लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

सपुष्पक पौधा और हाइड्रोचैरिटेसिए

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

सपुष्पक पौधा और हाइड्रोचैरिटेसिए के बीच अंतर

सपुष्पक पौधा vs. हाइड्रोचैरिटेसिए

कमल बीज पैदा करनेवाले पौधे दो प्रकार के होते हैं: नग्न या विवृतबीजी तथा बंद या संवृतबीजी। सपुष्पक, संवृतबीजी, या आवृतबीजी (flowering plants या angiosperms या Angiospermae या Magnoliophyta, Magnoliophyta, मैग्नोलिओफाइटा) एक बहुत ही बृहत् और सर्वयापी उपवर्ग है। इस उपवर्ग के पौधों के सभी सदस्यों में पुष्प लगते हैं, जिनसे बीज फल के अंदर ढकी हुई अवस्था में बनते हैं। ये वनस्पति जगत् के सबसे विकसित पौधे हैं। मनुष्यों के लिये यह उपवर्ग अत्यंत उपयोगी है। बीज के अंदर एक या दो दल होते हैं। इस आधार पर इन्हें एकबीजपत्री और द्विबीजपत्री वर्गों में विभाजित करते हैं। सपुष्पक पौधे में जड़, तना, पत्ती, फूल, फल निश्चित रूप से पाए जाते हैं। . हाइड्रोचैरिटेसिए (Hydrocharitaceae) सपुष्पक पौधों का एक जीववैज्ञानिक कुल है जिसमें १६ ज्ञात वंशों के अंतर्गत १३५ जातियाँ आती हैं। इस कुल में मीठे पानी व समुद्री जल में उगने वाली कई जातियाँ हैं। यह मुख्य रूप से उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में मिलती हैं हालांकि कुछ अन्य स्थानों पर भी उगती हैं। .

सपुष्पक पौधा और हाइड्रोचैरिटेसिए के बीच समानता

सपुष्पक पौधा और हाइड्रोचैरिटेसिए आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): एकबीजपत्री

एकबीजपत्री

मोनोकॉट​ (Monocot) या एकबीजपत्री सपुष्पक पौधों का एक समूह है जिनके बीजों में एक ही बीजपत्र (कॉटिलिडन​) होता है। इनके विपरीत युडिकॉट​ (Eudicot) पौधों के बीजों में दो बीजपत्र होते हैं। फूलधारी (सपुष्पक) पौधों की यही दो मुख्य श्रेणियाँ हैं।, Linda R. Berg, pp.

एकबीजपत्री और सपुष्पक पौधा · एकबीजपत्री और हाइड्रोचैरिटेसिए · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

सपुष्पक पौधा और हाइड्रोचैरिटेसिए के बीच तुलना

सपुष्पक पौधा 14 संबंध है और हाइड्रोचैरिटेसिए 12 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 3.85% है = 1 / (14 + 12)।

संदर्भ

यह लेख सपुष्पक पौधा और हाइड्रोचैरिटेसिए के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »