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कम्प्यूटर टोमोग्राफी

सूची कम्प्यूटर टोमोग्राफी

एक सीटी स्कैनर कम्प्यूटर टोमोग्राफी या सीटी (CT) एक प्रकार की चिकित्सीय चित्रांकन (medical imaging) तकनीक है जो टोमोग्राफी पर आधारित है। इसे सबसे पहले विकसित करने वाली कम्पनी के नाम पर इसे पूर्व में "ईएमआई" भी कहा जाता था। बाद में इसे "कम्प्यूटर ऐक्सिअल टोमोग्राफी" (कैट) के नाम से भी जाना गया। इसमें किसी वस्तु के बहुत से द्विबिमीय चित्र लिये जाते हैं जो एक दिये हुए अक्ष के लम्बवत थोड़ी-थोड़ी दूरी पर स्थित तलों के चित्र होते हैं। कम्प्यूटर प्रोग्राम के द्वारा इन द्विविमीय चित्रों को बुद्धिसम्मत ढ़ंग से मिलाकर एक त्रिविमीय (3D) चित्र बना लिया जाता है। इसे ही टोमोग्राफी कहते हैं। वस्तुत: यह एक प्रकार की ज्यामितीय डेटा प्रांस्करण तकनीक है। इस तरह प्राप्त त्रिबिमीय चित्र से शरीर के अन्दर के दुर्गम अंग की संरचना बिना किसी चीर-फाड़ के ही स्पष्ट हो जाती है। .

2 संबंधों: फीताकृमिरोग, अतिगलग्रंथिता (हाइपरथाइरॉयडिज़्म)

फीताकृमिरोग

फीताकृमिरोग, जिसे हाइडाटिड रोग, हाइडेटिडोसिस या इचिनोकॉकल रोग भी कहते हैं इचियानोकॉककस प्रकार का फीताकृमि परजीवी रोगहै। --> लोगों को दो मुख्य प्रकार के रोग होते हैं, पुटीय फीताकृमिरोग और वायुकोषीय फीताकृमिरोग। --> बहुपुटीय फीताकृमिरोग तथा एकलपुटीय फीताकृमिरोग इसके दो अन्य प्रकार हैं जो कम आम हैं। --> यह रोग अक्सर बिना लक्षणों के शुरु होती है और बरसों तक बना रह सकता है। --> उत्पन्न होने वाले लक्षण व चिह्न कोष (पुटीय) स्थिति तथा आकार पर निर्भर करते हैं। --> वायुकोषीय रोग आमतौर पर लीवर में शुरु होता है लेकिन शरीर के अन्य भागों जैसे फेफड़ो और मस्तिष्क में फैल जाता है। --> जब लीवर प्रभावित होता है तो व्यक्ति को पेड़ू दर्द, वजन में कमीं हो सकती है और वह पीला yellow पड़ सकता है। --> फेफड़े के रोग में सीने में दर्द पैदा हो सकता है, सांस लेने में कठिनाई और खांसी हो सकती है। .

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अतिगलग्रंथिता (हाइपरथाइरॉयडिज़्म)

अतिगलग्रंथिता वह शब्द है जिसका प्रयोग गलग्रंथि (थाइरॉइड) के भीतर के अतिसक्रिय ऊतकों (टिसू) के लिए किया जाता है जिसकी वजह से गलग्रंथि हार्मोन (थायरोक्सिन या "T4" और/या ट्राईआयोडोथायरोनाइन या "T3") का आवश्यकता से अधिक उत्पादन होने लगता है। इस तरह, अतिगलग्रंथिता, थायरोटोक्सीकोसिस, अर्थात् रक्त में बढे हुए गलग्रंथि हार्मोन की नैदानिक स्थिति, का एक कारण है। यह गौर करने लायक बात है कि अतिगलग्रंथिता और थायरोटोक्सीकोसिस समानार्थक नहीं हैं। उदाहरण के लिए, थायरोटोक्सीकोसिस बजाय इसके बहिर्जात थाइरॉइड हार्मोन के अंतर्ग्रहण या थाइरॉइड ग्रंथि की सूजन के कारण हो सकता है, जिसकी वजह से यह अपने थाइरॉइड हार्मोन के भण्डार से स्रावित होने लगता है.

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