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कमला देवी

सूची कमला देवी

कमला देवी गुजरात के राजा कर्णदेव द्वितीय की रानी थी। 1297 ई. में कर्णदेव द्वितीय को अलाउद्दीन खिलजी की फ़ौज द्वारा पराजय का सामना करना पड़ा। कर्णदेव द्वितीय गुजरात से भाग निकला और उसने देवगिरि के राजा रामचन्द्र देव के यहाँ शरण ली। युद्ध में हार के फलस्वरूप रानी कमला देवी अपनी पुत्री देवल देवी को लेकर भाग निकली। वह ज़्यादा समय तक स्वयं को नहीं बचा सकी और मुसलमान सैनिकों द्वारा पकड़ ली गई। कमला देवी को अलाउद्दीन ख़िलजी के हरमख़ाने में भेज दिया गया। बाद के दिनों में अलाउद्दीन ख़िलजी ने उससे विवाह कर लिया और वह "मल्लिकाजहाँ" के नाम से जानी गई। श्रेणी:भारत का इतिहास.

1 संबंध: राजा बरी

राजा बरी

राजा बरी का जन्म सन १५८० में गोरखपुर, उत्तर प्रदेश के पास हुआ था। उन्के पिता का नाम भीश्मबरी था और माता का नाम कुन्ति देवि था। वे सब्से बड़े पुत्र थे। उन्के ६ और भाइ थे। वे गोरखपुर के राजा सन १६८० में बने। उन्होने २० साल तक गोरखपुर पर राज किया। "व्यहवरिक जीवन" राजा बरी ने तीन शादीया की। उन्की पहली शादि बान्सगाउन् की राजकुमारी कमला देवी से हुइ थी। कमला देवि से राजा बरी को दो पुत्र मिले। कम्ला देवि अप्ने दुस्रे पुत्र वीर बरी को जनम देते हुए छल बसै। राजा बरी ने दो और शादीया कि एक भीम्नगर कि राज्कुमरी से और एक और अप्ने बछ्पन के प्यार वाघ्वति से की। "राज्पाट" राजा बरी कई कलाओ के धनि थे। वे शस्त्रकला मैं निपुर्न थे और उन्के राज मैं उन्के राजय मैं कई अछे बद्लव आये। वे दिल्ली के राजा जहांगिर के एअस्त इन्दिअ क्ँपनि को सुरत मैं कारखाने खोल्ने कि अन्यौमति देने के खिलाफ थे। वे एक हिन्दु देश भारत का निर्मान करना छाते थे। "मृत्यु" राजा बरी कि मृत्यु सन १६४० मैं हुइ थि, उस्स समय राजा कि उम्र ६० साल थि। उन्के बाद उनके पहली पत्नी से दुस्र पुत्र वीर बरी राजा बना।.

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