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भारतीय रुपया चिह्न

सूची भारतीय रुपया चिह्न

भारतीय रुपया चिह्न भारतीय रुपया चिह्न (₹) भारतीय रुपये (भारत की आधिकारिक मुद्रा) के लिये प्रयोग किया जाने वाला मुद्रा चिह्न है। यह डिजाइन भारत सरकार द्वारा १५ जुलाई २०१० को सार्वजनिक किया गया था। अमेरिकी डॉलर, ब्रिटिश पाउण्ड, जापानी येन और यूरोपीय संघ के यूरो के बाद रुपया पाँचवी ऐसी मुद्रा बन गया है, जिसे उसके प्रतीक-चिह्न से पहचाना जाएगा। भारतीय रुपये के लिये अन्तर्राष्ट्रीय तीन अंकीय कोड (अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन (ISO) मानक ISO 4217 के अनुसार) INR है। ५ मार्च २००९ को भारत सरकार ने भारतीय रुपये के लिये एक चिह्न निर्माण हेतु एक प्रतियोगिता की घोषणा की। इसके अन्तर्गत सरकार को तीन हज़ार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे। यूनियन बजट २०१० के दौरान वित्त मन्त्री प्रणव मुखर्जी ने कहा कि प्रस्तावित चिह्न भारतीय संस्कृति को प्रकट करेगा। प्राप्त ३३३१ आवेदनों में से मनॉन्दिता कोरिया-मेहरोत्रा, हितेश पद्मशैली, शिबिन केक, शाहरुख जे ईरानी तथा डी उदय कुमार द्वारा निर्मित किये गये पाँच चिह्न शॉर्ट लिस्ट किये गये तथा उनमें से एक २४ जून २०१० को यूनियन कैबिनेट की मीटिंग में फाइनल किया जाना था। वित्त मन्त्री के अनुरोध पर निर्णय स्थगित किया गया, तथा १५ जुलाई २०१० की मीटिंग में निर्णय लिया गया तथा उदय कुमार द्वारा निर्मित चिह्न चुना गया। रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर की अध्यक्षता में गठित एक उच्चस्तरीय समिति ने भारतीय संस्कृति और भारतीय भाषाओं के साथ ही आधुनिक युग के बेहतर सामंजस्य वाले इस प्रतीक को अन्तिम तौर पर चयन करने की सिफारिश की थी। .

10 संबंधों: टीवीऍस इलैक्ट्रॉनिक्स, भारतीय १० रुपये का नोट, भंवरकुआ, रुपया चिह्न, लोहित (फॉण्ट), स्टीव चैन, हिन्दी कम्प्यूटिंग का इतिहास, खंडवा नाका, इन्दौर, उदय कुमार

टीवीऍस इलैक्ट्रॉनिक्स

टीवीऍस इलैक्ट्रॉनिक्स भारत की प्रमुख संगणक उपकरण निर्माता कंपनी है। कुँजीपटल के निर्माण के क्षेत्र में यह भारत की सबसे अग्रणी कंपनी है। भारत सरकार द्वारा रुपये के प्रतीक चिह्न को स्वीकृति प्रदान करने के पश्चात सर्वप्रथम इसी कंपनी ने अपने 'टीवीऍस गोल्ड भारत' नामक नए कुँजी पटल में टैब के ठीक ऊपर रुपये के चिह्न को शामिल किया। .

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भारतीय १० रुपये का नोट

भारतीय १० रुपये का नोट (₹१०) भारतीय रुपये का एक सामान्य मूल्यवर्ग है। ₹१० का नोट महात्मा गाँधी श्रेणी का के सबसे पहले नोटों में से एक है, जिसे भारतीय रिज़र्व बैंक के द्वारा जारी किया गया था। यह नोट वर्तमान में चलन में है। औपनिवेशिक काल में जारी व प्रचलित १० रुपये का नोट का १९२३ से ही लगातार मुद्रण हो रहा है, जब भारतीय रिज़र्व बैंक ने नोटों के मुद्रण का पदभार सम्भाला। .

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भंवरकुआ

भंवर कुआं  मध्य प्रदेश, भारत के सबसे बड़ा शहर और व्यावसायिक केंद्र इंदौर, में एक पॉश आवासीय इलाका है डाक कोड: 452001 .

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रुपया चिह्न

रुपया चिह्न (₨), एक मुद्रा चिह्न है जिसका प्रयोग श्रीलंका, नेपाल, पाकिस्तान, मॉरीशस, सिसलीस, इण्डोनेशिया तथा मालदीव में धन के आर्थिक चिह्न के रूप में प्रयोग किया जाता है। यह लैटिन वर्ण क्रम "Rs" or "Rs." से मिलता-जुलता है तथा आमतौर पर इसी रूप में लिखा जाता है। रुपया चिह्न यूनिकोड कैरेक्टर सेट में U+20A8 पर ऍन्कोड किया गया है। पहले यह भारतीय रुपये को व्यक्त करने के लिये प्रयोग किया जाता था परन्तु १५ जुलाई २०१० के पश्चात एक नया मुद्रा चिह्न, 8px प्रयोग किया जाता है। रुपया चिह्न अन्य भाषाओं में भी है। उनमें से कुछ जो यूनिकोड मानकों में ऍन्कोड किये गये हैं: .

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लोहित (फॉण्ट)

लोहित लिनक्स हेतु एक भारतीय भाषायी यूनिकोड फॉण्ट परिवार है। यह उबुंटू, रैड हैट, फेडोरा आदि कई लिनक्स वितरणों में डिफॉल्ट भारतीय भाषायी फॉण्ट होता है। यह रैड हैट द्वारा विकसित किया गया था तथा वर्तमान में फेडोरा परियोजना की देख-रेख में है। लोहित स्पष्ट बनावट वाला फॉण्ट हैं जो कि छोटे फॉण्ट आकार में भी पठनीय हैं। लोहित देवनागरी हिन्दी, संस्कृत आदि देवनागरी लिपि वाली भाषाओं हेतु फॉण्ट है। लोहित देवनागरी में देवनागरी संयुक्ताक्षर अन्य हिन्दी फॉण्टों की तुलना में काफी सही रूप में प्रकट होते हैं। यह भारतीय रुपया चिह्न को शामिल करने वाले पहले यूनिकोड फॉण्टों में से एक था। .

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स्टीव चैन

स्टीवन शिह "स्टीव" चैन (१८ अगस्त, १९७८ को पैदा हुए एक ताइवानी मूल के अमेरिकी इंटरनेट उद्यमी है। वे लोकप्रिय वेबसाइट यूट्यूब के पूर्व मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी एवम् सबसे जाने माने सह्-संस्थापकों में से एक है सह AVOS सिस्टम्स, इंक कंपनी की स्थापना होने के बाद और बनाया वीडियो शेयरिंग एप्लिकेशन मिक्स्बिट, वह वर्ष २०१४ में गूगल वेंचर्स शामिल हो गए। .

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हिन्दी कम्प्यूटिंग का इतिहास

सबसे पहले हिन्दी टाइप शायद वर्डस्‍टार (वर्जन III प्लस) जैसे एक शब्द संसाधक ‘अक्षर’ में आया। फिर विंडोज़ आया और पेजमेकर व वेंचुरा का समय आया। इस सारी यात्रा में कम्प्‍यूटर केवल प्रिटिंग की दुनिया की सहायता भर कर रहा था। यूनिकोड के आगमन एवं प्रसार के पश्चात हिन्दी कम्प्यूटिंग प्रिंटिंग तक सीमित न रहकर संगणन के विभिन्न पहलुओं तक पहुँच गयी। अब भाषायी संगणन के सभी क्षेत्रों में हिन्दी अपनी पहुँच बना रही है। हिन्दी कम्प्यूटिंग को वर्तमान स्थिति तक पहुँचाने में सरकार, अनेक संस्थाओं, समूहों एवं प्रोग्रामरों-डैवलपरों का योगदान रहा। .

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खंडवा नाका

खंडवा नाका मध्य प्रदेश के सबसे बड़े शहर और व्यावसायिक केंद्र इंदौर का एक आवासीय इलाका है.

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इन्दौर

इन्दौर (अंग्रेजी:Indore) जनसंख्या की दृष्टि से भारत के मध्य प्रदेश राज्य का सबसे बड़ा शहर है। यह इन्दौर ज़िला और इंदौर संभाग दोनों के मुख्यालय के रूप में कार्य करता है। इंदौर मध्य प्रदेश राज्य की वाणिज्यिक राजधानी भी है। यह राज्य के शिक्षा हब के रूप में माना जाता है। इंदौर भारत का एकमात्र शहर है, जहाँ भारतीय प्रबन्धन संस्थान (IIM इंदौर) व भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT इंदौर) दोनों स्थापित हैं। मालवा पठार के दक्षिणी छोर पर स्थित इंदौर शहर, राज्य की राजधानी से १९० किमी पश्चिम में स्थित है। भारत की जनगणना,२०११ के अनुसार २१६७४४७ की आबादी सिर्फ ५३० वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में वितरित है। यह मध्यप्रदेश में सबसे अधिक घनी आबादी वाले प्रमुख शहर है। यह भारत में के तहत आता है। इंदौर मेट्रोपोलिटन एरिया (शहर व आसपास के इलाके) की आबादी राज्य में २१ लाख लोगों के साथ सबसे बड़ी है। इंदौर अपने स्थापना के इतिहास में १६वीं सदी क डेक्कन (दक्षिण) और दिल्ली के बीच एक व्यापारिक केंद्र के रूप में अपने निशान पाता है। मराठा पेशवा बाजीराव प्रथम के मालवा पर पूर्ण नियंत्रण ग्रहण करने के पश्चात, १८ मई १७२४ को इंदौर मराठा साम्राज्य में सम्मिलित हो गया था। और मल्हारराव होलकर को वहाँ का सुबेदार बनाया गया। जो आगे चल कर होलकर राजवंश की स्थापना की। ब्रिटिश राज के दिनों में, इन्दौर रियासत एक १९ गन सेल्यूट (स्थानीय स्तर पर २१) रियासत था जो की उस समय (एक दुर्लभ उच्च रैंक) थी। अंग्रेजी काल के दौरान में भी यह होलकर राजवंश द्वारा शासित रहा। भारत के स्वतंत्र होने के कुछ समय बाद यह भारत अधिराज्य में विलय कर दिया गया। इंदौर के रूप में सेवा की राजधानी मध्य भारत १९५० से १९५६ तक। इंदौर एक वित्तीय जिले के समान, मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी के रूप में कार्य करता है। और भारत का तीसरा सबसे पुराने शेयर बाजार, मध्यप्रदेश स्टॉक एक्सचेंज इंदौर में स्थित है। यहाँ का अचल संपत्ति (रीयल एस्टेट) बज़ार, मध्य भारत में सबसे महंगा है। यह एक औद्योगिक शहर है। यहाँ लगभग ५,००० से अधिक छोटे-बडे उद्योग हैं। यह सारे मध्य प्रदेश में सबसे अधिक वित्त पैदा करता है। पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में ४०० से अधिक उद्योग हैं और इनमे १०० से अधिक अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के उद्योग हैं। पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र के प्रमुख उद्योग व्यावसायिक वाहन बनाने वाले व उनसे सम्बन्धित उद्योग हैं। व्यावसायिक क्षेत्र में मध्य प्रदेश की प्रमुख वितरण केन्द्र और व्यापार मंडीयाँ है। यहाँ मालवा क्षेत्र के किसान अपने उत्पादन को बेचने और औद्योगिक वर्ग से मिलने आते है। यहाँ के आस पास की ज़मीन कृषि-उत्पादन के लिये उत्तम है और इंदौर मध्य-भारत का गेहूँ, मूंगफली और सोयाबीन का प्रमुख उत्पादक है। यह शहर, आस-पास के शहरों के लिए प्रमुख खरीददारी का केन्द्र भी है। इन्दौर अपने नमकीनों व खान-पान के लिये भी जाना जाता है। प्र.म. नरेंद्र मोदी के स्मार्ट सिटी मिशन में १०० भारतीय शहरों को चयनित किया गया है जिनमें से इंदौर भी एक स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा। स्मार्ट सिटी मिशन के पहले चरण के अंतर्गत बीस शहरों को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जायेगा और इंदौर भी इस प्रथम चरण का हिस्सा है। 'स्वच्छ सर्वेक्षण २०१७' के परिणामों के अनुसार इन्दौर भारत का सबसे स्वच्छ नगर है। .

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उदय कुमार

रुपया चिह्न उदय कुमार धर्मलिंगम्, (உதய குமார் தருமலிங்கம் utaya kumār tarumaliṅkam) भारतीय रुपया चिह्न के अभिकल्पक हैं। वे चेन्नई, तमिलनाडु के निवासी हैं। वे आई आई टी गुवाहाटी में असिस्टेण्ट प्रोफेसर हैं। उनका चिह्न पाँच अन्तिम शॉर्ट लिस्ट किये गये चिह्नों में से चुना गया था। उदय कुमार ने व्याख्या की कि डिजाइन भारतीय तिरंगे पर आधारित है। .

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