10 संबंधों: नौटिलस, नीलचक्री ऑक्टोपस, सन्नाक्जी, समुद्रफेनी, समुंदर के लुटेरे: मुर्दे का खज़ाना, हैन्रिख़ हिम्म्लर, गाडसर, ग्रूपर मछली, काइटिन, अकशेरुकी प्राणी।
नौटिलस
नौटिलस (Nautilus) नौटिलिडाए जीववैज्ञानिक गण के समुद्री प्राणी होते हैं। ओक्टोपस, स्क्विड और समुद्रफेनी के साथ नौटिलस शीर्षपाद (सेफ़ैलोपोड) जीववैज्ञानिक वर्ग के सदस्य हैं। इन की दो गणों में कुल मिलाकर छह जीववैज्ञानिक जातियाँ अस्तित्व में है, हालांकि इन की अन्य जातियाँ भी हुआ करती थी जो अब विलुप्त हो चुकी हैं। इनके विषेश शंख आसानी से पहचाने जा सकते हैं और नौटिलस करोड़ों वर्षों से पृथ्वी के समुद्रों में बिना बदले रह रहे हैं। इस कारणवश इन्हें कभी-कभी 'जीवित जीवाश्म' (living fossils) भी कहा जाता है। .
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नीलचक्री ऑक्टोपस
नीलचक्री ऑक्टोपस (Blue-ringed octopus) तीन या चार ऑक्टोपस (अष्टबाहु) जातियों का एक समूह है जो हिन्द व प्रशांत महासागर में रहते हैं। इनके शरीर पर पीली त्वचा पर काले और नीले रंग के छल्ले बने होते हैं जिनके बीच भूरा रंग होता है। उत्तेजित होने पर बीच का भूरा रंग गाढ़ा हो जाता है और छल्ले जगमगाते हुए लगते हैं। नीलचक्री ऑक्टोपस १२ से २० सेमी (५ से ८ इंच) के आकार के होते हैं। अपने छोटे आकार और निर्मल स्वभाव के बावजूद यह बहुत ही विषैले होते हैं और मनुष्यों को इनसे बहुत ही सावधानी बरतने की चेतावनी दी जाती है। इनका प्रमुख ग्रास केकड़े और झींगे होते हैं। .
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सन्नाक्जी
लज़ीज़ लाजवाब सन्नाक्जी सन्नाक्जी एक ज़ायकेदार कोरियाई व्यंजन है। इसे बनाने के लिए सजीव अष्टबाहु को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटते हैं। फिर इस कच्चे मांस में तिल एवं तिल का तेल मिला कर परोसते हैं। काटे जाने के बावजूद अष्टबाहु के अवशेष लंबे समय के लिए कुलबुलाहट करते हैं, जिससे इस पकवान को खाने का मज़ा बढ़ जाता है। गले से उतरते समय खाने वाले को ऐसा प्रतीत होता है जैसे यह अवशेष उससे लड़ रहे हों। .
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समुद्रफेनी
समुद्रफेनी (Cuttlefish) सेपाइडा जीववैज्ञानिक गण के समुद्री प्राणी होते हैं। ओक्टोपस, स्क्विड और नौटिलस के साथ समुद्रफेनियाँ शीर्षपाद (सेफ़ैलोपोड) जीववैज्ञानिक वर्ग के सदस्य हैं। समुद्रफेनियों की यह विषेशता है कि उनका शंख उनके शरीर के बाहर होने कि बजाये उनके शरीर के अंदर होता है। ऐरागोनाइट से बना यह भीतरी शंख खोखला होता है और समुद्रफेनी के शरीर को ढांचा प्रदान करने के साथ-साथ इसमें गैस भरकर समुद्रफेनी सहजता से समुद्र में ऊपर-नीचे की गहराईयों में जाने में सक्षम है। .
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समुंदर के लुटेरे: मुर्दे का खज़ाना
समुंदर के लुटेरे: मुर्दे का खज़ाना (Pirates of the Caribbean: Dead Man's Chest) 2006 की रोमांचकारी फंतासी फ़िल्म है और ''समुंदर के लुटेरे'' शृंखला में दूसरा भाग तथा 2003 में बनी समुंदर के लुटेरे: द कर्स ऑफ़ द ब्लैक पर्ल का अगला भाग है। इसे टॅड इलियट व टेरी रोसिओ द्वारा लिखा और गोर वरबन्स्की द्वारा निर्देशित किया गया था। फ़िल्म में लॉर्ड कटलर बॅकेट (टॉम हॉलैंडर) विल टर्नर (ऑरलैंडो ब्लूम) और एलिज़ाबेथ स्वान (किएरा नाइटली) की शादी रुकवा देता है और विल को स्पैरो का कंपास लाने को कहता है। वहीं दूसरी ओर कप्तान जैक स्पैरो (जॉनी डेप) को डेवी जोन्स (बिल नाय) से लिया उधार चुकाना है। समुंदर के लुटेरे के दो भागों को बनाने का विचार 2004 में ही तय किया गया था और इलियट व रोसिओ की जोड़ी दोनो भागों को एक कड़ी के रूप में लाने के लिये पटकथा पर काम करने लगी। फ़िल्म का चित्रिकरण फ़रवरी से सितंबर 2005 के बीच पालोस वरदेस, सेंट विन्सेंट और ग्रेनाडीन्स, डॉमिनिका और बहामा में तथा वॉल्ट डिज़्नी द्वारा बनाए गए सेटों पर किया गया। इसके साथ ही साथ समुंदर के लुटेरे: अन्तिम घड़ी का भी चित्रिकरण किया गया। समुंदर के लुटेरे: मुर्दे का खज़ाना को 7 जुलाई 2006 को रिलीज़ किया गया। फ़िल्म को इसके स्पेशल इफेक्ट्स के लिए सराहा गया पर इसकी कथा एवं लम्बाई की आलोचना की गयी। इस सब के बावजूद फ़िल्म ने शुरुआती तीन दिनों में कई रेकॉर्ड बना दिये। पहले हफ़्ते में ही इसने अमेरिका में ही $13.6 करोड़ कमाए और विश्वभर में सबसे तेज़ $100 करोड़ का आँकड़ा पार करने वाली फ़िल्म बन गई। अक्टूबर 2011 तक यह विश्व की 6ठी उच्चतम कमाई वाली फ़िल्म है। इसे अकादमी पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ कला निर्देशन, ध्वनि संपादन और ध्वनि मिश्रण में नामांकन मिला व विज़ुअल इफेक्ट्स श्रेणी में विजय प्राप्त हुई। .
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हैन्रिख़ हिम्म्लर
हैन्रिख़ लुइटपोल्ड हिम्म्लर (जर्मन: Heinrich Himmler;; 7 अक्टूबर 1900 - 23 मई 1945) एस एस के राइखफ्यूहरर, एक सैन्य कमांडर और नाज़ी पार्टी के एक अगुवा सदस्य थे। जर्मन पुलिस के प्रमुख और बाद में आतंरिक मंत्री, हिमलर गेस्टापो सहित सभी आतंरिक व बाह्य पुलिस तथा सुरक्षा बलों के काम देखा करते.
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गाडसर
गाडसर (Gadsar) या येमसर (Yemsar) भारत के जम्मू व कश्मीर राज्य के गान्दरबल ज़िले के सोनमर्ग क़स्बे के पास स्थित एक स्वच्छ पर्वतीय झील है। ३,६०० मीटर पर स्थित इस झील की लम्बाई ०.८५ किमी और चौड़ाई ०.७६ किमी है। .
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ग्रूपर मछली
ग्रूपर (Grouper) हड्डीदार मछलियों के पर्सिफ़ोर्मेज़ गण के सेरानिडाए कुल के एपिनेफ़ेलिनाए (Epinephelinae) उपकुल के सदस्य होते हैं। .
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काइटिन
काइटिन अणु की संरचना, एन-एसिटाइलग्लूकोसेमाइन की इकाइयों को दो दिखाते हुए β-1,4 बंध में वृहत-श्रृंखला बनाने के लिए दोहराते हैं। काइटिन (C8H13O5N)n ग्लूकोज से व्युत्पन्न एन -एसिटाइलग्लूकोसेमाइन का वृहत-श्रृंखला बहुलक है, जो समस्त प्रकृति जगत में अनेक स्थानों पर पाया जाता है। यह कवक की कोशिका भित्ति, जलीय संधिपादों (उदाहरण के लिए, केकड़ा, झींगा और चिराट) और कीटों के बाह्यकंकालों, घोंघे के घर्षित्रों तथा समुद्रफेनी व ऑक्टोपस सहित शीर्षपादों की चोंचों का मुख्य घटक है। काइटिन की बहुशर्कराइड सेलुलोस और प्रोटीन किरेटिन से तुलना की जा सकती है। हालांकि किरेटिन एक प्रोटीन है, काइटिन की भांति कार्बोहाइड्रेट नहीं है, किरेटिन और काइटिन के संरचनात्मक प्रकार्य समान होते हैं। काइटिन अनेक चिकित्सा और औद्योगिक प्रयोजनों के लिए उपयोगी सिद्ध हुआ है। .
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अकशेरुकी प्राणी
कुछ अकशेरुक प्राणी अकशेरुकी प्राणी (Invertebrate) उन प्राणियों को कहते हैं जिनमें मेरुदंड नहीं होता और न ही किसी अवस्था में मेरुदण्ड विकसित होता है। परिभाषा के अनुसार इसमें कशेरुक प्राणियों के अलावा सभी प्राणी आ जाते हैं। अकशेरुक प्राणियों के कुछ प्रमुख उदाहरण ये हैं - कीट, केकड़ा, झिंगा, घोंघा, ऑक्टोपस, स्टारफिश आदि। .
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