लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
डाउनलोड
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

जिनेवा

सूची जिनेवा

जिनेवा या जनेवा (अंग्रेज़ी: Geneva; जनीवा, फ़्रांसीसी: Genève; जेनेव, जर्मन: Genf; जेन्फ़), स्विट्ज़रलैंड का ज़्यूरिख़ के बाद दूसरा सबसे बड़ा शहर है। ये फ़्रांस से सटा हुआ है और इसकी राजभाषा फ्रांसीसी है। ये शहर "जिनेवा सरोवर" के किनारे बसा है। यहाँ संयुक्त राष्ट्र संघ के कई निकायों के कार्यालय स्थित हैं। .

102 संबंधों: चार्ल्स, वेल्स के राजकुमार, टोयोटा प्रियस, एमिली मोरेज़मो, एयर इंडिया उड़ान 101, एयरपोर्ट्स काउन्सिल इन्टरनेशनल, एलिवेब, डबल जिनेवा, डेविड बोवी, तानिकाशोथ, दुबई, नरेन्द्र मोदी, नायेफ अल-रोधन, पालागुम्मि साईनाथ, पिएर जोसेफ प्रूधों, पियरे डे कोबेर्टिन, पिअरे जेनरे, प्रायोगिक भौतिकी, प्रवासन हेतु अंतरराष्ट्रीय संगठन, पीटर क्रोपोत्किन, फर्मीलैब, बेसल डव, भारत के राजनयिक मिशनों की सूची, मनमोहन सिंह, माधव विट्ठल कामत, मारियोन बार्तोली, मासूमा बेगम, मेड्सें सां फ्रंटियेर, युवा तुर्क आन्दोलन, यूरोपीय नाभिकीय अनुसंधान संगठन, यूरोपीय ब्रॉडकास्टिंग यूनियन, राष्ट्र संघ, राजनयिक इतिहास, रेशमी चींटीख़ोर, रॉबर्ट बॉयल, रोनाल्डिन्हो, लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर, लाला हरदयाल, ल्यों, लेम्बोर्गिनी, शरणार्थियो हेतु संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त का कार्यालय, शरणार्थियों के लिए नानसेन अंतर्राष्ट्रीय कार्यालय, श्यामजी कृष्ण वर्मा, सावित्री बाई खानोलकर, सिगार, संयुक्त राष्ट्र, संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन, सुनील मुखी, स्वास्थ्य सेवा, स्विट्ज़रलैण्ड, स्विट्ज़रलैंड के कैन्टन, ..., हंफ्री डेवी, ह्यूगेनोट, हेनरी ड्यूनेन्ट, हो चि मिन्ह, होमी जहांगीर भाभा, जनीवा कैन्टन, जां वाप्तिस्ते आंद्रे ड्यूमा, जेनेवा झील, जोरम, जी ७७ राष्ट्र समूह, ईरानी परमाणु कार्यक्रम पर अंतरिम समझौता, वाणिज्यिक क्रांति, वालेरी लेंटिव, वाई एम सी ए, विट्ठल भाई पटेल, विश्व मौसम विज्ञान दिवस, विश्व स्वास्थ्य संगठन, विश्व व्यापार संगठन, विश्व व्यापी वेब, विश्व आर्थिक मंच, विश्व के व्यस्ततम विमानक्षेत्र, ऑपेरा प्रयोग, आर्नॉद क्लेमाँ, आई॰एस॰ओ॰ ३१६६, आग़ा ख़ाँ चतुर्थ, आग़ा ख़ान सांस्कृतिक ट्रस्ट, इण्डिया हाउस, इतालवी एकीकरण, इस्क्रा, इंटरनेशनल रेड क्रॉस एवं रेड क्रेसेन्ट मोवमेंट, कण त्वरक, क्रान्ति-तीर्थ, केन्द्रीय व्यवसायिक क्षेत्रों की सूची, केरिन्थिया (Kärnten), कोलाइडर (त्वरक), अतुल गुर्टु, अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्ध, अन्तर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ, अन्तर्राष्ट्रीय संस्कृत लिप्यन्तरण वर्णमाला, अरुंधति घोष, अर्चना शर्मा, अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन, अंतरराष्ट्रीय समुद्री संगठन, १० अप्रैल, १३ जुलाई, १५ दिसम्बर, १८६३, १९२२, १९५४, २०१०, २३ सितम्बर, २९ अक्टूबर सूचकांक विस्तार (52 अधिक) »

चार्ल्स, वेल्स के राजकुमार

वेल्स के राजकुमार, युवराज चार्ल्स (चार्ल्स फिलिप ऑर्थर जॉर्ज; जन्म 14 नवम्बर 1948) महारानी एलिज़ाबेथ II और एडिनबर्ग के ड्यूक, राजकुमार फिलिप के ज्येष्ट पुत्र हैं। 1952 से ही वे राष्ट्रमंडल शक्तियों की गद्दी के स्पष्ट उत्तराधिकारी रहे हैं। कैम्ब्रिज, ट्रिनिटी कॉलेज से कला में स्नातक प्राप्त करने के बाद उन्होंने रॉयल नेवी मे 1971-1976 तक अपनी सेवाओं का निर्वहन किया। 1981 में उन्होंने लेडी डायना स्पेंसर के साथ संसार भर के टेलीविजन के विशाल दर्शकों के सामने ब्याह रचाया.

नई!!: जिनेवा और चार्ल्स, वेल्स के राजकुमार · और देखें »

टोयोटा प्रियस

टोयोटा प्रियस (टोयोटा मोटर कॉरपोरेशन द्वारा विकसित और विनिर्मित एक पूर्ण संकर बिजली (हाइब्रिड इलेक्ट्रिक) से चलने वाली मध्यम आकार की कार है। संयुक्त राज्य अमेरिका पर्यावरण संरक्षण एजेंसी के अनुसार प्रियस वर्तमान समय में संयुक्त राज्य अमेरिका में बेंची जाने वाली सबसे अधिक ईंधन किफायती पेट्रोल कार है। ईपीए (EPA) और कैलिफोर्निया वायु संसाधन बोर्ड (सीएआरबी) (CARB) ने भी धुंध बनाने और विषाक्त उत्सर्जन के आधार पर प्रियस को संयुक्त राज्य अमेरिका में बेंचे जाने वाले सबसे साफ वाहनों में स्थान दिया है। प्रियस सबसे पहले 1997 में जापान में बेंची गई, जिसने इसे पहली बार बड़े पैमाने पर उत्पादित संकर (हाइब्रिड) वाहन बना दिया। बाद में इसे 2001 में दुनिया भर में प्रस्तुत किया गया था। जापान और उत्तर अमेरिका के अपने सबसे बड़े बाजारों के साथ, प्रियस 70 से अधिक देशों और क्षेत्रों में बेची जाती है। मई 2008 में, दुनिया भर में प्रियस की कुल बिक्री 1000000 वाहन के निशान तक पहुंच गई, और सितम्बर 2010 में, दुनिया भर में प्रियस की कुल बिक्री 2.0 मिलियन इकाइयों तक पहुंच गई। दिसंबर 2009 तक दर्ज 814,173 इकाइयों के साथ अमेरिका सबसे बड़ा बाजार है।कुल दिसंबर 2009 तक अमेरिका में पंजीकृत बिजली के संकर वाहनों की संख्या 1,614,761 है, जिनमें से 122755 को फोर्ड द्वारा निर्मित किया गया वर्ष द्वारा एक मॉडल के लिए विस्तृत विवरण के लिए एक्सेल फ़ाइल को (क्लिक करें और खोलें)' .

नई!!: जिनेवा और टोयोटा प्रियस · और देखें »

एमिली मोरेज़मो

श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:महिला टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:टेनिस ग्रैंड स्लैम विजेता श्रेणी:महिला टेनिस ग्रैंड स्लैम विजेता.

नई!!: जिनेवा और एमिली मोरेज़मो · और देखें »

एयर इंडिया उड़ान 101

एयर इंडिया उड़ान 101 (Air India Flight 101) बॉम्बे से लंदन के लिए निर्धारित एयर इंडिया की यात्री उड़ान थी जो दुर्घटनावश 24 जनवरी 1966 को फ़्रांस में मोंट ब्लाँक पहाड़ से टकरा गई थी। दुर्घटना में कर्मीदल के 11 सदस्यों के साथ-साथ सभी 106 यात्रियों की मृत्यु हो गई थी। इसी विमान दुर्घटना में भारतीय परमाणु वैज्ञानिक होमी जहांगीर भाभा की मृत्यु हुई थी। .

नई!!: जिनेवा और एयर इंडिया उड़ान 101 · और देखें »

एयरपोर्ट्स काउन्सिल इन्टरनेशनल

लोगो एयरपोर्ट्स काउन्सिल इन्टरनेशनल (अंग्रेज़ी: Airports Council International (ACI)) (हिन्दी अनुवाद: अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र परिषद) विश्व के विमानक्षेत्रों का एक अलाभार्थी वैश्विक व्यापार संघ है। इसमें ५८० सदस्य हैं जो विश्व के १७९ देशों एवं क्षेत्रों में १६५० विमानक्षेत्र चला रहे हैं। एसीआई प्राथमिक तौर पर सदस्य विमानक्षेत्र के हितों का प्रतिनिधित्व करती है एवं विमानक्षेत्र प्रबंधन एवं संचालन में व्यावसायिक मानकों के उत्थान के उद्देश्य हेतु कार्यरत है। इसका मुख्य उद्देश्य एक सुरक्षित एवं वातावरण उत्तरदायी वायु यातायात प्रणाली को जन-जन के लिये उपलब्ध कराना है। परिषद का प्रशासन एसीआई गवर्निंग बोर्ड के पास है। एसीआई विश्व मुख्यालय जेनेवा, स्विट्ज़रलैंड में स्थित था, किन्तु बाद में २०१० की जनरल असेम्बली के बाद इसे स्थानांतरित कर मॉन्ट्रियल, कनाडा में स्थापित किया गया। इसमें अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन (ICAO) ब्यूरो भी शामिल है और एसीआई एयर ट्रांस्पोर्ट ऍक्शन समूह (ATAG) का सदस्य है। .

नई!!: जिनेवा और एयरपोर्ट्स काउन्सिल इन्टरनेशनल · और देखें »

एलिवेब

एलिवेब (Aliweb,, आर्ची लाइक इंडेक्सिंग फॉर द वेब) को पहला वेब सर्च इंजन माना जाता है, क्योंकि इसके पूर्व के सर्च इंजनों ने या तो विभिन्न उद्देश्यों (द वॉडरर, गोफर) से बने थे या वस्तुतः केवल इंडेक्सर (आर्ची, वेरोनिका तथा जगहेड) थे। नवम्बर 1993 में इसकी माॅर्टिन कोस्टर ने नेक्सर में काम करने के दौरान घोषणा की तथा मई 1994 में इसे सर्न, जेनेवा में वर्ल्ड वाइड वेब पर आयोजित प्रथम अन्तरराष्ट्रीय सम्मलेन में पेश किया। एलिवेब कुछ महीनों तक वेबक्रॉलर का पूर्वकालीन था। एलिवेब अपने प्रयोक्ताओं को इंडेक्स फ़ाइल का स्थान सब्मिट करने की अनुमति देता था, जिससे वेबपेज को शामिल करने तथा प्रयोक्ता-लिखित पृष्ठ विवरण तथा कीवर्ड जोड़ने में सर्च इंजन सक्षम हो जाता था। इसके कारण वेबमास्टरों को शब्द परिभाषित करने की शक्ति मिल जाती थी, जिससे प्रयोक्ता आसानी उनके पृष्ठों तक पहुँच जाते थे। ये उन बॉट की स्थापना (द वॉडरर, जम्पस्टेशन) को भी टाल देते थे जो बैंडविड्थ प्रयोग करते थे। कुछ लोगों के साइट सब्मिट करने के अलावा, एलिवेब का प्रयोग बड़े स्तर पर नहीं होता था। माॅर्टिन कोस्टर, जो रोबोट्स एक्सक्लुसन स्टैंडर्ड के भी सहायक निर्माता थे, ने एलिवेब की पृष्ठभूमि तथा उद्देश्यों को कार्यप्रणाली व ढाँचे के साथ विस्तार से कागज पर सर्न में प्रस्तुत किया था। हालाँकि कोस्टर उस व्यावसायिक वेबसाइट के साथ नहीं जुड़े थे जो एलिवेब नाम का प्रयोग करती थी। .

नई!!: जिनेवा और एलिवेब · और देखें »

डबल जिनेवा

डबल जिनेवा एक स्विस डाक टिकट है जिसे जिनेवा शहर के द्वारा सन १८४३ में जारी किया गया था। जारी करने की तिथि के अनुसार यह यूरोपीय महाद्वीप की जारी होने वाली दूसरी डाक टिकट है, जबकि पहली ज्यूरिख 4 और 6 है। .

नई!!: जिनेवा और डबल जिनेवा · और देखें »

डेविड बोवी

डेविड बोवी (David Bowie) (8 जनवरी 1947 - 10 january 2016 को डेविड रॉबर्ट जोन्स के रूप में जन्म) एक अंग्रेज़ रॉक संगीतकार हैं, जिन्होंने एक अभिनेता, रिकॉर्ड निर्माता और व्यवस्थापक (arranger) के रूप में भी कार्य किया है। पांच दशकों तक लोकप्रिय संगीत की दुनिया का एक प्रमुख चेहरा रहे बोवी को व्यापक पैमाने पर एक प्रवर्तक माना जाता है, विशेषतः 1970 के दशक के उनके कार्य के लिये और वे अपनी विशिष्ट आवाज़ तथा कार्य की बौद्धिक गहराई के लिये जाने जाते हैं। हालांकि उन्होंने पहले भी एक एल्बल (डेविड बोवी (David Bowie)) तथा कुछ एकल गीत रिलीज़ किये थे, लेकिन बोवी ने सबसे पहले जुलाई 1969 में लोगों की आंखों और कानों को आकर्षित किया, जब उनका गीत “स्पेस ऑडिटी (Space Oddity)” यूके (UK) एकल गीतों की सूची के शीर्ष पांच में पहुंचा। तीन-वर्षों की प्रयोगात्मक अवधि के बाद 1972 में ग्लैम रॉक युग के दौरान उनके हिट एकल गीत “स्टारमैन (Starman)” और एल्बल द राइज़ एंड फॉल ऑफ ज़िगी, स्टारडस्ट एंड द स्पाइडर्स फ्रॉम मार्स (The Rise and Fall of Ziggy Stardust and the Spiders from Mars) के नेतृत्व में वे एक भड़कीले, उभयलिंगी परिवर्तित अहम वाले ज़िगी स्टारडस्ट (Ziggy Stardust) के रूप में पुनः लौटे.

नई!!: जिनेवा और डेविड बोवी · और देखें »

तानिकाशोथ

केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र की तानिकाएं (Meninges): '''दृढ़तानिका''' या ड्यूरा मैटर (dura mater), '''जालतानिका''' या अराकनॉयड (arachnoid), तथा '''मृदुतानिका''' या पिया मैटर (pia mater) तानिकाशोथ या मस्तिष्कावरणशोथ या मेनिन्जाइटिस (Meningitis) मस्तिष्क तथा मेरुरज्जु को ढंकने वाली सुरक्षात्मक झिल्लियों (मस्तिष्कावरण) में होने वाली सूजन होती है। यह सूजन वायरस, बैक्टीरिया तथा अन्य सूक्ष्मजीवों से संक्रमण के कारण हो सकती है साथ ही कम सामान्य मामलों में कुछ दवाइयों के द्वारा भी हो सकती है। इस सूजन के मस्तिष्क तथा मेरुरज्जु के समीप होने के कारण मेनिन्जाइटिस जानलेवा हो सकती है; तथा इसीलिये इस स्थिति को चिकित्सकीय आपात-स्थिति के रूप में वर्गीकृत किया गया है। मेनिन्जाइटिस के सबसे आम लक्षण सर दर्द तथा गर्दन की जकड़न के साथ-साथ बुखार, भ्रम अथवा परिवर्तित चेतना, उल्टी, प्रकाश को सहन करने में असमर्थता (फ़ोटोफोबिया) अथवा ऊंची ध्वनि को सहन करने में असमर्थता (फ़ोनोफोबिया) हैं। बच्चे अक्सर सिर्फ गैर विशिष्ट लक्षण जैसे, चिड़चिड़ापन और उनींदापन प्रदर्शित करते हैं। यदि कोई ददोरा भी दिख रहा है, तो यह मेनिन्जाइटिस के विशेष कारण की ओर संकेत हो सकता है; उदाहरण के लिये, मेनिन्गोकॉकल बैक्टीरिया के कारण होने वाले मेनिन्जाइटिस में विशिष्ट ददोरे हो सकते हैं। मेनिन्जाइटिस के निदान अथवा पहचान के लिये लंबर पंक्चर की आवश्यकता हो सकती है। स्पाइनल कैनाल में सुई डाल कर सेरिब्रोस्पाइनल द्रव (CSF) का एक नमूना निकाला जाता है जो मस्तिष्क तथा मेरुरज्जु को आवरण किये रहता है। सीएसएफ़ का परीक्षण एक चिकित्सा प्रयोगशाला में किया जाता है। तीव्र मैनिन्जाइटिस के प्रथम उपचार में तत्परता के साथ दी गयी एंटीबायोटिक तथा कुछ मामलों में एंटीवायरल दवा शामिल होती हैं। अत्यधिक सूजन से होने वाली जटिलताओं से बचने के लिये कॉर्टिकोस्टेरॉयड का प्रयोग भी किया जा सकता है। मेनिन्जाइटिस के गंभीर दीर्घकालिक परिणाम हो सकते हैं जैसे बहरापन, मिर्गी, हाइड्रोसेफॉलस तथा संज्ञानात्मक हानि, विशेष रूप से तब यदि इसका त्वरित उपचार न किया जाये। मेनिन्जाइटिस के कुछ रूपों से (जैसे कि मेनिन्जोकॉकी, ''हिमोफिलस इन्फ्लुएंजा'' टाइप बी, न्यूमोकोकी अथवा मम्स वायरस संक्रमणों से संबंधित) प्रतिरक्षण के द्वारा बचाव किया जा सकता है। .

नई!!: जिनेवा और तानिकाशोथ · और देखें »

दुबई

दुबई '''دبيّ'''. संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की सात अमीरातों में से एक है। यह फारस की खाड़ी के दक्षिण में अरब प्रायद्वीप पर स्थित है। दुबई नगर पालिका को अमीरात से अलग बताने के लिए कभी कभी दुबई राज्य बुलाया जाता है। दुबई, मध्य पूर्व के एक वैश्विक नगर तथा व्यापार केन्द्र के रूप में उभर कर सामने आया है। लिखित दस्तावेजों में इस शहर का अस्तित्व संयुक्त अरब अमीरात के गठन से 150 साल पहले होने का जिक्र है। दुबई अन्य अमीरातों के साथ कानून, राजनीति, सैनिक और आर्थिक कार्य एक संघीय ढांचे के भीतर साझा करता है। हालांकि प्रत्येक अमीरात में नागरिक कानून लागू करने और व्यवस्था और स्थानीय सुविधाओं के रखरखाव जैसे कुछ कार्यों पर क्षेत्राधिकार है। दुबई की आबादी सबसे ज्यादा है और यह क्षेत्रफल में अबू धाबी के बाद दूसरी सबसे बड़ी अमीरात है। दुबई और अबू धाबी ही सिर्फ दो अमीरात है जिनके पास देश की विधायिका अनुसार राष्ट्रीय महत्व के महत्वपूर्ण मामलों पर प्रत्यादेश शक्ति का अधिकार है। ^ मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका की सरकर और राजनीति डी लांग, बी रेक.

नई!!: जिनेवा और दुबई · और देखें »

नरेन्द्र मोदी

नरेन्द्र दामोदरदास मोदी (નરેંદ્ર દામોદરદાસ મોદી Narendra Damodardas Modi; जन्म: 17 सितम्बर 1950) भारत के वर्तमान प्रधानमन्त्री हैं। भारत के राष्‍ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने उन्हें 26 मई 2014 को भारत के प्रधानमन्त्री पद की शपथ दिलायी। वे स्वतन्त्र भारत के 15वें प्रधानमन्त्री हैं तथा इस पद पर आसीन होने वाले स्वतंत्र भारत में जन्मे प्रथम व्यक्ति हैं। वडनगर के एक गुजराती परिवार में पैदा हुए, मोदी ने अपने बचपन में चाय बेचने में अपने पिता की मदद की, और बाद में अपना खुद का स्टाल चलाया। आठ साल की उम्र में वे आरएसएस से  जुड़े, जिसके साथ एक लंबे समय तक सम्बंधित रहे । स्नातक होने के बाद उन्होंने अपने घर छोड़ दिया। मोदी ने दो साल तक भारत भर में यात्रा की, और कई धार्मिक केंद्रों का दौरा किया। गुजरात लौटने के बाद और 1969 या 1970 में अहमदाबाद चले गए। 1971 में वह आरएसएस के लिए पूर्णकालिक कार्यकर्ता बन गए। 1975  में देश भर में आपातकाल की स्थिति के दौरान उन्हें कुछ समय के लिए छिपना पड़ा। 1985 में वे बीजेपी से जुड़े और 2001 तक पार्टी पदानुक्रम के भीतर कई पदों पर कार्य किया, जहाँ से वे धीरे धीरे वे सचिव के पद पर पहुंचे।   गुजरात भूकंप २००१, (भुज में भूकंप) के बाद गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के असफल स्वास्थ्य और ख़राब सार्वजनिक छवि के कारण नरेंद्र मोदी को 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया। मोदी जल्द ही विधायी विधानसभा के लिए चुने गए। 2002 के गुजरात दंगों में उनके प्रशासन को कठोर माना गया है, की आलोचना भी हुई।  हालांकि सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त विशेष जांच दल (एसआईटी) को अभियोजन पक्ष की कार्यवाही शुरू करने के लिए कोई है। मुख्यमंत्री के तौर पर उनकी नीतियों को आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए । उनके नेतृत्व में भारत की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा और 282 सीटें जीतकर अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की। एक सांसद के रूप में उन्होंने उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक नगरी वाराणसी एवं अपने गृहराज्य गुजरात के वडोदरा संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ा और दोनों जगह से जीत दर्ज़ की। इससे पूर्व वे गुजरात राज्य के 14वें मुख्यमन्त्री रहे। उन्हें उनके काम के कारण गुजरात की जनता ने लगातार 4 बार (2001 से 2014 तक) मुख्यमन्त्री चुना। गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त नरेन्द्र मोदी विकास पुरुष के नाम से जाने जाते हैं और वर्तमान समय में देश के सबसे लोकप्रिय नेताओं में से हैं।। माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर भी वे सबसे ज्यादा फॉलोअर वाले भारतीय नेता हैं। उन्हें 'नमो' नाम से भी जाना जाता है। टाइम पत्रिका ने मोदी को पर्सन ऑफ़ द ईयर 2013 के 42 उम्मीदवारों की सूची में शामिल किया है। अटल बिहारी वाजपेयी की तरह नरेन्द्र मोदी एक राजनेता और कवि हैं। वे गुजराती भाषा के अलावा हिन्दी में भी देशप्रेम से ओतप्रोत कविताएँ लिखते हैं। .

नई!!: जिनेवा और नरेन्द्र मोदी · और देखें »

नायेफ अल-रोधन

नायेफ प्रोफ़ेसर नायेफ अल-रोधन एक प्रमुख व्यक्तित्व है जिन्होंने दार्शनिक, तंत्रिका वैज्ञानिक, जियोस्त्रतेजिस्त तथा लेखक के रूप से प्रसिद्धि प्राप्त की हैं। वह एक पुरस्कार-विजयी विद्वान हैं जिन्होंने तंत्रिकाविज्ञान और अंतरराष्ट्रीय सम्बन्ध के संपर्क पर ग़ौर से पथप्रदर्शक अनुसंधान किया हैं। सितंबर 2014 में नायेफ अल-रोधन को दुनियाभर में तीस सबसे प्रभावशाली तंत्रिकावैज्ञानिको में से एक माना गया था। वर्तमान में वह स्विट्जरलैंड में जिनेवा सुरक्षा नीति केन्द्र के भूराजनीति और वैश्विक भविष्य कार्यक्रम (Geopolitics and Global Futures Programme, Geneva Centre for Security Policy) के निर्देशक हैं एवम्‌ ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय के सेंट.

नई!!: जिनेवा और नायेफ अल-रोधन · और देखें »

पालागुम्मि साईनाथ

पालागम्मी साईनाथ् (जन्म १९५७) भारतीय पत्रकार हैं जिन्होंने अपनी पत्रकारिता को सामाजिक समस्याओं, ग्रामीण हालातों, गरीबी, किसान समस्या और भारत पर वैश्वीकरण के घातक प्रभावों पर केंद्रित किया है। वे स्वयं को ग्रामीण संवाददाता या केवल संवाददाता कहते हैं। वे अंग्रेजी अखबार द हिंदू और द वेवसाइट इंडिया के ग्रामीण मामलों के संपादक हैं। हिंदू में पिछले ६ वर्षों से वे अपने कई महत्वपूर्ण कार्यों पर लिखते रहे हैं। अमर्त्य सेन ने उन्हें अकाल और भूखमरी के विश्व के महानतम विशेषज्ञों में से एक माना है। .

नई!!: जिनेवा और पालागुम्मि साईनाथ · और देखें »

पिएर जोसेफ प्रूधों

300px पिएर जोसेफ प्रूधों (Pierre Joseph Proudhon; १८०९-१८६५) फ्रांसीसी अराजकतावादी विचारक था। .

नई!!: जिनेवा और पिएर जोसेफ प्रूधों · और देखें »

पियरे डे कोबेर्टिन

पियरे फ्रेडे, बैरोन डे कोबेर्टिन (फ्रेंच उच्चारण:; 1 जनवरी 1863 – 2 सितम्बर 1937) एक फ्रांसीसी शिक्षाशास्री और इतिहासकार थे, अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति के संस्थापक और आधुनिक ओलंपिक खेलों के जनक मानें जाते हैं। फ्रांसीसी कुलीन परिवार में जन्में, पियरे फ्रेडे शैक्षणिक बनें व व्यापक श्रेणी के विषयों का अध्ययन किया, सबसे उल्लेखनीय रूप से शिक्षा और इतिहास। .

नई!!: जिनेवा और पियरे डे कोबेर्टिन · और देखें »

पिअरे जेनरे

पिआरे जेनरे, स्विट्जरलैंड मूल एक सुप्रसिद्ध वास्तुकार थे। वह चंडीगड़ के भवन निर्माता श्री ली कोर्बुज़िए के सहियोगी थे। इन दोनों ने मिलकर चण्डीगढ़ के कई भवनों का निर्माण किया था। श्री जेनरे अपने चण्डीगढ़ में कार्यकाल के समय सेक्टर 5 के मकान नंबर 57 में रहे। इस मकान को अब  जेनरे संग्रहालय भवन बनाया गया  है। इस घर की मुरमंत की जा रही है और इसको  22 मार्च 2017 को सैलानीयों के लिए खोल दिया जाएगा। जेनरे यह घर खुद डिजाईन किया था और वह इस घर में 1954 से 1965 तक रहे थे।  .

नई!!: जिनेवा और पिअरे जेनरे · और देखें »

प्रायोगिक भौतिकी

भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में, प्रायोगिक भौतिकी ब्रह्माण्ड के बारे में आँकड़े संग्रहित करने के क्रम में भौतिक परिघटनाओं के प्रेक्षण से सम्बंधित विषय और उप-विषयों की श्रेणी है। इसकी विधियाँ एक विषय से दूसरे विषय में बहुत परिवर्तित होता है जैसे सरल प्रयोग से प्रेक्षण जैसे कैवेंडिश प्रयोग से बहुत जटिल प्रयोगों में से एक वृहद हेड्रॉन संघट्टक तक। .

नई!!: जिनेवा और प्रायोगिक भौतिकी · और देखें »

प्रवासन हेतु अंतरराष्ट्रीय संगठन

right प्रवासन हेतु अंतराराष्ट्रीय संगठन; International Oorganistion for Migration: यह संगठन अंतरराष्ट्रीय संस्था है जो मानवीय व्यवस्थित प्रवास को सुनिश्चित करती है तथा प्रवासियो को पुनर्वास अवसरो की खोज में सहायता प्रदान करती है इसका मुख्यालय जेनेवा, स्विट्जरलैंड में स्थित है करती है। .

नई!!: जिनेवा और प्रवासन हेतु अंतरराष्ट्रीय संगठन · और देखें »

पीटर क्रोपोत्किन

युवा क्रोपोत्किन (१८७०) पीटर अलेक्सेविच क्रोपोत्किन (१८४२-१९२१ ई.) रूस के भूगोलवेत्ता, अर्थशास्त्री, वाड़मीमांसक (philologist), जन्तुविज्ञानी, क्रमविकास सिद्धान्ती, दार्शनिक, लेखक एवं प्रमुख अराजकतावादी थे। .

नई!!: जिनेवा और पीटर क्रोपोत्किन · और देखें »

फर्मीलैब

'''फर्मीलैब का ऊपर से लिया गया दृष्य''': सामने स्थित वलय (रिंग) मुख्य इंजेक्टर त्वरक है; पीछे की तरफ टेवाट्रॉन वलय है। फर्मीलैब या फर्मी राष्ट्रीय त्वरक प्रयोगशाला (Fermi National Accelerator Laboratory) अमेरिका का एक प्रमुख अनुसंधान संस्थान है जो उच्च उर्जा कण भौतिकी के क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिये कार्य कर रहा है। यह शिकागो के पास बटाविया (Batavia) में स्थित है और यूएसए के परमाणु उर्जा विभाग की राष्ट्रीय प्रयोगशाला है। .

नई!!: जिनेवा और फर्मीलैब · और देखें »

बेसल डव

बेसल डव या बेसल की फाख्ता एक उल्लेखनीय डाक टिकट है जिसे स्विस केंटन बेसल द्वारा 1 जुलाई 1845Hertsch, Max.

नई!!: जिनेवा और बेसल डव · और देखें »

भारत के राजनयिक मिशनों की सूची

यह भारत के राजनयिक मिशनों की सूची है। भारत का आपेक्षित रूप से एक विशाल राजनयिक समाज (तंत्र) है जो इसके विश्व में सम्बंधों को दर्शाता है और विशेष रूप से पड़ोसी क्षेत्रों: मध्य एशिया, मध्य पूर्व, पूर्वी अफ्रीका, दक्षिण पूर्व एशिया और भारतीय उपमहाद्वीप में सम्बंधों को प्रतिबिम्बित करता है। इसके अलावा कैरिबियाई और प्रशान्त महासागरीय क्षेत्रों में भी जहाँ ऐतिहासिक रूप से प्रवासी भारतीय रहते हैं, भारत के मिशन मौजूद हैं। राष्ट्रमण्डल देश के रूप में, अन्य राष्ट्रकुल सदस्य राष्ट्रों की राजधानियों में भी भारतीय राजनयिक मिशन उच्च आयोगों के रूप में स्थापित हैं। राष्ट्रकुल देशों के अन्य नगरों में स्थित अपने वाणिज्य दूतावासों को भारत में "सहायक उच्च आयोग" कहा जाता है। .

नई!!: जिनेवा और भारत के राजनयिक मिशनों की सूची · और देखें »

मनमोहन सिंह

मनमोहन सिंह (ਮਨਮੋਹਨ ਸਿੰਘ; जन्म: २६ सितंबर १९३२) भारत गणराज्य के १३वें प्रधानमन्त्री थे। साथ ही साथ वे एक अर्थशास्त्री भी हैं। लोकसभा चुनाव २००९ में मिली जीत के बाद वे जवाहरलाल नेहरू के बाद भारत के पहले ऐसे प्रधानमन्त्री बन गये हैं, जिनको पाँच वर्षों का कार्यकाल सफलता पूर्वक पूरा करने के बाद लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने का अवसर मिला है। इन्हें २१ जून १९९१ से १६ मई १९९६ तक पी वी नरसिंह राव के प्रधानमंत्रित्व काल में वित्त मन्त्री के रूप में किए गए आर्थिक सुधारों के लिए भी श्रेय दिया जाता है। .

नई!!: जिनेवा और मनमोहन सिंह · और देखें »

माधव विट्ठल कामत

माधव विट्ठल कामत माधव विट्ठल कामत (7 सितम्बर 1921 - 9 अक्टूबर 2014) भारत के पत्रकार थे। वे प्रसार भारती के पूर्व अध्यक्ष भी थे। १९६७-६९ के बीच वे सण्डे टाइम्स के सम्पादक भी रहे तथा १९६९-७८ के बीच टाइम्स ऑफ इण्डिया के वाशिंगटन सम्वाददाता रहे। वे इलस्ट्रेटेड वीकली ऑफ इण्डिया के सम्पादक भी रहे। वे मणिपाल संचार संस्थान (Manipal Institute of Communication) के मानद निदेशक भी थे। उन्होने लगभग ५० पुस्तकों की रचना भी की है जिनमें 'रिपोर्ट एट लार्ज' और नरेन्द्र मोदी के ऊपर लिखी गई 'नरेंद्र मोदी-द आर्किटेक्ट ऑफ मॉडर्न स्टेट' काफी प्रसिद्ध रहीं। २००४ में उन्हें साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था। .

नई!!: जिनेवा और माधव विट्ठल कामत · और देखें »

मारियोन बार्तोली

मारियोन बार्तोली की सेवानिवृत फ्रांसीसी महिला टेनिस खिलाड़ी हैं। वो वर्ष २००७ विम्बलडन के फाइनल में पहुँची पर वीनस विलियम्स से हार गईं। उन्होंने अपने सन्यास की घोषणा १४ अगस्त २०१३ को की। .

नई!!: जिनेवा और मारियोन बार्तोली · और देखें »

मासूमा बेगम

मासूमा बेगम (1902-1990) हैदराबाद, दक्षिण भारत से संबंध रखने वाली एक महिला कार्यकर्ता, राजनीति में सक्रिय और अपने समय की एकमात्र महिला मंत्री रही हैं। .

नई!!: जिनेवा और मासूमा बेगम · और देखें »

मेड्सें सां फ्रंटियेर

२०१५ में इन देशोँमे मेड्सें सां फ्रंटियेर सेवारत था मेड्सें सां फ्रंटियेर (Médecins Sans Frontières, या अनुवादित रूप में बिना सरहदोंके डॉक्टर) एक अंतरराष्ट्रीय मानवतावादी गैर-सरकारी संगठन है जो युद्ध और स्थानिक रोग से पिडीत देशोँमे सेवा करता है। इस संगठन से ३०,००० से ज्यादा और ७० से अधीक देशोंके लोग जुडे हुए हैं जिनमें ज्यादातर स्थानीय डॉक्टर, नर्स और अन्य चिकित्सा पेशेवर, सैन्य विशेषज्ञ, जल और स्वच्छता इंजीनियर और प्रशासक है। मेड्सें सां फ्रंटियेर की स्थापना १९७१ में फ्रांस में हुई। संगठन को १९९१ में फिलाडेल्फिया लिबर्टी मेडल और १९९९ में कई महाद्वीपों पर अग्रणी मानवतावादी कार्य के लिए नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किया गया। .

नई!!: जिनेवा और मेड्सें सां फ्रंटियेर · और देखें »

युवा तुर्क आन्दोलन

युवा तुर्कों का झण्डा जिस पर 'पितृभूमि अमर रहे!', 'राष्ट्र अमर रहे', 'स्वतंत्रता अमर रहे!' लिखा हुआ है। युवा तुर्क आन्दोलन (तुर्की भाषा: Jön Türkler, फ्रांसीसी भाषा के Les Jeunes Turcs से, या तुर्की: Genç Türkler) २०वीं शताब्दी के आरम्भिक दिनों में आरम्भ हुआ एक राजनीतिक सुधार का आन्दोलन था। इसका उद्देश्य उस्मानिया साम्राज्य के पूर्ण राजतंत्र (absolute monarchy) को समाप्त करके वहाँ संवैधानिक राजतंत्र स्थापित करना था। बाद में इस आन्दोलन को 'एकता और प्रगति समिति' (तुर्की भाषा में - İttihat ve Terakki Cemiyeti) नाम से जाना गया। १९०८ में इसके नेताओं ने सुल्तान अब्दुल हमीद द्वितीय के एकछत्र शासन के विरुद्ध विद्रोह का नेतृत्व किया किया। इस आन्दोलन के फलस्वरूप १९०८ में द्वितीय संवैधानिक युग आरम्भ हुआ और तुर्की के इतिहास में पहली बार बहुदलीय लोकतांत्रिक शासन पद्धति आरम्भ हुई। बीसवीं शताब्दी में तुर्की को ‘यूरोप के मरीज’ कहा करते थे। यह आन्दोलन तुर्की को एक नया जीवन प्रदान करने के लिए चला, जिसके फलस्वरूप सुलतान अब्दुल हमीद की निरंकुशता का अन्त हो गया। इस आन्दोलन को चलाने वाला तुर्कों का युवावर्ग था, इसलिए इसे ‘युवा तुर्क’ आन्दोलन कहते हैं। .

नई!!: जिनेवा और युवा तुर्क आन्दोलन · और देखें »

यूरोपीय नाभिकीय अनुसंधान संगठन

सर्न (Organisation Européenne pour la Recherche Nucléaire या CERN (फ़्रान्सीसी में) .

नई!!: जिनेवा और यूरोपीय नाभिकीय अनुसंधान संगठन · और देखें »

यूरोपीय ब्रॉडकास्टिंग यूनियन

यूरोपीय ब्रॉडकास्टिंग यूनियन अन्तर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ के पश्चात विश्व का सबसे बड़ा सार्वजनिक सेवा मीडिया संस्थाओं का गठबंधन है। इसके 56 देशों में 74 सक्रिय सदस्य और अन्य 22 देशों में 35 सहयोगी सदस्य हैं। इसका यूरोपीय संघ के साथ कोई सम्बंध नहीं है। .

नई!!: जिनेवा और यूरोपीय ब्रॉडकास्टिंग यूनियन · और देखें »

राष्ट्र संघ

राष्ट्र संघ (लंदन) पेरिस शांति सम्मेलन के परिणामस्वरूप संयुक्त राष्ट्र संघ के पूर्ववर्ती के रूप में गठित एक अंतर्शासकीय संगठन था। 28 सितम्बर 1934 से 23 फ़रवरी 1935 तक अपने सबसे बड़े प्रसार के समय इसके सदस्यों की संख्या 58 थी। इसके प्रतिज्ञा-पत्र में जैसा कहा गया है, इसके प्राथमिक लक्ष्यों में सामूहिक सुरक्षा द्वारा युद्ध को रोकना, निःशस्त्रीकरण, तथा अंतर्राष्ट्रीय विवादों का बातचीत एवं मध्यस्थता द्वारा समाधान करना शामिल थे। इस तथा अन्य संबंधित संधियों में शामिल अन्य लक्ष्यों में श्रम दशाएं, मूल निवासियों के साथ न्यायपूर्ण व्यवहार, मानव एवं दवाओं का अवैध व्यापार, शस्त्र व्यपार, वैश्विक स्वास्थ्य, युद्धबंदी तथा यूरोप में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा थे। संघ के पीछे कूटनीतिक दर्शन ने पूर्ववर्ती सौ साल के विचारों में एक बुनियादी बदलाव का प्रतिनिधित्व किया। चूंकि संघ के पास अपना कोई बल नहीं था, इसलिए इसे अपने किसी संकल्प का प्रवर्तन करने, संघ द्वारा आदेशित आर्थिक प्रतिबंध लगाने या आवश्यकता पड़ने पर संघ के उपयोग के लिए सेना प्रदान करने के लिए महाशक्तियों पर निर्भर रहना पड़ता था। हालांकि, वे अक्सर ऐसा करने के लिए अनिच्छुक रहते थे। प्रतिबंधों से संघ के सदस्यों को हानि हो सकती थी, अतः वे उनका पालन करने के लिए अनिच्छुक रहते थे। जब द्वित्तीय इटली-अबीसीनिया युद्ध के दौरान संघ ने इटली के सैनिकों पर रेडक्रॉस के मेडिकल तंबू को लक्ष्य बनाने का आरोप लगाया था, तो बेनिटो मुसोलिनी ने पलट कर जवाब दिया था कि “संघ तभी तक अच्छा है जब गोरैया चिल्लाती हैं, लेकिन जब चीलें झगड़ती हैं तो संघ बिलकुल भी अच्छा नहीं है”.

नई!!: जिनेवा और राष्ट्र संघ · और देखें »

राजनयिक इतिहास

हारुन अल रशीद, शारलेमेन के एक प्रतिनिधिमंडल से बगदाद में मिलते हुए (जूलिअस कोकर्ट द्वारा १८६४ में चित्रित) राजनयिक इतिहास (Diplomatic history) से आशय राज्यों के बीच अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्धों के इतिहास से है। किन्तु राजनयिक इतिहास अन्तराष्ट्रीय सम्बन्ध से इस अर्थ में भिन्न है कि अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्ध के अन्तर्गत दो या दो से अधिक राज्यों के परस्पर सम्बन्धों का अध्ययन होता है जबकि राजनयिक इतिहास किसी एक राज्य की विदेश नीति से सम्बन्धित हो सकता है। राजनयिक इतिहास का झुकाव अधिकांशतः राजनय के इतिहास (history of diplomacy) की ओर होता है जबकि अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्ध समसामयिक घटनाओं पर अधिक ध्यान देता है। राजनय एक कला है जिसे अपना कर दुनिया के राज्य अपने पारस्परिक सम्बन्धों को बढ़ाते हुए अपनी हित साधना करते हैं। राजनय के सुपरिभाषित लक्ष्य तथा उनकी सिद्धि के लिए स्थापित कुशल यंत्र के बाद इसके वांछनीय परिणामों की उपलब्धि उन साधनों एवं तरीकों पर निर्भर करती है जिन्हें एक राज्य द्वारा अपनाने का निर्णय लिया जाता है। दूसरे राज्य इन साधनों के आधार पर ही राजनय के वास्तविक लक्ष्यों का अनुमान लगाते हैं। यदि राजनय के साधन तथा लक्ष्यों के बीच असंगति रहती है तो इससे देश कमजोर होता है, बदनाम होता है तथा उसकी अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा गिर जाती है। इस दृष्टि्र से प्रत्येक राज्य को ऐसे साधन अपनाने चाहिये जो दूसरे राज्यों में उसके प्रति सद्भावना और विश्वास पैदा कर सकें। इसके लिए यह आवश्यक है कि राज्य अपनी नीतियों को स्पष्ट रूप से समझाये, दूसरे राज्यों के न्यायोचित दावों को मान्यता दे तथा ईमानदारीपूर्ण व्यवहार करे। बेईमानी तथा चालबाजी से काम करने वाले राजनयज्ञ अल्पकालीन लक्ष्यों में सफलता पा लेते हैं किन्तु कुल मिलाकर वे नुकसान में ही रहते हैं। दूसरे राज्यों में उनके प्रति अविश्वास पैदा होता है तथा वे सजग हो जाते हैं। अतः राजनय के तरीकों का महत्व है। राजनय के साधनों का निर्णय लेते समय यह ध्यान रखना चाहिये कि इसका मुख्य उद्देश्य राज्य के प्रमुख हितों की रक्षा करना है। ठीक यही उद्देश्य अन्य राज्यों के राजनय का भी है। अतः प्रत्येक राजनय को पारस्परिक आदान-प्रदान की नीति अपनानी चाहिये। प्रत्येक राज्य के राजनयज्ञों की कम से कम त्याग द्वारा अधिक से अधिक प्राप्त करने का प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके लिये विरोधी हितों के बीच समझौता करना जरूरी है। समझौते तथा सौदेबाजी का यह नियम है कि कुछ भी प्राप्त करने के लिए कुछ न कुछ देना पड़ता है। यह आदान-प्रदान राजनय का एक व्यावहारिक सत्य है। इतिहास में ऐसे भी उदाहरण मिलते हैं जबकि एक शक्तिशाली बड़े राज्य ने दूसरे कमजोर राज्य को अपनी मनमानी शर्तें मानने के लिए बाध्य किया तथा समझौतापूर्ण आदान-प्रदान की प्रक्रिया न अपना कर एक पक्षीय बाध्यता का मार्ग अपनाया। इस प्रकार लादी गई शर्तों का पालन सम्बन्धित राज्य केवल तभी तक करता है जब तक कि वह ऐसा करने के लिए मजबूर हो और अवसर पाते ही वह उनके भार से मुक्त हो जाता है। प्रथम विश्वयुद्ध के बाद मित्र राष्ट्रोंं ने जर्मनी को सैनिक, आर्थिक, व्यापारिक एवं प्रादेशिक दृष्टि्र से बुरी तरह दबाया। क्षतिपूर्ति की राशि अदा करने के लिए उनसे खाली चैक पर हस्ताक्षर करा लिये गये तब जर्मनी एक पराजित और दबा हुआ राज्य था। अतः उसने यह शोषण मजबूरी में स्वीकार कर लिया किन्तु कुछ समय बाद हिटलर के नेतृत्व में जब वह समर्थ बना तो उसने इन सभी शर्तों को अमान्य घोषित कर दिया। स्पष्ट है कि पारस्परिक आदान-प्रदान ही स्थायी राजनय का आधार बन सकता है। बाध्यता, बेईमानी, धूर्तता, छल-कपट एवं केवल ताकत पर आधारित सम्बन्ध अल्पकालीन होते हैं तथा दूसरे पक्ष पर विरोधी प्रभाव डालते हैं।फलतः उनके भावी सम्बन्धों में कटुता आ जाती है। राजनय के साधन और तरीकों का विकास राज्यों के आपसी सम्बन्धों के लम्बे इतिहास से जुड़ा हुआ है। इन पर देश-काल की परिस्थितियों ने भी प्रभाव डाला है। तदनुसार राजनीतिक व्यवहार भी बदलता रहा है। विश्व के विभिन्न देशों के इतिहास का अवलोकन करने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि राजनयिक आचार का तरीका प्रत्येक देश का अपना विशिष्ट रहा है। यहाँ हम यूनान, रोम, इटली, फ्रांस तथा भारत में अपनाए राजनयिक आचार के तरीकों का अध्ययन करेंगे। .

नई!!: जिनेवा और राजनयिक इतिहास · और देखें »

रेशमी चींटीख़ोर

रेशमी चींटीख़ोर (silky anteater) या पिग्मी चींटीख़ोर (pygmy anteater) चींटीख़ोर की एक जाति है जो मध्य और दक्षिणी अमेरिका में पाई जाती है। विश्व में इस समय चींटीख़ोरों की जो चार जातियाँ अस्तित्व में हैं उनमें रेशमी चींटीख़ोर का सबसे छोटा आकार है। यह सिर-से-पूँछ तक १७ से २४ सेमी (६.७ से ९.४ इंच) लम्बे, और वज़न में १७५ से ४०० ग्राम के होते हैं। इनके घने, मुलायम और रेशमी बाल होते हैं जिनका रंग पीला या भूरा होता है। साथ ही इनकी आँखे काली और पैरों के तलुवे लाल होते हैं।Miranda, F., Meritt, D.A., Tirira, D.G. & Arteaga, M. (2014).

नई!!: जिनेवा और रेशमी चींटीख़ोर · और देखें »

रॉबर्ट बॉयल

राबर्ट बायल राबर्ट बॉयल (Robert Boyle; 1627-1691 ई.) आधुनिक रसायनशास्त्र का प्रवर्तक, अपने युग के महान वैज्ञानिकों में से एक, लंदन की प्रसिद्ध रॉयल सोसायटी का संस्थापक तथा कॉर्क के अर्ल की 14वीं संतान था। .

नई!!: जिनेवा और रॉबर्ट बॉयल · और देखें »

रोनाल्डिन्हो

रोनाल्डो डी एसिस मोरेरा (पोर्टो एलेग्रे में 21 मार्च 1980 में जन्म), को आम तौर पर रोनाल्डिन्हो या रोनाल्डिन्हो गाशो, के नाम से जाना जाता है, वे एक ब्राज़ीलियन फ़ुटबॉलर हैं, जो इटालियन सीरिए ए साइड मिलान और ब्राज़ील की राष्ट्रीय टीम के लिए खेलते हैं। उन्हें व्यापक रूप से उनकी पीढ़ी के सबसे प्रतिभाशाली फ़ुटबॉल खिलाड़ियों में से एक माना जाता है। रोनाल्डिन्हो, "छोटा रोनाल्डो" का पुर्तगाली रूप, को ब्राज़ील में रोनाल्डो से, जो ब्राज़ील में पहले से ही रोनाल्डिन्हो के नाम से जाना जाता है, अलग करने के लिए "गाशो" के उपनाम से बुलाया जाता है। लेकिन यूरोप में रोनाल्डो ने अपनी पहचान अपने पहले नाम से ही बनाई, जिसके चलते रोनालडिन्हो को अपने गाशो उपनाम के प्रयोग की बजाए केवल रोनाल्डिन्हो नाम रखने का अवसर मिला.

नई!!: जिनेवा और रोनाल्डिन्हो · और देखें »

लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर

लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर या वृहद हैड्रॉन संघट्टक (Large Hadron Collider; LHC के रूप में संक्षेपाक्षरित) विश्व का सबसे विशाल और शक्तिशाली कण त्वरक है। यह सर्न की महत्वाकांक्षी परियोजना है। यह जेनेवा के समीप फ़्रान्स और स्विट्ज़रलैण्ड की सीमा पर ज़मीन के नीचे स्थित है। इसकी रचना २७ किलोमीटर परिधि वाले एक छल्ले-नुमा सुरंग में हुई है, जिसे आम भाषा में लार्ड ऑफ द रिंग कहा जा रहा है। इसी सुरंग में इस त्वरक के चुम्बक, संसूचक (डिटेक्टर), बीम-लाइन एवं अन्य उपकरण लगे हैं। सुरंग के अन्दर दो बीम पाइपों में दो विपरीत दिशाओं से आ रही ७ TeV (टेरा एले़ट्रान वोल्ट्) की प्रोट्रॉन किरण-पुंजों (बीम) को आपस में संघट्ट (टक्कर) किया जायेगा जिससे वही स्थिति उत्पन्न की जायेगी जो ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति के समय बिग बैंग के रूप में हुई थी। ग्यातव्य है कि ७ TeV उर्जा वाले प्रोटॉन का वेग प्रकाश के वेग के लगभग बराबर होता है। एल एच सी की सहायता से किये जाने वाले प्रयोगों का मुख्य उद्देश्य स्टैन्डर्ड मॉडेल की सीमाओं एवं वैधता की जाँच करना है। स्टैन्डर्ड मॉडेल इस समय कण-भौतिकी का सबसे आधुनिक सैद्धान्तिक व्याख्या या मॉडल है। १० सितंबर २००८ को पहली बार इसमें सफलता पूर्वक प्रोटान धारा प्रवाहित की गई। इस परियोजना में विश्व के ८५ से अधिक देशों नें अपना योगदान किया है। परियोजना में ८००० भौतिक वैज्ञानिक कार्य कर रहे हैं जो विभिन्न देशों, या विश्वविद्यालयों से आए हैं। प्रोटॉन बीम को त्वरित (accelerate) करने के लिये इसके कुछ अवयवों (जैसे द्विध्रुव (डाइपोल) चुम्बक, चतुर्ध्रुव (quadrupole) चुमबक आदि) का तापमान लगभग 1.90केल्विन या -२७१.२५0सेन्टीग्रेड तक ठंडा करना आवश्यक होता है ताकि जिन चालकों (conductors) में धारा बहती है वे अतिचालकता (superconductivity) की अवस्था में आ जांय और ये चुम्बक आवश्यक चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न कर सकें।"".

नई!!: जिनेवा और लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर · और देखें »

लाला हरदयाल

लाला हरदयाल (१४ अक्टूबर १८८४, दिल्ली -४ मार्च १९३९) भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के उन अग्रणी क्रान्तिकारियों में थे जिन्होंने विदेश में रहने वाले भारतीयों को देश की आजादी की लडाई में योगदान के लिये प्रेरित व प्रोत्साहित किया। इसके लिये उन्होंने अमरीका में जाकर गदर पार्टी की स्थापना की। वहाँ उन्होंने प्रवासी भारतीयों के बीच देशभक्ति की भावना जागृत की। काकोरी काण्ड का ऐतिहासिक फैसला आने के बाद मई, सन् १९२७ में लाला हरदयाल को भारत लाने का प्रयास किया गया किन्तु ब्रिटिश सरकार ने अनुमति नहीं दी। इसके बाद सन् १९३८ में पुन: प्रयास करने पर अनुमति भी मिली परन्तु भारत लौटते हुए रास्ते में ही ४ मार्च १९३९ को अमेरिका के महानगर फिलाडेल्फिया में उनकी रहस्यमय मृत्यु हो गयी। उनके सरल जीवन और बौद्धिक कौशल ने प्रथम विश्व युद्ध के समय ब्रिटिश साम्राज्यवाद के विरुद्ध लड़ने के लिए कनाडा और अमेरिका में रहने वाले कई प्रवासी भारतीयों को प्रेरित किया। .

नई!!: जिनेवा और लाला हरदयाल · और देखें »

ल्यों

पुराने ल्यों का दृश्य ल्यों, या लीऔं (Lyon / Lyons) फ्रान्स का एक प्रमुख शहर है जो देश के दक्षिण-पूरब हिस्से में और रोन नदी और सोन नदी (Saone) के संगम पर स्थित है तथा इन नदियों के संगम पर बसा होने के कारण प्रसिद्ध व्यापारिक केंद्र बन गया है। रोन ज़िले और रोन-आल्प्स (फ़्रान्सीसी:Rhône-Alpes) प्रदेश का मुख्य शहर और प्रशासनिक केंद्र है। .

नई!!: जिनेवा और ल्यों · और देखें »

लेम्बोर्गिनी

आटोमोबिली लेम्बोर्गिनी एस.पी.ए. जोएस.पि.ए. का अर्थ अनुसार Società per Azioni है, एक ज्वाइंट स्टोक कम्पनी का इटालियन संस्करण सामान्यतः लेम्बोर्गिनी के रूप में जानी जाती है, एक इटालियन वाहन निर्माता कम्पनी है जो कि सेंट अगाटा बोलोनीस के छोटे से शहर में स्थित है। कंपनी की शुरुआत प्रमुख निर्माण उद्यमी फारुशियो लेम्बोर्गिनी द्वारा 1963 में की गयी थी। उसके बाद से ही इसका स्वामित्व कई बार बदला है। हाल ही में 1998 में यह जर्मन कार निर्माता ऑडी ए.जी. की सहायक कंपनी बनी है (जो कि स्वयं वोक्सवैगन समूह की एक सहायक कंपनी है).

नई!!: जिनेवा और लेम्बोर्गिनी · और देखें »

शरणार्थियो हेतु संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त का कार्यालय

शरणार्थीयो हेतु संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त का कार्याकाल; United Natonals high Commisioner for Refugees: यूएनएचसीआर महासभा के प्रस्तावाधीन 3 दिसंबर, 1949 को स्थापित हुआ था। इसका उद्देश्य शरणार्थियों की समस्याओं के प्रति आपात राहत पुनर्वास सहायता, सुरक्षा तथा स्थायी निदान उपलब्ध कराना है। इस कार्यालय द्वारा तीन वर्षों के लिए 1 जनवरी, 1951 से कार्य आरंभ किया गया, जिसमें मुख्यतः द्वितीय विश्वयुद्ध के परिणामस्वरूप बेघर हुए 10 से 20 लाख लोगों को पुनर्वासित करना शामिल था। इसके कार्यकाल की अध्यादेश द्वारा हर बार पांच वर्षों के लिए बढ़ाया जाता रहा है। .

नई!!: जिनेवा और शरणार्थियो हेतु संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त का कार्यालय · और देखें »

शरणार्थियों के लिए नानसेन अंतर्राष्ट्रीय कार्यालय

शरणार्थियों के लिए नानसेन अंतर्राष्ट्रीय कार्यालय का गठण १९३० में नॉर्वे के मानवतावादी राजनयिक फ्रिडचॉफ नानसेन के निधन के बाद हुआ। नानसेन राष्ट्र संघ के अंतर्गत मानवीय सामाजिक कार्य में जुडे थे। प्रथम विश्व युद्ध के बाद उन्होंने संबंधित विस्थापित पीडि़तों के लिए काम किया और १९२२ में इस कार्य के लिए नोबेल शांति पुरस्कार जीता। नानसेन के जीवीत काल में ये संगठन एक ब्यूरो के रूप में काम करता था। १९३० में दिल के दौरे से मृत्यु के बाद राष्ट्र संघ ने ये कार्य जरी रखने के लिए संगठन का निर्माण किया। इस कार्यालय का मुख्य दफ्तर जिनेवा, स्विट्जरलैंड में था। संगठन को तुरंत जर्मनी, ऑस्ट्रिया, चेकोस्लोवाकिया के शरणार्थियों के लिए कार्य करना पडा। पर संगठन के पास ज्यादा पैसा नहीं था। सन् १९३८ में संगठन को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसि साल संगठन का विघटन भी हो गया। .

नई!!: जिनेवा और शरणार्थियों के लिए नानसेन अंतर्राष्ट्रीय कार्यालय · और देखें »

श्यामजी कृष्ण वर्मा

Nizil Shah) श्यामजी कृष्ण वर्मा (जन्म: 4 अक्टूबर 1857 - मृत्यु: 30 मार्च 1930) क्रान्तिकारी गतिविधियों के माध्यम से भारत की आजादी के संकल्प को गतिशील करने वाले अध्यवसायी एवं कई क्रान्तिकारियों के प्रेरणास्रोत थे। वे पहले भारतीय थे, जिन्हें ऑक्सफोर्ड से एम॰ए॰ और बार-ऐट-ला की उपाधियाँ मिलीं थीं। पुणे में दिये गये उनके संस्कृत के भाषण से प्रभावित होकर मोनियर विलियम्स ने वर्माजी को ऑक्सफोर्ड में संस्कृत का सहायक प्रोफेसर बना दिया था। उन्होंने लन्दन में इण्डिया हाउस की स्थापना की जो इंग्लैण्ड जाकर पढ़ने वाले छात्रों के परस्पर मिलन एवं विविध विचार-विमर्श का एक प्रमुख केन्द्र था। .

नई!!: जिनेवा और श्यामजी कृष्ण वर्मा · और देखें »

सावित्री बाई खानोलकर

सावित्री बाई खानोलकर या खानोलंकार (जन्म के समय का नाम इवा योन्ने लिण्डा माडे-डे-मारोज़) भारतीय इतिहास के ऐसे व्यक्तियों में से हैं जिनका जन्म तो पश्चिम में हुआ किंतु उन्होंने अपनी इच्छा से भारतीय संस्कृति को अपनाया और भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान किया। सावित्री बाई खानोलकर को सर्वोच्च भारतीय सैनिक अलंकरण परमवीर चक्र के रूपांकन का गौरव प्राप्त है। सावित्री बाई खानोलकर .

नई!!: जिनेवा और सावित्री बाई खानोलकर · और देखें »

सिगार

विभिन्न ब्रांडों के चार सिगार (ऊपर से: एच. अपमैन, मोंटेक्रिस्टो, माकानुडो, रोमियो वाय जुलिएट) एक -सेमीएयरटाईट सिगार संग्रहण ट्यूब और एक डबल गिलोटिन-स्टाइल कटर सिगार सूखे और किण्वित तम्बाकू का कसकर-लपेटा गया एक बंडल होता है जिसको जलाकर उसके धुंए का कश मुंह के अंदर खींचा जाता है। सिगार का तम्बाकू ब्राज़ील, कैमरून, क्यूबा, डोमिनिकन गणराज्य, होंडुरास, इंडोनेशिया, मैक्सिको, निकारागुआ, फिलीपींस और पूर्वी संयुक्त राज्य अमेरिका में काफी मात्रा में उगाया जाता है। .

नई!!: जिनेवा और सिगार · और देखें »

संयुक्त राष्ट्र

संयुक्त राष्ट्र (United Nations) एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जिसके उद्देश्य में उल्लेख है कि यह अंतरराष्ट्रीय कानून को सुविधाजनक बनाने के सहयोग, अन्तर्राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, मानव अधिकार और विश्व शांति के लिए कार्यरत है। संयुक्त राष्ट्र की स्थापना २४ अक्टूबर १९४५ को संयुक्त राष्ट्र अधिकारपत्र पर 50 देशों के हस्ताक्षर होने के साथ हुई। द्वितीय विश्वयुद्ध के विजेता देशों ने मिलकर संयुक्त राष्ट्र को अन्तर्राष्ट्रीय संघर्ष में हस्तक्षेप करने के उद्देश्य से स्थापित किया था। वे चाहते थे कि भविष्य में फ़िर कभी द्वितीय विश्वयुद्ध की तरह के युद्ध न उभर आए। संयुक्त राष्ट्र की संरचना में सुरक्षा परिषद वाले सबसे शक्तिशाली देश (संयुक्त राज्य अमेरिका, फ़्रांस, रूस और संयुक्त राजशाही) द्वितीय विश्वयुद्ध में बहुत अहम देश थे। वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र में १९३ देश है, विश्व के लगभग सारे अन्तर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त देश। इस संस्था की संरचन में आम सभा, सुरक्षा परिषद, आर्थिक व सामाजिक परिषद, सचिवालय और अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय सम्मिलित है। .

नई!!: जिनेवा और संयुक्त राष्ट्र · और देखें »

संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन

संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन (अंग्रेज़ी:यूनाइटेड नेशंस कॉन्फ्रेन्स ऑन ट्रेड एण्ड डवलपमेंट) संयुक्त राष्ट्र संघ की एक संस्था है। इसकी स्थापना में की गयी थी। यह संस्था व्यापार, निवेश और विकास के मुद्दों से संबंधित उद्देश्य को लेकर चलती है। .

नई!!: जिनेवा और संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन · और देखें »

सुनील मुखी

सुनील मुखी एक भारतीय सैध्दांतिक भौतिक शास्त्री हैं जो स्ट्रिंग सिद्धांत, क्वांटम क्षेत्र सिद्धान्त और कण भौतिकी के क्षेत्र में काम करते हैं। .

नई!!: जिनेवा और सुनील मुखी · और देखें »

स्वास्थ्य सेवा

स्वास्थ्य सेवा या हेल्थकेयर का अर्थ बीमारी की रोकथाम और उपचार करना है। स्वास्थ्य सेवा चिकित्सा, दन्त चिकित्सा, नर्सिंग और स्वास्थ्य से सम्बंधित पेशेवरों द्वारा प्रदान की जाती है। स्वास्थय सेवा तक पहुँच देशों, समूहों और व्यक्तियों के अनुसार बदलती रहती है। इसपर उस जगह की स्वास्थय नीतियों, सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियों का गहरा प्रभाव पडता है। हर देश में जनता को स्वास्थय लाभ पहुँचाने हेतु विभिन्न नीतियों का निर्माण किया जाता है। .

नई!!: जिनेवा और स्वास्थ्य सेवा · और देखें »

स्विट्ज़रलैण्ड

स्विट्जरलैंड (जर्मन: (die) Schweiz (डी) श्वाइत्स, फ़्रांसिसी: (la) Suisse (ला) सुईस, लातिनी: Helvetia हेल्वेतिया) मध्य यूरोप का एक देश है। इसकी 60 % सरज़मीन ऐल्प्स पहाड़ों से ढकी हुई है, सो इस देश में बहुत ही ख़ूबसूरत पर्वत, गाँव, सरोवर (झील) और चारागाह हैं। स्विस लोगों का जीवनस्तर दुनिया में सबसे ऊँचे जीवनस्तरों में से एक है। स्विस घड़ियाँ, चीज़, चॉकलेट, बहुत मशहूर हैं। इस देश की तीन राजभाषाएँ हैं: जर्मन (उत्तरी और मध्य भाग की मुख्य भाषा), फ़्रांसिसी (पश्चिमी भाग) और इतालवी (दक्षिणी भाग) और एक सह-राजभाषा है: रोमांश (पूर्वी भाग)। इसके प्रान्त कैण्टन कहे जाते हैं। स्विट्स़रलैण्ड एक लोकतन्त्र है जहाँ आज भी प्रत्यक्ष लोकतन्त्र देखने को मिल सकता है। यहाँ कई बॉलीवुड फ़िल्म के गानों की शूटिंग होती है। लगभग 20 % स्विस लोग विदेशी मूल के हैं। इसके मुख्य शहर और पर्यटक स्थल हैं: ज़्यूरिख, जनीवा, बर्न (राजधानी), बासल, इंटरलाकेन, लोज़ान, लूत्सर्न, इत्यादि। यहाँ एक तरफ बर्फ के सुंदर ग्लेशियर हैं। ये ग्लेशियर साल में आठ महीने बर्फ की सुंदर चादर से ठके रहते हैं। तो वहीँ दूसरी तरफ सुंदर वादियाँ हैं जो सुंदर फूलों और रंगीन पत्तियों वाले पेड़ों से ढकीं रहती हैं। भारतीय निर्देशक यश चोपड़ा की फिल्मों में इस खूबसूरत देश के कई नयनाभिराम दृश्य देखने को मिलते हैं। .

नई!!: जिनेवा और स्विट्ज़रलैण्ड · और देखें »

स्विट्ज़रलैंड के कैन्टन

स्विट्ज़रलैंड के कैन्टनों का नक़्शा स्विट्ज़रलैंड के २६ कैन्टन​ (Cantons of Switzerland) स्विट्ज़रलैंड की संघीय व्यवस्था के सदस्य राज्य हैं, यानि उस देश के सर्वोच्च प्रशासनिक विभाग हैं। सन् १६४८ की वेस्टफ़ालिया संधि से लेकर १८४८ में स्विस संघीय राज्य की स्थापना तक यह कैन्टन लगभग आज़ाद राष्ट्रों जैसे अधिकार रखते थे - सब की अलग सेनाएँ थी, अपनी अलग मुद्रा थी और सभी अपनी सीमाओं पर स्वतन्त्र देशों जैसा पहरा तैनात करके उनकी रखवाली करते थे। सबसे नया कैन्टन 'जूरा कैन्टन' है जो १९७९ में 'बर्न कैन्टन' को विभाजित करके गठित किया गया।, Kimberly Rinker, pp.

नई!!: जिनेवा और स्विट्ज़रलैंड के कैन्टन · और देखें »

हंफ्री डेवी

हंफ्री डेवी (१७ दिसम्बर १७७८ - २९ मई १८२९) एक ब्रिटिश रासायनज्ञ थे। ने कोयला की खोनों में जलाने के सुरक्षा दीप का आविष्कार किया। इसके अलावा इन्होंने इलेक्ट्रोलिसिस, सोडियम, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, बेरियम, बोरोन के भी आविष्कार या खोजें कीं। श्रेणी:रसायन शास्त्र.

नई!!: जिनेवा और हंफ्री डेवी · और देखें »

ह्यूगेनोट

300px ह्यगेनो (Huguenots) एक नृजातीय-धार्मिक समूह है जो १६वीं-१७वीं शदी के दौरान फ्रांस के प्रोटेस्टैण्ट सुधार चर्च के सदस्य थे। व्युत्पत्ति की दृष्टि से ह्य गेनो संभवत: एक जर्मन शब्द आइडगेनोस्सेन (Eidgenossen) से संबंधित हैं, जेनेवा में १६वीं शताब्दी में आइडगेनोस्सेन का एक विकृत रूप अर्थात् एगुनो (Eiguenots) प्रचलित था जो ह्य गेनो से मिलता जुलता है। सन् १५६० ई. के बाद फ्रांस के प्रोटेस्टैंट धर्मावलंबियों के लिए ह्यू गेनो शब्द ही सामान्यत: होने लगा था। धार्मिक दृष्टि से कैलविन ने फ्रांस के प्रोटेस्टेंटों पर गहरा प्रभाव डाला है किंतु ह्यू गेनो एक राजनीतिक दल भी था जो कास्पार डे कोलिग्रनी के नेतृत्व में समस्त फ्रांस में फैलकर अत्यंत प्रभावशाली धन गया। २४ अगस्त, १५७२, को बहुत से अन्य ह्यू गेनो नेताओं के साथ दे कोलिग्नी की हत्या कर दी गई (यह घटना मेसेकर ऑव सेंट बरथोलोम्यू के नाम से विख्यात है) किंतु इससे प्रोटेस्टैंट आंदोलन समाप्त नहीं हुआ और संघर्ष चलता रहा। सन् १५९८ ई. में नैंट (Nantes) की राजाज्ञा के फलस्वरूप ह्य गेनो लोगों को धार्मिक स्वतंत्रता मिली। उस समय फ्रांस में १२% प्रोटेस्टैंट थे। राजा लुइ चौदहवें ने सन् १६८५ ई. में नैंट की राजाज्ञा रद्द करके ह्यू गनों लोगों को नागरिक अधिकारों से वंचित कर दिया। ये बड़ी संख्या में हॉलैंड आदि प्रोटेस्टैंट देशों में प्रवासी बन गए। जो फ्रांस में रह गए उनपर बहुत अत्याचार हुआ जिससे वे प्राय: देहातों में छिप गए। सन् १७८७ ई. में ही इनको फिर नागरिक अधिकार दिए गए। आजकल फ्रांस में दो प्रतिशत लोग प्रोटैस्टेंट हैं जिनमें से ५/८ कैलविनिस्ट और ३/८ लूथरन हैं। श्रेणी:फ़्रांस के लोग.

नई!!: जिनेवा और ह्यूगेनोट · और देखें »

हेनरी ड्यूनेन्ट

हेनरी ड्यूनेन्ट (जन्म; जीन हेनरी ड्यूनेन्ट, ०८ मई १८२८ - ३० अक्टूबर १९१०), जिसे हेनरी ड्यूनेन्ट के नाम से भी जाना जाता है, एक स्विस व्यापारी और सामाजिक कार्यकर्ता, रेड क्रॉस के संस्थापक थे और नोबल शांति पुरस्कार के पहले प्राप्तकर्ता थे। १८६४ के जेनेवा कन्वेंशन के विचारों पर आधारित था। १९१० में उन्होंने फ्रेडरिक पासी के साथ मिलकर पहले नोबल शांति पुरस्कार प्राप्त किया, जिससे हेनरी ड्यूनेन्ट को पहली स्विस नोबल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। १८५९ में एक व्यापार यात्रा के दौरान, ड्यूनेन्ट आधुनिक इटली में सॉलफेरिन की लड़ाई के बाद गवाह था। उन्होंने अपनी यादें और अनुभवों को एक मेमोरी ऑफ़ सॉलफिरोनो में दर्ज किया जो १८६३ में रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति (आईसीआरसी) के निर्माण से प्रेरित था। ड्यूनेन्ट का जन्म जेनेवा, स्विटजरलैंड में हुआ था, जो बिजनेस जीन-जैक्स ड्यूनेन्ट और एंटोनेट ड्यूनेंट-कोलाडोन के पहले बेटे थे। उनके परिवार को निर्विवाद रूप से कैल्विनवादी था और जेनेवा समाज में इसका महत्वपूर्ण प्रभाव था। उनके माता-पिता ने सामाजिक कार्य के मूल्य पर जोर दिया और उनके पिता अनाथ और पैरोल में सक्रिय रहे, जबकि उनकी मां बीमार और गरीबों के साथ काम करती थी। उनके पिता एक जेल और एक अनाथालय में काम करते थे। ड्यूनेंट धार्मिक जागरण की अवधि के दौरान बड़े हुए, जिसे रीवेइल के रूप में जाना|धार्मिक जाता है, और १८ साल की उम्र में वह जेनेवा सोसाइटी फॉर अल्म्स में शामिल हो गए। अगले वर्ष, दोस्तों के साथ, उन्होंने तथाकथित "गुरुवार एसोसिएशन", युवा पुरुषों के ढीली बैंड की स्थापना की जो बाइबल का अध्ययन करने और गरीबों की मदद करने के लिए मुलाकात की, और उन्होंने अपना बहुत सा समय सामाजिक कार्य में लगाया था। ३० नवंबर १८५२ को, उन्होंने वाईएमसीए के जिनेवा अध्याय की स्थापना की और तीन साल बाद उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय संगठन की स्थापना के लिए समर्पित पेरिस की बैठक में भाग लिया। १८५९ में, २१ साल की उम्र में, गरीब ग्रेड के कारण ड्यूनेन्ट को कोलिग केल्विन छोड़ने के लिए मजबूर किया गया था, और उन्होंने धन-बदलने वाले फर्म लुलिन एट साउटर के साथ एक प्रशिक्षु शुरू किया। सफल निष्कर्ष के बाद, वह बैंक के एक कर्मचारी के रूप में बने रहे। .

नई!!: जिनेवा और हेनरी ड्यूनेन्ट · और देखें »

हो चि मिन्ह

हो चि मिन्ह हो-चि मिन्ह (19 मई सन् 1890 - 2 सितम्बर 1969), विश्व में मार्क्स, ऐंगेल्स, लेनिन, स्टालिन की साम्यवादी परंपरा की एशियाई कड़ी माने जाने वाले विचारक हैं। वे वियतनाम के राष्ट्रपति थे। उनके जीवन की प्रत्येक दृष्टि साम्यवादियों के लिए सर्वहारा क्रांति तथा राष्ट्रवादियों के लिए विश्व की प्रबलतम साम्राज्यवादी शक्तियों - फ्रांस और अमेरिका - के विरुद्ध संघर्ष की लंबी शिक्षाप्रद कहानी रही है। इन सभी संग्रामों का प्रेरणास्रोत हो चि मिन्ह के इच्छापत्र के अनुसार मार्क्सवाद, लेनिनवाद और सर्वहारा का अंतरराष्ट्रीयतावाद ही रहा है। यदि लेनिन ने रूस में "वर्गसंघर्ष" का उदाहरण प्रस्तुत किया तो हो चि मिन्ह ने "राष्ट्रीय मुक्ति संघर्ष" का उदाहरण वियतनाम के माध्यम से प्रस्तुत किया। उन्होंने स्पष्ट कहा, जिस प्रकार पूँजीवाद का अंतरराष्ट्रीय रूप साम्राज्यवाद है उसी प्रकार वर्गसंघर्ष का अंतरराष्ट्रीय रूप मुक्तिसंघर्ष है। .

नई!!: जिनेवा और हो चि मिन्ह · और देखें »

होमी जहांगीर भाभा

होमी जहांगीर भाभा (30 अक्टूबर, 1909 - 24 जनवरी, 1966) भारत के एक प्रमुख वैज्ञानिक और स्वप्नदृष्टा थे जिन्होंने भारत के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम की कल्पना की थी। उन्होने मुट्ठी भर वैज्ञानिकों की सहायता से मार्च 1944 में नाभिकीय उर्जा पर अनुसन्धान आरम्भ किया। उन्होंने नाभिकीय विज्ञान में तब कार्य आरम्भ किया जब अविछिन्न शृंखला अभिक्रिया का ज्ञान नहीं के बराबर था और नाभिकीय उर्जा से विद्युत उत्पादन की कल्पना को कोई मानने को तैयार नहीं था। उन्हें 'आर्किटेक्ट ऑफ इंडियन एटॉमिक एनर्जी प्रोग्राम' भी कहा जाता है। भाभा का जन्म मुम्बई के एक सभ्रांत पारसी परिवार में हुआ था। उनकी कीर्ति सारे संसार में फैली। भारत वापस आने पर उन्होंने अपने अनुसंधान को आगे बढ़ाया। भारत को परमाणु शक्ति बनाने के मिशन में प्रथम पग के तौर पर उन्होंने 1945 में मूलभूत विज्ञान में उत्कृष्टता के केंद्र टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (टीआइएफआर) की स्थापना की। डा.

नई!!: जिनेवा और होमी जहांगीर भाभा · और देखें »

जनीवा कैन्टन

जनीवा कैन्टन (फ़्रान्सीसी: Genève, अंग्रेज़ी: Geneva) स्विट्ज़रलैंड के दक्षिण-पश्चिमी कोने में स्थित एक कैन्टन (प्रान्त से मिलता-जुलता प्रशासनिक विभाग) है। यह कैन्टन सन् १८१५ में स्विस परिसंघ का हिस्सा बना था, लेकिन प्रूशिया का राजा १८५६-१८५७ तक इसे अपने राज्य का अंग बताता रहा। इस कैन्टन में फ़्रान्सीसी भाषा प्रचलित हैं। एक कोने में बाक़ी स्विट्ज़रलैंड से जुड़ा हुआ यह कैन्टन लगभग पूरी तरह फ़्रान्स से घिरा हुआ है।, Let's Go Inc., Macmillan, 2004, ISBN 9780312335427, Random House Digital, Inc., 2007, ISBN 9781400017829 .

नई!!: जिनेवा और जनीवा कैन्टन · और देखें »

जां वाप्तिस्ते आंद्रे ड्यूमा

फ्रांसीसी रसायनज्ञ जां वाप्तिस्ते आंद्रे ड्यूमा जां वाप्तिस्ते आंद्रे ड्यूमा (Jean Baptiste Andre Dumas; 14 जुलाई 1800 – 10 अप्रैल 1884) फ्रांसीसी रसायनज्ञ था। कार्बनिक विश्लेषण एवं संश्लेषण पर उसने उल्लेखनीय कार्य किया। इसके अलावा उसने वाष्प घनत्व के मापन द्वारा परमाणु भार (आपेक्षिक परमाणु द्रव्यमान) तथा अणुभार निकालने की विधि विकसित की। इसके अलावा उसने यौगिकों में नाइट्रोजन का विश्लेषण करने की एक विधि विकसित की। .

नई!!: जिनेवा और जां वाप्तिस्ते आंद्रे ड्यूमा · और देखें »

जेनेवा झील

जेनेवा झील, लेक जेनेवा या फ्रांसीसी भाषा में Lac Léman पश्चिमी यूरोप की सबसे बड़ी स्वच्छ जल की झील है। विशाल झील है (५८२ वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैला हुआ)। इसका लगभग ६०% भाग स्विट्जरलैण्ड के क्षेत्राधिकार (ज्युरिसडिक्शन) में आता है। शेष ४०% भाग फ्रांस के क्षेत्राधिकार में है। जेनेवा शहर इसके दोनो किनारों पर बसा है। .

नई!!: जिनेवा और जेनेवा झील · और देखें »

जोरम

यह जूरा पर्वत से जेनेवा झील तक रात्रि में चलने वाली शीतल एवं शुष्क हैं। श्रेणी:स्थानीय पवन.

नई!!: जिनेवा और जोरम · और देखें »

जी ७७ राष्ट्र समूह

जी-७७ समूह (अंग्रेज़ी:ग्रुप ऑफ 77, या जी-77) विश्व के विकासशील देशों का एक समूह है। यह संगठन हालांकि संयुक्त राष्ट्र के शेष समूहों की अपेक्षा कम मजबूत है, किन्तु विकासशील देशों के हितों को आगे रखने वाला संयुक्त राष्ट्र में यह सबसे बड़ा समूह है। इसके कार्यालय विश्व के कई शहरों में हैं जिनमें जेनेवा, नैरोबी, रोम, वियना और वॉशिंगटन डी॰ सी॰ प्रमुख हैं। जी-77 समूह की मूल स्थापना ७७ देशों ने मिलकर की थी। बाद में बहुत से अन्य देश भी इसके सदस्य बनते गये और वर्तमान में इसकी कुल सदस्य संख्या १३० हो गई है, लेकिन इसकी ऐतिहासिक प्रासंगिकता को देखते हुए इसका मूल नाम अभी तक वही पुराना जी-७७ समूह बनाये रखा गया है। अभी सूडान इस संगठन का नेतृत्व कर रहा है। भारत भी इसका सदस्य है। जी-७७ समूह की स्थापना जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन (यूएनसीटीएडी) के सम्मेलन के पहले सत्र के बाद हुई थी। इस स्थापना की घोषणा सभी मूल संस्थापक ७७ देशों के संयुक्त घोषणा पत्र यानि ज्वाइंट डिक्लेरेशन ऑफ द सेवेंटी-सेवन कंट्रीज के तहत १५ जून, १९६४ को संयुक्त घोषणा के बाद हुई थी। जी-७७ की पहली मंत्रीस्तरीय बैठक अल्जीरिया की राजधानी अल्जियर्स में १०-२५ अक्तूबर, १९६७ को हुई थी। संयुक्त राष्ट्र में सूडान गणराज्य के स्थायी प्रतिनिधि अब्दल महमूद अब्दलहलीम मोहम्मद वर्तमान में इस समूह के अध्यक्ष हैं। अब्दल महमूद मुहम्मद संयुक्त राष्ट्र में सूडान के स्थायी प्रतिनिधि भी हैं। जी-७७ के अध्यक्ष पद के लिए एशिया, अफ्रीका और कैरीबियन देशों से पारीवार रूप में व्यक्ति का चुनाव होता है। दक्षिणी सम्मेलन यानि साउथ समिट जी-७७ समूह की सर्वोच्च निर्णायक इकाई है। इसकी बैठक प्रत्येक पांच वर्ष में एक बार होती है। विश्व के दक्षिणी गोलार्ध के देशों के हितों की देखरेख करने वाले इस समूह का व्यय सभी सदस्य देश मिलकर उठाते हैं। .

नई!!: जिनेवा और जी ७७ राष्ट्र समूह · और देखें »

ईरानी परमाणु कार्यक्रम पर अंतरिम समझौता

24 नवम्बर 2013 को ईरान ने पी5 +1 देशों के साथ जिनेवा में एक परमाणु समझौता हस्ताक्षरित किया। इस समझौते के तहत अपने ऊपर लगे आर्थिक प्रतिबंधों में आंशिक रियायत के बदले ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम पर अल्पकालिक रोक लगाने के लिए तैयार हो गया। .

नई!!: जिनेवा और ईरानी परमाणु कार्यक्रम पर अंतरिम समझौता · और देखें »

वाणिज्यिक क्रांति

विश्व के आर्थिक इतिहास में वाणिज्यिक क्रांति (Commercial Revolution) उस अवधि को कहते हैं जिसमें आर्थिक प्रसार, उपनिवेशवाद और व्यापारवाद (mercantilism) का जोर रहा। यह अवधि लगभग सोलहवीं शती से आरम्भ होकर अट्ठारहवीं शती के आरम्भ तक मानी जाती है। इसके बाद की अवधि में औद्योगिक क्रान्ति हुई। .

नई!!: जिनेवा और वाणिज्यिक क्रांति · और देखें »

वालेरी लेंटिव

वालेरी Yakovlevich Leontiev (जन्म 19 मार्च, 1949 में उस्त-यूयेसे, कोमी ASSR, RSFSR, सोवियत संघ) एक सोवियत और रूसी पॉप गायक जिनकी लोकप्रियता नुकीला 1980 के दशक में.

नई!!: जिनेवा और वालेरी लेंटिव · और देखें »

वाई एम सी ए

वाई एम सी ए (यन्ग मेन्स क्रिश्चियन असोसिएशन) जिनेवा, स्विट्ज़रलैण्ड में स्थित एक विश्वव्यापी संगठन है जो १२५ राष्ट्रोंसे जूडा हुआ है। अंग्रेजी लोकोपकारी जॉर्ज विलियम्स ने इसकी स्थापना ६ जून १८४४ को लंदन में की थी। .

नई!!: जिनेवा और वाई एम सी ए · और देखें »

विट्ठल भाई पटेल

विट्ठल भाई पटेल विट्ठल भाई पटेल (१८७१ - १९३३) भारत के प्रख्यात विधानवेत्ता, वक्तृत्वकला के आचार्य और भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन के देश-विदेश में प्रचारक, प्रवर्तक थे। वे सरदार वल्लभ भाई पटेल के बड़े भाई थे। .

नई!!: जिनेवा और विट्ठल भाई पटेल · और देखें »

विश्व मौसम विज्ञान दिवस

हर वर्ष 23 मार्च को विश्व मौसम विज्ञान दिवस बनाया जाता है।30 मार्च सन 1950 को विश्व मौसम संगठन संयुक्त राष्ट्र के एक विभाग के रूप में स्थापित हुआ तथा जेनेवा में इसका मुख्यालय रखा गया। भूविज्ञान पर आधारित मौसम विभाग में कई विषयों पर शोध होता है इस विज्ञान का उपयोग समय समय पर आने वाली बाढ़ सूखा भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा ही नहीं वरन वर्षा की स्थिति चक्रवातों की संभावनाएं एवं हवाई यातायात, समुद्री यातायात आदि को मौसम की सटीक जानकारी प्रदान कर सहायता करना है आजकल मौसम विज्ञान अति उन्नत स्तर पर पहुंच गया है मौसम गुब्बारों आधुनिक रडारों तथा उच्च तकनीक से युक्त कृत्रिम उपग्रहों एवं कंप्यूटरों के माध्यम से विभिन्न सभी करों के उपयोग से हम मौसम की सटीक जानकारी पानी के और अग्रसर हुए हैं कृत्रिम उपग्रहों द्वारा भेजे जाने वाली उच्च स्तर के चित्रोंतथा उनके द्वारा फिल्टर की गई जानकारियों से हम फसलों का उन का रकबा फसल का प्रकार इत्यादि हम आसानी से जान सकते हैं यही नहीं मौसम विभाग विभिन्न शहरों के उच्चतम निम्नतम तापमान आर्द्रता वहां का प्रदूषण का स्तर भी भलीभांति पूर्वक बता सकता है। .

नई!!: जिनेवा और विश्व मौसम विज्ञान दिवस · और देखें »

विश्व स्वास्थ्य संगठन

विश्व स्वास्थ्य संगठन का ध्वज विश्व स्वास्थ्य संगठन (वि॰ स्वा॰ सं॰) (WHO) विश्व के देशों के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर आपसी सहयोग एवं मानक विकसित करने की संस्था है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के १९३ सदस्य देश तथा दो संबद्ध सदस्य हैं। यह संयुक्त राष्ट्र संघ की एक अनुषांगिक इकाई है। इस संस्था की स्थापना ७ अप्रैल १९४८ को की गयी थी। इसका उद्देश्य संसार के लोगो के स्वास्थ्य का स्तर ऊँचा करना है। डब्‍ल्‍यूएचओ का मुख्यालय स्विटजरलैंड के जेनेवा शहर में स्थित है। इथियोपिया के डॉक्टर टैड्रोस ऐडरेनॉम ग़ैबरेयेसस विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के नए महानिदेशक निर्वाचित हुए हैं। वो डॉक्टर मार्गरेट चैन का स्थान लेंगे जो पाँच-पाँच साल के दो कार्यकाल यानी दस वर्षों तक काम करने के बाद इस पद से रिटायर हो रही हैं।। भारत भी विश्व स्वास्थ्‍य संगठन का एक सदस्य देश है और इसका भारतीय मुख्यालय भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है। .

नई!!: जिनेवा और विश्व स्वास्थ्य संगठन · और देखें »

विश्व व्यापार संगठन

विश्व व्यापार संगठन का प्रतीक चिन्ह विश्व व्यापार संगठन (वर्ल्द ट्रेड ऑर्गनाइजेशन/डब्ल्यूटीओ) एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो विश्व व्यापार के लिए नियम बनाता है। इसकी स्थापना १९९५ में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद बनाए गए गैट (GATT) के स्थान पर लाने के लिए की गई थी। वर्तमान समय में इसके १६४ सदस्य हैं। डब्ल्यूटीओ के सचिव और महानिदेशक जेनेवा में निवास करते हैं। सचिवालय जिसमें अब केवल ५५० लोग काम करते हैं और संगठन के सभी पहलुओं के संचालन का प्रशासनिक कार्य संभालते हैं। सचिवालय के पास कानूनी निर्णय लेने की कोई शक्ति नहीं है लेकिन ऐसा करने वालों को यह महत्वपूर्ण सेवाएं और परामर्श प्रदान करता है। .

नई!!: जिनेवा और विश्व व्यापार संगठन · और देखें »

विश्व व्यापी वेब

कड़ी.

नई!!: जिनेवा और विश्व व्यापी वेब · और देखें »

विश्व आर्थिक मंच

विश्व आर्थिक फोरम स्विट्ज़रलैंड में स्थित एक गैर-लाभकारी संस्था है। इसका मुख्यालय जिनेवा में है। स्विस अधिकारीयों द्वारा इसे एक निजी-सार्वजनिक सहयोग के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय संस्था के रूप में मान्यता प्राप्त हुई है। इसका मिशन विश्व के व्यवसाय, राजनीति, शैक्षिक और अन्य क्षेत्रों में अग्रणी लोगों को एक साथ ला कर वैशविक, क्षेत्रीय और औद्योगिक दिशा तय करना है। .

नई!!: जिनेवा और विश्व आर्थिक मंच · और देखें »

विश्व के व्यस्ततम विमानक्षेत्र

विश्व के व्यस्ततम विमानक्षेत्र इस उपाधि को पाने के लिए कई प्रमुख विमानन उपक्रमों में सालों से प्रतिस्पर्धा चल रहीं हैं। जेनेवा स्थित एयरपोर्ट्स काउंसिल इंटरनेशनल ने व्यस्ताम विमानक्षेत्र को परिभाषित करते हुए निम्लिखित तीन श्रेणी बनाई हैं।.

नई!!: जिनेवा और विश्व के व्यस्ततम विमानक्षेत्र · और देखें »

ऑपेरा प्रयोग

ऑसिलेशन प्रोजेक्ट विद इमल्शन-(ट्) रैकिंग एपरेटस (हिन्दी अनुवाद: पायसन लक्ष्यानुसरण उपकरण के साथ दोलन परियोजना), म्यूऑन न्यूट्रिनों के दोलन से प्रप्त टाऊ न्यूट्रिनों को संसूचित करने के लिए वैज्ञानिक प्रयोगों में प्रयुक्त उपकरण है। यह प्रयोग जिनेवा, स्विट्ज़रलैण्ड में स्थित सर्न व ग्रान सास्सो, इटली स्थित ग्रान सास्सो की राष्ट्रीय प्रयोगशाला के मध्य सहयोग है और सर्न न्यूट्रिनो से ग्रान सास्सो न्यूट्रिनो किरण पुंज का उपयोग करते हैं। यह प्रक्रिया सर्न स्थित सुपर प्रोटॉन सिंक्रोट्रॉन से आरम्भ होती है जहाँ प्रोटॉन गुच्छों से पाइआन और केऑन प्राप्त करने के लिए इन्हें कार्बन के लक्ष्य पर से भेदित करवाया जाता है। इन कणों के क्षय से म्यूऑन व न्यूट्रिनों प्राप्त होते हैं। .

नई!!: जिनेवा और ऑपेरा प्रयोग · और देखें »

आर्नॉद क्लेमाँ

श्रेणी:टेनिस खिलाड़ी श्रेणी:पुरुष टेनिस खिलाड़ी.

नई!!: जिनेवा और आर्नॉद क्लेमाँ · और देखें »

आई॰एस॰ओ॰ ३१६६

अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन द्वारा प्रकाशित आईएसओ ३१६६ कुट एक मानक है, जो कि देशों, अधीन क्षेत्रों, भौगोलिक ब्याज के विशेष क्षेत्रों के नाम, और उनके प्रमुख उप विभाजनों (उदाहरण के लिए, प्रांतों या राज्यों) के लिए कोड निर्धारित करता है। .

नई!!: जिनेवा और आई॰एस॰ओ॰ ३१६६ · और देखें »

आग़ा ख़ाँ चतुर्थ

शाह करीम अल-हुस्सैनी, आगा खां चतुर्थ, (سمو الأمیر شاہ کریم الحسیني آغا خان الرابع) (जन्म: १३ दिसम्बर १९३६) शिया इमामी इस्मायली मुस्लिम के ४९वें और वर्तमान इमाम हैं। ये इस उपाधि को ११ जुलाई, १९५७ से ग्रहण किये हुए हैं। तब ये २० वर्ष के थे और अपने पितामह, सर सुल्तान मुहम्मद शाह आगा खां के उत्तराधिकारी हुए। .

नई!!: जिनेवा और आग़ा ख़ाँ चतुर्थ · और देखें »

आग़ा ख़ान सांस्कृतिक ट्रस्ट

250px आगा खान सांस्कृतिक ट्रस्ट (अंग्रेज़ी: आगा खां ट्रस्ट फ़ॉर कल्चर, लघु:ए.के.टी.सी) आगा खां डवलपमेंट नेटवर्क के अधीन एक संस्था है। ये संस्था मुस्लिम समाज की इमारतों व समुदायों के भौतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं आर्थिक सुधार हेतु कार्यरत है। इस संस्था की स्थापना १९८८ में हुई व पंजीकरण जेनेवा में हुआ था। यह एक निजि गैर सांप्रदायिक परोपकारी संस्था थी। यह संस्था आगा खां डवलपमेंट नेटवर्क का एक अभिन्न अंग है, जिसकी स्थापना आगा खां चतुर्थ ने की थी। .

नई!!: जिनेवा और आग़ा ख़ान सांस्कृतिक ट्रस्ट · और देखें »

इण्डिया हाउस

इंडिया हाउस हाइगेट लन्दन इण्डिया हाउस १९०५ से १९१० के दौरान लन्दन में स्थित एक अनौपचारिक भारतीय राष्ट्रवादी संस्था थी। इसकी स्थापना ब्रिटेन के भारतीय छात्रों में राष्ट्रवादी विचारों का प्रचार करने हेतु श्यामजी कृष्ण वर्मा के संरक्षण में हाइगेट, उत्तरी लन्दन के एक छात्र निवास में की गयी थी। .

नई!!: जिनेवा और इण्डिया हाउस · और देखें »

इतालवी एकीकरण

इतालवी एकीकरण को दर्शाता हुआ नक़्शा, जिसमें विभिन्न राज्यों के संगठित इतालवी साम्राज्य में सम्मिलित होने के वर्ष दिए गए हैं इतालवी एकीकरण, जिसे इतालवी भाषा में इल रिसोरजिमेंतो (Il Risorgimento, अर्थ: पुनरुत्थान) कहते हैं, १९वीं सदी में इटली में एक राजनैतिक और सामाजिक अभियान था जिसने इतालवी प्रायद्वीप के विभिन्न राज्यों को संगठित करके एक इतालवी राष्ट्र बना दिया। इस अभियान की शुरुआत और अंत की तिथियों पर इतिहासकारों में विवाद है लेकिन अधिकतर के मत में यह सन् १८१५ में इटली पर नेपोलियन बोनापार्ट के राज के अंत पर होने वाले वियना सम्मलेन के साथ आरम्भ हुआ और १८७० में राजा वित्तोरियो इमानुएले की सेनाओं द्वारा रोम पर क़ब्ज़ा होने तक चला।, Jeffrey Thompson Schnapp, Olivia E. Sears, Maria G. Stampino, pp.

नई!!: जिनेवा और इतालवी एकीकरण · और देखें »

इस्क्रा

इस्क्रा का प्रथम अंक इस्क्रा (रूसी: Искра), यानि चिंगारी, प्रवासी रूसी समाजवादियों द्वारा स्थापित एक राजनीतिक समाचारपत्र था, जिसे उन्होने रूसी सामाजिक जनवादी मजदूर पार्टी (रशियन सोशल डेमोक्रेटिक लेबर पार्टी) के आधिकारिक मुखपत्र के रूप में स्थापित किया था। इसका पहला संस्करण स्टटगार्ट में 1 दिसम्बर 1900 को प्रकाशित किया गया था। इसके अन्य संस्करण म्यूनिख, लंदन और जिनेवा में प्रकाशित किए गए थे। इसका शुरूआती प्रबंधन व्लादिमीर लेनिन द्वारा किया गया था। 1903 में, रूसी सामाजिक जनवादी मजदूर पार्टी के विभाजन के बाद, लेनिन ने इससे खुद को अलग कर लिया क्योंकि उनके इस प्रस्ताव कि, इसके संपादकीय बोर्ड मे सिर्फ तीन सदस्य होने चाहिए एक वो खुद, दूसरा मार्तोव तथा तीसरा प्लेखानोव, का भारी विरोध किया गया था। समाचारपत्र को मेंशेविक द्वारा जब्त कर लिया गया और प्लेखानोव के नियंत्रण में 1905 तक प्रकाशित किया गया। अखबार का औसत प्रसार 8000 प्रतियों का था। इस्क्रा का आदर्श वाक्य था, "искры Из пламя возгорится" यानि "एक चिंगारी भड़क कर आग बनती है" .

नई!!: जिनेवा और इस्क्रा · और देखें »

इंटरनेशनल रेड क्रॉस एवं रेड क्रेसेन्ट मोवमेंट

रेड क्रॉस एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है जिसका मिशन मानवीय जिन्दगी व सेहत को बचाना है। इसकी स्थापना 1863 ई.में हेनरी ड्यूनेन्ट ने जेनेवा में की। इसका मुख्यालय जेनेवा (सि्वट्जरलेंड) में है। इसे तीन बार (1917,1944,1963)में नोबेल शांति पुरस्कार मिला है। इसका मुख्य उद्देश्य युद्ध या विपदा के समय में कठिनाईंयों से राहत दिलाना है। प्रतिवर्ष विश्व रेड क्रॉस दिवस 8मई को मनाया जाता है। जो कि इसके संस्थापक ड्यूरेंट का जन्मदिन है। .

नई!!: जिनेवा और इंटरनेशनल रेड क्रॉस एवं रेड क्रेसेन्ट मोवमेंट · और देखें »

कण त्वरक

'''इन्डस-२''': भारत (इन्दौर) का 2.5GeV सिन्क्रोट्रान विकिरण स्रोत (SRS) कण-त्वरक एसी मशीन है जिसके द्वारा आवेशित कणों की गतिज ऊर्जा बढाई जाती हैं। यह एक ऐसी युक्ति है, जो किसी आवेशित कण (जैसे इलेक्ट्रान, प्रोटान, अल्फा कण आदि) का वेग बढ़ाने (या त्वरित करने) के काम में आती हैं। वेग बढ़ाने (और इस प्रकार ऊर्जा बढाने) के लिये वैद्युत क्षेत्र का प्रयोग किया जाता है, जबकि आवेशित कणों को मोड़ने एवं फोकस करने के लिये चुम्बकीय क्षेत्र का प्रयोग किया जाता है। त्वरित किये जाने वाले आवेशित कणों के समूह या किरण-पुंज (बीम) धातु या सिरैमिक के एक पाइप से होकर गुजरती है, जिसमे निर्वात बनाकर रखना पड़ता है ताकि आवेशित कण किसी अन्य अणु से टकराकर नष्ट न हो जायें। टीवी आदि में प्रयुक्त कैथोड किरण ट्यूब (CRT) भी एक अति साधारण कण-त्वरक ही है। जबकि लार्ज हैड्रान कोलाइडर विश्व का सबसे विशाल और शक्तिशाली कण त्वरक है। कण त्वरकों का महत्व इतना है कि उन्हें 'अनुसंधान का यंत्र' (इंजन्स ऑफ डिस्कवरी) कहा जाता है। .

नई!!: जिनेवा और कण त्वरक · और देखें »

क्रान्ति-तीर्थ

हाईगेट लन्दन का इण्डिया हाउस, जिसकी अनुकृति बनाकर क्रान्ति तीर्थ में रखी गयी है। क्रान्ति-तीर्थ गुजरात का एक सुप्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह कच्छ के माण्डवी जिले में माण्डवी नगर से 3 किलोमीटर दूर माण्डवी धारबुदी मार्ग पर स्थित है। श्यामजी कृष्ण वर्मा द्वारा यूनाइटेड किंगडम में बीसवी शताब्दी के प्रारम्भ में स्थापित हाईगेट लन्दन के ऐतिहासिक इण्डिया हाउस की अनुकृति इस पर्यटन स्थल में विशेष रूप से दर्शनीय है। गुजरात के मुख्यमन्त्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 13 दिसम्बर 2010 को राष्ट्र को समर्पित इस क्रान्ति-तीर्थ को देखने दूर-दूर से पर्यटक गुजरात आते हैं। गुजरात सरकार का पर्यटन विभाग इसकी देखरेख करता है। .

नई!!: जिनेवा और क्रान्ति-तीर्थ · और देखें »

केन्द्रीय व्यवसायिक क्षेत्रों की सूची

केन्द्रीय व्यवसायिक क्षेत्रों की सूची में विभिन्न देशों के विभिन्न नगरों के केन्द्रीय व्यवसायिक क्षेत्र दिए गए हैं। .

नई!!: जिनेवा और केन्द्रीय व्यवसायिक क्षेत्रों की सूची · और देखें »

केरिन्थिया (Kärnten)

केरिन्थिया (Kärnten, Koroška) एक सुदूर दक्षिणी ऑस्ट्रियाई राज्य या क्षेत्र है। यह ईस्टर्न आल्प्स के भीतर स्थित है और मुख्यतः पर्वतों और झीलों के लिए यह प्रसिद्ध है। एक विशेष (आसानी से पहचानने योग्य) दक्षिणी ऑस्ट्रो-बवारियन बोली के साथ यहां के लोग मुख्य रूप से जर्मन बोलते हैं जिसमें मुख्य रूप से दोहरे व्यंजन से पहले सभी छोटे जर्मन स्वर लम्बे होते हैं ("केरिन्थियान वोवेल स्ट्रेचिंग").

नई!!: जिनेवा और केरिन्थिया (Kärnten) · और देखें »

कोलाइडर (त्वरक)

कोलाइडर (Collider) एक प्रकार के कण त्वरक हैं जिसमें विपरीत दिशाओं से आ रहीं अत्यधिक उर्जा वाली आवेशित कणों की किरणपुंजों (बीम) का संघट्ट (टक्कर / collision) कराया जाता है। ये त्वरक रैखिक हो सकते हैं या चक्रीय त्वरक (साइक्लिक एसलरेटर) हो सकते हैं। जिनेवा स्थित सर्न का लार्ज हैड्रान कोलाइडर (या LHC) इसी प्रकार का कण त्वरक है। .

नई!!: जिनेवा और कोलाइडर (त्वरक) · और देखें »

अतुल गुर्टु

अतुल गुर्टु एक भारतीय उच्च ऊर्जा भौतिक विज्ञानी हैं। उन्होंने १९७१ में टाटा मूलभूत अनुसंधान संस्थान, मुम्बई से जुड़ गये और २०११ में एक लम्बे कण भौतिकी शोध के पश्चात् एक वरिष्ठ प्रोफेसर के रूप में सेवानिवृत हुये। .

नई!!: जिनेवा और अतुल गुर्टु · और देखें »

अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्ध

राष्ट्र महल (Palace of Nations): जेनेवा स्थित इस भवन में २०१२ में ही दस हाजार से अधिक अन्तरसरकारी बैठकें हुईं। जेनेवा में विश्व की सर्वाधिक अन्तर्राष्ट्रीय संस्थान हैं। अंतरराष्ट्रीय संबंध (IR) विभिन्न देशों के बीच संबंधों का अध्ययन है, साथ ही साथ सम्प्रभु राज्यों, अंतर-सरकारी संगठनों (IGOs), अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठनों (INGOs), गैर-सरकारी संगठनों (NGOs) और बहुराष्ट्रीय कंपनियों (MNCs) की भूमिका का भी अध्ययन है। अन्तर्राष्ट्रीय सम्बन्ध को कभी-कभी 'अन्तरराष्ट्रीय अध्ययन' (इंटरनेशनल स्टडीज (IS)) के रूप में भी जाना जाता है, हालांकि दोनों शब्द पूरी तरह से पर्याय नहीं हैं। .

नई!!: जिनेवा और अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्ध · और देखें »

अन्तर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ

बर्न, स्विट्जरलैंड में स्मारक. इसपे शिललेख है: "Union Télégraphique Internationale fondée à Paris en 1865 sur l'initiative du gouvernement français. Érigé par décision de l'Union Télégraphique prise à la conférence internationale de Lisbonne en 1908." (हिन्दी में: "अन्तर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ, 1865 में पैरिस में फ़्रेंच सरकार की पहल पर स्थापित. यह स्मारक दूरसंचार संघ के 1908 में लिस्बन में अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में लिये गये निर्णय पर बना.") अन्तर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU; फ़्रेंच: Union internationale des télécommunications, स्पेनिश: Unión Internacional de Telecomunicaciones, चीनी भाषा: 国际电信联盟; रूसी:Международный союз электросвязи; अरबी:الاتحاد الدولي للاتصالات) एक अन्तर्राष्ट्रीय संगथन है। यह अन्तर्राष्ट्रीय रेडियो और दूरसंचार को नियमित और मानकीकृत करने हेतु स्थापित हुई थी। इसकी स्थापना पैरिस में 17 मई, सन 1865 में संघ रूप में हुई थी। इसके मुख्य कार्यों में आते हैं.

नई!!: जिनेवा और अन्तर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ · और देखें »

अन्तर्राष्ट्रीय संस्कृत लिप्यन्तरण वर्णमाला

अन्तर्राष्ट्रीय संस्कृत लिप्यन्तरण वर्णमाला (अंग्रेजी: IAST - International Alphabet of Sanskrit Transliteration) एक लोकप्रिय लिप्यन्तरण स्कीम है जो कि इण्डिक लिपियों के हानिरहित (लॉसलॅस) रोमनकरण हेतु प्रयोग की जाती है। इसमें गैर-आस्की वर्णों का भी प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा छोटे-वर्ण (small letters) और बड़े-वर्ण दोनो का प्रयोग किया गया है। .

नई!!: जिनेवा और अन्तर्राष्ट्रीय संस्कृत लिप्यन्तरण वर्णमाला · और देखें »

अरुंधति घोष

अरुंधती घोष (25 नवंबर 1939 – 26 जुलाई 2016) एक पूर्व भारतीय राजनयिक थी। इन्होने आस्ट्रिया, मिस्र, दक्षिण कोरिया, हालैंड और कई अन्य देशों में राजदूत के रूप में काम किया था। ये संयुक्त राष्ट्र में भारत की राजदूत भी रह चुकी हैं। .

नई!!: जिनेवा और अरुंधति घोष · और देखें »

अर्चना शर्मा

डॉ॰ अर्चना शर्मा जिनेवा में दुनिया की सबसे बड़ी भूमिगत प्रयोगशाला सर्न में स्टाफ फिजिसिस्ट के रूप में कार्यरत हैं। डॉ॰ अर्चना शर्मा के अनुसार दुनिया की सबसे बड़ी प्रयोगशाला सर्न, जहाँ वह काम करती हैं, उसे विज्ञान का तीर्थ कहा जाता है। अपनी शोध परियोजना में कहा कि बड़े पार्टिकिल कोलाइडर एलएचसी की सुरंगनुमा ट्यूब में लगभग प्रकाश के वेग से चक्कर काट रहे प्रोटॉनों की आपस में टक्कर करवा दी गई। सर्न में मौजूद दुनिया के सबसे बड़े प्रयोग की सफलता से ब्रह्मांड की उत्पत्ति के रहस्य से पर्दा उठ सकता है। अर्चना शर्मा को भारत सरकार द्वारा सन १९८४ में चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये पश्चिम बंगाल राज्य से हैं। .

नई!!: जिनेवा और अर्चना शर्मा · और देखें »

अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन

अन्तर्राष्ट्रीय विद्युततकनीकी आयोग यह लेख या कुछ अंश अपनी मूल भाषा में है, जिससे कि इन तथ्यों की मौलिकता बनी रहे। कृपया इसे अनुवाद करने का प्रयास न करें, या पहले संवाद पृष्ठ पर चर्चा करके फिर सुधार करें। अन्तराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन (फ्रेंच में Organisation internationale de normalisation), जिसे अधिकतर ISO कहा जाता है, विभिन्न राष्ट्रों के मानक संगठनों के प्रतिनिधियों से गठित एक अन्तर्राष्ट्रीय मानक-विन्यास संस्था है। इसकी स्थापना 23 फरवरी, 1947 को हुई थी, विश्वव्यापी औद्योगिक एवं वाणिज्यिक मानकों को घोषित करने हेतु। इसका मुख्यालय जेनेवा, स्विट्जरलैंड में स्थित है। यद्यपि ISO स्वयं को एक गैर सरकारी संगठन कहता है, इसकी मानक स्थापित करने की क्षमता, जो कि प्राय्ः विधि बन जाते हैं, या तो समझौतों के द्वारा, या फिर राष्ट्रीय मान; यह इसको गैर सरकारी संगठनों से अधिक शक्तिशाली बनाता है। वैसे व्यवहार में यह एक संकाय या अल्पकालीन संगठन जैसे कार्यरत है, जिसकी सरकारों से मजबूत कङियाँ हैं।.

नई!!: जिनेवा और अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन · और देखें »

अंतरराष्ट्रीय समुद्री संगठन

अंतरराष्ट्रीय समुद्री संगठन (International Maritime Organization या IMO), संयुक्त राष्ट्र संघ की एक विशिष्ट एजेन्सी है जो जलयानों के यातायात को नियंत्रित करने के लिये अधिकृत है। इसे १९८२ तक अंतर-सरकारी समुद्री सलाहकारी संगठन (Maritime Consultative Organization / IMCO) कहते थे। इसकी स्थापना १९४८ में जिनेवा में हुई थी। .

नई!!: जिनेवा और अंतरराष्ट्रीय समुद्री संगठन · और देखें »

१० अप्रैल

10 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 100वॉ (लीप वर्ष मे 101 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 265 दिन बाकी है। .

नई!!: जिनेवा और १० अप्रैल · और देखें »

१३ जुलाई

१३ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १९४वॉ (लीप वर्ष में १९५ वॉ) दिन है। साल में अभी और १७१ दिन बाकी है। .

नई!!: जिनेवा और १३ जुलाई · और देखें »

१५ दिसम्बर

१५ दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३४९वॉ (लीप वर्ष मे ३५० वॉ) दिन है। साल में अभी और १६ दिन बाकी है। .

नई!!: जिनेवा और १५ दिसम्बर · और देखें »

१८६३

1863 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

नई!!: जिनेवा और १८६३ · और देखें »

१९२२

1922 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

नई!!: जिनेवा और १९२२ · और देखें »

१९५४

१९५४ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

नई!!: जिनेवा और १९५४ · और देखें »

२०१०

वर्ष २०१० वर्तमान वर्ष है। यह शुक्रवार को प्रारम्भ हुआ है। संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष २०१० को अंतराष्ट्रीय जैव विविधता वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इन्हें भी देखें 2010 भारत 2010 विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी 2010 साहित्य संगीत कला 2010 खेल जगत 2010 .

नई!!: जिनेवा और २०१० · और देखें »

२३ सितम्बर

२३ सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २६६वॉ (लीप वर्ष मे २६७ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ९९ दिन बाकी है। .

नई!!: जिनेवा और २३ सितम्बर · और देखें »

२९ अक्टूबर

29 अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 302वॉ (लीप वर्ष में 303 वॉ) दिन है। साल में अभी और 63 दिन बाकी है। .

नई!!: जिनेवा और २९ अक्टूबर · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

जनीवा, जेनेवा, जेनीवा, जीनीवा

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »