पठार और भारतीय इतिहास की समयरेखा
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
पठार और भारतीय इतिहास की समयरेखा के बीच अंतर
पठार vs. भारतीय इतिहास की समयरेखा
भूमि पर मिलने वाले द्वितीय श्रेणी के स्थल रुपों में पठार अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं और सम्पूर्ण धरातल के ३३% भाग पर इनका विस्तार पाया जाता हैं।अथवा धरातल का विशिष्ट स्थल रूप जो अपने आस पास की जमींन से प्रयाप्त ऊँचा होता है,और जिसका ऊपरी भाग चौड़ा और सपाट हो पठार कहलाता है। सागर तल से इनकी ऊचाई ३०० मीटर तक होती हैं लेकिन केवल ऊचाई के आधार पर ही पठार का वर्गिकरण नही किया जाता हैं। . पाकिस्तान, बांग्लादेश एवं भारत एक साझा इतिहास के भागीदार हैं इसलिए भारतीय इतिहास की इस समय रेखा में सम्पूर्ण भारतीय उपमहाद्वीप के इतिहास की झलक है। .
पठार और भारतीय इतिहास की समयरेखा के बीच समानता
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पठार और भारतीय इतिहास की समयरेखा के बीच तुलना
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संदर्भ
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