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ट्राइऐसिक युग

सूची ट्राइऐसिक युग

ट्राइएसिक (Triassic) भूवैज्ञानिक काल है जिसका विस्तार लगभग 250 से 200 Ma (million years ago) तक है। यह मध्यजीव कल्प के पहला युग है। .

5 संबंधों: ट्राइऐसिक-जुरैसिक विलुप्ति घटना, टेरोसोर, पर्मियन-ट्राइऐसिक विलुप्ति घटना, भूवैज्ञानिक समय-मान, अन्नामी पहाड़ियाँ

ट्राइऐसिक-जुरैसिक विलुप्ति घटना

ट्राइऐसिक-जुरैसिक विलुप्ति घटना (Triassic–Jurassic extinction event) पृथ्वी के ट्राइऐसिक युग को जुरैसिक कल्प से अलग करती है और यह आज से लगभग २०.१३ करोड़ वर्ष पूर्व घटी। अनुमान लगाया जाता है कि इस विलुप्ति घटना में उस समय पृथ्वी पर रह रही जातियों में से ५०% या उस से भी अधिक हमेशा के लिये विलुप्त हो गई। अनुमान लगाया जाता है कि यह विलुप्ति घटना बहुत तेज़ी से घटी और १०,००० वर्षों के काल में यह जातियाँ विलुप्त हो चुकी थीं। यह माना जाता है कि इन विलुप्तियों से धरती पर कई पारिस्थितिक स्थान खुल गये जिसके कारण डायनासोरों को उभरकर विस्तृत होने का मौक़ा मिल गया। .

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टेरोसोर

टेरोसोर​ (यूनानी: πτερόσαυρος, प्तेरोसोररोस, अर्थ: 'उड़ती गिरगिट'; अंग्रेज़ी: Pterosaur) उड़ने वाले सरीसृपों (रेपटाइलों) की एक श्रेणी थी। जीववैज्ञानिक श्रेणीकरण की दृष्टि से यह प्राणी टेरोसोररिया (Pterosauria) नामक गण या क्लेड के सदस्य थे। पृथ्वी पर टेरोसोर​ ट्राइऐसिक युग के अंत से लेकर क्रीटेशियस​ युग के अंत तक जीवित थे (यानि आज से २१ करोड़ और ६.५ करोड़ वर्ष पहले के बीच के काल में) और उसके बाद इनकी विलुप्ति हो गई। यह पृथ्वी पर अपनी शक्ति से उड़ सकने वाले सर्वप्रथम रज्जुकी (रीढ़ की हड्डी वाले) प्राणी थे। इनके पंख खाल और मांसपेशी से बने होते थे। टेरोसोरों की भिन्न जातियों के आकर बहुत भिन्न थे। कुछ तो बहुत छोटे थे (२५ सेमी का पंख विस्तार) जबकि कुछ १६ मीटर (५२ फ़ुट​) का पंख विस्तार रखने वाले भीमकाय जीव थे। वैसे तो जीवविज्ञान में क़ायदे से टेरोसोर​ डायनासोरों की श्रेणी से अलग हैं लेकिन समकालीन होने के नाते और सरीसृप होने के नाते इन्हें अक्सर डायनासोर ही समझा जाता है।, Martin Lockley, pp.

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पर्मियन-ट्राइऐसिक विलुप्ति घटना

पर्मियन-ट्राइऐसिक विलुप्ति घटना (Permian–Triassic extinction event) पृथ्वी के पेलियोज़ोइक (पुराजीवी) महाकल्प के पर्मियन कहलाने वाले अंतिम युग और उसके उपरांत आने वाले ट्राइऐसिक युग के बीच घटित विलुप्ति घटना को कहते हैं। आज से लगभग २५.२ करोड़ वर्ष पूर्व घटी इस महाविलुप्ति में पृथ्वी की लगभग ९६% समुद्री जीव जातियाँ और ज़मीन पर रहने वाली लगभग ७०% कशेरुकी (रीढ़-वाली) जीव जातियाँ हमेशा के लिये विलुप्त हो गई। यह पृथ्वी के अब तक के पूरे इतिहास की सब से भयंकर महाविलुप्ति रही है। यह पृथ्वी की इकलौती ज्ञात विलुप्ति घटना है जिसमें कीटों की भी सामूहिक विलुप्ति हुई। अनुमान लगाया जाता है कि, कुल मिलाकर ७०% जीववैज्ञानिक कुल (families) और ८३% जीववैज्ञानिक वंश (genera) विनाशित हो गये। इतने बड़े पैमाने पर जैव विविधता खोने के बाद पृथ्वी को फिर से पूरी तरह जीवों से परिपूर्ण होते हुए अन्य विलुप्ति घटनाओं की तुलना में अधिक समय लगा। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि विश्व में फिर जीव-संख्या और विविधता बनते-बनते १ करोड़ वर्ष लग गये। .

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भूवैज्ञानिक समय-मान

यह घड़ी भूवैज्ञानिक काल के प्रमुख ईकाइयों के के साथ-साथ पृथ्वी के जन्म से लेकर आज तक की प्रमुख घटनाओं को भी दिखा रही है। भूवैज्ञानिक समय-मान (geologic time scale) कालानुक्रमिक मापन की एक प्रणाली है जो स्तरिकी (stratigraphy) को समय के साथ जोड़ती है। यह एक स्तरिक सारणी (stratigraphic table) है। भूवैज्ञानिक, जीवाश्मवैज्ञानिक तथा पृथ्वी का अध्ययन करने वाले अन्य वैज्ञानिक इसका प्रयोग धरती के सम्पूर्ण इतिहास में हुई सभी घटनाओं का समय अनुमान करने के लिये करते हैं। जिस प्रकार चट्टानो के अधिक पुराने स्तर नीचे होते हैं तथा अपेक्षाकृत नये स्तर उपर होते हैं, उसी प्रकार इस सारणी में पुराने काल और घटनाएँ नीचे हैं जबकि नवीन घटनाएँ उपर (पहले) दी गई हैं। विकिरणमितीय प्रमाणों (radiomeric evidence) से पता चलता है पृथ्वी की आयु लगभग 4.54 अरब वर्ष है। .

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अन्नामी पहाड़ियाँ

अन्नामी पहाड़ियाँ (वियतनामी: Dãy Trường Sơn, लाओ: ພູຫລວງ, अंग्रेज़ी: Annamite Range) दक्षिणपूर्वी एशिया के हिन्दचीन क्षेत्र के पूर्वी भाग में एक 1,100 किलोमीटर (680 मील) तक चलने वाली पर्वतमाला है। यह लाओस, वियतनाम और पूर्वोत्तरी कम्बोडिया के एक छोटे इलाक़े पर विस्तृत है। लाओस के सिएंगखुअंग प्रान्त में खड़ा 2,598 मीटर (8,524 फ़ुट) ऊँचा फू बिया इस पर्वतमाला का सबसे ऊँचा शिखर है। .

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