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बोकारो और हर्षवर्धन ओझा

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

बोकारो और हर्षवर्धन ओझा के बीच अंतर

बोकारो vs. हर्षवर्धन ओझा

बोकारो झारखंड राज्य का एक जिला है। यह शहर अपने सरकारी क्षेत्र के इस्पात उद्योग के लिये प्रसिद्ध है तथा "स्टील सिटी" के नाम से जाना जाता है। बोकारो छोटानागपुर पठार में स्थित है। . हर्ष वर्द्धन ओझा एक जानेमाने पत्रकार, समाजिक कार्यकर्ता और हिंदी फिल्म निर्माता हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर हर्ष वर्धन ओझा फिल्मों में आने से पहले कई वर्षों तक दूरदर्शन के साथ जुड़े रहें। दूरदर्शन में उन्होने एक बड़ी पारी खेली और इस दौरान समाजिक सरोकार से जुड़े कई प्रोग्राम बनाएं। दूरदर्शन में वे डेवलपमेंट क्म्यूनिकेशन डिविजन के साथ जुड़कर भारत सरकार के तमाम मंत्रालयों के लिए कई कायर्क्रम का निर्माण किया,जिसका मकसद समाज में जाकरुकता फैलाना था। उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि कल्याणी कार्यक्रम का निर्माण रहा। कल्याणी,को भारत में सबसे लंबे समय तक चलने वाला स्वास्थ्य टेलीविज़न कार्यक्रम के रुप में जाना जाता है। कल्याणी को कई राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया है। हर्ष वर्धन ओझा ने 'कल्याणी' कार्यक्रम को एक नया आयाम दिया। ये हर्ष वर्धन की सूझबूझ और प्रोडक्शन कौशल हीं थी की 'कल्याणी' ग्रामीण भारत की महिलाओं के साथ आम जनमानस के सशक्तिकरण की अहम सहेली बन गई। दूरदर्शन में एक लंबी पारी बिताने के बाद हर्ष वर्धन ओझा ने फिल्मों का रुख किया। शुरु से ही उन्हें समाजिक मुद्दों पर फिल्में बनाने की रुचि थी, लिहाजा हर्ष वर्धन ओझा ने भी अपनी फिल्मी सफर की शुरुआत एक समाजिक मसले से जुड़ी फिल्म से की। हर्ष वर्धन ओझा ने "ग्लोबल बाबा" फिल्म से अपनी बॉलीवुु़ड सफर की शुरुआत की। "ग्लोबल बाबा" फर्जी बाबाओं की कहानी है,जिसमें दिखाया गया है कि किस प्रकार देश में धार्मिक बाबा,लोगों को गुमराह कर राजनीतिक और प्रशासनिक मिलीभगत से लोगों को लूटते हैं। "ग्लोबल बाबा" को क्रिटिक्स ने एक अच्छी फिल्म बताया। "ग्लोबल बाबा" के बाद हर्ष वर्धन ओझा समाजिक मुद्दों पर दो और हिन्दी फिल्मोें के निर्माण का काम कर रहें हैं। हर्ष वर्धन ओझा के लिए समाज सेवा एक मिशन है,जिसका मुख्य उदेश्य समाज के पिछड़े,उपेक्षित और पिछले कतार के लोगों को मुख्य धारा से जोड़ना है। स्कूल के दिनों से ही हर्ष वर्धन समाजिक कार्यों में रुची लेने लगेे। लातूर और उस्मानाबाद के भूकंप के दौरान उन्होने वहां के पीडि़तों के मदद के लिए बढ़ चढकर हिस्सा लिया। कॉलेज के दिनों में We For You (गैर-सरकारी संस्थान) के जरिए झूग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों को स्वाथ्य के प्रति जागरुक बनाने में भी अहम भूमिका निभाई। आगे जाकर हर्ष वर्धन ओझा ने अपने मित्र और अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान, नई दिल्ली के डॉक्टर प्रसून चटर्जी के साथ मिलकर देश में वरिष्ट नागरिकों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक और उनके सशक्तिकरण के लिए हेल्दी एजिंग इंडिया नामक संस्था (गैर-सरकारी संस्थान)का स्थापना किया । आज हेल्दी एजिंग इंडिया का नाम देश के कुछ उन चुनिंदा संस्थानों में आता है,जो बुजुर्गों के लिए समर्पित हैं । बुजुर्गों के टीकाकरण को पूरे देश में फैलाने का काम हेल्दी एजिंग इंडिया बखूबी कर रही है। हर्ष वर्धन ओझा और हेल्थी एजिंग इंडिया के कार्यों की सराहना देश के कई बड़े नेता सामाजिक मंच से कर चुकें है । गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने हर्ष वर्धन ओझा की सराहना करते हुए कहा था हर्ष वर्धन वो काम कर रहे हैं जिसकी प्रेरणा उसी व्यक्ति को मिल सकती है जिसके पास पूर्व जन्मों का संचित पुण्य हो। झारखंड के आद्दौगिक नगर बोकारो स्टील सिटी से प्रारंभिक शिक्षा हासिल करने के बाद हर्ष वर्धन ने उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली का रुख किया और दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक और स्नातकोत्तर की उपाधि हासिल की। कॉलेज के दिनों में समाजिक सरोकार से जु़ड़े मसलों पर इन्होने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। दिल्ली में मॉडल जेसिका लाल हत्या कांड के खिलाफ चलाए गए मुहिम में हर्ष वर्धन ओझा का बड़ा रोल रहा। न्याय के संघर्ष में हर्ष वर्धन ओझा और उन जैसे समाजिक कार्यकर्ताओं के परिश्रम का ही प्रयास था कि जेसिका लाल मामले में न्याय की उम्मीद जगी और अपराधी सलाखों के पीछे जा सके। अपने मित्र कपिल मिश्रा,जो बाद में केजरीवाल सरकार में मंत्री भी रहें,के साथ मिलकर यूथ फ़ॉर जस्टिस संस्था के माध्यम से हर्ष वर्धन ओझा ने दिल्ली में यमुना के लिए भी काम किया तथा यमुना किनारे बन रहे कॉमनवेल्थ गेम विलेज के निर्माण के खिलाफ आवाज बुलंद किया। .

बोकारो और हर्षवर्धन ओझा के बीच समानता

बोकारो और हर्षवर्धन ओझा आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): झारखण्ड

झारखण्ड

झारखण्ड यानी 'झार' या 'झाड़' जो स्थानीय रूप में वन का पर्याय है और 'खण्ड' यानी टुकड़े से मिलकर बना है। अपने नाम के अनुरुप यह मूलतः एक वन प्रदेश है जो झारखंड आंदोलन के फलस्वरूप सृजित हुआ। प्रचुर मात्रा में खनिज की उपलबध्ता के कारण इसे भारत का 'रूर' भी कहा जाता है जो जर्मनी में खनिज-प्रदेश के नाम से विख्यात है। 1930 के आसपास गठित आदिवासी महासभा ने जयपाल सिंह मुंडा की अगुआई में अलग ‘झारखंड’ का सपना देखा.

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बोकारो और हर्षवर्धन ओझा के बीच तुलना

बोकारो 17 संबंध है और हर्षवर्धन ओझा 5 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 4.55% है = 1 / (17 + 5)।

संदर्भ

यह लेख बोकारो और हर्षवर्धन ओझा के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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