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बिश्केक

सूची बिश्केक

बिश्केक (किरगिज़: Бишкек), जिसे पहले पिश्पेक और फ़्रूनज़े के नामों से भी जाना जाता था, मध्य एशिया के किरगिज़स्तान देश की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। यह उस देश के चुय प्रांत की राजधानी भी है। .

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सामग्री की तालिका

  1. 17 संबंधों: चुय नदी, चुय प्रांत, तलास, तुर्की एयरलाइंस की उड़ान 6491, तोकमोक, दुर्गा बायरामोव, बालासगून, भारत के राजनयिक मिशनों की सूची, मानस अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, राष्ट्रीय राजधानियों की सूची, सोवियत संघ के गणतंत्र, हिम तेन्दुआ, ओश, किर्गिज़ भाषा, किर्गिज़स्तान, किर्गिज़स्तान के प्रांत, अक्षांश पर शहर

चुय नदी

तोकमोक शहर के पास चुय नदी का एक नज़ारा चुय नदी (किरगिज़: Чүй, काज़ाख़​: Шу, अंग्रेज़ी: Chuy) उत्तरी किरगिज़स्तान और दक्षिणी काज़ाख़​स्तान में बहने वाली १,०६७ किमी (६६३ मील) लम्बी एक नदी है। यह किरगिज़स्तान की सबसे लम्बी नदियों में से एक है। किरगिज़स्तान के उत्तरतम प्रांत, चुय ओब्लास्त, का नाम इसी नदी पर रखा गया है। किरगिज़स्तान की राजधानी बिश्केक इसी नदी की एक उपनदी के किनारे बसी हुई है।, Bradley Mayhew, Greg Bloom, Paul Clammer, pp.

देखें बिश्केक और चुय नदी

चुय प्रांत

चुय नदी घाटी में खेत चुय प्रांत (किरगिज़: Чүй областы, अंग्रेज़ी: Chuy Province) मध्य एशिया के किर्गिज़स्तान देश का सबसे उत्तरतम प्रांत है। इस प्रांत का प्रशासनिक केंद्र बिश्केक है जो किर्गिज़स्तान की राष्ट्रीय राजधानी भी है, लेकिन सन् २००३ से मई २००६ तक तोकमोक शहर चुय प्रांत की राजधानी रहा था। बिश्केक भौगोलिक रूप से इस प्रांत के क्षेत्र में आता है हालाँकि प्रशासनिक दृष्टि से अलग है। इस प्रांत का नाम चुय नदी से आया है। किर्गिज़स्तान का अधिकतर क्षेत्र पहाड़ी है लेकिन चुय प्रांत का उत्तरी भाग मैदानी और बहुत उपजाऊ है, जिस से यहाँ कृषि विस्तृत ढंग से होती है।, Laurence Mitchell, pp.

देखें बिश्केक और चुय प्रांत

तलास

तलास के पास मनास का गुम्बज़ (मक़बरा) तलास (किरगिज़: Талас, अंग्रेज़ी: Talas) मध्य एशिया के किर्गिज़स्तान देश में एक छोटा-सा शहर है और उस राष्ट्र के तलास प्रांत की राजधानी भी है। तलास शहर १८७७ में रूसी साम्राज्य के ज़माने में भेजे गए लोगों द्वारा तलास नदी की वादी में दो ऊँची पर्वत शृंखलाओं के बीच बसाया गया था। इस शहर के दक्षिण में बेश-ताश वादी है (बेश-ताश का मतलब किरगिज़ भाषा में 'पांच पत्थर' होता है)। .

देखें बिश्केक और तलास

तुर्की एयरलाइंस की उड़ान 6491

तुर्की एयरलाइंस का बोइंग-747 कार्गो विमान हांगकांग से बिश्केक के मार्ग से इस्तांबुल जा रहा था विमान किर्गिस्तान में घने कोहरे के बीच उतारने के प्रयास में 16 जनबरी 2017 सुबह साढ़े सात बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।.

देखें बिश्केक और तुर्की एयरलाइंस की उड़ान 6491

तोकमोक

तोकमोक शहर के एक चौराहे पर मिग (MIG) हवाई जहाज़ स्मारक तोकमोक (किरगिज़: Токмок, अंग्रेज़ी: Tokmok) मध्य एशिया के किर्गिज़स्तान देश के चुय प्रांत में एक शहर है। यह किर्गिज़स्तान के उत्तर में राष्ट्रीय राजधानी बिश्केक से पूर्व में चुय नदी और काज़ाख़स्तान की सरहद के पास स्थित है। सन् २००४ से १९ अप्रैल २००६ तक यह चुय प्रांत की राजधानी भी रहा था। .

देखें बिश्केक और तोकमोक

दुर्गा बायरामोव

दुर्दी बायरामोव (रूसी: Дурды Байрамов, अप्रैल 14,1938 - फरवरी 14, 2014) एक शिक्षाविद् और कलाकार थे जिनको अपने देश के सर्वोच्च मानद उपाधि, “तुर्कमेनी जनता के कलाकार” से सम्मानित किया गया था। उनके तुर्कमेनी मूल निवासी भाषा में, दुर्दी बायरामोव का नाम केवल “दुर्दी बयरम” है (बिना स्लाव शैली; "ov" का प्रत्यय सोवियत युग के दौरान नामों का रूसिकरण करने के लिए जोड़ा गया) है। "बयरम " नाम तुर्कमेन भाषा में अर्थ “ उत्सव" है। .

देखें बिश्केक और दुर्गा बायरामोव

बालासगून

बुराना बुर्ज बालासगून (तुर्की: Balagasun, फ़ारसी:, अंग्रेज़ी: Balasagun) मध्य एशिया के किरगिज़स्तान क्षेत्र में एक प्राचीन सोग़दाई शहर था। यह चुय वादी में किरगिज़स्तान की आधुनिक राजधानी बिश्केक और इसिक कुल झील के बीच स्थित था। शुरू में यहाँ सोग़दाई भाषा बोली जाती थी, जो एक ईरानी भाषा थी। १०वीं सदी ईसवी के बाद यह काराख़ानी ख़ानत की राजधानी बना जो तुर्की भाषी था जिस से यहाँ की स्थानीय भाषा धीरे-धीरे बदलकर तुर्की हो गई। १२वीं सदी में इसपर कारा-ख़ितान ख़ानत का क़ब्ज़ा हो गया और फिर सन् १२१८ में फैलते हुए मंगोल साम्राज्य ने इस क्षेत्र पर अपना अधिकार कर लिया। मोंगोलों ने इसका नाम बदलकर गोबालिक (Gobalik) कर दिया, जिसका मतलब मंगोल भाषा में 'सुन्दर शहर' था। मंगोल जीत के बाद इस शहर का महत्व घटने लगा। अब यहाँ बहुत से खँडहर हैं जिन्हें देखने के लिए सैलानी आया करते हैं। यहाँ का बुराना बुर्ज (Burana Tower) मशहूर है, जो कभी १३८ फ़ुट (४६ मीटर) लम्बा था लेकिन भूकम्पों में इसके हिस्से गिरने से केवल ७९ फ़ुट (२४ मीटर) रह गया है। यहाँ नेस्टोरी शाखा के ईसाई भी रहते थे जिनका टूटता हुआ कब्रिस्तान भी यहीं मौजूद है। तुर्की भाषा के प्रसिद्ध 'कूतादगू बिलिग' (Kutadgu Bilig) नामक ग्रन्थ के रचियता, युसुप ख़ास हाजिब, भी बालासगून शहर में पैदा हुए थे।, Laurence Mitchell, pp.

देखें बिश्केक और बालासगून

भारत के राजनयिक मिशनों की सूची

यह भारत के राजनयिक मिशनों की सूची है। भारत का आपेक्षित रूप से एक विशाल राजनयिक समाज (तंत्र) है जो इसके विश्व में सम्बंधों को दर्शाता है और विशेष रूप से पड़ोसी क्षेत्रों: मध्य एशिया, मध्य पूर्व, पूर्वी अफ्रीका, दक्षिण पूर्व एशिया और भारतीय उपमहाद्वीप में सम्बंधों को प्रतिबिम्बित करता है। इसके अलावा कैरिबियाई और प्रशान्त महासागरीय क्षेत्रों में भी जहाँ ऐतिहासिक रूप से प्रवासी भारतीय रहते हैं, भारत के मिशन मौजूद हैं। राष्ट्रमण्डल देश के रूप में, अन्य राष्ट्रकुल सदस्य राष्ट्रों की राजधानियों में भी भारतीय राजनयिक मिशन उच्च आयोगों के रूप में स्थापित हैं। राष्ट्रकुल देशों के अन्य नगरों में स्थित अपने वाणिज्य दूतावासों को भारत में "सहायक उच्च आयोग" कहा जाता है। .

देखें बिश्केक और भारत के राजनयिक मिशनों की सूची

मानस अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र

मानस अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र («Манас» эл-аралык аэропорту) किर्घिस्तान की राजधानी बिश्केक से उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा में स्थित है। यह विमानक्षेत्र २४ घंटे प्रचालन के लिये उपलब्ध रहता है एवं यहां का उपस्कर अवतरण प्रणाली उपकरण ICAO की CAT II मानक का है, जो विमान को ३५० मीटर दॄश्यता एवं ३० मी.

देखें बिश्केक और मानस अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र

राष्ट्रीय राजधानियों की सूची

राष्ट्रीय राजधानियों की सूची में विश्व के सभी देशों और उनकी राजधानियों के नाम, महाद्वीप और जनसंख्या के साथ दिए गए हैं जिन्हें क्रमबद्ध किया जा सकता है। .

देखें बिश्केक और राष्ट्रीय राजधानियों की सूची

सोवियत संघ के गणतंत्र

सोवियत संघ के गणतंत्र सोवियत संघ की वह १५ प्रशासनिक इकाईयाँ थीं जो सीधा सोवियत केन्द्रीय सरकार के अधीन आती थी। इन गणतंत्रों का गठन जातीय और भाषीय समुदायों के आधार पर किया गया था। सोवियत संघ एक बहुत ही केन्द्रित देश था और जब सोवियत साम्यवादी पार्टी के महासचिव मिखाइल गोर्बाचोफ ने १९८० के दशक के अंत में प्रशासनिक व्यवस्था सुधारने के लिए पेरेस्त्रोइका और ग्लास्नोस्त​ नामक कार्यक्रमों के अंतर्गत इन गणतंत्रों को थोड़ी ढील दी तो उन्होंने जल्दी ही अपनी स्वतंत्रता घोषित कर दी और सोवियत संघ टूटकर बिखर गया।, Peter Kenez, pp.

देखें बिश्केक और सोवियत संघ के गणतंत्र

हिम तेन्दुआ

हिम तेन्दुआ (Uncia uncia) एक विडाल प्रजाति है जो मध्य एशिया में रहती है। यद्यपि हिम तेन्दुए के नाम में "तेन्दुआ" है लेकिन यह एक छोटे तेन्दुए के समान दिखता है और इनमें आपसी सम्बन्ध नहीं है। .

देखें बिश्केक और हिम तेन्दुआ

ओश

ओश और उसके पीछे के पर्वतों का नज़ारा ओश बाज़ार में ख़ुश्क मेवे की दुकानें ओश (किरगिज़:, अंग्रेज़ी: Osh) मध्य एशिया के किर्गिज़स्तान देश का दूसरा सबे बड़ा शहर है। यह किर्गिज़स्तान के दक्षिण में प्रसिद्ध फ़रग़ना वादी में स्थित है और इसे कभी-कभी 'किर्गिज़स्तान की दक्षिणी राजधानी' भी कहा जाता है। माना जाता है कि ओश शहर कम-से-कम ३,००० सालों से बसा हुआ है और यह शहर सन् १९३९ से किर्गिज़स्तान के ओश प्रांत की राजधानी भी है। फ़रग़ना वादी में बहुत से जाति-समुदाय रहते हैं और ठीक यही ओश में भी देखा जाता है - यहाँ किरगिज़ लोग, उज़बेक लोग, रूसी लोग, ताजिक लोग और अन्य समुदाय बसते हैं। .

देखें बिश्केक और ओश

किर्गिज़ भाषा

किर्गिज़ एक तुर्की भाषा है और रूसी भाषा के अतिरिक्त यह किर्गिज़स्तान की आधिकारिक भाषा है। कुल के हिसाब से यह अल्तेय से बहुत निकट से और कज़ाख से दूर से जुड़ती है। हालाँकि वर्तमान समय में भाषीय सम्मिलन की वजह से किर्गिज़ और कज़ाख के बीच ज्यादा निकटता नजर आती है। किर्गिज़ भाषा किर्गिज़स्तान, चीन, अफ़गानिस्तान, कज़ाख़िस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्की, उज़्बेकिस्तान, पाकिस्तान और रूस में करीबन 40 लाख लोगों द्वारा बोली जाती है। किर्गिज़ २०वीं शताब्दी तक मूलतः संशोधित अरबी-फ़ारसी लिपि में लिखी जाती थी, जिसके बाद कुछ समय के लिए रोमन लिपि का इस्तेमाल किया जाने लगा। बाद में सोवियत संघ के प्रभाव की वजह से सिरिलिक वर्णमाला मानक बन गई और आज तक चलन में है। हालाँकि कुछ लोग आज भी अरबी लिपि का उपयोग करते हैं। सोवियत संघ के 1991 में विघटन और देश के स्वतंत्र होने के बाद से किर्गिज़ भाषा को पुनः रोमन लिपि में कुछ किर्गिज राजनीतिज्ञ बात कह रहे हैं, लेकिन इस योजना को मूर्त रूप नहीं दिया जा सका। आजकल, यह अभी भी मुख्य भाषा मुख्य शहरों में, इस तरह के रूप में बिश्केक जबकि किरगिज़ जारी है जमीन खोने विशेष रूप से युवा पीढ़ी के बीच। .

देखें बिश्केक और किर्गिज़ भाषा

किर्गिज़स्तान

किर्ग़िज़स्तान, आधिकारिक तौर पर किर्ग़िज़ गणतंत्र, मध्य एशिया में स्थित एक देश है। चारों तरफ जमीन और पहाड़ियों से घिरे इस देश की सीमा उत्तर में कज़ाख़िस्तान, पश्चिम में उज़्बेकिस्तान, दक्षिण पश्चिम में ताजिकिस्तान और पूर्व में चीन से मिलती है। "किरगिज़", जिससे देश का नाम पड़ा है, शब्द की उत्पति मूलतः "चालीस लड़कियां" या फिर "चालीस जनजातियां" मानी जाती है। जो संभवतः महानायक मानस की ओर इंगित करती हैं, जिन्होंने किंवदंती के अनुसार, खितान के खिलाफ चालीस जनजातियों को एकजुट किया था। किर्ग़िज़स्तान के झंडे में सूर्य की चालीस किरणें मानस के इन्हीं चालीस जनजातियों का प्रतीक हैं। .

देखें बिश्केक और किर्गिज़स्तान

किर्गिज़स्तान के प्रांत

किर्गिज़स्तान के प्रांत और स्वतन्त्र शहर (संख्यांक तालिका से मिलाएँ) किर्गिज़स्तान सात प्रान्तों में बंटा हुआ है जिन्हें किर्गिज़स्तान में 'ओब्लास्त' (област, oblast) बुलाया जाता है।, Alan J.

देखें बिश्केक और किर्गिज़स्तान के प्रांत

अक्षांश पर शहर

पृथ्वी के अक्षांशों पर स्थित शहरों की सूची है। .

देखें बिश्केक और अक्षांश पर शहर

बिशकेक के रूप में भी जाना जाता है।