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पश्चिम बंगाल

सूची पश्चिम बंगाल

पश्चिम बंगाल (भारतीय बंगाल) (बंगाली: পশ্চিমবঙ্গ) भारत के पूर्वी भाग में स्थित एक राज्य है। इसके पड़ोस में नेपाल, सिक्किम, भूटान, असम, बांग्लादेश, ओडिशा, झारखंड और बिहार हैं। इसकी राजधानी कोलकाता है। इस राज्य मे 23 ज़िले है। यहां की मुख्य भाषा बांग्ला है। .

929 संबंधों: चन्दननगर, ऊषा उत्थुप, चाकुलिया, चितरंजन, चित्रा दत्ता, चिंतामणि कर, चंचल, चंडी लहिड़ी, चुरुलिया, चौदहवीं लोकसभा, चौधरी मोहन जटुया, चौबीस परगना, चैतन्य महाप्रभु, चोकिला अय्यर, चीतल, टाटा नैनो, टाटानगर जंक्शन रेलवे स्टेशन, टोटो भाषा, टीटागढ़, टीना दत्ता, टीवी स्वामित्व के आधार पर भारत के राज्य, टीकाकरण कवरेज के आधार पर भारत के राज्य, एच॰आई॰वी जागरुकता के आधार पर भारत के राज्य, एनएचपीसी लिमिटेड, एस्प्लेनेड, कोलकाता, एस॰एस॰ अहलूवालिया, एक-बंगला, एकचक्रा, ए॰आर॰ किदवई, झाड़ग्राम, झाड़ग्राम लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, झारखण्ड, झालदा, झूलन गोस्वामी, ठकुरी, डायमंड हार्बर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, डाक सूचक संख्या, डेनिश भारत, डी पी राय चौधरी, ढाली, तथागत राय, तनिष्क बागची, तपीश्वर नारायण रैना, तमलुक, तराई-दुआर सवाना और घासभूमि, तापस पाल, तापस मंडल, तामलुक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, ताम्रलिप्त, तारापीठ, ..., ताराशंकर बंधोपाध्याय, तारकनाथ दास, तुषारकांति घोष, त्रिदेवनाथ बैनर्जी, त्रिगुण सेन, तेन्जिंग नॉरगे, तीस्ता नदी, द गेटवे होटल्स एंड रिसॉर्ट्स, दम दम, दमदम लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, दलदल, दलमा अभयारण्य, दशहरा, दसरथ टिर्की, दसलाखी नगर, दामोदर नदी, दामोदर घाटी निगम, दामोदर घाटी परियोजना, दार्जिलिंग, दार्जिलिंग लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, दार्जिलिंग हिमालयी रेल, दार्जीलिंग चाय, दार्जीलिंग जिला, दिनेश त्रिवेदी, दिल्ली मुंबई औद्योगिक गलियारा परियोजना, दक्षिण दिनाजपुर जिला, दक्षिण २४ परगना जिला, दक्षिणेश्वर, दुर्गा दास बसु, दुर्गा पूजा, दुर्गापुर, द्रुतमार्ग (भारत), दून एक्स्प्रेस ३०१०, देबश्री राय, देव (अभिनेता), देवेंद्र सेन, दीपावली, धनञ्जय भट्टाचार्य, धरम वीरा, धान उत्पादन की मेडागास्कर विधि, धूलागढ़ सांप्रदायिक हिंसा, धीरेंद्रनाथ गांगुली, नदिया जिला, नदियों पर बसे भारतीय शहर, नदी घाटी परियोजनाएँ, नमन शॉ, नरगिस (अभिनेत्री), नसीपुर, नाम की व्युत्पत्ति के आधार पर भारत के राज्य, नारियल, नागराकाटा, नित्यानंद प्रभु, नितीश चंद्र लाहिड़ी, निरंजन राय, निर्धनता दर के आधार पर भारत के राज्यों की सूची, निर्मल कुमार सिद्धांत, निवेदिता सेतु, निखिल रंजन बैनर्जी, नवद्वीप, नवांग गोम्बू, नंदीग्राम, नक्सलबाड़ी, नक्सलवाद, न्यायमूर्ति सआदत अबुल मसूद, न्यू जलपाईगुड़ी, न्योरा घाटी राष्ट्रीय उद्यान, नैहाटि, नेपाल, नेपाल का भूगोल, नेपाल के प्रदेश, नेपाली भाषा, नेपाली साहित्य, नेपाली व्यंजन, नेफियू रियो, नीम, पथेर पांचाली (1955 फ़िल्म), पद्म श्री पुरस्कार (१९५४-५९), पद्म श्री पुरस्कार (१९६०-६९), पद्म श्री पुरस्कार (१९७०-७९), पद्म श्री पुरस्कार (१९८०–१९८९), पद्म श्री पुरस्कार (१९९०–१९९९), पद्म श्री पुरस्कार (२०००–२००९), पद्म विभूषण धारकों की सूची, पद्मश्री पुरस्कार (२०१०–२०१९), पद्मश्री से सम्मानित नागरिक १९५० के दशक में, पद्मजा नायडू, पद्मजा नायडू हिमालयन प्राणी उद्यान, पन्नालाल भट्टाचार्य, परमाण्वीय खनिज, परिवार के आकार के आधार पर भारत के राज्य, पलाश, पलाशी, पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान, पश्चिम बंगाल प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पश्चिम बंगाल मत्स्य एवं पशुपालन विज्ञान विश्वविद्यालय, पश्चिम बंगाल राष्ट्रीय न्यायिक विज्ञान विश्वविद्यालय, पश्चिम बंगाल राज्य विद्युत प्रसारण कंपनी लिमिटेड, पश्चिम बंगाल राज्य विद्युत बोर्ड, पश्चिम बंगाल राज्य विश्वविद्यालय, पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव, 2016, पश्चिम बंगाल विधानसभा, पश्चिम बंगाल के 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उपलब्धता के आधार पर भारत के राज्यों की सूची, पोद्दार, पीठा, पीजूष गांगुली, पी॰ सी॰ महालनोबिस, फरक्का परियोजना, फ़िन की बया, फ्रांसीसी भारत, फूलरेनु गुहा, बद्रुद्दोज़ा खान, बनगाँव लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, बर्धमान, बर्धमान जिला, बर्धमान-दुर्गापुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, बर्धमान-पूर्बा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, बर्नपुर, बलूरघाट लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, बसीरहाट लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, बहरामपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, बानरहाट, बाब -ए- ख़ैबर, बाबुल सुप्रियो, बामाक्षेपा, बारासाट लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, बारोवारी, बाल पोषाहार के आधार पर भारत के राज्यों की सूची, बालूचरी साड़ी, बाली, हावड़ा, बाहुन, बागडोगरा विमानक्षेत्र, बांग्ला शब्दभण्डार, बांग्लादेश, बांग्लादेश का इतिहास, बांकुड़ा जिला, बांकुरा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, बाउल, बाङ्ला भाषा, बिदिता बाग़, बिधान चन्द्र कृषि विश्वविद्यालय, बिधान चंद्र रॉय, बिधाननगर, बिनय शुषन घोष, बिरसा मुंडा, बिर्ख खड़का डुबर्सेली, बिहार, बिहार में यातायात, बिकाश रंजन भट्टाचार्य, बज बज, बंधन बैंक, बंगाल, बंगाल प्रेसीडेंसी, बंगाल बाघ, बंगाल का विभाजन 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जनसंख्या अनुसार, भारत के शहरों की सूची, भारत के सर्वाधिक जनसंख्या वाले शहरों की सूची, भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, भारत के हवाई अड्डे, भारत के ज़िले, भारत के विश्व धरोहर स्थल, भारत के अभयारण्य, भारत के उच्च न्यायालयों की सूची, भारत की संस्कृति, भारत २०१०, भारत-बांग्लादेश संबंध, भारतमाला परियोजना, भारती एयरटेल, भारतीय चुनाव, भारतीय थलसेना, भारतीय नाम, भारतीय नेपाली, भारतीय पुलिस सेवा, भारतीय प्रबन्धन संस्थान, भारतीय प्रबंध संस्थान, कोलकाता, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, भारतीय राज्य पशुओं की सूची, भारतीय राज्य पक्षियों की सूची, भारतीय राज्यों के राज्यपालों की सूची, भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों की सूची, भारतीय रुपया, भारतीय सांख्यिकी संस्थान, भारतीय सिनेमा, भारतीय सिनेमा के सौ वर्ष, भारतीय संविधान सभा, भारतीय जनता पार्टी, भारतीय वस्त्र, भारतीय वाहन पंजीकरण पट्ट, भारतीय विधायिकाओं के वर्तमान अध्यक्षों की सूची, भारतीय वैज्ञानिक शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, कोलकाता, भारतीय आम चुनाव, 2014, भारतीय आम चुनाव, 2014 के लिए चुनाव पूर्व 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विज्ञान संग्रहालय परिषद्, रासबिहारी बोस, राहुल सांकृतायन, राहुल सांकृत्यायन, राहुल सिन्हा, राजभवन, राजभवन (पश्चिम बंगाल), दार्जिलिंग, राजभवन (पश्चिम बंगाल), कोलकाता, राजशेखर बोस, राजवंशी जाति, राइटर्स बिल्डिंग, रितुपर्णा सेनगुप्ता, रितुपर्णो घोष, रिमी सेन, रिया सेन, रिषड़ा, रघुराज प्रताप सिंह, रविंद्र नाथ चौधरी, रवीन्द्र भारती विश्वविद्यालय, रवीन्द्र सेतु, रवींद्र संगीत, रंगीत नदी, रुचाल, रुद्रावतार, रुना बासु, रुपया, रुमेली धर, रैडक्लिफ़ अवार्ड, रैंकोजी मन्दिर, रूपा गांगुली, रे, रेणुका राय, रेणुका सिन्हा, रेबा सोम, रोहू मछली, रीमा सेन, लतिका सरकार, ललित मोहन बैनर्जी, लाल मिट्टी, लाल गलियारा, लालन, लिम्बू, लिलुआ, लिंगानुपात के आधार पर भारत के राज्यों की सूची, लंबी चोंच का गिद्ध, लैटेराइट मृदा, लूची, लेपचा (जनजाति), लोक सभा, लोकसभा सीटों के आधार पर भारत के राज्यों और संघ क्षेत्रों की सूची, लीची, लीला मजूमदार, शताब्दी रॉय, शम्सुल हुडा चौधरी, शरत्चन्द्र चट्टोपाध्याय, शर्मिला चक्रवर्ती, शान्तिनिकेतन, शारदा चिट फण्ड घोटाला, शाह अता की दरगाह, शांतिदेव घोष, शांतिपुर, नदिया, शांतु जवाहरमल साहनी, शिशिर कुमार भादुड़ी, शिशिर कुमार मित्रा, शिशिर कुमार अधिकारी, शिवप्रसाद चटर्जी, शंकर रॉयचौधरी, शंकरदेव, शक्ति सामंत, शुभिंद्रनाथ मुखर्जी, श्रेया घोषाल, श्री अग्रसेन महाविद्यालय, दालखोला, श्रीरामपुर, पश्चिम बंगाल, श्रीलंका क्रिकेट टीम का भारत दौरा 2014-15, श्रीवत्स गोस्वामी, शैवालीकरण, शीना बोरा हत्याकांड, सच्चिदानंद राउतराय, सत्यजित राय, सत्यजीत रे फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान, सबसे सघन आबादी वाले शहर, समाजवादी पार्टी, सम्प्रीति सेतु, सय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी, सरसों, सर्पगन्धा, सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस, सरोज घोष, सलुआ एयर फ़ोर्स स्टेशन, साड़ी, साध्वी कनकप्रभा, सायंतनी घोष, साहा नाभिकीय भौतिकी संस्थान, साहित्य में नोबेल विजेताओं की सूची, साहिबगंज, सांथाल जनजाति, साक्षरता दर के आधार पर भारत के राज्य, सिन्धु-गंगा के मैदान, सिनेट ऑफ श्रीरामपुर कॉलिज (विश्वविद्यालय), सियालदह जंक्शन, सियालदह-बलिया एक्सप्रेस, सिलीगुड़ी, सिंगालीला राष्ट्रीय उद्यान, सिक्किम, सिउड़ी, संतरागाछी, संतोष कुमार सेन, संदक्फू चोटी, संध्या मजूमदार, संध्या रॉय, संयुक्त समाजवादी दल (संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी), संस्थागत प्रसव के आधार पर भारत के राज्यों की सूची, संग्राम पदक, सुतीर्था मुखर्जी, सुदांशु शोभन मैत्रा, सुदीप बंदोपाध्याय, सुधीर रंजन सेनगुप्ता, सुधीर कृष्ण मुखर्जी, सुनीति कुमार चटर्जी, सुनील खान, सुनील कुमार मंडल, सुब्रत बक्शी, सुबोधचंद्र सेनगुप्ता, सुभाष मुखोपाध्याय, सुरेश चंद्र रॉय, सुष्मिता बनर्जी, सुजय भूषण रॉय, सुवेन्दु अधिकारी, सुगत बोस, सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान, सुकुमार सेन, सुकुमार सेन (भारतीय मुख्य चुनाव आयुक्त), स्थापित ऊर्जा उत्पादन क्षमता के आधार पर भारत के राज्य और संघ क्षेत्र, स्पाइडर लड़कियाँ, स्पिरिट एअर (भारत), स्मिता सभरवाल, स्वतन्त्रता के बाद भारत का संक्षिप्त इतिहास, स्वामी निगमानन्द परमहंस, स्वामी शिवानन्द, स्वामी विवेकानन्द, सौमित्र चटर्जी, सौमित्र खान, सौम्यजीत घोष, सौरव गांगुली, सौगत रॉय, सूरजकुण्ड हस्तशिल्प मेला, सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला', सेमल, सेरमपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, सेलिब्रिटी क्रिकेट लीग, सोनागाछी, सोमनाथ चटर्जी, सोमनाथ होरे, सोवा रिग्पा, सोंभु मित्रा, सीवान, हँड़िया, हत्या की गई भारतीय राजनीतिज्ञों की सूची, हरिदास सिद्धांत वागीश, हरिदेव जोशी, हर्षवर्धन नियोतिया, हरीतकी, हल्दिया, हालिशहर, हाशिमारा एयर फ़ोर्स स्टेशन, हावड़ा, हावड़ा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, हावड़ा जिला, हावड़ा जंक्शन रेलवे स्टेशन, हिन्दी, हिन्दी भाषियों की संख्या के आधार पर भारत के राज्यों की सूची, हिमसागर आम, हिमालय, हिमालयी भूगर्भशास्त्र, हिल्सा, हज़ारद्वारी महल, हकीम सैयद मुहम्मद शर्फ़ुद्दीन कादरी, हुगली लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, हुगली जिला, हेनरी लुई विवियन डिरोजिओ, हेनान, हेमन्त कुमार मुखोपाध्याय, हो भाषा, हीरेंद्रनाथ मुखर्जी, जनसंख्या के आधार पर भारत के राज्य और संघ क्षेत्र, जनार्दन प्रसाद झा 'द्विज', जयदयाल गोयन्दका, जयनगर मजिलपुर, जयनगर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, जलदापाड़ा राष्ट्रीय उद्यान, जलपाईगुड़ी, जलपाईगुड़ी लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, जलपाईगुड़ी जिला, जात्रा, जाधवपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, जामिनी राय, जांगीपुर, जांगीपुर लोकसभा क्षेत्र, जगद्धात्री, जगमोहन डालमिया, जंगल जलेबी, जंगली तीतर, जंगीपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, जुबली ब्रिज, ज्ञानप्रकाश घोष, ज्ञानेन्द्रनाथ मुखर्जी, ज्योति बसु, ज्योतिर्मयी देवी, ज्योतिष चंद्र राय, जैक प्रेगेर, जेट कनेक्ट, जोगेन्द्र नाथ मंडल, जोगेश चंद्र डे, जोगेशचंद्र बैनर्जी, जोङखा, जीवन प्रत्याशा के आधार पर भारत के राज्यों की सूची, ईश्वर गुप्ता सेतु, ईस्ट बंगाल एफ.सी., घरों मे बिजली उपलब्धता के आधार पर भारत के राज्य, घाटल लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, घुसुड़ि, वर्धमान विश्वविद्यालय, वारंग क्षिति, वाहनों के घनत्व के आधार पर भारत के राज्य, विद्यासागर सेतु, विद्यासागर विश्वविद्यालय, विधानसभा चुनाव (भारत), विश्व-भारती विश्वविद्यालय, विश्वनाथ चिकित्सा, विश्वकर्मा जयन्ती, विष्णु पद रे, विष्णु गोविंद जोग, विष्णुपुर (पश्चिम बंगाल), विष्णुपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, विजय चन्द्र बर्मन, विजय माल्या, विजय हजारे ट्रॉफी 2017 ग्रुप डी, विवेकानन्द सेतु, विवेकानंद मुखोपाध्याय, वृंदा करात, वीरभूम, खड़िया भाषा, खड़गपुर, खड़ूय़ा राजापूर, खादी विकास और ग्रामोद्योग आयोग, खासी, खाजा, खुदीराम बोस, गम्भीरा, गारुलिया, गार्गी बेनर्जी, गंगा नदी, गंगा प्रसाद बिरला, गंगा के बाँध एवं नदी परियोजनाएँ, गंगा की सहायक नदियाँ, गंगाधरपुर, गंगासागर, गुड़, गुलशन लाल टंडन, ग्रैंड होटल कोलकाता, गौड़, गौड़ (नगर), गौड़ बंग विश्वविद्यालय, गौड़ अंचल, गृह स्वामित्व के आधार पर भारत के राज्यों की सूची, गोएयर, गोपालपुर, गोपालकृष्ण गांधी, गोरखा जनमुक्ति मोर्चा, गोरुमारा राष्ट्रीय उद्यान, गोर्खा राष्ट्रीय मुक्ति मोर्चा, गोर्खालैंड, गोर्खालैंड क्षेत्रीय प्रशासन, गीतांजली एक्सप्रेस, ओड़िया भाषा, ओडिशा, आदिनाथ लाहिड़ी, आदिवासी (भारतीय), आदिवासी भाषाएँ, आद्रा (पश्चिम बंगाल), आनंद शंकर राय, आनंद विहार टर्मिनल रेलवे स्टेशन, आरती साहा, आरामबाग लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, आर्थिक मुक्ति के आधार पर भारत के राज्यों की सूची, आलिया विश्वविद्यालय, आलोक भट्टाचार्जी, आशिमा चटर्जी, आसनसोल, आसनसोल लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, आसनसोल अरुणोदय उच्च विद्यालय (HS), आंचलिक परिषद, आइएसओ 3166-2:आइएन, इदरिस अली, इशान पोरेल, इस्कॉन मंदिर, मायापुर, इस्को, इंडियन प्रीमियर लीग, कटिहार, कपिल कृष्ण ठाकुर, कमलिनी मुखर्जी, कमारहाटी, कर राजस्व के आधार पर भारत के राज्य, करेंसी बिल्डिंग, कोलकाता, कलकत्ता मेडिकल कॉलेज, कलकत्ता विश्वविद्यालय, कलकत्ता उच्च न्यायालय, कल्याण बनर्जी, कल्याण मल लोढ़ा, कल्याणी (उपन्यास), कल्याणी विश्वविद्यालय, कल्याणी, पश्चिम बंगाल, कल्कली घोष, काटोया, काठी, कान्था कशीदाकारी, कामतापुर, कामेल्या सीनेन्सीस्, कायस्थ, काल कोठरी की घटना, कालचिनी, काला जुनबगला, कालिंपोंग, कालका मेल, कालीघाट चित्रकला, कासिम बाजार, काज़ी नज़रुल इस्लाम, कांथी लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, कुड़ुख, कुमार सानु, कुर्सियांग, कुलटि, क्षिप्रा एक्सप्रेस, क्षेत्रफल के आधार पर भारत के राज्य और संघ क्षेत्र, क्षेत्री, क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान,भुवनेश्वर, कृषनगर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, कृष्ण, कृष्णानगर, नदिया, कैल्कटा ट्रामवेज़ कंपनी, कूचबिहार, कूचबिहार लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, कूचबिहार जिला, के जी सुब्रह्मण्यम, केदारनाथ मुखर्जी, केन्‍द्रीय कांच एवं सिरामिक अनुसन्धान संस्‍थान, केशव प्रसाद गोयंका, केसरी नाथ त्रिपाठी, कोच राजबोंग्शी लोग, कोयला, कोल इण्डिया लिमिटेड, कोलकाता, कोलकाता दक्षिण लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, कोलकाता नाईट राइडर्स, कोलकाता मेट्रो रेल, कोलकाता रेलवे स्टेशन, कोलकाता रेस्क्यू, कोलकाता जिला, कोलकाता उत्तर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, कीर्तन (नृत्य), अतानु दास, अधीर रंजन चौधरी, अनिल बंधु गुहा, अनुपम हाज़रा, अपराध दर के आधार पर भारत के राज्यों की सूची, अपरूपा पोदार, अपवाह तन्त्र, अप्रैल 2015 नेपाल भूकम्प, अबादा, भारत, अबू हसेम खान चौधरी, अभिषेक बनर्जी, अभिजीत मुखर्जी, अमर्त्य सेन, अमला शंकर, अमीय चक्रवर्ती, अरिजीत सिंह, अरुप राहा, अर्चना शर्मा, अर्थव्यवस्था के आकार के आधार पर भारत के राज्य, अर्पिता सिंह, अर्पिता घोष, अलबर्ट एक्का, अलका याज्ञिक, अलका सरावगी, अल्तमास कबीर, अल्पभार जनसंख्या के आधार पर भारत के राज्य, अली अहमद हुसैन खान, अलीपुर, अलीपुर द्वार, अलीपुर जेल प्रेस, अलीपुर वन्य प्राणी उद्यान, अलीपुरद्वार लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, अशोक डिंडा, अशोक मित्र, अशोक सेन, अशोक खेमका, अशोक कुमार सरकार, असुर (आदिवासी), असीमा चटर्जी, अजय नदी, अजित कुमार, अग्रहरि, अग्रहरि सिख, अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ, अंतःनाम और बहिःनाम​, अंगिका भाषा, उच्चतम बिन्दु के आधार पर भारत के राज्य और संघ क्षेत्र, उत्तर दिनाजपुर जिला, उत्तर बंगाल कृषि, उत्तर २४ परगना जिला, उत्तरी बंगाल विश्वविद्यालय, उदय शंकर, उमा सरीन, उलूबेरिया लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, उस्ताद नसीर अमीनुद्दीन डागर, ऋतु, ऋत्विक घटक, ऋषि बंकिम चंद्र कॉलेज, छोटा नागपुर पठार, १५वीं लोक सभा के सदस्यों की सूची, १६वीं लोक सभा के सदस्यों की सूची, १८ अगस्त, १९४३ का बंगाल का अकाल, १९५१, १९५४ में पद्म भूषण धारक, १९५५ में पद्म भूषण धारक, १९५६ में पद्म भूषण धारक, १९५७ में पद्म भूषण धारक, १९५८ में पद्म भूषण धारक, १९५९ में पद्म भूषण धारक, १९६० में पद्म भूषण धारक, १९६१ में पद्म भूषण धारक, १९६२ में पद्म भूषण धारक, १९६३ में पद्म भूषण धारक, १९६४ में पद्म भूषण धारक, १९६५ में पद्म भूषण धारक, १९६६ में पद्म भूषण धारक, १९६७ में पद्म भूषण धारक, १९६८ में पद्म भूषण धारक, १९६९ में पद्म भूषण धारक, १९७० में पद्म भूषण धारक, १९७१ में पद्म भूषण धारक, १९७१ का भारत-पाक युद्ध, १९७२ में पद्म भूषण धारक, १९७३ में पद्म भूषण धारक, १९७४ में पद्म भूषण धारक, १९७५ में पद्म भूषण धारक, १९७६ में पद्म भूषण धारक, १९७७ में पद्म भूषण धारक, १९८१ में पद्म भूषण धारक, १९८३ में पद्म भूषण धारक, १९८४ में पद्म भूषण धारक, १९८५ में पद्म भूषण धारक, १९८६ में पद्म भूषण धारक, १९८७ में पद्म भूषण धारक, १९८८ में पद्म भूषण धारक, १९९० में पद्म भूषण धारक, १९९१ में पद्म भूषण धारक, १९९८ में पद्म भूषण धारक, २००३ में पद्म भूषण धारक, २००४ में पद्म भूषण धारक, २००६ में पद्म भूषण धारक, २००७ में पद्म भूषण धारक, ६ नवम्बर, 11 गोरखा राइफल्स, 1990 बंटाला बलात्कार मामला, 2013 कामदूनी सामूहिक बलात्कार और हत्या मामला, 2016 मथुरा मुठभेड़, 2016 गुलशन हमला, 2017 दक्षिण एशिया बाढ़ सूचकांक विस्तार (879 अधिक) »

चन्दननगर

चंदननगर एक छोटा सा नगर है जो कोलकाता से ३० किमी उत्तर दिशा में स्थित है। पहले यह फ्रांस का उपनिवेश था। यह हुगली जिले की एक तहसील तथा पश्चिम बंगाल की ६ नगरपालिकाओं में में से एक है। यह हुगली नदी के किनारे स्थित है। इसका कुल क्षेत्रफल मात्र १९ वर्ग किमी है और जनसंख्या १ लाख ५० हजार से भी अधिक है। चन्दननगर को सन्‌ 1950 में भारत में मिला लिया गया। .

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ऊषा उत्थुप

ऊषा उत्थुप (पूर्व में अय्यर) (உஷா உதுப், ঊষা উথুপ) (जन्म - 8 नवम्बर 1947) भारत की एक लोकप्रिय पॉप गायिका हैं। उन्हें 1960 के दशक के उतर्राध, 1970 और 1980 के दशक में अपने लोकप्रिय हिट के लिए जाना जाता है। उन्होंने करीब 16 भाषाओं में गाने गाएं हैं जिसमें बंगाली, हिंदी, पंजाबी, असमी, उड़िया, गुजराती, मराठी, कोंकणी, मलयालम, कन्नड़, तमिल, तुलु और तेलुगु शामिल हैं। वे कई विदेशी भाषाओं में भी गाना गा सकती हैं जिसमें अंग्रेजी, डच, फ्रेंच, जर्मन, इतालवी, सिंहली, स्वाहिली, रूसी, नेपाली, अरबी, क्रियोल, ज़ुलु और स्पेनिश शामिल हैं। .

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चाकुलिया

चाकुलिया झारखंड प्रान्त में स्थित पूर्वी सिंहभूम जिले का एक शहर है जो पश्चिम बंगाल और झारखंड की सीमा पर स्थित है और हावड़ा टाटानगर मुख्य रेलमार्ग पर स्थित है। .

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चितरंजन

चितरंजन भारत के पश्चिम बंगाल का एक प्रमुख शहर है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल श्रेणी:पश्चिम बंगाल के शहर.

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चित्रा दत्ता

चित्रा दत्ता एक भारतीय भौतिक विज्ञानी है, जो जैव सूचना विज्ञान और कम्प्यूटेशनल जीव विज्ञान में काम किया है। वह प्रमुख वैज्ञानिक हैं स्ट्रक्चरल जीव विज्ञान और जैव सूचना विज्ञान भारतीय रसायन विज्ञान संस्थान, कोलकाता मे। दत्ता ने स्नातक विज्ञान किया और स्नातकोत्तर भौतिक विज्ञान मे पश्चिम बंगाल में विश्वभारती विश्वविद्यालय से। उन्होंने १९८४ में कलकत्ता विश्वविद्यालय से भौतिकी विज्ञान में पीएचडी प्राप्त की, जिसके बाद वे एक वैज्ञानिक के रूप में भारतीय रसायन विज्ञान संस्थान में काम शुरु कर दिया। चित्रा दत्ता को १९९२ में नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज के फेलो के रूप में चुना गया था। .

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चिंतामणि कर

चिंतामणि कर को कला के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९७४ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:१९७४ पद्म भूषण.

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चंचल

चंचल भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल के मालदा जिले का एक कस्बा है। यह स्थान चंचल महल के लिए प्रसिद्ध है। यह मालदा का दुसरा सबसे बड़ा कस्बा है। .

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चंडी लहिड़ी

चंडी लहिड़ी (16 मार्च, 1931-18 जनवरी 2018) पश्चिम बंगाल से एक भारतीय कार्टूनिस्ट थे। उन्होंने वर्ष 1952 में एक पत्रकार के रूप में अपने कॅरियर की शुरूआत की थी और अगले एक दशक में पूर्णकालिक कार्टूनिस्ट बनकर उभरे थे। प्रारंभिक दौर में वे दैनिक लोकसेवक पत्रिका में संवाददाता के तौर पर काम करते थे। 1962 में वे आनंदबाजार पत्रिका से जुड़े। करीब 20 वर्षो तक वहां उन्होंने कार्टूनिस्ट के तौर पर काम किया। उनके कार्टूनों में लोगों को एक सच्चाई नजर आती थी और इसी कारण उनके कार्टूनों की काफी मांग हुआ करती थी। उन्होंने अपने कार्टूनों के माध्यम से लगभग 50 वर्षों तक पश्चिम बंगाल और देश की सामाजिक राजनीतिक परिदृश्य को रेखांकित किया। उनका जन्म नदिया जिले के नवद्वीप में 16 मार्च, 1931 को हुआ था। 18 जनवरी, 2018 को उनका निधन 87 वर्ष की उम्र में हो गया। वे निमोनिया से पीड़ित थे, जिसके इलाज के लिए उन्हें कोलकाता के आरजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां वे जिंदगी की जंग हार गए। .

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चुरुलिया

चुरुलिया पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिले के आसनसोल उपखण्ड का एक गाँव है। यह आसनसोल से सटा हुआ है। इसी गाँव में प्रसिद्ध कवि काजी नज़रुल इस्लाम का जन्म हुआ था। श्रेणी:बंगाल का भूगोल.

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चौदहवीं लोकसभा

भारत में चौदहवीं लोकसभा का गठन अप्रैल-मई 2004 में होनेवाले आमचुनावोंके बाद हुआ था। .

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चौधरी मोहन जटुया

चौधरी मोहन जटुया भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की मथुरापुर सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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चौबीस परगना

चौबीस परगना, पश्चिम बंगाल का एक जिला था। १ मार्च १९८६ को इसे दो जिलों में बाँट दिया गया- उत्तरी चौबीस परगना तथा दक्षिणी चौबीस परगना Category:पश्चिम बंगाल के जिले.

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चैतन्य महाप्रभु

चैतन्य महाप्रभु (१८ फरवरी, १४८६-१५३४) वैष्णव धर्म के भक्ति योग के परम प्रचारक एवं भक्तिकाल के प्रमुख कवियों में से एक हैं। इन्होंने वैष्णवों के गौड़ीय संप्रदाय की आधारशिला रखी, भजन गायकी की एक नयी शैली को जन्म दिया तथा राजनैतिक अस्थिरता के दिनों में हिंदू-मुस्लिम एकता की सद्भावना को बल दिया, जाति-पांत, ऊंच-नीच की भावना को दूर करने की शिक्षा दी तथा विलुप्त वृंदावन को फिर से बसाया और अपने जीवन का अंतिम भाग वहीं व्यतीत किया। उनके द्वारा प्रारंभ किए गए महामंत्र नाम संकीर्तन का अत्यंत व्यापक व सकारात्मक प्रभाव आज पश्चिमी जगत तक में है। यह भी कहा जाता है, कि यदि गौरांग ना होते तो वृंदावन आज तक एक मिथक ही होता। वैष्णव लोग तो इन्हें श्रीकृष्ण का राधा रानी के संयोग का अवतार मानते हैं। गौरांग के ऊपर बहुत से ग्रंथ लिखे गए हैं, जिनमें से प्रमुख है श्री कृष्णदास कविराज गोस्वामी विरचित चैतन्य चरितामृत। इसके अलावा श्री वृंदावन दास ठाकुर रचित चैतन्य भागवत तथा लोचनदास ठाकुर का चैतन्य मंगल भी हैं। .

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चोकिला अय्यर

चोकिला अय्यर भारत की पहली महिला विदेश सचिव रह चुकी हैं। वे 1964 बैच की आई एफ एस अधिकारी हैं। उन्होने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजातियों के लिए राष्‍ट्रीय आयोग के उपाध्‍यक्ष एवं संघ लोक सेवा आयोग की सदस्‍य के रूप में भी काम किया है।http://www.outlookindia.com/peoplehome3.aspx?author.

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चीतल

चीतल, या चीतल मृग, या चित्तिदार हिरन हिरन के कुल का एक प्राणी है, जो कि श्री लंका, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, भारत में पाया जाता है। पाकिस्तान के भी कुछ इलाकों में भी बहुत कम पाया जाता है। अपनी प्रजाति का यह एकमात्र जीवित प्राणी है। .

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टाटा नैनो

टाटा नैनो टाटा मोटर्स के द्वारा निर्मित सबसे नवीन कार है। यह विश्व की सबसे सस्ती कार है जिसका दाम १ लाख भारतीय रुपये है। मीडिया ने इसे लखटकिया कार नाम से ज़्यादातर संबोधित किया। इसकी बिक्री जून २००८ से प्रारंभ होगी। रतन टाटा ने जनता की कार ‘ नैनो ’ को पेश करते हुए आश्वासन दिया कि इस कार की कीमत वादे के मुताबिक एक लाख रुपए ही होगी साथ ही यह सभी प्रकार के सुरक्षा और प्रदूषण स्तरों को पूरा करती है। टाटा ने मारुति ८०० को अपनी परियोजना के लिए निशाना बनाया जिसने करीब दो दशक तक भारतीय बाजार पर राज किया और उन्होंने ऐसी कार बनाई जो लंबाई में आठ फीसदी छोटी लेकिन अंदर से २१ फीसदी ज़्यादा जगह वाली है। .

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टाटानगर जंक्शन रेलवे स्टेशन

टाटानगर जमशेदपुर शहर के रेलवे-स्टेशन का नाम है जो झारखंड प्रांत में स्थित है। पहले यह बिहार का हिस्सा हुआ करता था। टाटानगर दक्षिणपूर्व रेलवे का एक प्रमुख एवं व्यस्त स्टेशन है जो हावडा मुंबई मुख्य लाईन पर स्थित है। .

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टोटो भाषा

टोटो एक चीनी-तिब्बती भाषा है जो भारत और भूटान की सीमा पर टोटो आदिवासियों द्वारा टोटोपारा में बोली जाती है। हिमालयाई भाषा परियोजना टोटो के व्याकरण के पहली तस्वीर बनाने का प्रयास कर रही है। टोटो भाषा यूनेस्को द्वारा गंभीर रूप से लुप्तप्राय भाषाओं की सूची मे शामिल है। एक अनुमान के अनुसार टोटो बोलने वालों की संख्या 1,000 है। अधिकांश परिवार इस भाषा का प्रयोग घर में करते हैं। हालांकि बच्चे इस भाषा का प्रयोग घर में सीखते हैं, परन्तु उन्हें स्कूल में बंगाली पढ़ाई जाती है। .

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टीटागढ़

टीटागढ़ पश्चिमी बंगाल के उत्तरी चौबीस परगना जिले का नगर है। यह हुगली नदी के बाएँ तट पर स्थित है। पहले यह यूरोपीय लोगों का निवास स्थान था किंतु अब जूट एवं कागज के चार कारखाने हो जाने के कारण यह व्यावसायिक स्थान हो गया है। यह यह कोलकाता मेट्रोपॉलिटन डवलपमेंट अथॉरिटी के अधीन आता है। श्रेणी:कोलकाता के क्षेत्र.

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टीना दत्ता

टीना दत्ता (जन्म: 27 नवम्बर 1986) एक भारतीय फ़िल्म अभिनेत्री हैं। टीना दत्ता ने कलर्स पर चलाये गए उतरन धारावाहिक एक मुख्य किरदार निभाया था। .

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टीवी स्वामित्व के आधार पर भारत के राज्य

भारत के राज्यों की यह सूची घरों में टीवी की उपलब्धता के आधार पर है। यह जानकारी एन॰एफ॰एच॰एस-३ से संकलित की गई थी। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण व्यापक-पैमाने, बहु-दौरीय सर्वेक्षण है जो अन्तर्राष्ट्रीय जनसंख्या विज्ञान संस्थान (आई॰आई॰पी॰एस), मुंबई द्वारा कराया जाता है जो परिवार कल्याण और स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्दिष्ट है। एन॰एफ॰एच॰एस-३ ११ अक्टूबर २००७ को जारी किया गया था और पूरा सर्वेक्षण इस वेबसाइट पर देखा जा सकता है। .

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टीकाकरण कवरेज के आधार पर भारत के राज्य

भारत के राज्यों की यह सूची उस प्रतिशतानुसार जिसमें १२-२३ महीनों के बच्चों को सभी सुझावित टीके दिए गए। यह जानकारी एन॰एफ॰एच॰एस-३ से संकलित की गई थी। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण व्यापक-पैमाने, बहु-दौरीय सर्वेक्षण है जो अन्तर्राष्ट्रीय जनसंख्या विज्ञान संस्थान (आई॰आई॰पी॰एस), मुंबई द्वारा कराया जाता है जो परिवार कल्याण और स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्दिष्ट है। एन॰एफ॰एच॰एस-३ ११ अक्टूबर २००७ को जारी किया गया था और पूरा सर्वेक्षण इस वेबसाइट पर देखा जा सकता है। .

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एच॰आई॰वी जागरुकता के आधार पर भारत के राज्य

भारत के राज्यों की यह सूची राज्यों में एच॰आई॰वी जागरुकता के आधार पर है। यह जानकारी एन॰एफ॰एच॰एस-३ से संकलित की गई थी। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण व्यापक-पैमाने, बहु-दौरीय सर्वेक्षण है जो अन्तर्राष्ट्रीय जनसंख्या विज्ञान संस्थान (आई॰आई॰पी॰एस), मुंबई द्वारा कराया जाता है जो परिवार कल्याण और स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्दिष्ट है। एन॰एफ॰एच॰एस-३ ११ अक्टूबर २००७ को जारी किया गया था और पूरा सर्वेक्षण इस वेबसाइट पर देखा जा सकता है। .

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एनएचपीसी लिमिटेड

एनएचपीसी लिमिटेड (पूर्वनाम नैशनल हाइड्रोइलैक्ट्रिक पावर कारपोरेशन लिमिटेड) वर्ष 1975 में स्थापित भारत सरकार का एक सार्वजनिक उपक्रम है। इसका उद्देश्य सभी रूपों में हाइड्रोइलैक्ट्रिक पावर के समेकित एवं दक्ष विकास की योजना बनाना तथा पर्यावरण संतुलन को ध्यान मे रखते हुए इसे विकसित और संगठित करना है। लगभग ३१७०० करोड़ रुपए से अधिक के निवेश आधार वाली एनएचपीसी लिमिटेड भारत की सर्वोपरि दस कम्पनी में से एक है। वर्तमान में जलविद्युत विकास के क्षेत्र में यह सबसे बड़ा संगठन है। एनएचपीसी लिमिटेड जलविद्युत परियोजनाओं का संकल्पना से संचालन तक सभी कार्यों को करने में सक्षम है। .

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एस्प्लेनेड, कोलकाता

एस्प्लेनेड (Esplanade), मध्य कोलकाता में स्थित एक क्षेत्र है। अंग्रेजी भाषा में एस्प्लेनेड किसी जल निकाय के साथ स्थित एक खुला क्षेत्र है लेकिन अपने नाम के विपरीत यह क्षेत्र सचमुच में एक "एस्पलेनेड" नहीं है क्योंकि यह क्षेत्र पानी के पास स्थित नहीं है। हालाँकि हुगली नदी इस क्षेत्र से कुछ दूरी से बहती है। एस्प्लेनेड शहर के दिल में स्थित है और कोलकाता शहर के व्यस्त इलाकों में से एक है। यहाँ कोलकाता मेट्रो का एक स्टेशन भी स्थित है। .

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एस॰एस॰ अहलूवालिया

एस॰एस॰ अहलूवालिया भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की दार्जिलिंग सीट से भारतीय जनता पार्टी की ओर से भाग लिया। .

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एक-बंगला

नंदलाल मंदिर, हुगली जिला, पश्चिम बंगाल, भारत दो-चाल, या एक-बंगला एक मंदिर वास्तुकला शैली है जो बंगाल में आरम्भ हुआ। मंदिरों में झुका हुआ पक्षों के साथ छतों घुमावदार है। .

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एकचक्रा

एकचक्रा, पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले का एक गाँव है जो रामपुरहट से २० किमी दूर है। महाभारत के अनुसार, यह कीचकों के देश का एक नगर है जहाँ कभी व्यास के निर्देश से पांडवों ने अपने निष्कासन काल में कुछ समय निवास किया था। जेनरल कनिंघम और उनके समर्थक बिहार के शाहाबाद जिले में स्थित आधुनिक आरा नामक स्थान को एकचक्रा मानते हैं। महाभारत के अनुसार (वेदिक इंडेक्स, १,४९४) उसका दूसरा नाम 'पंचालनगर' (शतपथ ब्राह्मण, १३।५।४।७) भी है। इसे परिचक्रा या परिवक्रा भी कहा गया है। श्रेणी:पौराणिक स्थल.

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ए॰आर॰ किदवई

अख्लाक उर रहमान किदवई (१ जुलाई १९२० – २४ अगस्त २०१६) भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जो हरियाणा, बिहार, राजस्थान ऑर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रह चुके हैं। २४ अगस्त २०१६ को उनका निधन हो गया। .

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झाड़ग्राम

झाडग्राम भारत के पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर जिले का उपखण्ड है। यह एक प्रमुख कस्बा एवं लोकसभा क्षेत्र है। .

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झाड़ग्राम लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

झाड़ग्राम लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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झारखण्ड

झारखण्ड यानी 'झार' या 'झाड़' जो स्थानीय रूप में वन का पर्याय है और 'खण्ड' यानी टुकड़े से मिलकर बना है। अपने नाम के अनुरुप यह मूलतः एक वन प्रदेश है जो झारखंड आंदोलन के फलस्वरूप सृजित हुआ। प्रचुर मात्रा में खनिज की उपलबध्ता के कारण इसे भारत का 'रूर' भी कहा जाता है जो जर्मनी में खनिज-प्रदेश के नाम से विख्यात है। 1930 के आसपास गठित आदिवासी महासभा ने जयपाल सिंह मुंडा की अगुआई में अलग ‘झारखंड’ का सपना देखा.

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झालदा

झालदा, पश्चिमी बंगाल राज्य के पुरुलिया जिले का प्रसिद्ध व्यापारिक केंद्र है। यहाँ पर बर्तन का व्यापार अधिक होता है। राँची से पुरुलिया जानेवाली बसें झालदा होकर जाती हैं। श्रेणी:पश्चिम बंगाल का भूगोल.

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झूलन गोस्वामी

झूलन निशित गोस्वामी (ঝুলন গোস্বামী) (जन्म;२५ नवम्बर १९८२,नादिया,पश्चिम बंगाल,भारत) एक भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी है जो टीम के लिए के सभी प्रारूपों टेस्ट,एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय और ट्वेन्टी-ट्वेन्टी में खेलते हैं। झूलन गोस्वामी एक हरफनमौला खिलाड़ी है तथा ये घरेलू क्रिकेट बंगाल के लिए खेलती है। झूलन गोस्वामी महिला क्रिकेटरों में दुनिया की सबसे ज़्यादा विकेट(196) लेने वाली वनडे गेंदबाज़ हैं। इन्होंने एक बार २००७ आईसीसी पुरस्कार का खिताब भी जीता था जबकि एक बार एम ए चिदम्बरम ट्रॉफी के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेट खिलाड़ी का भी खिताब जीता था। झूलन मिताली राज से पहले भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान भी रह चुकी है। .

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ठकुरी

ठकुरी नेपाल का एक प्रमुख जाति समुह है। ये नेपाली क्षत्रिय जाति क्षेत्रीके अन्तर्गत का एक समुह है कभी कुसुण्डा तो कभी बाबुसाहेब नामसे पुकारे जानेवाली ये जाति नेपाली भूमि के भूमिपुत्र के रूप में परिचित एक मुख्य जाति है। नेपाल के शाहवंशीय राजपरिवार, सेन राजा,बझांगी राजा,एवम् पश्चिमी नेपाल के राजपरिवार सम्पूर्ण ठकुरीवंशी क्षत्रिय हैं।इन की मातृभाषा नेपाली भाषा और डोटेली भाषा है। ये भारोपेली भाषा परिवारके सदस्य है। .

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डायमंड हार्बर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

डायमंड हार्बर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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डाक सूचक संख्या

डाक सूचक संख्या या पोस्टल इंडेक्स नंबर (लघुरूप: पिन नंबर) एक ऐसी प्रणाली है जिसके माध्यम से किसी स्थान विशेष को एक विशिष्ट सांख्यिक पहचान प्रदान की जाती है। भारत में पिन कोड में ६ अंकों की संख्या होती है और इन्हें भारतीय डाक विभाग द्वारा छांटा जाता है। पिन प्रणाली को १५ अगस्त १९७२ को आरंभ किया गया था। .

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डेनिश भारत

डेनिश भारत, भारत में डेनमार्क के पूर्व उपनिवेशवादी के लिए शब्द है। डेनमार्क के शहर सहित, 225 वर्षों से भारत में औपनिवेशिक संपत्ति आयोजित त्रन्क़ुएबर वर्तमान में तमिलनाडु राज्य, श्रीरामपुर वर्तमान में पश्चिम बंगाल और निकोबार द्वीप समूह, भारत की वर्तमान हिस्सा केंद्र शासित प्रदेश की अंडमान और निकोबार द्वीप समूह। भारत में डेनिश उपस्थिति वे सैन्य और न ही मर्केंटाइल खतरा न तो मुद्रित सह प्रमुख यूरोपीय शक्तियों को थोड़ा महत्व का था। डेनिश भारत में वेंचर्स, कहीं सह, आम तौर पर और डोमिना करने में सक्षम नहीं पूंजीकृत अंडर या व्यापार मार्गों पर एकाधिकार गया पुर्तगाल, हॉलैंड और ब्रिटेन की कंपनियां शामिल हैं। सकता है कि एक ही रास्ते में सभी बाधाओं के खिलाफ हालांकि वे अपने औपनिवेशिक की सम्पत्ति से जुड़े हुए करने में कामयाब रहे और समय पर, के बीच युद्ध का लाभ ट्रैकिंग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में मूल्यवान आला बाहर उत्कीर्ण देश और तटस्थ ध्वज के तहत बड़ा विदेशी व्यापार की पेशकश की। इस कारण से उनकी उपस्थिति फ्रांस के साथ उनके गठबंधन के नेतृत्व में जब 1845, जब तक सहन कर रहा था कॉलोनी के ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी को सौंप दिया जा रहा है हार। .

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डी पी राय चौधरी

डी पी राय चौधरी को कला के क्षेत्र में सन १९५८ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९५८ पद्म भूषण.

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ढाली

ढाली, पश्चिम बंगाल का परिद्ध लोक नृत्य है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोक नृत्य.

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तथागत राय

तथागत राय (जन्म:14 सितम्बर, 1945 कोलकाता) भारत के एक राजनेता, इंजीनियर तथा लेखक हैं। मई २०१५ में उन्हें त्रिपुरा का राज्यपाल नियुक्त किया गया। २००२ से २००६ तक वे पश्चिम बंगाल की भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष रहे। श्रेणी:भारतीय राजनीतिज्ञ श्रेणी:त्रिपुरा के राज्यपाल श्रेणी:1945 में जन्मे लोग श्रेणी:जीवित लोग श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोग श्रेणी:भारतीय जनता पार्टी के राजनीतिज्ञ.

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तनिष्क बागची

तनिष्क बागची एक भारतीय संगीतकार हैं, जो बॉलीवुड फिल्मों के लिए संगीत बनाते हैं। उन्होंने बॉलीवुड में २०१५ में तनु वेड्स मनु रिटर्न्स के गीत "बन्नो" से अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत की। फिल्मों के लिए संगीत रचना करने से पहले, उन्होंने टीवी धारावाहिकों के लिए भी संगीत निर्माण किया है। .

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तपीश्वर नारायण रैना

जनरल तापेश्वर नारायण रैना 'पद्म भूषण, महावीर चक्र (1 9 21 और 1 9 मई 1 9 80)भारतीय सेना के पूर्व सेना प्रमुख,भारत के थलसेनाध्यक्ष, उनका कार्यकाल 1 9 75 और 1 9 78 के बीच रहा। बाद में, उन्होंने कनाडा के उच्चायुक्त के रूप में कार्य किया। वह भारत के तीसरे उच्चतम नागरिक सम्मान, पद्म भूषण के प्राप्तकर्ता थे। .

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तमलुक

तमलुक (बांग्ला: তমলুক) भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के पूर्वी मेदिनापुर जनपद का मुख्यालय है। विद्वानों का विचार है कि तमलुक ही प्राचीन ताम्रलिप्त है जो प्राचीन भारत में एक प्रसिद्ध व्यापारिक केन्द्र था। यह नगर बंगाल की खाड़ी से सटे हुए रूपनारायण नदी के किनारे स्थित है। उसकी प्राचीन समृद्धि अथवा गौरव के कोई चिन्ह अब वहाँ नहीं दिखाई देते। इसे हिंदू और बौद्ध दोनों ही अपना तीर्थस्थान मानते हैं। .

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तराई-दुआर सवाना और घासभूमि

तराई-दुआर सवाना और घासभूमि तराई पट्टी के मध्य एक उष्णकटिबन्धीय और उपोष्णकटिबंधीय घासभूमि, सवाना और झाड़ीभूमि जैवक्षेत्र है, जो भारत उत्तराखण्ड राज्य से लेकर दक्षिणी नेपाल और फिर उत्तरी पश्चिम बंगाल तक फैला हुआ है। .

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तापस पाल

तापस पाल भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की कृष्णनगर सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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तापस मंडल

तापस मंडल भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की राणाघाट सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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तामलुक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

तामलुक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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ताम्रलिप्त

ताम्रलिप्त या ताम्रलिप्ति (তাম্রলিপ্ত) बंगाल की खाड़ी में स्थित एक प्राचीन नगर था। विद्वानों का मत है कि वर्तमान तामलुक ही प्राचीन ताम्रलिप्ति था। ऐसा माना जाता है कि मौर्य साम्राज्य के दक्षिण एशिया तथा दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए यह नगर व्यापारिक निकास बिन्दु था। पश्चिमी बंगाल के मिदनापुर जिले का आधुनिक तामलुक अथवा तमलुक जो कलकत्ता से ३३ मील दक्षिण पश्चिम में रूपनारायण नदी के पश्चिमी किनारे पर स्थित है। यद्यपि समुद्र से इसकी वर्तमान दूरी ६० मील है, प्राचीन और मध्यकालीन युग में १७वीं शताब्दी तक समुद्र उसको छूता था और वह भारतवर्ष के दक्षिण-पूर्वी तट का एक प्रसिद्ध बंदरगाह था। ताम्रलिप्ति, नगर की ही नहीं, एक विशाल जनपद की भी संज्ञा थी। उन दिनों गंगा नदी भी उसके नगर के पास से होकर ही बहती थी और उसके द्वारा समुद्र से मिले होने के कारण नगर का बहुत बड़ा व्यापारिक महत्व था। भारतवर्ष के संबंध में लिखनेवाला सुप्रसिद्ध भूगोलशास्त्री प्लिनी उसे 'तामलिटिज' की संज्ञा देता है। प्राचीन ताम्रलिप्ति नगर के खंडहर नदी की उपजाऊ घाटी में अब भी देखे जा सकते हैं। .

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तारापीठ

तारापीठ (তারাপীঠ) भारत में पश्चिम बंगाल प्रांत के वीरभूमि जिला में एक छोटा शहर है। पूर्वी रेलवे के रामपुर हाल्ट स्टेशन से चार मील दूरी पर स्थित है तारा पीठ। बंगाल क्षेत्र की प्रसिद्द देवी तारा की पूजा का प्रमुख केन्द्र होने के कारण ही इसका नाम तारापीठ है। रामकृष्ण के समकालीन ही वामाक्षेपा, तारा पीठ के सिद्ध अघोरी परम भक्त थे। तारा पीठ (महापीठपुराण के अनुसार) ५२ शक्तिपीठों के अन्तर्गत माना गया है। .

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ताराशंकर बंधोपाध्याय

ताराशंकर बंधोपाध्याय एक बांग्ला साहित्यकार हैं। इन्हें गणदेवता के लिए १९६६ में ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। ताराशंकर बंधोपाध्याय को साहित्य एवं शिक्षा क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९६९ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। .

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तारकनाथ दास

तारकनाथ दास या तारक नाथ दास (बंगला: তারকানাথ দাস, 15 जून 1884 - 22 दिसम्बर 1958), एक ब्रिटिश-विरोधी भारतीय बंगाली क्रांतिकारी और अंतर्राष्ट्रवादी विद्वान थे। वे उत्तरी अमेरिका के पश्चमी तट में एक अग्रणी आप्रवासी थे और टॉल्स्टॉय के साथ अपनी योजनाओं के बारे में चर्चा किया करते थे, जबकि वे भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के पक्ष में एशियाई भारतीय आप्रवासियों को सुनियोजित कर रहे थे। वे कोलंबिया विश्वविद्यालय में राजनीतिक विज्ञान के प्रोफेसर थे और साथ ही कई अन्य विश्वविद्यालयों में अतिथि प्रोफेसर के रूप में भी कार्यरत थे। .

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तुषारकांति घोष

तुषारकांति घोष को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में सन १९६४ में भारत सरकार द्वारा, पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९६४ पद्म भूषण.

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त्रिदेवनाथ बैनर्जी

त्रिदेवनाथ बैनर्जी को चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में सन १९६१ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:१९६१ पद्म भूषण.

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त्रिगुण सेन

त्रिगुण सेन को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९६५ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९६५ पद्म भूषण.

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तेन्जिंग नॉरगे

तेन्जिंग नॉरगे (29 मई 1914- 9 मई 1986) एक नेपाली पर्वतारोही थे जिन्होंने एवरेस्ट और केदारनाथ के प्रथम मानव चढ़ाई के लिए जाना जाता है। न्यूजीलैंड एडमंड हिलेरी के साथ वे पहले व्यक्ति हैं जिसने माउंट एवरेस्ट की चोटी पर पहला मानव कदम रखा। इसके पहले पर्वतारोहण के सिलसिले में वो चित्राल और नेपाल में रहे थे। नोरगे को नोरके भी कहा जाता है। इनका मूल नाम नांगयाल वंगड़ी है, जिसका अभिप्राय होता है धर्म का समृद्ध भाग्यवान अनुयायी। .

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तीस्ता नदी

तिस्ता नदी भारत के सिक्किम तथा पश्चिम बंगाल राज्य तथा बांग्लादेश से होकर बहती है। यह सिक्किम और पश्चिम बंगाल के जलपाइगुड़ी विभाग की मुख्य नदी है। पश्चिम बंगाल में यह दार्जिलिङ जिले में बहती है। तिस्ता नदी को सिक्किम और उत्तरी बंगाल की जीवनरेखा कहा जाता है। सिक्किम और पश्चिम बंगाल से बहती हुई यह बांग्लादेश में प्रवेश करती है और ब्रह्मपुत्र नदी में मिल जाती है। इस नदी की पूरी लम्बाई ३१५ किमी है। भारत और बंग्ला देश के बीच संयुक्त रूप से प्रवाहित होने वाली यह नदी भारत के सिक्किम और पश्चिम बंगा होते हुए बंगला देश में प्रवेश करती है। बंगाल की खाड़ी में गिरने वाली यह नदी भारत के साथ ही बंगला देश की समृद्धि की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण नदी है। हिन्दू पुराणों के अनुसार यह नदी देवी पार्वती के स्तन से निकली है। 'तिस्ता' का अर्थ 'त्रि-स्रोता' या 'तीन-प्रवाह' है। सिक्किम प्रान्त की जितनी लम्बाई है लगभग पूरी लम्बाई लेकर बहती यह नदी वरदान्त हिमालय का समसितोष्ण र नदी की घाटी से उष्णकटिबंध तापमान को काटकर ले जाती है। चमकिली हरे (emerald) रंग की यह नदी बांग्लादेश में ब्रह्मपुत्र नदी में मिलनेसे पूर्व सिक्किम और पश्चिम बंगाल की सीमा॑ओं के रूप में बहती है। .

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द गेटवे होटल्स एंड रिसॉर्ट्स

गेटवे होटल्स एंड रिसॉर्ट्स दक्षिण एशिया का एक अत्याधुनिक, पूर्ण सेवा प्रदान करने मध्य बाजार होटल और रिजॉर्ट श्रृंखला है। गेटवे होटल्स का स्वामित्व इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड के पास हैं और यह टाटा समूह का एक हिस्सा है। .

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दम दम

दमदम भारत के पश्चिम बंगाल प्रान्त के उत्तर २४ परगना जिले का एक शहर है। यहाँ नेताजी सुभाष चंद्र बोस अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा स्थित है। यहां कोलकाता मेट्रो का स्टेशन भी है। .

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दमदम लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

दमदम लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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दलदल

दलदल भू-भाग का वह इलाका होता जो या तो मौसमी पानी के कारण, या स्थाई तौर पर पानी में डूबा होता है। भारत में स्थाई दलदल के प्रमुख उदाहरण हैं उत्तर प्रदेश के तराई के दलदल तथा पश्चिम बंगाल के सुन्दरवन। असम में काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान मौसमी दलदल बन जाता है जब ब्रह्मपुत्र नदी में बाढ़ आ जाती है। दलदल का पानी स्वच्छ या मीठा हो सकता है जैसे तराई का, या वहाँ का पानी खारा हो सकता है जैसे सुन्दरवन का क्योंकि सुन्दरवन समुद्र के किनारे स्थित होने के कारण वहाँ समुद्र का पानी होना स्वाभाविक है। दलदल में पानी की बहुतायत की वजह से कुछ विशेष प्रकार की वनस्पती ही उग सकती है, जिसने अपने आप को उस माहौल में ढाल लिया हो। इसी प्रकार कुछ विशेष प्राणी ही वहाँ जीवित रह सकते हैं, क्योंकि जीवित रहने के लिए वहाँ की परिस्थितियाँ बहुत विषम होती हैं। मीठे पानी वाले दलदल में सरकण्डा नामक घास प्रचुर मात्रा में उगती है। यह घास बहुत ऊँची होती है और मृग की प्रजाति के पशुओं को परभक्षियों से छिपने में मदद करती है। वहीं दूसरी ओर खारे पानी के दलदल में ज़्यादातर मैन्ग्रोव वन ही देखने को मिलते हैं। श्रेणी:स्थलरूप श्रेणी:जलीय स्थलरूप श्रेणी:जलीय पारितंत्र.

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दलमा अभयारण्य

दलमा अभयारण्य झारखंड के जमशेदपुर, राँची और पश्चिम बंगाल के पुरुलिया के बीच बसा पूर्वी भारत का एक प्रमुख वन्य जीव अभयारण्य है। इस अभयारण्य को खास तौर पर हाथियों के संरक्षण के लिये चुना गया है। .

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दशहरा

दशहरा (विजयादशमी या आयुध-पूजा) हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। अश्विन (क्वार) मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को इसका आयोजन होता है। भगवान राम ने इसी दिन रावण का वध किया था तथा देवी दुर्गा ने नौ रात्रि एवं दस दिन के युद्ध के उपरान्त महिषासुर पर विजय प्राप्त किया था। इसे असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है। इसीलिये इस दशमी को 'विजयादशमी' के नाम से जाना जाता है (दशहरा .

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दसरथ टिर्की

दसरथ टिर्की भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की अलीपुरद्वार सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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दसलाखी नगर

जो शहर मोटे अक्षरों में लिखे हैं वो अपने राज्य या केंद्रशासित प्रदेश की राजधानी भी हैं .

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दामोदर नदी

दामोदर नदी दामोदर नदी की द्रोणी (बेसिन) दामोदर पश्चिम बंगाल तथा झारखंड में बहने वाली एक नदी है। इस नदी के जल से एक महत्वाकांक्षी पनबिजली परियोजना दामोदर घाटी परियोजना चलाई जाती है जिसका नियंत्रण डी वी सी करती है। दामोदर नदी झारखण्ड के छोटा नागपुर क्षेत्र से निकलकर पश्चिमी बंगाल में पहुँचती है। हुगली नदी के समुद्र में गिरने के पूर्व यह उससे मिलती है। इसकी कुल लंबाई ३६८ मील है। इस नदी के द्वारा २,५०० वर्ग मील क्षेत्र का जलनिकास होता है। पहले नदी में एकाएक बाढ़ आ जाती थी जिससे इसको 'बंगाल का अभिशाप' कहा जाता था। भारत के प्रमुख कोयला एवं अभ्रक क्षेत्र भी इसी घाटी में स्थित हैं। इस नदी पर बाँध बनाकर जलविद्युत् उत्पन्न की जाती है। कुनर तथा बराकर इसकी सहायक नदियाँ हैं। दामोदर नदी .

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दामोदर घाटी निगम

वर्धमान शहर के निकट दामोदर नदी पर 'कृषक बांध' दामोदर घाटी निगम (Damodar Valley Corporation या DVC) भारत का बहूद्देश्यीय नदी घाटी परियोजना है। निगम ७ जुलाई १९४८ को स्वतंत्र भारत की प्रथम बहूद्देशीय नदी घाटी परियोजना के रूप में, अस्तित्व में आया। .

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दामोदर घाटी परियोजना

दामोदर नदी का एक दृश्य दामोदर पश्चिम बंगाल तथा झारखंड में बहने वाली एक नदी है। इस नदी के जल से एक महत्वाकांक्षी पनबिजली परियोजना दामोदर घाटी परियोजना चलाई जाती है जिसका नियंत्रण डी वी सी करती है। यह भारत की एक प्रमुख नदी घाटी परियोजना हैं। .

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दार्जिलिंग

दार्जिलिंग भारत के राज्य पश्चिम बंगाल का एक नगर है। यह नगर दार्जिलिंग जिले का मुख्यालय है। यह नगर शिवालिक पर्वतमाला में लघु हिमालय में अवस्थित है। यहां की औसत ऊँचाई २,१३४ मीटर (६,९८२ फुट) है। दार्जिलिंग शब्द की उत्त्पत्ति दो तिब्बती शब्दों, दोर्जे (बज्र) और लिंग (स्थान) से हुई है। इस का अर्थ "बज्रका स्थान है।" भारत में ब्रिटिश राज के दौरान दार्जिलिंग की समशीतोष्ण जलवायु के कारण से इस जगह को पर्वतीय स्थल बनाया गया था। ब्रिटिश निवासी यहां गर्मी के मौसम में गर्मी से छुटकारा पाने के लिए आते थे। दार्जिलिंग अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर यहां की दार्जिलिंग चाय के लिए प्रसिद्ध है। दार्जिलिंग की दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे एक युनेस्को विश्व धरोहर स्थल तथा प्रसिद्ध स्थल है। यहां की चाय की खेती १८०० की मध्य से शुरु हुई थी। यहां की चाय उत्पादकों ने काली चाय और फ़र्मेन्टिंग प्रविधि का एक सम्मिश्रण तैयार किया है जो कि विश्व में सर्वोत्कृष्ट है। दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे जो कि दार्जिलिंग नगर को समथर स्थल से जोड़ता है, को १९९९ में विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था। यह वाष्प से संचालित यन्त्र भारत में बहुत ही कम देखने को मिलता है। दार्जिलिंग में ब्रिटिश शैली के निजी विद्यालय भी है, जो भारत और नेपाल से बहुत से विद्यार्थियों को आकर्षित करते हैं। सन १९८० की गोरखालैंड राज्य की मांग इस शहर और इस के नजदीक का कालिम्पोंग के शहर से शुरु हुई थी। अभी राज्य की यह मांग एक स्वायत्त पर्वतीय परिषद के गठन के परिणामस्वरूप कुछ कम हुई है। हाल की दिनों में यहां का वातावरण ज्यादा पर्यटकों और अव्यवस्थित शहरीकरण के कारण से कुछ बिगड़ रहा है। .

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दार्जिलिंग लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

दार्जिलिंग लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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दार्जिलिंग हिमालयी रेल

दार्जिलिंग हिमालयी रेल (अंग्रेजी: Darjeeling Himalayan Railway), जिसे "टॉय ट्रेन" के नाम से भी जाना जाता है भारत के राज्य पश्चिम बंगाल में न्यू जलपाईगुड़ी और दार्जिलिंग के बीच चलने वाली एक छोटी लाइन की रेलवे प्रणाली है। इसका निर्माण 1879 और 1881 के बीच किया गया था और इसकी कुल लंबाई 78 किलोमीटर (48 मील) है। इसकी उन्नयन (ऊँचाई) स्तर न्यू जलपाईगुड़ी में लगभग 100 मीटर (328 फीट) से लेकर दार्जिलिंग में 2,200 मीटर (7,218 फुट) तक है। इसकी अनुसूचित सेवाओं का परिचालन मुख्यत: चार आधुनिक डीजल इंजनों द्वारा किया जाता है; हालाँकि दैनिक कुर्सियांग-दार्जिलिंग वापसी सेवा और दार्जिलिंग से घुम (भारत का सबसे ऊँचा रेलवे स्टेशन) के बीच चलने वाली दैनिक पर्यटन गाड़ियों का परिचालन पुराने ब्रिटिश निर्मित बी श्रेणी के भाप इंजन, डीएचआर 778 द्वारा नियंत्रित किया जाता है। इस रेलवे को यूनेस्को द्वारा नीलगिरि पर्वतीय रेल और कालका शिमला रेलवे के साथ भारत की पर्वतीय रेल के रूप में विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। इस रेलवे का मुख्यालय कुर्सियांग शहर में है। .

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दार्जीलिंग चाय

दार्जीलिङ चाय भारत के पश्चिम बंगाल के दार्जीलिंग जिले से प्राप्त चाय को कहते हैं। यह चाय काली, हरी, सफेद तथा उलोङ रूप में उपलब्ध होती है। .

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दार्जीलिंग जिला

दार्जिलिंग भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एक प्रशासकीय जिला है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के जिले.

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दिनेश त्रिवेदी

दिनेश त्रिवेदी; (जन्म- ४ जून १९५०) तृणमूल कांग्रेस से एक भारतीय राजनेता हैं, जो पश्चिम बंगाल के बैरकपुर से सांसद हैं। त्रिवेदी इंडो-यूरोपीय संघ संसदीय मंच के अध्यक्ष भी हैं। वे पूर्व में भारत के रेल मंत्री रह चुके हैं। .

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दिल्ली मुंबई औद्योगिक गलियारा परियोजना

दिल्ली मुंबई औद्योगिक गलियारा (The Delhi-Mumbai Industrial Corridor) भारत सरकार द्वारा प्रायोजित औद्योगिक-विकास की विशाल परियोजना है। एक विशाल औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने की यह एक महत्वाकांक्षी योजना है जो छः राज्यों को समेटे हुए हैं। इस परियोजना के पूरा होने पर अधोसंरचना एवं उद्योग का अत्यधिक प्रसार हो जायेगा तथा रेल, सड़क, बंदरगाह एवं हवाई यातायात की व्यापक वृद्धि हो जायेगी। इसके तहत भारत एवं जापान ने परियोजना विकास निधि स्थापित करने का निर्णय लिया है जो आरम्भ में १००० करोड़ रूपये की होगी। दोनो सरकारें समान मात्रा में योगदान करेंगी। .

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दक्षिण दिनाजपुर जिला

दक्षिण दिनाजपुर भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एक प्रशासकीय जिला है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल श्रेणी:पश्चिम बंगाल के जिले.

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दक्षिण २४ परगना जिला

दक्षिण २४ परगना जिला (দক্ষিণ চব্বিশ পরগণা জেলা) पश्चिम बंगाल का एक जिला है। इसका मुख्यालय अलीपुर में है। इसके एक ओर कोलकाता का शहरी क्षेत्र है, तो दूसरी ओर सुंदरवन के नदियों की बहुतायत वाले गांव हैं। कृषि, उद्योग एवं मत्स्य-उद्योग यहां के मुख्य उद्योग हैं। सुंदरवन में घने जंगल एवं खारे पानी की दलदल के मैन्ग्रोव वन हैं, जो गंगा नदी के डेल्टा २६० कि॰मी॰ (१६० मील) में फ़ैले हैं। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के जिले श्रेणी:गंगा नदी श्रेणी:सुंदरवन.

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दक्षिणेश्वर

दक्षिणेश्वर या दख्खिनेश्वर(দক্ষিণেশ্বর; दॊख्खिनॆश्शॉर), पश्चिम बंगाल के उत्तर २४ परगना जिला में हुगली नदी के किनारे अवस्थित कोलकाता महानगर के उत्तरी भाग में, बैरकपुर पौरसभा के अन्तर्गत एक क्षेत्र है। इसे सबसे विशेष रूपसे दक्षिणेश्वर काली मन्दिर के लिए जाना जाता है, जोकि जानबाजार की नवजागरण काल की ज़मीन्दार, रानी रासमणि द्वारा निर्मित एक आध्यात्मिक व ऐतिहासिक महत्व वाला काली मन्दिर है। यह मन्दिर, दार्शनिक व धर्मगुरु, स्वामी रामकृष्ण परमहंस की कर्मभूमि भी था, जोकि स्वामी विवेकानन्द के आध्यात्मिक गुरु थे। यह क्षेत्र बैरकपुर उपविभाग के बेलघड़िया थाने के अन्तर्गत आता है। दक्षिणेश्वर काली मंदिर के अलावा, अद्यापीठ मन्दिर व मठ भी यहाँ अवस्थित है। .

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दुर्गा दास बसु

दुर्गा दास बसु को सार्वजनिक उपक्रम के क्षेत्र में सन १९८५ में भारत सरकार ने पद्म भूषण से सम्मानित किया। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:१९८५ पद्म भूषण.

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दुर्गा पूजा

दूर्गा पूजा (দুর্গাপূজা अथवा দুৰ্গা পূজা अथवा ଦୁର୍ଗା ପୂଜା, सुनें:, "माँ दूर्गा की पूजा"), जिसे दुर्गोत्सव (দুর্গোৎসব अथवा ଦୁର୍ଗୋତ୍ସବ, सुनें:, "दुर्गा का उत्सव" के नाम से भी जाना जाता है) अथवा शरदोत्सव दक्षिण एशिया में मनाया जाने वाला एक वार्षिक हिन्दू पर्व है जिसमें हिन्दू देवी दुर्गा की पूजा की जाती है। इसमें छः दिनों को महालय, षष्ठी, महा सप्तमी, महा अष्टमी, महा नवमी और विजयदशमी के रूप में मनाया जाता है। दुर्गा पूजा को मनाये जाने की तिथियाँ पारम्परिक हिन्दू पंचांग के अनुसार आता है तथा इस पर्व से सम्बंधित पखवाड़े को देवी पक्ष, देवी पखवाड़ा के नाम से जाना जाता है। दुर्गा पूजा का पर्व हिन्दू देवी दुर्गा की बुराई के प्रतीक राक्षस महिषासुर पर विजय के रूप में मनाया जाता है। अतः दुर्गा पूजा का पर्व बुराई पर भलाई की विजय के रूप में भी माना जाता है। दुर्गा पूजा भारतीय राज्यों असम, बिहार, झारखण्ड, मणिपुर, ओडिशा, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में व्यापक रूप से मनाया जाता है जहाँ इस समय पांच-दिन की वार्षिक छुट्टी रहती है। बंगाली हिन्दू और आसामी हिन्दुओं का बाहुल्य वाले क्षेत्रों पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा में यह वर्ष का सबसे बड़ा उत्सव माना जाता है। यह न केवल सबसे बड़ा हिन्दू उत्सव है बल्कि यह बंगाली हिन्दू समाज में सामाजिक-सांस्कृतिक रूप से सबसे महत्त्वपूर्ण उत्सव भी है। पश्चिमी भारत के अतिरिक्त दुर्गा पूजा का उत्सव दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, कश्मीर, आन्ध्र प्रदेश, कर्नाटक और केरल में भी मनाया जाता है। दुर्गा पूजा का उत्सव 91% हिन्दू आबादी वाले नेपाल और 8% हिन्दू आबादी वाले बांग्लादेश में भी बड़े त्यौंहार के रूप में मनाया जाता है। वर्तमान में विभिन्न प्रवासी आसामी और बंगाली सांस्कृतिक संगठन, संयुक्त राज्य अमेरीका, कनाडा, यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, फ्रांस, नीदरलैण्ड, सिंगापुर और कुवैत सहित विभिन्न देशों में आयोजित करवाते हैं। वर्ष 2006 में ब्रिटिश संग्रहालय में विश्वाल दुर्गापूजा का उत्सव आयोजित किया गया। दुर्गा पूजा की ख्याति ब्रिटिश राज में बंगाल और भूतपूर्व असम में धीरे-धीरे बढ़ी। हिन्दू सुधारकों ने दुर्गा को भारत में पहचान दिलाई और इसे भारतीय स्वतंत्रता आंदोलनों का प्रतीक भी बनाया। .

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दुर्गापुर

दुर्गापुर भारत के पश्चिम बंगाल का एक प्रमुख शहर एवं लोकसभा क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल श्रेणी:पश्चिम बंगाल के शहर.

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द्रुतमार्ग (भारत)

दिल्ली-गुड़गाँव द्रुतमार्ग का एक दृश्यभारत में कार्यरत कुल द्रुतमार्गों की लम्बाई लगभग १४५५ किलोमीटर है। द्रुतमार्ग, जिन्हे द्रुतगामी मार्ग या एक्सप्रेसवे भी कहा जाता है, भारतीय सड़क नेटवर्क में सबसे उच्च वर्ग की सड़कें होती है। वे छह या आठ लेन के नियंत्रित-प्रवेश राजमार्ग हैं जहां प्रवेश और निकास छोटी सड़कों के उपयोग द्वारा नियंत्रित किया जाता है। वर्तमान में, भारत में लगभग १,४५५.४ किमी द्रुतमार्ग परिचालन में हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना (भारत सरकार) का उद्देश्य इस द्रुतमार्ग नेटवर्क का विस्तार करके २०२२ तक अतिरिक्त १८,६३६ किलोमीटर (११,५८० मील) द्रुत्मार्ग जोड़ने का है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के तहत संचालित राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे प्राधिकरण, द्रुतमार्गों के निर्माण और रखरखाव का प्रभारी होगा। दुनिया भर के मुकाबले भारत में द्रुतमार्गों का घनत्व बहुत ही कम है। .

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दून एक्स्प्रेस ३०१०

दून एक्सप्रेस दून एक्स्प्रेस 3010 भारतीय रेल द्वारा संचालित एक मेल एक्स्प्रेस ट्रेन है। यह ट्रेन देहरादून रेलवे स्टेशन (स्टेशन कोड:DDN) से 08:25PM बजे छूटती है और हावड़ा जंक्शन रेलवे स्टेशन (स्टेशन कोड:HWH) पर 07:00AM बजे पहुंचती है। इसकी यात्रा अवधि है 34 घंटे 35 मिनट। १३००९/१० हावडा देहरादून दून एक्सप्रेस भारतीय रेल के पूर्व रेल्वे क्षेत्र से संबंधित एक एक्सप्रेस ट्रेन है जो भारत में हावडा जंक्शन और देहरादून के बीच चलती हैІ यह ट्रेन संख्या १३००९ के रूप में हावडा जंक्शन से देहरादून तक चलती है और ट्रेन संख्या १३०१० के रूप में विपरीत दिशा में पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्य में सेवारत है और दो गाडियो में से एक है जो हावडा और देहरादून को जोडती है, अन्य ट्रेन १२३२७/२८ उपासना एक्सप्रेस हैІ .

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देबश्री राय

देबश्री राय एक भारतीय अभिनेत्री, नर्तक, कोरियोग्राफर, राजनेता और पशु अधिकार कार्यकर्ता हैं। एक अभिनेत्री के रूप में, उन्होंने हिंदी और बंगाली सिनेमा में अभिनय किया है। उन्हें बंगाली वाणिज्यिक सिनेमा की शाही रानी के रूप में उद्धृत किया गया है। उन्होंने सौ से अधिक फिल्मों में अभिनय किया और ४० से भी अधिक पुरस्कार जीते, जिसमें राष्ट्रीय पुरस्कार, तीन बीएफजेए पुरस्कार, पांच कलाकार पुरस्कार और आनंदलोक पुरस्कार शामिल हैं। उन्होए कुछ तमिल फिल्मो में भी अभिनय किया है। एक नर्तक के रूप में, वह भारतीय लोक नृत्य के विभिन्न रूपों के अपने मंच अनुकूलन के लिए जानी जाती है। वह नटराज नृत्य मंडल के निर्माता, कोरियोग्राफर और प्रेरक भी हैं। वह देबासरी रॉय फाउंडेशन की संस्थापक हैं, जो एक गैर-लाभकारी संगठन जो भटक ​​गए जानवरों के लिए काम करता है। रॉय रायदीघी निर्वाचन क्षेत्र से विधान सभा की सदस्य है २०११ से। जब वह १२ साल की थी तब उन्होंने पहेली बार अभिनय किया और फेर कई फिल्मो में कम किया जैसे की तरुण मजूमदार की बंगाली फिल्म कुहेली (१९७१) में। उनकी पहली फिल्म अरबिंदा मुखोपाध्याय की बंगाली फिल्म नदी थेके सागर (१९७८) थी। उन्होंने हिंदी फिल्मो की शुरवात कनक मिश्रा की जियो तो ऐस जियो (१९८१)। फिर और भी हिंदी फिल्मे की जैसे की बुरा आदमी (१९८२), जस्टिस चौधरी (१९८३), फूलवारी (१९८४), कभी अजनबी थे (१९८५) और सीपीयान (१९८६)। गौतम मुखर्जी की प्रेम त्रिकोण फिल्म ट्रॉय (१९८२) में मिथुन चक्रवर्ती के विपरीत अभिनय के बाद वह काफी प्रसिद्ध हुई। .

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देव (अभिनेता)

देव (अभिनेता) भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की घाटल सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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देवेंद्र सेन

देवेंद्र सेन को भारत सरकार द्वारा सन १९७६ में प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:१९७६ पद्म भूषण.

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दीपावली

दीपावली या दीवाली अर्थात "रोशनी का त्योहार" शरद ऋतु (उत्तरी गोलार्द्ध) में हर वर्ष मनाया जाने वाला एक प्राचीन हिंदू त्योहार है।The New Oxford Dictionary of English (1998) ISBN 0-19-861263-X – p.540 "Diwali /dɪwɑːli/ (also Divali) noun a Hindu festival with lights...". दीवाली भारत के सबसे बड़े और प्रतिभाशाली त्योहारों में से एक है। यह त्योहार आध्यात्मिक रूप से अंधकार पर प्रकाश की विजय को दर्शाता है।Jean Mead, How and why Do Hindus Celebrate Divali?, ISBN 978-0-237-534-127 भारतवर्ष में मनाए जाने वाले सभी त्यौहारों में दीपावली का सामाजिक और धार्मिक दोनों दृष्टि से अत्यधिक महत्त्व है। इसे दीपोत्सव भी कहते हैं। ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ अर्थात् ‘अंधेरे से ज्योति अर्थात प्रकाश की ओर जाइए’ यह उपनिषदों की आज्ञा है। इसे सिख, बौद्ध तथा जैन धर्म के लोग भी मनाते हैं। जैन धर्म के लोग इसे महावीर के मोक्ष दिवस के रूप में मनाते हैं तथा सिख समुदाय इसे बन्दी छोड़ दिवस के रूप में मनाता है। माना जाता है कि दीपावली के दिन अयोध्या के राजा राम अपने चौदह वर्ष के वनवास के पश्चात लौटे थे। अयोध्यावासियों का ह्रदय अपने परम प्रिय राजा के आगमन से प्रफुल्लित हो उठा था। श्री राम के स्वागत में अयोध्यावासियों ने घी के दीपक जलाए। कार्तिक मास की सघन काली अमावस्या की वह रात्रि दीयों की रोशनी से जगमगा उठी। तब से आज तक भारतीय प्रति वर्ष यह प्रकाश-पर्व हर्ष व उल्लास से मनाते हैं। यह पर्व अधिकतर ग्रिगेरियन कैलन्डर के अनुसार अक्टूबर या नवंबर महीने में पड़ता है। दीपावली दीपों का त्योहार है। भारतीयों का विश्वास है कि सत्य की सदा जीत होती है झूठ का नाश होता है। दीवाली यही चरितार्थ करती है- असतो माऽ सद्गमय, तमसो माऽ ज्योतिर्गमय। दीपावली स्वच्छता व प्रकाश का पर्व है। कई सप्ताह पूर्व ही दीपावली की तैयारियाँ आरंभ हो जाती हैं। लोग अपने घरों, दुकानों आदि की सफाई का कार्य आरंभ कर देते हैं। घरों में मरम्मत, रंग-रोगन, सफ़ेदी आदि का कार्य होने लगता है। लोग दुकानों को भी साफ़ सुथरा कर सजाते हैं। बाज़ारों में गलियों को भी सुनहरी झंडियों से सजाया जाता है। दीपावली से पहले ही घर-मोहल्ले, बाज़ार सब साफ-सुथरे व सजे-धजे नज़र आते हैं। दीवाली नेपाल, भारत, श्रीलंका, म्यांमार, मारीशस, गुयाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, सूरीनाम, मलेशिया, सिंगापुर, फिजी, पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया की बाहरी सीमा पर क्रिसमस द्वीप पर एक सरकारी अवकाश है। .

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धनञ्जय भट्टाचार्य

धनञ्जय भट्टाचार्य (Dhananjay Bhattacharya) बेहतरीन आधुनिक बंगाली गायकों में से एक थे। वह एक महान बहुमुखी श्याम संगीत गायक भी थे। वह अपने भाई पन्नालाल भट्टाचार्य से आठ साल बड़े थे। उन्होंने नदियां थॉम्पसन स्कूल, बल्ली, हावड़ा में अध्ययन किया। .

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धरम वीरा

धरम वीरा (20 जनवरी 1906 – 16 सितम्बर 2000) पंजाब, हरियाणा, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक के पूर्व राज्यपाल एवं भारत सरकार के पूर्व केबिनेट सचिव थे। .

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धान उत्पादन की मेडागास्कर विधि

'''श्री विधि''' से तैयार धान का खेत: खेत की मिट्टी नम है किन्तु इसमें पानी नहीं लगाया गया है। मेडागास्कर विधि धान उत्पादन की एक तकनीक है जिसके द्वारा पानी के बहुत कम प्रयोग से भी धान का बहुत अच्छा उत्पादन सम्भव होता है। इसे सघन धान प्रनाली (System of Rice Intensification-SRI या श्री पद्धति) के नाम से भी जाना जाता है। जहां पारंपरिक तकनीक में धान के पौधों को पानी से लबालब भरे खेतों में उगाया जाता है, वहीं मेडागास्कर तकनीक में पौधों की जड़ों में नमी बरकरार रखना ही पर्याप्त होता है, लेकिन सिंचाई के पुख्ता इंतजाम जरूरी हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर फसल की सिंचाई की जा सके। सामान्यत: जमीन पर दरारें उभरने पर ही दोबारा सिंचाई करनी होती है। इस तकनीक से धान की खेती में जहां भूमि, श्रम, पूंजी और पानी कम लगता है, वहीं उत्पादन 300 प्रतिशत तक ज्यादा मिलता है। इस पद्धति में प्रचलित किस्मों का ही उपयोग कर उत्पादकता बढाई जा सकती है। कैरिबियन देश मेडागास्कर में 1983 में फादर हेनरी डी लाउलेनी ने इस तकनीक का आविष्कार किया था। .

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धूलागढ़ सांप्रदायिक हिंसा

धूलागढ़ पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले का एक क़स्बा है। २०१६ में यहाँ के हिंदुओं और मुसलमानों ने एक दूसरे पर हमला कर दिया। दोनों पक्षों के मूर्ख दंगाईयों ने न केवल एक दूसरे पर बम्बारी की, बल्कि पुलिस पर भी हमला कर दिया। .

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धीरेंद्रनाथ गांगुली

धीरेंद्रनाथ गांगुली को कला के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९७४ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:१९७४ पद्म भूषण.

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नदिया जिला

नदिया(बांग्ला-নদিয়া, उच्चारण-नॊदिया) भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एक प्रशासकीय जिला है। इसका मुख्यालय कृष्णानगर में है। नदिया में पर्यटक अनेक पर्यटक स्थलों की सैर कर सकते हैं। नवद्वीप, मायापुर, कृष्णनगर, इस्कान मन्दिर और शांतिपुर नदिया के प्रमुख पर्यटक स्थल हैं, जिनके लिए यह पूरे विश्व में लोकप्रिय है। पर्यटक स्थलों से अलग नदिया श्री चैतन्य महाप्रभु के जन्म स्थान के रूप में भी जाना जाता है। महाप्रभु का जन्म स्थान होने के कारण यहां पर पर्यटकों के साथ-साथ श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में आते हैं। नदिया के प्लासी में बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला और अंग्रेजों के सेनापति लार्ड क्लाइव के बीच भयंकर युद्ध लड़ा गया था। इस कारण यह स्‍थान ऐतिहासिक रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण है। भारत के इतिहास में इस युद्ध का बहुत महत्व हैं क्योंकि इस युद्ध के बाद भारत की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक स्थितियां पूरी तरह से बदल गई थी। .

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नदियों पर बसे भारतीय शहर

नदियों के तट पर बसे भारतीय शहरों की सूची श्रेणी:भारत के नगर.

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नदी घाटी परियोजनाएँ

नदियों की घाटियो पर बडे-बडे बाँध बनाकर ऊर्जा, सिंचाई, पर्यटन स्थलों की सुविधाएं प्राप्त की जातीं हैं। इसीलिए इन्हें बहूद्देशीय परियोजना कहते हैं। नदीघाटी योजना का प्राथमिक उद्देश्य होता है किसी नदीघाटी के अंतर्गत जल और थल का मानवहितार्थ पूर्ण उपयोग। .

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नमन शॉ

नमन शॉ एक भारतीय अभिनेता है। इन्होने सोनी पल पर प्रसारित धारावाहिक खुशियों की गुल्लक आशी में विशेष दूबे का मुख्य किरदार निभाया है। .

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नरगिस (अभिनेत्री)

नरगिस दत्त (१ जून १९२८ – ३ मई १९८१), जन्म नाम फ़ातिमा रशिद लेकिन बाद में नाम परिवर्तित कर दिया गया था। इनका जन्म कोलकाता,पश्चिम बंगाल में हुआ था। List of Nominated members, Rajya Sabha Official website.ये एक भारतीय सिनेमा की प्रसिद्ध अभिनेत्री थीं जिन्होंने हिन्दी फ़िल्म अभिनेता सुनील दत्त से शादी की थी। इन्होंने अपने फ़िल्मी सफर की शुरुआत बचपन तलाश-ए-हक़ (१९३५) में ही कर दी थी लेकिन इन्होंने एक्टिंग करनी १९४२ में तमन्ना फ़िल्म से शुरू की थी। १९५७ की मदर इंडिया फ़िल्म के लिए इनको एकेडमी अवॉर्ड के लिए नामांकित किया गया था साथ ही इस फ़िल्म के लिए इन्हें सबसे अच्छी फ़िल्म अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार भी दिया गया था। इसके बाद इन्हें १९६७ में बनी रात और दिन फ़िल्म के लिए राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार से सम्मानित की गई थीं। .

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नसीपुर

नसीपुर, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में स्थित है। भारत की स्वतंत्रता के समय यह एक रियासत थी जिसके शासक अग्रवाल थे। .

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नाम की व्युत्पत्ति के आधार पर भारत के राज्य

भारतीय गणराज्य का १९४७ में राज्यों के संघ के रूप में गठन हुआ। राज्य पुनर्गठन अधिनियम, १९५६ के अनुसार राज्यीय सीमाओं को भाषाई आधार पर पुनर्व्यवस्थित किया गया, इसलिए कई राज्यों के नाम उनकी भाषाओं के अनुसार हैं और आमतौर पर तमिल नाडु (तमिल) और कर्णाटक (कन्नड़) को छोड़कर, इन नामों की उत्पत्ति संस्कृत से होती है। तथापि अन्य राज्यों के नाम उनकी भौगोलिक स्थिति, विशेष इतिहास या जनसंख्याओं और औपनिवेशिक प्रभावों पर पड़े हैं। .

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नारियल

नारियल के पेड़ नारियल (Cocos nucifera, कोकोस् नूकीफ़ेरा) एक बहुवर्षी एवं एकबीजपत्री पौधा है। इसका तना लम्बा तथा शाखा रहित होता है। मुख्य तने के ऊपरी सिरे पर लम्बी पत्तियों का मुकुट होता है। ये वृक्ष समुद्र के किनारे या नमकीन जगह पर पाये जाते हैं। इसके फल हिन्दुओं के धार्मिक अनुष्ठानों में प्रयुक्त होता है। बांग्ला में इसे नारिकेल कहते हैं। नारियल के वृक्ष भारत में प्रमुख रूप से केरल, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में खूब उगते हैं। महाराष्ट्र में मुंबई तथा तटीय क्षेत्रों व गोआ में भी इसकी उपज होती है। नारियल एक बेहद उपयोगी फल है। नारियल देर से पचने वाला, मूत्राशय शोधक, ग्राही, पुष्टिकारक, बलवर्धक, रक्तविकार नाशक, दाहशामक तथा वात-पित्त नाशक है। .

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नागराकाटा

नागराकाटा पश्चिम बंगाल के जलपाइगुड़ी जिला के अन्तर्गत मालबाजार सबडिविजन के अन्दर एक विकासखंड (ब्लाक) है। .

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नित्यानंद प्रभु

नित्यानंद प्रभु (जन्म:१४७४) चैतन्य महाप्रभु के प्रथम शिष्य थे। इन्हें निताई भी कहते हैं। इन्हीं के साथ अद्वैताचार्य महाराज भी महाप्रभु के आरंभिक शिष्यों में से एक थे। इन दोनों ने निमाई के भक्ति आंदोलन को तीव्र गति प्रदान की। निमाई ने अपने इन दोनों शिष्यों के सहयोग से ढोलक, मृदंग, झाँझ, मंजीरे आदि वाद्य यंत्र बजाकर व उच्च स्वर में नाच-गाकर हरि नाम संकीर्तन करना प्रारंभ किया। नित्यानन्द जी का जन्म एक धार्मिक बंध्यगति (ब्राह्मण), मुकुंद पंडित और उनकी पत्नी पद्मावती के यहां १४७४ के लगभग वर्तमान पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के एकचक्र या चाका नामक छोटे से ग्राम में हुआ था। इनके माता-पिता, वसुदेव रोहिणी के तथा नित्यानंद बलराम के अवतार माने जाते हैं। बाल्यकाल में यह अन्य बालकों को लेकर कृष्णलीला तथा रामलीला किया करते थे और स्वयं सब बालकों को कुल भूमिका बतलाते थे। इससे सभा को आश्चर्य होता था कि इस बालक ने यह सारी कथा कैसे जानी। विद्याध्ययन में भी यह अति तीव्र थे और इन्हें 'न्यायचूड़ामणि' की पदवी मिली। यह जन्म से ही विरक्त थे। जब ये १२ वर्ष के ही थे माध्व संप्रदाय के एक आचार्य लक्ष्मीपति इनके गृह पर पधारे तथा इनके माता पिता से इस बालक का माँगकर अपने साथ लिवा गए। मार्ग में उक्त संन्यासी ने इन्हें दीक्षा मंत्र दिया और इन्हें सारे देश में यात्रा करने का आदेश देकर स्वयं अंतर्हित हो गए। नित्यानंद ने कृष्णकीर्तन करते हुए २० वर्षों तक समग्र भारत की यात्राएँ कीं तथा वृंदावन पहुँचकर वहीं रहने लगे। जब श्रीगौरांग का नवद्वीप में प्रकाश हुआ, यह भी संवत् १५६५ में नवद्वीप चले आए। यहाँ नित्यानंद तथा श्री गौरांग दोनों नृत्य कीर्तन कर भक्ति का प्रचार करने लगे। इनका नृत्य कीर्तन देखकर जनता मुग्ध हो जाती तथा 'जै निताई-गौर' कहती। नित्यानन्द के सन्यास ग्रहण करने का उल्लेख कहीं नहीं मिलता पर यह जो दंड कमंडलु यात्राओं में साथ रखते थे उसे यही कहकर तोड़ फेंका कि हम अब पूर्णकाम हो गए। यह वैष्णव संन्यासी थे। नवद्वीप में ही इन्होंने दो दुष्ट ब्राह्मणों जगाई-मधाई का उद्धार किया, जो वहाँ के अत्याचारी कोतवाल थे। जब श्री गौरांग ने सन्यास ले लिया वह उनके साथ शांतिपुर होते जगन्नाथ जी गए। कुछ दिनों बाद श्री गौरांग ने इन्हें गृहस्थ धर्म पालन करने तथा बंगाल में कृष्णभक्ति का प्रचार करने का आदेश दिया। यह गौड़ देश लौट आए। अंबिका नगर के सूर्यनाथ पंडित की दो पुत्रियों वसुधा देवी तथा जाह्नवी देवी से इन्होंने विवाह किया। इसके अनंतर खंडदह ग्राम में आकर बस गए और श्री श्यामसुंदर की सेवा स्थापित की। श्री गौरांग के अप्रकट होने के पश्चात् वसुधा देवी से एक पुत्र वीरचंद्र हुए जो बड़े प्रभावशाली हुए। संवत् १५९९ में नित्यानंद का तिरोधान हुआ औैर उनकी पत्नी जाह्नवी देवी तथा वीरचंद्र प्रभु ने बंगाल के वैष्णवों का नेतृत्व ग्रहण किया। .

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नितीश चंद्र लाहिड़ी

नितीश चंद्र लाहिड़ी को समाज सेवा के क्षेत्र में सन १९६३ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९६३ पद्म भूषण.

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निरंजन राय

निरंजन राय को साहित्य एवं शिक्षा क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९६९ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:पद्म भूषण.

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निर्धनता दर के आधार पर भारत के राज्यों की सूची

यह सूची भारत के राज्यों और केन्द्र-शासित प्रदेशों को 16 सितम्बर 2013 की स्थिति तक निर्धनता की दर के आधार पर क्रमित करती है। यह सूची भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा प्रकाशित 2013 के वार्षिक प्रतिवेदन से संकलित की गई है। क्रम-स्थान प्रतिशत में निर्धनता सीमा से नीचे रह रहे लोगों की गणना अनुसार दिया गया है और ऍम.आर.पी.

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निर्मल कुमार सिद्धांत

निर्मल कुमार सिद्धांत को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में सन १९५९ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९५९ पद्म भूषण.

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निवेदिता सेतु

निवेदिता सेतु, (जिसे तीसरी हुगली पुल या दूसरा बाली ब्रिज भी कहा जाता है) पश्चिम बंगाल में कोलकाता महानगर क्षेत्र में हुगली नदी पर निर्मित एक केबल-युक्त पुल है, जो उत्तर हावड़ा के बाली क्षेत्र को बैरकपुर नगर के दक्षिणेश्वर क्षेत्र से जोड़ती है। इसे मुख्यतः दिल्ली और कोलकाता को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग २ को उठाने और काफी पुराने हो चुके विवेकानन्द सेतु के पुनर्स्थापन के रूप में बनाया गया है। यह पुरानी विवेकानंद सेतु के लगभग ५० मीटर नीचे की तरफ चलता है। इस पुल का नाम स्वामी विवेकानंद के शिष्य और नवजागरण काल की सामाजिक कार्यकर्ता सिस्टर निवेदिता के नाम पर रखा गया है। यह दुर्गापुर गतिमार्ग(रारा-२) तथा राष्ट्रीय राजमार्ग-६ और २ के मिलान बिंदु को राष्ट्रीय राजमार्ग-३४,३५, दमदम हवाई अड्डे और उत्तर कोलकाता के अन्य क्षेत्रों से जोड़ने वाले बेलघरिया गतिमार्ग से जोड़ता है। इस पुल को प्रतिदिन ४८,००० वाहनों का बोझ ढोने के लिए डिज़ाइन किया गया है। .

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निखिल रंजन बैनर्जी

निखिल रंजन बैनर्जी (নিখিল রঞ্জন ব্যানার্জী; १४ अक्टूबर १९३१ – २७ जनवरी १९८६) को १९८७ में भारत सरकार ने कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया था। ये भारत के पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९८६ में निधन श्रेणी:1931 में जन्मे लोग.

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नवद्वीप

नवद्वीप (নবদ্বীপ) भारत के पश्चिमी बंगाल प्रदेश में नदिया जिले में भागीरथी और जलांगी नदियों के संगम पर कृष्णनगर से आठ मील पश्चिम में स्थित प्रसिद्ध नगर है। यह हिंदुओं का एक तीर्थस्थान है। १४८५ ई. में चैतन्य महाप्रभु का जन्म यहीं हुआ था। १२वीं शताब्दी में सेनवंश के राज्य की राजधानी थी। इस नगर को पहले 'नदिया' कहा जाता था। यहाँ वर्ष भर तीर्थयात्री आया करते हैं। .

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नवांग गोम्बू

नवांग गोम्बू को खेल के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९६५ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९६५ पद्म भूषण.

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नंदीग्राम

नंदीग्राम भारत के पश्चिमी बंगाल राज्य के पूर्बा मेदिनीपुर ज़िले का एक ग्रामीण क्षेत्र है। यह क्षेत्र, कोलकाता से दक्षिण-पश्चिम दिशा में 70 कि॰मी॰ दूर, औद्योगिक शहर हल्दिया के सामने और हल्दी नदी के दक्षिण किनारे पर स्थित है। यह क्षेत्र हल्दिया डेवलपमेंट अथॉरिटी के तहत आता है। 2007 में, पश्चिम बंगाल की सरकार ने सलीम ग्रूप को 'स्पेशल इकनॉमिक ज़ोन' नीति के तहत, नंदीग्राम में एक 'रसायन केन्द्र' (केमिकल हब) की स्थापना करने की अनुमति प्रदान करने का फ़ैसला किया। ग्रामीणों ने इस फ़ैसले का प्रतिरोध किया जिसके परिणामस्वरूप पुलिस के साथ उनकी मुठभेड़ हुई जिसमें 14 ग्रामीण मारे गए और पुलिस पर बर्बरता का आरोप लगा। ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस की सुश्री फिरोज़ा बीबी, नंदीग्राम निर्वाचन क्षेत्र से, 5 जनवरी 2009 को हुए उप-चुनाव में, विधान सभा की नवनिर्वाचित सदस्या चुनी गईं.

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नक्सलबाड़ी

नक्सलबाड़ी पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी सबडिविजन का एक छोटा-सा कस्बा है जहाँ १९६७ में सशस्त्र क्रांति के विचार वाले नक्सलवादी आंदोलन का प्रारंभ हुआ था। .

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नक्सलवाद

नक्सलवाद कम्युनिस्ट क्रांतिकारियों के उस आंदोलन का अनौपचारिक नाम है जो भारतीय कम्युनिस्ट आंदोलन के फलस्वरूप उत्पन्न हुआ। नक्सल शब्द की उत्पत्ति पश्चिम बंगाल के छोटे से गाँव नक्सलबाड़ी से हुई है जहाँ भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के नेता चारू मजूमदार और कानू सान्याल ने 1967 मे सत्ता के खिलाफ़ एक सशस्त्र आंदोलन की शुरुआत की। मजूमदार चीन के कम्यूनिस्ट नेता माओत्से तुंग के बहुत बड़े प्रशंसकों में से थे और उनका मानना था कि भारतीय मज़दूरों और किसानों की दुर्दशा के लिये सरकारी नीतियाँ जिम्मेदार हैं जिसकी वजह से उच्च वर्गों का शासन तंत्र और फलस्वरुप कृषितंत्र पर वर्चस्व स्थापित हो गया है। इस न्यायहीन दमनकारी वर्चस्व को केवल सशस्त्र क्रांति से ही समाप्त किया जा सकता है। 1967 में "नक्सलवादियों" ने कम्युनिस्ट क्रांतिकारियों की एक अखिल भारतीय समन्वय समिति बनाई। इन विद्रोहियों ने औपचारिक तौर पर स्वयं को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से अलग कर लिया और सरकार के खिलाफ़ भूमिगत होकर सशस्त्र लड़ाई छेड़ दी। 1971 के आंतरिक विद्रोह (जिसके अगुआ सत्यनारायण सिंह थे) और मजूमदार की मृत्यु के बाद यह आंदोलन एकाधिक शाखाओं में विभक्त होकर कदाचित अपने लक्ष्य और विचारधारा से विचलित हो गया। आज कई नक्सली संगठन वैधानिक रूप से स्वीकृत राजनीतिक पार्टी बन गये हैं और संसदीय चुनावों में भाग भी लेते है। लेकिन बहुत से संगठन अब भी छद्म लड़ाई में लगे हुए हैं। नक्सलवाद के विचारधारात्मक विचलन की सबसे बड़ी मार आँध्र प्रदेश, छत्तीसगढ, उड़ीसा, झारखंड और बिहार को झेलनी पड़ रही है। .

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न्यायमूर्ति सआदत अबुल मसूद

न्यायमूर्ति सआदत अबुल मसूद को सार्वजनिक उपक्रम के क्षेत्र में सन १९८५ में भारत सरकार ने पद्म भूषण से सम्मानित किया। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:१९८५ पद्म भूषण.

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न्यू जलपाईगुड़ी

न्यू जलपाईगुड़ी, भारत के राज्य पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी शहर में एक रेलवे स्टेशन है। यह पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में स्थित है। .

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न्योरा घाटी राष्ट्रीय उद्यान

नेओरा घाटी राष्ट्रीय उद्यान कालीम्पोंग जिले, पश्चिम बंगाल, भारत में स्थित है और इसे 19 86 में स्थापित किया गया था। यह 88 किलोमीटर के क्षेत्रफल पर फैला हुआ है और पूरे पूर्वी भारत में सबसे अमीर जैविक क्षेत्र है। यह सुरुचिपूर्ण लाल पांडा की भूमि है, जो कि प्राचीन अव्यवस्थित प्राकृतिक निवास स्थान में बीहड़ वाले दुर्गम पहाड़ी इलाकों और समृद्ध विविध वनस्पतियों और जीवों के साथ इस पार्क को एक महत्वपूर्ण जंगल क्षेत्र बनाती है।.

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नैहाटि

नैहाटी नगर भारत के पश्चिमी बंगाल राज्य में हुगली नदी पर कलकत्ता से 35 किमी उत्तर चौबीस परगना जिले में स्थित नगर है। यह चावल, पटसन, तिलहन आदि स्थानीय उपजों का व्यावसायिक केंद्र है। कागज तथा रंगों के निर्माण के उद्योग यहाँ विकसित हैं। इसके उत्तरी उपनगर गौरीपुर में विशाल शक्ति संयंत्र है। कोलकत्ता के अत्यंत समीप होने के कारण यहाँ भी व्यवसाय और उद्योग में उत्तरोत्तर उन्नति की संभावनाएँ हैं। श्रेणी:कोलकाता.

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नेपाल

नेपाल, (आधिकारिक रूप में, संघीय लोकतान्त्रिक गणराज्य नेपाल) भारतीय उपमहाद्वीप में स्थित एक दक्षिण एशियाई स्थलरुद्ध हिमालयी राष्ट्र है। नेपाल के उत्तर मे चीन का स्वायत्तशासी प्रदेश तिब्बत है और दक्षिण, पूर्व व पश्चिम में भारत अवस्थित है। नेपाल के ८१ प्रतिशत नागरिक हिन्दू धर्मावलम्बी हैं। नेपाल विश्व का प्रतिशत आधार पर सबसे बड़ा हिन्दू धर्मावलम्बी राष्ट्र है। नेपाल की राजभाषा नेपाली है और नेपाल के लोगों को भी नेपाली कहा जाता है। एक छोटे से क्षेत्र के लिए नेपाल की भौगोलिक विविधता बहुत उल्लेखनीय है। यहाँ तराई के उष्ण फाँट से लेकर ठण्डे हिमालय की श्रृंखलाएं अवस्थित हैं। संसार का सबसे ऊँची १४ हिम श्रृंखलाओं में से आठ नेपाल में हैं जिसमें संसार का सर्वोच्च शिखर सागरमाथा एवरेस्ट (नेपाल और चीन की सीमा पर) भी एक है। नेपाल की राजधानी और सबसे बड़ा नगर काठमांडू है। काठमांडू उपत्यका के अन्दर ललीतपुर (पाटन), भक्तपुर, मध्यपुर और किर्तीपुर नाम के नगर भी हैं अन्य प्रमुख नगरों में पोखरा, विराटनगर, धरान, भरतपुर, वीरगंज, महेन्द्रनगर, बुटवल, हेटौडा, भैरहवा, जनकपुर, नेपालगंज, वीरेन्द्रनगर, त्रिभुवननगर आदि है। वर्तमान नेपाली भूभाग अठारहवीं सदी में गोरखा के शाह वंशीय राजा पृथ्वी नारायण शाह द्वारा संगठित नेपाल राज्य का एक अंश है। अंग्रेज़ों के साथ हुई संधियों में नेपाल को उस समय (१८१४ में) एक तिहाई नेपाली क्षेत्र ब्रिटिश इंडिया को देने पड़े, जो आज भारतीय राज्य हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड तथा पश्चिम बंगाल में विलय हो गये हैं। बींसवीं सदी में प्रारंभ हुए जनतांत्रिक आन्दोलनों में कई बार विराम आया जब राजशाही ने जनता और उनके प्रतिनिधियों को अधिकाधिक अधिकार दिए। अंततः २००८ में जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि माओवादी नेता प्रचण्ड के प्रधानमंत्री बनने से यह आन्दोलन समाप्त हुआ। लेकिन सेना अध्यक्ष के निष्कासन को लेकर राष्ट्रपति से हुए मतभेद और टीवी पर सेना में माओवादियों की नियुक्ति को लेकर वीडियो फुटेज के प्रसारण के बाद सरकार से सहयोगी दलों द्वारा समर्थन वापस लेने के बाद प्रचण्ड को इस्तीफा देना पड़ा। गौरतलब है कि माओवादियों के सत्ता में आने से पहले सन् २००६ में राजा के अधिकारों को अत्यंत सीमित कर दिया गया था। दक्षिण एशिया में नेपाल की सेना पांचवीं सबसे बड़ी सेना है और विशेषकर विश्व युद्धों के दौरान, अपने गोरखा इतिहास के लिए उल्लेखनीय रहे हैं और संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों के लिए महत्वपूर्ण योगदानकर्ता रही है। .

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नेपाल का भूगोल

नेपाल के दो प्राकृतिक क्षेत्र हैं.

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नेपाल के प्रदेश

20 सितंबर 2015 के अनुसार नेपाल को भारतीय राज्य प्रणाली की तरह ही सात राज्यों (प्रदेशों) में विभाजित किया गया है। संविधान की धारा 295 (ख) के अनुसार प्रदेशों का नामाकरण सम्वन्धित प्रदेश के संसद (विधान सभा) में दो तिहाई बहुमत से होने का प्रावधान है। .

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नेपाली भाषा

नेपाली भाषा के क्षेत्र नेपाली भाषा या खस कुरा नेपाल की राष्ट्रभाषा था। यह भाषा नेपाल की लगभग ४४% लोगों की मातृभाषा भी है। यह भाषा नेपाल के अतिरिक्त भारत के सिक्किम, पश्चिम बंगाल, उत्तर-पूर्वी राज्यों (आसाम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय) तथा उत्तराखण्ड के अनेक भारतीय लोगों की मातृभाषा है। भूटान, तिब्बत और म्यानमार के भी अनेक लोग यह भाषा बोलते हैं। .

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नेपाली साहित्य

नेपाली साहित्य नेपाली भाषा का साहित्य है। यह साहित्य नेपाल, सिक्किम, दार्जिलिंग, भूटान, उत्तराखण्ड,असम आदि स्थानौं में प्रमुखतः लिखे जाते हैं। इस साहित्य में ज्यादातार पहाडी खस ब्राह्मण अर्थात बाहुन जाति के हैं। आदिकवि भानुभक्त आचार्य, महाकवि लक्ष्मी प्रसाद देवकोटा, कविशिरोमणि लेखनाथ पौड्याल, राष्ट्रकवि माधव प्रसाद घिमिरे, मोतीराम भट्ट, हास्यकार भैरव अर्याल, आदि श्रेष्ठतम नेपाली साहित्यकार बाहुन (पहाडी ब्राह्मण) समुदाय के थे। भारत का पड़ोसी देश होने के नाते नेपाल में भी भारत से चली खुलेपन की ताज़ी हवा बराबर पहुँचती रही है और उसके साहित्य पर भी समय-समय पर विभिन्न वादों और साहित्यिक आंदोलनों का पराभूत प्रभाव रहा है। हिन्दी कविता की तरह नेपाली कविता में भी छायावाद,रहस्यवाद, प्रगतिवाद और प्रयोगवाद की तमाम विशेषताएँ मिलती है। प्रकृति, सौन्दर्य, शृंगार और नारी-मन की सुकोमल अभिव्यक्ति के साथ ही जीवन-संघर्ष की आधुनिकतम समस्याओं को वाणी देने में भी नेपाली कवि किसी से पीछे नहीं रहे हैं। आज नेपाली कविता में समय-सापेक्षता, सामाजर्थिक दबाब तथा जीवन का व्यर्थता बोध आदि प्रबरीतियों को जो प्रमुखता मिली हुयी है, वह उसकी इसी शानदार विरासत का प्रतिफल है। .

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नेपाली व्यंजन

दाल भात तरकारी नेपाली व्यंजन का तात्पर्य उन विशेष खाद्य पदार्थों से है जो नेपाली लोग आहार के रूप में प्रयोग करते हैं। नेपाली वे लोग हैं जो नेपाल, भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों तथा पश्चिम बंगाल आदि स्थानों के निवासी हैं। संस्कृति, परंपरा और भौगोलिक विभिन्नता के चलते उनके खाद्य पदार्थ भी उसी हिसाब से अलग पाए जाते हैं। जैसे कि पहाड़ों में रहने वाले नेपाली और मैदान के निवासी में भी भोजनों में अन्तर पाए जाता है। उनके खाद्यों में विशेषतया दाल, भात, तरकारी और चटनी (अचार) दैनिक आहार हैं। मैदानी इलाकों में रहने वाले लोग रोटी और भात दोनों का भोजन करते हैं। म:म: .

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नेफियू रियो

नेफियू रियो (Neiphiu Rio; जन्म: ११ नवम्बर १९५०, कोहिमा) एक भारतीय राजनीतिज्ञ है जो भारत के नागालैण्ड राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री हैं। इसके पहले वह २००३-०८, २००८-१३, २०१३-१४ तक लगातार तीन बार मुख्यमंत्री के पद पर रहे। उनका वर्तमान कार्यकाल ८ मार्च २०१८ को प्रारंभ हुआ। वह २०१४-१८ के मध्य नागालैण्ड लोक सभा क्षेत्र से सांसद भी रहे। .

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नीम

नीम भारतीय मूल का एक पूर्ण पतझड़ वृक्ष है। यह सदियों से समीपवर्ती देशों- पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, म्यानमार (बर्मा), थाईलैंड, इंडोनेशिया, श्रीलंका आदि देशों में पाया जाता रहा है। लेकिन विगत लगभग डेढ़ सौ वर्षों में यह वृक्ष भारतीय उपमहाद्वीप की भौगोलिक सीमा को लांघ कर अफ्रीका, आस्ट्रेलिया, दक्षिण पूर्व एशिया, दक्षिण एवं मध्य अमरीका तथा दक्षिणी प्रशान्त द्वीपसमूह के अनेक उष्ण और उप-उष्ण कटिबन्धीय देशों में भी पहुँच चुका है। इसका वानस्पतिक नाम ‘Melia azadirachta अथवा Azadiracta Indica’ है। .

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पथेर पांचाली (1955 फ़िल्म)

पाथेर पांचाली (পথের পাঁচালী,, लघु पथगीत) बंगाली सिनेमा की 1955 में बनी एक नाट्य फ़िल्म है। इसका निर्देशन सत्यजित राय ने एवं निर्माण पश्चिम बंगाल सरकार ने किया था। यह फ़िल्म बिभूतिभूषण बंधोपाध्याय के इसी नाम के उपन्यास पर आधारित है। पाथेर पांचाली (हिन्दी अनुवाद-पथगीत) 1955 मे बनी बंगाली भाषा की नाटक-फिल्म है, जिसे सत्यजीत रे द्वारा लिखित और निर्देशित किया गया है। इस फिल्म का प्रॉडक्शन पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा किया गया था। यह बिभूतिभूषण बंदोपाध्याय के 1929 के बंगाली उपन्यास पर आधारित है। रे ने इसी फिल्म से निर्देशन मे पदार्पण किया था। इसमें सुबीर बनर्जी, कानू बनर्जी, करुणा बनर्जी, उमा दासगुप्त और चुनिबाला देवी शामिल हैं। अपु-रचनात्रय में पहली फिल्म, पाथेर पांचाली मे नायक अपु (सुबीर बनर्जी), उनकी बड़ी बहन दुर्गा (उमा दासगुप्त) और उनके गरीब परिवार के कठोर गांव जीवन के बचपन को दर्शाया गया है। प्रॉडक्शन का काम पैसो की कमी की वजह से कई बार रुका और फिल्म को पूरा होने मे लगभग तीन साल लगे। फिल्म सिर्फ कुछ ही जगहो पर फिल्मायी गयी। कम बजट होने के कारण ज्यादातर नए कलाकार और अनुभवहीन कर्मचारी थे। फिल्म का साउंडट्रैक मशहूर सितार प्लेयर रवि शंकर ने किया था। फिल्म का प्रीमीयर 3 मई 1955 को न्यू यॉर्क म्यूजियम मे एक प्रदर्शिनी के दौरान किया गया था। पाथेर पांचाली 1955 मे ही कलकत्ता मे बड़े उत्साह के साथ रिलीज़ की गयी और फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग मे पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री और भारत के प्रधानमंत्री ने भी शिरकत की। .

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पद्म श्री पुरस्कार (१९५४-५९)

पद्म श्री पुरस्कार, भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है। जिसके ई॰ सन् १९५४ से १९५९ के प्राप्त कर्ता निम्न हैं: .

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पद्म श्री पुरस्कार (१९६०-६९)

पद्म श्री पुरस्कार, भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरीक सम्मान है। जिसके ई॰ सन् १९५४ से १९५९ के प्राप्त कर्ता निम्न हैं: .

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पद्म श्री पुरस्कार (१९७०-७९)

पद्म श्री पुरस्कार, भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरीक सम्मान है। जिसके ई॰ सन् १९७४ से १९७९ के प्राप्त कर्ता निम्न हैं: .

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पद्म श्री पुरस्कार (१९८०–१९८९)

पद्म श्री पुरस्कार, भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरीक सम्मान है। जिसके ई॰ सन् १९८४ से १९८९ के प्राप्त कर्ता निम्न हैं: .

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पद्म श्री पुरस्कार (१९९०–१९९९)

पद्म श्री पुरस्कार, भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरीक सम्मान है। जिसके ई॰ सन् १९८४ से १९८९ के प्राप्त कर्ता निम्न हैं: .

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पद्म श्री पुरस्कार (२०००–२००९)

पद्म श्री पुरस्कार, भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरीक सम्मान है। सन् २००० से २००९ तक विजेताओं की सूची निम्न है: .

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पद्म विभूषण धारकों की सूची

यह भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण से अलंकृत किए गए लोगों की सूची है: .

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पद्मश्री पुरस्कार (२०१०–२०१९)

पद्म श्री पुरस्कार, भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है। सन् २०१० से २०१९ तक विजेताओं की सूची निम्न है: .

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पद्मश्री से सम्मानित नागरिक १९५० के दशक में

यह १९५० के दशक में पद्मश्री से सम्मानित भारतीय नागरिकों की सूची है। श्रेणी:पद्मश्री प्राप्तकर्ता.

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पद्मजा नायडू

पद्मजा नाइडू (1900 - 2 मई 1975) भारतीय राजनीतिज्ञ सरोजिनी नायडू की सुपुत्री थीं। उन्होने अपनी माँ की तरह भारत के हितों के लिए खुद को समर्पित कर दिया था। केवल इक्कीस वर्ष की उम्र में वे भारत की राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश कर कई थीं, जब उन्हें भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस की हैदराबाद इकाई का संयुक्त संस्थापक बनाया गया। उन्होने विदेशी सामानों के बहिष्कार करने और खादी को अपनाने हेतु लोगों को प्रेरित करने का संदेश दिया और समर्पित अभियान में शामिल हुई। वे 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लेने के कारण जेल भी गई। स्वतन्त्रता के पश्चात वे पश्चिम बंगाल की राज्यपाल बनीं। उन्होने आधी सदी से भी ज्यादा सार्वजनिक जीवन जिया, इस दौरान वे रेड क्रॉस से भी जुड़ीं और 1971 से 1972 तक वे इसकी अध्यक्ष भी रहीं। उनके नाम पर दार्जिलिंग में पद्मजा नायडू हिमालयन प्राणी उद्यान है। .

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पद्मजा नायडू हिमालयन प्राणी उद्यान

पद्मजा नायडू हिमालयन प्राणी उद्यान (Padmaja Naidu Himalayan Zoological Park, पद्मजा नैदु हिमालयन चिडियाघर) पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग शहर में 67.56 एकड़ (27.3 हेक्टेयर) में अवस्थित है। इसे (दार्जीलिंग चिडियाघर.) भी कहते हैं। यह प्राणी उद्यान 7000 फीट (2,134 मीटर), की औसत ऊंचाई से भारत में सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित है। अपने देश का यह एक विशेष प्राणी उद्यान है, जहां अंतर्राष्ट्रीय स्तर का लाल पांडा, हिम तेंदुए, तिब्बती भेड़िया और पूर्वी हिमालय के अन्य अत्यधिक लुप्तप्राय जानवरों की प्रजातियों के संरक्षण प्रजनन कार्यक्रम के लिए अधिकृत है। यह प्राणी उद्यान प्रति वर्ष लगभग तीन लाख दर्शकों को आकर्षित करता है। .

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पन्नालाल भट्टाचार्य

पन्नालाल भट्टाचार्य (Pannalal Bhattacharya) एक प्रसिद्ध बंगाली गायक थे। उनके द्वारा गए अधिकांश गाने रामप्रसाद सेन और कमलकान्त भट्टाचार्य ने लिखे थे, जिनमें से दोनों बंगाल के शाक कवि थे। वह अपने बड़े भाई धनञ्जय भट्टाचार्य से आठ साल छोटे थे। उन्होंने 36 वर्ष की आयु में आत्महत्या कर ली थी। .

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परमाण्वीय खनिज

परमाण्वीय खनिज उन खनिजों को परमाणु-ऊर्जा खनिज, अथवा ऐटोमिक एनर्जी मिनरल्स कहते हैं, जिनसे परमाण्विक ऊर्जा उत्पन्न की जा सकती है। भारत जैंसे विकासशील देशों के लिये शक्ति उत्पादन एक समस्या है। भारत के कोयले तथा अन्य ईंधनों के भंडार सीमित है और यदि औद्योगिकरण की वर्तमान गति इसी प्रकार वृद्धि पर रही तो वे भंडार अधिक समय तक न चल सकेंगे। अत: परमाणुशक्ति का उत्पादन ही संतुलित औद्योगिकरण में सहायक हो सकेगा। सौभाग्य से भारत में यूरेनियम तथा थोरियम दोनों ही खनिजों के भंडार संतोषजनक हैं। .

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परिवार के आकार के आधार पर भारत के राज्य

भारत के राज्यों की यह सूची प्रत्येक राज्य में प्रति घर, सदस्य संख्या के आधार पर है। यह जानकारी एन॰एफ॰एच॰एस-३ से संकलित की गई थी। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण व्यापक-पैमाने, बहु-दौरीय सर्वेक्षण है जो अन्तर्राष्ट्रीय जनसंख्या विज्ञान संस्थान (आई॰आई॰पी॰एस), मुंबई द्वारा कराया जाता है जो परिवार कल्याण और स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्दिष्ट है। एन॰एफ॰एच॰एस-३ ११ अक्टूबर २००७ को जारी किया गया था और पूरा सर्वेक्षण इस वेबसाइट पर देखा जा सकता है। .

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पलाश

कोलकाता पश्चिम बंगाल में ढाक के पेड़ की पत्तियां पलाश (पलास,छूल,परसा, ढाक, टेसू, किंशुक, केसू) एक वृक्ष है जिसके फूल बहुत ही आकर्षक होते हैं। इसके आकर्षक फूलो के कारण इसे "जंगल की आग" भी कहा जाता है। प्राचीन काल से ही होली के रंग इसके फूलो से तैयार किये जाते रहे है। भारत भर मे इसे जाना जाता है। एक "लता पलाश" भी होता है। लता पलाश दो प्रकार का होता है। एक तो लाल पुष्पो वाला और दूसरा सफेद पुष्पो वाला। लाल फूलो वाले पलाश का वैज्ञानिक नाम ब्यूटिया मोनोस्पर्मा है। सफेद पुष्पो वाले लता पलाश को औषधीय दृष्टिकोण से अधिक उपयोगी माना जाता है। वैज्ञानिक दस्तावेजो मे दोनो ही प्रकार के लता पलाश का वर्णन मिलता है। सफेद फूलो वाले लता पलाश का वैज्ञानिक नाम ब्यूटिया पार्वीफ्लोरा है जबकि लाल फूलो वाले को ब्यूटिया सुपरबा कहा जाता है। एक पीले पुष्पों वाला पलाश भी होता है। .

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पलाशी

पलासी पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में स्थित एक कस्बा है। यहाँ पर १७५७ ई में बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला और अंग्रेजों के बीच भयंकर युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में अंग्रेजों की विजय हुई थी। इस विजय से भारत में अंग्रेजों के पाँव जम गये। युद्ध के बाद लार्ड कर्जन ने यहां पर अंग्रेजों की जीत का स्मारक भी बनवाया था। पलाश असल में बंगाली भाषा का शब्द है जिसका अर्थ है "फूलों का इलाक़ा", हिंदी और उर्दू में पलाश को कभी कभी पलासी भी कहा जाता है। .

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पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान

पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान भारत ने डब्‍ल्‍यूएचओ वैश्विक पोलियो उन्‍मूलन प्रयास के परिणाम स्‍वरूप 1995 में पल्‍स पोलियो टीकाकरण (पीपीआई) कार्यक्रम आरंभ किया ' इस कार्यक्रम के तहत 5 वर्ष से कम आयु के सभी बच्‍चों को पोलियो समाप्‍त होने तक हर वर्ष दिसंबर और जनवरी माह में ओरल पोलियो टीके (ओपीवी) की दो खुराकें दी जाती हैं' यह अभियान सफल सिद्ध हुआ है और भारत में पोलियो माइलिटिस की दर में काफी कमी आई है' पीपीआई की शुरुआत ओपीवी के तहत शत प्रतिशत कवरेज प्राप्‍त करने के उद्देश्‍य से की गई थी' इसका लक्ष्‍य उन्‍नत सामाजिक प्रेरण, उन क्षेत्रों में मॉप अप प्रचालनों की योजना बनाकर उन बच्‍चों तक पहुंचना है जहां पोलियो वायरस लगभग गायब हो चुका है और यहां जनता के बीच उच्‍च मनोबल बनाए रखना है' 2009 के दौरान हाल ही में भारत में विश्‍व के पोलियो के मामलों का उच्‍चतम भार (741) था, यहां तीन अन्‍य महामारियों से पीडित देशों की संख्‍या से अधिक मामले थे' यह टीका बच्‍चों तक पहुंचाने के असाधारण उपाय अपनाने से भारत में पश्चिम बंगाल राज्‍य की एक दो वर्षीय बालिका के अलावा कोई अन्‍य मामला नहीं देखा गया जिसे 13 जनवरी 2011 को लकवा हो गया था 'आज भारत ने पोलियो के खिलाफ अपने संघर्ष में एक महत्‍वपूर्ण पड़ाव प्राप्‍त किया है, चूंकि अब पोलियो का अन्‍य कोई केन्‍द्र नहीं है' भारत में 13 जनवरी 2011 के बाद से सीवेज के नमूनों में न तो वन्‍य पोलियो वायरस और न ही अन्‍य पोलियो वायरस का मामला दर्ज किया गया है 'इसकी असाधारण उपलब्धि लाखों टीका लगाने वालों, स्‍वयं सेवकों, सामाजिक प्रेरणादायी व्‍यक्तियों,अभिनेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और धार्मिक नेताओं के साथ सरकार द्वारा लगाई गई ऊर्जा,समर्पण और कठोर प्रयास का परिणाम है ' पोलियो उन्‍मूलन के प्रयास देश में सर्वाधिक मान्‍यता प्राप्‍त ब्रांड हैं, जिसमें फिल्‍म उद्योग के चर्चित सितारे जनता को संदेश देते हैं 'ग्रामीण क्षेत्रों के लिए राष्‍ट्रीय ग्रामीण स्‍वास्‍थ्‍य मिशन का प्रयास एक वरदान सिद्ध हुआ है ' सरकार को तकनीकी और रसद संबंधी सहायता प्रदान करने के लिए 1997 में राष्‍ट्रीय पोलियो निगरानी परियोजना आरंभ की गई और अब यह राज्‍य सरकारों के साथ नजदीकी से कार्य करती है और देश में पोलियो उन्‍मूलन का लक्ष्‍य पूरा करने के लिए भागीदारी एजेंसियों की एक बड़ी श्रृंखला इसमें संलग्‍न है ' .

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पश्चिम बंगाल प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय

पश्चिम बंगाल तकनीकी विश्वविद्यालय भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एक विश्वविद्यालय है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के विश्वविद्यालय.

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पश्चिम बंगाल मत्स्य एवं पशुपालन विज्ञान विश्वविद्यालय

पश्चिम बंगाल मत्स्य एवं पशुपालन विज्ञान विश्वविद्यालय पश्चिम बंगाल का एक विश्वविद्यालय है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के विश्वविद्यालय.

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पश्चिम बंगाल राष्ट्रीय न्यायिक विज्ञान विश्वविद्यालय

पश्चिम बंगाल राष्ट्रीय न्यायिक विज्ञान विश्वविद्यालय भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एक विश्वविद्यालय है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के विश्वविद्यालय.

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पश्चिम बंगाल राज्य विद्युत प्रसारण कंपनी लिमिटेड

पश्चिम बंगाल राज्य विद्युत प्रसारण कंपनी (West Bengal State Electricity Transmission Company Limited) की स्थापना २००७ में भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल में बिजली की आपूर्ति को पूरा करने के लिए की गई। राज्यान्तरिक ट्रांसफार्मर क्षमता के आधार पर यह देश के २३ संचरण उपभोगों में ग्यारहवें स्थान पर है। यह राज्य में ४०० किलो वोल्ट, २२० किलोवोल्ट, १३२ किलोवोल्ट और ६६ किलोवोल्ट वोल्टता स्तर के शक्ति संचरण के लिए उत्तरदायी है। .

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पश्चिम बंगाल राज्य विद्युत बोर्ड

पश्चिम बंगाल राज्य विद्युत बोर्ड पश्चिम बंगाल सरकार के स्वामित्व वाला बोर्ड है, जो राज्य में विद्युत आपूर्ति को देखता है। इसकी स्थापना १ मई, १९५५ को हुई थी और यह ३१ मार्च, २०७ तक कार्यरत रहा। वर्तमान में इसे पुनर्स्थापित कर दो भागों में बांटा गया है:-.

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पश्चिम बंगाल राज्य विश्वविद्यालय

पश्चिम बंगाल राज्य विश्वविद्यालय पश्चिम बंगाल का एक विश्वविद्यालय है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के विश्वविद्यालय.

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पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय

पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय पश्चिम बंगाल का एक विश्वविद्यालय है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के विश्वविद्यालय.

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पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव, 2016

पश्चिम बंगाल में 4 अप्रैल 2016 से 5 मई 2016 तक छह चरणों में विधान सभा चुनाव हुए। इनमें ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस को जीत मिली। चुनावों का परिणाम इस प्रकार रहा: .

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पश्चिम बंगाल विधानसभा

पश्चिम बंगाल विधान सभा (পশ্চিমবঙ্গ বিধানসভা) भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एकसदनीय विधान भवन है। यह कोलकाता के बीबीडी बाग में स्थित है। विधान सभा के सदस्य सीधे जनता द्वारा चुने जाते हैं। विधानसभा में 295 सदस्य है जिनमे 294 सीधे जनता के द्वारा तथा एक सदस्य ऐंग्लो इंडियन समुदाय का नामांकित किया जाता है। इसका कार्यकाल 5 वर्ष का है। .

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पश्चिम बंगाल के मण्डल

पश्चिम बंगाल के मण्डल पश्चिम बंगाल के जिले भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल को पांच प्रशासनिक मण्डलों में बांटा गया है, जिनके नाम हैं.

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पश्चिम बंगाल के मुख्यमन्त्रियों की सूची

यह भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के स्वतंत्रता से अब तक के मुख्यमंत्रियों की सूची है.

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पश्चिम बंगाल के राज्यपालों की सूची

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल भारत के राष्ट्रपति द्वारा पश्चिम बंगाल राज्य के लिए नियुक्त किया जाने वाला संज्ञात्मक राज्य प्रमुख है। राज्यपाल की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा पाँच वर्ष की अवधी के लिए की जाती है। केसरी नाथ त्रिपाठी राज्य के वर्तमान राज्यपाल हैं। राज्यपाल का आवास राजधानी कोलकाता स्थित राजभवन है। .

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पश्चिम बंगाल अग्नि-शमन सेवा

पश्चिम बंगाल अग्नि-शमन सेवा पश्चिम बंगाल सरकार की अग्नि-शमन सेवा है। इसका कार्य-क्षेत्र राज्य सहित कोलकाता शहर भी है। इस सेवा के अधीन ९५ फायर-स्टेशन, ७५०० कर्मचारी और ३५० अग्नि-शामक यंत्र हैं। यह सेवा देश की प्राचीनतम अग्नि-शमन सेवा है। १९५० में कैल्कटा फायर ब्रिगेड और बंगाल फायर सर्विस को जोड़ कर पश्चिम बंगाल अग्नि-शमन सेवा संगठन की स्थापना की गई थी। यह बहुत ही महत्वपुर्ण सेवा है। .

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पश्चिम मेदिनीपुर जिला

पश्चिम मेदिनीपुर भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एक प्रशासकीय जिला है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के जिले.

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पहाड़ी मैना

आम हिल Myna (सारिका), कभी - कभी "मैना" वर्तनी और पूर्व बस"हिल Myna रूप में जाना जाता", सबसे अधिक मैना पक्षी में देखा पक्षीपालन, जहां यह अक्सर बस बाद के दो नामों से करने के लिए भेजा.

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पाठक संख्या के अनुसार भारत में समाचार पत्रों की सूची

यह भारतीय पाठक सर्वेक्षण (आई॰आर॰एस॰) पर आधारित पाठक संख्या के अनुसार भारत में समाचार पत्रों की एक सूची है। .

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पारिजात (लेखिका)

पारिजात एक नेपाली लेखिका थीं। उनका असली नाम विष्णु कुमारी वाइबा (वाइबा तमांग की एक उपसमूह है) था। सृजन के दौरान वे अपने नाम के साथ उपनाम के रूप में पारिजात (पारिजात एक प्रकार के सुगंधित चमेली के फूल का नाम है) का प्रयोग किया करते थे। धीरे-धीरे उनका यह नाम नेपाली साहित्य में मील का पत्थर बनता चला गया। उनकी रचना सिरीस को फूल (ब्लू छुई मुई) सर्वाधिक चर्चित रचनाओं में से एक है, जो भारत, नेपाल सहित कुछ अंग्रेजी भाषी देशों में कुछ कॉलेजों के साहित्य के पाठ्यक्रम में रूपांतरित किया गया है। .

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पांसकुड़ा

पांसकुरा भारत के पश्चिम बंगाल का एक प्रमुख शहर एवं लोकसभा क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल श्रेणी:पश्चिम बंगाल के शहर.

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पितृवंश समूह टी

दुनिया में पितृवंश समूह टी का फैलाव - आंकड़े बता रहे हैं के किस इलाक़े के कितने प्रतिशत पुरुष इसके वंशज हैं मनुष्यों की आनुवंशिकी (यानि जॅनॅटिक्स) में पितृवंश समूह टी या वाए-डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप T एक पितृवंश समूह है। यह पितृवंश स्वयं पितृवंश समूह के से उत्पन्न हुई एक शाखा है। इस पितृवंश के पुरुष भारतीय उपमहाद्वीप के कुछ समुदायों में मिलते हैं। दक्षिण भारत के येरुकाला आदिवासी, पश्चिम बंगाल के बाओड़ी जनजाति और राजस्थान के लोधा समुदाय के अधिकांश पुरुष इसके वंशज हैं। अफ़्रीका में सोमालिया और दक्षिणी मिस्र के पुरुषों में इसके वंशज भारी मात्रा में पाए जाते हैं। ईरान में केरमान शहर के पारसी समुदाय और दक्षिण-पश्चिमी ईरान के बख्तिआरी बंजारा समुदाय में भी इसके काफ़ी वंशज मिलते हैं। यूरोप में जर्मनी, इटली के सार्दिनिया द्वीप, स्पेन और पुर्तगाल में इसके सदस्य मिलते हैं। उत्तर-पूर्वी पुर्तगाल के यहूदी समुदाय में इसके वंशज भारी मात्रा में मौजूद हैं। माना जाता है के मूल पितृवंश समूह टी जिस पुरुष के साथ आरम्भ हुआ वह आज से २५,०००-३०,००० साल पहले मध्य पूर्व का रहने वाला था। .

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पंडित बुद्धदेव दासगुप्ता

पद्मभूषण बुद्धदेव दासगुप्ता (1 फरवरी 1933 – 15 जनवरी 2018), एक भारतीय शास्त्रीय संगीतकार और सरोदवादक थे। उन्होंने पंडित राधिका मोहन माइत्रा से सरोद वादन सीखा था। भारत सरकार द्वारा उन्हें वर्ष 2012 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। इसके पूर्व उन्हें वर्ष 2015 में संगीत महासम्मान और बंगाल विभूषण से सम्मानित किया गया था। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2011 में, उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने इसे "बहुत देर हो चुकी है" कहकर लौटा दिया था। तत्पश्चात उन्हें जनवरी 2012 में, पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।15 जनवरी, 2018 को हृदयगति रुक जाने के कारण उनका कोलकाता में निधन हो गया। .

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पंकज मलिक

पंकज मलिक (পঙ্কজ কুমার মল্লিক) बंगाली संगीत निर्देशक थे जिन्होंने बंगाली तथा हिन्दी फ़िल्म संगीत में अपना अद्वितीय योगदान दिया। भारतीय सिनेमा में पार्श्व गायन लाने वालों में वे अग्रणी थे। .

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पक्षी इन्फ्लूएंजा

बर्ड फ़्लू या पक्षी इन्फ्लूएंजा या पक्षी फ़्लू (एवियन इन्फ्लूएंजा) एक विषाणु जनित रोग है। यह विषाणु जिसे इन्फ्लूएंजा ए या टाइप ए विषाणु कहते हैं, आम तौर मे पक्षियों में पाया जाता है, लेकिन कभी कभी यह मानव सहित अन्य कई स्तनधारिओं को भी संक्रमित कर सकता है, जब यह मानव को संक्रमित करता है तो इसे इन्फ्लूएंजा (श्लेष्मिक ज्वर) कहा जाता है। .

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पुरुलिया

पुरुलिया (बंगाली: পুরুলিয়া) पश्चिम बंगाल प्रान्त का एक जिला है। जो झारखंड और पश्चिम बंगाल की सीमा पर स्थित है। यह "मानभुम सिटी" के रूप में भी जाना जाता है। शहर 1876 में गठित किया गया था। जिला मुख्यालय पुरुलिया है। पुरुलिया जिले के उत्तर में कसाई नदी और एक प्रमुख सड़क और पुरुलिया रेलवे जंक्शन स्थित है। यह 6251 कै वर्ग कि.मी.के क्षेत्र मे फैला हुआ है। यह "चौधरी नृत्य" के लिए प्रसिद्ध है। छऊ नृत्य पुरुलिया का प्रमुख मुखोटा नृत्य है। पुरुलिया मे स्थित एक पुराना चर्च .

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पुर्वांचल विकास क्षेत्र

पूर्वांचल पूर्वांचल विकास क्षेत्र नेपाल का एक प्रान्त है जो नेपाल के पाँच विकास क्षेत्रों में से एक विकास क्षेत्र है। यह नेपाल के सबसे पूर्वी भाग है। इस के पूर्व में भारत का सिक्किम तथा पश्चिम बंगाल का दार्जिलिंग तथा पश्चिम में नेपाल का मध्यमांचल विकास क्षेत्र तथा उत्तर में चीन का तिब्बत तथा दक्षिण में भारत का बिहार स्थित है। पूर्वांचल का मुख्यालय धनकुटा में स्थित है। पूर्वांचल में ३ अंचल तथा १६ जिलें हैं। Category:नेपाल के पूर्व शासन प्रणाली.

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पुरूलिया लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

पुरूलिया लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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पुरूलिया जिला

पुरूलिया जिला भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एक प्रशासकीय जिला है। इसके उत्तर एवं उत्तर-पश्चिम में झारखंड राज्य के धनबाद एवं हजारीबाग जिले, पश्चिम में बोकारो एवं राँची, दक्षिण में सिंहभूम तथा पूर्व में पश्चिमी बंगाल राज्य का बाँकुड़ा जिला स्थित है। इस जिले का प्रमुख नगर पुरुलिया है। आद्रा, बलरामपुर, रघुनाथपुर, एवं झाल्दा आदि इस जिले के प्रमुख नगर हैं। इसके पूर्वी भाग में जलोढ़ मिट्टी मिलती है तथा यह एक उपजाऊ भाग है। धान की खेती जिले में अधिक की जाती है। यापार में यहाँ चावल का स्थान प्रमुख हैं। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के जिले.

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पुस्तक:भारत

;मुख्य लेख;नामोत्पत्ति;इतिहास;सरकार;भारत के राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश;भूगोल्;अर्थव्यवस्था श्रेणी:विकिपीडिया पुस्तकें श्रेणी:विकिपीडिया पुस्तकें (भारत).

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प्याज

हरीप्याज प्याज प्याज़ एक वनस्पति है जिसका कन्द सब्ज़ी के रूप में प्रयोग किया जाता है। भारत में महाराष्ट्र में प्याज़ की खेती सबसे ज्यादा होती है। यहाँ साल मे दो बार प्याज़ की फ़सल होती है - एक नवम्बर में और दूसरी मई के महीने के क़रीब होती है। प्याज़ भारत से कई देशों में निर्यात होता है, जैसे कि नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, इत्यादि। प्याज़ की फ़सल कर्नाटक, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल मध्य प्रदेश जैसी जगहों पर अलग-अलग समय पर तैयार होती है। विश्व में प्याज 1,789 हजार हेक्टर क्षेत्रफल में उगाई जाती हैं, जिससे 25,387 हजार मी.

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प्रणब मुखर्जी

प्रणव कुमार मुखर्जी (প্রণবকুমার মুখোপাধ্যায়, जन्म: 11 दिसम्बर 1935, पश्चिम बंगाल) भारत के तेरहवें वें व पूर्व राष्ट्रपति रह चुके हैं। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन ने उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित किया। सीधे मुकाबले में उन्होंने अपने प्रतिपक्षी प्रत्याशी पी.ए. संगमा को हराया। उन्होंने 25 जुलाई 2012 को भारत के तेरहवें राष्ट्रपति के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। प्रणब मुखर्जी ने किताब 'द कोलिएशन ईयर्स: 1996-2012' लिखा है। .

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प्रतापादित्य

प्रतापादित्य (1561-1611 ई) येशोर (जेशोर) के राजा तथा भूस्वामी थे। उन्होने मुगलों के विरुद्ध युद्ध किया। अपने चरमोत्कर्ष के समय उनका राज्य वर्तमान पश्चिम बंगाल के नदिया, उत्तर चौबीस परगना और दक्षिण चौबीस परगना जिलों सहित वर्तमान बांग्लादेश में उत्तर में कुश्टिया जिले से लेकर पूर्व में बड़ीसाल, सुन्दरबन तथा दक्षिण में बंगाल की खाड़ी तक फैला हुआ था। .

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प्रतिमा मंडल

प्रतिमा मंडल भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की जयनगर सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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प्रतुल चंद्र गुप्ता

प्रतुल चंद्र गुप्ता को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९७५ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:१९७५ पद्म भूषण.

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प्रदेश संख्या १

प्रदेश संख्या १ नेपाल के सात प्रदेशों में से एक है। २० सितम्बर २०१५ को लागू हुए संविधान में नए सात प्रदेशों का प्रावधान है। इस प्रदेश का नामांकन प्रदेश संसद (विधान परिषद) द्वारा किया जाएगा। इसकी राजधानी कहाँ होगी यह भी प्रदेश संसद द्वारा निर्धारित किया जाएगा। इस प्रदेश के पूर्व में भारत का सिक्किम राज्य है तथा साथ में पश्चिम बंगाल का उत्तरी हिस्सा दार्जीलिंग सटा हुआ है। उत्तर में हिमालय के उस पार तिब्बत स्थित है रही तो दक्षिण में भारत का बिहार स्थित है। २५,९०५ वर्ग किमी के क्षेत्रफल में ४४ निर्वाचन क्षेत्र फैले हुए हैं। १०,४३८ किमी२ का क्षेत्रफल पर्वतों से घिरा हुआ है, १०,७४९ किमी२ का क्षेत्रफल पहाड़ी है और पूर्वी तराई का फैलाव ४,७१८ किमी२ में है। निपआ.

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प्रदीप कुमार

प्रदीप कुमार (बांग्ला: প্রদীপ বটব্যাল) (4 जनवरी 1925 - 27 अक्टूबर 2001) हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता थे। हिन्दी सिनेमा में उनको ऐसे अभिनेता के तौर पर याद किया जाता है जिन्होंने 1950 और साठ के दशक में अपने ऐतिहासिक किरदारों के जरिये दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। उस जमाने में फ़िल्मकारों को अपनी फ़िल्मों के लिए जब भी किसी राजा, महाराजा, राजकुमार अथवा नवाब की भूमिका की जरूरत होती थी तो वह प्रदीप कुमार को याद किया जाता था। उनके उत्कृष्ट अभिनय से सजी अनारकली, ताजमहल, बहू बेगम और चित्रलेखा जैसी फ़िल्मों को दर्शक आज भी नहीं भूले हैं। .

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प्रधान डाकघर, कोलकाता

प्रधान डाकघर, (अंग्रेजी: General Post Office) कोलकाता शहर का केन्द्रीय और पश्चिम बंगाल का मुख्य डाकघर है। यह डाकघर कोलकाता शहर की अधिकांश आने व जाने वाली डाक और पार्सलों को संभालता है। यह बी.बी.डी. बाग क्षेत्र में नेताजी सुभाष रोड पर स्थित है। जीपीओ की भव्य संरचना इसे शहर के प्रमुख स्थलों में से एक बनाती है। .

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प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना

'प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना एक योजना है इसका उद्देश्य देश के विभिन्न भागों में स्वास्थ्य सुविधाओं को सभी के लिए सामान रूप से उपलब्ध करवाना है ' इस योजना के अंतर्गत देश के पिछड़े राज्यों में चिकित्सा शिक्षा को बेहतर करने हेतु सुविधाएँ उपलब्ध करवाने का लक्ष्य निर्धारित है। इस योजना को मार्च 2006 में मंजूरी दी गई थी। .

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प्रभा ठाकुर

प्रभा ठाकुर (जन्म 10 सितम्बर 1949) एक भारतीय राजनीतिज्ञ है वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की सदस्या हैं। वह भारतीय संसद के ऊपरी सदन राज्य सभा में राजस्थान का प्रतिनिधित्व भारतीय संसद की सदस्य है। वह अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। ठाकुर बारहवीं लोकसभा की सदस्य अजमेर से राजस्थान के निर्वाचन क्षेत्र से 1998 से 1999 तक सदस्य रहे। 2009 में, वह वाम मोर्चा (पश्चिम बंगाल) के शासन का कहना है कि पिछले 33 वर्षों में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह विधेयक भारतीय महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से सशक्त बनाने में मदद करेगा। ठाकुर ने अन्य महिलाओं के मुद्दों पर बात की है, भारत में सख्त विरोधी बलात्कार प्रावधानों के लिए बुलाया है। उसने बलात्कार की घटनाओं से निपटने के लिए ड्रेस कोड को लागू करने के बारे में टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया दी और कहा, "सवाल ड्रेस कोड के बारे में नहीं है, लेकिन पुरुषों की मानसिकता। लड़कियों को क्या पहनना चाहिए लड़की की चिंता, उसके माता-पिता और उसके परिवार को ही। मुझे नहीं लगता कि कोई भी नींव है किसी और के लिए किसी लड़की को कैसे व्यवहार करना चाहिए, इसके बारे में कुछ भी कहना है। इसके बजाय, ठाकुर का मानना ​​है कि जितना अधिक महिला बलात्कारियों को "न्याय" का सामना करते हैं, उतने ही वे मानते हैं कि वे हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर सकते हैं। उसने पहले दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ हिंसक अपराध की मात्रा के बारे में बताया है। .

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प्रभात कुमार मुखर्जी

प्रभात कुमार मुखर्जी को भारत सरकार द्वारा १९८१ में प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:पद्म भूषण.

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प्रसून बनर्जी

प्रसून बनर्जी भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की हावड़ा सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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प्राजक्ता (फूल)

प्राजक्ता एक पुष्प देने वाला वृक्ष है। इसे हरसिंगार, शेफाली, शिउली आदि नामो से भी जाना जाता है। इसका वृक्ष 10 से 15 फीट ऊँचा होता है। इसका वानस्पतिक नाम 'निक्टेन्थिस आर्बोर्ट्रिस्टिस' है। पारिजात पर सुन्दर व सुगन्धित फूल लगते हैं। इसके फूल, पत्ते और छाल का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है। यह सारे भारत में पैदा होता है। यह पश्चिम बंगाल का राजकीय पुष्प है। .

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प्रियरंजन दासमुंशी

प्रियरंजन दासमुंशी (बंगाली: প্রিয়রঞ্জন দাশমুন্সি प्रियो रॉन्जन दाशमुन्शी; 13 नवम्बर 1945) भारत की १४वीं लोकसभा में सांसद थे। उन्होंने पश्चिम बंगाल की रायगंज लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद थे वो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य थे। ८ वर्ष की कोमा के बाद २० नवम्बर २०१७ को उनका निधन हो गया। वो भारत के पूर्व सूचना और प्रसारण मंत्री रह चुके हैं। श्रेणी:1945 में जन्मे लोग श्रेणी:भारतीय राजनीति श्रेणी:पश्चिम बंगाल श्रेणी:सांसद श्रेणी:२०१७ में निधन.

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प्रियंका रॉय

प्रियंका रॉय (Priyanka Roy/প্রিয়াঙ্কা রায়) (जन्म;२ मार्च १९८८,पश्चिम बंगाल,भारत) एक भारतीय बंगाली क्रिकेट खिलाड़ी है। प्रियंका भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी है जो टीम के लिए एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय और ट्वेन्टी-ट्वेन्टी क्रिकेट खेलती है। इन्होंने भारतीय टीम के लिए कुल २१ वनडे मैच खेले है जबकि पाँच ट्वेन्टी२० मैच भी खेले है। रॉय दाहिने हाथ से बल्लेबाजी और लेग ब्रेक गेंदबाजी करती है। इन्हें २००९ के महिला क्रिकेट विश्व कप में भी खेलने का मौका मिला था। .

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प्रिंसेप घाट

प्रिंसेप घाट या प्रिन्सेप घाट (अंग्रेजी: Prinsep Ghat, बंगाली: প্রিন্সেপ ঘাট) ब्रिटिश राज के दौरान भारत के कोलकाता शहर में हुगली नदी के किनारे पर सन 1841 में निर्मित एक घाट है। घाट पर सन 1843 में प्रख्यात आंग्ल-भारतीय विद्वान और पुरातत्वविद् जेम्स प्रिंसेप की स्मृति में डब्ल्यू फिजराल्ड़ द्वारा डिजाइन किये गये एक पलैडियाई ओसारे (पोर्च) का निर्माण भी किया गया था। यह फोर्ट विलियम के वाटर गेट और सेंट जॉर्ज गेट के बीच स्थित है। प्रिंसेप के इस स्मारक में यूनानी और गोथिक शैली का प्रयोग किया गया है। नवंबर 2001 में राज्य के लोक निर्माण विभाग द्वारा इस स्मारक का पुनरुद्धार किया गया और तब से इसका अनुरक्षण उचित रूप से किया जा रहा है। निर्माण के प्रारंभिक वर्षों में, सभी शाही ब्रिटिश मुहासिरे आरोहण और अवरोहण के लिए प्रिंसेप घाट घाट का इस्तेमाल किया करते थे। प्रिंसेप घाट कोलकाता के सबसे पुराने मनोरंजन स्थलों में से एक है। सप्ताहांत में लोग शाम के समय यहाँ नदी में नौका विहार करने, नदी किनारे टहलने और यहाँ उपलब्ध भोजन का आनन्द उठाने के लिए आते हैं। यहाँ स्थित एक आइसक्रीम और फास्ट फूड स्टाल तो पिछले 40 से भी अधिक से यहाँ कार्यरत है। प्रिंसेप घाट और बाबुघाट के बीच के 2 किलोमीटर लम्बे सौन्दर्यीकृत नदीतट का उद्घाटन 24 मई 2012 को किया गया। यहाँ पर रोशनी से जगमगाते सुंदर बगीचे, रास्ते, फव्वारे और पुनर्निर्मित घाट स्थित हैं। हिन्दी फिल्म परिणीता के एक गाने को यहाँ फिल्माया गया था। प्रिंसेप घाट के नाम पर एक रेलवे स्टेशन का नाम भी रखा गया है। यह स्टेशन कोलकाता सर्कुलर रेलवे का हिस्सा है जिसका अनुरक्षण पूर्वी रेलवे द्वारा किया जाता है। स्टेशन कोड PPGT है। यहाँ पास ही मैन-ओ-वार नाम की एक जेट्टी भी है जो कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के अंतर्गत आती है और बंदरगाह द्वारा द्वितीय विश्व युद्ध में निभाई गयी इसकी भूमिका की याद दिलाती है। घाट को मुख्य रूप से भारतीय नौसेना द्वारा प्रयोग किया जाता है। .

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प्रजनन दर के आधार पर भारत के राज्य

भारत के राज्यों की यह सूची प्रति महिला पर होने बाले बच्चों के आधार पर है। इस अध्ययनानुसार सात भारतीय राज्य आंध्र प्रदेश, गोआ, तमिल नाडु, हिमाचल प्रदेश, केरल, पंजाब और सिक्किम अब भारत के जनसंख्या विस्फोट में भागीदार नहीं हैं। वस्तुतः यदि जनसंख्या प्रजनन दर की यही प्रवृत्ति जारी रहती है तो आंध्र प्रदेश, गोआ, तमिल नाडु, हिमाचल प्रदेश और केरल की जनसंख्या में आने वाले दशकों में गिरावट आएगी। रोचक रूप से, दक्षिण भारत के चारों राज्यों, आंध्र प्रदेश, तमिल नाडु, केरल और कर्णाटक में जन्म दर निर्णायक २ बहुत कम है कर्णाटक को छोड़कर जहाँ भी यह दर २.१ ही है। यह जानकारी एन॰एफ॰एच॰एस-३ से संकलित की गई थी। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण व्यापक-पैमाने, बहु-दौरीय सर्वेक्षण है जो अन्तर्राष्ट्रीय जनसंख्या विज्ञान संस्थान (आई॰आई॰पी॰एस), मुंबई द्वारा कराया जाता है जो परिवार कल्याण और स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्दिष्ट है। एन॰एफ॰एच॰एस-३ ११ अक्टूबर २००७ को जारी किया गया था और पूरा सर्वेक्षण इस वेबसाइट पर देखा जा सकता है। .

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प्रेमचंद

प्रेमचंद (३१ जुलाई १८८० – ८ अक्टूबर १९३६) हिन्दी और उर्दू के महानतम भारतीय लेखकों में से एक हैं। मूल नाम धनपत राय प्रेमचंद को नवाब राय और मुंशी प्रेमचंद के नाम से भी जाना जाता है। उपन्यास के क्षेत्र में उनके योगदान को देखकर बंगाल के विख्यात उपन्यासकार शरतचंद्र चट्टोपाध्याय ने उन्हें उपन्यास सम्राट कहकर संबोधित किया था। प्रेमचंद ने हिन्दी कहानी और उपन्यास की एक ऐसी परंपरा का विकास किया जिसने पूरी सदी के साहित्य का मार्गदर्शन किया। आगामी एक पूरी पीढ़ी को गहराई तक प्रभावित कर प्रेमचंद ने साहित्य की यथार्थवादी परंपरा की नींव रखी। उनका लेखन हिन्दी साहित्य की एक ऐसी विरासत है जिसके बिना हिन्दी के विकास का अध्ययन अधूरा होगा। वे एक संवेदनशील लेखक, सचेत नागरिक, कुशल वक्ता तथा सुधी (विद्वान) संपादक थे। बीसवीं शती के पूर्वार्द्ध में, जब हिन्दी में तकनीकी सुविधाओं का अभाव था, उनका योगदान अतुलनीय है। प्रेमचंद के बाद जिन लोगों ने साहित्‍य को सामाजिक सरोकारों और प्रगतिशील मूल्‍यों के साथ आगे बढ़ाने का काम किया, उनमें यशपाल से लेकर मुक्तिबोध तक शामिल हैं। .

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प्रेमा नारायण

प्रेमा नारायण (जन्म: ४ अप्रैल १९५५) एक मॉडल और बॉलीवुड अभिनेत्री-नर्तकी है। उसने हिंदी और बंगाली सिनेमा में अभिनय किया है। वह मिस इंडिया वर्ल्ड १९७१ थी।.

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प्रेसिडेन्सी विश्वविद्यालय, कोलकाता

प्रेसिडेंसी कॉलेज, कोलकाता (Presidency College; প্রেসিডেন্সি কলেজ) कोलकाता, पश्चिम बंगाल में कला, विज्ञान और मानविकी के क्षेत्रों में स्नातक तथा स्नातकोत्तर अध्ययन के लिए एक श्रेष्ठ भारतीय शिक्षा प्रतिष्ठान है। इस प्रतिष्ठान ने अनेक प्रसिद्ध भारतीय कलाकार, लेखक, वैज्ञानिक, राजनीतिज्ञ, दार्शनिक इत्यादि दिए है। .

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प्लासी का पहला युद्ध

प्लासी का युद्ध 23 जून 1757 को मुर्शिदाबाद के दक्षिण में २२ मील दूर नदिया जिले में गंगा नदी के किनारे 'प्लासी' नामक स्थान में हुआ था। इस युद्ध में एक ओर ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना थी तो दूसरी ओर थी बंगाल के नवाब की सेना। कंपनी की सेना ने रॉबर्ट क्लाइव के नेतृत्व में नवाब सिराज़ुद्दौला को हरा दिया था। किंतु इस युद्ध को कम्पनी की जीत नही मान सकते कयोंकि युद्ध से पूर्व ही नवाब के तीन सेनानायक, उसके दरबारी, तथा राज्य के अमीर सेठ जगत सेठ आदि से कलाइव ने षडंयत्र कर लिया था। नवाब की तो पूरी सेना ने युद्ध मे भाग भी नही लिया था युद्ध के फ़ौरन बाद मीर जाफ़र के पुत्र मीरन ने नवाब की हत्या कर दी थी। युद्ध को भारत के लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण माना जाता है इस युद्ध से ही भारत की दासता की कहानी शुरू होती है। .

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पूर्णिया जिला

पूर्णिया जिला पुरनिया या पूर्णियाँ बिहार राज्य का ज़िला है। इसके उत्तर में अररिया तथा किशनगंज जिला, पूर्व में पश्चिम बंगाल का दिनाजपुर, पश्चिम में मधेपुरा जिला, दक्षिण में भागलपुर तथा कटिहार जिला सीमा बनाती है। इसका क्षेत्रफल ३२२९ वर्ग किमी है। उत्तर की ओर धरातल पथरीला तथा पूर्व की ओर नदियों एवं प्राकृतिक स्रोतों से बने कभी न सूखनेवाले दलदल एवं पश्चिम की ओर रेतीले घास के मैदान मिलते हैं। गंगा के अलावा कोसी, महानंदा तथा पनार नदियाँ बहती हैं। पूर्व की ओर कहीं-कहीं उत्तम जलोढ़ मिट्टी मिलती है। वर्षा शीघ्र प्रारंभ होती तथा जोरों के साथ होती है। वार्षिक वर्षा का औसत ७१ इंच रहता है। कृषि में धान के अतिरिक्त दालें, तिलहन और तंबाकू भी पैदा हाता है। पशु छोटे तथा कमजोर हाते हैं। उद्योगों में मोटे रंगीन कपड़े, बैलगाड़ियों के पहिए, चटाइयाँ तथा जूट के सामान बनाए जाते हैं। श्रेणी:बिहार के जिले.

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पूर्व मेदिनीपुर जिला

पूर्व मेदिनीपुर भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एक प्रशासकीय जिला है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के जिले.

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पूर्वोत्तर भारत

पूर्वोत्तर भारत से आशय भारत के सर्वाधिक पूर्वी क्षेत्रों से है जिसमें एक साथ जुड़े 'सात बहनों' के नाम से प्रसिद्ध राज्य, सिक्किम तथा उत्तरी बंगाल के कुछ भाग (दार्जीलिंग, जलपाईगुड़ी और कूच बिहार के जिले) शामिल हैं। पूर्वोत्तर भारत सांस्कृतिक दृष्टि से भारत के अन्य राज्यों से कुछ भिन्न है। भाषा की दृष्टि से यह क्षेत्र तिब्बती-बर्मी भाषाओँ के अधिक प्रचलन के कारण अलग से पहचाना जाता है। इस क्षेत्र में वह दृढ़ जातीय संस्कृति व्याप्त है जो संस्कृतीकरण के प्रभाव से बची रह गई थी। इसमें विशिष्ट श्रेणी के मान्यता प्राप्त आठ राज्य भी हैं। इन आठ राज्यों के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए 1971 में पूर्वोतर परिषद (नॉर्थ ईस्टर्न काउंसिल / NEC) का गठन एक केन्द्रीय संस्था के रूप में किया गया था। नॉर्थ ईस्टर्न डेवेलपमेंट फाइनेंस कारपोरेशन लिमिटेड (NEDFi) का गठन 9 अगस्त 1995 को किया गया था और उत्तरपूर्वीय क्षेत्र विकास मंत्रालय (DoNER) का गठन सितम्बर 2001 में किया गया था। उत्तरपूर्वीय राज्यों में सिक्किम 1947 में एक भारतीय संरक्षित राज्य और उसके बाद 1975 में एक पूर्ण राज्य बन गया। पश्चिम बंगाल में स्थित सिलीगुड़ी कॉरिडोर जिसकी औसत चौड़ाई 21 किलोमीटर से 40 किलोमीटर के बीच है, उत्तरपूर्वीय क्षेत्र को मुख्य भारतीय भू-भाग से जोड़ता है। इसकी सीमा का 2000 किलोमीटर से भी अधिक क्षेत्र अन्य देशों: नेपाल, चाइना, भूटान, बर्मा और बांग्लादेश के साथ लगती है। .

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पूर्वोत्तर सीमा रेलवे

पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (Northeast Frontier Railway), रेलवे बोर्ड, मत्रांलय के अधीन कार्यरत 16 जोनल रेल में से एक है। जैसा कि नाम है “पूर्वोत्तर सीमा रेल” भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में स्थित सभी राज्य बिहार, पश्चिम बंगाल, असम, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम तथा त्रिपुरा को स्पर्श करता है। पू0 सी0 रेल भारत की सेवा में समर्पित है और इस क्षेत्र की विशेष आवश्यकताओं को पूरा करने की सच्ची आश ने इस रेल के निष्पादन को सुधारने में काफी मदद की है। बंगलादेश के साथ अंर्तबदल सुविधा तथा नेपाल और भूटान के लिए रेल शीर्ष के रूप में कार्य करने के अलावा पू0 सी0 रेल कुल 10 राज्यों की सेवा करती है। .

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पूर्वी डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर

पूर्वी डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (Eastern Dedicated Freight Corridor) भारत में भारतीय रेल द्वारा निर्मित होने वाला माल ढुलाई का एक कॉरिडोर है।यह कोरिडोर दो लाइनों का विद्युतीकृत होगा। जगह कम होने के कारण लुधियाना (पंजाब) से खुर्जा (उत्तर प्रदेश) तक यह कोर्रिडोर एक लाइन का होगा। यह माल ढुलाई का भारत का सबसे बड़ा रेल गलियारा (मार्ग)है.

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पूर्वी तटीय मैदानी क्षेत्र

पूर्वी तटीय मैदानी क्षेत्र दक्षिण भारत में पूर्वी घाट (कोरोमंडल तट) और बंगाल की खाड़ी के बीच फैले लंबे समतल क्षेत्र को कहाआ जाता है। यह तमिल नाडु से लेकर पश्चिम बंगाल तक १२० कि॰मी॰ की औसत चौड़ाई में फैला हुआ है। कई नदियों के मुहाने (डेल्टा) इस क्षेत्र में आते हैं। इनमें प्रमुख हैं महानदी, गोदावरी, कावेरी और कृष्णा। इस क्षेत्र में उत्तर-पूर्वी और दक्षिण-पश्चिमी मानसून वर्षाएं होती हैं, जो १००० मि.मी से ३००० मि.मी.

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पूर्वी भारत

पूर्वी भारत, में भारत के पूर्व के क्षेत्र आते हैं। इनमें पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, बिहार एवं झारखंड राज्य शामिल हैं। यहां बोली जाने वाली प्रमुख भाषाओं में हिन्दी, बांग्ला, उड़िया, उर्दु तथा मैथिली आती हैं। यहां के बड़े शहरों में कोलकाता, भुवनेश्वर, पटना, कटाक, रांची, राउरकेला हैं। .

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पूर्वी गंगवंश

पूर्वी गंगवंश (ओड़िया: ଗଙ୍ଗ ବଂଶ ଶାସନ/गंग बंश शासन) भारतीय उपमहाद्वीप का एक हिन्दू राजवंश था। उन्होने कलिंग को राजधानी बनाया। उनके राज्य के अन्तर्गत वर्तमान समय का सम्पूर्ण उड़ीसा तो था ही, इसके साथ ही पश्चिम बंगाल, आन्ध्र प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ के भी कुछ भाग थे।इनका शासन ११वीं शताब्दी से १५वीं शताब्दी तक रहा। उनकी राजधानी का नाम 'कलिंगनगर' था जो वर्तमान समय में आन्ध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिला का श्रीमुखलिंगम है। पहले यह उड़ीसा के गंजम जिले में था। पूर्वी गंगवंश के शासक कोणार्क के सूर्य मन्दिर के निर्माण के लिये प्रसिद्ध हैं। .

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पूर्वी आंचलिक परिषद

जोनल परिषदों का भारत पूर्वी आंचलिक परिषद में एक आंचलिक परिषद। इस परिषद मे छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, और पश्चिम बंगाल शामिल है। .

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पेयजल उपलब्धता के आधार पर भारत के राज्यों की सूची

इस सूची में भारत के राज्य और केन्द्र-शासित प्रदेश पीने योग्य जल की उपलब्धता के आधार पर क्रमबद्ध हैं। यह सूची भारत सरकार द्वारा प्रकाशित 2011 भारत की जनगणना प्रतिवेदन से ली गई है। इस सूची में क्रम-स्थिति प्रतिशत के आधार पर है। इस सूची में पंजाब 97.6% घरों तक पीने योग्य जल की उपलब्धता के साथ सबसे ऊपर है जबकि बिहार 33.5% के साथ सबसे नीचे। राष्ट्रीय औसत 85.5% है। .

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पोद्दार

पोद्दार भारत और बांग्लादेश के मूल निवासी एक उपनाम है। ये मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल, बिहार, राजस्थान और पंजाब में पाए जाते है। बांग्लादेश में, पोद्दार मुस्लिम गुटों के होते हैं, आमतौर पर चौधरी मुसलमानों के रूप में निर्दिष्ट किया जाता है। श्रेणी:उपनाम श्रेणी:भारतीय उपनाम.

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पीठा

पीठा(बंगाली: পিঠে, ओडिया: ପିଠା, बंगाली-असमिया: পিঠা piṭha, संस्कृत: पिष्टा; अपूप) भारतीय उपमहाद्वीप के पूर्वी क्षेत्रों से चावल केक का एक प्रकार है, जिसमें बांग्लादेश है औरभारत में आम तौर पर ओडिशा, असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और पूर्वोत्तर क्षेत्र के पूर्वी राज्य भी शामिल है। पीठा आम तौर पर चावल के आटे से बने होते हैं, हालांकि गेहूं के आटे से भी पीठे बनाये जाते है। .

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पीजूष गांगुली

पीयुष गांगुली (बंगाली भाषा: পীযূষ গঙ্গোপাধ্যায়, 2 जनवरी 1965 - 24 अक्टूबर 2015) भारत से एक बंगाली फिल्म, टीवी और नाट्य अभिनेता थे। उन्होने अभिनय जीवन की शुरूआत रंगमंच कलाकार के रूप में की थी तदोपरांत वे टेलीविजन तथा फिल्म अभिनय की ओर उन्मुख हुए। बंगाल फिल्म जर्नलिस्ट एसोसिएशन की ओर से उत्तम अभिनय का वर्ष 2005 का पुरस्कार तथा पश्चिम बंगाल सरकार टेली अकादमी पुरस्कार 2014 तथा कुछ अन्य पुरस्कार भी इन्हें प्राप्त हुए थे। उन्होने कुछ विशिष्ट बंगाली फिल्मों जैसे अपर्णा सेन की ‘गायनार बक्शा, अंजन दत्त की ब्योमेश-बक्शी तथा शेखर दास की ‘माहुलबनिर सेरेन्ग’ आदि में अपने उत्कृष्ट अभिनय की छाप छोड़ी। वे 20 अक्टूबर को हाबड़ा के निकट कोना एक्सप्रेस वे के पास संतरागाछी में हुई एक कार दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गये थे। 25 अक्टूबर, 2015 को बेले व्यू क्लिनिक, कोलकाता में उनका निधन हो गया। .

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पी॰ सी॰ महालनोबिस

प्रशान्त चन्द्र महालनोबिस (बंगला: প্রশান্ত চন্দ্র মহলানবিস; २९ जून १८९३- २८ जून १९७२) एक प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक एवं सांख्यिकीविद थे। उन्हें दूसरी पंचवर्षीय योजना के अपने मसौदे के कारण जाना जाता है। भारत की स्वत्रंता के पश्चात नवगठित मंत्रिमंडल के सांख्यिकी सलाहकार बने तथा औद्योगिक उत्पादन की तीव्र बढ़ोतरी के जरिए बेरोजगारी समाप्त करने के सरकार के प्रमुख उद्देश्य को पूरा करने के लिए योजना का खाका खींचा। महालनोबिस की प्रसिद्धि महालनोबिस दूरी के कारण है जो उनके द्वारा सुझाया गयी एक साख्यिकीय माप है। उन्होने भारतीय सांख्यिकीय संस्थान की स्थापना की। आर्थिक योजना और सांख्‍यि‍की विकास के क्षेत्र में प्रशांत चन्‍द्र महालनोबिस के उल्‍लेखनीय योगदान के सम्‍मान में भारत सरकार उनके जन्‍मदिन, 29 जून को हर वर्ष 'सांख्‍यि‍की दिवस' के रूप में मनाती है। इस दिन को मनाने का उद्देश्‍य सामाजिक-आर्थिक नियोजन और नीति निर्धारण में प्रो॰ महालनोबिस की भूमिका के बारे में जनता में, विशेषकर युवा पीढ़ी में जागरूकता जगाना तथा उन्‍हें प्रेरित करना है। .

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फरक्का परियोजना

यह भारत की एक प्रमुख नदी घाटी परियोजना हैं। गंगा के चरम उत्कर्ष रूप; फरक्का बैराज, जहां से एक धारा कोलकाता को हुगली बन कर जाती है। फ़रक्का बांध (बैराज) भारत के पश्चिम बंगाल प्रान्त में स्थित गंगा नदी पर बना एक बांध है। यह बांध बांगलादेश की सीमा से मात्र १० किलो मीटर की दूरी पर स्थित है। इस बांध को १९७४-७५ में हिन्दुस्तान कन्स्ट्रक्शन कंपनी ने बनाया था। इस बांध का निर्माण कोलकाता बंदरगाह को गाद (silt) से मुक्त कराने के लिये किया गया था जो की १९५० से १९६० तक इस बंदरगाह की प्रमुख समस्या थी। कोलकाता हुगली नदी पर स्थित एक प्रमुख बंदरगाह है। ग्रीष्म ऋतु में हुगली नदी के बहाव को निरंतर बनाये रखने के लिये गंगा नदी की के पानी के एक बड़े हिस्से को फ़रक्का बांध के द्वारा हुगली नदी में मोड़ दिया जाता है। इस पानी के वितरण के कारण बांगलादेश एवम भारत में लंबा विवाद चला। गंगा नदी के प्रवाह की कमी के कारण बांगलादेश जाने वाले पानी की लवणता बड़ जाती थी और मछ्ली पालन, पेयजल, स्वास्थ और नौकायान प्रभावित हो जाता था। मिट्टी में नमी की कमी के चलते बांगलादेश के एक बड़े क्षेत्र की भूमी बंजर हो गयी थी। इस विवाद को सुलझाने के लिये दोनो सरकारो ने आपस में समझौता करते हुए फ़रक्का जल संधि की रूप रेखा रखी। .

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फ़िन की बया

फ़िन की बया एक छोटी बुनकर चिड़िया की जाति है जो भारत और नेपाल में गंगा तथा ब्रह्मपुत्र की घाटियों में पाई जाती है। इसकी दो उपजातियाँ पहचानी जाती हैं—प्लोसिअस मॅगरहिन्चस, जो कि कुमाऊँ में और प्लोसिअस सलीमअली जो कि पूर्वी तराई में पाई जाती हैं। जब ह्यूम को नैनीताल के पास कालाढूंगी से इस जाति का नमूना मिला तो उन्होंने इसका नामकरण किया। यह जाति फ़्रॅन्क फ़िन द्वारा कोलकाता के पास के तराई इलाके में दुबारा खोजी गई और इसे उनका नाम मिला। ओट्स ने सन् १८८९ में इसे पूर्वी बया नाम दिया जबकि स्टुअर्ट बेकर ने सन् १९२५ में इसे फ़िन की बया नाम दिया। .

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फ्रांसीसी भारत

फ्रांसीसी भारत 17 वीं सदी के दूसरे आधे में भारत में फ्रांसीसी ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा स्थापित फ्रांसीसी प्रतिष्ठानों के लिए एक आम नाम है और आधिकारिक तौर पर एस्तब्लिसेमेन्त फ्रन्से द्दे इन्द्दए (फ़्रान्सीसी:Établissements français de l'Inde) रूप में जाना जाता, सीधा फ्रेंच शासन 1816 शुरू हुआ और 1954 तक जारी रहा जब प्रदेशों नए स्वतंत्र भारत में शामिल कर लिया गया। उनके शासक क्षेत्रों पॉन्डिचेरी, कराईकल, यानम, माहे और चन्दननगर थे। फ्रांसीसी भारत मे भारतीय शहरों में बनाए रखा कई सहायक व्यापार स्टेशन (लॉज) शामिल थे। कुल क्षेत्र 510 km2 (200 वर्ग मील) था, जिनमें से 293 km2 (113 वर्ग मील) पॉन्डिचेरी का क्षेत्र था। 1936 में, उपनिवेश की आबादी कुल 2,98,851 निवासिया थी, जिनमें से 63% (1,87,870) पॉन्डिचेरी के क्षेत्र में निवास करती थी। .

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फूलरेनु गुहा

फूलरेनु गुहा को सन १९७७ में भारत सरकार द्वारा समाज सेवा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। .

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बद्रुद्दोज़ा खान

बद्रुद्दोज़ा खान भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की मुर्शिदाबाद सीट से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से भाग लिया। .

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बनगाँव लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

बनगाँव लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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बर्धमान

सर्वमंगला मंदिर मेघनाद साहा तारामण्डल, गोलपबाग, बर्धमान Bardhaman Church बर्धमान पश्चिम बंगाल का एक शहर है। यह भारत के पश्चिमी बंगाल राज्य में स्थित एक जिला एवं उपमंडल हैं। इसका क्षेत्रफल 2,716 वर्ग मील तथा जनसंख्या 30,82,846 (1961) है। इसके पूर्व में नदिया, दक्षिण में हुगली, पश्चिम में बाँकुड़ा और उत्तर में बीरभूम जिले स्थित हैं। जिले का लगभग आधा भाग मैदान रूप में है। भागीरथी नदी के पूर्वी भाग की मिट्टी दलदली है। रानीगंज की कोयले की खानें इसी जिले में स्थित हैं। कोयलेवाला क्षेत्र बंगाल का प्रसिद्ध औद्योगिक क्षेत्र है। यहाँ की मुख्य नदियाँ दामोदर, द्वारकेश्वर, खरी, अजय आदि हैं, जो भागीरथी नदी में मिलती हैं। वार्षिक वर्षा का औसत 54 इंच है। दामोदर नदी की बाढ़ से कई बार यहाँ जन, धन की क्षति हो चुकी है। मिट्टी अति उपजाऊ होने से मुख्य फसल धान के अतिरिक्त मक्का, आलू, गन्ना, तिलहन, दलहन आदि भी पैदा होते हैं। सिंचाई का उत्तम प्रबंध है। खनिजों में चीनी मिट्टी और कोयला प्रमुख हैं तथा रानीगंज के उत्तर में बारुल के पास लोहा बहुत बड़ी मात्रा में निकाला जाता है। इस जिले में रेशमी कपड़ा तथा खनिजों से संबंधित विस्तृत उद्योग हैं। इस जिले के मुख्य नगर बर्धमान, रानीगंज, आसनसोल, कालना एवं काटवा आदि हैं। श्रेणी:शहर.

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बर्धमान जिला

वर्धमान भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एक जिला है। इसका मुख्यालय दामोदर नदी के किनारे २३ डिग्री २५' उत्तरी अक्षांश तथा ८७ डिग्री ८५' पूर्वी देशान्तर पर स्थित वर्धमान शहर में हैं। प्रदेश की राजधानी कोलकाता से १०० किलोमीटर दूर स्थित इस नगर का गौरवशाली पौराणिक इतिहास है। इसका नामकरण २४वें जैन तीर्थंकर महावीर के नाम पर हुआ है। मुगल काल में इसका नाम शरिफाबाद हुआ करता था। मुगल बादशाह जहांगीर के फरमान पर १७वीं शताब्दी में एक व्यापारी कृष्णराम राय ने वर्धमान में अपनी जमींदारी शूरू की। कृष्णराम राय के वंशजों ने १९५५ तक वर्धमान पर शासन किया। वर्धमान जिले में मिले पाषाण काल के अवशेष तथा सिंहभूमि, पुरूलिया, धनबाद और बांकुड़ा जिले के अवशेषों में समानताएँ हैं। इससे पता चलता है कि यह सम्पूर्ण क्षेत्र एक ही प्रकार की सभ्यता और संस्कृति का पोषक था। वर्धमान नाम अपने आप में ही जैन धर्म के २४वें तीर्थंकर महावीर वर्धमान से जुड़ा हुआ है। पार्श्वनाथ की पहाड़िया जैनों का एक महत्वपूर्ण धार्मिक केन्द्र था। यह भी वर्धमान जिले के सीमा से लगा हुआ है। ऐसा विश्वास किया जाता है कि महावीर अपने धर्म के प्रचार एवं प्रसार के सिलसिले में वर्धमान आए थे। जिले में विभिन्न तीर्थंकरो की पत्थर की बनी प्रतिमाएँ प्राप्त हुई हैं। गुप्त काल एवं सेन युग में वर्धमान का एक महत्वपूर्ण स्थान था। सल्तनत काल एवं मुगलकालों में वर्धमान एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक केन्द्र था। जहांगीर की पत्नी नूरजहां वर्धमान की ही थी। नूरजहाँ का पहला पति शेर अफगान वर्धमान का जागीरदार था। जहांगीर ने नूरजहाँ को हासिल करने के लिए कुतुबुद्दीन को वर्धमान का सूबेदार नियुक्त किया। कुतुबुद्दीन और शेर अफगान के बीच वर्तमान वर्धमान रेलने स्टेशन के निकट भयंकर संग्राम हुआ। अंततः दोनो ही मारे गए। आज भी इनकी समाधियो को एक दूसरे के पास वर्धमान में देखा जा सकता है। अकबर के समय में अबुल फजल और फैजी के षडयंत्रों का शिकार होने से बचने के लिए पीर बहराम ने दिल्ली छोड़ दिया। पीर बहराम को इसी वर्धमान शहर ने आश्रय दिया। आज भी यहाँ के हिन्दू और मुस्लिम उन्हें श्रद्धा-पूर्वक स्मरण करते हैं। वर्धमान में एक बहुत बड़ा आम का बगीचा है। यह बगीचा सैकड़ों हिन्दू औरतों के अपने पति के साथ उनकी चिता पर सती होने का गवाह है। मुगलों ने इस्ट इंडिया कम्पनी को तीन ग्राम- सुतानती, गोविन्दपुर तथा कलिकाता एक संधि के जरिए हस्तांतरित कर दिए थे। इस संधि पर हस्ताक्षर वर्धमान में ही हुआ था। कालांतर में यही तीनो ग्राम विकसीत होकर कोलकाता के रूप में जाने गए। .

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बर्धमान-दुर्गापुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

बर्धमान-दुर्गापुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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बर्धमान-पूर्बा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

बर्धमान-पूर्बा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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बर्नपुर

बर्नपुर (बांग्ला: বার্ণপুর), पश्चिम बंगाल के आसनसोल उप मंडल का प्रमुख औद्योगिक नगर है। यह बर्धमान जिले में पड़ता है जो पश्चिम बंगाल के पश्चिमी सीमावर्ती क्षेत्र के खनन-औद्योगिक क्षेत्र के केन्द्र में है। इस नगर का नाम 'बर्न एण्ड कम्पनी' के नाम पर पड़ा है जिसने सन् १९१८ में इस्को को बढ़ावा दिया था। लौह-निर्माण संयंत्र के बनने के बाद यह कस्बा बस गया। सन् १९१८ में 'इण्डियन स्टैण्डर्ड वैगन फैक्टरी' को भी यहाँ स्थापित किया गया। .

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बलूरघाट लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

बलूरघाट लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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बसीरहाट लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

बसीरहाट लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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बहरामपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

बहरामपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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बानरहाट

बानरहाट (बंगला: বানারহাট / बानारहाट; विष्णुपुरिया मणिपुरी: बानरहाट) पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले का एक कस्बा है। इस कस्बे के आसपास २३ चाय बगान हैं। इसकी जनसंख्या लगभग २५ हजार है। यह सिलीगुड़ी से ७२ किमी तथा जलपाईगुड़ी से ६५ किमी की दूरी पर स्थित है। यहाँ पर मूल निवासियों के साथ-साथ चाय बगानों के श्रमिक, मारवाड़ी, असमी, बंगाली, ओडिया, नेपाली आदि विभिन्न संस्कृतियों के लोग वास करते हैं। यह कस्बा एन एच -३१ सी पर स्थित है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल का भूगोल.

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बाब -ए- ख़ैबर

पश्चिम मुख करते हुए बाब ए'ख़ैबर की तसवीर बाब ए'ख़ैबर (باب خیبر) (या बाब ए-ख़ैबर या बाब-ए-ख़ैबर) Naveed Hussain 22 January 2012 Express Tribune Retrieved 29 May 2014 एक स्मारकनुमा द्वारगाह है जो पाकिस्तान के फाटा(संध-शासित क़बाइली इलाक़े) सूबे में विख्यात ख़ैबर दर्रे के प्रवेश स्थान पर स्थित है। यह जमरूद के क़िले के पास, दक्षीण-पूर्व की ओर जी॰टी॰ रोड(तेरख़म राजमार्ग वाले हिस्से) पर पेशावर से तक़रीबन 20 कि॰मी॰ की दूरी पर जमरूद कस्बे में स्थित है। .

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बाबुल सुप्रियो

बाबुल सुप्रियो भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट से भारतीय जनता पार्टी की ओर से भाग लिया। .

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बामाक्षेपा

बामाक्षेपा (१८३७-१९११) पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला में अबस्थित तारापीठ के एक सिद्ध तांत्रिक संन्यासी हें | एसा माना जाता हे की माँ तारा देवी ने उन्हें प्रत्ख्य दर्शन दान दिया था | निगमानन्द उनके तन्त्र शिस्य थे | श्रेणी:बंगाली लोग श्रेणी:हिन्दू गुरु श्रेणी:भारतीय संत.

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बारासाट लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

बारासाट लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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बारोवारी

बारोवारी (बंगाली: বারোয়ারি) पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में त्योहारों के अवसर पर जनता से एकत्रित किए गए चंदे के साथ आयोजित सामूहिक पूजा और उत्सव को कहते हैं। दुर्गा पूजा के दिनों में बंगाल-भर में कई मोहल्लों में बारोवारियाँ संगठित होती हैं। .

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बाल पोषाहार के आधार पर भारत के राज्यों की सूची

भारत के राज्यों यह सूची बाल पूरक पोषण कार्यक्रम के प्रभावी कवरेज की स्थिति के आधार पर है। इस सूची के आँकड़े योजना आयोग द्वारा प्रकाशित 2011 समेकित बाल विकास सेवा मूल्यांकन रिपोर्ट से लिए गए हैं। .

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बालूचरी साड़ी

बालूचरी साड़ियां पश्चिम बंगाल के विष्णुपुर व मुर्शिदाबाद में बनती हैं। सन् १९६५ से बनारस में भी बालूचरी साड़ियों का निर्माण होने लगा। ये भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में मशहूर हैं। इन साड़ियों पर महाभारत व रामायण के दृश्यों के अलावा कई अन्य दृश्य कढ़ाई के जरिए उकेरे जाते हैं। देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी इन साड़ियों ने अपनी अलग पहचान कायम की है। एक बालूचरी साड़ी बनाने में कम से कम एक सप्ताह का वक्त लगता है। दो लोग मिल कर इसे बनाते हैं। .

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बाली, हावड़ा

बाली, उत्तर हावड़ा का एक क्षेत्र है। यह कोलकाता महानगर विकास प्राधिकरण के अधीन आता है।बाली नगर पूर्व बाली नगर पालिका का मुख्यालय भी था। यह ऐतिहासिक महत्व के एक शहर है।यह नगर हुगली के तट पर, हावड़ा जिले के उत्तर-पूर्वी छोर पर स्थित है। यह दक्षिणेश्वर काली मंदिर से नदी के दूसरे छोर पर विष्वप्रसिद्ध बेलूर मठ के निकट स्थित है। .

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बाहुन

बाहुन नेपाल के पहाडी खस समुदायके ब्राह्मण एवम् पुजारी जाति है। ये नेपालके दुस्रे सर्वाधिक जनसंख्या वाले समुदाय है। नेपाली साहित्यमे इस जातिके जोडदार योगदान है। नेपाली राजनीतिमे इस जातिके योगदान है। नेपाली खोजकर्ता एवम् इतिहासकार डोरबहादुर विष्ट और सूर्यमणि अधिकारीके अनुसार ये जाति अन्य खस जाति जैसे नेपालके पश्चिमी कर्णाली इलाकाके विभिन्न गाउँसे उत्पत्ति हुए है। ये हिन्द-आर्य भाषा परिवार के नेपाली भाषा बोल्ते है। .

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बागडोगरा विमानक्षेत्र

बागडोगरा विमानक्षेत्र (बांग्ला: বাগডোগরা বিমান বন্দর; नेपाली: बाघदोग्रा विमानस्थल) पश्चिम बंगाल के दार्जीलिंग जिला के सिलिगुड़ी शहर के निकट बागडोगरा नामक स्थान पर में स्थित है। इसका ICAO कोडहै VEBD और IATA कोड है IXB। यह एक सैन्य हवाई अड्डा है। यहां कस्टम्स विभाग उपस्थित नहीं है। इसका रनवे पेव्ड है। इसकी प्रणाली यांत्रिक नहीं है। इसकी उड़ान पट्टी की लंबाई 9000 फी.

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बांग्ला शब्दभण्डार

बांग्ला भाषा का शब्दभण्डार का मूल एवं आदि उत्स पालि एवं प्राकृत भाषाएँ हैं। बाद में बांग्ला भाषा में संस्कृत, फारसी, अरबी एवं विभिन्न भाषाओं से शब्द लिए गये। .

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बांग्लादेश

बांग्लादेश गणतन्त्र (बांग्ला) ("गणप्रजातन्त्री बांग्लादेश") दक्षिण जंबूद्वीप का एक राष्ट्र है। देश की उत्तर, पूर्व और पश्चिम सीमाएँ भारत और दक्षिणपूर्व सीमा म्यान्मार देशों से मिलती है; दक्षिण में बंगाल की खाड़ी है। बांग्लादेश और भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल एक बांग्लाभाषी अंचल, बंगाल हैं, जिसका ऐतिहासिक नाम “বঙ্গ” बंग या “বাংলা” बांग्ला है। इसकी सीमारेखा उस समय निर्धारित हुई जब 1947 में भारत के विभाजन के समय इसे पूर्वी पाकिस्तान के नाम से पाकिस्तान का पूर्वी भाग घोषित किया गया। पूर्व और पश्चिम पाकिस्तान के मध्य लगभग 1600 किमी (1000 मील) की भौगोलिक दूरी थी। पाकिस्तान के दोनों भागों की जनता का धर्म (इस्लाम) एक था, पर उनके बीच जाति और भाषागत काफ़ी दूरियाँ थीं। पश्चिम पाकिस्तान की तत्कालीन सरकार के अन्याय के विरुद्ध 1971 में भारत के सहयोग से एक रक्तरंजित युद्ध के बाद स्वाधीन राष्ट्र बांग्लादेश का उदभव हुआ। स्वाधीनता के बाद बांग्लादेश के कुछ प्रारंभिक वर्ष राजनैतिक अस्थिरता से परिपूर्ण थे, देश में 13 राष्ट्रशासक बदले गए और 4 सैन्य बगावतें हुई। विश्व के सबसे जनबहुल देशों में बांग्लादेश का स्थान आठवां है। किन्तु क्षेत्रफल की दृष्टि से बांग्लादेश विश्व में 93वाँ है। फलस्वरूप बांग्लादेश विश्व की सबसे घनी आबादी वाले देशों में से एक है। मुसलमान- सघन जनसंख्या वाले देशों में बांग्लादेश का स्थान 4था है, जबकि बांग्लादेश के मुसलमानों की संख्या भारत के अल्पसंख्यक मुसलमानों की संख्या से कम है। गंगा-ब्रह्मपुत्र के मुहाने पर स्थित यह देश, प्रतिवर्ष मौसमी उत्पात का शिकार होता है और चक्रवात भी बहुत सामान्य हैं। बांग्लादेश दक्षिण एशियाई आंचलिक सहयोग संस्था, सार्क और बिम्सटेक का प्रतिष्ठित सदस्य है। यह ओआइसी और डी-8 का भी सदस्य है।.

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बांग्लादेश का इतिहास

बांग्लादेश में सभ्यता का इतिहास काफी पुराना रहा है। आज के भारत का अंधिकांश पूर्वी क्षेत्र कभी बंगाल के नाम से जाना जाता था। बौद्ध ग्रंथो के अनुसार इस क्षेत्र में आधुनिक सभ्यता की शुरुआत ७०० इसवी इसा पू.

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बांकुड़ा जिला

बाँकुड़ा भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एक प्रशासकीय जिला है। इसके पश्चिम में पुरुलिया, दक्षिण में मेदनीपुर, पूर्व एवं पूर्वोत्तर में हुगली एवं वर्द्धमान जिले स्थित हैं। छोटा नागपुर पठार की पूर्वी श्रेणी यहाँ फैली है। यहाँ की प्रमुख नदी दामोदर उत्तरी सीमा बनाती है। निम्न वार्षिक ताप लगभग २७°सें.

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बांकुरा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

बांकुरा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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बाउल

बाउल गायक ढोकन दास शान्ति निकेतन में एक बाउल गीत गायक दल बाउल पश्चिम बंगाल का प्रसिद्ध आध्यात्मिक लोक गीत है। बाउल एक विशेष लोकाचार और धर्ममत भी है। इस मत का जन्म बंगाल की माटी में हुआ है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोक नृत्य.

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बाङ्ला भाषा

बाङ्ला भाषा अथवा बंगाली भाषा (बाङ्ला लिपि में: বাংলা ভাষা / बाङ्ला), बांग्लादेश और भारत के पश्चिम बंगाल और उत्तर-पूर्वी भारत के त्रिपुरा तथा असम राज्यों के कुछ प्रान्तों में बोली जानेवाली एक प्रमुख भाषा है। भाषाई परिवार की दृष्टि से यह हिन्द यूरोपीय भाषा परिवार का सदस्य है। इस परिवार की अन्य प्रमुख भाषाओं में हिन्दी, नेपाली, पंजाबी, गुजराती, असमिया, ओड़िया, मैथिली इत्यादी भाषाएँ हैं। बंगाली बोलने वालों की सँख्या लगभग २३ करोड़ है और यह विश्व की छठी सबसे बड़ी भाषा है। इसके बोलने वाले बांग्लादेश और भारत के अलावा विश्व के बहुत से अन्य देशों में भी फ़ैले हैं। .

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बिदिता बाग़

बिदिता बाग़ (Bidita Bag) (जन्म;३० सितम्बर १९९१) एक भारतीय प्रोफेशनल अभिनेत्री है जिनका जन्म पश्चिम बंगाल के हावड़ा,संतरागाछी में हुआ था। इन्होंने मुख्य रूप से बंगाली भाषा में अभिनय किया है साथ ही कई विज्ञापनों में भी कार्य किया है। बिदिता बाग़ नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी के साथ बाबूमोशाय बंदूकबाज़ फिल्म में नजर आएंगी। .

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बिधान चन्द्र कृषि विश्वविद्यालय

बिधान चन्द्र कृषि विश्वविद्यालय (BCKV) पश्चिम बंगाल का एक कृषि विश्वविद्यालय है। यह कृषि, उद्यानिकी, कृषि इंजीनियरी आदि के क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्रदान करती है। यह नदिया जिले के कल्याणी तहसील के हरिनघाट के मोहनपुर में स्थित है। .

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बिधान चंद्र रॉय

डॉ॰ बिधान चंद्र राय (जुलाई १, १८८२ - जुलाई १, १९६२) चिकित्सक तथा स्वतंत्रता सेनानी थे। वे पश्चिम बंगाल के द्वितीय मुख्यमंत्री थे, १४ जनवरी १९४८ से उनकी म्रत्यु तक १४ वर्ष तक वे इस पद पर थे। उनके जन्मदिन १ जुलाई को भारत मे 'चिकित्सक दिवस' के रूप मे मनाया जाता है। उन्हे वर्ष १९६१ में भारत रत्न से सम्मनित किया गया। बिधान चंद्र के पूर्वज बंगाल के राजघराने से सम्बंधित थे और उन्होंने मुग़लों का जमकर मुकाबला किया डॉ बिधान चंद्र राय,कायस्थ महाराजा प्रतापदित्य के वंशज थे। .

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बिधाननगर

बिधाननगर भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक सुनियोजित शहर है। इसका विकाश १९५८ से १९६५ के बीच कोलकाता के जनसंख्या बोझ को कम करने के लिए हुआ। इसका नामकरण प्रदेश के मुख्य मंत्री एवं प्रसिद्ध चिकित्सक डाक्टर बिधान चन्द्र राय के सम्मान में किया गया है। वर्तमान में यह सूचना एवं प्रोद्योगिकी का एक प्रमुख केन्द्र है। श्रेणी:कोलकाता.

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बिनय शुषन घोष

बिनय शुषन घोष को प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९७२ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:१९७२ पद्म भूषण.

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बिरसा मुंडा

बिरसा मुंडा 19वीं सदी के एक प्रमुख आदिवासी जननायक थे। उनके नेतृत्‍व में मुंडा आदिवासियों ने 19वीं सदी के आखिरी वर्षों में मुंडाओं के महान आन्दोलन उलगुलान को अंजाम दिया। बिरसा को मुंडा समाज के लोग भगवान के रूप में पूजते हैं। .

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बिर्ख खड़का डुबर्सेली

बिर्ख खड़का डुबर्सेली का जन्म 1 अक्तूवर 1954 को कटलगुड़ी, जलपाईगुड़ी (डुवर्स) पश्चिम बंगाल में हुआ था। ये हिन्दी और नेपाली के समानान्तर लेखक व अनुवादक हैं। .

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बिहार

बिहार भारत का एक राज्य है। बिहार की राजधानी पटना है। बिहार के उत्तर में नेपाल, पूर्व में पश्चिम बंगाल, पश्चिम में उत्तर प्रदेश और दक्षिण में झारखण्ड स्थित है। बिहार नाम का प्रादुर्भाव बौद्ध सन्यासियों के ठहरने के स्थान विहार शब्द से हुआ, जिसे विहार के स्थान पर इसके अपभ्रंश रूप बिहार से संबोधित किया जाता है। यह क्षेत्र गंगा नदी तथा उसकी सहायक नदियों के उपजाऊ मैदानों में बसा है। प्राचीन काल के विशाल साम्राज्यों का गढ़ रहा यह प्रदेश, वर्तमान में देश की अर्थव्यवस्था के सबसे पिछड़े योगदाताओं में से एक बनकर रह गया है। .

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बिहार में यातायात

यह लेख बिहार राज्य की सार्वजनिक और निजी परिवहन प्रणाली के बारे में है। .

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बिकाश रंजन भट्टाचार्य

बिकाश रंजन भट्टाचार्य भारत के पश्चिम बंगाल प्रांत की राजधानी कोलकाता के वर्तमान मेयर हैं। श्रेणी:कोलकाता.

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बज बज

बज बज (बंगाली: বজ বজ बोज बोज), भारत के राज्य पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले का एक नगर और नगर पालिका है। यह कोलकाता महानगर विकास प्राधिकरण के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत आता है। .

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बंधन बैंक

बंधन बैंक भारत की एक बैंकिंग एवं वित्तीय सेवा कम्पनी है जिसका मुख्यालय कोलकाता में है। दिनांक २३ अगस्त २०१५ को पश्चिम बंगाल में बंधन फाइनेंशियल सर्विसेज ने "बंधन बैंक " नाम का पूर्ण बैंक शुरू कर दिया। यह भारत का नया पूर्ण बैंक है। जून माह में भारतीय रिजर्व बैंक ने माइक्रो संस्थान बंधन को पूर्ण वाणिज्यिक बैंक आरम्भ करने की स्वीकृत दी थी। .

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बंगाल

बंगाल (बांग्ला: বঙ্গ बॉंगो, বাংলা बांला, বঙ্গদেশ बॉंगोदेश या বাংলাদেশ बांलादेश, संस्कृत: अंग, वंग) उत्तरपूर्वी दक्षिण एशिया में एक क्षेत्र है। आज बंगाल एक स्वाधीन राष्ट्र, बांग्लादेश (पूर्वी बंगाल) और भारतीय संघीय प्रजातन्त्र का अंगभूत राज्य पश्चिम बंगाल के बीच में सहभाजी है, यद्यपि पहले बंगाली राज्य (स्थानीय राज्य का ढंग और ब्रिटिश के समय में) के कुछ क्षेत्र अब पड़ोसी भारतीय राज्य बिहार, त्रिपुरा और उड़ीसा में है। बंगाल में बहुमत में बंगाली लोग रहते हैं। इनकी मातृभाषा बांग्ला है। .

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बंगाल प्रेसीडेंसी

बंगाल प्रेसीडेंसी ब्रिटिश भारत का एक उपनिवेशित क्षेत्र था; यह क्षेत्र अविभाजित बंगाल से बना था। बंगाल के ये क्षेत्र आज बांग्लादेश और भारत के निम्न राज्यों में विभाजित हैं.

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बंगाल बाघ

बंगाल बाघ, या रॉयल बंगाल टाइगर, बाघ की आठ बड़ी प्रजातियों में से एक है, जो कि भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में पाई जाती है। बंगाल के शेर, या रॉयल बंगाल बाघ (Panthera tigris tigris, पहले Panthera tigris bengalensis), भारत, बांग्लादेश, नेपाल और भूटान को बाघ देशी की एक उप है। बंगाल बाघ सबसे बाघ प्रजाति के कई है - भारत में 1411 में अनुमानित जनसंख्या, 200 बांग्लादेश में, नेपाल में और 155 67-81 भूटान के साथ. बंगाल उप पी.

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बंगाल का विभाजन (1905)

पूर्वी बंगाल और असम प्रांत के मानचित्र बंगाल विभाजन के निर्णय की घोषणा 19 जुलाई 1905 को भारत के तत्कालीन वाइसराय लॉर्ड कर्ज़न द्वारा की गयी थी। विभाजन 16 अक्टूबर 1905 से प्रभावी हुआ। विभाजन के कारण उत्पन्न उच्च स्तरीय राजनीतिक अशांति के कारण 1911 में दोनो तरफ की भारतीय जनता के दबाव की वजह से बंगाल के पूर्वी एवं पश्चिमी हिस्से पुनः एक हो गए। .

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बंगाल की खाड़ी

बंगाल की खाड़ी विश्व की सबसे बड़ी खाड़ी है और हिंद महासागर का पूर्वोत्तर भाग है। यह मोटे रूप में त्रिभुजाकार खाड़ी है जो पश्चिमी ओर से अधिकांशतः भारत एवं शेष श्रीलंका, उत्तर से बांग्लादेश एवं पूर्वी ओर से बर्मा (म्यांमार) तथा अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह से घिरी है। बंगाल की खाड़ी का क्षेत्रफल 2,172,000 किमी² है। प्राचीन हिन्दू ग्रन्थों के अन्सुआर इसे महोदधि कहा जाता था। बंगाल की खाड़ी 2,172,000 किमी² के क्षेत्रफ़ल में विस्तृत है, जिसमें सबसे बड़ी नदी गंगा तथा उसकी सहायक पद्मा एवं हुगली, ब्रह्मपुत्र एवं उसकी सहायक नदी जमुना एवं मेघना के अलावा अन्य नदियाँ जैसे इरावती, गोदावरी, महानदी, कृष्णा, कावेरी आदि नदियां सागर से संगम करती हैं। इसमें स्थित मुख्य बंदरगाहों में चेन्नई, चटगाँव, कोलकाता, मोंगला, पारादीप, तूतीकोरिन, विशाखापट्टनम एवं यानगॉन हैं। .

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बंगाल अभियांत्रिकी एवं विज्ञान विश्वविद्यालय, शिबपुर

बंगाल अभियांत्रिकी एवं विज्ञान विश्वविद्यालय, शिबपुर पश्चिम बंगाल का एक विश्वविद्यालय है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के विश्वविद्यालय.

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बंगाली थियेटर

बांग्ला रंगमंच मुख्य रूप से बंगाली भाषा में थिएटर को कहते हैं। बंगाली थिएटर मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल, और बांग्लादेश में चलता है। शब्द कुछ हिंदी थियेटरों का उल्लेख करने के लिए भी हो सकता है जो बंगाली लोगों को स्वीकार हों। बांग्ला रंगमंच का मूल ब्रिटिश भारत है। यह 19 वीं सदी के आरंभ में निजी मनोरंजन के रूप में शुरू हुआ।Kundu, Pranay K. Development of Stage and Theatre Music in Bengal. आजादी के पूर्व बंगाली थिएटर ने ब्रिटिश राज के प्रति नापसंदगी प्रकट करने में एक निर्णायक भूमिका निभाई। 1947 में भारत की आजादी के बाद, वामपंथी आंदोलनों ने पश्चिम बंगाल में सामाजिक जागरूकता के एक उपकरण के  रूप में थिएटर को इस्तेमाल किया। इस ने कला के इस रूप में कुछ अनूठी विशेषताओं को जोड़ा जिस का अभी भी मजबूत प्रभाव पड़ता है। यह समूह खुद को वाणिज्यिक बंगाली रंगमंच से वैचारिक रूप से अलग स्थापत करते हैं। [प्रशस्ति पत्र की जरूरत] .

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बक्सर का युद्ध

बक्सर का युद्ध २२ अक्टूबर १७६४ में बक्सर नगर के आसपास ईस्ट इंडिया कंपनी के हैक्टर मुनरो और मुगल तथा नबाबों की सेनाओं के बीच लड़ा गया था। बंगाल के नबाब मीर कासिम, अवध के नबाब शुजाउद्दौला, तथा मुगल बादशाह शाह आलम द्वितीय की संयुक्त सेना अंग्रेज कंपनी से लड़ रही थी। लड़ाई में अंग्रेजों की जीत हुई और इसके परिणामस्वरूप पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उड़ीसा और बांग्लादेश का दीवानी और राजस्व अधिकार अंग्रेज कंपनी के हाथ चला गया। .

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बुद्धदेव बोस

बुद्धदेव बोस को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९७० में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से थे। श्रेणी:१९७० पद्म भूषण श्रेणी:1908 में जन्मे लोग श्रेणी:१९७४ में निधन.

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ब्रिटिश राज

ब्रिटिश राज 1858 और 1947 के बीच भारतीय उपमहाद्वीप पर ब्रिटिश द्वारा शासन था। क्षेत्र जो सीधे ब्रिटेन के नियंत्रण में था जिसे आम तौर पर समकालीन उपयोग में "इंडिया" कहा जाता था‌- उसमें वो क्षेत्र शामिल थे जिन पर ब्रिटेन का सीधा प्रशासन था (समकालीन, "ब्रिटिश इंडिया") और वो रियासतें जिन पर व्यक्तिगत शासक राज करते थे पर उन पर ब्रिटिश क्राउन की सर्वोपरिता थी। .

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ब्लैक-रम्प्ड फ्लेमबैक

ब्लैक-रम्प्ड फ्लेमबैक अथवा लेस्सर गोल्डेन-बैक्ड कठफोड़वा (डाईनोपियम बेंग्हालेंस) दक्षिण-एशिया में विस्तृत रूप से पाया जाने वाला कठफोड़वा है। यह शहरी क्षेत्रों में पाए जाने वाले कुछ कठफोड़वों में से एक है। यह काली गर्दन तथा काली दुम वाला एकमात्र सुनहरी पीठ वाला कठफोड़वा है। .

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बैरकपुर

बैरकपुर भारत के पश्चिम बंगाल का एक प्रमुख शहर है। यह भारत में पश्चिमी बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में हुगली नदी के पूर्वी किनारे पर स्थित नगर है। यह उत्तरी एवं दक्षिणी दो भागों में बँटा है। सेना की टुकड़ियों के निवास के कारण इसका नाम 'बैरकपुर' पड़ा यहाँ के आदि निवासी इसे चानक (Chanak) कहते हैं। प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का, जिसे अंग्रेज इंडियन म्यूटिनी कहते हैं, सूत्रपात इसी स्थान से हुआ था, जब मंगल पांडेय नामक सैनिक ने गाय और सूअर की चर्बी लगे कारतूसों के प्रयोग के विरोध में अंग्रेज अफसरों पर 29 मार्च 1857 ई. को गोली चलाई। यहाँ इस समय भी एक राइफल फैक्ट्री है। 13 अगस्त 2016 को स्मार्ट गंगा शहर कार्यक्रम के तहत कुल 10 शहरों का चयन किया गया है। यह शहर है: हरिद्वार, ऋषिकेश, मथुरा, वाराणसी, कानपुर, इलाहाबाद, लखनऊ, पटना, साहिबगंज और बैरकपुर। इस कार्यक्रम के तहत चुनिंदा शहरों के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट व जल निकासी में जनभागीदारी के साथ सुधार जाएगा.

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बैरकपुर एयर फ़ोर्स स्टेशन

बैरकपुर एयर फ़ोर्स स्टेशन (Barrackpore Air Force Station/ব্যরাকপুর এয়ার ফোর্স স্টেশন) अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन विमानक्षेत्र कोड (ICAO कोड) VEBR है। एक भारतीय वायु सेना का एयर फॉर स्टेशन है जो भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के बैरकपुर क्षेत्र में स्थित है। इसका संचालन भारतीय वायु सेना करती है। .

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बैरकपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

बैरकपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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बैसाखी

बैसाखी नाम वैशाख से बना है। पंजाब और हरियाणा के किसान सर्दियों की फसल काट लेने के बाद नए साल की खुशियाँ मनाते हैं। इसीलिए बैसाखी पंजाब और आसपास के प्रदेशों का सबसे बड़ा त्योहार है। यह रबी की फसल के पकने की खुशी का प्रतीक है। इसी दिन, 13 अप्रैल 1699 को दसवें गुरु गोविंद सिंहजी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। सिख इस त्योहार को सामूहिक जन्मदिवस के रूप में मनाते हैं। .

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बेयर ग्रिल्स

एडवर्ड माइकल ग्रिल्स, उपनाम बेयर, (जन्म 7 जून 1974) एक ब्रिटिश साहसकर्मी, लेखक और टेलीविज़न प्रस्तोता हैं। वे अपनी टेलीविज़न श्रृंखला बॉर्न सरवाइवर के लिए विशेष रूप से जाने जाते हैं, जिसे संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में मैन वर्सस वाइल्ड के रूप में जाना जाता है। वे माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाले ब्रिटेन के सबसे युवा लोगों में से एक हैं, जो उपलब्धि उन्होंने 23 साल की उम्र में हासिल की। जुलाई 2009 में ग्रिल्स, 35 साल की उम्र में चीफ़ स्काउट के पद पर नियुक्त होने वाले सबसे युवा व्यक्ति थे। .

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बेरोज़गारी की दर के आधार पर भारत के राज्यों की सूची

यह सूची भारत के प्रमुख राज्यों को बेरोज़गारी दर के आधार पर सूचीबद्ध करती है। यह सूची भारत सरकार के सांख्यिकी व कार्यक्रम कार्यान्वयन मन्त्रालय के राष्ट्रीय सेवा योजना (ऍन०ऍस०ऍस०) प्रतिवेदन से संकलित है। कुछ पूर्वोत्तर राज्यों और अन्य छोटे राज्यों के आँकड़े अनुपलब्ध हैं। .

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बेलुड़

बेलुड़ (बांग्ला: বেলুড় / बेलुड़) पश्चिम बंगाल में हावड़ा के निकट स्थित एक नगर है। यह हावड़ा जिले में हुगली नदी के पश्चिमी किनारे पर स्थित है। पहले यह बाली नगरपालिका के अन्तर्गत आता था और कोलकाता महानगरपालिका का भाग था। अब बाली सहित यह हावड़ा नगरपालिका के अन्तर्गत आता है।http://www.onefivenine.com/india/villages/Kolkata/Kolkata/Belur-Math-Howrah बेलुड़ को मुख्यतः बेलुड़ मठ के लिए जाना जाता है, जोकि, रामकृष्ण मिशन का वैश्विक मुख्यालय है। यह जगह विवेकानंद की कर्म अष्टालि रही है जो विश्व विख्यात है।https://belurmath.org/about-us/ .

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बेलुड़ मठ

मठ में स्थित मुख्य मन्दिर (रामकृष्ण मन्दिर) बेलूड़ मठ के मूल मन्दिर में रामकृष्ण परमहंस की संगमरमर की मूर्ति बेलुड़ मठ भारत के पश्चिम बंगाल में हुगली नदी के पश्चिमी तट पर बेलूड़ में स्थित है। यह रामकृष्ण मिशन और रामकृष्ण मठ का मुख्यालय है। इस मठ के भवनों की वास्तु में हिन्दू, इसाई तथा इस्लामी तत्वों का सम्मिश्रण है जो धर्मो की एकता का प्रतीक है। इसकी स्थापना १८९७ में स्वामी विवेकानन्द ने की थी। .

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बेलूर

बेलूर (ಬೇಲೂರು, या बेलुरु) कर्नाटक राज्य के हसन जिलाहसन जिले का एक कस्बा है। बेलूर को मुख्यतः मन्दिर और शिल्प कला का दर्शन कराने वाले स्थान के रूप में जाना जाता है। हैलेबिडु के साथ जुड़वा नगर कही जाने वाली यह जगह तीन शताब्दियों तक (११वीं शताब्दी के मध्य से १४वीं शताब्दी के मध्य तक) होयसल वंश का गढ़ था। बेलूर-हेलिबिड की स्थापना जन अनुयायी नृपा कामा ने की थी। लेकिन इसे वास्तविक प्रसिद्धि होयसला वंश के शासन काल में बने मंदिरों के लिए मिली। होयसला शासक कला और शिल्प के संरक्षक थे। बेलूर और हेलिबिड में इन्होंने भव्य मंदिरों का निर्माण कराया जो आज भी उसी शान से खड़े हैं। .

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बेलूर (बहुविकल्पी)

बेलूर का बोध इनमें से किसी एक से हो सकता है: .

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बोड़ो लोग

बोड़ो (असमिया: বড়ো/बड़ो) पूर्वोत्तर भारत के असम राज्य के मूल निवासी हैं और भारत की एक महत्वपूर्ण जनजाति हैं। बोड़ो समुदाय स्वयं एक बृहत बोड़ो-कछारी समुदाय का हिस्सा माने जाते हैं। सन् २०११ की भारतीय राष्ट्रीय जनगणना में लगभग २० लाख भारतीयों ने स्वयं को बोड़ो बताया था जिसके अनुसार वे असम की कुल आबादी के ५.५% हैं। भारतीय संविधान की छठी धारा के तहत वे एक अनुसूचित जनजाति हैं। बोड़ो लोगों की मातृभाषा भी बोड़ो भाषा कहलाती है, जो एक ब्रह्मपुत्री भाषा है। ब्रह्मपुत्री भाषाएँ तिब्बती-बर्मी भाषा-परिवार की एक शाखा है। धार्मिक दृष्टि से २००१ की जनगणना में लगभग ९०% प्रतिशत बोड़ो हिन्दू थे।, pp.

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बोलपुर पश्चिम बंगाल

बोलपुर भारत में पश्चिमी बंगाल राज्य के बीरभूम जिले में, हाबड़ा से १४५ किमी उत्तरपश्चिम की ओर एक नगर है। स्थिति: 23 डिग्री 40 मिनट उ.अ. तथा 87 डिग्री 42 मिनट पू.

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बोलपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

बोलपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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बोसी सेन

बोसी सेन को विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में सन १९५७ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९५७ पद्म भूषण.

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बीरचंद महतो

श्री बीरचंद महतो भारत के चौदहवीं लोकसभा में फारवर्ड ब्लाक के सांसद हैं एवं संसद में पश्चिम बंगाल के पुरुलिया लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। श्रेणी:सांसद श्रेणी:पुरुलिया श्रेणी:पश्चिम बंगाल श्रेणी:व्यक्तिगत जीवन.

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बीरपाड़ा

बीरपाड़ा, पश्चिम बंगाल के अलीपुर दुआर जिले का एक छोटा सा व्यावसायिक नगर है। यह यहाँ के चाय बगानों के यातायात और व्यापार का केन्द्र है। .

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बीरभूम लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

बीरभूम लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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बीरभूम जिला

बीरभूम भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एक प्रशासकीय जिला है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के जिले.

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बीस सरकार

बीस सरकार (Beas Sarkar)(जन्म;२३ दिसम्बर १९७९) एक भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी है। इन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलती है और घरेलू क्रिकेट पश्चिम बंगाल की ओर से खेलती है। ये दाहिने हाथ से बल्लेबाजी और दाहिने ही हाथ से मध्यम तेज गति से गेंदबाजी करती है और इन्होंने भारत के लिए कुल एक एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला है। .

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बीकानेरी भुजिया

बीकानेरी भुजिया यह राजस्थान के बीकानेर के नाम से जुड़ी हुई है। यह एक बेसन के बारीक सेव या जवे जैसे बनाकर खाद्य तेल में तले जाने पर बनती है। इसमें बेसन के अलावा मूंग, मोठ मटर आदि के आटे भी मिलाए जाते हैं। साथ ही कई मसाले भी डाले जाते हैं। यह सिर्फ बीकानेर ही नहीं बल्कि राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार तथा पश्चिम बंगाल में भी बहुत लोकप्रिय है। .

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भारत

भारत (आधिकारिक नाम: भारत गणराज्य, Republic of India) दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है। पूर्ण रूप से उत्तरी गोलार्ध में स्थित भारत, भौगोलिक दृष्टि से विश्व में सातवाँ सबसे बड़ा और जनसंख्या के दृष्टिकोण से दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत के पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर-पूर्व में चीन, नेपाल और भूटान, पूर्व में बांग्लादेश और म्यान्मार स्थित हैं। हिन्द महासागर में इसके दक्षिण पश्चिम में मालदीव, दक्षिण में श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व में इंडोनेशिया से भारत की सामुद्रिक सीमा लगती है। इसके उत्तर की भौतिक सीमा हिमालय पर्वत से और दक्षिण में हिन्द महासागर से लगी हुई है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी है तथा पश्चिम में अरब सागर हैं। प्राचीन सिन्धु घाटी सभ्यता, व्यापार मार्गों और बड़े-बड़े साम्राज्यों का विकास-स्थान रहे भारतीय उपमहाद्वीप को इसके सांस्कृतिक और आर्थिक सफलता के लंबे इतिहास के लिये जाना जाता रहा है। चार प्रमुख संप्रदायों: हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख धर्मों का यहां उदय हुआ, पारसी, यहूदी, ईसाई, और मुस्लिम धर्म प्रथम सहस्राब्दी में यहां पहुचे और यहां की विविध संस्कृति को नया रूप दिया। क्रमिक विजयों के परिणामस्वरूप ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कंपनी ने १८वीं और १९वीं सदी में भारत के ज़्यादतर हिस्सों को अपने राज्य में मिला लिया। १८५७ के विफल विद्रोह के बाद भारत के प्रशासन का भार ब्रिटिश सरकार ने अपने ऊपर ले लिया। ब्रिटिश भारत के रूप में ब्रिटिश साम्राज्य के प्रमुख अंग भारत ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में एक लम्बे और मुख्य रूप से अहिंसक स्वतन्त्रता संग्राम के बाद १५ अगस्त १९४७ को आज़ादी पाई। १९५० में लागू हुए नये संविधान में इसे सार्वजनिक वयस्क मताधिकार के आधार पर स्थापित संवैधानिक लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित कर दिया गया और युनाईटेड किंगडम की तर्ज़ पर वेस्टमिंस्टर शैली की संसदीय सरकार स्थापित की गयी। एक संघीय राष्ट्र, भारत को २९ राज्यों और ७ संघ शासित प्रदेशों में गठित किया गया है। लम्बे समय तक समाजवादी आर्थिक नीतियों का पालन करने के बाद 1991 के पश्चात् भारत ने उदारीकरण और वैश्वीकरण की नयी नीतियों के आधार पर सार्थक आर्थिक और सामाजिक प्रगति की है। ३३ लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ भारत भौगोलिक क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा राष्ट्र है। वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था क्रय शक्ति समता के आधार पर विश्व की तीसरी और मानक मूल्यों के आधार पर विश्व की दसवीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था है। १९९१ के बाज़ार-आधारित सुधारों के बाद भारत विश्व की सबसे तेज़ विकसित होती बड़ी अर्थ-व्यवस्थाओं में से एक हो गया है और इसे एक नव-औद्योगिकृत राष्ट्र माना जाता है। परंतु भारत के सामने अभी भी गरीबी, भ्रष्टाचार, कुपोषण, अपर्याप्त सार्वजनिक स्वास्थ्य-सेवा और आतंकवाद की चुनौतियां हैं। आज भारत एक विविध, बहुभाषी, और बहु-जातीय समाज है और भारतीय सेना एक क्षेत्रीय शक्ति है। .

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भारत में दशलक्ष-अधिक शहरी संकुलनों की सूची

भारत दक्षिण एशिया में एक देश है। भौगोलिक क्षेत्र के अनुसार, वह सातवाँ सबसे बड़ा देश है, और १.२ अरब से अधिक लोगों के साथ, वह दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है। भारत में उनतीस राज्य और सात संघ राज्यक्षेत्र हैं। वह विश्व की जनसंख्या के १७.५ प्रतिशत का घर हैं। .

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भारत में धर्म

तवांग में गौतम बुद्ध की एक प्रतिमा. बैंगलोर में शिव की एक प्रतिमा. कर्नाटक में जैन ईश्वरदूत (या जिन) बाहुबली की एक प्रतिमा. 2 में स्थित, भारत, दिल्ली में एक लोकप्रिय पूजा के बहाई हॉउस. भारत एक ऐसा देश है जहां धार्मिक विविधता और धार्मिक सहिष्णुता को कानून तथा समाज, दोनों द्वारा मान्यता प्रदान की गयी है। भारत के पूर्ण इतिहास के दौरान धर्म का यहां की संस्कृति में एक महत्त्वपूर्ण स्थान रहा है। भारत विश्व की चार प्रमुख धार्मिक परम्पराओं का जन्मस्थान है - हिंदू धर्म, जैन धर्म, बौद्ध धर्म तथा सिक्ख धर्म.

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भारत में पर्यटन

हर साल, 3 मिलियन से अधिक पर्यटक आगरा में ताज महल देखने आते हैं। भारत में पर्यटन सबसे बड़ा सेवा उद्योग है, जहां इसका राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 6.23% और भारत के कुल रोज़गार में 8.78% योगदान है। भारत में वार्षिक तौर पर 5 मिलियन विदेशी पर्यटकों का आगमन और 562 मिलियन घरेलू पर्यटकों द्वारा भ्रमण परिलक्षित होता है। 2008 में भारत के पर्यटन उद्योग ने लगभग US$100 बिलियन जनित किया और 2018 तक 9.4% की वार्षिक वृद्धि दर के साथ, इसके US$275.5 बिलियन तक बढ़ने की उम्मीद है। भारत में पर्यटन के विकास और उसे बढ़ावा देने के लिए पर्यटन मंत्रालय नोडल एजेंसी है और "अतुल्य भारत" अभियान की देख-रेख करता है। विश्व यात्रा और पर्यटन परिषद के अनुसार, भारत, सर्वाधिक 10 वर्षीय विकास क्षमता के साथ, 2009-2018 से पर्यटन का आकर्षण केंद्र बन जाएगा.

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भारत में पवन ऊर्जा

भारत में पवन ऊर्जा का विकास 1990 के दशक में शुरू हुआ और पिछले कुछ वर्षों में इसमें काफी वृद्धि हुई है। हालांकि डेनमार्क, या अमेरिका की तुलना में अपेक्षाकृत नवागन्तुक के रूप में भारत में पवन ऊर्जा की स्थापित क्षमता दुनिया में पांचवें स्थान पर है। "विश्व पवन ऊर्जा रिपोर्ट 2008" रिपोर्ट यथा 31 अक्टूबर 2009, भारत में स्थापित पवन ऊर्जा की क्षमता 11806.69 मेगावाट थी, जो मुख्य रूप से तमिलनाडु (4900.765 मेगावाट) http://www.tn.gov.in/policynotes/pdf/energy.pdf, महाराष्ट्र (1945.25 मेगावाट), गुजरात (1580.61 मेगावाट), कर्नाटक (1350.23 मेगावाट) राजस्थान (745.5 मेगावाट), मध्य प्रदेश (212.8 मेगावाट), आन्ध्र प्रदेश (132.45 मेगावाट), केरल (46.5 मेगावाट), ओडिशा (2MW), पश्चिम बंगाल (1.1 मेगावाट) और अन्य राज्यों (3.20 मेगावाट) http://www.indianwindpower.com/installed_wind_capacity.php में फैली हुई थी। ऐसा अनुमान है कि 6,000 मेगावाट की अतिरिक्त पवन ऊर्जा को वर्ष 2012 तक भारत में स्थापित किया जाएगा। भारत में स्थापित कुल ऊर्जा क्षमता का 6% पवन ऊर्जा से प्राप्त होता है और देश की ऊर्जा का 1% इससे उत्पन्न होता है। http://www.peopleandplanet.net/doc.php?id.

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भारत में बौद्ध धर्म

भारत में बौद्ध धर्म से इनका उल्लेख होता हैं: भारत में बौद्ध धर्म का जन्म ईसा पूर्व 6वीं शताब्दी में हुआ था और तब से यह भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत का एक अभिन्न अंग बन गया है। वर्षों से, सम्पूर्ण भारत में हिन्दु और बौद्ध संस्कृतियों का एक अद्भुत मिलन होता आया है और भारत के आर्थिक उदय और सांस्कृतिक प्रभुत्व में बौद्धों ने महती भूमिका निभाई है। भारत में बौद्ध धर्म ईसा पूर्व 6वी शताब्धी से 8वी शताब्धी तक भारत में बौद्ध धर्म रहा। लेकिन देशी-विदेशी धर्मों के खून खराबे, हिंसक शक्ती से जुंजते हुए बौद्ध धर्म भारत में 12वी शताब्धी तक रहा और हिमालयीन प्रदशों के उपरांत अन्य राज्यों में नहीं के बराबर हो गया। .

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भारत में बौद्ध धर्म का इतिहास

भारत में बौद्ध धर्म का जन्म ईसा पूर्व 6वीं शताब्दी में हुआ था और तब से यह भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत का एक अभिन्न अंग बन गया है। वर्षों से, सम्पूर्ण भारत में हिन्दु और बौद्ध संस्कृतियों का एक अद्भुत मिलन होता आया है और भारत के आर्थिक उदय और सांस्कृतिक प्रभुत्व में बौद्धों ने महती भूमिका निभाई है। भारत में बौद्ध धर्म ईसा पूर्व 6वी शताब्धी से 8वी शताब्धी तक भारत में बौद्ध धर्म रहा। लेकिन देशी-विदेशी धर्मों के खून खराबे, हिंसक शक्ती से जुंजते हुए बौद्ध धर्म भारत में 12वी शताब्धी तक रहा और हिमालयीन प्रदशों के उपरांत अन्य राज्यों में नहीं के बराबर हो गया। 20वी शताब्धी के मध्य सन 1956 में आधुनिक भारत के निर्माता और बौद्ध विद्वान डॉ॰ भीमराव आंबेडकर द्वारा अपने लाखों अनुयायीओं के साथ बौद्ध धर्म अपनाकर बौद्ध धर्म को भारत पुनर्जीवीत किया। भीमराव आंबेडकर के प्रभाव से एक सर्वेक्षण के अनुसार सन 1959 तक देश के करीब 2 करोड़ लोगों ने बौद्ध धर्म को ग्रहण किया था। .

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भारत में मधुमक्खी पालन

भारत में मधुमक्खी पालन का प्राचीन वेद और बौद्ध ग्रंथों में उल्लेख किया गया हैं। मध्य प्रदेश में मध्यपाषाण काल की शिला चित्रकारी में मधु संग्रह गतिविधियों को दर्शाया गया हैं। हालांकि भारत में मधुमक्खी पालन की वैज्ञानिक पद्धतियां १९वीं सदी के अंत में ही शुरू हुईं, पर मधुमक्खियों को पालना और उनके युद्ध में इस्तेमाल करने के अभिलेख १९वीं शताब्दी की शुरुआत से देखे गए हैं। भारतीय स्वतंत्रता के बाद, विभिन्न ग्रामीण विकास कार्यक्रमों के माध्यम से मधुमक्खी पालन को प्रोत्साहित किया गया। मधुमक्खी की पाँच प्रजातियाँ भारत में पाई जाती हैं जो कि प्राकृतिक शहद और मोम उत्पादन के लिए व्यावसायिक रूप से महत्वपूर्ण हैं। .

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भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों की राजमार्ग संख्या अनुसार सूची

भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों की सूची इस प्रकार से है। इसे राज्य, राजमार्ग संख्या, कुल लंबाई इत्यादि किसी भी क्रम से चुना व छांटा जा सकता है। .

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भारत में रेल दुर्घटना

भारत का रेल तन्त्र दुनिया के सबसे बड़े तन्त्रों में से एक हैं। भारतीय रेलगाड़ियों में हर दिन सवा करोड़ से अधिक लोग यात्रा करते हैं। एक अनुमान के अनुसार देश में प्रति वर्ष औसतन ३०० छोटी-बड़ी रेल दुर्घटनाएँ होती हैं। भारत में वर्ष २००० से बाद घटित हुई रेल दुर्घटनाओं का घटनाक्रम इस प्रकार है:- .

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भारत में रेलवे स्टेशनों की सूची

शिकोहाबाद तहसील के ग्राम नगला भाट में श्री मुकुट सिंह यादव जो ग्राम पंचायत रूपसपुर से प्रधान भी रहे हैं उनके तीन पुत्र हैं गजेंद्र यादव नगेन्द्र यादव पुष्पेंद्र यादव प्रधान जी का जन्म सन १९५० में हुआ था उन्होंने अपना सारा जीवन ग़रीबों के लिए क़ुर्बान कर दिया था और वो ५ भाईओ में सबसे छोटे थे और अपने परिवार को बाँधे रखा ११ मार्च २०१५ को उनका देहावसान हो गया ! वो आज भी हमारे दिलों में ज़िंदा हैं इस लेख में भारत में रेलवे स्टेशनों की सूची है। भारत में रेलवे स्टेशनों की कुल संख्या 7,000 और 8,500 के बीच अनुमानित है। भारतीय रेलवे एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार देने के साथ दुनिया में चौथा सबसे बड़ा नियोक्ता है। सूची तस्वीर गैलरी निम्नानुसार है। .

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भारत में सर्वाधिक जनसंख्या वाले महानगरों की सूची

इस लेख में भारत के सर्वोच्च सौ महानगरीय क्षेत्रों की सूची (२००८ अनुसार) है। इन सौ महानगरों की संयुक्त जनसंख्या राष्ट्र की कुल जनसंख्या का सातवां भाग बनाती है। .

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भारत में संचार

भारतीय दूरसंचार उद्योग दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता दूरसंचार उद्योग है, जिसके पास अगस्त 2010http://www.trai.gov.in/WriteReadData/trai/upload/PressReleases/767/August_Press_release.pdf तक 706.37 मिलियन टेलीफोन (लैंडलाइन्स और मोबाइल) ग्राहक तथा 670.60 मिलियन मोबाइल फोन कनेक्शन्स हैं। वायरलेस कनेक्शन्स की संख्या के आधार पर यह दूरसंचार नेटवर्क मुहैया करने वाले देशों में चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारतीय मोबाइल ग्राहक आधार आकार में कारक के रूप में एक सौ से अधिक बढ़ी है, 2001 में देश में ग्राहकों की संख्या लगभग 5 मिलियन थी, जो अगस्त 2010 में बढ़कर 670.60 मिलियन हो गयी है। चूंकि दूरसंचार उद्योग दुनिया में तेजी से बढ़ रहा है, इसलिए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि 2013 तक भारत में 1.159 बिलियन मोबाइल उपभोक्ता हो जायेंगे.

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भारत में हिन्दू धर्म

हिन्दू धर्म भारत का सबसे बड़ा और मूल धार्मिक समूह है और भारत की 79.8% जनसंख्या (96.8 करोड़) इस धर्म की अनुयाई है। भारत में वैदिक संस्कृति का उद्गम २००० से १५०० ईसा पूर्व में हुआ था। जिसके फलस्वरूप हिन्दू धर्म को, वैदिक धर्म का क्रमानुयायी माना जाता है, जिसका भारतीय इतिहास पर गहन प्रभाव रहा है। स्वयं इण्डिया नाम भी यूनानी के Ἰνδία (इण्डस) से निकला है, जो स्वयं भी प्राचीन फ़ारसी शब्द हिन्दू से निकला, जो संस्कृत से सिन्धु से निकला, जो इस क्षेत्र में बहने वाली सिन्धु नदी के लिए प्रयुक्त किया गया था। भारत का एक अन्य प्रचलित नाम हिन्दुस्तान है, अर्थात "हिन्दुओं की भूमि"। .

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भारत में विमानक्षेत्रों की सूची

यह सूची भारत के विमानक्षेत्रों की है। भारत में विमानक्षेत्रों और बंदरगाहों को दर्शाता हुआ मानचित्र .

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भारत में विश्वविद्यालयों की सूची

यहाँ भारत में विश्वविद्यालयों की सूची दी गई है। भारत में सार्वजनिक और निजी, दोनों विश्वविद्यालय हैं जिनमें से कई भारत सरकार और राज्य सरकार द्वारा समर्थित हैं। इनके अलावा निजी विश्वविद्यालय भी मौजूद हैं, जो विभिन्न निकायों और समितियों द्वारा समर्थित हैं। शीर्ष दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालयों के तहत सूचीबद्ध विश्वविद्यालयों में से अधिकांश भारत में स्थित हैं। .

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भारत में इस्लाम

भारतीय गणतंत्र में हिन्दू धर्म के बाद इस्लाम दूसरा सर्वाधिक प्रचलित धर्म है, जो देश की जनसंख्या का 14.2% है (2011 की जनगणना के अनुसार 17.2 करोड़)। भारत में इस्लाम का आगमन करीब 7वीं शताब्दी में अरब के व्यापारियों के आने से हुआ था (629 ईसवी सन्‌) और तब से यह भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत का एक अभिन्न अंग बन गया है। वर्षों से, सम्पूर्ण भारत में हिन्दू और मुस्लिम संस्कृतियों का एक अद्भुत मिलन होता आया है और भारत के आर्थिक उदय और सांस्कृतिक प्रभुत्व में मुसलमानों ने महती भूमिका निभाई है। हालांकि कुछ इतिहासकार ये दावा करते हैं कि मुसलमानों के शासनकाल में हिंदुओं पर क्रूरता किए गए। मंदिरों को तोड़ा गया। जबरन धर्मपरिवर्तन करा कर मुसलमान बनाया गया। ऐसा भी कहा जाता है कि एक मुसलमान शासक टीपू शुल्तान खुद ये दावा करता था कि उसने चार लाख हिंदुओं का धर्म परिवर्तन करवाया था। न्यूयॉर्क टाइम्स, प्रकाशित: 11 दिसम्बर 1992 विश्व में भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां सरकार हज यात्रा के लिए विमान के किराया में सब्सिडी देती थी और २००७ के अनुसार प्रति यात्री 47454 खर्च करती थी। हालांकि 2018 से रियायत हटा ली गयी है। .

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भारत में कोयला-खनन

भारत में कोयले का उत्पादन भारत में कोयले के खनन का इतिहास बहुत पुराना है। ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कम्पनी ने १७७४ में दामोदर नदी के पश्चिमी किनारे पर रानीगंज में कोयले का वाणिज्यिक खनन आरम्भ किया। इसके बाद लगभग एक शताब्दी तक खनन का कार्य अपेक्षाकृत धीमी गति से चलता रहा क्योंकि कोयले की मांग बहुत कम थी। किन्तु १८५३ में भाप से चलने वाली गाड़ियों के आरम्भ होने से कोयले की मांग बढ़ गयी और खनन को प्रोत्साहन मिला। इसके बाद कोयले का उत्पादन लगभग १ मिलियन मेट्रिक टन प्रति वर्ष हो गया। १९वीं शताब्दी के अन्त तक भारत में उत्पादन 6.12 मिलियन टन वार्षिक हो गया। और १९२० तक १८ मिलियन मेट्रिक टन वार्षिक। प्रथम विश्वयुद्ध के समय उत्पादन में सहसा वृद्धि हुई किन्तु १९३० के आरम्भिक दशक में फिर से उत्पादन में कमी आ गयी। १९४२ तक उत्पादन २९ मिलियन मेट्रिक टन प्रतिवर्ष तथा १९४६ तक ३० मिलियन मेट्रिक टन हो गया। .

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भारत और बांग्लादेश के अंतर्वेश

भारत और बांग्लादेश के अंतर्वेश (छिटमहल या इन्क्लेव) भारत और बांग्लादेश की सीमा पर सैकड़ों अन्तर्वेश (ছিটমহল; Enclaves) हैं। भारत के अन्तर्वेशों की संख्या १०६ है जबकि बंगलादेश के अन्तर्वेशों की संख्या ९२ है। बांग्लादेश के अन्तर्वेश भारत के पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, असम तथा मेघालय राज्यों में हैं। २०१० की जनगणना के अनुसार इन अन्तर्वेशों में कुल 51,549 लोग रहते हैं जिनमें से 37,334 भारतीय अन्तर्वेशों पर तथा 14,215 बांग्लादेशी अन्तर्वेशों पर रहते हैं।इन्हें न तो बांग्लादेश और न ही भारत अपना नागरिक मानने को तैयार है। भारत में मौजूद बांग्लादेशी छिटमहलों में भारत सरकार विकास के काम नहीं कर पाती और बांग्लादेश में मौजूद भारतीय छिटमहलों में वहां की सरकार। समस्या के समाधान के लिए लंबे समय से लगी दोनों सरकारें 162 ऐसे छिटमहलों की अदलाबदली के लिए तैयार हो गई हैं। जून २०१५ के आरम्भ में भारतीय संसद में अदलाबदली को कानूनी जामा पहनाने के लिए अधिनियम पारित हो चुका है। .

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भारत का भूगोल

भारत का भूगोल या भारत का भौगोलिक स्वरूप से आशय भारत में भौगोलिक तत्वों के वितरण और इसके प्रतिरूप से है जो लगभग हर दृष्टि से काफ़ी विविधतापूर्ण है। दक्षिण एशिया के तीन प्रायद्वीपों में से मध्यवर्ती प्रायद्वीप पर स्थित यह देश अपने ३२,८७,२६३ वर्ग किमी क्षेत्रफल के साथ विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा देश है। साथ ही लगभग १.३ अरब जनसंख्या के साथ यह पूरे विश्व में चीन के बाद दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश भी है। भारत की भौगोलिक संरचना में लगभग सभी प्रकार के स्थलरूप पाए जाते हैं। एक ओर इसके उत्तर में विशाल हिमालय की पर्वतमालायें हैं तो दूसरी ओर और दक्षिण में विस्तृत हिंद महासागर, एक ओर ऊँचा-नीचा और कटा-फटा दक्कन का पठार है तो वहीं विशाल और समतल सिन्धु-गंगा-ब्रह्मपुत्र का मैदान भी, थार के विस्तृत मरुस्थल में जहाँ विविध मरुस्थलीय स्थलरुप पाए जाते हैं तो दूसरी ओर समुद्र तटीय भाग भी हैं। कर्क रेखा इसके लगभग बीच से गुजरती है और यहाँ लगभग हर प्रकार की जलवायु भी पायी जाती है। मिट्टी, वनस्पति और प्राकृतिक संसाधनो की दृष्टि से भी भारत में काफ़ी भौगोलिक विविधता है। प्राकृतिक विविधता ने यहाँ की नृजातीय विविधता और जनसंख्या के असमान वितरण के साथ मिलकर इसे आर्थिक, सामजिक और सांस्कृतिक विविधता प्रदान की है। इन सबके बावजूद यहाँ की ऐतिहासिक-सांस्कृतिक एकता इसे एक राष्ट्र के रूप में परिभाषित करती है। हिमालय द्वारा उत्तर में सुरक्षित और लगभग ७ हज़ार किलोमीटर लम्बी समुद्री सीमा के साथ हिन्द महासागर के उत्तरी शीर्ष पर स्थित भारत का भू-राजनैतिक महत्व भी बहुत बढ़ जाता है और इसे एक प्रमुख क्षेत्रीय शक्ति के रूप में स्थापित करता है। .

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भारत का विभाजन

माउण्टबैटन योजना * पाकिस्तान का विभाजन * कश्मीर समस्या .

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भारत के 500 और 1000 रुपये के नोटों का विमुद्रीकरण

भारत के 500 और 1000 रुपये के नोटों के विमुद्रीकरण, जिसे मीडिया में छोटे रूप में नोटबंदी कहा गया, की घोषणा 8 नवम्बर 2016 को रात आठ बजे (आईएसटी) भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अचानक राष्ट्र को किये गए संबोधन के द्वारा की गयी। यह संबोधन टीवी के द्वारा किया गया। इस घोषणा में 8 नवम्बर की आधी रात से देश में 500 और 1000 रुपये के नोटों को खत्म करने का ऐलान किया गया। इसका उद्देश्य केवल काले धन पर नियंत्रण ही नहीं बल्कि जाली नोटों से छुटकारा पाना भी था। - नवभारत टाइम्स - 9 नवम्बर 2016 .

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भारत के तेल शोधनागारों की सूची

भारत में कुल मिलाकर २३ तेल शोधनागार है। दिसंबर २०१७ के अनुसार इन सब की मिलाकर कुल क्षमता २४७.६ एमएमटीपीए (मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष) है। .

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भारत के निजी विश्वविद्यालयों की सूची

भारत में उच्च शिक्षा प्रणाली के अन्तर्गत सार्वजनिक और निजी दोनों प्रकार के विश्वविद्यालय सम्मिलित हैं। सार्वजनिक विश्वविद्यालयों को भारत के केन्द्रीय सरकार तथा राज्य सरकारों से सहायता मिलती है जबकि निजी विश्वविद्यालय विभिन्न निजी संस्थाओं एवं सोसायटी के द्वारा संचालित होते हैं। भारत में विश्वविद्यालयों की मान्यता विश्वविद्यालय अनुदान आयोग देता है। .

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भारत के प्रथम

यहाँ पर भारत के उन व्यक्तियों, समूहों और संस्थाओं का संकलन है जो किसी श्रेणी में प्रथम हैं/थे।.

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भारत के प्रधान मंत्रियों की सूची

भारत के प्रधानमंत्री भारत गणराज्य की सरकार के मुखिया हैं। भारत के प्रधानमंत्री, का पद, भारत के शासनप्रमुख (शासनाध्यक्ष) का पद है। संविधान के अनुसार, वह भारत सरकार के मुखिया, भारत के राष्ट्रपति, का मुख्य सलाहकार, मंत्रिपरिषद का मुखिया, तथा लोकसभा में बहुमत वाले दल का नेता होता है। वह भारत सरकार के कार्यपालिका का नेतृत्व करता है। भारत की राजनैतिक प्रणाली में, प्रधानमंत्री, मंत्रिमंडल में का वरिष्ठ सदस्य होता है। .

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भारत के प्रशासनिक विभाग

प्रशासनिक दृष्टि से भारत राज्यों या प्रान्तों में विभक्त है; राज्य, जनपदों (या जिलों) में विभक्त हैं, जिले तहसील (तालुक या मण्डल) में विभक्त हैं। यह विभाजन और नीचे तक गया है। .

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भारत के प्राचीन विश्वविद्यालय

भारतीय उपमहाद्वीप में कई स्थान अत्यंत पुराने शिक्षण केन्द्र रहे हैं:-.

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भारत के बायोस्फीयर रिजर्व

भारत सरकार ने देश भर में १८ बायोस्फीयर भंडार स्थापित किए हैं। ये बायोस्फीयर भंडार भौगोलिक रूप से जीव जंतुओं के प्राकृतिक भू-भाग की रक्षा करते हैं और अकसर आर्थिक उपयोगों के लिए स्थापित बफर जोनों के साथ एक या ज्यादा राष्ट्रीय उद्यान और अभ्यारण्य को संरक्षित रखने का काम करते हैं। संरक्षण न केवल संरक्षित क्षेत्र के वनस्पतियों और जीवों के लिए दिया जाता है, बल्कि इन क्षेत्रों में रहने वाले मानव समुदायों को भी दिया जाता है। .

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भारत के बाघ संरक्षित क्षेत्र

भारत के बाघ संरक्षित क्षेत्र भारत में वह क्षेत्र हैं जिनको प्रोजेक्ट टाइगर के तहत अधिसूचना द्वारा संरक्षित किया गया है। इनकी संख्या अभी तक ३९ है। .

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भारत के भाषाई परिवार

वृहद भारत के भाषा परिवार भारत में विश्व के सबसे चार प्रमुख भाषा परिवारों की भाषाएँ बोली जाती है। सामान्यत: उत्तर भारत में बोली जाने वाली भारोपीय परि वार की भाषाओं को आर्य भाषा समूह, दक्षिण की भाषाओं को द्रविड़ भाषा समूह, ऑस्ट्रो-एशियाटिक परिवार की भाषाओं को भुंडारी भाषा समूह तथा पूर्वोत्तर में रहने वाले तिब्बती-बर्मी, नृजातीय भाषाओं को चीनी-तिब्बती (नाग भाषा समूह) के रूप में जाना जाता है। .

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भारत के महाराज्यपाल

भारत के महाराज्यपाल या गवर्नर-जनरल (१८५८-१९४७ तक वाइसरॉय एवं गवर्नर-जनरल अर्थात राजप्रतिनिधि एवं महाराज्यपाल) भारत में ब्रिटिश राज का अध्यक्ष और भारतीय स्वतंत्रता उपरांत भारत में, ब्रिटिश सम्प्रभु का प्रतिनिधि होता था। इनका कार्यालय सन 1773 में बनाया गया था, जिसे फोर्ट विलियम की प्रेसीडेंसी का गवर्नर-जनरल के अधीन रखा गया था। इस कार्यालय का फोर्ट विलियम पर सीधा नियंत्रण था, एवं अन्य ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिकारियों का पर्यवेक्षण करता था। सम्पूर्ण ब्रिटिश भारत पर पूर्ण अधिकार 1833 में दिये गये और तब से यह भारत के गवर्नर-जनरल बन गये। १८५८ में भारत ब्रिटिश शासन की अधीन आ गया था। गवर्नर-जनरल की उपाधि उसके भारतीय ब्रिटिश प्रांत (पंजाब, बंगाल, बंबई, मद्रास, संयुक्त प्रांत, इत्यादि) और ब्रिटिष भारत, शब्द स्वतंत्रता पूर्व काल के अविभाजित भारत के इन्हीं ब्रिटिश नियंत्रण के प्रांतों के लिये प्रयोग होता है। वैसे अधिकांश ब्रिटिश भारत, ब्रिटिश सरकार द्वारा सीधे शासित ना होकर, उसके अधीन रहे शासकों द्वारा ही शासित होता था। भारत में सामंतों और रजवाड़ों को गवर्नर-जनरल के ब्रिटिश सरकार के प्रतिनिधि होने की भूमिका को दर्शित करने हेतु, सन १८५८ से वाइसरॉय एवं गवर्नर-जनरल ऑफ इंडिया (जिसे लघुरूप में वाइसरॉय कहा जाता था) प्रयोग हुई। वाइसरॊय उपाधि १९४७ में स्वतंत्रता उपरांत लुप्त हो गयी, लेकिन गवर्नर-जनरल का कार्यालय सन १९५० में, भारतीय गणतंत्रता तक अस्तित्व में रहा। १८५८ तक, गवर्नर-जनरल को ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के निदेशकों द्वारा चयनित किया जाता था और वह उन्हीं को जवाबदेह होता था। बाद में वह महाराजा द्वारा ब्रिटिश सरकार, भारत राज्य सचिव, ब्रिटिश कैबिनेट; इन सभी की राय से चयन होने लगा। १९४७ के बाद, सम्राट ने उसकी नियुक्ति जारी रखी, लेकिन भारतीय मंत्रियों की राय से, ना कि ब्रिटिश मंत्रियों की सलाह से। गवर्नर-जनरल पांच वर्ष के कार्यकाल के लिये होता था। उसे पहले भी हटाया जा सकता था। इस काल के पूर्ण होने पर, एक अस्थायी गवर्नर-जनरल बनाया जाता था। जब तक कि नया गवर्नर-जनरल पदभार ग्रहण ना कर ले। अस्थायी गवर्नर-जनरल को प्रायः प्रान्तीय गवर्नरों में से चुना जाता था। .

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भारत के मानित विश्वविद्यालय

भारत में उच्च शिक्षा संस्थान निजी व सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों में हैं। सार्वजनिक विश्वविद्यालयों को सरकार (केन्द्र सरकार तथा राज्य सरकारों द्वारा) द्वारा वित्तीय सहायता प्राप्त होती है जबकि निजी विश्वविद्यालय विभिन्न संस्थाओं या समितियों द्वारा संचालित होते हैं। .

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भारत के राष्ट्रपतियों की सूची

भारत का राष्ट्रपति देश का मुखिया और भारत का प्रथम नागरिक है। राष्ट्रपति के पास भारतीय सशस्त्र सेना की भी सर्वोच्च कमान है। भारत का राष्ट्रपति लोक सभा, राज्यसभा और विधानसभा के निर्वाचित सदस्यों द्वारा चुना जाता है। भारत के राष्ट्रपति का कार्यकाल 5 वर्षों का होता है। भारत की स्वतंत्रता से अबतक 13 राष्ट्रपति हो चुके है। भारत के राष्ट्रपति पद की स्थापना भारतीय संविधान के द्वारा की गयी है। इन 13 राष्ट्रपतियों के अलावा 3 कार्यवाहक राष्ट्रपति भी हुए हैं जो पदस्थ राष्ट्रपति की मृत्यु के बाद बनाये गए है। भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ॰ राजेंद्र प्रसाद थे। 7 राष्ट्रपति निर्वाचित होने से पूर्व राजनीतिक पार्टी के सदस्य रह चुके है। इनमे से 6 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और 1 जनता पार्टी के सदस्य शामिल है, जो बाद राष्ट्रपति बने। दो राष्ट्रपति, ज़ाकिर हुसैन और फ़ख़रुद्दीन अली अहमद, जिनकी पदस्थ रहते हुए मृत्यु हुई। भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी है जो 25 जुलाई 2012 को भारत के 13 वें राष्ट्रपति के तौर पर निर्वाचित हुए राष्ट्रपति रहने से पूर्व वे भारत सरकार में वित्त मंत्री, विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री और योजना आयोग के उपाध्यक्ष रह चुके है। वे मूल रूप से पश्चिम बंगाल के निवासी है इसलिए वे इस राज्य से पहले राष्ट्रपति हैं। इससे पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल भारत की पहली महिला राष्ट्रपति है। वर्तमान में 25 जुलाई 2017 को राष्ट्रपति का पद रामनाथ कोविंद को प्राप्त हुआ है। .

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भारत के राष्ट्रीय महत्व के स्मारकों की सूची

भारत में, राष्ट्रीय महत्व के स्मारक, भारत में स्थित वे ऐतिहासिक, प्राचीन अथवा पुरातात्विक संरचनाएँ, स्थल या स्थान हैं, जोकि, प्राचीन संस्मारक तथा पुरातत्वीय स्थल और अवशेष अधिनियम, 1958 किए अधीन, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के माध्यम से भारत की संघीय सरकार या राज्य सरकारों द्वारा संरक्षिक होती हैं। ऐसे स्मारकों को "राष्ट्रीय महत्व का स्मारक" होने के मापदंड, प्राचीन संस्मारक तथा पुरातत्वीय स्थल और अवशेष अधिनियम, 1958 द्वारा परिभाषित किये गए हैं। ऐसे स्मारकों को इस अधिनियम के मापदंडों पर खरा उतरने पर, एक वैधिक प्रक्रिया के तहत पहले "राष्ट्रीय महत्व" का घोषित किया जाता है, और फिर भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण के संसाक्षणाधीन कर दिया जाता है, ताकि उनकी ऐतिहासिक महत्व क्व मद्देनज़र, उनकी उचित देखभाल की जा सके। वर्त्तमान समय में, राष्ट्रीय महत्व के कुल 3650 से अधिक प्राचीन स्मारक तथा पुरातत्वीय स्थल और अवशेष देश भर में विद्यमान हैं। ये स्मारक विभिन्न अवधियों से संबंधित है जो प्रागैतिहासिक अवधि से उपनिवेशी काल तक के हैं, जोकि विभिन्न भूगोलीय स्थितियों में स्थित हैं। इनमें मंदिर, मस्जिद, मकबरे, चर्च, कब्रिस्तान, किले, महल, सीढ़ीदार, कुएं, शैलकृत गुफाएं, दीर्घकालिक वास्तुकला तथा साथ ही प्राचीन टीले तथा प्राचीन आवास के अवशेषों का प्रतिनिधित्व करने वाले स्थल शामिल हैं। इन स्मारकों तथा स्थलों का रखरखाव तथा परिरक्षण भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के विभिन्न मंडलों द्वारा किया जाता है जो पूरे देश में फैले हुए हैं। .

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भारत के राष्ट्रीय राजमार्गों की सूची - संख्या अनुसार

भारत के राष्ट्रीय राजमार्गों की सूची (संख्या के क्रम में) भारत के राजमार्गो की एक सूची है। .

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भारत के राष्ट्रीय उद्यान

नीचे दी गयी सूची भारत के राष्ट्रीय उद्यानों की है। 1936 में भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान था- हेली नेशनल पार्क, जिसे अब जिम कोर्बेट राष्ट्रीय उद्यान के रूप में जाना जाता है। १९७० तक भारत में केवल ५ राष्ट्रीय उद्यान थे। १९८० के दशक में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम और प्रोजेक्ट टाइगर योजना के अलावा वन्य जीवों की सुरक्षार्थ कई अन्य वैधानिक प्रावधान लागू हुए.

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भारत के राजनीतिक दलों की सूची

भारत में बहुदलीय प्रणाली बहु-दलीय पार्टी व्यवस्था है जिसमें छोटे क्षेत्रीय दल अधिक प्रबल हैं। राष्ट्रीय पार्टियां वे हैं जो चार या अधिक राज्यों में मान्यता प्राप्त हैं। उन्हें यह अधिकार भारत के चुनाव आयोग द्वारा दिया जाता है, जो विभिन्न राज्यों में समय समय पर चुनाव परिणामों की समीक्षा करता है। इस मान्यता की सहायता से राजनीतिक दल कुछ पहचानों पर अपनी स्थिति की अगली समीक्षा तक विशिष्ट स्वामित्व का दावा कर सकते हैं जैसे की पार्टी चिन्ह.

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भारत के राज्य (सकल घरेलू उत्पाद के अनुसार)

यह भारत के राज्यों और संघ शासित क्षेत्र की वित्तीय वर्ष 2010 मे सकल घरेलू उत्पाद के अनुसार एक सूची है। .

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भारत के राज्य (कर राजस्व के अनुसार)

यह भारत के राज्यों की उनकी कर राजस्व के अनुसार सूचि है। यह तेरहवें वित्त आयोग द्वारा किया गया है। श्रेणी:भारत के राज्य.

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भारत के राज्य तथा केन्द्र-शासित प्रदेश

भारत राज्यों का एक संघ है। इसमें उन्तीस राज्य और सात केन्द्र शासित प्रदेश हैं। ये राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश पुनः जिलों और अन्य क्षेत्रों में बांटे गए हैं।.

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भारत के राज्य और संघ क्षेत्र और उनके दो वर्ण वाले कोड

यह सूची भारत के राज्यों और संघ क्षेत्रों के संक्षिप्त नामानुसार (रोमन में) है। .

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भारत के राज्यकीय पुष्पों की सूची

कोई विवरण नहीं।

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भारत के राज्यों और संघ क्षेत्रों की राजधानियाँ

यह सूची भारत के राज्यों और केन्द्र-शासित प्रदेशों की राजधानियों की है। भारत में कुल 29 राज्य और 7 केन्द्र-शासित प्रदेश हैं। सभी राज्यों और दो केन्द्र-शासित प्रदेशों, दिल्ली और पौण्डिचेरी, में चुनी हुई सरकारें और विधानसभाएँ होती हैं, जो वॅस्टमिन्स्टर प्रतिमान पर आधारित हैं। अन्य पाँच केन्द्र-शासित प्रदेशों पर देश की केन्द्र सरकार का शासन होता है। 1956 में राज्य पुनर्गठन अधिनियम के अन्तर्गत राज्यों का निर्माण भाषाई आधार पर किया गया था, और तबसे यह व्यवस्था लगभग अपरिवर्तित रही है। प्रत्येक राज्य और केन्द्र-शासित प्रदेश प्रशासनिक इकाईयों में बँटा होता है। नीचे दी गई सूची में राज्यों और केन्द्र-शासित प्रदेशों की विभिन्न प्रकार की राजधानियाँ सूचीबद्ध हैं। प्रशासनिक राजधानी वह होती है जहाँ कार्यकारी सरकार के कार्यालय स्थित होते हैं, वैधानिक राजधानी वह है जहाँ से राज्य विधानसभा संचालित होती है, और न्यायपालिका राजधानी वह है जहाँ उस राज्य या राज्यक्षेत्र का उच्च न्यायालय स्थित होता है। .

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भारत के राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों की स्थापना तिथि अनुसार सूची

भारत के राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों की स्थापना तिथि अनुसार सूची में भारत के राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश अपनी स्थापना तिथि के साथ दिए गए हैं। .

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भारत के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सूची जनसंख्या अनुसार

भारत का जनसंख्या घनत्व मानचित्र पर भारत एक संघ है, जो २9 राज्यों एवं सात केन्द्र शासित प्रदेशों से बना है। यहां की २००८ की अनुमानित जनसंख्या 1 अरब 13 करोड़ के साथ भारत विश्व का दूसरा सर्वाधिक जनाकीर्ण देश बन गया है। इससे पहले इस सूछी में बस चीन ही आता है। भारत में विश्व की कुल भूमि का २.४% भाग ही आता है। किंतु इस २.४% भूमि में विश्व की जनसंख्या का १६.९% भाग रहता है। भारत के गांगेय-जमुनी मैदानी क्षेत्रों में विश्व का सबसे बड़ा ऐल्यूवियम बहुल उपत्यका क्षेत्र आता है। यही क्षेत्र विश्व के सबसे घने आवासित क्षेत्रों में से एक है। यहां के दक्खिन पठार के पूर्वी और पश्चिमी तटीय क्षेत्र भी भारत के सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में आते हैं। पश्चिमी राजस्थान में थार मरुस्थल विश्व का सबसे घनी आबादी वाला मरुस्थल है। हिमालय के साथ साथ उत्तरी और पूर्वोत्तरी राज्यों में शीत-शुष्क मरुस्थल हैं, जिनके साथ उपत्यका घाटियां हैं। इन राज्यों में अदम्य आवासीय स्थितियों के कारण अपेक्षाकृत कम घनत्व है। .

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भारत के शहरों की सूची

कोई विवरण नहीं।

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भारत के सर्वाधिक जनसंख्या वाले शहरों की सूची

यह सूचियों भारत के सबसे बड़े शहरों पर है। .

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भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम

कोई विवरण नहीं।

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भारत के हवाई अड्डे

यह सूची भारत के हवाई यातायात है। .

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भारत के ज़िले

तालुकों में बंटे हैं ज़िला भारतीय राज्य या केन्द्र शासित प्रदेश का प्रशासनिक हिस्सा होता है। जिले फिर उप-भागों में या सीधे तालुकों में बंटे होते हैं। जिले के अधिकारियों की गिनती में निम्न आते हैं.

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भारत के विश्व धरोहर स्थल

यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत घोषित किए गए भारतीय सांस्‍कृतिक और प्राकृतिक स्‍थलों की सूची - .

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भारत के अभयारण्य

भारत में 500 से अधिक प्राणी अभयारण्य हैं, जिन्हें वन्य जीवन अभयारण्य (IUCN श्रेणी IV सुरक्षित क्षेत्र) कहा जाता है। इनमें से 28 बाघ अभयारण्य बाघ परियोजना द्वारा संचालित हैं, जो बाघ-संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण हैं। कुछ वन्य अभयारण्यों को पक्षी-अभयारण्य कहा जाता रहा है, (जैसे केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान) जब तक कि उन्हें राष्ट्रीय उद्यान का दर्ज़ा नहीं मिल गया। कई राष्ट्रीय उद्यान पहले वन्य जीवन अभयारण्य ही थे। कुछ वन्य जीवन अभयारण्य संरक्षण हेतु राष्ट्रीय महत्व रखते हैं, अपनी कुछ मुख्य प्राणी प्रजातियों के कारण। अतः उन्हें राष्ट्रीय वन्य जीवन अभयारण्य कहा जाता है, जैसे.

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भारत के उच्च न्यायालयों की सूची

भारतीय उच्च न्यायालय भारत के उच्च न्यायालय हैं। भारत में कुल २४ उच्च न्यायालय है जिनका अधिकार क्षेत्र कोई राज्य विशेष या राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के एक समूह होता हैं। उदाहरण के लिए, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय, पंजाब और हरियाणा राज्यों के साथ केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ को भी अपने अधिकार क्षेत्र में रखता हैं। उच्च न्यायालय भारतीय संविधान के अनुच्छेद २१४, अध्याय ५ भाग ६ के अंतर्गत स्थापित किए गए हैं। न्यायिक प्रणाली के भाग के रूप में, उच्च न्यायालय राज्य विधायिकाओं और अधिकारी के संस्था से स्वतंत्र हैं .

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भारत की संस्कृति

कृष्णा के रूप में नृत्य करते है भारत उपमहाद्वीप की क्षेत्रीय सांस्कृतिक सीमाओं और क्षेत्रों की स्थिरता और ऐतिहासिक स्थायित्व को प्रदर्शित करता हुआ मानचित्र भारत की संस्कृति बहुआयामी है जिसमें भारत का महान इतिहास, विलक्षण भूगोल और सिन्धु घाटी की सभ्यता के दौरान बनी और आगे चलकर वैदिक युग में विकसित हुई, बौद्ध धर्म एवं स्वर्ण युग की शुरुआत और उसके अस्तगमन के साथ फली-फूली अपनी खुद की प्राचीन विरासत शामिल हैं। इसके साथ ही पड़ोसी देशों के रिवाज़, परम्पराओं और विचारों का भी इसमें समावेश है। पिछली पाँच सहस्राब्दियों से अधिक समय से भारत के रीति-रिवाज़, भाषाएँ, प्रथाएँ और परंपराएँ इसके एक-दूसरे से परस्पर संबंधों में महान विविधताओं का एक अद्वितीय उदाहरण देती हैं। भारत कई धार्मिक प्रणालियों, जैसे कि हिन्दू धर्म, जैन धर्म, बौद्ध धर्म और सिख धर्म जैसे धर्मों का जनक है। इस मिश्रण से भारत में उत्पन्न हुए विभिन्न धर्म और परम्पराओं ने विश्व के अलग-अलग हिस्सों को भी बहुत प्रभावित किया है। .

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भारत २०१०

इन्हें भी देखें 2014 भारत 2014 विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी 2014 साहित्य संगीत कला 2014 खेल जगत 2014 .

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भारत-बांग्लादेश संबंध

भारत और बांग्लादेश दक्षिण एशियाई पड़ोसी देश हैं और आमतौर पर उन दोनों के बीच संबंध मैत्रीपूर्ण रहे हैं, हालांकि कभी-कभी सीमा विवाद होते हैं। बांग्लादेश की सीमा तीन ओर से भारत द्वारा ही आच्छादित है। ये दोनो देश सार्क, बिम्सटेक, हिंद महासागर तटीय क्षेत्रीय सहयोग संघ और राष्ट्रकुल के सदस्य हैं। विशेष रूप से, बांग्लादेश और पूर्व भारतीय राज्य जैसे पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा बंगाली भाषा बोलने वाले प्रांत हैं। १९७१ में पूर्वी पाकिस्तान और पश्चिमी पाकिस्तान के बिच बांग्लादेश मुक्ति युद्ध शुरु हुआ और भारत ने पूर्वी पाकिस्तान की ओर से दिसंबर १९७१ में हस्तक्षेप किया। फलस्वरूप बांग्लादेश राज्य के रूप में पाकिस्तान से पूर्वी पाकिस्तान की स्वतंत्रता को सुरक्षित करने में भारत ने मदद की। .

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भारतमाला परियोजना

भारतमाला परियोजना(Bharatmala Project) एक राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना हैं। इसके तहत नए राजमार्ग के अलावा उन परियोजनाओं को भी पूरा किया जाएगा तो अब तक अधूरे हैं। इसमें सीमा और अंतर्राष्‍ट्रीय संयोजकता वाले विकास परियोजना को शामिल किया गया है। बंदरगाहों और सड़क, राष्ट्रीय गलियारों (नेशनल कॉरिडोर्स) को ज्यादा बेहतर बनाना और राष्ट्रीय गलियारों को विकसित करना भी इस परियोजना में शामिल है। इसके अलावा पिछडे इलाकों, धार्मिक और पर्यटक स्थल को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग बनाए जाएंगे। चार धाम केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के बीच संयोजकता बेहतर की जाएगी। सड़कों के विस्तार एवं विकास के लिए बने, 10 लाख करोड़ रुपये के भारतमाला परियोजना, में कई प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना (एनएचडीपी) जिसें 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार द्वारा लॉन्च किया था, सहित सभी मौजूदा राजमार्ग परियोजनाओं को इसमें समाहित कर लिया जायेगा। यह परियोजना गुजरात और राजस्थान से शुरू होकर, पंजाब की ओर चलेगी और फिर पूरे हिमालयी राज्यों - जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड - और तराई इलाकों के साथ उत्तर प्रदेश और बिहार की सीमाओं को कवर करेगी और पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और मिजोरम में भारत-म्यांमार की सीमा तक जायेगी। आदिवासी और पिछड़े क्षेत्रों सहित दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में कनेक्टिविटी प्रदान करने पर विशेष जोर दिया जाएगा। सरकार के मुताबिक योजना के पूरा होने पर, भारतमाला के तहत राजमार्ग की कुल लंबाई 51,000 किलोमीटर होगी। इसके पहले चरण में 29,000 किलोमीटर का विकास 5,5 खरब के परिव्यय के साथ किया जाएगा। .

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भारती एयरटेल

भारती एयरटेल, जिसे पहले भारती टेलीवंचर उद्यम लिमिटेड (BTVL) के नाम से जाना जाता था, अब भारत की दूरसंचार व्यवसाय आॅपरेटरों की सबसे बड़ी कंपनी है जिसके जुलाई २००८ तक ६९.४ करोड़ उपभोक्ता थे। यह फिक्स्ड लाइन सेवा तथा ब्रॉडबैंड सेवाएँ भी प्रदान करती हैं। यह अपनी दूरसंचार सेवाएँ एयरटेल के ब्रांड तले प्रदान करती है और इसका नेतृत्व सुनील मित्तल (Sunil Mittal) करते हैं। यह कंपनी १४ सर्किलों में डीएसएल पर टेलीफोन सेवा तथा इंटरनेट की पहुंच भी उपलब्ध कराती है। यह कंपनी लंबी दूरी वाली राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सेवाओं के साथ अपने मोबाइल, ब्रॉडबैंड तथा टेलीफोन सेवाओं की पूरक सेवाएँ का कार्य करती है। कंपनी के पास चैन्नई में पनडुब्बी केबल लैंडिंग स्टेशन भी है जो चेन्नई और सिंगापुर को जोड़ने वाली पनडुब्बी केबल को जोड़ता है। कंपनी अपने कॉरपोरेट ग्राहकों को देश में फाइबर आप्टिक बैकबोन द्वारा अंत:दर अंत: आंकड़े तथा उद्यम सेवाएं प्रदान कराती है, इसके अलावा फिक्स्ड लाइन एवं मोबाइल सर्किलों, वीसेट, आईएसपी तथा गेटवे एवं लैंडिंग स्टेशनों के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय बैंडविड्थ की पहुँच हेतु अंतिम मील तक संबंध जोड़ने का कार्य करती है। एयरटेल भारत में भारती एयरटेल द्वारा संचालित दूरसंचार सेवाओं की एक ब्रांड है। भारत में ग्राहकों की संख्या की दृष्टि से एयरटेल सेल्यूलर सेवा की सबसे बड़ी कंपनी है। भारती एयरटेल के पास एयरटेल ब्रांड का स्वामित्व है और अपने ब्रांड नाम एयरटेल मोबाइल सर्विसेज के नाम से जीएसएम (GSM) प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए निम्नलिखित सेवाएं उपलब्ध कराती है: ब्राडबैंड तथा दूरसंचार सेवाएं, स्थिर लाइन इंटरनेट कनेक्टीविटी (डीएसएल तथा बंधक लाइन), लंबी दूरी की सेवाएं एवं उद्यम सेवाएं (कॉरपोरेट के दूरसंचार परामर्श).

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भारतीय चुनाव

चुनाव लोकतंत्र का आधार स्तम्भ हैं। आजादी के बाद से भारत में चुनावों ने एक लंबा रास्ता तय किया है। 1951-52 को हुए आम चुनावों में मतदाताओं की संख्या 17,32,12,343 थी, जो 2014 में बढ़कर 81,45,91,184 हो गई है। 2004 में, भारतीय चुनावों में 670 मिलियन मतदाताओं ने भाग लिया (यह संख्या दूसरे सबसे बड़े यूरोपीय संसदीय चुनावों के दोगुने से अधिक थी) और इसका घोषित खर्च 1989 के मुकाबले तीन गुना बढ़कर $300 मिलियन हो गया। इन चुनावों में दस लाख से अधिक इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का इस्तेमाल किया गया। 2009 के चुनावों में 714 मिलियन मतदाताओं ने भाग लिया (अमेरिका और यूरोपीय संघ की संयुक्त संख्या से भी अधिक).

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भारतीय थलसेना

भारतीय थलसेना, सेना की भूमि-आधारित दल की शाखा है और यह भारतीय सशस्त्र बल का सबसे बड़ा अंग है। भारत का राष्ट्रपति, थलसेना का प्रधान सेनापति होता है, और इसकी कमान भारतीय थलसेनाध्यक्ष के हाथों में होती है जो कि चार-सितारा जनरल स्तर के अधिकारी होते हैं। पांच-सितारा रैंक के साथ फील्ड मार्शल की रैंक भारतीय सेना में श्रेष्ठतम सम्मान की औपचारिक स्थिति है, आजतक मात्र दो अधिकारियों को इससे सम्मानित किया गया है। भारतीय सेना का उद्भव ईस्ट इण्डिया कम्पनी, जो कि ब्रिटिश भारतीय सेना के रूप में परिवर्तित हुई थी, और भारतीय राज्यों की सेना से हुआ, जो स्वतंत्रता के पश्चात राष्ट्रीय सेना के रूप में परिणत हुई। भारतीय सेना की टुकड़ी और रेजिमेंट का विविध इतिहास रहा हैं इसने दुनिया भर में कई लड़ाई और अभियानों में हिस्सा लिया है, तथा आजादी से पहले और बाद में बड़ी संख्या में युद्ध सम्मान अर्जित किये। भारतीय सेना का प्राथमिक उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रवाद की एकता सुनिश्चित करना, राष्ट्र को बाहरी आक्रमण और आंतरिक खतरों से बचाव, और अपनी सीमाओं पर शांति और सुरक्षा को बनाए रखना हैं। यह प्राकृतिक आपदाओं और अन्य गड़बड़ी के दौरान मानवीय बचाव अभियान भी चलाते है, जैसे ऑपरेशन सूर्य आशा, और आंतरिक खतरों से निपटने के लिए सरकार द्वारा भी सहायता हेतु अनुरोध किया जा सकता है। यह भारतीय नौसेना और भारतीय वायुसेना के साथ राष्ट्रीय शक्ति का एक प्रमुख अंग है। सेना अब तक पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ चार युद्धों तथा चीन के साथ एक युद्ध लड़ चुकी है। सेना द्वारा किए गए अन्य प्रमुख अभियानों में ऑपरेशन विजय, ऑपरेशन मेघदूत और ऑपरेशन कैक्टस शामिल हैं। संघर्षों के अलावा, सेना ने शांति के समय कई बड़े अभियानों, जैसे ऑपरेशन ब्रासस्टैक्स और युद्ध-अभ्यास शूरवीर का संचालन किया है। सेना ने कई देशो में संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशनों में एक सक्रिय प्रतिभागी भी रहा है जिनमे साइप्रस, लेबनान, कांगो, अंगोला, कंबोडिया, वियतनाम, नामीबिया, एल साल्वाडोर, लाइबेरिया, मोज़ाम्बिक और सोमालिया आदि सम्मलित हैं। भारतीय सेना में एक सैन्य-दल (रेजिमेंट) प्रणाली है, लेकिन यह बुनियादी क्षेत्र गठन विभाजन के साथ संचालन और भौगोलिक रूप से सात कमान में विभाजित है। यह एक सर्व-स्वयंसेवी बल है और इसमें देश के सक्रिय रक्षा कर्मियों का 80% से अधिक हिस्सा है। यह 1,200,255 सक्रिय सैनिकों और 909,60 आरक्षित सैनिकों के साथ दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी स्थायी सेना है। सेना ने सैनिको के आधुनिकीकरण कार्यक्रम की शुरुआत की है, जिसे "फ्यूचरिस्टिक इन्फैंट्री सैनिक एक प्रणाली के रूप में" के नाम से जाना जाता है इसके साथ ही यह अपने बख़्तरबंद, तोपखाने और उड्डयन शाखाओं के लिए नए संसाधनों का संग्रह एवं सुधार भी कर रहा है।.

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भारतीय नाम

भारतीय पारिवारिक नाम अनेक प्रकार की प्रणालियों व नामकरण पद्धतियों पर आधारित होते हैं, जो एक से दूसरे क्षेत्र के अनुसार बदलतीं रहती हैं। नामों पर धर्म व जाति का प्रभाव भी होता है और वे धर्म या महाकाव्यों से लिये हुए हो सकते हैं। भारत के लोग विविध प्रकार की भाषाएं बोलते हैं और भारत में विश्व के लगभग प्रत्येक प्रमुख धर्म के अनुयायी मौजूद हैं। यह विविधता नामों व नामकरण की शैलियों में सूक्ष्म, अक्सर भ्रामक, अंतर उत्पन्न करती है। उदाहरण के लिये, पारिवारिक नाम की अवधारणा तमिलनाडु में व्यापक रूप से मौजूद नहीं थी। कई भारतीयों के लिये, उनके जन्म का नाम, उनके औपचारिक नाम से भिन्न होता है; जन्म का नाम किसी ऐसे वर्ण से प्रारंभ होता है, जो उस व्यक्ति की जन्म-कुंडली के आधार पर उसके लिये शुभ हो। कुछ बच्चों को एक नाम दिया जाता है (दिया गया नाम).

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भारतीय नेपाली

भारतीय नेपाली या भारतीय गोरखा वह लोग हैं जो नेपाली मूल के लोग हैं लेकिन भारत में रहते आ रहें हैं, जिन्हें भारतीय नागरिकता प्राप्त है। वह लोग नेपाली भाषा के अलावा भी कई भाषाएं बोलते हैं, नेपाली भाषा भारत के कार्यालयी भाषाओं में से एक है, इतिहास में नेपाल अधिराज्य के वह भाग जो ब्रिटिश राज के समय भारत में आ गये जैसे, पश्चिम बंगाल का दार्जीलिंग जिला जो सिक्किम का भू-भाग था और कुछ समय के लिए नेपाल का भी भू-भाग रहा, सिक्किम-एक मात्र ऐसा राज्य है जहाँ मुख्य रूप से नेपाली रहते हैं जो 1975 में भारत का हिस्सा बना। दूसरे राज्य जहाँ नेपालीयों कि बहुलता है वह हैं:- उत्तराखण्ड, असम, हिमाचल प्रदेश, मणिपुर और मेघालय। भारत के कई बड़े शहरों में भी नेपालीयों कि बहुलता पाई जाती है, मुख्यत: दिल्ली, कोलकाता, बैंगलोर, मुम्बई, चेन्नई, हैदराबाद और विशाखापटनम। .

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भारतीय पुलिस सेवा

भारतीय पुलिस सेवा, जिसे आम बोलचाल में भारतीय पुलिस या आईपीएस, के नाम से भी जाना जाता है, भारत सरकार के अखिल भारतीय सेवा के एक अंग के रूप में कार्य करता है, जिसके अन्य दो अंग भारतीय प्रशासनिक सेवा या आईएएस और भारतीय वन सेवा या आईएफएस हैं जो ब्रिटिश प्रशासन के अंतर्गत इंपीरियल पुलिस के नाम से जाना जाता था। .

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भारतीय प्रबन्धन संस्थान

भारतीय प्रबन्धन संस्थान (आई आई एम) भारत के सर्वोत्तम प्रबंधन संस्थान हैं। प्रबन्धन की शिक्षा के अतिरिक्त ये अनुसंधान व सलाह (कांसल्टेंसी) का कार्य भी करते हैं। वर्तमान में ६ भारतीय प्रबन्धन संस्थान हैं जो बंगलुरू, अहमदाबाद, कोलकाता, लखनऊ, इन्दौर तथा कोझीकोड में स्थित हैं। ये प्रबन्धन में पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा की उपाधि प्रदान करते हैं जो एम बी ए के समतुल्य है। इन संस्थानों में प्रवेश अखिल भारतीय स्तर पर होने वाली प्रवेश परीक्षा कामन ऐडमिशन टेस्ट (सी ए टी) के आधार पर होता है। यह परीक्षा दुनिया की सर्वाधिक प्रतिस्पर्धी परिक्षाओं में से है। .

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भारतीय प्रबंध संस्थान, कोलकाता

भारतीय प्रबंधन संस्थान, कोलकाता के अलावा पांच अन्य स्थानों में स्थित है। यह प्रबंधन शिक्षा का उच्च श्रेणी का संस्थान है। इन्हें सम्मिलित रूप से भारतीय प्रबंधन संस्थान कहा जाता है। श्रेणी:भारतीय प्रबंधन संस्थान श्रेणी:कोलकाता.

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भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर भारत सरकार द्बारा १९५१ में स्थापित अभियांत्रिकी (इंजीनियरिंग) और प्रौद्योगिकी -उन्मुख एक स्वायत्त उच्च शिक्षा संस्थान है। सात आईआईटी में यह सबसे पुरानी है। भारत सरकार ने इसे आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय महत्त्व का संस्थान माना है और इसकी गणना भारत के सर्वोत्तम इंजीनियरिंग संस्थानों में होती है। आई आई टी खड़गपुर को विभिन्न इंजीनियरिंग शिक्षा सर्वेक्षणों जैसे कि इंडिया टुडे और आउटलुक में सर्वोच्च इंजीनियरिंग कॉलेजों में से एक का स्थान दिया गया है। १९४७ में भारत की स्वाधीनता के बाद आई आई टी खड़गपुर की स्थापना उच्च कोटि के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को प्रसिक्षित करने के लिए हुई थी। इसका संस्थागत ढांचा दूसरी IITओं की ही तरह है और इसकी प्रवेश की विधि भी बाकी IITओं के साथ ही होती है। आई आई टी खड़गपुर के छात्रों को अनौपचारिक तौर पर केजीपिअन् (KGPians) कहा जाता है। सभी IITओं में इसका कैम्पस क्षेत्रफल सबसे ज्यादा (२१०० एकड़) है और साथ ही विभाग और छात्रों की संख्या भी सर्वाधिक है। आई आई टी खड़गपुर, इल्लुमिनेशन, रंगोली, क्षितिज और स्प्रिन्ग्फेस्ट जैसे अपने वार्षिक उत्सवों के कारण जाना जाता है। .

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भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, अधिकतर कांग्रेस के नाम से प्रख्यात, भारत के दो प्रमुख राजनैतिक दलों में से एक हैं, जिन में अन्य भारतीय जनता पार्टी हैं। कांग्रेस की स्थापना ब्रिटिश राज में २८ दिसंबर १८८५ में हुई थी; इसके संस्थापकों में ए ओ ह्यूम (थियिसोफिकल सोसाइटी के प्रमुख सदस्य), दादा भाई नौरोजी और दिनशा वाचा शामिल थे। १९वी सदी के आखिर में और शुरूआती से लेकर मध्य २०वी सदी में, कांग्रेस भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम में, अपने १.५ करोड़ से अधिक सदस्यों और ७ करोड़ से अधिक प्रतिभागियों के साथ, ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के विरोध में एक केन्द्रीय भागीदार बनी। १९४७ में आजादी के बाद, कांग्रेस भारत की प्रमुख राजनीतिक पार्टी बन गई। आज़ादी से लेकर २०१६ तक, १६ आम चुनावों में से, कांग्रेस ने ६ में पूर्ण बहुमत जीता हैं और ४ में सत्तारूढ़ गठबंधन का नेतृत्व किया; अतः, कुल ४९ वर्षों तक वह केन्द्र सरकार का हिस्सा रही। भारत में, कांग्रेस के सात प्रधानमंत्री रह चुके हैं; पहले जवाहरलाल नेहरू (१९४७-१९६५) थे और हाल ही में मनमोहन सिंह (२००४-२०१४) थे। २०१४ के आम चुनाव में, कांग्रेस ने आज़ादी से अब तक का सबसे ख़राब आम चुनावी प्रदर्शन किया और ५४३ सदस्यीय लोक सभा में केवल ४४ सीट जीती। तब से लेकर अब तक कोंग्रेस कई विवादों में घिरी हुई है, कोंग्रेस द्वारा भारतीय आर्मी का मनोबल गिराने का देश में विरोध किया जा रहा है । http://www.allianceofdemocrats.org/index.php?option.

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भारतीय राज्य पशुओं की सूची

भारत, आधिकारिक भारत गणराज्य एक दक्षिण एशियाई देश है। यह २९ राज्यों और ७ केन्द्र शासित प्रदेशों से मिलकर बना है। सभी भारतीय अपनी स्वयं की सरकार रखते हैं और केन्द्रशासित प्रदेश केन्द्र सरकार के अधिकार क्षेत्र में आते हैं। अधिकतर अन्य देशों की तरह भारत में भी राष्ट्रीय प्रतीक पाये जाते हैं। राष्ट्रीय प्रतीकों के अतिरिक्त सभी भारतीय राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश अपनेखुद की राज्य मोहर और प्रतीक रखते हैं जिसमें राज्य पशु, पक्षी, पेड़, फूल आदि शामिल हैं। भारत के सभी राज्य पशुओं की सूची निचे दी गयी है। .

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भारतीय राज्य पक्षियों की सूची

यह सूची भारत के राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के आधिकारिक पक्षियों की है: .

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भारतीय राज्यों के राज्यपालों की सूची

भारत गणराज्य में राज्यपाल २९ राज्यों में राज्य प्रमुख का संवैधानिक पद होता है। राज्यपाल की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति पाँच वर्ष के लिए करते हैं और वे राष्ट्रपति की मर्जी पर पद पर रहते हैं। राज्यपाल राज्य सरकार का विधित मुखिया होता है जिसकी कार्यकारी कार्रवाई राज्यपाल के नाम पर सम्पन्न होती है। .

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भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों की सूची

भारत गणराज्य में उन्तीस राज्यों और दो केन्द्र-शासित प्रदेशों (दिल्ली और पुद्दुचेरी) की प्रत्येक सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री कहलाता है। भारत के संविधान के अनुसार राज्य स्तर पर राज्यपाल क़ानूनन मुखिया होता है लेकिन वास्तव में कार्यकारी प्राधिकारी मुख्यमंत्री ही होता है। राज्य विधान सभा चुनावों के बाद राज्यपाल सामान्यतः सरकार बनाने के लिए बहुमत वाले दल (अथवा गठबंधन) को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करता है। राज्यपाल, मुख्यमंत्री को नियुक्त करता है जिसकी कैबिनेट विधानसभा के लिए सामूहिक रूप से जिम्मेदार होती है। यदि विधानसभा में विश्वासमत प्राप्त हो तो मुख्यमंत्री का कार्यकाल सामान्यतः अधिकतम पाँच वर्ष का होता है; इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री के कार्यकाल की संख्याओं की कोई सीमा नहीं होती। वर्तमान में पदस्थ इकत्तीस में से तीन, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी, जम्मू और कश्मीर में महबूबा मुफ़्ती और राजस्थान में वसुंधरा राजे महिला हैं। दिसम्बर 1994 से (समय के लिए), सिक्किम के पवन कुमार चामलिंग सबसे लम्बे समय से पदस्थ मुख्यमंत्री हैं। पंजाब के अमरिन्दर सिंह (जन्म 1942) सबसे वृद्ध मुख्यमंत्री हैं जबकि अरुणाचल प्रदेश के पेमा खांडू (जन्म 1979) सबसे युवा मुख्यमंत्री हैं। भारतीय जनता पार्टी के चौदह पदस्थ, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पाँच पदस्थ तथा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के दो है; इसके अतिरिक्त किसी भी अन्य दल के पदस्थ मुख्यमंत्रियों की संख्या एक से अधिक नहीं है। .

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भारतीय रुपया

भारतीय रुपया (प्रतीक-चिह्न: 8px; कोड: INR) भारत की राष्ट्रीय मुद्रा है। इसका बाज़ार नियामक और जारीकर्ता भारतीय रिज़र्व बैंक है। नये प्रतीक चिह्न के आने से पहले रुपये को हिन्दी में दर्शाने के लिए 'रु' और अंग्रेजी में Re.

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भारतीय सांख्यिकी संस्थान

भारतीय सांख्यिकी संस्थान (आई. एस. आई) कोलकाता के उत्तर उपनगरी बरानगर में स्थित एक शोध संस्थान और विश्वविद्यालय  है। इसकी स्थापना सन् १९३१ में प्राध्यापक प्रशान्त चन्द्र महलनोबिस ने की थी। इसका कार्य सांख्यिकी का शिक्षण, सांख्यिकी में अनुसंधान तथा अन्य वैज्ञानिक व सामाजिक विधाओं में सांख्यिकी का अनुप्रयोग करना है। इसको सन् १९५९ में भारतीय संसद के एक विधेयक द्वारा 'राष्ट्रीय महत्व की संस्था' का गौरव प्राप्त है। इसका मुख्यालय कोलकोता में है। इसके अतिरिक्त इसके दो उपकेन्द्र दिल्ली और बंगलुरू में स्थित हैं। शिक्षण का कार्य कोलकोता, दिल्ली और बंगलुरू में होता है जबकि भारत के अन्य सात शहरों में स्थित इसकी शाखायें 'स्टैटिस्टिकल क्वालिटी कन्ट्रोल' तथा 'आपरेशन्स् रिसर्च' के क्षेत्र में सलाह प्रदान करतीं हैं। वर्तमान  निदेशक प्रोफेसर बिमल रॉय कुमार और अध्ययन के डीन प्रोफेसर भबानी प्रसाद सिन्हा है (2010 से)। .

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भारतीय सिनेमा

भारतीय सिनेमा के अन्तर्गत भारत के विभिन्न भागों और भाषाओं में बनने वाली फिल्में आती हैं जिनमें आंध्र प्रदेश और तेलंगाना, असम, बिहार, उत्तर प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, जम्मू एवं कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और बॉलीवुड शामिल हैं। भारतीय सिनेमा ने २०वीं सदी की शुरुआत से ही विश्व के चलचित्र जगत पर गहरा प्रभाव छोड़ा है।। भारतीय फिल्मों का अनुकरण पूरे दक्षिणी एशिया, ग्रेटर मध्य पूर्व, दक्षिण पूर्व एशिया और पूर्व सोवियत संघ में भी होता है। भारतीय प्रवासियों की बढ़ती संख्या की वजह से अब संयुक्त राज्य अमरीका और यूनाइटेड किंगडम भी भारतीय फिल्मों के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार बन गए हैं। एक माध्यम(परिवर्तन) के रूप में सिनेमा ने देश में अभूतपूर्व लोकप्रियता हासिल की और सिनेमा की लोकप्रियता का इसी से अन्दाजा लगाया जा सकता है कि यहाँ सभी भाषाओं में मिलाकर प्रति वर्ष 1,600 तक फिल्में बनी हैं। दादा साहेब फाल्के भारतीय सिनेमा के जनक के रूप में जाना जाते हैं। दादा साहब फाल्के के भारतीय सिनेमा में आजीवन योगदान के प्रतीक स्वरुप और 1969 में दादा साहब के जन्म शताब्दी वर्ष में भारत सरकार द्वारा दादा साहेब फाल्के पुरस्कार की स्थापना उनके सम्मान में की गयी। आज यह भारतीय सिनेमा का सबसे प्रतिष्ठित और वांछित पुरस्कार हो गया है। २०वीं सदी में भारतीय सिनेमा, संयुक्त राज्य अमरीका का सिनेमा हॉलीवुड तथा चीनी फिल्म उद्योग के साथ एक वैश्विक उद्योग बन गया।Khanna, 155 2013 में भारत वार्षिक फिल्म निर्माण में पहले स्थान पर था इसके बाद नाइजीरिया सिनेमा, हॉलीवुड और चीन के सिनेमा का स्थान आता है। वर्ष 2012 में भारत में 1602 फ़िल्मों का निर्माण हुआ जिसमें तमिल सिनेमा अग्रणी रहा जिसके बाद तेलुगु और बॉलीवुड का स्थान आता है। भारतीय फ़िल्म उद्योग की वर्ष 2011 में कुल आय $1.86 अरब (₹ 93 अरब) की रही। जिसके वर्ष 2016 तक $3 अरब (₹ 150 अरब) तक पहुँचने का अनुमान है। बढ़ती हुई तकनीक और ग्लोबल प्रभाव ने भारतीय सिनेमा का चेहरा बदला है। अब सुपर हीरो तथा विज्ञानं कल्प जैसी फ़िल्में न केवल बन रही हैं बल्कि ऐसी कई फिल्में एंथीरन, रा.वन, ईगा और कृष 3 ब्लॉकबस्टर फिल्मों के रूप में सफल हुई है। भारतीय सिनेमा ने 90 से ज़्यादा देशों में बाजार पाया है जहाँ भारतीय फिल्मे प्रदर्शित होती हैं। Khanna, 158 सत्यजीत रे, ऋत्विक घटक, मृणाल सेन, अडूर गोपालकृष्णन, बुद्धदेव दासगुप्ता, जी अरविंदन, अपर्णा सेन, शाजी एन करुण, और गिरीश कासरावल्ली जैसे निर्देशकों ने समानांतर सिनेमा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और वैश्विक प्रशंसा जीती है। शेखर कपूर, मीरा नायर और दीपा मेहता सरीखे फिल्म निर्माताओं ने विदेशों में भी सफलता पाई है। 100% प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के प्रावधान से 20वीं सेंचुरी फॉक्स, सोनी पिक्चर्स, वॉल्ट डिज्नी पिक्चर्स और वार्नर ब्रदर्स आदि विदेशी उद्यमों के लिए भारतीय फिल्म बाजार को आकर्षक बना दिया है। Khanna, 156 एवीएम प्रोडक्शंस, प्रसाद समूह, सन पिक्चर्स, पीवीपी सिनेमा,जी, यूटीवी, सुरेश प्रोडक्शंस, इरोज फिल्म्स, अयनगर्न इंटरनेशनल, पिरामिड साइमिरा, आस्कार फिल्म्स पीवीआर सिनेमा यशराज फिल्म्स धर्मा प्रोडक्शन्स और एडलैब्स आदि भारतीय उद्यमों ने भी फिल्म उत्पादन और वितरण में सफलता पाई। मल्टीप्लेक्स के लिए कर में छूट से भारत में मल्टीप्लेक्सों की संख्या बढ़ी है और फिल्म दर्शकों के लिए सुविधा भी। 2003 तक फिल्म निर्माण / वितरण / प्रदर्शन से सम्बंधित 30 से ज़्यादा कम्पनियां भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध की गयी थी जो फिल्म माध्यम के बढ़ते वाणिज्यिक प्रभाव और व्यसायिकरण का सबूत हैं। दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योग दक्षिण भारत की चार फिल्म संस्कृतियों को एक इकाई के रूप में परिभाषित करता है। ये कन्नड़ सिनेमा, मलयालम सिनेमा, तेलुगू सिनेमा और तमिल सिनेमा हैं। हालाँकि ये स्वतंत्र रूप से विकसित हुए हैं लेकिन इनमे फिल्म कलाकारों और तकनीशियनों के आदान-प्रदान और वैष्वीकरण ने इस नई पहचान के जन्म में मदद की। भारत से बाहर निवास कर रहे प्रवासी भारतीय जिनकी संख्या आज लाखों में हैं, उनके लिए भारतीय फिल्में डीवीडी या व्यावसायिक रूप से संभव जगहों में स्क्रीनिंग के माध्यम से प्रदर्शित होती हैं। Potts, 74 इस विदेशी बाजार का भारतीय फिल्मों की आय में 12% तक का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। इसके अलावा भारतीय सिनेमा में संगीत भी राजस्व का एक साधन है। फिल्मों के संगीत अधिकार एक फिल्म की 4 -5 % शुद्ध आय का साधन हो सकते हैं। .

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भारतीय सिनेमा के सौ वर्ष

3 मई 2013 (शुक्रवार) को भारतीय सिनेमा पूरे सौ साल का हो गया। किसी भी देश में बनने वाली फिल्में वहां के सामाजिक जीवन और रीति-रिवाज का दर्पण होती हैं। भारतीय सिनेमा के सौ वर्षों के इतिहास में हम भारतीय समाज के विभिन्न चरणों का अक्स देख सकते हैं।उल्लेखनीय है कि इसी तिथि को भारत की पहली फीचर फ़िल्म “राजा हरिश्चंद्र” का रुपहले परदे पर पदार्पण हुआ था। इस फ़िल्म के निर्माता भारतीय सिनेमा के जनक दादासाहब फालके थे। एक सौ वर्षों की लम्बी यात्रा में हिन्दी सिनेमा ने न केवल बेशुमार कला प्रतिभाएं दीं बल्कि भारतीय समाज और चरित्र को गढ़ने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। .

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भारतीय संविधान सभा

भारतीय संविधान सभा का पहला दिन (११ दिशम्बर १९४६)। बैठे हुए दाएं से: बी जी खेर, सरदार बल्लभ भाई पटेल, के एम मुंशी और डॉ. भीमराव आंबेडकर भारत की संविधान सभा का चुनाव भारतीय संविधान की रचना के लिए किया गया था। ग्रेट ब्रिटेन से स्वतंत्र होने के बाद संविधान सभा के सदस्य ही प्रथम संसद के सदस्य बने। .

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भारतीय जनता पार्टी

भारतीय जनता पार्टी (संक्षेप में, भाजपा) भारत के दो प्रमुख राजनीतिक दलों में से एक हैं, जिसमें दूसरा दल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस है। यह राष्ट्रीय संसद और राज्य विधानसभाओं में प्रतिनिधित्व के मामले में देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है और प्राथमिक सदस्यता के मामले में यह दुनिया का सबसे बड़ा दल है।.

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भारतीय वस्त्र

भारत में जातीयता, भूगोल, जलवायु और क्षेत्र की सांस्कृतिक परंपराओं के आधार पर भिन्न-भिन्न प्रकार के वस्त्र धारण किये जाते हैं। ऐतिहासिक दृष्टि से, पुरुष और महिला कपड़े सरल लंगोट से विकसित किया गया है, और लॉइन्क्लॉथ विस्तृत परिधान के लिए शरीर को कवर करने के लिए न केवल लेकिन यह भी उत्सव के मौकों के साथ ही अनुष्ठान और नृत्य प्रदर्शन पर दैनिक पहनने में इस्तेमाल किया। शहरी क्षेत्रों में, पश्चिमी कपड़े आम और समान रूप से सभी सामाजिक स्तर के लोगों द्वारा पहना जाता है। भारत के एक महान विविधता वीव, फाइबर, रंग और कपड़े की सामग्री के संदर्भ में भी है। रंग कोड के धर्म और रस्म संबंध पर आधारित कपड़ों में पीछा कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, हिंदू देवियों शोक, पारसी और ईसाई शादियों के लिए सफेद पहनते हैं, जबकि इंगित करने के लिए सफेद कपड़े पहनते हैं। भारत में कपड़े भी भारतीय कढ़ाई की विस्तृत विविधता शामिल हैं। .

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भारतीय वाहन पंजीकरण पट्ट

भारत के द्वि-वर्ण राज्य कूट भारत में सभी मोटरचालित वाहनों को एक पंजीकरण संख्या (या लाइसेंस नम्बर) दिया जाता है। लाइसेंस पट्ट को नामपट्ट भी कहते हैं। यह संख्या सभी प्रदेशों में जिला स्तर के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) द्वारा दिया जाता है। यह चालन अनुज्ञप्‍ति पट्ट वाहन के आगे और पश्च दिशा में लगाया जाता है। नियमानुसार सभी पट्टियाँ लातिन वर्णों सहित आधुनिक भारतीय अंक प्रणाली में होने चाहिए। .

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भारतीय विधायिकाओं के वर्तमान अध्यक्षों की सूची

भारत गणराज्य में भारतीय विधायिकाओँ का मुखिया अध्यक्ष होता है। .

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भारतीय वैज्ञानिक शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, कोलकाता

भारतीय वैज्ञानिक शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, कोलकाता पश्चिम बंगाल का एक विश्वविद्यालय है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के विश्वविद्यालय.

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भारतीय आम चुनाव, 2014

भारत में सोलहवीं लोक सभा के लिए आम चुनाव ७ अप्रैल से १२ मई २०१४ तक ९ चरणों में हुए। मतगणना १६ मई को हुई। इसके लिए भारत की सभी संसदीय क्षेत्रों में वोट डाले गये। वर्तमान में पंद्रहवी लोक सभा का कार्यकाल ३१ मई २०१४ को ख़त्म हो रहा है। ये चुनाव अब तक के इतिहास में सबसे लंबा कार्यक्रम वाला चुनाव था। यह पहली बार होगा, जब देश में ९ चरणों में लोकसभा चुनाव हुए। निर्वाचन आयोग के अनुसार ८१.४५ करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। सभी नौ चरणों में औसत मतदान ६६.३८% के आसपास रहा जो भारतीय आम चुनाव के इतिहास में सबसे उच्चतम है। चुनाव के परिणाम १६ मई को घोषित किये गये। ३३६ सीटों के साथ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सबसे बड़ा दल और २८२ सीटों के साथ भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन ने ५९ सीटों पर और कांग्रेस ने ४४ सीटों पर जीत हासिल की।, Election Commission of India बीजेपी ने केवल 31.0% वोट जीते, जो आजादी के बाद से भारत में बहुमत वाली सरकार बनाने के लिए पार्टी का सबसे कम हिस्सा है, जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का संयुक्त वोट हिस्सा 38.5% था। 1984 के आम चुनाव के बाद बीजेपी और उसके सहयोगियों ने सबसे बड़ी बहुमत वाली सरकार बनाने का अधिकार जीता, और यह चुनाव पहली बार हुआ जब पार्टी ने अन्य पार्टियों के समर्थन के बिना शासन करने के लिए पर्याप्त सीटें जीती हैं। आम चुनाव में कांग्रेस पार्टी की सबसे खराब हार थी। भारत में आधिकारिक विपक्षी दल बनने के लिए, एक पार्टी को लोकसभा में 10% सीटें (54 सीटें) हासिल करनी होंगी; हालांकि, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इस नंबर को हासिल करने में असमर्थ थी। इस तथ्य के कारण, भारत एक आधिकारिक विपक्षी पार्टी के बिना बना हुआ है। .

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भारतीय आम चुनाव, 2014 के लिए चुनाव पूर्व सर्वेक्षण

भारतीय आम चुनाव, 2014 के लिए विभिन्न संस्थाओं द्वारा सर्वेक्षण कराए जा रहे हैं जिससे भारत के मतदान के मिजाज़ का पता चलता है। इन्ही चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों को इस लेख में शामिल किया जा रहा है। सभी चुनाव पूर्व सर्वेक्षण जनवरी 2013 से लेकर अब तक के हैं। .

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भारतीय आम चुनाव, २००९

२००९ के भारतीय आम चुनाव विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में पंद्रहवीं लोकसभा के लिए पांच चरणों में (१६ अप्रैल २२/२३ अप्रैल ३० अप्रैल ७ मई और १३ मई २००९) को संपन्न हुए। १६ मई को मतगणना व चुनाव परिणामों की घोषणा हुई। २००९ में लोकसभा के साथ-साथ आंध्रप्रदेश, उड़ीसा और सिक्किम विधानसभा के लिए भी चुनाव कराए गए। १६ मई को मतगणना हुई। शुरूआती रूझानों में कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने ढाई सौ से भी ज्यादा बढ़त हासिल कर ली जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने अपनी हार मान ली। भारत के संविधान के अनुसार, सामान्य स्थिति में प्रति पांच वर्ष में लोकसभा चुनाव होता है। १४वें लोकसभा का कार्यकाल १ जून २००९ को समाप्त हुआ। भारत में चुनाव चुनाव आयोग संपन्न कराता है। चुनाव आयोग के अनुसार, 2009 के लोकसभा चुनाव में 71.3 करोड़ लोग मतदान के लिए योग्य हैं। यह संख्या २००४ के लोकसभा की अपेक्षा ४ करोड़ ३० लाख ज्यादा है। .

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भारतीय इतिहास की समयरेखा

पाकिस्तान, बांग्लादेश एवं भारत एक साझा इतिहास के भागीदार हैं इसलिए भारतीय इतिहास की इस समय रेखा में सम्पूर्ण भारतीय उपमहाद्वीप के इतिहास की झलक है। .

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भारतीय इस्पात प्राधिकरण

भारतीय इस्पात प्राधिकरण (अंग्रेज़ी:स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इण्डिया लिमिटेड (सेल)) भारत की सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाली कम्पनी है। यह पूर्णतः एकीकृत लोहे और इस्पात का सामान तैयार करती है। कम्पनी में घरेलू निर्माण, इंजीनियरी, बिजली, रेलवे, मोटरगाड़ी और सुरक्षा उद्योगों तथा निर्यात बाजार में बिक्री के लिए मूल तथा विशेष, दोनों तरह के इस्पात तैयार किए जाते हैं। यह भारत सरकार की पूर्ण-स्वामित्व प्राधिकरण है। यह व्यापार के हिसाब से देश में सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी १० कम्पनियों में से एक है। सेल अनेक प्रकार के इस्पात के सामान का उत्पादन और उनकी बिक्री करती है। इनमें हॉट तथा कोल्ड रोल्ड शीटें और कॉयल, जस्ता चढ़ी शीट, वैद्युत शीट, संरचनाएँ, रेलवे उत्पाद, प्लेट बार और रॉड, स्टेनलेस स्टील तथा अन्य मिश्र धातु इस्पात शामिल हैं। सेल अपने पांच एकीकृत इस्पात कारखानों और तीन विशेष इस्पात कारखानों में लोहे और इस्पात का उत्पादन करती है। ये कारखाने देश के पूर्वी और केन्द्रीय क्षेत्र में स्थित हैं तथा इनके पास ही कच्चे माल के घरेलू स्रोत उपलब्ध हैं। इन स्रोतों में कंपनी की लौह अयस्क, चूना-पत्थर और डोलोमाइट खानें शामिल हैं। कंपनी को भारत का दूसरा सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक होने का श्रेय भी प्राप्त है। इसके पास देश में दूसरा सबसे बड़ा खानों का जाल है। कम्पनी के पास अपने लौह अयस्क, चूना-पत्थर और डोलोमाइट खानें हैं जो इस्पात निर्माण के लिए महत्वपूर्ण कच्चे माल हैं। इससे कम्पनी को प्रतियोगिता में लाभ मिल रहा है। सेल का अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार डिवीजन आईएसओ ९००१: २००० से प्रमाणित है। इसका कार्यालय नई दिल्ली में है और यह सेल के पांच एकीकृत इस्पात कारखानों से मृदुल इस्पात उत्पादों तथा कच्चे लोहे का निर्यात करता है। .

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भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) (Communist Party of India) भारत का एक साम्यवादी दल है। इस दल की स्थापना 26 दिसम्बर 1925 को कानपुर नगर में हुई थी। भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी की स्थापना एम एन राय ने की। 1928 ई. में कम्युनिस्ट इण्टरनेशनल ने ही भारत में कम्युनिस्ट पार्टी की कार्य प्रणाली निश्चित की। इस दल के महासचिव एस. सुधाकर रेड्डी है। यह भारत की सबसे पुरानी कम्युनिस्ट पार्टी है। चुनाव आयोग द्वारा इसे राष्ट्रीय दल के रूप में मान्यता प्राप्त है। यह दल 'न्यू एज' (New Age) का प्रकाशन करता है। इस दल का युवा संगठन 'आल इंडिया यूथ फेडरेशन' है। २००४ के संसदीय चुनाव में इस दल को ५ ४३४ ७३८ मत (१.४%, १० सीटें) मिले। २००९ के संसदीय चुनाव में इस दल को मात्र ४ सीटें मिली। 2014 के संसदीय चुनाव में दल को मात्र 1 सीटें मिली .

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भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2008

14 नवम्बर 2008 को प्रगति मैदान, नई दिल्ली में 28वें भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले का उद्घाटन करते हुए भारत के उपराष्ट्रपति श्री मो. हामिद अंसारी। 14 नवम्बर 2008 को प्रगति मैदान, नई दिल्ली में 28वें भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले का उद्घाटन हुआ। .

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भारतीय अभियांत्रिकी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान

बंभारतीय अभियांत्रिकी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (Indian Institute of Engineering Science and Technology, Shibpur (IIEST Shibpur)) पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के शिवपुर में स्थित भारत का एक राष्ट्रीय इंजीनियरी एवं अनुसंधान संस्थान है। यह 'राष्ट्रीय महत्व का संस्थान' घोषित है। यह संस्थान बहुत पुराना है और १८५६ में आरम्भ हुआ था। इस संस्थान में इंजीनियरी तथा आर्किटेक्चर में स्नातक, परास्नातक, तथा डॉक्टरेट डिग्रियाँ प्रदान की जातीं हैं। इसके अलावा विज्ञान तथा प्रबन्धन में परास्नातक तथा डॉक्टरेट की डिग्रियाँ दी जातीं हैं। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के विश्वविद्यालय.

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भाषा संस्थानों की सूची

यहाँ भाषा-नियामक संस्थानों की सूची दी गई है जो मानक भाषाओं का नियमन करतीं हैं। इन्हें प्रायः 'भाषा अकादमी' कहा जाता है। भाषा अकादमियाँ भाषाई शुद्धता (linguistic purism) के उद्देश्य से काम करतीं हैं तथा भाषा से सम्बन्धित नीतियाँ बनाती एवं प्रकाशित करतीं हैं। .

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भाषा आन्दोलन दिवस

भाषा आंदोलन के दिन या भाषा क्रांति दिवस या बंगाली भाषा आंदोलन दिवस (भाषा Andolôn Dibôs), जिसे भाषा शहीद दिवस या शहीद दिवस (Shôhid Dibôs), के रूप में भी संदर्भित करते हैं, एक राष्ट्रीय दिन है, जो बांग्लादेश में 1952 में बंगाली भाषा आंदोलन के दौरान विरोध प्रदर्शन करते समय मरने वाले छात्रों के बलिदान को याद रखने के लिए इस दिन को मनाया जाता है। .

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भाषा-परिवार

विश्व के प्रमुख भाषाकुलों के भाषाभाषियों की संख्या का पाई-चार्ट आपस में सम्बंधित भाषाओं को भाषा-परिवार कहते हैं। कौन भाषाएँ किस परिवार में आती हैं, इनके लिये वैज्ञानिक आधार हैं। इस समय संसार की भाषाओं की तीन अवस्थाएँ हैं। विभिन्न देशों की प्राचीन भाषाएँ जिनका अध्ययन और वर्गीकरण पर्याप्त सामग्री के अभाव में नहीं हो सका है, पहली अवस्था में है। इनका अस्तित्व इनमें उपलब्ध प्राचीन शिलालेखो, सिक्कों और हस्तलिखित पुस्तकों में अभी सुरक्षित है। मेसोपोटेमिया की पुरानी भाषा ‘सुमेरीय’ तथा इटली की प्राचीन भाषा ‘एत्रस्कन’ इसी तरह की भाषाएँ हैं। दूसरी अवस्था में ऐसी आधुनिक भाषाएँ हैं, जिनका सम्यक् शोध के अभाव में अध्ययन और विभाजन प्रचुर सामग्री के होते हुए भी नहीं हो सका है। बास्क, बुशमन, जापानी, कोरियाई, अंडमानी आदि भाषाएँ इसी अवस्था में हैं। तीसरी अवस्था की भाषाओं में पर्याप्त सामग्री है और उनका अध्ययन एवं वर्गीकरण हो चुका है। ग्रीक, अरबी, फारसी, संस्कृत, अंग्रेजी आदि अनेक विकसित एवं समृद्ध भाषाएँ इसके अन्तर्गत हैं। .

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भांग का पौधा

भांग का पौधा और उसके विभिन्न भाग भांग (वानस्पतिक नामः Cannabis indica) एक प्रकार का पौधा है जिसकी पत्तियों को पीस कर भांग तैयार की जाती है। उत्तर भारत में इसका प्रयोग बहुतायत से स्वास्थ्य, हल्के नशे तथा दवाओं के लिए किया जाता है। भारतवर्ष में भांग के अपने आप पैदा हुए पौधे सभी जगह पाये जाते हैं। भांग विशेषकर उत्तर प्रदेश, बिहार एवं पश्चिम बंगाल में प्रचुरता से पाया जाता है। भांग के पौधे 3-8 फुट ऊंचे होते हैं। इसके पत्ते एकान्तर क्रम में व्यवस्थित होते हैं। भांग के ऊपर की पत्तियां 1-3 खंडों से युक्त तथा निचली पत्तियां 3-8 खंडों से युक्त होती हैं। निचली पत्तियों में इसके पत्रवृन्त लम्बे होते हैं। भांग के नर पौधे के पत्तों को सुखाकर भांग तैयार की जाती है। भांग के मादा पौधों की रालीय पुष्प मंजरियों को सुखाकर गांजा तैयार किया जाता है। भांग की शाखाओं और पत्तों पर जमे राल के समान पदार्थ को चरस कहते हैं। भांग की खेती प्राचीन समय में 'पणि' कहे जानेवाले लोगों द्वारा की जाती थी। ईस्ट इण्डिया कम्पनी ने कुमाऊँ में शासन स्थापित होने से पहले ही भांग के व्यवसाय को अपने हाथ में ले लिया था तथा काशीपुर के नजदीक डिपो की स्थापना कर ली थी। दानपुर, दसोली तथा गंगोली की कुछ जातियाँ भांग के रेशे से कुथले और कम्बल बनाती थीं। भांग के पौधे का घर गढ़वाल में चांदपुर कहा जा सकता है। इसके पौधे की छाल से रस्सियाँ बनती हैं। डंठल कहीं-कहीं मशाल का काम देता है। पर्वतीय क्षेत्र में भांग प्रचुरता से होती है, खाली पड़ी जमीन पर भांग के पौधे स्वभाविक रूप से पैदा हो जाते हैं। लेकिन उनके बीज खाने के उपयोग में नहीं आते हैं। टनकपुर, रामनगर, पिथौरागढ़, हल्द्वानी, नैनीताल, अल्मोडा़, रानीखेत,बागेश्वर, गंगोलीहाट में बरसात के बाद भांग के पौधे सर्वत्र देखे जा सकते हैं। नम जगह भांग के लिए बहुत अनुकूल रहती है। पहाड़ की लोक कला में भांग से बनाए गए कपड़ों की कला बहुत महत्वपूर्ण है। लेकिन मशीनों द्वारा बुने गये बोरे, चटाई इत्यादि की पहुँच घर-घर में हो जाने तथा भांग की खेती पर प्रतिबन्ध के कारण इस लोक कला के समाप्त हो जाने का भय है। होली के अवसर पर मिठाई और ठंडाई के साथ इसका प्रयोग करने की परंपरा है। भांग का इस्तेमाल लंबे समय से लोग दर्द निवारक के रूप में करते रहे हैं। कई देशों में इसे दवा के रूप में भी उपलब्ध कराया जाता है। .

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भवानी चरन मुखर्जी

भवानी चरन मुखर्जी को प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में सन १९६६ में भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:१९६६ पद्म भूषण.

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भूपति मोहन सेन

भूपति मोहन सेन को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९७४ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:१९७४ पद्म भूषण.

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भूरी छाती वाला तीतर

भूरी छाती वाला तीतर (Chestnut-breasted Partridge) (Arborophila mandellii) तीतर परिवार का एक पक्षी है जो ब्रह्मपुत्र के उत्तर में स्थित पूर्वी हिमालय का मूल निवासी है और भारत के अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम तथा पश्चिम बंगाल (केवल दार्जीलिंग के क्षेत्र में) में, भूटान में, तथा दक्षिण-पूर्वी तिब्बत में जाना जाता है। .

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मणिपुरी बटेर

मणिपुरी बटेर (Manipur Bush Quail) (Perdicula manipurensis) भारत में पाई जाने वाली बटेर पक्षी की एक क़िस्म है, जो कि पश्चिम बंगाल, असम, नागालैण्ड, मणिपुर और मेघालय के दलदली इलाकों में, जहाँ ऊँची घास होती है, पाया जाता है। पहले इसकी आबादी पर्याप्त थी और यह अक्सर पूर्वोत्तर भारत में तथा उत्तर भारत, जो अब बांग्लादेश है, में देखा जा सकता था। लेकिन इसके आवास क्षेत्रों के या तो संकुचित होने से और या खण्डित होने से इसकी आबादी निरंतर कम होती जा रही है और इसी कारण से इसे अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ ने असुरक्षित श्रेणी में रखा है। इस पक्षी को आख़िरी बार सन् १९३२ में देखा गया था और वैज्ञानिकों का यह मानना था कि यह विलुप्त हो गया है। लेकिन सन् २००६ में फिर से मानस राष्ट्रीय उद्यान में देखा गया हालांकि इसका चित्र नहीं उतारा जा सका और अब पक्षी प्रेमियों में यह रोमांच का विषय हो गया है। इसको मणिपुरी भाषा में लैंक्स सॉइबॉल कहते हैं। .

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मणिपुरी भाषा

मणिपुरी (या मीतै भाषा, या मैतै भाषा) भारत के असम के निचले हिस्सों एवं मणिपुर प्रांत के लोगों द्वारा बोली जाने वाली प्रमुख भाषा है। इसकी कई उपभाषाएँ भी हैं। मणिपुरी भाषा, मेइतेइ मायेक लिपि में तथा पूर्वी नागरी लिपि में लिखी जाती है। मीतै लिपि में रचित एक पाण्डुलिपि .

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मणींद्रनाथ चक्रवर्ती

मणींद्रनाथ चक्रवर्ती को प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा, सन १९७१ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९७१ पद्म भूषण.

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मथुरापुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

मथुरापुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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मधुबनी

मधुबनी भारत के बिहार प्रान्त में दरभंगा प्रमंडल अंतर्गत एक प्रमुख शहर एवं जिला है। दरभंगा एवं मधुबनी को मिथिला संस्कृति का द्विध्रुव माना जाता है। मैथिली तथा हिंदी यहाँ की प्रमुख भाषा है। विश्वप्रसिद्ध मिथिला पेंटिंग एवं मखाना के पैदावार की वजह से मधुबनी को विश्वभर में जाना जाता है। इस जिला का गठन १९७२ में दरभंगा जिले के विभाजन के उपरांत हुआ था।मधुबनी चित्रकला मिथिलांचल क्षेत्र जैसे बिहार के दरभंगा, मधुबनी एवं नेपाल के कुछ क्षेत्रों की प्रमुख चित्रकला है। प्रारम्भ में रंगोली के रूप में रहने के बाद यह कला धीरे-धीरे आधुनिक रूप में कपड़ो, दीवारों एवं कागज पर उतर आई है। मिथिला की औरतों द्वारा शुरू की गई इस घरेलू चित्रकला को पुरुषों ने भी अपना लिया है। वर्तमान में मिथिला पेंटिंग के कलाकारों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मधुबनी व मिथिला पेंटिंग के सम्मान को और बढ़ाये जाने को लेकर तकरीबन 10,000 sq/ft में मधुबनी रेलवे स्टेशन के दीवारों को मिथिला पेंटिंग की कलाकृतियों से सरोबार किया। उनकी ये पहल निःशुल्क अर्थात श्रमदान के रूप में किया गया। श्रमदान स्वरूप किये गए इस अदभुत कलाकृतियों को विदेशी पर्यटकों व सैनानियों द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है। .

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मधुमिता बिष्ट

  मधुमिता बिष्ट (5 अक्टूबर 1964 को जलपाईगुड़ी में मधुमिता गोस्वामी को जन्मी) भारत के पश्चिम बंगाल की एक पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी हैं।  वह आठ बार राष्ट्रीय एकल विजेता, नौ बार युगल विजेता और बारह बार मिश्रित युगल विजेता हैं।  .

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मनोहर आइच

मनोहर आइच (17 मार्च 1912 - 5 जून 2016) एक भारतीय बॉडी बिल्डर थे। ‘पॉकेट हरक्यूलिस’ के नाम से प्रसिद्ध मनोहर आइच ने वर्ष 1950 में 36 वर्ष की आयु में मिस्टर हरक्यूलिस टाइटल जीता था। आज़ादी के पश्चात (1951 में मोनोतोष राय के बाद) वर्ष 1952 में मिस्टर यूनिवर्स का खिताब जीतने वाले वे दूसरे भारतीय थे। वर्ष 1942 में वे रॉयल इंडियन एयर फोर्स में शामिल हुए थे। वर्ष 2015 में पश्चिम बंगाल सरकार ने उन्हें ‘बंगविभूषण अवॉर्ड’ से सम्मानित किया था। .

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ममता बनर्जी

ममता बनर्जी (মমতা বন্দ্যোপাধ্যায়, जन्म: जनवरी 5, 1955) भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल की वर्तमान मुख्यमंत्री एवं राजनैतिक दल तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख हैं। उनके अनुयायियों उन्हें दीदी (बड़ी बहन) के नाम से संबोधित करते हैं। .

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ममताज़ संघमिता

ममताज़ संघमिता भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की बर्धमान-दुर्गापुर सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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मरसिया

मरसिया पश्चिम बंगाल का परिद्ध लोक नृत्य है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोक नृत्य.

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महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ

महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी में स्थित एक विश्वविद्यालय है। पहले इसे केवल काशी विद्यापीठ के नाम से ही जाना जाता था किन्तु बाद में इसे भारत के महान नेता महात्मा गाँधी को पुनः समर्पित किया गया और उनका नाम इसके साथ जोड़ दिया गया (११ जुलाई १९९५)। इस विश्वविद्यालय में स्नातक, परास्नातक एवं अनुसंधान स्तर की शिक्षा उपलब्ध है। विश्वविद्यालय ने देश के प्रतिष्ठित पत्रिका इंडिया टुडे के सर्वे में देश भर में 13वां स्थान अर्जित किया। .

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महात्मा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय

महात्मा गांधी मेडिकल कालेज ऐंड हास्पिटल झारखंड प्रांत के जमशेदपुर शहर के बाहरी छोर पर राष्ट्रीय राजमार्ग 33 पर स्थित है। राँची विश्वविद्यालय से संबद्ध यह संस्थान दक्षिणी झारखंड सहित पश्चिम बंगाल एवं उड़ीसा के निकटवर्ती क्षेत्र के छात्रों के लिए चिकित्सा संबंधी अध्यन का एक प्रमुख केन्द्र है। .

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महानंदा वन्यजीव अभयारण्य

महानंदा वन्यजीव अभ्यारण्य तीस्ता और महानंदा नदियों के बीच, हिमालय की तलहटी पर स्थित है। यह पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में स्थित है। यह दार्जिलिंग वन्यजीव विभाजन के अंतर्गत आता है और यहाँ सिलीगुड़ी से ३० मिनट में पहुँचा जा सकता है। अभयारण्य १५९ वर्ग किमी आरक्षित जंगल में फैला हुआ है और १९५५ में एक खेल अभयारण्य के रूप में शुरू किया गया था। १९५९ में, इसे मुख्य रूप से गौर और बंगाल बाघ की रक्षा के लिए एक अभयारण्य का दर्जा मिला, जो कि विलुप्त होने का खतरा था। श्रेणी:अभयारण्य.

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महारानी चक्रवर्ती

महाराणी चक्रवर्ती एक भारतीय आणविक जीवविज्ञानी है। उन्होंने १९८१ में एशिया और सुदूर पूर्व में पुनः संयोजक डीएनए तकनीक पर पहली प्रयोगशाला पाठ्यक्रम का आयोजन किया। .

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महाश्वेता देवी

महाश्वेता देवी (14 जनवरी 1926 – 28 जुलाई 2016) रेमन मैगसेसे पुरस्कार.

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महिला सुरक्षा के आधार पर भारत के राज्यों की सूची

यह सूची भारत के राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को महिला सुरक्षा के मामले में 2012 की स्थिति अनुसार क्रमित करती है। यह सूची भारत सरकार के राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा 2012 में प्रकाशित भारत में अपराध प्रतिवेदन से संकलित की गई है। रैंक महिलाओं पर हुए प्रहार की दर के आधार पर दी गई है। प्रहार दर प्रति एक लाख महिलाओं पर महिला की लाजभंग करने के इरादे से (भारतीय दण्ड संहिता की धारा 314) उस पर किए गए आरोपित प्रहारों की घटनाओं का प्रतिनिधित्व करता है। कम प्रहार दर वाले राज्य या केन्द्र-शासित प्रदेश को महिलाओं के अधिक सुरक्षित समझा जाता है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आँकड़ो के अनुसार जम्मू और कश्मीर, केरल, और उड़ीसा महिलाओं पर हुए प्रहारों की दर के आधार पर सबसे ऊपर है और पाँच सर्वाधिक सुरक्षित राज्य हैं बिहार, नागालैण्ड, झारखण्ड, गुजरात और पंजाब। .

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महेन्द्रनाथ गुप्त

महेन्द्रनाथ गुप्त (মহেন্দ্রনাথ গুপ্ত) (1854-1932) श्रीमान 'एम' और 'मास्टर महाशय' के नाम से अधिक परिचित हैं। वे श्रीरामकृष्ण वचनामृत नामक विख्यात पुस्तक के रचयिता हैं। महेन्द्रनाथ गुप्त बीसवीं सदी के भारतीय संत परमहंस योगानंद के गुरु भी थे। .

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मानव तस्करी की घटनाओं के आधार पर भारत के राज्यों और संघ क्षेत्रों की सूची

इस सूची में भारत के राज्य और केन्द्र-शासित प्रदेश 2012 में मानव तस्करी की घटनाओं के आधार पर क्रमित हैं, और अपराध-सिद्धि पर आधारित है। यह सूची भारत सरकार के राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो द्वारा प्रकाशित 2012 भारत में अपराध प्रतिवेदन से संकलित की गई है। इस प्रतिवेदन के अनुसार मानव तस्करी की घटनाओं के मामले में तीन अग्रणी राज्य हैं उत्तर प्रदेश, तमिल नाडु और केरल। .

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मायापुर

मायापुर (মায়াপুর) पश्चिम बंगाल के नदिया जिला में गंगा नदी के किनारे, उसके जलांगी नदी से संगम के बिंदु पर बसा हुआ एक छोटा सा शहर है। यह नवद्वीप के निकट है। यह कोलकाता से १३० कि॰मी॰ उत्तर में स्थित है। यह हिन्दू धर्म के गौड़ीय वैष्णव सम्प्रदाय के लिए अति पावन स्थल है। यहां उनके प्रवर्तक श्री चैतन्य महाप्रभु का जन्म हुआ था। इन्हें श्री कृष्ण एवं श्री राधा का अवतार माना जाता है। यहां लाखों श्रद्धालु तीर्थयात्री प्रत्येक वर्ष दशनों हेतु आते हैं। यहां इस्कॉन समाज का बनवाया एक मंदिर भी है। इसे इस्कॉन मंदिर, मायापुर कहते हैं। मायापुर में जलांगी नदी को नाव द्वारा पार करते हुए लोग भक्तिविनोद ठाकुर द्वारा १८८० में चैतन्य महाप्रभु की जन्मस्थली पर निर्मित मंदिर श्रीला प्रभुपाद का समाधि मंदिर मायापुर अपने शानदार मन्दिरों के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है। इन मन्दिरों में भगवान श्री कृष्णको समर्पित इस्कान मन्दिर प्रमुख है। मन्दिरों के अलावा पर्यटक यहां पर सारस्वत अद्वैत मठ और चैतन्य गौडिया मठ की यात्रा भी कर सकते हैं। होली के दिनों मे मायापुर की छटा देखने लायक होती है क्योंकि उस समय यहां पर भव्य रथयात्रा आयोजित की जाती है। यह रथयात्रा आपसी सौहार्द और भाईचारे का प्रतीक मानी जाती है। Jai shri krishna .

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मालदा टाउन

प्राकृतिक विविधताओं से भरा मालदा पश्चिम बंगाल में स्थित है। यह मालदा जिला का मुख्यालय है। इसे इंग्लिश बाजार के नाम से भी जाना जाता है। पर्यटक यहां पर घने जंगलों और नदियों के खूसबूरत दृश्य देख सकते हैं। मालदा के जंगलों और नदियों के मनोहारी दृश्य देखना पर्यटकों को बहुत पसंद आता है क्योंकि जंगलों में सैर के समय वह अनेक प्रजाति के आकर्षक पेड़-पौधे और वन्य जीवों को देख सकते हैं। इन जंगलों में नीम, इमली, पीपल, आम और बांस के झुण्ड बहुतायत में पाए जाते हैं। जंगलों की भांति नदियों की मनोहर झलकियां देखना भी पर्यटकों को बहुत पसंद आता है। पर्यटक इन नदियों में विभिन्न प्रजातियों की मछलियों को देख सकते हैं। इन प्रजातियों में रोहू, काटला, चीतल, बोएल, मगुर, शोल, हिलिषा, पाबदा और अनेक प्रकार के केकड़े प्रमुख हैं। .

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मालदा दक्षिण लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

मालदा दक्षिण लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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मालदा जिला

मालदा মালদা भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक जिला है। इसका मुख्यालय मालदा टाउन है। .

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मालदा उत्तर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

मालदा उत्तर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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माल्टो भाषा

मालटो या पहाड़िया पूर्व भारत के बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल व उड़ीसा राज्यों और बंग्लादेश के कुछ छोटे क्षेत्रों में बोली जाने वाली एक उत्तरी द्रविड़ भाषा है। इसकी कुमारभाग पहाड़िया और सौरिया पहाड़िया नामक दो उपभाषाएँ हैं जिन्हें कुछ भाषावैज्ञानिक दो सम्बन्धित लेकिन स्वतंत्र भिन्न भाषाएँ समझते हैं। कुमारभाग पहाड़िया झारखंड और पश्चिम बंगाल तथा उड़ीसा के कुछ सीमित क्षेत्रों में, जबकि सौरिया पहाड़िया बिहार और पश्चिम बंगाल में तथा बंग्लादेश के सीमित इलाक़ों में बोली जाती हैं। इन दोनों के शब्दों में ८०% की सामानता मापी गई है। मालटो भारत की सबसे उत्तरी द्रविड़ भाषा है।, Sanford B. Steever, pp.

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माहली

माहली जनजाति झारखंड के ज्यादातर हिस्सों तथा पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और असम के कुछ जिलों में रहने वाली भारत की प्राचीनतम जनजातियों में से एक है। ये भारत के प्रमुख आदिवासी समूह है। इनका निवास स्थान मुख्यतः झारखंड प्रदेश है। झारखंड से बाहर ये बंगाल, बिहार, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, असम, मे रहते है। माहली प्रायः नाटे कद के होता है। इनकी नाक चौड़ी तथा चिपटी होती है। इनका संबंध प्रोटो आस्ट्रेलायड से है। माहली के समाज मे मुख्य व्यक्ति इनका मांझी होता है। मदिरापान तथा नृत्य इनके दैनिक जीवन का अंग है। अन्य आदिवासी समुहों की तरह इनमें भी जादू टोना प्रचलित है। ये बांस के कार्य करते हुए देखे जाते है। माहली की अन्य विषेशता इनके सुन्दर ढंग के मकान हैं जिनमें खिडकीयां नहीं होती हैं। माहली मारांग बुरु की उपासना करतें हैं ये पूर्वजो द्वारा जो परम्परा पीढ़ीयों से चली आ रही है उसको मानते है ये धर्म पूर्वी लोग होते है। इनकी भाषा संथाली और लिपि ओल चिकी है। इनके बारह मूल गोत्र हैं ; बास्के, मुर्मू, बेसरा, किस्कू, हेम्ब्रम, हासंदा, टुडू, करुणामय, मार्डी, सामन्त आदि। माहली समुदाय मुख्यतः बाहा, सोहराय, माग, ऐरोक, माक मोंड़े, जानथाड़, हरियाड़ सीम, आराक सीम, जातरा, पाता, बुरु मेरोम, गाडा पारोम तथा सकरात नामक पर्व / त्योहार मनाते हैं। इनके विवाह को 'बापला' कहा जता है। माहली समुदाय मे कुल 23 प्रकार की विवाह प्रथायें है, जो निम्न प्रकार है - 1.

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मिथुन चक्रवर्ती

मिथुन चक्रवर्ती (মিঠুন চক্রবর্তী) (बचपन का नाम गौरांग चक्रवर्ती) का जन्म जून 16, 1952 को हुआ। ये भारत के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त कर चुके एक किवदंती फिल्म अभिनेता, सामाजिक कार्यकर्ता, उद्यमी और राज्यसभा के सांसद हैं। मिथुन ने अपने अभिनय की शुरुआत कला फिल्म मृगया (1976) से की, जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए पहला राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार प्राप्त हुआ। 1980 के दशक के अपने सुनहरे दौर में एक डांसिंग स्टार के रूप में उनके बहुत सारे प्रसंशक बने और खुद को उन्होंने भारत के सबसे लोकप्रिय प्रमुख अभिनेता के रूप में स्थापित किया, विशेष रूप से 1982 में बहुत बड़ी हिट फिल्म डिस्को डांसर में स्ट्रीट डांसर जिमी की भूमिका ने उन्हें लोकप्रिय बनाया। कुल मिलाकर बॉलीवुड की 350 से अधिक फिल्मों में अभिनय के अलावा उन्होंने बांग्ला, उड़िया और भोजपुरी में भी बहुत सारी फिल्में की। मिथुन मोनार्क ग्रुप के मालिक भी हैं जो होस्पिटालिटी सेक्टर में कार्यरत है। .

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मिष्ठी

मिष्ठी एक भारतीय अभिनेत्री हैं। इन्होने सुभाष घई की फिल्म कांची:दी अनब्रेकेबल (2014) से बॉलीवुड में डेब्यू किया। इनका वास्तविक नाम इन्द्रानी चक्रवर्ती हैं। फिल्मो में काम करने से पहले मिष्ठी कोलकाता के एक निजी विद्यालय में अंग्रेजी की शिक्षिका थी। .

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मिहिदाना

मिहिदाना, बर्धमान, पश्चिम बंगाल, भारत की एक भारतीय मिठाई है। पारंपरिक रूप से इसे बुन्दी के रूप में भी वर्णित किया जाता है । मिहिदाना, दो शब्दों से लिया गया है। मिठाई पाउडर कामिनिभोग, गोबिंदभोग और बासमती चावल से बनाई जाती है, जबकि सुनहरे रंग के लिए इसमें बेसन का आटा और केसर की थोड़ी मात्रा की मिश्रित होती है। इसके बाद इसे तब तक पानी में मिक्स किया जाता है जब तक वह अपना सुनहरा रंग न ले। फिर यह मिश्रण एक पीतल के लेटल के माध्यम से छोटे छेद के साथ घी और गहरे तले हुए बर्तन में डाला जाता है। इस तरह यह मिहिदाना बनकर तैयार हो जाता है। .

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मिहिर कुमार सेन

मिहिर कुमार सेन को खेल के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९६७ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९६७ पद्म भूषण.

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मई 2015 नेपाल भूकम्प

१२ मई २०१५ को दिन में १२ बजकर ३९ मिनट पर एक बार फिर ७.४ के परिमाण का भूकम्प आया। बजकर 9 मिनट पर भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। इसके बाद दोपहर 1 बजकर 44 मिनट पर फिर भूकंप का झटका आया। इसकी तीव्रता 4.4 थी। भूकम्प के ३ अभिकेन्द्रों में से २ नेपाल व १ अफगानिस्तान में है। नेपाल में इसकी तीव्रता ज्यादा है। नेपाल में एक केंद्र की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.3 और दूसरे की 6.2 मापी गई है। नेपाल के कोदारी में भूकंप का केंद्र जमीन से 18 किलोमीटर नीचे था। वहीं, अफगानिस्तान में भूकंप की तीव्रता रिएक्टर पैमाने पर 6.9 मापी गई है। इन झटकों के बाद दिल्ली और कोलकाता में मेट्रो रेल सेवा रोक दी गई है। .

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मंदाक्रांता सेन

मंदाक्रांता सेन.

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मकर संक्रान्ति

मकर संक्रान्ति हिन्दुओं का प्रमुख पर्व है। मकर संक्रान्ति पूरे भारत और नेपाल में किसी न किसी रूप में मनाया जाता है। पौष मास में जब सूर्य मकर राशि पर आता है तभी इस पर्व को मनाया जाता है। वर्तमान शताब्दी में यह त्योहार जनवरी माह के चौदहवें या पन्द्रहवें दिन ही पड़ता है, इस दिन सूर्य धनु राशि को छोड़ मकर राशि में प्रवेश करता है। एक दिन का अंतर लौंद वर्ष के ३६६ दिन का होने ही वजह से होता है | मकर संक्रान्ति उत्तरायण से भिन्न है। मकर संक्रान्ति पर्व को कहीं-कहीं उत्तरायणी भी कहते हैं, यह भ्रान्ति गलत है कि उत्तरायण भी इसी दिन होता है । उत्तरायण का प्रारंभ २१ या २२ दिसम्बर को होता है | लगभग १८०० वर्ष पूर्व यह स्थिति उत्तरायण की स्थिति के साथ ही होती थी, संभव है की इसी वजह से इसको व उत्तरायण को कुछ स्थानों पर एक ही समझा जाता है | तमिलनाडु में इसे पोंगल नामक उत्सव के रूप में मनाते हैं जबकि कर्नाटक, केरल तथा आंध्र प्रदेश में इसे केवल संक्रांति ही कहते हैं। .

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मुण्डा

मुंडा एक भारतीय आदिवासी समुदाय है, जो मुख्य रूप से झारखण्ड के छोटा नागपुर क्षेत्र में निवास करता है| झारखण्ड के अलावा ये बिहार, पश्चिम बंगाल, ओड़िसा आदि भारतीय राज्यों में भी रहते हैं| इनकी भाषा मुंडारी आस्ट्रो-एशियाटिक भाषा परिवार की एक प्रमुख भाषा है| उनका भोजन मुख्य रूप से धान, मड़ूआ, मक्का, जंगल के फल-फूल और कंध-मूल हैं | वे सूत्ती वस्त्र पहनते हैं | महिलाओं के लिए विशेष प्रकार की साड़ी होती है, जिसे बारह हथिया (बारकी लिजा) कहते हैं | पुरुष साधारण-सा धोती का प्रयोग करते हैं, जिसे तोलोंग कहते हैं | मुण्डा, भारत की एक प्रमुख जनजाति हैं | २० वीं सदी के अनुसार उनकी संख्या लगभग ९,०००,००० थी |Munda http://global.britannica.com/EBchecked/topic/397427/Munda .

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मुर्शिदाबाद

मुर्शिदाबाद भारत के पश्चिम बंगाल का एक प्रमुख शहर एवं लोकसभा क्षेत्र है। .

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मुर्शिदाबाद लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

मुर्शिदाबाद लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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मुर्शिदाबाद जिला

मुर्शिदाबाद भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एक प्रशासकीय जिला है। इसका मुख्यालय बेहरामपुर में स्थित है। अनेक धर्मो, जातियों और संस्कृतियों का संगम मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल में स्थित है। यहां पर पर्यटक बौद्ध, ब्राह्मण, वैष्णव, जैन और ईसाई धर्म का अनूठा संगम देख सकते हैं। इनके अलावा यह अपने ऐतिहासिक और प्राकृतिक पर्यटक स्थलों के लिए भी पूरे विश्व में जाना जाता है। यहां पर भगीरथी नदी बहती है जो मुर्शिदाबाद को दो भागों बांटती है। भागीरथी के मनमोहक दृश्य देखने पर्यटक दूर-दूर से यहां आते हैं। नदी के आस-पास का क्षेत्र भी काफी सुन्दर और आकर्षक है। यहां पर पर्यटक बेहतरीन पिकनिक का आनंद ले सकते हैं। पिकनिक मनाने के बाद मुर्शिदाबाद में मनोहारी पर्यटक स्थलों की सैर भी की जा सकती है। .

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मौमा दास

मौमा दास (Mouma Das) (जन्म २४ फ़रवरी १९८४) एक भारतीय महिला टेबल टेनिस के पश्चिम बंगाल,भारत के खिलाड़ी है। इनका जन्म तथा लालन पालन कोलकाता में हुआ था। २०१३ में इनको अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया। इन्होंने २००४ के ओलम्पिक खेलों में भी हिस्सा लिया था। इन्होंने दूसरी बार ओलम्पिक खेलों में २०१६ के ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक खेलों में भाग लिया। .

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मौलाना सूफी मूफ्ती अज़ानगाछी साहेब

हज़रत मौलाना सूफी मूफ्ती अज़ानगाछी साहेब (र०) (उर्दू: مولانا صوفی مفتی اذانگاچھی, अंग्रेजी: Maulana Sufi Mufti Azangachhi Shaheb (1828 या 1829 - 19 दिसंबर 1932)), एक महान भारतीय सूफी संत थे। ये पश्चिम बंगाल के बागमारी में एक इस्लामी सुफी गैर सरकारी संगठन, हक्कानी अंजुमन के स्थापकके रूप में काफी परिचीत हैं। ये इस्लाम धर्म के दुसरे खलीफा हजरत उमर (रह०) के 36 वें बाद की पीढ़ी से संबंधित हैं। सूफ़ीम एक तरीका है, जो एक व्यक्ति के आध्यात्मिक विकास में मदद करता है और प्रत्येक व्यक्ति के माध्यम से, कुल प्रणाली में अनुशासन लाने में मदद करता है। हज़रत मौलाना अज़ानगाछी (रए•) ऐसे सूफी थे, जिन्होंने 1920 के दशक और 1930 के शुरुआती दिनों में ब्रिटिश बंगाल (अब बांग्लादेश और भारत के पूर्वी भाग) में सुफ़िज्म का प्रसार किया। उन्होंने एक तारिका विकसित किया, जिसका नाम तारिका ई जामिया | .

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मौली गांगुली

मौली गांगुली एक भारतीय अभिनेत्री है। इन्होंने हिंदी के अलावा बंगाली फ़िल्मों तथा धारावाहिकों में कार्य किया है। .

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मौसम नूर

मौसम नूर भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की मालदा उत्तर सीट से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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मृदा

पृथ्वी ऊपरी सतह पर मोटे, मध्यम और बारीक कार्बनिक तथा अकार्बनिक मिश्रित कणों को मृदा (मिट्टी / soil) कहते हैं। ऊपरी सतह पर से मिट्टी हटाने पर प्राय: चट्टान (शैल) पाई जाती है। कभी कभी थोड़ी गहराई पर ही चट्टान मिल जाती है। 'मृदा विज्ञान' (Pedology) भौतिक भूगोल की एक प्रमुख शाखा है जिसमें मृदा के निर्माण, उसकी विशेषताओं एवं धरातल पर उसके वितरण का वैज्ञानिक अध्ययन किया जाता हैं। पृथऽवी की ऊपरी सतह के कणों को ही (छोटे या बडे) soil कहा जाता है .

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मृगंक महतो

मृगंक महतो भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की पुरूलिया सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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मेदिनीपुर

मेदिनीपुर भारत के पश्चिम बंगाल प्रान्त का एक जिला है। श्रेणी:शहर.

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मेदिनीपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

मेदिनीपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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मेघना नदी

बांग्लादेश के मानचित्र में मेघना सहित अन्य नदियां मेघना नदी (बांग्ला: মেঘনা নদী) बांग्लादेश की एक मुख्य नदी है। यह गंगा नदी के मुहाने पर (डेल्टा) बनाने वाली तीन मुख्य सहायक नदियों में से एक है। इन नदियों से विश्व का सबसे बड़ा डेल्टा, सुंदरवन बनता है, जो बंगाल की खाड़ी में खुलता है। मेघना में पद्मा नदी चांदपुर जिला में मिलती है और अंततः ये भोला जिला में बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। River Meghna from the bridge over the river पूरी तरह बांग्लादेश की सीमाओं के भीतर सीमित नदियों में मेघना नदी सबसे चौड़े पाट वाली है। भोला के निकट एक बिंदु पर यह १२ कि.मी चौड़ी है। अपने अंतिम पड़ावों में नदी लगभग सीधी रेखा में बहती है। अपने बहुत ही शांत एवं सौम्य दृश्य के बावजूद भी यह नदी प्रत्येक वर्ष बहुत सए जान व माल की हानि का कारण बनती है। ढेरों फेरी सेवा की नावें इसमें डूबती हैं, जो सैंकड़ों की मृत्यु का कारण होती हैं। खासकर यह चांदपुर जिला के पास बहुत ही खतरनाक है। नदी की औसत गहराई है १०१२ फीट (३०८ मी.) और अधिकतम गहराई है १६२० फीट (४९० मी.)। यह नदी भारत के पश्चिमी बंगाल राज्य के डेल्टाई भाग में एस्चुअरी (estuary) बनाती हुई बंगाल की खाड़ी में गिरती है। गंगा एवं ब्रह्मपुत्र नदी का अधिकांश जल यह नदी समुद्र तक पहुँचाती है। नदी अपने साथ बड़ी मात्रा में मिट्टी लाकर बिछाती है। नदी कभी कभी पाँच, या छह जल धाराओं में बँट जाती है। कभी यह विशाल क्षेत्र में चादर के समान फैलकर बहती है। इसके मुहाने में तीन मुख्य द्वीप हैं। इसमें साल भार नावें तथा स्टीमर सरलता से चलाए जा सकते हैं, लेकिन किनारे बलुए होने से धँस जाते हैं, जो नावों के लिये हानिप्रद है। मानसून के समय में यह खतरा और भी बढ़ जाता है। .

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मेघा चक्रवर्ती

मेघा चक्रवर्ती एक भारतीय अभिनेत्री हैं। यह बड़ी देवरानी आदि धारावाहिक में कार्य कर चुकीं हैं। .

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मेघालय

मेघालय पूर्वोत्तर भारत का एक राज्य है। इसका अर्थ है बादलों का घर। २०१६ के अनुसार यहां की जनसंख्या ३२,११,४७४ है। मेघालय का विस्तार २२,४३० वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में है, जिसका लम्बाई से चौडाई अनुपात लगभग ३:१ का है। IBEF, India (2013) राज्य का दक्षिणी छोर मयमनसिंह एवं सिलहट बांग्लादेशी विभागों से लगता है, पश्चिमी ओर रंगपुर बांग्लादेशी भाग तथा उत्तर एवं पूर्वी ओर भारतीय राज्य असम से घिरा हुआ है। राज्य की राजधानी शिलांग है। भारत में ब्रिटिश राज के समय तत्कालीन ब्रिटिश शाही अधिकारियों द्वारा इसे "पूर्व का स्काटलैण्ड" की संज्ञा दी थी।Arnold P. Kaminsky and Roger D. Long (2011), India Today: An Encyclopedia of Life in the Republic,, pp.

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मोहन बागान ए. सी.

मोहन बागान एथलेटिक क्लब (মোহন বাগান এ. সি.), कोलकाता में स्थित एक भारतीय फुटबॉल क्लब है। यह क्लब 15 अगस्त 1889 को स्थापित किया गया था, इसे भारत का राष्ट्रीय क्लब कहा जाता है और इसे एशिया के सबसे पुराने फुटबॉल क्लब होने का गौरव भी प्राप्त है। यह फुटबॉल टीम अपनी स्थापना के बाद से ही सफल रहा है और इसने भारत के सबसे सफल क्लबों में से एक के रूप में अपनी स्थिति को बनाए रखा है। इसने राष्ट्रीय महत्व की कई ट्राफियां जीती है जैसे- फेडरेशन कप, डूरंड कप, नेशनल फुटबॉल लीग और कोलकाता प्रीमियर डिवीजन। मोहन बागान किसी यूरोपीय टीम को हराने वाली पहली भारतीय टीम थी, जब उन्होने १९११ में ईस्ट यॉर्कशायर रेजीमेंट को हराया था। मोहन बागान की पड़ोसी ईस्ट बंगाल के साथ एक लंबे समय से प्रतिद्वंद्विता रही है, जिनके साथ यह कोलकाता डर्बी प्रतियोगिता में भाग लेते हैं। .

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मोहम्मद सलीम

मोहम्मद सलीम भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की रायगंज सीट से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से भाग लिया। .

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मोहम्मद हबीबुर्रहमान

मोहम्मद हबीबुर्रहमान (बांग्ला: মুহাম্মদ হাবিবুর রহমান‎; 3 दिसंबर 1928 – 11 जनवरी 2014) 1995 में बांग्लादेश के मुख्य न्यायाधीश थे। साथ ही वे 1996 की सामयिक सरकार के मुख्य सलाहकार भी थे, जिसने, सप्तम संसदीय चुनाव के निगरानी की थी। .

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मोहम्मद हामिद अंसारी

मोहम्मद हामिद अंसारी (जन्म १ अप्रैल १९३४), भारत के उपराष्ट्रपति थे। वे भारतीय अल्पसंख्यक आयोग के भूतपूर्व अध्यक्ष भी हैं। वे एक शिक्षाविद, तथा प्रमुख राजनेता हैं, एवं अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के उपकुलपति भी रह चुके हैं। वे 10 अगस्त 2007 को भारत के 13वें उपराष्ट्रपति चुने गये। .

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मीडिया की पहुँच के आधार पर भारत के राज्य

भारत के राज्यों की यह सूची लोगों तक मीडिया की पहुँच के आधार पर है। यह जानकारी एन॰एफ॰एच॰एस-३ से संकलित की गई थी। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण व्यापक-पैमाने, बहु-दौरीय सर्वेक्षण है जो अन्तर्राष्ट्रीय जनसंख्या विज्ञान संस्थान (आई॰आई॰पी॰एस), मुंबई द्वारा कराया जाता है जो परिवार कल्याण और स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्दिष्ट है। एन॰एफ॰एच॰एस-३ ११ अक्टूबर २००७ को जारी किया गया था और पूरा सर्वेक्षण इस वेबसाइट पर देखा जा सकता है। .

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यादवपुर विश्वविद्यालय

यादवपुर विश्वविद्यालय (बांग्ला: যাদবপুর বিশ্ববিদ্যালয় जादॉब्पुर् बिश्शोबिद्दॅलॉय्) भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एक विश्वविद्यालय है। .

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यूनाइटेड बैंक आफ इंडिया

यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया भारत का एक प्रमुख बैंक है। कंपनी का मुख्यालय कोलकाता, पश्चिम बंगाल, भारत में स्थित है। श्रेणी:भारतीय बैंक.

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योल्मो लोग

योल्मो लोगों को कर रहे हैं एक स्वदेशी लोगों के पूर्वी हिमालय क्षेत्रहै। वे खुद को देखें के रूप में "Yolmowa" या "Hyolmopa", और natively में रहते हैं हेलम्बू और Melamchi घाटियों (पर स्थित 43.4 किलोमीटर/27 मील की दूरी पर और 44.1 किलोमीटर/27.4 मील के उत्तर के लिए काठमांडू क्रमशः) और आसपास के क्षेत्रों के पूर्वोत्तर नेपाल.

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रत्ना डे

रत्ना डे भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की हुगली सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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रफीउद्दीन अहमद

रफीउद्दीन अहमद को चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में सन १९६४ में भारत सरकार द्वारा, पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९६४ पद्म भूषण.

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रमेश चन्द्र झा

रमेशचन्द्र झा (8 मई 1928 - 7 अप्रैल 1994) भारतीय स्वाधीनता संग्राम में सक्रिय क्रांतिकारी थे जिन्होंने बाद में साहित्य के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय भूमिका निभाई। वे बिहार के एक स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ साथ हिन्दी के कवि, उपन्यासकार और पत्रकार भी थे। बिहार राज्य के चम्पारण जिले का फुलवरिया गाँव उनकी जन्मस्थली है। उनकी कविताओं, कहानियों और ग़ज़लों में जहाँ एक तरफ़ देशभक्ति और राष्ट्रीयता का स्वर है, वहीं दुसरी तरफ़ मानव मूल्यों और जीवन के संघर्षों की भी अभिव्यक्ति है। आम लोगों के जीवन का संघर्ष, उनके सपने और उनकी उम्मीदें रमेश चन्द्र झा कविताओं का मुख्य स्वर है। "अपने और सपने: चम्पारन की साहित्य यात्रा" नाम के एक शोध-परक पुस्तक में उन्होंने चम्पारण की समृद्ध साहित्यिक विरासत को भी बखूबी सहेजा है। यह पुस्तक न केवल पूर्वजों के साहित्यिक कार्यों को उजागर करता है बल्कि आने वाले संभावी साहित्यिक पीढ़ी की भी चर्चा करती है। .

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रस-मलाई

रस-मलाई उत्तरी एवं पूर्वी भारत की एक मिठाई है। इसका मूल भी भारतीय उपमहाद्वीप में ही है। इसमें छेना का एक रसहुल्ला जैसा आकार होता है जो मलाई के रस में डूबा रहता है। यह रस प्रायः केसर युक्त होने के कारण पीले रंग का रहता है। उसके ऊपर कतरी हुई मेवा पड़ी रहती है। श्री के.सी.दास के पड़पोतों के अनुसार ये मिठाई बंगाली मूल की है एवं इसका आविष्कार श्री दास ने ही किया था। रसमलाई एक प्रकार का पकवान है जो दूध, छेना तथा चीनी से बनाया जाता है। .

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रसगुल्ला

रसगुल्ला एक भारतीय पकवान है, जो छेना तथा चीनी से बनाया जाता है। यह मुख्य रूप से ओड़िसा और पश्चिम बंगाल में लोकप्रिय है। आवश्यक सामग्री - .

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राणाघाट

राणाघाट पश्चिम बंगाल के एक शहर है यो नदीय़ा जिळा के अन्तर्भुक्त है। इये शहर कोलकाता से ७४ (74) कि.मि.

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राणाघाट लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

राणाघाट लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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राधा कमल मुखर्जी

राधा कमल मुखर्जी (7 दिसम्बर 1889 - 24 अगस्त 1968) आधुनिक भारत के प्रसिद्ध चिन्तक एवं समाजविज्ञानी थे। वे लखनऊ विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र एवं समाजशास्त्र के प्राध्यापक तथा उपकुलपति रहे। उन्होने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। प्रोफेसर मुकर्जी के ही नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में सर्वप्रथम लखनऊ विश्वविद्यालय में 1921 में समाजशास्त्र का अध्ययन प्रारम्भ हुआ इसलिए वे उत्तर प्रदेश में समाजशास्त्र के प्रणेता के रूप में भी विख्यात हैं। प्रोफेसर मुकर्जी वे इतिहास के अत्यन्त मौलिक दार्शनिक थे। वे 20वीं सदी के कतिपय बहुविज्ञानी सामाजिक वैज्ञानिकों में से एक थे जिन्होंने विभिन्न विषयों- अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, मानवशास्त्र, परिस्थितिविज्ञान, दर्शनशास्त्र, मनोविज्ञान, साहित्य, समाजकार्य, संस्कृति, सभ्यता, कला, रहस्यवाद, संगीत, धर्मशास्त्र, अध्यात्म, आचारशास्त्र, मूल्य आदि विभिन्न अनुशासनों को अपना बहुमूल्य योगदान प्रदान किया है। इन समस्त क्षेत्रों में प्रोफेसर मुकर्जी की अद्वितीय देन उनके द्वारा प्रणयित 50 अमर कृतियों में स्पष्टतः दृष्टिगोचर होती है। भारत सरकार द्वारा उन्हें सन १९६२ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। .

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राभा

जलपाईगुड़ी के एक गाँव में अपने घर के सामने खड़े एक राभा सज्जन राभा भारत के पश्चिम बंगाल तथा असम में रहने वाली एक जनजाति है जिसके बारे में लोगों को बहुत कम पता है। ये लोग जिस भाषा का प्रयोग करते हैं उसे भी 'राभा' ही कहा जाता है। पश्चिम बंगाल में राभा लोग प्रायः जलपाईगुड़ी तथा कूच बिहार में निवास करते हैं। असम के गोयालपाड़ा और कामरूप जिलों में राभा पाए जाते हैं। राभा लोग अपने को 'कोच' कहते हैं तथा ऐतिहासिक कोच राज्य से अपना सम्बन्ध बताते हैं। श्रेणी:भारत की जनजातियाँ श्रेणी:असम के सामाजिक समुदाय राभा जनजाति राभा पश्चिम बंगाल और असम के एक अल्पज्ञात अनुसूचित जनजाति समुदाय है। राभा लोगों द्वारा बोली जाने वाली भाषा / बोली में एक ही नाम की भी है। पश्चिम बंगाल में राभा लोग मुख्य रूप से जलपाईगुड़ी जिले और कूचबिहार में रहते हैं। इसके अलावा, लगभग, उनमें से 70 फीसदी जलपाईगुड़ी जिले में रहते हैं। असम में राभा कामरूप जिलों में ज्यादातर रहते हैं। पूर्वी और पश्चिमी दोअर, के पूरे क्षेत्र राभा के पालने भूमि के रूप में कहा जा सकता है। राभा कोच के रूप में खुद को देखें और ऐतिहासिक कोच किंगडम के लिए एक कनेक्शन पर जोर है। नस्ल और भाषा राभा लोगों की इंडो मंगोल समूह के हैं और इस तरह के गारोस, कछारी, मैक्, कोच,हजोग और दोअर भि राभा के हे। ज्यादातर रूप में बोडो समूह के अन्य सदस्यों के साथ समानता है राभा के रूप में खुद को देखें, लेकिन उनमें से कुछ अक्सर कोचा के रूप में स्वयं की घोषणा। डॉ फ्रांसिस बुकानन-हैमिल्टन के अनुसार, राभा के सामाजिक-धार्मिक और भौतिक जीवन के पहलुओं पाणि-कॉख के उन लोगों के साथ समानता है। दूसरी ओर ई डाल्टन, राभा कछारी जाति की शाखाएं हैं और गारो के साथ जुड़ा हुआ है कि तर्क है। हॉजसन के अनुसार राभा ग्रेट बोडो या मैक् फुट पानी-कोच के हैं और राभा एक ही वंश है और बाद गारो के साथ उनके संबंध नहीं है। एक प्लेफेयर्(1909) भी राभा और गारो के बीच कुछ भाषाई और सांस्कृतिक समानताएं बाहर बताया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि तोग भाषा और रगदानिया (राभा) बोलियों के बीच एक हड़ताली भाषाई समानता है कि वहां मौजूद टिप्पणी। इस समय के कुछ बिंदु पर वे एक दूसरे के साथ संपर्क में रहते थे, को लगता है कि उसे नेतृत्व किया। पश्चिम बंगाल और असम के राभा आम तौर पर स्थानीय बंगाली और असमिया बोलियां बोलते हैं। वन ग्रामों में रहने वाले राभा काफी हद तक उनके मूल राभा बोली बरकरार रखा है। राभा बोली, जॉर्ज अब्राहम ने कहा कि असम-बर्मी शाखा की भाषाओं के समूह बोडो के अंतर्गत आता है। अर्थव्यवस्था और समाज सामान्य रूप में राभा के परंपरागत अर्थव्यवस्था, कृषि, वन आधारित गतिविधियों और बुनाई पर आधारित है। अतीत में, राभा खेती स्थानांतरण अभ्यास करने के लिए प्रयोग किया जाता है। वे गोगो या बिल-हुक के साथ जमीन पर खेती करने के लिए जारी रखा। बाद में वे बसे खेती का काम हाथ में लिया और हल के साथ खेती शुरू कर दिया। खेती के अलावा, शिकार भी राभा लोगों की एक पुरानी प्रथा थी। बुन राभा महिलाओं के एक पारंपरिक व्यवसाय था। एक बार जंगल और व्यवहार बदलता खेती में रहते थे जो राभा, वन सीमाओं की खेती और सीमांकन स्थानांतरण पर प्रतिबंध लगाने, वन विभाग के गठन के बाद से, औपनिवेशिक शासकों द्वारा जंगल में उनके अधिकारों से वंचित थे। नतीजतन, औपनिवेशिक भूमि निपटान प्रणाली के साथ, या तो अपनाया विस्थापित राभा के सबसे खेती बसे या बागान मजदूरों के रूप में वन गांवों में शरण ली। आजादी के बाद भारत सरकार ने और अधिक या कम राभा जैसे समुदायों के जंगल में उनके अधिकार हासिल नहीं कर सका है, जहां वन प्रबंधन, का एक ही औपनिवेशिक प्रणाली जारी रखा। सफेद कॉलर नौकरियों में उनकी संख्या बहुत अधिक नहीं होगा हालांकि आज, एक, स्कूल के शिक्षकों और सरकारी पदाधिकारियों आदि जैसे सभी आधुनिक व्यवसायों के लिए वन श्रमिकों और किसानों से विविध व्यवसायों में राभा पाता है। धर्म और संस्कृति राभा लोग पारंपरिक रूप से कुछ पशु अनुष्ठानों का अभ्यास करेंगे। बहरहाल, आज वे अधिक बार कुछ हिंदू और कुछ जानवर अनुष्ठानों का एक मिश्रण है, जो एक विश्वास है, का पालन करें। अभी भी किसान के रूप में गांवों में रहते हैं कि जंगल के गांवों और राभा में रहने वाले वन राभा के बीच पूजा पद्धतियों में काफी मतभेद हैं। वन राभा मुख्यधारा हिंदू धर्म के कुछ अनुष्ठानों के साथ मिश्रित परंपरागत पशु प्रथाओं का पालन करें। दूसरी ओर गांव पर राभा के रूप में अभी तक उनकी धार्मिक प्रथाओं का संबंध है स्थानीय हिंदुओं के साथ विलय कर दिया है। राभा लोगों की धार्मिक दुनिया विभिन्न आत्माओं और प्राकृतिक वस्तुओं के साथ व्याप्त है। राभा के मुख्य देवता ऋषि कहा जाता है। ऋषि, वन राभा के साथ ही गांव राभा के लिए, एक पुरुष देवता है। उन्होंने यह भी महाकाल के रूप में जाना जाता है। वन राभा सभी महत्वपूर्ण सामाजिक और धार्मिक अनुष्ठानों में उसे पूजा करते हैं। दुकान के उत्तरी किनारे पर रखा चावल की दो मिट्टी के बर्तन के प्रतिनिधित्व वाले देवताओं रुगतुक और बासेक, वहाँ रहे हैं। इन दो देवताओं ऋषि या महाकाल की बेटियों के रूप में माना जाता है। रुगतुक और बासेक घर के देवताओं और हिंदू देवी लक्ष्मी की तरह धन की देवी-देवताओं के रूप में माना जाता है। रुगतुक और बासेक, परिवार की उत्तराधिकारिणी से विरासत में मिला रहे हैं। अपने पारंपरिक पुजारी डीओसी, इन देवताओं की नींव के लिए शुभ दिन गिना जाता है। वे रखा जाता है, जहां कमरे में परिवार के मुखिया के कब्जे में है। देवताओं किसी भी मूर्तियों के लिए नहीं है। चावल के साथ भरा एक लाल रंग का मिट्टी का घड़ा देवता रुगतुक का प्रतिनिधित्व करता है। एक अंडा घड़े की गर्दन पर रखा जाता है। जैसे अधिकांश आदिवासी समुदायों, नृत्य और संगीत में राभा के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हर रस्म के बाद वे अपने देवताओं अनुग्रहभाजन करने के लिए विभिन्न नृत्यों प्रदर्शन करते हैं। राभा ज्यादातर महिलाएं गाना और नृत्य कर सकते हैं दोनों। सबसे जनजातीय नृत्यों की तरह, राभा के उन कुछ दैनिक कृषि गतिविधि से जुड़े हैं। वे जंगल नाले में मछली पकड़ने का जश्न मनाने के लिए "नाकचुग रेनी" नाम की एक अनोखी नृत्य शैली है। सभी उम्र के राभा महिलाओं को इस नृत्य पूरे दिल में भाग लेते हैं। आज हिंदू धर्म और ईसाई धर्म राभा समुदाय के आकार का है कि दो अन्य प्रमुख धार्मिक ताकतों हैं। ईसाई धर्म के प्रभाव शायद अधिक है। हाल के वर्षों में राभा मिशनरियों के माध्यम से शिक्षा प्राप्त की है लेकिन शायद उनकी स्वदेशी संस्कृति और मान्यताओं से दूर चले गए हैं। लेकिन उत्तर बंगाल राभा के कुछ इलाकों में अभी भी जीवन के अपने पारंपरिक तरीकों से संरक्षित करने के लिए कोशिश कर रहे हैं। यह आधुनिकता के फल से दूर मोड़ के बिना उनके पूर्वजों की सदियों पुरानी प्रथाओं को बनाए रखने के लिए एक संघर्ष है। केवल समय ही उत्तर बंगाल के आदिवासी गढ़ में इस सामाजिक कायापलट-जगह लेने के परिणाम को प्रकट कर सकते हैं। en.wikipedia.org/wiki/Rabha_tribe#mediaviewer/File:Crafts_Museum_New_Delhi_3_Sep_2010-14.JPG.

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राम नारायण चक्रवर्ती

राम नारायण चक्रवर्ती को विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९७२ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:१९७२ पद्म भूषण.

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रामानंद सेनगुप्ता

रामानंद सेनगुप्ता (8 मई 1916 – 23 अगस्त 2017), भारतीय सिनेमा के चलचित्रकार थे। उन्हें अपना पहला ब्रेक मिला जब उन्होंने कोलकाता में फिल्म कॉर्पोरेशन (तब कलकत्ता) में एक सहायक कैमरामैन के रूप में कार्य किया। एक पूर्णकालिक चलचित्रकार के रूप में उनकी पहली फिल्म ‘पूर्वाराग’ थी, जिसका निर्देशन वर्ष 1946 में अरेंदु मुखर्जी ने किया था। उन्होंने जीन रेनोइर, रित्विक घटक एवं मृणाल सेन जैसे महान एवं श्रेष्ठ लोगों के साथ काम किये थे। उन्होंने 70 से अधिक फिल्मों में काम किया। .

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रामारंजन मुखर्जी

रामारंजन मुखर्जी (Ramaranjan Mukherji) (1928-2010) एक भारतीय लेखक, शिक्षाविद्, भारतविद और राष्ट्रीय संस्कृत विद्यापीठ के पूर्व चांसलर थे। वह संस्कृत साहित्य में अपनी विद्वत्ता के लिए जाना जाता है। उन्हें भारत सरकार द्वारा 2010 में, देश के चौथे उच्चतम भारतीय नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। .

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रामवेश

रामवेश पश्चिम बंगाल का परिद्ध लोक नृत्य है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोक नृत्य.

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रामकिंकर बैज

रामकिंकर बैज (बंगला: রামকিঙ্কর বেইজ) (20 मई 1910 – 2 अगस्त 1980) भारत के प्रसिद्ध मूर्तिकार थे। आधुनिक भारतीय मूर्तिकला के अग्रदूतों में उनकी गणना होती थी। रामकिंकर बैज का जन्म पश्चिम बंगाल के बांकुरा में एक आर्थिक और सामाजिक रूप से विपन्न परिवार में हुआ। अपने दृढ़ संकल्प से वह भारतीय कला के प्रतिष्ठित प्रारंभिक आधुनिक कलाकारों में से एक बने। भारतीय कला में उनके अतुल्य योगदान के लिए वर्ष 1970 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया। रामकिंकर जी की स्मारकीय शिल्पकृतियों ने सार्वजनिक कला में अपना एक अलग प्रतिमान स्थापित किया। .

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रामकृष्ण मिशन विवेकानंद विश्वविद्यालय

रामकृष्ण मिशन विवेकानन्द विश्वविद्यालय रामकृष्ण मिशन द्वारा संचालित एक विश्वविद्यालय है। भारत सरकार ने यूजीसी अधिनियम १९५६ की धारा ३ के अन्तर्गत इसे मानित विश्वविद्यालय घोषित किया है। इसके चार प्रांगण (कैम्पस) हैं जो बेलूड़, पश्चिम बंगाल, कोयंबटूर, राँची तथा नरेन्द्रपुर में स्थित हैं। यह विश्वविद्यालय विभिन्न विषयों की शिक्षा देता है जिनमें ग्रामीण एवं जनजाति विकास से लेकर अपंगता प्रबन्धन तथा विशेष शिक्षा, मूलभूत विज्ञान, भारतीय संस्कृति तथा आध्यात्मिक विरासत आदि सम्मिलित हैं। .

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रायगंज लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

रायगंज लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दुर्गापुर

राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, दुर्गापुर राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, दुर्गापुर, पश्चिम बंगाल की स्थापना १९६० में की गई थी और ३ जुलाई २००३ को इसे राष्‍ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के रूप में परिवर्तित किया गया था। इस संस्थान में १५ विभाग हैं। यह संस्थान सिविल इंजीनियरी, विद्युत इंजीनियरी, अभियांत्रिकी इंजीनियरी, रसायन इंजीनियरी, धातुकर्मीय इंजीनियरी, इलैक्ट्रॉनिकी तथा संचार इंजीनियरी, कम्प्यूटर विज्ञान तथा इंजीनियरी, जैब प्रौद्योगिकी तथा सूचना प्रौद्योगिकी जैसे विषयों मे चार-वर्षीय अवर-स्नातक पाठयक्रम चलाता है। यह संस्थान एमबीए तथा एमसीए सहित नौ विषयों में एम.टेक पाठयक्रमों का भी संचालन करता है। यह संस्थान विदेशी विद्यार्थियों के लिए १२० विद्यार्थी क्षमता वाला एक पुरूष छात्रावास, तीन १२० बिस्तर वाले लेक्चरर दीर्घाएं, कम्प्यूटर केन्द्र विस्तार, विद्युत यंत्र प्रयोगशाला, हाई पावर प्रयोगशाला का निर्माण करेगा। .

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राष्ट्रीय बाल श्री सम्मान

राष्ट्रीय बाल श्री सम्मान, ०९ से १६ वर्ष के आयु वर्ग के रचनात्मक बच्चों के लिए भारत सरकार द्वारा प्रदत्त सम्मान है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय (भारत सरकार) के स्वायत्त निकाय द्वारा राष्ट्रीय बाल भवन द्वारा दिए जाने वाले सम्मान में एक पट्टिका, एक प्रमाण पत्र शैक्षिक संसाधन और नकद पुरस्कार सम्मिलित हैं। राष्ट्रीय बाल श्री सम्मान प्रायः नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति द्वारा दिया जाता है। बालश्री सम्मान भारत के ३ राष्ट्रपति पुरस्कारों में से एक है, बाल श्री देश का सर्वोच्च बाल पुरस्कार हैं। .

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राष्ट्रीय राजमार्ग २

1465 किलोमीटर लंबा यह राजमार्ग दिल्ली को कोलकाता से जोड़ता है। इसका रूट दिल्ली - मथुरा - आगरा - कानपुर – इलाहाबाद - वाराणसी - मोहनिया - बरही - पलसित – बैद्यबटी - बारा - कोलकाता है। इस हाईवे पर स्थित ताजनगरी आगरा, दिल्ली से मात्र 203 किमी दूर है। यह सड़क जीटी रोड का दूसरा भाग है, प्रथम भाग एनएच 1 है जो अटारी से दिल्ली तक आता है जिसकी लंबाई 465 किलोमीटर है। इसी हाइवे पर दिल्ली से 160 किमी दूर धार्मिक नगरी वृंदावन और मथुरा के कृष्णमय वातावरण में भी एक दिन बिता सकते हैं। वहीं नंदगांव और बरसाना भी इसी हाईवे के आसपास हैं। आगरा में ताजमहल, आगरा फोर्ट देखने के बाद आप हाईवे-11 से फतेहपुर सीकरी जा सकते हैं। यहां का वास्तुशिल्प अवश्य प्रभावित करेगा। वहां से वापस हाईवे-11 पर आकर आप भरतपुर(राजस्थान) स्थित केवलादेव बर्ड सेंक्चुरी में प्रवासी पक्षियों को देखने का आनंद उठा सकते हैं। श्रेणी:भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग.

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राष्ट्रीय राजमार्ग ३१

११२५ किलोमीटर लंबा यह राजमार्ग बिहार में बरही के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 2 से निकलकर अमीनगाँव तक जाता है। इसका रूट बरही के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 2 से - बख्तियारपुर - मोकमेह - पुर्निया - दलकोला - सिलिगुड़ी - सिवोक - कूच - बेहार- उत्तरी सलमारा - नलबारी - चरली - अमीनगाँव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 37 के संगम तक है। श्रेणी:भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग.

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राष्ट्रीय राजमार्ग ३१ए

९२ किलोमीटर लंबा यह राजमार्ग पूर्वी भारत में सिवोक से निकलकर गंगटोक तक जाता है। श्रेणी:भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग.

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राष्ट्रीय राजमार्ग ३१सी

२३५ किलोमीटर लंबा यह राजमार्ग पूर्वी भारत में गलगलिया के पास से निकलकर बिजनी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 37 में मिल जाता है। इसका रूट गलगलिया के पास - बघदोघरा - चलसा - नगरकाटा - गोयेरकाटा - डल्गाँव - हसीमरा - राजबात खवा - कोचगाँव - सिदिली - बिजनी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 31 तक है। श्रेणी:भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग.

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राष्ट्रीय राजमार्ग ३२

१७९ किलोमीटर लंबा यह राजमार्ग पूर्वी भारत में गोबिन्द्पुर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 2 से निकलकर धनबाद के रास्ते जमशेदपुर तक जाता है। श्रेणी:भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग.

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राष्ट्रीय राजमार्ग ३३

३५२ किलोमीटर लंबा यह राजमार्ग पूर्वी भारत में बरही के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 2 से निकलकर राँची के रास्ते बहाराघोरा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 6 में मिल जाता है। श्रेणी:भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग.

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राष्ट्रीय राजमार्ग ३४

४४३ किलोमीटर यह राजमार्ग पश्चिम बंगाल में दलकोला को कोलकाता से जोड़ता है। इसका रूट दलकोला के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 31 से - बहरामपुर - बरसात – कोलकाता है। श्रेणी:भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग.

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राष्ट्रीय राजमार्ग ३५

६१ किलोमीटर यह राजमार्ग पश्चिम बंगाल में बरसात को बनगाँव से जोड़ता है। इसका रूट बरसात - बनगाँव - भारत बांगलादेश सीमा है। श्रेणी:भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग.

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राष्ट्रीय राजमार्ग ६

१९४९ किलोमीटर लंबा यह राजमार्ग हजीरा से निकलकर पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकत्ता तक जाता है। इसका रूट हजीरा - धुले - नागपुर - रायपुर - संबलपुर - बहाराघोड़ा - कोलकत्ता है। श्रेणी:भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग.

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राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद्

राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (रा.वि॰सं॰प.), भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन एक स्वशासित संगठन है जिसका मूल उद्देश्य विज्ञान संचार है। यह विज्ञान संचार के क्षेत्र में एक प्रमुख संस्थान है और इसका मुख्यालय कोलकाता पश्चिम बंगाल में है। यह संस्थान पूरे देश के विभिन्न क्षेत्रों में फैले 25 विज्ञान संग्रहालयों / केन्द्रों और केन्द्रीय गवेषणा और प्रशिक्षण प्रयोगशाला, कोलकाता का प्रबंधन करता है। इसके अतिरिक्त इसने अब तक 23 विज्ञान केन्द्रों को विकसित किया है जिन्हें विभिन्न राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को सुपुर्द किया जा चुका है। रा.वि॰सं॰प.

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रासबिहारी बोस

रासबिहारी बोस (बांग्ला: রাসবিহারী বসু, जन्म:२५ मई १८८६ - मृत्यु: २१ जनवरी १९४५) भारत के एक क्रान्तिकारी नेता थे जिन्होने ब्रिटिश राज के विरुद्ध गदर षडयंत्र एवं आजाद हिन्द फौज के संगठन का कार्य किया। इन्होंने न केवल भारत में कई क्रान्तिकारी गतिविधियों का संचालन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी, अपितु विदेश में रहकर भी वह भारत को स्वतन्त्रता दिलाने के प्रयास में आजीवन लगे रहे। दिल्ली में तत्कालीन वायसराय लार्ड चार्ल्स हार्डिंग पर बम फेंकने की योजना बनाने, गदर की साजिश रचने और बाद में जापान जाकर इंडियन इंडिपेंडेस लीग और आजाद हिंद फौज की स्थापना करने में रासबिहारी बोस की महत्वपूर्ण भूमिका रही। यद्यपि देश को स्वतन्त्र कराने के लिये किये गये उनके ये प्रयास सफल नहीं हो पाये, तथापि स्वतन्त्रता संग्राम में उनकी भूमिका का महत्व बहुत ऊँचा है। .

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राहुल सांकृतायन

राहुल सांकृत्यायन जिन्हें महापंडित की उपाधि दी जाती है हिन्दी के एक प्रमुख साहित्यकार थे। वे एक प्रतिष्ठित बहुभाषाविद् थे और बीसवीं सदी के पूर्वार्ध में उन्होंने यात्रा वृतांत/यात्रा साहित्य तथा विश्व-दर्शन के क्षेत्र में साहित्यिक योगदान किए। वह हिंदी यात्रासहित्य के पितामह कहे जाते हैं। बौद्ध धर्म पर उनका शोध हिन्दी साहित्य में युगान्तरकारी माना जाता है, जिसके लिए उन्होंने तिब्बत से लेकर श्रीलंका तक भ्रमण किया था। इसके अलावा उन्होंने मध्य-एशिया तथा कॉकेशस भ्रमण पर भी यात्रा वृतांत लिखे जो साहित्यिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण हैं। २१वीं सदी के इस दौर में जब संचार-क्रान्ति के साधनों ने समग्र विश्व को एक ‘ग्लोबल विलेज’ में परिवर्तित कर दिया हो एवं इण्टरनेट द्वारा ज्ञान का समूचा संसार क्षण भर में एक क्लिक पर सामने उपलब्ध हो, ऐसे में यह अनुमान लगाना कि कोई व्यक्ति दुर्लभ ग्रन्थों की खोज में हजारों मील दूर पहाड़ों व नदियों के बीच भटकने के बाद, उन ग्रन्थों को खच्चरों पर लादकर अपने देश में लाए, रोमांचक लगता है। पर ऐसे ही थे भारतीय मनीषा के अग्रणी विचारक, साम्यवादी चिन्तक, सामाजिक क्रान्ति के अग्रदूत, सार्वदेशिक दृष्टि एवं घुमक्कड़ी प्रवृत्ति के महान पुरूष राहुल सांकृत्यायन। राहुल सांकृत्यायन के जीवन का मूलमंत्र ही घुमक्कड़ी यानी गतिशीलता रही है। घुमक्कड़ी उनके लिए वृत्ति नहीं वरन् धर्म था। आधुनिक हिन्दी साहित्य में राहुल सांकृत्यायन एक यात्राकार, इतिहासविद्, तत्वान्वेषी, युगपरिवर्तनकार साहित्यकार के रूप में जाने जाते है। .

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राहुल सांकृत्यायन

राहुल सांकृत्यायन जिन्हें महापंडित की उपाधि दी जाती है हिन्दी के एक प्रमुख साहित्यकार थे। वे एक प्रतिष्ठित बहुभाषाविद् थे और बीसवीं सदी के पूर्वार्ध में उन्होंने यात्रा वृतांत/यात्रा साहित्य तथा विश्व-दर्शन के क्षेत्र में साहित्यिक योगदान किए। वह हिंदी यात्रासहित्य के पितामह कहे जाते हैं। बौद्ध धर्म पर उनका शोध हिन्दी साहित्य में युगान्तरकारी माना जाता है, जिसके लिए उन्होंने तिब्बत से लेकर श्रीलंका तक भ्रमण किया था। इसके अलावा उन्होंने मध्य-एशिया तथा कॉकेशस भ्रमण पर भी यात्रा वृतांत लिखे जो साहित्यिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण हैं। २१वीं सदी के इस दौर में जब संचार-क्रान्ति के साधनों ने समग्र विश्व को एक ‘ग्लोबल विलेज’ में परिवर्तित कर दिया हो एवं इण्टरनेट द्वारा ज्ञान का समूचा संसार क्षण भर में एक क्लिक पर सामने उपलब्ध हो, ऐसे में यह अनुमान लगाना कि कोई व्यक्ति दुर्लभ ग्रन्थों की खोज में हजारों मील दूर पहाड़ों व नदियों के बीच भटकने के बाद, उन ग्रन्थों को खच्चरों पर लादकर अपने देश में लाए, रोमांचक लगता है। पर ऐसे ही थे भारतीय मनीषा के अग्रणी विचारक, साम्यवादी चिन्तक, सामाजिक क्रान्ति के अग्रदूत, सार्वदेशिक दृष्टि एवं घुमक्कड़ी प्रवृत्ति के महान पुरूष राहुल सांकृत्यायन। राहुल सांकृत्यायन के जीवन का मूलमंत्र ही घुमक्कड़ी यानी गतिशीलता रही है। घुमक्कड़ी उनके लिए वृत्ति नहीं वरन् धर्म था। आधुनिक हिन्दी साहित्य में राहुल सांकृत्यायन एक यात्राकार, इतिहासविद्, तत्वान्वेषी, युगपरिवर्तनकार साहित्यकार के रूप में जाने जाते है। .

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राहुल सिन्हा

राहुल सिन्हा एक भारतीय नेता और भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के मौजूदा अध्यक्ष हैं। राहुल सिन्हा ने 20 अक्टूबर 1963 को कोलकाता, पश्चिम बंगाल में पैदा हुआ था। .

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राजभवन

राजभवन भारत के राज्यों के राज्यपालों के आधिकारिक आवास को कहते हैं। भारत के सभी २८ राज्यों के अपने-अपने राजभवन हैं और यह राज्य की राजधानियों में स्थित हैं। सभी राज्यों का प्रत्येक का एक राजभवन है केवल पाँच राज्यों को छोड़कर और यह राज्य हैं: जम्मू और कश्मीर (दो), तमिल नाडु (दो), पश्चिम बंगाल (दो), मध्य प्रदेश (दो) और महाराष्ट्र (चार)। भारतीय राज्यों के राजभवन इस प्रकार हैं.

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राजभवन (पश्चिम बंगाल), दार्जिलिंग

राजभवन दार्जिलिंग भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के राज्यपाल का ग्रीष्मकालीन आधिकारिक आवास है। यह राज्य के दार्जिलिंग नामक नगर में स्थित है। मयंकोटे केलथ नारायणन राज्य के वर्तमान राज्यपाल हैं। .

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राजभवन (पश्चिम बंगाल), कोलकाता

राजभवन कोलकाता भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के राज्यपाल का आधिकारिक आवास है। यह राज्य की राजधानी कोलकाता में स्थित है। मयंकोटे केलथ नारायणन राज्य के वर्तमान राज्यपाल हैं। .

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राजशेखर बोस

राजशेखर बोस को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में १९५६ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९५६ पद्म भूषण.

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राजवंशी जाति

राजवंशी नेपाल के झापा जिल्ला की आदिवासी जनजाति है। यह जनजाति भारत के पश्चिम बंगाल में भी विनिर्दिष्ट है। .

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राइटर्स बिल्डिंग

राइटर्स बिल्डिंग (अंग्रेजी: Writers' Building; बांग्ला: মহাকরণ (महाकरन)), जिसे संक्षेप में अक्सर सिर्फ राइटर्स कहा जाता है, भारत के राज्य पश्चिम बंगाल की राज्य सरकार के सचिवालय की इमारत है। यह पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में स्थित है। 4 अक्टूबर 2013 तक पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री का कार्यालय इसी इमारत में था लेकिन अब इमारत के नवीकरण के कार्य के चलते सरकार के अधिकांश विभाग अस्थायी रूप से हावड़ा में स्थित नाबन्ना नामक एक अन्य इमारत में स्थानांतरित हो गये हैं। मूल रूप से इस इमारत का निर्माण ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के लेखकों यानि राइटर्स के कार्यालय के लिए किया गया था, इसलिए इसे यह नाम मिला है। इस इमारत के वास्तुकार थॉमस ल्यों हैं जिन्होने इसका डिजाइन 1777 में तैयार किया था। वर्षों के दौरान राइटर्स बिल्डिंग का कई बार विस्तार किया गया है। .

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रितुपर्णा सेनगुप्ता

रितुपर्णा सेन सेनगुप्ता (ঋতুপর্ণা সেনগুপ্তা जन्म- 7 नवम्बर 1971) भारत में पिछले दशक से बंग्ला सिनेमा की प्रमुख अभिनेत्री हैं और वर्तमान में समीक्षकों द्वारा सराही गई हिन्दी फिल्मों में भूमिका निभा रही हैं। .

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रितुपर्णो घोष

रितुपर्णो घोष (अंग्रेजी: Rituparno Ghosh, जन्म: 31 अगस्त 1963 - मृत्यु: 30 मई 2013) एक बंगाली फिल्म निर्देशक थे। अर्थशास्त्र में डिग्री प्राप्त करने उपरान्त उन्होंने विज्ञापन एजेंसी में एक रचनात्मक कलाकार के रूप में अपना कैरियर शुरू किया। वर्ष 1994 में उनकी पहली फिल्म हीरेर अंगति रिलीज हुई। उसी वर्ष पर्दे पर आयी उनकी अगली फिल्म उनिशे अप्रैल को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिये राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया। लगभग दो दशकों के अपने फिल्मी कैरियर में उन्होंने कुल 12 राष्ट्रीय और कुछ अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किये। 30 मई 2013 को दिल का दौरा पड़ने से कोलकाता में उनकी मृत्यु हो गयी। .

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रिमी सेन

रिमी सेन (রিমি সেন, जन्म: २१ सितंबर, १९८१) हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .

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रिया सेन

रिया सेन (রিয়া সেন, pron.) (जन्म: रिया देव वर्मा, २४ जनवरी १९८१) एक भारतीय अभिनेत्री और मॉडल हैं। उनकी नानी सुचित्रा सेन, माँ मुनमुन सेन और बहन राइमा सेन भी अभिनेत्रियाँ रही हैं, इस तरह रिया मूलतः अभिनेताओं के परिवार में से है। उन्होंने अपना अभिनय करियर सन् १९९१ में फ़िल्म विषकन्या में एक बाल कलाकार के रूप में शुरू किया। उनको अपने फिल्म कैरियर की पहली व्यवसायिक सफलता सन् २००१ में एन. चंद्रा द्वारा दिग्दर्शित कम बजट वाली सेक्स कॉमेडी हिन्दी फ़िल्म स्टाइल में मिली। उनकी कुछ अन्य फ़िल्मों में निर्माता प्रीतिश नंदी की संगीतमय हिंगलिश (Hinglish) फ़िल्म झंकार बीट्स (2001), शादी नं. 1 (2005) और मलयालम में हॉरर फ़िल्म अनंथाभाद्रम (2005) शामिल है। सोलह साल की उम्र में जब रियाने फाल्गुनी पाठक के संगीत विडियो याद पिया की आने लगी में काम किया, तब पहली बार उनको एक मॉडल के रूप में पहचाना गया। तब से वह संगीत वीडियो, टेलिविजन विज्ञापनों, फैशन शो में और पत्रिका के आवरण पर दिखाई देने लगी। रिया ने एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी काम किया है और ऐड्स (AIDS) के प्रति जागरुकता फैलाने वाले एक संगीत विडियो में आयी, जिसका लक्ष्य लोगों के बीच इस बीमारी के बारे में बडे पैमाने में फैली गलतफ़हमियां को दूर करने का था। उन्होंने बाल नेत्र-चिकित्सा के लिया धन जुटाने में भी मदद की। अब तक रिया को अभिनेता अश्मित पटेल के साथ एम्एम्एस (MMS) क्लिप, फोटोग्राफर दब्बू रत्नानी के वार्षिक कैलेंडर में उनके अर्धनग्न चित्र और रूढ़िवादी भारतीय फ़िल्म उद्योग में बड़े परदे पर चुम्बन देनें को ले कर विवादों का सामना करना पड़ा हैं। .

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रिषड़ा

रिषड़ा शहर कोलकाता महानगर क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जो नगर निगम द्वारा संचालित है। रिषड़ा शहर भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में स्थित है। .

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रघुराज प्रताप सिंह

कुँवर रघुराज प्रताप सिंह (जन्मः 31 अक्टूबर 1967, पश्चिम बंगाल) एक सुप्रसिद्ध भारतीय राजनेता है, जो राजा भैया के नाम से भी प्रसिद्ध हैं। सन 1993 से लेकर अब तक उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिला के विधान सभा क्षेत्र कुंडा से निर्दलीय विधायक निर्वाचित किए जाते हैं। विधानसभा चुनाव 2012 में भी भारी मतों से जीतकर विधानसभा सदस्य हैं। वर्तमान में वे उत्तर प्रदेश के कैबिनेट में खाद्य आपूर्ति मंत्री हैं। .

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रविंद्र नाथ चौधरी

रविंद्र नाथ चौधरी को चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में सन १९६० में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से थे। श्रेणी:१९६० पद्म भूषण.

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रवीन्द्र भारती विश्वविद्यालय

रवीन्द्र भारती (भाषा: রবীন্দ্রভারতী বিশ্ববিদ্যালয় रॉबिन्द्रोभारोति बिश्शोबिद्दैलॉय) भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एक विश्वविद्यालय है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के विश्वविद्यालय श्रेणी:शांति निकेतन श्रेणी:रवीन्द्रनाथ ठाकुर के स्मारक.

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रवीन्द्र सेतु

रवीन्द्र सेतु भारत के पश्चिम बंगाल में हुगली नदी के उपर बना एक "कैन्टीलीवर सेतु" है। यह हावड़ा को कोलकाता से जोड़ता है। इसका मूल नाम "नया हावड़ा पुल" था जिसे बदलकर १४ जून सन् १९६५ को 'रवीन्द्र सेतु' कर दिया गया। किन्तु अब भी यह "हावड़ा ब्रिज" के नाम से अधिक जाना जाता है। यह अपने तरह का छठवाँ सबसे बड़ा पुल है। सामान्यतया प्रत्येक पुल के नीचे खंभे होते है जिन पर वह टिका रहता है परंतु यह एक ऐसा पुल है जो सिर्फ चार खम्भों पर टिका है दो नदी के इस तरफ और पौन किलोमीटर की चौड़ाई के बाद दो नदी के उस तरफ। सहारे के लिए कोई रस्से आदि की तरह कोई तार आदि नहीं। इस दुनिया के अनोखे हजारों टन बजनी इस्पात के गर्डरों के पुल ने केवल चार खम्भों पर खुद को इस तरह से बैलेंस बनाकर हवा में टिका रखा है कि 80 वर्षों से इस पर कोई फर्क नहीं पडा है जबकि लाखों की संख्या में दिन रात भारी वाहन और पैदल भीड़ इससे गुजरती है। अंग्रेजों ने जब इस पुल की कल्पना की तो वे ऐसा पुल बनाना चाहते थे कि नीचे नदी का जल मार्ग न रुके। अतः पुल के नीचे कोई खंभा न हो। ऊपर पुल बन जाय और नीचे हुगली में पानी के जहाज और नाव भी बिना अवरोध चलते रहें। ये एक झूला अथवा कैंटिलिवर पुल से ही संभव था। .

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रवींद्र संगीत

कोलकाता में रवीन्द्र संगीत का अनुष्ठान रवीन्द्र संगीत बांग्ला: রবীন্দ্রসঙ্গীত), जिसे अंग्रेजी में टैगोर सांस (टैगोर के गीत) के रूप में जाना जाता है, रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा रचित एक संगीत विधा है, जिन्होंने सामान्य रूप से भारत और विशेष रूप से बंगाल की संगीत अवधारणा में एक नया आयाम जोड़ा. रवीन्द्र संगीत में स्रोतों के रूप में भारतीय शास्त्रीय संगीत और पारंपरिक लोक संगीत का उपयोग किया जाता है। टैगोर ने लगभग 2230 गीत लिखे थे। .

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रंगीत नदी

'रंगीत या 'रंगित टिस्टा नदी की सहायक नदी है, सिक्किम की जीवन रेखा समझी जानेवाली दो ही बड़ी नदियाँ हैं। रंगीत नदी पश्चिम बंगाल के टिस्टा बजार के समीप टिस्टा नदी से मिलती है। ६० मेगावाट का विद्युत उत्पादन भी इसी नदी में सिक्किम और पश्चिमी बंगाल की सीमा में एन एच पी सी द्वारा किया जाता है। .

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रुचाल

रुचाल एक पर्बतीय ब्राह्मण जाति है। यह खस ब्राह्मण है जिसका निवास मुख्यतः नेपाल के पहाड़ों में है। इसके अलावा यह जाति भारत में भी मिलती है। .

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रुद्रावतार

रुद्रावतार भगवान् शिव (रूद्र) के अवतारों को कहा जाता है। शास्त्र अनुसार महादेव के २८ अवतार हुए थे उनमें भी १० प्रमुख है । .

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रुना बासु

रुना बासु (Runa Basu) जन्म; कलकत्ता,भारत एक पूर्व भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी है जो भारत की राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम के लिए वनडे क्रिकेट और टेस्ट क्रिकेट मैच खेला करती थीं। ये घरेलू क्रिकेट पश्चिम बंगाल की ओर से खेलती थी। इन्होंने कुल अपने क्रिकेट कैरियर में ६ टेस्ट और १ वनडे मैच खेला था। .

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रुपया

रुपया (रु.) (हिंदी और उर्दू: रुपया, संस्कृत: रूप्यकम् से उत्प्रेरित जिसका अर्थ चांदी का सिक्का है) भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल, मॉरीशस और सेशल्स में उपयोग मे आने वाली मुद्रा का नाम है। इंडोनेशिया की मुद्रा को रुपिया जबकि मालदीव की मुद्रा को रुफियाह, के नाम से जाना जाता है जो असल मे हिन्दी शब्द रुपया का ही बदला हुआ रूप है। भारतीय और पाकिस्तानी रुपये मे सौ पैसे होते हैं (एकवचन पैसा) में, श्रीलंकाई रुपये में 100 सेंट, तथा नेपाली रुपये को सौ पैसे या चार सूकों (एकवचन सूक) या दो मोहरों (एकवचन मोहर) मे विभाजित किया जा सकता है। .

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रुमेली धर

रुमेली धर (Rumeli Dhar) (जन्म;०९ दिसम्बर १९८३,पश्चिम बंगाल,भारत) एक भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी है। ये घरेलू क्रिकेट पश्चिम बंगाल के लिए खेलती है। रुमेली धर भारतीय टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट,एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय और ट्वेन्टी ट्वेन्टी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलती है। साथ ही ये भारतीय टीम की कप्तान भी रह चुकी है। .

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रैडक्लिफ़ अवार्ड

रैडक्लिफ़ रेखा 17 अगस्त 1947 को भारत विभाजन के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा बन गई। सर सिरिल रैडक्लिफ़ की अध्यक्षता में सीमा आयोग द्वारा रेखा का निर्धारण किया गया, जो 88 करोड़ लोगों के बीच क्षेत्र को न्यायोचित रूप से विभाजित करने के लिए अधिकृत थे। भारत का विभाजन .

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रैंकोजी मन्दिर

रैंकोजी मन्दिर (जा: 蓮光寺 (杉並区), अं: Renkōji Temple) जापान के टोकियो में स्थित एक बौद्ध मन्दिर है। 1594 में स्थापित यह मन्दिर बौद्ध स्थापत्य कला का दर्शनीय स्थल है। एक मान्यता के अनुसार भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के अग्रिम सेनानी सुभाष चन्द्र बोस की अस्थियाँ यहाँ आज भी सुरक्षित रखी हुई हैं। दरअसल 18 सितम्बर 1945 को उनकी अस्थियाँ इस मन्दिर में रखी गयीं थीं। परन्तु प्राप्त दस्तावेज़ों के अनुसार नेताजी की मृत्यु एक माह पूर्व 18 अगस्त 1945 को ही ताइहोकू के सैनिक अस्पताल में रात्रि 21.00 बजे हो गयी थी। जापान के लोग यहाँ प्रति वर्ष 18 अगस्त को नेताजी सुभाषचन्द्र बोस का बलिदान दिवस मनाते हैं। .

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रूपा गांगुली

रूपा गांगुली (রূপালী গঙ্গোপাধ্যায়, rupali gônggopaddhae) (जन्म 25 नवम्बर 1966) एक भारतीय अभिनेत्री हैं जिन्होंने हिन्दी और बंगाली भाषा के फिल्म उद्योग और साथ ही साथ टेलीविजन में काम किया। टेलीविजन श्रृंखला महाभारत (1988) में द्रौपदी की भूमिका निभाने के बाद वे लोकप्रिय हुई और वे निम्नलिखित फिल्मों में अपने किरदार के लिए सबसे अधिक जानी जाती हैं, गौतम घोष की फिल्म पोद्मा नोदीर माझी (1993), अपर्णा सेन की फिल्म युगांत (1995) और रितुपर्णो घोष की फिल्म ओंतोरमोहोल (2006)। .

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रे

रे के कई अर्थ हो सकते हैं.

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रेणुका राय

रेणुका राय को सन १९८८ में भारत सरकार द्वारा सार्वजनिक उपक्रम के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९८८ पद्म भूषण.

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रेणुका सिन्हा

रेणुका सिन्हा भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की कूचबिहार सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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रेबा सोम

डॉ रेबा सोम (जन्म, दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल) एक भारतीय अकादमिक, इतिहासकार, लेखक और शास्त्रीय गायक है।  वह कोलकाता में 'सांस्कृतिक संबंधों के लिए भारतीय परिषद' रबींद्रनाथ टैगोर केंद्र के निदेशक हैं। रेबा सोम रवींद्रसंगीत की एक प्रशिक्षित गायक भी है। उनकी कॉम्पैक्ट डिस्क, रवींद्रनाथ टैगोर (तृतीय मिलननेओ, रोम, इटली 2003 और सरेगामा - भारत, मई 2004) के चयनित गीतों में उनके अंग्रेजी अनुवाद और टैगोर के गीतों के लिप्यंतरण शामिल हैं। .

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रोहू मछली

रोहू मछली रोहू (वैज्ञानिक नाम - Labeo rohita) पृष्ठवंशी हड्डीयुक्त मछली है जो ताजे मीठे जल में पाई जाती है। इसका शरीर नाव के आकार का होता है जिससे इसे जल में तैरने में आसानी होती है। इसके शरीर में दो तरह के मीन-पक्ष (फ़िन) पाये जाते हैं, जिसमें कुछ जोड़े में होते हैं तथा कुछ अकेले होते हैं। इनके मीन पक्षों के नाम पेक्टोरेल फिन, पेल्विक फिन, (जोड़े में), पृष्ठ फिन, एनलपख तथा पुच्छ पंख (एकल) हैं। इनका शरीर साइक्लोइड शल्कों से ढँका रहता है लेकिन सिर पर शल्क नहीं होते हैं। सिर के पिछले भाग के दोंनो तरफ गलफड़ होते हें जो ढक्कन या अपरकुलम द्वारा ढके रहते हैं। गलफड़ों में गिल्स स्थित होते हैं जो इसका श्वसन अंग हैं। ढक्कन के पीछे से पूँछ तक एक स्पष्ट पार्श्वीय रेखा होती है। पीठ के तरफ का हिस्सा काला या हरा होता है और पेट की तरफ का सफेद। इसका सिर तिकोना होता है तथा सिर के नीचे मुँह होता है। इसका अंतः कंकाल हड्डियों का बना होता है। आहारनाल के ऊपर वाताशय अवस्थित रहता है। यह तैरने तथा श्वसन में सहायता करता है। भोजन के रूप में इसका विशेष महत्व है। भारत में उड़ीसा, बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल तथा असम के अतिरिक्त थाइलैंड, पाकिस्तान और बांग्लादेश के निवासियों में यह सर्वाधिक स्वादिष्ट व्यंजनों में से एक समझी जाती है। उड़िया और बंगाली भोजन में इसके अंडों को तलकर भोजन के प्रारंभ में परोसा जाता है तथा परवल में भरकर स्वादिष्ट व्यंजन पोटोलेर दोलमा तैयार किया जाता है, जो अतिथिसत्कार का एक विशेष अंग हैं। बंगाल में इससे अनेक व्यंजन बनाए जाते हैं। इसे सरसों के तेल में तल कर परोसा जाता है, कलिया बनाया जाता है जिसमें इसे सुगंधित गाढ़े शोरबे में पकाते हैं तथा इमली और सरसों की चटपटी चटनी के साथ भी इसे पकाया जाता है। पंजाब के लाहौरी व्यंजनों में इसे पकौड़े की तरह तल कर विशेष रूप से तैयार किया जाता है। इसी प्रकार उड़ीसा के व्यंजन माचा-भाजी में रोहू मछली का विशेष महत्व है। ईराक में भी यह मछली भोजन के रूप में बहुत पसंद की जाती है। रोहू मछली शाकाहारी होती है तथा तेज़ी से बढ़ती है इस कारण इसे भारत में मत्स्य उत्पादन के लिए तीन सर्वश्रेष्ठ मछलियों में से एक माना गया है। .

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रीमा सेन

रीमा सेन (जन्म: 29 अक्टूबर 1981) एक भारतीय अभिनेत्री और मॉडल हैं। .

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लतिका सरकार

लतिका सरकार (बांग्ला उच्चारण: लोतिका सरकार) एक भारतीय नारीवादी, सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षक और वकील थीं। वह महिला अध्ययन और भारत में महिलाओं के अधिकार के लिए काम करती है। वह महिला विकास अध्ययन केंद्र (सीडब्ल्यूडीएस), दिल्ली की संस्थापक सदस्य थी, जो १९८० में स्थापित हुई थी। वह कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से स्नातक होने वाली पहली भारतीय महिला थीं।.

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ललित मोहन बैनर्जी

ललित मोहन बैनर्जी को चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में पद्म भूषण से १९५५ में सम्मानित किया गया। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९५५ पद्म.

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लाल मिट्टी

लाल मिट्टी लाल मिट्टी (Red soil) लाल, पीली एवं चाकलेटी रंग की होती है। शुष्क और तर जलवायु में प्राचीन रवेदार और परिवर्तित चट्टानों की टूट-फूट से बनती है। इस मिट्टी में लोहा, ऐल्युमिनियम और चूना अधिक होता है। यह मिट्टी अत्यन्त रन्ध्रयुक्त होती है। इस मिट्टी में बाजरा की फसल अच्छी पैदा होती है, किन्तु गहरे लाल रंग की मिट्टी कपास, गेहूँ, दाल, मोटे अनाज, के लिए उपयुक्त है। भारत में यह मिट्टी उत्तर प्रदेश के बुन्देलखण्ड से लेकर दक्षिण के प्रायद्वीप तक पायी जाती है। यह मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखण्ड, पश्चिमी बंगाल, मेघालय, नागालैण्ड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु तथा महाराष्ट्र में मिलती है। छत्तीसगढ़ में लाल-पीली मिट्टी को स्थानीय रूप से "मटासी मिट्टी" के नाम से जाना जाता है, इसका विस्तार राज्य के लगभग साठ प्रतिशत भूभाग पर है। .

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लाल गलियारा

लाल गलियारा लाल गलियारा (अंग्रेज़ी: Red corridor) भारत के पूर्वी भाग का एक क्षेत्र है जहाँ नक्सलवादी (साम्यवादी) उग्रवादी संगठन सक्रीय हैं।, Ajay Agarwal, The Hindustan Times, Accessed 27 अप्रैल 2012 आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, झारखंड, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश के कुछ भागों पर विस्तृत इस क्षेत्र में आधुनिक भारत के सबसे ऊँचे निरक्षरता, निर्धनता और अतिजनसंख्या के दर मिलते हैं।, Mondiaal Nieuws, Belgium, Accessed 2008-10-17, The Asian Pacific Post, Accessed 2008-10-17 भारतीय सरकारी स्रोतों के अनुसार जुलाई २०११ में ८३ ज़िले इस लाल गलियारे में आते थे। .

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लालन

ज्योतिरींद्रनाथ टैगोर द्वारा खींचा लालन का एकमात्र चित्र लालन, लालन साईं, लालन शाह, लालन फ़क़ीर या महात्मा लालन (बंगाली: লালন, अंदाज़न 1774 – 1890) बंगाली बौल संत, फ़क़ीर, गीतकार, समाज सुधारक तथा चिंतक थे। .

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लिम्बू

लिम्बू जनजाति, तिब्बती मूल की एक जनजाति है जो दक्षिण तिब्बत, पूर्वी नेपाल, बर्मा, भूटान और भारतीय राज्यों जैसे पश्चिम बंगाल (विशेषकर: दार्जिलिंग, कलिमपोंग और जलपाईगुड़ी जिले), सिक्किम, असमऔर नागालैंड की मूल निवासी है। .

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लिलुआ

लिलुआ (बंगाली: লিলুয়া; अंग्रेज़ी: Liluah) भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के हावड़ा जिले में स्थित एक उपनगर है। यह हावड़ा शहर के उत्तर में लगभग 5 किलोमीटर पर स्थित है। लिलुआ का इतिहास भारत के अंगरेजी शासन तक की जा सकती है जब 19वीं शताब्दी में लिलुआ कैरेज ऐन्ड वैगन वर्कशॉप की स्थापना की गई थी। लिलुआ रेलवे स्टेशन, पूर्व रेलवे में हावड़ रेलवे जंक्शन के बाद पैहला स्टेशन है।लिलुआ उपनगर का क्षेत्र 10 जुलाई 2015 तक बाली नगरपालिका के आधीन था, बाली नगरपालिका के विस्थापन एवं हावड़ा में सम्मिलन के बाद लिलुआ हावड़ा नगर निगम के प्रशासनक्षेत्र में आ गया। लिलुआ में अनेक विद्यालय हैं जिसके कारण वर्तमान में शिक्षा का एक महत्वपूर्ण स्थानीय केन्द्र बन चुका है। .

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लिंगानुपात के आधार पर भारत के राज्यों की सूची

यह सूची में भारत के राज्यों और केन्द्र-शासित प्रदेशों को 2011 की जनगणना में लिगांनुपात के अनुसार क्रमवार करती है। इसके साथ ही 2001 की जनगणना के आँकड़े भी दिए गए है। इस सूची में लिंगानुपात का अर्थ है प्रति एक हज़ार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या। इस सूची में पूरी जनसंख्या के लिए लिंगानुपात दिया गया है। .

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लंबी चोंच का गिद्ध

लंबी चोंच का गिद्ध (Gyps tenuirostris) हाल ही में पहचानी गई जाति है। पहले इसे भारतीय गिद्ध की एक उपजाति समझा जाता था, लेकिन हाल के शोधों से पता चला है कि यह एक अलग जाति है। जहाँ भारतीय गिद्ध गंगा नदी के दक्षिण में पाया जाता है तथा खड़ी चट्टानों के उभार में अपना घोंसला बनाता है वहीं लंबी चोंच का गिद्ध तराई इलाके से लेकर दक्षिण-पूर्वी एशिया तक पाया जाता है और अपना घोंसला पेड़ों पर बनाता है। यह गिद्ध पुरानी दुनिया का गिद्ध है जो नई दुनिया के गिद्धों से अपनी सूंघने की शक्ति में भिन्न हैं। .

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लैटेराइट मृदा

भारत के अंगदिपुरम में लैटेराइट की खुली खान लैटेराइट मृदा या 'लैटेराइट मिट्टी'(Laterite) का निर्माण ऐसे भागों में हुआ है, जहाँ शुष्क व तर मौसम बार-बारी से होता है। यह लेटेराइट चट्टानों की टूट-फूट से बनती है। यह मिट्टी चौरस उच्च भूमियों पर मिलती है। इस मिट्टी में लोहा, ऐल्युमिनियम और चूना अधिक होता है। गहरी लेटेराइट मिट्टी में लोहा ऑक्साइड और पोटाश की मात्रा अधिक होती है। लौह आक्साइड की उपस्थिति के कारण प्रायः सभी लैटराइट मृदाएँ जंग के रंग की या लालापन लिए हुए होती हैं। लैटराइट मिट्टी चावल, कपास, गेहूँ, दाल, मोटे अनाज, सिनकोना, चाय, कहवा आदि फसलों के लिए उपयोगी है। लैटराइट मिट्टी वाले क्षेत्र अधिकांशतः कर्क रेखा तथा मकर रेखा के बीच में स्थित हैं। भारत में लैटेराइट मिट्टी तमिलनाडु के पहाड़ी भागों और निचले क्षेत्रों, कर्नाटक के कुर्ग जिले, केरल राज्य के चौडे समुद्री तट, महाराष्ट्र के रत्नागिरि जिले, पश्चिमी बंगाल के बेसाइट और ग्रेनाइट पहाड़ियों के बीच तथा उड़ीसा के पठार के ऊपरी भागों में मिलती है। .

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लूची

यदि पूड़ी आटे के स्थान पर मैदे से बनाई जाये तो यह लूची कहलाती है। लूची विशेष रूप से पूर्व में स्थित भारतीय राज्यों जैसे कि पश्चिम बंगाल, ओड़ीशा और ओसाम में प्रचलित है। इसे बनाने के लिए मैदे में घी का मोयन मिलाकर पानी अथवा दूध में गूंधा जाता है और फिर इसे घी या तेल में तल लिया जाता है। इसे अक्सर तरी वाली सब्जियों के साथ परोसा जाता है। .

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लेपचा (जनजाति)

लेपचा (जनजाति), जिसे रोंग भी कहते हैं। ये भारत के प्रमुख जनजातियों में से एक हैं। .

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लोक सभा

लोक सभा, भारतीय संसद का निचला सदन है। भारतीय संसद का ऊपरी सदन राज्य सभा है। लोक सभा सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार के आधार पर लोगों द्वारा प्रत्यक्ष चुनाव द्वारा चुने हुए प्रतिनिधियों से गठित होती है। भारतीय संविधान के अनुसार सदन में सदस्यों की अधिकतम संख्या 552 तक हो सकती है, जिसमें से 530 सदस्य विभिन्न राज्यों का और 20 सदस्य तक केन्द्र शासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। सदन में पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं होने की स्थिति में भारत का राष्ट्रपति यदि चाहे तो आंग्ल-भारतीय समुदाय के दो प्रतिनिधियों को लोकसभा के लिए मनोनीत कर सकता है। लोकसभा की कार्यावधि 5 वर्ष है परंतु इसे समय से पूर्व भंग किया जा सकता है .

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लोकसभा सीटों के आधार पर भारत के राज्यों और संघ क्षेत्रों की सूची

यह सूची भारत के राज्यों और केन्द्र-शासित प्रदेशों को लोकसभा सीटों के आधार पर क्रमित करती है। इस सूची में निर्वाचन क्षेत्रों के प्रकार परिसीमन आदेश 2008 के आधार पर विभाजित हैं। .

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लीची

लीची एक फल के रूप में जाना जाता है, जिसे वैज्ञानिक नाम (Litchi chinensis) से बुलाते हैं, जीनस लीची का एकमात्र सदस्य है। इसका परिवार है सोपबैरी। यह ऊष्णकटिबन्धीय फल है, जिसका मूल निवास चीन है। यह सामान्यतः मैडागास्कर, भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, दक्षिण ताइवान, उत्तरी वियतनाम, इंडोनेशिया, थाईलैंड, फिलीपींस और दक्षिण अफ्रीका में पायी जाती है। सैमसिंग के फूल, दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल, भारत इसका मध्यम ऊंचाई का सदाबहार पेड़ होता है, जो कि 15-20 मीटर तक होता है, ऑल्टर्नेट पाइनेट पत्तियां, लगभग 15-25 सें.मी.

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लीला मजूमदार

लीला मजूमदार (লীলা মজুমদার), (जन्म;२६ फरवरी १९०८ – निधन ०५ अप्रैल २००७) एक भारतीय बंगाली लेखिका थीं। यह विशेष रूप से बच्चों की पुस्तकें लिखा करती थी। इनके पति का नाम बागबान मजूमदार था जबकि इनके २ बच्चे है। .

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शताब्दी रॉय

शताब्दी रॉय भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की बीरभूम सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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शम्सुल हुडा चौधरी

शम्सुलहुडा चौधरी(बांग्ला: শামসুল হুদা চেীধুরী आब्दुल् मालेक ऊकीलाॅह) (1 मई 1920 - 15 फर्वरी 2000), एक बांग्लादेशी राजनेता थे। वे जातीय पार्टी से संबंधित थे। वे एक निमचीन राजनीतिज्ञ एवं पत्रकार थे, और दो दफ़ा सांसद भी चुने गए थे। उनका जन्म 1मई 1920 को बंगाल के बीरभूम जिला(वर्तमान पश्चिम बंगाल में) में हुआ था। उन्हों ने अपनी स्तानक की पढ़ाई, कलकत्ता के प्रेसिडेंसी काॅलेज से 1941 में की। एवं अलिगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से एॅलएॅलबी व एॅमए की पढ़ाई की। 1943-4 में वे एएॅमयू की छात्र संघ के उपाध्यक्ष चुने गए थे, और अखिल बंगाल मुस्लिम स्टूडेंट्स लीगके अध्यक्ष थे। वे दो बार, अप्रैल 1988 और अप्रैल 1991 में, बांग्लादेशी संसद के अध्यक्ष भी चुने गए थे। .

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शरत्चन्द्र चट्टोपाध्याय

शरत्चन्द्र चट्टोपाध्याय (१५ सितंबर, १८७६ - १६ जनवरी, १९३८) बांग्ला के सुप्रसिद्ध उपन्यासकार थे। उनका जन्म हुगली जिले के देवानंदपुर में हुआ। वे अपने माता-पिता की नौ संतानों में से एक थे। अठारह साल की अवस्था में उन्होंने इंट्रेंस पास किया। इन्हीं दिनों उन्होंने "बासा" (घर) नाम से एक उपन्यास लिख डाला, पर यह रचना प्रकाशित नहीं हुई। रवींद्रनाथ ठाकुर और बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय का उन पर गहरा प्रभाव पड़ा। शरतचन्द्र ललित कला के छात्र थे लेकिन आर्थिक तंगी के चलते वह इस विषय की पढ़ाई नहीं कर सके। रोजगार के तलाश में शरतचन्द्र बर्मा गए और लोक निर्माण विभाग में क्लर्क के रूप में काम किया। कुछ समय बर्मा रहकर कलकत्ता लौटने के बाद उन्होंने गंभीरता के साथ लेखन शुरू कर दिया। बर्मा से लौटने के बाद उन्होंने अपना प्रसिद्ध उपन्यास श्रीकांत लिखना शुरू किया। बर्मा में उनका संपर्क बंगचंद्र नामक एक व्यक्ति से हुआ जो था तो बड़ा विद्वान पर शराबी और उछृंखल था। यहीं से चरित्रहीन का बीज पड़ा, जिसमें मेस जीवन के वर्णन के साथ मेस की नौकरानी से प्रेम की कहानी है। जब वह एक बार बर्मा से कलकत्ता आए तो अपनी कुछ रचनाएँ कलकत्ते में एक मित्र के पास छोड़ गए। शरत को बिना बताए उनमें से एक रचना "बड़ी दीदी" का १९०७ में धारावाहिक प्रकाशन शुरु हो गया। दो एक किश्त निकलते ही लोगों में सनसनी फैल गई और वे कहने लगे कि शायद रवींद्रनाथ नाम बदलकर लिख रहे हैं। शरत को इसकी खबर साढ़े पाँच साल बाद मिली। कुछ भी हो ख्याति तो हो ही गई, फिर भी "चरित्रहीन" के छपने में बड़ी दिक्कत हुई। भारतवर्ष के संपादक कविवर द्विजेंद्रलाल राय ने इसे यह कहकर छापने से मना कर दिया किया कि यह सदाचार के विरुद्ध है। विष्णु प्रभाकर द्वारा आवारा मसीहा शीर्षक रचित से उनका प्रामाणिक जीवन परिचय बहुत प्रसिद्ध है। .

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शर्मिला चक्रवर्ती

शर्मिला चक्रवर्ती (Sharmila Chakraborty) (जन्म; ०४ मार्च १९६१पश्चिम बंगाल) एक पूर्व भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी है जो भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट और एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेला करती थी। .

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शान्तिनिकेतन

शान्तिनिकेतन (শান্তিনিকেতন) भारत के पश्चिम बंगाल प्रदेश में बीरभूम जिले के अंतर्गत बोलपुर के समीप छोटा-सा शहर है। यह कोलकाता से लगभग 180 कि॰मी॰ उत्तर की ओर स्थित है। नोबेल पुरस्कार विजयी कवि रवीन्द्रनाथ टैगोर द्बारा विश्व-भारती विश्वविद्यालय की स्थापना के कारण यह नगर प्रसिद्ध हो गया। यह स्थान पर्यटन की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि टैगोर ने यहाँ कई कालजयी साहित्यिक कृतियों का सृजन किया। उनका घर ऐतिहासिक महत्व की इमारत है। रवीन्द्रनाथ के पिता देवेंद्रनाथ टैगोर ने वर्ष 1863 में सात एकड़ जमीन पर एक आश्रम की स्थापना की थी। वहीं आज विश्वभारती है। रवीन्द्रनाथ ने 1901 में सिर्फ पांच छात्रों को लेकर यहां एक स्कूल खोला। इन पांच लोगों में उनका अपना पुत्र भी शामिल था। 1921 में राष्ट्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा पाने वाले विश्वभारती में इस समय लगभग छह हजार छात्र पढ़ते हैं। इसी के इर्द-गिर्द शांतिनिकेतन बसा था। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के शहर.

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शारदा चिट फण्ड घोटाला

शारदा घोटाला (बंगाली: সারদা কেলেঙ্কারী) भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक बड़ा आर्थिक घोटाला तथा राजनीतिक काण्ड है। .

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शाह अता की दरगाह

शाह अता की दरगाह ढालदिघी उत्तर, गंगारामपुर, पश्चिम बंगाल, भारत में स्थित एक ऐतिहासिक स्थान है। यह ढालदिघी झील के आस-पास है इमारत शायद 14 वीं सदी में, पाला साम्राज्य (8 वीं से 12 वीं शताब्दी) तक एक मंदिर की साइट पर बनाई गई थी। इमारत एक ईंट और पत्थर का मकबरा है, मल्ला अतर-उद्दीन या शाह अता की कब्र साइट। .

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शांतिदेव घोष

शांतिदेव घोष को भारत सरकार द्वारा कला के क्षेत्र में सन १९८५ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:१९८५ पद्म भूषण.

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शांतिपुर, नदिया

शांतिपुर पश्चिम बंगाल के नदिया जिला में स्थित है। शांतिपुर में पर्यटक तोपखाना मस्जिद के खूबसूरत दृश्य देख सकते हैं। इसका निर्माण फौजदार गाजी मोहम्मद यार खान ने मुगल शासक औरंगजेब के शासनकाल में 1703-1704 ई. में कराया था। इस मस्जिद में एक बड़ा गुम्बद और आठ मिनारें हैं जो पर्यटकों को बहुत पसंद आते हैं। पर्यटक इन मिनारों और गुम्बद की तस्वीरें अपने कैमरों में कैद करके ले जाते हैं। नदिया का शांतिपुर 9वीं शताब्दी से संस्कृत, साहित्य और वैदिक शिक्षा का बड़ा केन्द्र भी रहा है। उस समय यहां पर अनेक मन्दिरों का निर्माण किया गया था। इन सभी मन्दिरों का निर्माण विभिन्न शैलियों में बड़ी खूबसूरती के साथ किया गया था। शांतिपुर के मन्दिरों में श्याम चन्द मन्दिर, जलेश्वर और अद्वैत प्रभु मन्दिर प्रमुख हैं। अपने शानदार मन्दिर-मस्जिदों के साथ-साथ यह अपनी बुनाई कला के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां पर भारत की बेहतरीन साड़ियों में से तांत साड़ी तैयार की जाती है। श्रेणी:नदिया जिला.

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शांतु जवाहरमल साहनी

शांतु जवाहरमल साहनी को प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९६५ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९६५ पद्म भूषण.

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शिशिर कुमार भादुड़ी

शिशिर कुमार भादुड़ी को कला के क्षेत्र में सन १९५९ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९५९ पद्म भूषण.

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शिशिर कुमार मित्रा

शिशिर कुमार मित्रा को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में सन १९६२ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९६२ पद्म भूषण.

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शिशिर कुमार अधिकारी

शिशिर कुमार अधिकारी भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की कांथी सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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शिवप्रसाद चटर्जी

शिवप्रसाद चटर्जी को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में सन १९८५ में भारत सरकार ने पद्म भूषण से सम्मानित किया। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:१९८५ पद्म भूषण.

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शंकर रॉयचौधरी

जनरल शंकर रॉयचौधरी, पीवीएसएम, एडीसी (जन्म ६ सितंबर १९३७, कोलकाता) भारतीय सेना के पूर्व सेना प्रमुख और भारतीय संसद के पूर्व सदस्य हैं। .

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शंकरदेव

श्रीमन्त शंकरदेव असमिया भाषा के अत्यंत प्रसिद्ध कवि, नाटककार तथा हिन्दू समाजसुधारक थे। .

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शक्ति सामंत

शक्ति सामंत (जन्म: १३ जनवरी १९२६ बर्धमान, पश्चिम बंगाल, ब्रिटिश भारत - मृत्यु: १४ अप्रैल २००९, मुम्बई, भारत) एक प्रसिद्ध चित्र निर्माता एवं निर्देशक थे। .

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शुभिंद्रनाथ मुखर्जी

शुभिंद्रनाथ मुखर्जी को सार्वजनिक उपक्रम के क्षेत्र में सन १९६२ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९६२ पद्म भूषण.

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श्रेया घोषाल

श्रेया घोषाल (जन्म तारीख़: 12 मार्च 1984) एक भारतीय पार्श्व गायिका है। उन्होंने बॉलीवुड में, क्षेत्रीय फिल्मों बहुत सारे गाने गाए और कस्तूरी जैसे भारतीय धारावाहिकों के लिए भी गाया है। हिंदी के अलावा, उन्होंने असमिया, बंगाली, कन्नड़, मलयालम, मराठी, पंजाबी, तमिल और तेलुगु में भी गाने गाए हैं। .

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श्री अग्रसेन महाविद्यालय, दालखोला

श्री अग्रसेन महाविद्यालय या श्री अग्रसेन कॉलेज उत्तर दिनाजपुर जिला, पश्चिम बंगाल में एक महाविद्यालय हैं, इसकी स्थापना 1995 में हुआ था। .

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श्रीरामपुर, पश्चिम बंगाल

राधावल्लभ मंदिर श्रीरामपुर (बांग्ला: শ্রীরামপুর) पश्चिम बंगाल के हुगली जिले का एक नगर एवं नगरपालिका है। यह कोलकाता महानगरपालिका के अन्तर्गत आता है। हुगली नदी के पश्चिमी तट पर स्थित यह उपनिवेशकाल के पूर्व से बसा हुआ नगर है। १७५५ से १८४५ तक यह 'फ्रेडरिक्सनगर' नाम से 'डैनिश भारत' का भाग था। श्रेणी:बंगाल का भूगोल.

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श्रीलंका क्रिकेट टीम का भारत दौरा 2014-15

वेतन विवाद के कारण वेस्ट इंडीज के भारत दौरे के परित्याग होने के बाद श्रीलंका क्रिकेट टीम ने भारत को 30 अक्टूबर से 16 नवंबर 2014 तक पांच वनडे के लिए खेले। भारत ने एकदिवसीय श्रृंखला में 5-0 से सीरीज जीती और अपने चौथे व्हॉइट वाश से हराया। यह श्रीलंका के पहले 0-5 से हार गया है। चौथे एकदिवसीय मैच में, भारतीय बल्लेबाज रोहित शर्मा ने 264 रन बनाकर एक वनडे में सर्वाधिक स्कोर के लिए एक नया रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने इस पारी में 33 चौके लगाए जो एक विश्व रिकॉर्ड भी है। .

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श्रीवत्स गोस्वामी

श्रीवत्स गोस्वामी (जन्म १८ मई १९८९) एक भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी है जो एक बाएं हाथ के बल्लेबाज और विकेट-कीपर हैं। उनका जन्म कोलकाता, पश्चिम बंगाल में एक बंगाली हिंदू परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम प्रतिभू गोस्वामी है। इन्होंने ११ वर्ष की उम्र में ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। इन्होंने बंगाल के लिए अंडर -१९ घरेलू क्रिकेट खेला है। जनवरी, २००८ में दक्षिण अफ्रीका में अंडर -१९ त्रिकोणीय श्रृंखला के दौरान, उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ९७ और बांग्लादेश के खिलाफ १०४ रन बनाए थे। मलेशिया में २००८ के अंडर-१९ क्रिकेट विश्व कप में, उन्होंने लीग मैचों में से एक में ५८ और न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में ५१ रन बनाए थे। ये इंडियन प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, कोलकाता नाइट राइडर्स, राजस्थान रॉयल्स के लिए खेल चुके है। जबकि जनवरी २०१८ में २०१८ इंडियन प्रीमियर लीग की नीलामी में इन्हें सनराइजर्स हैदराबाद ने १ करोड़ से खरीदा है। .

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शैवालीकरण

जैव उर्वरक (biofertilizer) के रूप में बड़े स्तर पर नील हरित शैवाल की वृद्धि करने की प्रक्रिया को शैवालीकरण कहते हैं। इस संकल्पना का प्रारम्भ भारत में हुआ था लेकिन इस तकनीक का वास्तविक रूप में विकास जापान में किया गया। भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा वर्ष 1990 में शैवालीकरण के लिए उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल तथा नई दिल्ली में एक विशेष कार्यक्रम किया गया था। शैवालों की प्रकृति पर्यावरण-मित्र होती है जिसके कारण शैवालों को जैव उर्वरक के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। शैवालों के इस्तेमाल से खासकर धान की उपज में काफी वृद्धि देखी गयी है। .

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शीना बोरा हत्याकांड

शीना बोरा मुंबई मेट्रो वन में काम करती थी और इंद्राणी मुखर्जी व सिद्धार्थ दास की बेटी थी। यह चर्चा का विषय है कि सिद्धार्थ दास या कोई अन्य व्यक्ति शीना का पिता है। शीना 24 अप्रैल 2012 से लापता थी। पुलिस ने इस पर इंद्राणी मुखर्जी और संजीव खन्ना (शीना के दूसरे सौतेले पिता) को ड्राईवर के साथ गिरफ्तार कर लिया। .

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सच्चिदानंद राउतराय

सच्चिदानंद राउतराय एक उड़िया साहित्यकार हैं। इनके द्वारा रचित एक कविता–संग्रह कविता–1962 के लिये उन्हें सन् १९६३ में साहित्य अकादमी पुरस्कार (ओड़िया) से सम्मानित किया गया। इन्हें १९८६ में ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। स्वाधीनता-संग्राम सहित अनेक आन्दोलनों में भाग लेने के कारण कई बार जेल-यात्रा। स्नातक करने के उपरान्त बीस वर्ष कोलकाता में नौकरी और फिर कटक-वास। .

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सत्यजित राय

सत्यजित राय (बंगाली: शॉत्तोजित् राय्) (२ मई १९२१–२३ अप्रैल १९९२) एक भारतीय फ़िल्म निर्देशक थे, जिन्हें २०वीं शताब्दी के सर्वोत्तम फ़िल्म निर्देशकों में गिना जाता है। इनका जन्म कला और साहित्य के जगत में जाने-माने कोलकाता (तब कलकत्ता) के एक बंगाली परिवार में हुआ था। इनकी शिक्षा प्रेसिडेंसी कॉलेज और विश्व-भारती विश्वविद्यालय में हुई। इन्होने अपने कैरियर की शुरुआत पेशेवर चित्रकार की तरह की। फ़्रांसिसी फ़िल्म निर्देशक ज़ाँ रन्वार से मिलने पर और लंदन में इतालवी फ़िल्म लाद्री दी बिसिक्लेत (Ladri di biciclette, बाइसिकल चोर) देखने के बाद फ़िल्म निर्देशन की ओर इनका रुझान हुआ। राय ने अपने जीवन में ३७ फ़िल्मों का निर्देशन किया, जिनमें फ़ीचर फ़िल्में, वृत्त चित्र और लघु फ़िल्में शामिल हैं। इनकी पहली फ़िल्म पथेर पांचाली (পথের পাঁচালী, पथ का गीत) को कान फ़िल्मोत्सव में मिले “सर्वोत्तम मानवीय प्रलेख” पुरस्कार को मिलाकर कुल ग्यारह अन्तरराष्ट्रीय पुरस्कार मिले। यह फ़िल्म अपराजितो (অপরাজিত) और अपुर संसार (অপুর সংসার, अपु का संसार) के साथ इनकी प्रसिद्ध अपु त्रयी में शामिल है। राय फ़िल्म निर्माण से सम्बन्धित कई काम ख़ुद ही करते थे — पटकथा लिखना, अभिनेता ढूंढना, पार्श्व संगीत लिखना, चलचित्रण, कला निर्देशन, संपादन और प्रचार सामग्री की रचना करना। फ़िल्में बनाने के अतिरिक्त वे कहानीकार, प्रकाशक, चित्रकार और फ़िल्म आलोचक भी थे। राय को जीवन में कई पुरस्कार मिले जिनमें अकादमी मानद पुरस्कार और भारत रत्न शामिल हैं। .

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सत्यजीत रे फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान

सत्यजीत राय फ़िल्म एवं टेलीवीजन संस्थान (एस.आर.एफ़.टी.आई) कोल्काता, पश्चिम बंगाल में एक चलचित्र संस्थान है। इस संस्थान की स्थापना १९९५ में हुई थी और इसे सोसाइटी के रूप में १८ अगस्त, १९९५ में पश्चिम बंगाल सोसाइटीज़ पंजीकरण अधिनियम १९६१ के तहत पंजीकृत किया गया था। यह संस्थान एक स्वायत्त संस्थान है, जिसका भरण-पोषण सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किया जाता है। इसको प्रसिद्ध बंगाली चलचित्र निर्देशक सत्यजीत राय के नाम पर रखा गया है। .

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सबसे सघन आबादी वाले शहर

FE-India-Map-2014.jpg भारत के घनी आबादी वाले शहरों भारत के सबसे घनी आबादी वाले शहरों की सूची .

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समाजवादी पार्टी

समाजवादी पार्टी भारत का एक राजनीतिक दल है। यह भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश में आधारित है। यह ४ अक्टूबर १९९२ को स्थापित किया गया था। समाजवादी पार्टी के संस्थापक व संरक्षक मुलायम सिंह यादव, उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री और देश के पूर्व रक्षा मंत्री रह चुके है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। .

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सम्प्रीति सेतु

सम्प्रीति सेतु, भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में हुगली नदी पर स्थित एक रेलवे पुल है। ११ अगस्त, वर्ष २०१६ को इस पुल का उद्घाटन किया गया था। यह गारीफ़ रेलवे स्टेशन और हुगली घाट रेलवे स्टेशन के बीच यह नैहाटी-बण्डेल शाखा लाइन पर स्थित है। इस पुल को जुबली ब्रिज के प्रतिस्थापन के रूप में बनाया गया था। यह पुल कुल ४१५ मीटर लंबा है। .

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सय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी

सय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी भारत में ट्वेंटी-20 क्रिकेट घरेलू चैंपियनशिप, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा आयोजित रणजी ट्रॉफी से टीमों के बीच था। 2008-09 सत्र में इस ट्रॉफी के लिए उद्घाटन सत्र था। यह एक प्रसिद्ध भारतीय क्रिकेटर के नाम पर है, सय्यद मुश्ताक अली। जून 2016 में बीसीसीआई ने घोषणा की है कि चैम्पियनशिप खत्म कर दिया है और एक जोनल आधारित प्रतियोगिता के साथ प्रतिस्थापित किया जाएगा। .

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सरसों

भारतीय सरसों के पीले फूल सरसों क्रूसीफेरी (ब्रैसीकेसी) कुल का द्विबीजपत्री, एकवर्षीय शाक जातीय पौधा है। इसका वैज्ञानिक नाम ब्रेसिका कम्प्रेसटिस है। पौधे की ऊँचाई १ से ३ फुट होती है। इसके तने में शाखा-प्रशाखा होते हैं। प्रत्येक पर्व सन्धियों पर एक सामान्य पत्ती लगी रहती है। पत्तियाँ सरल, एकान्त आपाती, बीणकार होती हैं जिनके किनारे अनियमित, शीर्ष नुकीले, शिराविन्यास जालिकावत होते हैं। इसमें पीले रंग के सम्पूर्ण फूल लगते हैं जो तने और शाखाओं के ऊपरी भाग में स्थित होते हैं। फूलों में ओवरी सुपीरियर, लम्बी, चपटी और छोटी वर्तिकावाली होती है। फलियाँ पकने पर फट जाती हैं और बीज जमीन पर गिर जाते हैं। प्रत्येक फली में ८-१० बीज होते हैं। उपजाति के आधार पर बीज काले अथवा पीले रंग के होते हैं। इसकी उपज के लिए दोमट मिट्टी उपयुक्त है। सामान्यतः यह दिसम्बर में बोई जाती है और मार्च-अप्रैल में इसकी कटाई होती है। भारत में इसकी खेती पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और गुजरात में अधिक होती है। .

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सर्पगन्धा

सर्पगन्धा एपोसाइनेसी परिवार का द्विबीजपत्री, बहुवर्षीय झाड़ीदार सपुष्पक और महत्वपूर्ण औषधीय पौधा है। इस पौधे का पता सर्वप्रथम लियोनार्ड राल्फ ने १५८२ ई. में लगाया था। भारत तथा चीन के पारंपरिक औषधियों में सर्पगन्धा एक प्रमुख औषधि है। भारत में तो इसके प्रयोग का इतिहास ३००० वर्ष पुराना है। सर्पगन्धा के पौधे की ऊँचाई ६ इंच से २ फुट तक होती है। इसकी प्रधान जड़ प्रायः २० से.

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सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस

सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस (সর্বভারতীয় তৃণমূল কংগ্রেস) मुख्यतः पश्चिम बंगाल में सक्रीय एक क्षेत्रीय राजनैतिक दल है। इस दल का जन्म भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से विघटन होकर हुआ। इस दल की नेता ममता बनर्जी है। यह दल तृणमूल का प्रकाशन करता है। इस दल का युवा संगठन तृणमूल यूथ कांग्रेस है। २००४ के संसदीय चुनाव में इस दल को ८ ०४७ ७७१ मत (२.१%, २ सीटें) मिले। श्रेणी:भारत के राजनीतिक दल.

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सरोज घोष

सरोज घोष को सन २००७ में भारत सरकार द्वारा विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। .

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सलुआ एयर फ़ोर्स स्टेशन

सलुआ एयर फ़ोर्स स्टेशन (Air Force Station Salua) एक भारतीय वायु सेना का स्टेशन है जो भारत के पश्चिम बंगाल के पश्चिम मिदनापुर ज़िले में स्थित है। यह भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर से ७ किलोमीटर तक फैला हुआ है। .

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साड़ी

साड़ी एक सबसे सुंदर पारंपरिक पोशाक है भारतीय। दैनिक दिनचर्या साड़ी में भारत के उत्तर से एक घरेलू भारतीय महिला, अच्छी तरह से बाँधी एवं पहनी हुई बाएँ साड़ी (कुछ इलाकों में सारी कहा जाता है) भारतीय स्त्री का मुख्य परिधान है। यह शायद विश्व की सबसे लंबी और पुराने परिधानों में से गिना जाता है। यह लगभग 5 से 6 गज लम्बी बिना सिली हुए कपड़े का टुकड़ा होता है जो ब्लाउज या चोली और साया के ऊपर लपेटकर पहना जाता है। .

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साध्वी कनकप्रभा

साध्वी कनकप्रभा का जन्म भारत की पुरानी राजधानी कलकता में 22 जुलाई 1941 को हुआ। वो श्वेताम्बर तेरापंथ की साध्वी प्रमुखा हैं। .

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सायंतनी घोष

सायंतनी घोष (जन्म 06 सितम्बर 1985) एक भारतीय टीवी कलाकार है। इन्होंने सबसे अच्छा किरदार जी टीवी के धारावाहिक नागिन में निभाया। इनके अलावा ये अदालत (धारावाहिक) महाभारत 2013 धारावाहिक तथा इतना करो ना मुझे प्यार में कार्य कर चुकी है। .

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साहा नाभिकीय भौतिकी संस्थान

कोई विवरण नहीं।

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साहित्य में नोबेल विजेताओं की सूची

ये साहित्य में नोबेल पुरस्कार विजेताओं की सूची है: .

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साहिबगंज

साहिबगंज भारत में झारखंड प्रान्त का एक जिला है। इसकी स्थापना 28 जनवरी 1994 को पाकुड़ जिले को विभाजित कर किया गया था। उत्तर में इसके उत्तर में गंगा नदी एवं बिहार काकटिहार जिला है, दक्षिण में गोड्डा, पूर्व में पश्चिम बंगाल का मालदा एवं मुर्शिदाबाद तथा पश्चिम में बिहार का भागलपुर जिला स्थित है। श्रेणी:झारखंड के शहर.

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सांथाल जनजाति

संथाल जनजाति झारखंड के ज्यादातर हिस्सों तथा पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और असम के कुछ जिलों में रहने वाली भारत की प्राचीनतम जनजातियों में से एक है। ये भारत के प्रमुख आदिवासी समूह है। इनका निवास स्थान मुख्यतः झारखंड प्रदेश है। झारखंड से बाहर ये बंगाल, बिहार, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, असम, में रहते है। संथाल प्रायः नाटे कद के होता है। इनकी नाक चौड़ी तथा चिपटी होती है। इनका संबंध प्रोटो आस्ट्रेलायड से है। संथालों के समाज में मुख्य व्यक्ति इनका मांझी होता है। मदिरापान तथा नृत्य इनके दैनिक जीवन का अंग है। अन्य आदिवासी समुहों की तरह इनमें भी जादू टोना प्रचलित है। संथालो की अन्य विषेशता इनके सुन्दर ढंग के मकान हैं जिनमें खिडकीयां नहीं होती हैं। संथाल मारांग बुरु की उपासना करतें हैं साथ ही ये सरना धर्म का पालन करते हैं। इनकी भाषा संथाली और लिपि ओल चिकी है। इनके बारह मूल गोत्र हैं; मरांडी, सोरेन, हासंदा, किस्कू, टुडू, मुर्मू, हेम्ब्रम, बेसरा, बास्की, चौड़े, बेदिया, एवं पौरिया। संताल समुदाय मुख्यतः बाहा, सोहराय, माग, ऐरोक, माक मोंड़े, जानथाड़, हरियाड़ सीम, आराक सीम, जातरा, पाता, बुरु मेरोम, गाडा पारोम तथा सकरात नामक पर्व / त्योहार मनाते हैं। इनके विवाह को 'बापला' कहा जता है। संताल समुदाय में कुल 23 प्रकार की विवाह प्रथायें है, जो निम्न प्रकार है - उनकी अद्वितीय विरासत की परंपरा और आश्चर्यजनक परिष्कृत जीवन शैली है। सबसे उल्लेखनीय हैं उनके लोकसंगीत, गीत और नृत्य हैं। संथाली भाषा व्यापक रूप से बोली जाती है। दान करने की संरचना प्रचुर मात्रा में है। उनकी स्वयं की मान्यता प्राप्त लिपि 'ओल-चिकी' है, जो संताल समुदाय के लिये अद्वितीय है। संथाल के सांस्कृतिक शोध दैनिक कार्य में परिलक्षित होते है- जैसे डिजाइन, निर्माण, रंग संयोजन और अपने घर की सफाई व्यवस्था में है। दीवारों पर आरेखण, चित्र और अपने आंगन की स्वच्छता कई आधुनिक शहरी घर के लिए शर्म की बात होगी। संथाल के सहज परिष्कार भी स्पष्ट रूप से उनके परिवार के पैटर्न -- पितृसत्तात्मक, पति पत्नी के साथ मजबूत संबंधों को दर्शाता है। विवाह अनुष्ठानों में पूरा समुदाय आनन्द के साथ भाग लेते हैं। लड़का और लड़की का जन्म आनंद का अवसर हैं। संथाल मृत्यु के शोक अन्त्येष्टि संस्कार को अति गंभीरता से मनाया जाता है। संताल समुदाय का धार्मिक विश्वासों और अभ्यास किसी भी अन्य समुदाय या धर्म से मेल नहीं खाता है। इनमें प्रमुख देवता हैं- 'सिंग बोंगा', 'मारांग बुरु' और 'जाहेर एरा, गोसांय एरा, मांझी बाबा - गोगो, आदि। पूजा अनुष्ठान में बलिदानों का इस्तेमाल किया जाता है। .

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साक्षरता दर के आधार पर भारत के राज्य

यह सूची भारत के राज्यों की साक्षरता दर के आधार पर है। यह सूची एन॰एफ॰एच॰एस-३ से संकलित की गई थी। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एन॰एफ॰एच॰एस-३) एक बड़े पैमाने का सर्वेक्षण है जो स्वास्थ्य और जन-कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा नामित अंतर्राष्ट्रीय जन-संख्य विज्ञान संस्थान, मुम्बई द्वारा किया जाता है। एन॰एफ॰एच॰एस-३ ११ अक्टूबर २००७ को जारी किया गया था और पूरा सर्वेक्षण इस वेबसाइट पर देखा जा सकता है। .

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सिन्धु-गंगा के मैदान

सिन्धु-गंगा मैदान का योजनामूलक मानचित्र सिन्धु-गंगा का मैदान, जिसे उत्तरी मैदानी क्षेत्र तथा उत्तर भारतीय नदी क्षेत्र भी कहा जाता है, एक विशाल एवं उपजाऊ मैदानी इलाका है। इसमें उत्तरी तथा पूर्वी भारत का अधिकांश भाग, पाकिस्तान के सर्वाधिक आबादी वाले भू-भाग, दक्षिणी नेपाल के कुछ भू-भाग तथा लगभग पूरा बांग्लादेश शामिल है। इस क्षेत्र का यह नाम इसे सींचने वाली सिन्धु तथा गंगा नामक दो नदियों के नाम पर पड़ा है। खेती के लिए उपजाऊ मिट्टी होने के कारण इस इलाके में जनसंख्या का घनत्व बहुत अधिक है। 7,00,000 वर्ग किमी (2,70,000 वर्ग मील) जगह पर लगभग 1 अरब लोगों (या लगभग पूरी दुनिया की आबादी का 1/7वां हिस्सा) का घर होने के कारण यह मैदानी इलाका धरती की सर्वाधिक जनसंख्या वाले क्षेत्रों में से एक है। सिन्धु-गंगा के मैदानों पर स्थित बड़े शहरों में अहमदाबाद, लुधियाना, अमृतसर, चंडीगढ़, दिल्ली, जयपुर, कानपुर, लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना, कोलकाता, ढाका, लाहौर, फैसलाबाद, रावलपिंडी, इस्लामाबाद, मुल्तान, हैदराबाद और कराची शामिल है। इस क्षेत्र में, यह परिभाषित करना कठिन है कि एक महानगर कहां शुरू होता है और कहां समाप्त होता है। सिन्धु-गंगा के मैदान के उत्तरी छोर पर अचानक उठने वाले हिमालय के पर्वत हैं, जो इसकी कई नदियों को जल प्रदान करते हैं तथा दो नदियों के मिलन के कारण पूरे क्षेत्र में इकट्ठी होने वाली उपजाऊ जलोढ़ मिटटी के स्रोत हैं। इस मैदानी इलाके के दक्षिणी छोर पर विंध्य और सतपुड़ा पर्वत श्रृंखलाएं तथा छोटा नागपुर का पठार स्थित है। पश्चिम में ईरानी पठार स्थित है। .

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सिनेट ऑफ श्रीरामपुर कॉलिज (विश्वविद्यालय)

सिनेट ऑफ श्रीरामपुर कॉलिज (विश्वविद्यालय) पश्चिम बंगाल का एक विश्वविद्यालय है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के विश्वविद्यालय.

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सियालदह जंक्शन

सियालदह पश्चिम बंगाल का एक प्रमुख रेलवे स्टेशन है। यह कोलकाता में स्थित है। Image:Sealdah_Rajdhani_express_standing.jpg|A stationary rajdhani train Image:Busy_Sealdah_station.jpg|Sealdah station Image:Passenger_train_leaving_Sealdah.jpg|Rampurhat passenger leaving Sealdah Image:Sealdah_North_Outlook.jpg|Outlook of the building of Sealdah north section Image:Sealdah Platform.JPG|Platform of sealdah station --> --> .

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सियालदह-बलिया एक्सप्रेस

सियालदह-बलिया सियालदाह-बलिया एक्सप्रेस भारतीय रेल की एक सामान्य मेल/एक्सप्रेस ट्रैन हैं जो सियालदह एवं बलिया के बीच चलती हैं। यह देश के दो प्रमुख राज्यों उत्तर प्रदेश एवं पश्चिम बंगाल को जोड़ती है। .

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सिलीगुड़ी

'''सिलिगुड़ी''': पूर्वोत्तर भारत का प्रवेशद्वार सिलीगुड़ी (बंगाली: শিলিগুড়ি) पश्चिम बंगाल का एक नगर है, जो दार्जिलिंग तथा जलपाईगुड़ी जिले में स्थित है। रेल और राजपथ का अंतस्थ होने के कारण, यह नगर दार्जिलिंग एवं सिक्किम के व्यापार का केंद्र है। जूट व्यवसाय नगर का प्रमुख व्यवसाय है। यह महानन्दा नदी के किनारे हिमालय के पाद पर स्थित है और जलपाईगुड़ी से ४२ किमी दूरी पर स्थित है। यह उत्तरी बंगाल का प्रमुख वाणिज्यिक, पर्यटक, आवागमन, तथा शैक्षिक केन्द्र है।२०११ में इसकी जनसंख्या ७ लाख थी। गुवाहाटी के बाद यह पूर्वोत्तर भारत का दूसरा सबसे बड़ा नगर है। यह पश्चिम बंगाल का महत्वपूर्ण व्यापार केन्द्र बन चुका है। इस नगर में लगभग २० हजार देसी और १५ हजार विदेशी पर्यटक प्रतिवर्ष आते हैं। नेपाल, भूटान तथा बांग्लादेश आदि पड़ोसी देशों और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों के लिये भी यह वायु, सड़क तथा रेल यात्रा का पड़ाव बिन्दु है। यह चाय, आवागमन, पर्यटन तथा इमारती लकड़ी के लिये प्रसिद्ध है। .

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सिंगालीला राष्ट्रीय उद्यान

सिंगालीला राष्ट्रीय उद्यान भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के दार्जिलिंग ज़िले में एक राष्ट्रीय उद्यान है। यह उद्यान सिंगालीला पर्वतश्रेणी में स्थित है जो संदक्फू चोटी के पास है। श्रेणी:भारत के अभयारण्य श्रेणी:राष्ट्रीय उद्यान, भारत श्रेणी:भारत के राष्ट्रीय उद्यान.

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सिक्किम

(या, सिखिम) भारत पूर्वोत्तर भाग में स्थित एक पर्वतीय राज्य है। अंगूठे के आकार का यह राज्य पश्चिम में नेपाल, उत्तर तथा पूर्व में चीनी तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र तथा दक्षिण-पूर्व में भूटान से लगा हुआ है। भारत का पश्चिम बंगाल राज्य इसके दक्षिण में है। अंग्रेजी, नेपाली, लेप्चा, भूटिया, लिंबू तथा हिन्दी आधिकारिक भाषाएँ हैं परन्तु लिखित व्यवहार में अंग्रेजी का ही उपयोग होता है। हिन्दू तथा बज्रयान बौद्ध धर्म सिक्किम के प्रमुख धर्म हैं। गंगटोक राजधानी तथा सबसे बड़ा शहर है। सिक्किम नाम ग्याल राजतन्त्र द्वारा शासित एक स्वतन्त्र राज्य था, परन्तु प्रशासनिक समस्यायों के चलते तथा भारत से विलय के जनमत के कारण १९७५ में एक जनमत-संग्रह के अनुसार भारत में विलीन हो गया। उसी जनमत संग्रह के पश्चात राजतन्त्र का अन्त तथा भारतीय संविधान की नियम-प्रणाली के ढाचें में प्रजातन्त्र का उदय हुआ। सिक्किम की जनसंख्या भारत के राज्यों में न्यूनतम तथा क्षेत्रफल गोआ के पश्चात न्यूनतम है। अपने छोटे आकार के बावजूद सिक्किम भौगोलिक दृष्टि से काफ़ी विविधतापूर्ण है। कंचनजंगा जो कि दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची चोटी है, सिक्किम के उत्तरी पश्चिमी भाग में नेपाल की सीमा पर है और इस पर्वत चोटी चको प्रदेश के कई भागो से आसानी से देखा जा सकता है। साफ सुथरा होना, प्राकृतिक सुंदरता पुची एवं राजनीतिक स्थिरता आदि विशेषताओं के कारण सिक्किम भारत में पर्यटन का प्रमुख केन्द्र है। .

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सिउड़ी

सिउड़ी (সিউড়ি / Suri) पश्चिमी बंगाल में वीरभूम जिले का प्रशासनिक केंद्र तथा प्रमुख नगर है और मोर नदी से ५ किमी दक्षिण एक कंकड़ की पहाड़ी पर स्थित है। यहाँ तेल पेरने, दरी बुनने तथा निबार बनाने के उद्योग हैं। हर वर्ष जनवरी-फरवरी में यहाँ पशु-प्रदर्शनी होती है जिसमें पुरस्कार दिए जाते हैं। फर्नीचर भी यहाँ बनते हैं और निकटवर्ती गाँवों में सूती एवं रेशमी वस्त्र बुनने का काम होता है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल का भूगोल.

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संतरागाछी

संतरागाछी (Santragachhi) या संतरागाछी भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के हावड़ा ज़िले में स्थित एक शहर है। यहाँ इस शहर में रेलवे की सुविधा उपलब्ध है। .

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संतोष कुमार सेन

संतोष कुमार सेन को चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में सन १९६२ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९६२ पद्म भूषण.

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संदक्फू चोटी

संदक्फू चोटी (३७८० मी.;१२४०० फुट) पश्चिम बंगाल, भारत की सबसे ऊँची पर्वत चोटी है जो दार्जिलिंग ज़िले में स्थित है। इस चोटी पर एक छोटा सा गांव है जिसमें सैलानियों के लिए कुछ हॉस्टल बने हुए हैं। दुनिया में पांच सबसे ऊंची चोटियों में से चार, एवरेस्ट, कंचनजंगा, ल्होत्से और मकालू इसकी शिखर से देखी जा सकती हैं। .

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संध्या मजूमदार

संध्या मजूमदार (Sandhya Mazumdar), एक पूर्व भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी है जिनका जन्म पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर में हुआ था। संध्या टीम के लिए टेस्ट और एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट दोनों प्रारूपों में खेला करती थी। इन्होंने अपने कैरियर में कुल छः टेस्ट मैच और एक वनडे मैच खेला था। .

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संध्या रॉय

संध्या रॉय भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की मेदिनीपुर सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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संयुक्त समाजवादी दल (संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी)

मई 1964 ई. में प्रजा समाजवादी दल (प्रजा सोशलिस्ट पार्टी) तथा समाजवादी दल (सोशलिस्ट पार्टी) के रामगढ़ और गया अधिवेशनों में विलयन का निश्चय किया गया और 6 जून 1964 ई. को दिल्ली में दोनों दलों की संयुक्त बैठक में विलयन की पुष्टि की गई। इस प्रकार संयुक्त समाजवादी दल दोनों के एकीकरण से बना। इस दल का स्थापनाधिवेशन 29 जनवरी 1965 ई. को वाराणसी में हुआ। इस अधिवेशन के पूर्व 26 जनवरी को संसोपा की राष्ट्रीय समिति की बैठक सारनाथ (वाराणसी) में हुई। इस बैठक की अध्यक्षता दल के अध्यक्ष श्री एस.

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संस्थागत प्रसव के आधार पर भारत के राज्यों की सूची

इस सूची में भारत के राज्य प्रतिशत में अस्पताल में जन्में शिशुओं के आधार पर है। इस सूची के आँकड़े राष्ट्रीय पारिवारिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण-3 से लिए गए हैं। श्रेणी:भारत के राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से संबंधित सूचियाँ.

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संग्राम पदक

संग्राम पदक, पाकिस्तान के साथ 1971-72 के युद्ध के दौरान सेवा के लिए दिया गया था। जम्मू और कश्मीर, पंजाब, गुजरात, राजस्थान, पश्चिम बंगाल,असम, मेघालय,मिजोरम, त्रिपुरा के परिचालन क्षेत्रों में सेना, अर्धसैनिक बलों, पुलिस और नागरिकों की सेवा करने वाले सभी कर्मियों को पदक दिया जा सकता है। 3 दिसंबर 1 9 71 और 20 दिसंबर 1 9 72 (दोनों तारीखें समावेशी) के बीच ये पदक दिया गया था। पुलिस और अर्धसैनिक बलों के लिए सम्मानित पदक,ज्यादातर मामलों में, आधिकारिक रूप से निर्मित और जारी नहीं किए गए थे। इसके बजाय, स्वतंत्र निर्माताओं द्वारा स्थानीय स्तर पर बनाया गया था। पुलिस या तो इन्हे दुकानों से खरीद सकते हैं या बटालियन उन्हें खरीद सकते हैं और उन्हें विजेता कांस्टेबलों को दे सकते हैं। .

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सुतीर्था मुखर्जी

सुतीर्था मुखर्जी (जन्म 10 अक्टूबर 1995) एक भारतीय महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं। उन्होंने राष्ट्रीय टेबल टेनिस चैम्पियनशिप जीती तथा 2018 राष्ट्रमण्डल खेलों में स्वर्ण पदक विजेता टीम में भी थी। .

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सुदांशु शोभन मैत्रा

सुदांशु शोभन मैत्रा को चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में सन १९६२ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९६२ पद्म भूषण.

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सुदीप बंदोपाध्याय

सुदीप बंदोपाध्याय भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की कोलकाता उत्तर सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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सुधीर रंजन सेनगुप्ता

सुधीर रंजन सेनगुप्ता को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में सन १९६८ में भारत सरकार ने पद्म भूषण से सम्मानित किया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९६८ पद्म भूषण.

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सुधीर कृष्ण मुखर्जी

सुधीर कृष्ण मुखर्जी को प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९७३ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:१९७३ पद्म भूषण.

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सुनीति कुमार चटर्जी

सुनीति कुमार चटर्जी (बांग्ला: সুনীতি কুমার চ্যাটার্জী) (26 अक्टूबर, 1890 - 29 मई, 1977) भारत के जानेमाने भाषाविद्, साहित्यकार तथा भारतविद् के रूप में विश्वविख्यात व्यक्तित्व थे। वे एक लोकप्रिय कला-प्रेमी भी थे। .

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सुनील खान

श्री सुनील खान भारत के चौदहवीं लोकसभा में सांसद हैं एवं पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।.

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सुनील कुमार मंडल

सुनील कुमार मंडल भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की बर्धमान-पूर्व सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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सुब्रत बक्शी

सुब्रत बक्शी भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की कोलकाता दक्षिण सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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सुबोधचंद्र सेनगुप्ता

सुबोधचंद्र सेनगुप्ता को सन १९८३ में भारत सरकार द्वारा साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:१९८३ पद्म भूषण.

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सुभाष मुखोपाध्याय

सुभाष मुखोपाध्याय एक बांग्ला साहित्यकार हैं। इन्हें 1991 में ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। सुभाष मुखोपाध्यायको सन २००३ में भारत सरकार द्वारा साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। .

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सुरेश चंद्र रॉय

सुरेश चंद्र रॉय को उद्योग एवं व्यापार के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा, सन १९७१ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९७१ पद्म भूषण.

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सुष्मिता बनर्जी

सुष्मिता बनर्जी, (सुष्मिता बंधोपाध्याय और सईदा कमाल भी) (1963/1964 – 4/5 सितम्बर 2013), भारत की एक लेखिका एवं बुद्धिजीवी थी। उनका संस्मरण काबुलीवालार बंगाली बौ (एक काबुलीवाला की बंगाली पत्नी; 1997) उनके एक अफगान से विवाह और तालिबान शासन के दौरान अफ़गानिस्तान में उनके अनुभवों पर आधारित है। उनके इस संस्मरण पर आधारित एक बॉलीवुड फ़िल्म एस्केप फ्रॉम तालिबान भी बन चुकी है। संदिग्ध तालिबानी आतंकवादियों ने ४ सितम्बर शाम के बाद और ५ सितम्बर २०१३ की सुबह से पूर्व किसी समय उनके पकतीका प्रान्त, अफ़्ग़ानिस्तान में स्थित घर के बाहर पर उनकी हत्या कर दी। .

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सुजय भूषण रॉय

सुजय भूषण रॉय को चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९७२ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:१९७२ पद्म भूषण.

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सुवेन्दु अधिकारी

सुवेन्दु अधिकारी भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की तामलुक सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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सुगत बोस

सुगत बोस भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की जादवपुर सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान

सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के दक्षिणी भाग में गंगा नदी के सुंदरवन डेल्टा क्षेत्र में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान, बाघ संरक्षित क्षेत्र एवं बायोस्फ़ीयर रिज़र्व क्षेत्र है। यह क्षेत्र मैन्ग्रोव के घने जंगलों से घिरा हुआ है और रॉयल बंगाल टाइगर का सबसे बड़ा संरक्षित क्षेत्र है। हाल के अध्ययनों से पता चला है कि इस राष्ट्रीय उद्यान में बाघों की संख्या 103है। यहां पक्षियों, सरीसृपों तथा रीढ़विहीन जीवों (इन्वर्टीब्रेट्स) की कई प्रजातियाँ भी पायी जाती हैं। इनके साथ ही यहाँ खारे पानी के मगरमच्छ भी मिलते हैं। वर्तमान सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान 1973 में मूल सुंदरवन बाघ रिज़र्व क्षेत्र का कोर क्षेत्र तथा 1977 में वन्य जीव अभयारण्य घोषित हुआ था। 4 मई 1984 को इसे राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था। .

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सुकुमार सेन

सुकुमार सेन को भारत सरकार द्वारा सन १९९० में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। .

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सुकुमार सेन (भारतीय मुख्य चुनाव आयुक्त)

सुकुमार सेन भारत के पहले मुख्य चुनाव आयुक्त थे जो 21 मार्च 1950 से लेकर 19 दिसम्बर 1958 तक इस पद पर रहे। इनकी सेवाओं के लिए सन् १९५४ में इन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। .

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स्थापित ऊर्जा उत्पादन क्षमता के आधार पर भारत के राज्य और संघ क्षेत्र

भारत के राज्यों और संघ क्षेत्रों की यह सूची स्थापित ऊर्जा उत्पादन क्षमता के आधार पर है जो ऊर्जा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आँकड़ों (३ अप्रैल २००६) के अनुसार है। सभी आँकड़े मेगावॉट (१० लाख वॉट) में हैं। नोट: निजी उत्पादको द्वारा संचालित संयंत्र उपयोगिता में पंजीकृत नहीं हैं इसलिए उनके द्वारा उत्पादित ऊर्जा इसमें सम्मिलित नहीं कि गई है। .

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स्पाइडर लड़कियाँ

स्पाइडर लड़कियाँ, या स्पाइडर गर्ल्स (हिन्दी: मकड़ी लड़कियाँ) भारत के पश्चिम बंगाल राज्य की जन्म से जुड़ी हुईं दो जुड़वाँ बहनों का पेशेवर नाम है। इनका नाम असल में गंगा और जमुना मोंद्ल है (जन्म का नाम: अयारा और जयारा रतुन, जन्म: 1969 या 1970) तथा ये बसीरहाट शहर की निवासी हैं। बहनें एक सर्कस में काम करती हैं और 2009 की रिपोर्ट के अनुसार अच्छी कमाई भी कर लेती हैं। सर्कस के ही एक कर्मचारी गदाधर से ये विवाहित हैं। 1993 में इन्होंने एक बच्ची को जन्म दिया था परन्तु उसकी जन्म के कुछ ही घंटो पश्चात मृत्यु हो गई थी। विभिन्न कारणों से इन्होंने अलग न होने का निर्णय लिया है। .

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स्पिरिट एअर (भारत)

स्पिरिट एअर (भारत) एक चार्टर एयरलाइन है जो संचालन बेंगलुरु और कोलकाता से करती है। यह फिलहाल बिहार, पश्चिम बंगाल और ओडिशा मे सेवाएँ प्रदान करती है। यह दक्षिण भारत मे विस्तार करना चाहती है। यह संचालन के लिए सेसस्ना 172 विमान का उपयोग करती है। .

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स्मिता सभरवाल

स्मिता सभरवाल (जन्म-१९ जून,१९७७) तेलंगाना कैडर से २००१ बैच की भारतीय प्रशासनिक अधिकारी हैं। वह लोगो में "पीपल्स ऑफिसर" नाम से भी लोकप्रिय हैं। वह पहली महिला आईऐएस अधिकारी हैं, जीने मुख्यमंत्री कार्यालय में नियुक्त किया गया हैं। .

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स्वतन्त्रता के बाद भारत का संक्षिप्त इतिहास

कोई विवरण नहीं।

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स्वामी निगमानन्द परमहंस

स्वामी निगमानन्द परमहंस (18 अगस्त 1880 - 29 नवम्बर 1935) भारत के एक महान सन्यासी ब सदगुरु थे। उनके शिश्य लोगं उन्हें आदरपूर्वक श्री श्री ठाकुर बुलाते हैं। ऐसा माना जाता है की स्वामी निगमानंद ने तंत्र, ज्ञान, योग और प्रेम(भक्ति) जैशे चतुर्विध साधना में सिद्धि प्राप्त की थी, साथ साथ में कठिन समाधी जैसे निर्विकल्प समाधी का भी अनुभूति लाभ किया था। उनके इन साधना अनुभूति से बे पांच प्रसिध ग्रन्थ यथा ब्रह्मचर्य साधन, योगिगुरु, ज्ञानीगुरु, तांत्रिकगुरु और प्रेमिकगुरु बंगला भाषा में प्रणयन किये थे। उन्होंने असाम बंगीय सारस्वत मठ जोरहट जिला और नीलाचल सारस्वत संघ पूरी जिला में स्थापना की थी जो आज भी अपना काम कर रहा है। उन्होने सारे साधना मात्र तिन साल में (1902-1905) समाप्त कर लिया था और परमहंस श्रीमद स्वामी निगमानंद सारस्वती देव के नाम से विख्यात हुए। .

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स्वामी शिवानन्द

स्वामी शिवानन्द स्वामी शिवानन्द (1854-1934) रामकृष्ण मिशन के द्वितीय संघाध्यक्ष थे। उनका पूर्व नाम 'तारकनाथ घोषाल' था। उनके शिष्य उन्हें 'महापुरुष महाराज' के नाम से पुकारते थे। .

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स्वामी विवेकानन्द

स्वामी विवेकानन्द(স্বামী বিবেকানন্দ) (जन्म: १२ जनवरी,१८६३ - मृत्यु: ४ जुलाई,१९०२) वेदान्त के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु थे। उनका वास्तविक नाम नरेन्द्र नाथ दत्त था। उन्होंने अमेरिका स्थित शिकागो में सन् १८९३ में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था। भारत का आध्यात्मिकता से परिपूर्ण वेदान्त दर्शन अमेरिका और यूरोप के हर एक देश में स्वामी विवेकानन्द की वक्तृता के कारण ही पहुँचा। उन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी जो आज भी अपना काम कर रहा है। वे रामकृष्ण परमहंस के सुयोग्य शिष्य थे। उन्हें प्रमुख रूप से उनके भाषण की शुरुआत "मेरे अमरीकी भाइयो एवं बहनों" के साथ करने के लिये जाना जाता है। उनके संबोधन के इस प्रथम वाक्य ने सबका दिल जीत लिया था। कलकत्ता के एक कुलीन बंगाली परिवार में जन्मे विवेकानंद आध्यात्मिकता की ओर झुके हुए थे। वे अपने गुरु रामकृष्ण देव से काफी प्रभावित थे जिनसे उन्होंने सीखा कि सारे जीव स्वयं परमात्मा का ही एक अवतार हैं; इसलिए मानव जाति की सेवा द्वारा परमात्मा की भी सेवा की जा सकती है। रामकृष्ण की मृत्यु के बाद विवेकानंद ने बड़े पैमाने पर भारतीय उपमहाद्वीप का दौरा किया और ब्रिटिश भारत में मौजूदा स्थितियों का पहले हाथ ज्ञान हासिल किया। बाद में विश्व धर्म संसद 1893 में भारत का प्रतिनिधित्व करने, संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए कूच की। विवेकानंद के संयुक्त राज्य अमेरिका, इंग्लैंड और यूरोप में हिंदू दर्शन के सिद्धांतों का प्रसार किया, सैकड़ों सार्वजनिक और निजी व्याख्यानों का आयोजन किया। भारत में, विवेकानंद को एक देशभक्त संत के रूप में माना जाता है और इनके जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। .

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सौमित्र चटर्जी

सौमित्र चटर्जी बांग्ला फ़िल्मों के एक प्रसिद्ध अभिनेता हैं। .

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सौमित्र खान

सौमित्र खान भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की विष्णुपुर सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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सौम्यजीत घोष

सौम्यजीत घोष (Soumyajit Ghosh) एक भारतीय सिलीगुड़ी,पश्चिम बंगाल के टेबल टेनिस की खिलाड़ी है। ये सबसे छोटे खिलाड़ी थे जिन्होंने 2012 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक खेलों में क़्वालीफाई किया था जो कि लन्दन में आयोजित किया गया था। .

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सौरव गांगुली

सौरव चंडीदास गांगुली (जन्म ८ जुलाई १९७२) भारत क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान है। वे भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं। बंगाल के एक संभ्रांत परिवार में जन्मे सौरव गांगुली अपने भाई स्नेहाशीष गांगुली के द्वारा क्रिकेट की दुनिया में लाए गए। अपने कैरियर की शुरुआत उन्होंने स्कूल की और राज्य स्तरीय टीम में खेलते हुए की। वर्तमान में वह एक दिवसीय मैच में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाडियों में ५ वें स्थान पर हैं और १०,००० बनाने वाले ५ वें खिलाडी और सचिन तेंदुलकर के बाद दूसरे भारतीय खिलाडी हैं। क्रिकेट पत्रिका Wisden के अनुसार वे अब तक के सर्वश्रेष्ठ एक दिवसीय बल्लेबाजों में ६ठे स्थान पर हैं। कई क्षेत्रीय टूर्नामेंटों (जैसे रणजी ट्राफी, दलीप ट्राफी आदि) में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद गांगुली को राष्ट्रीय टीम में इंग्लैंड के खिलाफ खेलने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने पहले टेस्ट में १३१ रन बनाकर टीम में अपनी जगह बना कर ली। लगातार श्री लंका, पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने और कई मैन ऑफ द मैच ख़िताब जीतने के बाद के बाद टीम में उनकी जगह सुनिश्चित हो गयी। १९९९ क्रिकेट विश्व कप में उन्होंने राहुल द्रविड़ के साथ ३१८ रन के साझेदारी की जो की आज भी विश्व कप इतिहास में सर्वाधिक है। सन २००० में टीम के अन्य सदस्यों के मैच फिक्सिंग के कांड के कारण और के खराब स्वास्थ्य तात्कालिक कप्तान सचिन तेंदुलकर ने कप्तानी त्याग दी, जिसके फलस्वरूप गांगुली को कप्तान बनाया गया। जल्द ही गांगुली को काउंटी क्रिकेट में durham की ओर से खराब प्रदर्शन और २००२ में नेटवेस्ट फायनल में शर्ट उतारने के कारण मीडिया में आलोचना का सामना करना पड़ा | सौरव ने २००३ विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया और भारत विश्व कप फायनल में ऑस्ट्रेलिया से हरा.

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सौगत रॉय

सौगत रॉय भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की दमदम सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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सूरजकुण्ड हस्तशिल्प मेला

उत्तराखंड राज के थीम पर बना बद्रीनाथ मंदिर की तरह का मेले का प्रवेशद्वार सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला, भारत की एवं शिल्पियों की हस्तकला का १५ दिन चलने वाला मेला लोगों को ग्रामीण माहौल और ग्रामीण संस्कृति का परिचय देता है। यह मेला हरियाणा राज्य के फरीदाबाद शहर के दिल्ली के निकटवर्ती सीमा से लगे सूरजकुंड क्षेत्र में प्रतिवर्ष लगता है। यह मेला लगभग ढाई दशक से आयोजित होता आ रहा है। वर्तमान में इस मेले में हस्तशिल्पी और हथकरघा कारीगरों के अलावा विविध अंचलों की वस्त्र परंपरा, लोक कला, लोक व्यंजनों के अतिरिक्त लोक संगीत और लोक नृत्यों का भी संगम होता है।। हिन्दुस्तान लाइव। २८ जनवरी २०१० इस मेले में हर वर्ष किसी एक राज्य को थीम बना कर उसकी कला, संस्कृति, सामाजिक परिवेश और परंपराओं को प्रदर्शित किया जाता है। वर्ष २०१० में राजस्थान थीम राज्य है। इसे दूसरी बार यह गौरव प्राप्त हुआ है। मेले में लगे स्टॉल हर क्षेत्र की कला से परिचित कराते हैं। सार्क देशों एवं थाईलैंड, तजाकिस्तान और मिस्र के कलाशिल्पी भी यहां आते हैं। पश्चिम बंगाल और असम के बांस और बेंत की वस्तुएं, पूर्वोत्तर राज्यों के वस्त्र, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश से लोहे व अन्य धातु की वस्तुएं, उड़ीसा एवं तमिलनाडु के अनोखे हस्तशिल्प, मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब और कश्मीर के आकर्षक परिधान और शिल्प, सिक्किम की थंका चित्रकला, मुरादाबाद के पीतल के बर्तन और शो पीस, दक्षिण भारत के रोजवुड और चंदन की लकड़ी के हस्तशिल्प भी यहां प्रदर्शित हैं। यहां अनेक राज्यों के खास व्यंजनों के साथ ही विदेशी खानपान का स्वाद भी मिलता है। मेला परिसर में चौपाल और नाट्यशाला नामक खुले मंच पर सारे दिन विभिन्न राज्यों के लोक कलाकार अपनी अनूठी प्रस्तुतियों से समा बांधते हैं। शाम के समय विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। दर्शक भगोरिया डांस, बीन डांस, बिहू, भांगड़ा, चरकुला डांस, कालबेलिया नृत्य, पंथी नृत्य, संबलपुरी नृत्य और सिद्घी गोमा नृत्य आदि का आनंद लेते हैं। विदेशों की सांस्कृतिक मंडलियां भी प्रस्तुति देती हैं। .

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सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला'

सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला' (२१ फरवरी, १८९९ - १५ अक्टूबर, १९६१) हिन्दी कविता के छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक माने जाते हैं। वे जयशंकर प्रसाद, सुमित्रानंदन पंत और महादेवी वर्मा के साथ हिन्दी साहित्य में छायावाद के प्रमुख स्तंभ माने जाते हैं। उन्होंने कहानियाँ, उपन्यास और निबंध भी लिखे हैं किन्तु उनकी ख्याति विशेषरुप से कविता के कारण ही है। .

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सेमल

सेमल (वैज्ञानिक नाम:बॉम्बैक्स सेइबा), इस जीन्स के अन्य पादपों की तरह सामान्यतः 'कॉटन ट्री' कहा जाता है। इस उष्णकटिबंधीय वृक्ष का तना सीधा, उर्ध्वाधर होता है। इसकी पत्तियां डेशिडुअस होतीं हैं। इसके लाल पुष्प की पाँच पंखुड़ियाँ होतीं हैं। ये वसंत ऋतु के पहले ही आ जातीं हैं। इसका फल एक कैप्सूल जैसा होता है। ये फल पकने पर श्वेत रंग के रेशे, कुछ कुछ कपास की तरह के निकलते हैं। इसके तने पर एक इंच तक के मजबूत कांटे भरे होते हैं। इसकी लकड़ी इमारती काम के उपयुक्त नहीं होती है। .

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सेरमपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

सेरमपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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सेलिब्रिटी क्रिकेट लीग

सेलिब्रिटी क्रिकेट लीग भारत की गैर-पैशेवर पुरूष क्रिकेट-लीग है। इसमें भारतीय सिनेमा के विभिन्न क्षेत्रों के आठ बड़े अभिनेताओं द्वारा चुनी गयी आठ टीमें भाग लेती हैं। चूँकि इसकी स्थापना इसके मैचों के टेलीविजन दर्शकों के अधार पर इंटरनेशनल क्रिकेट काउंशिल (आईसीसी) से भी अधिक लोकप्र्य है। इसको मीडिया द्वारा व्यापक रूप से दिखाया गया। .

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सोनागाछी

सोनागाछी को वेश्यावृत्ति का एशिया का सबसे बड़ा इलाका कहा जाता है। पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर में मौजूद है। एक अनुमान के मुताबिक यहां करीब 11 हजार वेश्याएं कई सौ बहु मंजिला इमारतों में देह धंधा करती हैं। यह इलाका उत्तरी कोलकाता के शोभा बाजार के समीप स्थित चित्तरंजन एवेन्यू में है। इस धंधे से जुडी महिलाओं को लाइसेंस दिया गया है। .

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सोमनाथ चटर्जी

श्री सोमनाथ चटर्जी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के प्रमुख नेताओं में से हैं। वे चौदहवीं लोकसभा में पश्चिम बंगाल के बोलपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। श्री चटर्जी चौदहवीं लोकसभा के अध्यक्ष भी थै। .

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सोमनाथ होरे

सोमनाथ होरे को सन २००७ में भारत सरकार द्वारा कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। .

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सोवा रिग्पा

सोवा रिग्पा (तिब्बती: བོད་ཀྱི་གསོ་བ་རིག་པ་, Wylie: Ggso ba rig pa) तिब्बत सहित हिमालयी क्षेत्रों में प्रचलित प्राचीन उपचार पद्धति है। भारत के हिमालयी क्षेत्र में 'तिब्बती' या 'आमचि' के नाम से जानी जाने वाली सोवा-रिग्पा विश्व की सबसे पुरानी चिकित्सा पद्धतियों में से एक है। भारत में इस पद्धति का प्रयोग जम्मू-कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र, लाहौल-स्पीति (हिमाचल प्रदेश), सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश तथा दार्जिलिंग (पश्चिम बंगाल) में किया जाता है। सोवा-रिग्पा के सिद्धांत और प्रयोग आयुर्वेद की तरह ही हैं और इसमें पारंपरिक चीनी चिकित्साविज्ञान के कुछ सिद्धांत भी शामिल हैं। सोवा रिग्पा के चिकित्सक देख कर, छू कर एवं प्रश्न पूछकर इलाज करते हैं। ऐसा माना जाता है कि यह पद्धति भगवान बुद्ध द्वारा 2500 वर्ष पहले प्रारंभ की गई थी। बाद में प्रसिद्ध भारतीय विद्वानों जैसे जीवक, नागार्जुन, वाग्भट्ट एवं चंद्रानंदन ने इसे आगे बढ़ाया। इसका इति‍हास 2500 वर्षों से अधि‍क का रहा है। सोवा-रि‍गपा प्रणाली यद्यपि बहुत प्राचीन है किन्तु हाल ही में मान्‍यता प्रदान की गई है। यह प्रणाली अस्‍थमा, ब्रोंकि‍टि‍स, अर्थराइटि‍स जैसी पुराने रोगों के लि‍ए प्रभावशाली मानी गई है। सोवा-रि‍गपा का मूल सि‍द्धांत निम्नलिखित है.

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सोंभु मित्रा

सोंभु मित्रा को कला के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९७० में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से थे। श्रेणी:१९७० पद्म भूषण श्रेणी:1915 में जन्मे लोग श्रेणी:१९९७ में निधन.

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सीवान

सीवान या सिवान भारत गणराज्य के बिहार प्रान्त में सारन प्रमंडल के अंतर्गत एक जिला तथा शहर है। यह बिहार के उत्तर पश्चिमी छोर पर उत्तर प्रदेश का सीमावर्ती जिला है। जिला मुख्यालय सिवान शहर दाहा नदी के किनारे बसा है। इसके उत्तर तथा पूर्व में क्रमश: बिहार का गोपालगंज तथा सारण जिला तथा दक्षिण एवं पश्चिम में क्रमश: उत्तर प्रदेश का देवरिया और बलिया जिला है। भारत के प्रथम राष्ट्रपति डा॰ राजेन्द्र प्रसाद तथा कई अग्रणी स्वतंत्रता सेनानियों की जन्मभूमि एवं कर्मस्थली के लिए सिवान को जाना जाता है। .

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हँड़िया

हँड़िया को आदिवासियों का वोदका कहा जा सकता है, यह चावल की बनी शराब का नाम है जो आदिवासियों के जीवन का अटूट अंग है। यह झारखंड, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, छत्तीसगढ और भारत के अन्य आदिवासी इलाकों में काफी लोकप्रिय है। आदिवासी आम तौर शाम घिरने के बाद गीत संगीत के बीच हँडिया पी कर दिन की बातों को भुला कर अगले दिन की तैयारी में जुट जाते हैं यह लोग, यह सोच कर कि शायद नया दिन उनके लिए कुछ नया लेकर आए.

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हत्या की गई भारतीय राजनीतिज्ञों की सूची

निम्नलिखित हत्या की गई भारतीय राजनीतिज्ञों की सूची है। भारत की स्वतंत्रता के बाद, कई राजनेताओं की हत्या कर दी गई है। .

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हरिदास सिद्धांत वागीश

हरिदास सिद्धांत वागीश को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में सन १९६० में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से थे। श्रेणी:१९६० पद्म भूषण.

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हरिदेव जोशी

हरिदेव जोशी एक भारतीय राजनेता है और राजस्थान के मुख्यमंत्री रह चुके है। .

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हर्षवर्धन नियोतिया

हर्षवर्धन नियोतिया (जन्म: 19 जुलाई 1961), अंबुजा नियोतिया ग्रुप के अध्यक्ष हैं। उन्हें वर्ष 2016 के लिए भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) का अध्यक्ष चुना गया है। सामाजिक आवास में उनके उत्कृष्ट पहल के लिए इन्हें वर्ष 1999 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। इसके पूर्व वे फिक्की के वरिष्ठ उपाध्यक्ष थे। नियोतिया राजस्थान की मुख्यमंत्री की सलाहकार परिषद और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री के उद्योग प्रमुख समिति के सदस्य भी हैं। .

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हरीतकी

हरीतकी (वानस्पतिक नाम:Terminalia chebula) एक ऊँचा वृक्ष होता है एवं भारत में विशेषतः निचले हिमालय क्षेत्र में रावी तट से लेकर पूर्व बंगाल-आसाम तक पाँच हजार फीट की ऊँचाई पर पाया जाता है। हिन्दी में इसे 'हरड़' और 'हर्रे' भी कहते हैं। आयुर्वेद ने इसे अमृता, प्राणदा, कायस्था, विजया, मेध्या आदि नामों से जाना जाता है। हरड़ का वृक्ष 60 से 80 फुट तक ऊँचा होता है। इसकी छाल गहरे भूरे रंग की होती है, पत्ते आकार में वासा के पत्र के समान 7 से 20 सेण्टीमीटर लम्बे, डेढ़ इंच चौड़े होते हैं। फूल छोटे, पीताभ श्वेत लंबी मंजरियों में होते हैं। फल एक से तीन इंच तक लंबे और अण्डाकार होते हैं, जिसके पृष्ठ भाग पर पाँच रेखाएँ होती हैं। कच्चे फल हरे तथा पकने पर पीले धूमिल होते हैं। प्रत्येक फल में एक बीज होता है। अप्रैल-मई में नए पल्लव आते हैं। फल शीतकाल में लगते हैं। पके फलों का संग्रह जनवरी से अप्रैल के मध्य किया जाता है। कहा जाता है हरीतकी की सात जातियाँ होती हैं। यह सात जातियाँ इस प्रकार हैं: 1.

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हल्दिया

हल्दिया, पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिला में स्थित एक औद्योगिक शहर है। यह भारत के पूर्वी समुद्रतट का एक प्रमुख बंदरगाह और औद्योगिक केन्द्र है, जो कलकत्ता से लगभग 125 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम की ओर, हुगली नदी के मुहाने के पास स्थित है। हल्दिया नगर की सीमा हल्दी नदी से सटी है, जो गंगा नदी की एक शाखा है। हल्दिया शहर कई पेट्रोकेमिकल व्यवसायों का केंद्र है, और इसे कोलकाता और इसके अंतर्देशीय क्षेत्र के लिए एक प्रमुख व्यापारी बंदरगाह के रूप में कार्य करने के लिए विकसित किया जा रहा है। .

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हालिशहर

हालीशहर (হালিশহর; हालिशॉहॊर्) भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के उत्तर चौबीस परगना जिला में अवस्थित एक शाहर है, जोकि पश्चिम बंगाल पुलिस के बैरकपुर उपविभाग के नैहाटी थाने के अंतर्गत आता है। यह क्षेत्र, कोलकाता के महानगरीय विस्तार का हिस्सा है, तथा कोलकाता महानगर विकास प्राधिकरण के अन्तर्गत आता है। .

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हाशिमारा एयर फ़ोर्स स्टेशन

हाशिमारा एयर फ़ोर्स स्टेशन (Hasimara Air Force Station) एक भारतीय वायु सेना का विमानक्षेत्र या एयर फोर्स स्टेशन है जो भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के अलीपुरदौर ज़िले में स्थित है। यह एयर फ़ोर्स स्टेशन मुख्य रूप से भारत और भूटान की बॉर्डर पर स्थित है। साथ ही इसके नजदीक चुम्बी वैली भी है। .

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हावड़ा

हावड़ा(अंग्रेज़ी: Howrah, बांग्ला: হাওড়া), भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक औद्योगिक शहर, पश्चिम बंगाल का दूसरा सबसे बड़ा शहर एवं हावड़ा जिला एवं हावड़ सदर का मुख्यालय है। हुगली नदी के दाहिने तट पर स्थित, यह शहर कलकत्ता, के जुड़वा के रूप में जाना जाता है, जो किसी ज़माने में भारत की अंग्रेज़ी सरकार की राजधानी और भारत एवं विश्व के सबसे प्रभावशाली एवं धनी नगरों में से एक हुआ करता था। रवीन्द्र सेतु, विवेकानन्द सेतु, निवेदिता सेतु एवं विद्यासागर सेतु इसे हुगली नदी के पूर्वी किनारे पर स्थित पश्चिम बंगाल की राजधानी, कोलकाता से जोड़ते हैं। आज भी हावड़, कोलकाता के जुड़वा के रूप में जाना जाता है, समानताएं होने के बावजूद हावड़ा नगर की भिन्न पहचान है इसकी अधिकांशतः हिंदी भाषी आबादी, जोकि कोलकाता से इसे थोड़ी अलग पहचान देती है। समुद्रतल से मात्र 12 मीटर ऊँचा यह शहर रेलमार्ग एवं सड़क मार्गों द्वारा सम्पूर्ण भारत से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। यहाँ का सबसे प्रमुख रेलवे स्टेशन हावड़ा जंक्शन रेलवे स्टेशन है। हावड़ा स्टेशन पूर्व रेलवे तथा दक्षिणपूर्व रेलवे का मुख्यालय है। हावड़ स्टेशन के अलावा हावड़ा नगर क्षेत्र मैं और 6 रेलवे स्टेशन हैं तथा एक और टर्मिनल शालीमार रेलवे टर्मिनल भी स्थित है। राष्ट्रीय राजमार्ग 2 एवं राष्ट्रीय राजमार्ग 6 इसे दिल्ली व मुम्बई से जोड़ते हैं। हावड़ा नगर के अंतर्गत सिबपुर, घुसुरी, लिलुआ, सलखिया तथा रामकृष्णपुर उपनगर सम्मिलित हैं। .

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हावड़ा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

हावड़ा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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हावड़ा जिला

हावङा भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एक प्रशासकीय जिला है।इसका क्षेत्रफल १४७२ वर्ग किमी है। उत्तर एवं दक्षिण में हुगलीतथा मिदनापुर जिले हैं। इसकी पूर्वी तथा पश्चिमी सीमाएँ क्रमश: हुगली एवं रूपनारायन नदियाँ हैं। दामोदर नदी इस जिले के बीचोबीच बहती है। काना दामोदर तथा सरस्वती अन्य नदियाँ हैं। नदियों के बीच नीची दलदली भूमि मिलती है। राजापुरदलदल सबसे विस्तृत है। वर्षा सामान्यत: १४५ सेमी है। धान मुख्य फसल है पर गेहूँ, जौ, मकई तथा जूट भी उपजाए जाते हैं। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के जिले.

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हावड़ा जंक्शन रेलवे स्टेशन

हावड़ा जंक्शन रेलवे स्टेशन हावड़ा एवं कोलकाता शहर का रेलवे स्टेशन है। यह हुगली नदी के दाहिने किनारे पर स्थित है। इसके २३ प्लेटफार्म इसे भारत के सबसे बड़े रेलवे स्टेशनों में एक बनाते हैं। १८५३ में भारत में पहली रेल गाड़ी मुम्बई से एवं १८५४ दूसरी हावड़ा से चली। सुप्रसिद्ध क्रान्तिकारी योगेश चन्द्र चटर्जी काकोरी काण्ड से पूर्व ही हावड़ा रेलवे स्टेशन पर गिरफ्तार कर लिये गये थे। नजरबन्दी की हालत में ही इन्हें काकोरी काण्ड के मुकदमे में शामिल किया गया था और आजीवन कारावास की सजा दी गयी थी। .

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हिन्दी

हिन्दी या भारतीय विश्व की एक प्रमुख भाषा है एवं भारत की राजभाषा है। केंद्रीय स्तर पर दूसरी आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है। यह हिन्दुस्तानी भाषा की एक मानकीकृत रूप है जिसमें संस्कृत के तत्सम तथा तद्भव शब्द का प्रयोग अधिक हैं और अरबी-फ़ारसी शब्द कम हैं। हिन्दी संवैधानिक रूप से भारत की प्रथम राजभाषा और भारत की सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है। हालांकि, हिन्दी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं है क्योंकि भारत का संविधान में कोई भी भाषा को ऐसा दर्जा नहीं दिया गया था। चीनी के बाद यह विश्व में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा भी है। विश्व आर्थिक मंच की गणना के अनुसार यह विश्व की दस शक्तिशाली भाषाओं में से एक है। हिन्दी और इसकी बोलियाँ सम्पूर्ण भारत के विविध राज्यों में बोली जाती हैं। भारत और अन्य देशों में भी लोग हिन्दी बोलते, पढ़ते और लिखते हैं। फ़िजी, मॉरिशस, गयाना, सूरीनाम की और नेपाल की जनता भी हिन्दी बोलती है।http://www.ethnologue.com/language/hin 2001 की भारतीय जनगणना में भारत में ४२ करोड़ २० लाख लोगों ने हिन्दी को अपनी मूल भाषा बताया। भारत के बाहर, हिन्दी बोलने वाले संयुक्त राज्य अमेरिका में 648,983; मॉरीशस में ६,८५,१७०; दक्षिण अफ्रीका में ८,९०,२९२; यमन में २,३२,७६०; युगांडा में १,४७,०००; सिंगापुर में ५,०००; नेपाल में ८ लाख; जर्मनी में ३०,००० हैं। न्यूजीलैंड में हिन्दी चौथी सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है। इसके अलावा भारत, पाकिस्तान और अन्य देशों में १४ करोड़ १० लाख लोगों द्वारा बोली जाने वाली उर्दू, मौखिक रूप से हिन्दी के काफी सामान है। लोगों का एक विशाल बहुमत हिन्दी और उर्दू दोनों को ही समझता है। भारत में हिन्दी, विभिन्न भारतीय राज्यों की १४ आधिकारिक भाषाओं और क्षेत्र की बोलियों का उपयोग करने वाले लगभग १ अरब लोगों में से अधिकांश की दूसरी भाषा है। हिंदी हिंदी बेल्ट का लिंगुआ फ़्रैंका है, और कुछ हद तक पूरे भारत (आमतौर पर एक सरल या पिज्जाइज्ड किस्म जैसे बाजार हिंदुस्तान या हाफ्लोंग हिंदी में)। भाषा विकास क्षेत्र से जुड़े वैज्ञानिकों की भविष्यवाणी हिन्दी प्रेमियों के लिए बड़ी सन्तोषजनक है कि आने वाले समय में विश्वस्तर पर अन्तर्राष्ट्रीय महत्त्व की जो चन्द भाषाएँ होंगी उनमें हिन्दी भी प्रमुख होगी। 'देशी', 'भाखा' (भाषा), 'देशना वचन' (विद्यापति), 'हिन्दवी', 'दक्खिनी', 'रेखता', 'आर्यभाषा' (स्वामी दयानन्द सरस्वती), 'हिन्दुस्तानी', 'खड़ी बोली', 'भारती' आदि हिन्दी के अन्य नाम हैं जो विभिन्न ऐतिहासिक कालखण्डों में एवं विभिन्न सन्दर्भों में प्रयुक्त हुए हैं। .

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हिन्दी भाषियों की संख्या के आधार पर भारत के राज्यों की सूची

मानक हिंदी भारत में आधिकारिक राज्य भाषा है और जनसंख्या का बहुमत हिंदी की कुछ किस्म बोलते हैं।। हिन्दी भाषियों की संख्या के आधार पर भारत के राज्यों की सूची जनसंख्या और प्रतिशत दोनों आधारित है। इसका संदर्भ भारत की २००१ के आधार पर है। इस सूची में भारत के सभी राज्य हैं। श्रेणी:हिन्दी श्रेणी:भारत की जनगणना.

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हिमसागर आम

हिमसागर एक बहुत ही लोकप्रिय आम की किस्म है। यह भारत के पश्चिम बंगाल में और बांग्लादेश के राजशाही में मिलता है। इसे स्वाद और सुगंध में दुनिया के सभी आमों में सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। इसे अक्सर "आमों का राजा" कहा जाता है। इसके अन्दर नारंगी और पीला रंग होता है। इस फल का आकार मध्यम होता है और वजन 250 से 350 ग्राम तक होता है। इसमें 77% गुदा सामग्री होती है। कई लोगों को इस आम से इतना प्यार हो चुका है कि इस पर इन लोगों ने कई गाने और कवितायें भी लिख चुके हैं। .

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हिमालय

हिमालय पर्वत की अवस्थिति का एक सरलीकृत निरूपण हिमालय एक पर्वत तन्त्र है जो भारतीय उपमहाद्वीप को मध्य एशिया और तिब्बत से अलग करता है। यह पर्वत तन्त्र मुख्य रूप से तीन समानांतर श्रेणियों- महान हिमालय, मध्य हिमालय और शिवालिक से मिलकर बना है जो पश्चिम से पूर्व की ओर एक चाप की आकृति में लगभग 2400 कि॰मी॰ की लम्बाई में फैली हैं। इस चाप का उभार दक्षिण की ओर अर्थात उत्तरी भारत के मैदान की ओर है और केन्द्र तिब्बत के पठार की ओर। इन तीन मुख्य श्रेणियों के आलावा चौथी और सबसे उत्तरी श्रेणी को परा हिमालय या ट्रांस हिमालय कहा जाता है जिसमें कराकोरम तथा कैलाश श्रेणियाँ शामिल है। हिमालय पर्वत पाँच देशों की सीमाओं में फैला हैं। ये देश हैं- पाकिस्तान, भारत, नेपाल, भूटान और चीन। अन्तरिक्ष से लिया गया हिमालय का चित्र संसार की अधिकांश ऊँची पर्वत चोटियाँ हिमालय में ही स्थित हैं। विश्व के 100 सर्वोच्च शिखरों में हिमालय की अनेक चोटियाँ हैं। विश्व का सर्वोच्च शिखर माउंट एवरेस्ट हिमालय का ही एक शिखर है। हिमालय में 100 से ज्यादा पर्वत शिखर हैं जो 7200 मीटर से ऊँचे हैं। हिमालय के कुछ प्रमुख शिखरों में सबसे महत्वपूर्ण सागरमाथा हिमाल, अन्नपूर्णा, गणेय, लांगतंग, मानसलू, रॊलवालिंग, जुगल, गौरीशंकर, कुंभू, धौलागिरी और कंचनजंघा है। हिमालय श्रेणी में 15 हजार से ज्यादा हिमनद हैं जो 12 हजार वर्ग किलॊमीटर में फैले हुए हैं। 72 किलोमीटर लंबा सियाचिन हिमनद विश्व का दूसरा सबसे लंबा हिमनद है। हिमालय की कुछ प्रमुख नदियों में शामिल हैं - सिंधु, गंगा, ब्रह्मपुत्र और यांगतेज। भूनिर्माण के सिद्धांतों के अनुसार यह भारत-आस्ट्र प्लेटों के एशियाई प्लेट में टकराने से बना है। हिमालय के निर्माण में प्रथम उत्थान 650 लाख वर्ष पूर्व हुआ था और मध्य हिमालय का उत्थान 450 लाख वर्ष पूर्व हिमालय में कुछ महत्त्वपूर्ण धार्मिक स्थल भी है। इनमें हरिद्वार, बद्रीनाथ, केदारनाथ, गोमुख, देव प्रयाग, ऋषिकेश, कैलाश, मानसरोवर तथा अमरनाथ प्रमुख हैं। भारतीय ग्रंथ गीता में भी इसका उल्लेख मिलता है (गीता:10.25)। .

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हिमालयी भूगर्भशास्त्र

हिमालयी भूगर्भशास्त्र (अंग्रेज़ी: Geology of the Himalaya) हिमालय पर्वत तंत्र की भूगर्भशास्त्रीय व्याख्या करता है। इसके अन्तर्गत हिमालय पर्वत के उद्भव और विकास की, तथा इसकी भूगर्भिक संरचना और यहाँ पायी जाने वाली शैल समूहों और क्रमों की व्याख्या की जाती है। .

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हिल्सा

हिल्सा मछलियाँ हिल्सा (बांग्ला: ইলিশ / इलिस) बंगाली लोगों में सबसे लोकप्रिय मछली है। यह बांग्लादेश का राष्ट्रीय मछली है और पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा आदि में भी अत्यधिक लोकप्रिय है। .

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हज़ारद्वारी महल

हज़ारद्वारी महल, हजारद्वारी महल या सिर्फ हज़ारद्वारी (बांग्ला:হাজারদুয়ারি; हाजारदूयारी), जिसे पहले 'बड़ा कोठी' के नाम से जाना जाता था, भारत के राज्य पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के किला निज़ामात के परिसर में स्थित है। इसका निर्माण उन्नीसवीं शताब्दी में बंगाल, बिहार और उड़ीसा के नवाब नाजीम हुमायूं जेह (1824-1838) के शासनकाल के दौरान, वास्तुकार डंकन मैक्लॉड द्वारा किया गया था। महल का आधारशिला 9 अगस्त 1829 को रखी गई थी, और उसी दिन निर्माण कार्य भी शुरू किया गया था। विलियम कैवेन्डिश तब तत्कालीन गवर्नर जनरल थे अब, हज़ारद्वारी महल मुर्शिदाबाद शहर में सबसे विशिष्ट इमारत है। 1985 में, बेहतर संरक्षण के लिए इस महल को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को सौंप दिया गया था। .

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हकीम सैयद मुहम्मद शर्फ़ुद्दीन कादरी

हकीम सैयद मुहम्मद शर्फ़ुद्दीन कादरी को सन २००७ में भारत सरकार द्वारा चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। .

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हुगली लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

हुगली लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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हुगली जिला

हुगली भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एक प्रशासकीय जिला है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के जिले.

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हेनरी लुई विवियन डिरोजिओ

हेनरी लुई विवयन डिरोजिओ एक राष्ट्रभक्त भारतीय कवि थे, जिनका मूल पश्चिम बंगाल है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोग.

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हेनान

हेनान (河南, Henan) जनवादी गणराज्य चीन के केन्द्रीय भाग में स्थित एक प्रांत है। हान राजवंश के ज़माने में इस क्षेत्र में एक युझोऊ (豫州, Yuzhou) नामक राज्य हुआ करता था इसलिए चीनी भावचित्रों में हेनान प्रांत को संक्षिप्त रूप में '豫' (उच्चारण: यु) लिखते हैं। 'हेनान' नाम दो शब्दों को जोड़कर बना है: 'हे' यानि 'नदी' और 'नान' यानि 'दक्षिण'। हेनान पीली नदी (ह्वांग हे) के दक्षिण में है, इसलिए इसका नाम यह पड़ा। हेनान को चीनी सभ्यता की जन्मभूमि माना जाता है क्योंकि चीन का एक अति-प्राचीन राजवंश, शांग राजवंश, यहीं केन्द्रित था।, Long River Press, 2008, ISBN 978-1-59265-060-6,...

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हेमन्त कुमार मुखोपाध्याय

हेमंत कुमार मुखोपाध्याय(16 जून,1920- 26 सितंबर 1989) एक प्रसिद्ध गायक, संगीतकार और फिल्म निर्माता थे। उन्होंने हेमन्त कुमार के नाम से हिंदी फिल्मों में अनेक गीत गाए थे। .

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हो भाषा

हो आस्ट्रो-एशियाई भाषा परिवार की मुंडा शाखा में एक भाषा है जो झारखंड, पश्चिम बंगाल एवं उड़ीसा के आदिवासी क्षेत्रों में लगभग १०,७७,००० जनों द्वारा बोली जाती है। .

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हीरेंद्रनाथ मुखर्जी

हीरेंद्रनाथ मुखर्जी को भारत सरकार द्वारा सन १९९० में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:१९९० पद्म भूषण.

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जनसंख्या के आधार पर भारत के राज्य और संघ क्षेत्र

भारत उनतीस राज्यों और सात केन्द्र शासित प्रदेशों का एक संघ है। सन् 2009 में, लगभग 1.15 अरब की जनसंख्या के साथ भारत विश्व का दूसरा सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश है। भारत के पास विश्व की कुल भूक्षेत्र का 2.4% भाग है, लेकिन यह विश्व की 17% जनसंख्या का निवास स्थान है। गंगा के मैदानी क्षेत्र विश्व के सबसे विशाल उपजाऊ फैलावों में से एक हैं और यह विश्व के सबसे सघन बसे क्षेत्रों में से एक है। दक्कन के पठार के पूर्वी और पश्चिमी तटीय क्षेत्र भी विश्व के सबसे सघन क्षेत्रों में हैं। पश्चिमी राजस्थान में स्थित थार मरुस्थल विश्व के सबसे सघन मरुस्थलों में से एक है। उत्तर और उत्तर-पूर्व में हिमालय पर्वत श्रृंखलाओं में बसे राज्यों में ठंडे शुष्क मरुस्थल और उपजाऊ घाटियां हैं। कठिन संरचना के कारण इन राज्यों में देश के अन्य भागों की तुलना में जनसंख्या घनत्व कम है। .

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जनार्दन प्रसाद झा 'द्विज'

जनार्दन प्रसाद झा 'द्विज' (१९०४ - ५ मई १९६४) हिन्दी कवि, कथाकार तथा शिक्षक थे। ये कहानी लेखकों की अगली पंक्ति में थे व इनकी गणना हिन्दी के छायावाद काल के भावुक कवियों में की जाती है। विद्यार्थी जीवन में ही इन्होंने कहानी और पद्यरचना आरंभ कर दी थी जब कि ये विद्यालय के एक आदर्श छात्र थे। स्वभाव में गंभीर, प्रकृत्या शांत, प्रत्युत्पन्नमति, हँसमुख व्यक्ति थे जिन्होंने सदा सरल जीवन ही जिया। ये प्रतिभाशाली विचारक, निर्भय आलोचक, एवं स्पष्ट वक्ता थे तथा उन्होंनें हिंदीहित को अपने जीवन में सर्वोपरि रखा। .

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जयदयाल गोयन्दका

जयदयाल गोयन्दका (जन्म: सन् 1885 - निधन: 17 अप्रैल 1965) श्रीमद्भगवद् गीता के अनन्य प्रचारक थे। वे गीताप्रेस, गीता-भवन (ऋषीकेश, स्‍वर्गाश्रम), ऋषिकुल ब्रह्मचर्याश्रम (चूरू) आदि के संस्थापक थे। .

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जयनगर मजिलपुर

जयनगर मजिलपुर कोलकाता का एक क्षेत्र है। यह कोलकाता मेट्रोपॉलिटन डवलपमेंट अथॉरिटी के अधीन आता है। श्रेणी:कोलकाता के क्षेत्र.

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जयनगर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

जयनगर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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जलदापाड़ा राष्ट्रीय उद्यान

जलदापाड़ा राष्ट्रीय उद्यान जिसे पहले जलदापाड़ा वन्यजीव अभयारण्य भी कहते थे, पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार उप-मण्डल के अंतर्गत जलपाईगुड़ी ज़िले में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान है, जो कि टोरसा नदी के किनारे है। यह इलाका वस्तुतः पूर्वी हिमालय का तराई क्षेत्र है। इस उद्यान की समुद्र सतह से औसतन ऊँचाई ६१ मी.

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जलपाईगुड़ी

जलपाईगुड़ी (बांग्ला: জলপাইগুড়ি) भारत के पश्चिम बंगाल प्रदेश के उत्तरी भाग में स्थित एक नगर है। यह जलपाईगुड़ी ज़िले का मुख्यालय है और उत्तरी बंगाल प्रभाग का संभागीय मुख्यालय भी है। श्रेणी:पूर्वोत्तर भारत श्रेणी:पश्चिम बंगाल के जिले.

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जलपाईगुड़ी लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

जलपाईगुड़ी लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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जलपाईगुड़ी जिला

जलपाईगुङी भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एक प्रशासकीय जिला है। यह पश्चिम बंगाल के उत्तर में स्थित है और इस जिले के अन्तरगत् जलदापाडा राष्ट्रीय उद्धान आता है। न्युजलपाईगुडी उत्तर बंगाल की सबसे प्रमुख रेलवे स्टेशन है व उत्तर पूर्वी सीमान्त रेलवे की एक मन्डलीय रेलवे स्टेशन है जो इसी जिले के अधीन आता है।भारत की कुछ प्रमुख रेलगाडियां यहां से होकर ही असम के लिए जाती है। कुछ प्रमुख रेलगाडियां इस प्रकार हैःराजधानी एक्सप्रेस शताब्दी एक्सप्रेस कामरूप एक्सप्रेस कंचनजंघा एक्सप्रेस कंचनकन्या एक्सप्रेस दार्जिलिन्ग मेल इत्यादि। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के जिले.

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जात्रा

जात्रा अभिनय की तैयारी करता हुआ व्यक्ति यात्रा (उच्चारण:जात्रा), पश्चिम बंगाल का प्रसिद्ध लोकनृत्य है। .

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जाधवपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

जाधवपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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जामिनी राय

यामिनी राय (बंगला: যামিনী রায়; (उच्चारण: जामिनी राय) 11 अप्रैल 1887 – 24 अप्रैल 1972) भारतीय चित्रकार थे। सन् १९५५ में उन्हें भारत सरकार ने पद्मभूषण से सम्मानित किया। वे अवनीन्द्रनाथ ठाकुर के सबसे प्रसिद्ध शिष्यों में से एक थे। जामिनी राय का जन्म 11 अप्रैल, 1887 ई. में पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा जिले में 'बेलियातोर' नामक गाँव में एक समृद्ध जमींदार परिवार में हुआ था। गांव में व्यतीत किये गए रॉय के आरंभिक वर्षों का उन पर गहरा असर पड़ा। संथाल और उनकी आदि कला, काम करते ग्रामीण हस्तशिल्पी, प्राचीन अल्पना (चावल की लेई से चित्रकारी) तथा पटुआ ने रूप एवं रेखा के प्रति उनकी प्रारंभिक रुचि जगाई। 1903 में 16 वर्ष की आयु में जामिनी रॉय ने कलकत्ता (आधुनिक कोलकाता) में 'गवर्नमेंट स्कूल ऑफ़ आर्ट्स' में दाख़िला लिया, जिसके प्रधानाचार्य पर्सी ब्राउन उनके प्रमुख प्रेरणा स्रोत थे। जामिनी रॉय के शैक्षणिक प्रशिक्षण ने उन्हें चित्रकारी की विभिन्न तकनीकों में पारंगत होने में मदद की, उन्होंने प्रतिकृति चित्रण एवं प्राकृतिक दृश्य चित्रण से शुरुआत की, जो तुरंत लोगों की नज़रों में आई। .

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जांगीपुर

जहांगीरपुर (जंगीपुर के रूप में अधिक लोकप्रिय) भारत के पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद में भागीरथी तट पर स्थित एक शहर है। मुगल बादशाह जहांगीर द्वारा जंगीपुर शहर स्थापित किया गया है कहा जाता है। ब्रिटिश शासन के प्रामभिक वर्षों के दौरान यह रेशम व्यापार का एक महत्वपूर्ण केंद्र था, और ईस्ट इंडिया कंपनी के एक वाणिज्यिक स्थल था। श्रेणी:पश्चिम बंगाल श्रेणी:पश्चिम बंगाल के शहर.

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जांगीपुर लोकसभा क्षेत्र

जांगीपुर भारत के पश्चिम बंगाल का एक प्रमुख शहर एवं लोकसभा क्षेत्र है। चौदहवीं लोकसभा में इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व भारत के विदेश मंत्री श्री प्रणव मुखर्जी कर रहे हैं। श्रेणी:पश्चिम बंगाल.

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जगद्धात्री

रामकृष्ण मिशन, राँची में जगद्धात्री प्रतिमा जगद्धात्री (.

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जगमोहन डालमिया

कलकत्ता death जगमोहन डालमिया (30 मई 1940 – 20 सितम्बर 2015) बीसीसीआई के अध्यक्ष और व्यापारी थे। इनका जन्म ब्रिटिश राज के दौरान कलकत्ता में हुआ था। इनकी मृत्यु 20 सितम्बर 2015 को कोलकाता के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान हृदय की गति रुकने से हुई। .

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जंगल जलेबी

जंगल जलेबी के फल जंगल जलेबी का वृक्ष जंगल जलेबी या गंगा जलेबी (वानस्पतिक नाम: Pithecellobium dulce) एक सपुष्पी पादप है। यह मटर के प्रजाति का है। इसका फल सफ़ेद और पूर्णतः पक जाने पर लाल हो जाता है खाने में मीठा होता है। यह फल मूलतः मेक्सिको का है और दक्षिण पूर्व एशिया में बहुतायत से पाया जाता है.

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जंगली तीतर

जंगली तीतर या बन तीतर (वन, बन यानि जंगल) (Swamp Francolin) (Francolinus gularis) फ़ीज़ैन्ट कुल का एक पक्षी है। इसका मूल निवास गंगा और ब्रह्मपुत्र नदियों की घाटियों में है– पश्चिमी नेपाल की तराई से लेकर उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम और अरुणाचल प्रदेश तक। पहले यह बांग्लादेश के चटगाँव इलाके तथा सुन्दरबन में प्रचुर मात्रा में पाया जाता था, लेकिन हाल में यह नहीं देखा गया है और अब यह अनुमान लगाया गया है कि इन इलाकों से इनका उन्मूलन हो गया है। भारत में यह सभी तराई के सुरक्षित क्षेत्रों में पाया गया है जो यह बतलाता है कि यह पूर्व अनुमानित आंकड़ों से अधिक संख्या में विद्यमान है। नेपाल में, जहाँ इसका आवास क्षेत्र २,४०० वर्ग कि॰मी॰ का है और निवास ३३० वर्ग कि.

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जंगीपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

जंगीपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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जुबली ब्रिज

जुबिली ब्रिज (জুবিলি ব্রিজ, Jubilee Bridge) भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में हुगली नदी पर नैहाटी और बैण्डेल के बिचा में बना एक रेलवे पुल है जे अब नाकारा हो चुका है और इसके जगह, इसके बगल में ही एक नया पल निर्मित कर दिया गया है, जिसका नाम है सम्प्रीति सेतु। यह पुल हुगली नदी के दोनों छोरों पर स्थित बण्डेल और नैहाटी नगरों को रेलमार्ग के माध्यम से जोड़ती थी। .

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ज्ञानप्रकाश घोष

पंडित ज्ञानप्रकाश घोष को भारत सरकार द्वारा सन १९८४ में कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९८४ पद्म भूषण.

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ज्ञानेन्द्रनाथ मुखर्जी

ज्ञानेन्द्रनाथ मुखर्जी को विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में सन १९६४ में भारत सरकार द्वारा, पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। .

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ज्योति बसु

ज्योति बसु (बंगला: জ্যোতি বসু) (८ जुलाई १९१४ - १७ जनवरी २०१०) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के जानेमाने राजनेता थे। वे सन् १९७७ से लेकर २००० तक पश्चिम बंगाल राज्य के मुख्यमंत्री रहकर भारत के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री बने रहने का कीर्तिमान स्थापित किए। वे सन् १९६४ से सन् २००८ तक सीपीएम पॉलित ब्यूरो के सदस्य रहे। .

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ज्योतिर्मयी देवी

ज्योतिर्मयी देवी (জ্যোতির্ময়ী দেবী) (1896–1988) बांग्ला भाषा की भारतीय लेखिका थी। उन्होने अपने बचपन के दिनों में राजस्थान की तथा भारत के विभाजन के समय बांग्लादेश की महिलाओं के बारे में मुख्य रूप से लिखा। वे अपनी कहानियों के लिए तथा सामाजिक टिप्पणियों के लिए जानी जाती हैं। उनकी किताबें कोलकाता में विभिन्न दुकानों के साथ-साथ अन्य स्थानों पर भी उपलब्ध हैं। इनकी कहानी "डैनी" पश्चिम बंगाल की माध्यमिक शिक्षा के बंगाली पाठ्यक्रम का हिस्सा है। उनकी कृतियों का अनुवाद बांग्ला लेखिका बर्निता बागची ने किया है। .

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ज्योतिष चंद्र राय

ज्योतिष चंद्र राय को चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में सन १९६८ में भारत सरकार ने पद्म भूषण से सम्मानित किया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९६८ पद्म भूषण.

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जैक प्रेगेर

जैक प्रेगेर (जन्म 25 जुलाई 1930 को मैन्चेस्टर, इंग्लैंड के एक यहूदी परिवार में हुआ) एक ब्रिटिश डॉक्टर हैं जो चिकित्सा उपचार के साथ-साथ पेशेवर प्रशिक्षण सुविधा भारत के शहर कोलकाता और पश्चिमी बंगाल की गरीब जनता को 1972 से प्रदान करते आ रहे हैं। इसी लक्ष्य के तहत उन्होंने कोलकाता रेस्क्यू नामक संस्था भी बनाई है। जैक ने छोटी-सी उम्र में न्याय का अर्थ समझ लिया था जब बालक अवस्था में उन्होंने अपनी फ़्रांस में जन्मी मौसी को हिटलर की सेना के हाथों जान गवाँते देखा था। जैक ने सेंट एडमंड हॉल, ऑक्स्फ़ोर्ड से स्नतक की शिक्षा पूरी की। यहीं से स्नातकोत्तर में अन्होंने अर्थशास्त्र और राजनीति शास्त्र पढ़े। इसके पश्चात कुछ वर्षों के लिए वह वेल्स में किसान के रूप में काम करते रहे। फिर उन्होंने अपने खेत को बेचकर डॉक्टर बनने का निर्णय लिया। 1965 में उन्हें डबलिन के रॉयल कॉलेज ऑफ़ सरजिन्स में प्रवेश मिला। उस समय उनकी आयु 35 वर्ष की थी। .

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जेट कनेक्ट

जेट कनेक्ट के रूप में संचालित जेटलाइट (पूर्व नाम: एयर सहारा) मुंबई, भारत में आधारित एक वायुसेवा थी। रीडिफ.कॉम, 16 अप्रैल 2007 इसे पहले जेट एयर वेज़ कनेक्ट के नाम से जाना जाता था, जेट लाईट इंडिया लिमिटेड का एक व्यावसायिक नाम है। यह मुंबई में स्थित एक विमानन सेवा है जिस पर की जेट एयरवेज का मालिकाना हक़ है। यह विमान सेवा भारत के सभी मेट्रोपोल शहरों को जोड़ने के लिए नियमित उड़ान सेवाएँ प्रदान करती है। .

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जोगेन्द्र नाथ मंडल

जोगेन्द्र नाथ मंडल पाकिस्तान के आधुनिक राज्य के मध्य और प्रमुख संस्थापक पिता में से एक थे, और देश के पहले कानून मंत्री और श्रमिक के रूप में सेवा करने वाले विधायक थे और यह राष्ट्रमंडल और कश्मीर मामलों के दूसरे मंत्री भी थे। एक भारतीय और बाद में पाकिस्तानी नेता जो पाकिस्तान में कानून और श्रम के पहले मंत्री थे। अनुसूचित जातियों (दलितों) के नेता के रूप में, जोगेंद्रनाथ ने मुस्लिम लीग के साथ पाकिस्तान के लिए अपनी मांग के साथ आम कारण बना दिया था, उम्मीद करते थे कि अनुसूचित जातियों को इसके लाभ मिलेगा और पाकिस्तान के पहले कैबिनेट में शामिल हो गए थे। कानून और श्रम पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमन्त्री लियाकत अली खान को अपना इस्तीफा देने के बाद पाकिस्तान के विभाजन के कुछ सालों बाद वह भारत में आकर चले गए, पाकिस्तानी प्रशासन के कथित हिंदू-विरोधी पूर्वाग्रह का हवाला देते हुए। .

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जोगेश चंद्र डे

जोगेश चंद्र डे को उद्योग एवं व्यापार के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा, सन १९७१ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९७१ पद्म भूषण.

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जोगेशचंद्र बैनर्जी

जोगेशचंद्र बैनर्जी को चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९६५ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९६५ पद्म भूषण.

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जोङखा

जोङखा (तिब्बती लिपि: རྫོང་ཁ།, अंग्रेज़ी: Dzongkha, Wylie: rdzong kha) भूटान में बोली जाने वाली राष्ट्रीय भाषा है। इसका नाम "जोङ" शब्द से लिया गया है, जिसका अर्थ "जिला" होता है, और "जोङखा" का मतलब "जिला की मुख्यालय में बोली जाने वाली भाषा" है। सन् २०१३ में इसे कुल मिलाकर लगभग साढ़े-छह लाख लोग बोलते थे। भारत के पश्चिम बंगाल के कालिंपोंग शहर में भी इसे बोलने वाले कुछ लोग हैं। जोङखा को तिब्बती लिपि में लिखा जाता है। .

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जीवन प्रत्याशा के आधार पर भारत के राज्यों की सूची

भारत का जीवन प्रत्याशा मानचित्र यह सूची जन्म के समय जीवन प्रत्याशा के आधार पर क्रमित है। इस सूची के आँकड़े 2011 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम भारत द्वारा प्रकाशित मानव विकास सूचकांक प्रतिवेदन से लिए गए हैं। इस प्रतिवेदन के आँकड़े वर्ष 2002 से 2006 के लिए हैं। 2004 में केरल की जन्म के समय जीवन प्रत्याशा सर्वाधिक थी। पूर्वोत्तर राज्यों के लिए आँकड़े अनुपलब्ध थे। .

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ईश्वर गुप्ता सेतु

ईश्वर गुप्ता सेतु या कल्याणी सेतु, हुगली और नदिया ज़िले के बीच, हुगली नदी पर निर्मित एक सेतु है। इस सेतु की कुल लम्बाई १.०४ किलोमीटर (०.६५ मील) है, जिसके पूर्वी छोर पे, पश्चिम बंगाल का कल्याणी शहर, और पशिमी छोर पर बाँसबेड़िया स्थित है। इस सेतु द्वारा, नदिया और उत्तर चौबीस परगना ज़िले के संग, बर्धमान, हुगली और बीरभूम ज़िले सड़कमार्ग द्वारा जुड़ते हैं। यह सेतु, कल्याणी गतिमार्ग द्वारा कोलकाता महानगर से जुड़ता है। यह, राष्ट्रीय राजमार्ग-३४ को राष्ट्रीय राजमार्ग-२ से जोड़ता है। इस पुल का उपयोग प्रतिदिन २००० वाहन करते हैं। .

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ईस्ट बंगाल एफ.सी.

ईस्ट बंगाल फुटबॉल क्लब (किंगफिशर ईस्ट बंगाल फुटबॉल क्लब के रूप में प्रायोजन कारण से जाने जाते हैं) कोलकाता में स्थित एक भारतीय फुटबॉल क्लब है। भारतीय फुटबॉल में सबसे सफल क्लबों में से एक, क्लब वर्तमान में आई लीग में खेलता है। ईस्ट बंगाल की पड़ोसियों मोहन बागान के साथ एक लंबे समय से प्रतिद्वंद्विता है, जिनके साथ यह कोलकाता डर्बी प्रतियोगिता मे भाग लेते है। .

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घरों मे बिजली उपलब्धता के आधार पर भारत के राज्य

भारत के राज्यों की यह सूची उस क्रम में है जितने घरों में बिजली बिजली उपलब्ध है (प्रतिशत में)। निम्नलिखिन जानकारी वर्ष 2001 और 2011 के डेटा पर आधारित जो कि 2011 भारतीय जनगणना के दौरान प्रकाशित की गयी थी। .

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घाटल लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

घाटल लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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घुसुड़ि

घुसुड़ि, पश्चिम बंगाल राज्य के हावड़ा शहर का एक उपनगर है। .

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वर्धमान विश्वविद्यालय

वर्धमान विश्वविद्यालय पश्चिम बंगाल का एक विश्वविद्यालय है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के विश्वविद्यालय.

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वारंग क्षिति

वारंग क्षिति (Varang Kshiti) एक आबूगीदा लिपि है जिसका प्रयोग भारत के झारखंड, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, बिहार, छत्तीसगढ़ और असम राज्यों में बोली जाने वाली हो भाषा को लिखने के लिए किया जाता है। .

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वाहनों के घनत्व के आधार पर भारत के राज्य

यह सूची भारत के राज्यों और संघ क्षेत्रों में वर्ष 2011-2012 में प्रति 1,000 लोगों पर पंजीकृत वाहनों की है। यह सूची सड़क परिवहन और राजमार्ग मन्त्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रकाशित सड़क परिवहन वार्षिकी 2011-2012 से ली गई है। .

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विद्यासागर सेतु

विद्यासागर सेतु (प्रचलित नाम: दूसरा हावड़ा ब्रिज) हुगली नदी पर कोलकाता से हावड़ा को जोड़ता हुआ सेतु है। यह सेतु टोल ब्रिज है, किंतु साइकिलों के लिए निःशुल्क है। यह अपने प्रकार के सेतुओं में भारत में सबसे लंबा और एशिया के सबसे लंबे सेतुओं में से एक है। इस सेतु का नाम उन्नीसवीं शताब्दी के बंगाली समाज-सुधारक ईश्वर चंद्र विद्यासागर के नाम पर रखा गया है। इस सेतु के दोनों ओर ही नदी पर दो अन्य बड़े सेतु भी हैं.

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विद्यासागर विश्वविद्यालय

विद्यासागर विश्वविद्यालय पश्चिम बंगाल का एक विश्वविद्यालय है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के विश्वविद्यालय.

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विधानसभा चुनाव (भारत)

विधानसभा चुनाव भारत के राज्यों में कराए जाने वाले राज्य-स्तरीय चुनाव हैं। इन चुनावों में हर राज्य की जनता अपने राज्य-स्तर के शासन के लिए अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करती है जिन्हें विधायक कहा जाता है। आम चुनावों से अलग इन चुनावों में चुने हुए विधायक राज्य-स्तर पर सरकार का गठन करते हैं। इन चुनावों में भाग लेने वाले राजनैतिक दल वह भी हो सकते हैं जो आम चुनावों में भाग लेते हैं और इसके अतिरिक्त विभिन्न राज्यों के अपनी-अपनी क्षेत्रीय दल भी हैं जो राज्य-विशेष में लोकप्रिय होते हैं जैसे तमिल नाडु में अन्ना द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम और पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस। यह चुनाव प्रति पाँच वर्ष में एक बार कराए जाते हैं। यदि अपना कार्यकाल पूरा करने से पूर्व कोई सरकार विधानसभा में बहुमत खो देती है तो यह चुनाव पाँच वर्ष से पहले भी कराए जा सकते हैं। इन चुनावों में मतदान करने के लिए जो मापदण्ड हैं वह वहीं हैं जो लोकसभा चुनावों में मतदान करने के लिए हैं जैसे मतदाता का भारतीय नागरिक होना और उसकी आयु १८ वर्ष या ऊपर होना। .

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विश्व-भारती विश्वविद्यालय

विश्वभारती विश्वविद्यालय की स्थापना 1921 में रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने पश्चिम बंगाल के शान्तिनिकेतन नगर में की। यह भारत के केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में से एक है। अनेक स्नातक और परास्नातक संस्थान इससे संबद्ध हैं। शान्ति निकेतन के संस्थापक रवीन्द्रनाथ टैगोर का जन्म १८६१ ई में कलकत्ता में एक सम्पन्न परिवार में हुआ था। इनके पिता महर्षि देवेन्द्रनाथ ठाकुर ने १८६३ ई में अपनी साधना हेतु कलकत्ते के निकट बोलपुर नामक ग्राम में एक आश्रम की स्थापना की जिसका नाम `शांति-निकेतन' रखा गया। जिस स्थान पर वे साधना किया करते थे वहां एक संगमरमर की शिला पर बंगला भाषा में अंकित है--`तिनि आमार प्राणेद आराम, मनेर आनन्द, आत्मार शांति।' १९०१ ई में गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर ने इसी स्थान पर बालकों की शिक्षा हेतु एक प्रयोगात्मक विद्यालय स्थापित किया जो प्रारम्भ में `ब्रह्म विद्यालय,' बाद में `शान्ति निकेतन' तथा १९२१ ई। `विश्व भारती' विश्वविद्यालय के नाम से प्रख्यात हुआ। टैगोर बहुमुखी प्रतिभा के व्यक्ति थे। .

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विश्वनाथ चिकित्सा

विश्वनाथ चिकित्सा, सन १९२१ में रचित एक चिकित्सा ग्रन्थ है जिसके रचयिता पश्चिम बंगाल निवासी विश्वनाथ सेन थे। इसमें उनके समय के प्रसिद्ध एवं लोकप्रिय आयुर्वेदिक औषधियों का वर्णन है। श्रेणी:आयुर्वेद.

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विश्वकर्मा जयन्ती

विश्वकर्मा जयन्ती भारत के कर्नाटक, असम, पश्चिमी बंगाल, बिहार, झारखण्ड, ओडिशा और त्रिपुरा आदि प्रदेशों में १७ सितम्बर को मनायी जाती है। यह उत्सव प्रायः कारखानों एवं औद्योगिक क्षेत्रों में (प्रायः शॉप फ्लोर पर) मनाया जाता है। विश्वकर्मा को विश्व का निर्माता तथा देवताओं का वास्तुकार माना गया है। .

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विष्णु पद रे

विष्णु पद रे (जन्म:19 जून 1950) एक भारतीय राजनीतिज्ञ एवं भारतीय जनता पार्टी के एक नेता है। यह वर्ष 1999 में तेरहवीं लोक सभा, 2009 में पन्द्रहवीं लोक सभा, एवं 2014 में सोलहवीं लोक सभा के लिए अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित हो चुके हैं। .

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विष्णु गोविंद जोग

पंडित विष्णु गोविंद जोग को सन १९८३ में भारत सरकार द्वारा कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:१९८३ पद्म भूषण.

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विष्णुपुर (पश्चिम बंगाल)

विष्णुपुर भारत के पश्चिम बंगाल प्रदेश का एक एक प्रसिद्ध शहर है। कभी मल्ल राजाओं की राजधानी रहा बांकुड़ा (पश्चिम बंगाल) का विष्णुपुर शहर टेराकोटा के मंदिरों, बालूचरी साड़ियों व पीतल की सजावटी वस्तुओं के अलावा हर साल दिसंबर के आखिरी सप्ताह में लगने वाले मेले के लिए भी मशहूर है। यह मेला कला व संस्कृति का अनोखा संगम है। यहां दूर-दूर से अपना हुनर दिखाने कलाकार आते हैं तो उनकी कला के पारखी पर्यटक भी आते हैं। साल के आखिरी सप्ताह के दौरान पूरा शहर उत्सव के रंगों में रंग जाता है। मल्ल राजाओं के नाम पर इसे 'मल्लभूमि' भी कहा जाता था। यहां लगभग एक हजार वर्षों तक इन राजाओं का शासन रहा। उस दौरान विष्णुपुर में टेराकोटा व हस्तकला को तो बढ़ावा मिला ही, भारतीय शास्त्रीय संगीत का विष्णुपुर घराना भी काफी फला-फूला। वैष्णव धर्म के अनुयायी इन मल्ल राजाओं ने 17वीं व 18वीं सदी में जो मशहूर टेराकोटा मंदिर बनवाए थे, वे आज भी शान से सिर उठाए खड़े हैं। यहां के मंदिर बंगाल की वास्तुकला की जीती-जागती मिसाल हैं। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से कोई दो सौ किमी दूर बसा यह शहर राज्य के प्रमुख पर्यटनस्थलों में शामिल है। खासकर मेले के दौरान तो यहां काफी भीड़ जुटती है। मल्ल राजा वीर हंबीर और उनके उत्तराधिकारियों- राजा रघुनाथ सिंघा व वीर सिंघा ने विष्णुपुर को तत्कालीन बंगाल का प्रमुख सांस्कृतिक केंद्र बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। शहर के ज्यादातर मंदिर भी उसी दौरान बनवाए गए। यहां स्थित रासमंच पिरामिड की शक्ल में ईंटों से बना सबसे पुराना मंदिर है। 16वीं सदी में राजा वीर हंबीरा ने इसका निर्माण कराया था। उस समय रास उत्सव के दौरान पूरे शहर की मूर्तियां इसी मंदिर में लाकर रख दी जाती थीं और दूर-दूर से लोग इनको देखने के लिए उमड़ पड़ते थे। इस मंदिर में टेराकोटा की सजावट की गई है जो आज भी पर्यटकों को लुभाती है। इसकी दीवारों पर रामायण, महाभारत व पुराणों के श्लोक खुदाई के जरिए लिखे गए हैं। इसी तरह 17वीं सदी में राजा रघुनाथ सिंघा के बनवाए जोरबंगला मंदिर में भी टेराकोटा की खुदाई की गई है। शहर में इस तरह के इतने मंदिर हैं कि इसे मंदिरों का शहर भी कहा जा सकता है। टेराकोटा विष्णुपुर की पहचान है। यहां इससे बने बर्तनों के अलावा सजावट की चीजें भी मिलती हैं। मेले में तो एक सिरे से यही दुकानें नजर आती हैं। इसके अलावा पीतल के बने सामान भी यहां खूब बनते व बिकते हैं। इन चीजों के अलावा यहां बनी बालूचरी साड़ियां देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में मशहूर हैं। इन साड़ियों पर महाभारत व रामायण के दृश्यों के अलावा कई अन्य दृश्य कढ़ाई के जरिए उकेरे जाते हैं। बालूचरी साड़ियां किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी इन साड़ियों ने अपनी अलग पहचान कायम की है। .

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विष्णुपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

विष्णुपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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विजय चन्द्र बर्मन

विजय चन्द्र बर्मन भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की जलपाईगुड़ी सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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विजय माल्या

subhash singh (जन्म 18 दिसम्बर, 1955) एक भारतीय व्यापारी और राज्य सभा से सांसद भी हैं। वे यूबी समूह और किंगफिशर एयरलाइंस के अध्यक्ष व उद्योगपति विट्ठल माल्या के बेटे हैं। वर्ष 2008 में लगभग ₹72 अरब रुपये के संपत्ति के साथ यह विश्व के 962वें सबसे धनी लोगों में शामिल हुए। इसी समय इनका भारत में सबसे धनी लोगों में 42वां स्थान था। विजय माल्या ने देश की बैंको से करीब 9000 करोड़ रुपये धोखाधड़ी से चुराए। आजकल भारत सरकार ने विभिन्न भारतीय बैंको के 9000 करोड हड़पकर भाग जाने के कारण विजय माल्या को भगोड़ा घोषित किया है। भगोड़ा विजय माल्या पैसे न लौटाने औऱ कार्यवाही से भयभीत होकर ब्रिटेन में जा छुपा है। .

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विजय हजारे ट्रॉफी 2017 ग्रुप डी

विजय हजारे ट्रॉफी 2016-17 विजय हजारे ट्रॉफी, एक लिस्ट ए क्रिकेट टूर्नामेंट में भारत का 15 वा मौसम है। यह भारत के 28 घरेलू क्रिकेट टीमों द्वारा चुनाव लड़ा जाएगा। .

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विवेकानन्द सेतु

विवेकानंद सेतु(বিবেকানন্দ সেতু) (पुराना नाम: विनिंग्डन ब्रिज, Willingdon Bridge;अन्य लोकप्रिय नाम: बाली पुल व बाली ब्रिज) पश्चिम बंगाल राज्य में हुगली नदी पर बनाया गया एक पुल है। यह पश्चिम बंगाल की राजधानी, महानगर कोलकाता को हुगली के दूसरे तट पर स्थित हावड़ा नगर से जोड़ती है। इस सेतु का निर्माण सन् १९३२ में, कोलकाता बंदरगाह को उसके पृष्ठ क्षेत्रों(बंदरगाह से सटे वह आंतराक इलाके जिनके आयात-निर्यात की आवश्यकता कोलकाता बंदरगाह पूरा करता है) को रेलमार्ग व सड़क मार्ग से जोड़ने के लिये, हुआ था। यह पुल 2887 फ़िट(880m) लम्बा इस्पात और ईंट से बना एक स्तम्भ-युक्त पुल(निर्माण शास्त्र में एक स्तम्भ-युक्त पुल) है। यह हावड़ा के बाली उपनगर को कोलकाता में दक्षिणेष्वर क्षेत्र से जोड़ता है।Nanji Bapa ni Nondh-pothi published in Gujarati in year 1999 from Vadodara.

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विवेकानंद मुखोपाध्याय

विवेकानंद मुखोपाध्याय को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९७० में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९७० पद्म भूषण.

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वृंदा करात

वृंदा करात, बृंदा करात (जन्म-17 अक्टूबर 1947) भारत की एक कम्युनिस्ट राजनेता हैं। उन्हें भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की सदस्य के तौर पर 11 अप्रैल 2005 को पश्चिम बंगाल से राज्यसभा के लिये चुना गया। सुश्री करात 2005 में माकपा पोलित ब्यूरो की पहली महिला सदस्य के तौर पर चुनी गईं। वह भारत की जनवादी महिला समितिएडवा की 1993 से 2004 तक महासचिव भी रह चुकी हैं और इसके बाद से एडवा के उपाध्यक्ष पद पर कार्यरत हैं। .

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वीरभूम

बीरभूम भारत के पश्चिम बंगाल का एक प्रमुख शहर है। स्थिति: 23°33' से 24°35' उ.अ. तथा 87°10' से 88°2' पू.दे.। यह भारत के पश्चिमी बंगाल राज्य का एक जिला है। इसका क्षेत्रफल 1,757 वर्ग मील तथा जनसंख्या 14,46,158 (1961) है। इसके पश्चिम में संताल परंगना (बिहार), उत्तर में मालदह, पूर्व में मुर्शिदाबाद तथा दक्षिण में वर्धमान जिले स्थित हैं। छोटा नागपुर पठार का पूर्वी किनारा यहाँ तक फैला है। दक्षिण-पूर्व की तरफ जलोढ़ मिट्टी के मैदान तथा पश्चिम की ओर ऊँची ऊँची कटक (रिज़) पहाड़ियाँ मिलती हैं। जलप्रवाह दक्षिण-पूर्व की ओर है। मोर, अजय, हिंगला, ब्राह्मणी एवं द्वारिका आदि नदियाँ बहती हैं। कोई भी नदी नाव चलाने योग्य नहीं है। पूर्व की ओर धान की कृषि अधिक होती है। पश्चिमी भाग बीहड़ तथा अनुपजाऊ है। धान के अलावा मक्का, चना, गन्ना आदि भी पैदा किया जाता है। जलवायु शुष्क रहती है। वार्षिक वर्षा का औसत 57 इंच है। अत: नदियों में बाढ़ अधिक आती है। अजय नदी के किनारे कुछ मात्रा में कोयला तथा पश्चिम की ओर लोहा मिलता है। इसके अलावा चूना पत्थर, अभ्रक, चीनी मिट्टी, बालू पत्थर आदि भी मिलता है। रायपुर, इलाम बाजार, अलुंदा, सूरी आदि में सूती कपड़ा तथा विष्णुपुर, करिधा, तांतिपार आदि में रेशमी कपड़ा बुना जाता है। पूर्व में रेशम उद्योग काफी महत्वपूर्ण है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल श्रेणी:पश्चिम बंगाल के शहर.

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खड़िया भाषा

खड़िया (Kharia) एक भारतीय भाषा है जो ऑस्ट्रो-एशियाई भाषाओं की मुण्डा शाखा की सदस्य है। भारत के पूर्वी क्षेत्रों के अलावा यह नेपाल में भी कहीं-कहीं बोली जाती है। इसका सम्बन्ध जुआंग भाषा से बहुत समीपी है। .

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खड़गपुर

खड़गपुर भारत के पश्चिम बंगाल प्रान्त के पश्चिम मिदनापुर जिले में स्थित एक कस्बा है। खड़गपुर को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के पहले परिसर के लिए चुना गया था। वर्तमान समय में यहां कई औद्योगिक ईकाईयां भी स्थापित हैं।.

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खड़ूय़ा राजापूर

खाड़ूय़ा राजापुर बोंगाओं के उपनगरीय इलाके में एक गांव है, यह बोंगाँव पुलिस स्टेशन से संबंधित है। इस गांव में एक डाकघर है। गांव का ज़िप कोड ७४३२४५ है। .

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खादी विकास और ग्रामोद्योग आयोग

खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी)(Khadi and Village Industries Commission), संसद के 'खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग अधिनियम 1956' के तहत भारत सरकार द्वारा निर्मित एक वैधानिक निकाय है। यह भारत में खादी और ग्रामोद्योग से संबंधित सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय (भारत सरकार) के अन्दर आने वाली एक शीर्ष संस्था है, जिसका मुख्य उद्देश्य है - "ग्रामीण इलाकों में खादी एवं ग्रामोद्योगों की स्थापना और विकास करने के लिए योजना बनाना, प्रचार करना, सुविधाएं और सहायता प्रदान करना है, जिसमें वह आवश्यकतानुसार ग्रामीण विकास के क्षेत्र में कार्यरत अन्य एजेंसियों की सहायता भी ले सकती है।".

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खासी

खासी (या खासिया, या खासा) एक जनजाति है जो भारत के मेघालय, असम तथा बांग्लादेश के कुछ क्षेत्रों में निवास करते हैं। ये खासी तथा जयंतिया की पहाड़ियों में रहनेवाली एक मातृकुलमूलक जनजाति है। इनका रंग काला मिश्रित पीला, नाक चपटी, मुँह चौड़ा तथा सुघड़ होता है। ये लोग हृष्टपुष्ट और स्वभावत: परिश्रमी होते है। स्त्री तथा पुरुष दोनों सिर पर बड़े बड़े बाल रखते हैं, निर्धन लोग सिर मुँडवा लेते हैं। .

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खाजा

खाजा एक प्रकार का पकवान है जो मुख्यतः मैदा, चीनी, घी या डालडा से बनाया जाता है। यह पूर्वी भारत के बिहार, उड़ीसा तथा पश्चिम बंगाल में बहुत लोकप्रिय है। ये सभी क्षेत्र एक समय मौर्य साम्राज्य के अंग थे। कहा जाता है कि दो हजार वर्ष पूर्व भी इन क्षेत्रों के उपजाऊ इलाकों में खाजा बनाया जाता था। सिलाव तथा राजगीर दो ऐसे स्थान है, जहां का खाजा अन्य के मुकाबले बेहतर समझा जाता है। बिहार तथा पड़ोसी राज्यों से होते हुए खाजा अब अन्य राज्यों में भी लोकप्रिय हो गया है। आंध्र प्रदेश के काकिनाड़ा का खाजा, स्तानीय रूप से प्रसिद्ध है। .

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खुदीराम बोस

युवा क्रान्तिकारी '''खुदीराम बोस''' (१९०५ में) खुदीराम बोस (बांग्ला: ক্ষুদিরাম বসু; जन्म: ३-१२-१८८९ - मृत्यु: ११ अगस्त १९०८) भारतीय स्वाधीनता के लिये मात्र १९ साल की उम्र में हिन्दुस्तान की आजादी के लिये फाँसी पर चढ़ गये। कुछ इतिहासकारों की यह धारणा है कि वे अपने देश के लिये फाँसी पर चढ़ने वाले सबसे कम उम्र के ज्वलन्त तथा युवा क्रान्तिकारी देशभक्त थे। लेकिन एक सच्चाई यह भी है कि खुदीराम से पूर्व १७ जनवरी १८७२ को ६८ कूकाओं के सार्वजनिक नरसंहार के समय १३ वर्ष का एक बालक भी शहीद हुआ था। उपलब्ध तथ्यानुसार उस बालक को, जिसका नम्बर ५०वाँ था, जैसे ही तोप के सामने लाया गया, उसने लुधियाना के तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर कावन की दाढी कसकर पकड ली और तब तक नहीं छोडी जब तक उसके दोनों हाथ तलवार से काट नहीं दिये गये बाद में उसे उसी तलवार से मौत के घाट उतार दिया गया था। (देखें सरफरोशी की तमन्ना भाग ४ पृष्ठ १३) .

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गम्भीरा

गम्भीरा बंगाल का एक लोकसंगीत है। इसका प्रचलन बांग्लादेश के चाँपाइनबाबगंज जिला और पश्चिम बंगाल के मालदह अंचल में रहा है। गम्भीरा दलबद्ध होकर गाया जाता है। यह वर्णनामूलक गान है। ऐसी धरणा है कि गम्भीरा उत्सव का प्रचलन शिवपूजा के सन्दर्भ में हुआ। शिव का एक नाम 'गम्भीर' भी है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोक नृत्य श्रेणी:बांग्लादेश का लोकसंगीत श्रेणी:भारतीय लोकसंगीत bn:গম্ভীরা.

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गारुलिया

गारुलिया (Garulia) (গারুলিয়া) भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के उत्तर 24 परगना जिले के बैरकपुर उपमंडल के नोआपारा पुलिस स्टेशन के अधीन एक क़स्बा और एक नगरपालिका है। यह कोलकाता महानगर विकास प्राधिकरण (कोलकाता मेट्रोपोलिटन डेवलपमेंट ऑथोरिटी) द्वारा अधीनस्थ क्षेत्र का एक हिस्सा है। नगरपालिका चुनाव और विभिन्न गतिविधियों के प्रयोजन को ध्यान में रखते हुए गारुलिया नगरपालिका को 12 वार्डों में उप-विभाजित किया गया है। .

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गार्गी बेनर्जी

गार्गी बेनर्जी (Gargi Banerji) (जन्म २० जुलाई १९६३ कोलकाता,भारत) एक पूर्व भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी है जो टेस्ट क्रिकेट और वनडे क्रिकेट खेला करती थीं। इन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत १४ साल की उम्र में कर दिया था और तब वह घरेलू क्रिकेट में पश्चिम बंगाल की और से खेलती थी। इन्होंने अपने कैरियर में कुल १८ टेस्ट और २६ वनडे मैच खेले थे। .

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गंगा नदी

गंगा (गङ्गा; গঙ্গা) भारत की सबसे महत्त्वपूर्ण नदी है। यह भारत और बांग्लादेश में कुल मिलाकर २,५१० किलोमीटर (कि॰मी॰) की दूरी तय करती हुई उत्तराखण्ड में हिमालय से लेकर बंगाल की खाड़ी के सुन्दरवन तक विशाल भू-भाग को सींचती है। देश की प्राकृतिक सम्पदा ही नहीं, जन-जन की भावनात्मक आस्था का आधार भी है। २,०७१ कि॰मी॰ तक भारत तथा उसके बाद बांग्लादेश में अपनी लंबी यात्रा करते हुए यह सहायक नदियों के साथ दस लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के अति विशाल उपजाऊ मैदान की रचना करती है। सामाजिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक और आर्थिक दृष्टि से अत्यन्त महत्त्वपूर्ण गंगा का यह मैदान अपनी घनी जनसंख्या के कारण भी जाना जाता है। १०० फीट (३१ मी॰) की अधिकतम गहराई वाली यह नदी भारत में पवित्र मानी जाती है तथा इसकी उपासना माँ तथा देवी के रूप में की जाती है। भारतीय पुराण और साहित्य में अपने सौन्दर्य और महत्त्व के कारण बार-बार आदर के साथ वंदित गंगा नदी के प्रति विदेशी साहित्य में भी प्रशंसा और भावुकतापूर्ण वर्णन किये गये हैं। इस नदी में मछलियों तथा सर्पों की अनेक प्रजातियाँ तो पायी ही जाती हैं, मीठे पानी वाले दुर्लभ डॉलफिन भी पाये जाते हैं। यह कृषि, पर्यटन, साहसिक खेलों तथा उद्योगों के विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान देती है तथा अपने तट पर बसे शहरों की जलापूर्ति भी करती है। इसके तट पर विकसित धार्मिक स्थल और तीर्थ भारतीय सामाजिक व्यवस्था के विशेष अंग हैं। इसके ऊपर बने पुल, बांध और नदी परियोजनाएँ भारत की बिजली, पानी और कृषि से सम्बन्धित ज़रूरतों को पूरा करती हैं। वैज्ञानिक मानते हैं कि इस नदी के जल में बैक्टीरियोफेज नामक विषाणु होते हैं, जो जीवाणुओं व अन्य हानिकारक सूक्ष्मजीवों को जीवित नहीं रहने देते हैं। गंगा की इस अनुपम शुद्धीकरण क्षमता तथा सामाजिक श्रद्धा के बावजूद इसको प्रदूषित होने से रोका नहीं जा सका है। फिर भी इसके प्रयत्न जारी हैं और सफ़ाई की अनेक परियोजनाओं के क्रम में नवम्बर,२००८ में भारत सरकार द्वारा इसे भारत की राष्ट्रीय नदी तथा इलाहाबाद और हल्दिया के बीच (१६०० किलोमीटर) गंगा नदी जलमार्ग को राष्ट्रीय जलमार्ग घोषित किया है। .

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गंगा प्रसाद बिरला

गंगा प्रसाद बिरला को भारत सरकार द्वारा सन २००६ में समाज सेवा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। .

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गंगा के बाँध एवं नदी परियोजनाएँ

श्रेणी:गंगा नदी.

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गंगा की सहायक नदियाँ

देवप्रयाग में भागीरथी (बाएँ) एवं अलकनंदा (दाएँ) मिलकर गंगा का निर्माण करती हुईं गंगा नदी भारत की एक प्रमुख नदी है। इसका उप द्रोणी क्षेत्र भागीरथी और अलकनंदा में हैं, जो देवप्रयाग में मिलकर गंगा बन जाती है। यह उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल से होकर बहती है। राजमहल की पहाड़ियों के नीचे भागीरथी नदी, जो पुराने समय में मुख्‍य नदी हुआ करती थी, निकलती है जबकि पद्मा पूरब की ओर बहती है और बांग्लादेश में प्रवेश करती है। यमुना, रामगंगा, घाघरा, गंडक, कोसी, महानदी और सोन गंगा की महत्त्वपूर्ण सहायक नदियाँ है। चंबल और बेतवा महत्‍वपूर्ण उप सहायक नदियाँ हैं जो गंगा से मिलने से पहले यमुना में मिल जाती हैं। पद्मा और ब्रह्मपुत्र बांग्‍लादेश में मिलती है और पद्मा अथवा गंगा के रूप में बहती रहती है। गंगा में उत्तर की ओर से आकर मिलने वाली प्रमुख सहायक नदियाँ यमुना, रामगंगा, करनाली (घाघरा), ताप्ती, गंडक, कोसी और काक्षी हैं तथा दक्षिण के पठार से आकर इसमें मिलने वाली प्रमुख नदियाँ चंबल, सोन, बेतवा, केन, दक्षिणी टोस आदि हैं। यमुना गंगा की सबसे प्रमुख सहायक नदी है जो हिमालय की बन्दरपूँछ चोटी के आधार पर यमुनोत्री हिमखण्ड से निकली है। हिमालय के ऊपरी भाग में इसमें टोंस तथा बाद में लघु हिमालय में आने पर इसमें गिरि और आसन नदियाँ मिलती हैं। इनके अलावा चम्बल, बेतवा, शारदा और केन यमुना की अन्य सहायक नदियाँ हैं। चम्बल इटावा के पास तथा बेतवा हमीरपुर के पास यमुना में मिलती हैं। यमुना इलाहाबाद के निकट बायीँ ओर से गंगा नदी में जा मिलती है। रामगंगा मुख्य हिमालय के दक्षिणी भाग नैनीताल के निकट से निकलकर बिजनौर जिले से बहती हुई कन्नौज के पास गंगा में जा मिलती है। करनाली मप्सातुंग नामक हिमनद से निकलकर अयोध्या, फैजाबाद होती हुई बलिया जिले के सीमा के पास गंगा में मिल जाती है। इस नदी को पर्वतीय भाग में कौरियाला तथा मैदानी भाग में घाघरा कहा जाता है। गंडक हिमालय से निकलकर नेपाल में 'शालग्रामी' नाम से बहती हुई मैदानी भाग में 'नारायणी' उपनाम पाती है। यह काली गंडक और त्रिशूल नदियों का जल लेकर प्रवाहित होती हुई सोनपुर के पास गंगा में मिल जाती है। कोसी की मुख्यधारा अरुण है जो गोसाई धाम के उत्तर से निकलती है। ब्रह्मपुत्र के बेसिन के दक्षिण से सर्पाकार रूप में अरुण नदी बहती है जहाँ यारू नामक नदी इससे मिलती है। इसके बाद एवरेस्ट कंचनजंघा शिखरों के बीच से बहती हुई अरूण नदी दक्षिण की ओर ९० किलोमीटर बहती है जहाँ इसमें पश्चिम से सूनकोसी तथा पूरब से तामूर कोसी नामक नदियाँ इसमें मिलती हैं। इसके बाद कोसी नदी के नाम से यह शिवालिक को पार करके मैदान में उतरती है तथा बिहार राज्य से बहती हुई गंगा में मिल जाती है। अमरकंटक पहाड़ी से निकलकर सोन नदी पटना के पास गंगा में मिलती है। मध्य प्रदेश के मऊ के निकट जनायाब पर्वत से निकलकर चम्बल नदी इटावा से ३८ किलोमीटर की दूरी पर यमुना नदी में मिलती है। काली सिंध, बनास और पार्वती इसकी सहायक नदियाँ हैं। बेतवा नदी मध्य प्रदेश में भोपाल से निकलकर उत्तर-पूर्वी दिशा में बहती हुई भोपाल, विदिशा, झाँसी, जालौन आदि जिलों में होकर बहती है। इसके ऊपरी भाग में कई झरने मिलते हैं किन्तु झाँसी के निकट यह काँप के मैदान में धीमे-धीमें बहती है। इसकी सम्पूर्ण लम्बाई ४८० किलोमीटर है। यह हमीरपुर के निकट यमुना में मिल जाती है। इसे प्राचीन काल में वत्रावटी के नाम से जाना जाता था। भागीरथी नदी के दायें किनारे से मिलने वाली अनेक नदियों में बाँसलई, द्वारका, मयूराक्षी, रूपनारायण, कंसावती और रसूलपुर नदियाँ प्रमुख हैं। जलांगी और माथा भाँगा या चूनीं बायें किनारे से मिलती हैं जो अतीत काल में गंगा या पद्मा की शाखा नदियाँ थीं। किन्तु ये वर्तमान समय में गंगा से पृथक होकर वर्षाकालीन नदियाँ बन गई हैं। .

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गंगाधरपुर

गंगाधरपुर (बांग्ला: গঙ্গাধরপুর) पश्चिम बंगाल के हुगली जिले का एक शहर है। यह पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से ३० किलोमीटर दूरी पर स्थित है। .

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गंगासागर

गंगासागर (सागर द्वीप या गंगा-सागर-संगम भी कहते हैं) बंगाल की खाड़ी के कॉण्टीनेण्टल शैल्फ में कोलकाता से १५० कि॰मी॰ (८०मील) दक्षिण में एक द्वीप है। यह भारत के अधिकार क्षेत्र में आता है और पश्चिम बंगाल सरकार के प्रशासनिक नियंत्रण में है। इस द्वीप का कुल क्षेत्रफल ३०० वर्ग कि॰मी॰ है। इसमें ४३ गांव हैं, जिनकी जनसंख्या १,६०,००० है। यहीं गंगा नदी का सागर से संगम माना जाता है। इस द्वीप में ही रॉयल बंगाल टाइगर का प्राकृतिक आवास है। यहां मैन्ग्रोव की दलदल, जलमार्ग तथा छोटी छोटी नदियां, नहरें हीं। इस द्वीप पर ही प्रसिद्ध हिन्दू तीर्थ है। प्रत्येक वर्ष मकर संक्रांति के अवसर पर लाखों हिन्दू श्रद्धालुओं का तांता लगता है, जो गंगा नदी के सागर से संगम पर नदी में स्नान करने के इच्छुक होते हैं। यहाँ एक मंदिर भी है जो कपिल मुनि के प्राचीन आश्रम स्थल पर बना है। ये लोग कपिल मुनि के मंदिर में पूजा अर्चना भी करते हैं। पुराणों के अनुसार कपिल मुनि के श्राप के कारण ही राजा सगर के ६० हज़ार पुत्रों की इसी स्थान पर तत्काल मृत्यु हो गई थी। उनके मोक्ष के लिए राजा सगर के वंश के राजा भगीरथ गंगा को पृथ्वी पर लाए थे और गंगा यहीं सागर से मिली थीं। कहा जाता है कि एक बार गंगा सागर में डुबकी लगाने पर 10 अश्वमेध यज्ञ और एक हज़ार गाय दान करने के समान फल मिलता है। जहां गंगा-सागर का मेला लगता है, वहां से कुछ दूरी उत्तर वामनखल स्थान में एक प्राचीन मंदिर है। उसके पास चंदनपीड़िवन में एक जीर्ण मंदिर है और बुड़बुड़ीर तट पर विशालाक्षी का मंदिर है। कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट का यहां एक पायलट स्टेशन तथा एक प्रकाशदीप भी है। पश्चिम बंगाल सरकार सागर द्वीप में एक गहरे पानी के बंदरगाह निर्माण की योजना बना रही है। गंगासागर तीर्थ एवं मेला महाकुंभ के बाद मनुष्यों का दूसरा सबसे बड़ा मेला है। यह मेला वर्ष में एक बार लगता है। गंगा-डेल्टा, सुंदरवन का उपग्रह चित्र, यहीं बीच में गंगा-सागर द्वीप स्थित है। यह द्वीप के दक्षिणतम छोर पर गंगा डेल्टा में गंगा के बंगाल की खाड़ी में पूर्ण विलय (संगम) के बिंदु पर लगता है। बहुत पहले इस ही स्थानपर गंगा जी की धारा सागर में मिलती थी, किंतु अब इसका मुहाना पीछे हट गया है। अब इस द्वीप के पास गंगा की एक बहुत छोटी सी धारा सागर से मिलती है। यह मेला पांच दिन चलता है। इसमें स्नान मुहूर्त तीन ही दिनों का होता है। यहां गंगाजी का कोई मंदिर नहीं है, बस एक मील का स्थान निश्चित है, जिसे मेले की तिथि से कुछ दिन पूर्व ही संवारा जाता है। यहां स्थित कपिल मुनि का मंदिर सागर बहा ले गया, जिसकी मूर्ति अब कोलकाता में रहती है और मेले से कुछ सप्ताह पूर्व पुरोहितों को पूजा अर्चना हेतु मिलती है। अब यहां एक अस्थायी मंदिर ही बना है। इस स्थान पर कुछ भाग चार वर्षों में एक बार ही बाहर आता है, शेष तीन वर्ष जलमग्न रहता है। इस कारण ही कह जाता है: बाकी तीरथ चार बार, गंगा-सागर एक बार॥ वर्ष २००७ में मकर संक्रांति के अवसर पर लगभग ३ लाख लोगों ने यहां स्नान किया। यह संख्या अगले वर्ष घटकर २ लाख रह गई। ऐसा कुंभ मेले के कारण हुआ। शेष वर्ष पर्यन्त ५० हजार तीर्थयात्रियों ने स्नान किए। २००८ में पांच लाख श्रद्धालुओं ने सागर द्वीप में स्नान किया। यहां आने वाले श्रद्धालुओं से १० भारतीय रुपए कर लिया जाता है। .

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गुड़

180px गुड़, ईख, ताड़ आदि के रस को उबालकर कर सुखाने से प्राप्त होने वाला ठोस पदार्थ है। इसका रंग हल्के पीले से लेकर गाढ़े भूरे तक हो सकता है। भूरा रंग कभी-कभी काले रंग का भी आभास देता है। यह खाने में मीठा होता है। प्राकृतिक पदार्थों में सबसे अधिक मीठा कहा जा सकता है। अन्य वस्तुओं की मिठास की तुलना गुड़ से की जाती हैं। साधारणत: यह सूखा, ठोस पदार्थ होता है, पर वर्षा ऋतु जब हवा में नमी अधिक रहती है तब पानी को अवशोषित कर अर्धतरल सा हो जाता है। यह पानी में अत्यधिक विलेय होता है और इसमें उपस्थित अपद्रव्य, जैसे कोयले, पत्ते, ईख के छोटे टुकड़े आदि, सरलता से अलग किए जा सकते हैं। अपद्रव्यों में कभी कभी मिट्टी का भी अंश रहता है, जिसके सूक्ष्म कणों को पूर्णत: अलग करना तो कठिन होता हैं किंतु बड़े बड़े कण विलयन में नीचे बैठ जाते हैं तथा अलग किए जा सकते हैं। गरम करने पर यह पहले पिघलने सा लगता है और अंत में जलने के पूर्व अत्यधिक भूरा काला सा हो जाता है। गुड़ का उपयोग मूलतः दक्षिण एशिया में किया जाता है। भारत के ग्रामीण इलाकों में गुड़ का उपयोग चीनी के स्थान पर किया जाता है। गुड़ लोहतत्व का एक प्रमुख स्रोत है और रक्ताल्पता (एनीमिया) के शिकार व्यक्ति को चीनी के स्थान पर इसके सेवन की सलाह दी जाती है। गुड़ के एक अन्य हिन्दी शब्द जागरी का प्रयोग अंग्रेजी में इसके लिए किया जाता है। .

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गुलशन लाल टंडन

गुलशन लाल टंडन को भारत सरकार ने प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में सन १९८६ में पद्म भूषण से सम्मानित किया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:पद्म भूषण.

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ग्रैंड होटल कोलकाता

ग्रैंड होटल या ग्रांड होटल, जिसे अब ओबेरॉय ग्रैंड के नाम से जाना जाता है, जवाहरलाल नेहरु रोड (जिसे पहले चौरंगी रोड कहा जाता था) पर कोलकाता की के हृदय में स्थित है। यह अंग्रेजी काल की एक सर्वसज्जित और विशालकाय इमारत है जोकि कोलकाता में बहुत प्रसिद्ध भी है। इस होटल को ओबेरॉय चैन ऑफ़ होटल्स ने खरीद रखा है। .

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गौड़

गौड़ शब्द से कई चीजों का बोध होता है.

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गौड़ (नगर)

गौड़ (आधुनिक नाम) या 'लक्ष्मणावती' (प्राचीन नाम) या 'लखनौती' (मध्यकालीन नाम) पश्चिम बंगाल के मालदा जिला में स्थित एक पुराना नगर है। यह हिंदू राजसत्ता के उत्कर्षकाल में संस्कृत विद्या के केंद्र के रूप में विख्यात थी और महाकवि जयदेव, कविवर गोवर्धनाचार्य तथा धोयी, व्याकरणचार्य उमापतिघर और शब्दकोशकार हलायुध इन सभी विद्वानों का संबंध इस प्रसिद्ध नगरी से था। इसके खंडहर बंगाल के मालदा नामक नगर से 10 मील दक्षिण पश्चिम की ओर स्थित हैं। .

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गौड़ बंग विश्वविद्यालय

गौड़ बंग विश्वविद्यालय पश्चिम बंगाल का एक विश्वविद्यालय है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के विश्वविद्यालय.

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गौड़ अंचल

प्राचीन काल तथा मध्यकाल में गौड़ एक प्रदेश था जो बंगाल (बंगदेश) में स्थित था। .

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गृह स्वामित्व के आधार पर भारत के राज्यों की सूची

भारत के राज्यों की यह सूची प्रतिशत में परिवारों द्वारा उनके घरों के स्वामित्व की है जो 2001 की जनगणना पर आधारित है। श्रेणी:भारत के राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से संबंधित सूचियाँ.

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गोएयर

गो-एयर(GoAir) भारत की कम कीमत वाली विमान सेवा है। मई २०१३ के शेयर गणना के अनुसार यह भारत की पांचवी सबसे बड़ी विमानन सेवा है। इस सेवा का प्रारंभ नवम्बर २००५ से शुरू हुआ। यह २१ शहरों में दिन भर की १०० तथा सप्ताह की ७५० उड़ानों द्वारा घरेलू विमानन सेवा प्रदान करता है। इस पर वाडिया समूह का स्वामित्व है। .

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गोपालपुर

गोपालपुर भारत के पश्चिम बंगाल प्रांत का एक प्रमुख शहर है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल श्रेणी:पश्चिम बंगाल के शहर.

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गोपालकृष्ण गांधी

गोपालकृष्ण गांधी (जन्म 22 अप्रैल 1946) एक भारतीय सिविल सेवक और डिप्लोमैट, पश्चिम बंगाल के पुर्वतन राज्यपाल (2004 से 2009) है।भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व सदस्य के रूप में, उन्होंने अन्य प्रशासनिक और कूटनीतिक पदों के बीच भारत के राष्ट्रपति के सचिव के रूप में और दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के उच्चायुक्त के रूप में सेवा की। outlookindia.com.

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गोरखा जनमुक्ति मोर्चा

गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (नेपाली:गोर्खा जनमुक्ति मोर्चा) (गोजमुमो, गोजमो) एक पंजीकृत अपरिचित राजनैतिक पार्टी है जो भारत के अंदर पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों को अलग कर एक अलग राज्य गोरखालैंड बनाने के अभियान में लगा हुआ है। पार्टी का उदय 7 अक्टूबर 2007 को हुआ था। http://www.darjeelingtimes.com/news/News/GJM-announced-its-members.html .

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गोरुमारा राष्ट्रीय उद्यान

गोरुमारा राष्ट्रीय उद्यान (बंगाली:গরুমারা জাতীয় উদ্যান गोरुमारा जातियो उद्दान) भारत के पश्चिम बंगाल के उत्तर बंगाल प्रान्त के जलपाईगुड़ी ज़िले में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान है। श्रेणी:भारत के अभयारण्य श्रेणी:राष्ट्रीय उद्यान, भारत श्रेणी:मई २०१३ के लेख जिनमें स्रोत नहीं हैं श्रेणी:भारत के राष्ट्रीय उद्यान.

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गोर्खा राष्ट्रीय मुक्ति मोर्चा

गोर्खा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (जीएनएलएफ) (गोर्खा राष्ट्रिय मुक्ति मोर्चा) दार्जिलिंग जिला पश्चिम बंगाल, भारत का एक राजनैतिक दल है। यह 1980 में सुभाष घिसिंग द्वारा गोर्खालैंड भारत के भीतर राज्य मांग के उद्देश्य के साथ बनाया गया था। .

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गोर्खालैंड

गोरखालैंड, भारत के अन्दर एक प्रस्तावित राज्य का नाम है, जिसे दार्जीलिंग और उस के आस-पास के भारतीय गोरखा बहुल क्षेत्रों (जो मुख्यतः पश्चिम बंगाल में हैं) को मिलाकर बनाने की माँग होती रहती है। गोरखालैण्ड की मांग करने वालों का तर्क है कि उनकी भाषा और संस्कृति शेष बंगाल से भिन्न है। गोरखालैण्ड की यह मांग हड़ताल, रैली और आंदोलन के रूप में भी समय-समय पर उठती रहती है। गोरखा राष्ट्रीय मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व में गोरखालैंड के लिए दो जन आंदोलन (१९८६-१९८८) में हुए। इसके अलावा गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के नेतृत्व में (२००७ से अब तक) कई आंदोलन हुए। .

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गोर्खालैंड क्षेत्रीय प्रशासन

गोर्खालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (Gorkhaland Territorial Administration) भारत के पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग पहाड़ी क्षेत्र का एक अर्ध-स्वायत्त प्रशासनिक निकाय है। दार्जिलिंग गोर्खा पार्वत्य परिषद जो १९८८ में स्थापित किया गया था जिसका प्रशासन २३ वर्षों तक दार्जिलिंग क्षेत्र में चलता रहा के बदले में गो०क्षे०प्र० को पारित किया गया। गो०क्षे०प्र० के अधिकार में हाल में तीन पहाड़ी प्रमण्डल दार्जिलिंग, कलिम्पोंग और कर्सियांग तथा सिलिगुड़ी डिविजन के कुछ क्षेत्र हैं। .

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गीतांजली एक्सप्रेस

गीतांजली एक्सप्रेस भारतीय रेलवे द्वारा संचालित एक प्रमुख रेलगाडी है जो पश्चिम बंगाल के हावडा से महाराष्ट्र में मुंबई तक चलती है। .

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ओड़िया भाषा

ओड़िआ, उड़िया या ओडिया (ଓଡ଼ିଆ, ओड़िआ) भारत के ओड़िशा प्रान्त में बोली जाने वाली भाषा है। यह यहाँ के राज्य सरकार की राजभाषा भी है। भाषाई परिवार के तौर पर ओड़िआ एक आर्य भाषा है और नेपाली, बांग्ला, असमिया और मैथिली से इसका निकट संबंध है। ओड़िसा की भाषा और जाति दोनों ही अर्थो में उड़िया शब्द का प्रयोग होता है, किंतु वास्तव में ठीक रूप "ओड़िया" होना चाहिए। इसकी व्युत्पत्ति का विकासक्रम कुछ विद्वान् इस प्रकार मानते हैं: ओड्रविषय, ओड्रविष, ओडिष, आड़िषा या ओड़िशा। सबसे पहले भरत के नाट्यशास्त्र में उड्रविभाषा का उल्लेख मिलता है: "शबराभीरचांडाल सचलद्राविडोड्रजा:। हीना वनेचराणां च विभाषा नाटके स्मृता:।" भाषातात्विक दृष्टि से उड़िया भाषा में आर्य, द्राविड़ और मुंडारी भाषाओं के संमिश्रित रूपों का पता चलता है, किंतु आज की उड़िया भाषा का मुख्य आधार भारतीय आर्यभाषा है। साथ ही साथ इसमें संथाली, मुंडारी, शबरी, आदि मुंडारी वर्ग की भाषाओं के और औराँव, कुई (कंधी) तेलुगु आदि द्राविड़ वर्ग की भाषाओं के लक्षण भी पाए जाते हैं। .

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ओडिशा

ओड़िशा, (ओड़िआ: ଓଡ଼ିଶା) जिसे पहले उड़ीसा के नाम से जाना जाता था, भारत के पूर्वी तट पर स्थित एक राज्य है। ओड़िशा उत्तर में झारखंड, उत्तर पूर्व में पश्चिम बंगाल दक्षिण में आंध्र प्रदेश और पश्चिम में छत्तीसगढ से घिरा है तथा पूर्व में बंगाल की खाड़ी है। यह उसी प्राचीन राष्ट्र कलिंग का आधुनिक नाम है जिसपर 261 ईसा पूर्व में मौर्य सम्राट अशोक ने आक्रमण किया था और युद्ध में हुये भयानक रक्तपात से व्यथित हो अंतत: बौद्ध धर्म अंगीकार किया था। आधुनिक ओड़िशा राज्य की स्थापना 1 अप्रैल 1936 को कटक के कनिका पैलेस में भारत के एक राज्य के रूप में हुई थी और इस नये राज्य के अधिकांश नागरिक ओड़िआ भाषी थे। राज्य में 1 अप्रैल को उत्कल दिवस (ओड़िशा दिवस) के रूप में मनाया जाता है। क्षेत्रफल के अनुसार ओड़िशा भारत का नौवां और जनसंख्या के हिसाब से ग्यारहवां सबसे बड़ा राज्य है। ओड़िआ भाषा राज्य की अधिकारिक और सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। भाषाई सर्वेक्षण के अनुसार ओड़िशा की 93.33% जनसंख्या ओड़िआ भाषी है। पाराद्वीप को छोड़कर राज्य की अपेक्षाकृत सपाट तटरेखा (लगभग 480 किमी लंबी) के कारण अच्छे बंदरगाहों का अभाव है। संकीर्ण और अपेक्षाकृत समतल तटीय पट्टी जिसमें महानदी का डेल्टा क्षेत्र शामिल है, राज्य की अधिकांश जनसंख्या का घर है। भौगोलिक लिहाज से इसके उत्तर में छोटानागपुर का पठार है जो अपेक्षाकृत कम उपजाऊ है लेकिन दक्षिण में महानदी, ब्राह्मणी, सालंदी और बैतरणी नदियों का उपजाऊ मैदान है। यह पूरा क्षेत्र मुख्य रूप से चावल उत्पादक क्षेत्र है। राज्य के आंतरिक भाग और कम आबादी वाले पहाड़ी क्षेत्र हैं। 1672 मीटर ऊँचा देवमाली, राज्य का सबसे ऊँचा स्थान है। ओड़िशा में तीव्र चक्रवात आते रहते हैं और सबसे तीव्र चक्रवात उष्णकटिबंधीय चक्रवात 05बी, 1 अक्टूबर 1999 को आया था, जिसके कारण जानमाल का गंभीर नुकसान हुआ और लगभग 10000 लोग मृत्यु का शिकार बन गये। ओड़िशा के संबलपुर के पास स्थित हीराकुंड बांध विश्व का सबसे लंबा मिट्टी का बांध है। ओड़िशा में कई लोकप्रिय पर्यटक स्थल स्थित हैं जिनमें, पुरी, कोणार्क और भुवनेश्वर सबसे प्रमुख हैं और जिन्हें पूर्वी भारत का सुनहरा त्रिकोण पुकारा जाता है। पुरी के जगन्नाथ मंदिर जिसकी रथयात्रा विश्व प्रसिद्ध है और कोणार्क के सूर्य मंदिर को देखने प्रतिवर्ष लाखों पर्यटक आते हैं। ब्रह्मपुर के पास जौगदा में स्थित अशोक का प्रसिद्ध शिलालेख और कटक का बारबाटी किला भारत के पुरातात्विक इतिहास में महत्वपूर्ण हैं। .

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आदिनाथ लाहिड़ी

आदिनाथ लाहिड़ी को विज्ञान एवं अभियांत्रिकी क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९६९ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:पद्म भूषण.

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आदिवासी (भारतीय)

उडी़सा के जनजातीय कुटिया कोंध समूह की एक महिलाआदिवासी शब्द दो शब्दों आदि और वासी से मिल कर बना है और इसका अर्थ मूल निवासी होता है। भारत की जनसंख्या का 8.6% (10 करोड़) जितना एक बड़ा हिस्सा आदिवासियों का है। पुरातन लेखों में आदिवासियों को अत्विका और वनवासी भी कहा गया है (संस्कृत ग्रंथों में)। संविधान में आदिवासियों के लिए अनुसूचित जनजाति पद का उपयोग किया गया है। भारत के प्रमुख आदिवासी समुदायों में,((धनुहार/धनवार)),संथाल, गोंड, मुंडा, खड़िया, हो, बोडो, भील, खासी, सहरिया, गरासिया, मीणा, उरांव, बिरहोर आदि हैं। महात्मा गांधी ने आदिवासियों को गिरिजन (पहाड़ पर रहने वाले लोग) कह कर पुकारा है। जिस पर वामपंथी मानविज्ञानियों ने सवाल उठाया है कि क्‍या मैदान में रहने वालों को मैदानी कहा जाता है? आदिवासी को दक्षिणपंथी लोग वनवासी या जंगली कहकर पुकारते हैं। इस तरह के नामों के पीछे बुनियादी रूप से यह धारणा काम कर रही होती है कि आदिवासी देश के मूल निवासी हैं या नहीं तथा आर्य यहीं के मूल निवासी हैं या बाहर से आए हैं? जबकि निश्चित रूप से आदिवासी ही भारत के मूलनिवासी हैं। आमतौर पर आदिवासियों को भारत में जनजातीय लोगों के रूप में जाना जाता है। आदिवासी मुख्य रूप से भारतीय राज्यों उड़ीसा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल में अल्पसंख्यक है जबकि भारतीय पूर्वोत्तर राज्यों में यह बहुसंख्यक हैं, जैसे मिजोरम। भारत सरकार ने इन्हें भारत के संविधान की पांचवी अनुसूची में " अनुसूचित जनजातियों " के रूप में मान्यता दी है। अक्सर इन्हें अनुसूचित जातियों के साथ एक ही श्रेणी " अनुसूचित जातियों और जनजातियों " में रखा जाता है जो कुछ सकारात्मक कार्रवाई के उपायों के लिए पात्र है। आदिवासी नृत्य आदिवासियों का अपना धर्म है। ये प्रकृति पूजक हैं और जंगल, पहाड़, नदियों एवं सूर्य की आराधना करते हैं। आधुनिक काल में जबरन बाह्य संपर्क में आने के फलस्वरूप इन्होंने हिंदू, ईसाई एवं इस्लाम धर्म को भी अपनाया है। अंग्रेजी राज के दौरान बड़ी संख्या में ये ईसाई बने तो आजादी के बाद इनके हिूंदकरण का प्रयास तेजी से हुआ है। परंतु आज ये स्वयं की धार्मिक पहचान के लिए संगठित हो रहे हैं और भारत सरकार से जनगणना में अपने लिए अलग से धार्मिक कोड की मांग कर रहे हैं। भारत में 1871 से लेकर 1941 तक की जनगणना में आदिवासी को अन्‍य धमों से अलग धर्म में गिना गया है, जिसे Aborgines, Aborigional, Animist, Triabal Religion, Tribes आदि कहा गया है। आदिवासी की गणना अलग ग्रुप में की गई है, लेकीन 1951 की जनगणना से आदिवासी को Schedule Tribe बना कर अलग गिनती करना बन्‍द कर दिया गया है। माना जाता है कि हिंदुओं के देव भगवान शिव भी मूल रूप से एक आदिवासी देवता थे लेकिन आर्यों ने भी उन्हें देवता के रूप में स्वीकार कर लिया। भारत में आदिवासियों को दो वर्गों में अधिसूचित किया गया है- अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित आदिम जनजाति। बहुत से छोटे आदिवासी समूह आधुनिकीकरण के कारण हो रहे पारिस्थितिकी पतन के प्रति काफी संवेदनशील हैं। व्यवसायिक वानिकी और गहन कृषि दोनों ही उन जंगलों के लिए विनाशकारी साबित हुए हैं जो कई शताब्दियों से आदिवासियों के जीवन यापन का स्रोत रहे थे। .

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आदिवासी भाषाएँ

भारत में सभी आदिवासी समुदायों की अपनी विशिष्ट भाषा है। भाषाविज्ञानियों ने भारत के सभी आदिवासी भाषाओं को मुख्यतः तीन भाषा परिवारों में रखा है। द्रविड़ आस्ट्रिक और चीनी-तिब्बती। लेकिन कुछ आदिवासी भाषाएं भारोपीय भाषा परिवार के अंतर्गत भी आती हैं। आदिवासी भाषाओं में ‘भीली’ बोलने वालों की संख्या सबसे ज्यादा है जबकि दूसरे नंबर पर ‘गोंडी’ भाषा और तीसरे नंबर पर ‘संताली’ भाषा है। भारत की 114 मुख्य भाषाओं में से 22 को ही संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया है। इनमें हाल-फिलहाल शामिल की गयी संताली और बोड़ो ही मात्र आदिवासी भाषाएं हैं। अनुसूची में शामिल संताली (0.62), सिंधी, नेपाली, बोड़ो (सभी 0.25), मिताइ (0.15), डोगरी और संस्कृत भाषाएं एक प्रतिशत से भी कम लोगों द्वारा बोली जाती हैं। जबकि भीली (0.67), गोंडी (0.25), टुलु (0.19) और कुड़ुख 0.17 प्रतिशत लोगों द्वारा व्यवहार में लाए जाने के बाद भी आठवीं अनुसूची में दर्ज नहीं की गयी हैं। (जनगणना 2001) भारतीय राज्यों में एकमात्र झारखण्ड में ही 5 आदिवासी भाषाओं - संताली, मुण्डारी, हो, कुड़ुख और खड़िया - को 2011 में द्वितीय राज्यभाषा का दर्जा प्रदान किया गया है। .

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आद्रा (पश्चिम बंगाल)

आद्रा भारत के पश्चिम बंगाल स्थित पुरुलिया जिले का एक प्रमुख रेल केन्द्र है। .

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आनंद शंकर राय

आनंद शंकर राय को १९८६ में भारत सरकार ने साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९८६ पद्म भूषण.

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आनंद विहार टर्मिनल रेलवे स्टेशन

आनंद विहार रेलवे स्टेशन, स्‍टेशन कोड ANVT, जो की बड़ा रेलवे स्टेशन है, भारत की राजधानी दिल्ली का जिला पूर्वी दिल्ली में स्थित है। यह दिल्ली प्रभाग के प्रशासनिक नियंत्रण में आता है। और इसके पास में दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन पर स्थित आनंद विहार मेट्रो स्टेशन तथा 'विवेकानन्द बस टर्मिनल' भी है। यहाँ पर पार्किंग की भी सुविधा उपलब्ध है।     इस स्‍टेशन का औपचारिक उद्घाटन केंद्रीय रेल मंत्री ममता बनर्जी, और दिल्ली की पूर्व मुख्मंत्री श्रीमती शीला दीक्षित ने 19 दिसम्बर, 2009 को किया था। 42 हेक्‍टर में फैला यह टर्मिनल सबसे बड़े रेलवे स्‍टेशनों में से एक है। .

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आरती साहा

आरती साहा (24 सितंबर 1940-23 अगस्त 1994) भारत तथा एशिया की पहली महिला इंग्लिश चैनल पार करने वाली प्रसिद्ध तैराक थीं। .

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आरामबाग लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

आरामबाग लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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आर्थिक मुक्ति के आधार पर भारत के राज्यों की सूची

इस सूची में भारत के राज्य 2013 में आर्थिक मुक्ति के आधर पर क्रमबद्ध किए गए हैं। यह सूची यूऍस कैटो संस्थान, फ़्रॅडरिक नॉमन संस्थापन और इण्डिकस ऐनालेटिक्स (जो कि एक अग्रणी भारतीय आर्थिक अनुसन्धान फ़र्म है) द्वारा प्रकाशित होने वाली वार्षिक रिपोर्ट से ली गई है। 2013 की रिपोर्ट के अनुसार भारत में गुजरात में सर्वाधिक आर्थिक मुक्ति है जबकि सबसे निचले पायदान पर बिहार है। .

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आलिया विश्वविद्यालय

आलिया विश्वविद्यालय पश्चिम बंगाल का एक विश्वविद्यालय है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के विश्वविद्यालय.

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आलोक भट्टाचार्जी

आलोक भट्टाचार्जी (Aloke Bhattacharjee) (जन्म;२४ अगस्त १९५३ पश्चिम बंगाल, भारत) एक भारतीय पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी और अम्पायर है जो एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय में अम्पायरिंग करते थे तथा प्रथम श्रेणी क्रिकेट भी खेलते थे। इन्होंने कुल ३ वनडे मैचों में १९९८ से २००२ तक अम्पायरिंग की थी। .

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आशिमा चटर्जी

आशिमा चटर्जी को विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९७५ मे पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:१९७५ पद्म भूषण.

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आसनसोल

आसनसोल (আসানসোল) कोलकाता के बाद पश्चिम बंगाल का सबसे बड़ा शहर है। छोटा नागपुर के पठार के लगभग मध्य में प्रदेश के पश्चिमी सीमा पर स्थित यह नगर खनिज पदार्थों में धनी है। यहाँ सेनेरैल साइकिल का भारत प्रसिद्ध कारखाना है। दस लाख से अधिक जनसंख्या वाला यह महानगर वर्धमान जिले का एक प्रखंड है एवं यह भारत के उन ११ शहरों में से एक है जो विश्व के १०० सबसे तेजी से विकसित हो रहे शहरों की सूची में हैं। प्रदेश की राजधानी कोलकाता से २०० किलोमीटर दूर दामोदर नदी की घाटी में स्थित इस नगर के अर्थव्यवस्था का आधार कोयला एवं स्टील हैं। यहाँ कार्यबल की संख्या अधिक है और, मामूली प्रति व्यक्ति आय के उच्च शैक्षिक संस्थानों, अच्छी परिवहन कनेक्शन, कई आवास परिसरों और उद्योग, संस्थाओं, परिवहन और वाणिज्य के लिए उपयुक्त भूमि है। इसका भीतरी भाग बांकुरा और पुरुलिया जिलों और उत्तर बंगाल, उड़ीसा और झारखंड राज्यों के कुछ हिस्सों से जुड़ा हुआ है। आसनसोल नाम दो अलग अलग आसन (दामोदर नदी के तट पर पाया पेड़ की एक प्रजाति) पेड़ और सोल भुमी/Sol-land (खनिजों में समृद्ध भूमि) से प्राप्त होती है। .

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आसनसोल लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

आसनसोल लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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आसनसोल अरुणोदय उच्च विद्यालय (HS)

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आंचलिक परिषद

भारत के आंचलिक परिषद आंचलिक परिषदों हैं सलाहकार समूहों जो भारत के राज्यों से बने हुए हैं। ये परिषदों राज्यों के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए बनाया गया थे। पंच परिषदों 1956 में स्थापित हुए थे। पूर्वोत्तर आंचलिक परिषदों 1972 में स्थापित हो गया था।.

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आइएसओ 3166-2:आइएन

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इदरिस अली

इदरिस अली भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की बसीरहाट सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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इशान पोरेल

इशान पोरेल (जन्म 5 सितंबर 1998) एक भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी है इन्होंने 25 फरवरी 2017 को 2016-17 की विजय हजारे ट्रॉफी में बंगाल के लिए अपने लिस्ट ए क्रिकेट की शुरुआत की थी। जबकि इन्होंने 9 नवंबर 2017 को 2017-18 में रणजी ट्रॉफी में बंगाल के लिए अपना पहला प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच खेला था। इसके बाद इनके अच्छे प्रदर्शन के चलते भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने दिसंबर 2017 में 2018 आईसीसी अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप के लिए भारतीय अंडर-१९ क्रिकेट टीम में चुन लिया। .

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इस्कॉन मंदिर, मायापुर

पश्चिम बंगाल के नदोया जिले के मायापुर में स्थित इस्कॉन मंदिर भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित प्रमुख मन्दिर है। मायापुर अपने शानदार मन्दिरों के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है। मन्दिरों के अलावा पर्यटक यहां पर सारस्वत अद्वैत मठ और चैतन्य गौडिया मठ की यात्रा भी कर सकते हैं। होली के दिनों मे मायापुर की छटा देखने लायक होती है क्योंकि उस समय यहां पर भव्य रथयात्रा आयोजित की जाती है। यह रथयात्रा आपसी सौहार्द और भाईचारे का प्रतीक मानी जाती है। श्रेणी:भारत के प्रसिद्ध मंदिर श्रेणी:भारत के हिन्दू मन्दिर.

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इस्को

भारतीय लौह एवं इस्पात कम्पनी (Indian Iron and Steel Company / IISCO) भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड (सेल) का पूर्ण स्वामित्वाधीन वाला सहायक सेक्टर है। एक समय था जब 'इस्को' का नाम लंदन स्टॉक एक्सचेंज में उद्धृत किया जाता था जो १९६० के आरम्भ में कोलकाता स्टॉक एक्सचेंज के लिए गर्व की बात थी। १९९४ में इसका उल्लेख वित्त एवं इंडस्ट्रियल कांस्ट्रक्शन (BIFR) में भी किया जाता था। इस्को का आरम्भ १८७४ में देखा जा सकता है जब जेम्स रस्किन ने ढलवां लौह उत्पादन के लिए पश्चिम बंगाल के कुल्टी में 'बंगाल आइरन वर्क्स' की स्थापना की थी। सन १९१८ में कई हाथो से गुजरने के बाद 'इस्को' को 'बर्न एण्ड कम्पनी' द्वारा प्रोमोट किया गया। १९३९ में बर्नपुर में इस्पात का विनिर्माण आरम्भ किया गया। सन १९६० तक सर बाइरन मुखर्जी की अध्यक्षता में 'इस्को' प्रतिवर्ष उत्पादन कर रही थी लेकिन सन १९७२ में उत्पादन में गिरावट आयी इसे भारत सरकार ने अधिगृहीत कर लिया। मार्च १९७८ में इसे सेल की सहायक कम्पनी बना दिया गया। इस्को की चिरिया, गुआ और मंधारपुर की लौह अयस्क खाने भारत की सर्वोत्तम खानें हैं। .

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इंडियन प्रीमियर लीग

इंडियन प्रीमियर लीग (संक्षिप्त में IPL) भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड द्वारा संचालित ट्वेन्टी ट्वेन्टी प्रतियोगिता है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के भारत में एक पेशेवर ट्वेन्टी ट्वेन्टी क्रिकेट लीग भारतीय शहरों का प्रतिनिधित्व मताधिकार टीमों द्वारा हर साल चुनाव लड़ा है। लीग, 2007 में भारत (बीसीसीआई) के सदस्य ललित मोदी ने क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा स्थापित किया गया, अप्रैल और हर साल के मई के ऊपर निर्धारित है। 2016 में आईपीएल का टाइटल प्रायोजक विवो इलेक्ट्रॉनिक्स, इस प्रकार लीग को आधिकारिक तौर पर विवो इंडियन प्रीमियर लीग के रूप में जाना जाता है। आईसीसी भविष्य यात्रा कार्यक्रम में एक विशेष विंडो है। आईपीएल दुनिया में सबसे-भाग लिया क्रिकेट लीग है और सभी खेल लीग के बीच छठे स्थान पर है। 2010 में आईपीएल बन गया दुनिया में पहली बार खेल के आयोजन यूट्यूब पर सीधा प्रसारण किया जाएगा। आईपीएल की ब्रांड वैल्यू अमेरिकी मूल्यांकन, गूंथा हुआ आटा और फेल्प्स के एक प्रभाग द्वारा अमेरिका में 2015 में 3.5 अरब $ होने का अनुमान था। बीसीसीआई के मुताबिक, 2015 आईपीएल सीजन भारतीय अर्थव्यवस्था के जीडीपी में 11.5 लाख ₹ (अमेरिका $ 182 मिलियन) का योगदान दिया। 13 टीमों को लीग के पहले सत्र के बाद से प्रतिस्पर्धा करने के लिए है, छह में कम से कम एक बार खिताब जीत लिया है। जबकि राजस्थान रॉयल्स, डेक्कन चार्जर्स और सनराइजर्स हैदराबाद एक बार जीत लिया है तथा मुंबई इंडियंस, चेन्नई सुपर किंग्स तीन बार और कोलकाता नाइट राइडर्स, ने दो बार जीत लिया है। चेन्नई सुपर किंग्स मौजूदा चैंपियन 2018 के मौसम जीत चुके हैं। 2014 तक इस टूर्नामेंट में शीर्ष तीन टीमों को चैंपियंस लीग ट्वेंटी20 के लिए क्वालीफाई किया। हालांकि, चैंपियंस लीग ट्वेंटी20 2015 में बंद किया गया था और तब से मृत हो गया है। .

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कटिहार

पश्चिम बंगाल की सीमा पर स्थित कटिहार भारत के बिहार प्रान्त का एक जिला है। बाल्दीबाड़ी, बेलवा, दुभी-सुभी, गोगाबिल झील, नवाबगंज, मनिहारी और कल्याणी झील आदि यहाँ के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से है। पूर्व समय में यह जिला पूर्णिया जिले का एक हिस्सा था। इसका इतिहास बहुत ही समृद्ध रहा है। इस जिले का नाम इसके प्रमुख शहर दीघी-कटिहार के नाम पर रखा गया था। मुगल शासन के अधीन इस जिले की स्थापना सरकार तेजपुर ने की थी। 13वीं शताब्दी के आरम्भ में यहाँ पर मोहम्मद्दीन शासकों ने राज किया। 1770 ई॰ में जब मोहम्मद अली खान पूर्णिया के गर्वनर थे, उस समय यह जिला ब्रिटिशों के हाथ में चला गया। अत: काफी लम्बे समय तक इस जगह पर कई शासनों ने राज किया। अत: 2 अक्टूबर 1973 ई॰ को स्वतंत्र जिले के रूप में घोषित कर दिया गया। .

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कपिल कृष्ण ठाकुर

कपिल कृष्ण ठाकुर भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की बनगाँव सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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कमलिनी मुखर्जी

कमलिनी मुखर्जी (जन्म 4 मार्च 1980) एक भारतीय फिल्म अभिनेत्री हैं। वे कमलिनि मुखर्जी के नाम से भी जानी जाती हैं। मुख्य रूप से तेलुगु फिल्मों में काम करने के अतिरिक्त उन्होंने तमिल, मलयालम, हिंदी और कन्नड़ भाषा की कुछ फिल्मों में भी अभिनय किया है। अंग्रेजी साहित्य में स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के बाद उन्होंने थियेटर में अपनी मजबूत पृष्ठभूमि के चलते मुंबई में इसकी एक कार्यशाला को पूर्ण किया। उन्होंने अपनी एक्टिंग की शुरुआत फिर मिलेंगे (2004) नामक फिल्म से की जो एड्स विषय पर आधारित थी। उन्हें बहु-पुरस्कार विजेता फिल्म आनंद से प्रसिद्धि प्राप्त हुई। .

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कमारहाटी

कमारहाटी (बांग्ला:কামারহাটী) पश्चिम बंगाल के उत्तरी २४ परगना जिले का एक नगर एवं नगरपालिका है। यह कोलकाता मेट्रोपॉलिटन डवलपमेंट अथॉरिटी के अधीन आता है। यह हुगली नदी के बाएँ किनारे पर कोलकाता से लगभग १८ किमी उत्तर स्थित है। सन १८९८ ई. तक यह नगर बड़नगर नगरपालिका द्वारा शासित होता था, किंतु बाद में इसकी एक अलग नगरपालिका बना दी गई। इस नगर में तीन मंदिर, एक काली का, दूसरा कृष्ण का तथा तीसरा महादेव का, विशेष दर्शनीय है। यहाँ अनेक छोटे स्कूल, एक कालेज एवं औषधालय भी हैं। श्रेणी:कोलकाता के क्षेत्र.

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कर राजस्व के आधार पर भारत के राज्य

यह भारत के राज्यों की अपनी सरकार के कर राजस्वानुसार सूची है (इसमें केन्द्र सरकार के कर पूल का योगदान सम्मिलित नहीं है) जो वर्ष २००५ के लिए है। यह सूची बारहवें वित्त आयोग द्वारा जारी कि जाती है। सारे आँकड़े अरब रूपयों में हैं। संघ क्षेत्रों के लिए डाटा उपलब्ध नहीं है। .

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करेंसी बिल्डिंग, कोलकाता

करेंसी बिल्डिंग (अंग्रेजी: Currency Building), एक शानदार तीन मंजिला इमारत है, जिसे इतालवी वास्तु शैली में डिजाइन किया गया है। यह कोलकाता के डलहौज़ी स्क्वायर (बीबीडी बाग) में स्थित है। इमारत को 1833 में पहले पहल आगरा बैंक लिमिटेड के कार्यालय के रूप में बनाया गया था, लेकिन जब सरकार ने 1868 में अपने मुद्रा विभाग के लिए आगरा बैंक लिमिटेड से इसका एक बड़ा हिस्सा अधिग्रहित कर लिया तो इसका नाम बदलकर करेंसी बिल्डिंग कर दिया गया। आजकल भवन के नवीकरण का कार्य चल रहा है जिसे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा किया जा रहा है। वर्तमान में इस इमारत में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण का क्षेत्रीय कार्यालय कार्यरत है और इमारत के अंदर बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर कड़ाई से प्रतिबंधित लागू है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की योजना पुनर्निर्मित इमारत को दुर्लभ पुरातात्विक मूर्तियों का एक संग्रहालय बनाने की है। .

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कलकत्ता मेडिकल कॉलेज

कोलकाता मेडिकल कॉलेज (कलकत्ता मेडिकल कॉलेज) की स्थापना १८३५ में मेडिकल कॉलेज, बंगाल के रूप में कोलकाता में हुई थी। यह एशिया में यूरोपियाई चिकित्सा का दूसरा महाविद्यालय था। .

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कलकत्ता विश्वविद्यालय

कोलकाता विश्वविद्यालय। कोलकाता विश्वविद्यालय (কলকাতা বিশ্ববিদ্যালয়) भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एक विश्वविद्यालय है। .

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कलकत्ता उच्च न्यायालय

कोलकाता उच्च न्यायालय Cकोलकाता उच्च न्यायालय -Old कोलकाता उच्च न्यायालय (কলকাতা উচ্চ আদালত) भारत का प्राचीनतम उच्च न्यायालय है। इसकी स्थापना २ जुलाई, १८६२ को हाई कोर्ट्स ऐक्ट १८६१ के अन्तर्गत की गयी थी। इसका अधिकार क्षेत्र पश्चिम बंगाल एवं अंडमान निओबार द्वीप तक है। .

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कल्याण बनर्जी

कल्याण बनर्जी भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की श्रीरामपुर सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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कल्याण मल लोढ़ा

प्रोफेसर कल्याणमल लोढ़ा कल्याण मल लोढ़ा (२१ सितम्बर १९२१ - २१ नवम्बर २००९) हिन्दी के लब्धप्रतिष्ठित साहित्यकार व जोधपुर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति थे। आप अपनी ओजपूर्ण वाक्शैली के लिए देश भर जाने जाते थे। विविध सम्मेलनों में आपने अपना ओजश्वी वक्तव्य देकर हिंदी का मान बढाया.

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कल्याणी (उपन्यास)

सन 1939 में जैनेंद्र कुमार के चौथे उपन्यास कल्याणी का प्रकाशन हुआ। यह उपन्यास भी आत्मकथात्मक शैली में लिखा गया है। सामान्यतः इस शैली में जो उपन्यास लिखे जाते हैं, उनमें कथा के किसी महत्वपूर्ण पात्र की ओर से ही उसका संपूर्ण विवरण प्रस्तुत किया जाता है परंतु इस उपन्यास की विशेषता यह है कि कथा का प्रस्तुतकर्ता उपन्यास का गौण पात्र है। उपन्यास की प्रधान पात्री श्रीमती असरानी हैं, जिनके नाम पर ही उपन्यास का नामकरण भी हुआ है। प्रस्तुतकर्ता ने अपने कुछ परिचितों की जीवनकथा के रूप में यह कहानी सामने रखी है। चूँकि वह स्वयं कथा में प्रधानता नहीं रखता, इसलिए उसके प्रति अपना दृष्टिकोण भी अधिकांशतः तटस्थ रखने का प्रयत्न करता है। इसी कारण कथानक के विकास-चक्र में कहीं-कहीं कुछ ऐसे अंश आ गए हैं, जो उसके प्रवाह की गति भंग कर देते हैं। प्रासंगिक रूप से जो दार्शनिक विचार इसमें समावेशित किए गए हैं, वे भी चिंतनपूर्ण नहीं है। कल्याणी.

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कल्याणी विश्वविद्यालय

कल्याणी विश्वविद्यालय पश्चिम बंगाल का एक विश्वविद्यालय है। विश्वविद्यालय, कल्याणी.

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कल्याणी, पश्चिम बंगाल

कल्याणी, पश्चिम बंगाल राज्य के नदिया ज़िले का एक शहर है। यह कोलकाता महानगर विकास प्राधिकरण के अधीन आता है। .

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कल्कली घोष

कल्कली घोष भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की बारासात सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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काटोया

काटोया (अंग्रेजी: Katwa), भारत की पश्चिम बंगाल राज्य में पूर्व बर्द्धमान ज़िला का एक शहर और प्रशंसिक इलाका.

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काठी

काठी पश्चिम बंगाल का परिद्ध लोक नृत्य है। काठी.

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कान्था कशीदाकारी

कान्था एक कशीदाकारी है जो मुख्यतः पश्चिम बंगाल में लोकप्रिय है। कान्था का उपयोग बंगाल में महिलाओं द्वारा पहनी जाने वाली पारम्परिक "कान्था साड़ियों" में किया जाता है। .

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कामतापुर

चित्र:Ganges-Brahmaputra-Meghna basins.jpg कामतापुर (কামতাপুর) भारत के पश्चिम बंगाल के उत्तरी भाग के कुछ ज़िलों और उन से लगने वाले असम राज्य के कुछ ज़िलों पर विस्तृत भूभाग का पारम्परिक नाम है। इस क्षेत्र की एक विशेष सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान है और यहाँ पर "कामतापुर" नामक एक अलग राज्य बनाने की मांग है। स्थानीय लोगों की बहुसंख्या राजबोंग्शी (राजवंशी) तथा कोच भाषा बोलने वाले राजबोंग्शी समुदाय की सदस्य है। अलग राज्य के आन्दोलन का नेतृत्व कामतापुर पीपल्स पार्टी नामक राजनैतिक पार्टी कर रही है। .

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कामेल्या सीनेन्सीस्

चाय (कामेल्या सीनेन्सीस्) महत्‍वपूर्ण बागान फसल है। ग्रीन टी और ब्लैक टी एक ही पौधे से मिलती हैं। ब्लैक व ग्रीन टी में समान मात्रा में फ्लेवनायड्स पाए जाते हैं। हालांकि दोनों तरह की चाय में पाए जाने वाले अलग-अलग प्रकार के फ्लेवनायड्स मौजूद होते हैं, जिनकी कार्यप्रणाली भी अलग-अलग होती है। .

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कायस्थ

कायस्थ भारत में रहने वाले सवर्ण हिन्दू समुदाय की एक जाति है। गुप्तकाल के दौरान कायस्थ नाम की एक उपजाति का उद्भव हुआ। पुराणों के अनुसार कायस्थ प्रशासनिक कार्यों का निर्वहन करते हैं। हिंदू धर्म की मान्यता है कि कायस्थ धर्मराज श्री चित्रगुप्त जी की संतान हैं तथा देवता कुल में जन्म लेने के कारण इन्हें ब्राह्मण और क्षत्रिय दोनों धर्मों को धारण करने का अधिकार प्राप्त है। वर्तमान में कायस्थ मुख्य रूप से बिसारिया, श्रीवास्तव, सक्सेना,निगम, माथुर, भटनागर, लाभ, लाल, कुलश्रेष्ठ, अस्थाना, कर्ण, वर्मा, खरे, राय, सुरजध्वज, विश्वास, सरकार, बोस, दत्त, चक्रवर्ती, श्रेष्ठ, प्रभु, ठाकरे, आडवाणी, नाग, गुप्त, रक्षित, बक्शी, मुंशी, दत्ता, देशमुख, पटनायक, नायडू, सोम, पाल, राव, रेड्डी, दास, मेहता आदि उपनामों से जाने जाते हैं। वर्तमान में कायस्थों ने राजनीति और कला के साथ विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों में सफलतापूर्वक विद्यमान हैं। वेदों के अनुसार कायस्थ का उद्गम ब्रह्मा ही हैं। उन्हें ब्रह्मा जी ने अपनी काया की सम्पूर्ण अस्थियों से बनाया था, तभी इनका नाम काया+अस्थि .

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काल कोठरी की घटना

काल कोठरी नामक घटना पश्चिम बंगाल की एक घटना है, जो स्वतंत्रता पूर्व काल की है।ऐसा माना जाता है कि, बंगाल के नवाब (सिराजुद्दौला) ने 146 अंग्रेज़ बंदियों, जिनमें स्त्रियाँ और बच्चे भी सम्मिलित थे, को एक 18 फुट लंबे, 14 फुट 10 इंच चौड़े कमरे में बन्द कर दिया था। 20 जून, 1756 ई. की रात को बंद करने के बाद, जब 23 जून को प्रातः कोठरी को खोला गया तो, उसमें 23 लोग ही जीवित पाये गये। जीवित रहने वालों में 'हालवैल' भी थे, जिन्हें ही इस घटना का रचयिता माना जाता है। इस घटना की विश्वसनीयता को इतिहासकारों ने संदिग्ध माना है, और इतिहास में इस घटना का महत्व केवल इतना ही है, कि अंग्रेज़ों ने इस घटना को आगे के आक्रामक युद्ध का कारण बनाये रखा। जे.एच.लिटिल (आधुनिक इतिहासकार) के अनुसार- "हालवैल तथा उसके उन सहयोगियों ने इस झूठी घटना का अनुमोदन किया था और इस मनगढ़न्त कथा को रचने का षड्यन्त्र किया था।" हालवैल कलकत्ता का एक सैनिक अधिकारी था जिसको कलकत्ता का तत्कालीन गवर्नर 'डेक' सिराजुद्दौला से भयभीत होकर कलकत्ता का उत्तरदायित्व सौपकर भाग गया था। .

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कालचिनी

कालचिनी, पश्चिम बंगाल के अलीपुरदुआर जिले के अलीपुरदुआर तहसील का एक सामुदायिक विकास प्रखण्ड है। इस प्रखण्ड का मुख्यालय हैमिल्टनगंज है। इस प्रखण्ड में दो कस्बे हैं, जयगाँव तथा उत्तर लालबाड़ी .

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काला जुनबगला

काला जुनबगला (अंग्रेज़ी: Black bittern, ब्लैक बिटर्न) पूर्वजगत का एक जुनबगला है जो एशिया के गरम (ऊष्णकटिबन्धीय) क्षेत्रों में भारतीय उपमहाद्वीप, चीन, इण्डोनीश्या, ऑस्ट्रेलिया। इत्यादि में पाया जाता है। आमतौर पर यह स्थानीय है लेकिन कुछ उत्तर में रहने वाले काले जुनबगले छोटी दूरियों पर प्रवास करते हैं। यह इक्सोब्राएकस (Ixobrychus) नामक जुनबगलों के जीववैज्ञानिक वंश की सबसे बड़े आकार की जाति है और ५८ सेमी (२३ इंच) लम्बी हो सकती है। यह अपनी लम्बी गर्दन और लम्बी पीली चोंच से पहचानी जाती है। इसके शिशु गाढ़े ख़ाकी रंग के होते हैं लेकिन बड़े होकर इनका ऊपरी भाग लगभग पूरा काला हो जाता है। गर्दन दाई-बाई ओर से पीली होती है और धड़ का निचला हिस्सा भूरी लकीरो वाला श्वेत होता है। काले जुनबगले अपने अण्डे सरकंडों वाले दलदली क्षेत्रों में देते हैं जहाँ वे सरकंडों के गुच्छों, झाड़ियों या वृक्षों पर घोंसले बनाते हैं। मादा हर वर्ष तीन से पाँच अण्डे देती है। ज़मीन पर यह छुपकर बिना अधिक ध्वनी करे चलते हैं इसले कम देखे जाते हैं लेकिन उड़ते हुए इनका ऊपर-से-काला नीचे-से-श्वेत शरीर आसानी से पहचाना जाता है। वे कीटों, मछलियों और उभयचरों को आहार बनाते हैं। .

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कालिंपोंग

कालिंपोंग पश्चिम बंगाल के दार्जीलिंग जिले में स्थित है। कलिंगपोंग 1700 ई. तक सिक्किम का एक भाग था। 18वीं शताब्‍दी के प्रारम्‍भ में भूटान के राजा ने इस पर कब्‍जा कर लिया था। आंग्‍ल-भूटान युद्ध के बाद 1865 ई. में इसे दार्जिलिंग में मिला दिया गया। 19 वीं शताब्‍दी के उत्तरार्द्ध में यहां स्‍काटिश मिशनरियों का आगमन हुआ। 1950 ई. तक यह शहर ऊन का प्रमुख व्‍यापार केंद्र था। वर्तमान में यह शहर पश्चिम बंगाल का प्रमुख हिल स्‍टेशन है। .

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कालका मेल

1906 में कालका स्टेशन से रवाना होती ईस्ट इंडिया रेलवे मेल। कालका मेल, भारतीय रेल द्वारा संचालित एक रेलगाड़ी है जो भारत के पूर्वी राज्य पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के निकट स्थित हावड़ा को एक अन्य राज्य हरियाणा के पंचकुला में स्थित कालका, रेलवे स्टेशन से जोड़ती है, जो एक समय भारत की ग्रीष्मकालीन राजधानी शिमला, जाने वाली रेलवे लाइन का प्रारंभिक स्टेशन भी है। .

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कालीघाट चित्रकला

कालीघाट चित्रकला, कलाम पटुवा कालीघाट चित्रकला का उद्गम् लगभग १९वीं सदी में कोलकाता के कालीघाट मंदिर में हुआ माना जाता है। इस चित्रकला में मुख्यतः हिन्दू देवी-देवताओं तथा उस समय पारम्परिक किमवदंतियों के पात्रों के चित्रण विशेषतः देखने को मिलते हैं। प्राचीन समय में इस कला के चित्रकार विभिन्न देवी-देवताओं का चित्रण इस कला द्वारा लोगों को पट चित्र में गा-गाकर सुनाया करते थे। यह चित्र वे कपड़ों एवं ताड़ के पत्तों पर बनाकर करते थे। इन चित्रों की विशेषता यह थी कि इसमें रामायण, महाभारत आदि भारत से लिए गए चित्रण पुराने समय से होता आया है। इस चित्रकला में बंगाल में समय-समय में समाज के विभिन्न वर्गों यथा स्त्री, उद्यमी, मज़दूर आदि का चित्रण मुख्यत: मिलता है। पश्चिम बंगाल की पटुवा चित्रकला भी इसी श्रंखला की एक कड़ी है। इस शैली की चित्रकला में चित्रकार लम्बे-लम्बे कागजों में रामायण, महाभारत व अन्य किम्वदन्तियों पर आधारित दृश्यों का चित्रण करते हैं व गाकर उस चित्रण का व्याख्यान करते हैं। कालीघाट चित्रकला .

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कासिम बाजार

कासिम बाजार पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले का एक कस्बा है। यह भागीरथी नदी के किनारे स्थित है। पहले इसी के अन्तर्गत ब्रह्मपुर भी आता था। श्रेणी:पश्चिम बंगाल.

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काज़ी नज़रुल इस्लाम

काजी नज़रुल इस्लाम (কাজী নজরুল ইসলাম), (२४ मई १८९९ - २९ अगस्त १९७६) अग्रणी बांग्ला कवि, संगीतज्ञ, संगीतस्रष्टा और दार्शनिक थे। वे बांग्ला भाषा के अन्यतम साहित्यकार, देशप्रेमी तथा बंगलादेश के राष्ट्रीय कवि हैं। पश्चिम बंगाल और बंगलादेश दोनो ही जगह उनकी कविता और गान को समान आदर प्राप्त है। उनकी कविता में विद्रोह के स्वर होने के कारण उनको 'विद्रोही कवि' के नाम से जाना जाता है। उनकी कविता का वर्ण्यविषय 'मनुष्य के ऊपर मनुष्य का अत्याचार' तथा 'सामाजिक अनाचार तथा शोषण के विरुद्ध सोच्चार प्रतिवाद'। .

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कांथी लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

कांथी लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। क्षेत्र, कांथी लोक सभा निर्वाचन.

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कुड़ुख

कुड़ुख या 'कुरुख' एक भाषा है जो भारत, नेपाल, भूटान तथा बांग्लादेश में बोली जाती है। भारत में यह बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखण्ड एवं पश्चिम बंगाल के उराँव जनजातियों द्वारा बोली जाती है। यह द्रविण परिवार से संबन्धित है। इसको 'उराँव भाषा' भी कहते हैं। छत्तीसगढ़ में बसने वाली उरांव जाति की बोली को कुरुख कहते हैं। इस भाषा में तमिल और कनारी भाषा के शब्दों की बहुतायत है। कुड़ुख भाषा को पश्चिम बंगाल में राजकीय भाषा के रूप में फरवरी २०१८ में स्वीकृति मिली थी। .

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कुमार सानु

कुमार सानु (पूरा नाम केदारनाथ भट्टाचार्य) हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध गायक हैं। इन्होंने अपने गाने की शुरुआत वर्ष 1989 में शुरू की। 2009 में इन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म श्री भी मिल चुका है। .

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कुर्सियांग

कुर्सियांग (बंगाली: কার্শিয়াং) भारत के पश्चिम बंगाल प्रान्त का एक शहर है। .

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कुलटि

कुलटि (बांग्ला: কুলটি), पश्चिम बंगाल के बर्धमान जिला का एक एक कस्बा है जो आसनसोल का पश्चिमी समीपवर्ती भाग है। पहले यह एक छोटा सा गाँव था किन्तु इंडियन आइरन ऐण्ड स्टील कम्पनी के कारण य बढ़ते-बढ़ते कस्बा बन गया है। सन १८७० में भारत की पहली वात्या भट्ठी (ब्लास्ट फरनेस) यहाँ स्थापित हुई थी। उस समय औद्योगिक रूप से विकसित राष्ट्रों के पास भी बहुत कम वात्या भट्ठियाँ हुआ करती थीं। श्रेणी:पश्चिम बंगाल का भूगोल.

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क्षिप्रा एक्सप्रेस

शिप्रा एक्सप्रेस (हिन्दी: इंदौर - हावड़ा क्षिप्रा एक्सप्रेस बंगाली: ইন্দোরে - হাওড়া শিপ্রা এক্সপ্রেস, उर्दू:حافظة شبرا إكسبرس - اندر) (के रूप में स्पष्ट Shiprã एक्सप्रेस) एक त्रि-साप्ताहिक सुपर फास्ट एक्सप्रेस ट्रेन की भारतीय रेल, जो  के बीच इंदौर जंक्शन रेलवे स्टेशन के इंदौर, सबसे बड़ा शहर और व्यावसायिक केंद्र के मध्य भारतीय राज्य, मध्य प्रदेश और हावड़ा, के व्यावसायिक केंद्र कोलकाता.

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क्षेत्रफल के आधार पर भारत के राज्य और संघ क्षेत्र

श्रेणी:भारत का भूगोल श्रेणी:भारत के राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से संबंधित सूचियाँ.

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क्षेत्री

क्षेत्री या छेत्री नेपाल के पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले योद्धा वर्ण के मुल निवासी हैं, इन्हें पहाड़ी राजपुत, खस राजपुत, नेपाली या गोर्खाली क्षत्रिय भी कहाँ जाता है। ये एक हिन्द-आर्य भाषिक जाति हैं। क्षेत्री या छेत्री या क्षथरीय सब क्षत्रिय के अपभ्रंश हैं और ये हिन्दू वर्ण व्यवस्था के अन्तर्गत क्षत्रिय वर्ण में आते हैं। ये लोग मूल रूप से सैनिक, राजा और प्रशासनिक क्षेत्र में काफी आगे हैं। ये बाहुन (खस ब्राह्मण) और खस दलित के जैसे खस समुदाय के एक विभाजन हैं। क्षेत्री नेपाल के कुल जनसंख्या में सर्वाधिक १६.६% हैं। इस जाति को नेपाल में सत्तारुढ माना जाता है। इन लोगों की उत्पत्ति के बारे में विभिन्न इतिहासकार और खोजकर्ता जेसै कि डोरबहादुर विष्ट और सूर्यमणि अधिकारी, आदि के अनुसार नेपाल के पश्चिमी पहाड़ी इलाका कर्णाली प्रदेश में हुआ था। इस जाति के पूर्वज पूर्वी इरानी भाषिक खस जाति हैं जो बाह्लिक-गान्धार क्षेत्रमें पाए जाते थे। आज ये नेपाल के सभी क्षेत्रों और भारत के कुछ क्षेत्रों में भी पाए जाते हैं। ये लोग पूर्णत: हिन्दु होते हैं और स्थानिय मष्टो देवता की पुजा करते हैं। इस पुजा को मष्ट पुजा या देवाली कहते हैं। इन का मातृभाषा नेपाली भाषा है और ये इंडो-यूरोपियन भाषा परिवार के सदस्य हैं। नेपाल के खस राजवंश, खप्तड राजवंश, सिंजा राजवंश, थापा वंश, बस्नेत, कुँवर और पाँडे वंश, दरबारिया समुह और नेपाल के पिछले समय के क्रुर शासक राणा वंश भी क्षेत्री(छेत्री) जाति में आते हैं। क्षेत्री (छेत्री) अधिकतर नेपाल सरकार और नेपाली सेना के उच्च पद पर कार्यरत पाए जाते हैं। इन के लिए भारतिय सेना में एक सैनिक दस्ता ९वीं गोरखा रेजिमेन्त आरक्षित है। .

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क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान,भुवनेश्वर

क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान,भुवनेश्वर, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद का संघटक ईकाईयो में से एक हँ, जो कि पूर्वी क्षेत्र के अध्यापको की शैक्षिक जरुरतें (पुर्व सेवा और सेवारत शिक्षा) पूरी करता हँ। इसका पूर्व नाम 'क्षेत्रीय शिक्षा महाविद्यालय' (Regional College of Education) था। यह ओडिशा,बिहार,झारखण्ड,पश्चिम बंगाल,असम,अरुणाचल प्रदेश,त्रिपुरा, नागालैण्ड,मिज़ोरम,मेघालय,सिक्किम, मणिपुर राज्यो और संघ राज्य प्रदेश अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह में विद्यालयी शिक्षा के सभी क्षेत्रों, विशेश रूप से स्कूली शिक्षा के संसाधन केन्द्र के रूप में कार्य करता हैं। .

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कृषनगर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

कृषनगर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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कृष्ण

बाल कृष्ण का लड्डू गोपाल रूप, जिनकी घर घर में पूजा सदियों से की जाती रही है। कृष्ण भारत में अवतरित हुये भगवान विष्णु के ८वें अवतार और हिन्दू धर्म के ईश्वर हैं। कन्हैया, श्याम, केशव, द्वारकेश या द्वारकाधीश, वासुदेव आदि नामों से भी उनको जाना जाता हैं। कृष्ण निष्काम कर्मयोगी, एक आदर्श दार्शनिक, स्थितप्रज्ञ एवं दैवी संपदाओं से सुसज्ज महान पुरुष थे। उनका जन्म द्वापरयुग में हुआ था। उनको इस युग के सर्वश्रेष्ठ पुरुष युगपुरुष या युगावतार का स्थान दिया गया है। कृष्ण के समकालीन महर्षि वेदव्यास द्वारा रचित श्रीमद्भागवत और महाभारत में कृष्ण का चरित्र विस्तुत रूप से लिखा गया है। भगवद्गीता कृष्ण और अर्जुन का संवाद है जो ग्रंथ आज भी पूरे विश्व में लोकप्रिय है। इस कृति के लिए कृष्ण को जगतगुरु का सम्मान भी दिया जाता है। कृष्ण वसुदेव और देवकी की ८वीं संतान थे। मथुरा के कारावास में उनका जन्म हुआ था और गोकुल में उनका लालन पालन हुआ था। यशोदा और नन्द उनके पालक माता पिता थे। उनका बचपन गोकुल में व्यतित हुआ। बाल्य अवस्था में ही उन्होंने बड़े बड़े कार्य किये जो किसी सामान्य मनुष्य के लिए सम्भव नहीं थे। मथुरा में मामा कंस का वध किया। सौराष्ट्र में द्वारका नगरी की स्थापना की और वहाँ अपना राज्य बसाया। पांडवों की मदद की और विभिन्न आपत्तियों में उनकी रक्षा की। महाभारत के युद्ध में उन्होंने अर्जुन के सारथी की भूमिका निभाई और भगवद्गीता का ज्ञान दिया जो उनके जीवन की सर्वश्रेष्ठ रचना मानी जाती है। १२५ वर्षों के जीवनकाल के बाद उन्होंने अपनी लीला समाप्त की। उनकी मृत्यु के तुरंत बाद ही कलियुग का आरंभ माना जाता है। .

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कृष्णानगर, नदिया

कृष्णानगर (কৃষ্ণনগর) पश्चिम बंगाल के नदिया जिला का मुख्यालय है। .

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कैल्कटा ट्रामवेज़ कंपनी

निगम का चिह्न कैल्कटा ट्रामवेज़ कंपनी कोलकाता में ट्राम और बसें संचालित करने वाली पश्चिम बंगाल सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी है। कंपनी, कैल्कटा ट्रामवेज़.

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कूचबिहार

कूचबिहार (কোচবিহার জেলা, राजबंग्शी/कामतापुरी: কোচবিহার) भारत के पश्चिम बंगाल प्रदेश के उत्तरी भाग में स्थित एक जिला है। सन् 1586 से 1949 तक यह एक छोटी रियासत के रूप में था। यह भूटान के दक्षिण में पश्चिम बंगाल और बिहार की सीमा पर स्थित एक शहर है। कूच बिहार अपने सुन्दर पर्यटक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। पर्यटक स्थलों के अलावा यह अपने आकर्षक मन्दिरों के लिए भी पूरे विश्व में जाना जाता है। अपने बेहतरीन पर्यटक स्थलों और मन्दिरों के अतिरिक्‍त यह अपनी प्राकृतिक सौन्दर्यता के लिए भी बहुत प्रसिद्ध है। शहर की भाग-दौड़ से दूर कूच बिहार एक शांत इलाका है। यहां पर छुट्टियां बिताना पर्यटकों का बहुत पसंद आता है क्योंकि इसकी प्राकृतिक सुन्दरता उनमें नई स्फूर्ति और ऊर्जा का संचार कर देती है। कहा जाता है कि प्राचीन समय में यहां पर कोच राजाओं का शासन था और वह नियमित रूप से बिहार की यात्रा किया करते थे। इस कारण इसका नाम कूच बिहार पड़ा। .

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कूचबिहार लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

कूचबिहार लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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कूचबिहार जिला

कूचबिहार भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एक प्रशासकीय जिला है। इसका मुख्यालय है कूचबिहार। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के जिले bn:কোচবিহার জেলা it:Distretto di Cooch Behar nl:Cooch Behar (district).

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के जी सुब्रह्मण्यम

के जी सुब्रह्मण्यम को भारत सरकार द्वारा सन २००६ में कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। .

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केदारनाथ मुखर्जी

केदारनाथ मुखर्जी को उद्योग एवं व्यापार के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा, सन १९७१ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। मुखर्जी, केदारनाथ.

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केन्‍द्रीय कांच एवं सिरामिक अनुसन्धान संस्‍थान

केन्‍द्रीय कांच एवं सिरामिक अनुसंधान संस्‍थान (सीजीसीआरआई) भारत की कांच एवं सिरामिक से सम्बन्धित अनुसंधान की प्रमुख प्रयोगशाला है। यह पश्चिम बंगाल के यादवपुर (जादवपुर) में स्थित है। यह वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद के अन्तर्गत है। इसका उद्देश्य कांच, सिरामिकी एवं संबन्धित पदार्थों के क्षेत्र में वैज्ञानिक-औद्योगिक अनुसंधान एवं विकास करना है ताकि देश की जनता को अधिकतम आर्थिक, पर्यावरणीय एवं सामाजिक लाभ मिल सके। आरंभिक चरण में देश में उपलब्‍ध खनिज संसाधनों का पता लगाना एवं विशेष उत्पादों के विकास में उनका उपयोग करना ही मुख्‍य उद्देश्‍य था। इस संस्‍थान ने सन् 1944 में सीमित रूप में काम करना आरंभ तो कर दिया था परंतु औपचारिक रूप से इसका उद्घाटन 26 अगस्‍त 1950 को किया गया। आरंभिक समय में यह सेन्‍ट्रल ग्‍लास एण्‍ड सिलिकेट रिसर्च इंस्‍टट्यूट के नाम से बना था और यह संस्‍थान वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुससंधान परिषद के अंतर्गत आरंभ की गई सबसे पहली चार प्रस्‍तावित प्रयोगशालाओंमें से एक है। अन्‍य तीन प्रयोगशालाएं हैं एन.सी.एल.-पुणे, एन.पी.एल-नई दिल्‍ली एवं सीएफआरआई-धनबाद। .

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केशव प्रसाद गोयंका

केशव प्रसाद गोयंका को उद्योग एवं व्यापार क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९६९ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। गोयंका, केशव प्रसाद.

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केसरी नाथ त्रिपाठी

केशरीनाथ त्रिपाठी का जन्म उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में 10 नवम्बर दिन शनिवार तिथि चतुर्थी सन 1934 को हुआ था।वर्तमान में वे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल हैं। यह पद उन्होंने १४ जुलाई २०१४ को ग्रहण किया था। उत्तर प्रदेश के तीनबार विधानसभाध्यक्ष और पांच बार विधायक रहे केशरीनाथ त्रिपाठी बंगाल के २० वें राज्यपाल बने हैं। .

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कोच राजबोंग्शी लोग

राजबोंग्शी या कोच राजबोंग्शी पूर्वोत्तरी भारत के असम राज्य का एक समुदाय है जो कुछ हद तक पश्चिम बंगाल के उत्तरी भाग, बिहार, मेघालय, नेपाल, बांग्लादेश व भूटान में भी बसा हुआ है। यह मूल रूप से ब्रह्मपुत्र नदी की घाटी के निचले भाग के वासी हैं और कामतापुर क्षेत्र में बहुसंख्यक हैं। .

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कोयला

कोयला एक ठोस कार्बनिक पदार्थ है जिसको ईंधन के रूप में प्रयोग में लाया जाता है। ऊर्जा के प्रमुख स्रोत के रूप में कोयला अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। कुल प्रयुक्त ऊर्जा का ३५% से ४०% भाग कोयलें से पाप्त होता हैं। विभिन्न प्रकार के कोयले में कार्बन की मात्रा अलग-अलग होती है। कोयले से अन्य दहनशील तथा उपयोगी पदार्थ भी प्राप्त किया जाता है। ऊर्जा के अन्य स्रोतों में पेट्रोलियम तथा उसके उत्पाद का नाम सर्वोपरि है। .

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कोल इण्डिया लिमिटेड

कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) एक भारत का सार्वजनिक प्रतिष्ठान है। यह भारत और विश्व में भी सबसे बड़ी कोयला खनन कंपनी है। यह भारत सरकार के पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी है, जो कोयला मंत्रालय, भारत सरकार के अधीनस्थ है। यह कोयला खनन एवं उत्पादन में लगी कंपनी है। यह अनुसूची 'ए' ‘नवरत्न’ सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम है। इसका मुख्यालय कोलकाता, पश्चिम बंगाल में स्थित है। 31 मार्च 2010 तक इसके संचालन में भारत के आठ राज्यों के 21 प्रमुख कोयला खनन क्षेत्रों के 471 खान थे, जिनमें 273 भूमिगत खान, 163 खुली खान और 35 मिश्रित खान (भूमिगत और खुली खानों का मिश्रण) शामिल थे | हम 17 कोयला परिष्करण सुविधाओं का भी संचालन कर रहे थे, जिनका समग्र फीडस्टॉक क्षमता सालाना 39.40 मिलियन टन की है | हमारा इरादा है इसके अतिरिक्त सालाना 111.10 मिलियन टन की समग्र फीडस्टॉक क्षमता के 20 और कोयला परिष्करण सुविधाओं का विकास करना | इस के अलावा हमने 85 अस्पतालों और 424 औषधालयों के सेवाएं भी प्रदान किये | इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ कोल मैनजमेंट (आई.आई.सी.एम.) सी.आई.एल.

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कोलकाता

बंगाल की खाड़ी के शीर्ष तट से १८० किलोमीटर दूर हुगली नदी के बायें किनारे पर स्थित कोलकाता (बंगाली: কলকাতা, पूर्व नाम: कलकत्ता) पश्चिम बंगाल की राजधानी है। यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा महानगर तथा पाँचवा सबसे बड़ा बन्दरगाह है। यहाँ की जनसंख्या २ करोड २९ लाख है। इस शहर का इतिहास अत्यंत प्राचीन है। इसके आधुनिक स्वरूप का विकास अंग्रेजो एवं फ्रांस के उपनिवेशवाद के इतिहास से जुड़ा है। आज का कोलकाता आधुनिक भारत के इतिहास की कई गाथाएँ अपने आप में समेटे हुए है। शहर को जहाँ भारत के शैक्षिक एवं सांस्कृतिक परिवर्तनों के प्रारम्भिक केन्द्र बिन्दु के रूप में पहचान मिली है वहीं दूसरी ओर इसे भारत में साम्यवाद आंदोलन के गढ़ के रूप में भी मान्यता प्राप्त है। महलों के इस शहर को 'सिटी ऑफ़ जॉय' के नाम से भी जाना जाता है। अपनी उत्तम अवस्थिति के कारण कोलकाता को 'पूर्वी भारत का प्रवेश द्वार' भी कहा जाता है। यह रेलमार्गों, वायुमार्गों तथा सड़क मार्गों द्वारा देश के विभिन्न भागों से जुड़ा हुआ है। यह प्रमुख यातायात का केन्द्र, विस्तृत बाजार वितरण केन्द्र, शिक्षा केन्द्र, औद्योगिक केन्द्र तथा व्यापार का केन्द्र है। अजायबघर, चिड़ियाखाना, बिरला तारमंडल, हावड़ा पुल, कालीघाट, फोर्ट विलियम, विक्टोरिया मेमोरियल, विज्ञान नगरी आदि मुख्य दर्शनीय स्थान हैं। कोलकाता के निकट हुगली नदी के दोनों किनारों पर भारतवर्ष के प्रायः अधिकांश जूट के कारखाने अवस्थित हैं। इसके अलावा मोटरगाड़ी तैयार करने का कारखाना, सूती-वस्त्र उद्योग, कागज-उद्योग, विभिन्न प्रकार के इंजीनियरिंग उद्योग, जूता तैयार करने का कारखाना, होजरी उद्योग एवं चाय विक्रय केन्द्र आदि अवस्थित हैं। पूर्वांचल एवं सम्पूर्ण भारतवर्ष का प्रमुख वाणिज्यिक केन्द्र के रूप में कोलकाता का महत्त्व अधिक है। .

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कोलकाता दक्षिण लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

कोलकाता दक्षिण लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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कोलकाता नाईट राइडर्स

कोलकाता नाईट राइडर्स (KKR भी कहते हैं) इंडियन प्रीमियर लीग की कोलकाता फ्रैन्चाइज़ी है। इस टीम के कप्तान गौतम गंभीर हैं और कोच हैं डेव व्हाटमोर। गौतम गंभीर ही इसके आइकन खिलाड़ी भी हैं। इस टीम का आदर्श वाक्य है: कोर्बो लोड़बो जीतबो रे (हिंदी: करेंगे लड़ेंगे जीतेंगे)। इसके स्वामित्व में शाहरुख खान, जूही चावला के नाम आते हैं। .

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कोलकाता मेट्रो रेल

कोलकाता मेट्रो (बंगाली: কলকাতা মেট্রো) पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक भूमिगत रेल प्रणाली है। इसे मंडलीय रेलवे का स्तर प्रदान किया गया है। यह भारतीय रेल द्वारा संचालित है। १९८४ में आरंभ हुई यह भारत की प्रथम भूमिगत एवं मेट्रो प्रणाली थी। इसके बाद दिल्ली मेट्रो २००२ में आरंभ हुई थी। आरंभ में ५ लाइनों की योजाना थी, किंतु बाद में ३ ही चुनीं गईं:-.

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कोलकाता रेलवे स्टेशन

कोलकाता रेलवे स्टेशन (KOAA) भारतीय रेल का एक रेलवे स्टेशन है। यह कोलकाता शहर में स्थित है। इसकी ऊंचाई २९३ मी.

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कोलकाता रेस्क्यू

कोलकाता रेस्क्यू जैक प्रेगेर द्वारा 1980 में स्थापित की गई कोलकाता, भारत में स्थित ब्रिटेन से दान प्राप्त करने वाली समाज-सेवी संस्था है। यह पश्चिम बंगाल में वंचित लोगों के लिए चिकित्सा, शिक्षा और सहायता सेवाओं को चलाती है। यह लोगों को हस्तशिल्प भी बनाने और बेचने के लिए प्रशिक्षित करती है। .

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कोलकाता जिला

कोलकाता भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एक प्रशासकीय जिला है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के जिले.

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कोलकाता उत्तर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

कोलकाता उत्तर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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कीर्तन (नृत्य)

कीर्तन पश्चिम बंगाल का परिद्ध लोक नृत्य है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोक नृत्य.

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अतानु दास

अतानु दास (अंग्रेजी:Atanu Das) (जन्म ०५ अप्रैल १९९२) एक भारतीय तीरंदाज है। इन्होंने अपने अंतर्राष्ट्रीय कैरियर की शुरुआत २००८ में की थी। .

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अधीर रंजन चौधरी

अधीर रंजन चौधरी भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की बहरामपुर सीट से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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अनिल बंधु गुहा

अनिल बंधु गुहा को प्रशासकीय सेवा के क्षेत्र में सन १९६४ में भारत सरकार द्वारा, पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। श्रेणी:१९६४ पद्म भूषण श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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अनुपम हाज़रा

अनुपम हाज़रा भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की बोलपुर सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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अपराध दर के आधार पर भारत के राज्यों की सूची

भारत के राज्यों और केन्द्र-शासित प्रदेशों की यह सूची 2012 में घटित संज्ञेय अपराध दर के आधार पर है और यह दर्शाति है कि प्रत्येक राज्य में प्रति 1,00,000 लोगों पर कितने संज्ञेय अपराध घटित हुए। यह आँकड़े राष्‍ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्‍यूरो द्वारा प्रकाशित 2012 भारत में अपराध रिपोर्ट से लिए गए हैं। इस सूची के अनुसार केरल में सर्वाधिक 455.8 संज्ञेय अपराध दर्ज किए गए जबकि नागालैण्ड सबसे कम अपराध दर वाला प्रदेश है। .

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अपरूपा पोदार

अपरूपा पोदार भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की आरामबाग सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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अपवाह तन्त्र

डेल्टाई भाग में अपवाह तंत्र अपवाह तन्त्र या प्रवाह प्रणाली (drainage system) किसी नदी तथा उसकी सहायक धाराओं द्वारा निर्मित जल प्रवाह की विशेष व्यवस्था है।सोनल गुप्ता - यह एक तरह का जालतन्त्र या नेटवर्क है जिसमें नदियाँ एक दूसरे से मिलकर जल के एक दिशीय प्रवाह का मार्ग बनती हैं। किसी नदी में मिलने वाली सारी सहायक नदियाँ और उस नदी बेसिन के अन्य लक्षण मिलकर उस नदी का अपवाह तन्त्र बनाते हैं। .

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अप्रैल 2015 नेपाल भूकम्प

2015 नेपाल भूकम्प क्षणिक परिमाण परिमाप पर 7.8 या 8.1 तीव्रता का भूकम्प था जो 25 अप्रैल 2015 सुबह 11:56 स्थानीय समय में घटित हुआ था। भूकम्प का अधिकेन्द्र लामजुंग, नेपाल से 38 कि॰मी॰ दूर था। भूकम्प के अधिकेन्द्र की गहराई लगभग 15 कि॰मी॰ नीचे थी। बचाव और राहत कार्य जारी हैं। भूकंप में कई महत्वपूर्ण प्राचीन ऐतिहासिक मंदिर व अन्य इमारतें भी नष्ट हुईं हैं। 1934 के बाद पहली बार नेपाल में इतना प्रचंड तीव्रता वाला भूकम्प आया है जिससे 8000 से अधिक मौते हुई हैं और 2000 से अधिक घायल हुए हैं। भूकंप के झटके चीन, भारत, बांग्लादेश और पाकिस्तान में भी महसूस किये गये। नेपाल के साथ-साथ चीन, भारत और बांग्लादेश में भी लगभग 250 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। भूकम्प की वजह से एवरेस्ट पर्वत पर हिमस्खलन आ गया जिससे 17 पर्वतारोहियों के मृत्यु हो गई। काठमांडू घाटी में यूनेस्को विश्व धरोहर समेत कई प्राचीन एतिहासिक इमारतों को नुकसान पहुचाँ है। 18वीं सदी में निर्मित धरहरा मीनार पूरी तरह से नष्ट हो गयी, अकेले इस मीनार के मलबे से 200 से ज्यादा शव निकाले गये। भूकम्प के बाद के झटके 12 मई 2015 तक भारत, नेपाल, चीन, अफगानिस्तान, पाकिस्तान व पडोसी देशों में महसूस किये जाते रहे। .

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अबादा, भारत

अबादा पश्चिम बंगाल, भारत का एक आबाद गाँव है। इसकी स्थानीय रेलवे स्टेशन अबादा रेलवे स्टेशन है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल का भूगोल श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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अबू हसेम खान चौधरी

अबू हसेम खान चौधरी भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की मालदा दक्षिण सीट से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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अभिषेक बनर्जी

अभिषेक बनर्जी भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की डायमंड हार्बर सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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अभिजीत मुखर्जी

अभिजीत मुखर्जी एक भारतीय राजनेता है। वे वर्तमान में पश्चिम बंगाल के जंगीपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सांसद है। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राजनेता है। .

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अमर्त्य सेन

(बी.ए.)ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज,(बी.ए., एम.ए., पी.एच.डी.) | field .

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अमला शंकर

अमला शंकर को भारत सरकार द्वारा सन १९९१ में विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:१९९१ पद्म भूषण श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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अमीय चक्रवर्ती

अमीय चक्रवर्ती को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९७० में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से थे। श्रेणी:१९७० पद्म भूषण श्रेणी:1901 में जन्मे लोग श्रेणी:१९८६ में निधन श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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अरिजीत सिंह

अरिजीत सिंह (बंगाली;অরিজিৎ সিং) जन्म २५ अप्रैल १९८७)Arijit Singha's Biography एक भारतीय पार्श्व गायक हैं। इनका जन्म पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुआ था। इन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत २००५ में एक वास्तविक कार्यक्रम फेम गुरुकुल से की थी। इनका नाम जब प्रसिद्ध हुआ जब इन्होंने २०१३ में आशिकी 2 फ़िल्म में तुम ही हो गाना गाया था। इस कारण इनको ५९वां फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार में सबसे अच्छा पुरुष गायक चुना गया था। इनके अलावा इन्होंने किल दिल में भी ऐसा ही गाना गाया था जो सजदे नाम था। जनवरी २०१६ में ६१वां फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार इनका सूरज डूबा है गाना जो रॉय फ़िल्म में गाया था इन्हें सबसे अच्छा गाना चुना गया। .

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अरुप राहा

एयर चीफ मार्शल अरुप राहा, परम विशिष्ट सेवा पदक,अति विशिष्ट सेवा पदक,वायु सेना पदक,Aide de Camp से सम्मानित अधिकारी है। वे 31 दिसंबर 2013 से 31 दिसंबर 2016 तक भारतीय वायु सेना के 24 वें प्रमुख थे। वह चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष भी थे, जो भारत के सबसे वरिष्ठ सैन्य अधिकारी द्वारा निर्देशित होती है और जो सरकार को सलाह देता है और सशस्त्र बलों में सामंजस्य को सुनिश्चित करती है .

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अर्चना शर्मा

डॉ॰ अर्चना शर्मा जिनेवा में दुनिया की सबसे बड़ी भूमिगत प्रयोगशाला सर्न में स्टाफ फिजिसिस्ट के रूप में कार्यरत हैं। डॉ॰ अर्चना शर्मा के अनुसार दुनिया की सबसे बड़ी प्रयोगशाला सर्न, जहाँ वह काम करती हैं, उसे विज्ञान का तीर्थ कहा जाता है। अपनी शोध परियोजना में कहा कि बड़े पार्टिकिल कोलाइडर एलएचसी की सुरंगनुमा ट्यूब में लगभग प्रकाश के वेग से चक्कर काट रहे प्रोटॉनों की आपस में टक्कर करवा दी गई। सर्न में मौजूद दुनिया के सबसे बड़े प्रयोग की सफलता से ब्रह्मांड की उत्पत्ति के रहस्य से पर्दा उठ सकता है। अर्चना शर्मा को भारत सरकार द्वारा सन १९८४ में चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। .

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अर्थव्यवस्था के आकार के आधार पर भारत के राज्य

यह सूची भारत के राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के सकल घरेलू उत्पाद के आकार पर आधारित है। .

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अर्पिता सिंह

अर्पिता सिंह एक भारतीय कलाकार हैं। अर्पिता सिंह का जन्म पश्चिम बंगाल, भारत में हुआ था। Contemporary Women Artists.

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अर्पिता घोष

अर्पिता घोष भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की बलूरघाट सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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अलबर्ट एक्का

लांस नायक अलबर्ट एक्का (27 दिसम्बर 1942 - 3 दिसम्बर 1971) एक भारतीय सैनिक थे जो भारत-पाकिस्तान युद्ध 1971 में हिली की लड़ाई में वीरगति को प्राप्त हो गए थे। इन्हें मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था। .

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अलका याज्ञिक

अलका याज्ञिक भारतीय सिनेमा की एक प्रसिद्ध पार्श्वगायिका हैं। वे हिंदी सिनेमा में तीन दशकों तक अपनी गायकी के लिए विख्यात हैं। हिंदी सिनेमा में वे सबसे ज्यादा गाने रिकॉर्ड करने वाली पांचवी पार्श्वगायिका हैं। उन्हें फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार के ३६ नामांकनों में से ७ बार पुरस्कार मिल चुका है जो कि खुद में एक रिकॉर्ड है। उन्हें दो राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त है। साथ ही उनके २० गाने बीबीसी के "बॉलीवुड के श्रेष्ठ ४० सदाबहार साउंडट्रैक" में शामिल हैं। उनके कुछ हिट गानों में से हैं — "कुछ कुछ होता है", "टिप टिप बरसा पानी", "परदेसी परदेसी", "छम्मा छम्मा", "पूछो ज़रा पूछो", "एक दो तीन", "चाँद छुपा बादल में", "लाल दुपट्टा", "मुझको राणाजी" और "बाज़ीगर ओ बाज़ीगर"। .

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अलका सरावगी

अलका सरावगी (जन्म- 17 नवम्बर,1960, कोलकाता) हिन्दी कथाकार हैं। वे साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित हो चुकी हैं। कोलकाता (भूतपूर्व कलकत्ता) में जन्मी अलका ने हिन्दी साहित्य में एम.ए. और 'रघुवीर सहाय के कृतित्व' विषय पर पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की है। "कलिकथा वाया बाइपास" उनका चर्चित उपन्यास है, जो अनेक भाषाओं में अनुदित हो चुके हैं। अपने प्रथम उपन्यास ‘कलिकथा वाया बायपास’ से एक सशक्त उपन्यासकार के रूप में स्थापित हो चुकी अलका का पहला कहानी संग्रह वर्ष 1996 में 'कहानियों की तलाश में' आया। इसके दो साल बाद ही उनका पहला उपन्यास 'काली कथा, वाया बायपास' शीर्षक से प्रकाशित हुआ। 'काली कथा, वाया बायपास' में नायक किशोर बाबू और उनके परिवार की चार पीढिय़ों की सुदूर रेगिस्तानी प्रदेश राजस्थान से पूर्वी प्रदेश बंगाल की ओर पलायन, उससे जुड़ी उम्मीद एवं पीड़ा की कहानी बयाँ की गई है। वर्ष 2000 में उनके दूसरे कहानी संग्रह 'दूसरी कहानी' के बाद उनके कई उपन्यास प्रकाशित हुए। पहले 'शेष कादंबरी' फिर 'कोई बात नहीं' और उसके बाद 'एक ब्रेक के बाद'। उन्होने ‘एक ब्रेक के बाद’ उपन्यास के विषय का ताना-बाना समसामायिक कोर्पोरेट जगत को कथावस्तु का आधार लेते हुए बुना है। अपने पहले उपन्यास के लिए ही उनको वर्ष 2001 में 'साहित्य कला अकादमी पुरस्कार' और 'श्रीकांत वर्मा पुरस्कार' से नवाजा गया था। यही नहीं, उनके उपन्यासों को देश की सभी आधिकारिक भाषाओं में अनूदित करने की अनुशंसा भी की गई है। .

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अल्तमास कबीर

अल्तमास कबीर (१९ जुलाई १९४८ – १९ फ़रवरी २०१७) भारत का उच्चतम न्यायालय के ३९वें मुख्य न्यायाधीश थे। इनके बाद पी सतशिवम देश के अगले मुख्य न्यायाधीश बने। .

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अल्पभार जनसंख्या के आधार पर भारत के राज्य

भारत के राज्यों की यह सूची सामान्य से कम बॉडी मास इंडेक्स (BMI) वाले लोगों के प्रतिशतानुसार है। .

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अली अहमद हुसैन खान

अली अहमद हुसैन खान (21 मार्च, 1939 - 16 मार्च, 2016), भारत के एक शहनाई वादक थे। उनका जन्म कोलकाता में हुआ था। वे उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ाँ के बाद शहनाई वादक के तौर पर सबसे ज्यादा मशहूर रहे। उन्होंने वर्ष 1973 में दूरदर्शन के उद्घाटन कार्यक्रम में शहनाई बजाई थी। वर्ष 2012 में पश्चिम बंगाल सरकार ने उन्हें ‘बंगभूषण अवार्ड’ से सम्मानित किया था। वे आइटीसी संगीत रिसर्च अकादमी कोलकाता में पढ़ाते भी थे। .

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अलीपुर

अलीपुर पश्चिम बंगाल राज्य के दक्षिण २४ परगना जिला का मुख्यालय है। यह कोलकाता शहर का दक्षिणी पड़ोसी शहर है। .

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अलीपुर द्वार

अलीपुर द्वा‍र (আলীপুর দুয়ার) पश्चिम बंगाल में स्थित एक कस्बा है। यह जलपाइगुड़ी जिला में स्थित है। यहां पश्चिम बंगाल का एक प्रमुख रेलवे स्टेशन है। यह सिक्किम, असम, एवं पश्चिम बंगाल का मिलन क्षेत्र है जहां पर्यटक दार्जिलिंग, गंगटोक इत्यादि घूमने के लिए उतरते हैं। .

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अलीपुर जेल प्रेस

अलीपुर जेल प्रेस अलीपुर जेल में स्थित है। इसका संचालन प्रेस और फ़ॉर्म्स विभाग, पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा किया जाता है जिसमें अलीपुर जेल के क़ैदियों से काम लिया जाता है। कुछ विशेष कार्यों के लिए अतिरिक्त मानव संसाधनों का बाहर से भी प्रयोग किया जाता है। यह प्रेस अपनी क्षमता के अनुसार वर्तमान में सभी सरकारी फ़ॉर्म्स और अन्य आधिकारिक छपाई के कार्यों को पूरा करती है। यह प्रेस किसी ग़ैर-सरकारी या लाभकारी संस्था के काम को क्रियांवित नहीं करती। बंगाल प्रेसिडेन्सी की 1865 में छपी वार्षिक प्रशासनिक रिपोर्ट के अनुसार उस प्रेस समय 269 क़ैदी कार्यरत थे और साल-भर की कमाई 2,20, 643 रुपिये थी। .

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अलीपुर वन्य प्राणी उद्यान

अलीपुर वन्य प्राणी उद्यान जिसे अलीपुर चिडियाघर या कोलकाता चिडियाघर के नाम से भी जाना जाता है भारत का सबसे पुराना प्राणी उद्यान है। यह कोलकाता का एक प्रमुख पर्यटन आकर्षण है। इसे अद्वैत नामक कछुए के नाम से भी जाना जाता है जो विश्व में किसी भी प्राणी से लम्बी आयु का था। उद्यान, अलीपुर वन्य प्राणी श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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अलीपुरद्वार लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

अलीपुरद्वार लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। क्षेत्र, अलीपुरद्वार लोक सभा निर्वाचन श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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अशोक डिंडा

अशोक डिंडा एक भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी है जो आमतौर पर दाईनें हाथ से गेंदबाजी करते हैं। .

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अशोक मित्र

अशोक मित्र (10 अप्रैल 1928 – 1 मई 2018)पश्चिम बंगाल से एक अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और बंगाली भाषा के विख्यात साहित्यकार थे। वे पश्चिम बंगाल में वाम मोर्चे की सरकार में वर्ष 1977 से 1987 तक वित्त मंत्री रहे। इसके अलावा वे वर्ष 1970 से 1972 तक केंद्र सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार भी थे। बंगाली साहित्य में योगदान के लिए उन्हें साहित्य अकादमी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। इनके द्वारा रचित एक निबंध ताल बेताल के लिये उन्हें सन् 1996 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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अशोक सेन

अशोक सेन, एफ आर एस (অশোক সেন; जन्म: 1956) एक भारतीय सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी है। .

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अशोक खेमका

अशोक खेमका भारत के हरियाणा राज्य में एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी हैं। .

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अशोक कुमार सरकार

अशोक कुमार सरकार को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९६७ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। सरकार, अशोक कुमार.

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असुर (आदिवासी)

असुर भारत में रहने वाली एक प्राचीन आदिवासी समुदाय है। असुर जनसंख्या का घनत्व मुख्यतः झारखण्ड और आंशिक रूप से पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में है। झारखंड में असुर मुख्य रूप से गुमला, लोहरदगा, पलामू और लातेहार जिलों में निवास करते हैं। समाजविज्ञानी के.

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असीमा चटर्जी

असीमा चटर्जी (Asima Chatterjee, অসীমা চট্টোপাধ্যায়)(२३ सितंबर १९१७- २२ नवंबर २००६) एक भारतीय रसायनशास्त्री थीं। उन्होंने जैव-रसायन विज्ञान और फाइटोमेडिसिन के क्षेत्र में काम किया।The Shaping of Indian Science.

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अजय नदी

अजय नदी (बांग्ला: অজয় নদ), झारखंड और पश्चिम बंगाल की एक प्रमुख नदी है। .

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अजित कुमार

अजित कुमार அஜித் குமார் (1 मई 1971 हैदराबाद, आंध्र प्रदेश, भारत में जन्मे) एक भारतीय फिल्म अभिनेता हैं, जो तमिल फिल्म उद्योग के अग्रणी अभिनेताओं में से एक माने जाते हैं। रोमांचक मनोवैज्ञानिक फिल्म आसई (Aasai) (1995) में महत्त्वपूर्ण मान्यता पाने से पहले उन्होंने अपना भविष्य तेलुगु फिल्म से शुरू किया। एक के बाद एक सफल फिल्मों की एक डोर बनती गई, जिसने शुरू में अजित को एक रोमांटिक हीरो, उसके बाद एक्शन हीरो और अंततः एक जन प्रतीक के रूप में स्थापित कर दिया। वह अक्सर अपने अभिनय के लिए तारीफ पाते रहे और उन्हें तीन फिल्मफेयर तमिल सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार मिले। सभी तीनो पुरस्कार उन फिल्मों के लिए मिले, जिनमें वह विविध भूमिकाओं में प्रदर्शित हुए.

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अग्रहरि

अग्रहरि या अग्रहरी एक भारतीय उपनाम हैं। यह उपनाम वैश्य समुदाय द्वारा इस्तेमाल किया जाता हैं जो अपने आप को पौराणिक सूर्यवंशी सम्राट महाराजा अग्रसेन (४२५० ई.पू. से ६३७ ईसवी) के वंशज मानते हैं। .

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अग्रहरि सिख

अग्रहरि सिख उत्तर पूर्वी भारत का एक पिछड़ा सिख समुदाय हैं, जो मुख्यतः बिहार, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल में पाए जाते हैं। इन्हें बिहारी सिख भी कहा जाता हैं, क्योंकि सदियों से अग्रहरि सिख का बिहार में बसेरा रहा है। यह समुदाय सिख के नौवे गुरु तेग बहादुर सिंह के समय में उनके आसाम यात्रा के दौरान सिख धर्म में परिवर्तित हुआ था। .

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अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ

भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ या इस्कॉन(International Society for Krishna Consciousness - ISKCON; उच्चारण: इंटर्नैशनल् सोसाईटी फ़ॉर क्रिश्ना कॉनशियस्नेस् -इस्कॉन), को "हरे कृष्ण आन्दोलन" के नाम से भी जाना जाता है। इसे १९६६ में न्यूयॉर्क नगर में भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद ने प्रारंभ किया था। देश-विदेश में इसके अनेक मंदिर और विद्यालय है। .

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अंतःनाम और बहिःनाम​

बहिःनाम​ (exonym, ऍक्ज़ोनिम) किसी समुदाय, मानव जाति या देश के ऐसे नाम को कहते हैं जो उसे किसी बाहर के ग़ैर-सदस्य गुट ने दिया हो। इसके विपरीत अंतःनाम (endonym, ऍन्डोनिम) किसी समुदाय, मानव जाति या देश के ऐसे नाम को कहते हैं जो उस समूह के सदस्यों ने उसे स्वयं दिया हो। उदाहरण के लिये जर्मनी का नाम उसे ग़ैर-जर्मन लोगों ने दिया था और वह उस देश का बहिःनाम​ है। जर्मन लोग स्वयं उस देश को डोय्चलैंड बुलाते है और वह उस राष्ट्र का अंतःनाम है। इसी तरह पश्चिम बंगाल में कोलकाता उस शहर का बांग्लाभाषियों द्वारा प्रयोग होने वाल अंतःनाम था जबकि उसके बहिःनाम​ हिन्दीभाषियों के लिये 'कलकत्ता' और अंग्रेज़ीभाषियों के लिये 'कैलकटा' थे। .

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अंगिका भाषा

अंगिका लगभग तीन करोड़लोगों की भाषा है जो बिहार के पूर्वी, उत्तरी व दक्षिणी भागों,झारखण्ड के उत्तर पूर्वी भागों और पं.

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उच्चतम बिन्दु के आधार पर भारत के राज्य और संघ क्षेत्र

यह सूची भारत के राज्यों और संघ क्षेत्रों के उच्चतम बिन्दु के आधार पर है। .

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उत्तर दिनाजपुर जिला

उत्तर दिनाजपुर भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एक प्रशासकीय जिला है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के जिले.

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उत्तर बंगाल कृषि

उत्तर बंगाल कृषि पश्चिम बंगाल का एक विश्वविद्यालय है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के विश्वविद्यालय.

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उत्तर २४ परगना जिला

उत्तर 24 परगना भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल का एक प्रशासकीय जिला है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के जिले " ंभारत में पहली बार 24 परगना जिला मे पहली बार 1983 में आरसेनिक युक्त पानी मिला जो 24 परगना जिला के लोगों को बीमार कर दिया जिससे वहां के लोगों को शरीर पर दाग बालों का झड़ना प्रारंभ हुआ तथा आरसेनिक से 3.3 M लोग प्रभावित हुए भारत और बांग्लादेश के!.

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उत्तरी बंगाल विश्वविद्यालय

उत्तरी बंगाल विश्वविद्यालय पश्चिम बंगाल का एक विश्वविद्यालय है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के विश्वविद्यालय.

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उदय शंकर

उदय शंकर (8 दिसम्बर 1900 - 26 सितंबर 1977) (উদয় শংকর) भारत में आधुनिक नृत्य के जन्मदाता और एक विश्व प्रसिद्ध भारतीय नर्तक एवं नृत्य-निर्देशक (कोरियोग्राफर) थे जिन्हें अधिकतर भारतीय शास्त्रीय, लोक और जनजातीय नृत्य के तत्वों में पिरोये गए पारंपरिक भारतीय शास्त्रीय नृत्य में पश्चिमी रंगमंचीय तकनीकों को अपनाने के लिए जाना जाता है; इस प्रकार उन्होंने आधुनिक भारतीय नृत्य की नींव रखी और बाद में 1920 और 1930 के दशक में उसे भारत, यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका में लोकप्रिय बनाया और भारतीय नृत्य को दुनिया के मानचित्र पर प्रभावशाली ढंग से स्थापित किया। न्यूयॉर्क टाइम्स, 6 अक्टूबर 1985.

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उमा सरीन

उमा सरीन भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने पश्चिम बंगाल की झाड़ग्राम सीट से सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाग लिया। .

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उलूबेरिया लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र

उलूबेरिया लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। श्रेणी:पश्चिम बंगाल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र.

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उस्ताद नसीर अमीनुद्दीन डागर

उस्ताद नसीर अमीनुद्दीन डागर को भारत सरकार ने कला के क्षेत्र में सन १९८६ में पद्म भूषण से सम्मानित किया था। ये पश्चिम बंगाल से हैं। श्रेणी:पद्म भूषण.

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ऋतु

ऋतु एक वर्ष से छोटा कालखंड है जिसमें मौसम की दशाएँ एक खास प्रकार की होती हैं। यह कालखण्ड एक वर्ष को कई भागों में विभाजित करता है जिनके दौरान पृथ्वी के सूर्य की परिक्रमा के परिणामस्वरूप दिन की अवधि, तापमान, वर्षा, आर्द्रता इत्यादि मौसमी दशाएँ एक चक्रीय रूप में बदलती हैं। मौसम की दशाओं में वर्ष के दौरान इस चक्रीय बदलाव का प्रभाव पारितंत्र पर पड़ता है और इस प्रकार पारितंत्रीय ऋतुएँ निर्मित होती हैं यथा पश्चिम बंगाल में जुलाई से सितम्बर तक वर्षा ऋतु होती है, यानि पश्चिम बंगाल में जुलाई से अक्टूबर तक, वर्ष के अन्य कालखंडो की अपेक्षा अधिक वर्षा होती है। इसी प्रकार यदि कहा जाय कि तमिलनाडु में मार्च से जुलाई तक ग्रीष्म ऋतु होती है, तो इसका अर्थ है कि तमिलनाडु में मार्च से जुलाई तक के महीने साल के अन्य समयों की अपेक्षा गर्म रहते हैं। एक ॠतु .

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ऋत्विक घटक

ऋत्विक घटक (ঋত্বিক (কুমার) ঘটক, ऋतिक (कुमार) घोटोक; 4 नवम्बर 1925 से 6 फ़रवरी 1976) एक बंगाली भारतीय फिल्म निर्माता और पटकथा लेखक थे। भारतीय फिल्म निर्देशकों के बीच घटक का स्थान सत्यजीत रे और मृणाल सेन के समान है। .

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ऋषि बंकिम चंद्र कॉलेज

ऋषि बंकिम चंद्र कॉलेज पश्चिम बंगाल के नैहाटी में स्थित तीन महाविद्यालयों (ऋषि बंकिम चंद्र कॉलेज फॉर वुमन जो कि प्रातःकालीन पारी में चलता है, ऋषि बंकिम चंद्र कॉलेज जो कि दिन की पारी में चलता है तथा ऋषि बंकिम चंद्र इवनिंग कॉलेज जो कि सायंकाल की पारी में चलता है) का एक समूह है। ये कॉलेज कला, वाणिज्य और विज्ञान विषयों में स्नातक पाठ्यक्रम संचालित करते हैं। तीनों कॉलेज पश्चिम बंगाल राज्य विश्वविद्यालय से संबद्ध हैं। .

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छोटा नागपुर पठार

राँची स्थित हुँडरु जलप्रपात छोटा नागपुर पठार पूर्वी भारत में स्थित एक पठार है। झारखंड राज्य का अधिकतर हिस्सा एवं उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, बिहार व छत्तीसगढ़ के कुछ भाग इस पठार में आते हैं। इसके पूर्व में सिन्धु-गंगा का मैदान और दक्षिण में महानदी हैं। इसका कुल क्षेत्रफल 65,000 वर्ग किमी है।, mapsofindia, Accessed 2010-05-02 .

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१५वीं लोक सभा के सदस्यों की सूची

१५वीं लोक सभा के सदस्यों की सूची अकारादि क्रम से राज्यश: इस लेख में नीचे दी गयी है। ये सभी सांसद भारतीय संसद की १५वीं लोक सभा के लिए अप्रैल - मई, २००९ में हुए आम चुनावों में निर्वाचित हुए थे। .

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१६वीं लोक सभा के सदस्यों की सूची

१६वीं लोक सभा के सदस्यों की सूची राज्यश: इस लेख में दी गयी है। ये सभी सांसद भारतीय संसद की १६वीं लोक सभा के लिए अप्रैल – मई, २०१४ में हुए आम चुनावों में निर्वाचित हुए। इन सांसदों में ५८ प्रतिशत सांसद (३१५ सांसद) ऐसे हैं जो पहली बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुये हैं। .

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१८ अगस्त

18 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 230वॉ (लीप वर्ष में 231 वॉ) दिन है। साल में अभी और 135 दिन बाकी है। .

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१९४३ का बंगाल का अकाल

भूख से मरा एक बच्चा 1943-44 में बंगाल (वर्तमान बांग्लादेश, भारत का पश्चिम बंगाल, बिहार और उड़ीसा) एक भयानक अकाल पड़ा था जिसमें लगभग 30 लाख लोगों ने भूख से तड़पकर अपनी जान जान गंवाई थी। ये द्वितीय विश्वयुद्ध का समय था। माना जाता है कि अकाल का कारण अनाज के उत्पादन का घटना था, जबकि बंगाल से लगातार अनाज का निर्यात हो रहा था। हालांकि, विशेषज्ञों के तर्क इससे अलग हैं। एक नई पुस्तक का कहना है कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री रहे विंस्टन चर्चिल ने जानबूझकर लाखों भारतीयों को भूखे मरने दिया। बर्मा पर जापान के कब्जे के बाद वहां से चावल का आयात रुक गया था और ब्रिटिश शासन ने अपने सैनिकों और युद्ध में लगे अन्य लोगों के लिए चावल की जमाखोरी कर ली थी, जिसकी वजह से 1943 में बंगाल में आए सूखे में तीस लाख से अधिक लोग मारे गए थे। चावल की कमी होने के कारण कीमतें आसमान छू रही थी और जापान के आक्रमण के डर से बंगाल में नावों और बैलगाड़ियों को जब्त या नष्ट किए जाने के कारण आपूर्ति व्यवस्था ध्वस्त हो गई। बाजार में चावल मिल नहीं रहा था, गावों में भूखमरी फैल रही थी और चर्चिल ने खाद्यान्न की आपात खेप भेजने की मांग बार बार ठुकरा दी। 1943 के बंगाल में कोलकाता की सड़कों पर भूख से हड्डी हड्डी हुई मांएं सड़कों पर दम तोड़ रही थीं। लोग सड़े खाने के लिए लड़ते दिखते थे तो ब्रिटिश अधिकारी और मध्यवर्ग भारतीय अपने क्लबों और घरों पर गुलछर्रे उड़ा रहे थे। बंगाल की मानव-रचित भुखमरी ब्रिटिश राज के इतिहास के काले अध्यायों में से एक रही है, लेकिन लेखक मधुश्री मुखर्जी का कहना है कि उन्हें ऐसे सबूत मिले हैं जो दिखाते हैं कि लोगों की दुःस्थिति के लिए चर्चिल सीधे तौर पर जिम्मेदार थे। .

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१९५१

१९५१ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९५४ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९५५ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९५६ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९५७ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९५८ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९५९ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९६० में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९६१ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९६२ में पद्म भूषण धारक

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१९६३ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९६४ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९६५ में पद्म भूषण धारक

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१९६६ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९६७ में पद्म भूषण धारक

पद्म भूषण पदक श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९६८ में पद्म भूषण धारक

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१९६९ में पद्म भूषण धारक

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१९७० में पद्म भूषण धारक

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१९७१ में पद्म भूषण धारक

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१९७१ का भारत-पाक युद्ध

1971 भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान को बड़ी हार का सामना करना पड़ा। पूर्वी पाकिस्तान आजाद हो गया और बांग्लादेश के रूप में एक नया देश बना। 16 दिसंबर को ही पाकिस्तानी सेना ने सरेंडर किया था। करगिल युद्ध में भूमिका निभाने वाले रिटायर्ड कर्नल बीबी वत्स ने भारत की जीत और पाकिस्तान की हार के 10 बड़े कारण बताए। 1.

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१९७२ में पद्म भूषण धारक

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१९७३ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण श्रेणी:1973.

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१९७४ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९७५ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९७६ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९७७ में पद्म भूषण धारक

यह सूची १९७७ में मिले पद्म भूषण धारकों की है ' *.

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१९८१ में पद्म भूषण धारक

यह सूची १९८१ के पद्म भूषण धारकों की है ' श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९८३ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९८४ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९८५ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९८६ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९८७ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९८८ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:१९८८ पद्म भूषण.

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१९९० में पद्म भूषण धारक

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१९९१ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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१९९८ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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२००३ में पद्म भूषण धारक

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२००४ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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२००६ में पद्म भूषण धारक

श्रेणी:पद्म भूषण.

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२००७ में पद्म भूषण धारक

२२०७ प्द्म भूषन धारक: कला के क्षेत्र में। श्रेणी:पद्म भूषण.

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६ नवम्बर

६ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१०वाँ (लीप वर्ष मे 311 वॉ) दिन है। साल मे अभी और ५५ दिन बाकी है। .

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11 गोरखा राइफल्स

11 गुरखा राइफल्स भारतीय सेना का एक सैन्य-दल है। यह एक गोरखा रेजिमेंट है जिसमें नेपाली मूल के सैनिक हैं, जिन्हें आजादी के बाद फिर से सम्मलित किया गया। इसमें मुख्य रूप से नेपाल के तापलेजुंग, पांचथर, संखुवासभा और धनकुटा जिला से मुख्य रूप से राई, लिम्बू और पूर्वी नेपाल के सुनुवार होते हैं। इसके आलावा भारतीय नेपाली/गोरखा और भूटिया, दार्जिलिंग जिले, पश्चिम बंगाल और सिक्किम से भी लोग इस रेजिमेंट में शामिल हैं। हालाँकि यह गोरखा रेजिमेंट सबसे कम उम्र माना जाता है परंतु इसका वंशानुक्रम 7वीं गोरखा और 10वीं गोरखा के इतिहास जितना ही पुराना है। .

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1990 बंटाला बलात्कार मामला

1990 Bantala Rape Case 30 मई 1990 के दिन तीन महिला स्वास्थ्य अधिकारी जिनमें से दो पश्चिम बंगाल सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से थीं और एक यूनिसेफ से थीं, को बंटाला रोड पर असामाजिक तत्वों के एक गिरोह ने बलात्कार का शिकार बनाया जब यह महिलाएँ गोसाबा रंगाबेलिया से लौट रहीं थीं। हमलावरों का विरोध करते हुए अधिकारियों में से एक महिला और उनके चालक की मृत्यु हो गई थी। .

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2013 कामदूनी सामूहिक बलात्कार और हत्या मामला

7 जून 2013 को एक 20-वर्षीय छात्रा का अपहरण, सामूहिक बलात्कार और हत्या कामदूनी में कर दी गई जो बड़ासट के निकट स्थित है, कोलकाता से 20 कि०मि० की दूरी पर। पीड़ित लड़की डेरोज़िओ कॉलेज में बी ए के द्वीतीय वर्ष की छात्रा थी जो कामदूनी बीडीओ ऑफ़िस रोड पर से चल ही रही थी कि उसका अपहरण कर लिया गया और एक फ़ैक्ट्री में ले जाकर कम से कम नौ पुरुषों द्वारा सामूहिक बलात्कार किया गया था। बलात्कार के पश्चात मुजरिमों ने उसके पाँवों को बाम्बी तक चीर दिया, गला काट दिया और शरीर को पास के खेत में डाल दिया। नौ आरोपियों में से आठ गिरफ़्तार हो चुके हैं। पीड़ित परिवार और गाँववालों ने लगातार माँग की है कि बलात्कार की शिकार लड़की को इंसाफ़ मिलना चाहिए और सरकार द्वारा दी गई सहायता-राशि लेने से इंकार कर दिया। .

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2016 मथुरा मुठभेड़

2 जून 2016 को, उत्तर प्रदेश के मथुरा शहर में जवाहर बाग पर जबरन कब्जा करने वाले उपद्रवियों व पुलिस के मध्य सशस्त्र संघर्ष में 2 पुलिस अधिकारी व 22 उपद्रवी मारे गए। बाबा जय गुरुदेव के अनुयायी, रामवृक्ष यादव के नेतृत्व में सशस्त्र अतिक्रमणकारियों के एक दल ने जवाहर बाग की भूमि पर 2014 से कब्जा किया हुआ था। मूलरूप से गाजीपुर निवासी राम वृक्ष यादव मय निजी प्रशासन, राजस्व व सेना के साथ यहाँ से अपनी समानान्तर सरकार चला रहा था। यह भी आरोप है कि स्थानीय प्रशासन यह मानता था कि राम वृक्ष यादव कुछ राजनेताओं का नजदीकी है, अतः प्रशासन इस मामले में निष्क्रिय रहा। अदालत के आदेश के बाद जब पुलिस ने बलपूर्वक अतिक्रमणकारियों से ज़मीन खाली करने की कोशिश कि तो उन्होने उग्र विरोध किया और एक पुलिस अधीक्षक सहित 2 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को मार डाला। बाद में पुलिस ने जवाबी कार्यवाही की जिसमे कई अतिक्रमणकारी मारे गए। .

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2016 गुलशन हमला

2016 गुलशन हमला 1 जुलाई 2016 को स्थानीय समय के अनुसार रात 9:20 बजे बांग्लादेश के राजधानी ढाका के गुलशन क्षेत्र में हुआ था। इसमें नौ हमलावरों ने ढाका के राजनयिक क्षेत्र में स्थित होली आर्टिसन बेकरी पर हमला किया। आतंकियों ने वहां बम भी फेंके और कई दर्जन लोगों को बंधक भी बना लिया। पुलिस के साथ मुठभेड़ में दो पुलिस अधिकारियों की मौत हो गई। उनके द्वारा हमले के दौरान कथित तौर पर "अल्लाहु अकबर"! कहा गया। 20 विदेशी और 6 बंदूकधारी हमले के दौरान मारे गए। बंदूकधारियों में से एक को पकड़ लिया गया और 13 बंधकों को बांग्लादेश सेना ने छुड़वा लिया। .

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2017 दक्षिण एशिया बाढ़

राहत कार्य में जुटा भारतीय वायुसेना का हेलिकाप्टर 2017 में अत्यधिक मानसून की बारिश के कारण दक्षिण एशियाई देशों भारत, नेपाल, बांग्लादेश और पाकिस्तान में 4.1 करोड़ लोग विस्थापित हुए। कई हेक्टेयर कृषि भूमि बर्बाद हो गई। अकेले भारत में 600 लोगों की और कुल 1,200 लोगों की मौत हो गई। .

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

पश्चिम बंग, पश्चिमबंगाल, पश्चिमी बंगाल, पश्च्मि बंगाल, बंगा प्रदेश

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