सामग्री की तालिका
17 संबंधों: चादर ट्रेक, डोडा नदी, त्सराप नदी, द्रांग द्रुंग हिमानी, पदम, पेन्सी ला, भारत के पारंपरिक क्षेत्र, भारत के क्षेत्र, लिद्दर घाटी, शिंगो ला, सुरु नदी, हेमिस राष्ट्रीय उद्यान, ज़ंस्कार नदी, गुगे, कश्मीर हिमालय, कामेट पर्वत, किन्नौर जिला।
चादर ट्रेक
चादर का एक साफ दिन चादर ट्रेक जो कि लद्दाख क्षेत्र के ज़ंस्कार घाटी में सर्दियों मे किया गया एक दुर्गम यात्रा को कहा जाता है जो कि भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर मे है। जांस्कर घाटी कि खड़ी चट्टानों कि दीवारों कि ऊंचाई 600 मीटर तक पाई जाती है और जांस्कर नदी (सिंधु नदी की एक सहायक) कुछ स्थानों में केवल 5 मीटर चौड़ी है। चादर ट्रेक जमे हुए जांस्कर नदी है, जो सर्दियों के दौरान जांस्कर घाटी मे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को उपयोग करने के लिए मार्ग प्रदान करती है। यह जगह स्थानीय लोगों द्वारा सदियों से व्यापार मार्ग के रूप मे इस्तेमाल किया गया है और एक काफी अच्छी तरह से स्थापित ट्रेक है। ट्रेक के बारे में: चादर ट्रेक भारत में एक रोमांचक और साहसिक ट्रेक है। स्थानीय भाषा में "चादर" का मतलब परत का संकेत करती है "बर्फ की परत कि नदी"। चादर ट्रेक मूल रूप से जमे हुए नदी पर एक प्रदर्शन है जिस नदी को "जांस्कर नदी कहा जाता है ", गर्मियों के दौरान यह नदी उत्साही पर्यटक को निराश नहीं करती उस समय यह रिवर राफ्टिंग अभियान के लिए एक आदर्श स्थान के रूप में परिवृतित हो जाती है और सर्दियों के दौरान यह बदल जाती है एक बर्फ की चादर मे जहां प्रसिद्ध चादर ट्रेक किया जाता है.
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डोडा नदी
डोडा नदी (Doda River) या स्तोद नदी (Stod River) भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य के पूर्वी लद्दाख़ खण्ड के ज़ंस्कार क्षेत्र में बहने वाली एक 79 किमी लम्बी नदी है। .
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त्सराप नदी
त्सराप नदी, जिसे लद्दाख़ी भाषा में त्सराप चु कहा जाता है, भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य के लद्दाख़ खण्ड के ज़ंस्कार क्षेत्र में बहने वाली एक १८२ किमी लम्बी नदी का नाम है। यह ज़ंस्कार नदी की एक उपनदी है, जो स्वयं सिन्धु नदी की एक उपनदी है। .
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द्रांग द्रुंग हिमानी
द्रांग द्रुंग हिमानी (Drang-Drung Glacier) या दुरुंग द्रुंग हिमानी (Durung Drung Glacier) भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य के लद्दाख़ क्षेत्र के कर्गिल ज़िले में स्थित एक हिमानी है। यह हिमालय की ज़ंस्कार पर्वतमाला में कर्गिल-ज़ंस्कार राजमार्ग पर स्थित पेन्सी ला नामक पहाड़ी दर्रे के पास उत्पन्न होती है और डोडा नदी (स्तोद नदी) का स्रोत है। डोडा नदी आगे चलकर ज़ंस्कार नदी की एक मुख्य उपनदी बनती है, जो स्वयं सिन्धु नदी की एक उपनदी है। लद्दाख़ में काराकोरम से बाहर यह सियाचिन हिमानी के बाद दूसरी सबसे बड़ी हिमानी है। .
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पदम
पदम भारत के जम्मू-कश्मीर राज्य के कारगिल जिले की ज़ांस्कर तहसील का मुख्यालय है। इसका नाम पद्मसंभव के नाम पर पड़ा। ज़ांस्कर घाटी का यह एकमात्र नगर तथा प्रशासनिक केंद्र है। ऐतिहासिक दृष्टि से यह ज़ांस्कर साम्राज्य की दो राजधानियों में से एक था जबकि दूसरी राजधानी थी- ज़ांगला। .
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पेन्सी ला
पेन्सी ला (Pensi La) हिमालय का एक पहाड़ी दर्रा है जो भारत में स्थित है। यह जम्मू और कश्मीर राज्यके लद्दाख़ क्षेत्र में स्थित है और "ज़ंस्कार का द्वार" कहलाता है। यह दर्रा लद्दाख़ की सुरु घाटी को ज़ंस्कार घाटी से जोड़ता है। 4,400 मीटर (14,436 फ़ुट) की ऊँचाई वाला यह दर्रा रंगदुम मठ नामक प्रसिद्ध बौद्ध गोम्पा से लगभग 25 किमी दूर है। .
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भारत के पारंपरिक क्षेत्र
पारंपरिक तौर पर भारत में अनेक विशिष्ट क्षेत्रों का सम्मिलन रहा है। ये विशिष्ट क्षेत्र अपने इतिहास, सभ्यता, बोलचाल, भूगोल आदि के आधार पर आम जन द्वारा परिभाषित किए जाते रहे हैं। वर्तमान अवस्था में प्रशासनिक इकाईयों से तुलना करने पर कई क्षेत्रों की यथावत स्थिति किसी इकाई यथा प्रांत, जिला, तालुक तहसील, खण्ड, मंडल आदि के रूप में मौजूद हैं, तो कई क्षेत्र टुकड़ों में बंट चुके हैं अथवा एक दूसरे के साथ संयुक्त कर दिए गए हैं। इस लेख में एसे ही क्षेत्रों का वर्णन है जो आज भी पारंपरिक तौर पर अपने पुराने रूप, नाम या विलक्षण पहचान से जाने जाते हैं। एसे में इस लेख में भारत का अर्थ आज का भारत देश न हो कर पारंपरिक भारत अर्थात् भारतीय उपमहाद्वीप समझना चाहिए। .
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भारत के क्षेत्र
भारत में सास्कृतिक, भौगोलिक तथा प्रशासनिक आधार कई प्रदेश हैं जिनकी अन्य क्षेत्रों से अलग पहचान है। इनमें से कई क्षेत्र भारत की प्रशासनिक सीमाओं के बाहर भी है - जैसे कश्मीर, पंजाब तथा बंगाल। .
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लिद्दर घाटी
लिद्दर घाटीमनमोहन एन॰ कौल, Glacial and Fluvial Geomorphology of Western Himalaya, South Asia Books, 1990, p. 23, ISBN 978-8170222446 भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य में लिद्दर नदी द्वारा निर्मित एक हिमालय उप-घाटी है जो कश्मीर घाटी का उत्तरी-पूर्वी भाग है। लिद्दर घाटी में प्रवेश का मार्ग अनंतनाग शहर से सात किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित है तथा यह श्रीनगर, जो जम्मू कश्मीर की ग्रीष्म कालीन राजधानी है, के ६२ किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित है। यह एक ४० किलोमीटर लंबी गॉर्ज घाटी है जिसकी औसत चौड़ाई ३ किलोमीटर है। .
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शिंगो ला
शिंगो ला (Shingo La) या शिंगु ला हिमालय का एक पहाड़ी दर्रा है जो भारत में स्थित है। यह हिमाचल प्रदेश और जम्मू और कश्मीर राज्यों की सीमा पर स्थित है और ज़ंस्कार की पदुम बस्ती को लाहौल की दारचा बस्ती से जोड़ता है। दर्रे से २० मीटर नीचे एक छोटा तालाब है। .
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सुरु नदी
कारगिल में बहती सुरु नदी। सुरु नदी जम्मू एवं कश्मीर राज्य में बहने वाली एक नदी है। यह ज़ांस्कर शृंखला की पूर्वी एवं उत्तरी सीमा बनाती है। .
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हेमिस राष्ट्रीय उद्यान
हेमिस राष्ट्रीय उद्यान या (हेमिस हाई आल्टीटयूड राष्ट्रीय उद्यान) भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य में पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में काफ़ी ऊंचाई में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान है। यह भारत में हिमालय के उत्तर में एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान है, भारत में सबसे बड़ा अधिसूचित संरक्षित क्षेत्र (और इस प्रकार भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान) और नंदा देवी बायोस्फ़ियर रिजर्व और आसपास के संरक्षित क्षेत्रों के बाद दूसरा सबसे बड़ा सन्निहित संरक्षित क्षेत्र है। पार्क कई लुप्तप्राय स्तनधारियों की प्रजातियों सहित हिम तेंदुए का भी निवास स्थान है। .
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ज़ंस्कार नदी
ज़ंस्कार नदी भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य के लद्दाख़ खण्ड के ज़ंस्कार क्षेत्र में बहने वाली सिन्धु नदी की एक उपनदी है। .
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गुगे
गुगे (तिब्बती: གུ་གེ་རྒྱལ་རབས) पश्चिमी तिब्बत का एक प्राचीन राज्य था जो १०वीं शताब्दी ईसवी के बाद अपने चरम पर पहुँचा। अपने सबसे बड़े विस्तार में इसका राज भारत के कुछ इलाक़ों तक पहुँच गया, जिनमें हिमाचल प्रदेश का स्पीति क्षेत्र और ऊपरी किन्नौर ज़िला, तथा जम्मू व कश्मीर की ज़ंस्कार घाटी शामिल थे। इसका केन्द्र तिब्बत के न्गारी विभाग के आधुनिक ज़ान्दा ज़िले में था। इसकी राजधानी त्सापरंग थी, जिसके खंडहर अवशेष आज भी खड़े हैं। .
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कश्मीर हिमालय
कश्मीर हिमालय, जिन्हें पंजाब हिमालय या पश्चिमी हिमालय भी कहा जाता है, हिमालय पर्वत श्रंखला के चार क्षैतिज विभाजनों में से एक है। सिंधु नदी से सतलुज नदी के बीच फैली लगभग ५६० किलोमीटर लम्बी हिमालय श्रंखला को ही कश्मीर हिमालय कहा जाता है। कश्मीर, जम्मू तथा हिमाचल में स्थित इस पर्वत श्रंखला के पूर्व में कुमाऊँ हिमालय स्थित हैं। ज़ंस्कार और पीर पंजाल कश्मीर हिमालय की प्रमुख पर्वतमालाएं हैं। नंगा परबत यहाँ की सबसे ऊँची चोटी है। सिंधु नदी की पाँचों प्रमुख सहयोगी नदियों (झेलम, चेनाब, रावी, व्यास, तथा सतलुज) का उद्गम कश्मीर हिमालय में ही होता है। हिमचाल प्रदेश में स्थित डलहौजी यहाँ का एक प्रसिद्ध हिल स्टेशन है। .
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कामेट पर्वत
कामेट पर्वत (तिब्बती:कांग्मेद), भारत के गढ़वाल क्षेत्र में नंदा देवी पर्वत के बाद सबसे ऊंचा पर्वत शिखर है। तह ७,७५६-मीटर (२५,४४६ फुट) ऊंचा है। यह उत्तराखंड राज्य के चमोली जिला में तिब्बत की सीमा के निकट स्थित है। यह भारत में तीसरा शबसे ऊंचा शिखर है (हालांकि भारत के अनुसार इसका स्थान बहुत बाद में आता है, जो कि पाक अधिकृत कश्मीर में स्थित हिमालय की बहुत सी चोटियों के बाद आता है)। विश्व में इसका २९वां स्थान है। कामेट शिखर को ज़ांस्कर शृंखला का भाग और इसका सबसे ऊंचा शिखर माना जाता है। यह हिमालय की मुख्य शृंखला के उत्तर में सुरु नदी एवं ऊपरी करनाली नदी के बीच स्थित है। देखने में यह एक विशाल पिरामिड जैसा दिखाई देता है, जिसके चपटे शिखर पर दो चोटियां हैं। कामेट शिखर का नाम अंग्रेजी भाषा का नहीं, बल्कि तिब्बती भाषा के शब्द ‘कांग्मेद’ शब्द के आधार पर रखा गया है। इसीलिये इसे कामेट भी कहा जाटा है। तिब्बती लोग इसे कांग्मेद पहाड़ कहते हैं। कामेट पर्वत तीन प्रमुख हिमशिखरों से घिरा है। इनके नाम अबी गामिन, माना पर्वत तथा मुकुट पर्वत हैं। कामेट शिखर के पूर्व में स्थित विशाल ग्लेशियर को पूर्वी कामेट ग्लेशियर कहते हैं और पश्चिम में पश्चिमी कामेट ग्लेशियर है। .
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किन्नौर जिला
पौराणिक किन्नौरों की भूमि किन्नौर हिमाचल प्रदेश के उत्तर पूर्व में स्थित एक जिला है। किन्नौर जिले का मुख्याल्य रिकांग पिओ है। ऊंचे-ऊंचे पहाडों और हरे-भरे पेडों से घिरा यह क्षेत्र ऊपरी, मध्य और निचले किन्नौर के भागों में बंटा हुआ है। यहां पहुंचने का मार्ग दुर्गम होने के कारण यह क्षेत्र बहुत लंबे समय तक पर्यटकों से अछूता रहा है, लेकिन अब साहसिक और रोमांचप्रिय पर्यटक यहां बडी संख्या में आने लगे हैं। प्राकृतिक द्श्यावली से भरपूर इस ज़िले की सीमा तिब्बत से सटी हुई है, जो इसे सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण बनाती है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से लगभग २५० किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग २२ पर यह नगर स्थित है। पहाडों और जंगलों के बीच कलकल ध्वनि से बहती सतलुज और स्पीति नदियों का संगीत यहां की सुंदरता में चार चांद लगा देता है। स्पीति नदी आगे चलकर खाब में सतलुज से मिल जाती है। विश्व की विशालतम जन्सकार और महान हिमालय पर्वत श्रृंखलाओं के आकर्षक दृश्य यहां से देखे जा सकते हैं। .
देखें ज़ंस्कार और किन्नौर जिला
जन्सकार, ज़ांस्कर शृंखला, ज़ंस्कार पर्वतमाला, ज़ंस्कार घाटी के रूप में भी जाना जाता है।