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पाकिस्तान ज़िन्दाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

पाकिस्तान ज़िन्दाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद के बीच अंतर

पाकिस्तान ज़िन्दाबाद vs. पाकिस्तान मुर्दाबाद

पाकिस्तान ज़िन्दाबाद (پاکستان زِنده باد —,; मतलब: पाकिस्तान की जय हो) देश पाकिस्तान के प्रति देशभक्ति और विजय के अवसर पर ख़ुशी व्यक्त करने हेतु एक नारा है। इसके अतिरिक्त इसे राजनीतिक और राष्ट्रीय भाषणों में भी प्रयोग किया जाता है। पाकिस्तान ज़िन्दाबाद के नारे सबसे पहले पाकिस्तान आंदोलन के दौरान लगाए गए थे, जब भारतीय उपमहाद्वीप के कई मुसलमान ब्रिटिश भारत में एक अलग इस्लामी राष्ट्र की माँग कर रहे थे। ऑल इंडिया मुस्लिम लीग के समर्थकों के दरम्यान ये नारे एक दूसरे से अभिवादित करने का तरीक़ा था। आज 'पाकिस्तान ज़िन्दाबाद' पाकिस्तान देश का राष्ट्रीय नारा भी है। . मुस्लम लीग के लीडर मोहम्मद अली जिन्नाह और पंजाब संघवादी पार्टी के लीडर मलिक ख़िज़र हयात टिवाणा। पाकिस्तान मुर्दाबाद (लातिनी लिपि: Pakistan Murdabad, नस्तालीक़) हिन्दुस्तानी भाषा और एक हद तक पंजाबी भाषा में भारत के बंटवारे और ख़ास कर पंजाब बंटवारे के समय के दौरान लगाया गया एक राजनैतिक नारा है। इसका मतलब है: "पाकिस्तान की मौत हो" या और ज़्यादा उचित "पाकिस्तान का विनाश हो" और इसकी शब्द निरुक्ति फ़ारसी भाषा से है। Quote: Glossary: "Pakistan Murdabad (death to Pakistan), a phrase used by Master Tara Singh and his followers." यह स्लोगन भारत बंटवारे से पहले पाकिस्तान लहर यानि दक्षिण एशिया में एक नये इस्लामी मुल्क की स्थापना करने के लिए आंदोलन के दौरान पहली बार सिक्खों के लीडर मास्टर तारा सिंह द्वारा उच्चारित किया गया था क्योंकि पंजाब क्षेत्र के सिक्ख मुसलमानों की प्रसावित हकूमत के ज़ोरदार ख़िलाफ़ थे। यह मुहम्मद अली जिन्ना के स्लोगन "पाकिस्तान ज़िन्दाबाद" के उलट में लगाया गया था। पिछले कुछ सालों में यह स्लोगन का वर्णन दक्षिण एशियायी साहित्य में मिला जा रहा है, सआदत हसन मंटो, बापसी सिद्धवा और खुशवंत सिंह जैसे हरमन प्यारे लेखक की रचनायों में इस स्लोगन उल्लिखित है। भारत बंटवारे से कुछ ही समय बाद नये मुल्क पाकिस्तान में रैफ़्यूजी कैंपों में फंसे गए लोगों ने नयी पाकिस्तानी हकूमत की नाक़ाबलियत के विरुद्ध अपने ग़ुस्से व्यक्त करने के लिए यह स्लोगन उच्चारित किया था। .

पाकिस्तान ज़िन्दाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद के बीच समानता

पाकिस्तान ज़िन्दाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद आम में 5 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): पाकिस्तान, पाकिस्तान खपे, पाकिस्तान आंदोलन, भारत का विभाजन, अखिल भारतीय मुस्लिम लीग

पाकिस्तान

इस्लामी जम्हूरिया पाकिस्तान या पाकिस्तान इस्लामी गणतंत्र या सिर्फ़ पाकिस्तान भारत के पश्चिम में स्थित एक इस्लामी गणराज्य है। 20 करोड़ की आबादी के साथ ये दुनिया का छठा बड़ी आबादी वाला देश है। यहाँ की प्रमुख भाषाएँ उर्दू, पंजाबी, सिंधी, बलूची और पश्तो हैं। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद और अन्य महत्वपूर्ण नगर कराची व लाहौर रावलपिंडी हैं। पाकिस्तान के चार सूबे हैं: पंजाब, सिंध, बलोचिस्तान और ख़ैबर​-पख़्तूनख़्वा। क़बाइली इलाक़े और इस्लामाबाद भी पाकिस्तान में शामिल हैं। इन के अलावा पाक अधिकृत कश्मीर (तथाकथित आज़ाद कश्मीर) और गिलगित-बल्तिस्तान भी पाकिस्तान द्वारा नियंत्रित हैं हालाँकि भारत इन्हें अपना भाग मानता है। पाकिस्तान का जन्म सन् 1947 में भारत के विभाजन के फलस्वरूप हुआ था। सर्वप्रथम सन् 1930 में कवि (शायर) मुहम्मद इक़बाल ने द्विराष्ट्र सिद्धान्त का ज़िक्र किया था। उन्होंने भारत के उत्तर-पश्चिम में सिंध, बलूचिस्तान, पंजाब तथा अफ़गान (सूबा-ए-सरहद) को मिलाकर एक नया राष्ट्र बनाने की बात की थी। सन् 1933 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के छात्र चौधरी रहमत अली ने पंजाब, सिन्ध, कश्मीर तथा बलोचिस्तान के लोगों के लिए पाक्स्तान (जो बाद में पाकिस्तान बना) शब्द का सृजन किया। सन् 1947 से 1970 तक पाकिस्तान दो भागों में बंटा रहा - पूर्वी पाकिस्तान और पश्चिमी पाकिस्तान। दिसम्बर, सन् 1971 में भारत के साथ हुई लड़ाई के फलस्वरूप पूर्वी पाकिस्तान बांग्लादेश बना और पश्चिमी पाकिस्तान पाकिस्तान रह गया। .

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पाकिस्तान खपे

पाकिस्तान खपे (नस्तालीक़) पंजाबी, सिन्धी और उर्दू भाषाओँ का एक विवादित नारा है। इसका पंजाबी और उर्दू में अर्थ होता है "पाकिस्तान खप जाए (यानि उसका नाश हो)" लेकिन सिन्धी में अर्थ होता है "पाकिस्तान चाहिए (यानि नाश से बचा रहे)।" इसके विपरीत सिन्धी भाषा में "पाकिस्तान न खपे" का मतलब है के "हमें पाकिस्तान नहीं चाहिए।" सिन्धी अलगाववादी अक्सर अपने जलसों में "पाकिस्तान न खपे" के नारे लगते हैं। बेनज़ीर भुट्टो की मौत पर उनकी "पाकिस्तान पीपल्ज़ पार्टी" के कार्यकर्ताओं ने "पाकिस्तान न खपे" के राष्ट्र-विरोधी नारे लगाए थे। इस विद्रोही भावना को शांत करने के लिए बेनज़ीर भुट्टो के पति और आगे चलकर पाकिस्तान के बनने वाले राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी ने "पाकिस्तान खपे" का जवाब दिया। इसपर उनके आलोचकों ने प्रश्न उठाया है के उनका तात्पर्य इस नारे का सिन्धी अर्थ है या पंजाबी। .

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पाकिस्तान आंदोलन

पाकिस्तान आन्दोलन या तहरीकए पाकिस्तान (تحریک پاکستان) २०वीं सदी के भारतीय उपमहाद्वीप में हुए एक राजनीतिक आंदोलन का नाम था, जिसने अंत्यतः भारतवर्ष को धार्मिक आधार पर विभाजित कर दिया। इसके परिणाम स्वरूप उपमहाद्वीप के भारतीय ब्रिटिश साम्रराज्य के उत्तर पश्चिमी के चार प्रांतों व पूर्व में पूर्वी बंगाल की स्वतंत्रता संयोजन से स्थापना हुई पाकिस्तान नामक एक स्वतंत्र इस्लामिक गणरज्य की। यह आन्दोलन भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के समानांतर ही चला था। हालांकि, दोनो आंदोलनो का उद्देश्य एक ही था, परन्तु, पाकिस्तान आंदोलन का मुख्य उद्देश्य "भारतीय उपमहाद्वीप के मुसलमानों की धार्मिक पहचान और राजनीतिक हितों का संरक्षित व सुरक्षा था।" इस प्रसंग का पहला संगठित आंदोलन सैय्यद अहमद खान द्वारा अलीगढ़ में हुआ था, जिसे अलीगढ़ आंदोलन के रूप में जाना जाने लगा था। यह आन्दोलन पाकिस्तान आंदोलन का आधार था। १९०६ में, एक शैक्षिक सम्मेलन आयोजित किया गया जो धीरे धीरे मुस्लिम सुधारकों के आंदोलन से राजनीतिक चरण में तब्दील हो गया। इस बीच में, ऑल इंडिया मुस्लिम लीग का गठन किया गया था। गुरुत्वपूर्ण मुसलिम नेताओं द्वारा इसके गठन के पीछे का मूल उद्देश्य ब्रिटिश भारत में मुसलमानों के मौलिक अधिकारों की रक्षा करना था। आंदोलन के प्रारंभिक दौर में मुस्लिम लीग के वार्षिक सत्रों ने अल्लामा इकबाल की दार्शनिक दृष्टिकोण व नेतृत्व में आंदोलन को आगे बढ़ाया। जिस्के पश्चात मुहम्मद अली जिन्ना के संवैधानिक प्रयासों ने आंदोलन के लिए जनसमर्थन बनाने के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। उर्दू शायर इकबाल और फैज के साहित्य, कविता एवं भाषणों ने भी राजनीतिक चेतना के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इनके अलावा बेगम राणा लियाकत अली खान और फातिमा जिन्नाह जैसी महिलाओं ने भी अपनी भूमिका निभाई थी। नौकरीपेशे वाले लोगों ने भी पाकिस्तान आंदोलन में भाग लिया था। बाद में, भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम, १९४७ पारित किया गया, जिसके अंतर्गत भारत अधिराज्य और पाकिस्तान अधिराज्य नामक दो स्वतंत्र स्वायत्य-उपनिवेश(डोमीनियन) की स्थापना की गई। पाकिस्तान आंदोलन कई माएनों में, सामाजिक, राजनैतिक एवं बौद्धिक प्रक्रिया का परिणाम था। इसके बाद पाकिस्तान के संस्थापकों ने एक मजबूत सरकार बनाने की प्रयास की जो की नवस्थापित देश के दोनों खंडों पर सफल नियंत्रण बनाए रख सके। १९५८ में बाद में, पाकिस्तान में सैन्य तख्तापलट हुआ और राजनीतिक एवं आर्थिक भेदभाव, एवं अन्य कई मसलों के परिणामस्वरूप बांग्लादेश १९७१ में एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में उभरा जो की उस समय तक पूर्वी पाकिस्तान था। .

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भारत का विभाजन

माउण्टबैटन योजना * पाकिस्तान का विभाजन * कश्मीर समस्या .

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अखिल भारतीय मुस्लिम लीग

ऑल इंडिया मुस्लिम लीग का ध्वज अखिल भारतीय मुस्लिम लीग (ऑल इंडिया मुस्लिम लीग) ब्रिटिश भारत में एक राजनीतिक पार्टी थी और उपमहाद्वीप में मुस्लिम राज्य की स्थापना में सबसे कारफरमा शक्ति थी। भारतीय विभाजन के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम लीग इंडिया में एक महत्त्वपूर्ण दल के रूप में स्थापित रही। खासकर कीरलह दूसरी पार्टियों के साथ शामिल हो कर सरकार बनाने की। पाकिस्तान के गठन के बाद मुस्लिम लीग अक्सर मौकों पर सरकार में शामिल रही। .

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पाकिस्तान ज़िन्दाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद के बीच तुलना

पाकिस्तान ज़िन्दाबाद 18 संबंध है और पाकिस्तान मुर्दाबाद 22 है। वे आम 5 में है, समानता सूचकांक 12.50% है = 5 / (18 + 22)।

संदर्भ

यह लेख पाकिस्तान ज़िन्दाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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