एयरफील्ड हथियार (DRDO Smart Anti-Airfield Weapon or SAAW) एक लंबी दूरी की परिशुद्धता निर्देशित एंटी एयरफील्ड हथियार है। जो वर्तमान में भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित की जा रही है इसे 100 किलोमीटर (62 मील) की सीमा तक उच्च परिशुद्धता के साथ जमीन के लक्ष्य को मारने के लिए तैयार किया गया है। .

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डीआरडीओ ग्लाइड बम

डीआरडीओ ग्लाइड बम (DRDO Glide Bombs) रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन का उत्पाद है, जो एक मानकीकृत मध्यम रेंज सटीक निर्देशित हथियार के लिए प्रोयोग किया जाएगा। यह बम भारतीय वायुसेना के लिए बहुत उपयोगी है यह लड़ाकू विमानो को सहूलित देगा की वह खतरे वाले क्षेत्र में जाए वैगैर उस लक्ष्य को खत्म कर सके। जिससे लड़ाकू विमानो की उम्र बढ़ जाएगी। क्यूकी विमान को नुकसान की कम संभावना होगी। और लक्ष्य पर सटीक वार से आस-पास के नुकसान को भी कम किया जा सकता है। प्रख्यात मिसाइल वैज्ञानिक, डॉ जी.

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डीआरडीओ इंपीरियल ईगल

डीआरडीओ इंपीरियल ईगल (DRDO Imperial Eagle UAV) एक भारतीय हल्के वजन वाला मिनी मानव रहित हवाई वाहन है। इसका विकास रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन की वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान ने किया है। इसका प्रयोग राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड द्वारा किया जाता है। .

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दिनेश त्रिवेदी

दिनेश त्रिवेदी; (जन्म- ४ जून १९५०) तृणमूल कांग्रेस से एक भारतीय राजनेता हैं, जो पश्चिम बंगाल के बैरकपुर से सांसद हैं। त्रिवेदी इंडो-यूरोपीय संघ संसदीय मंच के अध्यक्ष भी हैं। वे पूर्व में भारत के रेल मंत्री रह चुके हैं। .

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दीपिका अमिन

दीपिका देशपांडे अमिन एक भारतीय टेलीविज़न, रंगमंच और फिल्म अभिन्तेरी हैं। उन्हें जाना जाता हैं कुछ टीवी करेकर्म "फरमान", "टशन-ऐ-इश्क" में काम करे के लिए। उन्होंने बॉलीवुड फिल्म "फैन" में भी काम किया हैं। .

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नल विमानक्षेत्र

नल विमानक्षेत्र जो कि भारतीय राज्य राजस्थान के पश्चिमी दिशा से १३ किलोमीटर की दूरी पर बीकानेर ज़िले में स्थित है। इसका संचालन भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण करता है। .

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निर्मलजीत सिंह सेखों

फ्लाइंग ऑफिसर निर्मलजीत सिंह सेखों (17 जुलाई 1943 - 14 दिसंबर 1971) भारतीय वायु सेना के एक अधिकारी थे। भारत-पाकिस्तान युद्ध 1971 के दौरान पाकिस्तानी वायु सेना के हवाई हमले के खिलाफ श्रीनगर एयर बेस के बचाव में शहीद हो गए थे। उन्हें मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च सैन्य सम्मान परमवीर चक्र से वर्ष १९६१ से सम्मानित किया गया। .

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परमवीर चक्र

परमवीर चक्र भारत का सर्वोच्च शौर्य सैन्य अलंकरण है जो दुश्मनों की उपस्थिति में उच्च कोटि की शूरवीरता एवं त्याग के लिए प्रदान किया जाता है। ज्यादातर स्थितियों में यह सम्मान मरणोपरांत दिया गया है। इस पुरस्कार की स्थापना 26 जनवरी 1950 को की गयी थी जब भारत गणराज्य घोषित हुआ था। भारतीय सेना के किसी भी अंग के अधिकारी या कर्मचारी इस पुरस्कार के पात्र होते हैं एवं इसे देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न के बाद सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार समझा जाता है। इससे पहले जब भारतीय सेना ब्रिटिश सेना के तहत कार्य करती थी तो सेना का सर्वोच्च सम्मान विक्टोरिया क्रास हुआ करता था। लेफ्टीनेंट या उससे कमतर पदों के सैन्य कर्मचारी को यह पुरस्कार मिलने पर उन्हें (या उनके आश्रितों को) नकद राशि या पेंशन देने का भी प्रावधान है। हालांकि पेंशन की न्यून राशि जो सैन्य विधवाओं को उनके पुनर्विवाह या मरने से पहले तक दी जाती है अभी तक विवादास्पद रही है। मार्च 1999 में यह राशि बढ़ाकर 1500 रुपये प्रतिमाह कर दी गयी थी। जबकि कई प्रांतीय सरकारों ने परमवीर चक्र से सम्मानित सैन्य अधिकारी के आश्रितों को इससे कहीं अधिक राशि की पेंशन मुहैय्या करवाती है। परमवीर चक्र हासिल करने वाले शूरवीरों में सूबेदार मेजर बन्ना सिंह ही एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे जो कारगिल युद्ध तक जीवित थे। सूबेदार सिंह जम्मू कश्मीर लाइट इनफेन्ट्री की आठवीं रेजीमेंट में कार्यरत थे। .

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पुणे अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र

पुणे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (पुणे आंतरराष्ट्रीय विमानतळ, लोहेगांव), भारत के महाराष्ट्र राज्य के पुणे से लगभग उत्तर-पूर्व में स्थित है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा संचालित यह हवाई अड्डा लोहेगांव वायु केन्द्र के साथ अपने रनवे को साझा करता है। एयर इंडिया द्वारा पुणे से दुबई के बीच सीधी उड़ान शुरू करने और इंडियन एयरलाइंस द्वारा सिंगापुर की उड़ानें शुरू करने के साथ अब यह अंतरराष्ट्रीय स्तर का हो गया है। पुणे हवाई अड्डा पुणे को दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर और हैदराबाद जैसे प्रमुख भारतीय शहरों से जोड़ने के लिए घरेलू उड़ानों को संचालित करने वाले इंडियन एयरलाइंस, जेट लाइट और जेट एयरवेज को भी सेवाएं प्रदान करने के साथ साथ स्पाइसजेट, इंडिगो, गोएयर जैसी सस्ती सेवाओं तथा लुफ्थैन्सा द्वारा फ्रैंकफर्ट तक की सीधी उड़ान भी प्रदान करता है। .

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प्रथम भारतीय महिलाओं की सूची

---- श्रेणी:आधार श्रेणी:भारतीय महिलाएँ श्रेणी:विकिपरियोजना हिन्द की बेटियाँ.

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पृथ्वी प्रक्षेपास्त्र

पृथ्वी प्रक्षेपास्त्र भारत द्वारा स्वदेशीय निर्मित, ज़मीन से ज़मीन पर मार करने वाला प्रक्षेपास्त्र है। श्रेणी:हथियार श्रेणी:भारत के प्रक्षेपास्त्र.

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पूजा ठाकुर

पूजा ठाकुर भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर हैं और वर्तमान में वायुसेना मुख्यालय में कार्मिक अधिकारी निदेशालय के तहत प्रचार प्रकोष्ठ 'दिशा' में कार्यरत हैं। वे 25 जनवरी 2015 को राष्ट्रपति भवन में राजकीय अतिथि हेतु ‘इंटर-सर्विस गॉर्ड ऑफ ऑनर’ का नेतृत्व करने वाली पहली भारतीय महिला अधिकारी हैं। गॉर्ड ऑफ ऑनर का अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने निरीक्षण किया था। पूजा ठाकुर जयपुर,राजस्थान की निवासी है। .

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फर्रुखाबाद विमानक्षेत्र

फर्रुखाबाद विमानक्षेत्र (Farrukhabad Airport/ فرّخ آباد ہوائی اڈا) एक भारतीय विमानक्षेत्र है जो उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद ज़िले में स्थित है। इसे एक भारतीय वायु सेना का भी विमानक्षेत्र कहा जाता है। इस विमानक्षेत्र का संचालन का भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण करता है। .

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फलोदी एयर फ़ोर्स स्टेशन

फलोदी एयर फ़ोर्स स्टेशन (Phalodi Air Force Station) एक मिलिट्री एयर फ़ोर्स स्टेशन है जिसका अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन विमानक्षेत्र कोड (ICAO कोड) VA2A है। यह भारत के राजस्थान राज्य तथा जोधपुर ज़िले के फलोदी तहसील में स्थित है। इसका संचालन भारतीय वायु सेना करती है। .

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फारखोर एयर बेस

फारखोर वायु सेना बेस (Farkhor Air Base) एक वायु सेना का विमानक्षेत्र है जिसका संचालन भारतीय वायु सेना और ताजिकिस्तान वायु सेना करती है। सेना का यह विमानक्षेत्र ताजिकिस्तान के फारखोर में स्थित है। यह राजधानी दुशान्बे से तकरीबन १३० किलोमीटर दूर है। फारखोर भारत का पहला बाहरी वायु सेना का विमानक्षेत्र है। .

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फील्ड मार्शल (भारत)

भारतीय फील्ड मार्शल का स्कन्ध अधिचिह्न भारतीय सेना में फील्ड मार्शल (FM) एक पंच-सितारा जनरल ऑफिसर रैंक है जो भारतीय थलसेना सर्वोच्च रैंक है। अभी तक केवल २ लोगों को यह रैंक प्रदान की गयी है। .

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बठिंडा विमानक्षेत्र

बठिंडा विमानक्षेत्र (Bathinda Airport) एक भारतीय विमानक्षेत्र है जो भारत के पंजाब राज्य के बठिंडा शहर में स्थित है। यह विमानक्षेत्र मिलिट्री और सार्वजनिक है जो उत्तर-पश्चिम से विर्क कलां गाँव से २० किलोमीटर दूर स्थित है। .

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बराक 8

बराक 8 (Barak 8) एक भारतीय-इजरायली लंबी दूरी वाली सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल है। बराक 8 को विमान, हेलीकाप्टर, एंटी शिप मिसाइल और यूएवी के साथ-साथ क्रूज़ मिसाइलों और लड़ाकू जेट विमानों के किसी भी प्रकार के हवाई खतरा से बचाव के लिए डिज़ाइन किया गया। इस प्रणाली के दोनों समुद्री और भूमि आधारित संस्करण मौजूद हैं। बराक 8 संयुक्त रूप से इजरायल की इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (आईएआई) और भारत की रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित किया गया था। हथियारों और तकनीकी अवसंरचना, एल्टा सिस्टम्स और अन्य चीजो के विकास के लिए इजरायल का प्रशासन जिम्मेदार होगा। जबकि भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (बीडीएल) मिसाइलों का उत्पादन करेगी। .

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बागडोगरा विमानक्षेत्र

बागडोगरा विमानक्षेत्र (बांग्ला: বাগডোগরা বিমান বন্দর; नेपाली: बाघदोग्रा विमानस्थल) पश्चिम बंगाल के दार्जीलिंग जिला के सिलिगुड़ी शहर के निकट बागडोगरा नामक स्थान पर में स्थित है। इसका ICAO कोडहै VEBD और IATA कोड है IXB। यह एक सैन्य हवाई अड्डा है। यहां कस्टम्स विभाग उपस्थित नहीं है। इसका रनवे पेव्ड है। इसकी प्रणाली यांत्रिक नहीं है। इसकी उड़ान पट्टी की लंबाई 9000 फी.

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बिहटा एयर फ़ोर्स स्टेशन

बिहटा एयर फ़ोर्स स्टेशन एक भारतीय वायु सेना का विमानक्षेत्र है जो भारतीय राज्य बिहार के बिहटा क्षेत्र में स्थित है। यह एयर फ़ोर्स स्टेशन लगभग ४० किलोमीटर यानी ९०० एकड़ में फैला हुआ है जिसमें भारतीय वायु सेना के उच्च रैंक के अधिकारी गण पहला देते रहते हैं। .

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ब्रह्मोस प्रक्षेपास्त्र

'''ब्रह्मोस''' विश्व की सबसे तीव्रगामी मिसाइल है। ब्रह्मोस एक कम दूरी की रैमजेट, सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल है। इसे पनडुब्बी से, पानी के जहाज से, विमान से या जमीन से भी छोड़ा जा सकता है। रूस की एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया (NPO Mashinostroeyenia) तथा भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने संयुक्त रूप से इसका विकास किया है। यह रूस की पी-800 ओंकिस क्रूज मिसाइल की प्रौद्योगिकी पर आधारित है। ब्रह्मोस के समुद्री तथा थल संस्करणों का पहले ही सफलतापूर्वक परीक्षण किया जा चुका है तथा भारतीय सेना एवं नौसेना को सौंपा जा चुका है। ब्रह्मोस भारत और रूस के द्वारा विकसित की गई अब तक की सबसे आधुनिक प्रक्षेपास्त्र प्रणाली है और इसने भारत को मिसाइल तकनीक में अग्रणी देश बना दिया है। .

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बैरकपुर एयर फ़ोर्स स्टेशन

बैरकपुर एयर फ़ोर्स स्टेशन (Barrackpore Air Force Station/ব্যরাকপুর এয়ার ফোর্স স্টেশন) अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन विमानक्षेत्र कोड (ICAO कोड) VEBR है। एक भारतीय वायु सेना का एयर फॉर स्टेशन है जो भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के बैरकपुर क्षेत्र में स्थित है। इसका संचालन भारतीय वायु सेना करती है। .

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बीटिंग रिट्रीट

विजय चौक; यहीं पर प्रत्येक साल बीटिंग रिट्रीट का आयोजन होता है बीटिंग द रिट्रीट भारत के गणतंत्र दिवस समारोह की समाप्ति का सूचक है। इस कार्यक्रम में थल सेना, वायु सेना और नौसेना के बैंड पारंपरिक धुन के साथ मार्च करते हैं। यह सेना की बैरक वापसी का प्रतीक है। गणतंत्र दिवस के पश्चात हर वर्ष 29 जनवरी को बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। समारोह का स्थल रायसीना हिल्स और बगल का चौकोर स्थल (विजय चौक) होता है जो की राजपथ के अंत में राष्ट्रपति भवन के उत्तर और दक्षिण ब्लॉक द्वारा घिरे हुए हैं। बीटिंग द रिट्रीट गणतंत्र दिवस आयोजनों का आधिकारिक रूप से समापन घोषित करता है। .

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बीदर एयर फ़ोर्स स्टेशन

बिदर एयर फॉर स्टेशन एक भारतीय वायु सेना का एयर फॉर स्टेशन है जो भारत के कर्नाटक राज्य के बीदर ज़िले में स्थित है। इसे द्वितीय विश्व युद्ध के समय स्थापित किया गया था और यह भारतीय वायु सेना का प्रशिक्षण कमान भी है। .

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बीदर विमानक्षेत्र

बीदर विमानक्षेत्र (Bidar Airport एक भारतीय विमानक्षेत्र है जो भारतीय राज्य कर्नाटक के बीदर ज़िले में स्थित है। .

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भारत

भारत (आधिकारिक नाम: भारत गणराज्य, Republic of India) दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है। पूर्ण रूप से उत्तरी गोलार्ध में स्थित भारत, भौगोलिक दृष्टि से विश्व में सातवाँ सबसे बड़ा और जनसंख्या के दृष्टिकोण से दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत के पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर-पूर्व में चीन, नेपाल और भूटान, पूर्व में बांग्लादेश और म्यान्मार स्थित हैं। हिन्द महासागर में इसके दक्षिण पश्चिम में मालदीव, दक्षिण में श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व में इंडोनेशिया से भारत की सामुद्रिक सीमा लगती है। इसके उत्तर की भौतिक सीमा हिमालय पर्वत से और दक्षिण में हिन्द महासागर से लगी हुई है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी है तथा पश्चिम में अरब सागर हैं। प्राचीन सिन्धु घाटी सभ्यता, व्यापार मार्गों और बड़े-बड़े साम्राज्यों का विकास-स्थान रहे भारतीय उपमहाद्वीप को इसके सांस्कृतिक और आर्थिक सफलता के लंबे इतिहास के लिये जाना जाता रहा है। चार प्रमुख संप्रदायों: हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख धर्मों का यहां उदय हुआ, पारसी, यहूदी, ईसाई, और मुस्लिम धर्म प्रथम सहस्राब्दी में यहां पहुचे और यहां की विविध संस्कृति को नया रूप दिया। क्रमिक विजयों के परिणामस्वरूप ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कंपनी ने १८वीं और १९वीं सदी में भारत के ज़्यादतर हिस्सों को अपने राज्य में मिला लिया। १८५७ के विफल विद्रोह के बाद भारत के प्रशासन का भार ब्रिटिश सरकार ने अपने ऊपर ले लिया। ब्रिटिश भारत के रूप में ब्रिटिश साम्राज्य के प्रमुख अंग भारत ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में एक लम्बे और मुख्य रूप से अहिंसक स्वतन्त्रता संग्राम के बाद १५ अगस्त १९४७ को आज़ादी पाई। १९५० में लागू हुए नये संविधान में इसे सार्वजनिक वयस्क मताधिकार के आधार पर स्थापित संवैधानिक लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित कर दिया गया और युनाईटेड किंगडम की तर्ज़ पर वेस्टमिंस्टर शैली की संसदीय सरकार स्थापित की गयी। एक संघीय राष्ट्र, भारत को २९ राज्यों और ७ संघ शासित प्रदेशों में गठित किया गया है। लम्बे समय तक समाजवादी आर्थिक नीतियों का पालन करने के बाद 1991 के पश्चात् भारत ने उदारीकरण और वैश्वीकरण की नयी नीतियों के आधार पर सार्थक आर्थिक और सामाजिक प्रगति की है। ३३ लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ भारत भौगोलिक क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा राष्ट्र है। वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था क्रय शक्ति समता के आधार पर विश्व की तीसरी और मानक मूल्यों के आधार पर विश्व की दसवीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था है। १९९१ के बाज़ार-आधारित सुधारों के बाद भारत विश्व की सबसे तेज़ विकसित होती बड़ी अर्थ-व्यवस्थाओं में से एक हो गया है और इसे एक नव-औद्योगिकृत राष्ट्र माना जाता है। परंतु भारत के सामने अभी भी गरीबी, भ्रष्टाचार, कुपोषण, अपर्याप्त सार्वजनिक स्वास्थ्य-सेवा और आतंकवाद की चुनौतियां हैं। आज भारत एक विविध, बहुभाषी, और बहु-जातीय समाज है और भारतीय सेना एक क्षेत्रीय शक्ति है। .

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भारत में सैन्य अकादमियाँ

भारतीय सैन्य सेवा ने पेशेवर सैनिकों को नई पीढ़ी के सैन्य विज्ञान, युद्ध कमान तथा रणनीति और सम्बंधित प्रौद्योगिकियों में प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से भारत के विभिन्न हिस्सों में कई प्रतिष्ठित अकादमियों और स्टाफ कॉलेजों की स्थापना की है। .

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भारत सारावली

भुवन में भारत भारतीय गणतंत्र दक्षिण एशिया में स्थित स्वतंत्र राष्ट्र है। यह विश्व का सातवाँ सबसे बड़ देश है। भारत की संस्कृति एवं सभ्यता विश्व की सबसे पुरानी संस्कृति एवं सभ्यताओं में से है।भारत, चार विश्व धर्मों-हिंदू धर्म, सिख धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म के जन्मस्थान है और प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता का घर है। मध्य २० शताब्दी तक भारत अंग्रेजों के प्रशासन के अधीन एक औपनिवेशिक राज्य था। अहिंसा के माध्यम से महात्मा गांधी जैसे नेताओं ने भारत देश को १९४७ में स्वतंत्र राष्ट्र बनाया। भारत, १२० करोड़ लोगों के साथ दुनिया का दूसरे सबसे अधिक आबादी वाला देश और दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला लोकतंत्र है। .

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भारत का प्रधानमन्त्री

भारत गणराज्य के प्रधानमन्त्री (सामान्य वर्तनी:प्रधानमंत्री) का पद भारतीय संघ के शासन प्रमुख का पद है। भारतीय संविधान के अनुसार, प्रधानमन्त्री केंद्र सरकार के मंत्रिपरिषद् का प्रमुख और राष्ट्रपति का मुख्य सलाहकार होता है। वह भारत सरकार के कार्यपालिका का प्रमुख होता है और सरकार के कार्यों के प्रति संसद को जवाबदेह होता है। भारत की संसदीय राजनैतिक प्रणाली में राष्ट्रप्रमुख और शासनप्रमुख के पद को पूर्णतः विभक्त रखा गया है। सैद्धांतिकरूप में संविधान भारत के राष्ट्रपति को देश का राष्ट्रप्रमुख घोषित करता है और सैद्धांतिकरूप में, शासनतंत्र की सारी शक्तियों को राष्ट्रपति पर निहित करता है। तथा संविधान यह भी निर्दिष्ट करता है कि राष्ट्रपति इन अधिकारों का प्रयोग अपने अधीनस्थ अधकारियों की सलाह पर करेगा। संविधान द्वारा राष्ट्रपति के सारे कार्यकारी अधिकारों को प्रयोग करने की शक्ति, लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित, प्रधानमन्त्री को दी गयी है। संविधान अपने भाग ५ के विभिन्न अनुच्छेदों में प्रधानमन्त्रीपद के संवैधानिक अधिकारों और कर्तव्यों को निर्धारित करता है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद ७४ में स्पष्ट रूप से मंत्रिपरिषद की अध्यक्षता तथा संचालन हेतु प्रधानमन्त्री की उपस्थिति को आवश्यक माना गया है। उसकी मृत्यु या पदत्याग की दशा मे समस्त परिषद को पद छोडना पडता है। वह स्वेच्छा से ही मंत्रीपरिषद का गठन करता है। राष्ट्रपति मंत्रिगण की नियुक्ति उसकी सलाह से ही करते हैं। मंत्री गण के विभाग का निर्धारण भी वही करता है। कैबिनेट के कार्य का निर्धारण भी वही करता है। देश के प्रशासन को निर्देश भी वही देता है तथा सभी नीतिगत निर्णय भी वही लेता है। राष्ट्रपति तथा मंत्रीपरिषद के मध्य संपर्कसूत्र भी वही हैं। मंत्रिपरिषद का प्रधान प्रवक्ता भी वही है। वह सत्तापक्ष के नाम से लड़ी जाने वाली संसदीय बहसों का नेतृत्व करता है। संसद मे मंत्रिपरिषद के पक्ष मे लड़ी जा रही किसी भी बहस मे वह भाग ले सकता है। मन्त्रीगण के मध्य समन्वय भी वही करता है। वह किसी भी मंत्रालय से कोई भी सूचना आवश्यकतानुसार मंगवा सकता है। प्रधानमन्त्री, लोकसभा में बहुमत-धारी दल का नेता होता है, और उसकी नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा लोकसभा में बहुमत सिद्ध करने पर होती है। इस पद पर किसी प्रकार की समय-सीमा निर्धारित नहीं की गई है परंतु एक व्यक्ति इस पद पर केवल तब तक रह सकता है जबतक लोकसभा में बहुमत उसके पक्ष में हो। संविधान, विशेष रूप से, प्रधानमन्त्री को केंद्रीय मंत्रिमण्डल पर पूर्ण नियंत्रण प्रदान करता है। इस पद के पदाधिकारी को सरकारी तंत्र पर दी गयी अत्यधिक नियंत्रणात्मक शक्ति, प्रधानमन्त्री को भारतीय गणराज्य का सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली व्यक्ति बनाती है। विश्व की सातवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, दूसरी सबसे बड़ी जनसंख्या, सबसे बड़े लोकतंत्र और विश्व की तीसरी सबसे बड़ी सैन्य बलों समेत एक परमाणु-शस्त्र राज्य के नेता होने के कारण भारतीय प्रधानमन्त्री को विश्व के सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली व्यक्तियों में गिना जाता है। वर्ष २०१० में फ़ोर्ब्स पत्रिका ने अपनी, विश्व के सबसे शक्तिशाली लोगों की, सूची में तत्कालीन प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह को १८वीं स्थान पर रखा था तथा २०१२ और २०१३ में उन्हें क्रमशः १९वें और २८वें स्थान पर रखा था। उनके उत्तराधिकारी, नरेंद्र मोदी को वर्ष २०१४ में १५वें स्थान पर तथा वर्ष २०१५ में विश्व का ९वाँ सबसे शक्तिशाली व्यक्ति नामित किया था। इस पद की स्थापना, वर्त्तमान कर्तव्यों और शक्तियों के साथ, २६ जनवरी १९४७ में, संविधान के परवर्तन के साथ हुई थी। उस समय से वर्त्तमान समय तक, इस पद पर कुल १५ पदाधिकारियों ने अपनी सेवा दी है। इस पद पर नियुक्त होने वाले पहले पदाधिकारी जवाहरलाल नेहरू थे जबकि भारत के वर्तमान प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी हैं, जिन्हें 26 मई 2014 को इस पद पर नियुक्त किया गया था। .

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भारत के ध्वजों की सूची

यह सूची भारत में प्रयोग हुए सभी ध्वजों की है.

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भारतीय थलसेना

भारतीय थलसेना, सेना की भूमि-आधारित दल की शाखा है और यह भारतीय सशस्त्र बल का सबसे बड़ा अंग है। भारत का राष्ट्रपति, थलसेना का प्रधान सेनापति होता है, और इसकी कमान भारतीय थलसेनाध्यक्ष के हाथों में होती है जो कि चार-सितारा जनरल स्तर के अधिकारी होते हैं। पांच-सितारा रैंक के साथ फील्ड मार्शल की रैंक भारतीय सेना में श्रेष्ठतम सम्मान की औपचारिक स्थिति है, आजतक मात्र दो अधिकारियों को इससे सम्मानित किया गया है। भारतीय सेना का उद्भव ईस्ट इण्डिया कम्पनी, जो कि ब्रिटिश भारतीय सेना के रूप में परिवर्तित हुई थी, और भारतीय राज्यों की सेना से हुआ, जो स्वतंत्रता के पश्चात राष्ट्रीय सेना के रूप में परिणत हुई। भारतीय सेना की टुकड़ी और रेजिमेंट का विविध इतिहास रहा हैं इसने दुनिया भर में कई लड़ाई और अभियानों में हिस्सा लिया है, तथा आजादी से पहले और बाद में बड़ी संख्या में युद्ध सम्मान अर्जित किये। भारतीय सेना का प्राथमिक उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रवाद की एकता सुनिश्चित करना, राष्ट्र को बाहरी आक्रमण और आंतरिक खतरों से बचाव, और अपनी सीमाओं पर शांति और सुरक्षा को बनाए रखना हैं। यह प्राकृतिक आपदाओं और अन्य गड़बड़ी के दौरान मानवीय बचाव अभियान भी चलाते है, जैसे ऑपरेशन सूर्य आशा, और आंतरिक खतरों से निपटने के लिए सरकार द्वारा भी सहायता हेतु अनुरोध किया जा सकता है। यह भारतीय नौसेना और भारतीय वायुसेना के साथ राष्ट्रीय शक्ति का एक प्रमुख अंग है। सेना अब तक पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ चार युद्धों तथा चीन के साथ एक युद्ध लड़ चुकी है। सेना द्वारा किए गए अन्य प्रमुख अभियानों में ऑपरेशन विजय, ऑपरेशन मेघदूत और ऑपरेशन कैक्टस शामिल हैं। संघर्षों के अलावा, सेना ने शांति के समय कई बड़े अभियानों, जैसे ऑपरेशन ब्रासस्टैक्स और युद्ध-अभ्यास शूरवीर का संचालन किया है। सेना ने कई देशो में संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशनों में एक सक्रिय प्रतिभागी भी रहा है जिनमे साइप्रस, लेबनान, कांगो, अंगोला, कंबोडिया, वियतनाम, नामीबिया, एल साल्वाडोर, लाइबेरिया, मोज़ाम्बिक और सोमालिया आदि सम्मलित हैं। भारतीय सेना में एक सैन्य-दल (रेजिमेंट) प्रणाली है, लेकिन यह बुनियादी क्षेत्र गठन विभाजन के साथ संचालन और भौगोलिक रूप से सात कमान में विभाजित है। यह एक सर्व-स्वयंसेवी बल है और इसमें देश के सक्रिय रक्षा कर्मियों का 80% से अधिक हिस्सा है। यह 1,200,255 सक्रिय सैनिकों और 909,60 आरक्षित सैनिकों के साथ दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी स्थायी सेना है। सेना ने सैनिको के आधुनिकीकरण कार्यक्रम की शुरुआत की है, जिसे "फ्यूचरिस्टिक इन्फैंट्री सैनिक एक प्रणाली के रूप में" के नाम से जाना जाता है इसके साथ ही यह अपने बख़्तरबंद, तोपखाने और उड्डयन शाखाओं के लिए नए संसाधनों का संग्रह एवं सुधार भी कर रहा है।.

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भारतीय नाम

भारतीय पारिवारिक नाम अनेक प्रकार की प्रणालियों व नामकरण पद्धतियों पर आधारित होते हैं, जो एक से दूसरे क्षेत्र के अनुसार बदलतीं रहती हैं। नामों पर धर्म व जाति का प्रभाव भी होता है और वे धर्म या महाकाव्यों से लिये हुए हो सकते हैं। भारत के लोग विविध प्रकार की भाषाएं बोलते हैं और भारत में विश्व के लगभग प्रत्येक प्रमुख धर्म के अनुयायी मौजूद हैं। यह विविधता नामों व नामकरण की शैलियों में सूक्ष्म, अक्सर भ्रामक, अंतर उत्पन्न करती है। उदाहरण के लिये, पारिवारिक नाम की अवधारणा तमिलनाडु में व्यापक रूप से मौजूद नहीं थी। कई भारतीयों के लिये, उनके जन्म का नाम, उनके औपचारिक नाम से भिन्न होता है; जन्म का नाम किसी ऐसे वर्ण से प्रारंभ होता है, जो उस व्यक्ति की जन्म-कुंडली के आधार पर उसके लिये शुभ हो। कुछ बच्चों को एक नाम दिया जाता है (दिया गया नाम).

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भारतीय शांति रक्षा सेना

भारतीय शांति रक्षा सेना (IPKF; भारतीय शान्ति सेना) भारतीय सेना दल था जो 1987 से 1990 के मध्य श्रीलंका में शांति स्थापना ऑपरेशन क्रियान्वित कर रहा था। इसका गठन भारत-श्रीलंका संधि के अधिदेश के अंतर्गत किया गया था जिस पर भारत और श्रीलंका ने 1987 में हस्ताक्षर किये थे जिसका उद्देश्य युद्धरत श्रीलंकाई तमिल राष्ट्रवादियों जैसे लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (LTTE) और श्रीलंकाई सेना के मध्य श्रीलंकाई गृहयुद्ध को समाप्त करना था। IPKF का मुख्य कार्य केवल LTTE ही नहीं बल्कि विभिन्न उग्रवादी गुटों को निःशस्त्र करना था। इसके शीघ्र बाद एक अंतरिम प्रशासनिक परिषद का गठन किया जाना था। ये भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज्ञा से भारत और श्रीलंका के बीच हस्ताक्षरित समझौते की शर्तों के अनुसार था। श्रीलंका में संघर्ष के स्तर में वृद्धि को देखते हुए और भारत में शरणार्थियों की घनघोर भीड़ उमड़ पड़ने पर, राजीव गांधी, ने इस समझौते को बढाने के लिए निर्णायक कदम उठाया.

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भारतीय सशस्‍त्र सेनाएँ

भारतीय सशस्‍त्र सेनाएँ भारत की तथा इसके प्रत्‍येक भाग की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उत्तरदायी हैं। भारतीय शस्‍त्र सेनाओं की सर्वोच्‍च कमान भारत के राष्‍ट्रपति के पास है। राष्‍ट्र की रक्षा का दायित्‍व मंत्रिमंडल के पास होता है। इसका निर्वहन रक्षा मंत्रालय द्वारा किया जाता है, जो सशस्‍त्र बलों को देश की रक्षा के संदर्भ में उनके दायित्‍व के निर्वहन के लिए नीतिगत रूपरेखा और जानकारियां प्रदान करता है। भारतीय शस्‍त्र सेना में तीन प्रभाग हैं भारतीय थलसेना, भारतीय जलसेना, भारतीय वायुसेना और इसके अतिरिक्त, भारतीय सशस्त्र बलों भारतीय तटरक्षक बल और अर्धसैनिक संगठनों (असम राइफल्स, और स्पेशल फ्रंटियर फोर्स) और विभिन्न अंतर-सेवा आदेशों और संस्थानों में इस तरह के सामरिक बल कमान अंडमान निकोबार कमान और समन्वित रूप से समर्थन कर रहे हैं डिफेंस स्टाफ। भारत के राष्ट्रपति भारतीय सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर है। भारतीय सशस्त्र बलों भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय (रक्षा मंत्रालय) के प्रबंधन के तहत कर रहे हैं। 14 लाख से अधिक सक्रिय कर्मियों की ताकत के साथ,यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा सैन्य बल है। अन्य कई स्वतंत्र और आनुषांगिक इकाइयाँ जैसे: भारतीय सीमा सुरक्षा बल, असम राइफल्स, राष्ट्रीय राइफल्स, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड, भारत तिब्बत सीमा पुलिस इत्यादि। भारतीय सेना के प्रमुख कमांडर भारत के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द हैं। यह दुनिया के सबसे बड़ी और प्रमुख सेनाओं में से एक है। सँख्या की दृष्टि से भारतीय थलसेना के जवानों की सँख्या दुनिया में चीन के बाद सबसे अधिक है। जबसे भारतीय सेना का गठन हुआ है, भारत ने दोनों विश्वयुद्ध में भाग लिया है। भारत की आजादी के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ तीन युद्ध 1948, 1965, तथा 1971 में लड़े हैं जबकि एक बार चीन से 1962 में भी युद्ध हुआ है। इसके अलावा 1999 में एक छोटा युद्ध कारगिल युद्ध पाकिस्तान के साथ दुबारा लड़ा गया। भारतीय सेना परमाणु हथियार, उन्नत अस्त्र-शस्त्र से लैस है और उनके पास उचित मिसाइल तकनीक भी उपलब्ध है। हलांकि भारत ने पहले परमाणु हमले न करने का संकल्प लिया हुआ है। भारतीय सेना की ओर से दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान परमवीर चक्र है। .

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भारतीय सैन्य अभियान

भारतीय सशस्त्र बल, भारत गणराज्य की थलसेना,वायुसेना,नौसेना, तटरक्षक बल और विभिन्न अन्य अंतर-सेवा संस्थाओं का समग्र एकीकृत सैन्यरूप है। भारत के राष्ट्रपति इसके कमांडर-इन-चीफ के रूप में कार्य करते हैं। 13,25,000 सक्रिय कर्मियों की अनुमानित कुल संख्या के साथ भारत की दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी सशस्त्र सेना है। .

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भारतीय इतिहास की समयरेखा

पाकिस्तान, बांग्लादेश एवं भारत एक साझा इतिहास के भागीदार हैं इसलिए भारतीय इतिहास की इस समय रेखा में सम्पूर्ण भारतीय उपमहाद्वीप के इतिहास की झलक है। .

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भावना कंठ

भावना कंठ पहली महिला सेनानी पायलट है (मोहन सिंह और अवनी चतुर्वेदी के साथ)। भारतीय वायु सेना में पहली बार महिला युद्ध पायलटों को शामिल किया गया (१८ जून २०१६), मोहन सिंह, भावना कंठ और अवनी चतुर्वेदी को। भावना का जन्म १ दिसंबर १९९२ को बरौनी में हुआ था। उनके पिता इंडियन ऑयल कंपनी में इंजीनियर हैं। 'मेधा पुरस्कार' भावना को मिला आईओसीएल से १०वीं कक्षा में अपनी परीक्षा में ९०% से जादा अंक लेने पर। भारतीय वायु सेना में एक पायलट बनने का बचपन का सपना था भावना का जो पूरा हो गया। बेगुसराय के बरौनी रिफ़ाइनरी टाउनशिप में डीएवी विद्यालय में उनकी पढ़ाई हुई और वह राजस्थान में कोटा चली गई इंजीनियरिंग प्रवेश द्वार के लिए तैयार करने। बिहार के पटना में उन इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं में से एक के दौरान भावना ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के लिए जाने की इच्छा व्यक्त हुए थी पर उस समय महिलाएं एनडीए के लिए अयोग्य थी। तो उसने बेंगलुरु में बीएमएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स स्ट्रीम में अपनी इंजीनियरिंग करने का फैसला किया। फिर उसने भारतीय वायु सेना परीक्षा दी और सफल हुई। जल्द ही भारत की पहली महिला लड़ाकू पायलटों में से एक बन गई। .

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भुज रुद्र माता वायुसेना बेस

भुज रुद्र माता वायु सेना बेस भारतीय वायुसेना का एक बेस है और गुजरात के भुज नामक शहर के भुज विमानक्षेत्र की उड़ानपट्टी का प्रयोग करता है। यह वायु सेना की दक्षिणी पश्चिम कमान का एक भाग है। .

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मढ़ दुर्ग

मढ़ किला (जिसे वर्सोवा किले के नाम से भी जाना जाता) महाराष्ट्र की राजधानी मुम्बई के उत्तरी भाग में मढ़ द्वीप पर स्थित एक छोटा सा किला है। यह पुर्तगाली लोगों के अधीन भारत में द्वारा बनाया गया था। १७३९ के फरवरी माह में उनका मराठों से युद्ध हुआ, जिसमें वे यह किला हार गये एवं इस पर मराठों का अधिकार हो गया। कालान्तर में १७७४ में अंग्रेजों ने सालसेट द्वीप, ठाणा किला और करंजा के द्वीप किले के साथ साथ वर्सोवा किले पर अपना आधिपत्य जमा लिया। इसका निर्माण १७वीं शताब्दी में पुर्तगालियों द्वारा एक पहरे की मीनार के रूप में करवाया गया था। यह समुद्र तट के एक सामरिक दृष्टि से बहुत महत्त्वपूर्ण हुआ करता था और मार्वे क्रीक पर नजर रखा करता था। इसके बाहरी भाग अभी भी जैसे के तैसे बने खड़े दिखाई देते हैं, जबकि अन्दरूनी भाग आंतरिक रूप से जीर्ण-शीर्ण हो चले हैं। .

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मणिपुर में उग्रवाद

उग्रवाद मणिपुर में चल रहे  सशस्त्र संघर्ष के बीच भारत और एक नंबर के अलगाववादी विद्रोही समूहों, जगह लेने के क्षेत्र में मणिपुरहै। विद्रोह में मणिपुर का हिस्सा है व्यापक विद्रोह में पूर्वोत्तर भारत; यह के तत्वों को जोड़ती है एक राष्ट्रीय मुक्ति युद्ध के रूप में अच्छी तरह के रूप में एक जातीय संघर्षहै। .

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मालदीव

मालदीव या (Dhivehi: ދ ި ވ ެ ހ ި ރ ާ އ ް ޖ ެ Dhivehi Raa'je) या मालदीव द्वीप समूह, आधिकारिक तौर पर मालदीव गणराज्य, हिंद महासागर में स्थित एक द्वीप देश है, जो मिनिकॉय आईलेंड और चागोस अर्किपेलेगो के बीच 26 प्रवाल द्वीपों की एक दोहरी चेन, जिसका फेलाव भारत के लक्षद्वीप टापू की उत्तर-दक्षिण दिशा में है, से बना है। यह लक्षद्वीप सागर में स्थित है, श्री लंका की दक्षिण-पश्चिमी दिशा से करीब सात सौ किलोमीटर (435 mi) पर.

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मिकोयान मिग-27

मिकोयान मिग-27 (Mikoyan MiG-27, Микоян МиГ-27) एक रुसी लड़ाकू विमान है। मूल रूप से इसे सोवियत संघ में मिकोयान-गुरेविच ब्यूरो द्वारा डिज़ाइन और निर्मित किया गया था। बाद में लाइसेंस पर भारत में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स द्वारा बहादुर विमान के रूप में भी इसे निर्मित किया गया था। यह मिकोयान-गुरेविच मिग-23 लड़ाकू विमानों पर आधारित है लेकिन मिग-23 के विपरीत यह एयर-टू-ग्राउंड हमले करने के लिए अनुकूलित है। मिग-27 का रूस के बाहर व्यापक उपयोग नहीं देखा गया है। चूंकि ज्यादातर देशों ने मिकोयान-गुरेविच मिग-23बीएन और सुखोई एसयू-22 का विकल्प चुना है। यह ग्राउंड अटैक की भूमिका में भारतीय, कज़ाख और श्रीलंका के एयर फोर्स मे अभी भी सेवा में मे बना हुआ है। सभी रूसी और यूक्रेनी मिग-27 सेवानिवृत्त हो चुके हैं। .

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मिकोयान मिग-29

मिकोयान मिग-29 (Mikoyan MiG-29, Микоян и Гуревич МиГ-29) एक रुसी लडाकू विमान है। .

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मिकोयान मिग-29एम

मिकोयान मिग-29एम (Mikoyan MiG-29M) (नाटो रिपोर्टिंग नाम: फुल्रुम-ई) एक मल्टीरोल लड़ाकू विमान है जिसे मिकोयान मिग-29 का एक उन्नत संस्करण के रूप में विकसित किया गया था। पूर्व में इसका नाम "मिग-33" था। यह मूलतः 1980 के मध्य के दौरान सोवियत संघ में मिकोयैन द्वारा डिजाइन किया गया था। .

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मिकोयान मिग-35

मिकोयान मिग-35 (Микоян МиГ-35., नाटो (NATO) द्वारा सूचित नाम: फल्क्रम-F) मिग-29M/M2 और मिग-29K/KUB प्रौद्योगिकी का एक अग्रवर्ती विकास है। इसके निर्माताओं द्वारा इसे एक 4++ पीढ़ी लड़ाकू जेट फाइटर के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इसका पहला नमूना (प्रोटोटाइप) पहले ही सेवा में नियुक्त मिग-29M2 के प्रदर्शित मॉडल का ही एक संशोधन था। अब तक 10 आदर्श नमूनों का निर्माण किया गया है और मौजूदा समय में व्यापक मैदानी परीक्षणों के अधीन हैं। मिग-35 को अब एक मध्यम वजन के विमान के रूप में वर्गीकृत किया गया है, क्योंकि इसकी उड़ान का अधिकतम आरंभिक वजन 30 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया है जो इसके वर्गीकरण के अपने पिछले मापदंड से अधिक की वृद्धि है। मिग कॉर्पोरेशन (MiG Corporation) ने पहली बार आधिकारिक तौर पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिग-35 को ही एयरो इंडिया 2007 के एयर शो के दौरान प्रस्तुत किया। आधिकारिक तौर पर मिग-35 का अनावरण उस समय किया गया था जब रूसी रक्षा मंत्री, सेर्गेई इवानोव ने, लुखोवित्सकी मशीन बिल्डिंग प्लांट "मापो-मिग" (MAPO-MIG) का दौरा किया। एक सीट वाले संस्करण का नामकरण मिग-35 किया गया है और दो सीट वाला संस्करण मिग-35D नामित है। इस लड़ाकू विमान की वैमानिकी एवं हथियार प्रणालियों में व्यापक सुधार किया गया है, विशेष रूप से नए AESA रडार और (अनोखे डिजाइन वाले ऑप्टिकल लोकेटर सिस्टम (OLS) में जो विमान को (जमीन-नियंत्रित अंतरग्रहण (GCI) प्रणाली पर भरोसा तथा, एवं इसे स्वतंत्र रूप से बहु-भूमिका मिशन के निष्पादन में सक्षम बनाता है। .

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मिकोयान-गुरेविच मिग-21

मिकोयान-गुरेविच मिग-21 (Mikoyan-Gurevich MiG-21,Микоян и Гуревич МиГ-21) एक सुपरसोनिक लड़ाकू जेट विमान है जिसका निर्माण सोवियत संघ के मिकोयान-गुरेविच डिज़ाइन ब्यूरो ने किया है। इसे "बलालैका" के नाम से बुलाया जाता था क्योंकि यह रुसी संगीत वाद्य ऑलोवेक (हिन्दी: पेन्सिल) की तरह दीखता था। .

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मिकोयान-गुरेविच मिग-23

मिकोयान-गुरेविच मिग-23 (Mikoyan-Gurevich MiG-23) (रूसी: Микоян и Гуревич МиГ-23; नाटो रिपोर्टिंग नाम: फ्लॉगर) एक चर-ज्यामिति लड़ाकू विमान है, जो कि सोवियत संघ में मिकोयान-गुरेविच डिज़ाइन ब्यूरो द्वारा डिजाइन किया गया है। यह सोवियत संघ के तीसरी पीढ़ी के जेट लड़ाकू वर्ग से संबंधित है। यह सोवियत संघ द्वारा नीचे-देखने/शूट-डाउन रडार डिजाइन करने का पहला प्रयास था। और पहला दृश्य रेंज मिसाइलों के साथ हथियारों से लैस होने वाला विमान भी। मिकोयान-गुरेविच मिग-23 का उत्पादन 1970 में शुरू हुआ और 5,000 से ज्यादा विमानों के निर्माण के साथ बड़ी संख्या में इसका उत्पादन किया गया। आज मिग-23 कुछ निर्यात ग्राहकों की सेना मे सीमित सेवा में कर रहे है।Lake 1992, pp.

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मिकोयान-गुरेविच मिग-25

मिकोयान-गुरेविच मिग-25 (Mikoyan-Gurevich MiG-25) (नाटो रिपोर्टिंग का नाम: फॉक्सबैट) एक सुपरसोनिक इंटरसेप्टर और जासूसी विमान है जो विश्व मे सेवा करने वाले सबसे तेज़ सैन्य विमानों में से एक था। यह सोवियत संघ के मिकॉयन-गुरेविच ब्यूरो द्वारा डिजाइन किया गया था। और यह मुख्य रूप से स्टेनलेस स्टील का उपयोग करने वाले निर्मित कुछ युद्ध विमानों में से एक है। यह मिखाइल गुरेविच द्वारा डिजाइन किया गया आखिरी विमान था। पहला प्रोटोटाइप को 1964 में उड़ाया गया था और मिकोयान-गुरेविच मिग-25 विमान ने सेना मे 1970 में प्रवेश किया था। इसकी संचालन की गति मैक 2.83 की है इसे मैक 3.2 तक बड़ाना संभव है लेकिन इंजन को कोई महत्वपूर्ण नुकसान का जोखिम न हो इसलिए इसे मैक 2.83 की संचालन की गति पर चलाते है। और इसमे एक शक्तिशाली रडार और चार एयर-टू-एयर मिसाइल सुविधाएँ है। जब पहली बार जासूसी फोटोग्राफी में मिकोयान-गुरेविच मिग-25 को देखा गया तो फोटोग्राफी मे बड़े विंग का एक विशाल और उच्च गतिशील लड़ाकू विमान को कहा गया। जब अमेरिकी डिजाइनर सिद्धांत भी वियतनाम युद्ध में प्रदर्शन के मुकाबले उच्च गतिशीलता के लिए लड़ाकू विमान विकसित कर रहे थे। 1,190 विमान के बनाने के बाद मिकोयान-गुरेविच मिग-25 का उत्पादन 1984 मे खत्म कर दिया गया था। शीत युद्ध का प्रतीक, मिग-25 सोवियत सहयोगियों और पूर्व सोवियत गणराज्यों की सेना मे शामिल रहा था। बचे हुए शेष कुछ विमानो ने रूस और कई अन्य देशों में सीमित सेवा की थी। यह विश्व का सबसे ज्यादा उड़ान भरने वाले विमानो मे से एक है। और एसआर-71 जासूसी विमान के बाद दूसरा सबसे तेज चलने वाला विमान है। The Global Aircraft Organization, 24 April 2007.

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मई 2015 नेपाल भूकम्प

१२ मई २०१५ को दिन में १२ बजकर ३९ मिनट पर एक बार फिर ७.४ के परिमाण का भूकम्प आया। बजकर 9 मिनट पर भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। इसके बाद दोपहर 1 बजकर 44 मिनट पर फिर भूकंप का झटका आया। इसकी तीव्रता 4.4 थी। भूकम्प के ३ अभिकेन्द्रों में से २ नेपाल व १ अफगानिस्तान में है। नेपाल में इसकी तीव्रता ज्यादा है। नेपाल में एक केंद्र की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.3 और दूसरे की 6.2 मापी गई है। नेपाल के कोदारी में भूकंप का केंद्र जमीन से 18 किलोमीटर नीचे था। वहीं, अफगानिस्तान में भूकंप की तीव्रता रिएक्टर पैमाने पर 6.9 मापी गई है। इन झटकों के बाद दिल्ली और कोलकाता में मेट्रो रेल सेवा रोक दी गई है। .

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म्यांमार में भारतीय सैन्य अभियान 2015

म्यांमार में भारतीय सैन्य अभियान 201510 जून को भारत ने भारत-म्यांमार की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आतंकवादी शिविरों के खिलाफ शल्य-क्रियात्मक हमलों का आयोजन किया।4 जून 2015 को एनएससीएन-खापलांग ने मणिपुर के चंदेल जिले में 6 डोगरा रेजिमेंट के एक भारतीय सेना के काफिले पर हमला किया और 18 सेना के जवानों को मार दिया। भारतीय मीडिया ने बताया कि इस सफल सीमापार ऑपरेशन में हताहत आतंकिओं की संख्या 158 तक है। .

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मौसम (2011 फ़िल्म)

मौसम 2011 की एक हिन्दी प्रेम-नाटक फ़िल्म है। इस फ़िल्म का लेखन और निर्देशन पंकज कपूर ने किया है। शाहिद कपूर और सोनम कपूर ने इस फिल्म के मुख्य पात्रों का अभिनय किया है। पहले फ़िल्म का प्रदर्शन १६ सितम्बर २०११ को किया जाना था, लेकिन भारतीय वायु सेना से एनओसी मिलने में हुई देरी के कारण इसे २३ सितम्बर २०११ को प्रदर्शित किया गया। .

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येलहंका विमानक्षेत्र

येलहंका विमानक्षेत्र भारत के येलहंका शहर में स्थित हवाई अड्डा है। इसका ICAO कोड VOYK है। यह सैन्य हवाई अड्डा है। यहाँ कस्टम विभाग नहीं है। यहाँ की उड़ान पट्टी पेव्ड है, यहाँ की अवतरण प्रणाली यांत्रिक नहीं है। श्रेणी:भारत में विमानक्षेत्र.

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राममनोहर लोहिया

डॉ॰ राममनोहर लोहिया डॉ॰ राममनोहर लोहिया (जन्म - मार्च २३, इ.स. १९१० - मृत्यु - १२ अक्टूबर, इ.स. १९६७) भारत के स्वतन्त्रता संग्राम के सेनानी, प्रखर चिन्तक तथा समाजवादी राजनेता थे। .

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राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (भारत)

राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, भारतीय सशस्त्र सेना की एक संयुक्त सेवा अकादमी है, जहां तीनों सेवाओं, थलसेना, नौसेना और वायु सेना के कैडेटों को उनके संबंधित सेवा अकादमी के पूर्व-कमीशन प्रशिक्षण में जाने से पहले, एक साथ प्रशिक्षित किया जाता है। यह महाराष्ट्र, पुणे के करीब खडकवासला में स्थित है। जबसे अकादमी की स्थापना हुई है तब से एनडीए के पूर्व छात्रों ने सभी बड़े संघर्ष का नेतृत्व किया है जिसमें भारतीय थलसेना को कार्यवाही के लिए आमंत्रित किया जाता रहा है। पूर्व छात्रों में तीन परमवीर चक्र प्राप्तकर्ता और 9 अशोक चक्र प्राप्तकर्ता शामिल हैं। .

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राकेश शर्मा

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रिसर्च एंड एनालिसिस विंग

रिसर्च एंड एनालिसिस विंग या संक्षेप में रॉ (हिन्दी अनुवाद: अनुसंधान और विश्लेषण स्कंध) भारत की अंतर्राष्ट्रीय गुप्तचर संस्था है। इसका गठन सितंबर १९६८ में किया गया था जब अन्वेषण ब्यूरो (जो पहले घरेलु व अंतर्राष्ट्रीय मामले संभालती थी) १९६२ के भारत-चीन युद्ध व १९६५ के भारत-पाकिस्तान युद्ध में अच्छी तरह कार्य नहीं कर पाई थी जिसके चलते भारतीय सरकार को एक ऐसी संस्था की ज़रूरत महसूस हुई जो स्वतन्त्र और सक्षम तरीके से बाहरी जानकारियाँ जमा कर सके। रॉ का मुख्य कार्य जानकारी इकठ्ठा करना, आतंकवाद को रोकना व गुप्त ऑपरेशनों को अंजाम देना है। इसके साथ ही यह विदेशी सरकारों, कंपनियों व इंसानों से मिली जानकारी पर कार्य करना है ताकि भारतीय नीति निर्माताओं को सलाह दी जा सके। रॉ का मुख्यालय नई दिल्ली में है और इसके निदेशक अनिल धस्माना है जो मध्य प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी है। .

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रंग दे बसंती

रंग दे बसंती (पंजाबी: ਰੰਗ ਦੇ ਬਸੰਤੀ, उर्दू: رنگ دے بسنتى) एक हिन्दी फिल्म है। 26 जनवरी 2006 को यह फिल्म रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म के निर्देशक राकेश ओमप्रकाश मेहरा एवं फिल्म के मुख्य कलाकारों में शामिल हैं, आमिर खान, सिद्धार्थ नारायण, सोहा अली खान, कुणाल कपूर, माधवन, शरमन जोशी, अतुल कुलकर्णी और ब्रिटिश अभिनेत्री एलिस पैटन। पच्चीस करोड़ की लागत से बनी यह फिल्म नई दिल्ली, मुंबई, राजस्थान और पंजाब में फिल्माई गयी थी। कहानी एक ब्रिटिश वृत्तचित्र निर्माता की है जो अपने दादा की डायरी प्रविष्टियों के आधार पर भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों पर एक फिल्म बनाने के लिए भारत आती है। इस फिल्म को सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फिल्म के लिए 2006 BAFTA पुरस्कार में नामांकित किया गया था। रंग दे बसंती को सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फिल्म वर्ग में गोल्डन ग्लोब पुरस्कार और अकादमी पुरस्कार के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में चुना गया। ए.आर.

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रूसी वायु सेना

रूसी वायु सेना (Russian Air Force) रूसी एयरोस्पेस बल की एक शाखा है, जिसे 1 अगस्त 2015 को रूसी वायु सेना और रूसी एयरोस्पेस रक्षा बल के के साथ विलय कर दिया गया था।, janes.com, 4 August 2015 आधुनिक रूसी वायु सेना मूलतः 7 मई 1992 को बोरिस येल्तसिन द्वारा रक्षा मंत्रालय के निर्माण के बाद स्थापित हुई थी। हालांकि, रूसी संघ की वायु सेना को इंपीरियल रूसी वायु सेवा (1912-1917) और सोवियत वायु सेना (1918-1991) के रूप में भी देखा जा सकता है। रूसी नौसेना के पास अपना स्वयं का स्वतंत्र वायु सेना रूसी नौसेना विमानन है। जो पूर्व सोवियत अवियातिया मोएज़ेनो-मार्सकोगो फ्लोटा है। .

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लॉकहीड मार्टिन सी-130जे सुपर हरक्यूलस

लॉकहीड मार्टिन सी-130जे सुपर हरक्यूलस (Lockheed Martin C-130J Super Hercules) एक चार इंजन टर्बोप्रॉप वाला सैन्य परिवहन विमान है। सी-130जे, लॉकहीड सी-130 हरक्यूलस के नए इंजन, फ्लाइट डेक और अन्य प्रणालियों के साथ का एक व्यापक अपडेट संस्कारण है। इतिहास में किसी भी अन्य सैन्य विमान की तुलना में सबसे लंबा निरंतर उत्पादन हरक्यूलस परिवार के विमानो का हुआ है। 60 से अधिक वर्षों की सेवा के दौरान, हरक्यूलस परिवार के विमानो ने सैन्य, नागरिक और मानवीय सहायता अभियान में भाग लिया है। पंद्रह देशों ने कुल 300 सी-130जे के ऑर्डर दिए हैं, जिनमें से 250 विमान फरवरी 2012 तक वितरित किए जा चुके है। .

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लोकप्रिय गोपीनाथ बारदोलोई अन्तरराष्ट्रीय विमानक्षेत्र

लोकप्रिय गोपीनाथ बारदोलोई अन्तरराष्ट्रीय विमानक्षेत्र (असमिया:লোকপ্ৰিয় গোপীনাথ বৰদলৈ আন্তঃৰাষ্ট্ৰীয় বিমানবন্দৰ), जिसे गुवाहाटी अन्तरराष्ट्रीय विमानक्षेत्र भी कहते हैं, (पूर्व नाम बोरझार विमानक्षेत्र), भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के लिये प्रधान अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र है। यह असम की राजधानी गुवाहाटी में स्थित है। असम के स्वतंत्रता सेनानी एवं पूर्व मुख्य मंत्री गोपीनाथ बोरदोलोई के नाम पर बना यह विमानक्षेत्र भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा संचालित है तथा भारतीय वायुसेना का एक महत्त्वपूर्ण वायु बेस भी है। .

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शारदा मुखर्जी

शारदा मुखर्जी (जन्म 24 फ़रवरी 1919)) आंध्र प्रदेश और गुजरात की राज्यपाल रह चुकी हैं। .

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श्वेता मेनन

श्वेता मेनन (ശ്വേത_മേനോൻ; 23 अप्रैल को चंडीगढ़ में जन्मी) एक प्रसिद्ध भारतीय मॉडल, टेलीविजन एंकर और अभिनेत्री है जिसने कई सौंदर्य पुरस्कार जीते हैं और जिसकी झोली में कई भाषाओं में 40 से अधिक फिल्में है। .

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सतीश सरीन

एयर चीफ मार्शल सतीश कुमार सरीन, पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएम, एडीसी, 31 दिसम्बर 1995 से 31 दिसम्बर 1998 तक,भारतीय वायु सेना के चीफ ऑफ एयर स्टाफ थे। .

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सलुआ एयर फ़ोर्स स्टेशन

सलुआ एयर फ़ोर्स स्टेशन (Air Force Station Salua) एक भारतीय वायु सेना का स्टेशन है जो भारत के पश्चिम बंगाल के पश्चिम मिदनापुर ज़िले में स्थित है। यह भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर से ७ किलोमीटर तक फैला हुआ है। .

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सितारा विमान

सितारा (HAL HJT-36 Sitara) भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा विकसित एक सबसोनिक इंटरमीडिएट जेट ट्रेनर विमान है। सितारा विमान एचएएल किरण सितारा विमान को स्टेज-2 ट्रेनर के रूप में बदल देगा। सीतारा एक पारंपरिक जेट ट्रेनर है जिसमे कम धुंध पंखों, अग्रानुक्रम कॉकपिट और अपने हवाई जहाज़ के दोनों तरफ इंजन के लिए छोटा हवा प्रवेश है। .

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सियाचिन ग्लेशियर पदक

सियाचिन ग्लेशियर पदक पाकिस्तान के साथ भारत की उत्तरी सीमा पर सियाचिन ग्लेशियर पर युद्ध अथवा सेवा के लिए दिया जाता है। अप्रैल 1 9 84 से सियाचिन ग्लेशियर क्षेत्र में ऑपरेशन मेघदूत में भाग लेने वाले सैनिकों की सहायता करने के लिए, भारतीय वायु सेना को इस सम्मान से सम्मानित किया गया। .

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सिरसा

सिरसा भारत के हरियाणा प्रदेश का एक शहर और इसी नाम के जिले का मुख्यालय है। इस शहर के पास भारतीय वायुसेना का हवाई अड्डा स्थित है। .

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सिरसा एयर फ़ोर्स स्टेशन

सिरसा एयर फ़ोर्स स्टेशन (Sirsa Air Force Station) या Sirsa AFS विमान कोड VISA एक भारतीय वायु सेना का एयर फोर्स स्टेशन है। जो भारतीय राज्य हरियाणा के सिरसा में स्थित है। श्रेणी:भारतीय एयर फ़ोर्स स्टेशन श्रेणी:हरियाणा के विमानक्षेत्र.

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सिल्चर विमानक्षेत्र

सिल्चर विमानक्षेत्र जिसे कुम्भीग्राम हवाई अड्डा भी कहते हैं, असम राज्य के कछर जिले में स्थित हवाईअड्डा है। यह विमानक्षेत्र सिलचर शहर से २४ कि॰मी॰ उत्तर-पश्चिम दिशा में स्थित है। यहां की हवाई पट्टी की लंबाई ५,८५६ फ़ीट लंबी है और इसकी समुद्र सतह से ऊंचाई ३५३ फ़ीट है। यहां से मुख्यतः एयर इंडिया, जेट एयरवेज़ एवं एयर सहारा की अन्तर्देशीय वायुसेवाएं उपलब्ध हैं। विमानक्षेत्र परिसर में टैक्सी सेवा उपलब्ध है। विमानक्षेत्र पर चिकित्सा सुविधा, अपंग और वृद्ध यात्रियों हेतु व्हीलचेयर सुविधा भी उपलब्ध है। परिसर से सिल्चर रेलवे स्टेशन निकटम रेलवे कड़ी है। विमानक्षेत्र परिसर लगभग ३६.७० एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है। अन्य निकटवर्ती विमानक्षेत्रों में इम्फाल विमानक्षेत्र ९४ कि.मी, लेंगपुई विमानक्षेत्र १२४ कि.मी, अगरतला विमानक्षेत्र १५५ कि.मी और गुवाहाटी विमानक्षेत्र १९५ कि.मी दूरी पर हैं। इनमें से गुवाहाटी एकमात्र अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र है। सिल्चर शहर से विमानक्षेत्र तक पहुंचने हेतु सार्वजनिक यातायात में नगर-बस सेवा के अलावा किराये पर कार और टैक्सियां मिलती हैं। विमानक्षेत्र पर प्रस्थान समय से २ घण्टे पूर्व पहुंच जाना यात्र्रियों के लिये सुविधाजनक रहता है। इस विमानक्षेत्र में एकमात्र अन्तर्देशीय टर्मिनल है और इस टर्मिनल से संचालित होने वाली वायुसेवाओं में एयर इण्डिया क्षेत्रीय, किंगफिशर एयरलाइंस, नॉर्थ ईस्ट शटल एवं इण्डियन एयरलाइंस हैं जो शहर को अगरतला, गुवाहाटी, आइज़ोल, इम्फाल और कोलकाता से जोड़ती हैं। .

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सुदर्शन लेजर निर्देशित बम

सुदर्शन लेजर निर्देशित बम (Sudarshan laser-guided bomb) भारतीय वायु सेना के लिए द्वारा रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन विकसित एक लेजर निर्देशित बम है।, .

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सुरिंदर मेहरा

एयर चीफ मार्शल सुरिंदर मेहरा (15 जून 1932 - 8 दिसम्बर, 2003), पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएम,1 अगस्त 1988 से 31 जुलाई 1991 तक भारतीय वायु सेना के चीफ ऑफ एयर स्टाफ थे.

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सुरेश कलमाड़ी

सुरेश कलमाड़ी (जन्म 1 मई 1944) एक भारतीय राजनेता और वरिष्ठ खेल प्रबंधक हैं। वे राजनीतिक पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक सदस्य हैं। वे भारतीय ओलंपिक संघ, एशियन एथलेटिक्स एसोसिएशन और भारतीय एथलेटिक्स फेडरेशन के प्रेसिडेंट भी हैं। .

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सुखोई एसयू-30एमकेएम

सुखोई एसयू-30एमकेएम (Sukhoi Su-30MKM) (नाटो रिपोर्टिंग नाम: फ्लैकर-एच) रॉयल मलेशियाई वायु सेना का एक सुपरमैन्युएरेबल लड़ाकू विमान है। यह सुखोई एसयू-30 लड़ाकू विमान श्रृंखला का एक प्रकार है जिसे मूल सुखोई एसयू-30 से निर्यात संस्करण के लिए महत्वपूर्ण सुधारों के साथ बनाया गई है। सुखोई एसयू-30 एमकेएम को सुखोई डिजाइन ब्यूरो द्वारा विकसित किया गया था और यह भारतीय वायु सेना के सुखोई एसयू-30एमकेआई पर आधारित है। दोनों विमानों में सामान्य एयरफ्रेम, थ्रास्ट व्क्टरिंग इंजन और डिजिटल फ़्लाई-बाय-वायर सिस्टम हैं, हालांकि एमकेएम संस्करण मुख्य रूप से विमान की संरचना के कारण एमकेआई से अलग है। यह 8,000 किग्रा/17,650 पौंड हथियार तक ले जा सकता है और 700 नॉटिकल मील से अधिक अनफ़िल्टेड लड़ाकू त्रिज्या से पेलोड ले कर जा सकता है। .

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सुखोई एसयू-7

सुखोई एसयू-7 (Sukhoi Su-7) (नाटो पदनाम नाम: फिटर-ए) 1955 में सोवियत संघ द्वारा विकसित एक स्वस्त्र पंख, सुपरसोनिक लड़ाकू विमान था। यह सामरिक, निम्न स्तरीय डॉफफायटर के रूप में डिजाइन किया गया था, लेकिन इस भूमिका में यह सफल नहीं हुआ। दूसरी ओर, सुखोई एसयू-7 के बाद 1960 के दशक की शुरू सुखोई एसयू-7बी श्रृंखला मुख्य सोवियत लड़ाकू-बमवर्षक और जमीन पर हमले वाला विमान बन गया। सुखोई एसयू-7 अपनी सादगी में असभ्य था, लेकिन इसकी कमियों में कम दूरी और कम हथियार लोड शामिल थे। .

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सुखोई एसयू-३०

सुखोई एसयू-३० (Sukhoi Su-30) एक रुसी लढाकू विमान है। यह सुखोई एविएशन कॉरपोरशन द्वारा निर्मित है। यह वायु से वायु एवं वायु से धरती पर आक्रमण करने में सक्षम है। भारत, चीन, रूस वेनेजुएला और मलेशिया इसके प्रमुख उपयोगकर्ता हैं। .

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सुखोई एसयू-३० एमकेआई

सुखोई ३० एमकेआई भारतीय वायुसेना का अग्रिम पन्क्ति का लड़ाकू विमान है। यह बहु-उपयोगी लड़ाकू विमान रूस के सैन्य विमान निर्माता सुखोई तथा भारत के हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड के सहयोग से बना है। इस के नाम में स्थित एम के आई का विस्तार मॉडर्नि रोबान्बि कॉमर्स्कि इंडिकि (модернизированный коммерческий индийский) है यानि आधुनिक व्यावसायिक भारतीय (विमान)। इसी श्रृंखला के सुखोई ३०-एमकेके तथा एमके२ विमानों को चीन तथा बाद में इण्डोनेशिया को बेचा गया था। इसके अलावा एमकेएम, एमकेवी तथा एमकेए संस्करणों को मलेशिया, वेनेजुएला तथा अल्जीरिया को भी बेचा गया है। विमान ने सन १९९७ में पहली उड़ान भरी थी। सन २००२ में इसे भारतीय वायुसेना में सम्मिलित कर लिया गया। सन २००४ से इनका निर्माण भारत में ही हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। यह एक ४++ पीढ़ी का लडाकू विमान है। अकतूबर २००९ में ऐसे १०५ विमानो की ६ स्क्वाड्रन भारतीय वायुसेना की सेवा में थी। ऐसे कुल २८० विमान हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा बनाये जाने की योजना है। यह विमान ३००० किमी की दूरी तक जा कर हमला कर सकता है। इसे शक्ति इसके दो एएल-३१ तर्बोफैन इन्जनो से मिलती है जो इसे २६०० किमी प्रति घण्टे की गति देते हैं। यह विमान हवा में ईन्धन भर सकता है। इस विमान में अलग अलग तरह के बम तथा प्रक्षेपास्त्र ले जाने के लिये १२ स्थान है। भविष्य में इसे ब्रह्मोस प्रक्षेपास्त्र से लैस किया जायेगा। इसके अतिरिक्त इसमे एक ३० मिमि की तोप भी लगी है। .

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सुखोई/एचएएल एफजीएफए

सुखोई/एचएएल पाँचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमान (एफजीएफए) या पर्सपेक्टिव मल्टी-रोल फाइटर (Sukhoi/HAL Fifth Generation Fighter Aircraft (FGFA) or Perspective Multi-role Fighter) भारत और रूस द्वारा विकसित पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान है। यह रूसी सुखोई एसयू-57 की एक व्युत्पन्न परियोजना है जिसे रूसी वायु सेना के लिए विकसित किया जा रहा है। एफजीएफए भारतीय संस्करण के लिए कहा जाता है जबकि संयुक्त परियोजना को अब पर्सपेक्टिव मल्टी-रोल फाइटर (पीएमएफ) कहा जाता है। पूर्ण एफजीएफए में सुखोई एसयू-57 के कुल 43 सुधार शामिल होंगे, जिसमें स्टैल्थ, सुपरक्रूज़, उन्नत सेंसर, नेटवर्किंग और लड़ाकू एविऑनिक्स शामिल हैं। एफजीएफए के दो अलग-अलग प्रोटोटाइप विकसित किए जाएंगे, एक रूस द्वारा और भारत द्वारा। भारतीय संस्करण मे पायलट और सह-पायलट/हथियार सिस्टम ऑपरेटर (डब्ल्यूएसओ) के लिए दो सीट होगी। .

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स्वतन्त्रता के बाद भारत का संक्षिप्त इतिहास

कोई विवरण नहीं।

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स्वायत्त मानव रहित विमान अनुसंधान

ओरा या स्वायत्त मानव रहित विमान अनुसंधान (AURA या Autonomous Unmanned Research Aircraft) एक स्वायत्त मानवरहित लड़ाकू हवाई वाहन है। जिसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा भारतीय वायु सेना तथा भारतीय नौसेना के लिए विकसित किया जा रहा है। मानवरहित लड़ाकू हवाई वाहन पर डिजाइन का काम वैमानिकी विकास एजेंसी (एडीए) द्वारा किया जा रहा है। इस परियोजना का विवरण गोपनीय रखा गया है। .

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सैफ़ई

सैफ़ई (अंग्रेजी: Saifai), उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में स्थित एक कस्बा है। यह इटावा जिले की एक तहसील और विकास खंड भी है। यह मुलायम सिंह यादव, समाजवादी पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष, निवर्तमान रक्षा मंत्री और निवर्तमान मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश का जन्मस्थान भी है। .

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सैफ़ई हवाई पट्टी

सैफ़ई हवाई पट्टी, सैफ़ई, उत्तर प्रदेश में एक हवाई पट्टी है। यहाँ से केवल चार्टर्ड उड़ानों का संचालन होता है। 2015 में भारतीय वायु सेना के मिराज 2000 विमान ने एक युद्ध की तरह आपात स्थिति के मामले में इस हवाई अड्डे के संभावित विकास के लिए आधार का परीक्षण किया था।.

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सेपेकैट जैगुआर

द सेपेकैट जैगुआर (SEPECAT Jaguar) एक एंग्लो-फ्रेंच ज़मिनी हमलावर लढाकू विमान है .

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सेंट पॉल कैथेड्रल (अम्बाला)

सेंट पॉल कैथेड्रल भारत के राज्य हरियाणा के अम्बाला जिले की अम्बाला छावनी में स्थित एक गिरजाघर है, यह इस क्षेत्र के सबसे पुराने गिरजाघरों में से एक है। 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान पाकिस्तानी विमानों द्वारा की गयी बमबारी में इस गिरजाघर की इमारत का अधिकांश नष्ट हो गया और आज सिर्फ गिरजाघर का बुर्ज (टॉवर) ही बचा है। आज इसके पादरी-निवास (पार्सनेज) के एक हिस्से की प्रतिष्ठा करके उसे गिरजाघर की तरह प्रयोग किया जा रहा है। बमबारी में क्षतिग्रस्त होने से पहले यह एक बेहद आलीशान इमारत थी और इसका परिसर 21 एकड़ में फैला था जिसका अधिकतर हिस्सा आज भारतीय वायु सेना ने एक विद्यालय तथा अन्य सुविधाओं के निर्माण के लिए अधिग्रहीत कर लिया है और आज यह वायु सेना स्कूल के परिसर में स्थित है। .

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सीसपाल सिंह

सीस पाल सिंह जाट रेजिमेंट में एक नायक (सैन्य रैंक) थे। वे एक पारंपरिक सैन्य परिवार से थे तथा उनके पिता और दादा,दोनों,अलवर राज्य बल के अलवर इन्फैंट्री के सूबेदार के रूप में सेवानिवृत्त हुए। विश्व युद्ध I के बाद से उनके चाचा जाट रेजिमेंट में थे उनके दादा 1851 और 1871 के बीच,जाट रेजिमेंट में सेवारत थे । उनके अपने बेटे जयपाल सिंह जो 1 9 41 में पैदा हुए, कमीशन अधिकारी के रूप में भारतीय सेना में शामिल हुए 1 99 6 में और मेजर जनरल के रूप में 1 99 7 में सेवानिवृत्त हुए। उनका भतीजा 1 9 5 9 में भारतीय वायुसेना के भर्ती वर्गों में शामिल हुआ और 1 9 84 में एक जूनियर वारंट ऑफिसर के रूप में सेवानिवृत्त हुआ। 1 9 8 9 में उनके के पोते भारतीय वायु सेना में एक पायलट अधिकारी बने और वर्तमान में एयर कमोडोर के रूप में सेवा कर रहे हैं। सीसपाल सिंह को 1 9 47 के जम्मू-कश्मीर ऑपरेशन में अपनी वीरता के लिए महा वीर चक्र से सम्मानित किया गया। वह भारत के हरियाणा के भिवानी जिले में बामला के छोटे से गांव में पैदा हुए थे। श्रेणी:महावीर चक्र विजेता श्रेणी:भिवानी के लोग.

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हरदोई, सैफ़ई

हरदोई (हिन्दी: हरदोई) एक गांव में उत्तर प्रदेश's सैफई तहसील के इटावा जिले मेंहै। इटावा और सैफई कर रहे हैं, जिला एवं तहसील मुख्यालय के हरदोई गांव क्रमशः.

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हरिता कौर देओल

हरिता कौर देओल (१९७२ से २५ दिसम्बर १९९६) एक महिला पायलट थी जो कि भारतीय वायु सेना में कार्यरत थीं।,साथ ही ये भारत की पहली महिला पायलट थीं। इनका जन्म पंजाब के चंडीगढ़ में एक सिक्ख परिवार में हुआ था। .

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हलवारा एयर फ़ोर्स स्टेशन

हलवारा एयर फ़ोर्स स्टेशन (Halwara Air Force Station) एक भारतीय वायु सेना का विमानक्षेत्र यानी एयर फोर्स स्टेशन है जो भारतीय राज्य पंजाब के लुधियाना ज़िले के हलवारा क्षेत्र में स्थित है। .

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हल्वारा

हल्वारा (Halwara) भारतीय राज्य पंजाब के लुधियाना ज़िले का एक कस्बा है। इसका पिनकोड १४११०७ है जबकि दूरभाष क्रमांक ०१६२४ है और वाहन क्रमांक पीबी ५६ है। हल्वारा में भारतीय वायु सेना का एयर फ़ोर्स स्टेशन भी है जिसका नाम हल्वारा एयर फ़ोर्स स्टेशन है। यहाँ १९६५ के भारत-पाक की लड़ाई के दौरान हमले किये गए थे। .

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हाशिमारा एयर फ़ोर्स स्टेशन

हाशिमारा एयर फ़ोर्स स्टेशन (Hasimara Air Force Station) एक भारतीय वायु सेना का विमानक्षेत्र या एयर फोर्स स्टेशन है जो भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के अलीपुरदौर ज़िले में स्थित है। यह एयर फ़ोर्स स्टेशन मुख्य रूप से भारत और भूटान की बॉर्डर पर स्थित है। साथ ही इसके नजदीक चुम्बी वैली भी है। .

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हिण्डौन एयर फ़ोर्स स्टेशन

हिण्डौन एयर फ़ोर्स स्टेशन (Air Force Station Hindon) (Hindon AFS) (जिसे हिण्डन) भी कहा जाता है,एक भारतीय वायु सेना का विमानक्षेत्र है जो भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद ज़िले में स्थित है। इस विमानक्षेत्र की सतह कंक्रीट और एस्फाल्ट से बनी हुई है। यह विमानक्षेत्र हवाई बेस के हिसाब से पूरे एशिया में सबसे बड़ा और साथ ही विश्व का आठवां सबसे बड़ा एयर फ़ोर्स स्टेशन है। हिण्डौन एयर फोर्स स्टेशन १४ किलोमीटर फैला हुआ है जबकि २ किलोमीटर गोलाई में फैला हुआ है। यह एयर फोर्स स्टेशन हर साल ८ अक्टूबर को एयर फोर्स दिवस मनाता है। .

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हिंदुस्तान अर्ध्रा

हिंदुस्तान अर्ध्रा (Hindustan Ardhra) 1970 के दशक के अंत में एटीएस-1 अर्ध्रा के रूप में भारत के नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा पायलट को प्रशिक्षण देने के लिए तैयार किया गया था। यह परंपरागत विन्यास और लकड़ीसे निर्मित दो सीट वाला विमान था। भारतीय वायु सेना द्वारा हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स को 1980 के दशक के आरंभ में पचास विमानो का आदेश दिया था। .

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हकिमपेट एयर फ़ोर्स स्टेशन

हकिमपेट एयर फ़ोर्स स्टेशन (Hakimpet Air Force Station (Hakimpet AFS)) एक भारतीय वायु सेना का विमानक्षेत्र है जो भारतीय राज्य तेलंगाना के हकिमपेट क्षेत्र में स्थित है। वायु सेना का यह विमानक्षेत्र उत्तरी दिशा से हैदराबाद से २५ किलोमीटर दूर है। .

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जगमोहन नाथ

विंग कमांडर जगमोहन नाथ, भारतीय वायुसेना में एक अधिकारी थे। वह छह अधिकारियों में से प्रथम अधिकारी थे जिन्हें महावीर चक्र से दो बार सम्मानित किया गया। उन्हें यह सम्मान 1962 के चीन-भारत युद्ध और 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में अपने अभियान के लिए प्रदान किया गया था।। .

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जैसलमेर हवाई अड्डा

जैसलमेर हवाई अड्डा जैसलमेर, राजस्थान में स्थित, मूल रूप से भारतीय वायुसेना का अड्डा है, यहाँ से केवल एक उड़ान है किंगफिशर की जो इसे जोधपुर तथा जयपुर से जोड़ती है। इसकी हवाई पट्टी ९००० लम्बी तथा १५० फीट चौड़ी है श्रेणी:जैसलमेर श्रेणी:राजस्थान के हवाईअड्डे.

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जेमिनी गणेशन

जेमिनी गणेशन (तमिल: ஜெமினி கணேசன்)(17 नवम्बर 1920-22 मार्च 2005) एक भारतीय अभिनेता थे। फिल्मों में रोमांटिक भूमिकाएं निभाने के लिए तमिल सिनेमा जगत में उन्हें "कादल मन्नान"(रोमांस का देवता) का उपनाम दिया गया था। .

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जोधपुर

जोधपुर भारत के राज्य राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा नगर है। इसकी जनसंख्या १० लाख के पार हो जाने के बाद इसे राजस्थान का दूसरा "महानगर " घोषित कर दिया गया था। यह यहां के ऐतिहासिक रजवाड़े मारवाड़ की इसी नाम की राजधानी भी हुआ करता था। जोधपुर थार के रेगिस्तान के बीच अपने ढेरों शानदार महलों, दुर्गों और मन्दिरों वाला प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भी है। वर्ष पर्यन्त चमकते सूर्य वाले मौसम के कारण इसे "सूर्य नगरी" भी कहा जाता है। यहां स्थित मेहरानगढ़ दुर्ग को घेरे हुए हजारों नीले मकानों के कारण इसे "नीली नगरी" के नाम से भी जाना जाता था। यहां के पुराने शहर का अधिकांश भाग इस दुर्ग को घेरे हुए बसा है, जिसकी प्रहरी दीवार में कई द्वार बने हुए हैं, हालांकि पिछले कुछ दशकों में इस दीवार के बाहर भी नगर का वृहत प्रसार हुआ है। जोधपुर की भौगोलिक स्थिति राजस्थान के भौगोलिक केन्द्र के निकट ही है, जिसके कारण ये नगर पर्यटकों के लिये राज्य भर में भ्रमण के लिये उपयुक्त आधार केन्द्र का कार्य करता है। वर्ष २०१४ के विश्व के अति विशेष आवास स्थानों (मोस्ट एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी प्लेसेज़ ऑफ़ द वर्ल्ड) की सूची में प्रथम स्थान पाया था। एक तमिल फ़िल्म, आई, जो कि अब तक की भारतीय सिनेमा की सबसे महंगी फ़िल्मशोगी, की शूटिंग भी यहां हुई थी। .

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वायु सेना पदक

वायु सेना पदक एक भारतीय सैन्य सम्मान है, जिसे सामान्यतः शांति काल में उल्लेखनीय सेवा के लिए दिया जाता है। हालांकि, यह युद्ध काल में भी दिया गया है किन्तु वीर चक्र के समान संख्या में नहीं। यह सम्मान मरणोपरांत भी दिया जाता है। वायु सेना पदक की स्थापना 17 जून 1 9 60 को भारत के राष्ट्रपति द्वारा की थी और 1 9 61 से सम्मान दिए जाने लगे। पिछले एक दशक में ये सम्मान २ विभागों में,वीरता और समर्पण के लिए दिया जाता रहा हैं। .

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वायु सेना संग्रहालय, नई दिल्ली

वायु सेना संग्रहालय दिल्ली में स्थित वायु सेना का संग्रहालय है। यह पालम में स्थित है। श्रेणी:दिल्ली के संग्रहालय श्रेणी:भारतीय वायुसेना.

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वायु सेना के मार्शल

वायु सेना के मार्शल अथवा मार्शल ऑफ़ द एयर फोर्स (Marshal of the air force) विभिन्न वायुसेनाओं में दी जाने वाली एक वरिष्ठ पदवी है। .

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वायुसेना

एक वायुसेनिक अड्डा, चित्र में उड़नपट्टी पे गोर करे वायुसेना एक राष्ट्र की सैन्य संगठन की एक शाखा होती है जिसका मुख्य कार्य उस देश की वायु सुरक्षा, वायु चौकसी एव जरूरत होने पर वायु युद्ध करना होता है। इस सेन्य संगठन की संरचना थलसेना, नौसेना या अन्य शाखाओं से अलग और स्वतंत्र होती है। आमतौर पर वायुसेना अपना कर्तव्य पालन करने के लिए वायु नियंत्रण करती है जिसमे की दुश्मन सेना के विमान विशेष तोर पर लड़ाकू विमानों को नष्ट करना, शत्रु पर बमबारी और सतेही सेना को सामरिक सहायता प्रदान करना होता है। वायुसेना कई प्रकार के साजो सामान काम में लेती है व जिसमे विभिन्न प्रकार के हथियार व विमान शामिल होते है। किसी भी वायुसेना के बेड़े में कई प्रकार के लड़ाकू, बम डोही, टोही, तेल टेंकर व सेन्य परिवहन विमान शामिल हो सकते है। सुखोई एसयु-३० एमकेआई लड़ाकू विमान .

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वारंट ऑफीसर चाको जोसफ

वारंट ऑफीसर चाको जोसफ, भारतीय वायु सेना में भारी यातायात स्क्वाड्रन, जम्मू एवं कश्मीर क्षेत्र में १९६१ से फ्लाइट गनर के पद पर कार्यरत रहे। वे ४४वीं स्क्वाड्रन के संग संलग्न थे। अब तक उन्होंने कुल ३५०० घंटे की उड़ान भरीं, जिनमें से लगभग १६०० घंटे लद्दाख क्षेत्र की उड़ानें रहीं। गनरी लीडर के पद के सामान्य कार्यभार के अलावा, उन्होंने कनिष्ठ गनर्स को भी प्रशिक्षण दिया, साथ ही उन्हें इकाई की प्रचालन भूमिका से भी अवगत कराया। .

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गणतन्त्र दिवस (भारत)

गणतन्त्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व है जो प्रति वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है। इसी दिन सन् 1950 को भारत सरकार अधिनियम (एक्ट) (1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था। एक स्वतंत्र गणराज्य बनने और देश में कानून का राज स्थापित करने के लिए संविधान को 26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान सभा द्वारा अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 को इसे एक लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू किया गया था। 26 जनवरी को इसलिए चुना गया था क्योंकि 1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आई० एन० सी०) ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था। यह भारत के तीन राष्ट्रीय अवकाशों में से एक है, अन्य दो स्‍वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती हैं। .

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ग्वालियर विमानक्षेत्र

राजमाता विजयराजे सिंधिया विमानक्षेत्र या ग्वालियर विमानक्षेत्र ग्वालियर में महाराजपुर वाय़ुसेना बेस स्थित एक सैन्य हवाई अड्डा है, जो नागरिक उडा़नों के लिये भी काम आता है। इसका ICAO कोड VIGR और IATA कोड GWL है। यहाँ कस्टम्स विभाग की उपस्थिति नहीं है। इस विमान पत्तन का रनवे पेव्ड है, जिसकी लंबाई 8900 फुट है। विमान पत्तन की प्रणाली यांत्रिक नहीं है। .

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गोवा मुक्ति संग्राम

गोवा मुक्ति संग्राम, गोवा मुक्ति आन्दोलन या गोवा मुक्ति संघर्ष सन् १९६१ में भारतीय सशस्त्र सेना द्वारा किया गया एक अभियान (ऑपरेशन) था जिसके परिणाम स्वरूप गोवा को पुर्तगाल के आधिपत्य से मुक्त कराकर भारत में मिला लिया गया। इसमें वायुसेना, जलसेना एवं थलसेना - तीनों ने भाग लिया। यह संघर्ष ३६ घण्टे से अधिक समय तक चला। इसको "आपरेशन विजय" का कूटनाम दिया गया था। .

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ऑपरेशन मेघदूत

वास्तविक जमीनी स्थिति रेखा के साथ दिखाया पीले रंग की बिंदीदार ऑपरेशन मेघदूत, भारत के जम्मू कश्मीर राज्य में सियाचिन ग्लेशियर पर कब्जे के लिए भारतीय सशस्त्र बलों के ऑपरेशन के लिए कोड-नाम था, जो सियाचिन संघर्ष से जुड़ा था। 13 अप्रैल 1984 को शुरू किया गया यह सैन्य अभियान अनोखा था क्योंकि दुनिया की सबसे ऊंचाई पर स्थित युद्धक्षेत्र में पहली बार हमला शुरू किया गया था। सेना की कार्रवाई के परिणामस्वरूप भारतीय सेना ने पूरे सियाचिन ग्लेशियर पर नियंत्रण प्राप्त कर किया था। आज, भारतीय सेना की तैनाती के स्थान को वास्तविक ग्राउंड पॉजिशन लाइन (एजीपीएल) के रूप में जाना जाता है, कभी-कभी गलत तरीके से ऑपरेशन मेघदूत भी कहा जाता है। भारतीय सेना और पाकिस्तानी सेना प्रत्येक के दस पैदल सेना बटालियन, 6,400 मीटर (21,000 फीट) तक ऊंचाई पर सक्रिय रूप से तैनात किए जाते हैं। .

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ऑपरेशन राहत

ऑपरेशन राहत उत्तर भारत बाढ़ २०१३ से प्रभावित नागरिकों को निकालने के लिए भारतीय वायुसेना के बचाव अभियान का सांकेतिक नाम दिया गया। भारी बारिश ने 16 जून को उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश राज्य में काफी विकाराल रूप धारण कर लिया जिसकी वजह से तीर्थयात्रियों सहित हजारों लोग विभिन्न घाटियों में फंस गए। राहत कार्य के लिए भारतीय वायुसेना की सहायता मांगी गई। पश्चिमी वायु कमान (डब्ल्यूएसी) मुख्यालय ने विभिन्न राज्यों द्वारा बाढ़ से राहत संबंधी सहायता के अनुरोध पर त्वरित प्रतिक्रिया की है। इसके साथ ही वायुसेना ने यमुनानगर, केदारनाथ-बद्रीनाथ क्षेत्र, रूद्रप्रयाग घाटी, किन्नौरजिले के करचम-पुह क्षेत्र में बचाव कार्य शुरू कर दिया। सरसवा वायुसेना स्टेशन को इस अभियान के लिए केन्द्र बनाया गया जहां भटिंडा और हिंडन से हेलीकॉप्टर लाए गए। हाल ही में शामिल एमआई-17 वी5 सहित मध्यम भार वहन करने वाले अनेक हेलीकॉप्टरों को 17 जून को खराब मौसम के बावजूद देहरादून के जॉलीग्रांट हैलीपैड पर स्थित किया गया। एमआई-17 वी 5 द्वारा 17 जून को करनाल क्षेत्र से 36 लोगों को बचाया गया। इसके अलावा 15 बच्चों सहित 21 यात्रियों को नाकुड़ से बचाया गया। 18 जून को हिमाचल प्रदेश के रामपुर-रेकोन्गपिओ क्षेत्र में एनडीआरएफ टीम के साथ ही दो अतिरिक्त एमआई-17 वी 5 हेलीकॉप्टरों की सेवा ली गई। 25 जून 2013 की हेलीकॉप्‍टर दुर्घटना के बावजूद वायुसेना उत्‍तराखण्‍ड के राहतकार्यों में जुटी हुई है। वायुसेना अध्‍यक्ष एयर चीफ मार्शल एन ए के ब्राउन ने कहा कि जिन लोगों की जान गई है उनकी याद में हमें इस राहत कार्य को जारी रखना होगा। बाढ़ग्रस्‍त क्षेत्रों में हेलीकॉप्‍टर सेवाओं के सफल प्रयोग की योजना बनाने के लिए हिन्‍डन से सुबह एक सी 130 जे ने रेकी उड़ान भरी। धरासु और पिथौरागढ़ से लगातार 6 एमआई-17 वी 5 एस, दो ए एल एच और एक एमआई एल 7 हर्षिल से – मनेरी-धरासु और धारचूला-मीलम तथा काली-रामगंगा क्षेत्र में उडा़न भर रहे हैं। सुबह से दोपहर दो बजे तक वायुसेना ने 64 संक्षिप्‍त यात्राएं की और 636 लोगों को सुरक्षित स्‍थानों तक पहुंचाया। 17 जून 2013 से लेकर 25 जून-2013 तक वायुसेना ने 1540 उड़ाने भरीं और लगभग 13,052 तीर्थ यात्रियों को बचाने और 2, 16, 310 किलोग्राम राहत सामग्री को पहुंचाने का महत्‍वपूर्ण काम किया। .

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ओमप्रकाश मेहरा

एयर चीफ़ मार्शल ओम प्रकाश मेहरा (19 जनवरी 1919 – 8 नवम्बर 2015) भारतीय वायु सेना के १९७३ से १९७६ तक वायुसेनाध्यक्ष थे। उन्हें १९६८ में सेना के सर्वोच्च पुरस्कार परम विशिष्ट सेवा पदक से नवाजा गया। उन्हें वर्ष १९७७ में भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण प्राप्त हुआ। बाद में वो १९८० से १९८२ तक महाराष्ट्र और १९८५ से १९८७ तक राजस्थान के राज्यपाल रहे। .

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आदमपुर

आदमपुर (ਆਦਮਪੁਰ, Adampur.) भारतीय राज्य पंजाब के जालंधर ज़िले का एक शहर है। जिसका पिनकोड १४४१०२ है। यहाँ भारतीय वायु सेना का एयर फ़ोर्स स्टेशन भी है जिसका नाम आदमपुर एयर फ़ोर्स बेस है। .

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आदमपुर एयर फ़ोर्स बेस

आदमपुर एयर फ़ोर्स स्टेशन (Adampur Air Force Station) जो कि एक भारतीय वायु सेना के लिए एयर फ़ोर्स स्टेशन है जो उत्तरी भारत के पंजाब राज्य में जालंधर से २१ किलोमीटर दूर स्थित है। यह भारत के सबसे बड़े मिलिट्री एयर बेस में दूसरा सबसे बड़ा एयर फ़ोर्स स्टेशन है। यह एयर फ़ोर्स स्टेशन लगभग भारत पाकिस्तान की सीमा पर १०० किलोमीटर तक घिरा हुआ है। .

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आर्मी एविएशन कोर (भारत)

आर्मी एविएशन कोर या सेना विमानन कोर भारतीय सेना का एक घटक है, जिसका 1 नवम्बर 1986 को गठन किया गया इसका नेतृत्व, नई दिल्ली से महानिदेशक पद के लेफ्टिनेंट जनरल के द्वारा किया जाता है। .

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आकाश प्रक्षेपास्त्र

आकाश प्रक्षेपास्त्र भारत द्वारा स्वदेशीय निर्मित, माध्यम दूर की सतह से हवा में मार करने वाली प्रक्षेपास्त्र प्रणाली है। इसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित किया गया है। मिसाइल प्रणाली विमान को 30 किमी दूर व 18,000 मीटर ऊंचाई तक टारगेट कर सकती है। इसमें लड़ाकू जेट विमानों, क्रूज मिसाइलों और हवा से सतह वाली मिसाइलों के साथ-साथ बैलिस्टिक मिसाइलों जैसे हवाई लक्ष्यों को बेअसर करने की क्षमता है। यह भारतीय थल सेना और भारतीय वायु सेना के साथ परिचालन सेवा में है। आकाश की एक बैटरी में एक एकल राजेंद्र 3डी निष्क्रिय इलेक्ट्रॉनिक स्कैन सरणी (ऐरे) रडार और तीन-तीन मिसाइलों के साथ चार लांचर हैं, जो सभी एक दूसरे से जुड़े हैं। प्रत्येक बैटरी 64 लक्ष्यों तक को ट्रैक कर सकती है और उनमें से 12 तक पर हमला कर सकती है। मिसाइल में एक 60 किग्रा उच्च विस्फोटक, पूर्व-खंडित हथियार है जो निकटता (प्रोक्सिमिटी) फ्यूज के साथ है। आकाश प्रणाली पूरी तरह से गतिशील है और वाहनों के चलते काफिले की रक्षा करने में सक्षम है। लांच प्लेटफार्म को दोनों पहियों और ट्रैक वाहनों के साथ एकीकृत किया गया है जबकि आकाश सिस्टम को मुख्य रूप से एक हवाई रक्षा (सतह से हवा) के रूप में बनाया गया है। इसे मिसाइल रक्षा भूमिका में भी टेस्ट किया गया है। प्रणाली 2,000 किमी² के क्षेत्र के लिए हवाई रक्षा मिसाइल कवरेज प्रदान करती है। रडार सिस्टम (डब्ल्यूएलआर और निगरानी) सहित आकाश मिसाइल के लिए भारतीय सेना का संयुक्त ऑडर कुल 23,300 करोड़ (यूएस$4 बिलियन) के मूल्य का है। .

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इलाहाबाद विमानक्षेत्र

इलाहाबाद विमानक्षेत्र या बमरौली विमानक्षेत्र इलाहाबाद में स्थित है। यह इलाहाबाद शहर से 12 किमी (7.5 मील) की दूरी पर है, और यहां से घरेलू उड़ानों का परिचालन होता है। यह भारत का पहला हवाई अड्डा है। इलाहाबाद विमानक्षेत्र 1919 में बनाया गया था और 1942 तक इस विमानक्षेत्र से लंदन तक की सीधी उड़ानें उपलब्ध होने के कारण इसे एक अंतरराष्ट्रीय विमानक्षेत्र का दर्जा प्राप्त था। .

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इल्यूशिन आईएल-७६

इल्युशिन आईएल-७६ (नाटो नाम: कॅन्डिड) एक बहुउद्देशीय चार-इंजन वाला स्ट्रॅटेजिक एयरलिफ़्टर विमाण है। इसकी अभिकल्पना इल्य्शिन डिज़ईन ब्यूरो ने की थी। इसे १९६७ में मूलतः व्यापारिक मालवाहक के रूप में बनाया गया था। एन्टोनोव ए एन-१२ का स्थान लेने हेतु इस भारी मशीनों को सुदूर क्षेत्रों एवं सोवियत संघ के कठिन साध्य क्षेत्रों में भारी सामाण पहुंचाने हेतु बनाया गया था। आईएल-७६ के सैन्य वर्ज़न का काफ़ी प्रयोग यूरोप, एशिया एवं अफ़्रीका में होता रहा है। .

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इंदिरा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र

इंदिरा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र भारत की राजधानी एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली का प्रधान अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र है। यह नई दिल्ली नगर केन्द्र से लगभग १६ कि॰मी॰(10 मील) दक्षिण-पश्चिम दिशा में स्थित है। भारत की पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गाँधी के नाम पर बना यह भारत का व्यस्ततम विमानक्षेत्र है। |वेबदुनिया। । नई दिल्ली। रविवार, 13 मार्च 2011(10:53IST। अभिगमन तिथि: २४ नवम्बर २०१२ हवाई अड्डे के नवीनतम टर्मिनल-३ के चालू हो जाने के बाद से ४ करोड़ ६० लाख यात्री क्षमता तथा वर्ष २०३० तक की अनुमानित यात्री क्षमता १० करोड़ के साथ यह भारत के साथ-साथ पूरे दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा और सबसे महत्त्वपूर्ण व्यापार संबंधी विमानन केन्द्र बन गया है। भारत की वाणिज्यिक राजधानी मुंबई के छत्रपति शिवाजी अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र के साथ इसके आंकड़े मिलाकर देखें तो ये दोनों दक्षिण एशिया के आधे से अधिक विमान यातायात को वहन करते हैं। इस विमानक्षेत्र के संचालक दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डयल) इसे विश्व का अगला अन्तर्राष्ट्रीय ट्रांज़िट हब बनाने के प्रयास कर रहा है। लगभग ५,२२० एकड़ (२,११० हेक्टेयर) की भू-संपदा में विस्तृत, दिल्ली विमानक्षेत्र राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के लिये प्राथमिक नागर विमानन हब (केन्द्र) है। सर्वप्रथम इसका संचालन भारतीय वायु सेना के पास था, जिसके बाद उसने इसका प्रबंधन दायित्व भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को सौंप दिया। मई २००६ से हवाई अड्डे का प्रबंधन दिल्ली अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) के पास आया। डायल जीएमआर समूह के नेतृत्व में एक संयुक्त उद्यम (ज्वाइन्ट वेन्चर) है। डायल ही विमानक्षेत्र के आगे हो रहे विस्तार एवं आधुनिकीकरण के लिये भी उत्तरदायी है। इस निजीकरण का भरपूर विरोध भाविप्रा कर्मचारियों ने किया, किन्तु अन्ततः ३ मई २००६ को यह प्रबंधन स्थानांतरण संपन्न हो गया। वर्ष २००१-१२ में विमानक्षेत्र से ३५८.८ लाख यात्रियों की आवाजाही संपन्न हुई और यहां के विस्तार कार्यक्रम योजना के अनुसार इसकी क्षमता वर्ष २०३० तक १० करोड़ यात्री तक हो जायेगी। यहां के नये टर्मिनल भवन के २०१० के राष्ट्रमंडल खेलों से पूर्व निर्माण के बाद ही इसकी वार्षिक ३४० लाख यात्रियों की क्षमता है। यहां का टर्मिनल-३ विश्व का ८वां सबसे बड़ा यात्री टर्मिनल है। सितंबर २००८ में यहां ४.४३ कि.मी लंबी नयी उड़ानपट्टी (रनवे-३) का उद्घाटन हुआ था। इंदिरा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र को २०१० में एयरपोर्ट काउन्सिल इन्टरनेशनल द्वारा १५०-२५० लाख यात्री श्रेणी में विश्व का चौथा सर्वोत्तम विमानक्षेत्र, एवं एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सर्वाधिक प्रगति वाला विमानक्षेत्र होने का सम्मान मिला था। वर्ष २०११ में विमानक्षेत्र को इसी परिषद द्वारा पुनः २.५-४ करोड़ यात्री क्षमता श्रेणी में विश्व का दूसरा सर्वोत्तम विमानक्षेत्र होने का गौरव मिला था। यह स्थान कोरिया के इंचेयन अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र के बाद था। इसके अलावा वर्ष २०११ में ही यह विमानक्षेत्र विश्व का ३४वाँ व्यस्ततम विमानक्षेत्र बना जिसकी यात्री आवागमन संख्या ३,४७,२९,४६७ रही एवं पिछले वर्ष के मुकाबले यातायात में इसने १७.८% की बढ़ोत्तरी भी दर्ज की। .

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कलाईकुंड एयर फ़ोर्स स्टेशन

Kalaikunda Air Force Station is an Indian Air Force Base near Kharagpur, located in the Midnapore West district of the state of West Bengal.

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कामोव KA- 226T

कामोव KA -226T रूस की रोस्टेक कंपनी द्वारा निर्मित एक लाइट वेट बहुउद्देशीय हेलीकॉप्टर है। यह आधुनिक नेविगेशन उपकरणों से लैस है। इसका इस्तेमाल शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में आसानी से किया जा सकता है। इसके पिछले हिस्से का आकार छोटा होने से इसे छोटे हवाई अड्डों पर भी लैंड या टेक ऑफ किया जा सकता है।इससे बहुत ही कम ध्वानि प्रदूषण होता है। साथ ही यह नवीनतम आधुनिक पर्यावरण आवश्यकताओं को पूरा करता है। इस हेलीकॉप्टर में रीप्लेनकेबल ट्रांसपोर्ट मॉड्यूल लगा हुआ है, जिससे कम समय में यह अपनी कार्यक्षमता बदलने में सक्षम है। ये हेलीकाप्टर भारत के पुराने चीता (हेलीकॉप्टर) और चेतक (हेलीकॉप्टर) हेलीकाप्टरों का स्थान लेंगे। .

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कार निकोबार

कार निकोबार, जिसे कार भाषा में पू कहते हैं, भारत के निकोबार द्वीपसमूह का उत्तरतम और सर्वाधिक आबादी वाला द्वीप है। २००४ की सूनामी में इस द्वीप को बहुत क्षति पहुँची थी। यह अण्डमान द्वीपसमूह के छोटे अण्डमान द्वीप और नन्कोव्री द्वीप के बीच में स्थित है। प्रशासनिक रूप से यह निकोबार ज़िले की कार निकोबार तहसील में गठित है। द्वीप पर भारतीय वायु सेना का एक महत्वपूर्ण अड्डा है। .

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कार निकोबार एयर फ़ोर्स बेस

कार निकोबार एयर फ़ोर्स बेस एक भारतीय वायुसेना का विमानक्षेत्र है जो केन्द्र-शासित प्रदेश के अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह के कार निकोबार में स्थित है। .

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कारगिल युद्ध

right कारगिल युद्ध (ऑपरेशन विजय भी) भारत और पाकिस्तान के बीच मई और जुलाई 1999 के बीच कश्मीर के करगिल जिले में हुए सशस्त्र संघर्ष का नाम है। पाकिस्तान की सेना और कश्मीरी उग्रवादियों ने भारत और पाकिस्तान के बीच की नियंत्रण रेखा पार करके भारत की ज़मीन पर कब्ज़ा करने की कोशिश की। पाकिस्तान ने दावा किया कि लड़ने वाले सभी कश्मीरी उग्रवादी हैं, लेकिन युद्ध में बरामद हुए दस्तावेज़ों और पाकिस्तानी नेताओं के बयानों से साबित हुआ कि पाकिस्तान की सेना प्रत्यक्ष रूप में इस युद्ध में शामिल थी। लगभग 30,000 भारतीय सैनिक और करीब 5,000 घुसपैठिए इस युद्ध में शामिल थे। भारतीय सेना और वायुसेना ने पाकिस्तान के कब्ज़े वाली जगहों पर हमला किया और धीरे-धीरे अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से पाकिस्तान को सीमा पार वापिस जाने को मजबूर किया। यह युद्ध ऊँचाई वाले इलाके पर हुआ और दोनों देशों की सेनाओं को लड़ने में काफ़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। परमाणु बम बनाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ यह पहला सशस्त्र संघर्ष था। .

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अनिल यशवंत टिपनीस

अनिल टिपनीस पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएम, एडीसी (जन्म 15 सितंबर 1 9 40) ने 31 दिसंबर 1 99 8 से 31 दिसंबर 2001 तक भारतीय वायु सेना के एयर चीफ मार्शल के रूप में कार्य किया। उन्होंने कारगिल युद्ध के दौरान वायु सेना को हमले करने का आदेश दिया था .

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अपाचे हेलीकॉप्टर

बोइंग एएच-64 अपाचे (Boeing AH-64 Apache) अमेरिका का दो टर्बोशाफ्ट इंजन और चार ब्लेड वाला अटैक हेलीकॉप्टर है। यह हेलीकॉप्टर अपने आगे लगे सेंसर की मदद से रात में उड़न भर सकता है। इसकी पहली उड़ान 30 सितंबर 1975 में हुई थी। यह दुनिया में सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाला अटैक हेलीकॉप्टर है। .

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अप्रैल 2015 नेपाल भूकम्प

2015 नेपाल भूकम्प क्षणिक परिमाण परिमाप पर 7.8 या 8.1 तीव्रता का भूकम्प था जो 25 अप्रैल 2015 सुबह 11:56 स्थानीय समय में घटित हुआ था। भूकम्प का अधिकेन्द्र लामजुंग, नेपाल से 38 कि॰मी॰ दूर था। भूकम्प के अधिकेन्द्र की गहराई लगभग 15 कि॰मी॰ नीचे थी। बचाव और राहत कार्य जारी हैं। भूकंप में कई महत्वपूर्ण प्राचीन ऐतिहासिक मंदिर व अन्य इमारतें भी नष्ट हुईं हैं। 1934 के बाद पहली बार नेपाल में इतना प्रचंड तीव्रता वाला भूकम्प आया है जिससे 8000 से अधिक मौते हुई हैं और 2000 से अधिक घायल हुए हैं। भूकंप के झटके चीन, भारत, बांग्लादेश और पाकिस्तान में भी महसूस किये गये। नेपाल के साथ-साथ चीन, भारत और बांग्लादेश में भी लगभग 250 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। भूकम्प की वजह से एवरेस्ट पर्वत पर हिमस्खलन आ गया जिससे 17 पर्वतारोहियों के मृत्यु हो गई। काठमांडू घाटी में यूनेस्को विश्व धरोहर समेत कई प्राचीन एतिहासिक इमारतों को नुकसान पहुचाँ है। 18वीं सदी में निर्मित धरहरा मीनार पूरी तरह से नष्ट हो गयी, अकेले इस मीनार के मलबे से 200 से ज्यादा शव निकाले गये। भूकम्प के बाद के झटके 12 मई 2015 तक भारत, नेपाल, चीन, अफगानिस्तान, पाकिस्तान व पडोसी देशों में महसूस किये जाते रहे। .

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अम्बाला एयर फ़ोर्स स्टेशन

अम्बाला एयर फ़ोर्स स्टेशन (अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन विमानक्षेत्र कोड (ICAO कोड) VIAM है। जो कि भारतीय वायु सेना का एक स्टेशन है जो भारत के हरियाणा राज्य के अम्बाला में स्थित है। इसका संचालन भारतीय वायु सेना करती है। .

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अरुप राहा

एयर चीफ मार्शल अरुप राहा, परम विशिष्ट सेवा पदक,अति विशिष्ट सेवा पदक,वायु सेना पदक,Aide de Camp से सम्मानित अधिकारी है। वे 31 दिसंबर 2013 से 31 दिसंबर 2016 तक भारतीय वायु सेना के 24 वें प्रमुख थे। वह चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष भी थे, जो भारत के सबसे वरिष्ठ सैन्य अधिकारी द्वारा निर्देशित होती है और जो सरकार को सलाह देता है और सशस्त्र बलों में सामंजस्य को सुनिश्चित करती है .

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अर्जन सिंह

पद्म विभूषण अर्जन सिंह,(ਅਰਜਨ ਸਿੰਘ) डीएफसी, (पूरा नाम: अर्जन सिंह औलख, जन्म: 15 अप्रैल 1919, निधन: 16 सितंबर 2017) भारतीय वायु सेना के एकमात्र अधिकारी थे जिन्हें वायु सेना मार्शल (पांच सितारा स्तर) पर पदोन्नत किया गया था। 16 सितंबर 2017 को 98 वर्ष की आयु में इनका निधन हुआ। ये भारतीय वायुसेना में प्रमुख पद पर १९६४-६९ तक आसीन रहे। १९६५ के भारत पाक युद्ध के समय वायु सेना की कमान को सफलतापूर्वक संभालने हेतु इन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया एवं १९६६ में एयर चीफ़ मार्शल पद पर पदोन्नत किया गया। वायु सेना से सेवानिवृत्ति उपरान्त इन्होंने भारत सरकार के राजनयिक, राजनीतिज्ञ एवं परामर्शदाता के रूप में भी कार्य किया। १९८९ से १९९० तक ये दिल्ली के उपराज्यपाल पद पर रहे। २००२ में भारतीय वायु सेना के मार्शल के पद पर आसीन किया गया। ये प्रथम अवसर था कि जब भारतीय वायु सेना का कोई अधिकारी पांच सितारा स्तर पर पहुंचा हो। .

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अवनि चतुर्वेदी

अवनि चतुर्वेदी भारत की पहली महिला लड़ाकू पायलटों में से एक है। वह रीवा जिले से है जो मध्य प्रदेश में है। उन्हें अपनी दो साथियों- मोहन सिंह और भावना कंठ के साथ पहली बार लड़ाकू पायलट घोषित किया गया था। इन तीनों को जून 2016 में भारतीय वायु सेना के लड़ाकू स्क्वाड्रन में शामिल किया गया। उन्हें औपचारिक रूप से तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर द्वारा कमीशन में शामिल किया गया था। .

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अवन्तिपुर एयर फ़ोर्स स्टेशन

अवन्तिपुर एयर फ़ोर्स स्टेशन (Awantipur Air Force Station) एक भारतीय वायु सेना का स्टेशन है जो भारत के जम्मू और कश्मीर के अवन्तिपुर शहर में स्थित है। यह एयर फ़ोर्स स्टेशन अवन्तिपुर,पुलवामा से ५ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। .

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अइज़ोल

अइज़ोल (Aizawl) भारत के मिज़ोरम प्रान्त की राजधानी है। यहाँ की जनसंख्या २९३,४१६ है, जिसके कारण यह मिज़ोरम का सबसे बड़ा नगर है। यहाँ पर राज्य के सभी प्रशासनिक भवन जैसे महत्वपूर्ण सरकारी भवन, विधानसभा तथा सचिवालय स्थित है। .

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उत्तर भारत बाढ़ २०१३

जून 2013 में, उत्तर भारत में भारी बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश और उत्तराखण्ड में बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति पैदा हो गयी। इससे प्रभावित अन्य राज्य हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश हैं। बाढ़ के कारण जान-माल का भारी नुकसान हुआ और बहुत से लोग बाढ़ में बह गए और हजारों लोग बेघर हो गये। इस भयानक आपदा में 5000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, .

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उत्तरलाई

उत्तरलाई राजस्थान (भारत) के बाड़मेर जिले का एक गांव है। यहाँ भारतीय वायु सेना का एयर फ़ोर्स स्टेशन है। .

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उत्तरलाई एयर फ़ोर्स स्टेशन

उत्तरलाई एयर फ़ोर्स स्टेशन (Uttarlai Air Force Station (Uttarlai AFS)) एक मिलिट्री एयर फ़ोर्स स्टेशन है जिसका अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन विमानक्षेत्र कोड (ICAO कोड) VA2A है। यह भारत के राजस्थान राज्य तथा बाड़मेर जिले में स्थित है। इसका संचालन भारतीय वायु सेना करती है। .

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१९ अक्टूबर

19 अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 292वॉ (लीप वर्ष मे 293 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 73 दिन बाकी है। .

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१९६५ का भारत-पाक युद्ध

१९६५ का भारत-पाक युद्ध उन मुठभेड़ों का नाम है जो दोनों देशों के बीच अप्रैल १९६५ से सितम्बर १९६५ के बीच हुई थी। इसे कश्मीर के दूसरे युद्ध के नाम से भी जाना जाता है। भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू और कश्मीर राज्य पर अधिकार के लिये बँटवारे के समय से ही विवाद चल रहा है। १९४७ में भारत-पाकिस्तान के बीच प्रथम युद्ध भी कश्मीर के लिये ही हुआ था। इस लड़ाई की शुरूआत पाकिस्तान ने अपने सैनिकों को घुसपैठियों के रूप में भेज कर इस उम्मीद में की थी कि कश्मीर की जनता भारत के खिलाफ विद्रोह कर देगी। इस अभियान का नाम पाकिस्तान ने युद्धभियान जिब्राल्टर रखा था। पांच महीने तक चलने वाले इस युद्ध में दोनों पक्षों के हजारों लोग मारे गये। इस युद्ध का अंत संयुक्त राष्ट्र के द्वारा युद्ध विराम की घोषणा के साथ हुआ और ताशकंद में दोनों पक्षों में समझौता हुआ। इस लड़ाई का अधिकांश हिस्सा दोनों पक्षों की थल सेना ने लड़ा। कारगिल युद्ध के पहले कश्मीर के विषय में कभी इतना बड़ा सैनिक जमावड़ा नहीं हुआ था। युद्ध में पैदल और बख्तरबंद टुकड़ियों ने वायुसेना की मदद से अनेक अभियानों में हिस्सा लिया। दोनो पक्षो के बीच हुए अनेक युद्धों की तरह इस युद्ध की अनेक जानकारियां दोनों पक्षों ने सार्वजनिक नहीं की। .

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१९७०

1970 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९७१ का भारत-पाक युद्ध

1971 भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान को बड़ी हार का सामना करना पड़ा। पूर्वी पाकिस्तान आजाद हो गया और बांग्लादेश के रूप में एक नया देश बना। 16 दिसंबर को ही पाकिस्तानी सेना ने सरेंडर किया था। करगिल युद्ध में भूमिका निभाने वाले रिटायर्ड कर्नल बीबी वत्स ने भारत की जीत और पाकिस्तान की हार के 10 बड़े कारण बताए। 1.

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२०१६ पठानकोट हमले

2 जनवरी 2016 को तड़के सुबह 3:30 बजे पंजाब के पठानकोट में पठानकोट वायु सेना स्टेशन पर भारी मात्रा में असलहा बारूद से लैस आतंकवादियों ने आक्रमण कर दिया। संभवत: जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों से मुठभेड़ में 2 जवान शहीद हो गये जबकि 3 अन्य घायल सिपाहियों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। सभी आतंकवादी भी मारे गये। हालांकि किसी संभावित बचे हुए आतंकी के छुपे होने की स्थित में खोज अभियान 5 जनवरी को भी चल रहा था। .

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२०१८ उत्तराखण्ड दावानल

हाल के वर्षों की ही तरह २०१८ की गर्मियों में भी उत्तर भारत के उत्तराखण्ड राज्य में कई जगह पर वनों में आग के मामले सामने आये हैं। टिहरी से लेकर उत्तरकाशी और बागेश्वर तक के पहाड़ और वन भीषण आग से जूझ रहे हैं। अग्नि से सबसे ज्यादा प्रभावित पौड़ी गढ़वाल जिला रहा, जहाँ लगभग १००० हेक्टेयर वन भूमि पर आग की चपेट में आ चुकी है। उत्तराखण्ड वन विभाग के मुताबिक उन्हें १५ फ़रवरी से २१ मई तक कुल ७४१ ऐसी घटनाओं की सूचना मिली थी, जिसमें १२१३.७६६ हेक्टेयर वन क्षेत्र २१ लाख रुपये से ज्यादा का राजस्व नुकसान हुआ है। .

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४४ स्क्वाड्रन भारतीय वायुसेना

भारतीय वायु सेना में कुल 36 स्क्वाड्रन हैं। इनमें से चवालीसवीं स्क्वाड्रन का उपनाम है माइटी जेट्स। इसका ध्येय है इश्तां यत्नेन साध्येत .

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८ अक्तूबर

8 अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 281वॉ (लीप वर्ष मे 282 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 84 दिन बाकी है।.

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2014 भारत - पाकिस्तान बाढ़

सितम्बर 2014 में, मूसलाधार मानसूनी वर्षा के कारण भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर ने अर्ध शताब्दी की सबसे भयानक बाढ़ आई। यह केवल जम्मू और कश्मीर तक ही सीमित नहीं थी अपितु पाकिस्तान नियंत्रण वाले आज़ाद कश्मीर, गिलगित-बल्तिस्तान व पंजाब प्रान्तों में भी इसका व्यापक असर दिखा। 8 सितम्बर 2014 तक, भारत में लगभग 200 लोगों तथा पाकिस्तान में 190 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। भारत के गृह मंत्रालय के अनुसार 450 गाँव जल समाधि ले चुके हैं। .

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2017 गुजरात बाढ़

वायुसेना का हेलीकॉप्टर राहत कार्य में जुटा जुलाई 2017 में भारी वर्षा के कारण भारत के राज्य गुजरात में बाढ़ जैसे हालात हो गए। इसमें 70 से ज्यादा लोग मारे गए। 25,000 लोगों को भारतीय वायुसेना और एनडीआरएफ ने सुरक्षित जगह पहुँचाया। मुख्य रूप से बनासकांठा जिला और पाटण जिला इस बाढ़ से प्रभावित रहा। गुजरात से सटे राज्य राजस्थान में भी बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए: जहां 11 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। .

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

Indianairforce, भारतीय वायु सेना, गोवा मुक्ति आंदोलन, इण्डियन एयरफोर्स, इंडियन एयरफोर्स

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