13 संबंधों: ताजिकिस्तान, ताजिकिस्तान के प्रान्त, तुर्किस्तान शृंखला, फारखोर एयर बेस, भारत के राजनयिक मिशनों की सूची, राष्ट्रीय राजधानियों की सूची, लाहौर, शीराज़, सोवियत संघ के गणतंत्र, ख़ोरूग़, गिस्सार पर्वत, क़ुरग़ोनतेप्पा, कूहिस्तोनी-बदख़्शान स्वशासित प्रान्त।
ताजिकिस्तान
अंतरिक्ष से ताजिकिस्तान का मंज़र ताज़िकिस्तान (ताजिक: Тоҷикистон,, तोजिकिस्तोन) मध्य एशिया मे स्थित एक देश है जो चारों ओर से ज़मीन से घिरा (स्थलवेष्ठित) है। यह पहले सोवियत संघ का हिस्सा था और उस देश के विघटन के बाद सन् १९९१ में एक स्वतंत्र देश बना। १९९२-९७ के काल में गृहयुद्धों की मार झेल चुके इस देश की कूटनीतिक-भौगोलिक स्थिति बहुत महत्वपूर्ण है। यह उज़बेकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, किर्गिज़स्तान तथा चीन के मध्य स्थित है। इसके अलावा पाकिस्तान के उत्तरी इलाके से इसे केवल अफ़ग़ानिस्तान के बदख़्शान प्रान्त का पतला-सा वाख़ान गलियारा ही अलग करता है। ताजिकिस्तान की राजधानी दुशानबे शहर है और यहाँ की भाषा को ताजिक कहा जाता है जो फ़ारसी भाषा का एक रूप माना जाता है। इस भाषा को सीरीलिक अक्षरों में लिखा जाता है जिसमें रूसी तथा कुछ अन्य भाषाएँ भी लिखी जाती हैं। .
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ताजिकिस्तान के प्रान्त
ताजिकिस्तान के चार प्रान्त (संख्यांक तालिका से मिलाएँ) ताजिकिस्तान में चार प्रान्त हैं। राजधानी क्षेत्र के अलावा, यह तीन प्रकार के हैं.
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तुर्किस्तान शृंखला
तुर्किस्तान पर्वत शृंखला मध्य एशिया में स्थित एक पर्वत शृंखला है जो पामीर-अलाय पर्वत मंडल का एक भाग है। यह पर्वतों की कतार ज़रफ़शान पर्वत शृंखला से उत्तर में स्थित है और किर्गिज़स्तान और ताजिकिस्तान की सरहद पर अलाय पर्वत शृंखला से शुरू होकर पश्चिम में ३४० किमी दूर उज़्बेकिस्तान में समरक़ंद के नख़्लिस्तान (ओएसिस) पर ख़त्म होती है। .
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फारखोर एयर बेस
फारखोर वायु सेना बेस (Farkhor Air Base) एक वायु सेना का विमानक्षेत्र है जिसका संचालन भारतीय वायु सेना और ताजिकिस्तान वायु सेना करती है। सेना का यह विमानक्षेत्र ताजिकिस्तान के फारखोर में स्थित है। यह राजधानी दुशान्बे से तकरीबन १३० किलोमीटर दूर है। फारखोर भारत का पहला बाहरी वायु सेना का विमानक्षेत्र है। .
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भारत के राजनयिक मिशनों की सूची
यह भारत के राजनयिक मिशनों की सूची है। भारत का आपेक्षित रूप से एक विशाल राजनयिक समाज (तंत्र) है जो इसके विश्व में सम्बंधों को दर्शाता है और विशेष रूप से पड़ोसी क्षेत्रों: मध्य एशिया, मध्य पूर्व, पूर्वी अफ्रीका, दक्षिण पूर्व एशिया और भारतीय उपमहाद्वीप में सम्बंधों को प्रतिबिम्बित करता है। इसके अलावा कैरिबियाई और प्रशान्त महासागरीय क्षेत्रों में भी जहाँ ऐतिहासिक रूप से प्रवासी भारतीय रहते हैं, भारत के मिशन मौजूद हैं। राष्ट्रमण्डल देश के रूप में, अन्य राष्ट्रकुल सदस्य राष्ट्रों की राजधानियों में भी भारतीय राजनयिक मिशन उच्च आयोगों के रूप में स्थापित हैं। राष्ट्रकुल देशों के अन्य नगरों में स्थित अपने वाणिज्य दूतावासों को भारत में "सहायक उच्च आयोग" कहा जाता है। .
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राष्ट्रीय राजधानियों की सूची
राष्ट्रीय राजधानियों की सूची में विश्व के सभी देशों और उनकी राजधानियों के नाम, महाद्वीप और जनसंख्या के साथ दिए गए हैं जिन्हें क्रमबद्ध किया जा सकता है। .
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लाहौर
लाहौर (لہور / ਲਹੌਰ, لاہور) पाकिस्तान के प्रांत पंजाब की राजधानी है एवं कराची के बाद पाकिस्तान में दूसरा सबसे बडा आबादी वाला शहर है। इसे पाकिस्तान का दिल नाम से भी संबोधित किया जाता है क्योंकि इस शहर का पाकिस्तानी इतिहास, संस्कृति एवं शिक्षा में अत्यंत विशिष्ट योगदान रहा है। इसे अक्सर पाकिस्तान बागों के शहर के रूप में भी जाना जाता है। लाहौर शहर रावी एवं वाघा नदी के तट पर भारत पाकिस्तान सीमा पर स्थित है। लाहौर का ज्यादातर स्थापत्य मुगल कालीन एवं औपनिवेशिक ब्रिटिश काल का है जिसका अधिकांश आज भी सुरक्षित है। आज भी बादशाही मस्जिद, अली हुजविरी शालीमार बाग एवं नूरजहां तथा जहांगीर के मकबरे मुगलकालीन स्थापत्य की उपस्थिती एवं उसकी अहमियत का आभास करवाता है। महत्वपूर्ण ब्रिटिश कालीन भवनों में लाहौर उच्च न्यायलय जनरल पोस्ट ऑफिस, इत्यादि मुगल एवं ब्रिटिश स्थापत्य का मिलाजुला नमूना बनकर लाहौर में शान से उपस्थित है एवं ये सभी महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल के रूप में लोकप्रिय हैं। मुख्य तौर पर लाहौर में पंजाबी को मातृ भाषा के तौर पर इस्तेमाल की जाती है हलाकि उर्दू एवं अंग्रेजी भाषा भी यहां काफी प्रचलन में है एवं नौजवानों में काफी लोकप्रिय है। लाहौर की पंजाबी शैली को लाहौरी पंजाबी के नाम से भी जाना जाता है जिसमे पंजाबी एवं उर्दू का काफी सुंदर मिश्रण होता है। १९९८ की जनगणना के अनुसार शहर की आबादी लगभग ७ लाख आंकी गयी थी जिसके जून २००६ में १० लाख होने की उम्मीद जतायी गयी थी। इस अनुमान के मुताबिक लाहौर दक्षिण एशिया में पांचवी सबसे बडी आबादी वाला एवं दुनिया में २३वीं सबसे बडी आबादी वाला शहर है।.
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शीराज़
शीराज़ (फ़ारसी और उर्दू: شیراز), शीराज़ ईरान का पांचवां सबसे अधिक जनसंख्या वाला शहर है और फ़ारस प्रांत की राजधानी (पुरानी फारसी के रूप में)। 2011 की जनगणना में, शहर की आबादी 1,700,665 थी और इसका निर्माण क्षेत्र "शाह-ए जादीद-ए सदरा" (सदरा न्यू टाउन) के साथ 1,500,644 निवासियों का घर था। शिराज़ ईरान के दक्षिण-पश्चिम में स्थित "रद्खान्य खोशक" (सूखी नदी) मौसमी नदी पर स्थित है। इसकी एक मध्यम जलवायु है और एक हजार से अधिक वर्षों तक एक क्षेत्रीय व्यापार केंद्र रहा है। शिराज प्राचीन फारस के सबसे पुराने शहरों में से एक है। शहर का सबसे पहला संदर्भ, तिराशी, 2000 ई.पू.
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सोवियत संघ के गणतंत्र
सोवियत संघ के गणतंत्र सोवियत संघ की वह १५ प्रशासनिक इकाईयाँ थीं जो सीधा सोवियत केन्द्रीय सरकार के अधीन आती थी। इन गणतंत्रों का गठन जातीय और भाषीय समुदायों के आधार पर किया गया था। सोवियत संघ एक बहुत ही केन्द्रित देश था और जब सोवियत साम्यवादी पार्टी के महासचिव मिखाइल गोर्बाचोफ ने १९८० के दशक के अंत में प्रशासनिक व्यवस्था सुधारने के लिए पेरेस्त्रोइका और ग्लास्नोस्त नामक कार्यक्रमों के अंतर्गत इन गणतंत्रों को थोड़ी ढील दी तो उन्होंने जल्दी ही अपनी स्वतंत्रता घोषित कर दी और सोवियत संघ टूटकर बिखर गया।, Peter Kenez, pp.
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ख़ोरूग़
ख़ोरूग़ (ताजिक: Хоруғ,, Khorugh) मध्य एशिया के ताजिकिस्तान देश के कूहिस्तोनी-बदख़्शान स्वशासित प्रान्त की राजधानी है। यह उस प्रान्त के शुग़नोन ज़िले की प्रशासनिक राजधानी भी है। पामीर पर्वतों में २,२०० मीटर की ऊँचाई पर पंज नदी और ग़ुन्द नदी के संगम-स्थल पर स्थित यह शहर अपने मनोहर पर्वतीय वातावरण के लिए जाना जाता है। .
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गिस्सार पर्वत
गिस्सार या हिस्सार (रूसी: Гиссарский хребет, अंग्रेज़ी: Gissar Range) मध्य एशिया की एक पर्वत शृंखला का नाम है जो पामीर-अलाय पर्वत मंडल के पश्चिमी भाग में ताजिकिस्तान और उज़बेकिस्तान में विस्तृत हैं। २०० किमी तक चलने वाली यह पर्वतमाला ज़रफ़शान शृंखला से दक्षिण में है। यह ताजीकिस्तान की राजधानी दुशान्बे से शुरू होकर, हिस्सार ज़िले से गुज़रते हुए, उज़बेकिस्तान के सुरख़ानदरिया प्रान्त के उत्तरी छोर पर अंत होती है। गिस्सार शृंखला का सबसे ऊँचा पहाड़ ४,६४३ मीटर (१५,२३३ फ़ुट) ऊँचा ख़ज़रेत सुलतान (हज़रत सुलतान) है, जो उज़बेकिस्तान का सबसे ऊँचा बिन्दु भी है। यह ताजिक सीमा के पास दुशान्बे के पश्चिमोत्तर में स्थित है।, Gustave Gintzburger, pp.
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क़ुरग़ोनतेप्पा
क़ुरग़ोनतेप्पा (ताजिक: Қурғонтеппа,, Qurghonteppa), जिसे सोवियत संघ के ज़माने में कुर्गान-त्युबे (ताजिक: Курган-Тюбе, Kurgan-Tyube) कहा जाता था, दक्षिणपश्चिमी ताजिकिस्तान में स्थित एक शहर है जो उस देश के ख़तलोन प्रान्त की राजधानी भी है। यह ताजिकिस्तान की राष्ट्रीय राजधानी दूशान्बे से १०० किमी दूर वख़्श नदी के किनारे बसा हुआ है। क़ुरग़ोनतेप्पा ताजिकिस्तान का चौथा सबसे बड़ा नगर है और एक आधुनिक ओद्योगिक केन्द्र है।, Rafis Abazov, pp.
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कूहिस्तोनी-बदख़्शान स्वशासित प्रान्त
कूहिस्तोनी-बदख़्शान की राजधानी ख़ोरूग़ से एक नज़ारा कूहिस्तोनी-बदख़्शान स्वशासित प्रान्त (ताजिकी: Кӯҳистони Бадахшон) या विलोयत-इ मुख़्तोर-इ कूहिस्तोनी-बदख़्शान ताजिकिस्तान की एक स्वशासित (ऑटोनोमस) विलायत (प्रान्त) है। यह प्रान्त ताजिकिस्तान के दक्षिण-पूर्व में स्थित है। इसका कुल क्षेत्रफल ६४,२०० वर्ग किमी है और सन् २००८ में इसकी आबादी २.१८ लाख अनुमानित कि गई थी। कूहिस्तोनी-बदख़्शान की राजधानी ख़ोरूग़ शहर है। इस प्रान्त का पुराना नाम गोर्नो-बदख़्शान हुआ करता था।, Bradley Mayhew, Greg Bloom, Paul Clammer, Lonely Planet, 2010, ISBN 978-1-74179-148-8 .
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