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3 संबंधों: बारंबारता के अनुसार शब्द सूची, सुसंगतता, कॉर्पस भाषाविज्ञान।
बारंबारता के अनुसार शब्द सूची
बारंबारता के अनुसार शब्द सूची से आशय किसी भाषा के किसी ग्रन्थसंग्रह (कॉर्पस) में आये हुए शब्दों को उनकी बारम्बारता के अनुसार क्रमबद्ध करने से है। इस तरह की शब्द-सूची उस भाषा की शब्दावली सीखने के लिये अत्यन्त उपयोगी होती है क्योंकि अधिक प्रयोग किये जाने वाले शब्दों को पहले सीखने से बहुत कम शब्द सीखकर भी काम चलाने लायक योग्यता प्राप्त हो जाती है। उदाहरण के लिये हिन्दी के सर्वाधिक प्रयुक्त २० शब्दों की सूची कुछ इस प्रकार है- .
देखें पाठसंग्रह और बारंबारता के अनुसार शब्द सूची
सुसंगतता
किसी ग्रन्थ या किसी अन्य कृति में आये हुए प्रमुख शब्दों को वर्णक्रम में या किसी अन्य क्रम में सजाकर निर्मित सूची को सुसंगतता या कॉन्कॉर्डैंस (concordance) कहते हैं। कम्यूटर प्रोग्रामों के आ जाने से यह काम अपेक्षाकृत बहुत सरल हो गया है किन्तु इसके पहले बहुत महत्वपूर्ण कृतियों (जैसे वेद, बाइबल, कुरान, शेक्सपीयर की कृतियाँ आदि) के ही सुसंगतता निर्मित किये जा सके थे क्योंकि इसमें समय और खर्च बहुत लगता था और काम बहुत कठिन था। विश्व की पहली सुसंगतता 'वल्गेट बाइबल' (Vulgate Bible) की बनी थी जिसे सन्त चर के हग (Hugh of St Cher) (मृत्यु 1262) ने ५०० भिक्षुओं की सहायता से संकलित किया था। सन् 1448 में रब्बी मॉर्डेकाई नाथन (Rabbi Mordecai Nathan) ने हिब्रू भाषा की बाइबल की सुसंगतता बनायी जिसे बनाने में दस वर्ष लगे। .
देखें पाठसंग्रह और सुसंगतता
कॉर्पस भाषाविज्ञान
भाषाशास्त्र में वृहद एवं सुसंगठित पाठ (टेक्स्ट) को पाठसंग्रह या कॉर्पस (corpus) कहते हैं। आज के एलेक्ट्रानिक युग में पाठसंग्रह को एलेक्ट्रानिक प्रारूप में संग्रहित किया जाता है एवं संगणक द्वारा इसकी बहुविध जाँच-पड़ताल एवं प्रसंस्करण किया जाता है। इस प्रकार का पाठसंग्रह सांख्यिकीय विश्लेषण करने, परिकल्पना-परीक्षण, शब्दों के प्रयोग की आवृत्ति निकालने तथा भाषायी नियमों की जाँच के लिये प्रयुक्त होते हैं। .
देखें पाठसंग्रह और कॉर्पस भाषाविज्ञान
पाठसामग्री, ग्रन्थसंग्रह के रूप में भी जाना जाता है।