सामग्री की तालिका
63 संबंधों: चन्दन का पालना (1967 फ़िल्म), चाचा भतीजा (1977 फ़िल्म), चैताली (1975 फ़िल्म), चोर सिपाही (1977 फ़िल्म), एक नारी एक ब्रह्मचारी (1971 फ़िल्म), झुक गया आसमाँ, दादासाहेब फाल्के पुरस्कार, दादी माँ (1966 फ़िल्म), दौलत के दुश्मन (1983 फ़िल्म), दूर की आवाज़, धरती कहे पुकार के (1969 फ़िल्म), नमक हराम (1973 फ़िल्म), निशाना (1950 फ़िल्म), पद्म श्री पुरस्कार (१९६०-६९), परख (1960 फ़िल्म), पहेली (1977 फ़िल्म), प्यार का सपना (1969 फ़िल्म), फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार, बनफूल (1971 फ़िल्म), बावर्ची (1972 फ़िल्म), बजरंगबली (1976 फ़िल्म), बेनज़ीर (1964 फ़िल्म), बेकसूर (1950 फ़िल्म), बॉबी (१९७३ फ़िल्म), भाभी (1957 फ़िल्म), भारतीय सिनेमा, भारतीय अभिनेत्रियों की सूची, मनमौजी, मिर्ज़ा गालिब (1954 फ़िल्म), मुझे जीने दो (1963 फ़िल्म), मुग़ल-ए-आज़म, मैं शादी करने चला (1962 फ़िल्म), मोरद्वाज (1952 फ़िल्म), राजधानी (1956 फ़िल्म), राजा जानी (1972 फ़िल्म), रंगीला रतन (1976 फ़िल्म), लकीरें (1954 फ़िल्म), शिकस्त (1953 फ़िल्म), शक (1976 फ़िल्म), साहेब बहादुर (1977 फ़िल्म), सिंगार (1949 फ़िल्म), सज़ा (1951 फ़िल्म), सगाई (1966 फ़िल्म), हिंदी चलचित्र, १९६० दशक, जानेमन (1976 फ़िल्म), जीत (1949 फ़िल्म), जीने की राह (1969 फ़िल्म), विदाई (1974 फ़िल्म), खिलौना (1970 फ़िल्म), गोपी (1970 फ़िल्म), ... सूचकांक विस्तार (13 अधिक) »
चन्दन का पालना (1967 फ़िल्म)
चन्दन का पालना 1967 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और चन्दन का पालना (1967 फ़िल्म)
चाचा भतीजा (1977 फ़िल्म)
चाचा भतीजा 1977 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और चाचा भतीजा (1977 फ़िल्म)
चैताली (1975 फ़िल्म)
चैताली 1975 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और चैताली (1975 फ़िल्म)
चोर सिपाही (1977 फ़िल्म)
चोर सिपाही 1977 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और चोर सिपाही (1977 फ़िल्म)
एक नारी एक ब्रह्मचारी (1971 फ़िल्म)
एक नारी एक ब्रह्मचारी 1971 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और एक नारी एक ब्रह्मचारी (1971 फ़िल्म)
झुक गया आसमाँ
झुक गया आसमाँ 1968 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और झुक गया आसमाँ
दादासाहेब फाल्के पुरस्कार
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार, भारत सरकार की ओर से दिया जाने वाला एक वार्षिक पुरस्कार है, को कि किसी व्यक्ति विशेष को भारतीय सिनेमा में उसके आजीवन योगदान के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार का प्रारंम्भ दादा साहेब फाल्के के जन्म शताब्दी वर्ष 1969 से हुआ। यह पुरस्कार उस वर्ष के अंत में रास्ट्रीय पुरस्कार के साथ प्रदान किया जाता है। इस पुरस्कार में 10 लाख रुपया और सुवणॅ कमल दिया जाता है। .
देखें दुर्गा खोटे और दादासाहेब फाल्के पुरस्कार
दादी माँ (1966 फ़िल्म)
दादी माँ 1966 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और दादी माँ (1966 फ़िल्म)
दौलत के दुश्मन (1983 फ़िल्म)
दौलत के दुश्मन १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और दौलत के दुश्मन (1983 फ़िल्म)
दूर की आवाज़
दूर की आवाज़ 1964 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और दूर की आवाज़
धरती कहे पुकार के (1969 फ़िल्म)
धरती कहे पुकार के (अंग्रेजी: Call of the Earth) 1969 में वैशाली फिलम्स पताका अन्तर्गत दीनानाथ शास्त्री निर्मित, दुलाल गुहा निर्देशित हिन्दी भाषा की फिल्म है। जितेंद्र, नंदा, कन्हैयालाल, दुर्गा खोटे एवं संजीव कुमार इसके प्रमुख कलाकार तथा अभि भट्टाचार्य, अमोल सेन, असित सेन, ए के हंगल, तरुण बोस, मनमोहन व लीला मिश्रा सहायक कलाकार है। फिल्म में संगीत लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने दिया तथा गीतकार मजरुह सुल्तानपुरी है। .
देखें दुर्गा खोटे और धरती कहे पुकार के (1969 फ़िल्म)
नमक हराम (1973 फ़िल्म)
नमक हराम 1973 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और नमक हराम (1973 फ़िल्म)
निशाना (1950 फ़िल्म)
निशाना 1950 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और निशाना (1950 फ़िल्म)
पद्म श्री पुरस्कार (१९६०-६९)
पद्म श्री पुरस्कार, भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरीक सम्मान है। जिसके ई॰ सन् १९५४ से १९५९ के प्राप्त कर्ता निम्न हैं: .
देखें दुर्गा खोटे और पद्म श्री पुरस्कार (१९६०-६९)
परख (1960 फ़िल्म)
परख 1960 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और परख (1960 फ़िल्म)
पहेली (1977 फ़िल्म)
पहेली (अंग्रेजी: riddle) 1977 में ताराचंद बड़जात्या द्वारा निर्मिन चित्र थी| प्रशांत नन्दा के निर्देशन में बनी इस पारिवारिक चित्र में सत्यजीत व नमीता चंद्रा ने मुख्य भूमिका निभाई| अरुण गोविल, नमीता चंद्रा, पूर्णिमा जयराम, नीना महापात्रा और अनीता सिंह को सुनहरे परदे पर अभिनय के लिए तथा सुरेश वाडेकर को परश्वागायन के लिए परिचय किया गया| .
देखें दुर्गा खोटे और पहेली (1977 फ़िल्म)
प्यार का सपना (1969 फ़िल्म)
प्यार का सपना 1969 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और प्यार का सपना (1969 फ़िल्म)
फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार
फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। यह हिन्दी फ़िल्म में बेहतर अभिनय के लिये सहायक अभिनेत्री को फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार समारोह में दिया जाता है। .
देखें दुर्गा खोटे और फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार
बनफूल (1971 फ़िल्म)
बनफूल 1971 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और बनफूल (1971 फ़िल्म)
बावर्ची (1972 फ़िल्म)
RajeshKhanna.jpg राजेश खन्ना इस फिल्म के अभिनेता थे बावर्ची (अंग्रेजी: The Cook) 1972 में ऋषिकेश मुखर्जी निर्मित पारिवारिक कथा आधारित हास्य हिन्दी भाषा फिल्म है जिसके मुख्य पात्र निभाये हैं राजेश खन्ना, जया भादुरी, असरानी, ए के हंगल और दुर्गा खोटे| यह फिल्म बांगला फिल्म 'गाल्पा होलेओ सात्यी' (1966) से प्रेरित है। .
देखें दुर्गा खोटे और बावर्ची (1972 फ़िल्म)
बजरंगबली (1976 फ़िल्म)
जय बजरंग बली 1976 में बनी हिन्दी फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और बजरंगबली (1976 फ़िल्म)
बेनज़ीर (1964 फ़िल्म)
बेनज़ीर 1964 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और बेनज़ीर (1964 फ़िल्म)
बेकसूर (1950 फ़िल्म)
बेकसूर 1950 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और बेकसूर (1950 फ़िल्म)
बॉबी (१९७३ फ़िल्म)
बॉबी 1973 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। यह फिल्म डिम्पल कपाडिया और राज कपूर के बेटे ऋषि कपूर की पहली फिल्म है। यह फिल्म १९७३ की सबसे हिट फिल्म मानी जाती है। .
देखें दुर्गा खोटे और बॉबी (१९७३ फ़िल्म)
भाभी (1957 फ़िल्म)
भाभी 1957 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और भाभी (1957 फ़िल्म)
भारतीय सिनेमा
भारतीय सिनेमा के अन्तर्गत भारत के विभिन्न भागों और भाषाओं में बनने वाली फिल्में आती हैं जिनमें आंध्र प्रदेश और तेलंगाना, असम, बिहार, उत्तर प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, जम्मू एवं कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और बॉलीवुड शामिल हैं। भारतीय सिनेमा ने २०वीं सदी की शुरुआत से ही विश्व के चलचित्र जगत पर गहरा प्रभाव छोड़ा है।। भारतीय फिल्मों का अनुकरण पूरे दक्षिणी एशिया, ग्रेटर मध्य पूर्व, दक्षिण पूर्व एशिया और पूर्व सोवियत संघ में भी होता है। भारतीय प्रवासियों की बढ़ती संख्या की वजह से अब संयुक्त राज्य अमरीका और यूनाइटेड किंगडम भी भारतीय फिल्मों के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार बन गए हैं। एक माध्यम(परिवर्तन) के रूप में सिनेमा ने देश में अभूतपूर्व लोकप्रियता हासिल की और सिनेमा की लोकप्रियता का इसी से अन्दाजा लगाया जा सकता है कि यहाँ सभी भाषाओं में मिलाकर प्रति वर्ष 1,600 तक फिल्में बनी हैं। दादा साहेब फाल्के भारतीय सिनेमा के जनक के रूप में जाना जाते हैं। दादा साहब फाल्के के भारतीय सिनेमा में आजीवन योगदान के प्रतीक स्वरुप और 1969 में दादा साहब के जन्म शताब्दी वर्ष में भारत सरकार द्वारा दादा साहेब फाल्के पुरस्कार की स्थापना उनके सम्मान में की गयी। आज यह भारतीय सिनेमा का सबसे प्रतिष्ठित और वांछित पुरस्कार हो गया है। २०वीं सदी में भारतीय सिनेमा, संयुक्त राज्य अमरीका का सिनेमा हॉलीवुड तथा चीनी फिल्म उद्योग के साथ एक वैश्विक उद्योग बन गया।Khanna, 155 2013 में भारत वार्षिक फिल्म निर्माण में पहले स्थान पर था इसके बाद नाइजीरिया सिनेमा, हॉलीवुड और चीन के सिनेमा का स्थान आता है। वर्ष 2012 में भारत में 1602 फ़िल्मों का निर्माण हुआ जिसमें तमिल सिनेमा अग्रणी रहा जिसके बाद तेलुगु और बॉलीवुड का स्थान आता है। भारतीय फ़िल्म उद्योग की वर्ष 2011 में कुल आय $1.86 अरब (₹ 93 अरब) की रही। जिसके वर्ष 2016 तक $3 अरब (₹ 150 अरब) तक पहुँचने का अनुमान है। बढ़ती हुई तकनीक और ग्लोबल प्रभाव ने भारतीय सिनेमा का चेहरा बदला है। अब सुपर हीरो तथा विज्ञानं कल्प जैसी फ़िल्में न केवल बन रही हैं बल्कि ऐसी कई फिल्में एंथीरन, रा.वन, ईगा और कृष 3 ब्लॉकबस्टर फिल्मों के रूप में सफल हुई है। भारतीय सिनेमा ने 90 से ज़्यादा देशों में बाजार पाया है जहाँ भारतीय फिल्मे प्रदर्शित होती हैं। Khanna, 158 सत्यजीत रे, ऋत्विक घटक, मृणाल सेन, अडूर गोपालकृष्णन, बुद्धदेव दासगुप्ता, जी अरविंदन, अपर्णा सेन, शाजी एन करुण, और गिरीश कासरावल्ली जैसे निर्देशकों ने समानांतर सिनेमा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और वैश्विक प्रशंसा जीती है। शेखर कपूर, मीरा नायर और दीपा मेहता सरीखे फिल्म निर्माताओं ने विदेशों में भी सफलता पाई है। 100% प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के प्रावधान से 20वीं सेंचुरी फॉक्स, सोनी पिक्चर्स, वॉल्ट डिज्नी पिक्चर्स और वार्नर ब्रदर्स आदि विदेशी उद्यमों के लिए भारतीय फिल्म बाजार को आकर्षक बना दिया है। Khanna, 156 एवीएम प्रोडक्शंस, प्रसाद समूह, सन पिक्चर्स, पीवीपी सिनेमा,जी, यूटीवी, सुरेश प्रोडक्शंस, इरोज फिल्म्स, अयनगर्न इंटरनेशनल, पिरामिड साइमिरा, आस्कार फिल्म्स पीवीआर सिनेमा यशराज फिल्म्स धर्मा प्रोडक्शन्स और एडलैब्स आदि भारतीय उद्यमों ने भी फिल्म उत्पादन और वितरण में सफलता पाई। मल्टीप्लेक्स के लिए कर में छूट से भारत में मल्टीप्लेक्सों की संख्या बढ़ी है और फिल्म दर्शकों के लिए सुविधा भी। 2003 तक फिल्म निर्माण / वितरण / प्रदर्शन से सम्बंधित 30 से ज़्यादा कम्पनियां भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध की गयी थी जो फिल्म माध्यम के बढ़ते वाणिज्यिक प्रभाव और व्यसायिकरण का सबूत हैं। दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योग दक्षिण भारत की चार फिल्म संस्कृतियों को एक इकाई के रूप में परिभाषित करता है। ये कन्नड़ सिनेमा, मलयालम सिनेमा, तेलुगू सिनेमा और तमिल सिनेमा हैं। हालाँकि ये स्वतंत्र रूप से विकसित हुए हैं लेकिन इनमे फिल्म कलाकारों और तकनीशियनों के आदान-प्रदान और वैष्वीकरण ने इस नई पहचान के जन्म में मदद की। भारत से बाहर निवास कर रहे प्रवासी भारतीय जिनकी संख्या आज लाखों में हैं, उनके लिए भारतीय फिल्में डीवीडी या व्यावसायिक रूप से संभव जगहों में स्क्रीनिंग के माध्यम से प्रदर्शित होती हैं। Potts, 74 इस विदेशी बाजार का भारतीय फिल्मों की आय में 12% तक का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। इसके अलावा भारतीय सिनेमा में संगीत भी राजस्व का एक साधन है। फिल्मों के संगीत अधिकार एक फिल्म की 4 -5 % शुद्ध आय का साधन हो सकते हैं। .
देखें दुर्गा खोटे और भारतीय सिनेमा
भारतीय अभिनेत्रियों की सूची
स्मिता पाटिल सुष्मिता सेन.
देखें दुर्गा खोटे और भारतीय अभिनेत्रियों की सूची
मनमौजी
मनमौजी 1962 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और मनमौजी
मिर्ज़ा गालिब (1954 फ़िल्म)
मिर्ज़ा गालिब 1954 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। हिन्दुस्तान के मशहूर शायर मिर्ज़ा ग़ालिब की जीवनी पर बनी यह फ़िल्म काफ़ी सराही गयी। .
देखें दुर्गा खोटे और मिर्ज़ा गालिब (1954 फ़िल्म)
मुझे जीने दो (1963 फ़िल्म)
मुझे जीने दो (अंग्रेजी: Mujhe Jeene Do) सन 1963 में बनी एक मशहूर हिन्दी फिल्म का नाम है जिसका निर्देशन मणि भट्टाचार्य ने किया था। अजन्ता आर्ट के बैनर तले बनी व डकैतों के वास्तविक जीवन पर आधारित बालीवुड की इस फिल्म में सुनील दत्त, वहीदा रहमान, निरूपा रॉय, राजेन्द्र नाथ एवं मुमताज़ ने अभिनय किया था। चम्बल घाटी के डाकू समस्याग्रस्त इलाके भिण्ड एवं मुरैना जिलों के खतरनाक बीहड़ों में मध्य प्रदेश पुलिस के सुरक्षा कवच में फिल्मायी गयी, तथा मोहन स्टूडियो मुम्बई में बनी इस फिल्म में वहीदा रहमान व सुनील दत्त के अभिनय की बेहतरीन प्रतिभा का प्रदर्शन हुआ था। जयदेव के संगीत निर्देशन ने इसे सर्वश्रेष्ठ फिल्म का दर्ज़ा दिलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी। .
देखें दुर्गा खोटे और मुझे जीने दो (1963 फ़िल्म)
मुग़ल-ए-आज़म
मुग़ल-ए-आज़म हिन्दी भाषा की एक फ़िल्म है जो 1960 में प्रदर्शित हुई। यह फ़िल्म हिन्दी सिनेमा इतिहास की सफलतम फ़िल्मों में से है। इसे के॰ आसिफ़ के शानदार निर्देशन, भव्य सेटों, बेहतरीन संगीत के लिये आज भी याद किया जाता है। .
देखें दुर्गा खोटे और मुग़ल-ए-आज़म
मैं शादी करने चला (1962 फ़िल्म)
मैं शादी करने चला 1962 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और मैं शादी करने चला (1962 फ़िल्म)
मोरद्वाज (1952 फ़िल्म)
मोरद्वाज 1952 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और मोरद्वाज (1952 फ़िल्म)
राजधानी (1956 फ़िल्म)
राजधानी 1956 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और राजधानी (1956 फ़िल्म)
राजा जानी (1972 फ़िल्म)
राजा जानी 1972 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और राजा जानी (1972 फ़िल्म)
रंगीला रतन (1976 फ़िल्म)
रंगीला रतन 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और रंगीला रतन (1976 फ़िल्म)
लकीरें (1954 फ़िल्म)
लकीरें 1954 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और लकीरें (1954 फ़िल्म)
शिकस्त (1953 फ़िल्म)
शिकस्त 1953 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और शिकस्त (1953 फ़िल्म)
शक (1976 फ़िल्म)
शक 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और शक (1976 फ़िल्म)
साहेब बहादुर (1977 फ़िल्म)
साहेब बहादुर 1977 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और साहेब बहादुर (1977 फ़िल्म)
सिंगार (1949 फ़िल्म)
सिंगार 1949 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और सिंगार (1949 फ़िल्म)
सज़ा (1951 फ़िल्म)
सज़ा 1951 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और सज़ा (1951 फ़िल्म)
सगाई (1966 फ़िल्म)
सगाई 1966 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और सगाई (1966 फ़िल्म)
हिंदी चलचित्र, १९६० दशक
1960 दशक के हिंदी चलचित्र .
देखें दुर्गा खोटे और हिंदी चलचित्र, १९६० दशक
जानेमन (1976 फ़िल्म)
जानेमन 1976 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और जानेमन (1976 फ़िल्म)
जीत (1949 फ़िल्म)
जीत 1949 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और जीत (1949 फ़िल्म)
जीने की राह (1969 फ़िल्म)
जीने की राह 1969 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और जीने की राह (1969 फ़िल्म)
विदाई (1974 फ़िल्म)
विदाई 1974 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और विदाई (1974 फ़िल्म)
खिलौना (1970 फ़िल्म)
खिलौना १९७० में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इस फ़िल्म के निर्देशक हैं चंदर वोहरा। इस फ़िल्म को फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कारों में छः श्रेणियों में नामांकित किया गया था और इसने दो श्रेणियों में पुरस्कार जीते। .
देखें दुर्गा खोटे और खिलौना (1970 फ़िल्म)
गोपी (1970 फ़िल्म)
गोपी 1970 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और गोपी (1970 फ़िल्म)
आँधियां (1952 फ़िल्म)
आँधियां 1952 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और आँधियां (1952 फ़िल्म)
आनन्द (फ़िल्म)
आनन्द १९७१ में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इस फ़िल्म के निर्माता, निर्देशक, लेखक एवं संपादक ऋषिकेश मुखर्जी हैं। इस फ़िल्म के मुख्य कलाकार राजेश खन्ना एवं अमिताभ बच्चन हैं। इस फ़िल्म को राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म के अलावा फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कारों में छः श्रेणियों में पुरस्कृत किया गया था। .
देखें दुर्गा खोटे और आनन्द (फ़िल्म)
आराम (1951 फ़िल्म)
आराम 1951 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और आराम (1951 फ़िल्म)
इन्कलाब (१९३५ फ़िल्म)
इन्कलाब १९३५ में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और इन्कलाब (१९३५ फ़िल्म)
कर्ज़ (१९८० फ़िल्म)
कर्ज़ 1980 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और कर्ज़ (१९८० फ़िल्म)
काला सोना (1975 फ़िल्म)
काला सोना 1975 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और काला सोना (1975 फ़िल्म)
काजल (1965 फ़िल्म)
काजल 1965 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। इस चलचित्र के निर्माता पन्नालाल माहेश्वरी थे, तथा निर्देशक के तौर पर राम माहेश्वरी ने अपना योगदान दिया था। इस चलचित्र के सितारे थे -मीना कुमारी, धर्मेन्द्र, राज कुमार, पद्मिनी, हेलन, दुर्गा खोटे, टुन टुन, महमूद और मुमताज़। इस चलचित्र के लिए संगीत दिया था रवि ने। गुलशन नंदा के उपन्यास "माधवी " पर आधारित इस चलचित्र के लिए फणी मजुमदार और किदार शर्मा ने संवाद लेखन किया। यह चलचित्र बॉक्स ऑफिस पर "हिट" रही। यह फ़िल्म गुलशन नन्दा के उपन्यास माधवी पर आधारित है। .
देखें दुर्गा खोटे और काजल (1965 फ़िल्म)
कैसे कहूँ (1964 फ़िल्म)
कैसे कहूँ 1964 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और कैसे कहूँ (1964 फ़िल्म)
अनुपमा (1966 फ़िल्म)
अनुपमा 1966 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और अनुपमा (1966 फ़िल्म)
अभिमान (1973 फ़िल्म)
अभिमान 1973 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और अभिमान (1973 फ़िल्म)
अर्द्धांगिनी (1959 फ़िल्म)
अर्द्धांगिनी 1959 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .
देखें दुर्गा खोटे और अर्द्धांगिनी (1959 फ़िल्म)
उसने कहा था
उसने कहा था हिन्दी भाषा की एक फ़िल्म है जो 1960 में प्रदर्शित हुई। .
देखें दुर्गा खोटे और उसने कहा था
१९९१
1991 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .
देखें दुर्गा खोटे और १९९१