सामग्री की तालिका
102 संबंधों: ट्रैवल एजेंसी, टेबल माउंटन, एडिनबर्ग, एडिनबर्ग की अर्थव्यवस्था, एमिली शेंकल, एस्पेरेन्स, एस्सेल वर्ल्ड, तिमण गढ़, तुरतुरिया, त्रूदोस पहाड़ियाँ, तृतीयक क्षेत्र, दांडी, नवसारी, दिल्ली के दर्शनीय स्थल, धीरकोट, नदी घाटी परियोजनाएँ, नरेन्द्र मोदी, नक्की झील, नेपाल में पर्यटन, पर्यटन भूगोल, पर्सेपोलिस, पुदुच्चेरी, पुरातत्व पर्यटन, प्यूर्टो बैक्वेरीज़ो मोरेनो, प्रतापगढ़ (राजस्थान) का इतिहास, प्रतापगढ़ (राजस्थान) की संस्कृति, प्रतापगढ़, राजस्थान, प्रदेश संख्या १, पोम्पेइ, फ़्रांस की अर्थव्यवस्था, फ़्रैंकफ़र्ट, फ़्लोरिडा, बार्सिलोना, ब्लैक फॉरेस्ट (काला वन), भारत भूषण (योगी), भारत के प्रमुख हिन्दू तीर्थ, भूटान, भूटान की अर्थव्यवस्था, मनोविनोद, महाराजा ईश्वरीसिंह, माधवराव सिंधिया, माधोपुर, माधोपुर, पंजाब, मालदीव, माउंट रशमोर, मिस्र, मैथन बांध, मैसूर, मेकांग-गंगा सहयोग, यूलोंग नाशी स्वशासित ज़िला, रामोजी राव, ... सूचकांक विस्तार (52 अधिक) »
ट्रैवल एजेंसी
दक्षिण नौर्वुड में यह ट्रैवेल एजेंसी, मैसाचुसेट्स पुर्तगाली बोलने वाले एजेंटों को प्रदर्शित करता है और अपनी दुकान की खिड़की में ब्राजील का झंडा कार्यरत करता हैं। ट्रैवल एजेंसी एक खुदरा व्यापार है, जिसमे आपूर्तिकर्ताओं की ओर से ग्राहकों को यात्रा संबंधित उत्पाद और सेवाएं बेचीं जाती हैं, जैसे एयरलाइन, कार किराए पर लेना, क्रूज लाइन, होटल, रेल, दर्शनीय स्थलों का भ्रमण और छुट्टियों का पैकेज, जो कई उत्पादों को आपस में जोडती है। .
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टेबल माउंटन
टेबल माउंटन (अंग्रेज़ी: Table Mountain, अर्थ: मेज़ पहाड़), जिसे स्थानीय अफ़्रीकी खोईखोई भाषा में होएरिकवाग्गो (Hoerikwaggo) कहते हैं, दक्षिण अफ़्रीका के केप टाउन नगर के पास स्थित एक चपटे और समतल शिखर वाला एक प्रसिद्ध पर्वत है। यह एक पर्यटक आकर्षण और थलचिन्ह है। इसे पास ही स्थित केप ऑफ़ गुड होप नामक अंतरीप से समुद्र से भी देखा जा सकता है। .
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एडिनबर्ग
एडिनबर्ग या एडिनबर (Edinburgh,अंग्रेजी उच्चारण: / ए॑डिन्बर / Dùn Èideann डुन एडिऽन्न), स्कॉटलैंड की राजधानी, एवं ग्लासगो के बाद, स्कॉटलैंड का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। यह स्काॅटलैन्ड के लोथियन क्षेत्र में फ़ाॅर्थ के नदमुख के दक्षिणी तट पर स्थित है। वर्ष 2013 के हिसाब से,इस शहर की आबादी 5,00,000 के करीब है। 15वीं सदी से ही यह ऐतिहासिक शहर स्कॉटलैंड की राजधानी है। शुरुआत से ही स्काॅटियाई राजशाही के सारे महत्वपूर्ण प्रशासनिक भवन इसी शहर में ही स्थित हुआ करते थे, परंतू 1603 और 1707 के बीच, इंग्लैंड से विलय के पश्चात इस शहर की काफ़ी राजनैतिक ताकत लंदन चली गई। 1999 में स्कॉटिश संसद को स्वायत्त रूप से शाही धोषणा द्वारा स्थापित किया गया तब से यह शहर स्काॅटलैंड की संसद व स्काॅटलैंड में राजगद्दी का आसन है। स्कॉटलैंड का राष्ट्रीय संग्रहालय, स्कॉटलैंड का राष्ट्रीय पुस्तकालय और स्कॉटलैंड की अन्य महत्वपूर्ण सांस्कृतिक संस्थाओं के मुख्यालय व नेशनल गैलरी यहीं एडिनबर्ग में स्थित हैं। आर्थिक रूप से, यह यूके में लंदन के बाहर का सबसे बड़ा वित्तीय केंद्र है। एडिनबर्ग का इतिहास काफ़ी लम्बा है, एवं यहां कई ऐतिहासिक इमारतों को भी अच्छी तरह से संरक्षित देखे जा सकते हैं। एडिनबर्ग कासल, हाॅलीरूड पैलेस, सेंट जाइल्स कैथेड्रल और कई अन्य महत्वपूर्ण ऐतिहासिक इमारतें यहां स्थित हैं। एडिनबर्ग का ओल्ड टाउन और न्यू टाउन, यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं। 2004 में, एडिनबर्ग विश्व साहित्य में पहला शहर बन गया। साथी यह ऐतिहासिक रूप से शिक्षा का भी एक विकसित केन्द्र रहा है, यहाँ स्थित, एडिनबर्ग विश्वविद्यालय, ब्रिटेन के सबसे पुराने विश्वविद्यालयों में से एक है, एवं यह अब भी दुनिया के शीर्ष सिक्षा संस्थानों में शामिल है। इसके अलावा एडिनबर्ग अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव और यहां आयोजित किये गए अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम भी विश्वविख्यात समारोहों में से एक है। लंडन के बाद ब्रिटेन में, एडिनबर्ग दूसरा सबसे बड़ा पर्यटन केन्द्र है। .
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एडिनबर्ग की अर्थव्यवस्था
एडिनबर्ग, स्काॅटलैंड की राजधानी, उसके दूसरा सबसे बड़ा नगर एवं यहाँ की अर्थव्यवस्था का बतौर बिजलीघर है। बलकी, यह पूरे युनाइटेड किंग्डम की अर्थव्यवस्था का एक बेहद महत्वपूर्ण अंश है। एडिनबर्ग हमेशा से ही ब्रिटेन के सबसे समृद्ध क्षेत्रों में शुमार रहा है, एवं यहाँ की अर्थव्यवस्था, लंडन के बाहर, सबसे मज़बूत अर्थव्यवस्था है। साथ ही पेशेवरों की संख्या के मामले में भी एडिनबर्ग सबसे आगे है, यहाँ की 45% आबादी के पास डिग्री-स्तर या पेशेवर-स्तर की योग्यता है। सेंटर फ़ाॅर इंटरनेशनल काॅम्पेटिटिवनेस(अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धी केंद्र) के आँकड़ों के अनुसार यह आर्थिक तोमर पर सबसे प्रतिस्पर्धी शहर भी है। 2012-13 के फ़ाइनैन्शियल टाइम्स एफ़डीआई मैगज़ीन पुरस्कारों में इसे यूरोप का भविष्य में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हेतु सर्वोत्तम बड़ा शहर एवं सर्वोत्तम बड़ा शहर, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की रणनीति हेतु के नामों से नवाज़ा गया था। .
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एमिली शेंकल
एमिली, सुभाष व उसका पालतू कुत्ता जर्मन शेफर्ड (सन् 1937 का एक ऐतिहासिक चित्र) एमिली शेंकल (जर्मन भाषा: Emilie Schenkl, जन्म: 26 दिसम्बर 1910 – मृत्यु: मार्च 1996) भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के अग्रणी नेता सुभाष चन्द्र बोस की सहयोगी (प्राइवेट सेक्रेटरी) थी जिसके साथ बाद में बोस ने आस्ट्रिया में भारतीय रीति-रिवाज़ से विवाह कर लिया। एमिली और बोस की एकमात्र जीवित सन्तान अनिता बोस फाफ है। जब सुभाष के भाई शरत चन्द्र बोस 1948 में वियेना गये थे तो एमिली ने उनका भावपूर्ण स्वागत किया था। एमिली तो अब नहीं रहीं परन्तु उनकी पुत्री अनिता कभी कभार भारत भ्रमण के बहाने अपने पिता के परिवार जनों से मिलने कोलकाता आ जाती है। .
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एस्पेरेन्स
एस्पेरेन्स (Esperance) ऑस्ट्रेलिया के पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया राज्य के हिन्द महासागर से लगे दक्षिणी तट पर एक बंदरगाह-शहर है। यह राज्य की राजधानी, पर्थ, से लगभग ७२० किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व में स्थित है। पर्यटन, कृषि और मत्स्योद्योग इस क्षेत्र के प्रमुख आर्थिक व्यवसाय हैं। .
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एस्सेल वर्ल्ड
एस्सेल वर्ल्ड एक मनोरंजन पार्क है जो गोराई, मुंबई में स्थित है। इसकी शुरुआत 1989 में कि गई थी।इस पार्क का स्वामित्व पैन इंडिया पर्यटन प्राइवेट लिमिटेड (पीआईपीपीएल) के पास है। एस्सेल वर्ल्ड एवं अन्य पार्क जिनमे वाटर किंग्डम इत्यादि हैं कुल 64 एकड़ जमीन पर फैला हुआ है। साथ में मिलकर यह सबसे बड़ा मनोरंजन एवं जल पार्क माना जाता है। एस्सेल वर्ल्ड देश के सबसे बड़े मनोरंजन पार्क में से एक है, एडलेब्स ईमाजीका के साथ। यह यहाँ साल भर में अनुमानित 1.8 मिलियन आगंतुक आते हैं जिनमें से लगभग 300,000 छात्र होते हैं। .
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तिमण गढ़
तिमण गढ़ राजस्थान,भारत के करौली ज़िले में स्थित एक लोकप्रिय दुर्ग है। तीमंगढ़ किला, हिण्डौनसिटी के पास मासलपुर तहसील के अन्दर स्थित है। इतिहासकारों का मानना है कि यहाँ निर्मित ये किला 1100 ई में बनवाया गया था जो जल्द ही नष्ट कर दिया गया। इस किले को 1244ई में यदुवंशी राजा तीमंपल जो राजा विजय पाल के वंशज थे द्वारा दोबारा बनवाया गया था। लोगों का मानना है कि आज भी इस किले में अष्ठधातु की प्राचीन मूर्तियां, मिट्टी की विशाल और छोटी मूर्तियों को इस किले के मंदिर के नीचे छुपाया गया है। यहाँ बने मंदिरों की छतों और स्तंभों पर सुंदर ज्यामितीय और फूल के नमूने किसी भी पर्यटक का मन मोहने के लिए काफी हैं साथ ही यहाँ आने वाले पर्यटक मंदिर के स्तंभों पर अलग अलग देवी देवताओं की तस्वीरों को भी बनाया गया है जो प्राचीन कला का एक बेमिसाल नमूना है।कई रिकॉर्ड साइट से खोज की पुष्टि करते हैं कि किला 1196 और 1244 ई.
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तुरतुरिया
छत्तीसगढ़ अपनी पुरातात्विक सम्पदा के कारण आज भारत ही नहीं विश्व में भी अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। यहां के 15000गांवो में से 1000ग्रामो में कही न कही प्राचीन इतिहास के साक्ष्य आज भी विध्यमान है जो कि छत्तीसगढ के लिये एक गौरव की बात है। इसी प्रकार का एक प्राकृतिक एवं धार्र्मिक स्थल रायपुर जिला से 84 किमी एवं बलौदाबाजार जिला से 29 किमी दूर कसदोल तहसील से १२ किमी दूर प०ह्०न्० ४ बोरसी से ५किमी दूर और् सिरपुर से 23 किमी की दूरी पर स्थित है जिसे तुरतुरिया के नाम से जाना जाता है। उक्त स्थल को सुरसुरी गंगा के नाम से भी जाना जाता है। यह स्थल प्राकृतिक दृश्यो से भरा हुआ एक मनोरम स्थान है जो कि पहाडियो से घिरा हुआ है। इसके समीप ही बारनवापारा अभ्यारण भी स्थित है। तुरतुरिया बहरिया नामक गांव के समीप बलभद्री नाले पर स्थित है। जनश्रुति है कि त्रेतायुग में महर्षि वाल्मीकि का आश्रम यही पर था और लवकुश की यही जन्मस्थली थी। इस स्थल का नाम तुरतुरिया पडने का कारण यह है कि बलभद्री नाले का जलप्रवाह चट्टानो के माध्यम से होकर निकलता है तो उसमे से उठने वाले बुलबुलो के कारण तुरतुर की ध्वनि निकलती है। जिसके कारण उसे तुरतुरिया नाम दिया गया है। इसका जलप्रवाह एक लम्बी संकरी सुरंग से होता हुआ आगे जाकर एक जलकुंड में गिरता है जिसका निर्माण प्राचीन ईटों से हुआ है। जिस स्थान पर कुंड में यह जल गिरता है वहां पर एक गाय का मोख बना दिया गया है जिसके कारण जल उसके मुख से गिरता हुआ दृष्टिगोचर होता है। गोमुख के दोनो ओर दो प्राचीन प्रस्तर की प्रतिमाए स्थापित है जो कि विष्णु जी की है इनमे से एक प्रतिमा खडी हुई स्थिति में है तथा दूसरी प्रतिमा में विष्णुजी को शेषनाग पर बैठे हुए दिखाया गया है। कुंड के समीप ही दो वीरो की प्राचीन पाषाण प्रतिमाए बनी हुई है जिनमे क्रमश: एक वीर एक सिंह को तलवार से मारते हुए प्रदर्शित किया गया है तथा दूसरी प्रतिमा में एक अन्य वीर को एक जानवर की गर्दन मरोडते हुए दिखाया गया है। इस स्थान पर शिवलिंग काफी संख्या में पाए गए हैं इसके अतिरिक्त प्राचीन पाषाण स्तंभ भी काफी मात्रा में बिखरे पडे है जिनमे कलात्मक खुदाई किया गया है। इसके अतिरिक्त कुछ शिलालेख भी यहां स्थापित है। कुछ प्राचीन बुध्द की प्रतिमाए भी यहां स्थापित है। कुछ भग्न मंदिरो के अवशेष भी मिलते हैं। इस स्थल पर बौध्द, वैष्णव तथा शैव धर्म से संबंधित मूर्तियो का पाया जाना भी इस तथ्य को बल देता है कि यहां कभी इन तीनो संप्रदायो की मिलीजुली संस्कृति रही होगी। ऎसा माना जाता है कि यहां बौध्द विहार थे जिनमे बौध्द भिक्षुणियो का निवास था। सिरपुर के समीप होने के कारण इस बात को अधिक बल मिलता है कि यह स्थल कभी बौध्द संस्कृति का केन्द्र रहा होगा। यहां से प्राप्त शिलालेखो की लिपि से ऎसा अनुमान लगाया गया है कि यहां से प्राप्त प्रतिमाओ का समय 8-9 वी शताब्दी है। आज भी यहां स्त्री पुजारिनो की नियुक्ति होती है जो कि एक प्राचीन काल से चली आ रही परंपरा है। पूष माह में यहां तीन दिवसीय मेला लगता है तथा बडी संख्या में श्रध्दालु यहां आते हैं। धार्मिक एवं पुरातात्विक स्थल होने के साथ-साथ अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण भी यह स्थल पर्यटको को अपनी ओर आकर्षित करता है। Ruined old temple in Turturia .
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त्रूदोस पहाड़ियाँ
त्रूदोस (अंग्रेज़ी: Troodos, यूनानी: Τρόοδος, तुर्की: Trodos) साइप्रस द्वीप देश की सबसे बड़ी पर्वतमाला है। यह द्वीप के लगभग मध्य में स्थित है और यह द्वीप के पश्चिमी अर्ध के अधिकांश भाग में विस्तृत है। इसका सर्वोच्च पहाड़ 1,952 मीटर ऊँचा ओलम्पस पर्वत है। त्रूदोस पहाड़ियाँ अपने पर्यटन स्थलों, सुंदर पहाड़ी गाँवों, गिरजों और ईसाई मठों के लिए प्रसिद्ध है। ओलम्पस पर्वत पर भारी मात्रा में हिम गिरता है और यहाँ कई स्की-स्थल उपस्थित हैं। त्रूदोस क्षेत्र में कई प्राचीन कांस्य की खाने हैं जहाँ से निकला कांसा पूरे भूमध्य सागर के तटवर्ती क्षेत्रों में हज़ारों सालों से पहुँचाया गया था। इन पहाड़ों में ब्रिटिश वायु सेना का एक जासूसी व सर्वेक्षण केन्द्र भी है। .
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तृतीयक क्षेत्र
अर्थव्यवस्था के तृतीयक क्षेत्र (tertiary sector of economy) को 'सेवा क्षेत्र' (service sector) भी कहते हैं। अर्थव्यवस्था के अन्य दो क्षेत्र 'प्राथमिक क्षेत्र' (कृषि, पशुपालन, मछली पालन आदि) तथा 'द्वितीयक क्षेत्र (विनिर्माण) हैं। तृतीयक क्षेत्र का विकास २०वीं शताब्दी के आरम्भ में शुरू हुआ। इसके अन्तर्गत व्यापार, यातायात, संप्रेषण (कमुनिकेशन्स), वित्त, पर्यटन, सत्कार (हॉस्पितैलिटी), संस्कृति, मनोरंजन, लोक प्रशासन एवं लोक सेवा, सूचना, न्याय, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि आते हैं। .
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दांडी, नवसारी
दांडी जलालपुर तालुका, गुजरात, नवसारी जिला, भारत में एक गांव है। यह नवसारी शहर के पास अरब सागर के तट पर स्थित है। 1 9 30 में महात्मा गांधी ने नमक मार्च के लिए यह स्थान चुनने के बाद दुनिया भर में प्रसिद्ध हुआ। उन्होंने साबरमती (अहमदाबाद) से दांडी अपने कुछ अनुयायियों के साथ नमक पर कर लगाने के विरोध में अभियान चलाया। अहमदाबाद से दांडी तक 24 दिनों के लिए पैदल यात्रा मे हजारों लोगों ने भाग लिया भारत सरकार ने साबरमती-दांडी खंड को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना शुरू की। सरकार ने भी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का नमक मार्च के उपलक्ष्य में एक स्मारक के निर्माण के लिए प्रस्ताव किया। .
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दिल्ली के दर्शनीय स्थल
दिल्ली भारत की राजधानी ही नहीं पर्यटन का भी प्रमुख केंद्र भी है। राजधानी होने के कारण भारतीय सरकार के अनेक कार्यालय, राष्ट्रपति भवन, संसद भवन आदि अनेक आधुनिक स्थापत्य के नमूने तो यहाँ देखे ही जा सकते हैं प्राचीन नगर होने का कारण इसका ऐतिहासिक महत्व भी है। पुरातात्विक दृष्टि से कुतुबमीनार और लौह स्तंभ जैसे विश्व प्रसिद्ध निर्माण यहाँ पर आकर्षण का केंद्र समझे जाते हैं। एक ओर हुमायूँ का मकबरा जैसा मुगल शैली की ऐतिहासिक राजसिक इमारत यहाँ है तो दूसरी ओर निज़ामुद्दीन औलिया की पारलौकिक दरगाह। लगभग सभी धर्मों के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल यहाँ हैं विरला मंदिर, बंगला साहब का गुरुद्वारा, बहाई मंदिर और देश पर जान देने वालों का स्मारक भी राजपथ पर इसी शहर में निर्मित किया गया है। भारत के प्रधान मंत्रियों की समाधियाँ हैं, जंतर मंतर है, लाल किला है साथ ही अनेक प्रकार के संग्रहालय और बाज़ार हैं जो दिल्ली घूमने आने वालों का दिल लूट लेते हैं। .
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धीरकोट
धीरकोट (अंग्रेज़ी: Dhirkot, उर्दु: دهیرکوٹ) आज़ाद कश्मीर के बाग़ ज़िले में एक शहर है। यह ५,४९९ फ़ुट (१,६७६ मीटर) की ऊँचाई पर रमणीय पहाड़ीयों में बसा हुआ है और एक पर्यटन आकर्षण है। यह स्थानीय सेब और ख़ुबानी की पैदावार के लिए प्रसिद्ध है। धीरकोट पाकिस्तान और कश्मीर की सीमा पर स्थित है और सरहद के पार धीरकोट से २५ किमी की दूरी पर पाकिस्तानी पंजाब का कोहाला शहर है। .
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नदी घाटी परियोजनाएँ
नदियों की घाटियो पर बडे-बडे बाँध बनाकर ऊर्जा, सिंचाई, पर्यटन स्थलों की सुविधाएं प्राप्त की जातीं हैं। इसीलिए इन्हें बहूद्देशीय परियोजना कहते हैं। नदीघाटी योजना का प्राथमिक उद्देश्य होता है किसी नदीघाटी के अंतर्गत जल और थल का मानवहितार्थ पूर्ण उपयोग। .
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नरेन्द्र मोदी
नरेन्द्र दामोदरदास मोदी (નરેંદ્ર દામોદરદાસ મોદી Narendra Damodardas Modi; जन्म: 17 सितम्बर 1950) भारत के वर्तमान प्रधानमन्त्री हैं। भारत के राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने उन्हें 26 मई 2014 को भारत के प्रधानमन्त्री पद की शपथ दिलायी। वे स्वतन्त्र भारत के 15वें प्रधानमन्त्री हैं तथा इस पद पर आसीन होने वाले स्वतंत्र भारत में जन्मे प्रथम व्यक्ति हैं। वडनगर के एक गुजराती परिवार में पैदा हुए, मोदी ने अपने बचपन में चाय बेचने में अपने पिता की मदद की, और बाद में अपना खुद का स्टाल चलाया। आठ साल की उम्र में वे आरएसएस से जुड़े, जिसके साथ एक लंबे समय तक सम्बंधित रहे । स्नातक होने के बाद उन्होंने अपने घर छोड़ दिया। मोदी ने दो साल तक भारत भर में यात्रा की, और कई धार्मिक केंद्रों का दौरा किया। गुजरात लौटने के बाद और 1969 या 1970 में अहमदाबाद चले गए। 1971 में वह आरएसएस के लिए पूर्णकालिक कार्यकर्ता बन गए। 1975 में देश भर में आपातकाल की स्थिति के दौरान उन्हें कुछ समय के लिए छिपना पड़ा। 1985 में वे बीजेपी से जुड़े और 2001 तक पार्टी पदानुक्रम के भीतर कई पदों पर कार्य किया, जहाँ से वे धीरे धीरे वे सचिव के पद पर पहुंचे। गुजरात भूकंप २००१, (भुज में भूकंप) के बाद गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के असफल स्वास्थ्य और ख़राब सार्वजनिक छवि के कारण नरेंद्र मोदी को 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया। मोदी जल्द ही विधायी विधानसभा के लिए चुने गए। 2002 के गुजरात दंगों में उनके प्रशासन को कठोर माना गया है, की आलोचना भी हुई। हालांकि सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त विशेष जांच दल (एसआईटी) को अभियोजन पक्ष की कार्यवाही शुरू करने के लिए कोई है। मुख्यमंत्री के तौर पर उनकी नीतियों को आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए । उनके नेतृत्व में भारत की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा और 282 सीटें जीतकर अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की। एक सांसद के रूप में उन्होंने उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक नगरी वाराणसी एवं अपने गृहराज्य गुजरात के वडोदरा संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ा और दोनों जगह से जीत दर्ज़ की। इससे पूर्व वे गुजरात राज्य के 14वें मुख्यमन्त्री रहे। उन्हें उनके काम के कारण गुजरात की जनता ने लगातार 4 बार (2001 से 2014 तक) मुख्यमन्त्री चुना। गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त नरेन्द्र मोदी विकास पुरुष के नाम से जाने जाते हैं और वर्तमान समय में देश के सबसे लोकप्रिय नेताओं में से हैं।। माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर भी वे सबसे ज्यादा फॉलोअर वाले भारतीय नेता हैं। उन्हें 'नमो' नाम से भी जाना जाता है। टाइम पत्रिका ने मोदी को पर्सन ऑफ़ द ईयर 2013 के 42 उम्मीदवारों की सूची में शामिल किया है। अटल बिहारी वाजपेयी की तरह नरेन्द्र मोदी एक राजनेता और कवि हैं। वे गुजराती भाषा के अलावा हिन्दी में भी देशप्रेम से ओतप्रोत कविताएँ लिखते हैं। .
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नक्की झील
नक्की झीलनक्की झील माउंट आबू का एक सुंदर पर्यटन स्थल है। मीठे पानी की यह झील, जो राजस्थान की सबसे ऊँची झील हैं सर्दियों में अक्सर जम जाती है। कहा जाता है कि एक हिन्दू देवता ने अपने नाखूनों से खोदकर यह झील बनाई थी। इसीलिए इसे नक्की (नख या नाखून) नाम से जाना जाता है। झील से चारों ओर के पहाड़ियों का दृश्य अत्यंत सुंदर दिखता है। इस झील में नौकायन का भी आनंद लिया जा सकता है। नक्की झील के दक्षिण-पश्चिम में स्थित सूर्यास्त बिंदू से डूबते हुए सूर्य के सौंदर्य को देखा जा सकता है। यहाँ से दूर तक फैले हरे भरे मैदानों के दृश्य आँखों को शांति पहुँचाते हैं। सूर्यास्त के समय आसमान के बदलते रंगों की छटा देखने सैकड़ों पर्यटक यहाँ आते हैं। प्राकृतिक सौंदर्य का नैसर्गिक आनंद देनेवाली यह झील चारों ओऱ पर्वत शृंखलाओं से घिरी है। यहाँ के पहाड़ी टापू बड़े आकर्षक हैं। यहाँ कार्तिक पूर्णिमा को लोग स्नान कर धर्म लाभ उठाते हैं। झील में एक टापू को ७० अश्वशक्ति से चलित विभिन्न रंगों में जल फव्वारा लगाकर आकर्षक बनाया गया है जिसकी धाराएँ ८० फुट की ऊँचाई तक जाती हैं। झील में नौका विहार की भी व्यवस्था है। झील के किनारे एक सुंदर बगीचा है, जहाँ शाम के समय घूमने और नौकायन के लिए पर्यटकों का हुजूम उमड़ पड़ता है। पास ही में बनी दुकानों से राजस्थानी शिल्प का सामान खरीदा जा सकता है। यहाँ संगमरमर पत्थर से बनी मूर्तियों और सूती कोटा साड़ियाँ काफी लोकप्रिय है। यहाँ की दुकानों से चाँदी के आभूषणों की खरीददारी भी की जा सकती है। .
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नेपाल में पर्यटन
नेपाल में सबसे बड़ा उद्योग पर्यटन है, जो उसकी विदेशी मुद्रा एवं आय का भी सबसे बड़ा स्रोत है। विश्व की 10 सबसे ऊंचे पर्वतों में से 8 नेपाल में होने के कारण यह पर्वतारोहियों, रॉक पर्वतारोहियों तथा रोमांच की तलाश करने वाले लोगों के लिए नेपाल एक जीवंत गंतव्य है। नेपाल की हिंदू और बौद्ध विरासत तथा वहां का ठंडा मौसम भी उसका सशक्त अकर्षण हैं। पर्यटन, मनोरंजन, अवकाश या व्यापार के प्रयोजनों के लिए की जाने वाली यात्रा है। प्रमुख पर्यटन गतिविधियां एक सिंहावलोकन नेपाल, विश्व की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट शिखर के लिए सुप्रसिद्ध है तथा साहसिक पर्यटन के लिए एक प्रसिद्ध गंतव्य है। विश्व विरासत लुम्बिनी (गौतम बुद्ध का जन्म स्थान) भी नेपाल में स्थित है। प्राकृतिक सुरम्य परिदृश्य और जैव विविधता, ऊंचे हिमालय पर्वत, अतुलनीय सांस्कृतिक विरासत और अन्य अनेक विशिष्टताओं ने नेपाल को एक सुनिश्चित छवि के साथ, दुनिया के पर्यटन मानचित्र पर एक सुविख्यात गंतव्य बना दिया है (एनटीबी).
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पर्यटन भूगोल
वास्को डि गामा कालीकट, भारत के तट पर 20 मई 1498। पर्यटन भूगोल या भू-पर्यटन, मानव भूगोल की एक प्रमुख शाखा हैं। इस शाखा में पर्यटन एवं यात्राओं से सम्बन्धित तत्वों का अध्ययन, भौगोलिक पहलुओं को ध्यान में रखकर किया जाता है। नेशनल जियोग्रेफ़िक की एक परिभाषा के अनुसार किसी स्थान और उसके निवासियों की संस्कृति, सुरुचि, परंपरा, जलवायु, पर्यावरण और विकास के स्वरूप का विस्तृत ज्ञान प्राप्त करने और उसके विकास में सहयोग करने वाले पर्यटन को "पर्यटन भूगोल" कहा जाता है। भू पर्यटन के अनेक लाभ हैं। किसी स्थल का साक्षात्कार होने के कारण तथा उससे संबंधित जानकारी अनुभव द्वारा प्राप्त होने के कारण पर्यटक और निवासी दोनों का अनेक प्रकार से विकास होता हैं। पर्यटन स्थल पर अनेक प्रकार के सामाजिक तथा व्यापारिक समूह मिलकर काम करते हैं जिससे पर्यटक और निवासी दोनों के अनुभव अधिक प्रामाणिक और महत्त्वपूर्ण बन जाते है। भू पर्यटन परस्पर एक दूसरे को सूचना, ज्ञान, संस्कार और परंपराओं के आदान-प्रदान में सहायक होता है, इससे दोनों को ही व्यापार और आर्थिक विकास के अवसर मिलते हैं, स्थानीय वस्तुओं कलाओं और उत्पाद को नए बाज़ार मिलते हैं और मानवता के विकास की दिशाएँ खुलती हैं साथ ही बच्चों और परिजनों के लिए सच्ची कहानियाँ, चित्र और फिल्में भी मिलती हैं जो पर्यटक अपनी यात्रा के दौरान बनाते हैं। पर्यटन भूगोल के विकास या क्षय में पर्यटन स्थल के राजनैतिक, सामाजिक और प्राकृतिक कारणों का बहुत महत्त्व होता है और इसके विषय में जानकारी के मानचित्र आदि कुछ उपकरणों की आवश्यकता होती है। .
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पर्सेपोलिस
पर्सेपोलिस (पुरानी फ़ारसी में 𐎱𐎠𐎼𐎿 परसा, तख्त-ए जमशीद या चेहेल मीनार), आक्मेनीड साम्राज्य (550-330 ई.पू.) की औपचारिक (रैतिक) राजधानी थी। पर्सेपोलिस, आधुनिक इरान के फार्स प्रान्त के वर्तमान शहर शिराज़ के पूर्वोत्तर में स्थित है। समकालीन फारसी में इस स्थान को तख़्त-ए जमशीद (जमशीद का सिंहासन) तथा पारसेह के नाम से जाना जाता है। पर्सेपोलिस के सबसे शुरुआती अवशेष लगभग 515 ईपू के आसपास के हैं। प्राचीन फारसी लोग इस शहर को पारसा के नाम से जानते थे जिसका अर्थ है "फारसियों का शहर".
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पुदुच्चेरी
पुदुच्चेरी, (पहले पॉन्डिचेरी), भारत गणराज्य का एक केन्द्र शासित प्रदेश है। पहले पुदुच्चेरी एक फ्रांसीसी उपनिवेश था जिसमे ४ पृथक जिलों का समावेश था। पुदुच्चेरी का नाम पॉन्डिचरी इसके सबसे बड़े जिले पुदुच्चेरी के नाम पर पड़ा था। सितम्बर २००६ में पॉन्डिचरी का नाम आधिकारिक रूप से बदलकर पुदुच्चेरी कर दिया गया जिसका कि स्थानीय तमिल में अर्थ नया गाँव होता है। भारत का यह क्षेत्र लगभग ३०० वर्षों तक फ्रांसीसी अधिकार में रहा है और आज भी यहां फ्रांसीसी वास्तुशिल्प और संस्कृति देखने को मिल जाती है। पुराने समय में यह फ्रांस के साथ होने वाले व्यापार का मुख्य केंद्र था। आज अनेक पर्यटक इसके सुंदर समुद्र तटों और तत्कालीन सभ्यता की झलक पाने के लिए यहां आते हैं। केवल पर्यटन की दृष्टि से ही नहीं बल्कि आध्यात्मिक और धार्मिक दृष्टि से भी यह स्थान बहुत महत्वपूर्ण है। इस कारण प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में पर्यटक यहां आते हैं। .
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पुरातत्व पर्यटन
पुरातत्व पर्यटन पुरातात्विक पर्यटन सार्वजनिक पुरातत्व में रुचि और ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए करते है जो सांस्कृतिक पर्यटन, का एक रूप है। पुऱातत्व पर्यटन पुरातात्विक स्थलों का दौरा करने, संग्रहालयों, व्याख्या केन्द्रों, ऐतिहासिक घटनाओं की रीनेकमेतट, और स्वदेशी उत्पादों, त्योहारों, या थिएटर का पुनराविष्कार सहित सार्वजनिक पुरातात्विक संवर्धन के साथ जुड़े सभी उत्पादों, शामिल कर सकते हैं। पुरातात्विक स्थलों और ऐतिहासिक स्थानों दुनिया भर में प्रमुख पर्यटक आकर्षण हैं। पिछले कुछ वर्षों में, ऐतिहासिक स्थलों का दौरा करने तीसरे स्थान पर है - विदेश यात्रा के अमेरिकियों द्वारा किए गए कार्यों के बीच - रेस्तरां और शॉपिंग में भोजन के बाद। पुरातात्विक स्थलों की यात्रा है कि लोगों की संख्या ह्रर साल बढ़ जाता है और यातायात में वृद्धि साइटों को नुकसान में परिणाम कर सकते हैं। चरम मामलों में, साइटों आगे की क्षति को रोकने के लिए जनता के लिए बंद कर दिया गया है। पुरातत्व पर्यटन आक्रामक पर्यटन बनने के प्रकार, पुरातात्विक स्थलों को बढ़ावा देने और एक क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत और उन्हें और अधिक नुकसान हो सकता है ईस के बीच एक लाइन ठीक चलता है। पुरातत्वविदों पर्यटन देख रहे हैं और अतीत जानने का विशेष तरीके को प्रोत्साहित करती है कि चिंता व्यक्त की है। जब पुरातात्विक स्थलों एक प्राथमिकता बन सकता है पर्यटन बोर्ड, टिकट की फीस और स्मारिका राजस्व द्वारा चलाए जा रहे हैं, और सवाल एक साइट जनता के लिए खोलने या बंद शेष और नुकसान के रास्ते से बाहर साइट रखने लायक है या नहीं रहता है। अपूरणीय पुरातात्विक करने के लिए नुकसान सामग्री केवल अवशेष अव्यवस्थित हैं, जब बदल दिया, नष्ट कर दिया, या लूट लिया के रूप में, प्रत्यक्ष नहीं है, लेकिन अक्सर इस तरह के होटल, रेस्तरां, सड़कों, और दुकानों के रूप में पर्यटन सुविधाओं की खराब नियोजित विकास का अप्रत्यक्ष परिणाम। ये काफी प्राचीन संरचनाओं बाढ़, भूस्खलन का उत्पादन, या कमजोर तरीकों में है कि पर्यावरण में परिवर्तन कर् सकते हैं। पुरातत्व पर्यटन लोगों के हित के ऐतिहासिक और पुरातात्विक स्थानों के लिए यात्रा जिससे प्रक्रिया को दर्शाता है। यह पुरातात्विक पर्यटन क्यों कहा जाता है कारण यह है कि अक्सर ऐसे मिस्र में पिरामिड के रूप में स्थानों और प्राचीन काल में वापस डेटिंग कलाकृतियों की खोज की गई है, जहां पुरातात्विक स्थलों का दौरा व्यवस्था करने के उद्देश्य से है कि इस तथ्य के लिए है। पुरातत्व पर्यटन पर्यटकों के प्राचीन स्थलों के बारे में अपनी जिज्ञासा को संतुष्ट करने के लिए या यह छात्रों और विद्वानों हो सकता है, जो पर्यटकों को शिक्षित करने के उद्देश्य के लिए हो सकता है के लिए एक साधन हो सकता है। सबसे अधिक बार, यह पुरावशेषों उनकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के बारे में लोगों को शिक्षित करने का एक साधन के रूप में पुरातात्विक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए स्थित हैं, जहां इस क्षेत्र की सरकार है, या बस एक साधन के रूप में आने वाले पर्यटकों से कुछ पैसे बनाने के लिए। पर्यटन कुछ अर्थव्यवस्थाओं अपने अस्तित्व के लिए उस पर मुख्य रूप से निर्भर कर रहे हैं कि इस तरह के एक बड़ा व्यापार है। इस कारण से, कुछ सरकारें अपनी संस्कृति को बढ़ावा देने सकता है और अधिक धन अर्जित करने के लिए एक साधन के रूप में पुरातात्विक पर्यटन प्रोत्साहित करते हैं। पर्यटकों को विमान किराया, परिवहन, भोजन, आवास, सेवाओं और कलाकृतियों की खरीद पर पैसे खर्च करते हैं। सरकार भी इस तरह के पर्यटकों द्वारा व्यय पर लगाए गए करों से लाभ। एक पुरातात्विक पर्यटन गंतव्य कलाकृतियों वास्तविक उत्खनन स्थलों खुद के लिए रखे जाते हैं जहां संग्रहालयों से लेकर ब्याज की कुछ भी हो सकता है। कभी कभी पुरातात्विक पर्यटन अब कोई मौजूद हो सकता है कि कुछ सांस्कृतिक प्रासंगिक लोगों की तरह देखने के लिए इस तरह के ऐतिहासिक स्थलों का मनोरंजन या अधिक आधुनिक साइटों के अनुकरण के रूप में अन्य संबंधित सुविधाओं, शामिल है। उदाहरण के लिए, सिमुलेशन लग रही होगी प्राचीन काल से एक शहर की तरह लग रहा है कि एक भूत शहर की तरह कुछ शामिल हो सकते हैं। पुरातात्विक पर्यटन की खामियों में से एक बड़ी संख्या में इन स्थानों पर उतरना जो पर्यटकों की भीड़ के द्वारा सही मायने में ऐतिहासिक स्थलों के समक्ष रखी जा सकती है कि खतरा है। इससे भी सख्त प्रतिबंध है, हमेशा संभवतः ऐतिहासिक स्थलों की परीसटीनेस प्रभावित करने वाले ऐसे स्थानों को नुकसान के कुछ फार्म का खतरा नहीं है। पर्यटकों को दीवारों पर प्राचीन चित्रों के साथ गुफाओं का दौरा करते हैं, उदाहरण के लिए, मनुष्य की लगातार यातायात जगह की ठीक तरह से संरक्षित स्थिति का क्षरण करने के लिए नेतृत्व कर सकते हैं। यह पुरातात्विक पर्यटन यह पर्यटन व्यापार से पाने है राजस्व की ऐतिहासिक मूल्य में कमी के लिए एक अच्छा समझौता है, तो यह तय करना होगा कि जगह ले जा रहा है, जहां इस क्षेत्र की सरकार है पर्यटकों के आकर्षण के रूप में पुरातात्विक स्थलों में से वह लोकप्रियता वे राजस्व के मूल्यवान स्रोत हैं कि इसका मतलब है, लेकिन दुर्भाग्य से इस बार पर्यटकों द्वारा इसके बारे में दोनों साइट के संरक्षण और जारी रखा भोग सुनिश्चित करने के लिए उचित प्रबंधन में पुनर्निवेश के अनुरूप नहीं है। पुरातात्विक स्थलों नाजुक संसाधनों और अपर्याप्त साइट प्रबंधन गिरावट या साइट और इससे संबंधित सामाजिक, ऐतिहासिक, शैक्षिक और आर्थिक क्षमता का भी विनाश में परिणाम होगा रहे हैं। लिन्क https://www.archaeological.org/tourism_guidelines http://www.holidayrentals.co.in/blog/archaeological-tourism-in-india/ रेफरेन्स https://en.wikipedia.org/wiki/Archaeological_tourism.
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प्यूर्टो बैक्वेरीज़ो मोरेनो
प्यूर्टो बैक्वेरीज़ो मोरेनो प्यूर्टो बैक्वेरीज़ो मोरेनो, (स्पैनिश:Puerto Baquerizo Moreno) ईक्वाडोर के गैलापागोस प्रांत की राजधानी है। यह द्वीपसमूह के सबसे पूर्व में स्थित सैन क्रिस्टोबाल द्वीप के दक्षिणपश्चिमी तट पर स्थित है। शहर का नाम ईक्वाडोर के पूर्व राष्ट्रपति अल्फ्रेडो बैक्वेरीज़ो मोरेनो (1859-1951) के नाम पर रखा गया है। हालांकि प्यूर्टो बैक्वेरीज़ो मोरेनो राजधानी है, लेकिन इसकी जनसंख्या सिर्फ 5600 है जो कि, प्यूर्टो अयोरा के बाद दूसरे स्थान पर है। यहाँ के अधिकतर निवासी मछुआरे हैं। यहाँ के प्राथमिक उद्योगों में शिल्पकारी, मछली पकड़ना, पर्यटन और कृषि है। शहर में पर्यटन का बुनियादी ढांचा प्यूर्टो अयोरा के समान उन्नत नहीं है। श्रेणी:ईक्वाडोर.
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प्रतापगढ़ (राजस्थान) का इतिहास
सुविख्यात इतिहासकार महामहोपाध्याय पंडित गौरीशंकर हीराचंद ओझा (1863–1947) के अनुसार "प्रतापगढ़ का सूर्यवंशीय राजपूत राजपरिवार मेवाड़ के गुहिल वंश की सिसोदिया शाखा से सम्बद्ध रहा है".
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प्रतापगढ़ (राजस्थान) की संस्कृति
सीतामाता मंदिर के सामने एक मीणा आदिवासी: छाया: हे. शे. हालाँकि प्रतापगढ़ में सभी धर्मों, मतों, विश्वासों और जातियों के लोग सद्भावनापूर्वक निवास करते हैं, पर यहाँ की जनसँख्या का मुख्य घटक- लगभग ६० प्रतिशत, मीना आदिवासी हैं, जो राज्य में 'अनुसूचित जनजाति' के रूप में वर्गीकृत हैं। पीपल खूंट उपखंड में तो ८० फीसदी से ज्यादा आबादी मीणा जनजाति की ही है। जीवन-यापन के लिए ये मीना-परिवार मूलतः कृषि, मजदूरी, पशुपालन और वन-उपज पर आश्रित हैं, जिनकी अपनी विशिष्ट-संस्कृति, बोली और वेशभूषा रही है। अन्य जातियां गूजर, भील, बलाई, भांटी, ढोली, राजपूत, ब्राह्मण, महाजन, सुनार, लुहार, चमार, नाई, तेली, तम्बोली, लखेरा, रंगरेज, रैबारी, गवारिया, धोबी, कुम्हार, धाकड, कुलमी, आंजना, पाटीदार और डांगी आदि हैं। सिख-सरदार इस तरफ़ ढूँढने से भी नज़र नहीं आते.
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प्रतापगढ़, राजस्थान
प्रतापगढ़, क्षेत्रफल में भारत के सबसे बड़े राज्य राजस्थान के ३३वें जिले प्रतापगढ़ जिले का मुख्यालय है। प्राकृतिक संपदा का धनी कभी इसे 'कान्ठल प्रदेश' कहा गया। यह नया जिला अपने कुछ प्राचीन और पौराणिक सन्दर्भों से जुड़े स्थानों के लिए दर्शनीय है, यद्यपि इसके सुविचारित विकास के लिए वन विभाग और पर्यटन विभाग ने कोई बहुत उल्लेखनीय योगदान अब तक नहीं किया है। .
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प्रदेश संख्या १
प्रदेश संख्या १ नेपाल के सात प्रदेशों में से एक है। २० सितम्बर २०१५ को लागू हुए संविधान में नए सात प्रदेशों का प्रावधान है। इस प्रदेश का नामांकन प्रदेश संसद (विधान परिषद) द्वारा किया जाएगा। इसकी राजधानी कहाँ होगी यह भी प्रदेश संसद द्वारा निर्धारित किया जाएगा। इस प्रदेश के पूर्व में भारत का सिक्किम राज्य है तथा साथ में पश्चिम बंगाल का उत्तरी हिस्सा दार्जीलिंग सटा हुआ है। उत्तर में हिमालय के उस पार तिब्बत स्थित है रही तो दक्षिण में भारत का बिहार स्थित है। २५,९०५ वर्ग किमी के क्षेत्रफल में ४४ निर्वाचन क्षेत्र फैले हुए हैं। १०,४३८ किमी२ का क्षेत्रफल पर्वतों से घिरा हुआ है, १०,७४९ किमी२ का क्षेत्रफल पहाड़ी है और पूर्वी तराई का फैलाव ४,७१८ किमी२ में है। निपआ.
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पोम्पेइ
पोम्पेई नगर का नक्षा .
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फ़्रांस की अर्थव्यवस्था
फ्रांस दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, यह 2017 के नाममात्र आंकड़ों के अनुसार 6वीं और पीपीपी आंकड़ों के अनुसार 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। जर्मनी के बाद यूरोपीय संघ में इसकी दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। रासायनिक उद्योग, फ्रांस के लिए एक प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्र है, जो इसके अन्य विनिर्माण गतिविधियों को विकसित करने और आर्थिक विकास में योगदान देने में मदद करता है। फ्रांस का पर्यटन उद्योग अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख घटक है, क्योंकि फ्रांस दुनिया का सबसे अधिक घुमने जाने वाला गंतव्य स्थान है। सोफिया एंटीपोलिस, फ्रांस की अर्थव्यवस्था का प्रमुख प्रौद्योगिकी केंद्र है। पेरिस को दुनिया के सबसे खूबसूरत शहर के रूप में स्थान दिया गया है, जो फैशन उद्योग के समूह का प्रतिनिधित्व करता है। आईएमएफ के अनुसार, 2013 में $44,099 प्रति निवासी के साथ फ्रांस प्रति व्यक्ति जीडीपी में दुनिया का 20वां देश था। 2013 में, फ़्रांस को संयुक्त राष्ट्र के मानव विकास सूचकांक पर 0.884 (बहुत उच्च मानव विकास) और भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक पर 25वें स्थान पर सूचीबद्ध किया गया था। ओईसीडी का मुख्यालय देश की वित्तीय राजधानी पेरिस में है। फ्रांस की अर्थव्यवस्था में 2000 के दशक के उत्तरार्ध में मंदी का दौर आया और सबसे अधिक प्रभावित अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में यहाँ से जल्द खत्म होता दिखाई दिया, केवल चार-क्वार्टर्स में संकुचन देखा गया। हालांकि, 2012 से 2014 के बीच में अर्थव्यवस्था में स्थिर विकास देखा गया, जिसमें 2012 में 0% की वृद्धि हुई, 2013 में 0.8% और 2014 में 0.2% की वृद्धि हुई, यद्यपि 2015 से अर्थव्यवस्था में वृद्धि देखी गई जिसमें 2015 में 0.8% की वृद्धि, 2016 में 1.1% की वृद्धि, 2017 में 2.2% की वृद्धि के साथ 2018 में 2.1% तक पहुंच गई। .
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फ़्रैंकफ़र्ट
फ्रैंकफर्ट ऐम माइन,, जर्मन राज्य हेस का सबसे बड़ा शहर और जर्मनी का पांचवाँ सबसे बड़ा शहर है। इसे प्रायः केवल फ्रैंकफर्ट के नाम से जाना जाता है। इसकी जनसंख्या 2009 में 667,330 थी। 2010 में शहरी क्षेत्र में 2,296,000 आबादी का अनुमान लगाया गया था। यह शहर फ्रैंकफर्ट-राइन-मैन मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र के हृदयस्थल में है, जिसकी आबाद 5,600,000 है, और जर्मनी का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रॅपॉलिटन क्षेत्र है। यह शहर मेन नदी के तट पर पुराने घाट पर अवस्थित है। जर्मन भाषा में मेन नदी को "फर्ट" कहते है। फ्रैंकफर्ट प्राचीन फ्रैंकोनिया का हिस्सा है, जो कि प्राचीन फ्रैंकों का निवास स्थल था। इसलिए फ्रैंको के घाट के रूप में इनकी विरासत के कारण शहर का नाम पड़ा.
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फ़्लोरिडा
फ्लोरिडा संयुक्त राज्य के दक्षिणपूर्वी क्षेत्र में स्थित एक राज्य है, जिसके उत्तर-पश्चिमी सीमा पर अलाबामा और उत्तरी सीमा पर जॉर्जिया स्थित है।संयुक्त राज्य में शामिल होने वाला यह 27वां राज्य था। इस राज्य के भूस्थल का अधिकांश भाग एक बड़ा प्रायद्वीप है जिसके पश्चिम में मैक्सिको की खाड़ी और पूर्व में अटलांटिक महासागर है। साधारणतया इसकी गर्म जलवायु की वजह से इसे "सनशाइन स्टेट" के रूप में उपनामित किया गया है। इसके उत्तरी और मध्य क्षेत्रों में उपोष्णकटिबंधीय एवं दक्षिणी भाग में उष्णकटिबंधीय जलवायु पाई जाती है। इस राज्य में चार बड़े शहरी क्षेत्र, कई छोटे-छोटे औद्योगिक नगर और बहुत से छोटे कस्बें हैं।संयुक्त राज्य के जनगणना विभाग (यूनाइटेड स्टेट्स सेंसस ब्यूरो) का अनुमान है कि 2008 में इस राज्य की जनसंख्या 18,328,340 थी और फ्लोरिडा, U.S.
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बार्सिलोना
बार्सिलोना स्पेन का एक खुबसूरत शहर है। यह स्पेन में कॅटालोनिया के स्वायत्त समुदाय की राजधानी है और स्पेन का दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला शहर है, प्रशासनिक सीमाओं के भीतर जिसकी आबादी 1.6 मिलियन है। बार्सिलोना दुनिया की के अग्रणी पर्यटन, आर्थिक, व्यापार मेला और सांस्कृतिक केंद्रों में से एक है, और वाणिज्य, शिक्षा, मनोरंजन, मीडिया, फैशन, विज्ञान, कला में इसका प्रभाव व योगदान इसे दुनिया के प्रमुख वैश्विक शहरों में से एक बनाता है। .
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ब्लैक फॉरेस्ट (काला वन)
हरे रंग में ब्लैक फॉरेस्ट को दिखाता हुआ जर्मनी का नक्शा. ब्लैक फॉरेस्ट (Schwarzwald), दक्षिण-पश्चिम जर्मनी के बादेन-वुर्टेमबर्ग में स्थित एक वनाच्छादित पर्वत श्रृंखला है। इसकी दक्षिणी और पश्चिमी सीमाओं पर राइन घाटी स्थित है। 1493 मीटर (4898 फीट) की ऊंचाई के साथ फेल्डबर्ग इसका सबसे उंचा शिखर है। लंबाई तथा चौड़ाई के साथ यह क्षेत्र लगभग पूरी तरह से आयताकार है। इसलिए इसका क्षेत्रफल लगभग है। श्वार्जवाल्ड नाम (अर्थात ब्लैक फॉरेस्ट) रोमनों द्वारा दिया गया है जो वहां स्थित घने जंगलों वाले पर्वत को सिल्वा निग्रा अर्थात "ब्लैक फॉरेस्ट" कहते थे क्योंकि उसके अंदर के घने शंकुवृक्षों के कारण वन में प्रकाश प्रवेश नहीं कर पाता था। .
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भारत भूषण (योगी)
भारत भूषण (योगी) (अंग्रेजी: Bharat Bhushan (Yogi), जन्म: 30 अप्रैल 1952) एक भारतीय योग शिक्षक हैं। गृहस्थ धर्म का पालन करते हुए उन्होंने पूर्णत: सन्यस्त भाव से देश-विदेश में योग को प्रचारित और प्रसारित करने का उल्लेखनीय कार्य किया। भारत सरकार ने सन १९९१ में उन्हें पद्म श्री की उपाधि से अलंकृत किया। योग एवं शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रपति से पद्म श्री सम्मान प्राप्त करने वाले वे प्रथम भारतीय हैं। योग के साथ-साथ बॉडी बिल्डिंग में भी उन्हें भारतश्री का अतिविशिष्ट सम्मान मिल चुका है। उनका ऐसा मानना है कि योग में ही समस्त मनुष्य जाति की शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय समस्याओं का एकमात्र समाधान निहित है। .
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भारत के प्रमुख हिन्दू तीर्थ
भारत अनादि काल से संस्कृति, आस्था, आस्तिकता और धर्म का महादेश रहा है। इसके हर भाग और प्रान्त में विभिन्न देवी-देवताओं से सम्बद्ध कुछ ऐसे अनेकानेक प्राचीन और (अपेक्षाकृत नए) धार्मिक स्थान (तीर्थ) हैं, जिनकी यात्रा के प्रति एक आम भारतीय नागरिक पर्यटन और धर्म-अध्यात्म दोनों ही आकर्षणों से बंधा इन तीर्थस्थलों की यात्रा के लिए सदैव से उत्सुक रहा है। .
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भूटान
भूटान का राजतंत्र (भोटान्त) हिमालय पर बसा दक्षिण एशिया का एक छोटा और महत्वपूर्ण देश है। यह चीन (तिब्बत) और भारत के बीच स्थित भूमि आबद्ध(Land Lock)देश है। इस देश का स्थानीय नाम ड्रुग युल है, जिसका अर्थ होता है अझ़दहा का देश। यह देश मुख्यतः पहाड़ी है और केवल दक्षिणी भाग में थोड़ी सी समतल भूमि है। यह सांस्कृतिक और धार्मिक तौर से तिब्बत से जुड़ा है, लेकिन भौगोलिक और राजनीतिक परिस्थितियों के मद्देनजर वर्तमान में यह देश भारत के करीब है। .
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भूटान की अर्थव्यवस्था
विश्व के सब्से छोटी अर्थव्यवस्थाओं में से एक भूटान का आर्थिक ढाँचा मुख्य रूप से कृषि और वन क्षेत्रों और अपने यहाँ निर्मित पनबिजली के भारत को विक्रय पर निर्भ है। ऐसा माना जाता है कि इन तीन चीजों से भूटान की सरकारी आय का 75% आता है। कृषि जो यहाँ के लोगों का आधार है, इसपर 90% से ज्यादा लोग निर्भ हैं। भूटान का मुख्य आर्थिक सहयोगी भारत हैं क्योंकि तिब्बत से लगने वाली भूटान की सीमा बंद है। भूटान की मुद्र नोंग्त्रुम है जो भारतीय रूप्या से बदला जा सकता है। औधोगिक उत्पादन लगभग नगण्य है और जो कुछ भी है वे कुटीर उद्योग की श्रेणी में आते हैं। ज्यादातर विकास परियोजनाएँ जैसे सड़कों का विकास इत्यादि भारतीय सहयोग से ही होता है। भूटान की पनबिजली और पर्यटन के क्षेत्र में अप्रिमीत संभावनाएँ हैं। श्रेणी:भूटान bn:ভুটান#অর্থনীতি.
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मनोविनोद
मनोविनोद (Recreation) अवकाश के समय स्वयं को प्रसन्न करी जाने वाली क्रियाएँ होती हैं। इनमें खेल, उद्यान-भ्रमण, पर्यटन और बहुत-सी अन्य मानव क्रियाएँ शामिल हैं। मानसिक स्वास्थ्य के लिए मनोविनोद आवश्यक माना जाता है। .
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महाराजा ईश्वरीसिंह
इनकी असामयिक मृत्यु मात्र ३० साल की उम्र में दिनांक 12.12.
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माधवराव सिंधिया
माधवराव सिंधिया का जन्म 10 मार्च को मुंबई में हुआ था। उनकी मृत्यु 30 सितंबर 2001 को हुई थी। श्रेणी:सिंधिया परिवार श्रेणी:भारत के रेल मंत्री.
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माधोपुर
माधोपुर, भारत के राज्य पंजाब के गुरदासपुर जिले की पठानकोट तहसील में स्थित एक छोटा पर अत्यंत सुन्दर क़स्बा है। यह पंजाब के अंतिम छोर पर स्थित है और यहां से रावी नदी को पार करके जम्मू एवं कश्मीर राज्य प्रारंभ हो जाता है। व्यापारिक, सामरिक और भौगोलिक रूप से इसका महत्व और भी ज्यादा हो जाता है, क्योंकि भारत को जम्मू और कश्मीर से जोड़ने वाला एकमात्र राष्ट्रीय राजमार्ग और भारतीय रेल यहीं से होकर गुज़रती है। इस कारण इसे पंजाब के प्रवेशद्वार के रूप से जाना जाता है। यह क्षेत्र पर्यटन की दृष्टि से एक अच्छा स्थान है। हिमालय की शिवालिक पहाड़ियो और रावी के किनारे किनारे बनी सड़क का नजारा अत्यंत ही मनमोहक है। Historical Church of British-era .
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माधोपुर, पंजाब
माधोपुर पंजाब के अंतिम छोर पर स्तिथ एक छोटा पर अत्यंत सुन्दर क़स्बा है और वहां से रावी नदी को पार करके जम्मू एवं कश्मीर राज्य प्रारंभ हो जाता है। व्यापारिक, सामरिक और भूगोलिक रूप से इसका महत्व और भी ज्यादा हो जाता है, क्योंकि भारत को जम्मू और कश्मीर से जोड़ने वाला एकमात्र रास्ट्रीय राजमार्ग और भारतीय रेल यहीं से होकर गुज़रती है। जिसके कारण इसे पंजाब के प्रवेशद्वार के रूप से जाना जाता है। यह क्षेत्र पर्यटन की दृष्टि से एक अच्छा स्थान है। हिमालय की शिवालिक पहाडि़यो और रवि के किनारे बनी सड़क का नजारा यहाँ से अत्यंत ही मनमोहक है। .
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मालदीव
मालदीव या (Dhivehi: ދ ި ވ ެ ހ ި ރ ާ އ ް ޖ ެ Dhivehi Raa'je) या मालदीव द्वीप समूह, आधिकारिक तौर पर मालदीव गणराज्य, हिंद महासागर में स्थित एक द्वीप देश है, जो मिनिकॉय आईलेंड और चागोस अर्किपेलेगो के बीच 26 प्रवाल द्वीपों की एक दोहरी चेन, जिसका फेलाव भारत के लक्षद्वीप टापू की उत्तर-दक्षिण दिशा में है, से बना है। यह लक्षद्वीप सागर में स्थित है, श्री लंका की दक्षिण-पश्चिमी दिशा से करीब सात सौ किलोमीटर (435 mi) पर.
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माउंट रशमोर
साउथ डकोटा में कीस्टोन के समीप स्थित माउंट रशमोर नेशनल मेमोरियल, गुलज़ोन बोरग्लम (1867-1941) द्वारा निरमित स्मारक एक ग्रेनाइट मूर्तिकला है, जो संयुक्त राज्य राष्ट्रपति स्मारकीय पर स्थित है, जो कि संयुक्त राज्य के भूतपूर्व राष्ट्रपति के शीर्षोॱ की मूर्तिकला को अंकित करने के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका के पहले 150 सालों के इतिहास का प्रतिनिधित्व करता है (बांए से दांए): जॉर्ज वाशिंगटन (1732–1799), थामस जेफरसन (1743–1826), थियोडोर रूजवेल्ट (1858–1919) और अब्राहम लिंकन (1809–1865).
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मिस्र
मिस्र (अरबी; مصر, अंग्रेजी:Egypt), आधिकारिक तौर पर मिस्र अरब गणराज्य, एक देश है जिसका अधिकांश हालांकि उत्तरी अफ्रीका में स्थित है जबकि इसका सिनाई प्रायद्वीप, दक्षिणपश्चिम एशिया में एक स्थल पुल बनाता है। इस प्रकार मिस्र एक अंतरमहाद्वीपीय देश है, तथा अफ्रीका, भूमध्य क्षेत्र, मध्य पूर्व और इस्लामी दुनिया की यह एक प्रमुख शक्ति है। इसका क्षेत्रफल 1010000 वर्ग किलोमीटर है और इसके उत्तर में भूमध्य सागर, पूर्वोत्तर में गाजा पट्टी और इस्राइल, पूर्व में लाल सागर, दक्षिण में सूडान और पश्चिम में लीबिया स्थित है। मिस्र, अफ्रीका और मध्य पूर्व के सबसे अधिक जनसंख्या वाले देशों में से एक है। इसकी अनुमानित 7.90 करोड़ जनसंख्या का अधिकतर हिस्सा नील नदी के किनारे वाले हिस्से में रहता है। नील नदी का यह क्षेत्र लगभग 40000 वर्ग किलोमीटर (15000 वर्ग मील) का है और पूरे देश का सिर्फ इसी क्षेत्र में कृषि योग्य भूमि पायी जाती है। सहारा मरुस्थल के एक बड़े हिस्से में विरल जनसंख्या निवास करती है। मिस्र के लगभग आधे निवासी शहरों में वास करते हैं जिनमें नील नदी के मुहाने के क्षेत्र में बसे सघन जनसंख्या वाले शहर जैसे कि काहिरा, सिकन्दरिया आदि प्रमुख हैं। मिस्र की मान्यता उसकी प्राचीन सभ्यता के लिए है। गीज़ा पिरामिड परिसर और महान स्फिंक्स जैसे प्रसिद्ध स्मारक यहीं स्थित है। मिस्र के प्राचीन खंडहर जैसे कि मेम्फिस, थेबिस, करनाक और राजाओं की घाटी जो लक्सर के बाहर स्थित हैं, पुरातात्विक अध्ययन का एक महत्वपूर्ण केंद्र हैं। यहां के शासक को फारो नाम से जाना जाता था। इस पदवी का प्रयोग ईसाई और इस्लाम काल के पूर्व काल में होता था। इसे फारोह भी लिखते हैं। फारो को मिस्र के देवता होरसका पुनर्जन्म माना जाता था। होरस द्यौ (आकाश) का देवता था और इसे सूर्य भी माना जाता था। मिस्र की कार्यशक्ति का लगभग 12% हिस्सा पर्यटन और लाल सागर रिवेरा में कार्यरत है। मध्य पूर्व में, मिस्र की अर्थव्यवस्था सबसे अधिक विकसित और विविध अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। पर्यटन, कृषि, उद्योग और सेवा जैसे क्षेत्रों का उत्पादन स्तर लगभग एक समान है। 2011 के शुरूआत में मिस्र उस क्रांति का गवाह बना, जिसके द्वारा मिस्र से होस्नी मुबारक नाम के तानाशाह के 30 साल के शासन का खात्मा हुआ। .
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मैथन बांध
मैथन बांध भारतवर्ष के झारखंड प्रदेश में स्थित धनबाद से ५२ किमी दूर मैथन बांध दामोदर वैली कारपोरेशन का सबसे बड़ा जलाशय है। इसके आस-पास का सौंदर्य पर्यटकों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर लेता है। बराकर नदी के ऊपर बने इस बाँध का निर्माण बाढ़ को रोकने के लिए किया गया था। बाँध के नीचे एक पावर स्टेशन का भी निर्माण किया गया है, जो दक्षिण पूर्व एशिया में अपने आप में आधुनिकतम तकनीक का उदाहरण माना जाता है। इसकी परिकल्पना जवाहरलाल नेहरू ने की थी। इसके पास ही माँ कल्याणेश्वरी का एक अति प्राचीन मंदिर भी है। लगभग ६५ वर्ग कि॰मी॰ में फैले इस बाँध के पास एक झील भी है जहाँ नौकायन और आवासीय सुविधाएँ उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त एक मृगदाव तथा पक्षी विहार भी है, जहाँ पर्यटक जंगल के प्राकृतिक सौन्दर्य तथा विभिन्न किस्म के पशु-पक्षियों को देख सकते है। १५,७१२ फीट लंबे और १६५ फीट ऊँचे इस बाँध से ६०,००० किलोवाट बिजली का उत्पादन होता है। वैसे य़े इलाका नक्सली प्रभावित भी है----इसलिए जाने से पहले थोड़ा सावधान .
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मैसूर
मैसूर भारत के कर्नाटक प्रान्त का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। यह प्रदेश की राजधानी बंगलौर से लगभग डेढ़ सौ किलोमीटर दक्षिण में तमिलनाडु की सीमा पर स्थित है। .
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मेकांग-गंगा सहयोग
'''मेकांग-गंगा सहयोग''' के देश मेकांग-गंगा सहयोग (Mekong–Ganga Cooperation (MGC)) परस्पर सहयोग करने के लिये निर्मित छः देशों का संगठन है। इसकी स्थापना १० नवम्बर २००० को विएतनाम में की गयी थी। छः सहयोगी देश हैं- भारत, म्यांमार, थाईलैण्ड, कम्बोडिया, लाओस और वियतनाम इन देशों ने सहयोग के चार क्षेत्रों की पहचान की है- पर्यटन, संस्कृति, शिक्षा तथा आवागमन की सुविधा। इस संगठन का नाम इस क्षेत्र की दो बड़ी नदियों गंगा और मेकांग के नाम पर रखा गया है। श्रेणी:अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्ध श्रेणी:अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संगठन.
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यूलोंग नाशी स्वशासित ज़िला
यूलोंग नाशी स्वशासित ज़िला (चीनी: 玉龙纳西族自治县, अंग्रेज़ी: Yulong Naxi Autonomous County) चीन के दक्षिण में युन्नान प्रान्त का एक ज़िला है जहाँ नाशी लोग अधिक संख्या में हैं। यह लिजिआंग प्रशासनिक विभाग में स्थित है। प्रसिद्ध यूलोंग हिमपर्वत (Jade Dragon Snow Mountain, यूलोंग का अर्थ "हरिताश्म अज़दहा" होता है) नामक पुंजक इसी ज़िले में स्थित है और एक पर्यटन केन्द्र है। .
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रामोजी राव
चेरूकुरी रामोजी राव रामोजी राव के नाम से जाने जाते हैं। रामोजी का जन्म 16 नवम्बर 1936 को आंध्रप्रदेश के कृष्णा जिले में एक मध्यमवर्गीय कृषक परिवार में हुआ। रामोजी राव आज देश के जाने माने-माने व्यवसायी और मीडिया महारथी हैं। रामोजी राव को भारत का रुपर्ट मर्डोक कहा जाता है। वे रामोजी ग्रुप के चैयरमैन है। रामोजी ग्रुप में दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म स्टूडियों रामोजी फिल्म सिटी, मार्गदर्शी चिटफंड, ईनाडू तेलुगु अखबार, ईटीवी नेटवर्क, प्रिया फूड्स, डॉल्फिन हॉटल्स, उषाकिरण मूवीज आदि शामिल है। रामोजी ग्रुप का मुख्यालय हैदराबाद में स्थित है। रामोजी राव के पुत्र सुमन ईटीवी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। .
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राजस्थान में पर्यटन
राजस्थान भारत का एक राज्य है जो पर्यटन के लिए सबसे अच्छा राज्य माना जाता है। राजस्थान राज्य में हर ज़िले में कई दर्शनीय स्थल देखने को मिलते है, यहां विशेषरूप से दुर्ग है जो लगभग हर ज़िले में है। इनके अलावा राजस्थान में कई पौराणिक मन्दिर भी है। प्राकृतिक सुंदरता और महान इतिहास से संपन्न राजस्थान में पर्यटन उद्योग समृद्धिशाली है। राजस्थान देशीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यकटों, दोनों के लिए एक उचित पर्यटन स्थल है। भारत की सैर करने वाला हर तीसरा विदेशी सैलानी राजस्थान देखने ज़रूर आता है क्योंकि यह भारत आने वाले पर्यकटों के लिए "गोल्डन ट्रायंगल" का हिस्सा है। जयपुर के महल, उदयपुर की झीलें और जोधपुर, बीकानेर तथा जैसलमेर के भव्य दुर्ग भारतीय और विदेशी सैलानोयों के लिए सबसे पसंदीदा जगहों में से एक हैं। इन प्रसिद्ध स्थलों को देखने के लिए यहां हज़ारों पर्यटक आते हैं। जयपुर का हवामहल, जोधपुर, बीकानेर के धोरे और जैसलमेर के धोरे काफी प्रसिद्ध हैं। जोधपुर का मेहरानगढ़ दुर्ग,चित्तौड़गढ़ दुर्ग काफी प्रसिद्ध है। यहां राजस्थान में कई पुरानी हवेलियाँ भी है जो वर्तमान में हैरीटेज होटलें बन चुकी हैं। पर्यटन ने यहाँ आतिथ्य क्षेत्र में भी रोज़गार को बढ़ावा दिया है। यहां की मुख्य मिठाई "घेवर" है। .
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राजस्थान के पशु मेले
भारतीय राज्य राजस्थान में सभी जिलों और ग्रामीण स्तर पर लगभग 250 से अधिक पशु मेला का प्रतिवर्ष आयोजन किया जाता है। कला, संस्कृति, पशुपालन और पर्यटन की दृष्टि से यह मेले अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। देश विदेश के हजारों लाखों पर्यटक इसके माध्यम से लोक कला एवं ग्रामीण संस्कृति से रूबरू होते हैं। राज्य स्तरीय पशु मेलों के आयोजनों में नगरपालिका और ग्राम पंचायतों की ओर से पशुपालकों को पानी, बिजली पशु चिकित्सा व टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। सरकार की ओर से इन मेलों में समय-समय पर प्रदर्शनी और अन्य ज्ञानवर्धक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जा रहा है। राजस्थान राज्य स्तरीय पशु मेला में अधिकांश मेले लोक देवी देवताओं एवं महान पुरुषों के नाम से जुड़े हुए हैं पशुपालन विभाग द्वारा आयोजित किए जाने वाले राज्य स्तरीय पशु मेले कुछ इस प्रकार है। .
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रंगोली
अधिक विकल्पों के लिए यहाँ जाएँ - रंगोली (बहुविकल्पी) रंगोली पर जलते दीप। रंगोली भारत की प्राचीन सांस्कृतिक परंपरा और लोक-कला है। अलग अलग प्रदेशों में रंगोली के नाम और उसकी शैली में भिन्नता हो सकती है लेकिन इसके पीछे निहित भावना और संस्कृति में पर्याप्त समानता है। इसकी यही विशेषता इसे विविधता देती है और इसके विभिन्न आयामों को भी प्रदर्शित करती है। इसे सामान्यतः त्योहार, व्रत, पूजा, उत्सव विवाह आदि शुभ अवसरों पर सूखे और प्राकृतिक रंगों से बनाया जाता है। इसमें साधारण ज्यामितिक आकार हो सकते हैं या फिर देवी देवताओं की आकृतियाँ। इनका प्रयोजन सजावट और सुमंगल है। इन्हें प्रायः घर की महिलाएँ बनाती हैं। विभिन्न अवसरों पर बनाई जाने वाली इन पारंपरिक कलाकृतियों के विषय अवसर के अनुकूल अलग-अलग होते हैं। इसके लिए प्रयोग में लाए जाने वाले पारंपरिक रंगों में पिसा हुआ सूखा या गीला चावल, सिंदूर, रोली,हल्दी, सूखा आटा और अन्य प्राकृतिक रंगो का प्रयोग किया जाता है परन्तु अब रंगोली में रासायनिक रंगों का प्रयोग भी होने लगा है। रंगोली को द्वार की देहरी, आँगन के केंद्र और उत्सव के लिए निश्चित स्थान के बीच में या चारों ओर बनाया जाता है। कभी-कभी इसे फूलों, लकड़ी या किसी अन्य वस्तु के बुरादे या चावल आदि अन्न से भी बनाया जाता है। .
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रोम
यह लेख इटली की राजधानी एवं प्राचीन नगर 'रोम' के बारे में है। इसी नाम के अन्य नगर संयुक्त राज्य अमरीका में भी है। स्तनधारियों की त्वचा पर पाए जाने वाले कोमल बाल (en:hair) के लिये बाल देखें। इसका पर्यायवाची शब्द रोयाँ या रोआँ (बहुवचन - रोएँ) है। ---- '''रोम''' नगर की स्थिति रोम (Rome) इटली देश की राजधानी है। .
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रोमांच यात्रा
रोमांच यात्रा (adventure travel) या साहसिक पर्यटन एक प्रकार का पर्यटन होता है जिसमें यात्री रोमांच के लिए खोजयात्रा करता है या जोखिम अनुभव करने की चेष्टा में संकटजनक (वास्तविक या प्रतीत होने वाले) गतिविधियों में भाग लेता है। इस श्रेणी में पर्वतारोहण, कुछ प्रकार के वनभ्रमण, गहरी-अंधेरी गुफ़ाओं में प्रवेश, युद्धग्रस्त क्षेत्रों का भ्रमण, इत्यादि शामिल हैं। .
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लास वेगास
लास वेगास; नेवादा का सबसे ज़्यादा आबादी वाला शहर है। क्लार्क काउंटी का स्थान है और जुआ, खरीदारी तथा शानदार खान-पान के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जाना जाने वाला एक प्रमुख रिसोर्ट शहर है। स्वयं को दुनिया की मनोरंजन राजधानी के रूप में प्रचारित करने वाला लास वेगास, कसीनो रिसोर्ट्स की बड़ी संख्या और उनसे संबंधित मनोरंजन के लिए मशहूर है। अब यहां ज़्यादा-से-ज़्यादा लोग सेवानिवृत्ति के बाद और अपने परिवारों के साथ बस रहे हैं और यह संयुक्त राज्य अमेरिका का 28वां सबसे ज़्यादा आबादी वाला शहर बन गया है। संयुक्त राज्य अमेरिका के जनगणना ब्यूरो के अनुसार 2008 तक की इसकी जनसंख्या 558,383 थी। 2008 तक लास वेगास के महानगरीय क्षेत्र की अनुमानित जनसंख्या 1,865,746 थी। 1905 में स्थापित लास वेगास को 1911 में आधिकारिक रूप से शहर का दर्जा दिया गया। उसके बाद इतनी प्रगति हुई कि 20वीं शताब्दी में स्थापित किया गया यह शहर सदी के अंत तक अमेरिका का सबसे ज़्यादा आबादी वाला शहर बन गया (19 वीं शताब्दी में यह दर्जा शिकागो को हासिल था).
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ल्हात्से
ल्हात्से (Lhatse, तिब्बती: ལྷ་རྩེ་), जो चुत्सर (Chusar या Quxar) भी बुलाया जाता है, तिब्बत का एक शहर है। प्रशासनिक रूप से यह चीन द्वारा नियंत्रित तिब्बत स्वशासित प्रदेश नामक प्रशासनिक प्रान्त मे स्थित है। ४,०५० मीटर (१३,२८७ फ़ुट) की ऊँचाई पर स्थित यह शहर भारत में ब्रह्मपुत्र नदी कहलाने वाली यरलुंग त्संगपो नदी की घाटी में बसा हुआ है। यह विभाग की राजधानी शिगात्से से १५१ किमी दक्षिण-पश्चिम में उस शहर जाने वाले एक पहाड़ी दर्रे से पश्चिम में स्थित है। आधुनिक ल्हात्से बस्ती से १० किमी उत्तर में पुराने ल्हात्से गाँव का स्थल है जहाँ एक प्राचीन गेलुगपा बौद्ध-मठ है और पास ही एक १५० मीटर (४९२ फ़ुट) ऊँची चट्टान पर यरलुंग त्संगपो महान घाटी के मुख पर खड़े एक पुराने क़िले (तिब्बती भाषा में 'द्ज़ोन्ग') के खंडहर हैं। .
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शिमला
शिमला, हिमाचल प्रदेश की राजधानी है। 1864 में, शिमला को भारत में ब्रिटिश राज की ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया गया था। एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल, शिमला को अक्सर पहाड़ों की रानी के रूप में जाना जाता है। .
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श्यामजी कृष्ण वर्मा
Nizil Shah) श्यामजी कृष्ण वर्मा (जन्म: 4 अक्टूबर 1857 - मृत्यु: 30 मार्च 1930) क्रान्तिकारी गतिविधियों के माध्यम से भारत की आजादी के संकल्प को गतिशील करने वाले अध्यवसायी एवं कई क्रान्तिकारियों के प्रेरणास्रोत थे। वे पहले भारतीय थे, जिन्हें ऑक्सफोर्ड से एम॰ए॰ और बार-ऐट-ला की उपाधियाँ मिलीं थीं। पुणे में दिये गये उनके संस्कृत के भाषण से प्रभावित होकर मोनियर विलियम्स ने वर्माजी को ऑक्सफोर्ड में संस्कृत का सहायक प्रोफेसर बना दिया था। उन्होंने लन्दन में इण्डिया हाउस की स्थापना की जो इंग्लैण्ड जाकर पढ़ने वाले छात्रों के परस्पर मिलन एवं विविध विचार-विमर्श का एक प्रमुख केन्द्र था। .
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समोआ
समोआ, यानि आदिवासी भील आधिकारिक रूप से स्वतंत्र समोआ राज्य, को पहले पश्चिमी समोआ और जर्मन समोआ के रूप में जाना जाता था, जो दक्षिणी प्रशांत महासागर के समोआई द्वीप के पश्चिमी भाग में एक शासित देश है। यह न्यूजीलैंड से 1962 में स्वतंत्र हुआ। समोआ के दो मुख्य द्वीपों में उपोलु और सवाई'इ, पोलीनेशिया में सबसे बड़े द्वीपों में एक, हैं। राजधानी शहर एपिया और फलेओलो अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा उपोलु के द्वीप पर स्थित हैं। 15 दिसम्बर 1976 को समोआ को संयुक्त राष्ट्र संघ में शामिल किया गया। समोआवासियों के समुद्री कार्य संबंधी योग्यता के कारण 20वीं सदी से पहले यूरोपीय खोजकर्ताओं द्वारा अमेरिकी समोआ सहित पूरे द्वीप समूह को नाविकों का द्वीप कहा जाता था। .
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साप्पोरो
साप्पोरो (札幌市, Sapporo-shi) आबादी के अनुसार जापान का पांचवां सबसे बड़ा शहर और होक्काइदो के उत्तरी जापानी प्रान्त का सबसे बड़ा शहर है। यह इशिकारी उप-प्रांत में स्थित है। यह होक्काइदो प्रांत की राजधानी और जापान का एक अध्यादेश-मनोनीत शहर है। जापान के बाहर साप्पोरो, 1972 के शीतकालीन ओलंपिक की मेजबानी के लिए जाना जाता है, जोकि एशिया में पहली बार आयोजित किया गया था। इसके अलावा शहर में वार्षिक साप्पोरो बर्फ महोत्सव मनाया जाता है, जो विदेश से 20 लाख से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करता है। .
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सिली द्वीपसमूह
सिली द्वीपसमूह (अंग्रेज़ी: Isles of Scilly, आइल्स ऑफ़ सिली) ब्रिटेन के दक्षिण-पश्चिमी छोर पर स्थित कॉर्नवाल की नोख के तट से समुद्र में कुछ आगे अवस्थित एक द्वीपसमूह है। यह इंग्लैंड और संयुक्त राजशाही का दक्षिणतम तथा इंग्लैंड का पश्चिमतम बिंदु है। इस पूरे द्वीपसमूह की कुल आबादी सन् २०११ के आंकड़े के अनुसार २,२०३ है। यह कॉर्नवाल की रुढ़िस्पद काउंटी का हिस्सा है। हालाँकि १८८० से इस द्वीप की अपनी स्वाम का एक स्थानीय प्रशासन है, जिसे काउंटी कॉउंसिल का दर्ज प्राप्त है। इस द्वीप की अधिकांश भूमि कॉर्नवाल की डची के स्वामित्व के अधीन आती है। अर्थव्यवस्था का लिहाज़ से, पर्यटन यहाँ का सबसे अहम उद्योग है, इस द्वीप को बीच रिसोर्ट में चोट्टियां बिताने औसत समुद्र तट का तुत्फ उठाने के लिए जाना जाता है। पर्यटन के अलावा, कृषि भी स्थानीय अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। .
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सिंगापुर में पर्यटन
सिंगापुर बॉटेनिकल गार्डन में ऑर्किड ऐतिहासिक रेफल्स होटल एक राष्ट्रीय स्मारक है सिंगापुर में पर्यटन एक प्रमुख उद्योग है और हर साल ये लाखों की संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है। इसके सांस्कृतिक आकर्षण का श्रेय इसकी सांस्कृतिक विविधता को दिया जाता है जो इसके औपनिवेशिक इतिहास और चीनी, मलय, भारतीय और अरब जातीयता को दर्शाता है। इस देश में पर्यावरण का पूरा ख्याल रखा जाता है और प्रकृति तथा विरासत संरक्षण संबंधी कई कार्यक्रम चलाए जाते हैं। यहां जिन चार भाषाओं को आधिकारिक दर्जा प्राप्त है उनमें अंग्रेजी सबसे ज्यादा प्रचलित है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अंग्रेजी पूरी दुनिया में बोली और समझी जाने वाली भाषा है और जब कोई पर्यटक सिंगापुर पहुंचता है और वहां के स्थानीय लोगों से बातचीत करता है, खासकर जब कुछ खरीदारी करता है तब उसे काफी सुविधा होती है। सिंगापुर की यातायात व्यवस्था बहुत अच्छी है और ये करीब-करीब वहां के सभी पर्यटन स्थलों को कवर करती है जिससे पर्यटकों को घूमने में आसानी रहती है। इसमें यहां का बेहद लोकप्रिय मास रैपिड ट्रांजिट (MRT) सिस्टम भी शामिल है। सिंगापुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों की बात करें तो ये दर्जा ऑर्चर्ड रोड डिस्ट्रिक्ट को जाता है; यहां बहुमंजिला शॉपिंग सेंटर्स की और होटलों की भरमार है। सिंगापुर के दूसरे आकर्षक पर्यटन स्थलों में सिंगापुर चिड़ियाघर और नाइट सफारी को शामिल किया जा सकता है, जहां पर्यटकों को एशियाई, अफ्रीकी और अमेरिकी जीवों को रात के अंधेरे में देखने का मौका मिलता है। खास बात ये है कि यहां पर्यटक इन जंगली जानवरों को पिंजरे के अंदर नहीं बल्कि आमने-सामने देख सकते हैं। सिंगापुर चिड़ियाघर एक खास तरह का ओपन जू है, जहां जानवरों को पिंजरे के बजाए एक ऐसे घेरे में रखा जाता है जिनके चारों ओर गहरी खाई बनी है। ये खाइयां सूखी अथवा पानी से भरी हो सकती हैं। जूरोंग बर्ड पार्क एक अन्य जूलॉजिकल गार्डन है जो पक्षियों पर केंद्रित है। यहां पर्यटकों को एक हजार फ्लैमिंगों पक्षियों के झुंड के अलावा दुनिया भर में पाए जाने वाले पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों और किस्मों को देखने का मौका मिलता है। सेंटोसा द्वीप भी पर्यटकों के आकर्षण का एक महत्वपूर्ण केंद्र है, जहां हर साल पचास लाख से ज्यादा पर्यटक पहुंचते हैं। ये द्वीप सिंगापुर के दक्षिण में स्थित है और यहां फोर्ट सिलोसो जैसे 20-30 प्रसिद्ध स्थान हैं; फोर्ट सिलोसो को दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जापानी हमले से बचाव करने के लिए एक किले के रूप में बनाया गया था। फोर्ट सिलोसो में पर्यटकों को दूसरे विश्व युद्ध में इस्तेमाल की गयी छोटी बंदूकों से लेकर 16 पाउंड यानी करीब सात किलो वजनी बंदूकें भी देखने को मिल सकती हैं। इसके अलावा इस द्वीप पर टाइगर स्काई टावर बनाया गया है जहां से पूरे सेंटोसा द्वीप के साथ-साथ सेंटोसा ल्यूज का नजारा भी देखा जा सकता है; सेंटोसा ल्यूज में एक या दो लोग पैरों को सीधा आगे करके लेटते हैं और फिसलने का मजा लेते हैं। अपने वजन को इधर-उधर करके या लगाम को खींचकर इसे चलाया जाता है। सिंगापुर में मरिना बे सैंड्स और रिसॉर्ट्स वर्ल्ड सेंटोसा नामक दो एकीकृत रिसॉर्ट्स भी हैं जहां कैसिनो यानी जुआ खेलने के अड्डे मौजूद हैं। .
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सिक्किम
(या, सिखिम) भारत पूर्वोत्तर भाग में स्थित एक पर्वतीय राज्य है। अंगूठे के आकार का यह राज्य पश्चिम में नेपाल, उत्तर तथा पूर्व में चीनी तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र तथा दक्षिण-पूर्व में भूटान से लगा हुआ है। भारत का पश्चिम बंगाल राज्य इसके दक्षिण में है। अंग्रेजी, नेपाली, लेप्चा, भूटिया, लिंबू तथा हिन्दी आधिकारिक भाषाएँ हैं परन्तु लिखित व्यवहार में अंग्रेजी का ही उपयोग होता है। हिन्दू तथा बज्रयान बौद्ध धर्म सिक्किम के प्रमुख धर्म हैं। गंगटोक राजधानी तथा सबसे बड़ा शहर है। सिक्किम नाम ग्याल राजतन्त्र द्वारा शासित एक स्वतन्त्र राज्य था, परन्तु प्रशासनिक समस्यायों के चलते तथा भारत से विलय के जनमत के कारण १९७५ में एक जनमत-संग्रह के अनुसार भारत में विलीन हो गया। उसी जनमत संग्रह के पश्चात राजतन्त्र का अन्त तथा भारतीय संविधान की नियम-प्रणाली के ढाचें में प्रजातन्त्र का उदय हुआ। सिक्किम की जनसंख्या भारत के राज्यों में न्यूनतम तथा क्षेत्रफल गोआ के पश्चात न्यूनतम है। अपने छोटे आकार के बावजूद सिक्किम भौगोलिक दृष्टि से काफ़ी विविधतापूर्ण है। कंचनजंगा जो कि दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची चोटी है, सिक्किम के उत्तरी पश्चिमी भाग में नेपाल की सीमा पर है और इस पर्वत चोटी चको प्रदेश के कई भागो से आसानी से देखा जा सकता है। साफ सुथरा होना, प्राकृतिक सुंदरता पुची एवं राजनीतिक स्थिरता आदि विशेषताओं के कारण सिक्किम भारत में पर्यटन का प्रमुख केन्द्र है। .
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संयुक्त राज्य अमेरिका के वीजा
संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए एक बी1/बी2 वीज़ा 2008 में संयुक्त राज्य अमेरिका वीजा जानेवाले 6.6 मिलियन विदेशी नागरिकों और 470 हजार आप्रवासियों को जारी किए गए। संयुक्त राज्य अमेरिका जाने को इच्छुक किसी विदेशी नागरिक को वीजा लेना तब जरूरी है अगर वह निम्नलिखित श्रेणी में नहीं आता या आती हो.
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स्नोई पहाड़ियाँ
स्नोई पहाड़ियाँ (Snowy Mountains), जो द स्नोईज़ (The Snowies) भी कहलाती है, ऑस्ट्रेलिया की सबसे ऊँची पर्वतमाला है, जिनमें ऑस्ट्रेलिया की मुख्यभूमि का सबसे ऊँचा पर्वत, २२२८ मीटर लम्बा माउंट कोज़िअस्को (Mount Kosciuszko), भी पाया जाता है। यह पर्वतशृंखला न्यू साउथ वेल्ज़ राज्य के दक्षिणी भाग में स्थित है और महान विभाजक पर्वतमाला का हिस्सा है। स्नोई पहाड़ियों में हर शीतऋतु में बड़ी मात्रा में हिमपात होता है जो ऑस्ट्रेलिया के लिये असाधारण है। इस कारणवश यह पर्यटकों में बहुत लोकप्रिय है। इन पहाड़ों में माउंटन प्लम-पाइन (mountain plum-pine, अर्थ: पहाड़ी आलूबुख़ारा-चीड़, हालांकि इसका न आलूबुख़ारे और न चीड़ से कोई वास्तविक सम्बन्ध है) नामक छोटे कद का कोणधारी वृक्ष मिलता है जो सम्भवत पृथ्वी का सबसे दीर्घायु वनस्पति है। पृथ्वी के दक्षिणी गोलार्ध में होने की वजह से ऑस्ट्रेलिया में सबसे अधिक सर्दी जून, जुलाई और अगस्त के महीनों में होती है और तभी स्नोई पहाड़ियों में बर्फ़ भी गिरती है। आमतौर पर यह बसंत ऋतु तक पिघल जाती है। ऑस्ट्रेलियाई मुख्यभूमि से बाहर तस्मानिया द्वीप की ऊच्चभूमि पर भी हिमपात देखा जाता है। .
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स्वास्थ्य पर्यटन
यह पर्यटन की एक नवीन और सबसे अधिक विकसित होती शाखा मानी जाती है। इसके अन्तर्गत दो प्रकार के प्रकार माने जाते हैं। .
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सीरिया
सीरिया ('''سوريّة'''. or), आधिकारिक रूप से सीरियाई अरब गणराज्य (अरबी: الجمهورية العربية السورية), दक्षिण-पश्चिम एशिया का एक राष्ट्र है। इसके पश्चिम में लेबनॉन तथा भूमध्यसागर, दक्षिण-पश्चिम में इजराइल, दक्षिण में ज़ॉर्डन, पूरब में इराक़ तथा उत्तर में तुर्की है। इसराइल तथा इराक़ के बीच स्थित होने के कारण यह मध्य-पूर्व का एक महत्वपूर्ण देश है। इसकी राजधानी दमास्कस है जो उमय्यद ख़िलाफ़त तथा मामलुक साम्राज्य की राजधानी रह चुका है। अप्रैल 1946 में फ्रांस से स्वाधीनता मिलने के बाद यहाँ के शासन में बाथ पार्टी का प्रभुत्व रहा है। 1963 से यहाँ आपातकाल लागू है जिसके कारण 1970 के बाद से यहाँ के शासक असद परिवार के लोग होते हैं। .
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हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश (अंग्रेज़ी: Himachal Pradesh, उच्चारण) उत्तर-पश्चिमी भारत में स्थित एक राज्य है। यह 21,629 मील² (56019 किमी²) से अधिक क्षेत्र में फ़ैला है तथा उत्तर में जम्मू कश्मीर, पश्चिम तथा दक्षिण-पश्चिम में पंजाब (भारत), दक्षिण में हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश, दक्षिण-पूर्व में उत्तराखण्ड तथा पूर्व में तिब्बत से घिरा हुआ है। हिमाचल प्रदेश का शाब्दिक अर्थ "बर्फ़ीले पहाड़ों का प्रांत" है। हिमाचल प्रदेश को "देव भूमि" भी कहा जाता है। इस क्षेत्र में आर्यों का प्रभाव ऋग्वेद से भी पुराना है। आंग्ल-गोरखा युद्ध के बाद, यह ब्रिटिश औपनिवेशिक सरकार के हाथ में आ गया। सन 1857 तक यह महाराजा रणजीत सिंह के शासन के अधीन पंजाब राज्य (पंजाब हिल्स के सीबा राज्य को छोड़कर) का हिस्सा था। सन 1950 मे इसे केन्द्र शासित प्रदेश बनाया गया, लेकिन 1971 मे इसे, हिमाचल प्रदेश राज्य अधिनियम-1971 के अन्तर्गत इसे 25 january 1971 को भारत का अठारहवाँ राज्य बनाया गया। हिमाचल प्रदेश की प्रतिव्यक्ति आय भारत के किसी भी अन्य राज्य की तुलना में अधिक है । बारहमासी नदियों की बहुतायत के कारण, हिमाचल अन्य राज्यों को पनबिजली बेचता है जिनमे प्रमुख हैं दिल्ली, पंजाब (भारत) और राजस्थान। राज्य की अर्थव्यवस्था तीन प्रमुख कारकों पर निर्भर करती है जो हैं, पनबिजली, पर्यटन और कृषि। हिंदु राज्य की जनसंख्या का 95% हैं और प्रमुख समुदायों मे ब्राह्मण, राजपूत, घिर्थ (चौधरी), गद्दी, कन्नेत, राठी और कोली शामिल हैं। ट्रान्सपरेन्सी इंटरनैशनल के 2005 के सर्वेक्षण के अनुसार, हिमाचल प्रदेश देश में केरल के बाद दूसरी सबसे कम भ्रष्ट राज्य है। .
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जम्हूरियत् अनिती
जुम्हूरियत् अनिती या गणतंत्रता स्मारक, (Cumhuriyet Anıtı; उच्चारण:जुम्हूरियेत् अनिती या जुम्हूरियत आनिती) तुर्की गणराज्य के निर्माता कमाल पाशा के द्वारा बनबाया गया एक स्मारक है। यह स्मारक इस्ताम्बुल के तकसीम स्क्वायर पर स्थित है। यह ऐतिहासिक स्मारक उन बहादुर सेनानियों की जीवन्त स्मृति को अक्षुण्ण रखने के लिये बनबाया गया था जिन्होंने तुर्की में जनतान्त्रिक गणराज्य स्थापित करने में योगदान दिया था। इस खूबसूरत स्मारक में रंगीन संगमरमर के ढाँचे पर कांस्य की मूर्तियाँ स्थापित की गयी हैं। इतिहासकारों के अनुसार कमाल पाशा के नेतृत्व में तुर्की गणराज्य सन् १९२३ में स्थापित हुआ था। आम जनता से आर्थिक सहयोग लेकर लगभग ढाई साल में बनकर तैयार हुए इस स्मारक को आम जनता के दर्शनार्थ ९ अगस्त १९२८ को सार्वजनिक रूप से खोल दिया गया। .
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ज़ांज़ीबार
ज़ांज़ीबार (फ़ारसी زنگبار; प्रत्यय bār (बार) से: "तट" और Zangi (जैंगि): "काला"), पूर्वी अफ्रीका के यूनाइटेड रिपब्लिक ऑफ तंजानिया का एक अर्द्ध-स्वायत्त हिस्सा है। इसमें हिंद महासागर में ज़ांज़ीबार द्वीपसमूह शामिल है जो मुख्य भू-भाग के तट से दूर है और यह कई छोटे-छोटे द्वीपों और दो बड़े द्वीपों: उन्गुजा (मुख्य द्वीप, जिसे अनौपचारिक रूप से ज़ांज़ीबार के रूप में संदर्भित किया जाता है) और पेम्बा से मिलकर बना है। अन्य समीपवर्ती द्वीप देशों और क्षेत्रों में दक्षिण की तरफ स्थित कोमोरोस और मैयट, सुदूर दक्षिण पूर्व की तरफ स्थित मॉरिशस और रीयूनियन और पूर्व में लगभग 1,500 किमी दूर स्थित सेशेल्स द्वीप समूह शामिल है। आरंभिक काल में अरबी और पुर्तगाली व्यापारियों ने इस क्षेत्र का दौरा किया और अठारहवीं और उन्नीसवीं सदियों में इस पर ओमानवासियों का नियंत्रण था। ब्रिटेन ने 1890 में यहाँ एक संरक्षित राज्य की स्थापना की थी जो दिसंबर 1963 में एक स्वतंत्र सल्तनत बन गया और जनवरी 1964 में एक विद्रोह के बाद यह एक गणतांत्रिक क्षेत्र बन गया। अप्रैल 1964 में यह तन्गानिका से जुड़ गया और एक नए गणतंत्र का निर्माण हुआ जिसे अक्टूबर 1964 में तंजानिया नाम दिया गया। (फ्रोमर्स, 2002) उन्गुजा द्वीप पर स्थित ज़ांज़ीबार की राजधानी का नाम ज़ांज़ीबार शहर है और स्टोन टाउन के नाम से मशहूर इसका ऐतिहासिक केन्द्र एक वर्ल्ड हेरिटेज साईट (विश्व विरासत स्थल) है। ज़ांज़ीबार के मुख्य उद्योग मसाले, रैफिया (ताड़ के पेड़ का रेशा) और पर्यटन है। खास तौर पर इन द्वीपों पर लौंग, जायफल, दालचीनी और काली मिर्च का उत्पादन होता है। इस वजह से तंजानिया के माफिया द्वीप के साथ इन द्वीपों को कभी-कभी मसाला द्वीप समूह (एक ऐसा शब्द जिसका संबंध इंडोनेशिया के मलुकू द्वीप समूह से भी है) कहा जाता है। स्थानिक ज़ांज़ीबार रेड कोलोबस और संभवतः विलुप्त जैजिबार तेंदुए का घर होने के नाते ज़ांज़ीबार की पारिस्थितिकी उल्लेखनीय है। .
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वानूआतू
वानूआतू (बिस्लामा में; अंग्रेजी में या), आधिकारिक तौर पर वानूआतू गणराज्य (République de Vanuatu, बिस्लामा रिपब्लिक ब्लोंग वानूआतू), दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीप राष्ट्र है। ज्वालामुखी मूल का यह द्वीपसमूह उत्तरी ऑस्ट्रेलिया के लगभग पूर्व, न्यू कैलेडोनिया के पूर्वोत्तर, फिजी के पश्चिम और न्यू गिनी के निकट सोलोमन द्वीपों के दक्षिण-पूर्व में स्थित है। वानूआतू में मेलानेशियाई लोग सबसे पहले आकर बसे थे। यूरोप के लोगों ने 1605 में क्यूरॉस के नेतृत्व में स्पेनिश अभियान के एस्पिरिटू सैंटो में आने पर इन द्वीपों का पता लगाया था। 1880 के दशक में फ्रांस और युनाइटेड किंगडम ने देश के कुछ हिस्सों पर अपना दावा किया और 1906 में वे एक ब्रिटिश-फ्रांसीसी सहस्वामित्व के जरिये न्यू हेब्रिड्स के रूप में इस द्वीपसमूह के संयुक्त प्रबंधन के एक ढाँचे पर सहमत हुए.
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विल्नुस विश्वविद्यालय का पुस्तकालय
श्रेणी:पुस्तकालय विल्नुस विश्वविद्यालय का पुस्तकालय (VUB) - सब से पुराना पुस्तकालय लिथुआनिया में है। वह जेशूइट के द्वारा स्थापित किया गया था। पुस्तकालय विल्नुस विश्वविद्यालय से पुराना है - पुस्तकालय १५७० में और विश्वविद्यालय १५७९ में स्थापित किया गया था। कहने तो लायक है कि अभी तक पुस्तकालय समान निर्माण में रहा है।पहले पुस्तकालय वर्तमान भाषाशास्त्र (फ़िलोलोजी) के वाचनालय में रहा था। आज पुस्तकालय में लगभग ५४ लाख दस्तावेज रखे हैं। ताक़ों की लम्बाई - १६६ किलोमीटर ।अभी पुस्तकालय के २९ हज़ार प्रयोक्ते हैं। १७५३ में यहाँ लिथुआनिया की प्रथम वेधशाला स्थापित की गयी थी। प्रतिवर्ष विल्नुस विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में बहुत पर्यटक आते हैं - न केवल लिथुआनिया से बल्कि भारत, स्पेन, चीन, अमरीका से, वगैरह। विल्नुस विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में प्रसिद्ध व्यक्तित्व भी आते हैं। उदाहरण के लिये - राष्ट्रपति, पोप, दलाई लामा, वगैरह। विल्नुस विश्वविद्यालय के पुस्तकालय का सदर मकान उनिवेर्सितेतो ३ में, राष्ट्रपति भवन के पास स्थापित किया गया है। यहाँ १३ वाचनालय और ३ समूहों के कमरे हैं। दूसरे विल्नुस के स्थानों में अन्य पुस्तकालय के भाग मिलते हैं। .
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वैश्वीकरण
Puxi) शंघाई के बगल में, चीन. टाटा समूहहै। वैश्वीकरण का शाब्दिक अर्थ स्थानीय या क्षेत्रीय वस्तुओं या घटनाओं के विश्व स्तर पर रूपांतरण की प्रक्रिया है। इसे एक ऐसी प्रक्रिया का वर्णन करने के लिए भी प्रयुक्त किया जा सकता है जिसके द्वारा पूरे विश्व के लोग मिलकर एक समाज बनाते हैं तथा एक साथ कार्य करते हैं। यह प्रक्रिया आर्थिक, तकनीकी, सामाजिक और राजनीतिक ताकतों का एक संयोजन है।वैश्वीकरण का उपयोग अक्सर आर्थिक वैश्वीकरण के सन्दर्भ में किया जाता है, अर्थात, व्यापार, विदेशी प्रत्यक्ष निवेश, पूंजी प्रवाह, प्रवास और प्रौद्योगिकी के प्रसार के माध्यम से राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था का अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्थाओं में एकीकरण.
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वेबउदयपुर
वेबउदयपुर (WebUdaipur) उदयपुर शहर के विद्यार्थियों द्वारा बनाया गया एक वेब पोर्टल है। इसकी नींव उदयपुर शहर के कुछ विद्यार्थियों ने मिलकर रखी थी। इस साईट के प्रतिष्ठापक आकाश वेदी है। .
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खगोलयात्री
खगोलयात्री या अंतरिक्षयात्री या खगोलबाज़ ऐसे व्यक्ति को कहते हैं जो पृथ्वी के वायुमंडल से ऊपर जाकर अंतरिक्ष में प्रवेश करे। वर्तमान काल में यह अधिकतर विश्व की कुछ सरकारों द्वारा चलाए जा रहे अंतरिक्ष शोध कार्यक्रमों के अंतर्गत अंतरिक्ष-यानों में सवार यात्रियों को कहा जाता है, हालाँकि हाल में कुछ निजी कम्पनियाँ भी अंतरिक्ष-यान में पर्यटकों को वायुमंडल से ऊपर ले जाने वाले यानों के विकास में जुटी हुई हैं। .
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गया अंतर्राष्ट्रीय हवाई-अड्डा
गया अंतर्राष्ट्रीय हवाई-अड्डा बिहार के गया एवं बोधगया शहरों के बीच अवस्थित है। फिलहाल यह हवाई अड्डा देश में सिर्फ कोलकाता से सीधे सीधे जुड़ा हुआ है। बौद्ध पर्यटन को देखते हुये सन 2004 में भारत सरकार ने इस हवाई-अड्डे का विकास सुनिश्चित किया और अब यह शहर श्रीलंका की राजधानी कोलंबो और थाईलैंड की राजधानी बैंकाक से सीधे हवाई संपर्क में है। श्रीलंकन एअरलाइंस की जहाजें हफ़्ते में तीन बार बरास्ता गया दिल्ली के लिये जाती है। जबकि इंडियन एअरलाइंस की जहाज हफ़्ते में चार दिन बैंकाक से उड़ान भरकर बरास्ता कोलकाता गया तक आती है। श्रेणी:भारत में विमानक्षेत्र.
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गंगा चोटी
गंगा चोटी (अंग्रेज़ी: Ganga Choti, उर्दु: گنگا چوٹی) आज़ाद कश्मीर के बाग़ ज़िले में सुधन गली गाँव के पास स्थित एक रमणीय पर्वत है। यह पीर पंजाल पर्वतमाला का सदस्य है और पीर मस्तान राष्ट्रीय उद्यान के एक छोर पर खड़ा है। गंगा चोटी पाक-अधिकृत कश्मीर आने वाले पर्यटकों के लिए एक मुख्य आकर्षण है। .
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गंगा नदी
गंगा (गङ्गा; গঙ্গা) भारत की सबसे महत्त्वपूर्ण नदी है। यह भारत और बांग्लादेश में कुल मिलाकर २,५१० किलोमीटर (कि॰मी॰) की दूरी तय करती हुई उत्तराखण्ड में हिमालय से लेकर बंगाल की खाड़ी के सुन्दरवन तक विशाल भू-भाग को सींचती है। देश की प्राकृतिक सम्पदा ही नहीं, जन-जन की भावनात्मक आस्था का आधार भी है। २,०७१ कि॰मी॰ तक भारत तथा उसके बाद बांग्लादेश में अपनी लंबी यात्रा करते हुए यह सहायक नदियों के साथ दस लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के अति विशाल उपजाऊ मैदान की रचना करती है। सामाजिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक और आर्थिक दृष्टि से अत्यन्त महत्त्वपूर्ण गंगा का यह मैदान अपनी घनी जनसंख्या के कारण भी जाना जाता है। १०० फीट (३१ मी॰) की अधिकतम गहराई वाली यह नदी भारत में पवित्र मानी जाती है तथा इसकी उपासना माँ तथा देवी के रूप में की जाती है। भारतीय पुराण और साहित्य में अपने सौन्दर्य और महत्त्व के कारण बार-बार आदर के साथ वंदित गंगा नदी के प्रति विदेशी साहित्य में भी प्रशंसा और भावुकतापूर्ण वर्णन किये गये हैं। इस नदी में मछलियों तथा सर्पों की अनेक प्रजातियाँ तो पायी ही जाती हैं, मीठे पानी वाले दुर्लभ डॉलफिन भी पाये जाते हैं। यह कृषि, पर्यटन, साहसिक खेलों तथा उद्योगों के विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान देती है तथा अपने तट पर बसे शहरों की जलापूर्ति भी करती है। इसके तट पर विकसित धार्मिक स्थल और तीर्थ भारतीय सामाजिक व्यवस्था के विशेष अंग हैं। इसके ऊपर बने पुल, बांध और नदी परियोजनाएँ भारत की बिजली, पानी और कृषि से सम्बन्धित ज़रूरतों को पूरा करती हैं। वैज्ञानिक मानते हैं कि इस नदी के जल में बैक्टीरियोफेज नामक विषाणु होते हैं, जो जीवाणुओं व अन्य हानिकारक सूक्ष्मजीवों को जीवित नहीं रहने देते हैं। गंगा की इस अनुपम शुद्धीकरण क्षमता तथा सामाजिक श्रद्धा के बावजूद इसको प्रदूषित होने से रोका नहीं जा सका है। फिर भी इसके प्रयत्न जारी हैं और सफ़ाई की अनेक परियोजनाओं के क्रम में नवम्बर,२००८ में भारत सरकार द्वारा इसे भारत की राष्ट्रीय नदी तथा इलाहाबाद और हल्दिया के बीच (१६०० किलोमीटर) गंगा नदी जलमार्ग को राष्ट्रीय जलमार्ग घोषित किया है। .
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गूगल धरती
गूगल अर्थ वास्तविक भूमंडल (virtual globe) चित्रण का एक ऐसा कार्यक्रम है जिसे प्रारम्भ में अर्थ व्यूअर नाम दिया गया, तथा इसे कीहोल, इंक (Keyhole, Inc) द्वारा तैयार किया गया है, जो 2004 में गूगल द्वारा अधिगृहीत की गई एक कंपनी है। यह कार्यक्रम उपग्रह चित्रावली (satellite imagery), हवाई छायांकन (aerial photography) तथा भौगोलिक सूचना प्रणाली (GIS) त्रि आयामी (3D) भूमंडल से प्राप्त चित्रों का अध्यारोपण (superimposition) करते हुए धरती का चित्रण करता है। यह तीन विभिन्न अनुज्ञप्तियों के अधीन उपलब्ध है: गूगल अर्थ, सीमित कार्यात्मकता के साथ एक मुक्त संस्करण; गूगल अर्थ प्लस ($ २० प्रति वर्ष), जो अतिरिक्त विशेषताओं से युक्त है तथा गूगल अर्थ प्रो ($ ४०० प्रति वर्ष), जो कि वाणिज्यिक कार्यों में उपयोग हेतु तैयार किया गया है। २००६ में इस उत्पाद का नाम बदलकर गूगल अर्थ कर दिया गया, जो कि वर्तमान में माइक्रोसॉफ्ट विन्डोज़ (Microsoft Windows) २००० (2000), एक्स पी अथवा विस्ता, मैक ओएस एक्स (Mac OS X) १०.३.९ तथा उससे अधिक, लिनुक्स(१२ जून, २००६ को जारी) तथा फ्री BSD (FreeBSD) से युक्त निजी कंप्यूटरों (personal computer) पर उपयोग के लिए उपलब्ध है। गूगल अर्थ फायरफॉक्स, आई ई 6 (IE6) अथवा आई ई 7 (IE7) के लिए एक ब्राउज़र प्लगइन (02 जून, 2008 को जारी) के रूप में भी उपलब्ध है। एक अद्यतन कीहोल आधारित क्लाइंट को जारी करने के साथ, गूगल ने अपने वेब आधारित प्रतिचित्रण सॉफ़्टवेयर में अर्थ डेटाबेस की चित्रावली भी शामिल की है। वर्ष २००६ के मध्य जनता के लिए गूगल अर्थ जारी होने के साथ २००६ तथा २००७ के बीच आभासी भूमंडल (virtual globes) पर मीडिया कवरेज में दस गुना से भी अधिक की वृद्धि हुई तथा भूस्थानिक (geospatial) तकनीकों तथा अनुप्रयोगों में जनता की रूचि बढ़ गई। .
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गूगल स्काई
गूगल स्काई, गूगल के गूगल अर्थ की एक सुविधा है और www.google.com/sky पर एक ऑनलाइन स्काई/आउटर स्पेस व्यूअर है। यह स्काई दृश्यों को दिखाता है जो हब्बल दूरबीन के अंतरिक्ष तस्वीरों के सहयोग से बना होता है। इसे 27 अगस्त 2007 को बनाया गया था। .
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गेजिंग
ग्यालशिंग या गेजिंग, सिक्किम के पश्चिमी जिले का मुख्यालय है। सिक्किम का पश्चिमी जिला पूर्वी हिमालय क्षेत्र के सबसे खूबसूरत और पवित्र स्थानों में एक माना जाता है। इस क्षेत्र की जैव विविधता इसे अन्य स्थानों से अलग करती है। साथ ही यहां स्थित अनेक मठों के कारण इसे मठभूमि नाम से भी संबोधित किया जाता है। यहां के कुछ मठ तो शताब्दियों पुराने हैं। एक पहाड़ी चोटी पर स्थित संगा चोलिंग मठ 1697 में बनवाया गया था। इसे सिक्किम के सबसे प्राचीन मठों में एक माना जाता है। यहां की खेचियापलरी झील, धार्मिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है। एशिया का दूसरा सबसे ऊंचा सिंगशोर झूला पुल यहां आने वाले पर्यटकों आकर्षण के केन्द्र में रहता है। पश्चिमी सिक्किम के हर हिस्से में खूबसूरत झरनों को देखा जा सकता है। इस जिले को लोकप्रिय जोंगरी-गोईचाला पैदल यात्रा मार्ग का प्रवेश द्वार माना जाता है। .
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गोवा
right गोवा या गोआ (कोंकणी: गोंय), क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे छोटा और जनसंख्या के हिसाब से चौथा सबसे छोटा राज्य है। पूरी दुनिया में गोवा अपने खूबसूरत समुंदर के किनारों और मशहूर स्थापत्य के लिये जाना जाता है। गोवा पहले पुर्तगाल का एक उपनिवेश था। पुर्तगालियों ने गोवा पर लगभग 450 सालों तक शासन किया और दिसंबर 1961 में यह भारतीय प्रशासन को सौंपा गया। .
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आतिथ्य
आतिथ्य एक मेहमान तथा मेजबान के मध्य संबंध अथवा सत्कारशीलता का कृत्य अथवा प्रचलन है। जोकि मेहमान, आगंतुक अथवा अजनबियों; आश्रयस्थल, सदस्यता क्लब, कन्वेंशन, आकर्षणों, विशेष घटनाओं का स्वागत तथा मनोरंजन तथा यात्रियों तथा पर्यटकों के लिये अन्य सेवाये हैं। "आतिथ्य" का आशय उन लोगों के प्रति देखभाल तथा दयालुता प्रदान करना भी हो सकता है जिनको इसकी आवश्यकता है। .
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इण्डिया हाउस
इंडिया हाउस हाइगेट लन्दन इण्डिया हाउस १९०५ से १९१० के दौरान लन्दन में स्थित एक अनौपचारिक भारतीय राष्ट्रवादी संस्था थी। इसकी स्थापना ब्रिटेन के भारतीय छात्रों में राष्ट्रवादी विचारों का प्रचार करने हेतु श्यामजी कृष्ण वर्मा के संरक्षण में हाइगेट, उत्तरी लन्दन के एक छात्र निवास में की गयी थी। .
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कतर पर्यटन प्राधिकरण
कतर सरकार की एक शाखा, कतर पर्यटन प्राधिकरण (QTA), कतर में पर्यटन के विकास और प्रचार संबंधी नियमों, विनियमों और कानूनों के निर्माण और व्यवस्थापन के लिए उत्तरदायी सर्वोच्च संस्था है। मंत्रालय, पर्यटकों के लिए आकर्षक स्थलों और निवास स्थान का निर्माण करने और कतर पर्यटन उद्योग का विस्तार करने और उसे व्यापक बनाने के लिए, साथ ही देश के जीडीपी में पर्यटन की भूमिका का निर्माण करने और उसके भावी विकास व सामाजिक विकास के लिए उत्तरदायी है। QTA के कार्य, उद्योग के भावी विकास के लिए तैयार की गई योजना हेतु फरवरी 2014 में प्रकाशित कतर नेशनल टूरिज़्म सेक्टर स्ट्रैटेज़ी 2030 (QNTSS), द्वारा मार्गदर्शित होते हैं। .
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कम्बोडिया
कंबोडिया जिसे पहले कंपूचिया के नाम से जाना जाता था दक्षिण पूर्व एशिया का एक प्रमुख देश है जिसकी आबादी १,४२,४१,६४० (एक करोड़ बयालीस लाख, इकतालीस हज़ार छे सौ चालीस) है। नामपेन्ह इस राजतंत्रीय देश का सबसे बड़ा शहर एवं इसकी राजधानी है। कंबोडिया का आविर्भाव एक समय बहुत शक्तिशाली रहे हिंदू एवं बौद्ध खमेर साम्राज्य से हुआ जिसने ग्यारहवीं से चौदहवीं सदी के बीच पूरे हिन्द चीन (इंडोचायना) क्षेत्र पर शासन किया था। कंबोडिया की सीमाएँ पश्चिम एवं पश्चिमोत्तर में थाईलैंड, पूर्व एवं उत्तरपूर्व में लाओस तथा वियतनाम एवं दक्षिण में थाईलैंड की खाड़ी से लगती हैं। मेकोंग नदी यहाँ बहने वाली प्रमुख जलधारा है। कंबोडिया की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से वस्त्र उद्योग, पर्यटन एवं निर्माण उद्योग पर आधारित है। २००७ में यहाँ केवल अंकोरवाट मंदिर आनेवाले विदेशी पर्यटकों की संख्या ४० लाख से भी ज्यादा थी। सन २००७ में कंबोडिया के समुद्र तटीय क्षेत्रों में तेल एवं गैस के विशाल भंडार की खोज हुई, जिसका व्यापारिक उत्पादन सन २०११ से होने की उम्मीद है जिससे इस देश की अर्थव्यवस्था में काफी परिवर्तन होने की अपेक्षा की जा रही है। .
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कर्ण सिंह
कर्ण सिंह कर्ण सिंह (जन्म 1931) भारतीय राजनेता, लेखक और कूटनीतिज्ञ हैं। जम्मू और कश्मीर के महाराजा हरि सिंह और महारानी तारा देवी के प्रत्यक्ष उत्तराधिकारी (युवराज) के रूप में जन्मे डॉ॰ कर्ण सिंह ने अठारह वर्ष की ही उम्र में राजनीतिक जीवन में प्रवेश कर लिया था और वर्ष १९४९ में प्रधानमन्त्री पं॰ जवाहरलाल नेहरू के हस्तक्षेप पर उनके पिता ने उन्हें राजप्रतिनिधि (रीजेंट) नियुक्त कर दिया। इसके पश्चात अगले अठारह वर्षों के दौरान वे राजप्रतिनिधि, निर्वाचित सदर-ए-रियासत और अन्तत: राज्यपाल के पदों पर रहे। १९६७ में डॉ॰ कर्ण सिंह प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किए गए। इसके तुरन्त बाद वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में जम्मू और कश्मीर के उधमपुर संसदीय क्षेत्र से भारी बहुमत से लोक सभा के सदस्य निर्वाचित हुए। इसी क्षेत्र से वे वर्ष १९७१, १९७७ और १९८० में पुन: चुने गए। डॉ॰ कर्ण सिंह को पहले पर्यटन और नगर विमानन मंत्रालय सौंपा गया। वे ६ वर्ष तक इस मंत्रालय में रहे, जहाँ उन्होंने अपनी सूक्ष्मदृष्टि और सक्रियता की अमिट छाप छोड़ी। १९७३ में वे स्वास्थ्य और परिवार नियोजन मंत्री बने। १९७६ में जब उन्होंने राष्ट्रीय जनसंख्या नीति की घोषणा की तो परिवार नियोजन का विषय एक राष्ट्रीय प्रतिबद्धता के रूप में उभरा। १९७९ में वे शिक्षा और संस्कृति मंत्री बने। डॉ॰ कर्ण सिंह पूर्व रियासतों के अकेले ऐसे पूर्व शासक थे, जिन्होंने स्वेच्छा से निजी कोश(प्रिवी पर्स) का त्याग किया। उन्होंने अपनी सारी राशि अपने माता-पिता के नाम पर भारत में मानव सेवा के लिए स्थापित 'हरि-तारा धर्मार्थ न्यास' को दे दी। उन्होंने जम्मू के अपने अमर महल (राजभवन) को संग्रहालय एवं पुस्तकालय में परिवर्तित कर दिया। इसमें पहाड़ी लघुचित्रों और आधुनिक भारतीय कला का अमूल्य संग्रह तथा बीस हजार से अधिक पुस्तकों का निजी संग्रह है। डॉ॰ कर्ण सिंह धर्मार्थ न्यास के अन्तर्गत चल रहे सौ से अधिक हिन्दू तीर्थ-स्थलों तथा मंदिरों सहित जम्मू और कश्मीर में अन्य कई न्यासों का काम-काज भी देखते हैं। हाल ही में उन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय विज्ञान, संस्कृति और चेतना केंद्र की स्थापना की है। यह केंद्र सृजनात्मक दृष्टिकोण के एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उभर रहा है। कर्ण सिंह ने देहरादून स्थित दून स्कूल से सीनियर कैम्ब्रिज परीक्षा प्रथम श्रेणी के साथ उत्तीर्ण की और इसके बाद जम्मू और कश्मीर विश्वविद्यालय से स्नातक उपाधि प्राप्त की। वे इसी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी रह चुके हैं। वर्ष १९५७ में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से राजनीतिक विज्ञान में एम.ए.
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काउबॉय
सी.एम. रसेल द्वारा दर्शाया एक अमेरिकी काउबॉय की उत्कृष्ट छवि. उत्तरी अमेरिका में फार्मों के पशुओं की रखवाली करने वाले को काउबॉय कहा जाता है, परंपरागत रूप से घोड़े पर सवार होकर वह यह काम करता है और अक्सर फ़ार्म संबंधित अन्य अनेक प्रकार के काम भी किया करता है। 19वीं शताब्दी के अंत में यह ऐतिहासिक अमेरिकी काउब्वॉय उत्तरी मेक्सिको के वाकुएरो (काउब्वॉय का एक स्थानीय नाम) परंपराओं से उत्पन्न हुआ और इसने विशेष महत्व का आकार ग्रहण कर लिया और एक दंतकथा बन गया।मेलोन, जे., पृष्ठ.
देखें पर्यटन और काउबॉय
क्रान्ति-तीर्थ
हाईगेट लन्दन का इण्डिया हाउस, जिसकी अनुकृति बनाकर क्रान्ति तीर्थ में रखी गयी है। क्रान्ति-तीर्थ गुजरात का एक सुप्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह कच्छ के माण्डवी जिले में माण्डवी नगर से 3 किलोमीटर दूर माण्डवी धारबुदी मार्ग पर स्थित है। श्यामजी कृष्ण वर्मा द्वारा यूनाइटेड किंगडम में बीसवी शताब्दी के प्रारम्भ में स्थापित हाईगेट लन्दन के ऐतिहासिक इण्डिया हाउस की अनुकृति इस पर्यटन स्थल में विशेष रूप से दर्शनीय है। गुजरात के मुख्यमन्त्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 13 दिसम्बर 2010 को राष्ट्र को समर्पित इस क्रान्ति-तीर्थ को देखने दूर-दूर से पर्यटक गुजरात आते हैं। गुजरात सरकार का पर्यटन विभाग इसकी देखरेख करता है। .
देखें पर्यटन और क्रान्ति-तीर्थ
कैलेटा होटल
द कैलेटा होटल (The Caleta Hotel), जिसे कैलेटा पैलेस होटल (अंग्रेज़ी: Caleta Palace Hotel) के नाम से भी जाना जाता है, ब्रिटिश प्रवासी शासित प्रदेश जिब्राल्टर में स्थित एक चार-सितारा होटल है। यह कैटालेन खाड़ी के किनारे पर क्षेत्र के पूर्वी तट पर बना हुआ है। इसका मुख भूमध्य सागर की तरफ़ है। इसको अपना यह नाम स्पेनी भाषा के ला कैलेटा से मिला है जिसका हिन्दी में अर्थ होता है 'छोटी खाडी'। यह नाम जिब्राल्टर पर स्पेनी शासन के समय कैटालेन खाड़ी और उसके तट पर स्थित मछुआरे के गाँव को दिया गया था। यह खाड़ी का पारम्परिक नाम है, तथा खाड़ी और होटल दोनो एक ही जगह पर स्थित हैं। कैलेटा होटल अतिथि कमरो और सुइट के व्यापक चयन के कई विकल्प उपलब्ध कराता है। यह दो रोज़ेट मूल्यांकित इतालवी रेस्टोरेंट, जिसका नाम नुनोस है, को संचालित करता है। होटल को सम्पूर्ण जिब्राल्टर के सर्वश्रेष्ठ होटल में से एक माना जाता है। यह वर्ल्ड ट्रैवल अवार्ड्स के लगातार चार समारोह में जिब्राल्टर्स लीडिंग होटल का पुरस्कार प्राप्त कर चुका है और यह ख्याति प्राप्त करने वाला कैलेटा होटल जिब्राल्टर का दूसरा होटल है। 2004 से 2008 तक यह पुरस्कार द रॉक होटल ने प्राप्त किया था, जो जिब्राल्टर का अन्य प्रमुख होटल है। .
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केरिन्थिया (Kärnten)
केरिन्थिया (Kärnten, Koroška) एक सुदूर दक्षिणी ऑस्ट्रियाई राज्य या क्षेत्र है। यह ईस्टर्न आल्प्स के भीतर स्थित है और मुख्यतः पर्वतों और झीलों के लिए यह प्रसिद्ध है। एक विशेष (आसानी से पहचानने योग्य) दक्षिणी ऑस्ट्रो-बवारियन बोली के साथ यहां के लोग मुख्य रूप से जर्मन बोलते हैं जिसमें मुख्य रूप से दोहरे व्यंजन से पहले सभी छोटे जर्मन स्वर लम्बे होते हैं ("केरिन्थियान वोवेल स्ट्रेचिंग").
देखें पर्यटन और केरिन्थिया (Kärnten)
कोर्सिका
कोर्सिका (Corse; Corsican and Italian: Corsica) भूमध्य सागर में स्थित एक द्वीप है। यह फ्रान्स के १३ क्षेत्रों में से एक है। यह दक्षिणी फ्रांस से 105 मील और उत्तर-पश्चिमी इटली से 56 मील की दूरी पर स्थित है। इस द्वीप का दो तिहाई भाग एक ही पर्वत-शृंखला से निर्मित है। .
देखें पर्यटन और कोर्सिका
अतुल्य भारत
अतुल्य भारत (Incredible India) भारतीय पर्यटन विभाग एक अभियान है, जो देश विदेश में भारत का प्रतिनिधित्व करता है। इस अभियान का उद्देश्य है भारतीय पर्यटन को वैश्विक मंच पर पदोन्नत करना। .
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अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी)
अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) भारत, एक एमआरपी सिस्टम चल रही है जो न केवल देश में बेचा एक उत्पाद के लिए आरोप लगाया जा सकता है कि सबसे ज्यादा कीमत है, जो एक निर्माता गणना की कीमत है। रिटेलर्स हालांकि, कम से कम के लिए उत्पादों को बेचने के लिए चुन सकते हैं एमआरपी। उन प्रणालियों में निर्माता द्वारा गणना की कीमत केवल एक सिफारिश है, और कानून के द्वारा लागू करने योग्य नहीं है क्योंकि एमआरपी एक सिफारिश की खुदरा कीमत का उपयोग कर सिस्टम से अलग है। भारत में सभी खुदरा उत्पादों एमआरपी के साथ चिह्नित किया जाना चाहिए। दुकानें एमआरपी से अधिक ग्राहकों को चार्ज नहीं कर सकते। कुछ दुकानों अपनी दुकानों के लिए और अधिक ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए थोड़ा एमआरपी नीचे चार्ज कर सकते हैं। कुछ दूरदराज के क्षेत्रों में, पर्यटन स्थलों, और एक उत्पाद प्राप्त करने के लिए मुश्किल है, जहां स्थितियों में, उपभोक्ताओं को अक्सर एमआरपी से अधिक अवैध रूप से चार्ज किया जाता है। अप्रैल २०१५ में यह यह है कि वे एमआरपी के ऊपर चार्ज कर दिया गया था और महाराष्ट्र राज्य सरकार से हस्तक्षेप करने की धमकी दी की खोज की थी के बाद मुंबई में दूध विक्रेताओं बहिष्कार की धमकी दे रहे थे कि सूचना मिली थी। आज के परिदृश्य में यह आम तौर पर बाजारों में कारोबार में उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतों में निर्माताओं द्वारा मनमाने ढंग से बसे हुए हैं कि पाया जाता है। यहां तक कि आप उपभोक्ताओं को खुदरा विक्रेताओं वास्तव में वे उत्पादों को बेचने पर स्थानीय करों की सही मात्रा में चार्ज कर रहे हैं कि क्या जांच करने के लिए एक शहर के भीतर, विभिन्न उत्पादों के करों के विभिन्न दर है, जहां एक बाजार में, यह बहुत मुश्किल हो जाता है कि एहसास कर सकते हैं। वास्तविक उत्पादन लागत बहुत कम है के रूप में उपभोक्ता और निर्माताओं बड़ा लाभ हासिल करने के लिए इसलिए माल की कीमत के संबंध में भ्रम की स्थिति स्वाभाविक है। निर्माताओं मनमाने ढंग से मूल्य तय करने और उपभोक्ताओं को उच्च लागत पर माल खरीद करने के लिए मजबूर कर रहे हैं। बाट और माप (पैकेज्ड कमोडिटीज) नियम के तहत सभी पैक माल तरह के अपने वजन या मात्रा, नाम और निर्माता का पता, निर्माण की तिथि के रूप में पैकेज की सामग्री, पर कुछ आवश्यक जानकारी ले, और के मामले में होना चाहिए भोजन संकुल, ज़ाहिर है, तारीख से पहले सबसे अच्छा और अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी)। उपभोक्ता निर्माता द्वारा माल पर छपी अधिकतम कीमत खत्म करने के लिए चार्ज नहीं कर सकते हैं ताकि उपभोक्ता वस्तुओं (उत्पादन और अधिकतम खुदरा मूल्य की लागत का अनिवार्य मुद्रण) अधिनियम, २००६ के तहत, कुछ दिशा निर्देश प्रदान की गई है। ये दिशानिर्देश हैं: १.
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अन्तर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस
अन्तर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस प्रत्येक वर्ष 18 मई को मनाया जाता है। वर्ष 1983 में 18 मई को संयुक्त राष्ट्र ने संग्रहालय की विशेषता एवं महत्व को समझते हुए अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस मनाने का निर्णय लिया इसका मूल उद्देश्य जनसामान्य में संग्रहालयों के प्रति जागरूकता तथा उनके कार्यकलापों के बारे में जन जागृति फैलाना था इसका यह भी एक उद्देश्य था कि लोग संग्रहालयों में जाने अपने इतिहास को अपनी प्राचीन समृद्ध परंपराओ को जाने और समझे। अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय परिषद के अनुसार ” संगृहालय में ऐसी अनेक चीजें सुरक्षित रखी जाती हैं जोमानव सभ्यता की याद दिलाती है संगृहालय में रखी वस्तु हमारी सांस्कृतिक धरोहर तथा प्रकृति को प्रदर्शित करती है” वर्ष 1992 में अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय परिषद ने यह निर्णय लिया कि वह प्रत्येक वर्ष एक नए विषय का चयन करेंगे एवं जन सामान्य को संग्राहालय विशेषज्ञों से मिलने का संग्रहालयों की चुनौतियों से अवगत कराने के लिए स्रोत सामग्री विकसित करेंगे। यह विषय संग्रहालयों की भूमिका पर केंद्रित है, जो लोगों के बीच शांतिपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देने के लिए समाज के लाभ के लिए काम कर रहा है। इसमें यह भी पता चलता है कि सामरिक इतिहास की स्वीकृति सामंजस्य के बैनर के तहत साझा भविष्य को देखने के लिए पहला कदम है। संग्रहालयों में अकथनीय कहने का विकल्प चुनते हुए,अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय परिषद द्वारा चयनित 2017 का विषय यह दिखता है कि मानव जाति के निहित चुनौतीपूर्ण इतिहास के समझ से बाहर पहलुओं को कैसे समझना चाहिए। यह संग्रहालयों को मध्यस्थता और कई बिंदुओं के दृश्य के माध्यम से शांतिपूर्ण ढंग से दर्दनाक इतिहास को संबोधित करने में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित करता है। हम इस उत्सव में शामिल होने के लिए दुनिया भर में हर प्रकृति के सांस्कृतिक संस्थानों को आमंत्रित करते हैं, जो कि भविष्य के ऊपर और वर्जित वर्जनों के दूरदृष्टि और एक दूसरे की बेहतर समझ की अनुमति के लिए लिंक पर ध्यान केंद्रित करेंगे। अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस में भागीदारी पूरे विश्व में संग्रहालयों के बीच बढ़ रही है 2016 में, कुछ 145 देशों में 35,000 से अधिक संग्रहालयों ने भाग लिया। .
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अल्फोन्स कन्ननथनम
अल्फोन्स कन्ननथनम भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी तथा एक भारतीय राजनेता हैं। वह भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1979 बैच के केरल कैडर के अधिकारी हैं। वे टाइम मैगज़ीन के शीर्ष 100 युवा वैश्विक नेताओं में स्थान पा चुके हैं। इनका जन्म भारतीय राज्य केरल के कोट्टायम जिले में 8 अगस्त 1953 को हुआ था। वे केरल विधानसभा के कन्जिरापल्ली विधानसभा क्षेत्र से 2006 से 2011 के दौरान निर्दलीय सदस्य रह चुके हैं। उन्होंने 2011 में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली। उन्हें 3 सितम्बर 2017 को मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार में विद्युत् एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में राज्य मंत्री तथा पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की जिम्मेदारी मिली है। .
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असीर प्रान्त
अल-नमास शहर अबहा के पास हबला वादी का एक नज़ारा असीर प्रान्त, जिसे औपचारिक अरबी में मिन्तक़ाह असीर कहते हैं, सउदी अरब के दक्षिणपश्चिम कोने में स्थित एक प्रान्त है। इसकी एक छोटी सी सरहद यमन के देश के साथ भी लगती है। असीर प्रान्त का नाम यहाँ रहने वाले क़बीलों के एक परिसंघ के ऊपर पड़ा है। राजधानी अबहा के अलावा ख़मीस मुशैत, क़लाआत बीशाह और बारिक़ यहाँ के कुछ अन्य प्रमुख शहर हैं। .
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अवुकाना बुद्ध प्रतिमा
अवुकाना बुद्ध प्रतिमा (संस्कृतम्: अवुकाना प्रतिमा) मध्य श्रीलंका के केकीरवा विभाग में स्थित भगवान् बुद्ध की प्रतिमा है। ये प्रतिमा ४० फीट (१२ मी.) उन्नत (tall) है। विशाल ग्रेनाट् शिला में उत्कीर्ण ये प्रतिमा पाँचवी शतादी में बनाई गई, ऐसा अनुमान किया जाता है। अवुकाना प्रतिमा अभयमुद्रा के भिन्न स्वरूप को दर्शाती है। उस प्रतिमा में सुक्ष्म उत्कीर्णन किया गया है। मुख्यतया वस्त्र का सुष्ठु रूप से उत्कीर्णन करने में अधिक कार्य किया गया है ऐसा प्रत्यक्ष होता है। धातुसेन नामके राजा के समय में उत्कीर्ण ये प्रतिमा शिक्षक और विद्यार्थीओं में आयोजित स्पर्धा का फल है। सद्य वो स्थल पर्यटन के लिये उत्तम स्थल माना जाता है। .
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अंतरिक्ष पर्यटन
यह पर्यटन की नई संस्कृति हैं। यह उन घुमन्तु पर्यटको के लिए हैं जो घूमने के लिए रोमांच की हद तक जा सकते हैं। इस प्रकार के पर्यटक घुमने के लिए उन्न्त तकनिको एवं अपने अकूत धन के बल पर अंतरिक्ष में घुमने जाते हैं। .
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अंतर्राष्ट्रीय शहर केंद्र संघ
अंतर्राष्ट्रीय शहर केंद्र संघ (International Downtown Association - IDA) दुनिया भर के शहर के केंद्रों को समर्पित एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है। संगठन वाशिंगटन डी.सी., संयुक्त राज्य में स्थित है। आयोजन 2011 में स्थापित किया गया था। संगठन का उद्देश्य शहरों के मुख्य बिंदुओं के शहरी ढांचे और मुख्य व्यवसाय केंद्र के संगठनात्मक ढांचे और आसपास के क्षेत्र के बारे में जानने के लिए हैं परिवहन, पर्यटन में सुधार के लिए बेहतर उपकरण प्रदान करने के लिए, और शहरों में व्यापार।.
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१२ नवम्बर
१२ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१६वॉ (लीप वर्ष मे ३१७ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ४९ दिन बाकी है। .
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पर्यटकों के रूप में भी जाना जाता है।