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संवेद और हेल्महोल्ज़

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

संवेद और हेल्महोल्ज़ के बीच अंतर

संवेद vs. हेल्महोल्ज़

मानव के पाँच मुख्य संवेदी अंग (इन्द्रियाँ) शार्क में विद्युत् क्षेत्र (ऍलॅक्ट्रिक फ़ील्ड) में परिवर्तन भांपने का इन्द्रियबोध होता है जिसका इस्तेमाल वह अपना ग्रास पकड़ने के लिए करती है संवेद या इन्द्रियबोध (sense) उन शारीरिक क्षमताओं को कहते हैं जिनसे प्राप्त हुए ज्ञान से किसी जीव को अपने वातावरण का बोध होता है। मनुष्यों में पाँच प्रमुख संवेदी अंग (इन्द्रियाँ) हैं- देखना (आँखों से), सुनना (कानों से), छूना (त्वचा से), सूंघना (नाक से) और स्वाद लेना (जीभ से)। किन्तु मनुष्य में इनके अलावा भी बहुत से संवेदों को ग्रहण करने की क्षमता होती है, जैसे ताप आदि। अन्य जानवरों में अलग इन्द्रियबोध होते हैं, जिसे की कुछ मछलियों में पानी के दबाव के लिए इन्द्रियाँ होती है जिनसे वे आराम से बता पाती हैं के आसपास कोई अन्य मछली हिल रही है के नहीं। कुछ अन्य जानवर पानी में विद्युत् या चुम्बकीय क्षेत्रों में परिवर्तन को भांप लेते हैं - या शिकार करने के लिए बहुत लाभकारी होती है क्योंकि हर अन्य जीव अपने आसपास विद्युत् क्षेत्र पर प्रभाव डालता है। . हेल्महोल्ज़ हरमन फ़ॉन हल्महोल्ज़(31 अगस्त 1821 - 8 सितम्बर 1894) एक जर्मन भौतिकविद तथा चिकित्सक थे जिन्होंने आधुनिक विज्ञान के कई क्षेत्रों के विकास में योगदान दिया। ऊष्मागतिकी, विद्युतगतिकी और ऊर्जा संरक्षण के सिद्धांत के लिए उनका योगदान विशेष रूप से उल्लेखनीय है। शुद्ध पदार्थों के लिए उनका दिया गया एक सिद्धांत, जो अब उन्हीं के नाम से जाना जाता है, ऊष्मागतिकी के क्षेत्र में बहुत महत्वपूर्ण है। श्रेणी:जर्मनी के भौतिकविद.

संवेद और हेल्महोल्ज़ के बीच समानता

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संवेद और हेल्महोल्ज़ के बीच तुलना

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संदर्भ

यह लेख संवेद और हेल्महोल्ज़ के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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