4 संबंधों: पशु चिकित्सा विज्ञान, प्रसूति विज्ञान, प्रसूति(Childbirth), प्रसूति-विज्ञान।
पशु चिकित्सा विज्ञान
एक गधे के घाव को साफ करने का तरीका सिखाते हुए पशु-तकनीशियन पशु-चिकित्सा-विज्ञान (Veterinary medicine) में मनुष्येतर जीवों की शरीररचना (anatomy), शरीरक्रिया (physiology), विकृतिविज्ञान (pathology), भेषज (medicine) तथा शल्यकर्म (surgery) का अध्ययन होता है। पशुपालन शब्द से साधारणतया स्वस्थ पशुओं के वैज्ञानिक ढंग से आहार, पोषण, प्रजनन, एवं प्रबंध का बोध होता है। पाश्चात्य देशों में पशुपालन एवं पशुचिकित्सा दोनों भिन्न-भिन्न माने गए हैं पर भारत में ये दोनों एक दूसरे के सूचक समझे जाते हैं। .
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प्रसूति विज्ञान
प्रसूति विज्ञान (Obstetrics) एक शल्यक विशेषज्ञता है जिसके अंतर्गत एक महिला और उसकी संतान की गर्भावस्था, प्रसव और प्रसवोपरांत काल (प्युरपेरियम) (जन्म के ठीक बाद की अवधि), के दौरान की जाने वाली देखभाल आती है। एक दाई द्वारा कराया गया प्रसव भी इसका एक गैर चिकित्सीय रूप है। आजकल लगभग सभी प्रसूति विशेषज्ञ, स्त्री-रोग विशेषज्ञ भी होते है। .
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प्रसूति(Childbirth)
प्रसूति (जिसे लेबर, बर्थ, पारटस अथवा पार्टयूरीशन भी कहते हैं) मानव गर्भावस्था अथवा गर्भकाल अवधी का समापन है जिसमें एक महिला के गर्भाशय से एक अथवा अधिक नवजात शिशुओं का जन्म होता है। मनुष्य की सामान्य प्रसूती की प्रक्रिया को प्रसव के तीन चरणों में विभाजित किया गया है:गर्भाशय ग्रीवा का छोटा होना और फैलना,शिशु का बाहर निकलना और शिशु जन्म, और गर्भनाल का बाहर निकलना.
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प्रसूति-विज्ञान
प्रसूति-विज्ञान (लैटिन शब्द ऑब्स्टेयर, अर्थात्, "साथ देते रहना" से) गर्भावस्था (प्रसव से पहले की अवधि), शिशु-जन्म और प्रसव के बाद की अवधि के दौरान महिलाओं और उनके बच्चों की देखभाल से जुड़ी हुई शल्य चिकित्सीय विशेषता है। प्रसूति-विद्या गैर-शल्य समतुल्य है। पशु प्रसूति-विज्ञान, पशु चिकित्सा की अवधारणा के समान है। लगभग सभी आधुनिक प्रसूति-विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ भी हैं। .
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