2 संबंधों: जानकी प्रसाद, कथक।
जानकी प्रसाद
जानकी प्रसाद, काशी के प्रसिद्ध साहित्यकार थे। इनके पिता देवकीनन्दन बड़े धनवान व्यक्ति थे। इन्होने केशव की ‘रामचन्द्रिका’ की टीका ‘राम भक्ति प्रकाशिका’ नाम से की थी। इनका रचना-काल संवत् 1872 है। ‘मुक्ति रामायण’ इनकी अन्य रचना है। .
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कथक
कथक नृत्य उत्तर प्रदेश का शास्त्रिय नृत्य है। कथक कहे सो कथा कहलाए। कथक शब्द क अर्थ कथा को थिरकते हुए कहना है। प्राचीन काल मे कथक को कुशिलव के नाम से जाना जाता था। कथक राजस्थान और उत्तर भारत की नृत्य शैली है। यह बहुत प्राचीन शैली है क्योंकि महाभारत में भी कथक का वर्णन है। मध्य काल में इसका सम्बन्ध कृष्ण कथा और नृत्य से था। मुसलमानों के काल में यह दरबार में भी किया जाने लगा। वर्तमान समय में बिरजू महाराज इसके बड़े व्याख्याता रहे हैं। हिन्दी फिल्मों में अधिकांश नृत्य इसी शैली पर आधारित होते हैं। कथक नृत्या भारतीय डाक-टिकट में .