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कम्पनी बाग, अलवर

सूची कम्पनी बाग, अलवर

कम्पनी बाग साल के बारह मास खुला रहता है। समर हाऊस में घूमने का समय सुबह 9 से शाम 5 बजे तक है। कम्पनी बाग देखने के बाद आप चर्च रोड की तरफ जा सकते हैं। यहां सेंट एन्ड्रयू चर्च है लेकिन यह अक्सर बंद रहता है। शाम के समय चर्च रोड पर बाजार लगता हैं। यहां काफी भीड-भाड रहती है। चर्च रोड घूमने के लिए सुबह का समय उपयुक्त है क्योंकि उस समय आप यहां की हवेलियों को अच्छी तरह देख सकते हैं। इस रोड के अंतिम छोर पर होप सर्कल है, यह शहर का सबसे व्यस्त स्थान है और यहां अक्सर ट्रैफिक जाम रहता है। इसके पास ही बहुत सारी दुकानें हैं और एक मंदिर भी है। होप सर्कल से सात गलियां विभिन्न स्थलों तक जाती है। चर्च रोड से पांचवी गली घंटाघर तक जाती है, वहीं पर कलाकंद बाजार भी है। यहीं से चौथी गली त्रिपोलिया गेटवे और सिटी पैलेस कॉम्पलेक्स तक जाती है। शहर से त्रिपोलिया की छटा देखने लायक होती है। इसके कोनों में अनेक छोटे-छोटे मंदिर बने हुए हैं। गेटवे से सिटी पैलेस की तरफ जाते हुए रास्ते में सर्राफा बाजार और बजाज बाजार पडते हैं। यह दोनों बाजार अपने सोने के आभूषणों के लिए प्रसिद्ध है। इन बाजारों में घूमते हुए आप यहां की अनेक खूबसूरत हवेलियों को भी देख सकते हैं।.

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अलवर

अलवर भारत के राजस्थान प्रान्त का एक शहर है। यह नगर राजस्थान के मेवात अंचल के अंतर्गत आता है। दिल्ली के निकट होने के कारण यह राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शामिल है। राजस्थान की राजधानी जयपुर से करीब १६० कि॰मी॰ की दूरी पर है। अलवर अरावली की पहाडियों के मध्य में बसा है। अलवर का प्राचीन नाम 'शाल्वपुर' था। चारदीवारी और खाई से घिरे इस शहर में एक पर्वतश्रेणी की पृष्ठभूमि के सामने शंक्वाकार छन्द की पहाड़ी पर स्थित बाला क़िला इसकी विशिष्टता है। 1775 में इसे अलवर रजवाड़े की राजधानी बनाया गया था। वर्तमान में अलवर राजस्थान का महत्त्वपूर्ण औधोगिक नगर हैं तथा आठवाँ बड़ा नगर हैं। अलवर को राजस्थान का सिंह द्वार भी कहते हैं। अलवर यादव बाहुल्य जिला है। मतस्य प्रदेश अथवा अलवर का राठ क्षेत्र(बहरोड तथा नीमराना का क्षेत्र)पूरे जिले में अपना अलग ही प्रभाव रखता है। राठ के बारे में एक बात कही जाती है "ना राठ नवै, ना राठ मनै"। अर्थात राठ ना तो झुकाने से झुकता है और ना ही मनाने से मानता है,राठ क्षेत्र अपनी मर्जी से चलता है। .

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अलवर के पर्यटन स्थल

मोती डुंगरी से रेलवे लाइन की तरफ चलने पर आर.आर.

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