लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

नूर इनायत ख़ान

सूची नूर इनायत ख़ान

नूर-उन-निसा इनायत ख़ान (प्रचलित: नूर इनायत ख़ान; उर्दू: نور عنایت خان, अँग्रेजी: Noor Inayat Khan; 1 जनवरी 1914 – 13 सितम्बर 1944) भारतीय मूल की ब्रिटिश गुप्तचर थीं, जिन्होंने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान मित्र देशों के लिए जासूसी की। ब्रिटेन के स्पेशल ऑपरेशंस एक्जीक्यूटिव के रूप में प्रशिक्षित नूर द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान फ्रांस के नाज़ी अधिकार क्षेत्र में जाने वाली पहली महिला वायरलेस ऑपरेटर थीं। जर्मनी द्वारा गिरफ़्तार कर यातनायें दिए जाने और गोली मारकर उनकी हत्या किए जाने से पहले द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान वे फ्रांस में एक गुप्त अभियान के अंतर्गत नर्स का काम करती थीं। फ्रांस में उनके इस कार्यकाल तथा उसके बाद आगामी 10 महीनों तक उन्हें यातनायें दी गईं और पूछताछ की गयी, किन्तु पूछताछ करने वाली नाज़ी जर्मनी की ख़ुफिया पुलिस गेस्टापो द्वारा उनसे कोई राज़ नहीं उगलवाया जा सका। उनके बलिदान और साहस की गाथा युनाइटेड किंगडम और फ्रांस में प्रचलित है। उनकी सेवाओं के लिए उन्हें युनाइटेड किंगडम एवं अन्य राष्ट्रमंडल देशों के सर्वोच्च नागरिक सम्मान जॉर्ज क्रॉस से सम्मानित किया गया। उनकी स्मृति में लंदन के गॉर्डन स्क्वेयर में स्मारक बनाया गया है, जो इंग्लैण्ड में किसी मुसलमान को समर्पित और किसी एशियाई महिला के सम्मान में इस तरह का पहला स्मारक है। .

5 संबंधों: माता हारी, श्राबणी बासु, स्पाई प्रिंसेस : द लाईफ ऑफ नूर इनायत ख़ान, गुप्तचर, १ जनवरी

माता हारी

माता हारी (7 अगस्त 1876 – 15 अक्टूबर 1917)) एक प्रसिद्ध जासूस थी। उसका वास्तविक नाम मार्गरेट गीरत्रुइदा मारग्रीत मैकलाऑयद (Margaretha Geertruida "Margreet" MacLeod) था। वह कामोत्तेजक नृत्यांगना थी। प्रथम विश्वयुद्ध में उसे जर्मनों की तरफ से फ्रांस की जासूसी करने के आरोप में गोली मार दी गयी। माता हारी .

नई!!: नूर इनायत ख़ान और माता हारी · और देखें »

श्राबणी बासु

श्राबणी बासु लंदन में रहने वाली भारतीय मूल की एक लेखिका और पत्रकार हैं। उन्होने भारत में अंग्रेज़ी साम्राज्य से लोहा लेने वाले हैदर अली और टीपू सुल्तान के ख़ानदान की एक महिला गुप्तचर नूर इनायत ख़ान जिन्होंने बहादुरी के लिए ब्रिटेन में सम्मान हासिल किया की आत्मकथा लिखी। यह पुस्तक काफी लोकप्रिय हुई है। .

नई!!: नूर इनायत ख़ान और श्राबणी बासु · और देखें »

स्पाई प्रिंसेस : द लाईफ ऑफ नूर इनायत ख़ान

स्पाई प्रिंसेस: द लाईफ ऑफ नूर इनायत ख़ान लंदन निवासी भारतीय मूल की महिला पत्रकार श्राबणी बासु की पुस्तक है। लेखिका द्वारा इस पुस्तक में अंग्रेज़ी साम्राज्य से लोहा लेने वाले हैदर अली और टीपू सुल्तान के ख़ानदान की एक महिला गुप्तचर नूर इनायत ख़ान की जीवनी लिखी गई है। .

नई!!: नूर इनायत ख़ान और स्पाई प्रिंसेस : द लाईफ ऑफ नूर इनायत ख़ान · और देखें »

गुप्तचर

गुप्त रूप से राजनीतिक या अन्य प्रकार की सूचना देनेवाले व्यक्ति को गुप्तचर (spy) या जासूस कहते हैं। गुप्तचर अति प्राचीन काल से ही शासन की एक महत्वपूर्ण आवश्यकता माना जाता रहा है। भारतवर्ष में गुप्तचरों का उल्लेख मनुस्मृति और कौटिल्य के अर्थशास्त्र में मिलता है। कौटिल्य ने अपने अर्थशास्त्र में गुप्तचरों के उपयोग और उनकी श्रेणियों का विशद वर्णन किया है। राज्याधिपति को राज्य के अधिकारियों और जनता की गतिविधियों एवं समीपवर्ती शासकों की नीतियों के संबंध में सूचनाएँ देने का महत्वपूर्ण कार्य उनके गुप्तचरों द्वारा संपन्न होता था। रामायण में वर्णित दुर्मुख ऐसा ही एक गुप्तचर था जिसने रामचंद्र को सीता के विषय में (लंका प्रवास के बाद) जनापवाद की जानकरी दी थी। .

नई!!: नूर इनायत ख़ान और गुप्तचर · और देखें »

१ जनवरी

१ जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का पहला दिन है। वर्ष में अभी और ३६४ दिन बाकी है (लीप वर्ष में ३६५)। .

नई!!: नूर इनायत ख़ान और १ जनवरी · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

नूर इनायत खान

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »