सामग्री की तालिका
242 संबंधों: ऊर्जा गंगा गैस पाइपलाइन परियोजना, टोनी एबॉट, एम॰ जे॰ अकबर, एहसान जाफ़री, ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम, डिजिटल लॉकर, डॉनल्ड ट्रम्प का राष्ट्रपति चुनाव अभियान, डी॰ वी॰ सदानन्द गौड़ा, तरुणसागर, ताकीहीको नकाओ, तेली, तीस्ता सेटलवाड़, दक्षिण एशिया उपग्रह, दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन, दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन के सदस्य राष्ट्र, देवभूमि द्वारका जिला, दीया कुमारी, दीघा-सोनपुर रेल-सह-सड़क पुल, नरेन्द्र मोदी, नरेन्द्र मोदी द्वारा किए गए अंतरराष्ट्रीय प्रधानमन्त्रीय यात्राओं की सूची, नरेन्द्र मोदी का मंत्रिमण्डल, नरेन्द्र मोदी का शपथ ग्रहण समारोह, नरेन्द्र मोदी की सार्वजनिक छबि, नरेन्द्र सिंह तोमर, नाभिकीय कमान प्राधिकरण (भारत), नाहीद आबिदी, नागालैण्ड शांति समझौता, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमन, निहालचन्द चौहान, नजमा हेपतुल्ला, नृपेंद्र मिश्रा, नीति आयोग, पटना सिलसिलेवार बम धमाके, 2013, पतरातू सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट, पिस्कारेवस्कोए शहीद स्मारक, पुत्तिंगल मंदिर हादसा, केरल, प्रणब मुखर्जी, प्रधानमन्त्री, प्रधानमंत्री (टीवी सीरीज), प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जन धन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रकाश जावड़ेकर, पृथ्वीराज चौहान, पेटलावद धमाका, पीएसएलवी-सी37, पीयूष गोयल, फ़ोर्ब्स पत्रिका की दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोगों की सूची, ... सूचकांक विस्तार (192 अधिक) »
ऊर्जा गंगा गैस पाइपलाइन परियोजना
उर्जा गंगा गैस पाइपलाइन परियोजना (Urja Ganga Gas Pipeline Project) का उद्घाटन प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में वाराणसी, उत्तर प्रदेश में किया था। इसमे उत्तर प्रदेश से ओडिशा तक 2540 किलोमीटर लम्बाई की एक पाइप लाइन की योजना बनाई गई है। 2012 में प्रकाशित आर्थिक और राजनीतिक साप्ताहिक (ईपीडब्ल्यू) के लिए सब्सीडीज नामक एक लेख से पता चलता है कि कि केवल 18 प्रतिशत परिवार ही खाना पकाने के लिए एलपीजी का ईंधन के रूप में खपत करते हैं और बाकी लोग लकड़ी, केरोसीन, गोबर केक आदि जैसे खाना पकाने के अन्य तरीकों का उपयोग करते हैं जो उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। एलपीजी सब्सिडी को छोड़ने के एक भाग के रूप में प्रधान मंत्री ने 2015 में अयोग्य लोगो से अपने सब्सिडी वाले गैस सिलेंडरों को छोड़ने के लिए देश से अपील की ताकि पैसा ग्रामीण और गरीब क्षेत्रों में रसोई गैस की आपूर्ति के लिए इस्तेमाल किया जा सके। इस सब्सिडी वाले गैस सिलेंडरों को छोड़ने के अभियान को ऊर्जा गंगा गैस पाइपलाइन परियोजना में शामिल किया गया है। .
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टोनी एबॉट
एंथनी जॉन टोनी एबॉट (अंग्रेज़ी- Anthony John "Tony" Abbott, जन्म: 4 नवम्बर, 1957) ऑस्ट्रेलिया के 28वें प्रधानमंत्री रह चुके हैं। 15 सितंबर, 2015 को पार्टी नेतृत्व में परिवर्तन के फलस्वरूप उन्हें हटना पड़ा औेर उनके स्थान पर मैल्कम टर्नबुल प्रधानमंत्री बने। .
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एम॰ जे॰ अकबर
एम॰ जे॰ अकबर (अंग्रेजी: Mobashar Jawed Akbar,बांग्ला भाषा: মবাসের জাবেদ একবার) (जन्म: 11 जनवरी 1951) एक प्रमुख भारतीय पत्रकार, लेखक और राजनेता हैं। एम जे अकबर विदेश मामलों के राज्य मंत्री (एमओएस) और मध्य प्रदेश से राज्यसभा में संसद सदस्य हैं। 5 जुलाई 2016 को उन्हें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया था। वे अक्टूबर 2012 में अपने इस्तीफे तक लिविंग मीडिया समूह द्वारा प्रकाशित भारत के प्रमुख साप्ताहिक अंग्रेजी समाचार पत्रिका इंडिया टुडे के संपादकीय निदेशक रह चुके हैं। इस दौरान उन्हें मीडिया कंपनियों के संगठन तथा अंग्रेजी समाचार चैनल हेडलाइंस टुडे की देखरेख के लिए एक अतिरिक्त जिम्मेदारी भी मिली हुई थी। उन्होने 2010 में साप्ताहिक समाचार पत्र "दि संडे गार्जियन" का शुभारंभ किया और वे लगातार इसके प्रधान संपादक रहे। पूर्व के दिनों में वे दक्षिण भारत की प्रमुख अँग्रेजी पत्रिका "एशियन एज" के संस्थापक और वैश्विक परिप्रेक्ष्य के साथ इसके दैनिक मल्टी संस्करण भारतीय समाचार पत्र के प्रबंध निदेशक भी रह चुके हैं। वे हैदराबाद के दैनिक समाचार पत्र डेक्कन क्रॉनिकल के प्रधान संपादक रह चुके हैं। उन्होने कई पुस्तकें लिखी है, जिसमें जवाहर लाल नेहरू की जीवनी "द मेकिंग ऑफ इंडिया" और कश्मीर पर आधारित "द सीज विदिन" चर्चित रही है। वे "दि शेड ऑफ शोर्ड" और "ए कोहेसिव हिस्टरी ऑफ जिहाद" के भी लेखक हैं। उनकी हाल ही में प्रकाशित पुस्तक "ब्लड ब्रदर्स" है, जिसमें भारत में घटनाओं की जानकारी और दुनिया, खासकर हिंदू-मुस्लिम के बदलते संबंधों के साथ तीन पीढ़ियों की गाथा है। उनकी यह पुस्तक "फ्रेटेली डी संग" के नाम से इतालवी में अनुवादित हुई है, जो 15 जनवरी 2008 को रोम में जारी किया गया था। पाकिस्तान में पहचान के संकट और वर्ग संघर्ष पर आधारित उनकी पुस्तक "टिंडरबॉक्स: दि पास्ट एंड फ्यूचर ऑफ पाकिस्तान" जनवरी 2012 में प्रकाशित हुई है। अकबर राजनीति में भी सार्थक हस्तक्षेप रखते हैं। वे 1989 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में पहली बार बिहार के किशनगंज से लोकसभा के लिए चुने गए थे। वे किशनगंज से दो बार सांसद रहे हैं। साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के प्रवक्ता भी रहे हैं। मार्च 2014 में वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुये हैं और वर्तमान में इस पार्टी के प्रवक्ता हैं। .
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एहसान जाफ़री
एहसान जाफ़री (1929 – 28 फ़रवरी 2002) कांग्रेस के एक भूतपूर्व संसद थे। वो छठी लोक सभा के सदस्य रहे। उनका 2002 की गुजरात हिंसा के दौरान मुस्लिम विरोधी हिंसा में "गुलबर्ग सोसायटी नरसंहार" में उनका निधन हो गया। उनकी पत्नी ज़ाकिया जाफ़री के अनुसार, एहसान जाफ़री की मृत्यु के लिए गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तरदायी है। .
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ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम
अबुल पकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम अथवा ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम (A P J Abdul Kalam), (15 अक्टूबर 1931 - 27 जुलाई 2015) जिन्हें मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति के नाम से जाना जाता है, भारतीय गणतंत्र के ग्यारहवें निर्वाचित राष्ट्रपति थे। वे भारत के पूर्व राष्ट्रपति, जानेमाने वैज्ञानिक और अभियंता (इंजीनियर) के रूप में विख्यात थे। इन्होंने मुख्य रूप से एक वैज्ञानिक और विज्ञान के व्यवस्थापक के रूप में चार दशकों तक रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) संभाला व भारत के नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम और सैन्य मिसाइल के विकास के प्रयासों में भी शामिल रहे। इन्हें बैलेस्टिक मिसाइल और प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी के विकास के कार्यों के लिए भारत में मिसाइल मैन के रूप में जाना जाने लगा। इन्होंने 1974 में भारत द्वारा पहले मूल परमाणु परीक्षण के बाद से दूसरी बार 1998 में भारत के पोखरान-द्वितीय परमाणु परीक्षण में एक निर्णायक, संगठनात्मक, तकनीकी और राजनैतिक भूमिका निभाई। कलाम सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी व विपक्षी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस दोनों के समर्थन के साथ 2002 में भारत के राष्ट्रपति चुने गए। पांच वर्ष की अवधि की सेवा के बाद, वह शिक्षा, लेखन और सार्वजनिक सेवा के अपने नागरिक जीवन में लौट आए। इन्होंने भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त किये। .
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डिजिटल लॉकर
डिजिटल लॉकर या डिजिलॉकर, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी डिजिटल इंडिया कार्यक्रम का अहम हिस्सा है। अंग्रेजी भाषा के शब्दों डिजिटल लॉकर का हिंदी में शाब्दिक अर्थ है अंकीय तिजोरी या इलेक्ट्रॉनिक तिजोरी जो दस्तावेजों की छायाप्रति सुरक्षित रखने के काम आती है। भारत सरकार के संचार और आईटी मंत्रालय के द्वारा प्रबंधित इस वेबसाईट आधारित सेवा के जरिये उपयोगकर्ता जन्म प्रमाण पत्र, पासपोर्ट, शैक्षणिक प्रमाण पत्र जैसे अहम दस्तावेजों को ऑनलाइन सुरक्षित रख सकते हैं। यह सुविधा पाने के लिए बस उपयोगकर्ता के पास भारत सरकार द्वारा प्रद्दत आधार कार्ड होना चाहिए। अपना आधार अंक डाल कर उपयोगकर्ता अपना डिजिलॉकर खाता खोल सकते हैं और अपने जरूरी दस्तावेज़ सुरक्षित रख सकते हैं। आधार अंक की अनिवार्यता होने की वजह से यह तय किया गया है कि इस सरकारी सुविधा का लाभ सिर्फ भारतीय नागरिक ही ले सकें और जिसका भी खाता हो, उसके बारे में सभी जानकारी सरकार के पास हो। कोई भी ठग, झूठा और अप्रमाणित व्यक्ति इसका उपयोग ना कर सके इसके लिये आधार कार्ड होने की अनिवार्यता बेहद आवश्यक है क्युंकि आधार कार्ड भी भारत सरकार द्वारा पूरी जाँच पड़ताल के बाद ही जारी किया जाता है। इस तरह से इस प्रणाली के दुरुपयोग की संभावना बेहद कम हो जाती है। इस सुविधा की खास बात ये हैं कि एक बार लॉकर में अपने दस्तावेज अपलोड करने के बाद आप कहीं भी अपने प्रमाणपत्र की मूलप्रति के स्थान पर अपने डिज़िलॉकर की वेब कड़ी (यूआरएल) दे सकेंगे। भारत के संचार एवं आईटी मंत्रालय की शाखा इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्मोगिकी विभाग (डीईआईटीवाई) ने जुलाई २०१५ में डिजिटल लॉकर का बीटा संस्करण जारी किया है। इस संस्करण का नाम डिजीलॉकर रखा गया है। फिलहाल यह वेबसाईट हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं में उपलब्ध है। .
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डॉनल्ड ट्रम्प का राष्ट्रपति चुनाव अभियान
विश्व विख्यात व्यापारी एवं लेखक श्री डॉनल्ड ट्रम्प विक्रम संवत २०७२ (२०१६ ईस्वी) में संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार हैं। श्री ट्रम्प ने अवैध आप्रवासन, मुक्त व्यापार, अनावश्यक सैन्य हस्तक्षेपवाद एवं मुस्लिमों को पर्याप्त जांच के बिना अमेरिका में शरण देने का विरोध किया है। इस कारण उनके प्रतिद्वन्दियों ने उन्हें द्वेषपूर्ण जातिवादी कहा है। इसके बावजूद श्री ट्रम्प सत्य बोलने से नहीं पीछे हटे हैं। जब श्री ट्रम्प ने अपना अभियान प्रारम्भ किया था, तब कई लोगों ने उनकी हंसी उड़ाई थी। परन्तु जून २०१६ तक अमेरिकी वातावरण ट्रम्पमयी हो गया: श्री ट्रम्प ने रिपब्लिकन मतदान के इतहास में सर्वाधिक वोट जीत कर एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया। डोनल्ड ट्रंप भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और हिन्दू समुदाय के बहुत बड़े प्रशंसक हैं। डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिका का राष्ट्रपति बनाने के लिए भारत में हिन्दू महासभा ने हवन किए। .
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डी॰ वी॰ सदानन्द गौड़ा
डी॰ वी॰ सदानंद गौड़ा भारतीय जनता पार्टी से संबंधित भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वे २००९ में हुए आमचुनाव में कर्नाटक के उड्डुपी चिकमंगलूर चुनाव क्षेत्र से १५ वीं लोकसभा के लिए सदस्य निर्वाचित हुए हैं। .
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तरुणसागर
मुनि Tarunsagar एक Digambara भिक्षु और लेखक की एक पुस्तक श्रृंखला शीर्षक Kadve प्रवचन (कड़वे प्रवचन).
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ताकीहीको नकाओ
ताकीहीको नकाओ (जन्म-1956)एशियाई विकास बैंक के नौवें अध्य़क्ष हैं। .
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तेली
तेली परंपरागत रूप से भारत, पाकिस्तान और नेपाल में तेल पेरने और बेचने वाली जाति है। सदस्य या तो हिंदू या मुस्लिम हो सकते हैं; मुस्लिम तेली को रोशंदर या तेली मलिक कहते हैं। महाराष्ट्र के यहूदी समुदाय (जिसे बैन इज़राइल कहा जाता है) शीलवीर तेली नामक तेली जाति में एक उप-समूह के रूप में भी जाना जाता था, अर्थात् शबात पर काम करने से उनके यहूदी परंपरा के विरूद्ध अर्थात् शनिवार के तेल प्रदाताओं। .
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तीस्ता सेटलवाड़
तीस्ता सेटलाड़ (जन्म: 1962) मानवाधिकार कार्यकर्ता, समाज कार्यकर्ता और पत्रकार हैं। वे Citizens for Justice and Peace (न्याय और अमन के लिए नागरिक) अथवा सीजेपी नामक संगठन के सचिव हैं, यह संगठन 2002 में गुजरात में सांप्रदायिक दंगे के पीड़ितों के लिए न्याय लड़ने के लिए स्थापित किया गया था। सीजेपी एक सह-याचिकाकर्ता है जो नरेंद्र मोदी और 62 अन्य सरकारी अधिकारियों के 2002 के गुजरात दंगों में उनकी आरोपित सहभागिता के लिए आपराधिक मुकदमा की मांग कर रही है। तब से उन 62 में से चार आरोपियों के नाम चार्जशीट में दाख़िल हुए है, जिनमें से माया कोडनानी और बाबू बजरंगी को अदालत द्वारा दोषी ठहराए जा चुके हैं। .
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दक्षिण एशिया उपग्रह
दक्षिण एशिया उपग्रह (इंग्लिश: South Asia Satellite) जिसका नाम पहले सार्क उपग्रह (SAARC Satellite) था, दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) क्षेत्र के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा बनाया गया भू-समकालिक संचार और मौसम विज्ञान उपग्रह है। २०१४ में नेपाल में आयोजित १८वें सार्क शिखर सम्मेलन के दौरान, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक उपग्रह सार्क के सदस्य देशों की आवश्यकताओं की सेवा का विचार रखा था। जो उनकी 'पहले पड़ोस' नीति का हिस्सा था। हालांकि उपग्रह सार्क क्षेत्र में सेवा करने का इरादा है, पाकिस्तान कार्यक्रम से बाहर निकल गया, जबकि अफगानिस्तान और बांग्लादेश ने अपनी वचनबद्धता देने का वायदा नहीं किया था।, Economic Times .
देखें नरेन्द्र मोदी और दक्षिण एशिया उपग्रह
दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन
दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) दक्षिण एशिया के आठ देशों का आर्थिक और राजनीतिक संगठन है। संगठन के सदस्य देशों की जनसंख्या (लगभग 1.5 अरब) को देखा जाए तो यह किसी भी क्षेत्रीय संगठन की तुलना में ज्यादा प्रभावशाली है। इसकी स्थापना ८ दिसम्बर १९८५ को भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, मालदीव और भूटान द्वारा मिलकर की गई थी। अप्रैल २००७ में संघ के 14 वें शिखर सम्मेलन में अफ़ग़ानिस्तान इसका आठवा सदस्य बन गया। .
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दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन के सदस्य राष्ट्र
दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन (Association of Southeast Asian Nations) दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र का संगठन है जिसका लक्ष्य सदस्य राष्ट्रों के मध्य आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, सांस्कृतिक विकास तथा क्षेत्रीय शांति को बढ़ावा देना है। आसियान के 10 सदस्य राष्ट्र, एक उम्मीद्वार राष्ट्र तथा एक पर्यवेक्षक राष्ट्र है। आसियान की स्थापना 8 अगस्त 1967 में पाँच सदस्यों के साथ की गयी थी: इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलिपीन्स, सिंगापुर तथा थाईलैंड। .
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देवभूमि द्वारका जिला
देवभूमि द्वारका जिला (દેવભૂમિ દ્વારકા જિલ્લો) भारत देश में गुजरात प्रान्त के सौराष्ट्र विस्तार में स्थित राज्य के ३३ जिलों में से एक जिला है। जिले का नाम कृष्ण की कर्मभूमि द्वारका से पड़ा है। जिले का मुख्यालय खंभाळिया है। १५ अगस्त २०१३ को गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जामनगर जिला का विभाजन करके देवभूमि द्वारका को नया जिला बनाने की घोषणा की थी। द्वारका जिला कच्छ की खाड़ी और अरबी समुद्र के तट पर बसा है। द्वारका हिन्दू धर्म के प्राचीन तीर्थस्थलों में से एक है। यहाँ से हिन्दू धर्म में पवित्र माने जाने वाली गोमती नदी पसार होती है। द्वारकाधीश का जगत मन्दिर प्रमुख दर्शनीय स्थल है। .
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दीया कुमारी
राजकुमारी दिया कुमारी (जन्म 30 जनवरी 1971), अक्सर शैली जयपुर की राजकुमारी दिया कुमारी जयपुर के महाराजा सवाई सिंह और महारानी पद्मिनी देवी की पुत्री हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और दीया कुमारी
दीघा-सोनपुर रेल-सह-सड़क पुल
दीघा-सोनपुर रेल-सह-सड़क पुल अथवा जे पी सेतु (लोकनायक जय प्रकाश नारायण सेतु), गंगा पर बना पुल है जो पटना और सोनपुर को जोड़ता है। इसकी लम्बाई 4,556 मीटर है। दीघा-गाँधी मैदान सड़क से दीघा सड़क सेतु की दूरी 1.7 किलोमीटर है। दीघा सह सम्पर्क पथ छह लेन का है। दीघा सड़क सेतु के 2.56 कि॰मी॰ लम्बे सोनपुर एप्रोच के लिए जमीन मालिकों की आपसी सहमति से उनकी जमीन का 99 साल के लिए अनवरत लीज/ परपीचुअल लीज (Perpetual lease) रजिस्टर्ड एग्रीमेण्ट कर सरकार ने उन्हें जमीन की कीमत का चौगुनी मुआवजा देकर एग्रीमेण्ट किया है। सोनपुर एप्रोच के 600 मीटर दूरी में एलिवेटेड स्ट्रक्चर है। 2.56 कि॰मी॰ सोनपुर एप्रोच में सारण जिला के गंगाजल, चौसिया, भरपुरा और सुलतानपुर गाँव की जमीन है। जेपी सेतु को नेशनल हाइवे-19 से हाजीपुर-छपरा फोर लेन सड़क से जोड़ा जायेगा। एम्स दीघा एलिवेटेड रोड (12.4 किमी लंबा), गंगा पाथ वे (21.1 किमी) और जेपी सेतु (4.5 किमी)- गांधी सेतु से मिलकर यह एक ऐसा थ्रू वे(threeway) बनाएगा, जिससे सोनपुर की तरफ से आसानी से पश्चिमी पटना, फुलवारीशरीफ और एम्स पटना पहुंच जायेगा। इसके बन जाने से दीदारगंज, पटना सिटी, गुलजारबाग, व गायघाट जैसे सुदुर पूर्वी क्षेत्र के व्यक्ति को दीघा, दानापुर, खगौल, फुलवारीशरीफ, एम्स व जानीपुर जैसे सुदुर पश्चिमी क्षेत्रों में जाने-आने के लिए गांधी मैदान या पटना जंक्शन आने-जाने और शहर की मुख्य ट्रैफिक व्यवस्था पर दबाव बढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। .
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नरेन्द्र मोदी
नरेन्द्र दामोदरदास मोदी (નરેંદ્ર દામોદરદાસ મોદી Narendra Damodardas Modi; जन्म: 17 सितम्बर 1950) भारत के वर्तमान प्रधानमन्त्री हैं। भारत के राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने उन्हें 26 मई 2014 को भारत के प्रधानमन्त्री पद की शपथ दिलायी। वे स्वतन्त्र भारत के 15वें प्रधानमन्त्री हैं तथा इस पद पर आसीन होने वाले स्वतंत्र भारत में जन्मे प्रथम व्यक्ति हैं। वडनगर के एक गुजराती परिवार में पैदा हुए, मोदी ने अपने बचपन में चाय बेचने में अपने पिता की मदद की, और बाद में अपना खुद का स्टाल चलाया। आठ साल की उम्र में वे आरएसएस से जुड़े, जिसके साथ एक लंबे समय तक सम्बंधित रहे । स्नातक होने के बाद उन्होंने अपने घर छोड़ दिया। मोदी ने दो साल तक भारत भर में यात्रा की, और कई धार्मिक केंद्रों का दौरा किया। गुजरात लौटने के बाद और 1969 या 1970 में अहमदाबाद चले गए। 1971 में वह आरएसएस के लिए पूर्णकालिक कार्यकर्ता बन गए। 1975 में देश भर में आपातकाल की स्थिति के दौरान उन्हें कुछ समय के लिए छिपना पड़ा। 1985 में वे बीजेपी से जुड़े और 2001 तक पार्टी पदानुक्रम के भीतर कई पदों पर कार्य किया, जहाँ से वे धीरे धीरे वे सचिव के पद पर पहुंचे। गुजरात भूकंप २००१, (भुज में भूकंप) के बाद गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के असफल स्वास्थ्य और ख़राब सार्वजनिक छवि के कारण नरेंद्र मोदी को 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया। मोदी जल्द ही विधायी विधानसभा के लिए चुने गए। 2002 के गुजरात दंगों में उनके प्रशासन को कठोर माना गया है, की आलोचना भी हुई। हालांकि सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त विशेष जांच दल (एसआईटी) को अभियोजन पक्ष की कार्यवाही शुरू करने के लिए कोई है। मुख्यमंत्री के तौर पर उनकी नीतियों को आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए । उनके नेतृत्व में भारत की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा और 282 सीटें जीतकर अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की। एक सांसद के रूप में उन्होंने उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक नगरी वाराणसी एवं अपने गृहराज्य गुजरात के वडोदरा संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ा और दोनों जगह से जीत दर्ज़ की। इससे पूर्व वे गुजरात राज्य के 14वें मुख्यमन्त्री रहे। उन्हें उनके काम के कारण गुजरात की जनता ने लगातार 4 बार (2001 से 2014 तक) मुख्यमन्त्री चुना। गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त नरेन्द्र मोदी विकास पुरुष के नाम से जाने जाते हैं और वर्तमान समय में देश के सबसे लोकप्रिय नेताओं में से हैं।। माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर भी वे सबसे ज्यादा फॉलोअर वाले भारतीय नेता हैं। उन्हें 'नमो' नाम से भी जाना जाता है। टाइम पत्रिका ने मोदी को पर्सन ऑफ़ द ईयर 2013 के 42 उम्मीदवारों की सूची में शामिल किया है। अटल बिहारी वाजपेयी की तरह नरेन्द्र मोदी एक राजनेता और कवि हैं। वे गुजराती भाषा के अलावा हिन्दी में भी देशप्रेम से ओतप्रोत कविताएँ लिखते हैं। .
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नरेन्द्र मोदी द्वारा किए गए अंतरराष्ट्रीय प्रधानमन्त्रीय यात्राओं की सूची
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी मई २०१६ में तेहरान, ईरान में पधारते हुए। २०१४ के आम चुनाव के बाद नरेन्द्र मोदी भारत के प्रधान मंत्री बने। नरेन्द्र मोदी द्वारा की गयीं अन्तर्राष्ट्रीय प्रधानमन्त्रीय यात्राओं की सूची इस प्रकार है। .
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नरेन्द्र मोदी का मंत्रिमण्डल
भारत का मंत्रिमण्डल भारत सरकार का सामूहिक निर्णय लेने वाली परिषद् होती है। इसमें प्रधानमंत्री और अन्य सभी कैबिनेट मंत्री शामिल होते हैं। .
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नरेन्द्र मोदी का शपथ ग्रहण समारोह
राष्ट्रपति भवन का प्रांगण जहाँ समारोह हो रहा है। भारतीय जनता पार्टी के संसदीय अध्यक्ष नरेन्द्र मोदी का २६ मई २०१४ से भारत के १५वें प्रधानंत्री का कार्यकाल आरम्भ हुआ। मोदी के साथ ४५ अन्य मंत्रियों ने भी समारोह में पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण की। मोदी सहित कुल ४६ में से ३६ मंत्रियों ने हिन्दी में शपथ ली जबकि अन्य १० ने अंग्रेज़ी में शपथ ग्रहण की। .
देखें नरेन्द्र मोदी और नरेन्द्र मोदी का शपथ ग्रहण समारोह
नरेन्द्र मोदी की सार्वजनिक छबि
भारत के वर्तमान प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के व्यक्तित्व तथा पृष्ठभूमि के बारे में लोगों की तरह-तरह की धाराणाएँ हैं। .
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नरेन्द्र सिंह तोमर
नरेन्द्र सिंह तोमर भारत के एक राजनेता हैं। वे सम्प्रति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्रिमंडल में भारत के वर्तमान केंद्रीय ग्रामीण विकास, पंचायतीराज स्वच्छता एवं पेयजल मंत्री हैं। .
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नाभिकीय कमान प्राधिकरण (भारत)
भारत की नाभिकीय कमान प्राधिकरण (Nuclear Command Authority (NCA)) भारत के परमाणु हथियारों के कमान, नियंत्रण एवं संचालन से सम्बन्धित निर्णयों के लिये निर्मित प्राधिकरण है। .
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नाहीद आबिदी
नाहीद आबिदी संस्कृत भाषा की एक भारतीय विदुषी और लेखिका हैं। उन्हें भारत सरकार द्वारा 2014 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया जो कि चौथा उच्च-स्तरीय नागरिक सम्मान है। यह पुरस्कार उन्हें साहित्य के क्षेत्र में प्रदान किया था। .
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नागालैण्ड शांति समझौता
नागालैण्ड शांति समझौता, अगस्त २०१५ में भारत सरकार तथा नेशनल सोसलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैण्ड (NSCN) के बीच एक समझौता है। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में भारत सरकार की ओर से इस पर आर एन रवि ने तथा एन एस सी एन की तरफ से इसाक चिसी स्वू ने हस्ताक्षर किये। .
देखें नरेन्द्र मोदी और नागालैण्ड शांति समझौता
नितिन गडकरी
नितिन गडकरी (जन्म: २७ मई १९५७) एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वो भाजपा सरकार में सोलहवीं लोक सभा में परिवहन मंत्री हैं। इससे पहले दिसम्बर २००९ में भारतीय जनता पार्टी के नौंवें राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए। बावन वर्ष की आयु में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष बनने वाले वे इस पार्टी के सबसे कम उम्र के अध्यक्ष हैं। उनका जन्म महाराष्ट्र के नागपुर ज़िले में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ। वे कामर्स में स्नातकोत्तर हैं इसके अलावा उन्होंने कानून तथा बिजनेस मनेजमेंट की पढ़ाई भी की है। वो भारत के एक उद्योगपति हैं। गडकरी सफल उद्यमी हैं। वह एक बायो-डीज़ल पंप, एक चीनी मिल, एक लाख २० हजार लीटर क्षमता वाले इथानॉल ब्लेन्डिंग संयत्र, २६ मेगावाट की क्षमता वाले बिजली संयंत्र, सोयाबीन संयंत्र और को जनरेशन ऊर्जा संयंत्र से जुड़े हैं। गडकरी ने १९७६ में नागपुर विश्वविद्यालय में भाजपा की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत की। बाद में वह २३ साल की उम्र में भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष बने। अपने ऊर्जावान व्यक्तित्व और सब को साथ लेकर चलने की ख़ूबी की वजह से वे सदा अपने वरिष्ठ नेताओं के प्रिय बने रहे। १९९५ में वे महाराष्ट्र में शिव सेना- भारतीय जनता पार्टी की गठबंधन सरकार में लोक निर्माण मंत्री बनाए गए और चार साल तक मंत्री पद पर रहे। मंत्री के रूप में वे अपने अच्छे कामों के कारण प्रशंसा में रहे। १९८९ में वे पहली बार विधान परिषद के लिए चुने गए, पिछले २० वर्षों से विधान परिषद के सदस्य हैं और आखिरी बार २००८ में विधान परिषद के लिए चुने गए। वे महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता भी रहे हैं। उन्होंने अपनी पहचान ज़मीन से जुड़े एक कार्यकर्ता के तौर पर बनाई है और वे एक राजनेता के साथ-साथ एक कृषक और एक उद्योगपति भी हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और नितिन गडकरी
निर्मला सीतारमन
निर्मला सीतारमन (Nirmala Seetharaman, நிர்மலா சீதாராமன்.) भारत की रक्षामंत्री हैं। सितंबर २०१७ में रक्षा मंत्री बनने से पहले वे भारत की वाणिज्य और उद्योग (स्वतंत्र प्रभार) तथा वित्त व कारपोरेट मामलों की राज्य मंत्री रह चुकी हैं। वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से संबद्ध हैं तथा पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुकी हैं। निर्मला सीतारमन भारत की पहली पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री हैं; हालांकि इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए अतिरिक्त कार्यभार के रूप में यह मंत्रालय संभाला था। .
देखें नरेन्द्र मोदी और निर्मला सीतारमन
निहालचन्द चौहान
निहालचंद चौहान (जन्म ४ फ़रवरी १९७१) वर्तमान केन्द्रीय पंचायती राज राज्य मंत्री तथा पूर्व में रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री, भारत सरकार है। वो भारतीय संसद की १६वीं और सोलहवीं लोकसभा के सांसद हैं। वो राजस्थान के श्रीगंगानगर लोकसभा से भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और निहालचन्द चौहान
नजमा हेपतुल्ला
डॉ॰ नजमा हेपतुल्ला (Najma Heptulla, نجمہ ہیپت اللہ) एक राजनीतिज्ञ, लेखिका और नरेन्द्र मोदी सरकार के अंतर्गत अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री थी। वह फिलहाल मणिपुर राज्य की राज्यपाल है।वे मुंबई कांग्रेस कमेटी की महासचिव और उपाध्यक्ष रह चुकी हैं। वे 1985 से 1986 तथा 1988 से जुलाई 2007 तक भारतीय लोकतंत्र की उपरी प्रतिनिधि सभा राज्यसभा की पूर्व उपसभापति रही हैं। 1980 से राज्यसभा की सदस्य हैं। और अभी उनका दिल्ली के जमियामालिया युनिव्हर्सिटी मी कुलगुरू किया हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और नजमा हेपतुल्ला
नृपेंद्र मिश्रा
नृपेंद्र मिश्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुख्य सचिव हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और नृपेंद्र मिश्रा
नीति आयोग
नीति आयोग (राष्ट्रीय भारत परिवर्तन संस्थान) भारत सरकार द्वारा गठित एक नया संस्थान है जिसे योजना आयोग के स्थान पर बनाया गया है। 1 जनवरी 2015 को इस नए संस्थान के संबंध में जानकारी देने वाला मंत्रिमंडल का प्रस्ताव जारी किया गया।http://pib.nic.in/newsite/hindirelease.aspx?relid.
देखें नरेन्द्र मोदी और नीति आयोग
पटना सिलसिलेवार बम धमाके, 2013
पटना सिलसिलेवार बम धमाके 27 अक्टूबर 2013 को पटना शहर में गान्धी मैदान और पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन पर हुए। ये धमाके भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमन्त्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की रैली के कुछ समय पूर्व हुए। पटना के गान्धी मैदान पर यह रैली आयोजित की गयी थी। रैली स्थल पर 5 तथा रेलवे स्टेशन पर 2 धमाके हुए। सिलसिलेवार हुए कुल 7 बम धमाकों में 6 लोग मरे तथा 83 लोग घायल हुए। .
देखें नरेन्द्र मोदी और पटना सिलसिलेवार बम धमाके, 2013
पतरातू सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट
पतरातू सुपर थर्मल पावर परियोजना निर्माणाधीन है। यह 4000 मेगावाट (800 मेगावॉट × 5) है, जो पतरातू, रामगढ़ जिला, झारखंड में स्थित है। यह मौजूदा पतरातू थर्मल पावर स्टेशन के साथ उपलब्ध 6300 एकड़ में से 1859 एकड़ का उपयोग करेगा। 25 मई 2018 को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंधरी में एक कार्यक्रम में झारखंड के रामगढ़ जिले में पतरतु सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट की 2,400 मेगावाट (एमवी) क्षमता के पहले चरण की नींव रखी। एक अप्रैल 2016 को पीटीपीएस प्लांट की चिमनियों ने धुआं उगलना बंद कर दिया था। इसकी जर्जर की स्थिति को देखते हुए झारखंड सरकार ने पतरातू में बिजली उत्पादन के लिए एनटीपीसी के साथ ऐतिहासिक समझौता कर नया पावर प्लांट खोलने की योजना तैयार की। एक अप्रैल 2016 से झारखंड बिजली वितरण निगम (जेबीवीएनएल) और नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी लिमिटेड) का संयुक्त उपक्रम पीवीयूएनएल का संचालन कर रहा है। जेबीवीएनएल और एनटीपीएस की सहमति से जनवरी 2017 से ही पतरातू थर्मल पावर प्लांट स्टेशन (पीटीपीएस) से बिजली का उत्पादन बंद कर दिया था। नये ज्वाइंट वेंचर पीवीयूएनएल द्वारा पुरानी आधारभूत संरचना को हटा कर नया प्लांट तैयार करने के बाद से ही पतरातू से बिजली उत्पादन शुरू किया जा सकेगा। पतरातू परियोजना झारखंड सरकार और Patratu Vidyut Utpadan निगम लिमिटेड की 26 प्रतिशत हिस्सेदारी के 74 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ एक संयुक्त उद्यम है। पीवीयूएनएल एनटीपीसी की सहायक कंपनी है। (PVUNL)। पीवीयूएनएल इस चरण को 2,400 मेगावाट क्षमता के साथ दो चरणों में विकसित करने की योजना बना रहा है जिसमें प्रथम चरण में 800 मेगावाट क्षमता की तीन इकाइयां और 1,600 मेगावाट की कमी होगी, जिसमें चरण -2 में प्रत्येक की 800 मेगावॉट क्षमता होगी। यह परियोजना झारखंड से उत्पन्न बिजली का 85 प्रतिशत आवंटित करेगी। परियोजना का पहला चरण लगभग 18,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर स्थापित किया जाएगा। एनएनपीसी ने परियोजना के इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) अनुबंध से भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड(बीएचईएल) को सम्मानित किया है। इसकी पहली इकाई 2022 में शुरू होने की उम्मीद है। अन्य दो इकाइयों को बाद में एक वर्ष के भीतर शुरू किया जाएगा। .
देखें नरेन्द्र मोदी और पतरातू सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट
पिस्कारेवस्कोए शहीद स्मारक
पिस्कारेवस्कोए शहीद स्मारक (Пискарёвское мемориа́льное кла́дбище) रुस के सेंट पीटर्सबर्ग में स्थित लेनिनग्राद की घेराबंदी के शिकार लोगों को समर्पित कब्रिस्तान है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और पिस्कारेवस्कोए शहीद स्मारक
पुत्तिंगल मंदिर हादसा, केरल
पुत्तिंगल मंदिर हादसा एक भयावह आतिशबाजी विस्फोट है जो 10 अप्रैल 2016 में कोल्लम के परावुर पुत्तिंगल मंदिर में भारतीय मानक समयानुसार(आईएसटी) रात्रि 03:30 बजे (22:15 जीएमटी) पर हुआ था। इस हादसे में 111 से अधिक लोगों की मौत हो गयी और 350 से अधिक लोग घायल हो गए। .
देखें नरेन्द्र मोदी और पुत्तिंगल मंदिर हादसा, केरल
प्रणब मुखर्जी
प्रणव कुमार मुखर्जी (প্রণবকুমার মুখোপাধ্যায়, जन्म: 11 दिसम्बर 1935, पश्चिम बंगाल) भारत के तेरहवें वें व पूर्व राष्ट्रपति रह चुके हैं। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन ने उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित किया। सीधे मुकाबले में उन्होंने अपने प्रतिपक्षी प्रत्याशी पी.ए.
देखें नरेन्द्र मोदी और प्रणब मुखर्जी
प्रधानमन्त्री
प्रधानमंत्री एक ऐसा राजनेता होता है जो कि सरकार की कार्यकारिणी शाखा का संचालन करता है। सामान्यतः, प्रधानमंत्री अपने देश की संसद का सदस्य भी होता है। भारत में प्रधानमन्त्री या अन्य कोई मन्त्री छः माह तक बिना संसद सदस्य रहते हुए भी पद पर बने रह सकते हैं लेकिन उन्हे छः महीने के अन्दर संसद के किसी भी सदन का सदस्य बनना पडेगा। अगर प्रधानमन्त्री या मन्त्री इस अवधि में संसद के सदस्य बनने में विफल रहते हैं तो उन्हे त्यागपत्र देना पडेगा। लेकिन इसका यह अर्थ कदापि नहीं कि हर बार छ: माह के लिए आप सदन के सदस्य न रहते हुए भी मन्त्री पद पर आसीन रहे। इस सम्बन्ध में उच्चतम न्यालय का निर्णय अत्यन्त महत्वपूर्ण है। भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री वर्ष २०१४ में निर्वाचित श्री नरेन्द्र मोदी हैं जो भारतीय जनता पार्टी के सदस्य तथा वाराणसी से सांसद हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और प्रधानमन्त्री
प्रधानमंत्री (टीवी सीरीज)
प्रधानमंत्री टीवी शो की 2013 में, शेखर कपूर ने एबीपी न्यूज़ पर मेजबानी की। इस कार्यक्रम में भारतीय की रियासतों के विलय से लेकर देश के अलग-अलग प्रधानमंत्री चुनने की पूरी कहानी है। यह 13 जुलाई, 2013 को प्रीमियर हुआ। इसका उद्देश्य भारतीय इतिहास के तथ्यों को कभी भी पहले कभी नहीं देखा गया है। साप्ताहिक कार्यक्रम भारत के इतिहास को 1 9 47 से वर्तमान दिन तक का इतिहास देता है। टीवी श्रृंखला प्रसिद्ध फिल्म निर्माता, अभिनेता और मेजबान शेखर कपूर द्वारा होस्ट की गई है और निर्देशित हैं पुनीत शर्मा। यह पिछले 65 वर्षों में 13 प्रधान मंत्रियों के कार्यकाल के दौरान देश में बदलाव पेश करने का एक अनूठा प्रयास है। प्रधानमंत्रियों ने हर शनिवार को 10 बजे प्रसारित किया। राखी पपिया जोशी और सोहन ठाकुर निर्देशक काट रहे हैं। श्रृंखला ने सलमा सुल्तान द्वारा दूरदर्शन पर इंदिरा गांधी की मौत के प्रसारण का प्रसारण प्रसारित किया। प्रारंभ में 23 एपिसोड के लिए संकल्पना की गयी, प्रधानमंत्रि को 4 जनवरी 2014 को प्रसारित अंतिम एपिसोड के साथ 26 एपिसोड में बढ़ा दिया गया था। इस शो को पहले आइडिया ऑफ़ इंडिया का अफवाह माना गया था। प्रधानमंत्रि अब बांग्ला में 14 दिसंबर 2013 को एबीपी आनंद पर फिर से प्रसारित किया गया है, जिसमें बंगाली अभिनेता धृतिमन चटर्जी द्वारा होस्ट किया गया है और एबीपी माहा पर मराठी भाषा में सिंहासन के नाम से दोबारा प्रसारण किया गया है और 23 नवम्बर 2013 को मराठी अभिनेता विक्रम गोखले द्वारा होस्ट किया गया। .
देखें नरेन्द्र मोदी और प्रधानमंत्री (टीवी सीरीज)
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना मुद्रा बैंक के तहत एक भारतीय योजना है जिसकी शुरुआत भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ८ अप्रैल २०१५ को नई दिल्ली में की थी। .
देखें नरेन्द्र मोदी और प्रधानमंत्री मुद्रा योजना
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना भारत सरकार द्वारा समर्थित दुर्घटना बीमा योजना है। इसका आरम्भ भारत के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने ९ मई २०१५ को कोलकाता में किया। 12 / – प्रति वर्ष रुपये की न्यूनतम प्रीमियम दर के साथ यह नीति समाज के गरीब और निम्न आय वाले वर्ग के लिए सबसे अधिक फायदेमंद है। प्रधान मंत्री सुरक्षा बीमा योजना आकस्मिक निधन और स्थायी विकलांगता के लिए 2 लाख और स्थायी आंशिक अक्षमता के लिए 1 लाख रुपये का जीवन कवरेज प्रदान करती है। ।। 18-70 वर्षों के आयु वर्ग के व्यक्तियों को जिनके पास किसी भी बैंक का एक बचत खता हो इस योजना की सदस्यता मिल सकती है। यदि आपके पास एक से अधिक बचत बैंक खाते हैं तो आप केवल एक बचत बैंक खाते का उपयोग करके इस योजना की सदस्यता ले सकते हैं। प्रधान मंत्री सुरक्षा बीमा योजना के बारे में और जानने में आपकी सहायता के लिए, इस लेख में हमने नीति के विभिन्न पहलुओं पर संक्षेप में चर्चा की है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना
प्रधानमंत्री जन धन योजना
प्रधानमंत्री जन धन योजना (संक्षेप में - पीएमजेडीवाई) भारत में वित्तीय समावेशन पर राष्ट्रीय मिशन है और जिसका उद्देश्य देश भर में सभी परिवारों को बैंकिंग सुविधाएं मुहैया कराना और हर परिवार का बैंक खाता खोलना है। इस योजना की घोषणा 15 अगस्त 2014 को तथा इसका शुभारंभ 28 अगस्त 2014 को भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने किया। इस परियोजना की औपचारिक शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री ने सभी बैंको को इ-मेल भेजा जिसमें उन्होंने 'हर परिवार के लिए बैंक खाता' को एक ‘राष्ट्रीय प्राथमिकता’ घोषित किया और सात करोड़ से भी अधिक परिवारों को इस योजना में प्रवेश देने और उनका खाता खोलने के लिए सभी बैंको को कमर कसने को कहा।योजना के उद्घाटन के दिन ही 1.5 करोड़ बैंक खाते खोले गए। .
देखें नरेन्द्र मोदी और प्रधानमंत्री जन धन योजना
प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना
प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना भारत सरकार द्वारा समर्थित एक जीवन बीमा योजना है। इसका आरम्भ कोलकाता में ९ मई २०१५ को भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। भारत सरकार ने समाज के गरीब और कम आय वर्ग के विकास के लिए एक नई जीवन बीमा योजना, प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना शुरू की है। एक शुद्ध अवधि बीमा योजना के रूप में, प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना 18 से 50 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों के लिए उपलब्ध है। प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना एक नवीकरण अवधि की बीमा पॉलिसी है, जो कि वार्षिक रूप से जीवन बीमा कवरेज प्रदान करती है जिस का बीमा किया गया है उस व्यक्ति के निधन के मामले में बीमा कम्पनी उसके व्यारा नामित किये हुए व्यक्ति को 2,00,000 रुपये, देती है इसकी प्रीमियम दर बीमा पालिसी में सबसे किफायती है इसके लिए आप को सिर्फ 330 रूपए देने होंगे ये प्रति वर्ष के लिए रही है तो आप के नवीन वर्ष में इसका प्रमियम दुबारा से 330 देना होगा | .
देखें नरेन्द्र मोदी और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना
प्रकाश जावड़ेकर
प्रकाश जावड़ेकर (जन्म 30 जनवरी 1951) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के पदासीन केंद्रीय मंत्री (एमएचआरडी) हैं। इन्हें 2008 में महाराष्ट्र से संसद के एक सदस्य के रूप में राज्यसभा के लिए निर्वाचित किया गया था, और 2014 में मध्य प्रदेश से फिर से निर्वाचित किया गया। 2014 भारतीय आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत के बाद इन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन के लिए राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नियुक्त किया गया था। .
देखें नरेन्द्र मोदी और प्रकाश जावड़ेकर
पृथ्वीराज चौहान
पृथ्वीराज चौहान (भारतेश्वरः पृथ्वीराजः, Prithviraj Chavhan) (सन् 1178-1192) चौहान वंश के हिंदू क्षत्रिय राजा थे, जो उत्तर भारत में १२ वीं सदी के उत्तरार्ध में अजमेर (अजयमेरु) और दिल्ली पर राज्य करते थे। वे भारतेश्वर, पृथ्वीराजतृतीय, हिन्दूसम्राट्, सपादलक्षेश्वर, राय पिथौरा इत्यादि नाम से प्रसिद्ध हैं। भारत के अन्तिम हिन्दूराजा के रूप में प्रसिद्ध पृथ्वीराज १२३५ विक्रम संवत्सर में पंद्रह वर्ष (१५) की आयु में राज्य सिंहासन पर आरूढ हुए। पृथ्वीराज की तेरह रानीयाँ थी। उन में से संयोगिता प्रसिद्धतम मानी जाती है। पृथ्वीराज ने दिग्विजय अभियान में ११७७ वर्ष में भादानक देशीय को, ११८२ वर्ष में जेजाकभुक्ति शासक को और ११८३ वर्ष में चालुक्य वंशीय शासक को पराजित किया। इन्हीं वर्षों में भारत के उत्तरभाग में घोरी (ग़ोरी) नामक गौमांस भक्षण करने वाला योद्धा अपने शासन और धर्म के विस्तार की कामना से अनेक जनपदों को छल से या बल से पराजित कर रहा था। उसकी शासन विस्तार की और धर्म विस्तार की नीत के फलस्वरूप ११७५ वर्ष से पृथ्वीराज का घोरी के साथ सङ्घर्ष आरंभ हुआ। उसके पश्चात् अनेक लघु और मध्यम युद्ध पृथ्वीराज के और घोरी के मध्य हुए।विभिन्न ग्रन्थों में जो युद्ध सङ्ख्याएं मिलती है, वे सङ्ख्या ७, १७, २१ और २८ हैं। सभी युद्धों में पृथ्वीराज ने घोरी को बन्दी बनाया और उसको छोड़ दिया। परन्तु अन्तिम बार नरायन के द्वितीय युद्ध में पृथ्वीराज की पराजय के पश्चात् घोरी ने पृथ्वीराज को बन्दी बनाया और कुछ दिनों तक 'इस्लाम्'-धर्म का अङ्गीकार करवाने का प्रयास करता रहा। उस प्रयोस में पृथ्वीराज को शारीरक पीडाएँ दी गई। शरीरिक यातना देने के समय घोरी ने पृथ्वीराज को अन्धा कर दिया। अन्ध पृथ्वीराज ने शब्दवेध बाण से घोरी की हत्या करके अपनी पराजय का प्रतिशोध लेना चाहा। परन्तु देशद्रोह के कारण उनकी वो योजना भी विफल हो गई। एवं जब पृथ्वीराज के निश्चय को परिवर्तित करने में घोरी अक्षम हुआ, तब उसने अन्ध पृथ्वीराज की हत्या कर दी। अर्थात्, धर्म ही ऐसा मित्र है, जो मरणोत्तर भी साथ चलता है। अन्य सभी वस्तुएं शरीर के साथ ही नष्ट हो जाती हैं। इतिहासविद् डॉ.
देखें नरेन्द्र मोदी और पृथ्वीराज चौहान
पेटलावद धमाका
पेटलावद धमाका 12 सितंबर 2015 की सुबह को झाबुआ जिले के पेटलावद नामक नगर में हुआ था। जिसमें लगभग 105 लोगों की मृत्यु हो गई। इसका कारण खाना बनाने के लिए रखे गैस सिलेंडर को बताया गया है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और पेटलावद धमाका
पीएसएलवी-सी37
पीएसएलवी-सी37, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा संचालित पीएसएलवी श्रृंखला का एक उपग्रह प्रमोचन वाहन (लॉन्च व्हीकल) है जिसने 15 फरवरी 2017, बुधवार को कुल 104 उपग्रहों को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित करके एक नया विश्वकीर्तिमान स्थापित किया। भारत के 714 किलोग्राम वजन वाले पृथ्वी अवलोकन उपग्रह (कार्टोसैट-2डी) और 664 किलोग्राम वजन के 103 अन्य सहायक उपग्रहों के साथ सतीश धवन स्पेस सेंटर के प्रथम लॉन्च पैड से सुबह 9 बजकर 28 मिनट (आईएसटी) पर रवाना हुआ। ये उपग्रह अनेक देशों के हैं। पीएसएलवी की यह कुल 39वीं और 37वीं सफल उड़ान थी। - राँची एक्सप्रेस - 12 फरवरी 2017 अभी तक किसी भी देश ने इतनी संख्या में उपग्रहों का एक साथ प्रक्षेपण नहीं किया है। पिछला रिकॉर्ड रूस के नाम था, रूस ने नेपर रॉकेट से 2014 में एक साथ 37 सैटेलाइट लांच कर वर्ष 2013 में मिनटॉर 1 से 29 सैटेलाइट एक साथ छोड़ने के अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के रिकॉर्ड को तोड़ा था। इसरो भी 2016 में 20 उपग्रह एक साथ लॉन्च कर चुका है। - आज तक - 13 फरवरी 2017 .
देखें नरेन्द्र मोदी और पीएसएलवी-सी37
पीयूष गोयल
पीयूष गोयल (1964) एक भारतीय जनता पार्टी के राजनेता और भारत के वर्तमान रेलमंत्री और कोयला मंत्रालय, भारत सरकार के प्रमुख मंत्री हैं। वें भूतपूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व.
देखें नरेन्द्र मोदी और पीयूष गोयल
फ़ोर्ब्स पत्रिका की दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोगों की सूची
फ़ोर्ब्स बिजनेस पत्रिका ने 2009 से दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोगों की एक वार्षिक सूची संकलित की है। सूची में प्रत्येक 100 मिलियन लोगों के लिए एक स्थान होता है, इसके अनुसार 2009 की सूची में 67 लोग थे, और 2016 तक 74 लोग हो गये। यह स्थान, मानव और वित्तीय संसाधनों की मात्रा के आधार पर आवंटित किया जाता है, तथा जिनका पर उन पर प्रभाव होता है, साथ ही साथ विश्व की घटनाओं पर उनका प्रभाव होता है। फोर्ब्स के अनुसार निम्न रैंकिंग में शीर्ष दस सबसे शक्तिशाली लोगों की सूची दी गई हैं- .
देखें नरेन्द्र मोदी और फ़ोर्ब्स पत्रिका की दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोगों की सूची
बहुमत की सरकार
किसी संसदीय व्यवस्था मे संसद या विधानसभा में सबसे ज्यादा सदस्यों वाले दल के द्वारा पूर्ण बहुमत जुटाकर बनाई गई सरकार को बहुमत की सरकार कहते हैं। बहुमत के लिये जरूरी आंकणों के होने की वजह से किसी अल्पमत की सरकार की तुलना में ये सरकार ज्यादा स्थायी होती है। बहुमत की सरकार के पास अपने प्रस्ताव पारित कराने के सबसे ज्यादा संभावनाएँ होती हैं, और इनके विधेयक कभी कभार ही सदन में हारते हैं। इसकी तुलना में एक अल्पमत की सरकार को अपने विधेयक पारित कराने और अपनी बात मनवाने के लिये लगातार साथी और विरोधी दलों से मोल-भाव करते रहना पड़ता है। ऐसे में भ्रष्टाचार की संभावनाएँ बलवती हो जाती हैं। शब्द "बहुमत की सरकार" किसी सदन में एक से अधिक समान विचार वाले दलों के गठबंधन वाली स्थायी सरकार को भी कह सकते हैं जहाँ किसी एक के समर्थन खींचने की संभावना नगण्य हो। ऐसा उदाहरण भारत में भाजपा और शिव सेना का है जो लगभग समान विचारधारा वाले दल हैं और दशकों से विभिन्न कार्यपालिकाओं में सम्मिलित सरकार चलाते हैं। फ़िलहाल २०१४ से २०१९ के लिये भारत में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को बहुमत मिला है और २८२ की तुलना में इनके पास लोकसभा में ३३० से ज्यादा सीटें हैं। अन्य उदाहरण २०१०-१५ के दौरान यूनाइटेड किंगडम में मिलता है जहाँ कंज़र्वेटिव व लिबरल डेमोक्रैट दलों ने मिलकर बहुमत की सरकार चलायी। कंज़रवेटिवों ने २०१० के चुनावों में सबसे ज्यादा सीटें हासिल कीं लेकिन बहुमत की संख्या से पीछे रह गये। ऐसे में लिबरल डेमोक्रैट्स के साथ मिलकर उन्होंने हाउस ऑफ कॉमन्स में एक ठोस बहुमत की सरकार बना ली जो पांच साल की पूरी अवधि तक काम करती रही। .
देखें नरेन्द्र मोदी और बहुमत की सरकार
बाचा ख़ान विश्वविद्यालय हमला
20 जनवरी 2016 को सुबह 9:30 बजे पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर प्रांत ख़ैबर पख़्तूनख़्वा की राजधानी पेशावर के पास चरसद्दा में स्थित बाचा खान विश्वविद्यालय पर 4 आतंकियों ने आक्रमण कर दिया। परिसर में आते ही आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं। इसके साथ ही अभी तक परिसर में सात धमाके भी सुने गए। हमले में पहले एक प्रोफेसर समेत 4 लोगों के मारे जाने की खबर थी लेकिन अब 60 से 70 छात्रों को आतंकियों द्वारा गोली मारने की खबर है। हमले के वक्त विश्वविद्यालय में बाचा खान जिन्हें खान अब्दुल गफ्फार खान के नाम से भी जाना जाता है की बरसी के मौके पर काव्यगोष्ठी के लिए अनेक लोग यहां आए थे। खान का निधन 20 जनवरी 1988 को हुआ था। यह यूनिवर्सिटी इन्ही की याद में बनाई गई है। इस यूनिवर्सिटी का अपना ऐतिहासिक महत्व है। समाचार चैनल जियो के मुताबिक यूनिवर्सिटी के पीछे के रास्ते से जहां गेस्ट हाउस है, वहां से आतंकी घुसे। हमले की खबर के साथ ही छात्रों को निकल जाने का ऐलान किया गया जिसके बाद भगदड़ मची। .
देखें नरेन्द्र मोदी और बाचा ख़ान विश्वविद्यालय हमला
बालकृष्ण
आचार्य बालकृष्ण (जन्म: ४ अगस्त १९७२) आयुर्वेद के आचार्य और योग गुरु बाबा रामदेव के सहयोगी हैं। वह आयुर्वेद केन्द्र पतंजलि योगपीठ के अध्यक्ष हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और बालकृष्ण
बिहार संग्रहालय
बिहार संग्रहालय (English: Bihar Museum) पटना में निर्मित एक आधुनिक कला संग्रहालय है। यह अगस्त 2015 में आंशिक रूप से खोला गया था। अगस्त 2015 में 'बच्चों के संग्रहालय', मुख्य प्रवेश क्षेत्र और एक अभिविन्यास थियेटर सार्वजनिक रूप से केवल एक ही हिस्सा खोल दिया गया था। बाद में, अक्टूबर 2017 में शेष दीर्घाओं को भी खोला गया। यहां पटना संग्रहालय से 100 से अधिक कलाकृतियों को स्थानांतरित किया गया था। यह बिहार राज्य के लिए एक इतिहास संग्रहालय के रूप में योजना बनाई गई, और अक्टूबर 2013 में बेली रोड, पटना, बिहार, भारत में अनुमानित बजट 498 करोड़ (78 मिलियन अमेरिकी डॉलर) के साथ निर्माण शुरू किया। संग्रहालय को इस क्षेत्र के हजारों वर्ष के इतिहास को ध्यान में लाने, विश्व के चारों ओर से स्थानीय निवासियों और आगंतुकों को प्रेरक बनाने के लिए बिहार की समृद्ध विरासत, ऐतिहासिक स्थलों और सांस्कृतिक आकर्षणों का पता लगाने की योजना बनाई गई थी। .
देखें नरेन्द्र मोदी और बिहार संग्रहालय
ब्राह्मणवाड़ा
ब्राह्मणवाड़ा भारत के गुजरात राज्य के महसाणा जिला में ऊंजा तहसील का कस्बा है। ये भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पत्नी जसोदाबेन मोदी जन्म स्थान है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और ब्राह्मणवाड़ा
ब्रिक्स
ब्रिक्स (BRICS) उभरती राष्ट्रीय अर्थव्यवस्थाओं के एक संघ का शीर्षक है। इसके घटक राष्ट्र ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका हैं। इन्हीम देशों के अंग्रेज़ी में नाम के प्रथमाक्षरों B, R, I, C व S से मिलकर इस समूह का यह नामकरण हुआ है। मूलतः, २०१० में दक्षिण अफ्रीका के शामिल किए जाने से पहले इसे "ब्रिक" के नाम से जाना जाता था। रूस को छोडकर, ब्रिक्स के सभी सदस्य विकासशील या नव औद्योगीकृत देश हैं जिनकी अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। ये राष्ट्र क्षेत्रीय और वैश्विक मामलों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं। वर्ष २०१३ तक, पाँचों ब्रिक्स राष्ट्र दुनिया के लगभग 3 अरब लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं और एक अनुमान के अनुसार ये राष्ट्र संयुक्त विदेशी मुद्रा भंडार में ४ खरब अमेरिकी डॉलर का योगदान करते हैं। इन राष्ट्रों का संयुक्त सकल घरेलू उत्पाद १५ खरब अमेरिकी डॉलर का है। वर्तमान में, दक्षिण अफ्रीका ब्रिक्स समूह की अध्यक्षता करता है। .
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बोटाद जिला
बोटाद जिला (બોટાદ જિલ્લો.) भारत देश के गुजरात प्रान्त में सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित, राज्य के ३३ जिलों में से एक महत्वपूर्ण जिला है। जिसका मुख्यालय बोटाद है। २०१३ में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विवेकानंद विकास यात्रा के दौरान भावनगर जिला और अहमदाबाद जिले का विभाजन करके नये बोटाद जिले की घोषणा की थी। भावनगर और अहमदाबाद के दो-दो तहसील जोड़के ४ तहसीलों का नया जिला बनाया गया था। जिले में ३ नगरपालिका है। .
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भारत
भारत (आधिकारिक नाम: भारत गणराज्य, Republic of India) दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है। पूर्ण रूप से उत्तरी गोलार्ध में स्थित भारत, भौगोलिक दृष्टि से विश्व में सातवाँ सबसे बड़ा और जनसंख्या के दृष्टिकोण से दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत के पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर-पूर्व में चीन, नेपाल और भूटान, पूर्व में बांग्लादेश और म्यान्मार स्थित हैं। हिन्द महासागर में इसके दक्षिण पश्चिम में मालदीव, दक्षिण में श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व में इंडोनेशिया से भारत की सामुद्रिक सीमा लगती है। इसके उत्तर की भौतिक सीमा हिमालय पर्वत से और दक्षिण में हिन्द महासागर से लगी हुई है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी है तथा पश्चिम में अरब सागर हैं। प्राचीन सिन्धु घाटी सभ्यता, व्यापार मार्गों और बड़े-बड़े साम्राज्यों का विकास-स्थान रहे भारतीय उपमहाद्वीप को इसके सांस्कृतिक और आर्थिक सफलता के लंबे इतिहास के लिये जाना जाता रहा है। चार प्रमुख संप्रदायों: हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख धर्मों का यहां उदय हुआ, पारसी, यहूदी, ईसाई, और मुस्लिम धर्म प्रथम सहस्राब्दी में यहां पहुचे और यहां की विविध संस्कृति को नया रूप दिया। क्रमिक विजयों के परिणामस्वरूप ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कंपनी ने १८वीं और १९वीं सदी में भारत के ज़्यादतर हिस्सों को अपने राज्य में मिला लिया। १८५७ के विफल विद्रोह के बाद भारत के प्रशासन का भार ब्रिटिश सरकार ने अपने ऊपर ले लिया। ब्रिटिश भारत के रूप में ब्रिटिश साम्राज्य के प्रमुख अंग भारत ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में एक लम्बे और मुख्य रूप से अहिंसक स्वतन्त्रता संग्राम के बाद १५ अगस्त १९४७ को आज़ादी पाई। १९५० में लागू हुए नये संविधान में इसे सार्वजनिक वयस्क मताधिकार के आधार पर स्थापित संवैधानिक लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित कर दिया गया और युनाईटेड किंगडम की तर्ज़ पर वेस्टमिंस्टर शैली की संसदीय सरकार स्थापित की गयी। एक संघीय राष्ट्र, भारत को २९ राज्यों और ७ संघ शासित प्रदेशों में गठित किया गया है। लम्बे समय तक समाजवादी आर्थिक नीतियों का पालन करने के बाद 1991 के पश्चात् भारत ने उदारीकरण और वैश्वीकरण की नयी नीतियों के आधार पर सार्थक आर्थिक और सामाजिक प्रगति की है। ३३ लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ भारत भौगोलिक क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा राष्ट्र है। वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था क्रय शक्ति समता के आधार पर विश्व की तीसरी और मानक मूल्यों के आधार पर विश्व की दसवीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था है। १९९१ के बाज़ार-आधारित सुधारों के बाद भारत विश्व की सबसे तेज़ विकसित होती बड़ी अर्थ-व्यवस्थाओं में से एक हो गया है और इसे एक नव-औद्योगिकृत राष्ट्र माना जाता है। परंतु भारत के सामने अभी भी गरीबी, भ्रष्टाचार, कुपोषण, अपर्याप्त सार्वजनिक स्वास्थ्य-सेवा और आतंकवाद की चुनौतियां हैं। आज भारत एक विविध, बहुभाषी, और बहु-जातीय समाज है और भारतीय सेना एक क्षेत्रीय शक्ति है। .
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भारत में नकदरहित लेनदेन
भारत में बिना नकद लेनदेन एक पहल है जिसके अंतर्गत रोजमर्रा की वस्तुओं को खरीदने के लिए एक ग्राहक, विक्रेताओं को भुगतान नकद से करने के बजाय एक फीचर फोन (प्राथमिक मोबाइल फोन) के माध्यम से सीधे अपने बैंक खाते से करता है। स्मार्ट फोन या मोबाइल फोन के विपरीत एक फीचर फोन इस काम के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं करता है। .
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भारत में लोकतंत्र
भारत दुनिया का सातवा (क्षेत्रफल में) और दूसरा (जनसंख्या में) सबसे बड़ा देश है। भारत दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यताओ में से एक है, फिर भी ये एक युवा राष्ट्र है। अठारहवीं सदी के मध्य में यूरोपीय शक्तियों द्वारा अपने उपनिवेश की स्थापना तक इसके बहुत से इतिहास मुग़ल और राजपूत के अधीन में रहे हैं। 1947 की आजादी के बाद मतदाताओं दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को इसके राष्ट्रवादी के आंदोलन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेतृत्व के तहत बनाया गया था। संसद का चुनाव हर 5 साल में एक बार आयोजित किया जाता है। वर्तमान में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार के मुखिया है, जबकि राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द राज्य के मुखिया है। देश में छह मुख्य राष्ट्रीय पार्टिया है: भारतीय जनता पार्टी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी.
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भारत में स्मार्ट नगर
भारत में स्मार्ट नगर की कल्पना प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की है जिन्होंने देश के १०० नगरों को स्मार्ट नगरों के रूप में विकसित करने का संकल्प किया है। सरकार ने २७ अगस्त २०१५ को ९८ प्रस्तावित स्मार्ट नगरों की सूची जारी कर दी। .
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भारत में सौर ऊर्जा
भारत में सौर ऊर्जा हेतु विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा किया जाता है। भारत की घनी आबादी और उच्च सौर आतपन सौर ऊर्जा को भारत के लिए एक आदर्श ऊर्जा स्रोत बनाता है। किंतु सौर ऊर्जा निरंतर खर्चीली है और इस पर भारी निवेश की जरूरत पड़ती है। सौर ऊर्जा का स्वरूप अस्थिर है जिससे इसे ग्रिड में समायोजित करना मुश्किल होता है। लोगों की जागरुकता का अभाव, उच्च उत्पादन लागत तथा वर्तमान ऊर्जा को छोड़ने की सीमाएं एवं पारेषण (ट्रांसमशिन) नेटवर्क को देशभर में सौर ऊर्जा क्षमता के भरपूर दोहन की दिशा में मुख्य बाधा के रूप में माना गया है। हैंडबुक ऑन सोलर रेडिएशन ओवर इंडिया के अनुसार, भारत के अधिकांश भाग में एक वर्ष में 250-300 धूप निकलने वाले दिनों सहित प्रतिदिन प्रति वर्गमीटर 4-7 किलोवाट घंटे का सौर विकिरण प्राप्त होता है। राजस्थान और गुजरात में प्राप्त सौर विकिरण उड़ीसा में प्राप्त विकिरण की अपेक्षा ज्यादा है। देश में 30-50 मेगावाट/ प्रतिवर्ग किलोमीटर छायारहित खुला क्षेत्र होने के बावजूद उपलब्ध क्षमता की तुलना में देश में सौर ऊर्जा का दोहन काफी कम है (जो 31-5-2014 की स्थिति के अनुसार 2647 मेगावाट है)। 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने सौर ऊर्जा की क्षमता बढ़ाने के लिए काफी प्रयास किए जिसके फलस्वरूप 2016 मकर संक्रांति/पोंगल तक भारत में सौर ऊर्जा की स्थापित क्षमता 5,000 मेगावाट का जादुई आंकड़ा पार कर गई। 2015 में हुए पेरिस जलवायु सम्मेलन में नरेंद्र मोदी ने भारत के नेतृत्व में १०० से भी अधिक "सूर्यपुत्र" देशों के संगठन इंटरनेशनल एजेंसी फॉर सोलर टेक्नोलॉजीज़ एंड एप्लीकेशन्स की भी घोषणा की। http://hindi.economictimes.indiatimes.com/business/business-news/global-solar-alliance-with-india-will-increase-step/articleshow/49972752.cms .
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भारत में हिन्दू धर्म
हिन्दू धर्म भारत का सबसे बड़ा और मूल धार्मिक समूह है और भारत की 79.8% जनसंख्या (96.8 करोड़) इस धर्म की अनुयाई है। भारत में वैदिक संस्कृति का उद्गम २००० से १५०० ईसा पूर्व में हुआ था। जिसके फलस्वरूप हिन्दू धर्म को, वैदिक धर्म का क्रमानुयायी माना जाता है, जिसका भारतीय इतिहास पर गहन प्रभाव रहा है। स्वयं इण्डिया नाम भी यूनानी के Ἰνδία (इण्डस) से निकला है, जो स्वयं भी प्राचीन फ़ारसी शब्द हिन्दू से निकला, जो संस्कृत से सिन्धु से निकला, जो इस क्षेत्र में बहने वाली सिन्धु नदी के लिए प्रयुक्त किया गया था। भारत का एक अन्य प्रचलित नाम हिन्दुस्तान है, अर्थात "हिन्दुओं की भूमि"। .
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भारत का प्रधानमन्त्री
भारत गणराज्य के प्रधानमन्त्री (सामान्य वर्तनी:प्रधानमंत्री) का पद भारतीय संघ के शासन प्रमुख का पद है। भारतीय संविधान के अनुसार, प्रधानमन्त्री केंद्र सरकार के मंत्रिपरिषद् का प्रमुख और राष्ट्रपति का मुख्य सलाहकार होता है। वह भारत सरकार के कार्यपालिका का प्रमुख होता है और सरकार के कार्यों के प्रति संसद को जवाबदेह होता है। भारत की संसदीय राजनैतिक प्रणाली में राष्ट्रप्रमुख और शासनप्रमुख के पद को पूर्णतः विभक्त रखा गया है। सैद्धांतिकरूप में संविधान भारत के राष्ट्रपति को देश का राष्ट्रप्रमुख घोषित करता है और सैद्धांतिकरूप में, शासनतंत्र की सारी शक्तियों को राष्ट्रपति पर निहित करता है। तथा संविधान यह भी निर्दिष्ट करता है कि राष्ट्रपति इन अधिकारों का प्रयोग अपने अधीनस्थ अधकारियों की सलाह पर करेगा। संविधान द्वारा राष्ट्रपति के सारे कार्यकारी अधिकारों को प्रयोग करने की शक्ति, लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित, प्रधानमन्त्री को दी गयी है। संविधान अपने भाग ५ के विभिन्न अनुच्छेदों में प्रधानमन्त्रीपद के संवैधानिक अधिकारों और कर्तव्यों को निर्धारित करता है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद ७४ में स्पष्ट रूप से मंत्रिपरिषद की अध्यक्षता तथा संचालन हेतु प्रधानमन्त्री की उपस्थिति को आवश्यक माना गया है। उसकी मृत्यु या पदत्याग की दशा मे समस्त परिषद को पद छोडना पडता है। वह स्वेच्छा से ही मंत्रीपरिषद का गठन करता है। राष्ट्रपति मंत्रिगण की नियुक्ति उसकी सलाह से ही करते हैं। मंत्री गण के विभाग का निर्धारण भी वही करता है। कैबिनेट के कार्य का निर्धारण भी वही करता है। देश के प्रशासन को निर्देश भी वही देता है तथा सभी नीतिगत निर्णय भी वही लेता है। राष्ट्रपति तथा मंत्रीपरिषद के मध्य संपर्कसूत्र भी वही हैं। मंत्रिपरिषद का प्रधान प्रवक्ता भी वही है। वह सत्तापक्ष के नाम से लड़ी जाने वाली संसदीय बहसों का नेतृत्व करता है। संसद मे मंत्रिपरिषद के पक्ष मे लड़ी जा रही किसी भी बहस मे वह भाग ले सकता है। मन्त्रीगण के मध्य समन्वय भी वही करता है। वह किसी भी मंत्रालय से कोई भी सूचना आवश्यकतानुसार मंगवा सकता है। प्रधानमन्त्री, लोकसभा में बहुमत-धारी दल का नेता होता है, और उसकी नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा लोकसभा में बहुमत सिद्ध करने पर होती है। इस पद पर किसी प्रकार की समय-सीमा निर्धारित नहीं की गई है परंतु एक व्यक्ति इस पद पर केवल तब तक रह सकता है जबतक लोकसभा में बहुमत उसके पक्ष में हो। संविधान, विशेष रूप से, प्रधानमन्त्री को केंद्रीय मंत्रिमण्डल पर पूर्ण नियंत्रण प्रदान करता है। इस पद के पदाधिकारी को सरकारी तंत्र पर दी गयी अत्यधिक नियंत्रणात्मक शक्ति, प्रधानमन्त्री को भारतीय गणराज्य का सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली व्यक्ति बनाती है। विश्व की सातवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, दूसरी सबसे बड़ी जनसंख्या, सबसे बड़े लोकतंत्र और विश्व की तीसरी सबसे बड़ी सैन्य बलों समेत एक परमाणु-शस्त्र राज्य के नेता होने के कारण भारतीय प्रधानमन्त्री को विश्व के सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली व्यक्तियों में गिना जाता है। वर्ष २०१० में फ़ोर्ब्स पत्रिका ने अपनी, विश्व के सबसे शक्तिशाली लोगों की, सूची में तत्कालीन प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह को १८वीं स्थान पर रखा था तथा २०१२ और २०१३ में उन्हें क्रमशः १९वें और २८वें स्थान पर रखा था। उनके उत्तराधिकारी, नरेंद्र मोदी को वर्ष २०१४ में १५वें स्थान पर तथा वर्ष २०१५ में विश्व का ९वाँ सबसे शक्तिशाली व्यक्ति नामित किया था। इस पद की स्थापना, वर्त्तमान कर्तव्यों और शक्तियों के साथ, २६ जनवरी १९४७ में, संविधान के परवर्तन के साथ हुई थी। उस समय से वर्त्तमान समय तक, इस पद पर कुल १५ पदाधिकारियों ने अपनी सेवा दी है। इस पद पर नियुक्त होने वाले पहले पदाधिकारी जवाहरलाल नेहरू थे जबकि भारत के वर्तमान प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी हैं, जिन्हें 26 मई 2014 को इस पद पर नियुक्त किया गया था। .
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भारत का योजना आयोग
भारत का योजना आयोग, भारत सरकार की एक संस्था थी जिसका प्रमुख कार्य पंचवर्षीय योजनायें बनाना था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में अपने पहले स्वतंत्र दिवस के भाषण में यह कहा कि उनका इरादा योजना कमीशन को भंग करना है। 2014 में इस संस्था का नाम बदलकर नीति आयोग (राष्ट्रीय भारत परिवर्तन संस्थान) किया गया। भारत में योजना आयोग के संबंध में कोई संवैधानिक प्रावधान नहीं है। 15 मार्च 1950 को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा पारित प्रस्ताव के द्वारा योजना की स्थापना की गई थी। योजना आयोग का अध्यक्ष प्रधानमंत्री होता है। 17 अगस्त 2014 को योजना आयोग खत्म कर दिया गया और इसके जगह पर नीति आयोग का गठन हुआ। नीति आयोग भारत सरकार की एक थिंक टैंक है। योजना आयोग का हेड क्वार्टर योजना भवन के नाम से जाना जाता था। यह नई दिल्ली में है। इसके अतिरिक्त इसके अन्य कार्य हैं: -.
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भारत का संविधान
भारत का संविधान, भारत का सर्वोच्च विधान है जो संविधान सभा द्वारा 26 नवम्बर 1949 को पारित हुआ तथा 26 जनवरी 1950 से प्रभावी हुआ। यह दिन (26 नवम्बर) भारत के संविधान दिवस के रूप में घोषित किया गया है जबकि 26 जनवरी का दिन भारत में गणतन्त्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत का संविधान विश्व के किसी भी गणतांत्रिक देश का सबसे लंबा लिखित संविधान है। .
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भारत का केन्द्रीय मंत्रिमण्डल
केन्द्रीय मंत्रिमंडल, भारत गणराज्य में कार्यकारी अधिकार का प्रयोग करता हैं। इस में वरिष्ठ मंत्री (केबिनेट मंत्री) और कनिष्ठ मंत्री (राज्य मंत्री) सम्मिलित होते हैं, जिनका नेतृत्व प्रधानमंत्री करते हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल नामक एक छोटी कार्यकारी निकाय, भारत में सर्वोच्च निर्णय लेने की संस्था हैं। केवल प्रधानमंत्री और कैबिनेट मंत्री ही कैबिनेट के सदस्य होते हैं। भारत में सबसे वरिष्ठ सिविल सेवक, कैबिनेट सचिव, कैबिनेट सचिवालय का नेतृत्व करते हैं, तथा मंत्रियों की परिषद को प्रशासनिक सहायता प्रदान करते हैं। राज्य मंत्रियों को अपने काम में कैबिनेट मंत्रियों की सहायता के साथ काम सौंपा गया हैं। यह सूची भारत के केन्द्रीय मंत्रियों की सूची है जिसे नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सोलहवीं लोकसभा के गठन के बाद 2014 में चुना गया है। इस सूची में जनवरी 2015 में परिवर्तन किया गया है। .
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भारत के 500 और 1000 रुपये के नोटों का विमुद्रीकरण
भारत के 500 और 1000 रुपये के नोटों के विमुद्रीकरण, जिसे मीडिया में छोटे रूप में नोटबंदी कहा गया, की घोषणा 8 नवम्बर 2016 को रात आठ बजे (आईएसटी) भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अचानक राष्ट्र को किये गए संबोधन के द्वारा की गयी। यह संबोधन टीवी के द्वारा किया गया। इस घोषणा में 8 नवम्बर की आधी रात से देश में 500 और 1000 रुपये के नोटों को खत्म करने का ऐलान किया गया। इसका उद्देश्य केवल काले धन पर नियंत्रण ही नहीं बल्कि जाली नोटों से छुटकारा पाना भी था। - नवभारत टाइम्स - 9 नवम्बर 2016 .
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भारत के प्रधान मंत्रियों की सूची
भारत के प्रधानमंत्री भारत गणराज्य की सरकार के मुखिया हैं। भारत के प्रधानमंत्री, का पद, भारत के शासनप्रमुख (शासनाध्यक्ष) का पद है। संविधान के अनुसार, वह भारत सरकार के मुखिया, भारत के राष्ट्रपति, का मुख्य सलाहकार, मंत्रिपरिषद का मुखिया, तथा लोकसभा में बहुमत वाले दल का नेता होता है। वह भारत सरकार के कार्यपालिका का नेतृत्व करता है। भारत की राजनैतिक प्रणाली में, प्रधानमंत्री, मंत्रिमंडल में का वरिष्ठ सदस्य होता है। .
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भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) के मुख्य कार्यकारी एवम् भारत के प्रधान मंत्री के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के प्राथमिक सलाहकार होते है। .
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भारत के रक्षा मंत्री
भारत के रक्षा मंत्री या रक्षा मंत्री भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय का कार्य करता है जो भारत की रक्षा तथा आंतरिक सुरक्षा बनाये रखता है। भारत के वर्तमान रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण हैं। .
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भारत के रेल मंत्री
भारत के रेल मंत्री जो रेल मंत्रालय, भारत के मंत्री हैं | .
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भारत के वित्त मंत्री
भारत का वित्त मंत्री भारत सरकार में एक कैबिनेट मंत्री का दर्जा होता है। उसका काम देश का आम बजट तैयार करना होता है एवं वह देश की अर्थव्यवस्था का मुख्य संचालक होता है। .
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भारत के विदेश मंत्री
भारत के विदेश मंत्री या विदेश मंत्री भारत सरकार के विदेश मंत्रालय का कार्य करता है जो भारत के विदेश सम्बंधित नीतियोँ को बनाता है।98 98 .
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भारत के वैदेशिक सम्बन्ध
किसी भी देश की विदेश नीति इतिहास से गहरा सम्बन्ध रखती है। भारत की विदेश नीति भी इतिहास और स्वतन्त्रता आन्दोलन से सम्बन्ध रखती है। ऐतिहासिक विरासत के रूप में भारत की विदेश नीति आज उन अनेक तथ्यों को समेटे हुए है जो कभी भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन से उपजे थे। शान्तिपूर्ण सहअस्तित्व व विश्वशान्ति का विचार हजारों वर्ष पुराने उस चिन्तन का परिणाम है जिसे महात्मा बुद्ध व महात्मा गांधी जैसे विचारकों ने प्रस्तुत किया था। इसी तरह भारत की विदेश नीति में उपनिवेशवाद, साम्राज्यवाद व रंगभेद की नीति का विरोध महान राष्ट्रीय आन्दोलन की उपज है। भारत के अधिकतर देशों के साथ औपचारिक राजनयिक सम्बन्ध हैं। जनसंख्या की दृष्टि से यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्रात्मक व्यवस्था वाला देश भी है और इसकी अर्थव्यवस्था विश्व की बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ रूसी राष्ट्रपति, 34वाँ जी-8 शिखर सम्मेलन प्राचीन काल में भी भारत के समस्त विश्व से व्यापारिक, सांस्कृतिक व धार्मिक सम्बन्ध रहे हैं। समय के साथ साथ भारत के कई भागों में कई अलग अलग राजा रहे, भारत का स्वरूप भी बदलता रहा किंतु वैश्विक तौर पर भारत के सम्बन्ध सदा बने रहे। सामरिक सम्बन्धों की बात की जाए तो भारत की विशेषता यही है कि वह कभी भी आक्रामक नहीं रहा। 1947 में अपनी स्वतंत्रता के बाद से, भारत ने अधिकांश देशों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखा है। वैश्विक मंचों पर भारत सदा सक्रिय रहा है। 1990 के बाद आर्थिक तौर पर भी भारत ने विश्व को प्रभावित किया है। सामरिक तौर पर भारत ने अपनी शक्ति को बनाए रखा है और विश्व शान्ति में यथासंभव योगदान करता रहा है। पाकिस्तान व चीन के साथ भारत के संबंध कुछ तनावपूर्ण अवश्य हैं किन्तु रूस के साथ सामरिक संबंधों के अलावा, भारत का इजरायल और फ्रांस के साथ विस्तृत रक्षा संबंध है। भारत की विदेश नीति के निर्माण की अवस्था को निम्न प्रकार से समझा जा सकता हैः- .
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भारत के गृह मंत्री
भारत के गृह मंत्री या गृह मंत्री, भारत सरकार के गृह मंत्रालय के प्रमुख को कहा जाता है। केन्द्रीय कैबिनेट के वरिष्ठतम पदों में से एक, गृह मंत्री की मुख्य जिम्मेदारी भारत की आंतरिक सुरक्षा से सम्बन्धित विषयों को देखना है। 26 मई 2014 से राजनाथ सिंह भारत के तीसवें गृह मंत्री के रूप में कार्य कर रहे हैं। .
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भारत-म्यांमार सम्बन्ध
भारत और म्यांमार दोनों पड़ोसी हैं। इनके संबन्ध अत्यन्त प्राचीन और गहरे हैं और आधुनिक इतिहास के तो कई अध्याय बिना एक-दूसरे के उल्लेख के पूरे ही नहीं हो सकते। आधुनिक काल में 1937 तक बर्मा भी भारत का ही भाग था और ब्रिटिश राज के अधीन था। बर्मा के अधिकतर लोग बौद्ध हैं और इस नाते भी भारत का सांस्कृतिक सम्बन्ध बनता है। पड़ोसी देश होने के कारण भारत के लिए बर्मा का आर्थिक, राजनीतिक और रणनीतिक महत्व भी है। यह नहीं भूलना चाहिए कि यह वही बर्मा है जहाँ भारतीय स्वाधीनता की पहली संगठित लड़ाई का अगुवा बहादुरशाह ज़फर कैद कर रखा गया और वहीं उसे दफ़नाया गया। बरसों बाद बाल गंगाधर तिलक को उसी बर्मा की मांडले जेल में कैद रखा गया। रंगून और मांडले की जेलें अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों की गवाह हैं। उस बर्मा में बड़ी संख्या में गिरमिटिया मजदूर ब्रिटिश शासन की गुलामी के लिए ले जाए गए और वे लौट कर नहीं आ सके। इनके आलावा रोज़गार और व्यापार के लिए गए भारतियों की भी बड़ी संख्या वहाँ निवास करती है। यह वही बर्मा है जो कभी भारत की पॉपुलर संस्कृति में ‘मेरे पिया गए रंगून, वहाँ से किया है टेलीफून’ जैसे गीतों में दर्ज हुआ करता था। भारत के लिए म्यांमार का महत्व बहुत ही स्पष्ट है: भारत और म्यांमार की सीमाएं आपस में लगती हैं जिनकी लंबाई 1600 किमी से भी अधिक है तथा बंगाल की खाड़ी में एक समुद्री सीमा से भी दोनों देश जुड़े हुए हैं। अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, मणिपुर और नागालैंड की सीमा म्यांमार से सटी हुई है। म्यांमार के साथ चहुंमुखी संबंधों को बढ़ावा देना भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के आर्थिक परिवर्तन के लिए महत्वपूर्ण है। यह क्षेत्र दुर्गम पहाड़ और जंगल से घिरा हुआ है। इसके एक तरफ भारतीय सीमा में चीन की तत्परता भारत के लिए चिंता का विषय है तो दूसरी तरफ भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में अलगाववादी ताकतों की सक्रियता और घुसपैठ की संभावनाओं को देखते हुए बर्मा से अच्छे संबंध बनाए रखना भारत के लिए अत्यावश्यक है। भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी म्यांमार बहुत महत्वपूर्ण है। दोनों देशों ने सीमा क्षेत्र से बाहर प्रचालन करने वाले भारतीय विद्रोहियों से लड़ने के लिए वास्तविक समयानुसार आसूचना को साझा करने के लिए संधि की है। इस संधि में सीमा एवं समुद्री सीमा के दोनों ओर समन्वित रूप से गस्त लगाने की परिकल्पना है तथा इसके लिए सूचना का आदान–प्रदान आवश्यक है ताकि विद्रोह, हथियारों की तस्करी तथा ड्रग, मानव एवं वन्य जीव के अवैध व्यापार से संयुक्त रूप से निपटा जा सके। स्पष्ट है कि भारत म्यांमार के साथ अपने संबंध को बिगाड़ने के पक्ष में कभी नहीं रहा है। वहीं म्यांमार की फौजी सरकार भी भारत के साथ संबंध बिगाड़ने के पक्ष में नहीं रही है क्योंकि पूर्वोत्तर के भारतीय राज्यों से सीमा के सटे होने के अलावा म्यांमार का पूरा तटवर्तीय क्षेत्र बंगाल की खाड़ी के जरिए भारत से जुड़ा हुआ है। इसकी कुल लंबाई लगभग 2,276 किलोमीटर है। अतः भारत के लिए म्यांमार का बड़ा महत्त्व है। म्यांमार न केवल सार्क, आसियान का सदस्य है, बल्कि तेजी से बढ़ते पूर्व और दक्षिणपूर्व एशिया की अर्थव्यवस्था का एक द्वार भी है। इसके अलावा पूर्वोत्तर भारत में बढ़ती अलगाववादी गतिविधियों के मद्देनजर भी म्यांमार से भारत के रिश्ते का महत्त्व है। 2014 में मोदी सरकार बनने के बाद फौजी सरकार के सूचना मंत्री ने असम के उल्फा, मणिपुर के पीएलए और नागालैंड के एनएससीएन पर कार्यवाही के लिए तत्पर होने का भरोसा जताया था। भारत, म्यांमार के जरिए थाईलैंड और वियतनाम के साथ संबंध मजबूत कर सकता है। दक्षिण एशिया एवं दक्षिणपूर्व एशिया के बीच सेतु के रूप में म्यांमार ने भारत के राजनयिक क्षेत्र को बहुत ज्यादा आकर्षित किया है। व्यवसाय, संस्कृति एवं राजनय के मिश्रण की दृष्टि से दोनों देशों के बीच मजबूत संबंध है। बौद्ध धर्म, व्यवसाय, बॉलीवुड, भरतनाट्यम और बर्मा का टीक (साल) – ये 5 'बी' (B) हैं जो आम जनता की दृष्टि से भारत-म्यांमार संबंध का निर्माण करते हैं। 1951 की मैत्री संधि पर आधारित द्विपक्षीय संबंध समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं तथा एक दुर्लभ गतिशीलता एवं लोच का प्रदर्शन किया है। यह विडम्बना ही है कि पिछले कई वर्षों से बर्मा भारत की विदेश-नीति और राजनीतिक विमर्श में लगभग अनुपस्थित रहा है। 1987 में तत्कालीन प्रधान मंत्री राजीव गांधी की यात्रा ने भारत और म्यांमार के बीच मजबूत संबंध की नींव रखी। कुछ साल पहले म्यांमार में राजनीतिक एवं आर्थिक सुधारों के बाद से पिछले चार वर्षों में भारत-म्यांमार संबंधों में महत्वपूर्ण उछाल आया है। राष्ट्रपति यू थिन सेन 12 से 15 अक्टूबर, 2011 के दौरान भारत यात्रा पर आए थे जो मार्च, 2011 में म्यांमार की नई सरकार के शपथ लेने के बाद से म्यांमार की ओर से भारत की पहली राजकीय यात्रा थी। इसके बाद भारत के तत्कालीन प्रधान मंत्री डा.
देखें नरेन्द्र मोदी और भारत-म्यांमार सम्बन्ध
भारत-जापान सम्बन्ध
१९१५ में रास बिहारी बोस (दाहिने से दूसरे स्थान पर) के सम्मान में रात्रिभोज, जिसमें उनके परम मित्र तोयामा मित्सुरु और सुयोशि इनुकाइ उपस्थित हैं। भारत और जापान के सम्बन्ध हमेशा से काफ़ी मजबूत और स्थिर रहे हैं। जापान की संस्कृति पर भारत में जन्मे बौद्ध धर्म का स्पष्ट प्रभाव देखा जा सकता है। भारत के स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान भी जापान की शाही सेना ने सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिन्द फौज को सहायता प्रदान की थी। भारत की स्वतंत्रता के बाद से भी अब तक दोनों देशों के बीच मधुर सम्बन्ध रहे हैं। जापानी प्रधानमंत्री शिंज़ो अबे के आर्क ऑफ फ्रीडम सिद्धांत के अनुसार यह जापान के हित में है कि वह भारत के साथ मधुर सम्बन्ध रखे ख़ासतौर से उसके चीन के साथ तनाव पूर्ण रिश्तों के परिप्रेक्ष्य में देखा जाय तो। भारत की ओर से भी चीन के साथ रिश्तों और वैश्विक परिप्रेक्ष्य में जापान को काफ़ी महत्व दिया गया है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सरकार की पूर्व की ओर देखो नीति ने भारत को जापान के साथ मधुर और पहले से बेहतर सम्बन्ध बनाने की ओर प्रेरित किया है। वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय उपमहाद्वीप से बाहर किसी द्विपक्षीय विदेश यात्रा के लिए सर्वप्रथम जापान को चुना जापान की कई कम्पनियाँ जैसे कि सोनी, टोयोटा और होंडा ने अपनी उत्पादन इकाइयाँ भारत में स्थापित की हैं और भारत की आर्थिक विकास में योगदान दिया है। इस क्रम में सबसे अभूतपूर्व योगदान है वहाँ की मोटर वाहन निर्माता कंपनी सुज़ुकी का जो भारत की कंपनी मारुति सुजुकी के साथ मिलकार उत्पादन करती है और भारत की सबसे बड़ी मोटर कार निर्माता कंपनी है। होंडा कुछ ही दिनों पहले तक हीरो होंडा (अब हीरो मोटोकॉर्प व होंडा मोटर्स) के रूप में हीरो कंपनी के पार्टनर के रूप में कार्य करती रही है जो तब दुनिया की सबसे बड़ी मोटरसाइकिल विक्रेता कंपनी थी। जापान ने भारत में अवसंरचना विकास के कई प्रोजेक्ट का वित्तीयन किया है और इनमें तकनीकी सहायता उपलब्ध करायी है। इनमें सबसे महत्वपूर्ण रूप से उल्लेखनीय है दिल्ली मेट्रो रेल का निर्माण। .
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भारत-इज़राइल सम्बन्ध
भारत और इज़राइल भारत-इज़राइल सम्बन्ध भारतीय लोकतंत्र तथा इज़राइल राज्य के मध्य द्विपक्षीय संबंधो को दर्शाता है। १९९२ तक भारत तथा इज़राइल के मध्य किसी प्रकार के सम्बन्ध नहीं रहे। इसके मुख्यतः दो कारण थे- पहला, भारत गुट निरपेक्ष राष्ट्र था जो की पूर्व सोवियत संघ का समर्थक था तथा दूसरे गुट निरपेक्ष राष्ट्रों की तरह इज़राइल को मान्यता नहीं देता था। दूसरा मुख्य कारण भारत फिलिस्तीन की आज़ादी का समर्थक रहा। यहाँ तक की १९४७ में भारत ने संयुक्त राष्ट्र फिलिस्तीन (उन्स्कोप) नमक संगठन का निर्माण किया परन्तु १९८९ में कश्मीर में विवाद तथा सोवियत संघ के पतन तथा पाकिस्तान के गैर कानूनी घुसपैठ के चलते राजनितिक परिवेश में परिवर्तन आया और भारत ने अपनी सोच बदलते हुए इज़राइल के साथ संबंधो को मजबूत करने पर जोर दिया और १९९२ में नए दौर की शुरुआत हुई। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की हार के बाद भारतीय जनता पार्टी के सत्ता में आते ही भारत और इज़राइल के मध्य सहयोग बढ़ा और दोनों राजनितिक दलों की इस्लामिक कट्टरपंथ के प्रति एक जैसे मानसिकता होने की वजह से और मध्य पूर्व में यहूदी समर्थक नीति की वजह से भारत और इज़राइल के सम्बन्ध प्रगाढ़ हुए। आज इज़राइल, रूस के बाद भारत का सबसे बड़ा सैनिक सहायक और निर्यातक है। '''बेने इज़राइल''' (इज़राइल पुत्र) नामक यहूदी समूह जिसने १९४८ के बाद इज़राइल प्रस्थान करना आरम्भ किया। .
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भारतमाला परियोजना
भारतमाला परियोजना(Bharatmala Project) एक राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना हैं। इसके तहत नए राजमार्ग के अलावा उन परियोजनाओं को भी पूरा किया जाएगा तो अब तक अधूरे हैं। इसमें सीमा और अंतर्राष्ट्रीय संयोजकता वाले विकास परियोजना को शामिल किया गया है। बंदरगाहों और सड़क, राष्ट्रीय गलियारों (नेशनल कॉरिडोर्स) को ज्यादा बेहतर बनाना और राष्ट्रीय गलियारों को विकसित करना भी इस परियोजना में शामिल है। इसके अलावा पिछडे इलाकों, धार्मिक और पर्यटक स्थल को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग बनाए जाएंगे। चार धाम केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के बीच संयोजकता बेहतर की जाएगी। सड़कों के विस्तार एवं विकास के लिए बने, 10 लाख करोड़ रुपये के भारतमाला परियोजना, में कई प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना (एनएचडीपी) जिसें 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार द्वारा लॉन्च किया था, सहित सभी मौजूदा राजमार्ग परियोजनाओं को इसमें समाहित कर लिया जायेगा। यह परियोजना गुजरात और राजस्थान से शुरू होकर, पंजाब की ओर चलेगी और फिर पूरे हिमालयी राज्यों - जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड - और तराई इलाकों के साथ उत्तर प्रदेश और बिहार की सीमाओं को कवर करेगी और पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और मिजोरम में भारत-म्यांमार की सीमा तक जायेगी। आदिवासी और पिछड़े क्षेत्रों सहित दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में कनेक्टिविटी प्रदान करने पर विशेष जोर दिया जाएगा। सरकार के मुताबिक योजना के पूरा होने पर, भारतमाला के तहत राजमार्ग की कुल लंबाई 51,000 किलोमीटर होगी। इसके पहले चरण में 29,000 किलोमीटर का विकास 5,5 खरब के परिव्यय के साथ किया जाएगा। .
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भारतीय 1000 रूपया नोट
भारतीय रुपया 1000-नोट (1000 ₹) भारतीय मुद्रा के एक संप्रदाय था। यह पहली बार 1954 में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा पेश किया गया था जनवरी 1978, सभी उच्च संप्रदाय पैसों (₹ 1000, ₹ 5000, और ₹ 10,000) बेहिसाब पैसा अंकुश लगाने के लिए रद्द किए थे। आदेश में मुद्रास्फीति नोट नवंबर 8 मार्च, 2016 को 2000 में फिर से शुरू किया गया था की वजह संचलन में पैसों की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए, भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा की 1000 की मुद्दे को बंद किआ जाये जिससे वह भष्ट्राचार को रोख सखे। .
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भारतीय चुनाव
चुनाव लोकतंत्र का आधार स्तम्भ हैं। आजादी के बाद से भारत में चुनावों ने एक लंबा रास्ता तय किया है। 1951-52 को हुए आम चुनावों में मतदाताओं की संख्या 17,32,12,343 थी, जो 2014 में बढ़कर 81,45,91,184 हो गई है। 2004 में, भारतीय चुनावों में 670 मिलियन मतदाताओं ने भाग लिया (यह संख्या दूसरे सबसे बड़े यूरोपीय संसदीय चुनावों के दोगुने से अधिक थी) और इसका घोषित खर्च 1989 के मुकाबले तीन गुना बढ़कर $300 मिलियन हो गया। इन चुनावों में दस लाख से अधिक इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का इस्तेमाल किया गया। 2009 के चुनावों में 714 मिलियन मतदाताओं ने भाग लिया (अमेरिका और यूरोपीय संघ की संयुक्त संख्या से भी अधिक).
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भारतीय संसद
संसद भवन संसद (पार्लियामेंट) भारत का सर्वोच्च विधायी निकाय है। यह द्विसदनीय व्यवस्था है। भारतीय संसद में राष्ट्रपति तथा दो सदन- लोकसभा (लोगों का सदन) एवं राज्यसभा (राज्यों की परिषद) होते हैं। राष्ट्रपति के पास संसद के दोनों में से किसी भी सदन को बुलाने या स्थगित करने अथवा लोकसभा को भंग करने की शक्ति है। भारतीय संसद का संचालन 'संसद भवन' में होता है। जो कि नई दिल्ली में स्थित है। लोक सभा में राष्ट्र की जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि होते हैं जिनकी अधिकतम संख्या ५५२ है। राज्य सभा एक स्थायी सदन है जिसमें सदस्य संख्या २५० है। राज्य सभा के सदस्यों का निर्वाचन / मनोनयन ६ वर्ष के लिए होता है। जिसके १/३ सदस्य प्रत्येक २ वर्ष में सेवानिवृत्त होते है। .
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भारतीय जनता पार्टी
भारतीय जनता पार्टी (संक्षेप में, भाजपा) भारत के दो प्रमुख राजनीतिक दलों में से एक हैं, जिसमें दूसरा दल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस है। यह राष्ट्रीय संसद और राज्य विधानसभाओं में प्रतिनिधित्व के मामले में देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है और प्राथमिक सदस्यता के मामले में यह दुनिया का सबसे बड़ा दल है।.
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भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्रियों की सूची
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) संसद सदस्यों की संख्या के आधार पर भारतीय गणराज्य की राजनैतिक प्रणाली का सबसे बड़ा राजनीतिक दल है। 1980 में स्थापित भाजपा, राजनीतिक विचारधारा के स्तर पर, सामान्यतः एक दक्षिणपंथी दल माना जाता है।, वह प्राथमिक सदस्यता की दृष्टि से विश्व का सबसे बड़ा दल है।, 17 राज्यों में 42 भाजपा नेता मुख्यमंत्री के पद पर आसीन हो चुके है, जिनमें से पन्द्रह निवर्तमान हैं। उनतीस राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों (दिल्ली और पुडुचेरी) में से प्रत्येक का शासनाध्यक्ष मुख्यमंत्री होता है। भारतीय संविधान के अनुसार, राज्य स्तर पर, राज्यपाल विधिवत् प्रधान होता है, किंतु वस्तुतः कार्यकारी अधिकार मुख्यमंत्री के पास होते हैं। विधानसभा के चुनावों के बाद, राज्यपाल अधिकांशतः सरकार बनाने के लिए विधानसभा सदस्यों की बहुसंख्यता वाले दल (या गठबंधन) को आमंत्रित करता है। राज्यपाल मुख्यमंत्री को नियुक्त करता है जिसका मंत्रिपरिषद विधानसभा के प्रति समूह्य-उत्तरदायी होता हैं। अगर उसके पास विधानसभा का विश्वास है तो एक मुख्यमंत्री की अवधि सामान्यतः अधिकतम पांच वर्ष की होती है। 42 भाजपा मुख्यमंत्रियों में से पन्द्रह निवर्तमान है—अरुणाचल प्रदेश में पेमा खांडू, असम में सर्बानंद सोनोवाल, उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड में त्रिवेन्द्र सिंह रावत, गुजरात में विजय रूपाणी, गोवा में मनोहर पर्रीकर, छत्तीसगढ़ में रमन सिंह, झारखंड में रघुवर दास, मणिपुर में एन बीरेन सिँह, मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान, महाराष्ट्र में देवेन्द्र फडणवीस, राजस्थान में वसुंधरा राजे, हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर, हिमाचल प्रदेश में जयराम ठाकुर तथा त्रिपुरा में बिप्लब कुमार देब। भाजपा मुख्यमंत्रियों में से चार महिलाएँ रही हैं—दिल्ली में सुषमा स्वराज, गुजरात में आनंदीबेन पटेल, मध्य प्रदेश में उमा भारती और राजस्थान में वसुंधरा राजे। दिसंबर 2003 से कार्यरत (के लिए), रमन सिंह भाजपा के सबसे लम्बे समय तक सेवारत मुख्यमंत्री है। मुख्यमंत्री के रूप में कर्नाटक के बी॰ एस॰ येदियुरप्पा का पहला कार्यकाल केवल नौ दिनों तक चला, जो भाजपा मुख्यमंत्रियों के बीच में सबसे कम अवधि का कार्यकाल है; तथापि, सभी कार्यकालों के कुल को ध्यान में लेते हुए, सुषमा स्वराज 52 दिन की सबसे कम अवधि के लिए मुख्यमंत्री रहीं। राजस्थान के भैरों सिंह शेखावत भाजपा के पहले मुख्यमंत्री थे। उन्होंने 4 मार्च 1990 को राजस्थान का मुख्यमंत्री का पद संभाला। बहरहाल कुछ भाजपा नेता जनता पार्टी (जपा) के सदस्य होते हुए पहले से ही मुख्यमंत्री के रूप में निर्वाचित हो चुके थे; जपा राजनीतिक दलों का एक मिश्रण था जिसमें भाजपा का पूर्ववर्ती भारतीय जनसंघ भी शामिल था। उत्तराखण्ड और गुजरात में भाजपा के पांच मुख्यमंत्री रहे है, जबकि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में भाजपा के चार मुख्यमंत्री रहे हैं; कर्नाटक, झारखंड, और दिल्ली में तीन भाजपा मुख्यमंत्री रहे हैं। .
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भारतीय व्यक्तित्व
यहाँ पर भारत के विभिन्न भागों एवं विभिन्न कालों में हुए प्रसिद्ध व्यक्तियों की सूची दी गयी है। .
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भारतीय आम चुनाव, 2014
भारत में सोलहवीं लोक सभा के लिए आम चुनाव ७ अप्रैल से १२ मई २०१४ तक ९ चरणों में हुए। मतगणना १६ मई को हुई। इसके लिए भारत की सभी संसदीय क्षेत्रों में वोट डाले गये। वर्तमान में पंद्रहवी लोक सभा का कार्यकाल ३१ मई २०१४ को ख़त्म हो रहा है। ये चुनाव अब तक के इतिहास में सबसे लंबा कार्यक्रम वाला चुनाव था। यह पहली बार होगा, जब देश में ९ चरणों में लोकसभा चुनाव हुए। निर्वाचन आयोग के अनुसार ८१.४५ करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। सभी नौ चरणों में औसत मतदान ६६.३८% के आसपास रहा जो भारतीय आम चुनाव के इतिहास में सबसे उच्चतम है। चुनाव के परिणाम १६ मई को घोषित किये गये। ३३६ सीटों के साथ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सबसे बड़ा दल और २८२ सीटों के साथ भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन ने ५९ सीटों पर और कांग्रेस ने ४४ सीटों पर जीत हासिल की।, Election Commission of India बीजेपी ने केवल 31.0% वोट जीते, जो आजादी के बाद से भारत में बहुमत वाली सरकार बनाने के लिए पार्टी का सबसे कम हिस्सा है, जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का संयुक्त वोट हिस्सा 38.5% था। 1984 के आम चुनाव के बाद बीजेपी और उसके सहयोगियों ने सबसे बड़ी बहुमत वाली सरकार बनाने का अधिकार जीता, और यह चुनाव पहली बार हुआ जब पार्टी ने अन्य पार्टियों के समर्थन के बिना शासन करने के लिए पर्याप्त सीटें जीती हैं। आम चुनाव में कांग्रेस पार्टी की सबसे खराब हार थी। भारत में आधिकारिक विपक्षी दल बनने के लिए, एक पार्टी को लोकसभा में 10% सीटें (54 सीटें) हासिल करनी होंगी; हालांकि, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इस नंबर को हासिल करने में असमर्थ थी। इस तथ्य के कारण, भारत एक आधिकारिक विपक्षी पार्टी के बिना बना हुआ है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और भारतीय आम चुनाव, 2014
भारतीय आम चुनाव, 2019
अप्रैल या मई 2019 में सत्तरवीं लोक सभा का गठन करने के लिए आम चुनाव भारत में होने वाले हैं। हालांकि, बीजेपी 2018 के अंत तक शुरुआती चुनावों के लिए जाने पर विचार कर रही है .
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भारतीय क्षेत्रीय नौवहन उपग्रह प्रणाली
भारतीय क्षेत्रीय नौवहन उपग्रह प्रणाली (Indian Regional Navigational Satellite System) अथवा इंडियन रीजनल नैविगेशन सैटेलाइट सिस्टम-आईआरएनएसएस भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा विकसित, एक क्षेत्रीय स्वायत्त उपग्रह नौवहन प्रणाली है जो पूर्णतया भारत सरकार के अधीन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका नाम भारत के मछुवारों को समर्पित करते हुए नाविक रखा है। इसका उद्देश्य देश तथा देश की सीमा से 1500 किलोमीटर की दूरी तक के हिस्से में इसके उपयोगकर्ता को सटीक स्थिति की सूचना देना है। सात उपग्रहों वाली इस प्रणाली में चार उपग्रह ही निर्गत कार्य करने में सक्षम हैं लेकिन तीन अन्य उपग्रह इसकी द्वारा जुटाई गई जानकारियों को और सटीक बनायेगें। हर उपग्रह की कीमत करीब 150 करोड़ रुपए के करीब है। वहीं पीएसएलवी-एक्सएल प्रक्षेपण यान की लागत 130 करोड़ रुपए है। .
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भारतीय ५०० रुपये का नोट
भारतीय 500 रुपये का नोट (₹500) भारतीय रुपये का मूल्य है। मौजूदा ₹500 बैंकनोट, 10 नवंबर 2016 से परिसंचरण में, महात्मा गांधी नई श्रृंखला का हिस्सा है। महात्मा गांधी पुरानी सीरीज़ के पिछले ₹500 बैंकनोट्स,नवम्बर 2016 के विमुद्रीकरण के दौरान बंद कर दिए थे जिसकी स्थान पर नया बैंकनोट जारी किया था। .
देखें नरेन्द्र मोदी और भारतीय ५०० रुपये का नोट
भीम ऐप
भीम ऐप (BHIM-Bharat Interface for Money) वित्तीय लेनदेन हेतु भारत सरकार के उपक्रम भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम द्वारा आरम्भ किया गया एक मोबाइल ऐप है। इस ऐप का तन्त्रांश बिना अंतरजाल के प्रयुक्त किया जा सकता है। अभी यह ऍप केवल हिन्दी व अंग्रेज़ी भाषा में एंड्रॉइड प्रचालन तंत्र के लिए उपलब्ध है, परंतु शीघ्र ही अन्य भारतीय भाषाओं एवं आईओएस के लिए इसका विमोचन किया जाएगा। भविष्य में दूरभाष या अंतरजाल संयोजकता के बिना भी इसका उपयोग लेनदेन के लिए किया जा सकेगा। .
देखें नरेन्द्र मोदी और भीम ऐप
भीम जन्मभूमि
प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी भीम जन्मभूमि स्मारक के आम्बेडकर की मुर्ति को पुष्प अर्पित करते हुए, 14 अप्रैल 2016 भीम जन्मभूमि मध्य प्रदेश के महू (डॉ॰ आम्बेडकर नगर) में स्थित भीमराव आम्बेडकर की जन्मस्थली है। आम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को एक सैन्य छावनि महू के काली पलटन इलाके में हुआ था। यहां मध्य प्रदेश सरकार ने उनकी जन्मस्थली पर एक भव्य स्मारक बनाया है, जिसे 'भीम जन्मभूमि' नाम दिया गया है। स्मारक का उद्घाटन 14 अप्रैल 1991 को 100 वीं आम्बेडकर जयंती के दिन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा द्वारा हुआ था। स्मारक की रचना वास्तुकार ईडी निमगेड द्वारा की गयी थी। बाद में स्मारक को 14 अप्रैल, 2008 को 117 वीं आंबेडकर जयन्ती के मौके पर लोकार्पित किया था। हर साल, लाखों आम्बेडकरवादी, बौद्ध और पर्यटक आम्बेडकर को अभिवादन करने इस उनके जन्मभूमि स्थान की जगह पर जाते हैं। यह स्थान भोपाल से दो से तीन घंटे और इंदौर से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस स्थान पर आम्बेडकर को अभिवादन करने के लिए, भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 2016 में 125 वीं आम्बेडकर जयंती के दिवस पर दौरा किया था। 2018 में 127 वीं आम्बेडकर जयंती पर भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महू का दौरा करके बाबासाहब आम्बेडकर को अभिवादन किया था। पंचतीर्थ के रुप में भारत सरकार द्वारा विकसित किये जा रहे आम्बेडकर के जीवन से संबंधित पांच स्थलों में से यह एक है। .
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भीमराव आम्बेडकर
भीमराव रामजी आम्बेडकर (१४ अप्रैल, १८९१ – ६ दिसंबर, १९५६) बाबासाहब आम्बेडकर के नाम से लोकप्रिय, भारतीय विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाजसुधारक थे। उन्होंने दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया और अछूतों (दलितों) के खिलाफ सामाजिक भेद भाव के विरुद्ध अभियान चलाया। श्रमिकों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन किया। वे स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री, भारतीय संविधान के प्रमुख वास्तुकार एवं भारत गणराज्य के निर्माताओं में से एक थे। आम्बेडकर विपुल प्रतिभा के छात्र थे। उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स दोनों ही विश्वविद्यालयों से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधियाँ प्राप्त की। उन्होंने विधि, अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान के शोध कार्य में ख्याति प्राप्त की। जीवन के प्रारम्भिक करियर में वह अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रहे एवम वकालत की। बाद का जीवन राजनीतिक गतिविधियों में बीता; वह भारत की स्वतंत्रता के लिए प्रचार और बातचीत में शामिल हो गए, पत्रिकाओं को प्रकाशित करने, राजनीतिक अधिकारों की वकालत करने और दलितों के लिए सामाजिक स्वतंत्रता की वकालत और भारत की स्थापना में उनका महत्वपूर्ण योगदान था। 1956 में उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया। 1990 में, उन्हें भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से मरणोपरांत सम्मानित किया गया था। आम्बेडकर की विरासत में लोकप्रिय संस्कृति में कई स्मारक और चित्रण शामिल हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और भीमराव आम्बेडकर
मणीनगर
मणीनगर दक्षिण अहमदाबाद का एक उपनगर है। अंग्रेजो के जमाने में यहाँ युगांडा से आए लोग रहते थे। लेकिन आज यह अहमदाबाद के सबसे विकसित इलाकों में से एक है। मणीनगर में प्रसिद्ध कांकरीया झील भी है। मणीनगर मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी का निर्वाचन स्थल भी है। ंमनिनगर अहमदाआबद का उप रेल स्तेसन है। श्रेणी:अहमदाबाद.
देखें नरेन्द्र मोदी और मणीनगर
मन की बात (रेडियो कार्यक्रम)
मन की बात आकाशवाणी पर प्रसारित किया जाने वाला एक कार्यक्रम है जिसके जरिये भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत के नागरिकों को संबोधित करते हैं। इस कार्यक्रम का पहला प्रसारण 3 अक्तूबर 2014 को किया गया। जनवरी 2015 में अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी उनके साथ इस कार्यक्रम में भाग लिया तथा भारत की जनता के पत्रों के उत्तर दिए। .
देखें नरेन्द्र मोदी और मन की बात (रेडियो कार्यक्रम)
मनमोहन सिंह
मनमोहन सिंह (ਮਨਮੋਹਨ ਸਿੰਘ; जन्म: २६ सितंबर १९३२) भारत गणराज्य के १३वें प्रधानमन्त्री थे। साथ ही साथ वे एक अर्थशास्त्री भी हैं। लोकसभा चुनाव २००९ में मिली जीत के बाद वे जवाहरलाल नेहरू के बाद भारत के पहले ऐसे प्रधानमन्त्री बन गये हैं, जिनको पाँच वर्षों का कार्यकाल सफलता पूर्वक पूरा करने के बाद लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने का अवसर मिला है। इन्हें २१ जून १९९१ से १६ मई १९९६ तक पी वी नरसिंह राव के प्रधानमंत्रित्व काल में वित्त मन्त्री के रूप में किए गए आर्थिक सुधारों के लिए भी श्रेय दिया जाता है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और मनमोहन सिंह
मनोहर पर्रीकर
मनोहर पार्रीकर (जन्म १३ दिसम्बर, १९५५, वर्तमान में गोवा के मुख्यमंत्री है तथा भारत के रक्षा मंत्री रह चुके है। वे उत्तर प्रदेश से राज्य सभा सांसद थे। उन्होंने सन १९७८ मे आई.आई.टी.
देखें नरेन्द्र मोदी और मनोहर पर्रीकर
मलेशिया एयरलाइंस उड़ान 17
यह लेख यूक्रेन में दुर्घटनाग्रस्त हो गई उड़ान के बारे में है। इसको मलेशिया एयरलाइंस उड़ान 370 के साथ भ्रमित न करे, जो मार्च 2014 में ग़ायब हो गई। मलेशिया एयरलाइंस विमान एमएमच 17 एक अनुसूचित अंतर्राष्ट्रीय यात्री उड़ान थी जो एम्सटर्डम से कुआ लालम्पुर जाते हुए 17 जुलाई 2014 को दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसमें सारे 298 यात्री मारे गए। माना जाता है कि इसे सतह से मिसाइल द्वारा उड़ाया गया है। रूसी सीमा से करीब 40 किलोमीटर दूर पूर्वी यूक्रेन के ग्राबोवो गाँव के पास यह दुर्घटना हुई। विमान में 283 यात्री और चालक दल के 15 सदस्य थे, जिनमें नीदरलैंड के 154, ऑस्ट्रेलिया के 27, मलेशिया के 23 और इंडोनेशिया के 11 लोग थे। यात्रियों में 6 ब्रिटेन, 4-4 जर्मनी व बेल्जियम, 3 फिलीपींस और एक कनाडा का नागरिक था। यह मलेशिया एयरलाइंस की वर्ष 2014 की दूसरी बड़ी घटना है। इससे पहले उड़ान 370 कुआ लालम्पुर से बीजिंग जाते हुए ग़ायब हो गई थी जिसका सितम्बर 2014 तक कुछ पता नहीं चला है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और मलेशिया एयरलाइंस उड़ान 17
माधव विट्ठल कामत
माधव विट्ठल कामत माधव विट्ठल कामत (7 सितम्बर 1921 - 9 अक्टूबर 2014) भारत के पत्रकार थे। वे प्रसार भारती के पूर्व अध्यक्ष भी थे। १९६७-६९ के बीच वे सण्डे टाइम्स के सम्पादक भी रहे तथा १९६९-७८ के बीच टाइम्स ऑफ इण्डिया के वाशिंगटन सम्वाददाता रहे। वे इलस्ट्रेटेड वीकली ऑफ इण्डिया के सम्पादक भी रहे। वे मणिपाल संचार संस्थान (Manipal Institute of Communication) के मानद निदेशक भी थे। उन्होने लगभग ५० पुस्तकों की रचना भी की है जिनमें 'रिपोर्ट एट लार्ज' और नरेन्द्र मोदी के ऊपर लिखी गई 'नरेंद्र मोदी-द आर्किटेक्ट ऑफ मॉडर्न स्टेट' काफी प्रसिद्ध रहीं। २००४ में उन्हें साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था। .
देखें नरेन्द्र मोदी और माधव विट्ठल कामत
माईगव
Mygov website homepage माईगव (MyGov) (http://mygov.nic.in) भारत सरकार का एक पोर्टल है जिसका शुभारंभ 26 जुलाई 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया। इस पोर्टल का मुख्य उद्देश्य है नागरिकों को सरकार के साथ जोड़ना तथा राष्ट्र के विकास में हाथ बंटाने के माध्यम के रूप में कार्य करना है। माईगव (MyGov) नागरिकों को अनेक विषयों पर चर्चा एवं विचार-विमर्श में भाग लेने का अवसर देता है तथा अनेक लोगों के साथ विचारों के आदान-प्रदान का मौका देता है। नागरिक इस मंच पर कागजात, केस स्टडी, चित्र, वीडियो और अन्य कार्य योजनाएं अपलोड कर सकते हैं। वे ऐच्छिक रूप से विविध कार्य कर सकते हैं और अपनी प्रविष्टियां जमा करा सकते हैं। अन्य सदस्य और विशेषज्ञ इन कार्यों की समीक्षा करेंगे। अनुमोदित होने पर इन कार्यों की जानकारी उन लोगों को दी जा सकती है जिन्होंने कार्य पूरा किया है तथा माईगव के अन्य सदस्यों को भी इसकी जानकारी दी जा सकती है। राष्ट्रीय सूचना केंद्र -एनआईसी, इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग इस पोर्टल का प्रबंधन करेंगे। जो लोग विचार-विमर्श से आगे बढ़कर जमीनी योगदान देना चाहते हैं उनके लिए माई गवर्नमेंट पोर्टल अनेक अवसर देता है। नागरिक विभिन्न कायों के लिए स्वयं आगे बढ़ सकते हैं और अपनी प्रवृष्टियां दे सकते हैं। फिर इन कार्यों की समीक्षा अन्य सदस्य तथा विशेषज्ञ करेंगे। मंजूरी के बाद इन कार्यों को पूरा करने वाले लोगों तथा माई गवर्नमेंट के अन्य सदस्यों से साझा किया जाएगा। प्रत्येक मंजूर कार्यों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहन अंक मिलेंगे।इस मंच को स्वच्छ गंगा, बालिका शिक्षा, स्वच्छ भारत, कौशलपूर्ण भारत, डिजिटल भारत और रोजगार सृजन जैसे विभिन्न समूहों में बांटा गया है। प्रत्येक समूह को ऑनलाइन तथा ऑनग्राउंड कार्य दिए गए हैं जिसे योगदानकर्ता अपने हाथ में लेंगे। इसका उद्देश्य लोगों की भागीदारी के जरिए गुणात्मक परिवर्तन लाना है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और माईगव
मुद्रा (करेंसी)
---- विभिन्न देशों की मुद्राएँ मुद्रा (currency, करन्सी) पैसे या धन के उस रूप को कहते हैं जिस से दैनिक जीवन में ख़रीद और बिक्री होती है। इसमें सिक्के और काग़ज़ के नोट दोनों आते हैं। आमतौर से किसी देश में प्रयोग की जाने वाली मुद्रा उस देश की सरकारी व्यवस्था द्वारा बनाई जाती है। मसलन भारत में रुपया व पैसा मुद्रा है जिसके सिक्के व नोट भारतीय सरकार द्वारा जारी किए जाते हैं। भारत एक ऐसा देश है जहाँ रुपया का उन्मूलन हुआ है १९७८ में देश के प्रधान मंत्री मोरारजी देसाई ने सबसे पहले देश में एक हजार का नोट बंद किया जिससे काला धन को साफ़ किया जा सके और २०१६ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ५०० और १००० के नोट बंद कर देश के धन का उन्मूलन किया। .
देखें नरेन्द्र मोदी और मुद्रा (करेंसी)
मुरली मनोहर जोशी
डॉ॰ मुरली मनोहर जोशी, भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेता हैं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के शासनकाल में वे भारत के मानव संसाधन विकास मंत्री थे। .
देखें नरेन्द्र मोदी और मुरली मनोहर जोशी
मुकेश अंबानी
मुकेश अंबानी (जन्म 19 अप्रैल 1957 को यमन में) एक भारतीय व्यवसायी हैं और फ़ोर्ब्स सूची के अनुसार अगस्त 2016 में लगभग 22.2 अरब डॉलर की निजी सम्पत्ती के साथ दुनिया के छत्तीसवें सबसे अमीर आदमी हैं। वे रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष, प्रबंध निदेशक और कंपनी के सबसे बड़े शेयर धारक हैं। यह भारत में निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी तथा फोर्च्यून ५०० कंपनी है। रिलायंस इंडस्ट्रीज में उनकी व्यक्तिगत हिस्सेदारी 48 % है। उनकी संपत्ति का मूल्य (फोर्ब्स के अनुसार) 22.2 अरब अमेरिकी डॉलर है, जिस से वे भारत के सबसे अमीर आदमी साबित होते हैं। मुकेश और उनके छोटे भाई अनिल रिलायंस इंडस्ट्रीज के संस्थापक स्वर्गीय धीरू भाई अम्बानी के बेटे हैं। मुकेश इंडियन प्रीमियर लीग की टीम मुंबई इंडियंस के मालिक भी हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और मुकेश अंबानी
मैडम तुसाद संग्रहालय
मैडम तुसाद संग्रहालय लन्दन में स्थापित मोम की मूर्तियों का संग्रहालय हैं। इसकी अन्य साखाएँ विश्व के प्रमुख शहरों मे मे हैं। इसकी स्थापना 1835 में मोम शिल्पकार मेरी तुसाद ने की थी। .
देखें नरेन्द्र मोदी और मैडम तुसाद संग्रहालय
मेँडिपथार रेलवे स्टेशन
मेँडिपथार रेलवे स्टेशन मेघालय, भारत के रेसुबेलपाड़ा नगर निगम का एक रेलवे स्टेशन है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और मेँडिपथार रेलवे स्टेशन
मेक इन इंडिया
मेक इन इंडिया भारत सरकार द्वारा देशी और विदेशी कंपनियों द्वारा भारत में ही वस्तुओं के निर्माण पर बल देने के लिए बनाया गया है। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 25 सितम्बर 2014 को किया था। .
देखें नरेन्द्र मोदी और मेक इन इंडिया
मोदी
मोदी भारत में एक उपनाम हैं। यह सामान्यतः उत्तर और पश्चिम भारतीय राज्य हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखण्ड और गुजरात में पाया जाता हैं। मोदी अधिकतर बनिया जाति से सम्बंधित हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और मोदी
योगी आदित्यनाथ
योगी आदित्यनाथ (मूल नाम: अजय सिंह बिष्ट; जन्म 5 जून 1972) गोरखपुर के प्रसिद्ध गोरखनाथ मन्दिर के महन्त तथा राजनेता हैं एवं वर्तमान में उत्तर प्रदेश के मुख्यमन्त्री हैं। इन्होंने 19 मार्च 2017 को प्रदेश के विधान सभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की बड़ी जीत के बाद यहाँ के 21वें मुख्यमन्त्री पद की शपथ ली। - एनडीटीवी - 18 मार्च 2017 वे 1998 से 2017 तक भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और 2014 लोकसभा चुनाव में भी यहीं से सांसद चुने गए थे। आदित्यनाथ गोरखनाथ मन्दिर के पूर्व महन्त अवैद्यनाथ के उत्तराधिकारी हैं। ये हिन्दू युवाओं के सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी समूह हिन्दू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं, तथा इनकी छवि कथित तौर पर एक देशभक्त की है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और योगी आदित्यनाथ
राँची
राँची भारत का एक प्रमुख नगर और झारखंड प्रदेश की राजधानी है। यह झारखंड का तीसरा सबसे प्रसिद्ध शहर है। इसे झरनों का शहर भी कहा जाता है। पहले जब यह बिहार राज्य का भाग था तब गर्मियों में अपने अपेक्षाकृत ठंडे मौसम के कारण प्रदेश की राजधानी हुआ करती थी। झारखंड आंदोलन के दौरान राँची इसका केन्द्र हुआ करता था। राँची एक प्रमुख औद्योगिक केन्द्र भी है। जहाँ मुख्य रूप से एच ई सी (हेवी इंजिनियरिंग कारपोरेशन), भारतीय इस्पात प्राधिकरण, मेकन इत्यादि के कारखाने हैं। राँची के साथ साथ जमशेदपुर और बोकारो इस प्रांत के दो अन्य प्रमुख औद्योगिक केन्द्र हैं। राँची को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्मार्ट सिटीज मिशन के अन्तर्गत एक स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किये जाने वाले सौ भारतीय शहरों में से एक के रूप में चुना गया है। राँची भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का गृहनगर होने के लिए प्रसिद्ध है। झारखंड की राजधानी राँची में प्रकृति ने अपने सौंदर्य को खुलकर लुटाया है। प्राकृतिक सुन्दरता के अलावा राँची ने अपने खूबसूरत पर्यटक स्थलों के दम पर विश्व के पर्यटक मानचित्र पर भी पुख्ता पहचान बनाई है। गोंडा हिल और रॉक गार्डन, मछली घर, बिरसा जैविक उद्यान, टैगोर हिल, मैक क्लुस्किगंज और आदिवासी संग्राहलय इसके प्रमुख पर्यटक स्थल हैं। इन पर्यटक स्थलों की सैर करने के अलावा यहां पर प्रकृति की बहुमूल्य देन झरनों के पास बेहतरीन पिकनिक भी मना सकते हैं। राँची के झरनों में पांच गाघ झरना सबसे खूबसूरत है क्योंकि यह पांच धाराओं में गिरता है। यह झरने और पर्यटक स्थल मिलकर राँची को पर्यटन का स्वर्ग बनाते हैं और पर्यटक शानदार छुट्टियां बिताने के लिए हर वर्ष यहां आते हैं। राँची का नाम उराँव गांव के पिछले नाम से एक ही स्थान पर, राची के नाम से लिया गया है। "राँची" उराँव शब्द 'रअयची' से निकला है जिसका मतलब है रहने दो। पौराणिक कथाओं के अनुसार, आत्मा के साथ विवाद के बाद,एक किसान ने अपने बांस के साथ आत्मा को हराया। आत्मा ने रअयची रअयची चिल्लाया और गायब हो गया। रअयची राची बन गई, जो राँची बन गई। राची के ऐतिहासिक रूप से एक महत्वपूर्ण पड़ोस में डोरांडा (दुरन "दुरङ" का अर्थ है गीत और दाह "दएः" का अर्थ मुंदारी भाषा में जल है)। डोरांडा हीनू (भुसूर) और हरमू नदियों के बीच स्थित है, जहां ब्रिटिश राज द्वारा स्थापित सिविल स्टेशन, ट्रेजरी और चर्च सिपाही विद्रोह के दौरान विद्रोही बलों द्वारा नष्ट किए गए थे। .
देखें नरेन्द्र मोदी और राँची
राणा अय्यूब
राणा अय्यूब एक भारतीय पत्रकार है। वह पहले तहलका के लिए एक पत्रकार के रूप में काम कर चुकी है, और अब एक स्वतंत्र स्तंभकार हैं। इसके मुख्य संपादक तरुण तेजपाल के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप की हैंडलिंग के खिलाफ नवंबर 2013 में राणा अय्यब ने तहलका से इस्तीफा दे दिया था। वह नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार की आलोचना करती आ रही है। गुजरात के फर्जी मुठभेड़ों की अय्यूब की जांच आउटलुक पत्रिका ने दुनिया भर में बीस महानतम पत्रिका कहानियों में से एक के रूप में सूचीबद्ध की है। वे गुजरात फाइलज़: एनाटॉमी ऑफ ए कवर अप की लेखक हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और राणा अय्यूब
राम नाथ कोविन्द
रामनाथ कोविन्द (जन्म: १ अक्टूबर १९४५) भारतीय राजनीतिज्ञ हैं जो २० जुलाई २०१७ को भारत के १४वें राष्ट्रपति निर्वाचित हुए। २५ जुलाई २०१७ को उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जे एस खेहर ने भारत के राष्ट्रपति के पद की शपथ दिलायी।https://plus.google.com/107807291734419802285/posts/Vkif7q6AG7r वे राज्यसभा सदस्य तथा बिहार राज्य के राज्यपाल रह चुके हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और राम नाथ कोविन्द
राम मंदिर रेलवे स्टेशन
राम मन्दिर राम मंदिर मुंबई उपनगरीय रेल की पश्चिमी लाइन पर नवीनतम रेलवे स्टेशन है। यह स्टेशन जोगेश्वरी और गोरेगांव के बीच में स्थित है। राम मंदिर का निर्माण भारतीय जनता पार्टी का एक महत्वपूर्ण चुनावी वादा रहा है। शक १९४५ में श्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार ने राम मंदिर के निर्माण को हरी झंडी दिखाई। परंतु संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के आने से अगले दशक में इसका निर्माण पूरा नहीं हो पाया। शक १९५९ (२०१६ ईस्वी) में श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजग सरकार ने राम मंदिर का निर्माण पूरा कर अपना वादा निभाया। चार प्लेटफॉर्म वाला यह स्टेशन ओशिवारा में स्थित है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और राम मंदिर रेलवे स्टेशन
रामदास आठवले
रामदास बंडु आठवले भारत के वरिष्ठ सदन राज्यसभा के सदस्य हैं। वे रिपब्लिकन पार्टि ऑफ इंडाया (आठवले) के अध्यक्ष है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और रामदास आठवले
रामविलास पासवान
रामविलास पासवान वर्तमान भारतीय दलित राजनीति के प्रमुख नेताओं में से एक हैं। वे लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार में केन्द्रीय मंत्री भी हैं। वे सोलहवीं लोकसभा में बिहार के हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और रामविलास पासवान
राष्ट्रीय प्रशिक्षुता संवर्धन योजना
राष्ट्रीय प्रशिक्षुता संवर्धन योजना (National Apprenticeship Promotion Scheme /NAPS) भारत सरकार की एक योजना है जो भारत में प्रशिक्षुता को बढ़ावा देने के लिए उद्देश्य से लागू की गयी है। यह योजना 19 दिसंबर, 2016 को कानपुर में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आरम्भ की गयी और इसके तहत 15 प्रतिष्ठानों को प्रतिपूर्ति चेक का वितरण किया गया। यह योजना 19 अगस्त, 2016 से प्रभावी है। इस योजना ने पहले से चल रही प्रशिक्षु प्रोत्साहन योजना (Apprenticeship Incentive Plan-AIP) का स्थान लिया है। योजना का परिव्यय 10,000 करोड़ रुपये है। योजना का लक्ष्य वर्ष 2019-2020 तक 50 लाख प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित करना है। यह पहली योजना है जिसमें प्रशिक्षुओं के प्रशिक्षण में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए नियोक्ताओं को वित्तीय प्रोत्साहन देने की व्यवस्था है। केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और चार या अधिक राज्यों में सक्रिय निजी प्रतिष्ठानों के लिए इस योजना योजना का क्रियान्वयन ‘क्षेत्रीय प्रशिक्षुता प्रशिक्षण निदेशालयों’ (RDATs) द्वारा किया जाएगा। जबकि राज्यों के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और निजी क्षेत्र के प्रतिष्ठानों हेतु योजना का क्रियान्वयन राज्य प्रशिक्षुता सलाहकारों द्वारा अपने संबंधित राज्यों में किया जाएगा। .
देखें नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय प्रशिक्षुता संवर्धन योजना
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
यह लेख भारत के एक सांस्कृतिक संगठन आर एस एस के बारे में है। अन्य प्रयोग हेतु आर एस एस देखें। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारत का एक दक्षिणपंथी, हिन्दू राष्ट्रवादी, अर्धसैनिक, स्वयंसेवक संगठन हैं, जो व्यापक रूप से भारत के सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी का पैतृक संगठन माना जाता हैं। यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अपेक्षा संघ या आर.एस.एस.
देखें नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन या एनडीए या राजग (अंग्रेजी: National Democratic Alliance NDA) भारत में एक राजनीतिक गठबंधन है। इसका नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी करती है। इसके गठन के समय इसके १३ सदस्य थे। शरद यादव को इसका संयोजक बनाया गया था, किन्तु उनकी पार्टी ने गठबन्धन से सम्बन्ध विच्छेद कर लिया। इसके मानद अध्यक्ष पूर्व प्रधानमन्त्री अटल बिहारी वाजपेयी हैं, जबकि लाल कृष्ण आडवाणी अध्यक्ष के रूप में वाजपेयी का कार्य देख रहे हैं। इसके अलावा प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी लोकसभा में नेता हैं जबकि रक्षामंत्री अरुण जेटली राज्यसभा में नेता हैं और सुमित्रा महाजन लोकसभा अध्यक्ष है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सदस्यों की सूची
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) एक केंद्र-दक्षिणपंथी राजनीतिक गठबंधन है। इसका नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) करती है। २०१५ के अनुसार, यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय संसद का सत्तारूढ़ गठबंधन है, और १३ राज्यों पर राज करता है। राजग का निर्माण १९९८ के आम चुनावों में भाजपा द्वारा किया गया था; इसमें भाजपा के तत्कालीन सहयोगी दलों (जैसे समता पार्टी, शिरोमणि अकाली दल और शिवसेना) के अलावा ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम और बीजू जनता दल शामिल थे। इन क्षेत्रीय दलों में केवल एक शिवसेना ही थी, जिसकी विचारधारा भाजपा की विचारधारा के समान थी। गठबंधन पहली बार केन्द्र में सत्ता पर १९९८ के आम चुनाव के बाद आया, और २००४ तक शासन किया। सितंबर २०१५ की स्थिति के अनुसार, राजग में पैंतीस सदस्य दल है (उनमें से दो राजनीतिक मोर्चे हैं और एक संगठन है), जिसमें से भाजपा एकमात्र राष्ट्रीय दल है। तेरह राजग सदस्यों (शिवसेना, तेलुगु देशम पार्टी, शिरोमणि अकाली दल, जम्मू और कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, ऑल इंडिया एन॰आर॰ कांग्रेस, नागा पीपुल्स फ्रंट, लोक जनशक्ति पार्टी, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, देसिया मुरपोक्कु द्रविड़ कड़गम, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी, ऑल झारखण्ड स्टूडेंट्स यूनियन, नेशनल पीपुल्स पार्टी, और पाट्टाली मक्कल कॉची) को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा "राज्यीय दल" का दर्जा दिया गया है। सितंबर २०१५ की स्थिति के अनुसार, राजग के पास लोकसभा और राज्यसभा में क्रमानुसार ३३७ और ६४ सदस्य हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सदस्यों की सूची
राष्ट्रीय खेलकूद विश्वविद्यालय, मणिपुर
राष्ट्रीय खेलकूद विश्वविद्यालय, मणिपुर, भारत के मणिपुर राज्य में एक केन्द्रीय विश्वविद्यालय है। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 16 मार्च, 2018 को इसका शिलान्यास किया था। यह खेलकूद के छेत्र में भारत सरकार द्वारा स्थापित पहला केन्द्रीय विश्वविद्यालय है। भारत में विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा तमिल नाडु फिजिकल एजुकेशन एण्ड स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, स्वर्णिम गुजरात स्पोर्ट्स युनिवर्सिटी और राजस्थान क्रीड़ा विश्वविद्यालय नामक इसी तरह के तीन राज्य विश्वविद्यालय स्थापित/प्रस्तावित किए जा चुके हैं। जबकि लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान नामक एक डीम्ड यूनिवर्सिटी पहले से खेलकूद के क्षेत्र में संचालित है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय खेलकूद विश्वविद्यालय, मणिपुर
राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह (जन्म १० जुलाई, १९५१ वाराणसी, उत्तर प्रदेश, भारत) भारत के एक प्रमुख राजनीतिज्ञ और वर्तमान में भारत के गृह मंत्री तथा वर्तमान सत्ता दल भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष हैं। वह पहले भाजपा के युवा स्कंध के और भाजपा की उत्तर प्रदेश (जो उनका गृह राज्य भी है), ईकाई के अध्यक्ष थे। प्रारंभ में वे भौतिकी के व्याख्याता थे, पर शीघ्र जनता पार्टी से जुड़ने के लिए उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से अपने दीर्घ संबंधों का उपयोग किया, जिसके कारण वे उत्तर प्रदेश में कई पदों पर विराजमान हुए। .
देखें नरेन्द्र मोदी और राजनाथ सिंह
राजनेता
राजनेता (अंग्रेजी: Statesman) उस व्यक्ति को कहते हैं जो मूलत: राजनीतिक दर्शन के आधार पर राजनीति के क्षेत्र में कभी भी नीतिगत सिद्धान्तों से समझौता नहीं करता। उदाहरण के लिए लाल बहादुर शास्त्री (कांग्रेस), अटल बिहारी वाजपेयी (भाजपा), राममनोहर लोहिया (प्रजा सोशलिस्ट पार्टी) और वर्तमान में नरेन्द्र मोदी।.
देखें नरेन्द्र मोदी और राजनेता
राज्य और सरकार के वर्तमान प्रमुखों की सूची
ये दुनिया के राष्ट्र और शासन के वर्तमान प्रमुखों की सूची है। राष्ट्रप्रमुख अथवा राज्यप्रमुख, किसी संप्रभु राज्य (जिसे सामान्यतः "देश" कहा जाता है) का एक सार्वजनिक राजनैतिक व्यक्तित्व होता है, जो कि राज्य के अंतर्राष्ट्रीय व्यक्तित्व को स्वरूपित करता है, और सैद्धांतिक रूप से उसे संपूर्ण राज्य के चिन्हात्मक मानवीय स्वरूप के रूप में देखा जाता है। शासनप्रमुख या सरकारप्रमुख, किसी संप्रभु राज्य की कार्यकारी शाखा का प्रमुख अथवा उसका उपाधिकारी होता है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और राज्य और सरकार के वर्तमान प्रमुखों की सूची
राज्यवर्धन सिंह राठौड़
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ (जन्म 29 जनवरी 1970, जैसलमेर, राजस्थान) एक भारतीय निशानेबाज हैं जिन्होंने 2004 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक, एथेंस में डबल ट्रैप स्पर्धा में रजत पदक विजेता हैं। वो प्रथम भारतीय (स्वतंत्रता के बाद) हैं जिन्होंने व्यक्तिगत रजत पदक जीता। उनसे पहले ब्रितानी मूल के भारत में जन्मे नॉर्मन प्रिचर्ड ने 1900 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक में दो रजत पदक जीते। वो १६वीं लोकसभा में जयपुर ग्रामीण लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के सांसद चुने गये। .
देखें नरेन्द्र मोदी और राज्यवर्धन सिंह राठौड़
राजेन्द्र सेतु
राजेन्द्र सेतु/ मोकामा पुल - लगभग दो किलोमीटर लंबा यह पुल गंगा नदी पर बना बिहार का रेल-सह-सड़क पुल है, जो उत्तर बिहार को दक्षिण बिहार से जोड़ता है। पुल का स्थान मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या के काम पर आधारित था, जो उस समय 90 वर्ष से अधिक पुराना था। पटना जिले के हैथिदाह के पास सड़क-सह-रेल पुल का उद्घाटन 1 9 5 9 में भारत के प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू और बिहार के पहले मुख्यमंत्री डॉ श्रीकृष्ण सिंह ने किया था। पुल का निर्माण ब्राथवाइट, बर्न एंड जेसॉप कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा किया गया था। यह लगभग 2 किलोमीटर (1.2 मील) लंबा है और इसमें दो लेन वाली सड़क और एक लाइन रेलवे ट्रैक है। राजेंद्र सेतु के लिए एक नए समांतर रेलवे पुल का निर्माण 12 मार्च 2016 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। नया 1.9 किमी रेलवे पुल फरवरी 2021 तक परिचालित होने वाला है। नए पुल के निर्माण के लिए अनुबंध आवंटित किया गया था इंडियन रेलवे कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (आईआरकॉन)। .
देखें नरेन्द्र मोदी और राजेन्द्र सेतु
राजेश खन्ना
राजेश खन्ना (जन्म: 29 दिसम्बर 1942 - मृत्यु: 18 जुलाई 2012) एक भारतीय बॉलीवुड अभिनेता, निर्देशक व निर्माता थे। उन्होंने कई हिन्दी फ़िल्में बनायीं और राजनीति में भी प्रवेश किया। वे नई दिल्ली लोक सभा सीट से पाँच वर्ष 1991-96 तक कांग्रेस पार्टी के सांसद रहे। बाद में उन्होंने राजनीति से सन्यास ले लिया। उन्होंने कुल 180 फ़िल्मों और 163 फीचर फ़िल्मों में काम किया, 128 फ़िल्मों में मुख्य भूमिका निभायी, 22 में दोहरी भूमिका के अतिरिक्त 17 छोटी फ़िल्मों में भी काम किया। व तीन साल 1969-71 के अंदर १५ solo हिट फ़िल्मों में अभिनय करके बॉलीवुड का सुपरस्टार कहे जाने लगे। उन्हें फ़िल्मों में सर्वश्रेष्ठ अभिनय के लिये तीन बार फिल्म फेयर पुरस्कार मिला और १४ बार मनोनीत किया गया। बंगाल फ़िल्म जर्नलिस्ट एसोसिएशन द्वारा हिन्दी फ़िल्मों के सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार भी अधिकतम चार बार उनके ही नाम रहा और २५ बार मनोनीत किया गया। 2005 में उन्हें फ़िल्मफेयर का लाइफटाइम अचीवमेण्ट अवार्ड दिया गया। राजेश खन्ना हिन्दी सिनेमा के पहले सुपर स्टार थे। 1966 में उन्होंने आखिरी खत नामक फ़िल्म से अपने अभिनय की शुरुआत की। राज़, बहारों के सपने, आखिरी खत - उनकी लगातार तीन कामयाब फ़िल्में रहीं और बहारों के सपने पूर्णतः असफल हुई। उन्होंने 1966-1991 में 74 स्वर्ण जयंती फ़िल्में की। (golden jubilee hits)। उन्होंने 1966-1991 में 22 रजत जयंती फ़िल्में किया। उन्होंने 1966-1996 में 9 सामान्य हित्त फ़िल्म किया। उन्होंने 1966-2013 में 163 फ़िल्म किया और 105 हिट रहे। .
देखें नरेन्द्र मोदी और राजेश खन्ना
राजीव प्रताप रूडी
राजीव प्रताप रूडी (जन्म 23 मार्च 1962) बिहार के सारण से लोकसभा सांसद हैं और केंद्र सरकार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार कौशल विकास और उद्यमशीलता हैं। वे बिहार से राज्य सभा के सांसद भी चुने जा चुके हैं। वे भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। वे यूएस फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) अनुमोदित मियामी, फ्लोरिडा के सिमसेंटर (SimCenter) से ए-320 विमान उड़ाने की विशेषज्ञता प्राप्त वाणिज्यिक पायलट लाइसेंसधारक हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और राजीव प्रताप रूडी
श्यामजी कृष्ण वर्मा
Nizil Shah) श्यामजी कृष्ण वर्मा (जन्म: 4 अक्टूबर 1857 - मृत्यु: 30 मार्च 1930) क्रान्तिकारी गतिविधियों के माध्यम से भारत की आजादी के संकल्प को गतिशील करने वाले अध्यवसायी एवं कई क्रान्तिकारियों के प्रेरणास्रोत थे। वे पहले भारतीय थे, जिन्हें ऑक्सफोर्ड से एम॰ए॰ और बार-ऐट-ला की उपाधियाँ मिलीं थीं। पुणे में दिये गये उनके संस्कृत के भाषण से प्रभावित होकर मोनियर विलियम्स ने वर्माजी को ऑक्सफोर्ड में संस्कृत का सहायक प्रोफेसर बना दिया था। उन्होंने लन्दन में इण्डिया हाउस की स्थापना की जो इंग्लैण्ड जाकर पढ़ने वाले छात्रों के परस्पर मिलन एवं विविध विचार-विमर्श का एक प्रमुख केन्द्र था। .
देखें नरेन्द्र मोदी और श्यामजी कृष्ण वर्मा
शौर्य स्मारक
शौर्य स्मारक (The War Memorial), जो भोपाल शहर के केंद्र में अरेरा पहाड़ी पर स्थित है, भारत के अमर शहीदों की युद्ध तथा शौर्य गाथाओं की आम जनता को अनुभूति कराने हेतु भारत के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा १४ अक्टूबर २०१६ को देश को समर्पित किया गया। पर्यटन की दृष्टि से अब यह भोपाल का ही नहीं बल्कि भारत का एक महत्वपूर्ण स्थल बन गया है। भोपाल स्थित शौर्य स्मारक के सौन्दर्य, स्वच्छता तथा सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए छोटे से प्रवेश शुल्क का प्रावधान किया गया है जो मिलने वाले आनंद की तुलना में कुछ भी नहीं है। हालांकि सैनिकों, भूतपूर्व सैनिकों तथा उनके परिवार वालों सम्मान देते हुए यहाँ निःशुल्क प्रवेश दिया जाता है। शौर्य स्मारक का रख-रखाव भोपाल स्थित भारतीय सेना व मध्य प्रदेश प्रशासन द्वारा किया जाता है। प्रवेश समय दोपहर १२:०० से शाम ७:०० तक है तथा बुधवार को अवकाश है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और शौर्य स्मारक
सदन के नेता (लोक सभा)
लोक सभा के सदन के नेता भारत के लोक सभा के नेता होते है। आम तौर पर भारत का प्रधानमन्त्री ही लोक सभा के सदन के नेता होते है। पर अगर प्रधानमन्त्री लोक सभा के सदस्य न हो कर राज्य सभा के सदस्य हो तो वे लोक सभा के सदन के नेता का चुनाव कर सकते है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और सदन के नेता (लोक सभा)
समानता की प्रतिमा
समानता की प्रतिमा या डॉ॰ बाबासाहेब आम्बेडकर स्मारक, मुम्बई' 106.68 मीटर (350 फीट) ऊँचा महाराष्ट्र सरकार द्वारा प्रस्तावित भारत के प्रथम कानून मंत्री तथा भारतीय संविधान के पिता डॉ॰ भीमराव आंबेडकर जी का स्मारक है। भारत के प्रधानमंत्री श्री॰ नरेन्द्र मोदी ने अक्टूबर 2015 को डॉ॰ भीमराव आंबेडकर जी की इस विशालकाय मूर्ति एवं विश्व-स्मारक के निर्माण का मुंबई में शिलान्यास किया। इंदू मिल की 12 एकड भूमि पर यह भव्य स्मारक बनेगा। समानता का यह स्मारक डॉ॰ आंबेडकर के समाधि स्थल चैत्य भूमि के करीब है। डॉ॰ भीमराव आंबेडकर जी ने करोड़ो देशवासियों के समानता के पूरे जीवन भर संघर्ष किया, इसलिए भीमराव को समानता का प्रतीक (सिम्बॉल ऑफ इक्वेलिटी) कहा जाता है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और समानता की प्रतिमा
सरुन्ग्बम बिमला कुमारी देवी
सरुन्ग्बम बिमला कुमारी देवी एक भारतीय चिकित्सक हैं और मुख्य चिकित्सा अधिकारी के तौर पर इंफाल में जो कि भारतीय राज्य मणिपुर के पश्चिमी क्षेत्रमें मौजूद है, में काम करती हैं। मणिपुर राज्य चिकित्सा सेवा में वह 1979 से सेवा कर रही हैं और ज्यादातर काम उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में किया है। भारत के प्रधानमंत्री,नरेन्द्र मोदी, के दो यात्राओं के दौरान खाद्य सुरक्षा कार्यालयराज्य उनके नेतृत्व में था। देवी, को 2014 में अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार, से सम्मानित किया गया और 2015 में पद्म श्री, जो कि चौथा सर्वोच्च भारतीय नागरिक सम्मान है, से नवाज़ा गया। .
देखें नरेन्द्र मोदी और सरुन्ग्बम बिमला कुमारी देवी
सर्बानन्द सोणोवाल
सर्बानंद सोनोवाल (जन्म: 31 अक्टूबर 1962) असम के १४ वें मुख्यमंत्री हैं। वे भारत की सोलहवीं लोकसभा के सांसद हैं। २०१४ के चुनावों में वे असम की लखीमपुर सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर निर्वाचित हुए। सोनोवाल का जन्म असम के डिब्रुगढ़ में हुआ है। केंद्रीय मंत्रिमंडल में उन्हें खेल एवं युवा मामलों के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का पद दिया गया। मई २०१६ में हुए असम विधान सभा चुनाव में वह भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार थे। चुनावों में पार्टी के विजयी होने के बाद सोनोवाल ने २४ मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। .
देखें नरेन्द्र मोदी और सर्बानन्द सोणोवाल
सागर माला परियोजना
सागर माला परियोजना (Sagar Mala project) भारत के बंदरगाहों के आधुनिकीकरण के लिए भारत सरकार की एक रणनीतिक और ग्राहक-उन्मुख पहल है जिससे पोर्ट के नेतृत्व वाले विकास को बढ़ाया जा सके और भारत के विकास में योगदान करने के लिए तट रेखाएं विकसित की जा सकें। यह मौजूदा बंदरगाहों को आधुनिक विश्वस्तरीय बंदरगाहों में रूपांतरित करने और सड़क, रेल, अंतर्देशीय और तटीय जलमार्गों के माध्यम से बंदरगाहों, औद्योगिक समूहों और दूरदराज के इलाकों और कुशल निकास प्रणालियों के विकास को एकीकृत करने की दिशा में दिख रहा है जिसके परिणामस्वरूप तटीय क्षेत्रों में बंदरगाह आर्थिक गतिविधियों के ड्राइवर बन सकेंगे। .
देखें नरेन्द्र मोदी और सागर माला परियोजना
सांसद आदर्श ग्राम योजना
सांसद आदर्श ग्राम योजना गांवों के निर्माण और विकास हेतु कार्यक्रम है। जिसका मुख्य लक्ष्य ग्रामीण इलाकों में विकास करना है। इस कार्यक्रम का शुभारंभ भारत के प्रधान मंत्री, नरेन्द्र मोदी जी ने जयप्रकाश नारायण के जन्म दिन 11 अक्टूबर 2014 को शुरू किया। .
देखें नरेन्द्र मोदी और सांसद आदर्श ग्राम योजना
सांवर लाल जाट
सांवर लाल जाट एक भारतीय राजनेता थे। अजमेर लोकसभा संसदीय क्षेत्र से भाजपा के सांसद थे। पहले ये राजस्थान सरकार में केन्द्रिय मंत्री थे। वो राजस्थान विधानसभा में अजमेर जिले की नसीराबाद विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे। उन्होंने सोहलवीं लोकसभा का चुनाव अजमेर से जीता था। .
देखें नरेन्द्र मोदी और सांवर लाल जाट
सिंधुश्री खुल्लर
सिंधुश्री खुल्लर नीति आयोग की मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष हैं। इससे पहले भारत के योजना आयोग में सचिव के पद पर रह चुकी खुल्लर की नियुक्ति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 9 जनवरी 2015 को नव-निर्मित राष्ट्रीय भारत परिवर्तन संस्था (नीति आयोग) के पहले मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सी॰ई॰ओ॰) के रूप में की गयी। खुल्लर 1975 बैच की आइ॰ए॰एस॰ अधिकारी हैं और योजना आयोग में इनकी नियुक्ति वर्ष 2012 में हुई थी। इससे पहले नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त 2014 को अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में ही योजना आयोग की जगह नीति आयोग बनाने की घोषणा की थी। .
देखें नरेन्द्र मोदी और सिंधुश्री खुल्लर
सज्जाद लोन
सज्जाद ग़नी लोन (जन्म:1967) भारत के जम्मू-कश्मीर प्राँत के एक राजनीतिज्ञ हैं। वे पीपल्स काँफ्रेंस पार्टी के संस्थापक एवं अध्यक्ष हैं तथा हंदवाड़ा सीट से विधायक हैं। उनके पिता अब्दुल ग़नी लोन बड़े कश्मीरी नेता थे जिनकी 21 मई 2002 को श्रीनगर में हत्या कर दी गई थी। पिता की हत्या के पश्चात् सज्जाद ने हुर्रियत से अलग होकर पीपल्स काँफ्रेंस पार्टी बनाई जिसके वे वर्तमान अध्यक्ष हैं। 2009 में वे स्वयं और 2014 में इनके उम्मीदवार लोकसभा चुनाव लड़े किंतु हार गए। 2014 के जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनावों से पूर्व सज्जाद लोन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की जिससे भारतीय जनता पार्टी के साथ इनके गठबंधन की अटकलें लगनी शुरु हो गई। पीपुल्स कांफ्रेंस ने इस विधानसभा चुनाव में कुपवाड़ा-हंदवाड़ा की 12 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए जिनमें से दो विजयी हुए। .
देखें नरेन्द्र मोदी और सज्जाद लोन
संभाजी भिडे
संभाजी विनायकराव भिडे उर्फ भिडे गुरुजी महाराष्ट्र से एक भारतीय हैं। वर्तमान में वे श्री शिवप्रतिष्ठान हिंदुस्थान के संस्थापक एवं प्रमुख हैं। इससे पूर्व वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक थे। वे "भिडे गुरुजी" के नाम से लोकप्रिय हैं। उनकी आयु ८१ वर्ष है। वे सांगली जिले के निवासी हैं। 1980 तक वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े रहे, किन्तु कुछ विवाद के कारण अलग होकर एक नया संगठन बनाकर कार्य करने लगे, जिसकी मूल भावना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ही करीब थी। आगे चलकर उन्होने 1984 में श्री शिव प्रतिष्ठान की स्थापना की। उनके संगठन का मूल उद्देश्य शिवाजी महाराज और संभाजी महाराज के दिखाये गए मार्ग पर चलना है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और संभाजी भिडे
संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र (United Nations) एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जिसके उद्देश्य में उल्लेख है कि यह अंतरराष्ट्रीय कानून को सुविधाजनक बनाने के सहयोग, अन्तर्राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, मानव अधिकार और विश्व शांति के लिए कार्यरत है। संयुक्त राष्ट्र की स्थापना २४ अक्टूबर १९४५ को संयुक्त राष्ट्र अधिकारपत्र पर 50 देशों के हस्ताक्षर होने के साथ हुई। द्वितीय विश्वयुद्ध के विजेता देशों ने मिलकर संयुक्त राष्ट्र को अन्तर्राष्ट्रीय संघर्ष में हस्तक्षेप करने के उद्देश्य से स्थापित किया था। वे चाहते थे कि भविष्य में फ़िर कभी द्वितीय विश्वयुद्ध की तरह के युद्ध न उभर आए। संयुक्त राष्ट्र की संरचना में सुरक्षा परिषद वाले सबसे शक्तिशाली देश (संयुक्त राज्य अमेरिका, फ़्रांस, रूस और संयुक्त राजशाही) द्वितीय विश्वयुद्ध में बहुत अहम देश थे। वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र में १९३ देश है, विश्व के लगभग सारे अन्तर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त देश। इस संस्था की संरचन में आम सभा, सुरक्षा परिषद, आर्थिक व सामाजिक परिषद, सचिवालय और अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय सम्मिलित है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और संयुक्त राष्ट्र
संसद भवन, ओटावा में गोलीबारी २०१४
२२ अक्टूबर २०१४ को ओटावा में संसद भवन पर कई बार गोलीबारी हुई। गोलीबारी १०:०० बजे (पूर्वी डेलाइट समय, यूटीसी - ४:००) से थोड़ी देर पहले आरम्भ हुई। कनाडाई प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर ने इसे आतंकी हमला बताया। .
देखें नरेन्द्र मोदी और संसद भवन, ओटावा में गोलीबारी २०१४
सुनील शास्त्री
सुनील शास्त्री भारत के द्वितीय प्रधानमन्त्री लाल बहादुर शास्त्री के पुत्र हैं। उन्होंने अभी हाल में ही नरेन्द्र मोदी से प्रभावित होकर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है। जिन दिनों वे भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के थे उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार में एक लम्बे समय तक मन्त्री पद का दायित्व दिया गया। बाद में काँग्रेस पार्टी से उनका मोहभंग हुआ और उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली। अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमन्त्रित्व काल में भाजपा की केन्द्रीय कार्यकारिणी में राष्ट्रीय सचिव रह चुके सुनील शास्त्री एक राजनेता के अलावा कवि और लेखक भी हैं। उन्होंने अपने पिता के जीवन पर आधारित एक पुस्तक हिन्दी में लिखी है जिसका अंग्रेजी अनुवाद भी प्रकाशित हो चुका है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और सुनील शास्त्री
सुब्रमनियन स्वामी
डॉ॰ सुब्रह्मण्यम् स्वामी (जन्म: 15 सितम्बर 1939 चेन्नई, तमिलनाडु, भारत) जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। वे सांसद के अतिरिक्त 1990-91 में वाणिज्य, विधि एवं न्याय मन्त्री और बाद में अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार आयोग के अध्यक्ष भी रहे। 1994-96 के दौरान विश्व व्यापार संगठन के श्रमिक मानकों के निर्धारण में उन्होंने प्रभावी भूमिका निभायी। हार्वर्ड विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में डॉक्ट्रेट की उपाधि प्राप्त करने के बाद उन्होंने साइमन कुजनैट्स और पॉल सैमुअल्सन के साथ कई प्रोजेक्ट्स पर शोध कार्य किया और फिर पॉल सैमुअल्सन के साथ संयुक्त लेखक के रूप में इण्डैक्स नम्बर थ्यौरी का एकदम नवीन और पथ प्रदर्शक अध्ययन प्रस्तुत किया। वे हार्वर्ड विश्वविद्यालय के विजिटिंग फैकल्टी मैम्बर भी रहे हैं। वे ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने अपने आदर्शों के लिए निर्भीक होकर संघर्ष किया है। भारत में आपातकाल के दौरान संघर्ष, तिब्बत में कैलाश-मानसरोवर यात्री मार्ग खुलवाने में उनके प्रयास, भारत-चीन सम्बन्धों में सुधार, भारत द्वारा इजरायल की राजनैतिक स्वीकारोक्ति, आर्थिक सुधार और हिन्दू पुनरुस्थान आदि अनेक उल्लेखनीय कार्य उन्होंने किये हैं। स्वामी ने स्वेच्छा से राष्ट्रहित को सर्वोपरि समझते हुए अपनी पार्टी का विलय भारतीय जनता पार्टी में कर दिया। अब वे एकनिष्ठ होकर नरेन्द्र मोदी को भारत का प्रधानमन्त्री बनाने के लिये पूरे देश में प्रचार किया और भारी बहुमत से जीत हासिल किया और भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी, फिर नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद पुनः Z+ श्रेणी की सुरक्षा दे दिया गया। आजकल नेशनल हेराल्ड केस और अयोध्या राम मंदिर को लेकर चर्चा मे है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और सुब्रमनियन स्वामी
सुब्रह्मण्यम जयशंकर
एस॰ जयशंकर या सुब्रह्मण्यम जयशंकर (जन्म: 15 जनवरी 1957) वर्तमान में टाटा समूह के वैश्विक कॉरपोरेट मामलों का प्रमुख हैं। वहाँ वे वे टाटा समूह के वैश्विक कारपोरेट मामले और अंतरराष्ट्रीय रणनीति से जुड़े मामले देखते हैं। टाटा संस का कार्यालय उन्हें रिपोर्ट करता है और वे टाटा संस के चेयरमैन एन.
देखें नरेन्द्र मोदी और सुब्रह्मण्यम जयशंकर
सुरेश प्रभु
सुरेश प्रभाकर प्रभु (जन्म 11 जुलाई 1953) भारतीय राजनीतिज्ञ और वर्तमान नरेन्द्र मोदी सरकार में भारत के वाणिज्य मंत्री हैं। वो पेशे से सनदी लेखाकार हैं और भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान के सदस्य हैं। वर्ष 1996 से वो लगातार शिव सेना के उम्मीदवार के रूप में महाराष्ट्र के राजपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए चुने गये। 9 नवम्बर 2014 को वो शिव सेना छोड़कर भाजपा में शामिल हो गये। वर्तमान में वो भारतीय संसद में आंध्रप्रदेश से उच्च सदन को निरुपित करते हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और सुरेश प्रभु
सुषमा स्वराज
सुषमा स्वराज (जन्म: १४ फरवरी १९५२) एक भारतीय महिला राजनीतिज्ञ और भारत की विदेश मंत्री हैं। वे वर्ष २००९ में भारत की भारतीय जनता पार्टी द्वारा संसद में विपक्ष की नेता चुनी गयी थीं, इस नाते वे भारत की पन्द्रहवीं लोकसभा में प्रतिपक्ष की नेता रही हैं। इसके पहले भी वे केन्द्रीय मन्त्रिमण्डल में रह चुकी हैं तथा दिल्ली की मुख्यमन्त्री भी रही हैं। वे सन २००९ के लोकसभा चुनावों के लिये भाजपा के १९ सदस्यीय चुनाव-प्रचार-समिति की अध्यक्ष भी रहीं थीं। अम्बाला छावनी में जन्मी सुषमा स्वराज ने एस॰डी॰ कालेज अम्बाला छावनी से बी॰ए॰ तथा पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से कानून की डिग्री ली। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने पहले जयप्रकाश नारायण के आन्दोलन में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। आपातकाल का पुरजोर विरोध करने के बाद वे सक्रिय राजनीति से जुड़ गयीं। वर्ष २०१४ में उन्हें भारत की पहली महिला विदेश मंत्री होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, जबकि इसके पहले इंदिरा गांधी दो बार कार्यवाहक विदेश मंत्री रह चुकी हैं। कैबिनेट में उन्हे शामिल करके उनके कद और काबिलियत को स्वीकारा। वे दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री और देश में किसी राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता बनने की उपलब्धि भी उन्हीं के नाम दर्ज है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और सुषमा स्वराज
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी 182 मीटर (597 फीट) ऊँचा गुजरात सरकार द्वारा प्रस्तावित भारत के प्रथम उप प्रधानमन्त्री तथा प्रथम गृहमन्त्री सरदार पटेल का स्मारक है। गुजरात के मुख्यमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्टूबर 2013 को सरदार पटेल के जन्मदिवस के मौके पर इस विशालकाय मूर्ति के निर्माण का शिलान्यास किया। यह स्मारक सरदार सरोवर बांध से 3.2 किमी की दूरी पर साधू बेट नामक स्थान पर है जो कि नर्मदा नदी पर एक टापू है। यह स्थान भारतीय राज्य गुजरात के भरूच के निकट नर्मदा जिले में है। वर्तमान में विश्व की सबसे ऊँची स्टैच्यू या मूर्ती 152 मीटर की चीन में स्प्रिंग टैम्पल बुद्ध है। उससे कम दुसरी ऊँची मूर्ति भी तथागत बुद्ध की ही है जिसकी उँचाई 120 मीटर है। बुद्ध की यह मूर्ति सन् 2008 में म्याँमार सरकार ने बनवायी थी। और विश्व की तिसरी सबसे ऊँची मूर्ती भी जापान में भगवान बुद्ध की हैं, इस बुद्ध मुर्ती की ऊँचाई 116 मीटर हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी
स्टीफन हार्पर
स्टीफन हार्पर कनाडा के प्रधान मंत्री हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और स्टीफन हार्पर
स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2017
स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2017 ऐसा आयोजन है जिसमे 42,000 से अधिक प्रतिभागी,प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर,तकनीकी समस्याओं की पहचान कर समाधान खोजने की कोशिश करते हैं। यह आयोजन पूरे भारत के 26 शहरों में आयोजित किया जा रहा है। प्रधान मंत्री मोदी ने स्मार्ट इंडिया हैैकथॉन में 10,000 से अधिक प्रतिभागियों को संबोधित किया था .
देखें नरेन्द्र मोदी और स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2017
स्मृति ईरानी
स्मृति ज़ुबिन ईरानी (स्मृति मल्होत्रा, पंजाबी में ਸਮ੍ਰਿਤੀ ਜੁਬੀਨ ਇਰਾਨੀ,जन्म: 23 मार्च 1976) एक भारतीय टेलीविज़न अभिनेत्री, महिला राजनीतिज्ञ और भारत सरकार के अंतर्गत कपड़ा मंत्री हैं और इससे पूर्व वे मानव संसाधन विकास मंत्री रह चुकी हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और स्मृति ईरानी
स्वामी विवेकानन्द
स्वामी विवेकानन्द(স্বামী বিবেকানন্দ) (जन्म: १२ जनवरी,१८६३ - मृत्यु: ४ जुलाई,१९०२) वेदान्त के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु थे। उनका वास्तविक नाम नरेन्द्र नाथ दत्त था। उन्होंने अमेरिका स्थित शिकागो में सन् १८९३ में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था। भारत का आध्यात्मिकता से परिपूर्ण वेदान्त दर्शन अमेरिका और यूरोप के हर एक देश में स्वामी विवेकानन्द की वक्तृता के कारण ही पहुँचा। उन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी जो आज भी अपना काम कर रहा है। वे रामकृष्ण परमहंस के सुयोग्य शिष्य थे। उन्हें प्रमुख रूप से उनके भाषण की शुरुआत "मेरे अमरीकी भाइयो एवं बहनों" के साथ करने के लिये जाना जाता है। उनके संबोधन के इस प्रथम वाक्य ने सबका दिल जीत लिया था। कलकत्ता के एक कुलीन बंगाली परिवार में जन्मे विवेकानंद आध्यात्मिकता की ओर झुके हुए थे। वे अपने गुरु रामकृष्ण देव से काफी प्रभावित थे जिनसे उन्होंने सीखा कि सारे जीव स्वयं परमात्मा का ही एक अवतार हैं; इसलिए मानव जाति की सेवा द्वारा परमात्मा की भी सेवा की जा सकती है। रामकृष्ण की मृत्यु के बाद विवेकानंद ने बड़े पैमाने पर भारतीय उपमहाद्वीप का दौरा किया और ब्रिटिश भारत में मौजूदा स्थितियों का पहले हाथ ज्ञान हासिल किया। बाद में विश्व धर्म संसद 1893 में भारत का प्रतिनिधित्व करने, संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए कूच की। विवेकानंद के संयुक्त राज्य अमेरिका, इंग्लैंड और यूरोप में हिंदू दर्शन के सिद्धांतों का प्रसार किया, सैकड़ों सार्वजनिक और निजी व्याख्यानों का आयोजन किया। भारत में, विवेकानंद को एक देशभक्त संत के रूप में माना जाता है और इनके जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और स्वामी विवेकानन्द
सैयद नसीम अहमद ज़ैदी
नसीम अहमद जैदी भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त हुए हैं। डॉ.
देखें नरेन्द्र मोदी और सैयद नसीम अहमद ज़ैदी
सेतु भारतम्
सेतु भारतम् भारत सरकार की एक परियोजना है जिसका लक्ष्य भारत के सभी राष्ट्रीय राजमार्गों को २०१९ तक रेलवे क्रासिंग से मुक्त करना है। इसका शुभारम्भ ४ मार्च २०१६ को भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। इसके लिये १०२ बिलियन रूपये (१०२ अरब रूपये)का बजट निर्धारित किया गया है। श्रेणी:भारत सरकार की परियोजनाएँ.
देखें नरेन्द्र मोदी और सेतु भारतम्
सेना दिवस (भारत)
सेना दिवस, भारत में हर वर्ष 15 जनवरी को लेफ्टिनेंट जनरल (बाद में फ़ील्ड मार्शल) के. एम. करियप्पा के भारतीय थल सेना के शीर्ष कमांडर का पदभार ग्रहण करने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। उन्होंने 15 जनवरी 1949 को ब्रिटिश राज के समय के भारतीय सेना के अंतिम अंग्रेज शीर्ष कमांडर जनरल रॉय फ्रांसिस बुचर से यह पदभार ग्रहण किया था। यह दिन सैन्य परेडों, सैन्य प्रदर्शनियों व अन्य आधिकारिक कार्यक्रमों के साथ नई दिल्ली व सभी सेना मुख्यालयों में मनाया जाता है। इस दिन उन सभी बहादुर सेनानियों को सलामी भी दी जाती है जिन्होंने कभी ना कभी अपने देश और लोगों की सलामती के लिये अपना सर्वोच्च न्योछावर कर दिया। .
देखें नरेन्द्र मोदी और सेना दिवस (भारत)
सोलहवीं लोक सभा
सोलहवीं लोक सभा के सदस्य 2014 के आम चुनाव के बाद चुने गए हैं जो कि 7 अप्रैल 2014 से 12 मई 2014 के मध्य 9 चरणों में संपन्न हुए थे। ये चुनाव भारतीय चुनाव आयोग द्वारा कराये गए। परिणाम 16 मई 2014 को आये। भारतीय जनता पार्टी (जो कि राजग का हिस्सा है) ने 543 में 282 सीटें प्राप्त कर पूर्ण बहुमत प्राप्त किया। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीद्वार नरेन्द्र मोदी ने 26 मई 2014 को भारत के पन्द्रहवें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को महज 44 सीटों से संतोष करना पड़ा। इस लोक सभा का पहला सत्र 4 जून से 11 जुलाई 2014 के मध्य हुआ। सोलहवीं लोक सभा विपक्ष का नेता कोई नहीं होगा क्योंकि भारतीय संसद के नियमानुसार, इस पद को पाने के लिए किसी दल के पास कम से कम लोक सभा के कुल सदस्यों का 10% सदस्य होना आवश्यक है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पास वर्तमान में 44 सीटें हैं जबकि ऑल इण्डिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के पास 37 सीटें हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और सोलहवीं लोक सभा
हरसिमरत कौर बादल
हरसिमरत कौर बादल (जन्म: २५ जुलाई १९६६) भारत की एक राजनीतिज्ञ हैं और वर्तमान में भारत सरकार के अंतर्गत खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हैं। वे भटिंडा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से वर्ष २००९ से लगातार १५ वीं और १६वीं लोकसभा की सांसद हैं। वे शिरोमणि अकाली दल की सदस्य और पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की पत्नी हैं।"Constituency Wise Detailed Results (2009)." Electoral Commission of India, 2009.
देखें नरेन्द्र मोदी और हरसिमरत कौर बादल
हाल की घटनाएँ दिसंबर २००७
* रविवार, 30 दिसंबर, 2007: बेनजीर भुट्टो के 19 वर्षीय पुत्र बिलावल को पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) का अध्यक्ष और उनके पति आसिफ अली जरदारी को सह-अध्यक्ष बनाया गया। -->.
देखें नरेन्द्र मोदी और हाल की घटनाएँ दिसंबर २००७
हिन्दू मंदिर, दुबई
हिंदू मंदिर, दुबई; स्थानीय रूप से शिव और कृष्ण मंदिर के रूप में प्रसिध्द है) दुबई, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में एक मंदिर परिसर है। यह मंदिर संयुक्त अरब अमीरात में बड़े हिंदू समुदाय को एक करता है और वर्तमान में संयुक्त अरब अमीरात में केवल एकमात्र हिंदू मंदिर है, जबकि अबू धाबी में एक और मंदिर बनाने की योजना है। मंदिर परिसर में एक शिव और कृष्ण मंदिर शामिल हैं। हिंदू मंदिर दुबई क्रीक के पश्चिम में बुरे दुबई (विशेष रूप से बुरे दुबई ओल्ड सॉक) के क्षेत्र में स्थित है। यह मंदिर दुबई में भारतीय वाणिज्य दूतावास के साथ मिलकर चलाया जाता है मंदिर हिंदुओं के बीच विवाह समारोह भी करता है हालांकि, संयुक्त अरब अमीरात में हिंदू विवाहों का पंजीकरण नहीं किया जा सकता है। शिव मंदिर के ऊपरी मंजिल में भी एक गुरुद्वारा रखा गया था; गुरुद्वारा अब जिबेल अली के नजदीक नए परिसर में स्थानांतरित हो गया है। 1958 में, शेख रशीद बिन सईद अल मकतौम ने हिंदू मंदिर को दुबई में बनायें जाने की अनुमति दी थी। दुबई के अन्य मंदिरों में, एक भगवान शिव को समर्पित है और दूसरा भगवान कृष्ण को समर्पित है संयुक्त अरब अमीरात में 50,000 से ज्यादा सिखों ने अपने भव्य गुरुद्वारा को 2012 में प्राप्त किया था, जो शेख मोहम्मद बिन रशीद अल मकतौम द्वारा दान की गई भूमि थी। संयुक्त अरब अमीरात मलयली सीरियाई ईसाइयों द्वारा अक्सर कई चर्चों की मेजबानी करता है जुलाई 2013 में, एक मुस्लिम व्यापारी ने एक स्वामीनारायण मंदिर की स्थापना के लिए एक मस्जिद के पास पांच एकड़ जमीन दान की थी। अगस्त 2015 में, संयुक्त अरब अमीरात के शासकों ने अबू धाबी में एक हिंदू मंदिर बनाने के लिए भूमि उपलब्ध कराने की घोषणा की, जब भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर गए थे।.
देखें नरेन्द्र मोदी और हिन्दू मंदिर, दुबई
हैदराबाद मेट्रो रेल
हैदराबाद मेट्रो रेल हैदराबाद के लिए एक तेजी से पारगमन प्रणाली है। यह सिक्वेल ऑपरेशनल मॉडल में है। इसे पूरी तरह से सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) आधार पर लागू किया जा रहा है, जिसमें राज्य सरकार अल्पसंख्यक इक्विटी हिस्सेदारी रखती है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 28 नवंबर 2017 को मियापुर से नगोल तक 30 किमी की दूरी का उद्घाटन किया। पहले चरण के 30 किमी लंबे मार्ग पर 24 स्टेशन बनाए गए हैं। इसमें हैदराबाद के व्यस्ततम इलाके जैसे राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, उस्मानिया विश्वविद्यालय, सिकंदराबाद जंक्शन आदि आते हैं। 30 किमी की लंबी दूरी पर सार्वजनिक संचालन के लिए कोई अन्य तेजी से ट्रांजिट मेट्रो सेवा नहीं खोली गई। यह देश की सबसे बड़ी सार्वजनिक-निजी भागीदारी की परियोजना है और इसकी लागत करीब 15,000 करोड़ रुपए है। 72 किलोमीटर के क्षेत्र में बनने वाला यह प्रोजेक्ट तीन चरणों में पूरा होगा। .
देखें नरेन्द्र मोदी और हैदराबाद मेट्रो रेल
जयललिता
जयललिता जयराम (तमिल: ஜெ. ஜெயலலிதா; 24 फ़रवरी 1948 – 5 दिसम्बर 2016) भारतीय राजनीतिज्ञ तथा तमिल नाडु की मुख्यमंत्री थीं। वो दक्षिण भारतीय राजनैतिक दल ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (अन्ना द्रमुक) की महासचिव थीं। इससे पूर्व वो 1991 से 1996, 2001 में, 2002 से 2006 तक और 201 से 2014 तक तमिलनाडु की मुख्यमंत्री रहीं। राजनीति में आने से पहले वो अभिनेत्री थीं और उन्होंने तमिल के अलावा तेलुगू, कन्नड और एक हिंदी तथा एक अँग्रेजी फिल्म में भी काम किया है। जब वे स्कूल में पढ़ रही थीं तभी उन्होंने 'एपिसल' नाम की अंग्रेजी फिल्म में काम किया। वे 15 वर्ष की आयु में कन्नड फिल्मों में मुख्य अभिनेत्री की भूमिकाएं करने लगी थीं। इसके बाद वे तमिल फिल्मों में काम करने लगीं। 1965 से 1972 के दौर में उन्होंने अधिकतर फिल्में एमजी रामचंद्रन के साथ की। फिल्मी करियर के बाद उन्होने एम॰जी॰ रामचंद्रन के साथ 1982 में राजनीतिक करियर की शुरुआत की। उन्होंने 1984 से 1989 के दौरान तमिलनाडु से राज्यसभा के लिए राज्य का प्रतिनिधित्व भी किया। वर्ष 1987 में रामचंद्रन का निधन के बाद उन्होने खुद को रामचंद्रन की विरासत का उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। वे 24 जून 1991 से 12 मई 1996 तक राज्य की पहली निर्वाचित मुख्यमंत्री और राज्य की सबसे कम उम्र की मुख्यमंत्री रहीं। अप्रैल 2011 में जब 11 दलों के गठबंधन ने 14वीं राज्य विधानसभा में बहुमत हासिल किया तो वे तीसरी बार मुख्यमंत्री बनीं। उन्होंने 16 मई 2011 को मुख्यमंत्री पद की शपथ लीं और तब से वे राज्य की मुख्यमंत्री पद पर रहीं। राजनीति में उनके समर्थक उन्हें अम्मा (मां) और कभी कभी पुरातची तलाईवी ('क्रांतिकारी नेता') कहकर बुलाते हैं। 5 दिसम्बर 2016 को रात 11:30 बजे (आईएसटी) इनका निधन हो गया। .
देखें नरेन्द्र मोदी और जयललिता
जयंत सिन्हा
जयन्त सिन्हा (जन्म २१ अप्रैल १९६३) भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं एवं नागरिक उड्डयन राज्यंन्त्री हैं। इसके पहले वे वित्त राज्य मंत्री थे। 2014 के चुनावों में इन्होंने झारखण्ड की हजारीबाग सीट से भारतीय जनता पार्टी की ओर से सांसद चुने गये। वे निवेश फण्ड प्रबन्धक तथा प्रबन्धन सलाहकार भी रह चुके हैं। वे यशवन्त सिन्हा के पुत्र हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और जयंत सिन्हा
ज़ैद हामिद
ज़ैद हामिद एक पाकिस्तानी टीवी होस्ट और रीजनीतिक टीकाकार हैं। इन्होने कई बार पाकिस्तान को अस्थिर करने में भारतीय, इसराइली और अमेरिकी एजेंटों द्वारा बनाई साजिश को जिम्मेवार कहा है। आर्थिक आतंकवाद के मुद्दे पर उनका बयान पाकिस्तान में पसंद किया गया। इन्होंने करांची के एनइडी विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की है। वो भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के आलोचक रहे हैं। अपने बयानों में वो प्रसिद्ध शायर और १९२० के दशक में पाकिस्तान आन्दोलन के प्रणेताओं में से एक अल्लामा इक़बाल के शेरों का ज़िक्र अक्सर करते हैं। उनको पाकिस्तान में हर किसी चीज़ पर "पाकिस्तान के ख़िलाफ" और "इस्लाम से ख़िलाफ षड्यंत्र" की आवाज उछालने के कारण आलोचना झेलनी पड़ी है। इसके अलावे जुलाई २०१५ में इनको सउदी अरब ने वहाँ की सरकार की आलोचना के कारण ८ साल कारवास और ११०० कोड़ो की सज़ा भी सुनाई थी। श्रेणी: पाकिस्तान के टीकाकार.
देखें नरेन्द्र मोदी और ज़ैद हामिद
जगत प्रकाश नड्डा
जगत प्रकाश नड्डा भारत के वरिष्ठ सदन राज्यसभा के सदस्य हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और जगत प्रकाश नड्डा
जीतन राम मांझी
जीतन राम मांझी (जन्म: ६ अक्टूबर १९४४) भारतीय राजनेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री हैं। वो राजनीतिक पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) के नेता तौर पर २३वें मुख्यमंत्री रहे। जीतन राम मांझी बिहार में दलित समुदाय के पहले मुख्यमंत्री रहे। २० फरवरी २०१५ को उन्होनें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया। .
देखें नरेन्द्र मोदी और जीतन राम मांझी
वड़नगर
वड़नगर भारत देश में गुजरात राज्य के महसाणा जिला का एक नगर है। यह नगर भारतीय रेलमार्ग व सड़क मार्ग से जुड़ा है। यह भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का जन्म स्थान है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और वड़नगर
वल्लभ भाई पटेल
श्रेणी: सरदार वल्लभ भाई पटेल (સરદાર વલ્લભભાઈ પટેલ; 31 अक्टूबर, 1875 - 15 दिसंबर, 1950) भारत के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। भारत की आजादी के बाद वे प्रथम गृह मंत्री और उप-प्रधानमंत्री बने। बारडोली सत्याग्रह का नेतृत्व कर रहे पटेल को सत्याग्रह की सफलता पर वहाँ की महिलाओं ने सरदार की उपाधि प्रदान की। आजादी के बाद विभिन्न रियासतों में बिखरे भारत के भू-राजनीतिक एकीकरण में केंद्रीय भूमिका निभाने के लिए पटेल को भारत का बिस्मार्क और लौह पुरूष भी कहा जाता है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और वल्लभ भाई पटेल
वाराणसी
वाराणसी (अंग्रेज़ी: Vārāṇasī) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का प्रसिद्ध नगर है। इसे 'बनारस' और 'काशी' भी कहते हैं। इसे हिन्दू धर्म में सर्वाधिक पवित्र नगरों में से एक माना जाता है और इसे अविमुक्त क्षेत्र कहा जाता है। इसके अलावा बौद्ध एवं जैन धर्म में भी इसे पवित्र माना जाता है। यह संसार के प्राचीनतम बसे शहरों में से एक और भारत का प्राचीनतम बसा शहर है। काशी नरेश (काशी के महाराजा) वाराणसी शहर के मुख्य सांस्कृतिक संरक्षक एवं सभी धार्मिक क्रिया-कलापों के अभिन्न अंग हैं। वाराणसी की संस्कृति का गंगा नदी एवं इसके धार्मिक महत्त्व से अटूट रिश्ता है। ये शहर सहस्रों वर्षों से भारत का, विशेषकर उत्तर भारत का सांस्कृतिक एवं धार्मिक केन्द्र रहा है। हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत का बनारस घराना वाराणसी में ही जन्मा एवं विकसित हुआ है। भारत के कई दार्शनिक, कवि, लेखक, संगीतज्ञ वाराणसी में रहे हैं, जिनमें कबीर, वल्लभाचार्य, रविदास, स्वामी रामानंद, त्रैलंग स्वामी, शिवानन्द गोस्वामी, मुंशी प्रेमचंद, जयशंकर प्रसाद, आचार्य रामचंद्र शुक्ल, पंडित रवि शंकर, गिरिजा देवी, पंडित हरि प्रसाद चौरसिया एवं उस्ताद बिस्मिल्लाह खां आदि कुछ हैं। गोस्वामी तुलसीदास ने हिन्दू धर्म का परम-पूज्य ग्रंथ रामचरितमानस यहीं लिखा था और गौतम बुद्ध ने अपना प्रथम प्रवचन यहीं निकट ही सारनाथ में दिया था। वाराणसी में चार बड़े विश्वविद्यालय स्थित हैं: बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ हाइयर टिबेटियन स्टडीज़ और संपूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय। यहां के निवासी मुख्यतः काशिका भोजपुरी बोलते हैं, जो हिन्दी की ही एक बोली है। वाराणसी को प्रायः 'मंदिरों का शहर', 'भारत की धार्मिक राजधानी', 'भगवान शिव की नगरी', 'दीपों का शहर', 'ज्ञान नगरी' आदि विशेषणों से संबोधित किया जाता है। प्रसिद्ध अमरीकी लेखक मार्क ट्वेन लिखते हैं: "बनारस इतिहास से भी पुरातन है, परंपराओं से पुराना है, किंवदंतियों (लीजेन्ड्स) से भी प्राचीन है और जब इन सबको एकत्र कर दें, तो उस संग्रह से भी दोगुना प्राचीन है।" .
देखें नरेन्द्र मोदी और वाराणसी
वाराणसी लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र
वाराणसी लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का एक लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र है। वर्ष २००९ में हुए आम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के डॉ॰ मुरली मनोहर जोशी तथा 2014 के चुनावों में नरेंद्र मोदी यहां से सांसद चुने गये हैं। वाराणसी जिले में पाँच विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र आते हैं। ये इस प्रकार से हैं.
देखें नरेन्द्र मोदी और वाराणसी लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र
विश्व हिन्दी सम्मेलन
विश्व हिन्दी सम्मेलन हिन्दी भाषा का सबसे बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन है, जिसमें विश्व भर से हिन्दी विद्वान, साहित्यकार, पत्रकार, भाषा विज्ञानी, विषय विशेषज्ञ तथा हिन्दी प्रेमी जुटते हैं। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर हिन्दी के प्रति जागरुकता पैदा करने, समय-समय पर हिन्दी की विकास यात्रा का आकलन करने, लेखक व पाठक दोनों के स्तर पर हिन्दी साहित्य के प्रति सरोकारों को और दृढ़ करने, जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में हिन्दी के प्रयोग को प्रोत्साहन देने तथा हिन्दी के प्रति प्रवासी भारतीयों के भावुकतापूर्ण व महत्त्वपूर्ण रिश्तों को और अधिक गहराई व मान्यता प्रदान करने के उद्देश्य से १९७५ में विश्व हिन्दी सम्मेलनों की शृंखला शुरू हुई। इस बारे में पूर्व प्रधानमन्त्री स्व० श्रीमती इन्दिरा गान्धी ने पहल की थी। पहला विश्व हिन्दी सम्मेलन राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के सहयोग से नागपुर में सम्पन्न हुआ जिसमें प्रसिद्द हिंदी साहित्यकार विनोबा भावे ने अपना विवेक सन्देश भेजा। प्रारंभ में इसका आयोजन हर चौथे वर्ष आयोजित किया जाता था लेकिन अब यह अंतराल घटाकर ३ वर्ष कर दिया गया है। अब तक दस विश्व हिन्दी सम्मेलन हो चुके हैं- मारीशस, नई दिल्ली, पुन: मारीशस, त्रिनिडाड व टोबेगो, लन्दन, सूरीनाम न्यूयार्क और जोहांसबर्ग में। दसवाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन २०१५ में भोपाल में आयोजित हुआ। २०१८ संस्करण का आयोजन मॉरीशस में प्रस्तावित है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और विश्व हिन्दी सम्मेलन
विजय कुमार सिंह
जनरल विजय कुमार सिंह, परम विशिष्ट सेवा मैडल, अति विशिष्ट सेवा मैडल, युद्ध सेवा मैडल, एडीसी (जन्म: 10 मई 1951) भारतीय सेना को २६वें थल-सेनाध्यक्ष थे। वर्तमान में वे गाज़ियाबाद से भाजपा के सांसद है तथा नरेंद्र मोदी नीत सरकार में उत्तर-पूर्वी भारत से संबंधित मामलों के राज्यमंत्री हैं।। जनरल के पद तक पहुँचने वाले वे पहले प्रशिक्षित कमांडो हैं और वे एसे प्रथम भारतीय सेना प्रमुख हैं जो सरकार को न्यायालय तक लेकर गये। .
देखें नरेन्द्र मोदी और विजय कुमार सिंह
विकास स्वरुप
अकेडेमी पुरस्कार (ऑस्कर पुरस्कार) में धूम मचाने वाली फिल्म 'स्लमडॉग मिलियनेयर' के लेखक विकास स्वरूप भारतीय विदेश सेवा के १९८६ बैच के अधिकारी हैं। ब्रिटेन, अमरीका और तुर्की में काम कर चुके विकास स्वरूप वर्तमान में दक्षिण अफ़्रीका में भारतीय उप उच्चायुक्त हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और विकास स्वरुप
वेंकैया नायडू
मुप्पवरपु वेंकैया नायडू (Muppavarapu Venkaiah Naidu, వెంకయ్య నాయుడు, जन्म: 1 जुलाई 1949) वर्तमान भारत के उपराष्ट्रपति हैं। वे 2002 से 2004 तक भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। केंद्र में विभिन्न विभागों के मंत्री पदों को भी सुशोभित कर चुके है। भारत के सत्ताधारी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक संघ (एनडीए) ने 17 जुलाई 2017 को उन्हें भारत के उपराष्ट्रपति पद का प्रत्याशी घोषित किया। 5 अगस्त 2017 को हुए चुनाव में गोपालकृष्ण गाँधी को पराजित करके वे भारत के तेरहवें उपराष्ट्रपति निर्वाचित हुए और 11 अगस्त 2017 को उपराष्ट्रपति बने। .
देखें नरेन्द्र मोदी और वेंकैया नायडू
खादी
खादी या खद्दर भारत में हाँथ से बनने वाले वस्त्रों को कहते हैं। खादी वस्त्र सूती, रेशम, या ऊन हो सकते हैं। इनके लिये बनने वाला सूत चरखे की सहायता से बनाया जाता है। खादी वस्त्रों की विशेषता है कि ये शरीर को गर्मी में ठण्डे और सर्दी में गरम रखते हैं। भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन में खादी का बहुत महत्व रहा। गांधीजी ने १९२० के दशक में गावों को आत्मनिर्भर बनाने के लिये खादी के प्रचार-प्रसार पर बहुत जोर दिया था। .
देखें नरेन्द्र मोदी और खादी
गिर सोमनाथ जिला
गीर सोमनाथ ज़िला भारत में गुजरात राज्य के सौराष्ट्र प्रान्त में स्थित एक ज़िला है। ज़िले का मुख्यालय वेरावल है। गीर का सुविख्यात जंगल और अती प्राचीन सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के नाम से ज़िले का नाम गीर सोमनाथ पड़ा है। अगस्त २०१३ में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सात नये ज़िले कि घोषणा की गई थी। गीर सोमनाथ ज़िला जूनागढ ज़िले से बनाया गया है। गीर का जंगल और सोमनाथ मंदिर के कारण ये विस्तार पूरे भारत में मशहूर है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और गिर सोमनाथ जिला
गंगा नदी
गंगा (गङ्गा; গঙ্গা) भारत की सबसे महत्त्वपूर्ण नदी है। यह भारत और बांग्लादेश में कुल मिलाकर २,५१० किलोमीटर (कि॰मी॰) की दूरी तय करती हुई उत्तराखण्ड में हिमालय से लेकर बंगाल की खाड़ी के सुन्दरवन तक विशाल भू-भाग को सींचती है। देश की प्राकृतिक सम्पदा ही नहीं, जन-जन की भावनात्मक आस्था का आधार भी है। २,०७१ कि॰मी॰ तक भारत तथा उसके बाद बांग्लादेश में अपनी लंबी यात्रा करते हुए यह सहायक नदियों के साथ दस लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के अति विशाल उपजाऊ मैदान की रचना करती है। सामाजिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक और आर्थिक दृष्टि से अत्यन्त महत्त्वपूर्ण गंगा का यह मैदान अपनी घनी जनसंख्या के कारण भी जाना जाता है। १०० फीट (३१ मी॰) की अधिकतम गहराई वाली यह नदी भारत में पवित्र मानी जाती है तथा इसकी उपासना माँ तथा देवी के रूप में की जाती है। भारतीय पुराण और साहित्य में अपने सौन्दर्य और महत्त्व के कारण बार-बार आदर के साथ वंदित गंगा नदी के प्रति विदेशी साहित्य में भी प्रशंसा और भावुकतापूर्ण वर्णन किये गये हैं। इस नदी में मछलियों तथा सर्पों की अनेक प्रजातियाँ तो पायी ही जाती हैं, मीठे पानी वाले दुर्लभ डॉलफिन भी पाये जाते हैं। यह कृषि, पर्यटन, साहसिक खेलों तथा उद्योगों के विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान देती है तथा अपने तट पर बसे शहरों की जलापूर्ति भी करती है। इसके तट पर विकसित धार्मिक स्थल और तीर्थ भारतीय सामाजिक व्यवस्था के विशेष अंग हैं। इसके ऊपर बने पुल, बांध और नदी परियोजनाएँ भारत की बिजली, पानी और कृषि से सम्बन्धित ज़रूरतों को पूरा करती हैं। वैज्ञानिक मानते हैं कि इस नदी के जल में बैक्टीरियोफेज नामक विषाणु होते हैं, जो जीवाणुओं व अन्य हानिकारक सूक्ष्मजीवों को जीवित नहीं रहने देते हैं। गंगा की इस अनुपम शुद्धीकरण क्षमता तथा सामाजिक श्रद्धा के बावजूद इसको प्रदूषित होने से रोका नहीं जा सका है। फिर भी इसके प्रयत्न जारी हैं और सफ़ाई की अनेक परियोजनाओं के क्रम में नवम्बर,२००८ में भारत सरकार द्वारा इसे भारत की राष्ट्रीय नदी तथा इलाहाबाद और हल्दिया के बीच (१६०० किलोमीटर) गंगा नदी जलमार्ग को राष्ट्रीय जलमार्ग घोषित किया है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और गंगा नदी
गंगा प्रदूषण नियंत्रण
गंगा नदी में होने वाला प्रदूषण पिछले कई सालों से भारतीय सरकार और जनता के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। इस नदी उत्तर भारत की सभ्यता और संस्कृति की सबसे मजबूत आधार है। उत्तर भारत के लगभग सभी प्रमुख शहर और उद्योग करोड़ों लोगों की श्रद्धा की आधार गंगा और उसकी सहायक नदियों के किनारे हैं और यही उसके लिए सबसे बड़ा अभिशाप साबित हो रहे हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और गंगा प्रदूषण नियंत्रण
गुजरात विधानसभा चुनाव, 2017
गुजरात विधानसभा चुनाव, 2017 9 तथा 14 दिसम्बर 2017 को दो चरणों में सम्पन्न होंगे। सबसे अधिक सीटें जीतने वाला दल या गठबंधन का नेता ही गुजरात राज्य का अगला मुख्यमन्त्री होगा। .
देखें नरेन्द्र मोदी और गुजरात विधानसभा चुनाव, 2017
गुजरात विश्वविद्यालय
गुजरात विश्वविद्यालय राज्यव्यापी संस्थान है जिससे भारत के गुजरात राज्य के कई प्रतिष्ठित कॉलेज सम्बद्ध (affiliated) हैं। इसे राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं मान्यता परिषद (एनएएसी) (National Assessment and Accreditation Council (NAAC)) द्वारा बी++ रैंकिंग दी गई है। यह भारत के सबसे श्रेष्ठ और बहुमुखी उच्च शिक्षा संस्थानों में से एक है। इसके अलावा, यह अपने कैंपस (परिसर) के 2,24,000 से अधिक छात्रों और विभिन्न संबद्ध कॉलेजों के साथ उपमहाद्वीप की सबसे बड़ी विश्वविद्यालय प्रणालियों में से एक है। यह विशेष रूप से अपनी चिकित्सा, इंजीनियरिंग व टैक्नोलॉजी, फार्मेसी, वाणिज्य और प्रबंधन कॉलेजों के लिए प्रसिद्ध है। विश्वविद्यालय पोर्ट मैनेजमैंट, नैनो प्रौद्योगिकी, टिशु कल्चर में क्षेत्रीय/विशेष कार्यक्रम चलाता है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और गुजरात विश्वविद्यालय
गुजरात के मुख्यमंत्रियों की सूची
गुजरात के मुख्यमंत्रियों की क्रमवार सूची ** resumed office श्रेणी:गुजरात की राजनीति श्रेणी:गुजरात श्रेणी:मुख्यमंत्री श्रेणी:भारतीय राज्यों के मुख्यमंत्रियों की सूचियाँ.
देखें नरेन्द्र मोदी और गुजरात के मुख्यमंत्रियों की सूची
गुजरात के ज़िले
गुजरात के ज़िले। भारत के गुजरात राज्य में ३३ ज़िले है। Dave, Kapil (૭ ઓક્ટોબર ૨૦૧૨).
देखें नरेन्द्र मोदी और गुजरात के ज़िले
गुजराती भाषा
गुजराती भारत की एक भाषा है जो गुजरात राज्य, दीव और मुंबई में बोली जाती है। गुजराती साहित्य भारतीय भाषाओं के सबसे अधिक समृद्ध साहित्य में से है। भारत की दूसरी भाषाओं की तरह गुजराती भाषा का जन्म संस्कृत भाषा से हुआ है। वहीं इसके कई शब्द ब्रजभाषा के हैं ऐसा भी माना जाता है की इसका जन्म ब्रजभाषा में से भी हुआ अर्थात संस्कृत और ब्रजभाषा के मिले जुले शब्दों से गुजरातीे भाषा का जन्म हुआ। दूसरे राज्य एवं विदेशों में भी गुजराती बोलने वाले लोग निवास करते हैं। जिन में पाकिस्तान, अमेरिका, यु.के., केन्या, सिंगापुर, अफ्रिका, ऑस्ट्रेलीया मुख्य है। भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की मातृभाषा गुजराती थी। गुजराती बोलने वाले भारत के दूसरे महानुभावों में पाकिस्तान के राष्ट्रपिता मुहम्मद अली जिन्ना, महर्षि दयानंद सरस्वती, मोरारजी देसाई, नरेन्द्र मोदी, धीरु भाई अंबानी भी सम्मिलित है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और गुजराती भाषा
गोरक्षकों द्वारा हिंसा
भारत में गोरक्षकों द्वारा गुंडागर्दी एक ज्वलंत सामजिक समस्या है | पिछले कुछ वर्षों में गोरक्षकों ने कई निर्दोष लोगों की हत्या कर दी है | २०१६ में गोरक्षकों द्वारा निर्दोष दलितों की पिटाई के बाद माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने गोराक्षसों द्वारा हिंसा की आलोचना की | परन्तु इसके बाद भी गोरक्षकों ने अपने उपद्रव को जारी रखा | .
देखें नरेन्द्र मोदी और गोरक्षकों द्वारा हिंसा
आचार्यकुलम
आचार्यकुलम गुरुकुल पद्धति पर आधारित गुरुकुल शिक्षा के साथ-साथ आधुनिक शिक्षा पद्धति का एक आवासीय शैक्षणिक संस्थान है, जो भारत देश के उत्तराखंड राज्य के हरिद्वार में स्थित है। इसका उद्घाटन 26 अप्रैल 2014 को गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा हुआ। यह संस्थान भारतीय योग-गुरु स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण द्वारा संयुक्त रूप से संचालित है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और आचार्यकुलम
आदियोगी शिव प्रतिमा
आदियोगी शिव प्रतिमा, शंकर की ११२ फ़ीट की ऊँची प्रतिमा है जो कोयम्बटूर में वर्ष २०१७ में स्थापित की गयी थी। इसकी अभिकल्पना (डिजाइन) सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने की है। सद्गुरु का विचार है कि यह प्रतिमा योग के प्रति लोगों में प्रेरणा जगाने के लिये हैं, इसीलिये इसका नाम 'आदियोगी' (.
देखें नरेन्द्र मोदी और आदियोगी शिव प्रतिमा
आनंदीबेन पटेल
आनंदीबेन पटेल (આનંદીબેન પટેલ; जन्म: 21 नवम्बर 1941) एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जो मध्य प्रदेश की राज्यपाल तथा गुजरात की पहली महिला मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। वे 1998 से गुजरात की विधायक हैं। वे 1987 से भारतीय जनता पार्टी से जुड़ी हैं और गुजरात सरकार में सड़क और भवन निर्माण, राजस्व, शहरी विकास और शहरी आवास, आपदा प्रबंधन और वित्त आदि महत्वपूर्ण विभागों की काबीना मंत्री का दायित्व निभा चुकी हैं। दि इंडियन एक्सप्रेस के द्वारा वर्ष-2014 के शीर्ष 100 प्रभावशाली भारतीयों में उन्हें सूचीबद्ध किया गया है। वे गुजरात की राजनीति में "लौह महिला" के रूप में जानी जाती हैं।जनवरी2017 में वे मध्यप्रदेश की राज्यपाल नियुक्त हुई। .
देखें नरेन्द्र मोदी और आनंदीबेन पटेल
आयुष्मान भारत
आयुष्मान भारत योजना या मोदीकेयर, भारत सरकार की एक प्रस्तावित योजना हैं, जिसे १ अप्रैल, २०१८ को पूरे भारत मे लागू किया गया था। २०१८ के बजट सत्र में वित्त मंत्री अरूण जेटली ने इस योजना की घोषणा की। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों (बीपीएल धारक) को स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराना है। इसके अन्तर्गत आने वाले प्रत्येक परिवार को 5 लाख तक का कैशरहित स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जायेगा। १० करोड़ बीपीएल धारक इस योजना प्रत्यक्ष लाभ उठा सकेगें। इसके अलावा बाकी बची आबादी को भी इस योजना के अन्तर्गत लाने की योजना है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और आयुष्मान भारत
आरएलवी टेक्नोलॉजी डेमोंस्ट्रेशन प्रोग्राम
पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान-प्रौद्योगिकी प्रदर्शन कार्यक्रम, रीयूज़ेबल लांच व्हीकल टेक्नोलॉजी डेमोंसट्रेटर प्रोग्राम, या RLV-TD, भारत का प्रौद्योगिकी प्रदर्शन मिशन है जो टू स्टेज टू ऑर्बिट (TSTO) को समझने व पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण वाहन की दिशा में पहले कदम के रूप में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा नियोजित प्रौद्योगिकी प्रदर्शन (टेक्नोलॉजी डीमॉन्सट्रेशन) की एक श्रृंखला है। इस प्रयोजन के लिए, एक पंख युक्त पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी प्रदर्शक (RLV-TD) बनाया गया। RLV-TD संचालित क्रूज उड़ान, हाइपरसॉनिक उड़ान, और स्वायत्त (ऑटोनॉमस) लैंडिंग, वायु श्वसन प्रणोदन (एयर ब्रीदिंग प्रपलशन) जैसे विभिन्न प्रौद्योगिकियों का मूल्यांकन करने के रूप में कार्य करेगा। इन प्रौद्योगिकियों के प्रयोग से लांच लागत में काफी कमी आएगी। वर्तमान में ऐसे स्पेस शटल बनाने वाले देशों में सिर्फ़ अमेरिका, रूस, फ्रांस और जापान हैं। चीन ने इस प्रकार का कोई प्रयास नहीं किया है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और आरएलवी टेक्नोलॉजी डेमोंस्ट्रेशन प्रोग्राम
आई एन एस अरिहंत
भारतीय नौसेना पोत (आई एन एस) अरिहंत (अरि: शत्रु हंतः मारना अर्थात शत्रु को मारने वाला) परमाणु शक्ति चालित भारत की प्रथम पनडुब्बी है। इस 6000 टन के पोत का निर्माण उन्नत प्रौद्योगिकी पोत (ATV) परियोजना के अंतर्गत पोत निर्माण केंद्र विशाखापत्तनम में 2.9 अरब अमेरिका डॉलर की लागत से किया गया है। इसको बनाने के बाद भारत वह छठा देश बन गया जिनके पास इस तरह की पनडुब्बियां है। अन्य पाँच देश हैं, अमेरिका (71), रूस (50), चीन (7), ब्रिटेन (6) और फ्रांस (5) (कोष्ठक में पनडुब्बियों की संख्या दी गई है)। अरिहंत का प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनकी पत्नी गुरशरण कौर द्वारा 26 जुलाई 2009 को जलावतरण किया गया यह दिन इसलिए भी चुना गया क्योंकि यह कारगिल युद्ध में विजय की सालगिरह भी थी और इस दिन को कारगिल विजय दिवस या विजय दिवस)http://www.dnaindia.com/india/report_india-reaches-milestone-with-launch-of-n-powered-submarine_1277227 रूप में मनाया जाता है। भारतीय नौसेना के बेड़े में 2011 में शामिल होने से पहले अरिहंत को गहन बंदरगाह और समुद्री परीक्षणों से गुजरना पड़ेगा। .
देखें नरेन्द्र मोदी और आई एन एस अरिहंत
आईएनएस कोलकाता
आईएनएस कोलकाता - डी-63, भारत में अब तक तैयार किया गया सर्वाधिक ताकतवर युद्धपोत माना जाता है। भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 16-अगस्त, 2014 को मुंबई स्थित नौसेना गोदी में ‘आईएनएस कोलकाता’ भारतीय नौसेना को सौंपा। इसमें लगी ज्यादातर प्रणालियां स्वदेश निर्मित हैं जिनमें सीएमएस, एसीएस, एपीएमएस, फोल्डेबल हैंगर डोर, हेलो ट्रैवर्सिंग सिस्टम और एचयूएमएसए एनर्जी प्रणाली प्रमुख हैं। आईएनएस कोलकाता की एक अन्य खासियत है कि यह नाविकगण के लिए अत्यंत आरामदेह है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और आईएनएस कोलकाता
आईआरएनएसएस-1जी
आईआरएनएसएस-1जी 1ए, 1बी, 1सी, 1डी,1ई, व 1एफ़ के बाद सातवाँ भारतीय नौवहन (नेविगेशन) उपग्रह है। यह उपग्रह आईआरएनएसएस सीरीज़ का सातवाँ और आखरी उपग्रह था परन्तु 1ए उपग्रह की परमाणु घड़ी ख़राब होने के बाद आईआरएनएसएस-1एच को आठवे उपग्रह के तौर पर लॉन्च किया गया। यह उपग्रह भारतीय क्षेत्र में नेविगेशन सेवायें प्रदान करेगा। .
देखें नरेन्द्र मोदी और आईआरएनएसएस-1जी
इण्डिया हाउस
इंडिया हाउस हाइगेट लन्दन इण्डिया हाउस १९०५ से १९१० के दौरान लन्दन में स्थित एक अनौपचारिक भारतीय राष्ट्रवादी संस्था थी। इसकी स्थापना ब्रिटेन के भारतीय छात्रों में राष्ट्रवादी विचारों का प्रचार करने हेतु श्यामजी कृष्ण वर्मा के संरक्षण में हाइगेट, उत्तरी लन्दन के एक छात्र निवास में की गयी थी। .
देखें नरेन्द्र मोदी और इण्डिया हाउस
इन्दौर
इन्दौर (अंग्रेजी:Indore) जनसंख्या की दृष्टि से भारत के मध्य प्रदेश राज्य का सबसे बड़ा शहर है। यह इन्दौर ज़िला और इंदौर संभाग दोनों के मुख्यालय के रूप में कार्य करता है। इंदौर मध्य प्रदेश राज्य की वाणिज्यिक राजधानी भी है। यह राज्य के शिक्षा हब के रूप में माना जाता है। इंदौर भारत का एकमात्र शहर है, जहाँ भारतीय प्रबन्धन संस्थान (IIM इंदौर) व भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT इंदौर) दोनों स्थापित हैं। मालवा पठार के दक्षिणी छोर पर स्थित इंदौर शहर, राज्य की राजधानी से १९० किमी पश्चिम में स्थित है। भारत की जनगणना,२०११ के अनुसार २१६७४४७ की आबादी सिर्फ ५३० वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में वितरित है। यह मध्यप्रदेश में सबसे अधिक घनी आबादी वाले प्रमुख शहर है। यह भारत में के तहत आता है। इंदौर मेट्रोपोलिटन एरिया (शहर व आसपास के इलाके) की आबादी राज्य में २१ लाख लोगों के साथ सबसे बड़ी है। इंदौर अपने स्थापना के इतिहास में १६वीं सदी क डेक्कन (दक्षिण) और दिल्ली के बीच एक व्यापारिक केंद्र के रूप में अपने निशान पाता है। मराठा पेशवा बाजीराव प्रथम के मालवा पर पूर्ण नियंत्रण ग्रहण करने के पश्चात, १८ मई १७२४ को इंदौर मराठा साम्राज्य में सम्मिलित हो गया था। और मल्हारराव होलकर को वहाँ का सुबेदार बनाया गया। जो आगे चल कर होलकर राजवंश की स्थापना की। ब्रिटिश राज के दिनों में, इन्दौर रियासत एक १९ गन सेल्यूट (स्थानीय स्तर पर २१) रियासत था जो की उस समय (एक दुर्लभ उच्च रैंक) थी। अंग्रेजी काल के दौरान में भी यह होलकर राजवंश द्वारा शासित रहा। भारत के स्वतंत्र होने के कुछ समय बाद यह भारत अधिराज्य में विलय कर दिया गया। इंदौर के रूप में सेवा की राजधानी मध्य भारत १९५० से १९५६ तक। इंदौर एक वित्तीय जिले के समान, मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी के रूप में कार्य करता है। और भारत का तीसरा सबसे पुराने शेयर बाजार, मध्यप्रदेश स्टॉक एक्सचेंज इंदौर में स्थित है। यहाँ का अचल संपत्ति (रीयल एस्टेट) बज़ार, मध्य भारत में सबसे महंगा है। यह एक औद्योगिक शहर है। यहाँ लगभग ५,००० से अधिक छोटे-बडे उद्योग हैं। यह सारे मध्य प्रदेश में सबसे अधिक वित्त पैदा करता है। पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में ४०० से अधिक उद्योग हैं और इनमे १०० से अधिक अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के उद्योग हैं। पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र के प्रमुख उद्योग व्यावसायिक वाहन बनाने वाले व उनसे सम्बन्धित उद्योग हैं। व्यावसायिक क्षेत्र में मध्य प्रदेश की प्रमुख वितरण केन्द्र और व्यापार मंडीयाँ है। यहाँ मालवा क्षेत्र के किसान अपने उत्पादन को बेचने और औद्योगिक वर्ग से मिलने आते है। यहाँ के आस पास की ज़मीन कृषि-उत्पादन के लिये उत्तम है और इंदौर मध्य-भारत का गेहूँ, मूंगफली और सोयाबीन का प्रमुख उत्पादक है। यह शहर, आस-पास के शहरों के लिए प्रमुख खरीददारी का केन्द्र भी है। इन्दौर अपने नमकीनों व खान-पान के लिये भी जाना जाता है। प्र.म.
देखें नरेन्द्र मोदी और इन्दौर
इमरान खान (वेब विकासक)
इमरान खान अलवर, राजस्थान से एक भारतीय वेब विकासक है। वह संस्कृत शिक्षा विभाग में गणित के शिक्षक है, और एक आत्म-शिक्षित कंप्यूटर प्रोग्रामर है। उन्होंने बावन शैक्षिक मोबाइल अनुप्रयोगों और सौ से अधिक वेबसाइट विकसित किये है। वह नवंबर २०१५ में वेम्बली स्टेडियम, लंदन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उनके भाषण में उल्लेखित होने के बाद प्रसिद्ध हुए। मोदी ने कहा, "मेरा भारत अलवर के इमरान खान में है।" .
देखें नरेन्द्र मोदी और इमरान खान (वेब विकासक)
इंदौर-पटना एक्सप्रेस ट्रेन हादसा
20 नवम्बर 2016 को कानपुर से 100 किलोमीटर दूर पुखरायां में रविवार तड़के क़रीब तीन बजे पटना-इंदौर एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतरने के कारण यह बड़ा हादसा हुआ। ये ट्रेन इंदौर से पटना जा रही थी। - बीबीसी - 20 नवम्बर 2016 हादसे में 153 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है। वहीं 250 से ज्यादा के घायल होने की भी खबर है। - अमर उजाला - 20 नवम्बर 2016 .
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कमला बेनीवाल
कमला बेनीवाल (जन्म: 12 जनवरी 1927) मिज़ोरम की वर्तमान राज्यपाल हैं। ये त्रिपुरा और गुजरात की पूर्व राज्यपाल रह चुकी हैं और भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस की सबसे वरिष्ठ राजनेता हैं। ये लंबे समय तक राजस्थान कांग्रेस राज्य सरकार में कई महत्वपूर्ण मंत्री पद संभाल चुकी हैं। .
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किरेन रिजीजू
किरेन रिजीजू (जन्म 19 नवम्बर 1971) भारतीय जनता पार्टी के सचिव एवं भारत के गृह राज्य मंत्री हैं। वे सोलहवीं लोक सभा में अरुणाचल पश्चिम से सांसद चुने गए। उन्होंने यहाँ पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वर्तमान सांसद तकाम संजय को 41,738 मतों से हराया। इससे पहले उन्होंने चौदहवीं लोक सभा में भी इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। .
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क्रान्ति-तीर्थ
हाईगेट लन्दन का इण्डिया हाउस, जिसकी अनुकृति बनाकर क्रान्ति तीर्थ में रखी गयी है। क्रान्ति-तीर्थ गुजरात का एक सुप्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह कच्छ के माण्डवी जिले में माण्डवी नगर से 3 किलोमीटर दूर माण्डवी धारबुदी मार्ग पर स्थित है। श्यामजी कृष्ण वर्मा द्वारा यूनाइटेड किंगडम में बीसवी शताब्दी के प्रारम्भ में स्थापित हाईगेट लन्दन के ऐतिहासिक इण्डिया हाउस की अनुकृति इस पर्यटन स्थल में विशेष रूप से दर्शनीय है। गुजरात के मुख्यमन्त्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 13 दिसम्बर 2010 को राष्ट्र को समर्पित इस क्रान्ति-तीर्थ को देखने दूर-दूर से पर्यटक गुजरात आते हैं। गुजरात सरकार का पर्यटन विभाग इसकी देखरेख करता है। .
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कृष्ण पाल गुर्जर
कृष्ण पाल गुर्जर भारत की सोलहवीं लोक सभा के सांसद हैं तथा केंद्रीय मंत्रिमण्डल में वे सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, शिपिंग राज्य मंत्री थे परन्तु इसके उपरांत इन्हें भारत सरकार के मंत्रिमंडल में सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण मंत्रालय, भारत सरकार को संभालने का दायित्व निभा रहे हैं । २०१४ के चुनावों में वे हरियाणा के फरीदाबाद से निर्वाचित हुए। वे भारतीय जनता पार्टी से संबद्ध हैं। .
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कृष्णा राज
कृष्णा राज भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं। 2014 के चुनावों में इन्होंने उत्तर प्रदेश की शाहजहाँपुर सीट से भारतीय जनता पार्टी की ओर से भाग लिया। .
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कैथल
कैथल हरियाणा प्रान्त का एक महाभारत कालीन ऐतिहासिक शहर है। इसकी सीमा करनाल, कुरुक्षेत्र, जीन्द और पंजाब के पटियाला जिले से मिली हुई है। पुराणों के अनुसार इसकी स्थापना युधिष्ठिर ने की थी। इसे वानर राज हनुमान का जन्म स्थान भी माना जाता है। इसीलिए पहले इसे कपिस्थल के नाम से जाना जाता था। आधुनिक कैथल पहले करनाल जिले का भाग था। लेकिन 1973 ई.
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कैप्टन अभिमन्यु
कैप्टन अभिमन्यु (अभिमन्यु सिंह सिन्धु, जन्म 18 दिसंबर 1967) हरियाणा में पहली बार बनी भाजपा सरकार में वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री हैं और इनके पास वित्त, राजस्व, आबकारी एवं कराधान जैसे 8 अहम् विभागों की जिम्मेदारी है। कैप्टन अभिमन्यु भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुके हैं। संगठनात्मक गतिविधियों का संचालन करने के वृहद अनुभव और जमीन से जुड़े मुद्दों और हिन्दी भाषी क्षेत्रों की कृषि आधारित आर्थिक स्थिति के बारे में गहरी समझ को देखते हुए उन्हें 2014 के लोकसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश और पंजाब में भाजपा का सह-प्रभारी बनाया गया था। वह नरेन्द्र मोदी की 2014 आम चुनाव प्रचार टीम के एक विश्वासपात्र सिपाही रहे हैं। .
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केशुभाई पटेल
केशुभाई पटेल (કેશુભાઇ પટેલ; जन्म: १९२८) मार्च 1995 से अक्टूबर 1995 तक भारत के गुजरात राज्य के मुख्यमंत्री रहे थे। वे राज्य में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारीयों मे से एक थे, परंतु अगस्त २०१२ में उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया और तत्पश्चात् २०१२ गुजरात विधानसभा के चुनावों में भाग लेने हेतु एक नए राजनैतिक दल "गुजरात परिवर्तन पार्टी" की शुरुआत की। वह 1980 के दशक से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सदस्य हैं। उन्होंने पहले 2012 में बीजेपी छोड़ी और गुजरात परिवर्तन पार्टी का गठन किया, जिसका बाद में भारतीय जनता पार्टी के साथ विलय कर दिया। वह 2012 के विधानसभा चुनाव में विसावदर से चुने गए थे परन्तु बाद में अस्वस्थ होने के कारण 2014 में इस्तीफा दे दिया था। .
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केंद्रीय आयुध भंडार
केंद्रीय आयुध भंडार महाराष्ट्र के वर्धा जिल के पुलगांव में स्थित भारतीय सेना का सबसे बड़ा आयुध भंडार है जो कि लगभग 7,000-10,000 एकड़ में फैला है। इसकी गिनती एशिया के सबसे बड़े आयुध भंडारों में होती है। भारतीय सेना के कुल 12 आयुध भंडार हैं, जिनमें 11 फील्ड आयुध भंडार तथा एक केंद्रीय आयुध भंडार हैं। केंद्रीय आयुध भंडार नागपुर से 115 किलोमीटर दूर पुलगांव में स्थित है जिसमें सेना के सभी हथियारों व गोल बारूद का भंडारण किया जाता है। नागपुर से पुलगांव 1 घंटे की दूरी पर है। देश की विभिन्न आयुध फैक्ट्रियों में बनने वाले हथियार पहले केंद्रीय भंडार में लाए जाते हैं जहां से उन्हें अग्रिम ठिकानों पर भेजा जाता है। इस भंडार में बमों, हथगोलों, गोलों, रायफलों, मिसाइलों और अन्य विस्फोटक सामग्री का विशाल भंडार है। अपनी निर्धारित अवधि पार कर चुके हथियारों को नष्ट करने का काम भी इसी आयुध भंडार द्वारा किया जाता है। ब्रह्मोस मिसाइल, एके 47 भी इस आयुध भंडार में रखे जाते हैं। .
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कोच्चि
कोच्चि, जिसे कोचीन भी कहा जाता था, लक्षद्वीप सागर के दक्षिण-पश्चिम तटरेखा पर स्थित एक बड़ा बंदरगाह शहर है, जो भारतीय राज्य केरल के एर्नाकुलम जिले का एक भाग है। कोच्चि को काफ़ी समय से प्रायः एर्नाकुलम भी कहा जाता है, जिसका अर्थ नगर का मुख्यभूमि भाग इंगित करता है। कोच्चि नगर निगम के अधीनस्थ (जनसंख्या ६,०१,५७४) ये राज्य का दूसरा सर्वाधिक जनसंख्या वाला शहर है। ये कोच्चि महानगरीय क्षेत्र के विस्तार सहित (जनसंख्या २१ लाख) केरल राज्य का सबसे बड़ा शहरी आबादी क्षेत्र है। कोच्चि नगर ग्रेटर कोच्चि क्षेत्र का ही एक भाग है, और इसे भारत सरकार द्वारा द्वितीय दर्जे वाला शहर वर्गीकृत किया गया है। नगर की देख-रेख व अनुरक्षण दायित्त्व १९६७ में स्थापित हुआ कोच्चि नगर निगम देखता है। इसके अलावा पूरे क्षेत्र के सर्वांगीण विकास का भार ग्रेटर कोचीन डवलपमेंट अथॉरिटी (GCDA) एवं गोश्री आईलैण्ड डवलपमेंट अथॉरिटी (GIDA) पर है। कोच्चि १४वीं शताब्दी से ही भारत की पश्चिमी तटरेखा का मसालों का व्यापार केन्द्र रहा है और इसे अरब सागर की रानी के नाम से जाना जाता था। १५०३ में यहां पुर्तगालियों का आधिपत्य हुआ और यह उपनिवेशीय भारत की प्रथम यूरोपीय कालोनी बना और १५३० में गोवा के चुने जाने तक ये पुर्तगालियों का यहां का प्रधान शक्ति केन्द्र रहा था।क्कालांतर में कोच्चि राज्य के रजवाड़े में परिवर्तित होने के क्साथ ही ये डच एवं ब्रिटिश के नियन्त्रण में आ गया। आज केरल में कुल अन्तर्देशीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटकों के आगमन संख्या में प्रथम स्थान बनाये हुए है। नीलसन कम्पनी के आउटलुक ट्रैवलर पत्रिका के लिये किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार कोच्चि आज भी भारत के सर्वश्रेष्ठ पर्यटक आकर्षणों में छठवें स्थान पर बना हुआ है। मैकिन्से ग्लोबल संस्थान द्वारा किये गए एक शोध के अनुसार, कोच्चि २०२५ तक के विश्व के सकल घरेलु उत्पाद में ५०% योगदान देने वाले ४४० उभरते हुए शहरों में से एक था। भारतीय नौसेना के दक्षिणी नौसैनिक कमान का केन्द्र तथा भारतीय तटरक्षक का राज्य मुख्यालय भी इसी शहर में स्थित है, जिसमें एयर स्क्वैड्रन ७४७ नाम की एक वायु टुकड़ी भी जुड़ी है। नगर के वाणिज्यिक सागरीय गतिविधियों से सम्बन्धित सुविधाओं में कोच्चि बंदरगाह, अन्तर्राष्ट्रीय कण्टेनर ट्रांस्शिपमेण्ट टर्मिनल, कोचीन शिपयार्ड, कोच्चि रिफ़ाइनरीज़ का अपतटीय (ऑफ़शोर) सिंगल बॉय मूरिंग (एस.पी.एम), एवं कोच्चि मैरीना भी हैं। कोच्चि में ही कोचीन विनिमय एक्स्चेंज, इंटरनेशनल पॅपर एक्स्चेंज भी स्थित हैं, तथा हिन्दुस्तान मशीन टूल्स (एच.एम.टी), सायबर सिटी, एवं किन्फ़्रा हाई-टेक पाक एवं बड़ी रासायनिक निर्माणियां जैसे फ़र्टिलाइज़र्स एण्ड कैमिकल्स त्रावणकौर (फ़ैक्ट), त्रावणकौर कोचीन कैमिकल्स (टीसीसी), इण्डियन रेयर अर्थ्स लिमिटेड (आई.आर.ई.एल), हिन्दुस्तान ऑर्गैनिक कैमिकल्स लिमिटेड (एच.ओ.सी.एल) कोच्चि रिफ़ाइनरीज़ के साथ साथ ही कई विद्युत कंपनियां जैसे टी.ई.एल.के एवं औद्योगिक पार्क भी बने हैं जिनमें कोचीन एपेशल इकॉनोमिक ज़ोन एवं इन्फ़ोपार्क कोच्चि प्रमुख हैं। कोच्चि में ही प्रमुख राज्य न्यायपीठ केरल एवं लक्षद्वीप उच्च न्यायालय एवं कोचीन युनिवर्सिटी ऑफ़ साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी भी स्थापित हैं। इसी नगर में केरल का नेशनल लॉ स्कूल, नेशनल युनिवर्सिटी ऑफ़ एडवांस्ड लीगल स्टडीज़ को भी स्थान मिला है। .
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अच्छे दिन आने वाले हैं
अच्छे दिन आने वाले हैं भारतीय जनता पार्टी द्वारा २०१४ के लोकसभा चुनावों के दौरान प्रचारित किया गया एक नारा है जो पूरे भारत में बहुत अधिक लोकप्रिय हुआ। प्रवासी भारतीय दिवस के परिचर्चा सत्र को सम्बोधित करते हुए भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने प्रवासी भारतीयों से चुनावी प्रक्रिया और देश में हो रही क्रान्ति में हिस्सा लेने को कहा था। मोदी ने काँग्रेस प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह द्वारा की गयी टिप्पणी पर चुटकी लेते हुए कहा हमारे प्रधानमन्त्री जी ने कल ही कहा कि निराश होने की जरूरत नहीं, अच्छे दिन जल्द आने वाले हैं। मोदी का संकेत लोकसभा चुनाव के बाद केन्द्र में भाजपा के नेतृत्व में बनने वाली अपनी सरकार की ओर था। नरेन्द्र मोदी ने चुनाव के पहले चरण में जनता माफ नहीं करेगी नारे के साथ लोगों की समस्याओं पर ध्यान केन्द्रित किया और अगले चरण में समस्याओं को सुलझाने के लिये ‘'अच्छे दिन आने वाले हैं'’ जैसा क्रान्तिकारी नारा देकर भारतीय राजनीति में इतिहास रच दिया। .
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अनिल माधव दवे
अनिल माधव दवे (६ जुलाई, १९५६ - १८ मई, २०१७) मध्य प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सदस्य तथा भारत सरकार में पर्यावरण, वन तथा जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री थे। इनका जन्म उज्जैन (बड़नगर) में हुआ था। इनके पिता माधव दवे थे और माता पुष्पा देवी थी। .
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अनंत कुमार
अनंत कुमार भारतीय जनता पार्टी से संबंधित भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वे २००९ में हुए आमचुनाव में कर्नाटक के बैंगलुरू दक्षिण चुनाव क्षेत्र से १५ वीं लोकसभा के लिए सदस्य निर्वाचित हुए हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और अनंत कुमार
अप्रैल 2015 नेपाल भूकम्प
2015 नेपाल भूकम्प क्षणिक परिमाण परिमाप पर 7.8 या 8.1 तीव्रता का भूकम्प था जो 25 अप्रैल 2015 सुबह 11:56 स्थानीय समय में घटित हुआ था। भूकम्प का अधिकेन्द्र लामजुंग, नेपाल से 38 कि॰मी॰ दूर था। भूकम्प के अधिकेन्द्र की गहराई लगभग 15 कि॰मी॰ नीचे थी। बचाव और राहत कार्य जारी हैं। भूकंप में कई महत्वपूर्ण प्राचीन ऐतिहासिक मंदिर व अन्य इमारतें भी नष्ट हुईं हैं। 1934 के बाद पहली बार नेपाल में इतना प्रचंड तीव्रता वाला भूकम्प आया है जिससे 8000 से अधिक मौते हुई हैं और 2000 से अधिक घायल हुए हैं। भूकंप के झटके चीन, भारत, बांग्लादेश और पाकिस्तान में भी महसूस किये गये। नेपाल के साथ-साथ चीन, भारत और बांग्लादेश में भी लगभग 250 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। भूकम्प की वजह से एवरेस्ट पर्वत पर हिमस्खलन आ गया जिससे 17 पर्वतारोहियों के मृत्यु हो गई। काठमांडू घाटी में यूनेस्को विश्व धरोहर समेत कई प्राचीन एतिहासिक इमारतों को नुकसान पहुचाँ है। 18वीं सदी में निर्मित धरहरा मीनार पूरी तरह से नष्ट हो गयी, अकेले इस मीनार के मलबे से 200 से ज्यादा शव निकाले गये। भूकम्प के बाद के झटके 12 मई 2015 तक भारत, नेपाल, चीन, अफगानिस्तान, पाकिस्तान व पडोसी देशों में महसूस किये जाते रहे। .
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अमित शाह
अमित शाह (जन्म: 22 अक्टूबर 1964) एक भारतीय राजनेता और भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष हैं। उन्हें दोबारा भारतीय जनता पार्टी का अध्यक्ष चुना गया है। वे भारत के गुजरात राज्य के गृहमंत्री तथा भारतीय जनता पार्टी के महासचिव रह चुके हैं। इन्हें कुछ लोग भारतीय जनता पार्टी के चाणक्य के नाम से भी पुकारते हैं। वे संसद के वरिष्ठ सभागृह राज्यसभा के सदस्य है। .
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अमीर अमानुल्ला खान अवॉर्ड
अमीर अमानुल्ला खान अवॉर्ड अफगानिस्तान का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है। 2016 में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस अवॉर्ड से सम्मानित किया। .
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अरवल्ली जिला
अरवल्ली जिला (અરવલ્લી જિલ્લો) भरत देश में गुजरात राज्य के ३३ जिले में से एक महत्वपूर्ण जिला है। जिले का मुख्यालय मोडासा है। अरवल्ली की पहाड़ी श्रृंखला से जिले का नाम अरवल्ली पड़ा है। १५ अगस्त २०१३ को गुजरात के तत्कालिन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साबरकांठा जिले का विभाजन करके नये अरवल्ली जिले की घोषणा की थी। .
देखें नरेन्द्र मोदी और अरवल्ली जिला
अरुण जेटली
अरुण जेटली (जन्म: 28 जनवरी 1952 नई दिल्ली) भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेता हैं। वे वर्तमान समय में भारत के वित्त मंत्री हैं। वे राजग(राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के शासन में केंद्रीय न्याय मन्त्री के साथ-साथ कई बड़े पद पर आसीन थे। .
देखें नरेन्द्र मोदी और अरुण जेटली
अर्जुन राम मेघवाल
अर्जुन राम मेघवाल (जन्म: 7 दिसम्बर 1954) एक भारतीय राजनेता हैं। वर्तमान में वे केन्द्रीय जल संसाधन, गंगा विकास, संसदीय कार्य मंत्री तथा पूर्व केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री है, वे बीकानेर लोकसभा क्षेत्र से सांसद है। वे भारतीय जनता पार्टी के नेता है। वो १६वीं लोक सभा के बीकानेर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और अर्जुन राम मेघवाल
अल्फोन्स कन्ननथनम
अल्फोन्स कन्ननथनम भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी तथा एक भारतीय राजनेता हैं। वह भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1979 बैच के केरल कैडर के अधिकारी हैं। वे टाइम मैगज़ीन के शीर्ष 100 युवा वैश्विक नेताओं में स्थान पा चुके हैं। इनका जन्म भारतीय राज्य केरल के कोट्टायम जिले में 8 अगस्त 1953 को हुआ था। वे केरल विधानसभा के कन्जिरापल्ली विधानसभा क्षेत्र से 2006 से 2011 के दौरान निर्दलीय सदस्य रह चुके हैं। उन्होंने 2011 में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली। उन्हें 3 सितम्बर 2017 को मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार में विद्युत् एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में राज्य मंत्री तथा पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की जिम्मेदारी मिली है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और अल्फोन्स कन्ननथनम
अश्वनी लोहानी
अश्वनी लोहानी (जन्म: 22 दिसंबर), राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक हैं। इससे पूर्व वे भोपाल में मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक के पद पर कार्यरत थे। वे इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इंजीनियर्स (आईआरएसएमई) के वर्ष 1980 बैच के अधिकारी हैं। लोहानी एक मकेनिकल इंजीनियर हैं। साथ ही इंडियन स्टीम रेलवे सोसाइटी के संस्थापक सदस्यों में से एक है। इसके अलावा सीआईआई नेशनल टूरिज़म काउंसिल के सदस्य और चार्ट्ड इंस्टीट्यूट ऑफ लॉजिस्टिक्स एंड ट्रांसपोर्ट के फैलो भी हैं। भारतीय रेलवे के दिल्ली क्षेत्रीय कार्यालय में डिविजनल रेलवे मैनेजर के पद पर रहते हुए उन्होंने सीमित संसाधनों के बूते दिल्ली के तीन अहम रेलवे स्टेशनों नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली और हजरत निजामुद्दीन में व्यापक सुधार कार्य किए। इसके अलावा उन्होंने रेलवे के इस डिविजन में कई नए कार्यों की भी शुरुआत की। वे ‘मिस्टर टर्नअराउंड’ के नाम से जाने जाते हैं। उनके पास इंजिनियरिंग की चार डिग्रियां हैं, जिसके लिए उनका नाम लिम्का बुक रिकॉर्ड्स में दर्ज है। कैग अमूमन सरकार के कामकाज में मीनमेख ही निकालता है। लोहानी दिल्ली में जब डिविजनल रेलवे मैनेजर थे, तब रेलवे अकेला सरकारी विभाग था जिसकी कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान इंफ्रास्ट्रक्चर संबंधी काम की कैग ने तारीफ की थी। .
देखें नरेन्द्र मोदी और अश्वनी लोहानी
अजय टम्टा
अजय टम्टा भारत की सोलहवीं लोकसभा के सांसद हैं। २०१४ के चुनावों में वे उत्तराखण्ड की अल्मोड़ा सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर निर्वाचित हुए। .
देखें नरेन्द्र मोदी और अजय टम्टा
अजीत डोभाल
अजीत कुमार डोभाल, आई.पी.एस. (सेवानिवृत्त), भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं। वे 30 मई 2014 से इस पद पर हैं। डोभाल भारत के पांचवे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं। इससे पहले शिवशंकर मेनन भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार थे। .
देखें नरेन्द्र मोदी और अजीत डोभाल
अजीत कुमार सेठ
अजीत कुमार सेठ (जन्म: 24 नवंबर, 1951) लोक उद्यम चयन बोर्ड (PSEB) के अध्यक्ष हैं। इसके पूर्व वे भारत सरकार के पूर्व कैबिनेट सचिव रह चुके हैं। वे वर्ष 1974 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और अजीत कुमार सेठ
अंतरिक्ष विभाग
अंतरिक्ष विभाग भारत सरकार का एक विभाग है जो भारतीय अंतरिक्ष अभियानों के प्रबंधन से जुड़ा है। ये अंतरिक्ष की खोज से जुड़ी अनेक एजेंसियों और संस्थानों की भी देखरेख करता है। अंतरिक्ष विभाग के प्रमुख केन्द्र .
देखें नरेन्द्र मोदी और अंतरिक्ष विभाग
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है। यह दिन वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है और योग भी मनुष्य को दीर्घ जीवन प्रदान करता है। पहली बार यह दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया, जिसकी पहल भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 सितम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण से की थी जिसमें उन्होंने कहा: जिसके बाद 21 जून को " अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस" घोषित किया गया। 11 दिसम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र में 177 सदस्यों द्वारा 21 जून को " अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस" को मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली। प्रधानमंत्री मोदी के इस प्रस्ताव को 90 दिन के अंदर पूर्ण बहुमत से पारित किया गया, जो संयुक्त राष्ट्र संघ में किसी दिवस प्रस्ताव के लिए सबसे कम समय है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (en: International Solar Alliance, इंटरनैशनल सोलर अलायंस) (पुराना नाम:इंटरनेशनल एजेंसी फॉर सोलर टेक्नोलॉजीज़ एंड एप्लीकेशन्स, en: International Agency for Solar Technologies & Applications), (INSTA) सौर ऊर्जा पर आधारित १२१ देशों का एक सहयोग संगठन है जिसका शुभारंभ भारत व फ्राँस द्वारा 30 नवंबर 2015 को पैरिस में किया गया। यह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई पहल का परिणाम है जिसकी घोषणा उन्नहोंने सर्वप्रथम लंदन के वेंबली स्टेडियम में अपने उद्बोधन के दौरान की थी। http://hindi.economictimes.indiatimes.com/business/business-news/global-solar-alliance-with-india-will-increase-step/articleshow/49972752.cms यह संगठन कर्क व मकर रेखा के बीच स्थित राष्ट्रों को एक मंच पर लाएगा। ऐसे राष्ट्रों में धूप की उपलब्धता बहुलता में है। इस संगठन में ये सभी देश सौर ऊर्जा के क्षेत्र में मिलकर काम करेंगे। इस प्रयास को वैश्विक स्तर पर ऊर्जा परिदृश्य में एक बड़े बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन
अक्टूबर २०१५ हिन्दू कुश भूकंप
२६ अक्टूबर २०१५ को, १४:४५ पर (०९:०९ यूटीसी), हिंदू कुश के क्षेत्र में, एक 7.5 परिमाण के भूकंप ने दक्षिण एशिया को प्रभावित किया। मुख्य भूकंप के 40 मिनट बाद 4.8 परिमाण के पश्चात्वर्ती आघात ने फिर से प्रभावित किया; 4.1 परिमाण या उससे अधिक के तेरह और अधिक झटकों ने 29 अक्टूबर की सुबह को प्रभावित किया। मुख्य भूकंप 210 किलोमीटर की गहराई पर हुआ। 5 नवम्बर तक, यह अनुमान लगाया गया था कि कम से कम 398 लोगों की मौत हो गयी हैं, ज्यादातर पाकिस्तान में। http://abcnews.go.com/International/wireStory/latest-strong-afghan-earthquake-felt-south-asia-34730075 भूकंप के झटके अफगानिस्तान, पाकिस्तान, भारत, ताजिकिस्तान, और किर्गिस्तान में महसूस किए गए। भूकंप के झटके भारतीय शहरों नई दिल्ली, श्रीनगर, अमृतसर, चंडीगढ़ लखनऊ आदि और चीन के जनपदों झिंजियांग, आक़्सू, ख़ोतान तक महसूस किए गए जिनकी सूचना अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में भी दिया गया। कंपन नेपालियों की राजधानी काठमांडू में भी महसूस किया गया, जहां लोगों ने शुरू में सोचा कि यह अप्रैल 2015 में आए भूकंप के कई मायनों आवर्ती झटकों में से एक था। दैनिक पाकिस्तानी "द नेशन" ने सूचित किया कि यह भूकंप पाकिस्तान में 210 किलोमीटर पर होने वाला सबसे बड़ा भूकंप है। .
देखें नरेन्द्र मोदी और अक्टूबर २०१५ हिन्दू कुश भूकंप
उमा भारती
उमा श्री भारती (जन्म: 3 मई 1959 को एक लोधी राजपूत परिवार में), भारतीय राजनेत्री है और भारत की जल संसाधन, नदी विकास और गंगा सफाई मंत्री है। वे मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री रह चुकी है। उन्हें ग्वालियर की महारानी विजयराजे सिंधिया ने उभारा। साध्वी ऋतम्भरा के साथ उन्होंने राम जन्मभूमि आन्दोलन में प्रमुख भूमिका निभाई। इस दौरान उनका नारा था "श्री रामलला घर आयेंगे मंदिर वहीं बनायेंगे"। वह युवावस्था में ही भारतीय जनता पार्टी से जुड़ गयीं थी। उन्होंने १९८४ में सर्वप्रथम लोकसभा चुनाव लड़ा, परन्तु हार गयीं। १९८९ के लोकसभा चुनाव में वह खजुराहो संसदीय क्षेत्र से सांसद चुनी गयीं और १९९१, १९९६, १९९८ में यह सीट बरक़रार रखी। १९९९ में वह भोपाल सीट से सांसद चुनी गयीं। वाजपेयी सरकार में वह मानव संसाधन विकास, पर्यटन, युवा मामले एवं खेल और अंत में कोयला और खदान जैसे विभिन्न राज्य स्तरीय और कैबिनेट स्तर के विभागों में कार्य किया। २००३ के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में, उनके नेतृत्व में भाजपा ने तीन-चौथाई बहुमत प्राप्त किया और मुख्यमंत्री बनीं। अगस्त २००४ उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया, जब उनके खिलाफ १९९४ के हुबली दंगों के सम्बन्ध में गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ। .
देखें नरेन्द्र मोदी और उमा भारती
उजाला योजना
उजाला योजना का शुभारम्भ करते हुए नरेन्द्र मोदी उजाला योजना (Unnat Jyoti by Affordable LEDs for All (UJALA)) भारत सरकार की एक योजना है जिसके अन्तर्गत कम मूल्य पर एल ई डी बल्ब दिये जाते हैं ताकि बिजली की बचत की जा सके। यह योजना 'बचत लैम्प योजना' के स्थान पर ०१ मई २०१५ को भारत के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने शुरू की। इस योजना के अन्तर्गत एक वर्ष के अन्दर ही ९ करोड़ एलईडी बल्बों की बिक्री हो गयी, जिससे लगभग ५५० करोड रूपये के बिजली बिल की बचत हुई। .
देखें नरेन्द्र मोदी और उजाला योजना
१६वीं लोक सभा के सदस्यों की सूची
१६वीं लोक सभा के सदस्यों की सूची राज्यश: इस लेख में दी गयी है। ये सभी सांसद भारतीय संसद की १६वीं लोक सभा के लिए अप्रैल – मई, २०१४ में हुए आम चुनावों में निर्वाचित हुए। इन सांसदों में ५८ प्रतिशत सांसद (३१५ सांसद) ऐसे हैं जो पहली बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुये हैं। .
देखें नरेन्द्र मोदी और १६वीं लोक सभा के सदस्यों की सूची
१७ सितम्बर
17 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 260वॉ (लीप वर्ष में 261 वॉ) दिन है। साल में अभी और 105 दिन बाकी है। .
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२०१६ पठानकोट हमले
2 जनवरी 2016 को तड़के सुबह 3:30 बजे पंजाब के पठानकोट में पठानकोट वायु सेना स्टेशन पर भारी मात्रा में असलहा बारूद से लैस आतंकवादियों ने आक्रमण कर दिया। संभवत: जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों से मुठभेड़ में 2 जवान शहीद हो गये जबकि 3 अन्य घायल सिपाहियों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। सभी आतंकवादी भी मारे गये। हालांकि किसी संभावित बचे हुए आतंकी के छुपे होने की स्थित में खोज अभियान 5 जनवरी को भी चल रहा था। .
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२०१७ अमरनाथ यात्रा आक्रमण
उत्तर भारत के जम्मू एवं कश्मीर राज्य में स्थित हिन्दू तीर्थ गुफ़ा अमरनाथ की श्रावण यात्रा को जा रहे श्रद्धालुओं के जत्थे पर १० जुलाई २०१७ को आतंकवादियों ने आक्रमण (हमला) किया था। इस्लामी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के द्वारा किये गये इस आतंकी आक्रमण (हमले) में ७ श्रद्धालुओं की मृत्यु हुई थी। भारत का आरोप है कि, इस आक्रमण में लश्कर ए तैयबा का आतंकी इस्माइल मुख्य आरोपी है। परन्तु पाकिस्तान में स्थित इस्लामिक आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा ने इस आक्रमण का दायित्व स्वीकार नहीं किया। १० जुलाई २०१७ दिनांक और तदनुसार श्रावण मास के प्रथम सोमवार को अनन्तनाग ज़िले में ये आक्रमण किया गया था। अमरनाथ भारत, नेपाल और दुनियाभर में निवास करने वालें हिन्दू धर्म के लोगों का प्रमुख यात्रा स्थल है। भारत में श्रावण मास के दिन और विशेषतः श्रावण के सोमवार के दिन हिन्दू धर्म में भगवान शिव जी के दर्शन करने का विशेष महत्त्व होता है। २०१७ में सोमवार के दिन ही श्रावण मास की शुरूआत हुई थी और प्रथम दिन ही यात्रियों पर ये आक्रमण किया गया था। .
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७, लोक कल्याण मार्ग
७ लोक कल्याण मार्ग(पूर्वतः "७ रेस कोर्स रोड"), जिसका आधिकारिक नाम, पंचवटी है, लटियन की दिल्ली के लोक कल्याण मार्ग पर स्थित एक पता है, जोकि १९९० से भारत के प्रधानमंत्री का आधिकारिक निवास है। इसमें प्रधानमंत्री का निजी आवासीय क्षेत्र, कार्यगृह, सभागृह एवं अतिथिशाला स्थित हैं। .
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2002 की गुजरात हिंसा
2002 की गुजरात हिंसा भारत के गुजरात के पश्चिमी हिस्सों में फ़रवरी और मार्च 2002 में होने वाले सांप्रदायिक हत्याकांड तब शुरू हुआ जब 27 फ़रवरी 2002 को गोधरा स्टेशन पर साबरमती ट्रेन में आग से अयोध्या से लौट रहे हिन्दुत्व से जुड़े 59 हिंदु मारे गए। यह घटना स्टेशन पर किसी मुसलमान रहने वाले के साथ कारसेवकों के झगड़े के बाद घटी बताई जाती है। कहा जाता है कि मुसलमान एक ग्रुप ने ट्रेन के विशेष डिब्बे को निशाना बनाकर आग लगाई। द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया, 28 सितम्बर 2008.
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2014 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन
2014 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन (छठा ब्रिक्स शिखर सम्मेलन) 15-16 जुलाई 2014 को ब्राज़ील के फोर्टालेज़ा और ब्रासीलिया में आयोजित किया गया। इस शिखर सम्मेलन का मुख्य विषय रहा- ”समावेशी वृद्धि, सतत विकास”। .
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2014 भारत - पाकिस्तान बाढ़
सितम्बर 2014 में, मूसलाधार मानसूनी वर्षा के कारण भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर ने अर्ध शताब्दी की सबसे भयानक बाढ़ आई। यह केवल जम्मू और कश्मीर तक ही सीमित नहीं थी अपितु पाकिस्तान नियंत्रण वाले आज़ाद कश्मीर, गिलगित-बल्तिस्तान व पंजाब प्रान्तों में भी इसका व्यापक असर दिखा। 8 सितम्बर 2014 तक, भारत में लगभग 200 लोगों तथा पाकिस्तान में 190 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। भारत के गृह मंत्रालय के अनुसार 450 गाँव जल समाधि ले चुके हैं। .
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2015 दक्षिण भारतीय बाढ़
2015 दक्षिण भारत बाढ़ नवंबर-दिसंबर के महीने में उत्तर-पूर्वी मॉनसून के कारण आई थी। इसने तमिल नाडु, आंध्र प्रदेश और पुदुच्चेरी को प्रभावित किया। इस बाढ़ ने चेन्नई शहर को विशेष रूप से प्रभावित किया। इस बाढ़ के कारण लगभग 300 लोग मारे गए, 18 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए, और ₹20000 करोड़ से अधिक नुकसान हुआ। 3 दिसंबर 2015 को प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी चेन्नई पहुंचे और बचाव के प्रयास को प्रोत्साहित किया। बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए दक्षिण भारत के फ़िल्म स्टार रजनीकांत ने 10 लाख का दान दिया है साथ ही अभिनेता धनुष,सूर्या तथा अभिनेता कीर्ति ने भी रुपये दान किये हैं साथ ही इन्होंने कुल 50 लाख रुपये दान किये। .
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2016 नीस हमला
14 जुलाई 2016, फ्रांस के शहर नीस में बैस्टील (Bastille) दिवस मना रहे लोगों की भीड़ पर हमला किया गया। एक ट्रक जानबूझकर प्रोमेनाड़े देस अंग्लैस (Promenade des Anglais) पर भीड़ में संचालित किया गया इसमें कम से कम 80 लोग मारे गए। अपराधी ने दर्शकों से टकराने से पहले 100 (330 फ़ुट) मीटर तक उच्च गति से ट्रक को चलाया। ट्रक के ड्राइवर को पुलिस द्वारा गोली मार कर मार डाला गया। .
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2016 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन
2016 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन ब्रिक्स देशों का आठवाँ वार्षिक शिखर सम्मेलन है। इसका आयोजन भारत के शहर गोवा में 15 से 16 अक्टूबर 2016 को किया गया। इसमें पाँचों सदस्य देशों - ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन व दक्षिण अफ्रीका- के राष्ट्र प्रमुखों ने भाग लिया। ब्रिक्स की अध्यक्षता फरवरी 2016 से दिसम्बर 2016 तक भारत के पास है। .
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2016 गुलशन हमला
2016 गुलशन हमला 1 जुलाई 2016 को स्थानीय समय के अनुसार रात 9:20 बजे बांग्लादेश के राजधानी ढाका के गुलशन क्षेत्र में हुआ था। इसमें नौ हमलावरों ने ढाका के राजनयिक क्षेत्र में स्थित होली आर्टिसन बेकरी पर हमला किया। आतंकियों ने वहां बम भी फेंके और कई दर्जन लोगों को बंधक भी बना लिया। पुलिस के साथ मुठभेड़ में दो पुलिस अधिकारियों की मौत हो गई। उनके द्वारा हमले के दौरान कथित तौर पर "अल्लाहु अकबर"! कहा गया। 20 विदेशी और 6 बंदूकधारी हमले के दौरान मारे गए। बंदूकधारियों में से एक को पकड़ लिया गया और 13 बंधकों को बांग्लादेश सेना ने छुड़वा लिया। .
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2016 उड़ी हमला
उरी हमला 18 सितम्बर 2016 को जम्मू और कश्मीर के उरी सेक्टर में एलओसी के पास स्थित भारतीय सेना के स्थानीय मुख्यालय पर हुआ, एक आतंकी हमला है जिसमें 18 जवान शहीद हो गए। सैन्य बलों की कार्रवाई में सभी चार आतंकी मारे गए। यह भारतीय सेना पर किया गया, लगभग 20 सालों में सबसे बड़ा हमला है। उरी हमले में सीमा पार बैठे आतंकियों का हाथ बताया गया है। इनकी योजना के तहत ही सेना के कैंप पर फिदायीन हमला किया गया। हमलावरों के द्वारा निहत्थे और सोते हुए जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गयी ताकि ज्यादा से ज्यादा जवानों को मारा जा सके। - एनडीटीवी - 19 सितम्बर 2016 अमेरिका ने उड़ी हमले को "आतंकवादी" हमला करार दिया। .
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2017 पटना नाव दुर्घटना
14 जनवरी 2017 को भारतीय नगर पटना, बिहार में एक नाव, जिसमे 70 लोग सवार थे, गंगा नदी में डूब गयी। इस दुर्घटना में अब तक कम से कम 24 लोगो की मौत हुई है। यह दुर्घटना पटना के एनआईटी घाट के निकट हुई। .
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2017 बिहार बाढ़
2017 बिहार बाढ़ ने उत्तर बिहार के 19 जिलों को प्रभावित किया, जिससे 514 लोगों की मौत हो गई। इस बाढ़ से 1 करोड़ 71 लाख लोग प्रभावित हुए। इस बाढ़ ने मरने वालों की संख्या में पिछले नौ वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। यह भारत का सबसे अधिक बाढ़ प्रभावित राज्य है, जिसमें 76% आबादी ऐसी जगह पर रहती है, जहाँ बाढ़ का पानी कभी भी तबाही मचा सकता है। ऐसी तबाही सामान्यतः मानसून के समय भारी वर्षा के कारण होती है। बिहार सरकार ने इस बाढ़ से मरने वाले जानवरों की संख्या 192 बताई है। 8.5 लाख से अधिक लोगों ने अपने घरों को खो दिया है, अररिया जिले में अकेले 2.2 लाख बेघर लोगों का हिस्सा है। इस बाढ़ के कारण पूर्वमध्य रेलवे को ₹47 करोड़ रुपये का नुक्सान हुआ, जिसमें ₹26 करोड़ सामानों के नष्ट होने के कारण और बाकी का नुकसान ट्रेन रद्द होने के कारण हुआ। .
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2017 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन
2017 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन वर्तमान में ब्रिक्स का नौवां वार्षिक शिखर सम्मेलन है, जिसमें पांच सदस्यीय देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका की सरकारों के प्रमुख हिस्सा लेते है। इस शिखर सम्मेलन का आयोजन चीन के शियामेन शहर में हुआ, इसके अलावा चीन ने 2011 में भी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर चुका है। .
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2017 सिनाई मस्जिद हमला
24 नवम्बर 2017 को, मिस्र के उत्तर सिनाई प्रान्त में बिर अल-अबेद के निकट अल-रावदा मस्जिद पर जुम्मे की नमाज़ के दौरान 40 बन्दूकधारियों के द्वारा हमला किया गया। यह मस्जिद सिनाई प्रायद्वीप में सूफीवाद का जन्मस्थान मानी जाती है। इस घातक हमले में 270 लोगों की मौत हो गयी तथा 100 से अधिक लोग घायल हुए थे। .
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2017 इस्तानबुल नाईट क्लब हमला
1 जनवरी 2017 को इस्तानबुल, तुर्की में एक मास शूटिंग हुई जिसमें लगभग 35 लोग मारे गए। तुर्की के शहर इस्तानबुल में एक प्रसिद्ध नाइट क्लब में नए साल की पार्टी के दौरान एक बंदूकधारी ने हमला कर दिया। शहर के गवर्नर वासिप साहिन के अनुसार हमलावर ने नाइट क्लब में घुसने से पहले बाहर एक पुलिसकर्मी और एक नागरिक की हत्या कर दी।जिस वक्त हमला हुआ, नाइट क्लब में करीब 700 लोग मौजूद थे। - देशबंधु - 1 जनवरी 2017 हमले में दो भारतीय के मरने की सूचना भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर दी। - एनडीटीवी - 1 जनवरी 2017 .
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2018 जी - 20 ब्यूनस आयर्स शिखर सम्मेलन
2018 जी -20 ब्यूनस आयर्स सम्मेलन ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (जी-20) की तेरहवीं बैठक होगी। यह 2018 में ब्यूनस आयर्स (अर्जेंटीना) शहर में आयोजित किया जाये गा| दक्षिण अमेरिका में आयोजित होने वाला यह पहला जी -20 शिखर सम्मेलन होगा। .
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Narendra Modi, नमो, नरेन्द्र दामोदरदास मोदी, नरेन्द्रभाई मोदी, नरेंद्र मोदी के रूप में भी जाना जाता है।
, बहुमत की सरकार, बाचा ख़ान विश्वविद्यालय हमला, बालकृष्ण, बिहार संग्रहालय, ब्राह्मणवाड़ा, ब्रिक्स, बोटाद जिला, भारत, भारत में नकदरहित लेनदेन, भारत में लोकतंत्र, भारत में स्मार्ट नगर, भारत में सौर ऊर्जा, भारत में हिन्दू धर्म, भारत का प्रधानमन्त्री, भारत का योजना आयोग, भारत का संविधान, भारत का केन्द्रीय मंत्रिमण्डल, भारत के 500 और 1000 रुपये के नोटों का विमुद्रीकरण, भारत के प्रधान मंत्रियों की सूची, भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, भारत के रक्षा मंत्री, भारत के रेल मंत्री, भारत के वित्त मंत्री, भारत के विदेश मंत्री, भारत के वैदेशिक सम्बन्ध, भारत के गृह मंत्री, भारत-म्यांमार सम्बन्ध, भारत-जापान सम्बन्ध, भारत-इज़राइल सम्बन्ध, भारतमाला परियोजना, भारतीय 1000 रूपया नोट, भारतीय चुनाव, भारतीय संसद, भारतीय जनता पार्टी, भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्रियों की सूची, भारतीय व्यक्तित्व, भारतीय आम चुनाव, 2014, भारतीय आम चुनाव, 2019, भारतीय क्षेत्रीय नौवहन उपग्रह प्रणाली, भारतीय ५०० रुपये का नोट, भीम ऐप, भीम जन्मभूमि, भीमराव आम्बेडकर, मणीनगर, मन की बात (रेडियो कार्यक्रम), मनमोहन सिंह, मनोहर पर्रीकर, मलेशिया एयरलाइंस उड़ान 17, माधव विट्ठल कामत, माईगव, मुद्रा (करेंसी), मुरली मनोहर जोशी, मुकेश अंबानी, मैडम तुसाद संग्रहालय, मेँडिपथार रेलवे स्टेशन, मेक इन इंडिया, मोदी, योगी आदित्यनाथ, राँची, राणा अय्यूब, राम नाथ कोविन्द, राम मंदिर रेलवे स्टेशन, रामदास आठवले, रामविलास पासवान, राष्ट्रीय प्रशिक्षुता संवर्धन योजना, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सदस्यों की सूची, राष्ट्रीय खेलकूद विश्वविद्यालय, मणिपुर, राजनाथ सिंह, राजनेता, राज्य और सरकार के वर्तमान प्रमुखों की सूची, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, राजेन्द्र सेतु, राजेश खन्ना, राजीव प्रताप रूडी, श्यामजी कृष्ण वर्मा, शौर्य स्मारक, सदन के नेता (लोक सभा), समानता की प्रतिमा, सरुन्ग्बम बिमला कुमारी देवी, सर्बानन्द सोणोवाल, सागर माला परियोजना, सांसद आदर्श ग्राम योजना, सांवर लाल जाट, सिंधुश्री खुल्लर, सज्जाद लोन, संभाजी भिडे, संयुक्त राष्ट्र, संसद भवन, ओटावा में गोलीबारी २०१४, सुनील शास्त्री, सुब्रमनियन स्वामी, सुब्रह्मण्यम जयशंकर, सुरेश प्रभु, सुषमा स्वराज, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, स्टीफन हार्पर, स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2017, स्मृति ईरानी, स्वामी विवेकानन्द, सैयद नसीम अहमद ज़ैदी, सेतु भारतम्, सेना दिवस (भारत), सोलहवीं लोक सभा, हरसिमरत कौर बादल, हाल की घटनाएँ दिसंबर २००७, हिन्दू मंदिर, दुबई, हैदराबाद मेट्रो रेल, जयललिता, जयंत सिन्हा, ज़ैद हामिद, जगत प्रकाश नड्डा, जीतन राम मांझी, वड़नगर, वल्लभ भाई पटेल, वाराणसी, वाराणसी लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, विश्व हिन्दी सम्मेलन, विजय कुमार सिंह, विकास स्वरुप, वेंकैया नायडू, खादी, गिर सोमनाथ जिला, गंगा नदी, गंगा प्रदूषण नियंत्रण, गुजरात विधानसभा चुनाव, 2017, गुजरात विश्वविद्यालय, गुजरात के मुख्यमंत्रियों की सूची, गुजरात के ज़िले, गुजराती भाषा, गोरक्षकों द्वारा हिंसा, आचार्यकुलम, आदियोगी शिव प्रतिमा, आनंदीबेन पटेल, आयुष्मान भारत, आरएलवी टेक्नोलॉजी डेमोंस्ट्रेशन प्रोग्राम, आई एन एस अरिहंत, आईएनएस कोलकाता, आईआरएनएसएस-1जी, इण्डिया हाउस, इन्दौर, इमरान खान (वेब विकासक), इंदौर-पटना एक्सप्रेस ट्रेन हादसा, कमला बेनीवाल, किरेन रिजीजू, क्रान्ति-तीर्थ, कृष्ण पाल गुर्जर, कृष्णा राज, कैथल, कैप्टन अभिमन्यु, केशुभाई पटेल, केंद्रीय आयुध भंडार, कोच्चि, अच्छे दिन आने वाले हैं, अनिल माधव दवे, अनंत कुमार, अप्रैल 2015 नेपाल भूकम्प, अमित शाह, अमीर अमानुल्ला खान अवॉर्ड, अरवल्ली जिला, अरुण जेटली, अर्जुन राम मेघवाल, अल्फोन्स कन्ननथनम, अश्वनी लोहानी, अजय टम्टा, अजीत डोभाल, अजीत कुमार सेठ, अंतरिक्ष विभाग, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन, अक्टूबर २०१५ हिन्दू कुश भूकंप, उमा भारती, उजाला योजना, १६वीं लोक सभा के सदस्यों की सूची, १७ सितम्बर, २०१६ पठानकोट हमले, २०१७ अमरनाथ यात्रा आक्रमण, ७, लोक कल्याण मार्ग, 2002 की गुजरात हिंसा, 2014 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन, 2014 भारत - पाकिस्तान बाढ़, 2015 दक्षिण भारतीय बाढ़, 2016 नीस हमला, 2016 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन, 2016 गुलशन हमला, 2016 उड़ी हमला, 2017 पटना नाव दुर्घटना, 2017 बिहार बाढ़, 2017 ब्रिक्स शिखर सम्मेलन, 2017 सिनाई मस्जिद हमला, 2017 इस्तानबुल नाईट क्लब हमला, 2018 जी - 20 ब्यूनस आयर्स शिखर सम्मेलन।