6 संबंधों: एलिज़ाबेथ कुबलर रॉस, मारिको यामादा, मावेन, कनाडा, कल्पना चावला, अभिनव बिंद्रा।
एलिज़ाबेथ कुबलर रॉस
एलिज़ाबेथ कुबलर रॉस (जुलै ८, १९२६- औगुस्त २४ २००४) एक मशूर स्विस-अमेरिकन मनोचिकित्सक थी जिन्होने मृत्य और उस्के पास आने कि अनुभव कि विषय पर अनुसंधान की थी। वह इस अध्ययन क्षेत्र की एक मार्ग - निर्माता थी। वह 'औफ डेथ अन्ड दायिंग' (१९६९) नामक मशूर पुस्तक की लेखिका हैं। इसी पुस्तक में वह अप्नी मशूर सिद्धांत - 'शोक के पंच अवस्था' के बारे में पहली बार चर्चा करती हैं। वह २००७ 'अमेरिकन नेशनल वुमेन्स हौल औफ फेम' कि अधिष्ठापन बन गयी थी। उन्होने २० माननीय उपाधियों को प्राप्त की थी और जुलै १९८२ तक उन्होने १ लाख से ज़्यादा छात्राओं को मृत्य और उस्के पास आने कि अनुभव का विषय पर शिक्षा दी थी। .
नई!!: कोलोराडो विश्वविद्यालय और एलिज़ाबेथ कुबलर रॉस · और देखें »
मारिको यामादा
मारिको यामादा (जन्म-२३ अक्तूबर,१९५०) एक कैलिफ़ोर्निया की ४वे विधानसभा जिले की एक पूर्व लोकतांत्रिक विधानसभा सदस्य थी। वह २००८ में वेस्ट सैक्रामेंटो मेयर क्रिस्टोफर केबलडॉन को पराजित करके जीती थी। हेलेन थॉमसन और लोइस वोक के बाद वह इस सीट पर निर्वाचित होने वाली डेविस की लगातार तीसरी महिला थीं। २०१६ में, यामादा को कैलिफोर्निया के तीसरे राज्य सीनेट जिले के लिए बिल डोड से प्रतिनिधित्व करते हुए उस सीट के लिए चुनाव हार गए। .
नई!!: कोलोराडो विश्वविद्यालय और मारिको यामादा · और देखें »
मावेन
मार्स एटमोस्फेयर एंड वोलेटाइल एवोल्युसन (Mars Atmosphere and Volatile EvolutioN (MAVEN)) अर्थात मावेन मंगल ग्रह के परिवेश का अध्ययन के लिए बनाया गया अंतरिक्ष शोध यान है जो मंगल की कक्षा में परिक्रमा करता है। इसका लक्ष्य मंगल के वायुमण्डल और जल का पता लगाना है जिसके बारे में परिकल्पित है कि वहाँ पहले कुछ हुआ करता था जो समय के साथ खो गया।.
नई!!: कोलोराडो विश्वविद्यालय और मावेन · और देखें »
कनाडा
कोई विवरण नहीं।
नई!!: कोलोराडो विश्वविद्यालय और कनाडा · और देखें »
कल्पना चावला
कल्पना चावला (17 मार्च 1962 - 1 फ़रवरी 2003), एक भारतीय अमरीकी अंतरिक्ष यात्री और अंतरिक्ष शटल मिशन विशेषज्ञ थी और अंतरिक्ष में जाने वाली प्रथम भारतीय महिला थी। वे कोलंबिया अन्तरिक्ष यान आपदा में मारे गए सात यात्री दल सदस्यों में से एक थीं। .
नई!!: कोलोराडो विश्वविद्यालय और कल्पना चावला · और देखें »
अभिनव बिंद्रा
अभिनव बिंद्रा १० मीटर एयर रायफल स्पर्धा में भारत के एक प्रमुख निशानेबाज हैं। वे ११ अगस्त २००८ को बीजिंग ओलंपिक खेलों की व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। क्वालीफाइंग मुकाबले में ५९६ अंक हासिल करने के बाद बिंद्रा ने जबर्दस्त मानसिक एकाग्रता का परिचय दिया और अंतिम दौर में १०४.५ का स्कोर किया। उन्होंने कुल ७००.५ अंकों के साथ स्वर्ण पर निशाना साधने में कामयाबी हासिल की। बिंद्रा ने क्वालीफाइंग मुकाबले में चौथा स्थान हासिल किया था, जबकि उनके प्रतियोगी गगन नारंग बहुत करीबी अंतर से फाइनल में पहुंच पाने से वंचित रह गए। वे नौवें स्थान पर रहे थे। पच्चीस वर्षीय अभिनव बिंद्रा एयर राफल निशानेबाजी में वर्ष २००६ में विश्व चैम्पियन भी रह चुके हैं। .