मृत्युकालिक कथन और साक्ष्य
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मृत्युकालिक कथन और साक्ष्य के बीच अंतर
मृत्युकालिक कथन vs. साक्ष्य
साक्ष्य विधि (law of evidence) के सन्दर्भ में, मृत्यु के पहले किसी व्यक्ति द्वारा कहे गये अन्तिम बातों को मृत्युकालिक कथन (dying declaration) कहते हैं। मृत्युकालिक कथन वह शब्दप्रमाण (साक्ष्य) है जो कुछ प्रकार के मामलों में साक्ष्य के रूप में स्वीकार किया जा सकता है, जबकि किसी अन्य समय कहे गये ऐसे ही शब्दों को 'सुनी-सुनाई बात' कह कर साक्ष्य के रूप में अस्वीकार कर दिया जाता है। श्रेणी:विधि. मोटे तौर पर साक्ष्य (Evidence) में वे सभी चीजें सम्मिलित हैं जो किसी कथन की सत्यता सिद्ध करने के लिये प्रयोग की जाती हैं। साक्ष्य देना वह प्रक्रिया है जिसमें वे चीजें प्रस्तुत की जाती हैं जो -.
मृत्युकालिक कथन और साक्ष्य के बीच समानता
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मृत्युकालिक कथन और साक्ष्य के बीच तुलना
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संदर्भ
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