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अपोलो ११

सूची अपोलो ११

अपोलो ११ का कर्मीदल्, बायीं ओर से, नील आर्मस्ट्रांग, कॉलिन्स और ऐल्ड्रिन अपोलो ११ (Apollo 11) वह अंतरिक्ष उड़ान थी जिसने चंद्रमा पर पहले इंसान, नील आर्मस्ट्रांग और ऐडविन "बज़" ऐल्ड्रिन.

9 संबंधों: चंद्रमा के मिशन की सूची, ट्राँसफॉर्मर्स: चांद का अंधेरा (फ़िल्म), नील आर्मस्ट्रांग, मैसाचुसेट्स प्रौद्योगिकी संस्थान, अपोलो 10, अपोलो अभियान, अंतरिक्ष अन्वेषण, ११ (संख्या), २रीं सहस्राब्दी

चंद्रमा के मिशन की सूची

श्रेणी:चंद्र अभियानों की सूची‎.

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ट्राँसफॉर्मर्स: चांद का अंधेरा (फ़िल्म)

ट्राँसफॉर्मर्स: चांद का अंधेरा (Transformers: Dark of the Moon) वर्ष 2011 की अमेरिकी विज्ञान-फंतासी एवं एक्शन प्रधान फिल्म है जो ट्रांसफाॅर्मर्स खिलौने पर आधारित है। फिल्म का पदार्पर्ण जून 23, 2011 को हुआ, जो कि अब ट्रांसफाॅर्मर्स फ़िल्म शृंखला की तीसरी कड़ी है। वर्ष 2009 की रिलीज रिवेन्ज ऑफ द फाॅलन की कहानी का अनुसरण करते हुए यह उसके तीन साल आगे की घटना बढाती है। पिछली दो फिल्मों की सिरीज़ के बाद ड्रीमवर्क्स ने इस फ्रेंचाइजी को छोड़ दिया और पैरामाउंट पिक्चर्स को फिल्म निर्माण का पूर्णाधिकार मिल गया। वहीं, पूर्वाधिकार के रूप में, ट्रांसफाॅर्मर्स, रिवेन्ज ऑफ द फाॅलन और अब डार्क ऑफ द मून के निर्देशक माइकल बे और एक्ज़ेक्युटिव प्रोड्युसर (प्रमुख निर्माता) स्टीवन स्पीलबर्ग निर्वाह कर रहें है। यह जापानी कंपनी हास्ब्रो के सत्यापित मालिक ताकारा टोमी, की ट्रांसफाॅर्मर्स सीरीज़ के लिए आखिरी फिल्म थी। वहीं पिछली फिल्म के सभी मानवीय पात्रों के साथ उनकी यह आखिरी फिल्म हैं जिनमें मुख्य अदाकार शिया ला बियौफ, जोश डुहामेल, टायरिस गिब्सन, जाॅन टर्टुर्रो, केविन डुन, जुली व्हाइट, जैस हार्नेल, ह्युगो विवींग और चार्ली एड्दल पहली की तीन फिल्मों में अभिनय कर चुके थे। फिल्म की कहानी गत 2009 की फिल्म की घटना को आगे बढ़ाती है, जिसमें ऑटोबाॅट्स, सहयोगी रूप से अमेरिकी सैन्य दस्ते NEST (ननबायाॅलाॅजिकल एक्सट्राट्रेसटियर्ल्स स्पीसिज ट्रेटी) के साथ, मानवों द्वारा एकाधिकृत किए गए परग्रही तकनीकों को ढुंढ़ते हैं, जिसके सिलसिले में उनको 42 वर्ष पहले अपोलो 11 के चंद्र अभियान से जुड़े कुछ संदिग्ध रहस्य पता चलता है। किसी तरह डिसेप्टिकाॅन्स यह राज़ ज़ाहिर करते हैं यह तकनीक उनके, यानी ट्रांसफाॅर्मर्स के, ग्रह साईबरट्राॅन का पुनर्निमाण करेगा, और उसके बाद सभी मानवों को अपना बंधुआ गुलाम बना लेंगे। ट्रांसफाॅर्मर्स की दुबारा से भूमिका करने वाले पात्रों की सूची इस तरह है: ऑप्टिमस प्राइम, बम्बलबी, आयरनहाइड, रैचेट, साइड्सवाईप, व्हीली, मेगाट्राटॅन, स्टारस्क्रीम, साउंडवेव, बैरीकेड, ब्राॅउल, स्क्रेपर, लाॅन्ग हाॅउल, साइडवेज और द डाॅक्टर। अदाकारों में ला बियौफ, डुहामेल, गिब्सन, टुर्टुर्रो, डुन और व्हाइट भी दुबारा भूमिका कर रहें हैं, साथ ही पीटर कुलैन और ह्युगो विविंग क्रमशः ऑप्टिमस प्राइम तथा मेगाट्राॅन के संवादों को आवाज देने लौटे हैं। वहीं मुख्य अभिनेत्री के लिए इंग्लिश माॅडल राॅजी हंटिंगटन-व्हीली को मैगन फाॅक्स की जगह दी गई है; साथ ही नए मानवीय पात्रों के लिए पैट्रिक डेम्पसे, जाॅन मेल्काॅविच, केन ज्योंग और फ्रांसिस मैकडाॅरमैंड शामिल किए गए हैं और नए ट्रांसफाॅर्मर्स की भूमिका में, कैथ स्ज़ेराबाजका, राॅन बाॅटिटा, जाॅन डीमैगीओ, जाॅर्ज काॅए, फ्रांसिस्को क़्युन, जेम्स रेमर, ग्रेग बर्ग और लियोनार्ड निमाॅय शामिल हैं। फिल्म की पटकथा एह्रेन क्रुगर ने लिखी जो 2009 में आई पिछली फिल्म में सहयोग दे चुके हैं। 'डार्क ऑफ द मून' में कई डाॅक्युमेंट्री फुटेज दिखाने के लिऐ 35 एम॰एम॰ के फिल्म कैमरों को आयतित करना पड़ा और स्पेशल-डेवलप्ड 3-डी कैमरों का फिल्मांकन करने के लिए काफी इस्तेमाल हुआ। फ़िल्म की लोकेशन्स के लिए शिकागो, फ्लाॅरिडा, इंडियाना, मिल्वाउकी, माॅस्को और वाशिंगटन डीसी को चुना गया। मई 2011, में पैरामाउंट ने फ़िल्म 'ट्रांसफाॅर्मर्स: डार्क ऑफ द मून' में फ़िल्माए शुरुआती फुटेज को माॅनीटर पर देखने बाद उत्साहजनक परिणाम आने पर, 1 जुलाई की जगह 29 जून को रिलीज की तारीख निश्चित की गई। लेकिन उससे भी एक रात पहले यानी 28 जून, 2011 को एक्सक्लुजिव प्रिमियर के तौर पर 3-D और IMAX थियटरों पर प्रदर्शित के लिए चुना गया, और उसी समय वैश्विक रिलीज के तौर पर इसे 2-डी और 3-डी(साथ ही IMAX 3D) फाॅर्मेट—हरेक में डाॅल्बी सराउंडेड 7.1 साउंड के फीचर के साथ प्रदर्शित किया गया। समीक्षकों ने फिल्म पर मिश्रित प्रतिक्रिया दी लेकिन अधिकांश लोगों ने फिल्म की कहानी, अभिनय और समयावधि पर यह राय जतायी की कि यह पिछली फिल्म 'रिवेन्ज ऑफ द फाॅलन' की तुलना में काफी बेहतर है। वहीं, फिल्म के विजुवल इफैक्टस, स्टीव जैब्लाॅनस्की के पार्श्वसंगीत और थ्रीडी एक्शन सिक्वेंसेसेस की काफी सराहना की गई। 'डार्क ऑफ द मून' ने वैश्विक रूप से US$ 1.12 बिलियन डाॅलर की कमाई की और सिनेमा जगत में सबसे ज्यादा कमाई करनेवाली फ़िल्मों में यह दसवें पायदान पर रही। साल 2011 में यह हैरी पाॅटर एण्ड द डेथ्ली हाॅलोज – पार्ट 2 के बाद दूसरे स्थान पर सबसे अधिक कमाई के स्थान पर और फिर ट्रांसफाॅर्मर्स श्रंखला में सबसे ज्यादा कमाई में करने वाली फ़िल्म रही। एक बार फिर, 2007 की फिल्म की तरह, इसे 84वीं अकादमी अवार्ड द्वारा सर्वश्रेष्ठ ध्वनि संपादन, सर्वश्रेष्ठ साउन्ड मिक्सिंग और सर्वश्रेष्ठ विजुवल इफेक्ट्स की श्रेणियों में इसे नामांकित किया गया। इसकी अगली कड़ी, ट्रांसफाॅर्मर्स: ऐज ऑफ एक्सटिन्कसन को जून 27, 2014 में प्रदर्शित किया गया, जबकि इसकी अगली कड़ी ट्रांसफाॅर्मर्स 5 के 2017 में रिलीज होने की संभावना है। .

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नील आर्मस्ट्रांग

नील एल्डन आर्मस्ट्रांग (५ अगस्त १९३० – २५ अगस्त २०१२) एक अमेरिकी खगोलयात्री और चंद्रमा पर कदम रखने वाले पहले व्यक्ति थे। इसके अलावा वे एक एयरोस्पेस इंजीनियर, नौसेना अधिकारी, परीक्षण पायलट, और प्रोफ़ेसर भी थे। खगोलयात्री (ऍस्ट्रोनॉट) बनने से पूर्व वे नौसेना में थे। नौसेना में रहते हुए उन्होंने कोरिया युद्ध में भी हिस्सा लिया। नौसेना के बाद उन्होंने पुरुडु विश्वविद्यालय से स्नातक उपाधि ली और तत्पश्चात् एक ड्राइडेन फ्लाईट रिसर्च सेंटर से जुड़े और एक परीक्षण पायलट के रूप में ९०० से अधिक उड़ानें भरीं। यहाँ सेवायें देने के बाद उन्होंने दक्षिण कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से परास्नातक की उपाधि हासिल की। आर्मस्ट्रांग को मुख्यतः अपोलो अभियान के खगोलयात्री के रूप में चंद्रमा पर कदम रखने वाले पहले व्यक्ति के रूप में जाना जाता है। इससे पहले वे जेमिनी अभियान के दौरान भी अंतरिक्ष यात्रा कर चुके थे। अपोलो ११, वह अभियान था जिसमें जुलाई १९६९ में पहली बार चंद्रमा पर मानव सहित कोई यान उतरा और आर्मस्ट्रांग इसके कमांडर थे। उनके अलावा इसमें बज़ एल्ड्रिन, जो चाँद पर उतरने वाले दूसरे व्यक्ति बने, और माइकल कॉलिंस जो चंद्रमा की कक्षा में चक्कर लगाते मुख्य यान में ही बैठे रहे, शामिल थे। अपने साथियों के साथ, इस उपलब्धि के लिये आर्मस्ट्रांग को राष्ट्रपति निक्सन के हाथों प्रेसिडेंसियल मेडल ऑफ फ्रीडम से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति जिमी कार्टर ने उन्हें १९७८ में कॉंग्रेसनल स्पेस मेडल ऑफ ऑनर प्रदान किया और आर्मस्ट्रांग और उनके साथियों को वर्ष २००९ में कॉंग्रेसनल गोल्ड मेडल दिया गया। आर्मस्ट्रांग की मृत्यु, सिनसिनाती, ओहायो, में २५ अगस्त २०१२ को ८२ वर्ष की उम्र में बाईपास सर्जरी के पश्चात् हुई। .

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मैसाचुसेट्स प्रौद्योगिकी संस्थान

मैसाचुसेट्स प्रौद्योगिकी संस्थान (मैसाचुसेट्स इन्स्टिट्यूट ऑफ टैक्नोलॉजी - एमआईटी) (Massachusetts Institute of Technology) कैम्ब्रिज, मैसाचुसेट्स में स्थित एक निजी शोध विश्वविद्यालय है। एमआईटी में 32 शैक्षणिक विभागों से युक्त पांच विद्यालय और एक महाविद्यालय है, जिसमें वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी अनुसंधान पर विशेष जोर दिया जाता है। एमआईटी दो निजी भूमि अनुदान विश्वविद्यालयों में से एक है और वह समुद्री-अनुदान और अंतरिक्ष-अनुदान विश्वविद्यालय भी है। विलियम बार्टन रोजर्स द्वारा 1861 में संयुक्त राज्य अमेरिका के औद्योगिकीकरण की जरुरतो को ध्यान में रख कर स्थापित किए गए इस विश्वविद्यालय ने यूरोपीय विश्वविद्यालय प्रतिमान को अपनाया और इसमें प्रारंभ से ही प्रयोगशाला शिक्षा पर जोर दिया गया। इसका मौजूदा परिसर 1916 में खुला, जो चार्ल्स नदी घाटी के उत्तरी किनारे पर फैला हुआ है। एमआईटी शोधकर्ता द्वितीय विश्वयुद्ध और शीतयुद्ध के दौरान सुरक्षा अनुसंधान के संबंध में कम्प्यूटर, रडार और इनर्टिअल (inertial) मार्गदर्शन रचने के प्रयत्नो में जुड़े हुए थे। पिछले 60 वर्षों में, एमआईटी के शिक्षात्मक कार्यक्रम भौतिक विज्ञान और अभियांत्रिकी से परे अर्थशास्त्र, दर्शन, भाषा विज्ञान, राजनीति विज्ञान और प्रबंधन जैसे सामाजिक विज्ञान तक भी विस्तरीत हुए है। एमआईटी में वर्ष 2009-2010 के पतझड़ के सत्र के लिए अवरस्नातक स्तर पर 4,232 और स्नातक स्तर पर 6,152 छात्रों को प्रवेश दिया गया है। इसमें करीबन 1,009 संकाय सदस्यों को रोजगार प्रदान किया है। इसकी बंदोबस्ती और अनुसंधान पर वार्षिक व्यय अन्य किसी भी अमेरिकी विश्वविद्यालयो में से सबसे अधिक है। अब तक 75 नोबल पुरस्कार विजेता, 47 राष्ट्रीय विज्ञान पदक प्रापक और 31 मैकआर्थर अध्येता इस विश्वविद्यालय के साथ वर्तमान या भूतपूर्व समय में सम्बद्ध रहे है। एमआईटी के पूर्व छात्रों द्वारा स्थापित कंपनियों का एकत्रित राजस्व विश्व की सबसे बड़ी सत्तरहवीं अर्थव्यवस्था है। इंजिनीयर्स द्वारा 33 खेल प्रायोजित है, जिनमें से ज्यादातर NCAA श्रेणी III के न्यू इंग्लैंड महिला और पुरुषों के व्यायामी सम्मेलन में भाग लेते है, श्रेणी I के नौकायन कार्यक्रम EARC और EAWRC प्रतिस्पर्धा के भाग है। .

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अपोलो 10

श्रेणी:अपोलो कार्यक्रम श्रेणी:अमेरिका के चन्द्र अभियानों की सूची‎.

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अपोलो अभियान

अपोलो कार्यक्रम यह संयुक्त राज्य अमरीका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा की मानव उड़ानो की एक श्रंखला थ। इस में सैटर्न राकेट और अपोलो यानो का प्रयोग किया गया था। यह श्रंखला उड़ान १९६१-१९७४ के मध्य में हुयी थी। यह श्रंखला अमरीकी राष्ट्रपति जान एफ केनेडी के १९६० के दशक में चन्द्रमा पर मानव के सपने को समर्पित थी। यह सपना १९६९ में अपोलो ११ की उड़ान ने पूरा किया था। यह अभियान १९७० के दशक के शुरुवाती वर्षो में भी चलता रहा, इस कार्यक्रम में चन्द्रमा पर छः मानव अवतरणो के साथ चन्द्रमा का वैज्ञानिक अध्ययन कार्य किया गया। इस कार्यक्रम के बाद आज २००७ तक पृथ्वी की निचली कक्षा के बाहर कोई मानव अभियान नहीं संचालित किया गया है। बाद के स्कायलैब कार्यक्रम और अमरीकी सोवियत संयुक्त कार्यक्रम अपोलो-सोयुज जांच कार्यक्रम जिन्होने अपोलो कार्यक्रम के उपकरणो का प्रयोग किया था, इसी अपोलो कार्यक्रम का भाग माना जाता है। बहुत सारी सफलताओ के बावजूद इस कार्यक्रम को दो बड़ी असफलताओ को झेलना पड़ा। इसमे से पहली असफलता अपोलो १ की प्रक्षेपण स्थल पर लगी आग थी जिसमे विर्गील ग्रीसम, एड व्हाईट और रोजर कैफी शहीद हो गये थे। इस अभियान का नाम AS२०४ था लेकिन बाद में शहीदो की विधवाओं के आग्रह पर अपोलो १ कर दिया गया था। दूसरी असफलता अपोलो १३ में हुआ भीषण विस्फोट था लेकिन इसमे तीनो यात्रीयों को सकुशल बचा लीया गया था। इस अभियान का नाम सूर्य के ग्रीक देवता अपोलो को समर्पित था। नील आर्मस्ट्रांग २० जुलाई १९६९ को चन्द्रमा की धरती पर पहला कदम रखा यह अमेरिकी नागरिक थे १ .

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अंतरिक्ष अन्वेषण

सैटर्न V रॉकेट जिसका उपयोग अमेरिकी चंग्रमा अभियानों पर किया जाता है अंतरिक्ष यात्रा या अंतरिक्ष अन्वेषण ब्रह्माण्ड की खोज और उसका अन्वेषण अंतरिक्ष की तकनीकों का उपयोग करके करने को कहते हैं। अंतरिक्ष का शारीरिक तौर पर अन्वेषण मानवीय अंतरिक्ष उड़ानों व रोबोटिक अंतरिक्ष यानो द्वारा किया जाता है। हालाँकि खगोलविज्ञान के ज़रिए हम अंतरिक्ष में मौजूद वस्तुओं का निरिक्षण मानव इतिहास में लंबे समय से करते आ रहे हैं परन्तु २०वि सदी की शुरुआत में बड़े व कारगर रॉकेटों के कारण हमने अंतरिक्ष अन्वेषण को एक सत्य बना दिया है। अंतरिक्ष अन्वेषण में आधुकिन वैज्ञानिक अनुसन्धान, कई राष्ट्रों को एक जुट करना, मानवता का भविष्य में जीवित रहना पक्का करना और अन्य देशों के खिलाफ़ सैन्य व सैन्य तकनीकों का विकास करना शामिल है। कई बार अंतरिक्ष अन्वेषण पर अलग-अलग तरह से टिका की गई है। अंतरिक्ष अन्वेषण का उपयोग शीत युद्ध जैसे कालों में अपना कौशल व वर्चस्व सिद्ध करने के लिए अक्सर होता आया है। अंतरिक्ष अन्वेषण की शुरुआत सोवियत संघ और अमेरिका के बिच शुरू हुई "अंतरिक्ष होड़" से हुई जब सोवियत संघ ने ४ अक्टूबर १९५७ को मानव-निर्मित पहली वस्तु, स्पुतनिक 1 पृथ्वी की कक्षा में प्रक्षेपित किया था और इसके बाद अमेरिकी अपोलो ११ अंतरिक्ष यान को चंद्रमा पर २० जुलाई १९६९ को उतारा गया था। इन दोनों घटनाओं को अपने काल की बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जाता है। सोवित अंतरिक्ष कार्यक्रम ने कई शुरूआती उपलब्धियां हासिल की जिनमे १९५७ में पहले जीवित प्राणी को कक्षा में भेजना, १९६१ में पहली मानवीय अंतरिक्ष उड़ान (यूरी गगारिन वोस्तोक 1 में), १९६५ में पहला अंतरिक्ष में कदम (एलेक्सी लेओनोव द्वारा), १९६६ में किसी बाह्य अंतरिक्ष वस्तु पर पहली स्वयंचलित लैंडिंग और १९७१ में पहला अंतरिक्ष स्टेशन (सल्यूट 1) भेजना शामिल है। अन्वेषण व खोज के पहले २० वर्षों बाद एक-तरफा उड़ानों से ध्यान पुनः उपयोग में लाए जा सकने वाले स्रोतों की ओर मुड़ा जिनमे स्पेस शटल कार्यक्रम शामिल है और होड़ से मिलजुल कर काम करने पर केंद्रित हुआ जिसका परिणाम अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) है। २००० में पीपल्स रिपब्लिक ऑफ़ चाइना ने एक सफल मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके साथ ही युओपीय संघ, जापान और भारत ने भी भविष्य में मानवी अंतरिक्ष मिशनों की योजना बनाई है। चीन, रूस, जापान और भारत ने २१वि सदी में चंद्रमा पर मानव अभियानों की शुरुआत ककी है और युओपीय संघ ने चंद्रमा और मंगल, दोनों पर मानव अभियानों की शुरुआत करने का निर्णय लिया है। १९९० के बाद से कई निजी कंपनियों ने अंतरिक्ष पर्यटन को बढ़ावा देना शुरू किया है और इसके बाद चंद्रमा का निजी अन्वेषण भी करने की मांग की है। श्रेणी:अंतरिक्ष.

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११ (संख्या)

11 (महिला की आवाज में, पुरुष की आवाज में,(उच्चारण: ग्यारह) एक प्राकृतिक संख्या है। इससे पूर्व 10 और इसके पश्चात् 12 आता है अर्थात् ग्यारह 10 से एक अधिक होता है एवं 12 में से एक कम करने पर ग्यारह प्राप्त होता है। इसे शब्दों में ग्यारह से लिखा जाता है। छः और पाँच का योग ग्यारह होता है। .

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२रीं सहस्राब्दी

दूसरी सहस्त्राब्दी समय की एक अवधि थी जिसका प्रारम्भ जूलियन कालदर्शक के १ जनवरी, २००१ को हुआ और अंत ग्रेगोरी कालदर्शक के ३१ दिसम्बर, २००० को हुआ।.

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

अपोलो 11, अपोलो-11

निवर्तमानआने वाली
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