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3 संबंधों: मार्ताण्ड वर्मा (उपन्यास), सजिल्द, हेमकोष।
मार्ताण्ड वर्मा (उपन्यास)
मार्ताण्ड वर्मा, केरल का साहित्यकार सी॰ वी॰ रामन् पिल्लै का १९८१ में प्रकाशित हुआ एक मलयालम उपन्यास है। राजा रामा वर्मा के अंतिम शासनकाल से मार्ताण्ड वर्मा का राज्याभिषेक तक वेणाट (तिरुवितान्कूर) का इतिहास आख्यान करना एक अतिशयोक्तिपूर्ण कथा | url .
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सजिल्द
धूल रोधी आवरण के साथ एक सजिल्द पुस्तक एक सजिल्द पुस्तक वह पुस्तक होती है जिसपर एक सुरक्षात्मक कठोर आवरण चढ़ा होता है। आमतौर पर यह आवरण एक मोटे गत्ते का बना होता है जिसको कपड़े, मोटे कागज, या कभी कभी चमड़े से भी मढ़ा जाता है। जिल्द शब्द उर्दु से आया है जिसका अर्थ, त्वचा होता है। इस जिल्द को लचीले सीवन टाँको से सिला जाता है ताकि जब पुस्तक को पढ़ने के लिए खोला जाये यह आराम से खोली जा सके और खुलने के बाद खुली रहे, हालांकि आजकल जिल्द को सिलने के बजाय चिपकाया जाता है। सजिल्द किताबें अक्सर अम्लमुक्त कागज पर मुद्रित की जाती हैं और यह कागजी जिल्द वाली पुस्तकों से अधिक टिकाऊ होती है। सजिल्द पुस्तकें उत्पादन के समय अपेक्षाकृत थोड़ी और बिक्री के समय काफी महंगी होती हैं। सजिल्द किताबों को धूल से बचाने के लिए अक्सर एक कलात्मक धूल रोधी आवरण इनके साथ आता है। .
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हेमकोष
हेमकोष (असमिया: হেমকোষ), हेमचन्द्र बरुआ द्वारा संकलित असमिया भाषा का पहला शब्द-व्युत्पत्ति शब्दकोश है जो, संस्कृत की वर्तनियों पर आधारित है। इस शब्दकोश का पहला प्रकाशन सन 1900 में कैप्टन पी.आर.
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