4 संबंधों: डबराल, योगी आदित्यनाथ, उत्तराखण्ड के लोग, उनियाल।
डबराल
डबराल मुख्यतः भारत के उत्तराखण्ड राज्य के गढ़वाल क्षेत्र में रहने वाले गढ़वाली समुदाय के सारस्वत ब्राह्मण हैं। इस समुदाय के लोग कुमाऊँ में भी पाए जाते हैं। अपनी परम्पराओं के अनुसार, वे ऋषि भारद्वाज के वंशज हैं जो कि शैव सम्प्रदाय के अनुयायी हैं, भगवान शिव को अपना ईष्ट आराध्य मानते हैं। पण्डित शिव प्रसाद डबराल की प्रसिद्ध पुस्तक उत्तराखण्ड का इतिहास के अनुसार डबराल मूल रूप से पश्चिमी भारत क्षेत्र के महाराष्ट्र राज्य के निवासी थे। जहाँ से वे १४ वीं शताब्दी में इस्लामी आक्रमण के परिणाम स्वरूप उत्तर में हिमालय की ओर पलायन कर गए। जैसा कि अन्य स्रोतों के में वर्णित है, सन् १३७६ ईस्वी में महाराष्ट्र से रघुनाथ एवं विश्वनाथ नामक दो ब्राह्मण भाई महाराष्ट्र से आकर सर्वप्रथम पौड़ी गढ़वाल ज़िले के पर्वतीय गाँव डाबर में बसे जो कि वर्तमान में उत्तराखण्ड के लैंसडाउन नगर के निकट है, इसी कारण इन्हें डबराल उपनाम मिला। आधुनिक डबराल इन्हीं के वंशज माने जाते हैं। .
नई!!: गढ़वाली लोग और डबराल · और देखें »
योगी आदित्यनाथ
योगी आदित्यनाथ (मूल नाम: अजय सिंह बिष्ट; जन्म 5 जून 1972) गोरखपुर के प्रसिद्ध गोरखनाथ मन्दिर के महन्त तथा राजनेता हैं एवं वर्तमान में उत्तर प्रदेश के मुख्यमन्त्री हैं। इन्होंने 19 मार्च 2017 को प्रदेश के विधान सभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की बड़ी जीत के बाद यहाँ के 21वें मुख्यमन्त्री पद की शपथ ली। - एनडीटीवी - 18 मार्च 2017 वे 1998 से 2017 तक भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और 2014 लोकसभा चुनाव में भी यहीं से सांसद चुने गए थे। आदित्यनाथ गोरखनाथ मन्दिर के पूर्व महन्त अवैद्यनाथ के उत्तराधिकारी हैं। ये हिन्दू युवाओं के सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी समूह हिन्दू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं, तथा इनकी छवि कथित तौर पर एक देशभक्त की है। .
नई!!: गढ़वाली लोग और योगी आदित्यनाथ · और देखें »
उत्तराखण्ड के लोग
उत्तराखण्ड के लोग उत्तराखण्ड के मूल निवासियों को कहते हैं। उत्तराखण्ड के मूल निवासियों को कुमाऊँनी या गढ़वाली कहा जाता है जो प्रदेश के दो मण्डलों कुमाऊँ और गढ़वाल में रहते हैं। एक अन्य श्रेणी हैं गुज्जर, जो एक प्रकार के चरवाहे हैं और दक्षिणपश्चिमी तराई क्षेत्र में रहते हैं। मध्य पहाड़ी की दो बोलियाँ कुमाऊँनी और गढ़वाली, क्रमशः कुमाऊँ और गढ़वाल में बोली जाती हैं। जौनसारी और भोटिया दो अन्य बोलियाँ, जनजाति समुदायों द्वारा क्रमशः पश्चिम और उत्तर में बोली जाती हैं। लेकिन हिन्दी पूरे प्रदेश में बोली और समझी जाती है और नगरीय जनसंख्या अधिकतर हिन्दी ही बोलती है। शेष भारत के समान ही उत्तराखण्ड में हिन्दू बहुमत में हैं और कुल जनसंख्या का ८५% हैं, इसके बाद मुसलमान १२%, सिख २.५% और अन्य धर्मावलम्बी ०.५% हैं। .
नई!!: गढ़वाली लोग और उत्तराखण्ड के लोग · और देखें »
उनियाल
उनियाल उत्तर भारत की गढ़वाली ब्राह्मण जाति है, जो अक्सर उत्तरांचल राज्य में उपयोग होती है। श्रेणी:उत्तराखण्ड.
नई!!: गढ़वाली लोग और उनियाल · और देखें »