शास्त्रीय प्राचीनकाल और सूदखोरी
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
शास्त्रीय प्राचीनकाल और सूदखोरी के बीच अंतर
शास्त्रीय प्राचीनकाल vs. सूदखोरी
यूरोपीय शास्त्रीय प्राचीनकाल (European classical antiquity) भूमध्य सागर क्षेत्र पर केन्द्रित यूरोपीय सांस्कृतिक इतिहास का एक लम्बा काल था जब प्राचीन यूनान और प्राचीन रोम की सभ्यताएँ एक दूसरे से मिश्रित होकर पनप रहीं थी और यूरोप, उत्तर अफ़्रीका व पश्चिमी एशिया को प्रभावित कर रहीं थी। इस काल का आरम्भ ७वीं या ८वीं शताब्दी ईसापूर्व में होमर की काव्य-गाथाओं की रचना से और अन्त ३००-६०० ईसवी काल में समझा जाता है। . सूदखोरी वो व्यवस्था होती है जिसमें कर्ज़ अत्यधिक ब्याज पर या कोई अनैतिक तरीके से दिया जाता है। इस व्यवस्था में कर्ज़ लेने वाले का लाभ नहीं बल्कि कर्ज देने वाला का लाभ प्रधान होता है। ऐतिहासिक तौर पर और आज भी कई समाज में कर्ज पर ब्याज लेना ही सूदखोरी माना जाता था। ईसाई धर्म में ब्याज लेना गलत आचरण माना जाता था। इस कारण ईसाई समाजों में यहूदी ही कर्ज मुहैया कराते थे। प्राचीन हिन्दू ग्रंथों में भी सूदखोरी को गलत माना गया है। .
शास्त्रीय प्राचीनकाल और सूदखोरी के बीच समानता
शास्त्रीय प्राचीनकाल और सूदखोरी आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या शास्त्रीय प्राचीनकाल और सूदखोरी लगती में
- यह आम शास्त्रीय प्राचीनकाल और सूदखोरी में है क्या
- शास्त्रीय प्राचीनकाल और सूदखोरी के बीच समानता
शास्त्रीय प्राचीनकाल और सूदखोरी के बीच तुलना
शास्त्रीय प्राचीनकाल 7 संबंध है और सूदखोरी 2 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (7 + 2)।
संदर्भ
यह लेख शास्त्रीय प्राचीनकाल और सूदखोरी के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: