दंत संघर्षण दांतों की वह असामान्यता है जो कि २ दांतों के संपर्क में आने से होती है। दंत संघर्षण के कारण दांतों के टिश्यू नष्ट होते है और यह संघर्षण सबसे पहले दांतों के ओक्क्लुसल सतह पर दिखाई देता है। दंत संघर्षण एक शारीरिक प्रक्रिया है जो कि उम्र के साथ- साथ बढ़ती है। परन्तु ज्यादा मात्रा में दांतों की सतह से ऊतक का कम होना और उनमे संघर्षण ज्यादा होना दांतों को नुक्सान भी पहुंचा सकता है। दांतों का यह रोग ब्रुक्सिज्म की वजह से होता है जिसके कारण दांतों की पिसाई और उनमे रगड़न अत्यधिक मात्रा में होती है। दांतों में पिसाई ज्यादा होने के कारण दांतों का संघर्षण बहुत ही कठोर हो जाता है जिसके कारण दांतों पर से इनेमल पूरी तरह से घिस जाता है और डेनटाईन नजर आने लगता है जिसके कारण दंत क्षय और दंतधातु अतिसंवेदनशीलता का जोखिम बढ़ जाता है। .
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