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दिल तो पागल है

सूची दिल तो पागल है

दिल तो पागल है 1997 में बनी भारतीय हिन्दी फिल्म है। जिसका निर्देशन यश चोपड़ा ने किया है। इसमें मुख्य किरदार में शाहरुख खान, माधुरी दीक्षित, करिश्मा कपूर हैं। शाहरुख खान और यश चोपड़ा की यह एक साथ तीसरी फिल्म है। इससे पहले वह डर (1993) और दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे (1995) में साथ काम किए थे। .

सामग्री की तालिका

  1. 24 संबंधों: फ़रीदा जलाल, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखन पुरस्कार, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार, फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार, माधुरी दीक्षित, माधुरी दीक्षित की फ़िल्में, यश चोपड़ा, राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार - सर्वश्रेष्ठ नृत्य संयोजन, राजा हिन्दुस्तानी, शाहरुख़ ख़ान, शाहरुख़ ख़ान की फिल्में, हिंदी चलचित्र, १९९० दशक, आमिर ख़ान, करिश्मा कपूर, करिश्मा कपूर की फ़िल्में, अरुणा ईरानी, अक्षय कुमार, अक्षय कुमार को प्राप्त पुरस्कारों और नामांकनों की सूची, अक्षय कुमार की फ़िल्में

फ़रीदा जलाल

फ़रीदा जलाल हिन्दी फिल्मों की एक प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं। .

देखें दिल तो पागल है और फ़रीदा जलाल

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार हिंदी फिल्मों के लिए वार्षिक फिल्मफेयर पुरस्कार के हिस्से के रूप में फिल्मफेयर द्वारा दिया जाने वाला पुरस्कार है। यह किसी पुरुष पार्श्व गायक को दिया जाता है जिसने फिल्म गीत में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। यद्यपि पुरस्कार समारोह की स्थापना 1954 में हुई थी लेकिन 1959 में सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक की श्रेणी शुरू की गई थी। यह पुरस्कार 1967 तक पुरुष और माहिला गायक दोनों के लिए शुरू में एक ही था। इस श्रेणी को अगले वर्ष विभाजित किया गया था और जब से पुरुष और महिला गायक को अलग पुरस्कार से प्रस्तुत किया जाता है। .

देखें दिल तो पागल है और फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। .

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फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। यह हिन्दी फ़िल्म में बेहतर अभिनय के लिये सहायक अभिनेत्री को फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार समारोह में दिया जाता है। .

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फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखन पुरस्कार

Kajol with karan johar.jpg फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखन विजेता, करण जौहर फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखन पुरस्कारों की वर्षवार सूची श्रेणी:फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार.

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फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। .

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फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। .

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फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। यह हिन्दी फ़िल्म में सबसे बेहतर अभिनय के लिये फ़िल्म के अभिनेता को फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार समारोह में दिया जाता है। .

देखें दिल तो पागल है और फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर पत्रिका द्वारा प्रति वर्ष दिया जाने वाला पुरस्कार है। यह हिन्दी फ़िल्म में बेहतर अभिनय के लिये अभिनेत्री फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार समारोह में दिया जाता है। .

देखें दिल तो पागल है और फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार

माधुरी दीक्षित

माधुरी दीक्षित (जन्म: 15 मई, 1965) हिन्दी फ़िल्मों की एक सुप्रसिद्ध अभिनेत्री एवं नृत्यांगना हैं। .

देखें दिल तो पागल है और माधुरी दीक्षित

माधुरी दीक्षित की फ़िल्में

माधुरी का 2012 का चित्र माधुरी दीक्षित भारतीय अभिनेत्री है जिन्हें बॉलीवुड की फिल्मों में उनके अभिनय के लिए जाना जाता है। 1984 की फिल्म अबोध में उन्होंने एक युवा दुल्हन की भूमिका के साथ अभिनय करियर की शुरुआत की थी। अगले चार वर्षों में माधुरी ने कई फिल्मों में काम किया, जिसमें आवारा बाप (1985), स्वाति (1986), उत्तर दक्षिण (1987) और दयावान (1988) शामिल थीं। हालांकि उनमें से कोई भी उन्हें ज्यादा पहचान नहीं दिला पाई। उनकी सफलता की शुरुआत 1988 में एन चन्द्रा की थ्रिलर तेज़ाब के साथ हुई, जो उस वर्ष की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी। उन्होंने व्यावसायिक रूप से सफल एक्शन-नाटकीय फ़िल्में राम लखन (1989), त्रिदेव (1989), और किशन कन्हैया (1990) में मुख्य भूमिका निभाई। 1990 की रूमानी नाटकीय फ़िल्म दिल में एक अमीर बिगड़ैल लड़की की भूमिका के लिये उन्होंने पहला सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार अर्जित किया। अगले वर्ष उन्होंने साजन में अभिनय किया जो 1991 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फ़िल्म थी। 1992 में बेटा में अपनी चालाक सास के खिलाफ विद्रोह करने वाली महिला का किरदार निभाने के लिये उन्होंने अपना दूसरा फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार जीता। माधुरी ने जैकी श्रॉफ और संजय दत्त के साथ एक्शन थ्रिलर खलनायक (1993) में अभिनय किया जो उस वर्ष की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक थी। उसके बाद उन्होंने अंजाम (1994) में सकारात्मक समीक्षाओं के साथ प्रतिशोधी की भुमिका अदा की। माधुरी की अगली फ़िल्म सूरज बड़जात्या की परिवारिक नाटक हम आपके हैं कौन (1994) थी, जो उस बिंदु तक सबसे ज्यादा कमाई करने वाली बॉलीवुड फिल्म थी। उसने उन्हें बॉलीवुड की प्रमुख अभिनेत्री के रूप में स्थापित किया। अगले वर्ष उनकी राजा और याराना आई। दोनों फ़िल्में सफल रही। हालांकि 1996 की उनकी दोनों फ़िल्में, राजकुमार और प्रेम ग्रंथ वित्तीय विफलता थीं। यश चोपड़ा की 1997 की रोमांटिक फिल्म दिल तो पागल है, उनके लिए बड़ी सफलता थी। इस फिल्म में उनके अभिनय के लिये उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए चौथा फिल्मफेयर पुरस्कार मिला। तीन साल बाद समीक्षकों द्वारा प्रशंसित फ़िल्म पुकार में, उन्हें अनिल कपूर के साथ देखा गया। जिसके बाद उन्होंने प्रयोगात्मक फिल्म गज गामिनी में पाँच भूमिकाएं चित्रित कीं। 2001 में महिलाओं के अधिकारों पर फ़िल्म, लज्जा में लिंग भेदभाव के खिलाफ लड़ने वाली महिला के रूप में उनकी सहायक भूमिका के लिए माधुरी की प्रशंसा की गई। वर्ष 2002 में दीक्षित ने दो रोमांटिक फ़िल्मों में अभिनय किया, जिसमें शाहरुख खान के विपरीत देवदास भी शामिल थी। इसमें उन्होंने चंद्रमुखी चरित्र निभाया था। जिसके लिये उन्होंने सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री श्रेणी में फिल्मफेयर पुरस्कार जीता था। फ़िल्मों से पांच साल की अनुपस्थिति के बाद, माधुरी ने नृत्य फिल्म आजा नचले (2007) में एक प्रमुख भूमिका निभाई। बॉक्स ऑफिस पर फिल्म की विफलता के बावजूद, उनके प्रदर्शन की सराहना की गई। अभिषेक चौबे की ब्लैक कॉमेडी फिल्म डेढ़ इश्किया (2014) में एक जालसाज महिला की भूमिका उनकी सात साल में पहली अभिनय भूमिका थी। उन्होंने आगे जूही चावला के साथ अपराध नाटकीय फ़िल्म गुलाब गैंग में एक नेता की भूमिका चित्रण की। उनके फिल्म के कार्य के अलावा, माधुरी ने नृत्य रियलिटी शो झलक दिखला जा के चार सत्रों के लिए प्रतिभा जज (judge) के रूप में कार्य किया है। .

देखें दिल तो पागल है और माधुरी दीक्षित की फ़िल्में

यश चोपड़ा

यश चोपड़ा (अंग्रेजी: Yash Chopra जन्म: 27 सितम्बर 1932 – मृत्यु: 21 अक्टूबर 2012) हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध निर्देशक थे। बाद में उन्होंने कुछ अच्छी फिल्मों का निर्माण भी किया। उन्होंने अपने भाई बी० आर० चोपड़ा और आई० एस० जौहर के साथ बतौर सहायक निर्देशक फिल्म जगत में प्रवेश किया। 1959 में उन्होंने अपनी पहली फिल्म धूल का फूल बनायी थी। उसके बाद 1961 में धर्मपुत्र आयी। 1965 में बनी फिल्म वक़्त से उन्हें अपार शोहरत हासिल हुई। उन्हें फिल्म निर्माण के क्षेत्र में कई पुरस्कार व सम्मान प्राप्त हुए। बालीवुड जगत से फिल्म फेयर पुरस्कार, राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के अतिरिक्त भारत सरकार ने उन्हें 2005 में भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया। .

देखें दिल तो पागल है और यश चोपड़ा

राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार - सर्वश्रेष्ठ नृत्य संयोजन

राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार - सर्वश्रेष्ठ नृत्य संयोजन ये राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार कि एक श्रेणी हैं। इस श्रेणी के विजेता को फ़िल्म में नृत्यरचना के कार्य के लिये रजत कमल प्रदान किया जाता हैं। यह पुरस्कार १९९१ में ३९वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों पर स्थापित किया गया था लेकिन ४०वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों पर पहली बार प्रदान किया गया था। .

देखें दिल तो पागल है और राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार - सर्वश्रेष्ठ नृत्य संयोजन

राजा हिन्दुस्तानी

राजा हिन्दुस्तानी 1996 में बनी धर्मेश दर्शन द्वारा निर्देशित हिन्दी भाषा की प्रेमकहानी फ़िल्म है। आमिर खान और करिश्मा कपूर द्वारा प्रमुख भूमिका निभाई गई हैं। 15 नवंबर 1996 को जारी यह फ़िल्म 1965 की जब जब फूल खिले की रीमेक है, जिसमें शशि कपूर और नन्दा कलाकार हैं। फिल्म का संगीत नदीम-श्रवण द्वारा दिया गया था, जिसमें समीर के बोल थे। जारी होने के बाद यह वर्ष की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी। इसने सात स्टार स्क्रीन पुरस्कार सहित पांच फिल्मफेयर पुरस्कार जीते थे। .

देखें दिल तो पागल है और राजा हिन्दुस्तानी

शाहरुख़ ख़ान

शाहरुख़ ख़ान (उच्चारण; जन्म 2 नवम्बर 1965), जिन्हें अक्सर शाहरुख खान के रूप में श्रेय दिया जाता है और अनौपचारिक रूप में एसआरके नाम से सन्दर्भित किया जाता, एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता है। अक्सर मीडिया में इन्हें "बॉलीवुड का बादशाह", "किंग खान", "रोमांस किंग" और किंग ऑफ़ बॉलीवुड नामों से पुकारा जाता है। खान ने रोमैंटिक नाटकों से लेकर ऐक्शन थ्रिलर जैसी शैलियों में 75 हिन्दी फ़िल्मों में अभिनय किया है। फिल्म उद्योग में उनके योगदान के लिये उन्होंने तीस नामांकनों में से चौदह फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार जीते हैं। वे और दिलीप कुमार ही ऐसे दो अभिनेता हैं जिन्होंने साथ फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार आठ बार जीता है। 2005 में भारत सरकार ने उन्हें भारतीय सिनेमा के प्रति उनके योगदान के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया। अर्थशास्त्र में उपाधी ग्रहण करने के बाद इन्होने अपने करियर की शुरुआत १९८० में रंगमंचों व कई टेलिविज़न धारावाहिकों से की और १९९२ में व्यापारिक दृष्टी से सफल फ़िल्म दीवाना से फ़िल्म क्षेत्र में कदम रखा। इस फ़िल्म के लिए उन्हें फ़िल्मफ़ेयर प्रथम अभिनय पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके पश्च्यात उन्होंने कई फ़िल्मों में नकारात्मक भूमिकाएं अदा की जिनमे डर (१९९३), बाज़ीगर (१९९३) और अंजाम (१९९४) शामिल है। वे कई प्रकार की भूमिकाओं में दिखे व भिन्न-भिन्न प्रकार की फ़िल्मों में कार्य किया जिनमे रोमांस फ़िल्में, हास्य फ़िल्में, खेल फ़िल्में व ऐतिहासिक ड्रामा शामिल है। उनके द्वारा अभिनीत ग्यारह फ़िल्मों ने विश्वभर में १ बिलियन का व्यवसाय किया है। खान की कुछ फ़िल्में जैसे दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे (१९९५), कुछ कुछ होता है (१९९८), ''देवदास'' (२००२), ''चक दे! इंडिया'' (२००७), ओम शांति ओम (२००७), रब ने बना दी जोड़ी (२००८) और रा.वन (२०११) अबतक की सबसे बड़ी हीट फ़िल्मों में रही है और कभी खुशी कभी ग़म (२००१), कल हो ना हो (२००३), वीर ज़ारा (२००६)। वेल्थ रिसर्च फर्म वैल्थ एक्स के मुताबिक किंग खान पहले सबसे अमीर भारतीय अभिनेता बन गए हैं। फर्म ने अभिनेता की कुल संपत्ति 3660 करोड़ रूपए आंकी थी लेकिन अब 4000 करोङ बताई जाती है। .

देखें दिल तो पागल है और शाहरुख़ ख़ान

शाहरुख़ ख़ान की फिल्में

शाहरुख खान की फिल्में .

देखें दिल तो पागल है और शाहरुख़ ख़ान की फिल्में

हिंदी चलचित्र, १९९० दशक

1990 दशक के हिंदी चलचित्र। .

देखें दिल तो पागल है और हिंदी चलचित्र, १९९० दशक

आमिर ख़ान

आमिर खान (नस्तालीक़: عامر خان) (जन्म आमिर हुसैन खान; मार्च 14, 1965) एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता, निर्माता, निर्देशक, पटकथा लिखनेवाले, कभी कभी गायक और आमिर खान प्रोडक्सनस के संस्थापक-मालिक है। अपने चाचा नासिर हुसैन की फ़िल्म यादों की बारात (1973) में आमिर खान एक बाल कलाकार की भूमिका में नज़र आए थे और ग्यारह साल बाद खान का करियर फ़िल्म होली (1984) से आरम्भ हुआ उन्हें अपने चचेरे भाई मंसूर खान के साथ फ़िल्म क़यामत से क़यामत तक (1988) के लिए अपनी पहली व्यवसायिक सफलता मिली और उन्होंने फ़िल्म में एक्टिंग के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ मेल नवोदित पुरस्कार (सर्वश्रेष्ठ नवोदित पुरूष कलाकार के लिए फ़िल्मफेयर पुरस्कार) जीता। पिछले आठ नामांकन के बाद 1980 और 1990 के दौरान, खान को राजा हिन्दुस्तानी (1996), के लिए पहला फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार मिला जो अब तक की उनकी एक बड़ी व्यवसायिक सफलता थी। उन्हें बाद में फिल्मफेयर कार्यक्रम में दूसरा सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार और लगान में उनके अभिनय के लिए 2001 में कई अन्य पुरस्कार मिले और अकादमी पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया। अभिनय से चार साल का सन्यास लेने के बाद, केतन मेहता की फ़िल्म द रायजिंग (2005) से खान ने वापसी की। २००७ में, वे निर्देशक के रूप में फ़िल्म तारे ज़मीन पर का निर्देशन किया, जिसके लिए उन्हें फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार दिया गया। कई कॉमर्शियल सफल फ़िल्मों का अंग होने के कारण और बहुत ही अच्छा अभिनय करने के कारण, वे हिन्दी सिनेमा के एक प्रमुख अभिनेता बन गए हैं। .

देखें दिल तो पागल है और आमिर ख़ान

करिश्मा कपूर

करिश्मा कपूर हिन्दी फिल्मों की एक प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं। वह प्रसिद्ध कपूर ख़ानदान से हैं और करीना कपूर की बड़ी बहन हैं। करिश्मा को उनके उपनाम लोलो से भी जाना जाता है। इनका जन्म 25 जून 1974 को मुम्बई में हुआ था। इन्हौंने बॉलीवुड की कई प्रसिद्ध और इनाम जीतने वाली फ़िल्मों में काम किया है। .

देखें दिल तो पागल है और करिश्मा कपूर

करिश्मा कपूर की फ़िल्में

श्रेणी:फ़िल्मों की सूची.

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अरुणा ईरानी

अरुणा ईरानी हिन्दी फिल्मों की एक चरित्र अभिनेत्री हैं। दस साल की उम्र से आयी थी, दिलीप कुमार की फिल्म मे, कम शिक्शित होते हुए भि उन्होन्ने भार्तिय .

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अक्षय कुमार

अक्षय कुमार (ਅਕਸ਼ੈ ਕੁਮਾਰ, जन्म: राजीव हरी ओम भाटिया, ९ सितम्बर, १९६७) एक भारतीय बॉलीवुड फ़िल्म अभिनेता हैं। वे 100 से अधिक हिन्दी फिल्मों में काम कर चुके हैं। 90 के दशक में, हिट एक्शन फिल्मों जैसे खिलाड़ी (१९९२), मोहरा (१९९४) और सबसे बड़ा खिलाड़ी (१९९५) में अभिनय करने के कारण, कुमार को बॉलीवुड का एक्शन हीरो की संज्ञा दी जाती थी और विशेषतः वे "खिलाड़ी श्रृंखला" के लिए जाने जाते थे। फिर भी, वह रोमांटिक फिल्मों जैसे ये दिल्लगी (१९९४) और धड़कन (२०००) में अपने अभिनय के लिए सम्मानित किए गए और साथ ही साथ ड्रामेटिक फिल्मों जैसे एक रिश्ता (२००१) में अपनी अभिनय क्षमता को दिखाया। 2002 में उन्हें अपना पहला फ़िल्मफेयर पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ खलनायक फ़िल्म अजनबी (2001) में अभिनय के लिए दिया गया। अपनी एक सी छवि को बदलने के इच्छुक अक्षय कुमार ने ज्यादातर कोमेडी फिल्में की। फ़िल्म हेरा फेरी (2002), मुझसे शादी करोगी (2004), गरम मसाला (2005) और जान-ए-मन (२००६) में हास्य अभिनय के लिए फ़िल्म समीक्षकों द्वारा उनकी प्रशंसा की गई। 2007 में वे सफलता की ऊचाईयों को छूने लगे, जब उनके द्वारा अभिनीत चार लगातार कामर्सियल फिल्में हिट हुई। इस तरह से, उन्होंने अपने आपको हिन्दी फ़िल्म उद्योग में एक प्रमुख अभिनेता के रूप में स्थापित किया। वे मार्शल आर्ट्स (सामरिक कला) की शिक्षा बेंगकोक में प्राप्त करके आए और वहां एक रसोइया की नौकरी भी करते थे। वे फिर मुंबई वापस आ गए, जहाँ वे मार्सल आर्ट्स की शिक्षा देने लगे। उनका एक विद्यार्थी जो एक फोटोग्राफर था, उसने उन्हें मॉडलिंग करने कहा। उस विद्यार्थी ने उन्हें एक छोटी कंपनी में एक मॉडलिंग असयांमेंट दिया। उन्हें कैमरे के सामने पोज देने के लिए, दो घंटे के 5,000 रुपये मिलते था। पहले की तनख्वाह 4000 रुपये प्रति महीने की तुलना में यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण कारण था कि वे क्यों मॉडल बने। मॉडलिंग करने के दो महीने बाद, कुमार को प्रमोद चक्रवर्ती ने अंततः अपनी फ़िल्म दीदार में अभिनय करने का मौका दिया। .

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अक्षय कुमार को प्राप्त पुरस्कारों और नामांकनों की सूची

यह भारतीय अभिनेता अक्षय कुमार को प्राप्त पुरस्कारों और नामांकनों की सूची है। अक्षय कुमार (जन्म ९ सितम्बर १९६७ को राजीव हरी ओम भाटिया) भारतीय अभिनेता फ़िल्म निर्माता और युद्ध कला का कलाकार हैं। उन्होंने अब तक सैकड़ों हिन्दी फ़िल्मों में अभिनय किया है। उन्हें कई बार फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कारों के लिए नामित किया गया और ३ बार उन्होंने ये पुरस्कार जीता। सन् २००८, २०११ और २०१३ में उन्होंने वर्ष के पुरुष सितारे का स्टारडस्ट पुरस्कार जीता। वर्ष २००८ में, विंडसर विश्वविद्यालय ने भारतीय सिनेमा में उनके योगदानों के लिए कुमार को विधि में मानद डॉक्ट्रेट की उपाधि प्रदान की। अगले वर्ष उन्हें भारत सरकार ने पद्म श्री से पुरस्कृत किया। सिनेमा के क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए कुमार को द एशियन अवार्ड से नवाज़ा गया। .

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अक्षय कुमार की फ़िल्में

अक्षय कुमार (जन्म ९ सितम्बर १९६७ को राजीव हरि ओम भाटिया) भारतीय अभिनेता फ़िल्म निर्माता और युद्ध कला का कलाकार हैं। उन्होंने अब तक १२५ से भी अधिक फ़िल्मों में अभिनय किया है। उन्हें कई बार फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कारों के लिए नामित किया गया और ३ बार उन्होंने ये पुरस्कार जीता। १९९० के दशक में जब उन्होंने अभिनय की दुनिया में कदम रखा तो शुरुआत में केवल एक्शन फ़िल्मों में अभिनय करते थे और उन्हें सामान्यतः "खिलाड़ी शृंखला" जिसमें खिलाड़ी (1992), मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी (1994), सबसे बड़ा खिलाड़ी (1995), खिलाड़ियों का खिलाड़ी (1996), मिस्टर एंड मिसेज़ खिलाड़ी (1997), इन्टरनेशनल खिलाड़ी (1999) और खिलाड़ी ४२० (2000), खिलाड़ी ७८६ (2012), शामिल हैं, सहित अन्य एक्शन फ़िल्मों जैसे वक्त हमारा है (1993), मोहरा (1994), एलान (1994), सुहाग (1994), सपूत (1996), अंगारे (1998), कीमत (1998) और संघर्ष (1999) में उनके अभिनय के लिए जाना जाता था। बाद में उन्होंने नाटकीय, रोमांस और हास्य अभिनयों में भी ख्याति प्राप्त की। उन्होंने रूमानी फ़िल्मों जैसे ये दिल्लगी (1994), दिल तो पागल है (1997), धड़कन (2000), हमको दीवाना कर गये (2006), जानेमन (2006) और नमस्ते लंदन (2007) आदि में अपनी प्रस्तुति से शोहरत प्राप्त की और इसी प्रकार नाटकीय फ़िल्मों जैसे जानवर (1999), दोस्ती (2005), वक़्त (2005) और पटियाला हाउस (2011) में भी प्रसिद्धि प्राप्त की। उन्होंने अपने हास्य फ़िल्मों हेरा फेरी (2000), मुझसे शादी करोगी (2004), गरम मसाला (2005), भूल भुलैया (2007), सिंह इज़ किंग (2008) और हाउसफुल २ (2012) में अपनी हास्य भूमिका से प्रशंसा प्राप्त की। उनकी सफलता में २००७ में तब चार चाँद लग गये जब उन्होंने लगातार चार वाणिज्यिक रूप से सफल फ़िल्में दी। २०१२ में उनकी सफलता में हाउसफुल २ (2012) और रावड़ी राठौर (2012) दोनों फ़िल्मों में ₹ 100 करोड़ (यूएस$18.2 मिलियन) और इसी तरह ओ माय गॉड जिसके वो निर्माता भी हैं, आदि फ़िल्में शामिल है। इसी तरह उन्होंने खिलाड़ी शृंखला की आठवीं फ़िल्म खिलाड़ी ७८६ भी बॉक्स-ऑफ़िस पर सफल रही। .

देखें दिल तो पागल है और अक्षय कुमार की फ़िल्में

दिल तो पागल है (1997 फ़िल्म) के रूप में भी जाना जाता है।