हम Google Play स्टोर पर Unionpedia ऐप को पुनर्स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं
निवर्तमानआने वाली
🌟हमने बेहतर नेविगेशन के लिए अपने डिज़ाइन को सरल बनाया!
Instagram Facebook X LinkedIn

इण्डिक कम्प्यूटिंग

सूची इण्डिक कम्प्यूटिंग

इण्डिक कम्प्यूटिंग का अर्थ है इण्डिक अर्थात भारतीय भाषाओं एवं लिपियों में कम्प्यूटिंग (संगणन)। इसमें शामिल है कम्प्यूटर एवं वॅब ऍप्लीकेशनों का स्थानीकरण, भारतीय भाषाओं लिपियों में डेटाबेस प्रबन्धन तथा सॉफ्टवेयर डेवलपमेण्ट यथा इनपुट मॅथड, ओसीआर, वर्तनी जाँचक, वाक से पाठ तथा पाठ से वाक आदि का विकास। आजकल अधिकतर भारतीय भाषायें कम्प्यूटर एवं इणटरनेट पर कार्य करने के लिये यूनिकोड का प्रयोग करती हैं। अधिकतर नये सॉफ्टवेयर एवं वेब सेवायें इण्डिक यूनिकोड का समर्थन करते हैं। यूनिकोड के नवीनतम संस्करण ५.० में अधिकतर भारतीय भाषाओं को कूटबद्ध किया जा चुका है। इण्डिक कम्प्यूटिंग सम्बंधी अनेक परियोजनायें चल रही हैं। इनमें राजकीय क्षेत्र की कम्पनियाँ, कुछ स्वयंसेवक समूह तथा कई लोग व्यक्तिगत रूप से योगदान दे रहे हैं। .

सामग्री की तालिका

  1. 36 संबंधों: चिट्ठा, टाइपराइटर, देवनागरी, नारद (ब्लॉग ऍग्रीगेटर), प्रचालन तन्त्र, बरह आइऍमई, भारत, माइक्रोसॉफ्ट विंडोज़, मैकिन्टौश, यूनिकोड, रोमन लिपि, लिनक्स, शब्द संसाधक, श्रुतलेखन सॉफ्टवेयर, स्थानीकरण (सॉफ्टवेयर), सॉफ्टवेयर, सॉफ्टवेयर डेवलपमेण्ट, सी-डैक, हिन्दी, हिन्दी कम्प्यूटरी, वर्तनी जाँचक, वाक् संश्लेषण, विंडोज़ 7, विंडोज़ ऍक्सपी, विंडोज़ विस्टा, विंडोज़ २०००, गूगल ट्राँसलिट्रेशन, ओसीआर, इण्डिक यूनिकोड, इण्डिक आइऍमई, इनपुट विधि, इन्स्क्रिप्ट, कंप्यूटर, क्विलपैड, अंतरजाल, अक्षरग्राम नेटवर्क

  2. प्राकृतिक भाषा और संगणन

चिट्ठा

चिट्ठा (अंग्रेज़ी:ब्लॉग), बहुवचन: चिट्ठे (अंग्रेज़ी:ब्लॉग्स) एक प्रकार के व्यक्तिगत जालपृष्ठ (वेबसाइट) होते हैं जिन्हें दैनन्दिनी (डायरी) की तरह लिखा जाता है।। चिट्ठाजगत संकलक हर चिट्ठे में कुछ लेख, फोटो और बाहरी कड़ियाँ होती हैं। इनके विषय सामान्य भी हो सकते हैं और विशेष भी। चिट्ठा लिखने वाले को चिट्ठाकार (ब्लॉगर) तथा इस कार्य को चिट्ठाकारी अथवा चिट्ठाकारिता (ब्लॉगिंग) कहा जाता है। कई चिट्ठे किसी खास विषय से संबंधित होते हैं, व उस विषय से जुड़े समाचार, जानकारी या विचार आदि उपलब्ध कराते हैं। एक चिट्ठे में उस विषय से जुड़े पाठ, चित्र/मीडिया व अन्य चिट्ठों के लिंक्स मिल सकते हैं। चिट्ठों में पाठकों को अपनी टीका-टिप्पणियां देने की क्षमता उन्हें एक संवादात्मक (इंटरैक्टिव) प्रारूप प्रदन प्रदान करती है।। हिन्दुस्तान लाइव। अधिकतर चिट्ठे मुख्य तौर पर पाठ रूप में होते हैं, हालांकि कुछ कलाओं (आर्ट ब्लॉग्स), छायाचित्रों (फोटोग्राफ़ी ब्लॉग्स), वीडियो, संगीत (एमपी३ ब्लॉग्स) एवं ऑडियो (पॉडकास्टिंग) पर केन्द्रित भी होते हैं। अंग्रेजी शब्द ब्लॉग वेब लॉग (web log) शब्द का सूक्ष्म रूप है, इसे एक आरम्भिक ब्लॉगर द्वारा मजाक में वी ब्लॉग (We blog) की तरह प्रयोग किया गया था, बाद में इसका केवल 'ब्लॉग' (blog) शब्द रह गया तथा बाद में यह शब्द इण्टरनेट पर प्रचलित हो गया। हिन्दी शब्द 'चिट्ठा' पहले हिन्दी चिट्ठाकार आलोक कुमार द्वारा प्रतिपादित किया गया था जो कि अब इण्टरनेट पर हिन्दी दुनिया में प्रचलित हो गया है। यह शब्द अब गूगल द्वारा भी अपने शब्दकोश में शामिल किया जा चुका है। हिन्दी का पहला चिट्ठा नौ दो ग्यारह माना जाता है जिसे आलोक कुमार ने पोस्ट किया था। ब्लॉग के लिये चिट्ठा शब्द भी उन्हीं ने प्रदिपादित किया था जो कि अब इण्टरनेट पर इसके लिये प्रचलित हो चुका है। चिट्ठा बनाने के कई तरीके होते हैं, जिनमें सबसे सरल तरीका है, किसी अंतर्जाल पर किसी चिट्ठा वेसाइट जैसे या या आदि जैसे स्थलों में से किसी एक पर खाता खोल कर लिखना शुरू करना। एक अन्य प्रकार की चिट्ठेकारी सूक्ष्म चिट्ठाकारी कहलाती है। इसमें अति लघु आकार के पोस्ट्स होते हैं। दिसंबर २००७ तक, चिट्ठा सर्च इंजिन टेक्नोरैटी द्वारा ११२,०००,००० चिट्ठे ट्रैक किये जा रहे थे। आज के संगणक जगत में चिट्ठा का भारी चलन चल पड़ा है। कई प्रसिद्ध मशहूर हस्तियों के चिट्ठा लोग बड़े चाव से पढ़ते हैं और उन पर अपने विचार भी भेजते हैं। चिट्ठों पर लोग अपने पसंद के विषयों पर लिखते हैं और कई चिट्ठे विश्व भर में मशहूर होते हैं जिनका हवाला कई नीति-निर्धारण मुद्दों में किया जाता है। चिट्ठा का आरंभ १९९२ में लांच की गई पहली जालस्थल के साथ ही हो गया था। आगे चलकर १९९० के दशक के अंतिम वर्षो में जाकर चिट्ठाकारी ने जोर पकड़ा। आरंभिक चिट्ठा संगणक जगत संबंधी मूलभूत जानकारी के थे। लेकिन बाद में कई विषयों के चिट्ठा सामने आने लगे। वर्तमान समय में लेखन का हल्का सा भी शौक रखने वाला व्यक्ति अपना एक चिट्ठा बना सकता है, चूंकि यह निःशुल्क होता है और अपना लिखा पूरे विश्व के सामने तक पहुंचा सकता है। चिट्ठों पर राजनीतिक विचार, उत्पादों के विज्ञापन, शोधपत्र और शिक्षा का आदान-प्रदान भी किया जाता है। कई लोग चिट्ठों पर अपनी शिकायतें भी दर्ज कर के दूसरों को भेजते हैं। इन शिकायतों में दबी-छुपी भाषा से लेकर बेहद कर्कश भाषा तक प्रयोग की जाती है। वर्ष २००४ में चिट्ठा शब्द को मेरियम-वेबस्टर में आधिकारिक तौर पर सम्मिलित किया गया था। कई लोग अब चिट्ठों के माध्यम से ही एक दूसरे से संपर्क में रहने लग गए हैं। इस प्रकार एक तरह से चिट्ठाकारी या चिट्ठाकारी अब विश्व के साथ-साथ निजी संपर्क में रहने का माध्यम भी बन गया है। कई कंपनियां आपके चिट्ठों की सेवाओं को अत्यंत सरल बनाने के लिए कई सुविधाएं देने लग गई हैं। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और चिट्ठा

टाइपराइटर

टाइपराइटर एक यन्त्र है जिसका प्रयोग कागज पर कोई पाठ टाइप करने के लिये किया जाता है। अंग्रेजी का मानक टाइपराइटर क्वर्टी लेआउट आधारित है। यद्यपि अंग्रेजी के लिये कई सारे लेआउट समय-समय पर बनाये गये जिनमें:en:DVORAK गति के लिहाज से सर्वश्रेष्ठ माना गया परन्तु समय के साथ क्वर्टी ही मानक बन गया। कम्प्यूटर के आविष्कार के पश्चात कीबोर्ड भी क्वर्टी लेआउट पर ही बने। 1930 के दशक में बाजार में हिन्दी टाइपराइटर आया था। हिन्दी टाइपराइटर का विकास अत्यंत जटिल कार्य था। कारण यह कि देवनागरी के अनेक चिह्न येन-केन प्रकारेण २६ कुंजियों पर ही व्यवस्थित करने थे। इसके अतिरिक्त टाइपराइटर मैकेनिकल होने के कारण कम्प्यूटर की तरह न तो मात्राओं को खुद ही जोड़ सकता था, न वर्ण-क्रम के अनुसार संयुक्ताक्षर बना सकता था, अतः सभी चिह्नों, मात्राओं, संयुक्ताक्षरों के लिये अलग से कुंजियाँ याद रखनी पड़ती थी। इस कारण टाइपराइटर का लेआउट अत्यंत जटिल हो गया। परन्तु उस समय हिन्दी टाइप करने का केवल यही एक साधन था। हिन्दी रेमिंगटन टाइपराइटर कम्प्यूटर पर यूनिकोड प्रणाली लागू से पहले उसके लिये नॉन-यूनिकोड फॉण्ट इसी लेआउट पर आधारित बनाये गये। परन्तु यूनिकोड के आने के बाद प्रचालन तन्त्र में स्क्रिप्ट प्रोसैसिंग इंजन के द्वारा मात्राओं तथा संयुक्ताक्षरों आदि को स्वचालित रूप से प्रकट करना संभव होने से सरल इनस्क्रिप्ट कीबोर्ड बनाया गया। इसमें मात्राओं तथा संयुक्ताक्षरों आदि को अलग से याद नहीं रखना पड़ता। अतः हिन्दी सहित अन्य भारतीय भाषाओं के लिये इसे ही मानक बनाया गया। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और टाइपराइटर

देवनागरी

'''देवनागरी''' में लिखी ऋग्वेद की पाण्डुलिपि देवनागरी एक लिपि है जिसमें अनेक भारतीय भाषाएँ तथा कई विदेशी भाषाएं लिखीं जाती हैं। यह बायें से दायें लिखी जाती है। इसकी पहचान एक क्षैतिज रेखा से है जिसे 'शिरिरेखा' कहते हैं। संस्कृत, पालि, हिन्दी, मराठी, कोंकणी, सिन्धी, कश्मीरी, डोगरी, नेपाली, नेपाल भाषा (तथा अन्य नेपाली उपभाषाएँ), तामाङ भाषा, गढ़वाली, बोडो, अंगिका, मगही, भोजपुरी, मैथिली, संथाली आदि भाषाएँ देवनागरी में लिखी जाती हैं। इसके अतिरिक्त कुछ स्थितियों में गुजराती, पंजाबी, बिष्णुपुरिया मणिपुरी, रोमानी और उर्दू भाषाएं भी देवनागरी में लिखी जाती हैं। देवनागरी विश्व में सर्वाधिक प्रयुक्त लिपियों में से एक है। मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया की एक ट्राम पर देवनागरी लिपि .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और देवनागरी

नारद (ब्लॉग ऍग्रीगेटर)

नारद एक पुराना एवं अपने समय का सर्वाधिक लोकप्रिय हिन्दी ब्लॉग ऍग्रीगेटर है। यह हिन्दी चिट्ठाजगत में प्रकाशित सभी प्रविष्टियों को एक ही जगह एकीकृत रूप में दिखाने का उपाय है जहाँ पाठक पंजीकृत ब्लॉग में चिट्ठाकारों द्वारा लिखे गये ताजा चिट्ठों की जानकारी व झलक पा सकते हैं। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और नारद (ब्लॉग ऍग्रीगेटर)

प्रचालन तन्त्र

प्रचालन तंत्र (अंग्रेज़ी:ऑपरेटिंग सिस्टम) साफ्टवेयर का समूह है जो कि आंकड़ों एवं निर्देश के संचरण को नियंत्रित करता है। यह हार्डवेयर एवं साफ्टवेयर के बीच सेतु का कार्य करता है और कंप्यूटर का सॉफ्टवेयर घटक होता है। इसी की सहायता से ही कंप्यूटर में स्थापित प्रोग्राम चलते हैं। ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर का मेरुदंड होता है, जो इसके सॉफ्टवेयर व हार्डवेयर को नियंत्रण में रखता है। यह अनधिकृत व्यक्ति को कंप्यूटर के गलत प्रयोग करने से रोकता है।। हिन्दुस्तान लाइव।। प्रमोद पंत।२५ अक्टूबर, २००९ वह इसमें भी विभेद कर सकता हैं कि कौन सा निवेदन पूरा करना है और कौन सा नहीं, इसके साथ ही इनकी वरीयता भी ध्यान रखी जाती है। इसकी मदद से एक से ज्यादा सीपीयू में भी प्रोगाम चलाए जा सकते हैं। इसके अलावा संगणक संचिका को पुनः नाम देना, डायरेक्टरी की विषय सूची बदलना, डायरेक्टरी बदलना आदि कार्य भी प्रचालन तंत्र के द्वारा किए जाते है। डॉस (DOS), यूनिक्स, विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम (३.१, ९५, ९८, २०००, एक्स पी, विस्ता, विंडोज ७) और लिनक्स आदि कुछ प्रमुख प्रचालन तंत्र हैं।। तकनीक.कॉम।२ जुलाई, २००८।। कमल विभिन्न प्रचालन तंत्रों में से कुछ हैं:लिनक्स, मैक ओएस एक्स, डॉस, आईबीएम ओएस/2 (IBM OS/2), यूनिक्स, विन्डोज सीई, विन्डोज 3.x, विन्डोज ९५, विन्डोज ९८, विन्डोज मिलेनियम, विन्डोज़ एनटी, विन्डोज २०००, विन्डोज़ एक्स पी, विन्डोज़ विस्टा, विन्डोज़ 7। उबंटु प्रचालन तंत्र कंप्यूटर से जुड़े कई मौलिक कार्यों को संभालता है, जैसे की-बोर्ड से इनपुट लेना, डिस्प्ले स्क्रीन को आउटपुट भेजना, डाइरेक्टरी और संगणक संचिका को डिस्क में ट्रेक करना, इत्यादि। बड़े कंप्यूटरों में इसका काम और अधिक होता है। वह इनमें लगातार यह जांच करता है कि एक ही समय पर कंप्यूटर में चलने वाले प्रोगामों, फाइलों और एक ही समय पर खुलने वाली साइटों में दोहराव न हो। आरंभिक दौर में यह मेनफ्रेम कंप्यूटरों पर बड़े कामों के लिए ही हुआ करता था। बाद में धीरे-धीरे माइक्रोकम्प्यूटर्स में भी मिलने लगा, लेकिन उस समय इसमें एक समय पर केवल एक ही प्रोगाम रन करा सकते थे। मेनफ्रेम कंप्यूटर में १९६० में पहली बार बहुकार्यिक (मल्टीटास्किंग) सिस्टम आया था। इससे एक समय में एक से ज्यादा उपयोक्ता काम कर सकते थे। १९७० लिनक्स ने पहली बार पीडीपी-७ में प्रचालन तंत्र निकाला, जो मुख्यतया मल्टीटास्किंग, स्मृति प्रबंधन (मेमोरी मैनेजमेंट), स्मृति संरक्षण (मेमोरी प्रोटेक्शन) जैसे कार्य करता था। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और प्रचालन तन्त्र

बरह आइऍमई

बरह आइऍमई बरह नामक भारतीय भाषी टाइपिंग सॉफ्टवेयर वालों का एक टाइपिंग औजार है। यह एक वर्चुअल कीबोर्ड है जो कि बिना कॉपी-पेस्ट के झंझट के विंडोज़ में किसी भी ऍप्लीकेशन में सीधे हिन्दी में लिखने की सुविधा प्रदान करता है। पुराने संस्करणों में यह बरह के साथ ही बरह डायरॅक्ट नामक यूटिलिटी के नाम से आता था, बाद में इसकी लोकप्रियता को देखते हुए इसे एक अलग औजार के तौर पर उपलब्ध करवाया जाने लगा। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और बरह आइऍमई

भारत

भारत (आधिकारिक नाम: भारत गणराज्य, Republic of India) दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है। पूर्ण रूप से उत्तरी गोलार्ध में स्थित भारत, भौगोलिक दृष्टि से विश्व में सातवाँ सबसे बड़ा और जनसंख्या के दृष्टिकोण से दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत के पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर-पूर्व में चीन, नेपाल और भूटान, पूर्व में बांग्लादेश और म्यान्मार स्थित हैं। हिन्द महासागर में इसके दक्षिण पश्चिम में मालदीव, दक्षिण में श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व में इंडोनेशिया से भारत की सामुद्रिक सीमा लगती है। इसके उत्तर की भौतिक सीमा हिमालय पर्वत से और दक्षिण में हिन्द महासागर से लगी हुई है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी है तथा पश्चिम में अरब सागर हैं। प्राचीन सिन्धु घाटी सभ्यता, व्यापार मार्गों और बड़े-बड़े साम्राज्यों का विकास-स्थान रहे भारतीय उपमहाद्वीप को इसके सांस्कृतिक और आर्थिक सफलता के लंबे इतिहास के लिये जाना जाता रहा है। चार प्रमुख संप्रदायों: हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख धर्मों का यहां उदय हुआ, पारसी, यहूदी, ईसाई, और मुस्लिम धर्म प्रथम सहस्राब्दी में यहां पहुचे और यहां की विविध संस्कृति को नया रूप दिया। क्रमिक विजयों के परिणामस्वरूप ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कंपनी ने १८वीं और १९वीं सदी में भारत के ज़्यादतर हिस्सों को अपने राज्य में मिला लिया। १८५७ के विफल विद्रोह के बाद भारत के प्रशासन का भार ब्रिटिश सरकार ने अपने ऊपर ले लिया। ब्रिटिश भारत के रूप में ब्रिटिश साम्राज्य के प्रमुख अंग भारत ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में एक लम्बे और मुख्य रूप से अहिंसक स्वतन्त्रता संग्राम के बाद १५ अगस्त १९४७ को आज़ादी पाई। १९५० में लागू हुए नये संविधान में इसे सार्वजनिक वयस्क मताधिकार के आधार पर स्थापित संवैधानिक लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित कर दिया गया और युनाईटेड किंगडम की तर्ज़ पर वेस्टमिंस्टर शैली की संसदीय सरकार स्थापित की गयी। एक संघीय राष्ट्र, भारत को २९ राज्यों और ७ संघ शासित प्रदेशों में गठित किया गया है। लम्बे समय तक समाजवादी आर्थिक नीतियों का पालन करने के बाद 1991 के पश्चात् भारत ने उदारीकरण और वैश्वीकरण की नयी नीतियों के आधार पर सार्थक आर्थिक और सामाजिक प्रगति की है। ३३ लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ भारत भौगोलिक क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा राष्ट्र है। वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था क्रय शक्ति समता के आधार पर विश्व की तीसरी और मानक मूल्यों के आधार पर विश्व की दसवीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था है। १९९१ के बाज़ार-आधारित सुधारों के बाद भारत विश्व की सबसे तेज़ विकसित होती बड़ी अर्थ-व्यवस्थाओं में से एक हो गया है और इसे एक नव-औद्योगिकृत राष्ट्र माना जाता है। परंतु भारत के सामने अभी भी गरीबी, भ्रष्टाचार, कुपोषण, अपर्याप्त सार्वजनिक स्वास्थ्य-सेवा और आतंकवाद की चुनौतियां हैं। आज भारत एक विविध, बहुभाषी, और बहु-जातीय समाज है और भारतीय सेना एक क्षेत्रीय शक्ति है। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और भारत

माइक्रोसॉफ्ट विंडोज़

माइक्रोसॉफ़्ट विंडोज़, माइक्रोसॉफ़्ट द्वारा निर्मित सॉफ्टवेयर प्रचालन तन्त्र (सॉफ्टवेयर ऑपरेटिंग सिस्टम) और ग्राफिकल यूजर इण्टरफेस की एक श्रृंखला है। माइक्रोसॉफ्ट विंडोज़ ने ग्राफिकल यूजर इंटरफेस में बढ़ती रुचि (GUIs) को देखते हुए नवंबर 1985 में एमएस-DOS में जोड़ने के लिए एक ऑपरेटिंग पर्यावरण पेश किया था। माइक्रोसॉफ्ट विंडोज़, आते ही दुनिया के निजी कंप्यूटर बाजार पर हावी हो गया और इसने इससे पहले बाजार मे आये मैक-ओएस को बहुत पीछे छोड़ दिया। 2004 के IDC दिशा सम्मेलन में, यह बात सामने आयी कि ग्राहक ऑपरेटिंग सिस्टम बाजार का लगभग 90% विंडोज़ के पास था। विंडोज़ का सबसे हाल के ग्राहक संस्करण विंडोज़ १० है और सबसे हाल का सर्वर संस्करण विंडोज़ सर्वर 2016 है।बिल गेट्स ने विंडोज़ के विकास मे एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और अब वह माइक्रोसॉफ्ट के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। विंडोज़ का शाब्दिक अर्थ होता है खिड़कियाँ। विंडोज़ एक ऑपरेटिंग सिस्टम है। विंडोज़ का उपयोग लगभग सभी व्यक्तिगत कम्प्यूटरों में होता है। इसका विकास माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन ने किया है। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और माइक्रोसॉफ्ट विंडोज़

मैकिन्टौश

मॅकिन्तोश (Macintosh) या मॅक (Mac) व्यक्तिगत कम्प्यूटरों (पीसी: पर्सनल कंप्यूटर) की एक श्रेणी का नाम है जिसमें एप्पल इन्कार्पोरेशन नामक कम्पनी द्वारा कई तरह के पीसी का डिजाइन, विकास और विपणन किया गया। मॅकिन्तोश 24 जनवरी सन 1984 को सबसे पहले बाजार में उतारा गया था। मकिन्तोश ही व्यापारिक रूप से सफल पहला पीसी था जिसमें 'कमाण्ड लाइन इण्टरफेस' के बजाय मूस (माउस) और ग्राफिकल यूजर इण्टरफेस उपलब्ध कराया गया था। उन्नीस सौ अस्सी के उत्तरार्ध में कम्पनी ने बाजार बनाया किन्तु नब्बे के दशक में इसमें क्रमश: कमी आ गयी क्योंकि पीसी-बाजार का रूख आईबीएम संगत (कम्पेटिबल) पीसी की तरफ चल पड़ा जो एमएस-डॉस या माइक्रोसॉफ्ट विण्डोज़ पर चलते थे। बाद में सन 1998 में आईमॅक (iMac) लाकर एप्पल ने अपना बाजार फिर बढ़ाया। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और मैकिन्टौश

यूनिकोड

यूनिकोड का प्रतीक-चिह्न यूनिकोड (Unicode), प्रत्येक अक्षर के लिए एक विशेष संख्या प्रदान करता है, चाहे कोई भी कम्प्यूटर प्लेटफॉर्म, प्रोग्राम अथवा कोई भी भाषा हो। यूनिकोड स्टैंडर्ड को एपल, एच.पी., आई.बी.एम., जस्ट सिस्टम, माइक्रोसॉफ्ट, ऑरेकल, सैप, सन, साईबेस, यूनिसिस जैसी उद्योग की प्रमुख कम्पनियों और कई अन्य ने अपनाया है। यूनिकोड की आवश्यकता आधुनिक मानदंडों, जैसे एक्स.एम.एल, जावा, एकमा स्क्रिप्ट (जावास्क्रिप्ट), एल.डी.ए.पी., कोर्बा 3.0, डब्ल्यू.एम.एल के लिए होती है और यह आई.एस.ओ/आई.ई.सी.

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और यूनिकोड

रोमन लिपि

रोमन लिपि लिखावट का वो तरीका है जिसमें अंग्रेज़ी सहित पश्चिमी और मध्य यूरोप की सारी भाषाएँ लिखी जाती हैं, जैसे जर्मन, फ़्रांसिसी, स्पैनिश, पुर्तगाली, इतालवी, डच, नॉर्वेजियन, स्वीडिश, रोमानियाई, इत्यादि। ये बायें से दायें लिखी और पढ़ी जाती है। अंग्रेज़ी के अलावा लगभग सारी यूरोपीय भाषाएँ रोमन लिपि के कुछ अक्षरों पर अतिरिक्त चिन्ह भी प्रयुक्त करते हैं। रोमन लिपि के कुछ अक्शर। रोमन लिपि के कुछ अक्शर .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और रोमन लिपि

लिनक्स

लिनक्स यूनिक्स जैसा एक ऑपरेटिंग सिस्टम है। यह ओपेन सोर्स सॉफ्टवेयर अथवा मुक्त स्रोत सॉफ्टवेयर का सबसे कामयाब तथा सबसे लोकप्रिय सॉफ्टवेयर है। यह जीपीएल v 2 लाइसेंस के अन्तर्गत सर्व साधारण के उपयोग हेतु उपलब्ध है और इसका कुछ भाग यूनिक्स से प्रेरित है।मूलतः यह मिनिक्स का विकास कर बनाया गया है। यूनिक्स का विकास, 1960 के दशक में ऐ.टी.&टी.

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और लिनक्स

शब्द संसाधक

शब्द संसाधक अथवा वर्ड प्रोसैसर ऐसे सॉफ्टवेयर को कहा जाता है जिसमें पाठ का सम्पादन एवं प्रसंस्करण किया जा सके। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और शब्द संसाधक

श्रुतलेखन सॉफ्टवेयर

श्रुतलेखन सॉफ्टवेयर एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जो कि श्रुतलेखन द्वारा वाक को पाठ में बदलता है अर्थात कम्प्यूटर पर माइक में बोले गई ध्वनि को टैक्स्ट रूप में बदलता है। इसे स्पीट टू टैक्स्ट सॉफ्टवेयर भी कहते हैं। यह स्पीच रिकॉग्नीशन तकनीक पर कार्य करता है। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और श्रुतलेखन सॉफ्टवेयर

स्थानीकरण (सॉफ्टवेयर)

इतालवी भाषा में स्थानीकृत ''उबन्तू'' का स्क्रीनशॉट किसी सॉफ्टवेयर उत्पाद को किसी भौगोलिक क्षेत्र (जैसे देश, राज्य, भाषा) की भाषायी, सांस्कृतिक एवं तकनीकी आवश्यकताओं के अनुरूप परिवर्तित करने या ढ़ालने को उस सॉफ्टवेयर का स्थानीकरण (localization) कहते हैं। ऐसे बहुत से लोकप्रिय सॉफ्टवेयर हैं जो दुनिया की अनेक भाषाओं में 'प्रयोक्ता इन्टरफेस', 'सहायता' एवं अन्य सुविधाएँ प्रदान करते हैं। उदाहरण के लिये लिनक्स एवं फायरफाक्स का हिन्दी सहित अनेकानेक भाषाओं में स्थानीकरन हो चुका है। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और स्थानीकरण (सॉफ्टवेयर)

सॉफ्टवेयर

कंप्यूटर विज्ञान में एक सॉफ्टवेयर सार्थक क्रमादेशों और ज़रूरी सूचनाओं का एक ऐसा तंत्र है जो कंप्यूटर के यन्त्रांश और दूसरे सॉफ्टवेयरों को आदेश देकर क्रमादेशक का मनचाहा काम करता है। व्यावहारिक तौर पर अगर कंप्यूटर को परिभाषित किया जाये तो हम हार्डवेयर को मनुष्य का शरीर और सॉफ्टवेर को उसकी आत्मा कह सकते हैं। हार्डवेयर कंप्यूटर के हिस्सों को कहते हैं, जिन्हें हम अपनी आँखों से देख सकते हैं, छू सकते हैं अथवा औजारों से उनपर कार्य कर सकते हैं। यह वास्तविक पदार्थ है। इसके विपरीत सॉफ्टवेयर कोई पदार्थ नहीं है। ये वे सूचनाएं, आदेश अथवा तरीके हैं जिनके आधार पर कंप्यूटर का हार्डवेयर कार्य करता है। कंप्यूटर हार्डवेयर सॉफ्टवेयर से परिचित होते हैं अथवा सॉफ्टवेयर कंप्यूटर के हार्डवेयर से परिचित एवं उनपर आधारित होते हैं। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और सॉफ्टवेयर

सॉफ्टवेयर डेवलपमेण्ट

सॉफ्टवेयर डेवलपमेण्ट कम्प्यूटर तथा अन्य कम्प्यटिंग उपकरणों यथा पॉकेट पीसी, मोबाइल फोन के लिये ऍप्लीकेशन सॉफ्टवेयर विकसित करने की प्रक्रिया को कहते हैं। इसका निर्माण सॉफ्टवेयर डेवलपर करते है। श्रेणी:सॉफ्टवेयर श्रेणी:सॉफ्टवेयर अभियान्त्रिकी *.

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और सॉफ्टवेयर डेवलपमेण्ट

सी-डैक

प्रगत संगणन विकास केन्द्र (Centre for Development of Advanced Computing अथवा सी-डैक) भारत की एक अर्धसरकारी सॉफ्टवेयर कम्पनी है। सी-डैक का शुरुआत में मुख्य उद्देश्य स्वदेशी महासंगणक बनाना था। वर्तमान में यह सॉफ्टवेयर एवं इलैक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में एक नामी कम्पनी है। हिन्दीजगत में यह मुख्य रूप से भाषाई कम्प्यूटिंग सम्बंधी विकास कार्यों के लिये जानी जाती है। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और सी-डैक

हिन्दी

हिन्दी या भारतीय विश्व की एक प्रमुख भाषा है एवं भारत की राजभाषा है। केंद्रीय स्तर पर दूसरी आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है। यह हिन्दुस्तानी भाषा की एक मानकीकृत रूप है जिसमें संस्कृत के तत्सम तथा तद्भव शब्द का प्रयोग अधिक हैं और अरबी-फ़ारसी शब्द कम हैं। हिन्दी संवैधानिक रूप से भारत की प्रथम राजभाषा और भारत की सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है। हालांकि, हिन्दी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं है क्योंकि भारत का संविधान में कोई भी भाषा को ऐसा दर्जा नहीं दिया गया था। चीनी के बाद यह विश्व में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा भी है। विश्व आर्थिक मंच की गणना के अनुसार यह विश्व की दस शक्तिशाली भाषाओं में से एक है। हिन्दी और इसकी बोलियाँ सम्पूर्ण भारत के विविध राज्यों में बोली जाती हैं। भारत और अन्य देशों में भी लोग हिन्दी बोलते, पढ़ते और लिखते हैं। फ़िजी, मॉरिशस, गयाना, सूरीनाम की और नेपाल की जनता भी हिन्दी बोलती है।http://www.ethnologue.com/language/hin 2001 की भारतीय जनगणना में भारत में ४२ करोड़ २० लाख लोगों ने हिन्दी को अपनी मूल भाषा बताया। भारत के बाहर, हिन्दी बोलने वाले संयुक्त राज्य अमेरिका में 648,983; मॉरीशस में ६,८५,१७०; दक्षिण अफ्रीका में ८,९०,२९२; यमन में २,३२,७६०; युगांडा में १,४७,०००; सिंगापुर में ५,०००; नेपाल में ८ लाख; जर्मनी में ३०,००० हैं। न्यूजीलैंड में हिन्दी चौथी सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है। इसके अलावा भारत, पाकिस्तान और अन्य देशों में १४ करोड़ १० लाख लोगों द्वारा बोली जाने वाली उर्दू, मौखिक रूप से हिन्दी के काफी सामान है। लोगों का एक विशाल बहुमत हिन्दी और उर्दू दोनों को ही समझता है। भारत में हिन्दी, विभिन्न भारतीय राज्यों की १४ आधिकारिक भाषाओं और क्षेत्र की बोलियों का उपयोग करने वाले लगभग १ अरब लोगों में से अधिकांश की दूसरी भाषा है। हिंदी हिंदी बेल्ट का लिंगुआ फ़्रैंका है, और कुछ हद तक पूरे भारत (आमतौर पर एक सरल या पिज्जाइज्ड किस्म जैसे बाजार हिंदुस्तान या हाफ्लोंग हिंदी में)। भाषा विकास क्षेत्र से जुड़े वैज्ञानिकों की भविष्यवाणी हिन्दी प्रेमियों के लिए बड़ी सन्तोषजनक है कि आने वाले समय में विश्वस्तर पर अन्तर्राष्ट्रीय महत्त्व की जो चन्द भाषाएँ होंगी उनमें हिन्दी भी प्रमुख होगी। 'देशी', 'भाखा' (भाषा), 'देशना वचन' (विद्यापति), 'हिन्दवी', 'दक्खिनी', 'रेखता', 'आर्यभाषा' (स्वामी दयानन्द सरस्वती), 'हिन्दुस्तानी', 'खड़ी बोली', 'भारती' आदि हिन्दी के अन्य नाम हैं जो विभिन्न ऐतिहासिक कालखण्डों में एवं विभिन्न सन्दर्भों में प्रयुक्त हुए हैं। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और हिन्दी

हिन्दी कम्प्यूटरी

हिन्दी कम्प्यूटरी (हिन्दी कम्प्यूटिंग), भाषा कम्प्यूटरी का एक प्रभाग है जो हिन्दी भाषा से सम्बन्धित सकल कार्यों को संगणक, मोबाइल या अन्य डिजिटल युक्तियों पर कर पाने से सम्बन्धित है। यह मुख्यत: उन साफ्टवेयर उपकरणों एवं तकनीकों से सम्बन्ध रखता है जो संगणक पर हिन्दी के विविध प्रकार से प्रयोग में सुविधा प्रदान करते हैं। यद्यपि यह शब्द भाषिक रूप से सही नहीं था, सही शब्द देवनागरी कम्पयूटरी/कम्प्यूटिंग हो सकता था, परन्तु बाद में उपरोक्त विषय के लिए यही शब्द प्रचलित हो गया। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और हिन्दी कम्प्यूटरी

वर्तनी जाँचक

वर्तनी जाँचक या शब्द शोधक ऐसा कम्प्यूटर प्रोग्राम है, जो स्वयं या किसी अन्य प्रोग्राम से जुड़कर किसी भाषा में लिखे पाठ या शब्दों की वर्तनी (अक्षर और मात्रा) की जाँच करता है और जो शब्द गलत हों उनके लिये शुद्ध वर्तनी वाले वैकल्पिक शब्द प्रस्तुत करता है। आजकल लगभग सभी प्रमुख भाषाओं के लिये ऐसे अनेकों प्रोग्राम उपलब्ध हो गये हैं। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और वर्तनी जाँचक

वाक् संश्लेषण

कृत्रिम रूप से मानव की वाणी उत्पन्न करने को वाक् संश्लेषण (Speech synthesis) कहते हैं। यह कार्य क्म्प्यूटर प्रोग्रामों की सहायता से किया जाता है। प्रश्न संख्या 1►किस पर्वतीय दर्रे सेहोकर भारतीय तीर्थयात्री मानसरोवर झील तथा कैलाश पर्वतीय घाटी के दर्शन हेतु जाते हैं?  उत्तर ►लिपुलेख दर्रा प्रश्न संख्या (2 ►तिब्बत में मानसरोवर झील के पास किस नदी का उद्गम स्रोत स्थित है?) ( उत्तर ► सिन्धु, सतलुज, ब्रह्मपुत्र.) प्रश्न संख्या (3 ►कुल अक्षांशों की संख्या कितनी है?  ) (उत्तर ► 180) प्रश्न संख्या (4 ►विश्व का सबसे बड़ा नदी द्वीप ‘माजुली’ का निर्माण करने वाली नदी हैं?)  (उत्तर ► ब्रह्मपुत्र) प्रश्न संख्या(5 ►पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव एवं दक्षिणी ध्रुव को मिलाने वाली रेखा क्या कहलाती है?)  (उत्तर ► देशांतर रेखा) (उत्तर ► पृथ्वी की बाह्य पपड़ी) प्रश्न संख्या (7 ► ख़ैबर दर्रे से कौन से दो देश जुड़े हैं?)  (उत्तर►अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान) प्रश्न संख्या(8 ► वर्ष 2006 के लगभग मध्य में निम्नलिखित हिमालय दर्रों में से कौन-सा एक भारत और चीन के बीच व्यापार बढ़ाने के लिए पुनः खोला गया? ) (उत्तर ►नाथुला) प्रश्न संख्या (9 ►निम्नलिखित में से कौन-सी नदी दक्षिण से उत्तर की ओर प्रवाहित होती है?) ( उत्तर ► बेतवा) प्रश्न संख्या(10 ►निम्नलिखित में से किस नदी को ‘उड़ीसा का शोक’ कहा जाता है?)  (उत्तर ►महानदी) प्रश्न संख्या(11 ►पृथ्वी के किस भाग में निकल और लोहे की प्रधानता है?)  (उत्तर ►निफे) प्रश्न संख्या (12 ►निम्नलिखित में से कौन-सी नदी एश्चुअरी डेल्टा नहीं बनाती है?)  (उत्तर ►महानदी) प्रश्न संख्या (13 ►बोस्निया का सबसे प्रमुख पर्वत कौन-सा है?)  (उत्तर ►डिनैरिक आल्प्स) प्रश्न संख्या (14 ►कोला प्रायद्वीप निम्न में से किस देश में स्थित है?)  (उत्तर ►रूस) प्रश्न संख्या (15 ►छोटानागपुर पठारी प्रदेश का सबसे प्रमुख नगर कौन-सा है?) ( उत्तर ►रांची) प्रश्न संख्या (16 ►कोचीन का जुड़वाँ नगर कौन-सा है? ) (उत्तर ► एर्नाकुलम) प्रश्न संख्या (17 ►विश्व का एकमात्र हिन्दू राष्ट्र निम्न में से कौन सा है?)  (उत्तर ►नेपाल) प्रश्न संख्या (18 ►पृथ्वी की अनुमानित आयु निम्न में से कितने वर्ष है? ) (उत्तर ► 400 करोड़ वर्ष) प्रश्न संख्या(19 ►सन 1902 में भारत की सबसे पहली जलविद्युत परियोजना निम्न में से कहाँ स्थापित की गयी थी?)  (उत्तर ► शिवसमुद्रम) प्रश्न संख्या(20 ►भारत में सर्वप्रथम कोयला उत्खनन निम्न में से किस स्थान पर प्रारम्भ किया गया? ) (उत्तर ►रानीगंज) प्रश्न संख्या(21 ►निम्न में से किसकी वृद्धि (प्रतिशत में) देश में सबसे तीव्र गति से हो रही है? ) (उत्तर ► महिला साक्षरता) प्रश्न संख्या (22 ►निम्न में से कौन महाराष्ट्र में स्थित नहीं है? ) (उत्तर ►अमरनाथ की गुफ़ाएं) प्रश्न संख्या (23 ►निम्न में से किस क्षेत्र में विश्व का सर्वाधिक पशुओं का माँस उत्पादित किया जाता है?)  (उत्तर ► पम्पास क्षेत्र (अर्जेण्टीना) प्रश्न संख्या(24 ►निम्न में से कौन-सी स्थलाकृति ज्वालामुखी क्रिया से सम्बन्धित नहीं है? ) (उत्तर ► गेसर) प्रश्न संख्या(25 ►निम्न में से कौन पृथ्वी का एक स्थायी खण्ड नहीं हैं?( (उत्तर ► हिमालय पर्वत) प्रश्न संख्या (26 ►निम्न में से कौन अधात्विक खनिज है?)  (उत्तर ►जिप्सम) प्रश्न संख्या(27 ►यदि पृथ्वी एवं अंतरिक्ष के बीच से वायुमण्डल को हटा हुआ माना जाय तो आसमान का रंग कैसा होगा? ) (उत्तर ► काला) प्रश्न संख्या (28 ►निम्न में से कौन सी नदी ‘पक्षिपाद डेल्टा’ का निर्माण करती है? ) (उत्तर ► मिसीसिपी) प्रश्न संख्या(29 ►निम्न में से कौन सुमेलित नहीं है? ) (उत्तर ► आयरन- ऐंथ्रेसाइट) प्रश्न संख्या(30 ►सॅरीकल्चर निम्न में से किसके उत्पादन से सम्बन्धित है?)  (उत्तर ► रेशम) प्रश्न संख्या (31 ►निम्नलिखित में से किस राज्य में सबरीमाला स्थित है?)  (उत्तर ► केरल) प्रश्न संख्या(32 ►भारत में सबसे पुरानी पर्वत श्रृंखला कौन सी है?)  (उत्तर ►अरावली पर्वतमाला) प्रश्न संख्या(33 ►ओंकारेश्वर जल-विद्युत संयंत्र से ऊर्जा उत्पन्न होती है? ) (उत्तर ► 520 मेगावाट) प्रश्न संख्या (34 ►तुलबुल परियोजना निम्नलिखित नदी से सम्बन्धित है?) ( उत्तर ► झेलम) प्रश्न संख्या(35 ►सरदार सरोवर परियोजना किस नदी पर चल रही है?)  (उत्तर ►नर्मदा) .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और वाक् संश्लेषण

विंडोज़ 7

Windows 7 (विंडोज़ 7) माइक्रोसॉफ्ट विंडोज़ परिवार का एक संचालन प्रणाली है। यह कंप्यूटर सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट द्वारा 23 अक्टूबर 2009 को जारी किया गया नया ऑपरेटिंग सिस्टम है। इसे अपने पिछले संचालन प्रणाली ‘विस्टा’ से ज्यादा यूज़र फ्रेंडली बनाने के लिए माइक्रोसॉफ्ट ने कई सुधार किए हैं। विंडोज़ 7 तैयार करने में इतिहास के सबसे बड़े परीक्षण कार्यक्रम का सहारा लिया गया है। माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि उसके इतिहास का यह सबसे सरल और बेहतरीन ऑपरेटिंग सिस्टम है। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और विंडोज़ 7

विंडोज़ ऍक्सपी

विंडोज़ ऍक्सपी माइक्रोसॉफ़्ट-रचित प्रचालन तंत्रों की श्रेणी है। इसका प्रयोग व्यक्तिगत संगणकों पर किया जाता है। यह विंडोज़ ऍनटी बीज पर आधारित पहला सरल प्रचालन तंत्र है। यह सबसे पहले 24 अक्टूबर 2001 को प्रकाशित किया गया। जनवरी 2006 तक इसकी 40 करोड़ से ज्यादा प्रतिलिपियाँ संसार-भर में प्रयोग की जा रहीं थीं। माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज़ एक्स पी के मुख्य अवतरण बाजार में उतारे है !.

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और विंडोज़ ऍक्सपी

विंडोज़ विस्टा

विंडोज़ विस्टा माइक्रोसॉफ्ट के ऑपरेटिंग सिस्टम की श्रृंखला की सबसे नई कड़ी है और संभवतः विंडोज़ ९५ के पश्चात सबसे क्रांतिकारी भी। हालाँकि विस्टा ऑपरेटिंग सिस्टम को अधिक लोकप्रियता उसके त्रिआयामी ग्राफिक्स स्वरूप और विभिन्न डेस्कटॉप ऍनीमेशन की वजह से मिली है लेकिन वास्तव में यह माइक्रोसॉफ्ट की ओर से जारी किया गया अब तक का सबसे सुरक्षित ऑपरेटिंग सिस्टम भी माना जा रहा है। संचार और नेटवर्किंग के लिहाज से भी यह अपने से पिछले आपरेटिंग सिस्टम की तुलना में ज्यादा क्षमतावान है। विस्टा के लिए हिंदी समर्थन भी पूरी तरह उपलब्ध है और हिंदी लैंग्वेज इंटरफेस पैक (LIP) के माध्यम से विंडोज़ विस्टा को पूरी तरह हिंदी के रंग में रंगा जा सकता है। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और विंडोज़ विस्टा

विंडोज़ २०००

विंडोज़ २००० माइक्रोसोफ्ट का २१वी सदी का सबसे पहला संस्करण है। यह संस्करण के बाज़ार में आने से कंप्यूटर की दुनिया में क्रांति आ गई। विंडोज़ २००० का चिन्ह श्रेणी:माइक्रोसॉफ़्ट सॉफ़्टवेयर श्रेणी:विण्डोज़.

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और विंडोज़ २०००

गूगल ट्राँसलिट्रेशन

गूगल ट्राँसलिट्रेशन (पूर्व में गूगल इण्डिक ट्राँसलिट्रेशन) हिन्दी एवं अन्य भारतीय भाषाओं हेतु गूगल की एक टाइपिंग सेवा है। यह टूल सबसे पहले गूगल की ब्लॉगिंग सेवा में लगाया गया था। बाद में यह एक अलग के रूप में अस्तित्व में आया। बाद में इसकी लोकप्रियता को देखते हुए इसे जीमेल तथा ऑर्कुट में भी समाहित कर दिया गया। दिसम्बर २००९ में गूगल ने इस टूल का ऑफलाइन संस्करण गूगल आइऍमई जारी किया। गूगल का यह टूल शब्दकोश आधारित है। यह प्रचलित हिन्दी टाइपिंग औजारों (जो कि एक निश्चित स्कीम के अन्तर्गत लिप्यंतरण करके टाइप करते हैं) के विपरीत एक अन्तर्निमित शब्दकोश से मिलाकर लिप्यन्तरित करके टाइप करता है। इस कारण से प्रयोक्ता को लिप्यन्तरण स्कीम को याद नहीं रखना पड़ता। इस कारण से यह पहली बार एवं शुरुआती हिन्दी टाइप करने वालों (जो कि रोमनागरी के अभ्यस्त होते हैं) के लिये काफी सुविधाजनक रहता है। इस टूल का नाम जरा भ्रामक है। इण्डिक लिप्यन्तरण की बजाये इसका नाम इण्डिक टाइपिंग टूल जैसा कुछ होना चाहिये था। विभिन्न भारतीय लिपियों के मध्य लिप्यन्तरण के लिये गूगल लिपि परिवर्तक नामक औजार अलग से था। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और गूगल ट्राँसलिट्रेशन

ओसीआर

छपी हुई सामग्री को टेक्स्ट में बदलने की पूरी प्रक्रिया का ब्लॉक-आरेख हस्तलिखित, टाइप किये हुए या प्रिन्ट किये हुए पाठ (टेक्स्ट) की छबि का कम्प्यूटर द्वारा पढ़े जाने योग्य टेक्स्ट रूप में परिवर्तन ओसीआर (प्रकाश द्वारा वर्णों की पहचान/Optical charecter recognition) कहलाती है। आजकल यह छबि-प्रसंस्करण पर आधारित कम्प्यूटर प्रोग्रामों द्वारा आसानी से सम्भव हो गया है किन्तु इसे यांत्रिक तरीकों से भी करना सम्भव है। वस्तुत: यह पैटर्न की पहचान, कृत्रिम बुद्धि और मशीनी-दृष्टि (machine vision) के क्षेत्र में अनुसंधान का एक क्षेत्र है। पहले ओसीआर प्रोग्रामों को प्रशिक्षित करना पड़ता था किन्तु अब बहुत से 'बुद्धिमान' प्रोग्राम भी बना दिये गये हैं जो अधिकांश फांटों को बहुत अधिक शुद्धता के साथ पहचान लेते हैं। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और ओसीआर

इण्डिक यूनिकोड

इण्डिक यूनिकोड यूनिकोड के भारतीय लिपियों से सम्बंधित सॅक्शन को कहा जाता है। यूनिकोड के नवीनतम संस्करण ५.२ में विविध भारतीय लिपियों को मानकीकृत किया गया है जिनमें देवनागरी भी शामिल है। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और इण्डिक यूनिकोड

इण्डिक आइऍमई

इण्डिक आइऍमई(नया नाम: इण्डिक इनपुट १ तथा २) माइक्रोसॉफ्ट द्वारा वेबदुनिया के सहयोग से विकसित एक आइऍमई है। यह हिन्दी समेत विभिन्न भारतीय भाषाओं के लिये उपलब्ध है। यह एक ऐसा प्रोग्राम है जो कम्प्यूटर पर देवनागरी आदि भारतीय लिपियाँ में लिखने की सुविधा प्रदान करता है। इण्डिक आइऍमई विशेष रूप से भारतीय उपमहाद्वीप की लिपियों को ध्यान में रखकर निर्मित किया गया है। इस समय इण्डिक आईऍमई के कई संस्करण उपलब्ध हैं जिन्हें इंस्टाल कर लेने के बाद अन्तर्जाल से जुड़कर या बिना जुड़े भारतीय भाषाओं में कार्य किया जा सकता है। संस्करण २.० है जो कि नवम्बर २००६ में जारी किया गया। नवीनतम संस्करण का नाम बदलकर इण्डिक इनपुट कर दिया गया है। संस्करण ५.x से बाद के नये संस्करणों में स्पेसबार वाला एक बग है जिसमें स्पेस देने के लिये दो बार स्पेस कुंजी दबानी पड़ती है। इस कारण अब भी लोग अधिकतर पुराना संस्करण ही प्रयोग कर रहे हैं। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और इण्डिक आइऍमई

इनपुट विधि

इनपुट विधि को इनपुट मेथड या इनपुट मेथड ऍडीटर (आइऍमई) भी कहा जाता है। कम्प्यूटर एवं अन्य डिजिटल युक्तियों के सन्दर्भ में इनपुट विधि या निवेश विधि वह प्रोग्राम है जो प्रचालन तंत्र का एक भाग होता है तथा उन वर्णों एवं संकेतों को भी लिखने में मदद करता है जो कम्प्यूटर के कुंजीपटल पर उपलब्ध नहीं होतीं। उदाहरण के लिये हिन्दी या चीनी भाषा में कम्प्यूटर पर कुछ लिखने में यह सहायक होता है। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और इनपुट विधि

इन्स्क्रिप्ट

इन्स्क्रिप्ट (इण्डियन स्क्रिप्ट का लघुरूप) भारतीय भाषी लिपियों का मानक कीबोर्ड है। यह कम्यूटर हेतु एक टच टाइपिंग कुंजीपटल खाका है। यह कुंजीपटल खाका भारत सरकार द्वारा भारतीय लिपियों के लिये मानक के रूप में स्वीकृत है। यह भारत की भाषायी सॉफ्टवेयर के लिये नामी कम्पनी सी-डैक द्वारा विकसित है। यह देवनागरी, बंगाली, गुजराती, गुरुमुखी, कन्नड़, मलयालम, ओड़िया, तमिल तथा तेलुगू आदि सहित १२ भारतीय लिपियों का मानक कीबोर्ड है। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और इन्स्क्रिप्ट

कंप्यूटर

निजी संगणक कंप्यूटर (अन्य नाम - संगणक, कंप्यूटर, परिकलक) वस्तुतः एक अभिकलक यंत्र (programmable machine) है जो दिये गये गणितीय तथा तार्किक संक्रियाओं को क्रम से स्वचालित रूप से करने में सक्षम है। इसे अंक गणितीय, तार्किक क्रियाओं व अन्य विभिन्न प्रकार की गणनाओं को सटीकता से पूर्ण करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से निर्देशित किया जा सकता है। चूंकि किसी भी कार्य योजना को पूर्ण करने के लिए निर्देशो का क्रम बदला जा सकता है इसलिए संगणक एक से ज्यादा तरह की कार्यवाही को अंजाम दे सकता है। इस निर्देशन को ही कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग कहते है और संगणक कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग भाषा की मदद से उपयोगकर्ता के निर्देशो को समझता है। यांत्रिक संगणक कई सदियों से मौजूद थे किंतु आजकल अभिकलित्र से आशय मुख्यतः बीसवीं सदी के मध्य में विकसित हुए विद्दुत चालित अभिकलित्र से है। तब से अबतक यह आकार में क्रमशः छोटा और संक्रिया की दृष्टि से अत्यधिक समर्थ होता गया हैं। अब अभिकलक घड़ी के अन्दर समा सकते हैं और विद्युत कोष (बैटरी) से चलाये जा सकते हैं। निजी अभिकलक के विभिन्न रूप जैसे कि सुवाह्य संगणक, टैबलेट आदि रोजमर्रा की जरूरत बन गए हैं। परंपरागत संगणकों में एक केंद्रीय संचालन इकाई (सीपीयू) और सूचना भन्डारण के लिए स्मृति होती है। संचालन इकाई अंकगणित व तार्किक गणनाओ को अंजाम देती है और एक अनुक्रमण व नियंत्रण इकाई स्मृति में रखे निर्देशो के आधार पर संचालन का क्रम बदल सकती है। परिधीय या सतह पे लगे उपकरण किसी बाहरी स्रोत से सूचना ले सकते है व कार्यवाही के फल को स्मृति में सुरक्षित रख सकते है व जरूरत पड़ने पर पुन: प्राप्त कर सकते हैं। एकीकृत परिपथ पर आधारित आधुनिक संगणक पुराने जमाने के संगणकों के मुकबले करोड़ो अरबो गुना ज्यादा समर्थ है और बहुत ही कम जगह लेते है। सामान्य संगणक इतने छोटे होते है कि मोबाइल फ़ोन में भी समा सकते है और मोबाइल संगणक एक छोटी सी विद्युत कोष (बैटरी) से मिली ऊर्जा से भी काम कर सकते है। ज्यादातर लोग “संगणकों” के बारे में यही राय रखते है कि अपने विभिन्न स्वरूपों में व्यक्तिगत संगणक सूचना प्रौद्योगिकी युग के नायक है। हालाँकि embedded system|सन्निहित संगणक जो कि ज्यादातर उपकरणों जैसे कि आंकिक श्रव्य वादक|एम.पी.३ वादक, वायुयान व खिलौनो से लेकर औद्योगिक मानव यन्त्र में पाये जाते है लोगो के बीच ज्यादा प्रचलित है। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और कंप्यूटर

क्विलपैड

क्विलपैड हिन्दी एवं अन्य भारतीय भाषाओं को टाइप करने हेतु एक ऑनलाइन टाइपिंग औजार है। यह पहला शब्दकोश आधारित ध्वन्यात्मक लिप्यन्तरण विधि वाला कृत्रिम बुद्धिमता युक्त औजार था, बाद में गूगल और माइक्रोसॉफ्ट के भी इसी प्रकार के औजार आये। क्विलपैड का मोबाइल फोन के लिये भी संस्करण के नाम से जारी हुआ है जिससे कि मोबाइल के आम कीपैड का प्रयोग करके ध्वन्यात्मक लिप्यन्तरण के जरिये हिन्दी टाइप की जा सकती है। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और क्विलपैड

अंतरजाल

अंतरजाल का आंशिक मैप, १५ जनवरी २००५। प्रत्येक पंक्ति को दो नोड्स के बीच खींचा जाता है, आईपी पते जोड़ने से। रेखा की लंबाई नोड्स के बीच समय की देरी (पिंग) को दर्शाती है मानचित्र २००५ में डेटा संग्रह के लिए उपलब्ध कक्षा सी नेटवर्क के ३०% से कम का प्रतिनिधित्व करता है। रेखा रंग आरएफसी १९१८ के अनुसार उसके स्थान से मेल खाती है। अंतरजाल (इंटरनेट) (Internet आई पी ए: ɪntəˌnɛt) विष्व में डिवाइसों को लिंक करने के लिए इंटरनेट प्रोटोकॉल सूट (टीसीपी / आईपी) का उपयोग करने वाले इंटरकनेक्टेड कंप्यूटर नेटवर्क की वैश्विक प्रणाली है। यह नेटवर्क का एक नेटवर्क है जिसमें निजी, सार्वजनिक, शैक्षिक, व्यवसाय और वैश्विक नेटवर्क के सरकारी नेटवर्क शामिल हैं, जो कि इलेक्ट्रॉनिक, वायरलेस, और ऑप्टिकल नेटवर्किंग प्रौद्योगिकियों की व्यापक श्रेणी से जुड़ा हुआ है। इंटरनेट में सूचना संसाधनों और सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला है, जैसे इंटर लिंक किए गए हाइपरटेक्स्ट दस्तावेज़ और वर्ल्ड वाइड वेब (डबल्युडबल्युडबल्यु), इलेक्ट्रॉनिक मेल, टेलीफ़ोनी और फ़ाइल साझाकरण के अनुप्रयोग। १९६० के दशक में इंटरनेट नेटवर्क की उत्पत्ति संयुक्त राज्य संघीय सरकार द्वारा कंप्यूटर नेटवर्क के माध्यम से मज़बूत, गलती-सहिष्णु संचार के निर्माण के लिए शुरू की गई थी। १९९० के शुरुआती दिनों में वाणिज्यिक नेटवर्क और उद्यमों को जोड़ने से आधुनिक इंटरनेट पर संक्रमण की शुरुआत हुई, और तेजी से वृद्धि के कारण संस्थागत, व्यक्तिगत और मोबाइल कंप्यूटर नेटवर्क से जुड़े थे। २००० के दशक के अंत तक, इसकी सेवाओं और प्रौद्योगिकियों को रोजमर्रा की जिंदगी के लगभग हर पहलू में शामिल किया गया था। टेलीफ़ोनी, रेडियो, टेलीविज़न, पेपर मेल और अखबारों सहित अधिकांश पारंपरिक संचार मीडिया, ईमेल द्वारा पुनर्निर्मित, पुनर्निर्धारित, या इंटरनेट से दूर किए जाने वाले ईमेल सेवाओं, इंटरनेट टेलीफ़ोनी, इंटरनेट टेलीविजन, ऑनलाइन संगीत, डिजिटल समाचार पत्र, और वीडियो स्ट्रीमिंग वेबसाइटें अखबार, पुस्तक, और अन्य प्रिंट प्रकाशन वेबसाइट प्रौद्योगिकी के अनुकूल हैं, या ब्लॉगिंग, वेब फ़ीड्स और ऑनलाइन समाचार एग्रीगेटर्स में पुन: स्थापित किए जा रहे हैं। इंटरनेट ने त्वरित मैसेजिंग, इंटरनेट फ़ौरम और सोशल नेटवर्किंग के माध्यम से व्यक्तिगत इंटरैक्शन के नए रूपों को सक्षम और त्वरित किया है। ऑनलाइन खुदरा विक्रेताओं और छोटे व्यवसायों और उद्यमियों के लिए ऑनलाइन खरीदारी तेजी से बढ़ी है, क्योंकि यह कंपनियों को एक बड़े बाजार की सेवा या पूरी तरह से ऑनलाइन वस्तुओं और सेवाओं को बेचने के लिए अपनी "ईंट और मोर्टार" उपस्थिति बढ़ाने में सक्षम बनाता है। इंटरनेट पर व्यापार से व्यापार और वित्तीय सेवाओं को पूरे उद्योगों में आपूर्ति श्रृंखला पर असर पड़ता है। इंटरनेट का उपयोग या उपयोग के लिए तकनीकी कार्यान्वयन या नीतियों में कोई केंद्रीकृत शासन नहीं है; प्रत्येक घटक नेटवर्क अपनी नीतियाँ निर्धारित करता है। इंटरनेट, इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस (आए पी एड्रेस), स्पेस और डोमेन नेम सिस्टम (डी एन एस) में दो प्रमुख नाम रिक्त स्थान की केवल अति परिभाषा परिभाषाएँ एक रखरखाव संगठन, इंटरनेट कॉरपोरेशन फॉर असाइन्ड नाम और नंबर (आए सी ए एन एन)। मुख्य प्रोटोकॉल के तकनीकी आधारभूत और मानकीकरण, इंटरनेट इंजीनियरिंग टास्क फ़ोर्स (आए ई टी एफ़) की एक गतिविधि है, जो कि किसी भी गैर-लाभप्रद संगठन के साथ संबद्ध अंतरराष्ट्रीय सहभागी हैं, जो किसी को भी तकनीकी विशेषज्ञता में योगदान दे सकते हैं। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और अंतरजाल

अक्षरग्राम नेटवर्क

अक्षरग्राम नेटवर्क हिन्दी चिट्ठाकारों एवं तकनीकिज्ञों का एक गैरलाभकारी सामुदायिक स्वयंसेवक समूह है जो कि कम्प्यूटर एवं इण्टरनेट पर हिन्दी के प्रयोग को बढ़ावा देने हेतु कार्य करता है। यह समूह हिन्दी चिट्ठाकारी से सम्बंथित विभिन्न सेवाएँ संचालित करता है। शुरुआती दिनों में इण्टरनेट पर हिन्दी के प्रचार-प्रसार में इस समूह ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसकी विभिन्न सेवाओं नारद, सर्वज्ञ, परिचर्चा आदि ने नए चिट्ठाकारों को स्थापित होने में काफी सहायता की। .

देखें इण्डिक कम्प्यूटिंग और अक्षरग्राम नेटवर्क

यह भी देखें

प्राकृतिक भाषा और संगणन

भारतीय भाषाओं में अभिकलन, इंडिक कम्प्यूटिंग के रूप में भी जाना जाता है।