बेक्ड़ेल टेस्ट (/ˈbɛkdəl/ BEK-dəl) को अमरीकी व्यंगचित्रकार एलिसन बेक्ड़ेल का नाम दिया गया है। यह टेस्ट इस बात को प्रमाणित करता है की किसी काल्पनिक उपन्यास, फिल्म, इत्यादि में दो अथवा दो से अधिक महिला पात्र हैं, जो एक दुसरे से पुरुषों के अलावा किसी अन्य विषय के बारे में बात करती हैं। इस टेस्ट की एक अपेक्षा यह भी होती है कि दो महिलाओं के नाम उल्लेखित किये जाएँ। उपभोगताओं द्वारा सम्पादित डेटाबेस एवं मीडिया इंडस्ट्री प्रेस के अनुसार केवल ५०% इन शर्तों को पूरा करती हैं। यह टेस्ट इस बात का प्रमाण है कि महिलाएं सक्रिय रूप से फिल्मों एवं अन्य रचनाओं में सम्मिलित हैं। इसका उपयोग लिंग असमानता एवं लिंगवाद की ओर संकेत करने में भी होता है। इस टेस्ट को बेक्ड़ेल -वॉलेस टेस्ट के नाम से भी जाना जाता है। बेक्ड़ेल टेस्ट का पहला उल्लेख एलिसन बेक्ड़ेल की कॉमिक Dykes to Watch Out For में १९८५ में किया गया। बेक्ड़ेल ने इस विचार का श्रेय अपनी मित्र लिज़ वॉलेस, और वर्जिनिया वुल्फ़ की रचनाओं को दिया। २१ वीं सदी में जब इस टेस्ट के बारे में चर्चा बढ़ने लगी, तो इस के सामान कई अन्य टेस्ट प्रयोग में लए जाने लगे। ण .