4 संबंधों: तेन्ग्री धर्म, नम त्सो, बिलगे ख़ागान, ख़ान तेन्ग्री।
तेन्ग्री धर्म
काज़ाख़स्तान के राष्ट्रीय ध्वज की नीली पृष्ठभूमि 'सनातन नीले आकाश', यानि तेन्ग्री, का प्रतीक है तेन्ग्री धर्म (पुरानी तुर्की: 7px7px7px7px, मंगोल: Тэнгэр шүтлэг, अंग्रेज़ी: Tengrism) एक प्राचीन मध्य एशियाई धर्म है जिसमें ओझा प्रथा, सर्वात्मवाद, टोटम प्रथा और पूर्वज पूजा के तत्व शामिल थे। यह तुर्क लोगों और मंगोलों की मूल धार्मिक प्रथा थी। इसके केन्द्रीय देवता आकाश के प्रभु तेन्ग्री (Tengri) थे और इसमें आकाश के लिए बहुत श्रद्धा रखी जाती थी। आज भी मध्य एशिया और उत्तरी एशिया में तूवा और साइबेरिया में स्थित ख़कासिया जैसी जगहों पर तेन्ग्री धर्म के अनुयायी सक्रीय हैं।, Robert A. Saunders, Vlad Strukov, Scarecrow Press, 2010, ISBN 978-0-8108-5475-8,...
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नम त्सो
नम त्सो (तिब्बती: གནམ་མཚོ་, अंग्रेज़ी: Namtso) या नमत्सो, जिसे मंगोल भाषा में तेन्ग्री नोर (Tengri Nor, अर्थ: तेन्ग्री/स्वर्ग की झील) भी कहते हैं, तिब्बत की एक पर्वतीय झील है। यह तिब्बत के ल्हासा विभाग के दमझ़ुंग ज़िले और नगछु विभाग के पलगोन (बैनगोइन) ज़िले की सरहद पर स्थित है। इसका पानी खारा है। लगभग १५,००० फ़ुट पर स्थित यह झील दुनिया की सबसे ऊँची खारी झील है और चिंगहई झील के बाद तिब्बत के पठार की दूसरी सबसे बड़ी झील है।, Suzanne Anthony, pp.
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बिलगे ख़ागान
ओरख़ोन नदी के पास खड़ा की गई ऐसी शिलाएँ बिलगे ख़ागान के लिए स्मारक थीं और इनपर पुरानी तुर्की भाषा की सबसे प्राचीन ज्ञात लिखाई है बिलगे ख़ागान (Bilge Qaghan, जन्म: ६८३ या ६८४ ईसवी, मृत्यु: ७३४ ईसवी) गोएकतुर्क ख़ागानत का एक ख़ागान (सर्वोच्च ख़ान शासक) था। उसके कारनामों का बखान प्रसिद्ध ओरख़ोन शिलालेखों में मिलता है। .
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ख़ान तेन्ग्री
सूर्यास्त पर ख़ान तेन्ग्री ख़ान तेंग्री (Khan Tengri; किरगिज़: Хан-Теңири) तियान शान पर्वत शृंखला का दूसरा सबसे ऊँचा पर्वत है। यह मध्य एशिया में क़ाज़ाक़स्तान, किर्गिज़स्तान और चीन की सीमा पर इसिक कुल झील से पूर्व में स्थित है। इसके शिखर की ऊँचाई ६,९९५ मीटर (२२,९४९ फ़ुट) है। उइग़ुर भाषा में इसके नाम का अर्थ 'आकाश ख़ान (राजा)' है। प्राचीनकाल में तुर्की लोगों के मूल धर्म में तेन्ग्री आकाश के देवता का नाम था। पर्वतारोहन करने वालों में ७,००० मीटर से अधिक ऊँचे पहाड़ों की ख़ास मान्यता होती है। ख़ान तेंग्री पर हिमानी की वजह से इसका बर्फ़-समेत शिखर ७,०१० मीटर तक उठ जाता है इसलिए बहुत से लोग इसे एक 'सात-हज़ारी पर्वत' मानते हैं हालांकि मूल रूप से इसकी ऊँचाई उस से कुछ ५ मीटर कम है। तियान शान शृंखला में केवल ७,४३९ मीटर का जेन्गिश चोकुसु ही इस से अधिक ऊँचा है।, Paul Brummell, Bradt Travel Guides, 2008, ISBN 978-1-84162-234-7,...
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यहां पुनर्निर्देश करता है:
तन्ग्री, तंग्री, तेंग्री, टन्ग्री, टंग्री, टेन्ग्री, टेंग्री।