लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा

सूची वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा

वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा (संक्षिप्त रूप में OUATIMD) 2013 की भारतीय क्राइम गैंगस्टर फ़िल्म है जिसका निर्देशन मिलन लूथरिया ने किया है। इस फ़िल्म की निर्माता एकता कपूर और शोभा कपूर हैं। यह 2010 में प्रदर्शित फ़िल्म वंस अपॉन ए टाईम इन मुम्बई की उत्तरकृत्ति है। फ़िल्म में मुख्य भूमिका में अक्षय कुमार, सोनाक्षी सिन्हा और इमरान ख़ान हैं एवं सोनाली बेंद्रे सहायक कलाकार की भूमिका में हैं। .

26 संबंधों: एकता कपूर, द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया, नौटंकी साला!, प्रीतम, फटा पोस्टर निकला हीरो, बालाजी मोशन पिक्चर्स, बॉलीवुड हँगामा, भारतीय सिनेमा, मर्डर 3, महेश मांजरेकर, ये जवानी है दीवानी, लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल, सुनिधि चौहान, सोनाली बेंद्रे, सोनाक्षी सिन्हा, सोफी चौधरी, सीएनएन आईबीएन, हिन्दुस्तान टाईम्स, वन्स अपॉन ए टाईम इन मुम्बई (2010 फ़िल्म), विद्या बालन, इमरान ख़ान (अभिनेता), कुरुष देबू, कोमल नाहटा, अनुपम अमोद, अक्षय कुमार, 2013 की बॉलीवुड फिल्में

एकता कपूर

एकता जीतेन्द्र कपूर (ايڪتا جیتندرا ڪپوُر ((नस्तालीक़)) (जन्म: 1 9 जून १९७५) एक भारतीय दूरदर्शन एवं चलचित्र निर्मात्री हैं। ये बालाजी टेलीफिल्म्स की क्रियेटिव हेड एवं संयुक्त प्रबंध निदेशक हैं। इनके पिता भी प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेता जीतेन्द्र और माता शोभा कपूर हैं। इनका छोटा भाई तुषार कपूर भी हिन्दी चलचित्र अभिनेता है। .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और एकता कपूर · और देखें »

द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया

द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया (The Times of India, TOI के रूप में संक्षेपाक्षरित) भारत में प्रकाशित एक अंग्रेज़ी भाषा का दैनिक समाचार पत्र है। इसका प्रबन्धन और स्वामित्व बेनेट कोलेमन एंड कम्पनी लिमिटेड के द्वारा किया जाता है। दुनिया में सभी अंग्रेजी भाषा के व्यापक पत्रों में इस अखबार की प्रसार संख्या सर्वाधिक है। 2005 में, अखबार ने रिपोर्ट दी कि (24 लाख से अधिक प्रसार के साथ) इसे ऑडिट बुरो ऑफ़ सर्क्युलेशन के द्वारा दुनिया के सबसे ज्यादा बिकने वाले अंग्रेजी भाषा के सामान्य समाचार पत्र के रूप में प्रमाणित किया गया है। इसके वावजूद भारत के भाषायी समाचार पत्रों (विशेषत: हिन्दी के अखबारों) की तुलना में इसका प्रसार बहुत कम है। टाइम्स ऑफ इंडिया को मीडिया समूह बेनेट, कोलेमन एंड कम्पनी लिमिटेड के द्वारा प्रकाशित किया जाता है, इसे टाइम्स समूह के रूप में जाना जाता है, यह समूह इकॉनॉमिक टाइम्स, मुंबई मिरर, नवभारत टाइम्स (एक हिंदी भाषा का दैनिक), दी महाराष्ट्र टाइम्स (एक मराठी भाषा का दैनिक) का भी प्रकाशन करता है। .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया · और देखें »

नौटंकी साला!

नौटंकी साला! रोहन सिप्पी द्वारा निर्देशित, आयुष्मान खुराना और कुनाल रॉय कपूर द्वारा पूजा साल्वी, एवलिन शर्मा और गायलिन मेंडोंसा के साथ अभिनीत रोमांटिक, हास्य फ़िल्म है। इसकी कहानी 2003 की फ़्रांसीसी फ़िल्म अप्रेस वू पर आधारित है। यह फ़िल्म आर एस एंटरटेनमेंट के सयोग से सुपर कैसेट्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड के बैनर तले रमेश सिप्पी, भूषण कुमार, कृष्ण कुमार & रूपा डी चौधरी द्वारा निर्मित है। नौटंकी साला! का प्रथम दृश्य 2 अक्टूबर 2012 को जारी किया गया। आयुष्मान खुरान ने नौटंकी साला! गाना गाया है। अभिषेक बच्चन ने अपने निर्देशक दोस्त रोहन सिप्पी के लिए फ़िल्म में केमियो का अभिनय किया है। भूषण कुमार ने 12 अप्रैल 2013 नौटंकी साला! के लिए निर्धारित की। वो इसके लिए आठ सप्ताह का लम्बा प्रचार चाहते थे। नौटंकी साला! का प्रथम प्रोमो स्पेशल २६ के साथ जोड़कर जारी किया गया। .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और नौटंकी साला! · और देखें »

प्रीतम

प्रीतम चक्रबोर्ती (चक्रवर्ती) (बंगाली: প্রীতম চক্রবর্ত্তী) जिन्हें प्रीतम के नाम से बेहतर जाना जाता है, (14 जून 1971) बॉलीवुड फिल्मों के एक प्रख्यात भारतीय संगीत निर्देशक, संगीतकार, गायक, वादक और रिकार्ड निर्माता है जो वर्तमान में मुम्बई में रहते हैं।। लगभग डेढ़ दशकों में फैले कैरियर में, प्रीतम ने सौ से अधिक बॉलीवुड फिल्मों के लिए संगीत रचना की है। कई शैलियों को कवर कर चुके प्रीतम भारत में सबसे बहुमुखी संगीत संगीतकारों में से एक हैं। वह 2 फिल्मफेयर पुरस्कार, 4 जी सिने अवार्ड्स, 3 स्टार स्क्रीन पुरस्कार, 3 आईफा पुरस्कार और कई अन्य पुरस्कार जीत चुके हैं। .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और प्रीतम · और देखें »

फटा पोस्टर निकला हीरो

फटा पोस्टर निकला हीरो २०१३ की बॉलीवुड की एक्शन हास्य फ़िल्म है। फ़िल्म में मुख्य भूमिका शाहिद कपूर और इलियाना डी'क्रूज़ ने निभाई है। फ़िल्म के निर्देशक टिप्स म्यूज़िक फ़िल्म्स के रमेश तौरानी हैं और राजकुमार सन्तोषी फ़िल्म निर्माता हैं, जिन्होंने घायल (1990), अंदाज़ अपना अपना (1994), ख़ाकी (2004) और अजब प्रेम की ग़ज़ब कहानी (2009) जैसी फ़िल्मों का निर्देशन कार्य किया है। फ़िल्म 20 सितम्बर 2013 को जारी की गयी। .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और फटा पोस्टर निकला हीरो · और देखें »

बालाजी मोशन पिक्चर्स

बालाजी मोशन पिक्चर्स बालाजी टेलीफ़िल्म्स की एक समकक्ष एवं सहयोगी कम्पनी है जिसने २००२ में भारतीय चालित चलचित्रों के व्यवसाय में प्रवेश किया। .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और बालाजी मोशन पिक्चर्स · और देखें »

बॉलीवुड हँगामा

बॉलीवुड हंगामा (पहले इण्डियाएफएम अथवा इण्डियाएफएम डॉट कॉम नाम से प्रचलित) बॉलीवुड की प्रमुख मनोरंजन वेबसाइट है, जो "हंगामा डिजिटल मीडिया एंटरटेनमेंट" के अधीन है, जिसने इस बॉलीवुड पोर्टल का अधिग्रहण सन् 2000 में किया। यह वेबसाइट भारतीय फ़िल्म उद्योग, मुख्य रूप से बॉलीवुड, फ़िल्म समीक्षाएँ एवं बॉक्स ऑफिस रपट से सम्बंधित समाचार प्रकाशित करती है। इसका प्रमोचन 15 जून 1998 में मूल नाम इण्डियाएफएम डॉट कॉम (indiafm.com) से हुआ। 2008 में इसने अपना नाम बदलकर "बॉलीवुड हंगामा" रख लिया। जनवरी 2013 के आँकड़ों के अनुसार इसकी यातायात वर्ग भारत में 444 है। .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और बॉलीवुड हँगामा · और देखें »

भारतीय सिनेमा

भारतीय सिनेमा के अन्तर्गत भारत के विभिन्न भागों और भाषाओं में बनने वाली फिल्में आती हैं जिनमें आंध्र प्रदेश और तेलंगाना, असम, बिहार, उत्तर प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, जम्मू एवं कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और बॉलीवुड शामिल हैं। भारतीय सिनेमा ने २०वीं सदी की शुरुआत से ही विश्व के चलचित्र जगत पर गहरा प्रभाव छोड़ा है।। भारतीय फिल्मों का अनुकरण पूरे दक्षिणी एशिया, ग्रेटर मध्य पूर्व, दक्षिण पूर्व एशिया और पूर्व सोवियत संघ में भी होता है। भारतीय प्रवासियों की बढ़ती संख्या की वजह से अब संयुक्त राज्य अमरीका और यूनाइटेड किंगडम भी भारतीय फिल्मों के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार बन गए हैं। एक माध्यम(परिवर्तन) के रूप में सिनेमा ने देश में अभूतपूर्व लोकप्रियता हासिल की और सिनेमा की लोकप्रियता का इसी से अन्दाजा लगाया जा सकता है कि यहाँ सभी भाषाओं में मिलाकर प्रति वर्ष 1,600 तक फिल्में बनी हैं। दादा साहेब फाल्के भारतीय सिनेमा के जनक के रूप में जाना जाते हैं। दादा साहब फाल्के के भारतीय सिनेमा में आजीवन योगदान के प्रतीक स्वरुप और 1969 में दादा साहब के जन्म शताब्दी वर्ष में भारत सरकार द्वारा दादा साहेब फाल्के पुरस्कार की स्थापना उनके सम्मान में की गयी। आज यह भारतीय सिनेमा का सबसे प्रतिष्ठित और वांछित पुरस्कार हो गया है। २०वीं सदी में भारतीय सिनेमा, संयुक्त राज्य अमरीका का सिनेमा हॉलीवुड तथा चीनी फिल्म उद्योग के साथ एक वैश्विक उद्योग बन गया।Khanna, 155 2013 में भारत वार्षिक फिल्म निर्माण में पहले स्थान पर था इसके बाद नाइजीरिया सिनेमा, हॉलीवुड और चीन के सिनेमा का स्थान आता है। वर्ष 2012 में भारत में 1602 फ़िल्मों का निर्माण हुआ जिसमें तमिल सिनेमा अग्रणी रहा जिसके बाद तेलुगु और बॉलीवुड का स्थान आता है। भारतीय फ़िल्म उद्योग की वर्ष 2011 में कुल आय $1.86 अरब (₹ 93 अरब) की रही। जिसके वर्ष 2016 तक $3 अरब (₹ 150 अरब) तक पहुँचने का अनुमान है। बढ़ती हुई तकनीक और ग्लोबल प्रभाव ने भारतीय सिनेमा का चेहरा बदला है। अब सुपर हीरो तथा विज्ञानं कल्प जैसी फ़िल्में न केवल बन रही हैं बल्कि ऐसी कई फिल्में एंथीरन, रा.वन, ईगा और कृष 3 ब्लॉकबस्टर फिल्मों के रूप में सफल हुई है। भारतीय सिनेमा ने 90 से ज़्यादा देशों में बाजार पाया है जहाँ भारतीय फिल्मे प्रदर्शित होती हैं। Khanna, 158 सत्यजीत रे, ऋत्विक घटक, मृणाल सेन, अडूर गोपालकृष्णन, बुद्धदेव दासगुप्ता, जी अरविंदन, अपर्णा सेन, शाजी एन करुण, और गिरीश कासरावल्ली जैसे निर्देशकों ने समानांतर सिनेमा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और वैश्विक प्रशंसा जीती है। शेखर कपूर, मीरा नायर और दीपा मेहता सरीखे फिल्म निर्माताओं ने विदेशों में भी सफलता पाई है। 100% प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के प्रावधान से 20वीं सेंचुरी फॉक्स, सोनी पिक्चर्स, वॉल्ट डिज्नी पिक्चर्स और वार्नर ब्रदर्स आदि विदेशी उद्यमों के लिए भारतीय फिल्म बाजार को आकर्षक बना दिया है। Khanna, 156 एवीएम प्रोडक्शंस, प्रसाद समूह, सन पिक्चर्स, पीवीपी सिनेमा,जी, यूटीवी, सुरेश प्रोडक्शंस, इरोज फिल्म्स, अयनगर्न इंटरनेशनल, पिरामिड साइमिरा, आस्कार फिल्म्स पीवीआर सिनेमा यशराज फिल्म्स धर्मा प्रोडक्शन्स और एडलैब्स आदि भारतीय उद्यमों ने भी फिल्म उत्पादन और वितरण में सफलता पाई। मल्टीप्लेक्स के लिए कर में छूट से भारत में मल्टीप्लेक्सों की संख्या बढ़ी है और फिल्म दर्शकों के लिए सुविधा भी। 2003 तक फिल्म निर्माण / वितरण / प्रदर्शन से सम्बंधित 30 से ज़्यादा कम्पनियां भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध की गयी थी जो फिल्म माध्यम के बढ़ते वाणिज्यिक प्रभाव और व्यसायिकरण का सबूत हैं। दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योग दक्षिण भारत की चार फिल्म संस्कृतियों को एक इकाई के रूप में परिभाषित करता है। ये कन्नड़ सिनेमा, मलयालम सिनेमा, तेलुगू सिनेमा और तमिल सिनेमा हैं। हालाँकि ये स्वतंत्र रूप से विकसित हुए हैं लेकिन इनमे फिल्म कलाकारों और तकनीशियनों के आदान-प्रदान और वैष्वीकरण ने इस नई पहचान के जन्म में मदद की। भारत से बाहर निवास कर रहे प्रवासी भारतीय जिनकी संख्या आज लाखों में हैं, उनके लिए भारतीय फिल्में डीवीडी या व्यावसायिक रूप से संभव जगहों में स्क्रीनिंग के माध्यम से प्रदर्शित होती हैं। Potts, 74 इस विदेशी बाजार का भारतीय फिल्मों की आय में 12% तक का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। इसके अलावा भारतीय सिनेमा में संगीत भी राजस्व का एक साधन है। फिल्मों के संगीत अधिकार एक फिल्म की 4 -5 % शुद्ध आय का साधन हो सकते हैं। .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और भारतीय सिनेमा · और देखें »

मर्डर 3

मर्डर 3 विशेष भट्ट द्वारा निर्देशित और रणदीप हुड्डा, अदिति राव हैदरी एवं सारा लोरेन (मोना लिज़्ज़ा) अभिनीत 2013 की हिन्दी फ़िल्म है। यह फ़िल्म 2011 की बॉलीवुड फ़िल्म मर्डर 2 की उत्तरकृत्ति है। यह फ़िल्म विशेष फिल्म्स की मर्डर सीरिज़ का तीसरा भाग 'मर्डर 3' है। .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और मर्डर 3 · और देखें »

महेश मांजरेकर

महेश मांजरेकर हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और महेश मांजरेकर · और देखें »

ये जवानी है दीवानी

ये जवनी है दीवानी २०१३ में प्रकाशित बॉलीवुड की हास्यप्रधान और युवा पसन्द फिल्म है जिसके निर्माता करण जौहर हैं और यह अयान मुखर्जी द्वारा निर्देशित है। इस फील्म में मुख्य भूमिकाओं में रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण हैं। २००८ की फील्म बचना ऐ हसीनो के बाद एक साथ प्रथम फील्म है। आदित्य रॉय कपूर और कल्की केकलां सहकलाकार हैं। पहले इसे मार्च २०१३ में प्रदर्शित किया जाना तय हुआ था लेकिन बाद में ३१ मई २०१३ को प्रदर्शित की गई। .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और ये जवानी है दीवानी · और देखें »

लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल

लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल एक लोकप्रिय भारतीय संगीतकार की जोड़ी है, लक्ष्मीकांत शांताराम कुदलकर (१९३७-१९९८) और प्यारेलाल रामप्रसाद शर्मा (जन्म १९४०) से मिलकर बनी थी। उन्होंने १९६३ से १९९८ तक ६३५ हिंदी फिल्मों के लिए संगीत रचना की और इस समय के लगभग सभी उल्लेखनीय फिल्म निर्माताओं के लिए काम किया जिसमे सम्मिलित थे राज कपूर, देव आनंद, बी.आर.

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल · और देखें »

सुनिधि चौहान

सुनिधि चौहान (जन्म निधी चौहान, १४ अगस्त १९८३) एक भारतीय पार्श्वगायिका है जो हिन्दी गीतों को गाने के लिए लोकप्रिय है। उन्होंने मराठी, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, बंगाली, असमिया और गुजराती फ़िल्मों में भी २००० से अधिक गीत गाए हैं। चौहान ने गायन की शुरुआत चार वर्ष की आयु से की और एक स्थानीय टीवी मेज़बान ने उनकी इस प्रतिभा को देखा। उन्हें प्रसिद्धी टेलिविज़न गायन प्रतियोगिता मेरी आवाज़ सुनो से मिली जिसमे जित के बाद उन्होंने पार्श्वगायन क्षेत्र में शस्त्र फ़िल्म से पदार्पण किया। उन्हें लोकप्रियता राम गोपाल वर्मा की फ़िल्म मस्त से मिली जिसमे उन्होंने "रुकी रुकी सी ज़िंदगी" गीत गाया जो एक हीट गीत साबित हुआ। उन्हें कुल चौदह फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कारों का नामांकन और तीन में जित हासिल हुई। उन्होंने दो स्टार स्क्रीन पुरस्कार, दो आइफा पुरस्कार और एक ज़ी सिने पुरस्कार जीते हैं। .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और सुनिधि चौहान · और देखें »

सोनाली बेंद्रे

सोनाली बेंद्रे (जन्म: 1 जनवरी, 1975) हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और सोनाली बेंद्रे · और देखें »

सोनाक्षी सिन्हा

सोनाक्षी सिन्हा (जन्म २ जून १९८७) भारतीय अभिनेत्री और रैपर हैं। वो अभिनेता शत्रुघन सिन्हा और अभिनेत्री पूनम सिन्हा की पुत्री हैं। उन्होंने फ़िल्म दबंग (२०१०) से फ़िल्मों में पदार्पण किया जिसमें उन्हें सर्वश्रेष्ठ पदार्पण अभिनेत्री का फ़िल्मफेयर पुरस्कार मिला। .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और सोनाक्षी सिन्हा · और देखें »

सोफी चौधरी

सोफी चौधरी (जन्म सोफिया चौधरी, 8 फ़रवरी 1981) एक ब्रितानी फ़िल्म अभिनेत्री और गायिका हैं। वो प्राथमिक रूप से भारतीय फ़िल्मों में और पूर्व एमटीवी इण्डिया वीजे और सामयिक मॉडल और टेलीविजन प्रस्तोता हैं। .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और सोफी चौधरी · और देखें »

सीएनएन आईबीएन

सीएनएन आईबीएन एक भारत में प्रसारित होने वाला अंग्रेज़ी चैनल है। .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और सीएनएन आईबीएन · और देखें »

हिन्दुस्तान टाईम्स

हिन्दुस्तान टाईमज़ का दफ़तर नई दिल्ली में स्थित हिन्दुस्तान टाईमज़ हाउस हिन्दुस्तान टाईमज़ (अंग्रेज़ी: Hindustan Times (HT)) भारत का एक रोज़मर्रा अंग्रेज़ी अख़बार है। पाठकों की संख्या मुताबिक यह भारत के बड़े अख़बारों में से है। द टाईमज़ ऑफ़ इंडिया के बाद इसका दूसरा नंबर है। यह १९२४ में मास्टर सुन्दर सिंह लायलपुरी द्वारा कायम किया गया। .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और हिन्दुस्तान टाईम्स · और देखें »

वन्स अपॉन ए टाईम इन मुम्बई (2010 फ़िल्म)

वन्स अपॉन ए टाईम इन मुम्बई 2010 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और वन्स अपॉन ए टाईम इन मुम्बई (2010 फ़िल्म) · और देखें »

विद्या बालन

विद्या बालन (तमिल:வித்யா, பாலன், मलयालम:വിദ്യ ബാല൯, हिन्दी:1 जनवरी, 1980 को जन्मी विद्या बालन एक पुरस्कार - विजेता भारतीय अभिनेत्री है जो बॉलीवुड फिल्मों में दिखायी दे रही है। बालन, अपने केरियर की शुरुआत म्यूजिक विडियोस, सोअप ओपेरस और कॉमर्शियल विज्ञापन से की और उसने फ़िल्म के क्षेत्र में बंगाली फ़िल्म, भालो थेको (Bhalo Theko) (2003) से अपने केरियर की शुरुआत की, जिसके लिए फिल्मी आलोचकों ने उनकी भूरी - भूरि प्रशंसा की Iबाद में उसने हिन्दी फिल्मों में अपना केरियर फ़िल्म परिणीता (Parineeta) (2005) से शुरुआत की, जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ उभरती अभिनेत्री के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाजा गया और उनकी पहली सफल व्यवसायिक फ़िल्म थी राजकुमार हिरानी (Rajkumar Hirani) की लगे रहो मुन्नाभाई (2006) Iइस प्रकार बालन ने अपने - आपको एक सफल अभिनेत्री के रूप में स्थापित किया I .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और विद्या बालन · और देखें »

इमरान ख़ान (अभिनेता)

इमरान ख़ान (बांग्ला: ইমরান খ়ান), (जन्म: 13 जनवरी, 1983) एक भारतीय हिन्दी फ़िल्म के अभिनेता हैं। ये अभिनेता आमिर खान व निर्माता-निर्देशक मंसूर खान के भांजे है। खान ने २००८ में फ़िल्म जाने तू या जाने ना ने अभिनय क्षेत्र में पदार्पण किया था। इस फ़िल्म के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ नए अभिनेता का फ़िल्मफेयर पुरस्कार मिला था। उन्होंने बाद में आई हेट लव स्टोरीज़ (२०१०), देली बेली (२०११) और मेरे ब्रदर की दुल्हन (२०११) जैसी सफल फ़िल्मों में काम किया। .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और इमरान ख़ान (अभिनेता) · और देखें »

कुरुष देबू

'शिरीन फरहाद की तो निकल पड़ी' के रिलीज समारोह में '''कुरुष देबू'''कुरुष देबू एक भारतीय बॉलीवुड अभिनेता हैं। उन्होंने सर्वप्रथम शाहरुख खान के चरित्र दोस्त का अभिनय कभी हाँ कभी ना में अभिनय करते नजर आये। उन्होंने मुन्ना भाई एम बी बी एस में डॉ॰ रुस्तम पारवी का प्रसिद्ध अभिनय किया। .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और कुरुष देबू · और देखें »

कोमल नाहटा

कोमल नाहटा एक वरिष्ठ फ़िल्म समीक्षक हैं। वो अस्सी के दशक की प्रसिद्ध राजस्थानी फ़िल्म बाई चाली सासरिए के निर्माता भरत नाहटा के भतीजे हैं। .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और कोमल नाहटा · और देखें »

अनुपम अमोद

अनुपम अमोद एक भारतीय पार्श्व गायक हैं। आंशिक डिस्कोग्राफी .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और अनुपम अमोद · और देखें »

अक्षय कुमार

अक्षय कुमार (ਅਕਸ਼ੈ ਕੁਮਾਰ, जन्म: राजीव हरी ओम भाटिया, ९ सितम्बर, १९६७) एक भारतीय बॉलीवुड फ़िल्म अभिनेता हैं। वे 100 से अधिक हिन्दी फिल्मों में काम कर चुके हैं। 90 के दशक में, हिट एक्शन फिल्मों जैसे खिलाड़ी (१९९२), मोहरा (१९९४) और सबसे बड़ा खिलाड़ी (१९९५) में अभिनय करने के कारण, कुमार को बॉलीवुड का एक्शन हीरो की संज्ञा दी जाती थी और विशेषतः वे "खिलाड़ी श्रृंखला" के लिए जाने जाते थे। फिर भी, वह रोमांटिक फिल्मों जैसे ये दिल्लगी (१९९४) और धड़कन (२०००) में अपने अभिनय के लिए सम्मानित किए गए और साथ ही साथ ड्रामेटिक फिल्मों जैसे एक रिश्ता (२००१) में अपनी अभिनय क्षमता को दिखाया। 2002 में उन्हें अपना पहला फ़िल्मफेयर पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ खलनायक फ़िल्म अजनबी (2001) में अभिनय के लिए दिया गया। अपनी एक सी छवि को बदलने के इच्छुक अक्षय कुमार ने ज्यादातर कोमेडी फिल्में की। फ़िल्म हेरा फेरी (2002), मुझसे शादी करोगी (2004), गरम मसाला (2005) और जान-ए-मन (२००६) में हास्य अभिनय के लिए फ़िल्म समीक्षकों द्वारा उनकी प्रशंसा की गई। 2007 में वे सफलता की ऊचाईयों को छूने लगे, जब उनके द्वारा अभिनीत चार लगातार कामर्सियल फिल्में हिट हुई। इस तरह से, उन्होंने अपने आपको हिन्दी फ़िल्म उद्योग में एक प्रमुख अभिनेता के रूप में स्थापित किया। वे मार्शल आर्ट्स (सामरिक कला) की शिक्षा बेंगकोक में प्राप्त करके आए और वहां एक रसोइया की नौकरी भी करते थे। वे फिर मुंबई वापस आ गए, जहाँ वे मार्सल आर्ट्स की शिक्षा देने लगे। उनका एक विद्यार्थी जो एक फोटोग्राफर था, उसने उन्हें मॉडलिंग करने कहा। उस विद्यार्थी ने उन्हें एक छोटी कंपनी में एक मॉडलिंग असयांमेंट दिया। उन्हें कैमरे के सामने पोज देने के लिए, दो घंटे के 5,000 रुपये मिलते था। पहले की तनख्वाह 4000 रुपये प्रति महीने की तुलना में यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण कारण था कि वे क्यों मॉडल बने। मॉडलिंग करने के दो महीने बाद, कुमार को प्रमोद चक्रवर्ती ने अंततः अपनी फ़िल्म दीदार में अभिनय करने का मौका दिया। .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और अक्षय कुमार · और देखें »

2013 की बॉलीवुड फिल्में

साल 2013 में बॉलीवुड ने 100 वर्ष पुर किये। .

नई!!: वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई-दोबारा और 2013 की बॉलीवुड फिल्में · और देखें »

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »