सामग्री की तालिका
4 संबंधों: टार्न, नारानाग, भारत की झीलों की सूची, हरमुख।
टार्न
टार्न या सर्क झील अथवा गिरिताल एक हिमनद निर्मित स्थलरूप है। सर्क या हिमगह्रवर की घाटी में स्थित चट्टानों पर अत्यधिक हिम के दबाव तथा अधिक गहराई तक अपरदन की क्रिया सम्पन्न होने के कारण छोटे-छोटे अनेक गड्ढ़ों का निर्माण हो जाता है और जब हिम पिघल जाती है तो इसका जल इन गड्ढ़ों में भर जाता है तथा झीलों का निर्माण होता है, इन्हीं झीलों को टार्न या सर्क झील कहते है। टार्न शब्द नार्वेजियन भाषा (के tjörn) से निकला है और इसका अर्थ छोटा तालाब होता है। सामान्यतः ये झीलें छोटे आकार की होती हैं। भारत के हिमालय क्षेत्र में कश्मीर घाटी में गंगाबल झील इस स्थलरूप का एक सुन्दर उदाहरण है। .
देखें गंगाबल झील और टार्न
नारानाग
नारानाग भारत के जम्मू व कश्मीर राज्य के गान्दरबल ज़िले में २,१२८ मीटर की ऊँचाई पर स्थित एक पर्वतीय पर्यटक स्थल है। यह कंगन से ८ किमी की दूरी पर सिन्द नाले (सिन्धु नदी से भिन्न) नामक नदी की घाटी पर अधिक ऊँचाई पर स्थित है।, A E.
देखें गंगाबल झील और नारानाग
भारत की झीलों की सूची
यहां भारत की प्रमुख झीलों की सूची दी जा रही है। .
देखें गंगाबल झील और भारत की झीलों की सूची
हरमुख
हरमुख भारत के जम्मू व कश्मीर राज्य के गान्दरबल ज़िले में सिन्द नदी (सिन्धु नदी से भिन्न) और किशनगंगा नदी के बीच स्थित एक ५,१४२ मीटर (१६,८७० फ़ुट) ऊँचा पहाड़ है। यह गंगाबल झील से उभरता हुआ प्रकट होता है और हिन्दुओं द्वारा पवित्र माना जाता है।, kousa.org, Accessed 2012-04-24 इसे चढ़ने का सबसे आसान मार्ग बांडीपूर ज़िले के आरीन क्षेत्र से जाता है। .
देखें गंगाबल झील और हरमुख
गंगबल झील के रूप में भी जाना जाता है।