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इंडियन रिपब्लिकन आर्मी

सूची इंडियन रिपब्लिकन आर्मी

भारत की आजादी पाने की इच्छा इतनी प्रबल थी कि बहुत से लोगों ने ब्रिटिश फौज की नौकरी छोड़ दी और अंग्रेजों से लोहा लेने के लिए इंडियन रिपब्लिकन आर्मी (आईआरए) का गठन कर लिया। 18 अप्रैल सन् 1930 को बंगाल के चटगाँव में भारता की आजादी के दीवानों ने शौर्य का ऐसा प्रदर्शन किया कि वहाँ कुछ दिन के लिए ब्रिटिश हुकूमत का अंत ही हो गया। इंडियन रिपब्लिकन आर्मी के गठन का विचार आइरिस रिपब्लिकन आर्मी से प्रेरित था। .

2 संबंधों: सूर्य सेन, आयरिश रिपब्लिकन आर्मी

सूर्य सेन

सूर्य सेन (1894 - 12 जनवरी 1934) भारत की स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रान्तिकारी थे। उन्होने इंडियन रिपब्लिकन आर्मी की स्थापना की और चटगांव विद्रोह का सफल नेतृत्व किया। वे नेशनल हाईस्कूल में सीनियर ग्रेजुएट शिक्षक के रूप में कार्यरत थे और लोग प्यार से उन्हें "मास्टर दा" कहकर सम्बोधित करते थे। अंग्रेजों ने उन्हें १२ जनवरी १९३४ को मेदिनीपुर जेल में फांसी दे दी। .

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आयरिश रिपब्लिकन आर्मी

१९१९ में आईआरए ने प्रथम निर्वाचित सभा बनाई जिसका उल्लेख 'ईस्टर राइजिंग' में किया गया था। आयरी गणतांत्रिक सेना या आयरिश रिपब्लिकन आर्मी (Irish Republican Army (IRA) / (आयरी भाषा: Óglaigh na hÉireann) आयरलैण्ड की मुक्ति के लिये गठित क्रान्तिकारी सैनिकों का संगठन था। इसका लक्ष्य आयरलैण्ड को ब्रिटेन से पूर्णतः मुक्त कराना था। 'आयरिश रिपब्लिकन ब्रदरहुड' नामक संगठन इसका पितृसंगठन था जिसकी स्थापना २५ नवम्बर १९१३ में की गयी थी। ६ दिसम्बर १९२१ में, जब आंग्ल-आयरी-संधि हुई और युद्धविराम लागू हुआ तो, इसमें विभाजन हो गया। सन् १९१९ से जुलाई १९२१ तक आ.ग.से. ने आयरलैण्ड में ब्रिटिश सेना के विरुद्ध छापामार युद्ध किया। इस युद्ध का सबसे भीषण काल १९२० के नवम्बर से लेकर १९२१ के जुलाई तक था। .

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