हाइड्रोजन और ४-फिनाइल-४-(१-पिपेरिडिनाइल)साइक्लोहेक्सेन
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
हाइड्रोजन और ४-फिनाइल-४-(१-पिपेरिडिनाइल)साइक्लोहेक्सेन के बीच अंतर
हाइड्रोजन vs. ४-फिनाइल-४-(१-पिपेरिडिनाइल)साइक्लोहेक्सेन
हाइड्रोजन पानी का एक महत्वपूर्ण अंग है शुद्ध हाइड्रोजन से भरी गैस डिस्चार्ज ट्यूब हाइड्रोजन (उदजन) (अंग्रेज़ी:Hydrogen) एक रासायनिक तत्व है। यह आवर्त सारणी का सबसे पहला तत्व है जो सबसे हल्का भी है। ब्रह्मांड में (पृथ्वी पर नहीं) यह सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। तारों तथा सूर्य का अधिकांश द्रव्यमान हाइड्रोजन से बना है। इसके एक परमाणु में एक प्रोट्रॉन, एक इलेक्ट्रॉन होता है। इस प्रकार यह सबसे सरल परमाणु भी है। प्रकृति में यह द्विआण्विक गैस के रूप में पाया जाता है जो वायुमण्डल के बाह्य परत का मुख्य संघटक है। हाल में इसको वाहनों के ईंधन के रूप में इस्तेमाल कर सकने के लिए शोध कार्य हो रहे हैं। यह एक गैसीय पदार्थ है जिसमें कोई गंध, स्वाद और रंग नहीं होता है। यह सबसे हल्का तत्व है (घनत्व 0.09 ग्राम प्रति लिटर)। इसकी परमाणु संख्या 1, संकेत (H) और परमाणु भार 1.008 है। यह आवर्त सारणी में प्रथम स्थान पर है। साधारणतया इससे दो परमाणु मिलकर एक अणु (H2) बनाते है। हाइड्रोजन बहुत निम्न ताप पर द्रव और ठोस होता है।।इण्डिया वॉटर पोर्टल।०८-३०-२०११।अभिगमन तिथि: १७-०६-२०१७ द्रव हाइड्रोजन - 253° से. ४-फिनाइल-४-(१-पिपेरिडिनाइल) साइक्लोहेक्सेन एक कार्बनिक यौगिक है। । कार्बन के रासायनिक यौगिकों को कार्बनिक यौगिक कहते हैं। प्रकृति में इनकी संख्या 10 लाख से भी अधिक है। जीवन पद्धति में कार्बनिक यौगिकों की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है। इनमें कार्बन के साथ-साथ हाइड्रोजन भी रहता है। ऐतिहासिक तथा परंपरा गत कारणों से कुछ कार्बन के यौगकों को कार्बनिक यौगिकों की श्रेणी में नहीं रखा जाता है। इनमें कार्बनडाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड प्रमुख हैं। सभी जैव अणु जैसे कार्बोहाइड्रेट, अमीनो अम्ल, प्रोटीन, आरएनए तथा डीएनए कार्बनिक यौगिक ही हैं। कार्बन और हाइड्रोजन के यौगिको को हाइड्रोकार्बन कहते हैं। मेथेन (CH4) सबसे छोटे अणुसूत्र का हाइड्रोकार्बन है। ईथेन (C2H6), प्रोपेन (C3H8) आदि इसके बाद आते हैं, जिनमें क्रमश: एक एक कार्बन जुड़ता जाता है। हाइड्रोकार्बन तीन श्रेणियों में विभाजित किए जा सकते हैं: ईथेन श्रेणी, एथिलीन श्रेणी और ऐसीटिलीन श्रेणी। ईथेन श्रेणी के हाइड्रोकार्बन संतृप्त हैं, अर्थात् इनमें हाइड्रोजन की मात्रा और बढ़ाई नहीं जा सकती। एथिलीन में दो कार्बनों के बीच में एक द्विबंध (.
हाइड्रोजन और ४-फिनाइल-४-(१-पिपेरिडिनाइल)साइक्लोहेक्सेन के बीच समानता
हाइड्रोजन और ४-फिनाइल-४-(१-पिपेरिडिनाइल)साइक्लोहेक्सेन आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): कार्बन मोनोआक्साइड।
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या हाइड्रोजन और ४-फिनाइल-४-(१-पिपेरिडिनाइल)साइक्लोहेक्सेन लगती में
- यह आम हाइड्रोजन और ४-फिनाइल-४-(१-पिपेरिडिनाइल)साइक्लोहेक्सेन में है क्या
- हाइड्रोजन और ४-फिनाइल-४-(१-पिपेरिडिनाइल)साइक्लोहेक्सेन के बीच समानता
हाइड्रोजन और ४-फिनाइल-४-(१-पिपेरिडिनाइल)साइक्लोहेक्सेन के बीच तुलना
हाइड्रोजन 38 संबंध है और ४-फिनाइल-४-(१-पिपेरिडिनाइल)साइक्लोहेक्सेन 12 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 2.00% है = 1 / (38 + 12)।
संदर्भ
यह लेख हाइड्रोजन और ४-फिनाइल-४-(१-पिपेरिडिनाइल)साइक्लोहेक्सेन के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: