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इराक में ईसाई धर्म

सूची इराक में ईसाई धर्म

इराक के ईसाईयों को दुनिया के सबसे पुराने ईसाई समुदायों में से एक माना जाता है। विशाल बहुमत स्वदेशी पूर्वी अरामी बोलने वाले जातीय कसदिया हैं। सिरीक, अश्शूरी, आर्मेनियन और कुर्द, अरब और आबादी का एक छोटा सा समुदाय भी है। इराकी तुर्कमेन्स। अधिकांश वर्तमान ईसाई कुर्दों से जातीय रूप से अलग हैं और वे स्वयं को अलग-अलग मूल, के अलग-अलग इतिहास के रूप में पहचानते हैं।http://www.hum.uu.nl/medewerkers/m.vanbruinessen/publications/Bruinessen_Religion_in_Kurdistan.pdf इराक में, ईसाइयों की 2003 में 1,500,000 की संख्या दर्ज की गई, जो 26 मिलियन की आबादी का 6% से अधिक (1.4 मिलियन से नीचे या 1987 में 16.5 मिलियन का 8.5%) का प्रतिनिधित्व करती है। तब से, यह अनुमान लगाया गया है कि इराक़ में ईसाइयों की संख्या 2013 तक 450,000 के रूप में कम हो गया। हालांकि, आधिकारिक जनगणना की कमी के कारण, संख्या का आकलन करना मुश्किल है। ईसाई मुख्य रूप से बगदाद, बसरा, अरबील, दोहुक, ज़खो और किर्कुक और अश्शूर कस्बों और उत्तर में निनवे मैदान जैसे क्षेत्रों में रहते हैं। इराकी ईसाई प्राथमिक रूप से कुर्दिस्तान क्षेत्र में रहते हैं; और पूर्वोत्तर सीरिया, उत्तर पश्चिमी ईरान और दक्षिण-पूर्वी तुर्की में सीमावर्ती इलाकों में, जो क्षेत्र लगभग प्राचीन अश्शूर से संबंधित है। इराक़ में ईसाइयों को विशेष रूप से मुसलमानों के लिए धर्मांतरण की अनुमति नहीं है। मुस्लिम जो ईसाई धर्म में परिवर्तित होते हैं, सामाजिक और आधिकारिक दबाव के अधीन हैं, जो मृत्युदंड का कारण बन सकता है। हालांकि, ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें मुसलमानों ने गुप्त रूप से ईसाई धर्म को अपनाया है, ईसाईयों का अभ्यास कर रहे हैं, लेकिन कानूनी तौर पर मुस्लिम हैं; इस प्रकार, इराकी ईसाइयों के आंकड़ों में ईसाई धर्म में मुस्लिम धर्म शामिल नहीं हैं। इराकी कुर्दिस्तान में, ईसाईयों को धर्मनिरपेक्षता की अनुमति है।.

12 संबंधों: तारिक़ अज़ीज़, तुर्की, बसरा, बग़दाद, सीरिया, ईरान, खाड़ी युद्ध, इराक़, क़ुर्दिस्तान, कैथोलिक धर्म, अरबील, अश्शूर

तारिक़ अज़ीज़

तारिक़ अज़ीज़ (जन्म मिखाइल यौहानन, Syriac: ܡܝܟܐܝܠ ܝܘܚܢܢ,, इसाई नाम मैनुयल क्रिस्टो; 28 अप्रैल 1936 – 5 जून 2015) इराक के विदेश मंत्री (1983–1991) और उप प्रधानमंत्री (1979–2003) और तत्कालीन राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन के सलाहकार थे। वो एक दूसरे के सहयोगी 1950 के दशक में हुये जब दोनों उस समय प्रतिबन्धित अरब समाजवादी बाथ पार्टी के कार्यकर्ता थे। हालांकि वो एक अरब राष्ट्रवादी थे एवं वो कलडीन थे और कलडीन कैथोलिक चर्च के सदस्य भी थे। सुरक्षा कारणों से सद्दाम हुसैन ने शायद ही कभी इराक़ छोड़ा हो अतः उच्च-स्तरीय राजनयिक शिखर सम्मेलनों में अज़ीज़ ही इराक़ का प्रतिनिधित्व करते थे। उनके अनुसार अमेरिका इराक में "शासन परिवर्तन" नहीं बल्कि "क्षेत्र परिवर्तन" चाहता था। उनके अनुसार बुश प्रशासन का युद्ध करने का कारण "तेल और इजरायल" थे। 24 अप्रैल 2003 को अमेरिकी सेना के सामने आत्मसमर्पण करने के बाद अज़ीज़ को पहले अमेरिकी सेना द्वारा जेल में रखा गया और उसके बाद इराकी सरकार द्वारा पश्चिमी बगदाद के कैम्प क्रोपर में बन्दी रखा गया। उन्हें 1 मार्च 2009 को कुछ अपराधों से मुक्त कर दिया गया लेकिन 11 मार्च 2009 को, 1992 में  42 व्यापारियों को प्राणदण्ड देने में दोषी पाये जाने के लिए 15 वर्षों की जेल की सजा तथा कुर्दों को स्थानान्तरित करने के लिए सात वर्ष जेल की सजा सुनायी गयी। 26 अक्टूबर 2010 को उन्हें इराक़ी उच्च न्यायालय ने मौत की सजा सुनाई जिसका क्षेत्रिय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर इराकी और गैर इराकी धर्माध्यक्षों ने निंदा की। इसके अतिरिक्त वेटिकन, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोपीय यूनियन और मानवाधिकार संगठनों एमनेस्टी इण्टरनेशनल सहित रूस जैसी अन्य सरकारों ने भी मृत्युदण्ड का विरोध किया 28 अक्टूबर 2010 को प्रतिवेदित किया गया कि तारिक़ अज़ीज़ सहित उनके साथी अन्य 25 कैदी भी कुछ माँगों को लेकर भूख हड़ताल आरम्भ की। 17 नवम्बर 2010 को यह प्रतिवेदित किया गया कि इराक़ी राष्ट्रपति जलाल तालाबानी ने घोषित किया कि वो अज़ीज़ के प्राणदण्ड के आदेश पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे जिससे उनकी सजा जीवनभर कारावास में बदल जाये। अज़ीज़ का 5 जून 2015 को 79 वर्ष की आयु में नासिरियाह नगर की कारावास में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। .

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तुर्की

तुर्की (तुर्क भाषा: Türkiye उच्चारण: तुर्किया) यूरेशिया में स्थित एक देश है। इसकी राजधानी अंकारा है। इसकी मुख्य- और राजभाषा तुर्की भाषा है। ये दुनिया का अकेला मुस्लिम बहुमत वाला देश है जो कि धर्मनिर्पेक्ष है। ये एक लोकतान्त्रिक गणराज्य है। इसके एशियाई हिस्से को अनातोलिया और यूरोपीय हिस्से को थ्रेस कहते हैं। स्थिति: 39 डिग्री उत्तरी अक्षांश तथा 36 डिग्री पूर्वी देशान्तर। इसका कुछ भाग यूरोप में तथा अधिकांश भाग एशिया में पड़ता है अत: इसे यूरोप एवं एशिया के बीच का 'पुल' कहा जाता है। इजीयन सागर (Aegean sea) के पतले जलखंड के बीच में आ जाने से इस पुल के दो भाग हो जाते हैं, जिन्हें साधारणतया यूरोपीय टर्की तथा एशियाई टर्की कहते हैं। टर्की के ये दोनों भाग बॉसपोरस के जलडमरूमध्य, मारमारा सागर तथा डारडनेल्ज द्वारा एक दूसरे से अलग होते हैं। टर्की गणतंत्र का कुल क्षेत्रफल 2,96,185 वर्ग मील है जिसमें यूरोपीय टर्की (पूर्वी थ्रैस) का क्षेत्रफल 9,068 वर्ग मील तथा एशियाई टर्की (ऐनाटोलिआ) का क्षेत्रफल 2,87,117 वर्ग मील है। इसके अंतर्गत 451 दलदली स्थल तथा 3,256 खारे पानी की झीलें हैं। पूर्व में रूस और ईरान, दक्षिण की ओर इराक, सीरिया तथा भूमध्यसागर, पश्चिम में ग्रीस और बुल्गारिया और उत्तर में कालासागर इसकी राजनीतिक सीमा निर्धारित करते हैं। यूरोपीय टर्की - त्रिभुजाकर प्रायद्वीपी प्रदेश है जिसका शीर्षक पूर्व में बॉसपोरस के मुहाने पर है। उसके उत्तर तथा दक्षिण दोनों ओर पर्वतश्रेणियाँ फैली हुई हैं। मध्य में निचला मैदान मिलता है जिसमें होकर मारीत्सा और इरजिन नदियाँ बहती हैं। इसी भाग से होकर इस्तैस्म्यूल का संबंध पश्चिमी देशों से है। एशियाई टर्की - इसको हम तीन प्राकृतिक भागों में विभाजित कर सकते हैं: 1.

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बसरा

बसरा बसरा इराक का तीसरा सबसे बड़ा नगर एवं महत्वपूर्ण बंदरगाह है। यह बसरा प्रान्त की राजधानी भी है। फारस की खाड़ी से 75 मील दूर तथा बगदाद से 280 मील दूर दक्षिण-पूर्वी भाग में दज़ला और फरात नदियों के मुहाने पर बसा हुआ है। स्थिति - 30 डिग्री 30मिनट उत्तरी अक्षांश तथा तथा 47 डिग्री 50 मिनट पूर्वी देशान्तर। बसरा से देश की 90 प्रतिशत वस्तुओं का निर्यात किया जाता है। यहाँ से ऊन, कपास, खजूर, तेल, गोंद, गलीचे तथा जानवर निर्यात किए जाते हैं। जनसंख्या में अधिकांश अरब, यहूदी, अमरीकी, ईरानी तथा भारतीय हैं। .

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बग़दाद

बगदाद एक प्रमुख नगर बग़दाद (بغداد) विश्व का एक प्रमुख नगर एवं ईराक की राजधानी है। इसका नाम ६०० ईपू के बाबिल के राजा भागदत्त पर पड़ा है। यह नगर 4,000 वर्ष पहले पश्चिमी यूरोप और सुदूर पूर्व के देशों के बीच, समुद्री मार्ग के आविष्कार के पहले कारवाँ मार्ग का प्रसिद्ध केंद्र था तथा नदी के किनारे इसकी स्थिति व्यापारिक महत्व रखती थी। मेसोपोटामिया के उपजाऊ भाग में स्थित बगदाद वास्तव में शांति और समृद्धि का केंद्र था। 9वीं शताब्दी के प्रारंभिक वर्षों में यह अपने चरमोत्कर्ष पर था। उस समय यहाँ प्रबुद्ध खलीफा की छत्रछाया में धनी व्यापारी एवं विद्वान लोग फले-फूले। रेशमी वस्त्र एवं विशाल खपरैल के भवनों के लिए प्रसिद्ध बगदाद इस्लाम धर्म का केंद्र रहा है। यहाँ का औसत ताप लगभग 23 डिग्री सें.

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सीरिया

सीरिया ('''سوريّة'''. or), आधिकारिक रूप से सीरियाई अरब गणराज्य (अरबी: الجمهورية العربية السورية), दक्षिण-पश्चिम एशिया का एक राष्ट्र है। इसके पश्चिम में लेबनॉन तथा भूमध्यसागर, दक्षिण-पश्चिम में इजराइल, दक्षिण में ज़ॉर्डन, पूरब में इराक़ तथा उत्तर में तुर्की है। इसराइल तथा इराक़ के बीच स्थित होने के कारण यह मध्य-पूर्व का एक महत्वपूर्ण देश है। इसकी राजधानी दमास्कस है जो उमय्यद ख़िलाफ़त तथा मामलुक साम्राज्य की राजधानी रह चुका है। अप्रैल 1946 में फ्रांस से स्वाधीनता मिलने के बाद यहाँ के शासन में बाथ पार्टी का प्रभुत्व रहा है। 1963 से यहाँ आपातकाल लागू है जिसके कारण 1970 के बाद से यहाँ के शासक असद परिवार के लोग होते हैं। .

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ईरान

ईरान (جمهوری اسلامی ايران, जम्हूरीए इस्लामीए ईरान) जंबुद्वीप (एशिया) के दक्षिण-पश्चिम खंड में स्थित देश है। इसे सन १९३५ तक फारस नाम से भी जाना जाता है। इसकी राजधानी तेहरान है और यह देश उत्तर-पूर्व में तुर्कमेनिस्तान, उत्तर में कैस्पियन सागर और अज़रबैजान, दक्षिण में फारस की खाड़ी, पश्चिम में इराक और तुर्की, पूर्व में अफ़ग़ानिस्तान तथा पाकिस्तान से घिरा है। यहां का प्रमुख धर्म इस्लाम है तथा यह क्षेत्र शिया बहुल है। प्राचीन काल में यह बड़े साम्राज्यों की भूमि रह चुका है। ईरान को १९७९ में इस्लामिक गणराज्य घोषित किया गया था। यहाँ के प्रमुख शहर तेहरान, इस्फ़हान, तबरेज़, मशहद इत्यादि हैं। राजधानी तेहरान में देश की १५ प्रतिशत जनता वास करती है। ईरान की अर्थव्यवस्था मुख्यतः तेल और प्राकृतिक गैस निर्यात पर निर्भर है। फ़ारसी यहाँ की मुख्य भाषा है। ईरान में फारसी, अजरबैजान, कुर्द और लूर सबसे महत्वपूर्ण जातीय समूह हैं .

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खाड़ी युद्ध

कोई विवरण नहीं।

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इराक़

इराक़ पश्चिमी एशिया में स्थित एक जनतांत्रिक देश है जहाँ के लोग मुख्यतः मुस्लिम हैं। इसके दक्षिण में सउदी अरब और कुवैत, पश्चिम में जोर्डन और सीरिया, उत्तर में तुर्की और पूर्व में ईरान अवस्थित है। दक्षिण पश्चिम की दिशा में यह फ़ारस की खाड़ी से भी जुड़ा है। दजला नदी और फरात इसकी दो प्रमुख नदियाँ हैं जो इसके इतिहास को ५००० साल पीछे ले जाती हैं। इसके दोआबे में ही मेसोपोटामिया की सभ्यता का उदय हुआ था। इराक़ के इतिहास में असीरिया के पतन के बाद विदेशी शक्तियों का प्रभुत्व रहा है। ईसापूर्व छठी सदी के बाद से फ़ारसी शासन में रहने के बाद (सातवीं सदी तक) इसपर अरबों का प्रभुत्व बना। अरब शासन के समय यहाँ इस्लाम धर्म आया और बगदाद अब्बासी खिलाफत की राजधानी रहा। तेरहवीं सदी में मंगोल आक्रमण से बगदाद का पतन हो गया और उसके बाद की अराजकता के सालों बाद तुर्कों (उस्मानी साम्राज्य) का प्रभुत्व यहाँ पर बन गया २००३ से दिसम्बर २०११ तक अमेरिका के नेतृत्व में नैटो की सेना की यहाँ उपस्थिति बनी हुई थी जिसके बाद से यहाँ एक जनतांत्रिक सरकार का शासन है। राजधानी बगदाद के अलावा करबला, बसरा, किर्कुक तथा नजफ़ अन्य प्रमुख शहर हैं। यहाँ की मुख्य बोलचाल की भाषा अरबी और कुर्दी भाषा है और दोनों को सांवैधानिक दर्जा मिला है। .

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क़ुर्दिस्तान

विस्तृत अर्थ में कुर्दिस्तान से अभिप्राय उस प्रदेश से है जहाँ कुर्द लोग निवास करते हैं। कुर्द कट्टर सुन्नी मुसलमान, योद्धा, कुशल घुड़सवार, बंजारा जाति के लोग हैं। यह प्रदेश एनातोलिया के दक्षिणपूर्व पहाड़ों तथा जागरूस श्रेणी के उत्तरपश्चिम स्थित है और तुर्की, ईरान और इराक तीन देशों में बँटा है। कुर्द लोग गर्मी में पशुओं के साथ पहाड़ी चरागाहों पर चले जाते हैं। जाड़े में घाटियों में रहते है। इनके खेमे गारे, मिट्टी, ईटं और लकड़ी के बने होते हैं। इनका अतिथिसत्कार प्रसिद्ध है। सीमित अर्थ में कुर्दिस्तान ईरान के एक उस्तान (प्रांत) का नाम है जो उत्तर में अजरबैजान, दक्षिण में किरमान शाह, पूर्व में ईराक की सीमा और पश्चिम में गेरूस और हमदान के उस्तानों से घिरा है। इसका मुख्य नगर सिनंदाज (सिन्नेह) है। यहाँ का मुख्य उद्योग गलीचा, ऊन और नमदा है। यहाँ कुर्द आबादी रहती है और यह तुर्की तथा इराक की सीमा के करीब है। क़ुर्दिस्तान.

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कैथोलिक धर्म

"बिशप" नामक उच्च पद पर नियुक्त एक कैथोलिक पादरी स्पेन में चलती दो ननें कैथोलिक धर्म या रोमन कैथोलिक धर्म ईसाई धर्म की एक मुख्य शाखा है जिसके अनुयायी रोम के वैटिकन नगर में स्थित पोप को अपना धर्माध्यक्ष मानते हैं। ईसाई धर्म की दूसरी मुख्य शाखा प्रोटेस्टैंट कहलाती है और उसके अनुयायी पोप के धार्मिक नेतृत्व को नहीं स्वीकारते। कैथोलिकों और प्रोटेस्टैंटों की धार्मिक मान्यताओं में और भी बड़े अंतर हैं। .

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अरबील

अरबील जिसे स्थानीय रूप से हॉबलर कहा जाता है (कुर्द: ھەولێر Hewlrer; अरबी: आर्बेलिल, अरबील; सिरियाक: ܲܪܒܝܠ, अर्बेल), इराकी कुर्दिस्तान की राजधानी और उत्तरी इराक का सबसे बड़ा शहर है। यह बगदाद से लगभग 350 किलोमीटर (220 मील) उत्तर में स्थित है इसकी लगभग 850,000 अबादी है।.

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अश्शूर

अश्शूर प्राचीन मेसोपोटामिया में नव असीरियाई साम्राज्य की राजधानी थी। इस शहर के अवशेष इराक़ में दजला नदी के उपरी हिस्से में स्थित हैं। यह बीसवी सदी ईसापूर्व से लेकर सातवीं सदी ईसापूर्व तक अस्तित्व में था। इसके बाद फ़ारस के हख़ामनी वंश के शासकों के अधीन आ गया। यह शहर लगभग २६००-२५०० ईपू से १४०० ईसवी तक हराभरा व समृद्ध रहा। लेकिन जब तैमूरलंग ने अपने ही लोगों का नरसंहार शुरू करवा दिया तब से इस शहर का अस्तित्व खत्म होता रहा। अश्शूर इस शहर के प्रमुख देवता का भी नाम था। वह असीरिया में सबसे प्रमुख व शक्तिशाली देवता और असीरियाई साम्राज्य के संरक्षक माने जाते थे। वर्तमान में इस जगह को यूनेस्को विश्व धरोहर माना जाता है। २००३ में खाड़ी युद्ध शुरु होने के बाद इस जगह को खतरे में पडे विश्व धरोहरों में गिना जाने लगा। .

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