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नाव

सूची नाव

बिना ईन्जन की एक नाव। गंगा नदी में लोगों से भरी एक नौका मालदीव में एक नाव नाव या नौका (boat) डाँड़, क्षेपणी, चप्पू, पतवार या पाल से चलने वाली एक प्रकार की छोटी जलयान है। आजकल नावें इंजन से भी चलने लगी हैं और इतनी बड़ी भी बनने लगी हैं कि पोत (जहाज) और नौका (नाव) के बीच भेद करना कठिन हो जाता है। वास्तव में पोत और नौका दोनों समानार्थक शब्द हैं, किंतु प्राय: नौका शब्द छोटे के और पोत बड़े के अर्थ में प्रयुक्त होता है। .

27 संबंधों: एंड्रियास लिवरस, तटरक्षक, नाविक, नौइंजीनियरी, नौकायन, पतवार, परिवहन, पालनौका, पुलोमिलो द्वीप, पोतनिर्माण, फ़्रिगट, बरांगाय, भारतीय कर व्यवस्था, मस्तूल, मीनेष भगवान, राफ्टिंग, स्ट्रेट द्वीप, हिमभंजक, जलसंधि, जलविमान, जहाजरानी का इतिहास, जेटी, गाई तार, ग्रन्थताल, गूगल धरती, काइटसर्फिंग, अरित्र

एंड्रियास लिवरस

एंड्रियास डियोंनीसिओउ लिवरस (अंग्रेजी: Andreas Dionysiou Liveras)(१९३५ - २६ नवंबर २००८) साइप्रस के पैदा हुए एक ब्रिटिश व्यवसायी थे, जो मामूली संसाधनों से अपने खुद के बलबूते आगे बढ़े और सफल बेकरी उद्योग और नौका चार्टर कंपनी का निर्माण किया। उनकी नागरिकता ब्रिटन और साइप्रस की थी। वे नवंबर २००८ के मुंबई आतंकी हमलों के दौरान मारे गये थे। .

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तटरक्षक

तटरक्षक या तटरक्षक बल एक नौसेना के समान सैन्य या अर्द्ध-सैन्य संगठन होता है, परन्तु इसका मुख्य कर्तव्य आतंकवाद और अपराध से एक देश के समुद्री क्षेत्रों की रक्षा करना है, इसके अतिरिक्त यह खतरे में पड़े पोतों और नौकाओं को बचाने का कार्य भी करते हैं। भारत का बल भारतीय तटरक्षक कहलाता है। कई देशों मे तटरक्षक बल एक कानून प्रवर्तन संगठन की भूमिका भी निभाते हैं। .

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नाविक

thumb वे सभी लोग जो नाव, जलयान, या पनडुब्बी आदि चलाते हैं या उस पर कोई अन्य जिम्मेदारी निभाते हैं, उन्हें नाविक (sailor, seaman, mariner, या seafarer) कहते हैं। श्रेणी:व्यवसाय.

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नौइंजीनियरी

'अर्गोनॉट' नामक फ्रांसीसी जहाज का नियंत्रण कक्ष (कन्ट्रोल रूम) प्राकृतिक गैस के उत्पादन के लिये '''P-51''' नामक मंच: ऐसे मंचों का निर्मान भी नौइंजीनियरी के अन्तर्गत आता है। नौइंजीनियरी (Naval engineering) प्रौद्योगिकी की वह शाखा है जिसमें समुद्री जहाजों एवं अन्य मशीनों के डिजाइन एवं निर्माण में विशिष्टि (स्पेसलाइजेशन) प्रदान की जाती है। इसके अलावा किसी जलयान पर नियुक्त उन व्यक्तियों (क्रिउ मेम्बर्स) को भी नौइंजीनियर (नेवल इंजीनियर) कहा जाता है जो उस जहाज को चलाने एवं रखरखाव के लिये जिम्मेदार होते हैं। इसके अलावा नौइंजीनियरों को जहाज का सीवेज, प्रकाश व्यवस्था, वातानुकूलन एवं जलप्रदाय व्यवस्था भी देखनी पड़ती है। .

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नौकायन

एक डॉक्ड नौका शौकिया तौर पर या मनोरंजन के लिए अथवा खेल के उद्देश्य से नाव चलाने या अन्य प्रकार के जलयानों के उपयोग को नौकायन कहा जाता है। .

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पतवार

पतवार (अंग्रेज़ी: Oar) नाव खेने की डांड को कहते हैं जो सामान्यतः लकड़ी की बनी एक युक्ति होता है जिसका एक सिरा चपटा होता जिससे पानी को पीछे हटाया जाता है और परिणाम स्वरूप नाव आगे बढ़ती है। इसके अन्य नाम चप्पू और कर्ण हैं। वैज्ञानिक दृष्टि से यह एक द्वितीय वर्ग का उत्तोलक है। वर्तमान समय में लकड़ी के अलावा अन्य हलके और मजबूत पदार्थों से पतवार बनाई जाने लगी हैं। .

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परिवहन

परिवहन उस विधि या व्यवस्था को कहते हैं जो कि व्यक्ति, वस्तुओं और सन्देश को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाते हैं। .

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पालनौका

बादबानी (sailboat), जिसे पालनौका (sail+boat) भी कहा जा सकता है, ऐसी नौका होती है जिसे गति देने का प्रमुख साधन एक या अनेक पाल (sail) होते हैं जो पवन पकड़कर नौका को आगे घकेलने का काम करते हैं। औद्योगिक युग से पहले नौकाओं को चलाने का यही प्रमुख साधन था। .

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पुलोमिलो द्वीप

पुलोमिलो (Pulomilo) भारत के निकोबार द्वीपसमूह का एक द्वीप है। यह छोटे निकोबार द्वीप के बहुत समीप स्थित है और इन दोनों की दूरी १ किमी से भी कम है। .

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पोतनिर्माण

१९४३ में एक अमेरिकी जलपोत का निर्माण पोतनिर्माण (Shipbuilding) से आशय जलयानों एवं अन्य तैरने वाले यानों के विनिर्माण से है। पोतनिर्माण का कार्य पोत प्रांगण (शिपयार्ड) में किया जाता है जहाँ इस कार्य के लिये आवश्यक सुविधायें होतीं हैं। पोतनिर्माण का कार्य प्रागैतिहासिक काल से ही होता चला आ रहा है। व्यापारिक एवं सैनिक दोनों प्रकार के पोतों का निर्माण तथा रखरखाव नौइंजीनियरी (naval engineering) कहलाते हैं। नौका का निर्माण भी पोतनिर्माण जैसा ही है, इसे 'नौकानिर्माण' कहते हैं। जलपोतों की आयु समाप्त हो जाने पर उन्हें तोड़कर उनके विभिन्न भाग अलग-अलग करके अन्य कार्यों में प्रयोग कर लिये जाते हैं। .

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फ़्रिगट

फ़्रिगट (frigate) एक मध्यम आकार की युद्धपोत (नौका) होती है जिन्हें तेज़ गति और फ़ुरती से दिशा बदलने की दृष्टि से निर्मित किया जाता है। इनका प्रयोग अन्य नौकाओं व जहाज़ों के साथ चलकर उनकी रक्षा करने, उनके लिए सामान और रसद लाने-जाने और तेज़ी से किसी छोटी नौका को पकड़ने के लिए किया जाता है। यह स्वयं भारी नौसैनिक युद्ध के लिए सक्षम नहीं होती। फ़्रिगट से छोटे आकार के जहाज़ को कॉर्वेट कहा जाता है। .

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बरांगाय

बरांगाय (barangay, brgy, bgy) फ़िलिपीन्ज़ की प्रशासन प्रणाली में सबसे छोटा प्रशासनिक विभाग होता है और अक्सर गाँव, ज़िले या मोहल्ले के लिए प्रयोग होता है। अनौपचारिक भाषा में किसी भी शहर के अंदरूनी मोहल्ले को बरांगाय कहते हैं। यह शब्द कई ऑस्ट्रोनीशियाई भाषाओं के "बलांगाय" शब्द का विकृत रूप है, जिसका अर्थ एक विशेष प्रकार की "नाव" होता है जिसपर प्राचीनकाल में ऑस्ट्रोनीशियाई लोगों ने फ़िलिपीन्ज़ द्वीपों पर अप्रवास करा था।, citing .

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भारतीय कर व्यवस्था

सामान्य रूप से शासन सम्बंधी कार्यसंचालन के लिए व्यक्तिगत इकाइयों पर अनिवार्य उद्ग्रहण के रूप में कर (टैक्स) लगाए जाते हैं। करों को सामान्यत: राजस्ववृद्धि का ही साधन माना जाता है किंतु राष्ट्र की अर्थनीति को भी ये प्रभावित करते हैं। कर लगाने का उद्देश्य विकास कार्यों के लिये धन एकत्र करना तथा यथासंभव राष्ट्र की विषमता को दूर करना है। इसीलिए जिनकी अधिक आय है, उन्हें कम आयवालों की अपेक्षा अधिक मात्रा में कर देना पड़ता है। .

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मस्तूल

मस्तूल (mast) एक स्थिरता से खड़े हुए लम्बें खम्बे को कहते हैं, विशेषकर नौकाओं में उन खम्बों को जिनपर पाल (sail) लगाया जाता है। अक्सर इन्हें सहारा देने के लिये गाई तारों (guy wires) का प्रयोग किया जाता है। आमतौर में मस्तूल लकड़ी या धातु के बने हुए होते हैं। .

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मीनेष भगवान

मीनेष भगवान चाक्षुषमन्वन्तर में सम्पूर्ण पृथ्वी के जलमग्न हो जाने पर पृथ्वी को नौका बना कर वैवश्वत मनु की रक्षा करने हेतु प्रथम बार भगवान विष्णु ने मत्स्यावतार लिया।.

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राफ्टिंग

कैंपिंग एवं ट्रेकिंग की तरह राफ्टिंग भी एक रोमांचकारी गतिविधि है। ऊँची-नीची लहरो से एक छोटी सी नाव में जूझना भी एक अलग तरह का अनुभव है। मनोरंजन के साथ-साथ यह हमें साहसी, एवं जूझारु भी बनाती है। इसके अलावा एक साथ काम करने के कारण आपस में सहयोग की भावना भी बढ़ती है। बड़ी-ड़ी लहरे जब वेग के साथ व्यक्ति की ओर आती हैं, तो कुछ क्षणों के लिए सब कुछ भूल जाता है। उसे केवल परस्पर सहयोग से इन लहरों को जीतनें की इच्छा होती है। यात्रा पूरी करने पर उस जीत की जो खुशी होती है, उसका वर्णन शब्दों में करना असम्भव ही है। राफ्टिंग और व्हाइटवाटर राफ्टिंग एक आउटडोर मनोरंजक गतिविधि हैं जिसमे एक हवा वाली बेड़े का उपयोग कर नदी या पानी के अन्य प्रकारों पर नेविगेट करते हैं। यह अक्सर किसी न किसी तरह साफ़ पानी की या फिर उथले पानी के विभिन्न डिग्री पर किया जाता है और आम तौर पर भाग लेने वालों के लिए एक नया और चुनौतीपूर्ण वातावरण का प्रतिनिधित्व करता है। जोखिम से निपटने और टीम वर्क की जरूरत इस अनुभव (राफ्टिंग) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। एक अवकाश खेल के रूप में इस गतिविधि का विकास के १९७० के मध्य लोकप्रिय हो गया है। यह एक जोखिम भरा खेल के रूप में जाना जाता है एवं यह काफी खतरनाक भी हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय राफ्टिंग संघ, जो आईआरएफ के नाम से दुनिया भर में जाना जाता है एवं जो खेल के सभी पहलुओं की देखरेख करता है। .

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स्ट्रेट द्वीप

स्ट्रेट द्वीप भारत के अण्डमान व निकोबार द्वीपसमूह के अण्डमान द्वीपसमूह भाग का एक द्वीप है। यह ६.०१ वग किमी क्षेत्रफल का एक छोटा द्वीप है जहाँ बृहत अण्डमानी समुदाय (ग्रेट अण्डमानी) के लिये एक आरक्षित क्षेत्र बनाया गया है। .

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हिमभंजक

रूसी हिमभंजक यमाल, १९९४ में एक दौरे पर हिमभंजक या बर्फ़भंजक (अंग्रेजी: ice-breaker, आइस ब्रेकर) ऐसे समुद्री जहाज़ या नौका को कहते हैं जो बर्फ़ग्रस्त पानी में यातायात करने की क्षमता रखता हो। किसी जहाज़ को हिमभंजक समझा जाने के लिए उसमें तीन गुण ज़रूरी हैं: उसका ढांचा आम जलयानों से मज़बूत होना चाहिए, उसका आकार आगे से बर्फ़ हटाने के लिए अनुकूल होना चाहिए और उसमें बर्फ़ से ढके पानी में ज़ोर से बर्फ़ धकेलकर आगे निकलने की क्षमता होती चाहिए।, Ian Graham, pp.

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जलसंधि

जलडमरूमध्य जिब्राल्टर जलडमरूमध्य जलसंधि (अंग्रेज़ी: Strait, स्ट्रेट) या जलसंयोगी या जलडमरू पानी के ऐसे तंग मार्ग को कहते हैं जो दो बड़े पानी के समूहों को जोड़ता हो और जिसमें से नौकाएँ गुज़रकर एक बड़े जलाशय से दूसरे बड़े जलाशय तक जा सकें। इसका भौगोलिक आकार अक्सर डमरू जैसा होता है, जिसके दो बड़े जलीय भागों के मध्य में जलसंधि होती है, इसलिये इसे जलडमरूमध्य भी कहते हैं। कूटनीतिक दृष्टि से जो भी दो सागरों को जोड़ने वाले किसी जलसंधि क्षेत्र पर क़ब्ज़ा रखता है वह आने-जाने वाले व्यापारिक व सैनिक नाव-यातायात पर नज़र और नियंत्रण रख सकता है। थलसेनाएँ भी जलसंधियों की कम चौड़ाई को पार करके एक स्थान से दूसरे स्थान में प्रवेश करती हैं। इस कारणवश जलसंधियाँ इतिहास में महत्वपूर्ण रहीं हैं और उनपर अंतरराष्ट्रीय खीचातानी हमेशा से जारी रही है। उदाहरण के लिए जिब्राल्टर जलसंधि स्पेन एवं मोरोक्को भूभागों को अलग करती है, व अंध महासागर को भूमध्य सागर से जोड़ती है और इस क्षेत्र पर स्पेन, ब्रिटेन और मोरोक्को में बहुत मजा ले दे रहा है।, Ana G. Lâopez Martâin, pp.

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जलविमान

एक जलविमान जलविमान (Hydroplane) एक प्रकार की नाव है, जो अन्य नावों से भिन्न होती है। सामान्य नाव में विस्थापित जल का भार नाव के भार के समतुल्य होता है। सामान्य नाव को आगे बढ़ाने के लिये धक्का देना पड़ता है, जिससे जल में प्रतिरोध उत्पन्न होने से नाव आगे बढ़ती है। पर जलविमान में ऐसा नहीं होता। जलविमान ऐसा बना होता है कि उसका एक या एक से अधिक नत समतल, जो पेंदे में बने होते हैं, जल के प्रतिदबाव से नाव को ऊपर उठाकर तीव्र चाल से चलते हैं। इससे जल के संसर्गवाला तल कम हो जाता है, पर शेष भाग पर दबाव बढ़ जाता है। नावें जब खड़ी रहती हैं तब वे द्रवस्थैतिक बल (hydrostatic force) पर आधारित होती है। जब वे जल का स्पर्श करके चलती हैं तब द्रवस्थैतिक बल प्राय: शून्य होता है और उसका आधार प्रधानतया द्रवगतिक प्रभाव होता है। जलविभाग की चाल इंजन शक्ति से चलनेवाली नावों से अधिक होती है, अथवा उसी चाल के लिय कम शक्तिवाले इंजन की आवश्कता पड़ती है। 1953 ई. से जलविमान की चाल में बराबर वृद्धि हो रही है। .

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जहाजरानी का इतिहास

नदियों और समुद्रों में नावों और जहाजों से यात्रा तथा व्यापार का प्रारंभ लिखित इतिहास से पूर्व हो गया था। प्राय: साधारण जहाज ऐसे बनाए जाते थे कि आवश्यकता पड़ने पर उनसे युद्ध का काम भी लिया जा सके, क्योंकि जलदस्युओं का भय बराबर बना रहता था और इनसे जहाज की रक्षा की क्षमता आवश्यक थी। ये जहाज डाँड़ों या पालों अथवा दोनों से चलाए जाते थे और वांछित दिशा में ले जाने के लिये इनमें किसी न किसी प्रकार के पतवार की भी व्यवस्था होती थी। स्थलमार्ग से जलमार्ग सरल और सस्ता होता है, इसलिये बहुत बड़ी या भारी वस्तुओं को बहुत दूर के स्थानों में पहुँचाने के लिये आज भी नावों अथवा जहाजों का उपयोग होता है। प्राचीन काल में सभ्यता का उद्भव नौगम्य नदियों या समुद्रतटों पर ही विशेष रूप से हुआ और ये ही वे स्थान थे जहाँ विविध संस्कृतियों की, जातियों के सम्मिलन से, परवर्ती प्रगति का बीजारोपण हुआ। .

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जेटी

जेटी (jetty) ऐसे ढांचे को कहते हैं जो धरती से किसी जलाश्य में निकला हुआ हो। यह मूल रूप से फ़्रान्सीसी भाषा के "जेते" (jetée) शब्द से उत्पन्न हुआ है जिसका अर्थ "फेंका हुआ" होता है, लेकिन अब यह लगभग विश्व की हर भाषा में प्रयोग होता है। जेटियाँ अक्सर नौकाओं को समुद्र की थपेड़ों और तेज़ हवाओं से सुरक्षित स्थान देने के लिये बनाई जाती हैं। .

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गाई तार

गाई तार (guy-wire) किसी खम्बे या लम्बें ढांचें में लगी हुई ऐसी तनाव में रखी गई तारे होती हैं जो उस ढांचे को स्थिरता से खड़े में सहायक हो। यह अक्सर नावों के मस्तूलों में, रेडियो प्रसारण के खम्बों और मीनारों में और बिजली के कुछ खम्बों में लगी हुई दिखती हैं। गाई तारों के सहारे खड़े मस्तूलों को गाईदार मस्तूल (guyed mast) कहते हैं। .

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ग्रन्थताल

अंकोरवाट मंदिर के आसपास ग्रन्थताल के वृक्ष ग्रंथताल (Borassus flabellifer L. बोरासूस् फ़्लाबेलीफ़ेर्) को पामीरा पाम (Palmyra palm) कहते हैं। बंबई के इलाके में लोग इसे "ब्रंब" भी कहते हैं। यह एकदली वर्ग, ताल (Palmeae पाल्मेऐ) कुल का सदस्य है और गरम तथा नम प्रदेशों में पाया जाता है। यह अरब देश का पौधा है, पर भारत, बर्मा तथा लंका में अब अधिक मात्रा में उगाया जाता है। अरब के प्राचीन नगर "पामीरा" के नाम पर कदाचित् इस पौधे का नाम "पामीरा पाम" पड़ा है। ग्रंथताल समुद्रतटीय इलाकों तथा शुष्क स्थानों में बलुई मिट्टी पर पाया जाता है। इसके पौधे काफी ऊँचे (60-70 फुट) होते हैं। तना प्राय: सीधा और शाखारहित होता है एवं इसके ऊपरी भाग में गुच्छेदार, पंखे के समान पत्तियाँ होती हैं। ग्रंथताल के नर तथा मादा पौधों को उनके फूलगुच्छे से पहचाना जाता है। पौधे फाल्गुन महीने में फूलते हैं और फल ज्येष्ठ तक आ जाता है। ये फल श्रावणमास तक पक जाते हैं। प्रत्येक फल में एक बीज होता है, जो कड़ा तथा सुपारी की भाँति होता है। दो या तीन मास तक जमीन के अंदर गड़े रहने पर बीज अंकुरित हो जाता है। .

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गूगल धरती

गूगल अर्थ वास्तविक भूमंडल (virtual globe) चित्रण का एक ऐसा कार्यक्रम है जिसे प्रारम्भ में अर्थ व्यूअर नाम दिया गया, तथा इसे कीहोल, इंक (Keyhole, Inc) द्वारा तैयार किया गया है, जो 2004 में गूगल द्वारा अधिगृहीत की गई एक कंपनी है। यह कार्यक्रम उपग्रह चित्रावली (satellite imagery), हवाई छायांकन (aerial photography) तथा भौगोलिक सूचना प्रणाली (GIS) त्रि आयामी (3D) भूमंडल से प्राप्त चित्रों का अध्यारोपण (superimposition) करते हुए धरती का चित्रण करता है। यह तीन विभिन्न अनुज्ञप्तियों के अधीन उपलब्ध है: गूगल अर्थ, सीमित कार्यात्मकता के साथ एक मुक्त संस्करण; गूगल अर्थ प्लस ($ २० प्रति वर्ष), जो अतिरिक्त विशेषताओं से युक्त है तथा गूगल अर्थ प्रो ($ ४०० प्रति वर्ष), जो कि वाणिज्यिक कार्यों में उपयोग हेतु तैयार किया गया है। २००६ में इस उत्पाद का नाम बदलकर गूगल अर्थ कर दिया गया, जो कि वर्तमान में माइक्रोसॉफ्ट विन्डोज़ (Microsoft Windows) २००० (2000), एक्स पी अथवा विस्ता, मैक ओएस एक्स (Mac OS X) १०.३.९ तथा उससे अधिक, लिनुक्स(१२ जून, २००६ को जारी) तथा फ्री BSD (FreeBSD) से युक्त निजी कंप्यूटरों (personal computer) पर उपयोग के लिए उपलब्ध है। गूगल अर्थ फायरफॉक्स, आई ई 6 (IE6) अथवा आई ई 7 (IE7) के लिए एक ब्राउज़र प्लगइन (02 जून, 2008 को जारी) के रूप में भी उपलब्ध है। एक अद्यतन कीहोल आधारित क्लाइंट को जारी करने के साथ, गूगल ने अपने वेब आधारित प्रतिचित्रण सॉफ़्टवेयर में अर्थ डेटाबेस की चित्रावली भी शामिल की है। वर्ष २००६ के मध्य जनता के लिए गूगल अर्थ जारी होने के साथ २००६ तथा २००७ के बीच आभासी भूमंडल (virtual globes) पर मीडिया कवरेज में दस गुना से भी अधिक की वृद्धि हुई तथा भूस्थानिक (geospatial) तकनीकों तथा अनुप्रयोगों में जनता की रूचि बढ़ गई। .

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काइटसर्फिंग

काइटबोर्डिंग पानी की सतह पर खेला जाने वाला एक खेल है जिसके तहत वॉटरबोर्डिंग, स्नोबोर्डिंग, विंड्सर्फिंग, सर्फिंग, पैराग्लाइडिंग, स्केटबोर्डिंग और जिमनॅस्टिक जैसे खेलों के अवयवों को मिलाकर एक साहसिक खेल बनाया गया है। एक काइट बोर्डर हवा की ताक़त का प्रयोग करके एक विशाल आकर वाले पावर काइट बोर्ड को पानी की सतह पर चलता है। काइट बोर्ड देखने में किसी बिना बंधन अथवा पट्टी वाले वेकबोर्ड अथवा एक छोटे सर्फ बोर्ड की तरह ही लगता है। काइटबोर्डिंग की कई सारी भिन्न विधाएँ हैं जैसे कि फ्रीस्टाइल, फ्रीराइड, डाउन राइडर्स, स्पीड, कोर्स राइडिंग, जंपिंग और लहरों में काइटसर्फिंग.

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अरित्र

वायुयान का '''अरित्र''' तथा '''दिशा-परिवर्तन''' में उसकी भूमिका अरित्र या रडर एक सरल युक्ति है जो जलयान, नौका, पनडुब्बी, होवरक्राफ्ट, वायुयान आदि को वांछित दिशा में मोड़ने के काम आता है। स्टीरिंग घुमाकर अरित्र के घूमाने की मेकेनिज्म श्रेणी:वायुयान नियंत्रण श्रेणी:जलयान अंश श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

नावों, नौका, नौकाएँ, नौकाओं

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