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3 संबंधों: पितृवंश समूह के(ऍक्सऍलटी), मनुष्य पितृवंश समूह, मातृवंश समूह ऍस।
पितृवंश समूह के(ऍक्सऍलटी)
मनुष्यों की आनुवंशिकी (यानि जॅनॅटिक्स) में पितृवंश समूह के (ऍक्सऍलटी) या वाए-डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप K(xLT), जिसे पहले पितृवंश समूह ऍमऍनओपीऍस या वाए-डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप MNOPS बुलाया जाता था, एक पितृवंश समूह है।Jacques Chiaroni, Peter A.
देखें पितृवंश समूह ऍस और पितृवंश समूह के(ऍक्सऍलटी)
मनुष्य पितृवंश समूह
मनुष्यों की आनुवंशिकी (यानि जॅनॅटिक्स) में पितृवंश समूह उस वंश समूह या हैपलोग्रुप को कहते हैं जिसका पुरुषों के वाए गुण सूत्र (Y-क्रोमोज़ोम) पर स्थित डी॰एन॰ए॰ की जांच से पता चलता है। अगर दो पुरुषों का पितृवंश समूह मिलता हो तो इसका अर्थ होता है के उनका हजारों साल पूर्व एक ही पुरुष पूर्वज रहा है, चाहे आधुनिक युग में यह दोनों पुरुष अलग-अलग जातियों से सम्बंधित ही क्यों न हों। .
देखें पितृवंश समूह ऍस और मनुष्य पितृवंश समूह
मातृवंश समूह ऍस
ऑस्ट्रेलिया के आदिवासी अक्सर मातृवंश समूह ऍस के वंशज होते हैं मनुष्यों की आनुवंशिकी (यानि जॅनॅटिक्स) में मातृवंश समूह ऍस या माइटोकांड्रिया-डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप S एक मातृवंश समूह है। यह मातृवंश ज़्यादातर ऑस्ट्रेलिया के आदिवासियों में पाया जाता है। ध्यान दें के कभी-कभी मातृवंशों और पितृवंशों के नाम मिलते-जुलते होते हैं (जैसे की पितृवंश समूह ऍस और मातृवंश समूह ऍस), लेकिन यह केवल एक इत्तेफ़ाक ही है - इनका आपस में कोई सम्बन्ध नहीं है। .