2 संबंधों: डाईलेसरेशन, सैगमेनटल ओडॉनटोमैक्सीलरी डिस्प्लेसिया।
डाईलेसरेशन
डाईलेसरेशन दांतों की वह समस्या है जिसमे दांतों का आकार और संरचना में अचानक से मुड़अन दिखाई देती है जो की दांतों की रूट में या फिर ताज में दिखाई देती है| यह कोनियकरण दांतों में कही पर भी देखने को मिलता है| डाईलेसरेशन दांतों की रूट में बहुत आसानी से पाया जाता है और इसमें दांत के रूट में मुड़अन दिखाई देती है| यह स्थिति किसी प्रकार के आघात के कारण या फिर दांतों के देर से आने के कारण भी हो सकती है|डाईलेसरेशन कच्चे और पक्के दोनों ही प्रकार के दांतों में देखा जा सकता है| सबसे साधारण दंत जो इस स्थिति में पीड़ित होते है वो पक्के ऊपर वाले दांतों में दिखाई देता है| .
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सैगमेनटल ओडॉनटोमैक्सीलरी डिस्प्लेसिया
सैगमेनटल ओडॉनटोमैक्सीलरी डिस्प्लेसिया दांतों की वह समस्या है जिसमे दांतों में दर्द नही होता अपितु दांतों का आकार बढ़ जाता है साधारण आकार से। यह समस्या अक्सर सीधे जबड़े में पाई गई है और इसके होने का कारण अज्ञात है। इस समस्या का प्रभाव दांतों पर देखा जाता है, आसन्न कोमल ऊतक पर और जबड़ो पर। सैगमेनटल ओडॉनटोमैक्सीलरी डिस्प्लेसिया में कभी-कभी जन्म से ही प्रीमोलर दाँत अनुपस्थित होते है और कभी-कभी प्राइमरी दांतों का आकर साधारण दांतों से छोटा होता है। दांतों की यह समस्या बचपन में ही पता लग जाती है। इसमें दांतों के सेग्मेंट्स अत्यधिक बढ़ जाते है हड्डियों के बढने के कारण। और यह ९ साल की उम्र में इसका निदान किया जाता है। .
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