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अकेले हम अकेले तुम

सूची अकेले हम अकेले तुम

अकेले हम अकेले तुम मंसूर खान के द्वारा निर्देशित एक हिन्दी फिल्म है जिसमें आमिर खान और मनीषा कोइराला की मुख्य भूमिका है। इस फिल्म को संगीत अनु मलिक ने दिया और इसके गीत मजरुह सुल्तानपुरी ने लिखे हैं। इसे पति-पत्नी के रिश्ते को सबसे वास्तविक और संवेदनशीलता से दर्शाने वाला फिल्म माना जाता है। इसे बॉक्स-ऑफिस पर सफलता प्राप्त नहीं हुई। .

22 संबंधों: तन्वी आज़मी, देवेन वर्मा, नासिर हुसैन, नवनीत निशान, नीरज वोरा, परेश रावल, मनीषा कोइराला, मजरुह सुल्तानपुरी, मुशताक ख़ान (अभिनेता), राकेश रोशन, रज़ाक ख़ान, रोहिणी हट्टंगड़ी, शंकर महादेवन, सतीश शाह, हरीश पटेल, आदित्य नारायण, आमिर ख़ान, कुमार सानु, अनु मलिक, अलका याज्ञिक, अंजान श्रीवास्तव, उदित नारायण

तन्वी आज़मी

तन्वी आज़मी भारतीय सिनेमा की एक अभिनेत्री हैं। .

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देवेन वर्मा

देवेन वर्मा हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध हास्य अभिनेता थे।इनका जन्म २३ अक्टूबर १९३७ को कच्छ राज्य, (ब्रिटिश भारत) में हुआ था। वह एक अभिनेता और निर्माता थे, जिन्हे अंगूर (१९८२),गोल माल (1979 फ़िल्म), खट्टा मीठा (1978 फ़िल्म), नास्तिक, रंग बिरंगी,अंदाज अपना अपना (१९९४) और दिल तो पागल है (१९९७) ही नहीं वरन कई हास्य फ़िल्मों के लिए जाना जाता था।2 दिसंबर, 2014 को पुणे, महाराष्ट्र, भारत में उनका निधन हो गया। .

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नासिर हुसैन

नासिर हुसैन (16 नवंबर 1926 - 13 मार्च 2002) भारतीय फिल्म निर्माता, निर्देशक और पटकथा लेखक थे। दशकों तक फैले अपने करियर के साथ, हुसैन को हिंदी सिनेमा के इतिहास में एक प्रमुख पथ जनक के रूप में जाना जाता है। उदाहरण के लिए, उन्होंने यादों की बारात (1973) को निर्देशित किया, जिसने बॉलीवुड मसाला फिल्म शैली बनाई जिसने 1970 और 1980 के दशक में हिंदी सिनेमा को परिभाषित किया। साथ ही उन्होंने कयामत से कयामत तक (1988) को लिखा और निर्मित किया, जिसने 1990 के दशक में हिंदी सिनेमा को परिभाषित करने वाले बॉलीवुड संगीतमय रोमांस रूपरेखा को स्थापित किया। इनके ऊपर एक किताब म्यूजिक, मस्ती और मॉडर्निटी- द सिनेमा ऑफ नासिर हुसैन भी लिखी गई है। .

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नवनीत निशान

नवनीत निशान हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .

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नीरज वोरा

नीरज वोरा (22 जनवरी 1963 - 14 दिसंबर 2017), एक भारतीय फिल्म निर्देशक, लेखक, अभिनेता और संगीतकार थे। उन्होंने बॉलीवुड में आमिर खान की फिल्म रंगीला के लिए एक लेखक के रूप में अपना काम किया था। 2000 में उनकी पहली निर्देशित फिल्म खिलाड़ी 420 आई थी। बाद में 2006 में उन्होंने "फिर हेरा फेरी" फिल्म की पट्कथा और निर्देशन दोनो किया था। अक्टूबर 2016 में एक मस्तिष्क आघात के कारण वो कोमा में चले गये। कोमा में जाने से पहले वो "हेरा फेरी 3" पर काम कर रहे थे। दिसंबर 2017 में उनका निधन हो गया। .

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परेश रावल

परेश रावल (जन्म: 30 मई, 1950) हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। 2014 में उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया। यह 1994 में राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार सहायक किरदार के लिए से सम्मानित हुए। इसके बाद इन्हें सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता का फ़िल्मफेयर पुरस्कार भी मिल चुका है। यह केतन मेहता की फ़िल्म सरदार में स्वतंत्रता सेनानी वलभभाई पटेल की मुख्य किरदार में नजर आए थे। .

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मनीषा कोइराला

मनीषा कोइराला (जन्म: 16 अगस्त, 1970) हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .

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मजरुह सुल्तानपुरी

मजरुह सुल्तानपुरी (مجرُوح سُلطانپُوری) (1 अक्टूबर 1919 − 24 मई 2000) एक भारती उर्दू शायर थे। हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध गीतकार और प्रगतिशील आंदोलन के उर्दू के सबसे बड़े शायरों में से एक थे। Retrieved 11 May 2018 वह 20वीं सदी के उर्दु साहिती जगत के बेहतरीन शायरों में गिना जाता है। बॉलीवुड में गीतकार के रूप में प्रसिद्ध हुवे। उन्होंने अपनी रचनाओं के जरिए देश, समाज और साहित्य को नयी दिशा देने का काम किया। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा सुल्तानपुर जिले के गनपत सहाय कालेज में मजरुह सुल्तानपुरी ग़ज़ल के आइने में शीर्षक से मजरूह सुल्तानपुरी पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। देश के प्रमुख विश्वविद्यालयों के शिक्षाविदों ने इस सेमिनार में हिस्सा लिया और कहा कि वे ऐसी शख्सियत थे जिन्होंने उर्दू को एक नयी ऊंचाई दी है। लखनऊ विश्वविद्यालय की उर्दू विभागाध्यक्ष डॉ॰सीमा रिज़वी की अध्यक्षता व गनपत सहाय कालेज की उर्दू विभागाध्यक्ष डॉ॰जेबा महमूद के संयोजन में राष्ट्रीय सेमिनार को सम्बोधित करते हुए इलाहाबाद विश्वविद्यालय के उर्दू विभागाध्यक्ष प्रो॰अली अहमद फातिमी ने कहा मजरूह, सुल्तानपुर में पैदा हुए और उनके शायरी में यहां की झलक साफ मिलती है। वे इस देश के ऐसे तरक्की पसंद शायर थे जिनकी वजह से उर्दू को नया मुकाम हासिल हुआ। उनकी मशहूर पंक्तियों में 'मै अकेला ही चला था, जानिबे मंजिल मगर लोग पास आते गये और कारवां बनता गया' का जिक्र भी वक्ताओं ने किया। लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो॰मलिक जादा मंजूर अहमद ने कहा कि यूजीसी ने मजरूह पर राष्ट्रीय सेमिनार उनकी जन्मस्थली सुल्तानपुर में आयोजित करके एक नयी दिशा दी है। .

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मुशताक ख़ान (अभिनेता)

मुशताक ख़ान एक भारतीय फिल्म अभिनेता है। इनका जन्म बैहर मध्य प्रदेश में हुआ था। इन्होंने कई फिल्मों में अभिनय किया है। .

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राकेश रोशन

राकेश रोशन एक हिन्दी फिल्म अभिनेता एवं निर्देशक हैं। .

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रज़ाक ख़ान

रज़ाक ख़ान (या रज़्ज़ाक ख़ान) (निधन १ जून २०१६) एक भारतीय बॉलीवुड अभिनेता थे जिनका निधन ०१ जून २०१६ को मुम्बई,महाराष्ट्र में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। ख़ान सहायक रोल में कॉमेडियन के लिए काफी प्रसिद्ध हुए थे। ख़ान अपने कॉमिक रोल के लिए अब्बास-मस्तान की फ़िल्म बादशाह के लिए काफी जाने माने बन गए थे। .

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रोहिणी हट्टंगड़ी

रोहिणी हट्टंगड़ी भारतीय सिनेमा की एक प्रमुख अभिनेत्री हैं। .

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शंकर महादेवन

शंकर महादेवन (சங்கர் மகாதேவன்) एक भारतीय गायक है और शंकर-एहसान-लॉय तिहरी का हिस्सा है। शंकर महादेवन को चार बार राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार, जिसमें तीन बार सर्वश्रेष्ठ पुरुष पार्श्वगायक के लिए और एक बार सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक के लिए दिया जा चुका है। महादेवन ने शंकर महादेवन अकादमी की स्थापना की, जो दुनिया भर के संगीत के छात्रों को ऑनलाइन भारतीय संगीत सीखाता है। 2015 में, उन्होंने मराठी फ़िल्म कटयार कलजात घुसली में एक अभिनेता के रूप में पहली बार अभिनय करते नजर आये थे, जो कि 1960 के दशक के प्रशिध्द नाटक का रूपांतर था। उन्होंने तमिल, मराठी, हिंदी, कन्नड़ और अंग्रेजी भाषा में गीत गाये है। उनका पहला एलबम "ब्रीथलेस" था, जिसमें उन्होंने एक सांस मेँ गाने गाये थे। .

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सतीश शाह

सतीश शाह भारत के एक प्रसिद्ध हास्य अभिनेता हैं। .

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हरीश पटेल

हरीश पटेल - फिल्म कलाकार हरीश पटेल हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। .

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आदित्य नारायण

आदित्य नारायण भारतीय फिल्म अभिनेता, संगीतकार व गायक हैं, जो बॉलीवुड गायक उदित नारायण और दीपा नारायण के पुत्र हैं। इन्होंने पहले रंगीला नामक फिल्म में गाना गया था। उसके बाद 1995 में अपने पिता के साथ "अकेले हम और अकेले तूम" में काम किया। .

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आमिर ख़ान

आमिर खान (नस्तालीक़: عامر خان) (जन्म आमिर हुसैन खान; मार्च 14, 1965) एक भारतीय फ़िल्म अभिनेता, निर्माता, निर्देशक, पटकथा लिखनेवाले, कभी कभी गायक और आमिर खान प्रोडक्सनस के संस्थापक-मालिक है। अपने चाचा नासिर हुसैन की फ़िल्म यादों की बारात (1973) में आमिर खान एक बाल कलाकार की भूमिका में नज़र आए थे और ग्यारह साल बाद खान का करियर फ़िल्म होली (1984) से आरम्भ हुआ उन्हें अपने चचेरे भाई मंसूर खान के साथ फ़िल्म क़यामत से क़यामत तक (1988) के लिए अपनी पहली व्यवसायिक सफलता मिली और उन्होंने फ़िल्म में एक्टिंग के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ मेल नवोदित पुरस्कार (सर्वश्रेष्ठ नवोदित पुरूष कलाकार के लिए फ़िल्मफेयर पुरस्कार) जीता। पिछले आठ नामांकन के बाद 1980 और 1990 के दौरान, खान को राजा हिन्दुस्तानी (1996), के लिए पहला फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार मिला जो अब तक की उनकी एक बड़ी व्यवसायिक सफलता थी। उन्हें बाद में फिल्मफेयर कार्यक्रम में दूसरा सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार और लगान में उनके अभिनय के लिए 2001 में कई अन्य पुरस्कार मिले और अकादमी पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया। अभिनय से चार साल का सन्यास लेने के बाद, केतन मेहता की फ़िल्म द रायजिंग (2005) से खान ने वापसी की। २००७ में, वे निर्देशक के रूप में फ़िल्म तारे ज़मीन पर का निर्देशन किया, जिसके लिए उन्हें फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार दिया गया। कई कॉमर्शियल सफल फ़िल्मों का अंग होने के कारण और बहुत ही अच्छा अभिनय करने के कारण, वे हिन्दी सिनेमा के एक प्रमुख अभिनेता बन गए हैं। .

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कुमार सानु

कुमार सानु (पूरा नाम केदारनाथ भट्टाचार्य) हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध गायक हैं। इन्होंने अपने गाने की शुरुआत वर्ष 1989 में शुरू की। 2009 में इन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म श्री भी मिल चुका है। .

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अनु मलिक

अनु मलिक हिन्दी फ़िल्मों के एक संगीतकार हैं। वह सरदार मलिक के पुत्र हैं। इन्होंने संगीत निर्माण का कार्य 1977 में शुरू किया। 1990 के दशक में यह कई सफल फिल्मों के गाने लिख चुके हैं। जिसमें फिर तेरी कहानी याद आई, बाज़ीगर, और जानम जैसे फिल्में शामिल है। हंटरवाली नामक फिल्म से इन्होंने अपने गायिकी का सफर शुरू किया। .

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अलका याज्ञिक

अलका याज्ञिक भारतीय सिनेमा की एक प्रसिद्ध पार्श्वगायिका हैं। वे हिंदी सिनेमा में तीन दशकों तक अपनी गायकी के लिए विख्यात हैं। हिंदी सिनेमा में वे सबसे ज्यादा गाने रिकॉर्ड करने वाली पांचवी पार्श्वगायिका हैं। उन्हें फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार के ३६ नामांकनों में से ७ बार पुरस्कार मिल चुका है जो कि खुद में एक रिकॉर्ड है। उन्हें दो राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त है। साथ ही उनके २० गाने बीबीसी के "बॉलीवुड के श्रेष्ठ ४० सदाबहार साउंडट्रैक" में शामिल हैं। उनके कुछ हिट गानों में से हैं — "कुछ कुछ होता है", "टिप टिप बरसा पानी", "परदेसी परदेसी", "छम्मा छम्मा", "पूछो ज़रा पूछो", "एक दो तीन", "चाँद छुपा बादल में", "लाल दुपट्टा", "मुझको राणाजी" और "बाज़ीगर ओ बाज़ीगर"। .

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अंजान श्रीवास्तव

अंजन श्रीवास्तव हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। .

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उदित नारायण

उदित नारायण हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध नेपाली गायक हैं। उदित नारायण का जन्म 27 नवम्बर को नेपाल के सप्तरी जिले में हुआ। उन्होंने अपना पहला हिन्दी गाना मुकेश जी के साथ गाया। उन्हें तीन देशीय पुरस्कार तथा पांच फिल्म फेयर पुरस्कार मिले हैं। वर्ष 2009 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया। उदित नारायण नेपाल में और भारत में भी एक प्रख्यात गायक के रूप में जाने जाते हैं। नेपाली फ़िल्म में उन्होंने बहुत हिट गाने गाए हैं और उनका गीत अधिकतर लोगों को पसंद है। उनके स्वर में जादू है। वे किशोर अवस्था से ही गायन कला के क्षेत्र में लग गये थे जो कि आज इस मुकाम पर है। संपूर्ण बॉलीवुड में उन्हें आज भी एक बेहतर गायक माना जाता है। नेपाल में अभी के समय में भी उनके स्वर से तुलना किसी भी गायक से नहीं की जा सकती है। उदित जी का मातृभाषा मैथिली हैं और वो नेपाल के मिथिलांचल इलाके से आते हैं। जैसे कि नेपाल और भारत के बीच बेटी और रोटी का सम्बन्ध है उसी तरह उनका ननिहाल भारत के बिहार राज्य में है। .

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

अकेले हम अकेले तुम (1995 फ़िल्म)

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