3 संबंधों: पैंगोलिन, भारतीय पैंगोलिन, अन्नामी पहाड़ियाँ।
पैंगोलिन
वज्रशल्क या पंगोलीन (pangolin) फोलिडोटा गण का एक स्तनधारी प्राणी है। इसके शरीर पर केराटिन के बने शल्क (स्केल) नुमा संरचना होती है जिससे यह अन्य प्राणियों से अपनी रक्षा करता है। पैंगोलिन ऐसे शल्कों वाला अकेला ज्ञात स्तनधारी है। यह अफ़्रीका और एशिया में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है। इसे भारत में सल्लू साँप भी कहते हैं। इनके निवास वाले वन शीघ्रता से काटे जा रहे हैं और अंधविश्वासी प्रथाओं के कारण इनका अक्सर शिकार भी करा जाता है, जिसकी वजह से पैंगोलिन की सभी जातिया अब संकटग्रस्त मानी जाती हैं और उन सब पर विलुप्ति का ख़तरा मंडरा रहा है। .
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भारतीय पैंगोलिन
भारतीय पैंगोलिन (Indian pangolin), जिसका वैज्ञानिक नाम मैनिस क्रैसिकाउडाटा (Manis crassicaudata) है, पैंगोलिन की एक जीववैज्ञानिक जाति है जो भारत, श्रीलंका, नेपाल और भूटान में कई मैदानी व हलके पहाड़ी क्षेत्रों में पाया जाता है। यह पैंगोलिन की आठ जातियों में से एक है और संकटग्रस्त माना जाता है। हर पैंगोलिन जाति की तरह यह भी समूह की बजाय अकेला रहना पसंद करता है और नर व मादा केवल प्रजनन के लिए ही मिलते हैं। इसका अत्याधिक शिकार होता है जिसमें रोग-निवारण के लिए इसके अंगों को खाने की झूठी और अन्धविश्वासी प्रथाएँ भी भूमिका देती हैं। इस कारणवश यह विलुप्ति की कागार पर आ गया है। .
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अन्नामी पहाड़ियाँ
अन्नामी पहाड़ियाँ (वियतनामी: Dãy Trường Sơn, लाओ: ພູຫລວງ, अंग्रेज़ी: Annamite Range) दक्षिणपूर्वी एशिया के हिन्दचीन क्षेत्र के पूर्वी भाग में एक 1,100 किलोमीटर (680 मील) तक चलने वाली पर्वतमाला है। यह लाओस, वियतनाम और पूर्वोत्तरी कम्बोडिया के एक छोटे इलाक़े पर विस्तृत है। लाओस के सिएंगखुअंग प्रान्त में खड़ा 2,598 मीटर (8,524 फ़ुट) ऊँचा फू बिया इस पर्वतमाला का सबसे ऊँचा शिखर है। .